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NISHTHANational Initiative for School Heads’ and Teachers’ Holistic Advancement
परशिकषण पकज
शिषठासक ल परमखो और शिकषो ी
समगर उननशि शलए राषटरीय पहल
परशिकषण पकज
NISHTHANational Initiative for School Heads’ and Teachers’ Holistic Advancement
सक ल परमखो और शिकषो ी समगर उननशि शलए राषटरीय पहल
शिषठा
सरठावाशधकठार सरशकषत पराि ी पकरव अनशमि शबना इस परािन शसरी भाग ो छापना िथा
इलकटरॉशनी, मिरीनरी, फोटोपरशिशलशप, शररॉशरडग अथरा शसरी अनय शरशि स पन: परयोग पदधशि दारा उसा सगरहण अथरा परचारण रशवि ह।
इस पसि ी शबकी इस ििव साथ ी गई ह श परािन ी पकरव अनशमि शबना यह पसि अपन मकल आररण अथरा शलद अलारा शसरी अनय परार स वयापार दारा उिाररी पर, पनशरवकय या शराए पर न दरी ाएगरी, न बचरी ाएगरी।
इस परािन ा सहरी मकलय इस पषठ पर मशरिि ह। रबड ी महर अथरा शचपाई गई पचची (शसटर) या शसरी अनय शरशि दारा अशि ोई भरी सिोशिि मकलय गलि ह िथा मानय नही होगा।
परकठािि सहयोग
अधयकष, परािन परभाग : एम.सिराजअनवर
मखय सपाद : शववताउपपल
मखय उतपादन अशिाररी : अरणसचतकारा
मखय वयापार परबधा : सििाषकमारदाि
आररण
डी.टी.पीिवल,परकाशनपरभाग
80 री.एस.एम. पपर पर मशरिि।
परािन परभाग म सशचर, राषटरीय िशकष अनसिान और परशिकषण पररषद, शरी अरशरद मागव, नयरी शदललरी 110 016 दारा पराशिि।
© राषटरीय शिकषक अनसधान और परिशकषण पररषद, 2019
परथम ससकरण
सितिर2019भादपदर1941
परशिकषण पकज
कलठा समशकत शिकषठा (आरवा इरीगरड लशििग)अनभवातमक अधिगम का एक शकषधिक तरीका
मॉडयल 3
माडयल 3
कलठा समशकत शिकषठा (आरवा इरीगरड लशििग)अनभवातमक अधिगम का एक शकषधिक तरीका
परसतावनाअनय शरषयो साथ ला एीरण ा अथव ह श लाए [दशय ला (शरअल आटवस), परदिवन ला (परफरॉशमडग आटवस) और साशहशतय ला (शलटरररी आटवस)] शिकषण अशिगम (सरीखन-शसखान) ी परशकयाओ ा ए अशभनन अग बन ािरी ह। इसा िातपयव ला-समशि पाठयकम ो अपनान स भरी ह, शसम ला, कषा म सरीखन ा आिार बन ािरी ह। पाठयकम म अगर ला ा समारि हो िो इसस अरिारणाओ ो सपषट रन म मदद शमलिरी ह। ला-समशि पाठयकम शरशभनन शरषयो ी सामगररी ो िाशव , शिकषाथची- शरिि और अथवपकणव िररीो स ोडन सािन परदान र सिा ह। ला अगर रिशबद म हो िो गशणि, शरजान, सामाश शरजान िथा भाषाओ और उनी अमकिव अरिारणाओ बरीच ए सबि सथाशपि शया ा सिा ह, उनह आपस म ोडा ा सिा ह, और परभाररी ढग स उनह सरीखा ा सिा ह। इस िररी स सरीखना समगर, आनदपकणव और अनभरातम बन ािा ह। यह मरॉरयकल उदाहरणो साथ यह रखाशि रिा ह श स ला ो शरशभनन शरषयो साथ समशि शया ा सिा ह। यह उन चरणो ो भरी इशगि रिा ह शसम समनरय बहिर ढग स सरीखन-शसखान िररीो ो
4 शनषठा — परशिकषण प
माडयल 3
सरल बनान शलए और ला ा सरी.सरी.ई. ौिल और उपरणो रप म उपयोग र सि ह। हालाश दरी गई परशिकषण रपरखा (शरजाइन) शसथशि अनरप ह, शफर भरी सरीखन उदशयो ो पकरा रन और चयशनि अशिगम परशिफलो ि पहचन शलए समनरय इनम बदलार या सिार र सिा ह।
मरॉरयकल म समनरयो फायद शलए 4-5 सझार दन राल सतो ा ए सट शनशहि ह। यशद समनरय सरय छ अशिररकत या रशलप सतो ो ियार र स िो यह और भरी रोच होगा।
अशधगम उदशय
इस मरॉरयकल ा उदशय शनमनशलशखि ो शरशसि रना ह—• ‘लाए’ िकषशण माधयम स बन सिरी ह, और परतय बचच सरीखन और
समगर शरास पर इन परभार ो समझना।• बचच ी रचनातम अशभवयशकत ा पिा लगान माधयम रप म ला अनभरो
(शरशभनन ला रपो) साथ पररचय।• शरशभनन शरषयो ी शिकषा ो रोच बनान शलए योना बनान और आय-
उपयकत ला अनभरो आयोन ी योगयिा हाशसल रना।
कलठा समशकत शिकषठा स सबशधत परशि-उततर
कला समिकत िशकषा कया ह?िबदोि म एीरण या समन ा अथव ह, ‘सपकणव इाई बनान शलए भागो ो शमशशि रन या ोडन ा ायव’। इस परार, ला एीरण ा अथव ह। शरशभनन पाठयकम कषतो सरीखन-शसखान साथ ‘ला ा सयोन’ रना।
भाषा, सामाश अधययन, शरजान और गशणि स शरषयो ो ला साथ परसपर सबशिि रन शलए ियार शया ा सिा ह। ई बार, ला बहि सरलिा स शरजान ी अरिारणाओ ो सपषट र सिरी ह। इस परार, शरषयो ी अमकिव अरिारणाओ ो शरशभनन ला रपो ा उपयोग र समझन म आसान और मकिव रप शदया ा सिा ह। सरीखन इस िररी स शरषय बार म जान और समझ ो बढान म मदद शमलिरी ह और
यह ला ा मकलयान रन ो भरी बढारा दिा ह। इस हरी समगर या सपकणव शिकषण हा ािा ह। ला अशभवयशकत शलए ए भाषा परदान रिरी ह। यह अशभवयशकत ला दशय (शरअल) या परदिवन (परफरॉममस) रप म हो सिरी ह।
दशय कलाओ (ििजअल आरटस) और परदशटन कलाओ (परफॉिमिग आरटस) स कया तातपयट ह?रह ला रप शस मखय रप स दखा या सराहा ािा ह, स श पशटग, फोटोगराफी, शपरट-मशग, सट-आटव, कल-मरॉरशलग, मकशिवला, एपलाइर
5ला समशि शिकषा (आटव इटरीगरटर लशनडग)
माडयल 3
आटव र काफट (अनपरयकत-ला और शिलप) ो दशय (शरअल) ला हा ािा ह। बश परदिवन लाओ म सचालन और मौशख ौिल, चहर भार और िररीर ी गशि र लय ा उपयोग र परसिि ी गई लातम अशभवयशकतया िाशमल होिरी ह। इनम नतय, सगरीि (गायन और रादय), रगमच, ठपिलरी, मकाशभनय, हानरी राचन, मािवल आटव, ादक ा परदिवन, शसनमा आशद िाशमल ह।
कला िशकषा और कला समिकत िशकषा म कया अतर ह?ला शिकषा रह परशकया ह ो सरदरी भारो ो परोतसाशहि रिरी ह। यह उन अशभवयशकतयो स न हि शरचारो और सामशगरयो साथ ाम रन ा ए मच परदान रिरी ह, शनह रल िबदो दारा वयकत नही शया ा सिा। यह गर-मौशख अशभवयशकत ो बाहर आन शलए परोतसाशहि रिरी ह, चाह रह गरीि रप म हो या शफर पशटग या परदिवन रप म। ला समशि शिकषा म, हम ला ो पाठयकम ा मखय शहससा बनाि हए ाम रि ह। शरशभनन ला रपो ा उपयोग र शरषय ी अमकिव अरिारणाओ ा पिा लगाया ा सिा ह। ला समशि कषाए सरीखन ऐस अनभर परदान र सिरी ह शसस सरीखन राल ा मन, हदय और िररीर उसस ड ािा ह। इस िरह लाए बचचो ो ई िरह ौिल और कषमिाओ ा उपयोग रन म सकषम बनािरी ह।
सरीखन की परिरिया को समगर और अनभिातमक बनान म कला की कया भिमका ह?ला शरशभनन रपो स डि हए शिकषाथची शरशभनन चरणो स ग रि ह, स श अरलोन रना, शरचार रना, लपना रना, खो रना, परयोग रना, िव दारा शनणवय पर पहचना, स न रना, पन: स न रना और वयकत रना। इन चरणो शलए शनमनशलशखि िरीन कषतो ी रासिशर भागरीदाररी ी आरशयिा होिरी ह— सजानातम, मनो-पररणा और भारातम। इसरीशलए, यह सररप म परयोगातम ह और परतय शिकषाथची ा समगर शरास रन म मदद रिरी ह। इस िरह अनभरातम शिकषण ी रह स इन दारा अनय शरषयो म बहिर ढग स शिकषण शदया ा सिा ह। ला इसम ए िरह स आिार ा ाम रिरी ह।
कला एकीकरण िशकषण सरीखन क परितफलो को परापत करन म कस मदद करता ह?ला समन ए साथ िरीन कषतो (सजानातम, मनो-पररणा और भारातम) पर असर रालिरी ह, ो योगयिा आिाररि शिकषण और कषमिा आिाररि सरीखन परशिफलो ी िकषशण आरशयिा ो पकरा रिा ह।
कला समिकत अिधगम को सरीखन का आनददायक तररीका कयो माना जाता ह?लाए शसरी ी लपना और शरचारो ी मकत अशभवयशकत ा सराभाशर माधयम होिरी ह। इन माधयम स हर शिकषाथची ो अशदिरीय और अलग पहचान रखन ी आजादरी होिरी ह। सक ल सिर पर शिकषण िासतर रप
6 शनषठा — परशिकषण प
माडयल 3
म ला समशि शिकषण शबना इस बाि ी शचिा शए श उना ायव सा होगा और दकसर उन बार म कया सोचग, हर शिकषाथची ो नई चरीजो बार म ानन, अनभर रन, और वयकत रन शलए रचनातम सथान परदान रिा ह।इसम सरीखन राल ो ला ो ए परशकया रप म अनभर रन और पररणाम ी शचिा नही रन शलए परोतसाशहि शया ािा ह शसस उनह शरषय स ड भय ो दकर रन म मदद शमलिरी ह और रन र सरीखन ी उनी खिरी म बढोतिररी होिरी ह। लाए शरशरि शिकषण आरशयिाओ पर भरी चचाव रिरी ह और परतय शिकषाथची ो अशभवयशकत रशलप सािन परदान रिरी ह, हा र पररणाम दबारो शबना शसरी शरषय ो अशि गहराई स खो सि ह और अनभर र सि ह इस ारण शिकषण आनदमय बन ािा ह।
कला समिकत अिधगम िशकषा क समािशरी ढाच (Inclusive Set up) म कस सहायक ह?ला ा सबस महतरपकणव पहलक ह श इसम ोई सहरी या गलि उततर नही होिा ह। जान ो अनभरातम िररी स परापि शया ािा ह। शिशकषि स अशिशकषि, शरिष आरशयिा समकह स सामानय समकह या लडशयो स लडो ी ला ाम म अिर रन ी आरशयिा नही ह, कयोश ला सरय ी अशभवयशकत ह। यह रशचिो ो ला स ड ाययो माधयम स अपन अिरिम ी भारनाओ ो वयकत रन म मदद रिरी ह। इसरी िरह ो लोग ऐस समदाय स सबि रखि ह शनह सामाश बशहषार ा शिार होना पडिा ह, र कषा अनय लोगो साथ आसानरी स ाम र सि ह, कयोश ला ए ऐसरी याता ह, शसम शसरी पास भरी सार राब नही होि। ला स डरी गशिशरशिया बचचो ो ए-दकसर साथ डन म मदद रिरी ह, िाश िरीर-िरीर बािाए टकट स और शरशभनन पषठभकशम स सबशिि बचच आपस म सराद र स ।
शरषय पर अशि ानाररी शलए, पराथशम शिकषो शलए बन ला शिकषा पर अकसर पकछ ान राल परशन, परशिकषण प मरॉरयकल सखया 4 और 5 दख। www.ncert.nic.in/departments/www.ncert.nic.in/departments/
सीखि क परशतफल (एस.आर.जी./ शिकषक)इस मरॉरयकल पर परशिकषण लन बाद, एस.आर.री./ शिकष शनमन ायव रन म सकषम होग—●● ए शरषय रप म ‘ला’ और ए िकषशण दशषटोण रप म ‘ला’ म अिर र पान म;●● यह समझा पान म श ला समशि शिकषा (ए.आई.एल.) छातो म समगरिा स सरीखन ो स बढारा द सिरी ह;●● शरशभनन शरषयो म ए.आई.एल. योना ियार रन म;
7ला समशि शिकषा (आटव इटरीगरटर लशनडग)
माडयल 3
●● ए समनरय रप म, ए.आई.एल. मरॉरयकल और िलिाओ ा इसिमाल रि हए ए.आई.एल. सतो ा सचालन रन म; ●● कषा ी शिकषण-शिकषा पदधशि शलए अपन ए.आई.एल. ौिल ो शनखारन म शिकषो ी मदद रन म; ●● लातम और रचनातम अशभवयशकत ए उपरण और िनरी रप म ला ी सराहना रन म।
समनवयक क धिए धिशाधनिदश सत ो परभाररी ढग स सचाशलि रन शलए शनमनशलशखि बािो पर शरचार शया ा सिा ह—
(क) सतर क शलए ससठाधि●● सत दौरान उशचि समय पर उपयोग शलए आरशय हारवरयर और सरॉफटरयर ससािनो (ररीशरयो शकलप, सलाइर-िो आशद) ी वयरसथा र।●● सत दौरान अनय शरषयो साथ ला एीरण पर समकह ायव शलए उपयोग ी ान रालरी/सदशभवि पाठयपसिो ी वयरसथा र।●● गशिशरशि शलए आरशय सामगररी ी वयरसथा र, स— शरशभनन रगरीन चाटव पपर, पशसल, सच पन, माव र, शफलप चाटव, बोरव पर लगान राल शपन, भकर रग ा ागज या डाश फटग पपर, परदशिवि चरीजो ो टागन शलए रससरी, रग, डाइग िरीट, मरॉरल बनान शलए शमटरी, चरी, गोद, धरशन पदा रन राल उपरण, रिभकषा ियार रन शलए सामान, मच ियार रन शलए आरशय रसिए आशद। रसिओ ा परबि रि समय, आस-पास उपलबि ऐसरी रसिए हरी खररीद शनी ीमि बहि म हो या ो शबना मकलय हरी शमल ाए। ●● चकश ए.आई.एल. सत गशिशरशि स डा ह, इसशलए आयोो पर जोर राल श रह ए परशिकषण कष ी सशरिा अरशय टाए, ो इिना बडा हो श गशिशरशियो दौरान परशिभागरी और समनरय आसानरी स चल-शफर स िथा गशिशरशिया र स ।
(ख) सतर क शलए िकषशणक योजिठा●● ला समशि शिकषण मरॉरयकल ो दख और उन गशिशरशियो ा चयन र शनम आप अशि सह महसकस रि ह। आप ए.आई.एल. अरिारणा आिार पर अपन सरय सत ी भरी रपरखा बना सि ह।●● िकषशण योनाओ साथ शदए गए मकलयान सझारो ा उपयोग र। ‘सरीखन रप म मकलयान’ बार म एस.आर.री./ शिकषो ो अरगि राए। ●● शरशभनन अरिारणाओ/शरषयो अनभरातम अशिगम शलए एस.आर.री. सदसयो/ शिकषो ो, ए.आई.एल. ो ए शिकषण िासतर रप म समझन शलए ियार शए गए सत अलग-अलग शरषयो पर आिाररि ह (कषा/शरषय अनसार
8 शनषठा — परशिकषण प
माडयल 3
शरररण ा उललख शया गया ह)। साथ हरी यह उनह ऐस हरी और सतो ी योना बनान म मदद र सि ह।●● सत म सरीखन स परापि परशिफलो (लशनडग आउटम— एल.ओ.) दो सट होि ह। ए एस.आर.री./ शिकषो शलए शसा ए.आई.एल. सत समापन बाद मकलयान शया ािा ह और एल.ओ. ा दकसरा सट, ो अलग-अलग शरषयो और ‘रीरन ी शनपणिाओ’ स सबशिि होिा ह और शस ए.आई.एल. ो शिकषण िासतर रप म उपयोग र परापि शया ा सिा ह।●● हमार पराथशम सक लो (शरिष रप स गरामरीण) ी बडरी सखया बह-रगव (Multigrade) शिकषण म ह, इसशलए यह उागर रना महतरपकणव ह श स ए.आई.एल. शिकषण िासतर ा उपयोग इस शसथशि ो बहिर ढग स सभाल सिा ह।●● अि म, यह भरी जरररी ह श समय-समय पर अररोिो र रारटो ो हटान शलए इसम शिकषाशथवयो ी सौ परशििि भागरीदाररी सशनशचिि हो, साथ हरी समकह चचाव और शरचार-मथन सत, सबो अलग-अलग ाम सौपना, और समकह पररयोनाओ आशद ा उपयोग आरशय ह।
(ग) ए.आई.एल. म कलठा शिकषक/शिकषको (दशय और परदिवाि कलठा) की भशमकठाए.आई.एल. शरदयालय शिकषा सभरी सिरो पर आनदपकणव और अनभरातम िररी स सरीखन रप म ला ो बढारा दिा ह, शसम ला शिकषो सशहि हर शिकष ो ला ा उपयोग ए माधयम रप म रन ौिल ो समझन ी आरशयिा होिरी ह। ए.आई.एल. म ला शिकषो ो दोहरा ाम रना होगा, स—
1. ला ो ए शरषय रप म पढान और सरीखन दौरान ए.आई.एल. ा उपयोग रना; और
2. समकह शिकषण परणालरी िहि योना बनान और कषा म शिकषण-शिकषा म शरषय शिकषो ी मदद रना।ए.आई.एल. न ला शिकषो ी मौकदा भकशमा म अशिररकत शममदाररया िाशमल
र दरी ह।
9ला समशि शिकषा (आटव इटरीगरटर लशनडग)
माडयल 3
शरषय— अगरजरी, कषा-आठ, अधयाय 8— ‘ए िरॉटव मरॉनसकन रायररी’
इस सत आिार पर छातो दारा शनमनशलशखि अशिगम परशिफल परापि शए ा सि ह—
उचच पराथधमक — अगजीशिकषाथची—●● सक ल और सारवशन सथानो, स— रलर सटिन, बाजार, हराई अरर, शसनमा हरॉल शनददिो/घोषणाओ ा पालन रिा ह और उस अनसार ायव रिा ह;●● शरशभनन सदभयो और शसथशियो म परशन पकछिा ह (उदाहरण शलए, बािचरीि दौरान उपयकत िबदारलरी और सटरी राकयो ा उपयोग रि हए पाठ पर आिाररि/पाठ स शभनन/ौिहलरि);●● सक ल और अनय ऐस सगठनो दारा आयोशि शरशभनन ायवकमो, स— रािावलाप-गशिशरशि, शरिा पाठ, परहसन, नाट, राद-शरराद, भाषण, रकततर, वयाखयान, परशनोततररी आशद म भाग लिा ह;●● हाशनया (रासिशर या ालपशन) और रासिशर रीरन अनभर सनािा ह; ●● पढिा ह, समानिाए दखिा ह, परसपर िलना रिा ह, गभरीर रप स शरचार रिा ह और शरचारो ो रीरन स ोडर दखिा ह;●● शपरट/ऑनलाइन, नोशटस बोरव, समाचार पत, आशद स सकचना परापि र लख ियार रिा ह।
• चकश मरॉरयकल योगयिा आिाररि शिकषा ा समथवन रिा ह, इसशलए हम एल.ओ. ो मखय रि म रखि हए गशिशरशियो ी रपरखा ियार रन ा सझार दि ह।
• यहा दरी गई सभरी गशिशरशियो ो भरी एल.ओ. ो सदभव रि म रखि हए ियार शया गया ह और सामगररी एन.सरी.ई.आर.टरी. पाठयपसिो स लरी गई ह। हालाश राजय अपनरी पाठयपसिो/पाठयकम स सहायिा ल सि ह।
कलठा सठामगी और अपशकषत उपकरण— ागज और पशसल, चरी, गोद, चाटव-पपर, कयरॉन, परान समाचार पत/पशताए, सच पन, दोनो िरफ स शचपान राला टप, सलो टप। सरल सगरीि ियार रन शलए ‘रफलरी’ या ‘म रीरा’। (ए.आई.एल. गशिशरशियो ी योना बनाि समय सथानरीय शरशिषट सामशगरयो ो रररीयिा दन ा सझार शदया ािा ह)
किा समधकत धशकषि सतर – 1
10 शनषठा — परशिकषण प
माडयल 3
अपशकषत अिमठाशित परशिकषण समय2 घट 40 शमनट
िकषशणक िीशतयठा
गशतशरशध 1 (10 शमिर)
बाररश का एक िदन (शररीर क साथ बाररश की बदो की धििन िनकाल और बाररश म भरीगन का नारक कर) अब हम ‘सब’ खड होि ह और ए उगलरी स िालरी बाि हए धरशन शनालि ह, शफर दो उगशलयो, िरीन उगशलयो, चार उगशलयो और अि म पाच उगशलयो साथ। समनरय ए परार ी िालरी स दकसररी परार ी िालरी ो बान शलए शनददि दगा और परशिभागरी
रसा हरी रग। अब हम आख बद र इस अनभर ो दोहराएग। उनह ए उगलरी स पाच ि और पाच स ए उगलरी ि ल ाि हए। इसस हली स िज बाररि ी आराज उतपनन होगरी और शफर ि बाररि स हली बाररि ी आराज पदा होगरी।
अगला दम ह— आि परशिभागरी बाररि ी बकदो ी आराज पदा रग और उनम स आि आख बद र ऐसा िाएग मानो उस बाररि ा आनद ल रह ह।
आग की जान िालरी गितिििध (फॉलो-अप) क िलए सझाए गए परशन हो सकत ह—●● कया आप बाररि ी आराज सन सि ह?●● कया आप बाररि स सबशिि बचपन या शफर अनय शसरी अनभर ो याद र स?●● ब आप बाररि म भरीगन ा शदखारा र रह थ िो सा लगा?
गशतशरशध 2 (10 शमिर)
बाररश पर नारक का खल (समह बनान क िलए)गशिशरशि िर रन स पहल शनददिो ो सपषट र और सशनशचिि र श र उनह समझ।
शिददि– हम सभरी लय म गाएग ‘िज बाररि हो रहरी ह, दौडो…दौडो…दौडो…’ और बि सगरीि साथ गाि हए दौडग। शदए गए नबर बोलि हरी उिन समकह म ए ालपशन आशय नरीच एत हो ाएग। उदाहरण शलए, अगर म ‘पाच’ आशय शलए हिा ह, िो आप िरि पाच समकह म एत हो ाएग। यशद आप पाच स अशि या म सदसयो म एत होि ह िो आपो खल स बाहर माना ाएगा।
खल ो राशछि समकहो म परशिभाशगयो ो शरभाशि रन शलए इस िरह ाररी रखा ा सिा ह।
11ला समशि शिकषा (आटव इटरीगरटर लशनडग)
माडयल 3
सभरी परशिभागरी गाएग—‘िज बाररि हो रहरी ह, दौडो…दौडो…दौडो…’ और सगरीि या गायन लय ी गशि साथ शरशभनन शदिाओ म दौडन ी ोशिि रग। ऊपर शदए गए शनददिो ा पालन र। राशछि सखया ि पहचन ि परशकया ो दोहराए। यहा उदशय शसफव समकहो ो बनाना नही ह, बशल इस शथएटर गम म सभरी ो ‘बाररि’ स ोडन और उस माधयम स ‘पानरी’ साथ ोडना िाशमल ह। पकर नाट दौरान उनह अशभनय रन शलए परोतसाशहि र मानो र रासिर म िज बाररि ा सामना और आशय ी िलाि र रह हो।
परतय समकह ो ए घर म/आमन-सामन बठन शलए ह। बहिर यहरी होगा श समय बचान शलए हरॉल म इस िरह बठन ी वयरसथा पहल स हरी र दरी ाए।
आग होन िालरी गितिििध परशन और उततर की परणालरी म हो सकतरी ह। समनियक ििषय स सबिधत चाह िजतन भरी परशन शािमल कर सकत ह।
सझाए गए कछ परशन1. ब आप आशय शलए भाग रह थ िो कया सोच रह थ?2. इस शसथशि अपन अनभर ो ौन साझा रना चाहगा?
5-6 वयशकतयो ो परशन ा उततर दन द कयोश परतय उततर शनशचिि रप स दकसर स अलग होगा।
िशकषण क रप म मलयाकन• उन ‘बाररि’ स सबशिि अनभरो ा पिा लगाए और उनह उन शरषयो साथ ोडन
ी ोशिि र शन बार म र पिा रन/सरीखन ा रह ह।• यहा उदशय ह— परशिभाशगयो ो सोचन, पिा लगान, लपना रन, शरचार साझा रन
और ए-दकसर अनभरो ो सनना।• उततरो शलए उन परयासो ो परोतसाशहि र और उनी सराहना र।• समनरय उनी आग बढर पहल रन ी
कषमिा, धयान और एागरिा, सकझबकझ और याद रखन ी कषमिा िथा शदए गए शनददिो ा पालन रन ी योगयिा ा अरलोन र सि ह।
• अपन अनभरो ा रणवन रन शलए िबदारलरी और सचार ौिल उपयोग ा मकलयान र सि ह।
गशतशरशध 3 (30 शमिर)
पोसरर बनाना (समह कायट)शरचार-शरमिव (बन सटरॉशमडग)* रन राल सरालो साथ िर र, स— ●● आपो कयो लगिा ह श आ हमार शलए बाररि शिनरी महतरपकणव ह?●● कया आपो लगिा ह श पानरी आ ए मदा ह?●● कया आपो लगिा ह श पानरी हमार रीरन या पथररी पर ो रीरन ह, उस परभाशरि र सिा ह?
12 शनषठा — परशिकषण प
माडयल 3
●● पानरी स हमार शलए ए अनमोल ससािन ह?आइए हम समकह म इनम स शसरी भरी ए पहलक पर पोसटर या ोला बनाि ह। पोसटर
या ोला म शलख हए सदि होन चाशहए, साथ हरी म दशय सामगररी/अशभवयशकत भरी होनरी चाशहए। अपन समकह ी सोच ो सपरशषि रन शलए यह ए सामकशह ाम (टरीम रव ) होना चाशहए। हर शसरी ो (सरी.रबलयक.एस.एन. सशहि यशद ोई हो) इस परशकया ा शहससा होना जरररी ह। बहिर िो यहरी होगा श परतय समकह म ए वयशकत टरीम-लरीरर ी भकशमा शनभाए ो शरषय पर मथन र शरचार-शरमिव ा सचालन भरी र।
*परशिभाशगयो म शरषय स सबशिि अशि स अशि शरचार परट रन शलए रचनातमिा ो बढारा दन शलए बि सरटॉशमिग ए वयारहारर अभयास ह। इस परशकया दौरान ोई मकलयान नही शया ािा, इसशलए इसम छ सहरी या गलि नही होिा।
मलयठाकि— यह चरण मकलयान शलए अरलोन सकचरी ा उपयोग रन ा अरसर परदान र सिा ह। यह अशिगम रप म मकलयान शलए ए उपयकत शबद ह।बनाए गए पोसटर एर शचत पोटवफोशलयो म सोए ा सि ह।
गशतशरशध 4 (30 शमिर)
परसतित और परशसापोसटर या ोला बनान ा ाम पकरा हो ान बाद, परतय समकह ो अपनरी परसिशि दन और शरषय पर अपन शरचार साझा रन शलए बलाया ाएगा।
पोसरर यठा कोलठाज पर सर-मलयठाकि और सहकममी मलयठाकि ो परिसा रप म और शररचनातम शरशषण रप म दिावया गया ह। गशिशरशि ा उपयोग ला माधयम स सरीखन रप म उनी कषमिा ा आलन रन शलए भरी शया ा सिा ह।सर और सहकममी मलयठाकि क शलए सझठाए गए शबद/सकतक
सि-मलयाकन• कया शरचारो ा मथन हआ?• कया टरीम बरीच समनरय था?• कया आपो लगिा ह श यह पोसटर बनान ी गशिशरशि समकह बाय शसरी वयशकत
ो दरी ािरी िो बहिर होिा?
सहकममी का मलयाकन• शदए गए शरषय अनसार पोसटर ी सामगररी या सदि शिना परासशग ह?• कया पोसटर माधयम स समकह दशषटगि रप स अपनरी बाि समझान म सकषम था?• कया पोसटर पठनरीय था?• कया पोसटर सामगररी साथ पोसटर ी परसिशि/रणवन मल खािा ह?• पोसटर ा समगर परभार कया था?
13ला समशि शिकषा (आटव इटरीगरटर लशनडग)
माडयल 3
आग की जान िालरी गितिििध (10 िमनर)समकह परसिशियो बाद सझाए गए परशन/उततर (परतय परशन म 8-10 राब हो सि ह),
नोर—ितरकव िमापनकव सलएपरसतभासगयोदारासदएगएउततरचाटटयािोडटपरसलखवजािकतवह।
आपो कया लगिा ह श यह गशिशरशि पराथशम/उचच पराथशम कषा शलए शिनरी महतरपकणव हो सिरी ह?●● ‘बाररि’ और ‘बाररि महतर’ ा यह अनभर पराथशम और उचच पराथशम कषाओ शलए शिना महतरपकणव ह?●● यह गशिशरशि बचचो ो उनी सरीखन ी परशकया म स मदद र सिरी ह?
गशतशरशध 5 (10 शमिर)
ऊपर िदए गए परशन-उततर और िकए गए समह कायट क परितफलो क आधार पर समनियक दारा ए.आई.एल. का िचाररक सपषररीकरण—
1. ला समशि शिकषण कया ह?2. दशय लाओ (शरअल आटवस) और परदिवन लाओ (परफरॉशमडग आटवस) स कया
िातपयव ह?3. ला शिकषा और ला समशि शिकषा म कया अिर ह?4. सरीखन ी परशकया ो समगर और अनभरातम बनान म ला ी कया भकशमा ह?5. ला समशि अशिगम स सरीखन परशिफलो ो परापि रन म मदद रिा ह?6. ला समशि अशिगम ो आनद परदान रन रालरी शिकषा कयो माना ािा ह?7. शिकषा समारिरी ढाच म ला समशि अशिगम दशषटोण स सहाय ह?
उपरोकत परशनो पर इस मरॉरयकल ी िरआि म शरसिि शरररण शदया गया ह। साथ हरी इस शरषय पर अशि ानाररी शलए ‘टशनग प ऑन आटव एिन फरॉर पराइमररी टरीचसव’ अकसर पकछ ान राल परशन, मरॉरयकल सखया 4 और 5 म अरशय दख। www.ncert.nic.in/departments/www.ncert.nic.in/departments/
गशतशरशध 6 (25 शमिर)
कला समिकत िशकषण की योजना और ििकास गितिििधया (समहो म)कषा अनसार समकहो ो शरशभनन शरषय शदए ा सि ह, स— पराथशम सिर शलए भाषा/ईररीएस, गशणि आशद और उचच पराथशम सिर शलए भाषा/शरजान, सामाश शरजान और गशणि। सभरी परशिभाशगयो ी सौ परशििि भागरीदाररी ो परोतसाशहि र। यह ए.आई.एल. पदधशि ा उपयोग र अपन सरय सतो ो शरशसि रन ा अरसर ह।
14 शनषठा — परशिकषण प
माडयल 3
गशतशरशध 7 (25 शमिर)
परसतित और परशसाए.आई.एल. सत ी योना पकरा होन बाद परतय समकह अपनरी परसिशि दगा।
इस परशकया ा सरीखन परशिफलो ो पान रप म उपयोग शया ा सिा ह।
गशतशरशध 8 (10 शमिर)
ए.आई.एल. की पनरािितत क िलए मखय िबद (परशन-उततर रप म)●● दशय लाओ िहि िाशमल ी गई शनही िरीन गशिशरशियो ा नाम बिाए। ●● परदिवन लाओ िहि कया-कया आिा ह?●● ला समशि अशिगम (आटव इटरीगरटर लशनडग) कया ह?●● शरषय रप म ला ी शिकषा और ला समशि शिकषा बरीच कया अिर ह?●● स ए.आई.एल. परयोगातम शिकषण ो बढारा दिा ह? वयाखया र।●● कया ए.आई.एल., एल.ओ. परापि रन म सहायिा र सिा ह?●● “ए.आई.एल. ो सक लरी शिकषा शसरी भरी सिर पर परयोग शया ा सिा ह।” कया आप इस थन स सहमि ह?
इस सतर क सठाथ बहशरषयक सभठारिठाए—
उचचतर परठाथशमक चरण* परठाथशमक चरण*
• अगरजरी, कषा आठ, अधयाय 2 ‘सनामरी’• शहदरी, कषा साि (वित, भाग–2),
अधयाय 16 ‘भोर और बरखा’• शहदरी, कषा आठ (वित, भाग–3),
अधयाय 16 ‘पानरी ी हानरी’• शहदरी, कषा साि (दवाट, भाग–2),
अधयाय 14 ‘पानरी और िकप’• शरजान, कषा छह, अधयाय 14 ‘ल’ • शरजान, कषा साि, अधयाय 16 ‘ल—
ए बहमकलय ससािन’; अधयाय 18 ‘अपशिषट ल ी हानरी’
• शरजान, कषा आठ, अधयाय 18 ‘राय िथा ल ा परदकषण’
• ईररीएस, कषा पाच, अधयाय 6 ‘बकद-बकद, दररया-दररया’; अधयाय 7 ‘पानरी परयोग’
• शहदरी, कषा पाच (ररमसिम), अधयाय 16 ‘पानरी र पानरी’; अधयाय 17 ‘छोटरी सरी हमाररी नदरी’
* य उदाहरण एन.सरी.ई.आर.टरी. ी पाठयपसि स शलए गए ह। राजय ी पाठयपसिो स भरी उदाहरण शलया ा सिा ह।
15ला समशि शिकषा (आटव इटरीगरटर लशनडग)
माडयल 3
परठाथशमक और उचच परठाथशमक रगवा क शरशभनि शरषयो म सीखि क सभठाशरत परशतफल
उचच पराथधमक— धवजानशिकषाथची—●● ारणो साथ परशकयाओ और िथयो ो शमलािा ह, उदाहरण शलए, हरा म परदकषण फलान रालो ी उपशसथशि साथ िि ा छा ाना, मानर गशिशरशियो साथ ल सिर म मरी आशद।●● रोजमराव रीरन म रजाशन अरिारणाओ ो परयोग म लािा ह, स— ल ा िशदधरण/पन: उपयोग शलए परदकशषि ल ा परबि; पयावररण ी रकषा शलए परयास रिा ह, स— ससािनो ा शररपकणव ढग स उपयोग रि हए, उरवरो और ीटनािो ा शनयशति ढग स परयोग रि हए, पयावररण खिरो आशद स शनपटन उपाय सझाि हए,●● उपलबि ससािनो ा उपयोग र रपरखा बनान और योना बनान म रचनातमिा ा परदिवन रिा ह, ●● भय और पकरावगरहो स मकि ईमानदाररी, शनषपकषिा, सहयोग एर सरितिा मकलयो ो परदशिवि रिा ह।
उचचतर पराथधमक — धििीशिकषाथची—सनरी अथरा पढरी रचनाओ (हासय, साहशस, सामाश आशद शरषयो पर आिाररि हानरी, शरिा आशद) ी शरषयरसि, घटनाओ, शचतो और पातो, िरीषव आशद बार म बािचरीि रि ह/परशन पकछि ह/अपनरी सरित शटपपणरी दि ह/अपनरी बाि शलए िव दि ह/शनषषव शनालि ह। अपन आस-पास घटन रालरी शरशभनन घटनाओ ी बाररीशयो पर धयान दि हए उन पर मौशख रप स अपनरी परशिशकया वयकत रि ह/परशन पकछि ह। सरचछा स या शिकष दारा िय गशिशरशि अिगवि लखन ी परशकया ी बहिर समझ साथ अपन लखन ो ाचि ह और लखन उदशय और पाठ अनसार लखन म बदलार रि ह। सिरानसार अनय शरषयो, वयरसायो, लाओ आशद (स– गशणि, शरजान, सामाश अधययन, नतय ला, शचशतसा आशद) म परयकत होन रालरी िबदारलरी ो समझि ह और सदभव एर शसथशि अनसार उना लखन म इसिमाल रि ह|
किा धशकषा म पराथधमक धशकषाशिकषाथची—●● कषा म और बाहर होन रालरी ला गशिशरशियो म भाग लिा ह और उना आनद लिा ह, अपन साशथयो और अनय लोगो दारा शए गए ला ाययो ी सराहना रिा ह, ला सामगररी ा उपयोग र या आई.सरी.टरी. उपयोग साथ शरशभनन शरषयो पर पोसटर बनािा ह, पयावररण या सामाश शरषयो पर ए नाट/रोल पल ियार रिा ह।
16 शनषठा — परशिकषण प
माडयल 3
●● लातम कषमिाओ ा परदिवन (कषा और परररि ो सरचछ और सदर रखना, कषा म लगाए ान रालरी चरीो ो लगान म मदद रना, दशय लाओ म भाग लना और रशच साथ ला परसिशियो ा परदिवन रना)
पराथधमक— ईवीएसशिकषाथची—●● दशन रीरन म बशनयादरी आरशयिाओ (भोन, पानरी आशद) ी पकशिव ी परशकया ो समझािा ह (स ल सोि भरारण ी टशग)। ससािनो (भोन, पानरी) और सासशि रीरन (स, दकरसथ या दगवम कषतो म रीरन, यानरी गमव/ठर रशगसिान) बरीच सबि सथाशपि रिा ह। ●● ए वयरशसथि िररी स अरलोन/अनभर/ानाररी दव रिा ह (स िाशलाओ, रखाशचत, सिभ चाटव, पाई चाटव म) और ारण र परभार बरीच सबि बिान शलए, गशिशरशियो/पररघटनाओ ा पकरावनमान रिा ह। ●● शरशभनन परार आसानरी स उपलबि/बार पदाथयो उपयोग स पोसटर शरजाइन बनािा ह और शरिाए, नार, याता रतताि आशद शलखिा ह।●● दख गए/अनभर शए गए मदो पर अपनरी राय दिा ह और समा बड मदो साथ परथाओ/घटनाओ ो ोडर दखिा ह। (स, ससािनो सराशमतर/पहच म भदभार)●● ससािनो (रनो, पानरी इतयाशद) सरकषण िररी सझािा ह और अकषम/रशचिो परशि सरदनिरीलिा शदखािा ह।
लशकषत जीरि कौिलरीरन-ौिल, अरलोन, पहल रना, शमल-लर ाम रना, सपरषण, समसया समािान, शरिष रप स पानरी और आमिौर पर पयावररण सबिरी शचिा।
17ला समशि शिकषा (आटव इटरीगरटर लशनडग)
माडयल 3
कलठा गशतशरशध कठा िठामशरजान, सामाश शरजान और भाषाओ सदभव म लोथाए
कलठा गशतशरशध कठा रपहानरी राचन/रगमच/ठपिलरी/शिलप/शचत/सगरीि/शरिा
शरजठाि
• कषा छह, अधयाय 9 ‘सरीर र उना परररि’• कषा साि, अधयाय 7 ‘मौसम, लराय िथा लराय अनरप िओ दारा अनक लन’
सठामठाशजक शरजठाि
• कषा छह, भाग–1, अधयाय 2 ‘आखट – खादय सगरह स भोन उतपादन ि’• कषा साि, (हमार अिरीि, भाग–2), अधयाय 7 ‘नाशिया, खानाबदोि और ए गह
बस हए समदाय’
अगजी
• कषा छह (हनीिकल, अगरजरी ी पाठयपसि), अधयाय 9 ‘रटव एशनमलस’• कषा छह (हनीिकल, अगरजरी ी पाठयपसि), अधयाय 10 ‘द बनयन टरी’• कषा छह (एपकटसवददिन), अधयाय 1 ‘ए टल ऑफ टक बरवस’• कषा छह (एपकटसवददिन), अधयाय 4 ‘द फ रलरी मगकस’ • कषा छह (एपकटसवददिन), अधयाय 9 ‘ररॉट हपपर टक रपटाइलस’ • कषा आठ (इटिोहपपड, अगरजरी म सपलरीमटरी ररीरर), अधयाय 1 ‘हाऊ द मल गरॉट
शह हप’• कषा आठ (हनीडय,अगरजरी म पाठयपसि), अधयाय 6 ‘शदस इ ोररी फरॉन’
अगजी (हनी डय, ककषा आठ), अधयाय 1 ‘ि एट एड ि धरिकट’
सझठाए गए मलयठाकि क तरीकअरलोन सारणरी, सर-मकलयान, सहमची समकह दारा मकलयान, मखय शनददि, पोटवफोशलयो
किा समधकत धशकषि सतर – 2
18 शनषठा — परशिकषण प
माडयल 3
परशिकषण क उदशययह मरॉरयकल लोथाओ माधयम स शरजान, सामाश शरजान और भाषा सामगररी ो समशि रन िररीो ो ानन म मदद रगा।
सीखि क परशतफल सझाए गए िररीो ा पालन रन बाद, एस.आर.री./ शिकष शनमनशलशखि दकषिाओ म शनपण हो पाएग—
अगरजरी भाषा मसरीखन राला —●● शरराम शचहो परयोग, रणवन एर वयाखया रन और सराद बोलन िररीो उपयोग बार म समझिा ह, हानरी पाठ स सराद शलखिा ह, अपन साशथयो और अनय लोगो शरशभनन अनभरो ो सनन म रशच शदखािा ह;●● शरशभनन परार शनददिो ा पालन रिा ह, सनिा ह, और शरशभनन धरशन अनरणातम आराजो ो परसपर सबशिि रिा ह, रचनातम ाययो म उना उपयोग रिा ह, अपन और परररि बार म बाि रिा ह, सरल राकयो और परशिशकयाओ ा उपयोग रि हए दोसिो, शिकषो, परररार िथा अनय लोगो साथ बािचरीि रिा ह;●● शरशभनन ायवकमो म भाग लिा ह स श रोल पल, (भकशमा शनरवहन)/शरिा पाठ, परहसन, नाट आशद;●● अपन आस-पास ी चरीजो बार म सराल पकछिा ह, हाशनया सनािा ह, समझि हए पाठ पढिा ह, शरशभनन िरह पाठ पढिा ह और शरशभनन सोिो स पसि एत रिा और पढिा ह।
ििजान मसरीखन राला —●● िाशव सपषटरीरण और िव परसिि रिा ह, शनषषव बार म बिािा ह; ●● सबकिो समथवन म सपषटरीरण परदान रिा ह;●● रजाशन अरिारणाओ ो दशन रीरन स ोडिा ह; ●● रशच ा भार परदशिवि रिा ह और उतसाह स भाग लिा ह;●● शरचार रन बाद परशिशकया रिा ह, शनयोन म रचनातमिा परदशिवि रिा ह, समसया सलझान ी योगयिा शदखािा ह, अिशनवशहि मकलयो ो वयकत रिा ह;●● ायव रि समय शममदाररया उठािा ह और पहल रिा ह; ●● सहशमवयो साथ सहयोग रि हए ाम रिा ह, दकसरो ी दलरीलो ो ियव स सनिा ह;●● पयावररण ा सरकषण स शया ाए, इस बार म सलाह दिा ह। पयावररण सरकषण परशि सरदनिरीलिा रखिा ह;
19ला समशि शिकषा (आटव इटरीगरटर लशनडग)
माडयल 3
●● रह शस रािाररण म रहिा ह, उसम शरशरििा शरशभनन रपो ी सराहना रिा ह, परसपर शनभवरिा परशि सरदनिरीलिा रखिा ह।
सामािजक ििजान मसरीखन राला—●● शरिष आरशयिा समकह वयशकतया परशि समा ी रशढरादरी सोच ो समझ पािा ह।●● शसरी भरी िरह भदभार पर आराज उठािा ह। ●● शरशरििा ारण उतपनन होन राल शरशभनन मदो पर अलग-अलग शरचार वयकत रिा ह।●● आस-पास परररि बार म ानन म रशच लिा ह।●● समकह/टरीम ाम ी सराहना रिा ह।
कला िशकषा मसरीखन राला—●● कषा म और बाहर होन रालरी ला गशिशरशियो म भाग लिा ह और उना आनद उठािा ह, अपन साशथयो और अनय लोगो दारा शए गए ला ाययो ी सराहना रिा ह।●● लातम कषमिाओ ा परदिवन (कषा और परररि ो सरचछ और सदर रखना, कषा म लगाए ान रालरी चरीजो ो लगान म मदद रना) ●● दशय एर परदिवनाररी लाओ म भाग लना और रशच साथ ला परसिशियो ा परदिवन रना।
सशकषपत पररचय
गितिििध क परीछ िनिहत ििजानयह सरवशरशदि ह श लोगरीिो ा, मकलिः र शस कषत होि ह, ए सामाश, ऐशिहाशस और सासशि सदभव होिा ह। लोथाओ ो लपना रप म परसिि शया ािा ह। छोट बचच ए ऐसरी दशनया म रहि ह शसम लपना और रासिशरिा बरीच फव ो पररभाशषि नही शया ा सिा— ए ऐसरी दशनया शसम ानरर बाि रि ह और इसान झाड पर उडि हए सामन स शनल ाि ह। यह सभर ह श इनम स छ लोथाओ ा रजाशन आिार भरी हो। अभरी भरी लोथाओ और पररी थाओ आषवण और ौिकहल ो बनाए रखि हए, हम इस गशिशरशि माधयम स बचचो ो रासिशर दशनया स ालपशन दशनया ा फव और उसी खकबसकरिरी ी सराहना रन म मदद र सि ह। र लोथा ो रशणवि रि शचतो माधयम स सरादातम हानरी राचन सतो म भाग लि हए रजाशन िबदारलरी और अरिारणाओ ो सरीख सि ह। इस
20 शनषठा — परशिकषण प
माडयल 3
लोथा ो पचित ी हाशनयो स शलया गया ह। छ रजाशन िथयो ो िाशमल रन शलए इस थोडा सिोशिि शया गया ह।
मरॉरयकल, रीशरि रीरो और उन परररि, शनरास सथान म शरशरििा, लराय और ानररो लराय म अनक लन बार म ला समशि अशिगम ा अरसर परदान रिा ह।
सतर क शलए अपशकषत कल समय2 घट
अपशकषत सठामगी चाटव पपर, सच पन, कयरॉन, पटस और बि, ालरी ाटन राला औार, चरी और आरशयिानसार अनय सामगररी। (ए.आई.एल. गशिशरशियो ी योना बनाि समय आस-पास आसानरी स शमलन रालरी सामशगरयो ो लन ी सलाह दरी ािरी ह)।
शकषिणक नरीितया
समनियक क िलए नोरशिकषाथची समकह गशिशरशियो म लग रहग। इस बाि ा धयान रख श समकहो म ाशि, पथ, शलग, कषमिाओ आशद सदभव म शसरी िरह ा भदभार नही शया ाए। शरिष आरशययिा राल या िाररीरर या मानशस रप स असरसथ बचचो ो समकहो म उनी कषमिाओ अनसार िाशमल शया ाना चाशहए।• समनरय सार दशयो ी परसिशि बाद या परतय दशय बाद चचाव िर र सिा ह।• चचाव दौरान शरशभनन शरषयो ी सामगररी ो समशि रन सिओ ो शचशहि शया
ाए। • मकलयान साथ-साथ शया ाएगा।• समनरय कषा ो परतय पाच छातो आठ समकहो म शरभाशि रगा। कषा म शिन
बचच ह, उनी सखया अनसार समकहो म बचचो ी सखया शभनन हो सिरी ह। परतय समकह ो ए दशय ी सभरी गशिशरशियो स शचत, पोसटर, ठपिशलयो, रगमच ा सामान बनान और दशय ो मशचि रन, सराद शलखन आशद ो सभालन द।
समह बिठाि क शलए आपसी सरठाद (20 शमिर)सत, पररचय दौर साथ छ शदलचसप अशभवयशकतयो साथ िर होगा, स— उनी पसद शसरी भरी ए ानरर ी नल या आराज शनालना, या उसा शचत बनाना। हर ोई समझाएगा श रह इसरी ानरर ो कयो पसद रिा ह? उनह इस बाि ी सरितिा होगरी श रह इस शस भाषा म अशभवयकत र, अशभवयशकत ा ढग और उसा िररीा कया हो, स— चहर भार, साशि भाषा, छ पशकतयो ा रणवन, अशभनय माधयम स, शचत माधयम स या नतय आशद माधयम स। इस िरह हर शसरी ो रचनातम रप स
21ला समशि शिकषा (आटव इटरीगरटर लशनडग)
माडयल 3
सोचन और चरीजो ो परसिि रन शलए नए ढग स लपना रन ा मौा शमलगा और साथ हरी र दकसरो ो ियवपकरव और गभरीर रप स सनग।
समहो को दशय सौप जा सकत ह• सौप गए दशयो शलए पातो र घटनाओ अनसार शसरी भरी ला रप ा उपयोग
र शनिावररि दशयो शलए शसर पर पहनन रालरी रसिए, रगमच ा सामान, दासिानो रालरी ठपिशलया, शचत, मखौट, ठपिशलयो ो ियार र (यह उपलबििा आिार पर ला और शिलप शिकष मागवदिवन म शया ा सिा ह)।
• उपलबि ससािनो ा इसिमाल रि हए इस परशकया म शरशभनन ि शरनयास, रिभकषा और मअप ा चयन र।
• उनह शदए गए दशयो ी परसिशि बार म चचाव र, योना बनाए और उसी ियाररी र और दशयो ो ठपिशलयो दारा मशचि रन या कषतरीय लोथाओ ा उपयोग रि हए राचन, मकाशभनय आशद र।
• समनरय शरशभनन शरषयो स रीशरि रीरो और उन परररि, मौसम, लराय और ानररो दारा उस लराय म रहन ी आदि रालन, पकरवो ी राह पर चलन, आशदरासरी, खानाबदोि और सथायरी बसाहट राल समदायो आशद स सबशिि परशनो माधयम स इन दशयो पर चचाव रगा। शरषयरसि ी गहनिा सजानातम सिर अनसार िय ी ाएगरी।
सठामशहक गशतशरशध
दशय 1 समह-1बहि समय पहल, ए बडरी झरील म ई लरीय पौि और ानरर पनप। झरील ा पानरी बहि साफ और नरीला था। उसम मल और ल मशदनरी स लब िन राल पौि थ। लमगन हाइशडला और राशलसनररया (टप गरास) उसम खकबसकरिरी स लहराि थ। सिह पर िरीर-िरीर सपि और पानरी ी लभरी िरिरी थी। सककम िरालो ी रह स गह-गह पानरी म हर िबब उभर आए थ। उसम शरशभनन पराशियो ी छोटरी-छोटरी मछशलया थी, ो अचान ए साथ झर बनार ीड ए टड पर लडन लगिरी थी। झरील म बडरी मछशलयो न ीटो ी आबादरी ो शनयतण म रखा हआ था। छए भोन ी िलाि म इिर-उिर घकमि रहि और बगल अपन शिार ो पडन शलए घटो पानरी म खड रहि। शगशफिर ा ए ोडा पड ी ए ऊचरी िाखा पर बठा रहिा िाश अपना भोन परापि रन शलए लदरी स पानरी म गोिा लगा स। मढ झरील स अदर और बाहर छलाग लगाि रहि, बश अपन शििओ ो र िराल शखलाि, िाश र भरी झरील स बाहर छलाग लगा स । झरील ए रहन ी गह थरी, शसम परतय रीर ो भोन, आशय, सरकषण और परनन शलए साथरी शमल सि थ।
दशय 2 समह-2रहा शिन भरी रीर थ, उन सभरी म, दो मछशलया और ए मढ सबस अचछ दोसि थ। र ए-दकसर साथ िरारि रि और भरी-भरी सामशय खबरो पर चचाव रि। मछशलया
22 शनषठा — परशिकषण प
माडयल 3
बहि चाला और चिर थी, बश मढ एदम सरीिा था। ए मछलरी हमिा इस बाि ी िान मारिरी थरी श उस दशमन चगल स बचन ी ए सौ यशकतया पिा ह, बश दकसररी मछलरी रीग मारिरी श उस हजार यशकतया पिा ह। मढ अपन चहर पर दशरिा भार शलए, बस आख झपािा और मन हरी मन बदबदािा श उस िो छ हरी िररीो बार म पिा ह। शफर भरी, िरीनो हर शदन शमलि और शरिाल मल पततो और पयार फक लो बरीच ला-शछपरी खला रि। र ए-दकसर ो अपन पकरवो ी ररीरिा शसस भरी सनाि थ, ो ए हरी थ।
दशय 3 समह-3ए िाम ब सकर पशचिम शदिा म असि हो रहा था, छ मछआर झरील पर आए। ए रदध मछआर न हा, “इस झरील म मछशलया और झीग भर हए ह। हम भोर म यहा आएग और उनह पड लग।” “बहि अचछा शरचार ह,” दकसर मछआर न हा। उनी आख खिरी स चम रहरी थी और र दोनो रहा स चल गए।
दशय 4 समह-4ए पल शलए िरीनो दोसि एदम मौन हो गए। िब मढ न साहस बटोरि हए हा, “ो उनहोन हा, कया िमन सना? अब हम कया र, यही र या भाग ाए?” रह रर मार उछलन लगा और बोला, “अब हम कया र? अब हम कया र? र ल सबह अपन ाल लर यहा आ ाएग!” ए हजार यशकतया ानन रालरी मछलरी ोर-ोर स हसन लगरी। उसन यह हर मढ ो िाि रन ी ोशिि ी श “छ फालिक िबदो ो सनर ररन ी जररि नही ह। हम कयो भाग? मर पास असखय यशकतया ह, बचन हजारो िररी ह और म उन सभरी ो ानिरी ह। म िमहाररी भरी रकषा रगरी!”मढ िब भरी दशरिा म लग रहा था, िब दकसररी मछलरी न हा, “ररो मि। ए दकरदिची और परशिभािालरी वयशकत रहा पहच सिा ह हा हरा और सकर ी शरण भरी पररि नही र सिरी ह। िमो अपना घर छोडर ान ी जररि नही ह। म अपन जान स िमहाररी रकषा रगरी। घर, घर हरी ह और शसरी भरी सरगव स इसी िलना नही ी ा सिरी ह।”
दशय 5 समह-5लशन मढ ा सिय खतम नही हआ। उस बाद उसन अपन आपो सभाला और आतमशरशास स हा, ‘‘सनो, मररी शमतो, अभरी िो म मछआरो ाल म फसन स बचन शलए रल ए हरी यशकत ा उपयोग रन बार म सोच सिा ह। इसशलए म अपनरी पतनरी साथ यहा स ा रहा ह।” मढ और उसी पतनरी न झरील स छलाग लगाई और साथ राल िालाब म क द गए। मछशलयो न उनह ाि हए दखा और शसर शहलाि हए हा,‘‘मकखव! उनह रासिर म ान ी ोई जररि नही थरी।’’
23ला समशि शिकषा (आटव इटरीगरटर लशनडग)
माडयल 3
दशय 6 समह-6अगल शदन भोर म, मछआर झरील पर आए और अपना ाल शबछाया। उनहोन मछशलयो, छओ, डो और मढो ए बड समकह ो पड शलया। ब रकबि सकर ी लाशलमा आाि म फलरी, िो मछआरो न उन सबो लादा और रापस गार ान शलए रराना हो गए।
दशय 7 समह-7रापस ाि समय मछआर िालाब पास स ग र, हा मढ और उसी पतनरी ए लभरी पर बठ थ। मढ न दखा श शदन भर म उनहोन शन रीरो ो पडा था, र उनी परीठ पर लद हए ह और रह यह सोचर दखरी हो गया श उसन अपन सबस अचछ दोसिो ो हमिा शलए खो शदया ह। मढ न शझललरीदार उगलरी ी ओर इिारा रि हए अपनरी पतनरी स भाररी मन स हा, “दखो, शपरय! मररी शमत ा रहरी ह। म िो यह सोचर हरी ाप रहा ह श उना अब कया होगा— उनह िला ाएगा या िदकर म राल शदया ाएगा।” िभरी उसी पतनरी लदरी स उसी ओर मडरी और बोलरी, “अगर हम अपन परान घर रापस चल ाए िो जयादा अचछा नही होगा? मछआर छ समय शलए अब हमाररी झरील म अपना ाल नही रालग।” मढ ो उसी बािो म छ समझदाररी शदखाई दरी और रह उसी बाि मान गया।
दशय 8 समह-8इसशलए उनहोन बाहर छलाग लगाई और अपन परान घर म रापस आ गए। उनहोन रहा ो दखा, उस दख उनह अपनरी आखो पर शरशास नही हआ। र चौ गए और उन दो मछशलयो ो रहा दखर आचियवचशि भरी रह गए शन बार म र लपना र रह थ श अभरी िो र शसरी ा भोन बन ची होगरी। उतसाशहि हो उनहोन उनस पकछा, “िम स बच गई?” मछशलया ए साथ समरि सरर म गान लगी, “हम अपनरी मोररयो ो पहचानि ह, हम अपनरी िाि ा सहरी इसिमाल रि ह।अपन ो बचान शलए हम शसरी भरी हद ि ा सि ह।”
सीखि क रप म मलयठाकिपरसििरीरण दौरान समनरय परशिभाशगयो दारा ी गई पहल, उन सराद ौिल, सहयोग, समझ और शरचारो ी सपषटिा, चरीजो ो परसिि रन म रचनातमिा, चरीजो ा आपस म सबि सथाशपि रन ी कषमिा और चरीजो ो िदनसार सिारन, ससािनो उपयोग ी कषमिा आशद ा शनररीकषण र सि ह।
धवचार-धवमशश क धिए परशनशनमनशलशखि परशनो ा उपयोग शरशभनन शरपररीि शिकषण शरषयो पर चचाव शलए शया ा सिा ह—
24 शनषठा — परशिकषण प
माडयल 3
1. ऐसरी खादय शखला बार म बिाए ो ए झरील म दखन ो शमलिरी ह।2. पानरी ी सिह पर सपि (रररीर) और लभरी िरिरी ह। कया उनी ड होिरी ह?
र पोष ितरो ो स अरिोशषि रि ह?3. लोग रहन शलए गह ा चयन स रि ह?4. बदलि परररि न इसान ी रीरन-िलरी ो स परभाशरि शया ह?5. उन छ यशकतयो बार म बिाए ो दो मछशलया अपन कषत म दशमन ी चिारनरी और
चगल स बचन शलए इसिमाल रिी?6. अगर हम इन यशकतयो ो शरिषिाए मानि ह, िो कया र ए रीर ो उस शनरास
सथान म बहिर रीरन रीन योगय बना सिरी ह?7. कया आपन भरी मछलरी पडरी ह या शसरी ो ऐसा रि दखा ह? इस ाम शलए
शन पारपरर औारो और उपरणो ा उपयोग शया ािा ह?8. मछलरी पडन ो बड/वयारसाशय पमान पर स शया ािा ह?9. “घर, घर हरी ह और शसरी भरी सरगव स इसी िलना नही ी ा सिरी ह।” कया आप
इस बाि स सहमि ह? घर पर शमलन रालरी भौशि सशरिाओ अलारा, ौन स अनय ार ह ो घर ो इिना खास बनाि ह?
10. मढो ी दो अनक ल शरिषिाओ ा उललख र, शनहोन उनह झरील छोडन बार म िरि शनणवय लन म मदद ी?
11. पराचरीन ाल म सकचना सोि कया थ? (शभशतत-शचत) 12. हानरी स कया शिकषा शमलिरी ह?13. कया मढ ी पतनरी ा परान घर म रापस ान ा सझार बशदधमततापकणव था? कयो?14. शनणवय लन शलए आप ौन-स दम उठाि ह?सकत— 1) आपो पिा ह श आप कया चाहि ह; 2) समसया ो समझि ह; 3) शरलप ौन-ौन स ह, यह दखि ह; 4) सबस अचछा शरलप चनि ह।15. कया होगा अगर शसरी शरिष रीर ी आबादरी िजरी स घटन या बढन लग? सकत—
खादय शखला ो बाशिि र सिा ह, सपोषण हो सिा ह।16. दरीघवालरीन र-शरशरििा कया ह? सकत— हम मनषय होन नाि र-शरशरििा
सरकषण शलए कया र सि ह। उदाहरण शलए, हम म उपभोग र सि ह और सोच-समझ र उपभोग र सि ह।
17. मछशलयो ी अनक ल शरिषिाओ ी वयाखया र ो उनह पानरी म िरन म मदद रिरी ह।
18. मछशलयो ी अनक ल शरिषिाओ ी वयाखया र ो उनह पानरी म सास लन म मदद रिरी ह।
25ला समशि शिकषा (आटव इटरीगरटर लशनडग)
माडयल 3
19. आपो कया लगिा ह श मढ शदमाग म उस समय कया चल रहा था ब उसन अपन दशमन ो चमा शदया?
20. मढो ो उभयचर कयो हा ािा ह?21. उनहोन समान पकरवो होन ी बाि कयो हरी? उन पकरव ए हरी थ, इसा आप
कया परमाण द सि ह? सकत— मढो रीरन-चक म पहला चरण मछलरी ी िरह मढ बचच रप म होिा ह।
22. कया आप हमार दि उन सथानो स पररशचि ह हा लोग पकरव-आपदा परबिन रि ह? रीरन और सपशतत नसान ो म रन शलए ए दकरदशिविा रप म उन दारा उठाए गए दमो पर चचाव र।
23. कया आप शसरी आपदागरसि कषत म रह रह ह? आप घर म आपदा स बचार रन शलए कया परबि शए गए ह? सथानरीय अशिाररयो दारा कया उपाय शए गए ह?सरीखन परशिफलो अिगवि शरजान ी अरिारणाओ और दकषिाओ ो समझन
शलए शरचार-शरमिव हि इसिमाल होन राल परशन अरलोन माधयम स आलन रन ा अरसर परदान रग।
गशतशरशध●● शिकष शसरी और लोथा ो चन सिा ह, शसम सदभव परासशग शबद हो। इस छ रजाशन िथयो ो िाशमल रन शलए सिोशिि शया ा सिा ह। कषतरीय भाषा म भरी लोथाए चनरी ा सिरी ह।●● पाठयपसि ी हाशनयो ा चयन र भरी गशिशरशि ी ा सिरी ह।
नोर— सत 3, 4 और 5 ो भरी कषमिा शनमावण ायवकम म सत 1 और 2 रप म सचाशलि शया ा सिा ह
26 शनषठा — परशिकषण प
माडयल 3
ककषा आठ, धििी (वसत, भाग–3) अधयाय 16 ‘पानी की किानी’
कलठा गशतशरशध कठा रपरािावलाप एर नकड नाट
अपशकषत समय 2 घटयहा यह ानना महतरपकणव ह श परसिाशरि ला गशिशरशियो ो सरीखन अशिम पररणाम रप म नही, बशल सरीखन ी परशकया रप म सचाशलि शया ाना चाशहए।
परशिकषण क परशतफलशिकषाथची— ●● पयावररण शरशभनन घटो और उन बरीच परसपर सबिो ा रणवन रिा ह।●● पराशि ससािनो— राय, ल, ऊाव, रनसपशियो और रीरो सरकषण ी आरशयिा परशि सरदनिरीलिा दिाविा ह।●● ल, जमरीन और गल स पराशि ससािनो नयायोशचि उपयोग ो समझिा और सराहिा ह।
नोर— यहा यह बिाना महतरपकणव ह श सरीखन परशिफल पर ए लघ नाट या नकड नाट शया ा सिा ह। इसरी िरह, दो या दो स अशि सरीखन परशिफल ो ए एल परदिवन दारा भरी शया ा सिा ह। यह शनिावररि समय-सरीमा पर शनभवर रिा ह शसम नाट ा परदिवन शया ाना ह।
अपशकषत सठामगी●● थान अनसार िाव, पायामा, िोिरी, गािरी टोपरी, दपट, पगडरी स पररिान। पट-िटव, आसानरी स उपलबि उपरण स ढोल, म रीर, रमर। (ए.आई.एल. गशिशरशियो ी योना बनाि समय आस-पास आसानरी स शमलन रालरी सामशगरयो ो लन ी सलाह दरी ािरी ह)।●● दशय ला सामगररी सरी श सत-1 म दरी गई ह।●● गशिशरशि ी आरशयिा अनसार पषठभकशम म सगरीि बान शलए आई.सरी.टरी. ा उपयोग, या शफर बचच सरय सगरीि बना एर बा सि ह।
गशतशरशधयठा
चरण 1समनरय कषा म ए बन सटरॉशमडग सत ा आयोन रगा शसम शिकषाशथवयो ो सामाश महतर शसरी भरी मद या ए सामाश समसया पर आिाररि गशिशरशि या उनह हल रन शलए आरशय उपायो/दमो साथ शथएटर बार म ानाररी दरी
किा समधकत धशकषि सतर – 3
27ला समशि शिकषा (आटव इटरीगरटर लशनडग)
माडयल 3
ाएगरी। अशभनयातम गशिशरशि या नकड नाट माधयम स पाठयपसि अधयाय बार म समनरय ए छोटा सा शरररण द सि ह। छातो ो 6–8 सदसयो राल छोट समकहो म शरभाशि शया ा सिा ह और परतय समकह स उस अरिारणा ो समझन ा अनरोि रि हए अधयाय ो धयान स पढन शलए हा ा सिा ह। समकह यह बिान शलए श उनहोन इसस कया सरीखा ह और इसम कया सदि शनशहि ह, अधयाय ी शरषयरसि ो भरी परसिि रग।
चरण 2समनरय अनय सहयोशगयो और छातो ी मदद स समकह सदसयो ो शरशभनन पातो ी भकशमा दगा। छातो ी टरीम सदसयो ो सामाश शरजान, भाषा और शरजान ी पाठयपसि अनय अधयायो आिार पर आग ी अशभनयातम गशिशरशि शनभान या नकड नाट ा आयोन रन ा ाम बाररी-बाररी स इस िरह सौपा ाएगा, िाश परतय छात ो म स म ए बार, ए चररत ी भकशमा शनभान, मच सामान ो लगान, शचतो ो सान और छोट सरादो ो शलखन ा अरसर शमल।
चरण 3समनरय और उस सहमची शिकषाशथवयो सामन शसरी पात या चररत ी भकशमा ो इस िरह स शनभा सि ह, शस िरह स शिकषाशथवयो न अधयाय पढि समय या टरीररी पर इन पातो ो दखि हए उनह समझा ह। यहा आई.सरी.टरी. ी भकशमा आिरी ह। इसरी िरह पातो पर आिाररि ए लघ शफलम भरी शिकषाशथवयो ो शदखाई ा सिरी ह िाश र समझ स श य पात आमिौर पर स आपस म सराद रि ह। समनरय लगािार शिकषाशथवयो ो इिारो र शरशभनन पातो दारा उपयोग ी ा रहरी बरॉररी लगर साथ रािावलाप ी िलरी पर धयान शरिि रन शलए परररि रगा, इसस सहरी मायनो म अशभनय परभाररी बन सगा।
चरण 4अशभनयातम गशिशरशि थान बार म शिकषाशथवयो ो उसम अपशकषि भार-पकष और बरॉररी लगर बार म छ सि दि हए बिाया ाएगा। समनरय शिकषाशथवयो स हगा श र बिाए श मच पर एसा रि समय शस िरह सामान ी जररि पडगरी और साथ शमलर उनी वयरसथा रन ो हगा (स रिभकषा)। छ िसररीर र शचत भरी थान ी माग आिार पर शिकषाशथवयो दारा ियार शए ा सि ह और अििः शरषयरसि अनसार मच ी वयरसथा ी ाएगरी।
चरण 5अशभनयातम गशिशरशि या नकड नाट फाइनल मचन स पहल समनरय छ ररहसवल सत आयोशि र सिा ह। रगमच ी सभरी आरशय सामगररी और सट-सबशिि सामगररी ा भरी उपयोग ररहसवल सत दौरान शया ाना चाशहए िाश शिकषाशथवयो ो रगमच ी सामगररी ा उपयोग पयावपि और उशचि ढग स रन ा अरसर शमल स। इसस
28 शनषठा — परशिकषण प
माडयल 3
उनह अपन सहयोशगयो साथ समनरय ी भारना साथ मच पर परदिवन रि हए रगमच ी सामगररी ा उपयोग रन बार म अनभर शमल सगा।
चरण 6अशभनयातम गशिशरशि या नकड नाट शया ािा ह। शरदयाथची, मच पर अशभनय रि ह और छ मच परीछ स सहयोग दि ह। ररीशरयो रररॉशरडग ी ा सिरी ह और उस शरदयाशथवयो ो शदखाया ा सिा ह। समनरय और शरदयाथची रररॉरव शए गए ससरण ो ए साथ बठर दख सि ह और परदिवन ला शरशभनन पहलओ पर चचाव र सि ह। अपशकषि सिार स शया ाए, इस सबि म सझारो ो रररॉरव शया ा सिा ह। शरदयाशथवयो ी ए-दकसर स िलना नही ी ानरी चाशहए, समकह म ौन सबस अचछा था, इस पर बाि रन बाय, शरशभनन पहलओ स श पटथा लखन, सराद बोलन, समनरय आशद पर और शस िरह स गणातम सिार शया ा सिा ह, इस पर चचाव ी ानरी चाशहए।
अनय शरषयो क सठाथ एकीकरणसमनरय शिकषाशथवयो ो समा ी अनय सामाश समसयाओ या इसरी िरह मदो ा अरलोन रन शलए भरी परररि र सि ह। र इन शरषयो ो भाषाई कषमिाओ साथ समशि रना सरीख सि ह। हालाश भाषा, परदिवन ला ा ए समशि घट ह, शरिष रप स अशभनयातम गशिशरशि और नकड नाट म, शसम थन, सराद बोलन ा िररीा और थान शलखना आरशय रप स िाशमल ह।
29ला समशि शिकषा (आटव इटरीगरटर लशनडग)
माडयल 3
धििी (वसत, भाग–1, ककषा 6), अधयाय 2 ‘बचपन’
सकलपिठा — गदयशरधठा, ससमरण लखि (जीरिी)
अिधगम उदशय●● शरशभनन परार ी धरशनयो, स— घशटया, पकषरी, गल आशद ो सनन अनभर, सराद अनभर ो मौशख भाषा म परसिि रि ह।●● सनरी, दखरी गई बािो, स— आस-पास ी सामाश घटनाओ, ायवकमो आशद गशिशरशियो बार म बशझझ बाि रि ह।●● अपन स शभनन भाषा, सदभव, खान-पान, रहन-सहन सबिरी शरशरििाओ पर बाि रि ह।●● शरशभनन शरिाओ म शलखरी साशहशतय सामगररी ो उशचि उचचारण, लय, हार-भार और गशि साथ पढि र शलखि ह।●● भाषा ी बाररीशयो, वयरसथा, ढग पर धयान दि हए सराहना रि ह।
अपिकषत सामगररीपपर िरीट, पड (परान/नए), सच पन, ढोल, घटरी, रमर, गतता, गोद, चाटव, कयरॉन, अखबार आशद। ‘शरिा म ररी’ एन.सरी.ई.आर.टरी. ा यक-टयकब चनल– सदभव पसि आशद।
गशतशरशध–1 — चपपी तोडिठा (आईस बकर)
आख बद करक आिाज सनशरदयाशथवयो ो आख बद र आराजो ो सनन शलए पाच शमनट ी गशिशरशि रराए शसम पख ी आराज, घट ी आराज, हरा ी सरसराहट, पशकषयो ी चहचहाहट, हार, पड-पततो ी आराज, सगरीि ी आराज आशद अन आराजो अनभर बार म आप उनह अपन िबदो म बिा सि ह। इसस उनी अरलोन िशकत, लपनािशकत, सरदनिरीलिा और सनन ी ला ा शरास होगा। साथ हरी, मौशख अशभवयशकत स उनी थन ला भरी शरशसि होगरी और र हार-भार स सराद रना सरीखग।
गशतशरशध–2समनरय बचपन स सबशिि अशभनय, गान, हार-भार साथ समकह म रराएग। बाल-गरीि स उनी रशच और शजासा बढिरी ह और नय जान शलए र ितपर होि ह। इस परसिशि दारा रणयो ा उचचारण, धरशन, आरोह-अररोह और लय-िाल दारा सगरीि एर अशभनय सरी लाओ ा समशि उपयोग होगा।●● बचच मन सचच...
किा समधकत धशकषि सतर – 4
30 शनषठा — परशिकषण प
माडयल 3
●● छोटा बचचा ान र हमो...●● आओ बचचो िमह शसखाए...●● ए माररी ढीगलरी न एररी सार (ग रािरी)...इस िरह गानो उपराि बाल-गरीिो ो (अनय कषतरीय भाषाओ ) लर बचचो ो
बचपन अनभरो स ोड सि ह। यह गशिशरशि ‘सरीखन’ रोच और आनददाय अनभर राएगरी।
गशतशरशध – 3‘बचपन’ पाठ ो उशचि उचचारण, आराज, हार-भार एर लयारिवन साथ पढना ह। शिकष पाठ बाद शरदयाशथवयो स भरी राचन रराया ा सिा ह और बचपन ससमरण पर आिाररि परशनो दारा चचाव र सि ह, स— ●● हमार बचपन ी घटनाओ स इस पाठ ी शरषयरसि स शभनन ह?●● कया-कया समानिाए ह? ●● कया -कया नररीनिाए ह। साशहतय ी भाषा आशद स अलग ह?इस िरह मदो ो लि हए समकह म छातो अनभरो चाटव बनाए शनह शभनन-
शभनन शचतो दारा भरी बनाया ा सिा ह। (इस गशिशरशि म भाषा-िलरी, अशभवयशकत, नए िबद, वयारण सबिरी मदो आशद ी चचाव, ला पकष शचत, ोला, गराशफ कस दारा चाटव बनाए ा सि ह।)
गशतशरशध – 4‘बचपन’ ससमरण म लशखा न अपनरी रिवमान उमर और बचपन शदनो अिराल ो दिावया ह। छातो ो समकह म बाटर मा ी िरफ और शपिा ी िरफ सबशियो नामो ा रकष चाटव ियार रराए। रहा शस कषत ी ो पारपरर लाए ह, उस शचत भरी बनान शलए ह सि ह, स— रारलरी, पहाडरी, गौड, शपथोरा, भरील, मिबनरी आशद। इस गशिशरशि म रगरीन ागजा स ोला भरी बना सि ह। इस गशिशरशि स सामाश शरजान, रीर शरजान आशद ो भाषा साथ लाओ माधयम स ोड सि ह।
गशतशरशध – 5
परोजकर कायट ‘बचपन’ ससमरण म दिावए गए बचपन शरशरि पहलओ साथ छात अपन अनभरो ा िलनातम शरशषण रग शस समकह ायव दारा शया ा सिा ह। अलग-अलग समकह दारा बचपन म खाए ान राल पारपरर भोन, फल और पय पदाथव आशद ो रिवमान म खाए ान रालरी रसिओ साथ ोडि हए उना शचत ियार र। लशखा दारा पहन और बिाए गए पडो ो रिवमान समय पहन ान राल पडो साथ शमलार अधययन र और उसा सलन र चाटव (शचतो या पडो स) ियार र। लशखा दारा बिाए गए सथलो शचतो ी िलना रिवमान शसथशि शचतो साथ रि हए आई.सरी.टरी.
31ला समशि शिकषा (आटव इटरीगरटर लशनडग)
माडयल 3
माधयम स चाटव ियार र। (इन गशिशरशियो म पहनारा, रहन-सहन, ऐशिहाशस िरोहर और भोन आशद शरषयो ो भरी समझ सि ह। यहा पर सामाश शरजान, भकगोल, पयावररण स शरषयो साथ सौदयवबोि एर मकलयो ी समझ, लाओ स समशनरि र बिायरी ा सगरी।)
मलयठाकि— सिि एर समगर मकलयान होगा। शिकष अरलोन नोट, शनददिो, चचाव, परशनोततर स समगर मकलयान र।
32 शनषठा — परशिकषण प
माडयल 3
ककषठा 8, शरषय– शहदी (िसत, भठाग–3), अधयठाय 16 ‘भोर और बरखठा’ अधयठाय 5 ‘थोडी धरती पठाऊ’
कलठा गशतशरशध कठा परकठारदशय िथा परदिवन लाए
शहदी की ककषठा 7 की पठायपसतक क य पठा ह—• भोर और बरखा — वित, भाग–2• थोडरी िरिरी पाऊ — दवाट, भाग–2
गशिशरशि उपराि यहरी सोच हमार पयावररण स ड सिरी ह — सामाश शरजान अधयाय – 4 (राय), अधयाय – 5 (ल) और अधयाय – 8 (मानर-पयावररण अनयोनयाशकया— उषणशटबिरीय एर उपोषण परदि)
नरीच दरी गई ला गशिशरशि अिर अनिासनातम और रासिशर रीरन स डरी हई ह।
समनियक क िलए नोर— गशिशरशि 1, 2, 3 और 4 साथ दरी गई गशिशरशिया इस सररप स अलग ह और दो शरिाओ ो धयान म रखि हए ियार ी गई ह— ‘भोर और बरखा’, ‘थोडरी िरिरी पाऊ’
लशकषत अशधगम परशतफल (शरदयठाथमी)सरीखन राला, पाठो (पसिो या अनय ससािनो स) पर आिाररि और शजासारि परशन पकछिा ह, राब दिा ह, गभरीर रप स सोचिा ह, घटनाओ, शरचारो, शरषयो ी िलना रिा ह और उनह रीरन स ोड र दखिा ह, शरचारो ो रचनातम रप स परसिि रिा ह।
अपशकषत सठामगीागज और पशसल, चरी, गोद, चाटव-पपर, कयरॉन, परान समाचार पत/पशताए, सच पन, दोनो िरफ स शचपान राला टप, सलो टप। सरल सगरीि ियार रन शलए ‘रफलरी’ या ‘म रीरा’। (ए.आई.एल. गशिशरशियो ी योना बनाि समय आस-पास आसानरी स शमलन रालरी सामशगरयो ो लन ी सलाह दरी ािरी ह)।
िकषशणक िीशतयठा
गशतशरशध-1 (एस.आर.जी. क शलए, समय–1 घरठा)
सबह क समय को याद करना ि महसस करना
पशकषयो ा चहचहाना (आइस बर; चपपरी िोडन रालरी गशिशरशि)—हर शसरी ो खड होन शलए ह और आप परीछ-परीछ गौरया ी आराज शनालन शलए ह।
किा समधकत धशकषि(सगीत, िय, धचतर) सतर – 5
33ला समशि शिकषा (आटव इटरीगरटर लशनडग)
माडयल 3
उनह परदिवन माधयम स शरशि समझाए—अपनरी हथलरी ो चकमि समय िज आराज र। अपनरी आखो ो बद र ऐसा रि रह। गशिशरशि ो 3 शमनट ि ाररी रख। शरचार मथन शरशि म आग ी गशिशरशियो शलए परशन हो सि ह—●● आपन कया महसकस शया?●● कया यह आराज आपो छ याद शदलािरी ह?●● शदन शस समय इस िरह ी चहचहाहट ो सनि ह?
यह अनभर समनरय ो अशि शरसिि ढग स परशनो पर बािचरीि िर रन शलए ए मौा द सिा ह—●● आपम स शिन लोग सबह लदरी उठना पसद रि ह?●● सबह लदरी उठन पर आपो सा महसकस होिा ह?●● अगर बाररि ा शदन ह, िो आप शरचार और भारनाए सरी होगरी?●● रह कया ह ो आप ागन बाद आमिौर पर दखि ह?●● आप बचपन ी यादो ी िरआिरी सबहो स यह अनभर शिना अलग ह?
समह गशतशरशधयठा
चरण 1आग ी चचाव शलए परशिभाशगयो ो समकहो म शरभाशि र, िाश समकह सदसय आपस म चचाव र स और अपन बचपन स डरी सबह ी यादो ो पि र स । उस समय ो याद रि हए र शरचार र श ‘सबस अचछरी बाि कया थरी’। यह ई िरह स हो सिा ह, स— मकाशभनय, अशभनयातम गशिशरशि, परहसन, हानरी राचन, सगरीि और हार-भार या पशटग माधयम स, ऐसरी ोई भरी ला गशिशरशि हा समकह सभरी परशिभागरी सशकय रप स िाशमल हो स ।
चरण 2ब र इस शलए ियार हो ाए, िो उनह ए-ए र अपनरी परसिशियो शलए बलाए। योगयिा आिाररि शिकषा शलए अनय समकहो दारा शए गए अरलोन ी भरी सराहना र। परसिशि परशिभाशगयो/छातो ो सबह परररि स ोडगरी, ो ‘भोर और बरखा’ शरिा ी पषठभकशम ह।
चरण 3समकहो दारा ी गई परसिशि स सि लि हए, गशिशरशि बाद चचाव म समनरय/शिकष शरिा ी सामगररी ो ोड सि ह। उदाहरण शलए, ब मा यिोदा षण ो गािरी थी िो रह गािरी थी— ‘ागो बसरीराल ललना, ागो मर पयार…’। मरीराबाई न स सोचा होगा, उसरी पयार र उन परशि सनह ा भार रखि हए सबो ए साथ शरिा गान ा इिारा र।
34 शनषठा — परशिकषण प
माडयल 3
इस अनभर आिार पर समनरय/शिकष उन पाठो ी भाषा गशिशरशियो ो ल सि ह।
मलयठाकि— समकह परसिशि पर अरलोन माधयम स सर और सहमची मकलयान। ला ो समशि रन ौिल ी ाच रन शलए समनरय च-शलसट ा उपयोग र सि ह।
गशतशरशध 2 (30 शमिर) (शरदयठाशथवायो क शलए)अगलरी शरिा ह “बरस बदररया सारन ी”
चरण 1बचचो ो उगशलयो स टप-टप रन और िालरी बान और बाररि ी आराज शनालन शलए ह। बलबोरव पर बड-बड अकषरो म ‘बरस बदररया’ शलख। र बाररि स डरी अपनरी यादो म बसरी शरशभनन धरशनयो ो याद र सि ह। उनह ए ररीशरयो शदखाया ा सिा ह शसम शरशभनन धरशनया सनाई द ो बाररि शगरन ी धरशनयो ो वयकत रिरी हो। िाल रादय माधयम स शरशभनन लय एर बाशलयो दारा यह गशिशरशि और भरी सपषट हो सिरी ह।
चरण 2िररीर शरशभनन अगो (हाथ, पर, जबान इतयाशद) स अलग-अलग धरशनया शनालि हए, बाररि ी आराज शनशमवि र। इस शलए दो समकह बनाए। बचचो ो यह बिान शलए श पहलरी बकद स शगररी और िरीर-िरीर म रषाव स लर अशि रषाव (रषाव ी रशदध और मरी) स हई, परो और हाथो स लय पदा र सि ह।
इस गशिशरशि उपराि शनमन सराल हो सि ह—●● अगर बाररि न हो िो कया होगा? ●● उनह सामाश शरजान ी पसि अधयाय ‘ल’ ो पढना होगा। ●● अगलरी कषा म शहदरी शरिा ी पशकतया सरीखरी ा सिरी ह। िबदो ो अलग-अलग लयबदध िररी म रखा ा सिा ह, सह सर और िाल म ियार बोल, ए गरीि बन सिा ह।
आकलि— दकसरो दारा ी ान रालरी परसिशियो (सहमची मकलयान शलए) ो सारिानरीपकरव सनन और अरलोन रन बाद शटपपणरी द। शिकष एल.ओ. पर आिाररि शटपपशणयो ो रररॉरव र सिा ह।
35ला समशि शिकषा (आटव इटरीगरटर लशनडग)
माडयल 3
गशतशरशध 3 (30 शमिर)शरिा— “थोडरी िरिरी पाऊ” (दवाट, भाग–2, अधयाय 5)
बचच अपनरी पाठयपसिो ो खोलि ह और शिकष भारातम िररी स शरिा ी पशकतया पढि ह। रह चार पशकतयो ो पढन बाद र ाि ह और छातो ो रह शचशति रन शलए हि ह। रह उन शचत ो दखि ह और उन सभरी ी सराहना रि ह।
शिकष बचचो ो समकहो म अगलरी चार पशकतयो ो पढन और दशय बनान शलए परररि रि ह। बचच इन चार पशकतयो ई पहलओ पर चचाव रि हए उन शचत बनाि ह। यह ला ी भाषा उनह परयोगातम शिकषण ी ओर ल ािरी ह।
सझाए गए मलयाकन सकतक• मौशख और गर-मौशख अशभवयशकत,• चयशनि अरिारणा ी समझ,• वयशकतगि पहल, और• समकह म ाम रना
यह ानना महतरपकणव ह श यहा ला गशिशरशियो ा उपयोग परशकया रप म शया गया ह, न श पररणाम रप म।
सदभवा
बनची, िरबररी. 2018. जॉयऑफसिएटर टरीचसव हरब— अपर पराइमररी सट कलास VI-VIII. एन.सरी.ई.आर.टरी., नयरी शदललरी.
बनची, िरबररी. 2018. िगीत सशकषक िदसशटका (कषा 6–8) एन.सरी.ई.आर.टरी., नयरी शदललरी.
——.2005. निनल फोस गरप ऑन आटवस, मयकश, रास एर शथएटर (1–7). इन नवशनलकररकलमफव मवकट . नयरी शदललरी.
——.2018. लसनिगआउटकमिएटदएलीमटीसटवज. नयरी शदललरी.सिरीर, परन. 2015. टवसनगपकव जऑनआटटएजकव शनफॉरपराइमरीटीचिट,वालयम1और
2. एन.सरी.ई.आर.टरी., नयरी शदललरी.
िोर— नरीच दरी गई पठन और परदिवन ी सकचरी म उपयोगिावओ ी सहशलयि इस शलए शरशभनन परार ी सामशगरया ह। ररीशरयो ायवकमो ी सरी.ररी. सखया ोषठ म दरी गयरी ह। राजय इसम पठन और परदिवन ी अपनरी सकचरी अलग स ोड सि ह।
●● हर िदिस कला िदिस (कलठा शिकषठा) (BRD-M-136)— ला ो शिकषा ी िारा म िाशमल रन ा मिलब ह, उन गशिशरशियो माधयम स शिकषा दना ो छातो ो लातम कषमिा परदान रिरी ह। ला माधयम स शिकषा सरीखन
36 शनषठा — परशिकषण प
माडयल 3
ो आनददाय, रोच और साथव बना सिरी ह। https://nroer.gov.in/55ab34ff81fccb4f1d806025/ file / 5880928d472d4ac74d236ad5●● यह समभि ह (कलठा शिकषठा) (BT-m-1091)— अनय शरषयो साथ ला ो समशि रन स बचचो ो अपन जान ो नयरी अरिारणाओ साथ सबदध रन ा अरसर शमलिा ह, ो सक लो और शिकषा म सरीखन और शरास रािाररण शलए बहि मकलभकि ह।●● बातचरीत एक अधयापक स (कलठा शिकषठा)— ला समशि शिकषा ा बचच समगर शरास पर सारातम परभार पडिा ह। ला ो शसरी वयशकत रीरन स अलग नही शया ा सिा ह कयोश यह हमार चारो ओर ह। वयशकतयो रप म परतय वयशकत म सरय और ला ो वयकत रन ी ए अिशनवशहि आरशयिा होिरी ह।●● साझरी कला (कलठा) (BRD-M-696)— इस ायवकम म गरामरीण भारि ी सशदयो स लपि हई ला यानरी साझरी ला बार म ानाररी ह ो गोबर और रगरीन पतथर स ी ािरी थरी और शफर स रह ागज पर बनन लगरी। यहरी नही, लाार राय सोनरी भरी उस ला ा परदिवन रि हए, दिवो ो साझरी ला ी पकररी परशकया बार म ानाररी दि ह।●● आई.सी.री. एि.आर.ओ.ई.आर. परोगठाम (अगसत-2014)— शपरर आरवा (सरशसलस) (BRD-M-685)— आई.सरी.टरी. एन.आर.ओ.ई.आर. परोगराम (अगसि-2014)— शपरट आटव (सटशसलस)●● िबललरी का पजा— यह ायवकम बचचो दारा अगकठ, पशततयो आशद माधयम स शनिान (शपरट) बनान पर आिाररि ह।●● कलर अराउड अस— यह परोगराम पराथशम र गौण रग स बनाए ाए और उनह आस-पास ी रसिओ साथ सबशिि र स दखा ाए, इस पर आिाररि ह। ●● जिमी ऑफ इशडयि पशरग, भठाग 1 और 2 (कलठा और ससकक शत) (सी.सी.आर.री.) (BRD-M-676, BRD-M-77)— ायवकमो ो दखन बाद दिवो ो शरशभनन पहलओ माधयम स भारिरीय ससशि और परपरा स डरी भारिरीय ला र शचतला ी अरिारणा ो समझन म मदद शमलगरी। इस ए शरिषज दारा परसिशि माधयम स समझाया गया ह।●● बास की हसतिशलप कला (BT-M-966)— बाल भरन दारा आयोशि ायविाला म बचचो दारा ियार यह बास ला पर ायवकम ह।●● कागज कला (BT-M-072)— ायवकम शसखािा ह श स बचच ससि, ाम न आन राल ागज ी मदद स शखलौन बना सि ह। इस ायवकम “ागज ा पटाखा” म ागज पटाख और शखलौन बनाना शसखाया ािा ह ो बचचो शलए सरशकषि, िए रशहि र परदकषण मकि होि ह।
37ला समशि शिकषा (आटव इटरीगरटर लशनडग)
माडयल 3
●● कागज कला (कलठाबठाज), कागज कला (रटॉकर), कागज कला (अदत खरगोश) और कागज कला (पखठा) ((BT-M-072)— ागज ला नाम ायवकम शखला छोट बचचो ो यह शसखान म मदद रिरी ह श स ससि, ाम न आन राल ागज ी मदद स शखलौन बनाए ाए। यह ायवकम लाबाज, ए ठपिलरी ी िरह शदखन राला शखलौना बनान ी परशकया शसखािा ह ो छलाग भरी लगा सिा ह।●● बटॉशबग बररफलठाई रटॉय— यह बार ी रसिओ स बनाए ान राल शखलौनो पर आिाररि ए ायवकम ह। यह बरॉशबग बटरफलाई टरॉय बनाना शसखािा ह। https://nroer.gov.in/55ab34ff81fccb4f1d806025/file/57da300d16b51c69a20c6fc2●● ऑरगमी सीरीज— शबललरी, झालर, मरॉरयकलर ऑरगमरी बरॉल, पसि शचह (ब माव ), फोशलरग पपर हाटव, लरॉरव गणि सररीट मोद, मदर टरसा ा मशरशसन पसव, नो गलक बग आशद। (nroer.gov.in/555534f81fccb4f1d806025/ searchresults / search_text = Origami? #results)●● मथ एशरशररी 031— यह ायवकम पपर फोशलरग गशिशरशियो माधयम स शरशभनन जयाशमिरीय आशियो और आारो ो बनान और ानन ी गशिशरशि परसिि रिा ह। (https://nroer.gov.in/55ab34ff81fccb4f1d806025/ Page / 57d17ef316b51c090c3868e2●● मथ एशरशररी— ररीशरयो सगरह म गशणिरीय अरिारणाओ ो समझान, सतयाशपि और परदशिवि रन शलए शरशभनन परार ी गशिशरशिया ह। https://nroer.gov.in/55ab34ff81fccb4f1d806025/Page/586d3c05472d4a4f9d1aa461●● खल-खल म मखौर— इस ायवकम म, बचचो दारा शमलरी-लरी सामगररी स बन ागजो ा उपयोग र मखौट बनाए गए ह। साथ हरी उना बाल भरन दखन ाना भरी इसम िाशमल ह। ●● आओ पतलरी बनाए— यह ायवकम शरिषज ी मदद स बचचो दारा ठपिशलया बनान पर आिाररि ह।●● चहा दौड िबललरी आई— यह ायवकम शरिष रप स ागज मखौट बनान पर ह। बचचो ा ए समकह मखौट बनान बहि सरल िररी माधयम ा परयोग रिा ह। इसम रह ागज ो फाडन और शचपान साथ मखौटा ियार रन ी शरशि सरीखिा ह। शरशि बचचो न खद शरशसि ी ह, उनह इस बार म शसखाया नही गया ह।●● भरतिठारयम (BT-M-918, BT-M-919, BT-M-920, BT-M-909 और BT-M-911)— नतय ी भाषा ा पररचय, िररीर र मशसिष ा सयोन, भारि िासतररी य नतय ा पररचय, पाच ाथरी – ऐशिहाशस सदभव (शरशभनन गणनाओ ी लयबदध िाल), पदभद – परो ी गशि और अरशसथशि, नतय ी मकलभकि बाि-1 अदरा I, नतय ी मकलभकि बाि-2 अदरा II, नतय ी मकलभकि बाि-3 अदरा III, इिारो ी भाषा— ए या दोनो हाथ इिार, भशगमा ा इसिमाल – पथाा, भशगमा ा
38 शनषठा — परशिकषण प
माडयल 3
इसिमाल – अिवपथाा, भशगमा ा इसिमाल – शतपटा िााहारद मखा अिवचरि मयकरा और दशटि और गररीरा।●● भरतिठारयम— बशसस ऑफ डठास, भठाग 1 और 14; भरतिठारयम – 01 और 2 (भठारत क िठासतीय िकतय) (BT-M-M-074)— इस ायवकम ा उदशय दिवो ो भरिनाटयम ी शरिष शरशिषटिाओ बार म ागर रना ह। अपनरी लभारनरी और मन मोह लन रालरी िलरी म भरिनाटयम ी परशसदध नतयागना, शरीमिरी गरीिा चनरिन, बचचो स बाि रिरी ह। रह छ मरिाए भरी र शदखािरी ह।●● मशणपरी िकतय 1 और 2 (BT-M-095, BRD-M-944)— यह ‘भारि िासतररीय नतय’ शखला िहि मशणपररी नतय पर दकसरा ायवकम ह। ायवकम लयातम गशि पर शरिि ह ो इस नतय ी शरिषिा ह।●● कथक पररचय, भठाग 1, 2, 3 और 4 (BT-M-086)— सपरशसदध थ नतयागना उमा िमाव भगरान षण रीरन ी उस समय ी ए घटना बिािरी ह, ब रह शिोर थ। इस घटना या पररण ो ाशलया नाग मथन हा ािा ह। इसरी डरी आिार पर थ नतय परसिि शया गया।●● कथकली-01, (भठारत क िठासतीय िकतय) (BT-M-M-074)— “भारि िासतररीय नतय” शखला िहि िासतररीय नतय रप थलरी पर हए दो ायवकम थलरी ी शरशिषट शरिषिाओ— बहि गहर मअप, खकबसकरि पोिाो र सगरीि रादययतो ी ला पर पराि रालि ह।●● कथकली-02 (भठारत क िठासतीय िकतय) (BRD-M-744)— “भारि िासतररीय नतय” शखला िहि िासतररीय नतय रप थलरी पर हए दो ायवकम थलरी ी शरशिषट शरिषिाओ— बहि गहर मअप, खकबसकरि पोिाो र सगरीि रादययतो ी ला पर पराि रालि ह।●● इकत बिठाई (अगजी) 01— इकि बनाई ी ला यहा चचाव ा शरषय ह। बनाई हर राजय म अलग-अलग िरह स होिरी ह। ग राि, आधर परदि और ओशरिा माधयम स इसा परदिवन शया गया ह। https://nroer.gov.in/55ab34ff81fccb4f1d806025/ Page/ 587f44a1472d4a3cb1aae626●● सशततरयठा िकतय असम— सशततया नतय भारि िासतररी य नतयो म स ए ह, शस परिहरी ििाबदरी म भशकत आदोलन दौरान शरशसि शया गया था। सरी.सरी.आर.टरी. और सरी.ई.आई.टरी. सयकि सहयोग स ियार शया गया यह ररीशरयो वयाखयान सशहि ए परदिवन भरी ह। https://nroer.gov.in/55ab34ff81fccb4f1d806025/ Page/ 58809532472d4ac74d236b41●● हमार िादय यतर (BT-M-025)— यह ायवकम बचचो ो मखय रप स चार परार रादय यतो स पररशचि रान शलए ियार शया गया ह। मखय रप स िार यकत रादय यतो बार म। साथ हरी यह इस पर भरी पराि रालिा ह श स शरशभनन परार रादय यतो ो पनगवशठि शया ािा ह।
39ला समशि शिकषा (आटव इटरीगरटर लशनडग)
माडयल 3
●● अब कया कर (मक अशभिय) (BT-M-166)— यह ए मक ायवकम ह। ायवकम ा उदशय बचचो ो सामानय या आम िररी स सोचन बाय अलग िररी स सोचन शलए परोतसाशहि रना ह। मक अशभनय या इिारो माधयम स समकह म परतय बचचा ए शदए गय पड ा उपयोग अलग-अलग िररी स रिा ह।●● ररीदर सगीत ‘लोक गीत बठाउल’ (गीत, सकटॉशरि बल, िकतय, िठारक “तोल की दठासतठाि”) (BRD-M-202)— ररीरिनाथ टगोर ी 150 री यिरी अरसर पर शदधाशल रप म, एन.सरी.ई.आर.टरी. न 20 शदसबर 2011 ो उतसर ा आयोन शया। इसम उन रीरन स डरी परदिवनरी भरी िाशमल थरी। इस अरसर पर शिकषो न गरीि गाए। परशसदध गर प. दबक चौिररी न शसिार रादन ी परसिि ी।●● बठागलठा कशरतठा [प. दब चौधरी (आलठाप सगीत)] (BRD-M-203)— ररीरिनाथ टगोर ी 150 री यिरी अरसर पर शदधाशल रप म, एन.सरी.ई.आर.टरी. न 20 शदसबर 2011 ो उतसर ा आयोन शया। इसम उन रीरन स डरी परदिवनरी भरी िाशमल थरी। इस अरसर पर पशरि दबक चौिररी शसिार रादन दारा उनह शदधाशल दरी गई।●● उचच परठाथशमक ककषठाओ क शलए रगमच गशतशरशधयठा (शमरर गम) (BRD-M-529)— पिालरीस स पचास बचचो ी ए कषा इसम भाग लिरी ह और ए शमरर गम खलिरी ह, शसम ए बचचा शरषय रप म अशभनय रिा ह और दकसरा शचत रप म।●● िकशन का उडन खरोला— यह ायवकम कषा म सरीखन-शसखान ी परशकया पर आिाररि ह। इस ायवकम म छात नए शरचारो ो सरीखिा ह और उना स न रिा ह।●● रोज बदलत कस चाद (चिजग मन) भाग 1— ए लडा चरिमा ी िसररीर बना रहा ह। रह शपछल ए महरीन स परशिशदन बदलि चाद ी िसररीर बना रहा ह। ब रह शचत बना रहा होिा ह िो ए एशनमटर चररत उस चरिमा और ए पख राल घोड ी हानरी बिािा ह।●● रोज बदलत कस चाद (चिजग मन) भाग 2— ए लडी हम शदखािरी ह श स ए बडरी बस उस अगकठ स छोटरी शदखिरी ह कयोश यह अभरी बहि दकर ह। ए लडा उस शदखािा ह श उस च ा आार चरिमा समान ह कयोश यह चरिमा ो पकररी िरह स ढ लिा ह। रह उस शदखािरी ह श च ो हटा शदया ाए िो चरिमा बहि बडा ह।●● आखो का धोखा (मििग मन)— चाद ा उदाहरण ो बादलो बरीच स सकर ी ओर ािा परिरीि होिा ह और आाि म घकम रहा ह। शफलम यह बिािरी ह श पथररी घकमन ी िलना चाद घकमन स रना और सकयव ी गशि स रना भरी ए भरम ह। ●● एक जारन और (BT-M-172)— परमा म शिकष समाखया योना ा ायवकम। स सथानरीय शिकषो न एम.एल.एल. पर आिाररि पढान ी सहाय सामशगरया और
40 शनषठा — परशिकषण प
माडयल 3
पदधशिया शरशसि ी। ायवकम ो 1997 शलए ापान ा परसार शमला। ‘ए ाटन और’ ा ए छोटा ससरण।●● ए बथटड पारमी (BT-M-813)— खल ा अनमान लगाना, दखर हरी शरशास होिा ह, आइए हम शबद 5 सनाि ह, हम शबद 1 स 5 ा पाठ र— अचछ और छोट ठपिलरी चररतो बरीच, िबदरी िबदो बार म, उस बाद गल शराफ एशनमटर शहसस पर ए शरिा शसम ानरर “छओ और बिाओ” खल खल रह ह, गल म पशकषयो ी ए बठ भरी शदखाई गई ह।●● नो गरास इन द सकाई— ए शिकष ी शममदाररी रल छातो ो िथय परदान रना हरी नही ह, बशल सरीखन ो अशि रचनातम बनाना भरी ह। इस ररीशरयो म, बाल शिकषा पर जोर शदया गया ह श स ए शिकष सरल और रचनातम गशिशरशियो साथ कषा म ो शसखाया ा रहा ह, उस अशि मदार बना सिा ह। https://nroer.gov.in/55ab34ff81fccb4f1d806025/ file / 5882097d 472d4ac f0f809 ada●● आधठार स आकठार— इस ायवकम म आिार स आार बनान ी परशकया ो उदाहरण दर समझाया गया ह।
https://nroer.gov.in/55ab34ff81fccb4f1d806025/file/58510673 472d4a9b25a0905c●● रग फहठार— इस ायवकम म आशियो दारा रगो उपयोग स शचत बनान ी शरशि ो बिाया गया ह।
https://nroer.gov.in/55ab34ff81fccb4f1d806025/file/5851003c47 2d4a9b25a08cfc●● आओ शचतर बिठाए— ना – इस ायवकम म ना ा शचत बनान बार म बिाया गया ह।
https://nroer.gov.in/55ab34ff81fccb4f1d806025/file/5850f3d9472d4 a9b25a08252●● आओ शचतर बिठाए— हमारा िोिा — इस ायवकम म अधयाप दारा बचचो ो मनषय चहर ा शचत बनाना शसखाया गया ह।
https://nroer.gov.in/55ab34ff81fccb4f1d806025/file/5850fb81472d 4a9b25a0899c●● चमतकठारी शचतरकलठा— इस ायवकम म चमताररी शचतला ो रगो माधयम स शचत बनार शदखाया गया ह।
https://nroer.gov.in/55ab34ff81fccb4f1d806025/file/5850f8e9472d4 a9b25a08780●● दो रगो स तीसरठा रग— इस ायवकम म दो रगो ो शमलार िरीसरा रग बनान बार म शरशभनन परयोग दारा बिाया गया ह।
41ला समशि शिकषा (आटव इटरीगरटर लशनडग)
माडयल 3
https://nroer.gov.in/55ab34ff81fccb4f1d806025/file/5850f7c5472d4 a9b25a08651●● आओ सीखो शचतरकठारी— इस ायवकम म िकनय स लर चार ि अो ा उपयोग र शचत बनाना बिाया गया ह।
https://nroer.gov.in/55ab34ff81fccb4f1d806025/file/5850e7644 72d4a9b25a07d48●● खल शपरठारठा— खल शपटारा ायवकम म बचच छ शचतो ो कम स लगार हानरी बनान ी ोशिि रि ह।
https://nroer.gov.in/55ab34ff81fccb4f1d806025/file/588208f 6472d4acf0f809ab6●● खल घर 1— खल घर ायवकम इस भाग म हम चलग ऐस घर म हा खल हरी खल ह और बहि सारा जान भरी ह।
https://nroer.gov.in/55ab34ff81fccb4f1d806025/file/58820b 6c472d4aded939163a●● खल घर 2— ायवकम इस भाग म हम िाि पततो ा महल बनाना सरीखग और अमरीना अपन शलए ए गफा बना रहरी ह।
https://nroer.gov.in/55ab34ff81fccb4f1d806025/file/58820 be6472d4aded939165e●● खल घर 3— ायवकम इस भाग म हम पड पततो स शपपनरी बनाना सरीखग। राय और धरशन ा सबि भरी ानग।
https://nroer.gov.in/55ab34ff81fccb4f1d806025/file/58820c 6a472d4aded9391682●● कपतली दठारठा शिकषण; सरचछतठा— इस ायवकम म बिाया गया ह श ठपिलरी दारा शिकषण म स मदद शमलिरी ह। इस ायवकम म ठपिलरी दारा सरचछिा ी अरिारणा शसखान ोशिि ी गई ह।
https://nroer.gov.in/55ab34ff81fccb4f1d806025/file/58820 9f6472d4acf0f809afe●● एक परयठास— इस ायवकम म शदललरी म आयोशि पाचर यरा महोतसर ी ए झल परसिि ी गई ह। इसम मकशिवला शरशभनन रप शदखाए गए ह।
https://nroer.gov.in/55ab34ff81fccb4f1d806025/file/5882 06a1472d4acf0f809a26●● दसतठािो रठाल यठा उगशलयो म पहि जठाि रठाली कपतशलयो (गलर पपर) पर आधठाररत; लठालच बरी बलठा ह— इस ायवकम म उगशलयो म पहन ान रालरी ठपिशलयो जररए ‘लालच बररी बला ह’ हानरी दिावई गई ह।
42 शनषठा — परशिकषण प
माडयल 3
https://nroer.gov.in/55ab34ff81fccb4f1d806025/file/5880 91da472d4ac74d236ab1●● बठाधिी— इस ायवकम म बािनरी पडा, रगन ी ला बार म बिाया गया ह।
https://nroer.gov.in/55ab34ff81fccb4f1d806025/file/587f5237472 d4a3cb1aaea82●● सीख और बिठाए — इस ायवकम म पिग और गशडया बनाना शसखाया गया ह।
https://nroer.gov.in/55ab34ff81fccb4f1d806025/file/587f4dfa472d4 a3cb1aae8f6●● लकडी पर िकठािी— इस ायवकम म लडरी पर नकािरी रन ी ला बार म बिाया गया ह।
https://nroer.gov.in/55ab34ff81fccb4f1d806025/file/587f47a5472d 4a3cb1aae6fe●● ररठाकोरठा— इस ायवकम म टराोटा ला बार म बिाया गया ह। इसम शमटरी स बिवन बनाना आशद भरी शदखाया गया ह।
https://nroer.gov.in/55ab34ff81fccb4f1d806025/file/587f5191472d4 a3cb1aaea3a●● फोरो फम बिठाि की शरशध— इस ायवकम म बार चरीजो स फोटो फम बनान बार म बिाया गया ह।
https://nroer.gov.in/55ab34ff81fccb4f1d806025/file/587f48ed472 d4a3cb1aae76a●● िीकी बिकर— यह नागालर िरॉल बनर, नरीी साथ बािचरीि ह। रह अपन रि म इस ला महतर ा रणवन रि हए ला ी वयाखया रिरी ह।
https://nroer.gov.in/55ab34ff81fccb4f1d806025/file/587f48bc472d 4a3cb1aae746●● शकसी ि फ कठा, शकसी ि सरठारठा— इस ायवकम म बार पडरी चरीजो स उपयोगरी और सारटरी सामान बनान बार म बिाया गया ह।
https://nroer.gov.in/55ab34ff81fccb4f1d806025/file/587f46ff472d4 a3cb1aae6b6●● बसर आउर ऑफ रसर गजरठाती— यह ए पन सटर बनान शलए परानरी चकशडयो पन: उपयोग ो दिाविा ह। रचनातम शरचार लागि परभाररी और उपयोगरी ह।
https://nroer.gov.in/55ab34ff81fccb4f1d806025/file/587f4291472d4 a3cb1aae572●● कठागज कलठा, कठागज की उडि रठाली शचशडयठा बिठािठा— इस ागज ला ायवकम म ागज ी उडन रालरी शचशडया बनाना शसखाया गया ह।
43ला समशि शिकषा (आटव इटरीगरटर लशनडग)
माडयल 3
https://nroer.gov.in/55ab34ff81fccb4f1d806025/file/587f468a472d 4a3cb1aae66e●● इकत बिठाई— इस ायवकम म इकि बनाई बार म बिाया गया ह। यह बनाई अलग-अलग परदिो म अलग-अलग ढग स ी ािरी ह। ग राि, आधरपरदि और ओशरिा ी इकि बनाई स अलग ह, यह भरी इस ायवकम म बिाया गया ह।
https://nroer.gov.in/55ab34ff81fccb4f1d806025/file/587f43b6472 d4a3cb1aae602●● शफगर पपर, चहठा बिठािठा— इस ायवकम म ागज और गोद ी मदद स चकहा पपट बनाना शसखाया गया ह।
https://nroer.gov.in/55ab34ff81fccb4f1d806025/file/587f432a472d4 a3cb1aae5de●● शफगर पपर, शचशडयठा बिठािठा— इस ायवकम म ागज और गोद ी मदद स शचशडया बनाना शसखाया गया ह।
https://nroer.gov.in/55ab34ff81fccb4f1d806025/file/587f42f1472d4 a3cb1aae5ba●● डोगरठा कलठा— इस ायवकम म रोगरा ला बार म बिाया गया ह। रोगरा ला परीिल ी रसिओ पर ी ािरी ह।
https://nroer.gov.in/55ab34ff81fccb4f1d806025/file/587f42ad472d 4a3cb1aae596●● बठास की हसतशिलप कलठा— इस ायवकम म बास ी हसिशिलप ला बार म शरसिार स बिाया गया ह। 1999 राषटरीय हसिशिलप परसार स परसि शरी माननरि रास स भरी इस शिलप बार म बािचरीि ी गई ह।
https://nroer.gov.in/55ab34ff81fccb4f1d806025/file/587f4265472d4 a3cb1aae52a●● अिमोल उपहठार— इस ायवकम म रदरी ागज स नया ाग बनाना शसखाया गया ह। दरीपा नाम ी लडी अपनरी सहलरी नमशदन पर उपहार दन शलए ागज बनािरी ह और अपन हाथो स बनाया अनमोल उपहार अपनरी दोसि ो दिरी ह।
https://nroer.gov.in/55ab34ff81fccb4f1d806025/file/587f41f7472 d4a3cb1aae506●● कठागज कलठा, भठाग 1— ायवकम इस भाग म ऑरगमरी या ागज ी ला बार म बिाया गया ह िथा इस भाग म इस छ मरॉरल शसखाए गए ह। ररॉकटर अशनल अरचट हम यह मरॉरल बनार शसखा रह ह।
https://nroer.gov.in/55ab34ff81fccb4f1d806025/file/587df0db472d4 a1e60684e6f
44 शनषठा — परशिकषण प
माडयल 3
●● कठागज कलठा, भठाग 2— ायवकम इस भाग म ऑरगमरी या ागज ी ला बार म बिाया गया ह िथा इस भाग म इस छ मरॉरल शसखाए गए ह। ररॉकटर अशनल अरचट हम यह मरॉरल बनार शसखा रह ह।
https://nroer.gov.in/55ab34ff81fccb4f1d806025/file/587df14c 472d4a1e60684e93●● कठागज कलठा, भठाग 3— ायवकम इस भाग म ऑरगमरी या ागज ी ला बार म बिाया गया ह िथा इस भाग म इस छ मरॉरल शसखाए गए ह। ररॉकटर अशनल अरचट हम यह मरॉरल बनार शसखा रह ह।
https://nroer.gov.in/55ab34ff81fccb4f1d806025/file/587df1ca472d 4a1e60684eb7●● कठागज कलठा, भठाग 4— ायवकम इस भाग म ऑरगमरी या ागज ी ला बार म बिाया गया ह िथा इस भाग म इस छ मरॉरल शसखाए गए ह। ररॉकटर अशनल अरचट हम यह मरॉरल बनार शसखा रह ह।
https://nroer.gov.in/55ab34ff81fccb4f1d806025/file/587df25547 2d4a1e60684edb●● कठागज कलठा, भठाग 5— ायवकम इस भाग म ऑरगमरी या ागज ी ला बार म बिाया गया ह िथा इस भाग म इस छ मरॉरल शसखाए गए ह। ररॉकटर अशनल अरचट हम यह मरॉरल बनार शसखा रह ह।
https://nroer.gov.in/55ab34ff81fccb4f1d806025/file/587df29c4 72d4a1e60684eff●● सोशडयम रप (ऑशडयो)
https://nroer.gov.in/55ab34ff81fccb4f1d806025/file/59f024ca16 b51c59f65dfb62●● हठाउ मरलस आर (ऑशडयो)
https://nroer.gov.in/55ab34ff81fccb4f1d806025/file/ 59d5cfa916b51 c458daf9249●● सस शडररशमििि इि हमि (रीशडयो)
https://youtu.be/YVHDgyhS9pA●● डजशलग फलम (ऑशडयो)
https://nroer.gov.in/55ab34ff81fccb4f1d806025file/59f0240716b51c59f65dfa43●● सोशडयम रप (रीशडयो)
https://www.youtube.com/watch?v=fl13QIGxiZA•Candle’s Flame (audio) https:// nroer. gov.in/ 55ab34ff81fccb4f1d806025/ file/59 f023ed16b51c59f65dfa15
45ला समशि शिकषा (आटव इटरीगरटर लशनडग)
माडयल 3
●● क डलस फलम (रीशडयो) https://www.youtube.com/watch?v=ZyAvCq-8u- o&feature= youtu.be●● डटॉली (रीशडयो)
https://www.youtube.com/watch?v=- JidbymamRE&feature=youtu.be●● सस शडररशमििि इि हमि (रीशडयो)
https://www.youtube.com/watch?v=YVHDgyhS9pA&feature=youtu.be●● शफिि हलपस मकी र लठाइब द टी (रीशडयो)
https://www.youtube.com/ watch?v= gRQYgE5 b2iE&feature=youtu.be●● थडररग एड लठाइरशिग (गठाशफक सरोरी)
https://www.youtube.com/watch?v=\51nDyzMMo38 feature=youtu.be●● लठाइर (ऑशडयो)
https://nroer.gov.in/55ab34ff81fccb4f1d806025/file/59f024471 6b51c59 f65dfad0●● मटॉडल ऑफ आई – रडरफल मटॉडल र अडरसरड द रशकि ग ऑफ द आई (रीशडयो)
https://nroer.gov.in/55ab34ff81fccb4f1d806025/page/5699f8c481 fccb15fb21412d●● रटॉर इज लठाइर (रीशडयो)
https://www.youtube.com/watch?v=JTj5kvgy_ mo&feature= youtu.be●● शफलप इर – मि (रीशडयो)
https://nroer.gov.in/55ab34ff81fccb4f1d806025/page/5699f87f81 fccb15fb213df1●● फजज ऑफ मि (रीशडयो)
https://nroer.gov.in/55ab34ff81fccb4f1d806025/page/5699ffec81fc cb15fb21970c●● जल गयठा सलफर (ऑशडयो)
https://nroer.gov.in/55ab34ff81fccb4f1d806025/file/59f0243616b 51c59f65dfaa0
46 शनषठा — परशिकषण प
माडयल 3
●● मनिी आज उदठास ह (ऑशडयो) https://nroer.gov.in/55ab34ff81fccb4f1d806025/file/59f0246316b5
1c59f65dfafe●● मनिी यो उदठास ह? (रीशडयो)
https://www.youtube.com/watch?v=BNExO7BapKc&feature=youtu.be●● शरसथठापि अशभशरियठा (रीशडयो)
https://www.youtube.com/watch?v=FUq8RQ75Lpw&feature=youtu.be●● शलग शिधठावारण (रीशडयो)
https://www.youtube.com/watch?v=9ojCq0ISlYM&feature=youtu.be●● शकिोर अरसथठा की ओर, भठाग-1 (रीशडयो)
https://www.youtube.com/watch?v=LMslLNScWDI&feature=youtu.be●● घषवाण दठारठा बदर पड पर चढठा (रीशडयो)
https://www.youtube.com/watch?v=INSPFxi6_uw&feature=youtu.be●● शरजठाि गीत मजरी (उचच परठाथशमक सतर) ऑशडयो DVD-110●● साइस मलोररीज (उचच पराथशम सिर) ऑशरयो DVD -109●● मलोररीज ऑफ साइस (उचच पराथशम सिर) ऑशरयो DVD