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गत्यात्मक ज्योतिष

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Page 1: गत्यात्मक ज्योतिष

' गत्‍�या�त्‍�मक�ज्‍�याति�ष ' क �खोज� : ग्रहों��क� �बु�रे��प्रभा�व�क�दूरे�करेने��क� �उपा�या

हजा�रो� वर्षों से� विवद्वा�नों� द्वा�रो� अध्ययनों-मनोंनों औरो चिं��तनों के� फलस्वरुप म�नोंव-मनों-मस्तिस्तष्‍ के एव" अन्य जाड़-��तनों� परो ग्रह� के� पड़नों�व�ल� प्रभा�व के� रोहस्य� के� खु)ल�से� ह�त� जा� रोह� ह* , विकेन्त) ग्रह� के� बु)रो� प्रभा�व के� दूरो केरोनों� ह�त) विकेए गए लगभाग हरो आय�म� के� उप�य म0 प1रो2 सेफलत� नों मिमल प�नों� से� अक्सेरोह� मनों म0 एके प्रश्न उपस्थि7त ह�त� ह*,क्य� भाविवष्‍ य के� बुदल� नोंह9 जा� सेकेत� ? विकेसे2 व्‍ यक्ति< के� भा�ग्यफल य� आनों�व�ल� सेमय अच्छा� ह� त� ज्य�वितविर्षोंय� के� सेमक्ष उनोंके� से"त)ष्‍ ट ह�नों� स्व�भा�विवके ह*, परो"त) आनों�व�ल� सेमय म0 के) छ बु)रो� ह�नों� के� से"के� त ह� त� उसे� से)नोंत� ह2 व� उसेके� विनोंद�नों के� क्तिलए इच्छा)के ह� जा�त� हD। हम ज्य�वितर्षों2 अक्सेरो इसेके� क्तिलए के) छ नों के) छ उप�य से)झा� ह2 द�त� हD ल�विकेनों हरो व< बु)रो� सेमय के� से)धा�रोनों� म0 हम0 सेफलत� नोंह9 मिमल प�त2 ह*। उसे सेमय हम�रो2 स्थि7वित केD सेरो य� एड्Iसे से� प2विड़त विकेसे2 रो�ग2 के� इल�जा केरो रोह� ड्Jक्टरो केK तरोह ह�त2 ह* ,जिजासेनों� बु2म�रो2 के� लक्षणों� एव" के�रोणों� के� पत� लग�नों� त� जा�नों गय� ह* परो"त) बु2म�रो2 के� ठीOके केरोनों� के� के�ई उप�य नों ह�नों� से� विववश ह�केरो आखिखुरो प्रकेS वित केK इच्छा� के� आग� नोंतमस्तके ह� जा�त� ह* ।

ऐसे2 ह2 परिरोस्थि7वितय� म0 हम यह म�नोंनों� के� मजाबु1रो ह� जा�त� हD विके व�स्तव म0 प्रकेS वित के� विनोंयम ह2 सेवVपरिरो हD। हमल�ग प�र्षों�णों-य)ग, �क्र-य)ग, लXह-य)ग, के�"स्य-य)ग ................ से� बुढ़त� हुए आजा आई ट[ य)ग म0 प्रव�श केरो �)के0 हD, परो अभा2 भा2 हम केई दृमि] से� ल���रो हD। नोंई-नोंई असे�ध्य बु2म�रिरोयJ ,जानोंसे"ख्य�-वSजि_ के� से"केट, केह9 अवितवSमि] त� केह9 अनों�वSमि], केह9 बु�ढ़ त� केह9 से1खु� ,केह9 भा1केम्प त� केह9 ज्व�ल�म)खु2-विवस्फो�ट--प्रकेS वित केK केई ग"भा2रो �)नोंXवितय� से� जा1झा प�नों� म0 विवश्व के� अव्‍वल दजाc के� व*ज्ञा�विनोंके भा2 असेमर्थf ह�केरो ह�रो म�नों बु*ठी� हD। यह से� ह* विके प्रकेS वित के� इनों रोहस्य� के� खु)ल�से� केरो हम�रो� सेम्म)खु ल�नों� म0 इनों व*ज्ञा�विनोंके� केK महत्वप1णोंf भा1मिमके� रोह2 ह*, जिजासेसे� हम0 अपनों� बु��व केरो प�नों� म0 से)विवधा� ह�त2 ह*। प्रकेS वित के� ह2 विनोंयम� के� सेह�रो� ल�केरो केई उपय�ग2 औजा�रो� के� बुनों�केरो भा2 हमनों� अपनों2 व*ज्ञा�विनोंके उपलस्तिiय� के� झा"ड्� ग�ड्� ह* , विकेन्त) व*ज्ञा�विनोंके� नों� विकेसे2 भा2 प्रके�रो प्रकेS वित के� विनोंयम� के� बुदलनों� म0 सेफलत� नोंह9 प�य2 ह*।

पSथ्व2 परो म�नोंव-जा�वित के� अवतरोणों भा2 अन्य जा2व-जा"त)ओं केK तरोह ह2 हुआ। प्रकेS वित नों� जाहJ अन्य जा2व-जा"त)ओं के� अपनों� अस्तिस्तत्व बुनों�ए रोखुनों� के� क्तिलए के) छ नों के) छ श�रिरोरिरोके विवश�र्षोंत�ए" प्रद�नों केK वह9 मनों)ष्‍ य के� मिमल2 बुXजि_के विवश�र्षोंत�ए" , जिजासेनों� इसे� अन्य जा2व� से� विबुल्के) ल अलग केरो दिदय�। बु)जि_म�नों म�नोंव नों� सेभा2 जा2व जा"त)ओं के� विनोंरिरोक्षणों विकेय�, उनोंकेK केमजा�रिरोय� से� फ�यद� उठी�केरो उन्ह0 वश म0 केरोनों� तर्थ� खु1विबुय� से� ल�भा ल�नों� से2खु�। जा2व-जा"त)ओं के� अध्ययनों के� क्रम म0 जा2व-विवज्ञा�नों के� विवके�से हुआ। प्र��2नोंके�ल से� अबु तके के� अनों)भाव� औरो प्रय�ग� के� आधा�रो परो विवभिभान्न प्रके�रो के� जा2व� ,उनोंके� के�यfके�ल ,उनोंकेK शरिरोरो2के बुनों�वट आदिद के� अध्ययनों ह�त� आ रोह� ह*। आजा जाबु हम0 सेभा2 जा2व-जा"त)ओं केK विवश�र्षोंत�ओं के� ज्ञा�नों ह� �)के� ह* , हम उनोंकेK बुनों�वट के� विबुल्के) ल सेहजा ढं"ग से� ल�त� हD । केXए य� क्ति�विड़य�" के� उड़त� हुए द�खुकेरो हम बुकेरो2 य� ग�य के� उड़�नों� केK भा1ल नोंह9 केरोत0। बुकेरो2 य� ग�य के� दूधा द�त� द�खुकेरो अन्य जा2व� से� यह2 आश� नोंह9 केरोत�। बुकेरो� से� के) त्ते� जा*से2 स्व�मिमभाक्ति< केK उम्म2द नोंह9 केरोत0। घो�ड़� केK त�जा गवित के� द�खुकेरो बु*ल के� त�जा नोंह9 दXड़�त�। जाल2य जा2व� के� त*रोत� द�खुकेरो अन्य जा2व� के� प�नों2 म0 नोंह9 ड्�लत�। ह�र्थ2 ,गधा� औरो उ"ट केK तरोह अन्य जा2व� के� उपय�ग बु�झा ढं�नों� के� क्तिलए नोंह9 केरोत�।

इसे व*ज्ञा�विनोंके य)ग म0 पद�पfणों के� बु�वजा1द अभा2 तके हमनों� प्रकेS वित के� विनोंयम� के� नोंह9 बुदल� । नों त� बु�घो-श�रो-�2त�-त�दुआ-ह�र्थ2-भा�ल1 जा*से� जा"गल2 जा�नोंवरो� के� बुल केम केरो सेके0 , नों भाय"केरो सेप के� विवर्षों के� खुत्म केरोनों� म0 सेफलत� मिमल2 , औरो नों ह2 बु2म�रो2 प*द� केरोनों�व�ल� विकेट�णों)ओं के� जाड़ से� सेम�प्त विकेय�। परो अबु जा2नों के� अध् ययनों म0 मिमलत2 जा� रोह2 सेफलत� के� बु�द यह भा2 से"भाव ह� सेकेत� ह* विके विकेसे2 एके ह2 प्र�णों2 के� विवकेक्तिसेत केरो उसेसे� हरो प्रके�रो के� के�म क्तिलय� जा� सेके� । परो इसे प्रके�रो केK सेफलत� के� क्तिलए हम0 के�फK सेमय तके विवके�से के� विनोंयमिमत क्रम त� रोखुनों�

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ह2 ह�ग�।

जा2व-जा"त)ओं के� अवितरिरो< हम�रो� प1वfजा� नों� प�ड्-पXधा� के� बु�रो2केK से� विनोंरिरोक्षणों विकेय�। प�ड़-पXधा� केK बुनों�वट , उनोंके�

जा2वनोंके�ल औरो उसेके� विवभिभान्न अ"ग� केK विवश�र्षोंत�ओं के� जा*से� ह2 उसे� अहसे�से हुआ, उन्ह�नों� जा"गल� के� उपय�ग आरो"भा

विकेय�। हरो य)ग म0 वनोंस्पवित-श�स्त्र वनोंस्पवित से� जा)ड़� तथ्य� के� खु)ल�से� केरोत� रोह� ,जिजासेके� अनों)से�रो ह2 हम�रो� प1वfजा� नों� उनोंके� उपय�ग केरोनों� से2खु�। फल द�नों�व�ल� बुड़� वSक्ष� के� क्तिलए बुग2�� लग�ए जा�नों� लग�। सेब्जा2 द�नों�व�ल� पXधा� के� मXसेम के� अनों)से�रो

बु�रो2-बु�रो2 से� खु�ल2 जाम2नों परो लग�य� जा�नों� लग�। इमल2 जा*से� खुट्टे� फल� के� स्व�द बुढ़�नों�व�ल� व्यं"जानों� म0 इस्त�म�ल ह�नों� लग�। मजाबु1त तनों� व�ल2 लकेड़2 फनोंz�रो बुनों�नों� म0 उपय�ग2 रोह2। प)ष्‍ प� के� प्रय�ग इत्र बुनों�नों� म0 विकेय� जा�नों� लग�। केJट�द�रो पXधा0 के� उपय�ग बु�ड़ लग�नों� म0 ह�नों� लग�। ईखु के� म2ठी� तनों� से� म2ठी�से प�य2 जा�नों� लग2। केड्व� फल� के� उपय�ग बु2म�रो2 के� इल�जा म0 विकेय� जा�नों� लग�।

इसे2 तरोह भा1गभाf म0 विबुखुरो2 धा�त)ए" भा2 म�नोंव केK नोंजारो से� छ) प2 नोंह9 रोह9। प्र�रो"भा म0 लXह-अयस्के, त�म्र-अयस्के औरो से�नों�-�Jद[ जा*से� अयस्के� के� गल�केरो श)_ रुप प्र�प्त केरो उनोंके� उपय�ग विकेय� गय� । भिभान् नों भिभान् नों धा�त)ओं केK प्रकेS वित के� अनों)रूप

उनोंके� उपय�ग भिभान् नों भिभान् नों प्रके�रो के� गहनों� औरो बुतfनों� के� बुनों�नों� म0 विकेय� गय�। विफरो क्रमश: केई धा�त)ओं के� मिमल�केरो य� केS वित्रम धा�त)ओं के� बुनों�केरो उनोंके� उपय�ग भा2 विकेय� जा�नों� लग�। भा1गभाf के� रोहस्य� के� खु)ल�से� केरोनों� के� क्तिलए व*ज्ञा�विनोंके� के� द्वा�रो�

विकेतनों� से�धानों भा2 बुनों�ए जा� �)के� , ध्य�य भा1गभाf के� आ"तरिरोके से"रो�नों� केK पह��नों केरोनों� ह*, उसेसे� फ�यद� उठी�नों� केK ह* , उसेम0 विकेसे2 प्रके�रो के� बुदल�व केK केल्पनों� भा2 व*ज्ञा�विनोंके� द्वा�रो� नोंह9 केK जा� सेकेत2 ।

इसे प्रके�रो हम द�खुत� हD विके प्रकेS वित म0 तरोह-तरोह के� जा2व-जा"त) , प�ड़-पXधा� औरो खुविनोंजा-भा"ड्�रो भारो� पड़� हD। ग)णों औरो स्वभा�व

केK दृमि] से� द�खु� जा�ए , त� के) दरोत केK हरो वस्त) के� अलग-अलग महत्व ह*। बुड़� फलद�रो वSक्ष दसे-बु2से वर्षों तके अच्छा[ तरोह

द�खुभा�ल केरोनों� के� बु�द ह2 फल द�नों� ल�यके ह�त� हD। के) छ फलद�रो वSक्ष द�-त2नों वर्षों म0 ह2 फल द�नों� आरो"भा केरो द�त� हD। सेस्थिब्जाय�

के� पXधा� द�-��रो म�ह म0 ह2 प1"जा2 औरो म�हनोंत द�नों� के� व�पसे लXट� द�त� हD। फनोंz�रो बुनों�नों� व�ल� पXधा� म0 फल नोंह9 ह�त� , इनोंकेK लकेड़2 ह2 के�म ल�यके ह�त2 ह*। वर्षों बु�द ह2 इनों वSक्ष� से� ल�भा ह� प�त� ह*। यदिद हम0 सेम)क्ति�त जा�नोंके�रो2 नोंह9 ह� औरो

टम�टरो के� पXधा� के� ��रो-पJ� मह2नों� बु�द ह2 फल द�त� द�खुकेरो उप�भिक्षत दृमि] से� आम के� प�ड़ के� द�खु0 य� आम के� से)"दरो प�ड् के�

द�खुकेरो बुबु1ल के� खुरो2-खु�ट[ से)नों�ए" , त� यह हम�रो2 भा1ल ह�ग2।

आर्थिर्थ�के दृमि] से� द�खु� जा�ए , त� केभा2 ल�ह� के� महत्व अमिधाके ह�त� ह* , त� केभा2 से�नों� के� , केभा2 प�ट्रो�क्तिलयम के� महत्व

अमिधाके ह�त� ह* , त� केभा2 अभ्रखु के�। केभा2 घो�ड़�-ह�र्थ2 रो�जा�-मह�रो�जा�ओं द्वा�रो� प�ल� जा�त� र्थ� , जाबुविके आजा घो�ड्� ह�र्थ2 दरो दरो केK ठी�केरो0 खु� रोह� हD औरो �)नों� हुए नोंस्ल� के� के) त्ते� के� प्र�लनों अच्‍ छ� घोरो�नों� म0 ह*। केभा2 आम के� प�ड़ से� अमिधाके प*से� मिमलत� र्थ�

, केभा2 श2शम से� औरो आजा ट[के के� प�ड़ विवश�र्षों महत्व प� रोह� हD। य)ग केK दृमि] से� विकेसे2 वस्त) के� विवश�र्षों महत्व ह� जा�नों� से� हम

प�य: उसे2 वस्त) केK आके�"क्ष� केरो बु*ठीत� हD , त� क्य� अन्य वस्त)ओं के� ल)प्त ह�नों� दिदय� जा�ए। आजा ट[के सेव�fमिधाके प*से�

द�नों�व�ल� प�ड़ बुनों गय� ह* , त� क्य� आम के� महत्व केम ह* ? आखिखुरो आम के� स्व�द त� आम के� प�ड़ ह2 त� द� सेकेत� ह*। वर्षों

से� उप�भिक्षत पड़� द�श प�ट्रो�क्तिलयम के� विनोंय�fत केरोनों� के� क्रम म0 आजा भाल� ह2 विवश्व के� अम2रो द�श� म0 श�मिमल ह� गए ह� , परो अन्य

वस्त)ओं के� क्तिलए उसे� दूसेरो� द�श� परो विनोंभाfरो रोहनों� ह2 पड़त� ह*।

विफरो हम�रो� प1वfजा� केK नोंजारो0 आसेम�नों तके भा2 पहु"� ह2 गय2। अगभिणोंत त�रो0, �"द्रम�, से1यf , रो�क्तिश ,नोंक्षत्र ............ भाल� इनोंके� श�धा क्ष�त्र म0 के* से� श�मिमल नों ह�त�। ब्रह्मां�"ड् के� रोहस्य� के� खु)ल�से� केरोनों� म0 म�नोंव के� असे�धा�रोणों सेफलत� भा2 मिमल2 औरो

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इनों प्र�केS वितके विनोंयम� के� अनों)से�रो उन्ह�नों� अपनों� के�यfक्रम� के� विनोंधा�fरिरोत भा2 विकेय�। पSथ्व2 अपनों2 घो1णोंfनों 24 घो"ट� म0 प1रो2 केरोत2

ह* इसे के�रोणों 24 घो"ट� केK घोड़2 बुनों�य2 गय2। �"द्रम� के� पSथ्व2 केK परिरोक्रम� केरोनों� म0 28 दिदनों लगत� हD इसेक्तिलए �"द्रम�से 28 दिदनों� के� विनोंभि�त विकेय� गय�। 365 दिदनों� म0 पSथ्व2 अपनों� परिरोभ्रमणों-पर्थ परो प1रो2 घो1म जा�त2 ह* , इसेक्तिलए 365 दिदनों� के�

एके वर्षोंf के� के* ल�ण्ड्रो बुनों�य� गय�। 6 घो"ट� के� अ"तरो के� हरो �Xर्थ� वर्षोंf ल2प ईयरो मनों�केरो सेम�य�जिजात विकेय� गय�। दिदनों औरो रो�त

, प1र्णिणों�म� औरो अम�वस्य� , मXसेम परिरोवतfनों ................ सेबु प्रकेS वित के� विनोंयम� के� अनों)से�रो ह�त� हD इसेकेK जा�नोंके�रो2

से� नों क्तिसेफf सेमय परो फसेल� के� उत् प�दनों म0 ह2 , वरोनोंI हम0 अपनों� बु��व केरोनों� म0 भा2 के�फK से)विवधा� ह�त2 ह*। अमिधाके गमz

पड़नों�व�ल� 7�नों� म0 ग्र2ष्‍ मऋत) म0 प्र�त: विवद्या�लय �ल�केरो य� गर्मिम�य� केK लम्बु2 छ) दिटIटयJ द�केरो क्ति�लक्ति�ल�त2 ल1 से� बुच्चों� के� बु��व विकेय� जा�त� ह*। बुरोसे�त के� दिदनों� म0 बु�ढं केK वजाह से� रो�स्त� बु"द ह� जा�नों�व�ल� 7�नों� म0 बुरोसे�त म0 छ) दिटIटयJ द� द[ जा�त2 हD ।

ग्रह-नोंक्षत्र� केK विकेसे2 खु�से स्थि7वित म0 पSथ्व2 के� जाड़-��तनों� परो पड़नों�व�ल� खु�से प्रभा�व के� महसे1से केरोनों� के� बु�द ह2 `फक्तिलत

ज्य�वितर्षों´ जा*से� विवर्षोंय के� विवके�से विकेय� गय� ह�ग�। परो"त) श�यद के) छ प्र�म�भिणोंके विनोंयम� के� नों बुनों प�नों� से� , भाविवष्‍ यव�भिणोंय� के� सेट[के नों ह� प�नों� से� य� व*ज्ञा�विनोंके से�� रोखुनों�व�ल� के� ज्य�वितर्षों के� प्रवित दुरो�ग्रह के� के�रोणों ह2 आधा)विनोंके व*ज्ञा�विनोंके य)ग म0

ज्य�वितर्षों के� अच्छा� विवके�से नोंह9 ह� प�य�। विकेन्त) वर्षों केK से�धानों� के� बु�द हम `गत्य�त्मके ज्य�वितर्षों´ द्वा�रो� सेट[के भाविवष्‍

यव�भिणोंयJ केरोनों� म0 सेफल ह� रोह� हD। हमनों� प�य� ह* विके विवभिभान्न जा"त)ओं औरो प�ड़-पXधा� म0 यह बु�त ह�त2 ह* विके उनोंके� बु2जा से� ह2

उन्ह9 के� ग)णों औरो स्वभा�व व�ल� प�ड़-पXधा� औरो जा2व-जा"त)ओं के� जान्म ह�त� ह* , परो मनों)ष्‍ य के� बुच्चों� श�रो2रिरोके औरो आ"तरिरोके

से"रो�नों� म0 भाल� ह2 अपनों� म�त�-विपत� से� मिमलत� जा)लत� ह� , परो"त) उनोंकेK मनों औरो बु)जि_ के� के�म केरोनों� के� ढं"ग म0 विवभिभान्नत� ह�त2 ह*।

जान्म के� सेमय ह2 हरो बुच्चों� म0 सेम�नोंत� नोंह9 द�खु2 जा�त2 ह*। के�ई शरो2रो से� मजाबु1त ह�त� ह* , त� के�ई केमजा�रो। विकेसे2 म0 रो�ग-प्रवितरो�धाके-क्षमत� केK प्र�)रोत� ह�त2 ह* , त� विकेसे2 म0 इसेकेK अल्पत�। के�ई दिदम�ग से� त�जा ह�त� हD , त� के�ई केमजा�रो। प�लनों-प�र्षोंणों के� सेमय म0 भा2 बुच्चों� के� व�त�वरोणों भिभान्न-भिभान्न ह�त� ह*। बुहुत बुच्चों� के� भारोप1रो प्य�रो मिमल प�त� ह* ,जिजासेसे� उनोंके�

मनों�व*ज्ञा�विनोंके विवके�से अच्छा[ तरोह ह� प�त� ह*। प1रो� जा2वनों व� मनोंमXजा2 औरो �"�ल ह� जा�त� ह* , अपनों2 इच्छा� प1रो2 केरोनों� म0

बु�सेब्र2 के� परिरो�य द�त� ह*। अपनों2 बु�त0 बु�बु�के ढं"ग से� रोखु प�नों� म0 सेफल ह�त� ह*। बुहुत बुच्चों� प्य�रो केK केम2 महसे1से केरोत� हD , जिजासेसे� इनोंके� मनों�व*ज्ञा�विनोंके विवके�से सेह2 ढं"ग से� नोंह9 ह� प�त� ह*। प1रो2 जिंजा�दग2 व� अपनों2 इच्छा�ओं के� दबु�नों� केK प्रवSभित्ते रोखुत�

हD। उनोंके� जान्मके�ल2नों ग्रह� के� प्रभा�व से� ह2 प1रो2 जिंजा�दग2 उनोंके� से�मनों� अलग-अलग तरोह केK परिरोस्थि7वितयJ आत2 हD।

जान्मके�ल2नों ग्रह� के� प्रभा�व से� ह2 विकेसे2 केK रुक्ति� व्यंवसे�य म0 , विकेसे2 केK पढ़�ई म0 , विकेसे2 केK केल� म0 औरो विकेसे2 केK

रो�जानों2वित म0 ह�त2 ह*। विकेसे2 के� ध्य�नों अपनों� शरो2रो के� मजाबु1त2 प्रद�नों केरोनों� के� ह�त� ह* , त� विकेसे2 के� के�र्षों के� बुढ़�नों� के� , विकेसे2 के� ध्य�नों से"पभित्ते केK स्थि7वित के� मजाबु1त बुनों�नों� के� ह�त� ह* , त� विकेसे2 के� ध्य�नों अपनों2 घोरो गSह72 औरो से"त�नों के� मजाबु1त2 द�नों� के�।

ग्रह� के� के�रोणों आनों�व�ल2 केई सेमस् य�ओं के� विनोंरो�केरोणों केरो प�नों� केK दिदश� म0 भा2 हमनों� के�फK प्रय�से विकेय� ह* , ह�लJविके विवपरो2त परिरोस्थि7वितय� के� प1णोंf रुप से� से)धा�रो नों प�नों� के� हम0 अफसे�से भा2 बुनों� रोहत� ह*। परो विकेसे2 व्‍ यक्ति< के� जान् मके�ल2नों अच्‍ छ�

ग्रह� के� प्रभा�व के� बुढं�नों� औरो बु)रो� ग्रह� के� प्रभा�व के� केम केरोनों� म0 त� के) छ के�मय�बु2 मिमल ह2 जा�त2 ह* , सेमय के� इ"तजा�रो भाल� ह2 हम केरोनों� के� मजाबु1रो ह�त� ह�। इसेपरो हम यह से��केरो से"त)ष्‍ ट ह� जा�त� हD विके प्रकेS वित के� विनोंयम� के� बुदल प�नों� इतनों� आसे�नों नोंह9 । ह� सेकेत� ह* के) छ वर्षों म0 प्रकेS वित के� विकेसे2 अन्य रोहस्य के� सेमझानों� के� बु�द हम बु)रो� ग्रह� के� प्रभा�व से� प1णोंfतय�

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म)< ह� सेके0 । परो अभा2 भा2 इसे रोहस्य के� खु)ल�से� विके अम)के ग्रह स्थि7वित म0 जान्म ल�नों�व�ल� केK जा2वनों-य�त्र� अम)के ढं"ग केK

ह�ग2 , विनोंस्से"द�ह आजा केK बुहुत बुड़2 व*ज्ञा�विनोंके उपलस्तिi ह*। जिजान्ह�नों0 भा2 इसे धारोत2 परो जान्म ल� क्तिलय� ह* य� ल�नों�व�ल� हD ,उन्ह0

त� गत्य�त्मके ज्य�वितर्षों के� अनों)से�रो उपस्थि7त ह�नों�व�ल2 परिरोस्थि7वितय� के� अनों)से�रो जा2वनों जा2नों� ह2 ह�ग� ,परो"त) यदिद उन्ह0 अपनों� जा2वनों म0 आनों�व�ल� से)खु� औरो दुखु� के� पहल� से� ह2 अनों)म�नों ह� जा�ए त� व� तदनों)रुप अपनों� के�यfक्रम बुनों� सेकेत� हD । आनों�व�ल� हरो वर्षोंf य� मह2नों� के� ग्रह स्थि7वित के� जा�नोंकेरो अपनों� के�यf के� अ"जा�म द� सेकेत� हD। यदिद ग्रह� केK स्थि7वित उनोंके� पक्ष म0 ह� त� व� हरो प्रके�रो के� के�यf के� अ"जा�म द0ग�।यदिद ग्रह� केK स्थि7वित उनोंके� पक्ष म0 नोंह9 ह� त� व� विकेसे2 प्रके�रो के� रिरोस्के नोंह9 ल0ग�। इसे प्रके�रो व�

अपनों� जा2वनोंग्र�फ के� अच्छा� सेमय के� सेम)क्ति�त उपय�ग द्वा�रो� विवश�र्षों सेफलत� ह�क्तिसेल केरो सेकेत� हD , जाबुविके बु)रो� सेमय म0 व� प्रवितरो�धा�त्मके ढं"ग से� जा2वनों व्यंत2त केरो सेकेत� हD । भाविवष्‍ य म0 उत्पन्न ह�नों�व�ल� बुच्चों� के� क्तिलए गत्य�त्मके ज्य�वितर्षों वरोद�नों ह�

सेकेत� ह*। क् य1"विके विवश�र्षों म)हूत म0 बुच्चों� के� जान्म द�केरो उसेकेK जा2वनों-य�त्र� के� के�फK महत्वप1णोंf त� बुनों�य� ह2 जा� सेकेत� ह*।

य)ग�-य)ग� से� मनों)ष्‍ य अपनों� सेमक्ष उपस्थि7त ह�नों�व�ल2 सेमस्य�ओं के� के�रोणों� केK जा�नोंके�रो2 औरो उसेके� सेम�धा�नों के� क्तिलए चिं��तनों-मनोंनों केरोत� रोह� ह*। म�नोंव-मनों के� चिं��तनों मनोंनों के� फलस्वरुप ह2 नों�नों� प्रके�रो के� उप��रो� के� विववरोणों हम�रो� प्र��2नों ग्र"र्थ� म0

मिमलत� हD। के) छ विवद्वा�नों� के� म�नोंनों� ह* विके प्र�केS वितके वनोंस्पवितय� से� ह2 सेबु प्रके�रो के� रो�ग� के� उप��रो से"भाव ह* , उनोंकेK प_वित नों��रो�प*र्थ2 केहल�त2 ह*। के) छ विवद्वा�नों� के� म�नोंनों� ह* विके जाल ह2 जा2वनों ह* औरो इसेके� द्वा�रो� ह2 सेबु प्रके�रो के� रो�ग� के� विनोंद�नों से"भाव ह*। एके अलग वगf के� म�नोंनों� ह* विके विवभिभान्न प्रके�रो के� य�ग औरो व्यं�य�म के� भा2 म�नोंव स्व�स्थ्य परो अच्छा� प्रभा�व पड़त�

ह*। के) छ ऋविर्षों-म)विनोंय� के� म�नोंनों� ह* विके व�त�वरोणों के� स्व�स्थ्यव_fके बुनों�नों� म0 सेमय-सेमय परो ह�नों�व�ल� यज्ञा हवनों केK भा2 बुड़2

भा1मिमके� ह�त2 ह*। सेततI विवके�से के� क्रम म0 इसे2 प्रके�रो आय)वcद , ह�म्य�प*र्थ2 , एक्य1प"क्�रो , एक्य1प्र�शरो , एल�प*र्थ2 केK भा2

खु�जा हुई। फक्तिलत ज्य�वितर्षों म�नोंत� ह* विके मनों)ष्‍ य के� सेमक्ष उपस्थि7त ह�नों�व�ल2 शरो2रिरोके , म�नोंक्तिसेके य� अन्य प्रके�रो केK केमजा�रो2 के� म)ख्य के�रोणों उसेके� जान्मके�ल के� विकेसे2 केमजा�रो ग्रह के� प्रभा�व ह* औरो उसे ग्रह के� प्रभा�व के� म�नोंव परो पड़नों� से� रो�केकेरो ह2 उसे सेमस्य� के� दूरो विकेय� जा� सेकेत� ह*। इसे2 क्रम म0 विवभिभान्न धा�त)ओं औरो रोत्नों� द्वा�रो� य� तरोह तरोह के� प1जा� प�ठी के� द्वा�रो� ग्रह� के� प्रभा�व के� केम केरो रो�ग� के� इल�जा केरोनों� केK परो"परो� केK श)रुआत हुई।

परो इनों सेबुसे� अलग विपछल� बु2से वर्षों से� `गत्य�त्मके ज्य�वितर्षों` भा2 केमजा�रो ग्रह� से� जा�तके� के� बु��नों� के� क्तिलए प्रयत्नोंश2ल

रोह� ह*। `गत्य�त्मके ज्य�वितर्षों` के� अनों)से�रो ग्रह� केK त2नों म)ख्य स्थि7वितयJ ह�त2 हD , जिजासेके� के�रोणों जा�तके के� से�मनों� श�रो2रिरोके

, म�नोंक्तिसेके , आर्थिर्थ�के , प�रिरोव�रिरोके य� अन्य विकेसे2 भा2 असे�म�न्य परिरोस्थि7वितय�" उपस्थि7त ह�त2 हD औरो उसेसे� वह अच्‍ छ� य�

बु)रो� तXरो परो प्रभा�विवत ह� सेकेत� ह* ----

1 सेभा2 वक्रK ग्रह केमजा�रो ह�त� हD औरो जा�तके के� अपनों� भा�व से� से"बु"मिधात केमजा�रो तर्थ� विनोंरो�श�जानोंके व�त�वरोणों प्रद�नों केरोत�

हD , दुखुद फल प्रद�नों केरोत� हD। खु�सेकेरो ग्रह के� गत्य�त्मके दश�के�ल म0 इनोंके� प्रभा�व अवश्य ह2 महसे1से विकेय� जा� सेकेत� ह*।

2 सेभा2 श2घ्री2 ग्रह मजाबु1त ह�त� हD औरो जा�तके के� अपनों� भा�व से� से"बु"मिधात मजाबु1त2 तर्थ� उत्से�हजानोंके व�त�वरोणों प्रद�नों केरोत�

हD , से)खुद फल प्रद�नों केरोत� हD। खु�सेकेरो ग्रह के� गत्य�त्मके दश�के�ल म0 इनोंके� प्रभा�व अवश्य ह2 महसे1से विकेय� जा� सेकेत� ह*।

3 सेभा2 से�म�न्य ग्रह महत्वप1णोंf ह�त� हD औरो जा�तके के� अपनों� भा�व से� से"बु"मिधात स्तरो तर्थ� के�यf केरोनों� के� व�त�वरोणों प्रद�नों

केरोत� हD , स्तरो2य फल प्रद�नों केरोत� हD। खु�सेकेरो ग्रह के� गत्य�त्मके दश�के�ल म0 इनोंके� प्रभा�व अवश्य ह2 महसे1से विकेय� जा� सेकेत� ह*।

Page 5: गत्यात्मक ज्योतिष

गत्य�त्मके ज्य�वितर्षों के� अनों)से�रो ग्रह� के� बु)रो� प्रभा�व के� परिरोवर्तित�त केरो प�नों� य�विनों बु)रो� के� अच्छा� म0 तर्थ� अच्छा� के� बु)रो� म0 बुदल

प�नों� केदिठीनों ह2 नोंह9 असे"भाव ह* , विकेन्त) ग्रह� के� बु)रो� प्रभा�व के� केम केरोनों� के� क्तिलए य� अच्छा� प्रभा�व के� औरो बुढ़� प�नों� के� क्तिलए

विनोंम्नों सेल�ह द[ जा�त2 ह* --------------

1 जिजानों जा�तके� के� अमिधाके�"श जान्मके�ल2नों ग्रह श2घ्री2 ह�त� हD , उन्ह0 लगभाग जा2वनोंभारो से�रो� से"दभा केK से)खु-से)विवधा� आसे�नों2

से� प्र�प्त ह�त2 ह* , जिजासेके� के�रोणों व� र्थ�ड़� ल�परोव�ह स्वभा�व के� ह� जा�त� हD , अपनों2 पह��नों बुनों�नों� केK इच्छा� नोंह9 रोखुत� हD , इसे के�रोणों म�हनोंत से� दूरो भा�गत� हD। इसे स्वभा�व के� केम केरोनों� के� क्तिलए उन्ह0 ऐसे2 अ"ग1ठीO पहनोंनों2 ��विहए , जा� उसे दिदनों बुनों2 ह�

, जाबु अमिधाके�"श ग्रह से�म�न्य य� म"द गवित के� ह�।

2 जिजानों जा�तके� के� अमिधाके�"श जान्मके�ल2नों ग्रह से�म�न्य ह�त� हD , व� लगभाग जा2वनोंभारो के�फK महत्व�के�"क्ष2 ह�त� हD , उन्ह0

अपनों2 पह��नों बुनोंनोंनों� केK दृढ़ इच्छा� ह�त2 ह* , जिजासेके� के�रोणों य� सेततI प्रयत्नोंश2ल ह�त� हD , व*से� त� वतfम�नों य)ग म0 ऐसे�

व्यंक्ति<त्व के� के�फK महत्व ह* , विकेन्त) यदिद ग्रह ऋणों�त्मके ह� औरो फल प्र�प्तिप्त म0 के) छ विवलम्बु केK से"भा�वनों� ह� त� व� ऐसे2

अ"ग1ठीO पहनोंकेरो के) छ आरो�म केरो सेकेत� हD , जा� उसे दिदनों बुनों2 ह� , जिजासे दिदनों अमिधाके�"श ग्रह श2घ्री2 ह�।

3 जिजानों जा�तके� के� अमिधाके�"श ग्रह वक्रK ह� , उन्ह0 लगभाग जा2वनोंभारो के�फK केदिठीनों�इय� के� से�मनों� केरोनों� पड़ सेकेत� ह* , विनोंरो"तरो विनोंरो�श�जानोंके परिरोस्थि7वितय� म0 जा2नों� के� के�रोणों व� के�फK के)" दिठीत ह� जा�त� हD। इनों परिरोस्थि7वितय� के� के) छ सेहजा बुनों�नों� के�

क्तिलए उन्ह0 ऐसे2 अ"ग1ठीO द[ जा� सेकेत2 ह* , जा� उसे दिदनों बुनों2 ह� , जिजासे दिदनों अमिधाके�"श ग्रह श2घ्री2 ह�।

य� अ"ग1दिठीयJ उसे म)हूत् तf म0 बुनोंव�य2 जा� सेकेत2 हD , जाबु उनों ग्रह� के� श)भा प्रभा�व पSथ्व2 के� उसे 7�नों परो पड़ रोह� ह� , जिजासे 7�नों परो वह अ"ग1ठीO बुनोंव�य2 जा� रोह2 ह�। द� घो"ट� के� उसे विवश�र्षों लग्नों के� �)नों�व केरो अ"ग1ठीO के� अमिधाके प्रभा�वश�ल2 बुनों�य� जा� सेकेत� ह*।

हम से"गवित के� महत्व के� बु�रो� म0 हम�श� ह2 के) छ नों के) छ पढ़त� आ रोह0 हD। यहJ तके केह� गय� ह* -----` से"गत से� ग)णों ह�त हD , से"गत से� ग)णों जा�त ´। गत्य�त्मके ज्य�वितष्‍ �� भा2 से"गवित के� महत्व के� स्व2के�रो केरोत� ह*। एके केमजा�रो ग्रह य� केमजा�रो भा�वव�ल�

व्यंक्ति< के� मिमत्रत� , से"गवित , व्यं�प�रो य� विवव�ह व*से� ल�ग� से� केरोनों2 ��विहए , जिजानोंके� वह ग्रह य� वह भा�व मजाबु1त ह�। इसे बु�त के� एके उद�हरोणों केK सेह�यत� से� अच्छा[ तरोह सेमझा�य� जा� सेकेत� ह*। यदिद एके बु�लके के� जान्म अम�वस्य� के� दिदनों हुआ

ह� , त� उनों केमजा�रिरोय� के� के�रोणों , जिजानोंके� �"द्रम� स्व�म2 ह* ,बु�पनों म0 बु�लके के� मनों�व*ज्ञा�विनोंके विवके�से सेह2 ढं"ग से� नोंह9 ह�

प�त� ह* औरो बुच्चों� के� स्वभा�व के) छ दब्बु1 विकेस्म के� ह� जा�त� ह* , उसेकेK इसे स्थि7वित के� ठीOके केरोनों� के� क्तिलए बु�लके केK से"गवित

परो ध्य�नों द�नों� ह�ग�। उसे� उनों बुच्चों� के� से�र्थ अमिधाके�"श सेमय व्यंत2त केरोनों� ��विहए , जिजानों बुच्चों� के� जान्म प1र्णिणों�म� के� आसेप�से हुआ ह�। उनों बुच्चों� केK उच्छाS "खुलत� के� द�खुकेरो उनोंके� बु�ल मनों के� मनों�व*ज्ञा�विनोंके विवके�से भा2 के) छ अच्छा� ह� जा�एग�। इसेके� विवपरो2त यदिद उन्ह0 अम�वस्य� के� विनोंकेट जान्म ल�नों�व�ल� बुच्चों� के� से�र्थ ह2 रोखु� जा�ए त� बु�लके अमिधाके दब्बु1 विकेस्म के� ह� जा�एग�। इसे2 प्रके�रो अमिधाके उच्छाS "खुल बुच्चों� के� अष्‍ टम2 के� आसेप�से जान्म ल�नों�व�ल� बुच्चों� के� से�र्थ रोखुकेरो

उनोंके� स्वभा�व के� से"त)क्तिलत बुनों�य� जा� सेकेत� ह*। इसे2 प्रके�रो व्‍ यवसे�य , विवव�ह य� अन् य म�मल� म0 अपनों� केमजा�रो ग्रह� के� प्रभा�व के� केम केरोनों� य� अपनों� केमजा�रो भा�व� केK सेमस् य�ओं के� केम केरोनों� के� क्तिलए से�मनों�व�ल� के� य�विनों मिमत्र� य� जा2वनोंसे�र्थ2 केK जान् मके)" ड्ल2 म0 उनों ग्रह� य� म)द्दों� के� मजाबु1त रोहनों� अच्‍ छ� ह�त� ह*।

इसेके� अल�व� ग्रह� के� बु)रो� प्रभा�व के� दूरो केरोनों� के� क्तिलए हम�रो� धामfश�स्त्र� म0 हरो वितक्तिर्थ पवf परो स्नों�नों�दिद के� प��तI द�नों केरोनों� के�

Page 6: गत्यात्मक ज्योतिष

बु�रो� म0 बुत�य� गय� ह*।प्र��2नोंके�ल से� ह2 द�नों के� अपनों� महत्व रोह� ह* , परो"त) द�नों विकेसे प्रके�रो के� विकेय� जा�नों� ��विहए , इसेकेK जा�नोंके�रो2 बुहुत केम ल�ग� के� ह*। द�नों के� क्तिलए श)_ द्रब्य के� ह�नों� अविनोंव�यf ह* । द�नों के� क्तिलए से)प�त्र वह व्यंक्ति< ह* , जा� अनोंवरोत विकेसे2 विक्रय�केल�प म0 से"लग्नों ह�त� हुए भा2 अभा�वग्रस्त ह*। दुष्‍ केमf य� प�पकेमf केरोनों�व�ल� य� आलसे2 व्यंक्ति< के� द�नों

द�नों� बुहुत बुड़� प�प ह�त� ह* । यदिद द�नों के� नों�म परो आप ठीग� जा�त� हD , त� इसेके� प)ण्य आपके� नोंह9 मिमल�ग�। इसेक्तिलए द�नों के�

उक्ति�त फल प्र�प्त केरोनों� के� क्तिलए आप द�नों केरोत� य� द�त� सेमय ध्य�नों रोखु0 विके द�नों उसे से)प�त्र तके पहु"� सेके� , जाहJ इसेके� उक्ति�त उपय�ग ह� सेके� ।ऐसे� म0 आपके� सेव�fमिधाके फल केK प्र�प्तिप्त ह�ग2।

से�र्थ ह2 अपनों2 के)" ड्ल2 के� अनों)से�रो ह2 उसेम0 जा� ग्रह केमजा�रो ह� , उसेके� मजाबु1त बुनों�नों� के� क्तिलए द�नों केरोनों� ��विहए। जा�तके

के� �"द्रम� केमजा�रो ह� , त� अनों�र्थ�श्रम के� द�नों केरोनों� ��विहए , खु�सेकेरो 12 वर्षोंf से� केम उम्र के� अभा�वग्रस्त औरो जारुरोतम"द बुच्चों� के� दिदए जा�नों�व�ल� द�नों से� उनोंके� के�फK भाल� ह�ग�। जा�तके के� बु)धा केमजा�रो ह� त� उन्ह0 विवद्या�र्थिर्थ�य� के� य�

विकेसे2 प्रके�रो के� रिरोसे�f के�यf म0 लग� व्‍ यक्ति< के� सेहय�ग द�नों� ��विहए। जा�तके के� म"गल केमजा�रो ह� , त� उन्ह0 य)व�ओं केK मदद औरो केल्य�णों के� क्तिलए के�यfक्रम बुनों�नों� ��विहए। जा�तके के� श)क्र केमजा�रो ह� त� उनोंके� क्तिलए केन्य�ओं के� विवव�ह म0 सेहय�ग केरोनों� अच्छा� रोह�ग�। से1यf केमजा�रो ह� त� प्र�केS वितके आपद�ओं म0 पड़नों�व�ल� केK मदद केK जा� सेकेत2 ह*। बुSहस्पवित केमजा�रो ह� त� अपनों� म�त� विपत� औरो ग)रुजानों� केK से�व� से� ल�भा प्र�प्त विकेय� जा� सेकेत� ह*। शविनों केमजा�रो ह� त� वS_�श्रम के� द�नों केरो0 य� अपनों� आसेप�से के� जारुरोतम"द अवितवS_ केK जारुरोत� के� प1रो� केरोनों� केK के�क्तिशश केरो0।

यह तथ् य सेवfविवदिदत ह2 ह* विके विवभिभान्न पद�र्थ म0 रो"ग� केK विवभिभान्नत� के� के�रोणों विकेरोणों� के� अवश�विर्षोंत औरो उत्सेर्जिजा�त केरोनों� केK

शक्ति< ह*। जिजानों रो"ग� के� व� अवश�विर्षोंत केरोत2 हD , व� हम0 दिदखु�ई नोंह9 द�त2 , परो"त) जिजानों रो"ग� के� व� परो�वर्तित�त केरोत2 हD , व� हम0

दिदखु�ई द�त2 हD। यदिद य� विनोंयम सेह2 हD त� �"द्र के� द्वा�रो� दूमिधाय� सेफ� द , बु)धा के� द्वा�रो� हरो� , म"गल के� द्वा�रो� ल�ल , श)क्र के� द्वा�रो�

�मकेKल� सेफ� द , से1यf के� द्वा�रो� तप् त ल�ल , बुSहस्पवित के� द्वा�रो� प2ल� औरो शविनों के� द्वा�रो� के�ल� रो"ग के� परो�वतfनों भा2 एके सेच्‍ ��ई ह�नों2 ��विहए।

पSथ् व2 म0 हरो वस् त) के� अलग अलग रो"ग ह* , य�विनों य� भा2 अलग अलग रो"ग� के� परो�वर्तित�त केरोत2 ह* । इसे आधा�रो परो सेफ� द रो"ग

केK वस् त)ओं के� �"द्र , हरो� रो"ग केK वस् त)ओं के� बु)धा , ल�ल रो"ग केK वस् त)ओं के� म"गल , �मकेKल� सेफ� द रो"ग केK वस् त)ओं के� श)क्र

, तप् त ल�ल रो"ग केK वस् त)ओं के� से1यf , प2ल� रो"ग केK वस् त)ओं के� बुSहस् पवित औरो के�ल� रो"ग केK वस् त)ओं के� श विनों के� से�र्थ से"बु"धा ह�नों� से� इ"के�रो नोंह9 विकेय� जा� सेकेत�। श�यद यह2 के�रोणों ह* विके नोंवविवव�विहत� स्त्रिस्त्रय� के� म"गल ग्रह के� दुष्‍ प्रभा�व� से� बु��नों� के�

क्तिलए ल�ल रो"ग के� परो�वर्तित�त केरोनों� के� क्तिलए प्र�य: ल�ल वस्त्र से� से)श�भिभात केरोनों� तर्थ� मJग म0 ल�ल चिंसे�दूरो लग� केK प्रर्थ� ह*।

इसे2 के�रोणों �"द्रम� के� बु)रो� प्रभा�व से� बु�नों� के� क्तिलए म�त2 , बु)धा के� क्तिलए पन्न� , म"गल के� क्तिलए म1"ग� , श)क्र के� क्तिलए ह2रो� , से1यf

के� क्तिलए म�भिणोंके , बुSहस्पवित के� क्तिलए प)खुरो�जा औरो शविनों के� क्तिलए नों2लम पहनोंनों� केK परो"परो� सेम�जा म0 बुनों�य2 गय2 ह*। य� रोत्नों

से"बु"मिधात ग्रह� केK विकेरोणों� के� उत्सेर्जिजा�त केरो द�त� हD , जिजासेके� के�रोणों य� विकेरोणों0 इनों रोत्नों� के� क्तिलए त� प्रभा�वह2नों ह�त2 ह2 हD , से�र्थ ह2 से�र्थ इसेके� धा�रोणों केरोनों�व�ल� के� क्तिलए भा2 प्रभा�वह2नों बुनों जा�त2 हD। इसेक्तिलए रोत्नों� के� प्रय�ग क्तिसेफf बु)रो� ग्रह� के� क्तिलए ह2

विकेय� जा�नों� ��विहए , अच्छा� ग्रह� के� क्तिलए नोंह9। केभा2-केभा2 प"विड्त� केK सेम)क्ति�त जा�नोंके�रो2 के� अभा�व के� के�रोणों य� रोत्नों जा�तके के� अच्छा� फल से� भा2 व"क्ति�त केरो द�त2 ह*।

रो"ग� म0 अद्भू�त प्रभा�व ह�नों� के� सेबुसे� बुड़� प्रम�णों यह ह* विके विवभिभान्न रो"ग� केK बु�तल� म0 रोखु� प�नों2 से1यf के� प्रके�श म0 और्षोंमिधा बुनों

Page 7: गत्यात्मक ज्योतिष

जा�त� ह* , जिजासेके� उपय�ग विवभिभान्न रो�ग� केK क्ति�विकेत्से� म0 विकेय� जा�त� ह*। 'गत्य�त्मके ज्य�वितर्षों' भा2 केमजा�रो ग्रह� के� बु)रो� प्रभा�व से� बु�नों� के� क्तिलए उसेसे� से"बु"मिधात रो"ग� के� अमिधाके�मिधाके प्रय�ग केरोनों� केK सेल�ह द�त� ह*। रोत्नों धा�रोणों के� से�र्थ से�र्थ आप उसे2 रो"ग केK प्रधा�नोंत� के� वस्त्र धा�रोणों केरो सेकेत� हD । मके�नों के� बु�हरो2 द[व�रो� केK प)त�ई केरोव� सेकेत� हD।

यदिद व्यंक्ति< के� जान्मके�ल2नों�"द्र केमजा�रो ह�, त� उन्ह0 सेफ� द , बु)धा केमजा�रो ह� , त� उसे� हरो� , म"गल केमजा�रो ह� , त� उसे�

ल�ल , श)क्र केमजा�रो ह� , त� उसे� हल्के� नों2ल� , से1यf केमजा�रो ह� , त� उसे� ईंट के� रो"ग , बुSहस्पवित केमजा�रो ह� , त� उसे� प2ल�

, तर्थ� शविनों केमजा�रो ह� , त� के�ल� रो"ग के� अमिधाके प्रय�ग केरो उनों ग्रह� के� प्रभा�व के� परो�वर्तित�त विकेय� जा� सेकेत� ह*। ल�विकेनों

ध्य�नों रोह� , मजाबु1त ग्रह� केK विकेरोणों� के� अमिधाके�मिधाके प्रभा�व आपपरो पड़� , इसेके� क्तिलए उसेसे� से"बु"मिधात रो"ग� के� केम से� केम

प्रय�ग ह�नों� ��विहए। इनों रो"ग� केK वस्त)ओं के� प्रय�ग नों केरो आप द�नों केरो0 , त� के�फK फ�यद� ह� सेकेत� ह*।

प्र��2नोंके�ल से� ह2 प�ड़-पXधा0 के� म�नोंव विवके�से के� से�र्थ गहरो� से"बु"धा रोह� ह*। भा�रोत2य ज्य�वितर्षों म0 रोत्नोंधा�रोणों केK ह2 तरोह विवभिभान्न

वनोंस्पवितय� केK जाड़� के� भा2 धा�रोणों केरोनों� केK भा2 परो"परो� ह*। से1यf केK श�"वित के� क्तिलए बु�ल केK जाड़ , �"द्र के� क्तिलए खिखुन्न2 केK जाड़ , म"गल के� क्तिलए अनों"तम1ल केK जाड़ , बु)धा के� क्तिलए विवधा�रो� केK जाड़ , ग)रु के� क्तिलए से"तरो� य� के� ल� केK जाड़ , श)क्र के� क्तिलए सेरोफ�के� केK जाड़ तर्थ� शविनों केK श�"वित के� क्तिलए विबुच्छा) ए केK जाड़ धा�रोणों केरोनों� केK बु�त ज् य�वितर्षों के� प्र��2नों ग्र"र्थ� म0 क्तिलखु2 ह*।

से�र्थ ह2 रो"ग� के� अनों)से�रो ह2 विवभिभान्न प�ड़-पXधा0 केK प1जा� य� विवभिभान्न द�व2 द�वत�ओं परो प)ष्‍ प अपfणों केरोनों� के� भा2 विवधा�नों ह*। इसेसे�

से�विबुत ह�त� ह* विके हम�रो� ऋविर्षों म)विनोंय� के� ग्रह� के� दुष्‍ प्रभा�व के� दूरो केरोनों� के� क्तिलए प�ड़-पXधा� केK भा1मिमके� के� भा2 पत� र्थ�। अन् य बु�त� केK तरोह ह2 जाबु ग"भा2रोत�प1वfके के�फK दिदनों� तके ग्रह� के� प्रभा�व के� दूरो केरोनों� म0 प�ड् पXधा� केK भा1मिमके� के� भा2 परो2क्षणों

विकेय� गय� त� विनोंम्नों बु�त0 दृमि]ग��रो हुई --------------

1. यदिद जा�तके के� �"द्रम� केमजा�रो ह� , त� उन्ह0 त)लसे2 य� अन् य छ�ट�-छ�ट� और्षोंधा2य पXधा� अपनों� अह�त� म0 लग�केरो उसेम0 प्रवितदिदनों प�नों2 द�नों� ��विहए।

2. यदिद जा�तके के� बु)धा केमजा�रो ह� त� उसे� विबुनों� फल फ1 लव�ल� य� छ�ट� छ�ट� हरो� फलव�ल� पXधा� लग�नों� से� ल�भा पहु"� सेकेत� ह*।

3. इसे2 प्रके�रो जा�तके के� म"गल केमजा�रो ह� त� उन्ह0 ल�ल फल-फ1 लव�ल� बुड़�-बुड़� प�ड़ लग��नों� से� ल�भा ह�ग�।

4. इसे2 प्रके�रो जा�तके के� श)क्र केमजा�रो ह� त� उन्ह0 सेफ� द फल-फ1 लव�ल� बुड़�-बुड़� प�ड़ लग��नों� से� ल�भा ह�ग�।

5. इसे2 प्रके�रो जा�तके के� से1यf केमजा�रो ह� त� उन्ह0 तप् त ल�ल रो"ग के� फल-फ1 लव�ल� बुड़�-बुड़� प�ड़ लग��नों� से� ल�भा ह�ग�।

6. इसे2 प्रके�रो जा�तके के� बुSहस्पवित केमजा�रो ह� त� उन्ह0 प2ल� फल-फ1 लव�ल� बुड़�-बुड़� प�ड़ लग��नों� से� ल�भा ह�ग�।

7. इसे2 प्रके�रो जा�तके के� शविनों केमजा�रो ह� त� उन्ह0 विबुनों� फल-फ1 ल व�ल� य� के�ल� फल-फ1 लव�ल� बुड़�-बुड़� प�ड़ लग��नों� से� ल�भा ह�ग�।

ध्य�नों रोह� , य� सेभा2 छ�ट�-बुड़� प�ड़-पXधा� प1रोबु केK दिदश� म0 लग� हुए ह� , इसेके� अवितरिरोक् त ग्रह के� बु)रो� प्रभा�व से� बु�नों� के� क्तिलए

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पभि�म�त् तरो दिदश� म0 भा2 के) छ बुड़� प�ड़ लग�ए जा� सेकेत� हD , विकेन्त) अन्य सेभा2 दिदश�ओं म0 आप शXविकेय� तXरो परो के�ई भा2 प�ड़ पXधा� लग� सेकेत� हD।

उपरो�< सेम�धा�नों� के� द्वा�रो� जाहJ ग्रह� के� बु)रो� प्रभा�व� के� केम विकेय� जा� सेकेत� ह* , वह9 अच्छा� प्रभा�व� के� बुढं�� प�नों� म0 भा2 सेफलत� मिमल सेकेत2 ह*।

म�रो� आल�खु के� पढंनों� के� बु�द एके प�ठीके के� प्रश् नों ह* विके प)रो�नों� जाम�नों� म0 त� हमल�ग� के� क्तिलए य� के�ई उप�य नोंह9 विकेए गए , विफरो हमल�ग� परो ग्रह� के� बु)रो� प्रभा�व नोंह9 पड्� , आजा इसेकेK जारूरोत क् य1" पड् गय2। अभा2 ह�ल विफलह�ल म0 म�रो� यह�" आए एके ड्Jक् टरो नों� भा2 म)झासे� यह2 प्रश् नों प1छ� र्थ�। म*नों� ड्Jक् टरो से� प1छ� विके क् य� के�रोणों ह* विके आपल�ग गभाfवत2 स् त्र2 के� इतनों�

विवट�म2नों क्तिलखु� केरोत� हD , केल तके ग�"व म0 अत् य"त विनोंधाfनों मविहल�ओं के� छ�ड्केरो श�यद विकेसे2 के� भा2 ऐसे2 आवश् यकेत� नोंह9 पड्त2 र्थ2। उन् ह�नों� केह� विके हम�रो� रोहनों सेहनों म0 आए फकेf के� के�रोणों ऐसे� ह� रोह� ह*। ग�"व म0 औरोत0 पय�fप् त म�त्र� म0 से�ग

सेस्थिब्जाय�" खु�य� केरोत2 र्थ2 , परो"परो�गत खु�नों� केK र्थ�क्तिलय� के� बु�द शरो2रो म0 विकेसे2 औरो �2जा केK जारूरोत नोंह9 रोह जा�त2 ह*। परो

आजा के) छ व्‍ यस् तत� केK वजाह से� , त� के) छ त�जा2 सेस्थिब्जाय� केK अनों)प् लब् धात� के� के�रोणों मविहल�ओं म0 इसेकेK केम2 ह� जा�य�

केरोत2 ह*। अर्थf यह2 ह* विके प्रकेS वित से� आप जिजातनों2 ह2 दूरो2 बुनों�ए रोखु0ग� , आपके� केS वित्रम उप�य� केK आवश् यकेत� उतनों2 ह2 पड्�ग2।

म*नों� उन् ह0 सेमझा�य� विके ऐसे2 ह2 बु�त हरो क्ष�त्र म0 हD , म�रो� प1रो� के� पढंनों�व�ल� नों� प�य� ह�ग� विके सेबुसे� पहल� म*नों� श)भा म)हूत् तf म0 बुनोंनों�व�ल� अ"ग1ठीO य�विनों गहनों� केK ���f केK ह*। एके प�ठीके नों� यह भा2 प1छ� विके हम यह के* से� पत� केरो0 विके अ"ग1ठीO श)भा म)हूत् तf म0 बुनों2 ह*। से�म)� हरो बु�त म0 ज् य�वितर्षों2य� से� रो�य ल�नों� के�फK केदिठीनों ह*। इसे2 के� क्तिलए परो"परो� बुनों�य2 गय2 र्थ2। जाबु आपके� घोरो म0

के�ई श)भा के�यf आरो�म से� ह� रोह� ह� , त� सेमझा जा�ए" विके आपके� क्तिलए ग्रह� केK श)भा स्थि7वित बुनों2 ह*। से"त�नों के� जान् म खु)श2

खु)श2 हुआ , बुच्‍ �� प1णोंf रूप से� स् वस् र्थ ह* य�विनों ग्रह मनों�नों)के1 ल हD , आप जान् म�त् सेव केK त*य�रो2 केरोत� हD। इसे सेमय से)नों�रो के�

बु)ल�य� गय� , उसे� ऑड्fरो दिदय� गय� , आपके� श)भा सेमय म0 से�नों� य� ��"द[ के� प1णोंf तXरो परो गल�केरो एके वस् त) बुनों�य2 गय2 , जिजासे� आपके� गल� , ह�र्थ य� प*रो म0 धा�रोणों केरोव� दिदय� गय�। यह2 नोंह9 अन् य ल�ग� के� द्वा�रो� उपह�रो म0 मिमल� से�म�नों भा2 इसे2

सेमय के� बुनों� ह�त� हD , बु�द म0 ग्रह अच्‍ छ� ह� य� बु)रो� , बुच्‍ �� केK म�नोंक्तिसेके स्थि7वित परो अमिधाके प्रभा�व नोंह9 पड्त� ह*।

इसे2 तरोह बु�ट� य� बु�ट[ के� विवव�ह के� क्तिलए य�ग् य प�टfनोंरो नोंह9 मिमल रोह� ह* , विकेतनों� दिदनों� से� ढं1"ढं ढं1"ढंकेरो ल�ग परो�श�नों हD , अ��नोंके एके उपय)क् त प�टfनोंरो मिमल जा�त� ह*। व*ज्ञा�विनोंके� केK भा�र्षों� म0 इसे� से"य�ग केहत� हD , परो इसेम0 भा2 श)भा ग्रह� के� प्रभा�व

ह�त� ह*। इसे सेमय विफरो से� से)नों�रो के� बु)ल�य� गय� , उसे� ऑड्fरो दिदय� गय� , आपके� श)भा सेमय म0 से�नों� य� ��"द[ के� प1णोंf तXरो

परो गल�केरो एके वस् त) बुनों�य2 गय2 , जिजासे� वरो औरो वधा1 द�नों� के� गल� , ह�र्थ य� प*रो म0 धा�रोणों केरोव� दिदय� जा�त� ह*। अबु यदिद

इनोंके� ग्रह बु)रो� भा2 ह� त� म�नोंक्तिसेके श�"वित द�नों� के� क्तिलए य� जा�वरो के�फK ह�त� र्थ�। से)खु औरो दुखु त� जा2वनों के� विनोंयम हD , लड्केK केK

श�द[ ह� गय2 , पवित नोंह9 केम�त� ह* , के�ई बु�त नोंह9 , प�प�जा2 बु�ट[ जा*से� प् य�रो केरो रोह� हD , नोंXकेरो2 नोंह9 ह� रोह2 ह* , �ल�

के�ई बु�त नोंह9 , प�प� के� ह2 व्‍ यवसे�य के� से"भा�ल� जा�ए , के) छ औरो के�म केरो क्तिलय� जा�ए, मतलबु से"त�र्षों ह2 से"त�र्षों। औरो

विफरो सेमय हम�श� एके जा*से� त� ह� ह2 नोंह9 सेकेत� , केल सेबुके) छ मनों म)त�विबुके ह�नों� ह2 ह*।

परो आजाकेल आपके� श)भा म)हूत् तf �ल रोह� ह�त� ह* त� आप गहनों� नोंह9 बुनोंव�त� , गहनों� खुरो2दकेरो ल� आत� हD , वह गहनों� उसे

सेमय के� बुनों� ह� सेकेत� ह* , जाबु आपके� ग्रह केमजा�रो �ल रोह� र्थ�। उसे� पहनोंकेरो बुच्‍ �� य� वरो वधा1 श�"वित से� तभा2 तके रोह प�त�

Page 9: गत्यात्मक ज्योतिष

हD , जाबुतके उनोंके� ग्रह मजाबु1त �ल रोह� ह� , जा*से� ह2 उनोंके� ग्रह केमजा�रो ह�त� ह* , उनोंपरो दुग)नों� बु)रो� प्रभा�व पड्त� ह* , व�

परो�श�नों ह� जा�त� हD , दुखु से� लड्नों� केK उनोंकेK शक्ति< नोंह9 ह�त2। छ�ट[ छ�ट[ सेमस् य�ओं से� जा1झानों� नोंह9 ��हत� , असे"त�र्षों

उनोंपरो ह�व2 ह� जा�त� ह*। पवित केम� रोह� ह* त� से�से सेसे)रो के� से�र्थ क् य1" रोहनों� पड् रोह� ह* , ट्रो�"सेफरो केरोव� ल� , ट्रो�"सेफरो ह� गय�

, त� म)झा� नोंXकेरो2 नोंह9 केरोनों� द� रोह� , नोंXकेरो2 भा2 केरोनों� द[ , त� हम�रो� घो1मनों� विफरोनों� के� दिदनों हD , य� फ्ल*ट खुरो2द रोह� ह* य�विनों हरो

बु�त म0 परो�श�नों2। के* रिरोयरो म0 य)वके� के� ऐसे2 ह2 परो�श�नों2 ह* , इसे तरोह पवित के� व*से� ह2 असे"त�र्षों , विकेसे2 के� विकेसे2 से� से"त)मि]

नोंह9। इसे2 प्रके�रो जाबु आपके� बु)रो� सेमय �ल रोह� ह�त� ह* औरो आप एके ज् य�वितर्षों2 के� केहनों� परो अ"ग1ठीO बुनोंव�केरो पहनोंत� हD , त� आप अपनों� केष्‍ ट के� दुग)नों2 केरो ल�त� हD, इसेक्तिलए केभा2 भा2 बु)रो� वक् त म0 नोंई अ"ग1ठीO बुनोंव�नों� केK के�क्तिशश नों केरो0।

एके सेप् त�ह बु�द अपनों� रिरोश् त�द�रो2 के� एके विवव�ह से� लXट[ म�रो2 बुहनों नों� केल एके प्रसे"ग से)नों�य�। उसे विवव�ह म0 द� बुहनों0 अपनों2 एके एके बुच्‍ �2 के� ल�केरो आय2 र्थ2। हमउम्र लग रोह2 उनों बुस्थिच्चोंय� म0 से� एके बुहुत �"�ल औरो एके विबुल् के) ल श�"त र्थ2। उन् ह0 द�खुकेरो म�रो2 बुहनों नों� केह� विके इनों द�नों� बुस्थिच्चोंय� म0 से� एके के� जान् म छ�ट� ��"द औरो एके के� बुड्� ��"द के� आसेप�से हुआ लगत�

ह*। व*से� त� उनोंकेK म�"ओं के� विहन् द[ पत्रके केK जा�नोंके�रो2 नोंह9 र्थ2 , इसेक्तिलए बुत�नों� म)स्तिश्केल ह2 र्थ�। परो विहन् द[ त् यXह�रो� केK

परो"परो� नों� इनों वितक्तिर्थय� के� य�द रोखुनों� म0 अच्‍ छ[ भा1मिमके� विनोंभा�य2 ह* , श�"त दिदखुनों� व�ल2 बुच्‍ �2 केK म�" नों� बुत�य� विके उसेकेK बुच्‍ �2 द[प�वल2 के� दिदनों हुई ह* य�विनों ठीOके अम�वस् य� य�विनों विबुल् के) ल क्ष2णों �"द्रम� के� दिदनों ह2 औरो इसे आधा�रो परो उसेनों� बुत�य� विके दूसेरो2 य�विनों �"�ल बुच्‍ �2 उसेसे� ड्�ढं मह2नों� बुड्2 ह*। इसेके� अर्थf यह ह* विके उसे �"�ल बुच्‍ �2 के� जान् म के� दXरो�नों �"द्रम� केK स्थि7वित मजाबु1त रोह2 ह�ग2। ज् य�वितर्षों केK जा�नोंके�रो2 नों रोखुनों� व�ल� नों� त� इतनों2 छ�ट[ से2 बु�त परो भा2 आजातके ध् य�नों नों दिदय� ह�ग�। क् य�

यह स् पष्‍ ट अ"तरो प)रो�नों� जाम�नों� के� बुच्‍ �� म0 द�खु� जा� सेकेत� र्थ� ? केभा2 नोंह9 , आ"गनों के� से�रो� बुच्‍ �� एके से�र्थ उधाम म��त� द�खु�

जा�त� र्थ� , केमजा�रो �"द्रम� के� के�रोणों बुच्‍ �� के� मनों म0 रोह� भाय भा2 दूसेरो� के� खु�लत� के1 दत� द�खुकेरो सेम�प् त ह� जा�त� र्थ�। मनों म0 �ल रोह2 विकेसे2 बु�त के� उसेके� विक्रय�केल�प� से� नोंह9 सेमझा� जा� सेकेत� र्थ�।

ग्रह� के� बु)रो� प्रभा�व के� दूरो केरोनों� के� क्तिलए श)भा म)हूत् त म0 जा�वरो बुनोंव�नों� के� बु�द हमनों� से"गवित केK ���f केK ह*। हमनों� केह� विके एके

केमजा�रो ग्रह य� केमजा�रो भा�वव�ल� व्यंक्ति< के� मिमत्रत� , से"गवित , व्यं�प�रो य� विवव�ह व*से� ल�ग� से� केरोनों2 ��विहए , जिजानोंके� वह

ग्रह य� वह भा�व मजाबु1त ह�। आजा के� य)ग म0 जाबु ल�ग� के� से"बु"धा विगनों� �)नों� ल�ग� से� ह� गय� ह* , ग्रह� के� सेमझानों� केK अमिधाके आवश् यकेत� ह� गय2 ह*। प्र��2नों के�ल म0 प1रो� सेम�जा से� म�लजा�ल रोखुकेरो हम अपनों� ग)णों� औरो अवग)णों� के� अच्‍ छ[ तरोह सेमझानों�

के� प्रय�से केरोत� र्थ� , हरो प्रके�रो के� सेमझाXत� केरोनों� के� त*य�रो रोहत� र्थ�। परो आजा अपनों� विव��रो के� ह2 प्रम)खुत� द�त� हD औरो ऐसे� ह2 विव��रो� व�ल� से� द�सेत2 केरोनों� पसे"द केरोत� हD। यह�" तके विके विवव�ह केरोनों� से� पहल� बु�त�2त केरोके� से�मनों�व�ल� के� स् वभा�व के�

परोखु ल�त� ह0 , जाबुविके द� विवपरो2त स् वभा�व ह� औरो द�नों� ओरो से� सेमझाXत� केरोनों� केK आदत ह� , त� व्‍ यक्ति< म0 से"त)लनों अमिधाके

बुनोंत� ह*। परो अबु हम0 सेमझाXत� केरोनों� नों�गव�रो ग)जारोत� ह* , अपनों� से� सेह2 ढं"ग से� त�लम�ल बुनों� प�नों� व�ल� ल�ग� से� ह2 से"बु"धा बुनों�नों� पसे"द केरोत� हD। ऐसे2 स्थि7वित म0 अपनों� औरो से�मनों�व�ल� के� एके जा*से� ग्रह� के� प्रभा�व से� उनोंके� से"के) क्ति�त म�नोंक्तिसेकेत� के� बुनोंनों� स् व�भा�विवके ह*।

इसेके� अल�व� हमनों� ग्रह� के� बु)रो� प्रभा�व के� क्तिलए द�नों केK ���f केK ह*। हमल�ग जाबु छ�ट� र्थ� , त� हरो त् यXह�रो य� खु�से अवसेरो�

परो नोंह�नों� के� बु�द द�नों विकेय� केरोत� र्थ�। घोरो म0 जिजातनों� ल�ग र्थ� , सेबुके� नों�म से� से2धा� विनोंकेल� हुआ ह�त� र्थ�। स् नों�नों के� बु�द हमल�ग� के� उसे� छ1 नों� ह�त� र्थ�। दूसेरो� दिदनों गरो2बु ब्र�ह्मांणों आकेरो द�नों केए गए से�रो� अनों�जा के� ल� जा�त� र्थ�। व� ल�ग से�म)�

गरो2बु ह�त� र्थ�। उन् ह0 के�ई ल�ल� भा2 नोंह9 ह�त� र्थ� , जिजातनों� मिमल जा�त� , उसेसे� से"त)ष्‍ ट ह� जा�य� केरोत� र्थ�। ह�ल�"विके गSहस् र्थ के�

घोरो� से� मिमल� इसे से2धा� के� बुदल� उन् ह0 सेम�जा के� क्तिलए ग्र"र्थ� के� अच्‍ छ[ तरोह अध् ययनों मनोंनों केरोनों� ह2 नोंह9 , नोंए नोंए सेत् य के�

से�मनों� ल�नों� र्थ� , जिजासे� उन् ह�नों� से�म�जिजाके औरो रो�जानों2वितके परिरोस्थि7वितय� के� विबुगड्नों� के� दXरो�नों प2ढं[य� प1वf ह2 छ�ड् दिदय� र्थ�।

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परो विफरो भा2 विकेसे2 गरो2बु के� द�नों द�केरो हम अच्‍ छ[ प्रवSभित्ते विवकेक्तिसेत केरो ह2 ल�त� र्थ� , से�र्थ ह2 बु)रो� वक् त म0 मनों के� केष्‍ ट भा2 दूरो ह�त� ह2 ह*।

आजा हमल�ग उतनों� सेह2 जागह द�नों भा2 नोंह9 केरो प�त� हD। हम�रो� यह�" एके ब्र�ह्मांणों प्रवितदिदनों श�म के� आरोत2 के� बु�द वह र्थ�ल

ल�केरो प्रत् य�के दुके�नों म0 घो1म� केरोत� ह* , केम से� केम भा2 त� उसेकेK र्थ�ल2 म0 हजा�रो रूपए प्रवितदिदनों ह� जा�त� हD। सेड्के परो आत�

जा�त� म�रो� से�मनों� से� वह ग)जारोत� ह* , म)झासे� भा2 �"द क्तिसेक् के� केK उम् म2द रोखुत� ह* , परो मD उसे� नोंह9 द�त2 , म�रो� अपनों� प)रो�विहत जा2

बुहुत गरो2बु हD , उन् ह� द�नों� म�रो2 दृमि] म0 अमिधाके उक्ति�त ह*। जिजासे शहरो म0 प्रवितदिदनों 12 से� 14 घो"ट� के�म केरोनों� के� बु�द एके ग्र�ज्

य)एट के� भा2 प्रवितम�ह म�त्र 2000 रू मिमलत� ह� , वह�" इसे� श�म के� द� घो"ट� म� 1000 रू मिमल जा�त� हD , उसेके� दिदय�

जा�नों�व�ल� द�नों द�नों नोंह9 ह� सेकेत� , परो आजा ऐसे� ह2 ल�ग� के� द�नों मिमल� केरोत� ह*। विकेसे2 भा2 क्ष�त्र म0 प�त्रत� के� विहसे�बु ह2

सेम�प् त ह� गय� ह* , इसे के�रोणों त� हरो व्‍ यक्ति< ग्रह� के� विवश�र्षों दुष्‍ प्रभा�व म0 ह*।

परो इनों सेबु बु�त� के� सेमझानों� के� क्तिलए यह आवश् यके ह* विके पहल� हम0 ग्रह� के� प्रभा�व के� स् व2के�रो केरोनों� ह�ग�। जिजासे तरोह ऊपरो

के� उद�हरोणों से� म*नों� स् पष्‍ ट विकेय� विके �"द्रम� से� बुच्‍ �� के� मनों प्रभा�विवत ह�त� हD , उसे2 तरोह बु)धा से� विकेश�रो के� अध् ययनों , म"गल से� य)व�ओं के� के* रिरोयरो प्रभा�विवत ह�त� हD औरो श)क्र से� केन् य�ओं के� व*व�विहके जा2वनों। इसे2 प्रके�रो बुSहस् पवित औरो शविनों से� वS_� के�

जा2वनों प्रभा�विवत ह�त� ह* , इसेक्तिलए इनों से�रो� ग्रह� केK स्थि7वित के� मजाबु1त बुनों�नों� के� क्तिलए से"बु"मिधात जागह� परो द�नों केरोनों� य� मदद

म0 खुड्� ह� जा�नों� उक्ति�त ह*। इसेम0 विकेसे2 तरोह केK श"के� नोंह9 केK जा� सेकेत2 , से2धा� स् व2के�रो केरो ल�नों� बु�हतरो ह*।

ग्रह� के� बु)रो� प्रभा�व के� दूरो केरोनों� के� उप�य� केK ���f के� क्रम म0 विवभिभान् नों रो"ग� के� द्वा�रो� इसे� सेम�य�जिजात केरोनों� केK ���f केK गय2 ह*। इनों रो"ग� के� उपय�ग आप विवभिभान् नों रो"ग के� रोत् नों के� से�र्थ ह2 से�र्थ वस् त्र धा�रोणों से� ल�केरो अपनों� से�म�नों� औरो घोरो� केK प)त�ई तके

औरो विवभिभान् नों प्रके�रो केK वनोंस् पवितय� के� लग�केरो प्र�प् त केरो सेकेत� हD। से)नोंनों� म0 यह बुड्� अजा2बु से� लग सेकेत� ह* , परो इसे ब्रह्मां�"ड् केK हरो वस् त) एके खु�से रो"ग के� प्रवितविनोंमिधात् व केरोत2 ह* औरो इसे के�रोणों एके जा*से� रो"ग� के� परिरोवर्तित�त केरोनों�व�ल2 सेभा2 वस् त)ओं के� आपसे म0 एके दूसेरो� से� से"बु"धा ह� जा�त� ह*। औरो यह2 ग्रह� के� दुष्‍ प्रभा�व के� रो�केनों� म0 हम�रो2 मदद केरोत� ह*।

विकेसे2 भा2 प_वित के� द्वा�रो� उप��रो विकेए जा�नों� से� पहल� उसेके� आधा�रो परो विवश् व�से केरोनों� आवश् यके ह�त� ह*। ‘गत् य�त् मके ज्

य�वितर्षों’ के� म�नोंनों� ह* विके विकेसे2 भा2 प्रके�रो केK श�रो2रिरोके , म�नोंक्तिसेके य� अन् य परिरोस्थि7वितय� केK गड्बुड्2 म0 उसे व्‍ यक्ति< के� जान् त्

मके�ल2नों ग्रह� केK ‘गत् य�त् मके शक्ति<’ केK केम2 भा2 एके बुड्� के�रोणों ह�त2 हD , इसेक्तिलए उन् ह0 दूरो केरोनों� के� क्तिलए हम0 ग्रह� के� इसे

दुष्‍ प्रभा�व के� सेम�प् त केरोनों� ह2 पड्�ग� , जा� विके असे"भाव ह*। हमल�ग क्तिसेफf उसेके� प्रभा�व के� के) छ केम य� अमिधाके केरो सेकेत�

हD। जिजासे ग्रह से� हम प्रभा�विवत ह� रोह� ह�त� हD , उसेसे� से"बु"मिधात रो"ग� के� प्रय�ग हम0 सेमस् य�ओं से� म�त्र आसे�नों2 से� लड्नों� केK शक्ति< प्रद�नों केरोत� ह*।

रो"ग हम�रो� मनों औरो मस्तिस्तष्‍ के के� के�फK प्रभा�विवत केरोत� हD। के�ई खु�से रो"ग हम�रो2 खु)श2 के� बुढं� द�त� ह* त� के�ई हम0 केष्‍ ट द�नों�

व�ल� भा2 ह�त� ह*। यदिद हम प्रकेS वित के� अत् यमिधाके विनोंकेट ह� , त� ग्रह� के� अनों)से�रो जिजासे रो"ग के� हम0 सेव�fमिधाके उपय�ग केरोनों�

��विहए , उसे रो"ग के� हम खु)द पसे"द केरोनों� लगत� हD औरो उसे रो"ग के� अमिधाके�मिधाके उपय�ग केरोत� हD। प्रकेS वित केK ओरो से� यह व्‍ यवस् र्थ� खु)द हम�रो2 मदद के� तXरो परो ह� जा�त2 ह*। परो प्रकेS वित से� दूरो के" प् य1टरो म0 विवभिभान् नों रो"ग� के� से"य�जानों से� त*य�रो विकेए गए नों�नों� प्रके�रो के� रो"ग� म0 से� एके के� �)नोंनों� आजा हम�रो� फ* शनों ह* औरो वह हम0 ग्रह� के� दुष्‍ प्रभा�व से� लड्नों� केK शक्ति< नोंह9 द� प�त�। से"क्ष�प म0 यह2 केह� जा� सेकेत� ह* विके आजा हरो स् र्थ�नों परो केS वित्रमत� के� बुनों� ह�नों� से� ह2 हम0 केS वित्रम तXरो परो ग्रह� के� क्तिलए उप�य� केK य�

रो"ग� केK ऐसे2 व्‍ यवस् र्थ� केरोनों2 ह�त2 ह* , त�विके हम विवपरो2त परिरोस्थि7वितय� म0 भा2 खु)श रोह सेके� । प्रकेS वित से� हम जिजातनों� ह2 दूरो रोह0ग�

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, हम0 इल�जा केK उतनों2 ह2 आवश् यकेत� पड्�ग2।

इसे प्रके�रो प्रकेS वित के� विनोंयम� के� सेमझानों� ह2 बुहुत बुड्� ज्ञा�नों ह* , उप��रो� के� विवके�से त� इसेपरो विवश् व�से ह�नों� य� इसे क्ष�त्र म0 बुहुत अमिधाके अनों)से"धा�नों केरोनों� के� बु�द ह2 ह� सेकेत� ह*। अभा2 त� परो"परो�गत ज्ञा�नों� केK तरोह ह2 ज् य�वितर्षों के� द्वा�रो� विकेए जा�नों� व�ल�

उप��रो� के� बुहुत म�न् यत� नोंह9 द[ जा� सेकेत2 , परो ग्रह� के� प्रभा�व के� तरो2के� के� जा�नोंकेरो अपनों� बु��व केरो प�नों� म0 हम0 बुहुत सेह�यत� मिमल सेकेत2 ह*। ल�विकेनों विफरो भा2 ज् य�वितविर्षोंय� द्वा�रो� ल�ल� दिदखु�ए जा�नों� परो ल�ग उनोंके� �क् केरो म0 पड्केरो अपनों� धानों के� के) छ नों)केसे�नों केरो ह2 ल�त� हD।

ग्रह� के� अनों)से�रो ह� य� विफरो प1वfजान् म के� केम के� अनों)से�रो, जिजासे स् तरो म0 हमनों� जान् म क्तिलय� , जिजासे स् तरो के� हम0 व�त�वरोणों मिमल�, उसे स् तरो म0 रोहनों� म0 अमिधाके परो�श�नों2 नोंह9 ह�त2। परो केभा2 केभा2 अपनों2 जा2वनोंय�त्र� म0 अ��नोंके ग्रह� के� अच्‍ छ� य� बु)रो� प्रभा�व द�खुनों� के� मिमल जा�त� हD , जाह�" ग्रह� के� अच्‍ छ� प्रभा�व हम�रो2 से)खु औरो सेफलत� के� बुढं�त� हुआ हम�रो� मनों�बुल के� बुढं�त� ह* , वह9 ग्रह� के� बु)रो� प्रभा�व हम0 दुखु औरो असेफलत� द�त� हुए हम�रो� मनों�बुल के� घोट�नों� म0 भा2 सेक्षम ह�त� ह*। व�स् तव म0 , जिजासे तरोह अच्‍ छ� ग्रह� के� प्रभा�व से� जिजातनों� अच्‍ छ� नोंह9 ह� प�त� , उसेसे� अमिधाके हम�रो� आत् मविवश् व�से म0 वSजि_ ह�त2 ह* द्वा ठीOके उसे2 तरोह बु)रो� ग्रह� के� प्रभा�व से� हम�रो2 स्थि7वित जिजातनों2 विबुगड्त2 नोंह9 , उतनों� अमिधाके हम म�नोंक्तिसेके तXरो परो विनोंरो�श ह� जा�य� केरोत� हD। ज् य�वितर्षों के� अनों)से�रो हम�रो2 मनों:स्थि7वित के� प्रभा�विवत केरोनों� म0 �"द्रम� के� बुहुत बुड्� ह�र्थ ह�त� ह*। धा�त) म0 �"द्रम� के� सेव�fमिधाके प्रभा�व ��"द[ परो पड्त� ह*। यह2 के�रोणों ह* विके बु�ल�रिरोष्‍ ट रो�ग� से� बु��नों� के� क्तिलए जा�तके के� ��"द[ के� �"द्रम� पहनों�ए जा�नों� केK परो"परो� रोह2 ह*। बुड्� ह�नों� के� बु�द भा2 हम ��"द[ के� छल् ल� के� धा�रोणों केरो अपनों� मनों�बुल के� बुढं� सेकेत� हD।

आसेम�नों म0 �"द्रम� केK घोटत2 बुढंत2 स्थि7वित से� �"द्रम� केK ज् य�वितर्षों2य प्रभा�व ड्�लनों� केK शक्ति< म0 घोट बुढं ह�त2 रोहत2 ह*। अम�वस् य� के� दिदनों विबुल् के) ल केमजा�रो रोहनों� व�ल� �"द्रम� प1र्णिणों�म� के� दिदनों अपनों2 प1रो2 शक्ति< म0 आ जा�त� ह*। आप द� ��रो मह2नों� तके �"द्रम� के� अनों)से�रो अपनों2 मनों:स्थि7वित के� अच्‍ छ[ तरोह गXरो केरो0 , प1र्णिणों�म� औरो अम�वस् य� के� वक् त आपके� अवश् य अ"तरो दिदखु�ई द�ग�। प1र्णिणों�म� के� दिदनों �"द्र�दय के� वक् त य�विनों से1य�fस् त के� वक् त �"द्रम� के� पSथ् व2 परो सेव�fमिधाके अच्‍ छ� प्रभा�व द�खु� जा�त� ह*। इसे लग् नों म0 द� घो"ट� के� अ"दरो ��"द[ के� प1णोंf तXरो परो गल�केरो एके छल् ल� त*य�रो केरो उसे2 वक् त उसे� पहनों� जा�ए त� उसे छल् ल� म0 �"द्रम� केK सेके�रो�त् मके शक्ति< के� प1रो� प्रभा�व पड्�ग� , जिजासेसे� व्‍ यक्ति< के� मनों�व*ज्ञा�विनोंके क्षमत� म0 वSजि_ ह�ग2। इसेसे� उसेके� चिं��तनों मनोंनों परो भा2 सेके�रो�त् मके प्रभा�व पड्त� ह*। यह2 के�रोणों ह* विके लगभाग सेभा2 व्‍ यक्ति< के� प1र्णिणों�म� के� दिदनों �"द्रम� के� उदय के� वक् त त*य�रो विकेए गए �"द्रम� के� छल् ल� के� पहनोंनों� ��विहए।

व*से� त� विकेसे2 भा2 प1र्णिणों�म� के� ऐसे2 अ"ग1ठीO त*य�रो केK जा� सेकेत2 ह* , परो विवभिभान् नों रो�क्तिश के� ल�ग� के� भिभान् नों भिभान् नों म�ह के� प1र्णिणों�म� के� दिदनों ऐसे2 अ"ग1ठीO के� त*य�रो केरो0। 15 म��f से� 15 अप्र*ल के� मध् य आनों�व�ल2 प1र्णिणों�म� के� म�र्षों रो�क्तिशव�ल� , 15 अप्र*ल से� 15 मई के� मध् य आनों�व�ल2 प1र्णिणों�म� के� वSर्षों रो�क्तिशव�ल� , 15 मई से� 15 जा1नों के� मध् य आनों�व�ल2 प1र्णिणों�म� के� मिमर्थ)नों रो�क्तिशव�ल� , 15 जा1नों से� 15 जा)ल�ई के� मध् य आनों�व�ल2 प1र्णिणों�म� के� केकेf रो�क्तिशव�ल� , 15 जा)ल�ई से� 15 अगस् त के� मध् य आनों�व�ल2 प1र्णिणों�म� के� चिंसे�ह रो�क्तिशव�ल� , 15 अगस् त से� 15 क्तिसेतम् बुरो के� मध् य आनों�व�ल2 प1र्णिणों�म� के� केन् य� रो�क्तिशव�ल� , 15 क्तिसेतम् बुरो से� 15 अक् त1बुरो के� मध् य आनों�व�ल2 प1र्णिणों�म� के� त)ल� रो�क्तिशव�ल� , 15 अक् त1बुरो से� 15 नोंवम् बुरो के� मध् य आनों�व�ल2 प1र्णिणों�म� के� वSभि�के रो�क्तिशव�ल� , 15 नोंवम् बुरो से� 15 दिदसे"बुरो के� मध् य आनों�व�ल2 प1र्णिणों�म� के� धानों) रो�क्तिशव�ल� , 15 दिदसे"बुरो से� 15 जानोंवरो2 के� मध् य आनों�व�ल2 प1र्णिणों�म� के� मकेरो रो�क्तिशव�ल� , 15 जानोंवरो2 से� 15 फरोवरो2 के� मध् य आनों�व�ल2 प1र्णिणों�म� के� के)" भा रो�क्तिशव�ल� तर्थ� 15 फरोवरो2 से� 15 म��f के� मध् य आनों�व�ल� प1र्णिणों�म� के� म2नों रो�क्तिशव�ल� अपनों2 अपनों2 अ"ग1ठीO बुनोंव�केरो पहनों0 , त� अमिधाके फ�यद�म"द ह�ग�।

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शतिनेव�रे, 14 नेवम्बुरे�2009

घड़ी"�क ��रेहों�हों"�समया�क �ज�नेक�रे"�मने�ष्‍�या�क� �लि&ए�बुहु��उपायाग"�हों)

से"से�रो के� प्र�य: सेभा2 ल�ग आजा घोड़2 पहनोंनों� लग� हD। इसे� पहनोंनों� परो भा2 औरो नोंह9 पहनोंनों� परो भा2 हरो स्थि7वित म0 सेमय त� अबु�धा गवित से� �लत� ह2 रोह�ग� य�विनों जिजासे सेमय जिजातनों� बुजानों� ह* , बुजात� ह2 रोह�ग� , हम सेमय म0 के�ई परिरोवतfनों नोंह9 केरो सेकेत� , विफरो घोड़2 के� पहनोंनों� से� क्य� ल�भा ? इसे� पहनोंनों� केK क्य� बु�ध्यत� ह* ? क्य� इसे� आप शXके से� पहनोंत� हD ? य� से�म)� यह प्रय�जानों2य ह* ?

रो�वित्र म0 म�रो2 नों9द एके बु�रो ट1टत2 ह* , उसे सेमय टJ�f जाल�केरो द[व�ल घोड़2 केK ओरो झाJकेत� हू"। त2नों बुजा� के� पहल� के� सेमय ह�त� ह* , त� सेड्के व�ल2 खिखुड़केK के� नोंह9 खु�लत� हू"। सेमय त2नों बुजा� के� बु�द के� ह� , त� खिखुड़केK के� खु�ल द�त� हू"। घोड़2 म)झा� ऐसे� के) छ केरोनों� के� आद�श द�त2 ह* , बु�त व*से2 नोंह9 ह*। मD घोड़2 के� म�ध्यम से� बु�हरो2 परिरोव�श के� सेमझानों� केK के�क्तिशश केरोत� हू" , तदIनों)रुप म�रो2 के�यfव�ह2 ह�त2 ह*। 12 बुजा� रो�वित्र से� 3 बुजा� भा�रो तके विनोंश��रो य� असे�म�जिजाके तत्व� के� भाय ह�त� ह*। इसे सेमय श�र्षों से"से�रो ग"भा2रो विनोंद्र� म0 पड़� ह�त� ह*। ऐसे2 बु�त के� सेमझाकेरो अव��तनों मनों सेड़के केK तरोफ केK खिखुड़केK के� खु�लनों� केK इजा�जात नोंह9 द�त�। घोड़2 म)झा� के� वल सेमय बुत� रोह2 ह�त2 ह* , म* उसेके� से�र्थ अपनों� के� विनोंय�जिजात केरोत� हू"। रो�त बुहुत बु�केK ह� , त� प)नों: से� जा�त� हू"। अगरो नों9द त2नों बुजा� के� बु�द खु)ल2 , त� छत परो टहलत� हू" य� क्तिलखुनों�-पढ़नों� के� के) छ के�म केरो ल�त� हू"।

जा� व्यंक्ति< जिजातनों� व्यंस्त ह�त� ह* , उसे� घोड़2 केK उतनों2 ह2 आवश्यकेत� ह�त2 ह*। स्ट�शनों य� बुसे-स्ट*ण्ड् परो ऐसे� बुहुत से� आदम2 मिमल0ग� , जिजान्ह0 आप बु�रो-बु�रो घोड़2 द�खुत� हुए प�ए"ग�। सेमझा ल2जिजाए विकेसे2 आवश्यके के�म से� व� केह9 जा� रोह� हD औरो विनोंधा�fरिरोत विनोंभि�त सेमय परो उन्ह0 विकेसे2 ग"तब्य तके पहु"�नों� ह*। जाबु रो�ल य� बुसे के� आनों� विनोंभि�त ह* , उसे व्यंक्ति< के� उसेसे� य�त्र� केरोनों� विनोंभि�त ह* त� विफरो बु�रो-बु�रो घोड़2 द�खुनों� केK व्यं�के) लत� के* से2 ? घोड़2 त� रो�ल य� बुसे केK गवित के� केम य� त�जा नोंह9 केरो सेकेत2 , ग�ड़2 म0 आय2 गड़बुड़2 य� ब्र�के-ड्�उनों के� भा2 ठीOके नोंह9 केरो सेकेत2। आश� औरो विनोंरो�श� के� बु2� झा1लनों�व�ल� व्यंक्ति< के� घोड़2 सेमझा� भा2 नोंह9 सेकेत2। विफरो वह व्यंक्ति< बु�रो-बु�रो घोड़2 क्य� द�खुत� ह*। सेमय के� रोफ्त�रो म0 सेमरुपत� बुनों2 हुई ह*। जिजातनों� बुजानों� ह* , बुजात� जा� रोह� ह*। विफरो घोड़2 द�खुनों�व�ल� , घोड़2

Page 13: गत्यात्मक ज्योतिष

द�खुकेरो अपनों� बु�जिझाल मनों के� औरो हल्के� केरोत� हD य� हल्के� मनों के� औरो बु�जिझाल य� विफरो घोड़2 के� म�ध्यम से� से"से�रो के� सेमझात� हुए उसेसे� अपनों� के� सेह2 जागह खुप�नों� केK के�क्तिशश केरोत� हD।

परो2क्ष� म0 सेस्त्रिम्मक्तिलत ह�नों�व�ल� सेभा2 परो2क्ष�र्थिर्थ�य� केK केल�ई म0 घोड़2 दिदखु�ई पड़त2 ह*। प्रश्नपत्र मिमलनों� के� सेमय औरो प1रो2 परो2क्ष� के� दXरो�नों परो2क्ष�र्थz के� जिजातनों� ध्य�नों प्रश्नपत्र के� द�खुनों� के� ह�त� ह* , उसेसे� केम घोड़2 परो नोंह9 ह�त�। उत्तेरोप)स्तिस्तके� म0 क्तिलखुनों� के� सेमय भा2 व� बु�रो-बु�रो घोड़2 परो ह2 विनोंग�ह रोखुत� हD। द�खुनों�व�ल� के� केभा2-केभा2 ऐसे� प्रत2त ह�ग� , म�नों� घोड़2 म0 ह2 उसे प्रश्न के� उत्तेरो क्तिलखु� ह� । जाबु परो2क्ष� केK अवमिधा सेम�प्त सेम�प्त ह�नों� म0 म�म1ल2 सेमय बु�� ह�त� ह* ,के) छ परो2क्ष�र्थz के� ��हरो� परो से"त�र्षों केK रो�खु�ए" उभारोत2 ह* , व� प्रसेन्न नोंजारो आत� हD , त� के) छ परो2क्ष�र्थिर्थ�य� के� इसे सेमय बु�रो-बु�रो घोड़2 द�खुत� हुए रो�नों� केK म)द्र� म0 द�खु� जा� सेकेत� ह*। परो2क्ष�र्थिर्थ�य� म0 ह"सेनों� य� रो�नों� के� भा�व क्य� से�म)� घोड़2 केK ह2 द�नों ह* ?

उपरो�< उद�हरोणों� से� स्पश्ट ह* विके घोड़2 अपनों�-आपम0 विबुल्के) ल तट7 ह*। वह विकेसे2 के� ह"सेनों� य� रो�नों� के� के�रोणों केद�विप नोंह9 बुनों सेकेत2। विकेन्त) घोड़2 के� जिजासेनों� भा2 सेमझा क्तिलय� , वह अमिधाके से� अमिधाके के�म केरो सेकेत� ह*। उसेकेK के�यfक्षमत� बुढ़ जा�त2 ह*। उसे� इसे बु�त केK प1रो2 जा�नोंके�रो2 ह� जा�त2 ह* विके विकेसे मXके� परो केXनों से� के�म विकेय� जा�नों� ��विहए। घोड़2 के� म�ध्यम से� घोरो बु*ठी� से�रो� से"से�रो के� सेमझा प�नों� म0 सेह�यत� मिमलत2 ह*। घोड़2 तत्के�ल2नों परिरोव�श केK जा�नोंके�रो2 द�केरो केम से� केम सेमय म0 अमिधाके से� अमिधाके के�म केरोनों� केK प्रवSभित्ते के� विवके�से केरोके� आत्मविवश्व�से के� से"��रो केरोत2 ह*। सेमय के� सेमझाकेरो उसेके� अनों)से�रो के�म केरोनों�व�ल� तर्थ� सेमय केK मJग के� विवरु_ के�म केरोनों�व�ल� के� आत्मविवश्व�से म0 के�फK अ"तरो ह�त� ह*।

बुDके के� खु�त� म0 आपके� धानों जाम� ह* , उसेकेK आपके� जारुरोत ह* , उसेपरो आपके� अमिधाके�रो भा2 ह* , विकेन्त) आप 11 बुजा� से� 5 बुजा� दिदनों म0 ह2 उसेकेK विनोंके�से2 केरो सेकेत� हD , 11 बुजा� रो�वित्र के� बुDके से� विनोंके�लनों� के� प्रयत्नों केरो0ग� , त� हर्थकेड़2 भा2 लग सेकेत2 ह*। इसे2 प्रके�रो हरो सेमय केK अपनों2 विवश�र्षोंत� ह�त2 ह*।

एके विवद्या�र्थz गभिणोंत म0 केमजा�रो ह* तर्थ� प्रवितदिदनों 1 बुजा� से� 2 बुजा� के� बु2� रुट[नों के� अनों)से�रो उसेकेK गभिणोंत केK पढ़�ई ह�त2 ह*। गभिणोंत केK इसे केक्ष� म0 उपस्थि7त रोह� य� अनों)पस्थि7त , द�नों� ह2 स्थि7वित म0 वह विवद्या�र्थz स्व�भा�विवके रुप से� खु)द के� अश�"त प�एग�। यह घोड़2 केK द�नों केद�विप नोंह9 ह* , वह त� उसे व्यंव7� केK द�नों ह* , जिजासेके� अनों)से�रो इसे अरुक्ति�केरो विवर्षोंय के� ढं�नों� के� के�म उसे� मिमल� हुआ ह*।गभिणोंत केK पढ़�ई के� सेमय विनोंधा�fरिरोत ह* , घोड़2 उसे सेमय केK जा�नोंके�रो2 द�त2 ह* , विकेन्त) घोड़2 अपनों� आपम0 तट7 ह* , विनोंरोप�क्ष ह*।

प्रवितक्षणों हम घोटनों�ओं के� बु2� से� ग)जारोत� औरो यह म�म1ल2 घोड़2 सेमय केK जा�नोंके�रो2 द�केरो घोटनों�ओं के� बु2� त�लम�ल 7�विपत केरोनों� के� क्तिलए दिदश�विनोंदcश केरोत� हुए हम0 से"��क्तिलत औरो विक्रय�श2ल केरोत2 ह*। ल�विकेनों विव��रोनों2य ह* विके यह घोड़2 आय2 केहJ से� ? भाल� ह2 घोड़2 के� पSथ्व2 केK द*विनोंके गवित के� पय�fय नोंह9 केह� जा�ए , पSथ्व2 केK द*विनोंके गवित के� सेमझानों� के� क्तिलए य� उसेके� प1णोंfत: प्रवितविनोंमिधात्व केरोनों� के� क्तिलए घोड़2 के� 24 घो"ट� के� स्व2के�रो विकेय� गय� , त�विके से1यVदय , से1य�fस्त द�पहरो य� आधा2रो�त के� नों*सेर्तिग�के श�श्वत परिरोव�श के� आसे�नों2 से� सेमझा� जा� सेके� ।

अबु पSथ्व2 केK द*विनोंके गवित औरो उसेके� पय�fय घोड़2 के� 24 घो"ट� के� सेमझानों� के� बु�द उसे ब्रह्मां�"ड् के� सेमझानों� केK ��ष्‍ ट� केरो0 , जा� ,मह2नों� ऋत) , वर्षोंf, य)ग, मन्व"तरो , सेSमि] , प्रलय के� ल�खु�-जा�खु� औरो से"प1णोंf जागत केK गवितविवमिधा के� विवरो�ट केम्प्य1टरो केK तरोह अपनों�-आपम0 से"जा�ए हुए ह*। विनोंस्से"द�ह इनों वर्णिणों�त से"दभा के� ल�खु�-जा�खु� विवभिभान्न ग्रह� केK गवितविवमिधाय� परो विनोंभाfरो ह*। उसेकेK सेह2 जा�नोंके�रो2 आत्मविवश्व�से म0 वSजि_ केरो�ग2 , उसेकेK एके झालके म�त्र से� विकेसे2 के� केल्य�णों ह� सेकेत� ह* , दिदव्यं �क्ष) खु)ल जा�एग� , आत्मज्ञा�नों बुढ़�ग� औरो से"से�रो म0 बु�हतरो ढं"ग से� आप अपनों� के� विनोंय�जिजात केरो प�ए"ग�। भाविवष्‍ य के� सेह2 ढं"ग से� सेमझा प�नों� , उसेम0 अपनों� आपके� खुप�त� हुए सेह2 रो"ग भारोनों�

Page 14: गत्यात्मक ज्योतिष

सेके�रो�त्मके दृमि]के�णों ह*। सेमय केK सेह2 जा�नोंके�रो2 से�धानों औरो से�ध्य द�नों� ह2 ह*। पहल2 दृमि] म0 द�खु� जा�ए , त� घोड़2 म�त्र एके से�धानों ह* , विकेन्त) ग"भा2रोत� से� द�खु0 , त� वह मXनों रोहकेरो भा2 केई सेमस्य�ओं के� इल�जा केरो द�त2 ह*। इसे2 तरोह ग्रह� के� म�ध्यम से� भाविवष्‍ य केK जा�नोंके�रो2 रोखुनों�व�ल� मXनों रोहकेरो भा2 अपनों2 सेमस्य�ओं के� सेम�धा�नों प्र�प्त केरो ल�त� ह* , परो इसेके� क्तिलए एके सेच्‍ �� ज् य�वितर्षों2 से� आपके� परिरो�य आवश् यके ह*।

अवित से�म�न्य व्यंक्ति< के� क्तिलए घोड़2 य� फक्तिलत ज्य�वितर्षों शXके के� विवर्षोंय ह� सेकेत� ह* , विकेन्त) जा2वनों के� विकेसे2 क्ष�त्र म0 उ"��ई परो रोहनों�व�ल� व्यंक्ति< के� क्तिलए घोड़2 औरो भाविवष्‍ य केK सेह2 जा�नोंके�रो2 केK जारुरोत अमिधाके से� अमिधाके ह*। यह बु�त अलग ह* विके सेह2 म�यनों� म0 भाविवष्‍ यद्रष्‍ ट� केK केम2 अभा2 भा2 बुनों2 हुई ह*। 'गत्य�त्मके दश� प_वित' से"प1णोंf जा2वनों के� तस्व2रो के� घोड़2 केK तरोह स्पष्‍ ट बुत�त� ह*। ग्रह ऊजा�f ल�खु�क्ति�त्र से� यह स्पष्‍ ट ह� जा�त� ह* विके केबु केXनों से� के�म विकेय� जा�नों� ��विहए। एके घोड़2 केK तरोह ह2 गत् य�त् मके ज्य�वितर्षों केK जा�नोंके�रो2 भा2 सेमय केK सेह2 जा�नोंके�रो2 प्र�प्त केरोनों� के� से�धानों म�त्र नोंह9 , वरोनोंI अप्रत्यक्षत: बुहुत से�रो2 से1�नों�ए" प्रद�नों केरोके� , सेम)क्ति�त के�यf केरोनों� केK दिदश� म0 बुड़2 प्र�रोणों�-स्रो�त ह*।

जा� केहत� हD विके घोड़2 मDनों� य� ह2 पहनों रोखु2 ह* य� ज्य�वितर्षों2 के� प�से मD य� ह2 �ल� गय� र्थ� , विनोंभि�त रुप से� बुहुत ह2 धा1त् तf य� अपनों� के� य� दूसेरो� के� ठीगनों�व�ल� ह�त� हD। यह सेह2 ह* विके आजा के� व्यंस्त औरो अविनोंभि�त से"से�रो म0 हरो व्यंक्ति< के� एके अच्छा[ घोड़2 य� फक्तिलत ज्य�वितर्षों केK जा�नोंके�रो2 केK आवश्यकेत� ह*। इसेसे� उसेकेK के�यfक्षमत� के�फK हद तके बुढ़ सेकेत2 ह* । जा2वनों के� विकेसे2 क्ष�त्र म0 बुहुत ऊ" ��ई परो रोहनों�व�ल� हरो व्यंक्ति< यह महसे1से केरोत� ह* विके महजा से"य�ग के� के�रोणों ह2 वह इतनों2 ऊ" ��ई ह�क्तिसेल केरो सेके� ह* , अन्यर्थ� उसेसे� भा2 अमिधाके परिरोश्रम2 औरो बु)जि_म�नों व्यंक्ति< से"से�रो म0 भारो� पड़� हD , जिजानोंकेK पह��नों भा2 नोंह9 बुनों सेकेK ह*। उसे बुड़2 �मत्के�रो2 शक्ति< केK जा�नोंके�रो2 के� क्तिलए फ) रोसेत के� क्षणों� म0 उनोंके� प्रय�से जा�रो2 रोहत� ह*। यह2 के�रोणों ह* विके बुड्� बुड्� विवद्वा�नों भा2 जा2वनों के� अ"वितम क्षणों� म0 सेवfशक्ति<म�नों के� सेमझानों� केK के�क्तिशश केरोत� हD। ऐसे� ल�ग� के� फक्तिलत ज्य�वितर्षों केK जा�नोंके�रो2 से� केई सेमस्य�ओं के� से)लझा� प�नों� म0 मदद मिमल सेकेत2 ह* , विकेन्त) इसेके� क्तिलए अपनों� विवरो�ट उत्तेरोद�मियतव के� सेमझात� हुए सेमय विनोंके�लनों� केK जारुरोत ह*। अपनों2 केKमत2 जा2वनों-श*ल2 म0 से� के) छ सेमय विनोंके�लकेरो इसे विवद्या� के� ज्ञा�नों प्र�प्त केरो0ग� , त� इसेके� क्तिलए भा2 एके घोड़2 केK आवश्यकेत� अविनोंव�यf ह�ग2। प्रस्त)तकेत�f विवश�र्षों के) म�रो परो 8:36 pm 21 दिटप् पभिणोंय�" : इसे से"द�श के� क्तिलए चिंल�के ल�बुल: bokaro, petarwar, vidya sagar mahtha, गत् य�त् मके ज् य�वितर्षों

शतिनेव�रे, 29 अगस्��2009

शक� ने�पाद्धति��क �व)ज्ञा�तिनेक��

म�रो� गJव म0 एके बु)दिढ़य� रोहत2 र्थ2। उसेके� यहJ शके) नों केरो�नों� के� क्तिलए अक्सेरो ह2 ल�ग आय� केरोत� र्थ�। उसेके� यहJ ल�ग� के� आव�गमनों के� द�खुकेरो म* केXत1हलवश वहJ पहु"�� , यह जा�नोंनों� केK जिजाज्ञा�से� के� से�र्थ विके यह बु)दिढ़य� आखिखुरो केरोत2 क्य� ह* , जिजासेसे� इसे� सेबु बु�त0 म�ल1म ह� जा�त2 हD। उनों दिदनों� म�रो2 उम्र म�त्र 10-12 वर्षोंf ह2 रोह2 ह�ग2। यदिद के�ई विवद्या�र्थz उसेके� प�से पहु"�त� औरो प1छ बु*ठीत� विके वह परो2क्ष� म0 प�से ह�ग� य� नोंह9 , त� बु)दिढ़य� उसे� दूसेरो� दिदनों केK से)बुह बु)ल�त2 , उसेके� आनों� परो ऑखु0 बु"द केरो ह�ठी� से� के) छ बु)दबु)द�त2 , म�नों� के�ई म"त्र पढ़ रोह2 ह�। इसेके� बु�द बुहुत श2घ्रीत� से� जाम2नों म0 के) छ रो�खु�ए" खु9�त2 र्थ2 । विफरो रो�म , से2त� , लक्ष्मणों रो�म , से2त� , लक्ष्मणों , के� क्रम के� दुहरो�त2 �ल2 जा�त2। यदिद अ"त केK रो�खु� म0 रो�म आत� त� केहत2 , अच्छा[ तरोह प�से ह� जा�ओग�। यदिद अ"त म0 से2त� आत2 , त� प�से नोंह9 ह� प�ओग� , एके बुड़2 अड़�नों ह*। यदिद लक्ष्मणों आ जा�त0 , त� केहत2 प�से ह� जा�ओग� , विकेसे2 तरोह प�से ह� जा�ओग�।

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इसे2 तरोह विकेसे2 के� के�ई जा�नोंवरो खु� गय� ह* , त� वह बु)दिढ़य� से� प1छत� विके उसेके� जा�नोंवरो मिमल�ग� य� नोंह9 , त� वह जाम2नों म0 फट�फट केई रो�खु�ए" खु9� द�त2 , विफरो उनों लकेKरो� के� उसे2 तरोह रो�म , से2त� औरो लक्ष्मणों के� नों�म से� विगनोंनों� श)रु केरो द�त2 , अ"वितम रो�खु� म0 रो�मजा2 के� नों�म आय� , त� जा�नोंवरो मिमल जा�एग� , से2त�जा2 आय2 , त� जा�नोंवरो नोंह9 मिमल�ग� , लक्ष्मणोंजा2 आए , त� केदिठीनों परिरोश्रम से� जा�नोंवरो मिमल जा�एग�। जा�नोंवरो विकेसे दिदश� म0 मिमल�ग� , इसे प्रश्न के� उत्तेरो म0 वह फट�फट जाम2नों परो केई रो�खु�ए" खु9�त2 , पहल2 रो�खु� के� प1रोबु , दूसेरो2 रो�खु� के� विप�म , त2सेरो2 रो�खु� के� उत्तेरो औरो �Xर्थ2 रो�खु� के� दभिक्षणों के� रुप म0 विगनोंत2 जा�रो2 रोखुत2। यदिद अ"वितम रो�खु� म0 प1रोबु आय� , त� जा�नोंवरो के� प1रोबु दिदश� म0 , पभि�म आय� , त� जा�नोंवरो के� पभि�म दिदश� म0 , उत्तेरो आय� , त� उसेके� उत्तेरो दिदश� म0 तर्थ� दभिक्षणों आय� , त� जा�नोंवरो के� दभिक्षणों दिदश� म0 ह�नों� केK भाविवष्‍ यव�णों2 केरो द[ जा�त2। बु)दिढ़य� केK इसे के�यfव�ह2 म0 से� विकेतनों� ह�त� ह�ग� , यह त� नोंह9 केह� जा� सेकेत� , विकेन्त) इसे� विवज्ञा�नों केहनों� विकेसे2 भा2 दृमि] से� उक्ति�त नोंह9 ह�ग�।

बु)दिढ़य� केK शके) नों केरोनों� केK प_वित अत्य"त सेरोल ह*। इसेसे� केXनों आदम2 विकेतनों� ल�भा�प्तिन्वत ह� सेकेत� ह* , यह से��नों� केK बु�त ह*। रो�म , लक्ष्मणों औरो से2त� केK विगनोंत2 से� रो�खु�ओं के� विगनोंनों� औरो विकेसे2 विनोंष्‍ केर्षोंf परो पहु"�नों� महजा त2नों से"भा�वनों�ओं म0 से� एके के� उल्ल�खु केरोत� ह*। त2नों� से"भा�वनों�ओं के� विवज्ञा�नों से� के�ई व�स्त� नोंह9 , विफरो भा2 गJव के� सेरोल ल�ग विकेसे2 दुविवधा� म0 पड़त� ह2 व्यं�के) ल ह�केरो उसेके� प�से पहु"�नों� के� क्रम बुनों�ए रोहत� र्थ�। जा� धात् तf य� ��ल�के तरोह के� ल�ग ह�त� , व� भा2 बु)दिढ़य� के� प�से मनों�रो"जानों�र्थf पहु"�त�। बु)दिढ़य� अपनों2 ल�केविप्रयत� से� खु)श ह�त2 र्थ2 , के) छ ल�ग शके) नों के� बुदिढ़य� ह�नों� परो खु)श ह�केरो के) छ द� भा2 द�त� , परो के�फK ल�ग� के� क्तिलए वह उपह�से के� विवर्षोंय बुनों2 हुई र्थ2 , इसे तरोह बु)दिढ़य� केK शके) नों केरोनों� केK प_वित विवव�द�स्पद औरो ह�स्य�स्पद र्थ2।

बु)दिढ़य� केK उपरो�< शके) नों प_वित केK ���f इसेक्तिलए केरो रोह� हू" विके आजा फक्तिलत ज्य�वितर्षों म0 शके) नों प_वित के� व्यं�पके प*म�नों� परो 7�नों मिमल� हुआ ह*। शके) नों2 नों� त� प�"ड्व� परो विवजाय प्र�प्त केरोनों� औरो अपनों� भा�"जा� दुयVधानों के� विवजाय2 बुनों�नों� के� क्तिलए विकेसे प�श� के� व्यंवह�रो विकेय� र्थ� य� विकेसे विवमिधा से� प�श� फ� केत� य� फ� केव�त� र्थ� , यह अनों)से"धा�नों के� विवर्षोंय ह� सेकेत� ह* , जाहJ के� वल जा2त केK ह2 से"भा�वनों�ए" र्थ2 , ल�विकेनों इतनों� त� तय ह* विके जिजासे प�श� से� ह�रो औरो जा2त द�नों� के� ह2 विनोंणोंfय ह� , उसेम0 से"भा�वनों�ए" के� वल द� ह�ग2। घोनों�के�रो एके प�श� ह� , जिजासेके� हरो फलके म0 अलग अ"के क्तिलखु� ह� , जिजासेके� हरो अ"के के� फल अलग-अलग ह� , उसेकेK से"भा�वनों�ए" 1/6 ह�ग2। �1"विके प्रत्य�के अ"के के� क्तिलए एके-एके फल क्तिलखु� गय� ह* , त� एके प�श� से� बु�रो2-बु�रो2 से� 6 प्रके�रो के� फल� के� से)नों�य� जा� सेकेत� ह*। ऐसे� प्रय�ग� के� परिरोणों�म केद�विप सेह2 नोंह9 केह� जा� सेकेत�। मनों�रो"जानों�र्थf य� ल�ग� के� बु�वके1 फ बुनों�नों� के� क्तिलए शके) नों विकेय� जा�ए , त� बु�त दूसेरो2 ह*।

हरो रो�लव� स्ट�शनों म0 तXलम�पके मश2नों0 रोहत2 हD। उसेम0 विनोंधा�fरिरोत श)ल्के ड्�ल द�नों� परो तर्थ� उसे मश2नों म0 खुड़� ह�नों� परो व्यंक्ति< के� वजानों के� से�र्थ ह2 से�र्थ उसेके� भा�ग्य के� बुत�नों� व�ल� एके के�ड्f म)फ्त म0 मिमल जा�त� ह*। अमिधाके�"श ल�ग उसे� अपनों� सेह2 भा�ग्यफल सेमझाकेरो बुहुत रुक्ति� के� से�र्थ पढ़त� हD । इसे विवमिधा से� प्र�प्त भा�ग्यफल के� भा2 एके प्रके�रो से� लJटरो2 से� उठी� हुआ भा�ग्यफल सेमझानों� ��विहए। जा� विवज्ञा�नों परो आधाSत नोंह9 ह�नों� के� के�रोणों केद�विप विवश्वसेनों2य नोंह9 केह� जा� सेकेत�। इसेक्तिलए इसे भा�ग्यफल के� विवज्ञा�नों म�न्यत� नोंह9 द� सेकेत�।

बुड़�-बुड़� शहरो� म0 लल�ट परो वितलके लग�ए ज्य�वितश2 के� रुप म0 त�त� के� म�ध्यम से� दूसेरो� के� भा�ग्यफल विनोंके�लत� हुए तर्थ�केक्तिर्थत ज्य�वितविर्षोंय� केK से"ख्य� भा2 बुढ़त2 द�खु2 जा� रोह2 ह*। 25-30 पर्थि��य� म0 विवभिभान्न प्रके�रो के� भा�ग्य� के� उल्ल�खु ह�त� ह*। भा�ग्यफल केK जा�नोंके�रो2 प्र�प्त केरोनों� व�ल� व्यंक्ति< त�त�व�ल� के� विनोंधा�fरिरोत श)ल्के दभिक्षणों� के� रुप म0 द�त� ह* , जिजासे� प्र�प्त केरोत� ह2 त�त�व�ल� प"विड्त त�त� के� विनोंके�ल द�त� ह* । त�त� उनों पर्थि��य� म0 से� एके प�z विनोंके�लकेरो अपनों� म�क्तिलके के� ह�र्थ म0 रोखु द�त� ह* , उसे प�z म0 जा� क्तिलखु� ह�त� ह* , वह2 उसे जिजाज्ञा�से) व्यंक्ति< के� भा�ग्य ह�त� ह*। तत्क्षणों

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ह2 एके बु�रो औरो दभिक्षणों� द�केरो भा�ग्यफल विनोंके�लनों� के� केह� जा�ए , त� प्र�य: भा�ग्यफल बुदल जा�एग�। इसे प_वित के� भा2 भा�ग्यफल केK लJटरो2 केहनों� उक्ति�त ह�ग�। ग्रह� से� से"बु"मिधात फल केर्थनों से� इसे भा�ग्यफल के� के�ई रिरोश्त� नोंह9।

इसे2 तरोह धा�र्मिम�के प्रवSभित्ते के� के) छ ल�ग� के� रो�म�यणों के� प्र�रो"भिभाके भा�ग म0 उस्थिल्लखिखुत श्र2 रो�मश्ला�के� प्रश्न�वक्तिल से� भा�ग्यफल प्र�प्त केरोत� द�खु� गय� हD। रो�मश्ला�के� प्रश्न�वक्तिल म0 नोंX �Xप�इय� के� अ"तगfत 7�नों प�नों�व�ल� 25 ग)नों� नोंX य�विनों 225 अक्षरो� के� प"द्रह ग)नों� प"द्रह , बुरो�बुरो 225 ऊध्र्व एव" प�श् वf के�ष्‍ ठीके� के� बु2� क्रम से� इसे प्रके�रो सेजा�य� गय� ह* विके जिजासे के�ष्‍ ठीके परो भागव�नों के� नों�म ल�केरो ऊ" गल2 रोखु2 जा�ए , वहJ से� नोंXव0 के�ष्‍ ठीके परो जा� अक्षरो मिमलत� �ल� जा�ए" , औरो इसे प्रविक्रय� केK विनोंरो"तरोत� के� जा�रो2 रोखु� जा�ए , त� अ"तत: एके �Xप�ई बुनों जा�त2 ह* , हरो �Xप�य2 के� क्तिलए एके विवश�र्षों अर्थf रोखु� गय� ह* । भा< उसे अर्थf के� अपनों� भा�ग्य सेमझा बु*ठीत� ह*। जा*से�- से)नों) क्तिसेय सेत्य असे2से हम�रो2। प1जाहिंह� मनोंके�मनों� त)म्ह�रो2। इसेके� फल ह�ग� - प्रश्नकेत�f के� प्रश्न उत्तेम ह*। के�यf क्तिसे_ ह�ग� । इसे2 तरोह एके �Xप�ई - उधारो� अ"त नों ह�ई विनोंबु�हू। के�लनों�मिम जिजामिम रो�वणों रो�हू। के� फल इसे प्रके�रो ह�ग�- इसे के�यf म0 भाल�ई नोंह9 हD। के�यf केK सेफलत� म0 से"द�ह ह*। इसे प्रके�रो केK नोंX �Xप�इय� से� धानों�त्मके य� ऋणों�त्मके फल भा< प्र�प्त केरोत� हD। यहJ भा2 फल प्र�प्त केरोनों� केK विवमिधा लJटरो2 प_वित ह2 म�नों2 जा� सेकेत2 ह*। धा�र्मिम�के विवश्व�से औरो आ7� केK दृमि] से� रो�म�यणों से� शके) नों केरो मनों के� श�"वित प्रद�नों केरोनों� केK यह विवमिधा भा<� के� क्तिलए सेवVत् तम ह� सेकेत2 ह* , परो"त) इसे प्रके�रो के� एके उत्तेरो प्र�प्त केरोनों� केK से"भा�वनों� 1/9 ह�ग2 औरो यह केद�विप नोंह9 केह� जा� सेकेत� ह* विके इसे� विकेसे2 प्रके�रो के� व*ज्ञा�विनोंके आधा�रो प्र�प्त ह*। शके) नों शके) नों ह2 ह�त� ह*। केभा2 शके) नों केK बु�त0 सेह2 , त� अमिधाके�"श सेमय गलत भा2 ह� सेकेत2 हD।

घोरो य� अस्पत�ल म0 अपनों� के�ई मरो2जा मरोणों�सेन्न स्थि7वित म0 ह� औरो उसे2 सेमय विबुल्ल2 य� के) त्ते� के� रो�नों� केK आव�जा आ रोह2 ह� , त� ऐसे2 स्थि7वित म0 अक्सेरो मरो2जा के� विनोंकेटतम से"बु"मिधाय� के� आत्मविवश्व�से केम ह�नों� लगत� ह* , विकेन्त) ऐसे� ह�नों� गलत ह*। के) त्ते� य� विबुल्ल2 के� रो�नों� के� यह अर्थf नोंह9 विके उसे मरो2जा केK मXत ह2 ह� जा�एग2। के) त्ते� य� विबुल्ल2 के� रो�नों� केK बु�से)रो2 आव�जा व�त�वरोणों के� बु�जिझाल औरो मनों:स्थि7वित के� केष्‍ टकेरो बुनों�त2 ह* , विकेन्त) यह आव�जा हरो सेमय के�ई भाविवष्‍ यव�णों2 ह2 केरोत2 ह* य� विकेसे2 बु)रो2 घोटनों� के� घोटनों� के� से"के� त द�त2 ह* , ऐसे� नोंह9 केह� जा� सेकेत�।

इसे तरोह केभा2 य�त्र� केK जा� रोह2 ह� औरो रो�स्त� के� आग� विबुल्ल2 इसे प�रो से� उसे प�रो ह� जा�ए , त� शत-प्रवितशत व�हनों-��लके व�हनों के� एके क्षणों के� क्तिलए रो�के द�नों� ह2 उक्ति�त सेमझात� हD। ऐसे� व� यह से��केरो केरोत� हD विके यदिद ग�ड़2 नोंह9 रो�केK गय2 , त� आग� �लकेरो केह9 भा2 दुघोfटनों� घोट सेकेत2 ह*। ऐसे2 बु�त0 केभा2 भा2 विवज्ञा�नोंसेम्मत नोंह9 म�नों2 जा� सेकेत2 , क्य�विके जिजासे बु�त के� ल�ग बुरो�बुरो द�खुत� से)नोंत� औरो व्यंवह�रो म0 ल�त� हD , उसे� व� फक्तिलत ज्य�वितर्षों के� अ"ग म�नों ल�त� हD , उन्ह0 ऐसे� लगत� ह* , म�नों� विबुल्ल2 नों� रो�स्त� के�टकेरो यह भाविवष्‍ यव�णों2 केरो द[ विके र्थ�ड़2 द�रो के� क्तिलए रुके जा�ओ , अन्यर्थ� ग�ड़2 दुघोfटनों�ग्रस्त ह� जा�एग2। के* से2 विवड्म्बुनों� ह* , रो�लव� फ�टके परो पहरो� द� रोह� �XकेKद�रो जाबु आत� हुए रो�ल के� द�खुकेरो ग�ड़2व�ल� के� रुकेनों� के� से"के� त केरोत� ह* , त� बुहुत से� ल�ग एक्से2ड्0ट केK परोव�ह नों केरोत� हुए रो�लव� केJचिंसे�ग के� प�रो केरोनों� के� उद्यात ह� जा�त� हD औरो विबुल्ल2 के� रो�स्त� के�टनों� परो उसेसे� ड्रोकेरो ल�ग ग�ड़2 रो�के द�त� हD।

मD पहल� ह2 इसे बु�त केK ���f केरो �)के� हू" विके प्रम)खु से�त ग्रह� य� आके�श2य हिंप�ड्� के� नों�म के� आधा�रो परो सेप्त�ह के� से�त दिदनों� के� नों�मकेरोणों भाल� ह2 केरो दिदय� गय� ह� , ल�विकेनों इनों दिदनों� परो से"बु"मिधात ग्रह� के� के�ई प्रभा�व नोंह9 ह�त� ह*। ल�विकेनों शके) नों के� क्तिलए ल�ग� नों� इनों दिदनों� के� आधा�रो बुनों�नों� म0 के�ई केसेरो नोंह9 छ�ड़2। यर्थ� ` रोविव म)खु दपfणों , से�म� प�नों , म"गल धाविनोंय� , बु)धा मिमष्‍ ट�न्न। विबुफ� दह2 , श)के� रो�य , शविनों केह� नोंह�य , धा�य खु�य।´ इसेके� अर्थf हुआ विके रोविवव�रो के� दपfणों म0 ��हरो� द�खुनों� पऱ , से�मव�रो के� प�नों खु�नों� परो , म"गलव�रो के� धाविनोंय� �बु�नों� परो , बु)धा के� मिमठी�ई के� से�वनों केरोनों� परो , बुSहस्पवितव�रो के� दह2 खु�नों� परो , श)क्रव�रो के� सेरोसे� य� रो�ई खु�नों� परो तर्थ� शविनोंव�रो के� स्नों�नों

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केरो खु�नों� के� बु�द के�ई के�म केरोनों� परो शके) नों बुनोंत� ह* , के�यf केK क्तिसेजि_ ह�त2 ह*। इनों सेबु बु�त� के� के�ई व*ज्ञा�विनोंके पक्ष नोंह9 ह* , जिजासेसे� फक्तिलत ज्य�वितर्षों के� के�ई ल�नों�-द�नों� रोह�। जाबु सेप्त�ह के� दिदनों� से� ग्रह� के� प्रभा�व के� ह2 के�ई धानों�त्मके य� ऋणोंत्मके सेह-से"बु"धा नोंह9 ह* , त� इल�जा , शके) नों य� भाविवश्यफल केर्थनों केहJ तके सेह2 ह� सेकेत� ह* , यह से��नों�व�ल2 बु�त ह*।

शके) नों प_वित से� य� लJटरो2 केK प_वित से� केई से"भा�वनों�ओं म0 से� एके के� स्व2के�रो केरोनों� केK प्रर्थ� ह*। विकेन्त) हम अच्छा[ तरोह से� जा�नोंत� हD विके बु�रो-बु�रो ऐसे� प्रय�ग� के� परिरोणों�म विवज्ञा�नों केK तरोह एके जा*से� नोंह9 ह�त�। अत: इसे प्रके�रो के� शके) नों भाल� ह2 के) छ क्षणों� के� क्तिलए आहत मनों के� रो�हत द� द� , भाविवश्य य� वतfम�नों जा�नोंनों� केK पक्केK विवमिधा केद�विप नोंह9 ह� सेकेत2। स्मरोणों रोह� , विवज्ञा�नों से� सेत्य के� उद्घा�टनों विकेय� जा� सेकेत� ह* तर्थ� अनों)म�नों से� केई प्रके�रो केK से"भा�वनों�ओं केK व्यं�ख्य� केरोके� अविनों�य औरो विनों�य के� बु2� प0ड्)लम केK तरोह क्तिर्थरोकेत� रोहनों� पड़ सेकेत� ह* , ल�विकेनों इनों द�नों� से� अलग लJटरो2 य� शके) नों प_वित से� अनों)म�नों औरो सेत्य द�नों� केK अवह�लनों� केरोत� हुए अ"धा�रो� म0 टट�लत� हुए जा� भा2 ह�र्थ लग जा�ए , उसे� अपनों2 विनोंयवित म�नों बु*ठीनों� के� ददf झा�लनों� के� विववश ह�नों� पड़त� ह*।

प्रस्त)तकेत�f से"ग2त� प)रो2 परो 9:30 pm 29 दिटप् पभिणोंय�" : इसे से"द�श के� क्तिलए चिंल�के ल�बुल: bokaro, petarwar, vidya sagar mahtha, गत् य�त् मके ज् य�वितर्षों

म.ग&व�रे, 14 ज�&�ई�2009

क्‍�या��एक�हों"�समया�म1�जन्‍�म�&�ने�व�&��क��भातिवष्‍�या�एक�स��हों���हों)�� �?????� �

विवश्व केK के) ल आबु�द[ इसे सेमय 7 अरोबु के� आसेप�से ह* औरो उसे आबु�द[ के� लगभाग छठी� भा�ग 1 केरो�ड़ से� अमिधाके के� वल भा�रोत म0 ह*। परिरोव�रो विनोंय�जानों के� के�यfक्रम� म0 बुढ़�त्तेरो2 के� बु�वजा1द प्रत्य�के दसे वर्षों म0 इसे सेमय आबु�द[ 25 प्रवितशत बुढ़त2 �ल2 आ रोह2 ह*। अत: यह केह� जा� सेकेत� ह* विके बुच्चों� के� जान्मदरो अपनों� उफ�नों परो ह*। इसे सेमय प्रत्य�के मिमनोंट म0 भा�रोत म0 जान्म ल�नों�व�ल� बुच्चों� केK से"ख्य� 4 ह�त2 ह*। विफरो भा2 यदिद आप विकेसे2 बुड़� अस्पत�ल म0 के) छ दिदनों� के� क्तिलए ठीहरोकेरो विनोंरो2क्षणों केरो0 , त� आप प�ए"ग� विके श�यद ह2 के�ई द� बुच्चों� विकेसे2 विवश�श सेमय म0 एके से�र्थ उत्पन्न ह�त� हD। अत: हरो बुच्चों� केK म"जिजाल विनोंभि�त तXरो परो भिभान्न ह�ग2 , ��ह� लगनों केK के)" ड्ल2 एके जा*से2 ह2 क्य� नों ह� , से�रो� ग्रह� केK स्थि7वित एके जा*से2 ह2 क्य� नों ह�।

केभा2-केभा2 एके ह2 गभाf से� द� बुच्चों� के� भा2 जान्म ह�त� ह* , तर्थ�विप जान्मसेमय विबुल्के) ल एके नोंह9 ह�त� , यह2 के�रोणों ह* विके द� जा)ड़वJ भा�इय� के� बु2� बुहुत से�रो2 सेम�नोंत�ओं के� बु�वजा1द के) छ विवर्षोंमत�ए" भा2 ह�त2 हD , विकेन्त) विवर्षोंमत�ए" केभा2-केभा2 इतनों2 म�म1ल2 ह�त2 हD विके द�नों� के� बु2� उसे� अलग केरो प�नों� के�फK केदिठीनों के�यf ह�त� ह*। ह� सेकेत� ह* , इनों म�म1ल2 विवर्षोंमत�ओं के� के�रोणों ह2 द�नों� केK म"जिजाल भिभान्न-भिभान्न ह� , द�नों� अलग-अलग व्यंवसे�य म0 ह�। बुहुत बु�रो द�खुनों� के� ऐसे� भा2 मिमलत� ह* विके द� जा)ड़वJ भा�इय� म0 से� एके जान्म ल�नों� के� से�र्थ ह2 य� के) छ दिदनों� बु�द मरो गय� औरो दूसेरो� आजातके जा2विवत ह2 ह*। जा� जा2विवत ह* , उसेकेK ��रिरोवित्रके विवश�र्षोंत�ए" , से��-विव��रो केK श*ल2 , उम्र के� से�प�क्ष ग्रह� केK स्थि7वित औरो शक्ति< के� अनों)से�रो ह2 ह* , विकेन्त) जा� से"से�रो से� �ल� गय� , उसेके� सेभा2 ग्रह� के� फल उसे जा�तके के� क्य� नोंह9 प्र�प्त ह� सेके� ? यह बुहुत ह2 ग"भा2रो प्रश्न ह*।

म*नों� आय)द�fय से� से"बु"मिधात से"प1णोंf प्रकेरोणों के� अध्ययनों विकेय� , उसेके� विनोंयम-विनोंयम�वक्तिल के� भा2 ध्य�नों से� सेमझानों� केK ��ष्‍ ट� केK , विकेन्त) म)झा� के�ई सेफलत� नोंह9 मिमल2। गत्य�त्मके दश�प_वित से� ह2 एके तथ्य के� उद्घा�टनों केरोनों� म0 अवश्य सेफल हुआ विके जाबु विकेसे2 ग्रह के� दश�के�ल �ल रोह� ह�त� ह* , उसेसे� अष्‍ टम भा�व म0 लग्नों�श विवद्याम�नों ह� , त� के) छ

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ल�ग� के� मSत्य) य� मSत्य)त)ल्य केष्‍ ट अवश्य प्र�प्त ह�त� ह*। से"जाय गJधा2 जाबु 34 वर्षोंf के� र्थ� औरो म"गल के� के�ल से� ग)जारो रोह� र्थ� , जाबु उनोंकेK मSत्य) हुई। उनोंकेK जान्मके)" ड्ल2 म0 धानों) रो�क्तिश के� म"गल से� अष्‍ टम म0 लगनों�श शविनों केकेf रो�क्तिश म0 स्थि7त र्थ�। इनोंकेK मSत्य) के� सेमय शविनों औरो म"गल द�नों� ह2 ग्रह लग्नों से� अष्‍ टम भा�व म0 ग��रो म0 लगभाग एके तरोह केK गवित म0 म"दग�म2 र्थ�। इसे2 तरोह एनों ट[ रो�म�रो�व शविनों के� मध्यके�ल से� ग)जारो रोह� र्थ� , व� 78 वर्षोंf केK उम्र के� र्थ� । इनोंके� जान्मके�ल2नों शविनों केन्य� रो�क्तिश द्वा�दश भा�व म0 स्थि7त र्थ� तर्थ� लग्नों�श श)क्र शविनों के� अष्‍ टम भा�व म0 म�र्षों रो�क्तिश म0 मXजा1द र्थ�।

इसे2 प्रके�रो अन्य केई ल�ग� के� भा2 इसे प्रके�रो केK स्थि7वित म0 मSत्य) के� प्र�प्त केरोत� द�खु� , अत: इसे� मXत के� परिरोकेस्थिल्पत बुहुत से� के�ल� म0 से� एके से"भा�विवत के�ल भाल� ह2 म�नों क्तिलय� जा�ए , प1रो� आत्मविवश्व�से के� से�र्थ हम मXत के� ह2 के�ल नोंह9 केह सेकेत�। इसेसे� भा2 अमिधाके सेत्य यह ह* विके मXत केबु आएग2 , इसेकेK जा�नोंके�रो2 जान्मके)" ड्ल2 से� अभा2 तके विकेए गए श�धा� के� आधा�रो परो म�ल1म केरो प�नों� असे"भाव ह2 ह*। ��ह� जान्मसेमय केK श)_तम जा�नोंके�रो2 विकेसे2 ज्य�वितर्षों2 के� क्य� नों द� द[ जा�ए , मXत के� सेमय केK जा�नोंके�रो2 द� प�नों� विकेसे2 भा2 ज्य�वितर्षों2 के� क्तिलए केदिठीनों ह�ग� ,क्य�विके इसेसे� से"बु"मिधात के�ई से1त्र उनोंके� प�से नोंह9 ह*। अत: जा)ड़व� म0 से� एके केK मXत क्य� हुई औरो जा2विवत के� से�र्थ ग्रह विकेसे प्रके�रो के�म केरो रोह� हD ? इनों द�नों� केK त)लनों� के� के�ई प्रश्न ह2 उपस्थि7त नोंह9 ह�त�। एके ज्य�वितर्षों2य पवित्रके� म0 ऑस्ट�क्तिलय�ई जा)ड़व� केK ऐसे2 भा2 केह�नों2 पढ़नों� के� मिमल2 , जा� 65-66 वर्षोंf केK लम्बु2 उम्र तके जा2नों� के� बु�द एके ह2 दिदनों बु2म�रो पड़� औरो एके ह2 दिदनों के) छ मिमनोंट� के� अ"तरो से� मरो गए। द�नों� केK जा2वनोंश*ल2 , ��रिरोवित्रके विवश�र्षोंत�ए" , के�यfक्रम सेभा2 एके ह2 तरोह के� र्थ�। इतनों2 सेम�नोंत� नों भा2 ह� , विफरो भा2 एके दिदनों औरो एके ह2 लग्नों के� जा�तके� म0 के) छ सेम�नोंत�ए" त� विनोंभि�त तXरो परो ह�त2 हD।

यहJ एके प्रश्न औरो भा2 उठी जा�त� ह* विके जिजासे दिदनों जिजासे लग्नों म0 मह�त्म� गJधा2 , जाव�हरोल�ल नों�हरु , से)भा�श�"द्र बु�से , विहटलरो , नों�प�क्तिलयनों आदिद प*द� हुए र्थ� , उसे दिदनों उसे लग्नों म0 क्य� के�ई औरो प*द� नोंह9 हुआ ? यदिद प*द� हुआ त� उन्ह9 �र्थि��त ल�ग� केK तरोह वह भा2 �र्थि��त य� यशस्व2 क्य� नोंह9 ह* ? इसे प्रश्न के� उत्तेरो सेहजा नोंह9 दिदय� जा� सेकेत�। यदिद उत्तेरो ऋणों�त्मके ह� य�विनों मह�त्म� गJधा2 जा*से� ल�ग� के� जान्म के� दिदनों उसे2 लग्नों केK उसे2 विड्ग्र2 म0 विवश्व के� विकेसे2 भा�ग म0 विकेसे2 व्यंक्ति< के� जान्म नोंह9 हुआ , त� उत्तेरो के� विवश)_ परिरोकेस्थिल्पत म�नों� जा� सेकेत� ह* , विकेन्त) म* इतनों� त� अवश्य केहनों� ��हू"ग� विके प्रकेS वित म0 अवित महत्वप1णोंf घोटनों�ए" के�फK विवरोल ह�त2 हD , जाबुविके से�म�न्य घोटनों�ओं म0 विनोंरो"तरोत� बुनों2 ह�त2 हD। श�रोनों2 अपनों� जा2वनों म� एके बुच्चों� के� प*द� केरोत2 ह* , उसेके� बुच्चों� श�रो ह�त� ह* , जिजानोंकेK विवश�शत�ओं औरो खु1विबुय� के� अन्य जा2व� म0 नोंह9 द�खु� जा� सेकेत� ह*। अत: श�रो के� बुच्चों� के� जान्म के� सेमय म0 जारुरो के) छ विवश�र्षोंत�ए" रोहत2 ह�ग2 , वह क्षणों विवरोल� ह2 उपस्थि7त ह�त� ह�ग�। उसे क्षणों म0 क्तिसेय�रोनों2 अपनों� बुच्चों� के� जान्म नोंह9 द� सेकेत2 , क्य�विके क्तिसेय�रो के� बुच्चों� एके से�र्थ दजाfनों� केK से"ख्य� म0 जान्म ल�त� हD औरो इसेक्तिलए इनोंके� बुच्चों� केK विवश�र्षोंत�ओं के� असे�धा�रोणों नोंह9 केह� जा� सेकेत�। इनोंके� जान्म से�म�न्य सेमय म0 ह2 ह�ग�।

इसे2 तरोह मह�प)रुर्षों� के� आविवभा�fव के� के�ल म0 ग्रह� केK विवश�श स्थि7वित के� के�रोणों जान्म-दरो म0 विवरोलत� रोहत2 ह�ग2। मह�प)रुर्षों� के� जान्म के� सेमय विकेसे2 से�म�न्य प)रुर्षों के� जान्म नोंह9 ह� सेकेत� ह*। एके से�र्थ द� भागव�नों के� अवत�रो केK गव�ह2 इवितह�से भा2 नोंह9 द�त�। म�रो2 इनों बु�त� के� यदिद आप के�रो2 केल्पनों� भा2 केह0 , त� दूसेरो2 बु�त जा� विबुल्के) ल ह2 विनोंभि�त ह* , एके लग्नों औरो एके लग्नों केK विड्ग्र2 म0 महत्वप1णोंf व्यंक्ति< के� जान्म एके 7�नों म0 केभा2 नोंह9 ह�त�। यदिद विकेसे2 दूरो7 द�श म0 विकेसे2 दूसेरो� व्यंक्ति< के� जान्म इसे सेमय ह� भा2 , त� आक्ष�"से औरो द�श�"तरो म0 परिरोवतfनों ह�नों� से� उसेके� लग्नों औरो लग्नों केK विड्ग्र2 म0 परिरोवतfनों आ जा�एग�। विफरो भा2 जाबु जान्म दरो बुहुत अमिधाके ह� , त� य� बुहुत से�रो� बुच्चों� भिभान्न-भिभान्न जागह� परो एके ह2 दिदनों एके ह2 लग्नों म0 य� एके ह2 लग्नों विड्ग्र2 म0 जान्म ल0 , त� क्य� सेभा2 के� के�यfकेल�प , ��रिरोवित्रके विवश�शत�ए" , व्यंवसे�य , क्तिशक्ष�-द[क्ष� , से)खु-दुखु एके जा*से� ह2 ह�ग� ?

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म�रो2 सेमझा से� उनोंके� के�यfकेल�प , उनोंकेK बुXजि_के त2क्ष्णोंत� , से)खु-दुखु केK अनों)भा1वित , लगभाग एके जा*से2 ह2 ह�ग2। विकेन्त) इनों जा�तके� केK क्तिशक्ष�-द[क्ष� , व्यंवसे�य आदिद से"दभाf भाXग�क्तिलके औरो से�म�जिजाके परिरोव�श के� अनों)से�रो भिभान्न भा2 ह� सेकेत� हD। यहJ ल�ग� के� इसे बु�त के� से"शय ह� सेकेत� ह* विके ग्रह� केK ���f के� से�र्थ अकेस्म�तI भाXग�क्तिलके से�म�जिजाके परिरोव�श केK ���f क्य� केK जा� रोह2 ह* ? स्मरोणों रोह� , पSथ्व2 भा2 एके ग्रह ह* औरो इसेके� प्रभा�व के� भा2 इ"के�रो नोंह9 विकेय� जा� सेकेत�। आके�श के� सेभा2 ग्रह� म0 के�ई परिरोवतfनों नोंह9 हुआ ह* , परो"त) भिभान्न-भिभान्न य)ग� सेत्य)ग , त्र�त�य)ग , द्वा�परो औरो केक्तिलय)ग म0 मनों)ष्‍ य� के� भिभानोंनों-भिभान्न स्वभा�व केK ���f ह*। मनों)ष्‍ य ग्रह से� से"��क्तिलत ह* , त� मनों)ष्‍ य के� से�म1विहके स्वभा�व परिरोवतfनों के� भा2 ग्रह� से� ह2 से"��क्तिलत सेमझा� जा� सेकेत� ह* , जा� विकेसे2 य)ग विवश�र्षों के� ह2 जान्म द�त� ह*।

ल�विकेनों से��नों� व�ल2 बु�त त� यह ह* विके जाबु ग्रह� केK गवित , स्थि7वित , परिरोभ्रमणों पर्थ , स्वरुप औरो स्वभा�व आके�श म0 ज्य� के� त्य� बुनों� हुआ ह* , विफरो इनों य)ग� केK विवश�र्षोंत�ओं के� विकेनों ग्रह� से� जा�ड़� जा�ए । य)ग-परिरोवतfनों विनोंभि�त तXरो परो पSथ्व2 के� परिरोव�श के� परिरोवतfनों के� परिरोणों�म ह*। पSथ्व2 परो जानोंसे"ख्य� के� बु�झा बुढ़त� जा�नों� , मनों)ष्‍ य केK से)खु-से)विवधा�ओं के� क्तिलए व*ज्ञा�विनोंके अनों)से"धा�नों� के� तJत� लगनों� , मनों)ष्‍ य के� से)विवधा�व�द[ औरो आलसे2 ह�त� �ल� जा�नों� , भा�गव�द[ से"स्केS वित के� विवके�से ह�नों� , जा"गल-झा�ड़ के� से�फ ह�त� जा�नों� , उद्या�ग� औरो मश2नों� के� विवके�से ह�त� जा�नों� , पय�fवरोणों के� से"केट उपस्थि7त ह�नों� , य� सेबु अन्य ग्रह� केK द�नों नोंह9। यह पSथ्व2 के� तल परो ह2 घोट रोह2 घोटनों�ए" हD। पSथ्व2 के� व�य)म"ड्ल प्रवितदिदनों गमf ह�त� जा� रोह� ह*। आके�श म0 ओजा�नों केK परोत केमजा�रो पड़ रोह2 ह* , द�नों� ध्रु)व� के� बुफf अमिधाके से� अमिधाके विपघोलत� जा� रोह� हD , ह� सेकेत� ह* , पSथ्व2 म0 विकेसे2 दिदनों प्रलय भा2 आ जा�ए ,इनों सेबुम0 अन्य ग्रह� के� के�ई प्रभा�व नोंह9 ह*।

ग्रह� के� प्रभा�व से� मनों)ष्‍ य केK चिं��तनोंधा�रो�ए" बुदलत2 रोहत2 हD , विकेन्त) पSथ्व2 के� विवभिभान्न भा�ग� म0 रोहनों�व�ल� एके ह2 दिदनों एके ह2 लग्नों म0 प*द� ह�नों�व�ल� द� व्यंक्ति<य� के� बु2� के�फK सेम�नोंत� के� बु�वजा1द अपनों�-अपनों� द�श केK सेभ्यत� , से"स्केS वित , से�म�जिजाके , रो�जानों2वितके औरो भाXग�क्तिलके परिरोव�श से� प्रभा�विवत ह�नों� केK भिभान्नत� भा2 रोहत2 ह*। से"से�धानों� केK भिभान्नत� व्यंवसे�य केK भिभान्नत� के� के�रोणों बुनों�ग2 । सेम)द्र के� विकेनों�रो� रोहनों�व�ल� ल�ग , बुड़� शहरो� म0 रोहनों�व�ल� ल�ग , गJव� म0 रोहनों�व�ल� से"पन्न ल�ग औरो गरो2बु2 रो�खु� के� नों2�� रोहनों�व�ल� ल�ग अपनों� द�शके�ल के� अनों)से�रो ह2 व्यंवसे�य के� �)नों�व अलग-अलग ढं"ग से� केरो0ग�। एके ह2 प्रके�रो के� आई क्य1 रोखुनों�व�ल� द� व्यंक्ति<य� केK क्तिशक्ष�-द[क्ष� भिभान्न-भिभान्न ह� सेकेत2 ह* , विकेन्त) उनोंकेK चिं��तनों-श*ल2 एके जा*से2 ह2 ह�ग2। इसे तरोह पSथ्व2 के� प्रभा�व के� अ"तगfत आनों�व�ल� भाXग�क्तिलके प्रभा�व के� नोंजारोअ"द�जा नोंह9 विकेय� जा� सेकेत�।

इसे के�रोणों एके ह2 लग्नों म0 एके ह2 विड्ग्र2 म0 भा2 जान्म ल�नों�व�ल� व्यंक्ति< के� शरो2रो भाXग�क्तिलके परिरोव�श के� अनों)से�रो ग�रो� य� के�ल� ह� सेकेत� ह*। लम्बु�ई म0 केम2-अमिधाकेत� के) छ भा2 ह� सेकेत2 ह* , विकेन्त) स्व�स्थ्य , शरो2रो के� केमजा�रो य� मजाबु1त बुनों�नों�व�ल2 ग्र"क्तिर्थयJ , श�रो2रिरोके आवश्यकेत�ए" औरो शरो2रो से� से"बु"मिधात म�मल� के� आत्मविवश्व�से एके जा*से� ह� सेकेत� ह*। सेभा2 के� धानों औरो परिरोव�रो विवशयके चिं��तनों एके जा*से� ह�ग� , सेभा2 म0 प)रुर्षों�र्थf-क्षमत� य� शक्ति< के� से"गदिठीत केरोनों� केK क्षमत� एके जा*से2 ह�ग2। सेभा2 के� क्तिलए से"पभित्ते , 7�मियत्व औरो से"7� से� से"बु"मिधात एके ह2 प्रके�रो के� दृमि]के�णों ह�ग�। सेभा2 अपनों� बु�ल-बुच्चों� से� एके जा*से2 लग�व औरो से)खु प्र�प्त केरो सेके0 ग�। सेभा2 केK से1झा-बु1झा एके जा*से2 ह�ग2। सेभा2 अपनों2 सेमस्य�ओं के� हल केरोनों� म0 सेम�नों धा*यf औरो से"घोर्षोंf क्षमत� के� परिरो�य द0ग�। सेभा2 अपनों2 जा2वनोंसे�र्थ2 से� एके जा*से� ह2 से)खु प्र�प्त केरो0ग�। अपनों2-अपनों2 गSह72 के� प्रवित उनोंके� दृमि]के�णों एके जा*से� ह2 ह�ग�। सेभा2 के� जा2वनों दशfनों एके जा*से� ह2 ह�ग� , जा2वनों-श*ल2 एके जा*से2 ह2 ह�ग2। भा�ग्य , धामf , म�नोंव2य पक्ष के� म�मल� म0 उद�रोव�दिदत� य� केट्टेरोव�दिदत� के� एके जा*से� रुखु ह�ग�। सेभा2 के� से�म�जिजाके रो�जानों2वितके म�मल� केK सेफलत� एके जा*से2 ह�ग2। सेभा2 के� अभा2ष्‍ ट ल�भा एके जा*से� ह�ग�। सेभा2 म0 खु�f केरोनों� केK प्रवSभित्ते एके जा*से2 ह2 ह�ग2।

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विकेन्त) शरो2रो के� वजानों , रो"ग य� रुप एके जा*से� नोंह9 ह�ग�। से"य)< परिरोव�रो केK ल"बु�ई , �Xड़�ई एके जा*से2 नोंह9 ह�ग2। धानों केK म�त्र� एके जा*से2 नोंह9 ह� सेकेत2 ह*। से"गठीनों शक्ति< , श�रो2रिरोके त�केत य� भा�ई-बुहनों� केK से"ख्य� म0 भा2 विवभिभान्नत� ह� सेकेत2 ह*। से"पभित्ते भा2 परिरोव�श के� अनों)से�रो ह2 भिभान्न-भिभान्न ह�ग2 । से"त�नों केK से"ख्य� एके जा*से2 नोंह9 ह� सेकेत2 ह*। द�म्पत्य जा2वनों भिभान्न-भिभान्न प्रके�रो के� ह� सेकेत� ह*। जा2वनों केK ल"बु�ई म0 भा2 एकेरुपत� केK बु�त नोंह9 ह�ग2 , के�ई द[घोfजा2व2 त� के�ई मध्यजा2व2 तर्थ� के�ई अल्प�य) भा2 ह� सेकेत� ह*। व्यंवसे�य केK ऊ" ��ई य� स्तरो भा2 अलग-अलग ह� सेकेत� ह*। इसे2 प्रके�रो ल�भा औरो खु�f के� स्तरो भा2 से�म�जिजाके , रो�जानों2वितके , भाXग�क्तिलके , आर्थिर्थ�के य� अन्य से"से�धानों� परो विनोंभाfरो ह� सेकेत� ह*। विकेन्त) गत्य�त्मके दश� प_वित के� अनों)से�रो ह2 व� सेभा2 जा�तके एके से�र्थ विकेसे2 खु�से वर्षोंf म0 , विकेसे2 खु�से मह2नों0 म0 , विकेसे2 खु�से दिदनों म0 तर्थ� विकेसे2 खु�से घो"ट� म0 से)खु य� दुखु केK अनों)भा1वित अवश्य केरो0ग� , उनोंम0 सेके�रो�त्मके य� नोंके�रो�त्मके दृमि]के�णों उसे2 तरोह दिदखु�ई पड़�ग�।

विकेसे2 व्यंक्ति< के� ईंट बुनों�त� हुए आपनों� अवश्य द�खु� ह�ग�। उसेके� प�से उसेके� अपनों� सेJ�� ह�त� ह* तर्थ� सेनों2 हुई ग2ल2 मिमट्टे[ ह�त2 ह*। प्रत्य�के बु�रो वह ग2ल2 मिमट्टे[ से� सेJ�� के� भारोत� ह* औरो एके-एके ईंट विनोंके�लत� ह*। घो"ट� भारो म0 वह हजा�रो केK से"ख्य� म0 ईंट� विनोंके�ल ल�त� ह*। ईंट बुनों�नों�व�ल� केK विनोंग�ह म0 सेभा2 ईंट� एके तरोह केK ह2 ह�त2 हD , विकेन्त) जिजासे� ईंट� खुरो2दनों� ह�त� ह* , वह के) छ ईंट� के� केमजा�रो केह अस्व2केS त केरो द�त� ह* , जाबुविके उनों ईंट� म0 जाबुदfस्त सेम�नोंत� ह�त2 ह*। इसे तरोह एके आम के� वSक्ष म0 आम के� ढं�रो� फल एके से�र्थ लगत� हD ,फल� के� परिरोपक्व ह�नों� परो सेभा2 फल� केK बुनों�वट औरो स्व�द म0 बुड़2 सेम�नोंत� ह�त2 ह* , के�ई भा2 उन्ह0 द�खुकेरो केह सेकेत� ह* विके आम एके ह2 जा�वित के� हD , परो"त) के) छ के� आके�रो प्रके�रो औरो स्व�द केK दृमि] से� केमजा�रो बुत�केरो अस्व2केS त केरो दिदय� जा�त� ह*। इसे2 प्रके�रो म�नोंवविनोंर्मिम�त ह� य� प्रकेS वितसेSजिजात , हरो से"से�धानों के� एके ह�नों� औरो बु2जा केK सेम�नोंत� ह�नों� के� बु�वजा1द अपव�द के� रुप म0 के) छ विवर्षोंमत�ए" केभा2 आ�यf�विकेत केरो द�नों�व�ल2 ह�त2 हD। इसे2 प्रके�रो एके ह2 दिदनों एके लग्नों म0 य� लग्नों के� एके ह2 अ"श म0 जान्म ल�नों�व�ल� बुहुत से�रो� ल�ग� म0 के) छ विवर्षोंमत�ओं के� बु�वजा1द उनोंकेK अमिधाके�"श सेम�नोंत�ओं के� नोंजारोअ"द�जा नोंह9 विकेय� जा� सेकेत�।

प्रस्त)तकेत�f विवश�र्षों के) म�रो परो 12:15 am 25 दिटप् पभिणोंय�" : इसे से"द�श के� क्तिलए चिंल�के ल�बुल: bokaro, petarwar, vidya sagar mahtha, गत् य�त् मके ज् य�वितर्षों

श�क्रव�रे, 3 अप्र)&�2009

क्‍या��हों)�गत्‍या�त्‍मक�ज्‍याति�ष�� �?��

प्र��2नों ज्य�वितर्षों के� ग्र"र्थ� म0 वर्णिणों�त ग्रह� केK अव7� के� अनों)से�रो मनों)ष्‍य के� जा2वनों परो पड़नों� व�ल� ग्रह� केK गवित के� से�प�क्ष उनोंकेK शक्ति< के� प्रभा�व के� 12-12 वर्षों के� विवभा�जानों `गत्य�त्मके दश� प_वित´ केहल�त� ह*। यह क्तिसे_�"त, परो"परो�गत ज्य�वितर्षों परो आधा�रिरोत ह�त� हुए भा2 प1णोंfतय� नोंव2नों दृमि]के�णों परो आधा�रिरोत ह*।

इसे प_वित म0 वर्षों से� �ल2 आ रोह2 `हिंव�श�त्तेरो2 दश� प_वित´ के� 7�नों नों द� केरो नोंय� प्रम�य� तर्थ� से1त्र� के� 7�नों दिदय� गय� ह*। इसेम0 प्रत्य�के ग्रह के� प्रभा�व के� अलग-अलग 12 वर्षों के� क्तिलए विनोंधा�fरिरोत विकेय� गय� ह*। से�र्थ ह2 ग्रह� केK शक्ति< विनोंधा�fरोणों के� क्तिलए 7�नों बुल, दिदकेI बुल, के�ल बुल, नों*सेर्तिग�के बुल, दृके बुल, अ]के वगf बुल से� भिभान्न ग्रह� केK गवितजा औरो 7*वितजा ऊजा�f के� 7�नों दिदय� गय� हD। भा�क्र के� 30 प्रवितशत तके के� विवभा�जानों के� यर्थ�] सेमझा� गय� ह* तर्थ� उसेसे� अमिधाके विवभा�जानों केK आवश्यकेत� नोंह9 सेमझा2 गय2 ह*। लग्नों के� सेबुसे� महत्वप1णोंf रो�क्तिश सेमझात� हुए इसे� सेभा2 प्रके�रो केK भाविवष्‍यव�भिणोंय� के� आधा�रो म�नों� गय� ह*।

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�"द्रम� मनों के� प्रत2के ग्रह ह*। बु�पनों म0 सेभा2 अपनों� मनों के� अनों)से�रो ह2 के�यf केरोनों� पसे"द केरोत� हD। इसेक्तिलए इसे अवमिधा के� �"द्रम� के� दश� के�ल म�नों� गय� ह*, ��ह� उनोंके� जान्म विकेसे2 भा2 नोंक्षत्र म0 क्य� नों हुआ ह�। �"द्रम� केK गत्य�त्मके शक्ति< के� विनोंधा�fरोणों के� क्तिलए इसेकेK से1यf से� के�भिणोंके दूरो2 परो ध्य�नों द�नों� आवश्यके ह�ग�। यदिद �"द्रम� केK स्थि7वित से1यf से� 0 विड्ग्र2 केK दूरो2 परो ह�, त� �"द्रम� केK गत्य�त्मके शक्ति< 0 प्रवितशत, यदिद 90 विड्ग्र2, य� 270 विड्ग्र2 दूरो2 परो ह�, त� �"द्रम� केK गत्य�त्मके शक्ति< 50 प्रवितशत औरो यदिद 180 विड्ग्र2 केK दूरो2 परो ह�, त� �"द्रम� केK गत्य�त्मके शक्ति< 100 प्रवितशत ह�त2 ह*। �"द्रम� केK गत्य�त्मके शक्ति< के� अनों)से�रो ह2 जा�तके अपनों2 परिरोस्थि7वितय�" प्र�प्त केरोत� हD। यदिद �"द्रम� केK गत्य�त्मके शक्ति< 0 प्रवितशत ह�, त� उनों भा�व� केK केमजा�रिरोय�, जिजानोंके� �"द्रम� स्व�म2 ह* तर्थ� जाह�" उसेकेK स्थि7वित ह*, के� के�रोणों जा�तके के� बु�ल मनों के� मनों�व*ज्ञा�विनोंके विवके�से म0 बु�धा�ए" उपस्थि7त ह�त2 हD। यदिद �"द्रम� केK गत्य�त्मके शक्ति< 50 प्रवितशत ह�, त� उनों भा�व� केK अप्तित्यधाके स्तरो2य एव" मजाबु1त स्थि7वित, जिजानोंके� �"द्रम� स्व�म2 ह* तर्थ� जाह�" उसेकेK स्थि7वित ह*, के� के�रोणों बु�पनों म0 जा�तके के� मनों�व*ज्ञा�विनोंके विवके�से से"त)क्तिलत ढं"ग से� ह�त� ह*। यदिद �"द्रम� केK गत्य�त्मके शक्ति< 100 प्रवितशत ह�, त� उनों भा�व� केK अवित सेहजा, से)खुद एव" आरो�मद�यके स्थि7वित, जिजानोंके� �"द्रम� स्व�म2 ह* तर्थ� जाह�" उसेकेK स्थि7वित ह*, के� के�रोणों बु�पनों म0 जा�तके के� मनों�व*ज्ञा�विनोंके विवके�से के�फK अच्छा� ह�त� ह*। 5 व0-6 ठी� वर्षोंf म0 �"द्रम� के� प्रभा�व सेव�fमिधाके दिदखु�य2 पड़त� ह*।

बु)धा विवद्या�, बु)जि_ औरो ज्ञा�नों के� प्रत2के ग्रह ह*। 12 वर्षोंf से� 24 वर्षोंf केK उम्र विवद्या�ध्ययनों केK ह�त2 ह*, ��ह� वह विकेसे2 भा2 प्रके�रो केK ह�। इसेक्तिलए इसे अविवधा के� बु)धा के� दश� के�ल म�नों� गय� ह*। बु)धा केK गत्य�त्मके शक्ति< के� विनोंधा�fरोणों के� क्तिलए इसेकेK से1यf से� के�भिणोंके दूरो2 के� से�र्थ इसेकेK गवित परो भा2 ध्य�नों द�नों� आवश्यके ह�त� ह*। यदिद बु)धा से1यf से� 0 विड्ग्र2 केK दूरो2 परो स्थि7त ह� औरो इसेकेK गवित वक्र ह�, त� इसेकेK गत्य�त्मके शक्ति< 0 प्रवितशत ह�त2 ह*। यदिद बु)धा से1यf से� 26-27 विड्ग्र2 के� आसेप�से स्थि7त ह� तर्थ� बु)धा केK गवित 10 प्रवितदिदनों केK ह�, त� इसेकेK गत्य�त्मके शक्ति< 50 प्रवितशत ह�त2 ह*। यदिद बु)धा से1यf से� 0 विड्ग्र2 केK दूरो2 परो स्थि7त ह� औरो बु)धा केK गवित 2 विड्ग्र2 प्रवितदिदनों के� आसेप�से ह�, त� इसेकेK गत्य�त्मके शक्ति< 100 प्रवितशत ह�त2 ह*। बु)धा केK गत्य�त्मके शक्ति< के� अनों)से�रो ह2 जा�तके विवद्या�र्थz जा2वनों म0 अपनों2 परिरोस्थि7वितय�" प्र�प्त केरोत� हD। यदिद बु)धा केK शक्ति< 0 प्रवितशत ह�, त� उनों से"दभाV केK केमजा�रिरोय�, जिजानोंके� बु)धा स्व�म2 ह* तर्थ� जिजासेम0 उसेकेK स्थि7वित ह*, के� के�रोणों जा�तके के� म�नोंक्तिसेके विवके�से म0 बु�धा�ए" आत2 हD। यदिद बु)धा केK शक्ति< 50 प्रवितशत के� आसेप�से ह�, त� उनों भा�व� केK स्तरो2य एव" मजाबु1त स्थि7वित, जिजानोंके� बु)धा स्व�म2 ह* तर्थ� जिजासेम0 उसेकेK स्थि7वित ह*, के� के�रोणों जा�तके के� म�नोंक्तिसेके विवके�से उच्चों के�दिट के� ह�त� ह*। यदिद बु)धा केK शक्ति< 100 प्रवितशत के� आसेप�से ह�, त� उनों भा�व� केK आरो�मद�यके स्थि7वित, जिजानोंके� बु)धा स्व�म2 ह* तर्थ� जिजासेम0 उसेकेK स्थि7वित ह*, के� के�रोणों जा�तके के� म�नोंक्तिसेके विवके�से सेहजा ढं"ग से� ह�त� ह*। 17 व0-18 व0 वर्षोंf म0 यह प्रभा�व सेव�fमिधाके दिदखु�य2 पड़त� ह*।

म"गल शक्ति< एव" से�हसे के� प्रत2के ग्रह ह*। य)व�व7�, य�नों2 24 वर्षोंf से� 36 वर्षोंf केK उम्र तके जा�तके अपनों2 शक्ति< के� सेव�fमिधाके उपय�ग केरोत� हD। इसे दृमि] से� इसे अविवधा के� म"गल के� दश� के�ल म�नों� गय� ह*। म"गल केK गत्य�त्मके शक्ति< के� आकेलनों भा2 से1यf से� इसेकेK के�भिणोंके दूरो2 के� आधा�रो परो विकेय� जा�त� ह*। यदिद म"गल से1यf से� 180 विड्ग्र2 केK दूरो2 परो स्थि7त ह�, त� म"गल केK गत्य�त्मके शक्ति< 0 प्रवितशत, यदिद 90 विड्ग्र2 केK दूरो2 परो स्थि7त ह�, त� म"गल केK गत्य�त्मके शक्ति< 50 प्रवितशत, यदिद 0 विड्ग्र2 केK दूरो2 परो स्थि7त ह�, त� म"गल केK गत्य�त्मके शक्ति< 100 प्रवितशत ह�ग2। म"गल केK गत्य�त्मके शक्ति< के� अनों)से�रो ह2 जा�तके अपनों2 य)व�व7� म0 अपनों2 परिरोस्थि7वितय�" प्र�प्त केरोत� हD। यदिद म"गल केK शक्ति< 0 प्रवितशत के� आसेप�से ह�, त� उनों भा�व� केK केमजा�रिरोय�, जिजानोंके� म"गल स्व�म2 ह* औरो जिजासेम0 उसेकेK स्थि7वित ह*, के� के�रोणों जा�तके के� उत्से�ह म0 केम2 आत2 ह*। यदिद म"गल केK शक्ति< 50 प्रवितशत के� आसेप�से ह�, त� उनों भा�व� केK अप्तित्यधाके स्तरो2य एव" मजाबु1त स्थि7वित, जिजानोंके� म"गल स्व�म2 ह* तर्थ� जिजासेम0 उसेकेK स्थि7वित ह*, के� के�रोणों उनोंके� उत्से�ह उच्चों के�दिट के� ह�त� ह*। यदिद म"गल केK शक्ति< 100 प्रवितशत के� आसेप�से ह�, त� उनों भा�व� केK से)खुद एव" आरो�मद�यके स्थि7वित, जिजानोंके� म"गल स्व�म2 ह* औरो जिजासेम0 उसेकेK स्थि7वित ह*, के� के�रोणों जा�तके केK परिरोस्थि7वितय�" सेहजा ह�त2 हD। 29 व0-30 व0 वर्षोंf म0 यह प्रभा�व सेव�fमिधाके दिदखु�य2 पड़त� ह*।

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श)क्र �त)रो�ई के� प्रत2के ग्रह ह*। 36 वर्षोंf से� 48 वर्षोंf केK उम्र के� प्रXढ़ अपनों� के�यfक्रम� के� य)क्ति<प1णोंf ढं"ग से� अ"जा�म द�त� हD। इसेक्तिलए इसे अवमिधा के� श)क्र के� दश� के�ल म�नों� गय� ह*। श)क्र केK गत्य�त्मके शक्ति< के� आकेलनों के� क्तिलए, से1यf से� इसेकेK के�भिणोंके दूरो2 के� से�र्थ-से�र्थ, इसेकेK गवित परो भा2 ध्य�नों द�नों� आवश्यके ह�त� ह*। यदिद श)क्र से1यf से� 0 विड्ग्र2 केK दूरो2 परो ह� औरो इसेकेK गवित वक्र ह�, त� श)क्र केK गत्य�त्मके शक्ति< 0 प्रवितशत ह�त2 ह*। यदिद श)क्र से1यf से� 45 विड्ग्र2 केK दूरो2 के� आसेप�से स्थि7त ह� औरो इसेकेK गवित प्रवितदिदनों 1 विड्ग्र2 केK ह�, त� श)क्र केK गत्य�त्मके शक्ति< 50 प्रवितशत ह�त2 ह*। यदिद श)क्र केK से1यf से� दूरो2 0 विड्ग्र2 ह� औरो इसेकेK गवित प्रवितदिदनों 1 विड्ग्र2 से� अमिधाके ह�, त� श)क्र केK गत्य�त्मके शक्ति< 100 प्रवितशत ह�त2 ह*। श)क्र केK गत्य�त्मके शक्ति< के� अनों)से�रो ह2 जा�तके अपनों2 प्रXढ़�व7� प1वf के� सेमय व्यंत2त केरोत� हD। यदिद श)क्र केK शक्ति< 0 विड्ग्र2 ह�, त� उनों से"दभा केK केमजा�रिरोय�, जिजानोंके� श)क्र स्व�म2 ह* तर्थ� जिजासेम0 उसेकेK स्थि7वित ह*, के� के�रोणों जा�तके अपनों2 जिजाम्म�द�रिरोय� के� प�लनों केरोनों� म0 केदिठीनों�ई प्र�प्त केरोत� हD। यदिद श)क्र केK शक्ति< 50 प्रवितशत के� आसेप�से ह�, त� उनों से"दभा केK मजाबु1त एव" स्तरो2य स्थि7वित, जिजानोंके� श)क्र स्व�म2 ह* तर्थ� जिजासेम0 उसेकेK स्थि7वित ह*, के� के�रोणों जा�तके अपनों2 जिजाम्म�द�रिरोय� के� प�लनों के�फK सेहजा ढं"ग से� केरो प�त� हD। 41 व0-42 व0 वर्षोंf म0 यह प्रभा�व सेव�fमिधाके दिदखु�य2 पड़त� ह*।

ज्य�वितर्षों केK प्र��2नों प)स्तके� म0 म"गल के� रो�जाके) म�रो तर्थ� से1यf के� रो�जा� म�नों� गय� ह*। म"गल के� दश� के�ल 24 से� 36 वर्षोंf म0 विपत� बुनोंनों� केK उम्र 24 वर्षोंf के� जा�ड़ दिदय� जा�ए, त� यह 48 वर्षोंf से� 60 वर्षोंf ह� जा�त� ह*। इसेक्तिलए इसे अविवधा के� से1यf के� दश� के�ल म�नों� गय� ह*। एके रो�जा� केK तरोह ह2 जानोंसे�म�न्य के� से1यf के� इसे दश� के�ल म0 अमिधाके�मिधाके के�यf से"पन्न केरोनों� ह�त� हD। सेभा2 ग्रह� के� ऊजा�f प्रद�नों केरोनों� व�ल� स्थिअधाकेतम ऊजा�f के� स्रो�त से1यf के� हम�श� ह2 50 प्रवितशत गत्य�त्मके शक्ति< प्र�प्त ह�त2 ह*। इसेक्तिलए इसे सेमय उनों भा�व� केK स्तरो2य एव" मजाबु1त स्थि7वित, जिजानोंके� से1यf स्व�म2 ह* तर्थ� जिजासेम0 उसे2 स्थि7वित ह*, के� के�रोणों उनोंकेK बु�2 जिजाम्म�द�रिरोय� के� प�लनों उच्चों के�दिट के� ह�त� ह*।

बुSहस्पवित धामf के� प्रत2के ग्रह ह*। 60 वर्षोंf से� 72 वर्षोंf केK उम्र के� वS_, हरो प्रके�रो केK जिजाम्म�द�रिरोय� विनोंव�fह केरो, धा�र्मिम�के जा2वनों जा2नों� पसे"द केरोत� हD। इसेक्तिलए इसे अविवधा के� बुSहस्पवित के� दश� के�ल म�नों� गय� ह*। बुSहस्पवित केK गत्य�त्मके शक्ति< के� आकेलनों भा2 से1यf से� इसेकेK के�भिणोंके दूरो2 के� आधा�रो परो विकेय� जा�त� ह*। यदिद बुSहस्पवित से1यf से� 180 विड्ग्र2 केK दूरो2 परो स्थि7त ह�, त� बुSहस्पवित केK गत्य�त्मके शक्ति< 0 प्रवितशत, 90 विड्ग्र2 केK दूरो2 परो स्थि7त ह�, त� बुSहस्पवित केK गत्य�त्मके शक्ति< 50 प्रवितशत तर्थ� यदिद 0 विड्ग्र2 केK दूरो2 परो स्थि7त ह�, त� बुSहस्पवित केK गत्य�त्मके शक्ति< 100 प्रवितशत ह�ग2। बुSहस्पवित केK गत्य�त्मके शक्ति< के� अनों)से�रो ह2 जा�तके अपनों� वS_ जा2वनों म0 अपनों2 परिरोस्थि7वितय�" प्र�प्त केरोत� हD। यदिद बुSहस्पवित केK शक्ति< 0 प्रवितशत के� आसेप�से ह�, त� उनों भा�व� केK केमजा�रिरोय�, जिजानोंके� बुSहस्पवित स्व�म2 ह* तर्थ� जिजासेम0 उसेकेK स्थि7वित ह*, के� के�रोणों उनोंके� जा2वनों विनोंरो�श�जानोंके बुनों� रोहत� ह*। यदिद बुSहस्पवित केK शक्ति< 50 प्रवितशत के� आसेप�से ह�, त� उनों भा�व� केK मजाबु1त एव" स्तरो2य स्थि7वित, जिजानोंके� बुSहस्पवित स्व�म2 ह* तर्थ� जिजासेम0 उसेकेK स्थि7वित ह*, के� के�रोणों अवके�श प्र�प्तिप्त के� बु�द के� जा2वनों उच्चों के�दिट के� ह�त� ह*। यदिद बुSहस्पवित केK शक्ति< 100 प्रवितशत के� आसेप�से ह�, त� उनों भा�व� केK आरो�मद�यके स्थि7वित, जिजानोंके� बुSहस्पवित स्व�म2 ह* औरो जिजासेम0 इसेकेK स्थि7वित ह*, के� के�रोणों जा�तके केK परिरोस्थि7वितय�" वS_�व7� म0 के�फK से)खुद ह�त2 हD।

प्र��2नों ज्य�वितर्षों के� केर्थनों�नों)से�रो ह2 शविनों के�, अवितवS_ ग्रह म�नोंत� हुए, जा�तके के� 72 वर्षोंf से� 84 वर्षोंf केK उम्र तके के� दश� के�ल इसेके� आमिधापत्य म0 दिदय� गय� ह*। शविनों केK गत्य�त्मके शक्ति< के� आकेलनों भा2 से1यf से� इसेकेK के�भिणोंके दूरो2 के� आधा�रो परो ह2 विकेय� जा�त� ह*। यदिद शविनों से1यf से� 180 विड्ग्र2 केK दूरो2 परो ह�, त� इसेकेK गत्य�त्मके शक्ति< 0 प्रवितशत ह�त2 ह*। यदिद शविनों से1यf से� 90 विड्ग्र2 केK दूरो2 परो स्थि7त ह�, त� इसेकेK गत्य�त्मके शक्ति< 50 प्रवितशत ह�त2 ह*। यदिद शविनों से1यf से� 0 विड्ग्र2 केK दूरो2 परो स्थि7त ह�, त� इसेकेK गत्य�त्मके शक्ति< 100 प्रवितशत ह�त2 ह*। शविनों केK शक्ति< के� अनों)से�रो ह2 जा�तके अवित वS_�व7� म0 अपनों2 परिरोस्थि7वितय�" प्र�प्त केरोत� हD। यदिद शविनों केK शक्ति< 0 प्रवितशत के� आसेप�से ह�, त� उनों भा�व� केK केमजा�रिरोय�, जिजानोंके� शविनों स्व�म2 ह*, य� जिजासेम0 उसेकेK स्थि7वित ह*, के� के�रोणों अवित वS_�व7� के�

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उनोंके� सेमय के�फK विनोंरो�श�जानोंके ह�त� ह*। यदिद शविनों केK गत्य�त्मके शक्ति< 50 प्रवितशत के� आसेप�से ह�, त� उनों भा�व� केK अप्तित्यधाके मजाबु1त एव" स्तरो2य स्थि7वित, जिजानोंके� शविनों स्व�म2 ह*, य� जिजासेम0 उसेकेK स्थि7वित ह*, के� के�रोणों उनोंके� यह सेमय उच्चों के�दिट के� ह�त� ह*। यदिद शविनों केK शक्ति< 100 प्रवितशत के� आसेप�से ह�, त� उनों भा�व� केK अवित से)खुद एव" आरो�मद�यके स्थि7वित, जिजानोंके� शविनों स्व�म2 ह�, य� जिजासेम0 उसेकेK स्थि7वित ह�, के� के�रोणों, वS_�व7� के� बु�वजा1द, उनोंके� सेमय के�फK से)खुद ह�त� ह*।

इसे2 प्रके�रो जा�तके के� उत्तेरो वS_�व7� के� 84 वर्षोंf से� 96 वर्षोंf तके के� सेमय य1रो�नोंसे, 96 से� 108 वर्षोंf तके के� सेमय नों�प्च्‍य1नों तर्थ� 108 से� 120 वर्षोंf तके के� सेमय प्ल1ट� के� द्वा�रो� से"��क्तिलत ह�त� ह*। य1रो�नोंसे, नों�प्च्‍य1नों एव" प्ल1ट� केK गत्य�त्मके शक्ति< के� विनोंधा�Z रोणों भा2, म"गल, बुSहस्पवित औरो शविनों केK तरोह ह2, से1यf से� इसेकेK के�णों�त्मके दूरो2 के� आधा�रो परो विकेय� जा�त� ह*। इसे प्रके�रो इसे दश� प_वित म0 सेभा2 ग्रह� केK एके खु�से अविवधा म0 एके विनोंभि�त भा1मिमके� ह�त2 ह*। हिंव�श�त्तेरो2 दश� प_वित केK तरोह एके म�त्र �"द्रम� के� नोंक्षत्र ह2 सेभा2 ग्रह� के� से"��क्तिलत नोंह9 केरोत� ह*।

सेभा2 ग्रह, अपनों2 अव7� विवश�र्षों म0 के)" ड्ल2 म0 प्र�प्त बुल औरो स्थि7वित के� अनों)से�रो, अपनों� के�यf के� से"प�दनों केरोत� हD। ल�विकेनों इनों 12 वर्षों म0 भा2 सेमय-सेमय परो उत�रो-�ढ़�व आनों� तर्थ� छ�ट�-छ�ट� अ"तरो�ल� के� बु�रो� म0 जा�नोंके�रो2 इसे प_वित से� से"भाव नोंह9 ह*। 12 वर्षोंf के� अ"तगfत ह�नों� व�ल� उलट-फ� रो के� विनोंणोंfय `लग्नों से�प�क्ष गत्य�त्मके ग��रो प्रणों�ल2´ से� केरो0, त� दश� के�ल से� से"बु"मिधात से�रो2 केदिठीनों�इय�" सेम�प्त ह� जा�ए"ग2। इनों द�नों� क्तिसे_�"त� के� उपय�ग ह�नों� से� ज्य�वितर्षों विवज्ञा�नों दिदनों दूनों2 रो�त �Xग)नों2 प्रगवित के� पर्थ परो ह�ग�, इसेम0 के�ई से"द�ह नोंह9 ह*। गत् य�त् मके ज् य�वितर्षों परो आधा�रिरोत म�रो� ब् ल�गपरो आपके� स् व�गत ह*।

प्रस्त)तकेत�f से"ग2त� प)रो2 परो 5:38 pm 44 दिटप् पभिणोंय�" : इसे से"द�श के� क्तिलए चिंल�के ल�बुल: bokaro, petarwar, vidya sagar mahtha, गत् य�त् मके ज् य�वितर्षों

श�क्रव�रे, 24 अक्तू5 बुरे�2008

होंम�ग्रहों�क �तिकस�शलिक्तू�स��प्रभा�तिव��हों6

एके ह2 ग्रह के� के�णों बुदल जा�नों� से� उसेके� प्रभा�व बुदल जा�त� ह*

पSथ्व2 के� सेभा2 जाड़-��तनों , जा2व-जा"त) औरो मनों)ष्‍य ग्रह� के� विवविकेरोणों , केJस्तिस्म के विकेरोणों , विवद्या)त-�)म्बुकेKय तरो"ग , प्रके�श , ग)रुत्व�केर्षोंfणों य� गवित से� ह2 प्रभा�विवत हD । इनों सेभा2 शक्ति<य� केK ���f भाXवितके विवज्ञा�नों म0 केK गय2 ह*। प)नों: विवज्ञा�नों इसे बु�त केK भा2 ���f केरोत� ह* विके सेभा2 प्रके�रो केK शक्ति<यJ एके-दूसेरो� के� स्वरुप म0 रुप�"तरिरोत केK जा� सेकेत2 ह*। ऊपरो क्तिलखिखुत शक्ति<य� के� ��ह� जिजासे रुप से� ग्रह हम0 प्रभा�विवत केरो0 , वह शक्ति< विनोंभि� त रुप से� ग्रह� के� 7*वितके औरो गवितजा ऊजा�f से� प्रभा�विवत हD , क्य�विके व्यं�वह�रिरोके तXरो परो मDनों� प�य� ह* विके ग्रह-शक्ति< के� से"प1णोंf आधा�रो उसेकेK गवित म0 छ) प� हुआ ह*।

प)नों: एके प्रश्न औरो उठीत� ह* , सेभा2 ग्रह मिमलकेरो विकेसे2 दिदनों पSथ्व2व�क्तिसेय� के� क्तिलए ऊजा�f य� शक्ति< से� से"बु"मिधात एके जा*से� व�त�वरोणों बुनों�त� हD , त� उसेके� प्रभा�व भिभान्न-भिभान्न वनोंस्पवित , जा2व-जा"त) , औरो मनों)ष्‍य� परो भिभान्न-भिभान्न रुप से� क्य� पड़त� ह* ? एके ह2 तरोह केK विकेरोणों� के� प्रभा�व एके ह2 सेमय पSथ्व2 के� विवभिभान्न भा�ग� म0 भिभान्न-भिभान्न तरोह से� क्य� पड़त� ह* ? इसे बु�त के� सेमझानों� के� क्तिलए के) छ बु�त� परो गXरो केरोनों� पड़�ग�। मई के� मह2नों� �ल रोह� ह� , मध्य आके�श म0 से1यf ह� ,द�पहरो के� सेमय ह� , प्र�ण्ड् गमz पड़त2 ह*। इसे2 सेमय पSथ्व2 के� जिजासे भा�ग म0 से)बुह ह� रोह2

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ह�ग2 , वहJ से)बुह के� व�त�वरोणों के� अनों)रुप , जाहJ श�म ह� रोह2 ह�ग2 , वहJ श�म के� अनों)रुप तर्थ� जाहJ मध्य रो�वित्र ह�ग2 , वहJ सेमस्त व�त�वरोणों आधा2 रो�त के� ह�ग�।

अभिभाप्र�य यह ह* विके एके ह2 विकेरोणों के� के�णों बुदल जा�नों� से� उसेके� प्रभा�व विबुल्के) ल बुदल जा�त� ह*। द�पहरो केK से1यf केK प्र�"ड् गमz , जा� अभा2 व्यं�के) ल केरो द�नों�व�ल2 ह* , आधा2रो�त के� स्वय"म�व रो�हत द�नों�व�ल2 ह� जा�त2 ह*। प्रत्य�के द� घो"ट� म0 पSथ्व2 अपनों� अक्ष म0 30 विड्ग्र2 आग� बुढ़ जा�त2 ह* औरो इसेके� विनोंरो"तरो गवितश2ल ह�नों� से� सेभा2 ग्रह� के� प्रभा�व के� के�यfक्ष�त्र बुदल जा�त� ह*। पSथ्व2 के� हरो क्षणों के� बुदल�व के� के�रोणों ग्रह� के� के�णों म0 बुदल�व आत� ह* , जिजासेके� फलस्वरुप हरो क्षणों सेSजानों , जान्म-मरोणों , आविवभा�fव आदिद जा2व�त्म� केK ग्र"क्तिर्थय� म0 दजाf ह� जा�त2 ह*। से�र्थ ह2 सेद*व बुदलत� ग्रह2य परिरोव�श के� से�र्थ हरो जा2व�त्म� केK धानों�त्मके-ऋणों�त्मके प्रवितविक्रय� ह�त2 ह*। इसे तरोह एके ह2 ग्रह2य व�त�वरोणों के� पSथ्व2 के� �प्प�-�प्प� म0 स्थि7त जाड़-��तनों परो अलग-अलग प्रभा�व पड़त� ह*।

ग्रह केK गवित , प्रके�श , ग)रूत् व�केर्षोंfणों से� ल�ग प्रभा�विवत ह�त� हD

प्रश्न यह भा2 ह* विके जाबु ग्रह केK गवित , प्रके�श ,ग)रुत्व�केर्षोंfणों य� विवद्या)त-�)म्बुकेKय-शक्ति< से� ल�ग प्रभा�विवत हD , त� अभा2 तके ग्रह-शक्ति< केK त2व्रत� केK जा�नोंके�रो2 के� क्तिलए भाXवितके विवज्ञा�नों के� सेह�रो� नोंह9 ल�केरो फक्तिलत ज्य�वितर्षों म0 7�नोंबुल

, दिदक्बुल , के�लबुल , नों*सेर्तिग�के बुल , ��]�बुल , दृ मि] बुल , आत्मके�रोके , य�गके�रोके , उत्तेरो�यणों , दभिक्षणों�यणों , अ"शबुल , पक्षबुल आदिद केK ���f म0 ह2 ज्य�वितर्षों2 क्य� अपनों� अमिधाके�"श सेमय ग"व�त� रोह0 ? आजा इनोंसे� से"बु"मिधात हरो विनोंयम� औरो के� बु�रो2 बु�रो2 से� हरो के)" ड्क्तिलय� म0 जाJ� केK जा�ए , इनों विनोंयम� के� केम्प्य1टरो2केS त केरो इसेकेK जाJ� केK

जा�ए , म�रो� द�व� ह* , के�ई विनोंष्‍केर्षोंf नोंह9 विनोंकेल�ग�। भाXवितके विवज्ञा�नों म0 जिजातनों0 प्रके�रो केK शक्ति<य� केK ���f केK गय2 ह* , सेभा2 के� म�पनों� के� क्तिलए इके�ई , से1त्र य� से"य"त्र केK व्यंव7� ह* । ग्रह� केK शक्ति< के� म�पनों� के� क्तिलए हम�रो� प�से नों त�

से1त्र ह*, नों इके�ई औरो नों ह2 से"य"त्र।

विवके�सेश2ल विवज्ञा�नों� के� एकेदूसेरो� से� परोस् परो सेहसे"बु"धा आवश् यके

आजा से� हजा�रो� वर्षोंf प1वf से1यfक्तिसे_�"त नों�मके प)स्तके म0 ग्रह� केK विवभिभान्न गवितय� के� उल्ल�खु ह* , इनों गवितय� के� भिभान्न-भिभान्न नों�मकेरोणों हD विकेन्त) इनों गवितय� केK उपय�विगत� के� वल ग्रह केK आके�श म0 सेम्यकेI स्थि7वित के� दिदखु�नों� तके ह2

से2मिमत र्थ2। इन्ह9 गवितय� म0 विवभिभान्न प्रके�रो से� ग्रह केK शक्ति<यJ क्तिछप2 हुई हD , इसे बु�त परो अभा2 तके ल�ग� के� ध्य�नों गय� ह2 नोंह9 र्थ�। विकेसे2 भा2 7�नों परो य� ग्रह विवभिभान्न गवितय� से� से"य)< ह� सेकेत� हD। अत: एके ह2 7�नों परो रोहकेरो य� ग्रह भिभान्न गवित के� के�रोणों भिभान्न फल के� प्रस्त)त केरोत� हD , जा�तके के� भिभान्न मनों�दश� द�त� हD। फक्तिलत ज्य�वितर्षों म0 ग्रह-गवितय� के� विवभिभान्न फल� के� प1रो� उपय�ग विकेय� जा� सेकेत� ह* , जिजासेके� उल्ल�खु ज्य�वितर्षों के� प्र��2नों ग्र"र्थ� म0 नोंह9

विकेय� गय� ह*। इसेके� म)ख्य के�रोणों यह ह� सेकेत� ह* विके उसे सेमय भाXवितके विवज्ञा�नों म0 उस्थिल्ल खिखुत 7*वितजा य� गवितजा ऊजा�f , ग)रुतव�केर्षोंfणों , केJस्तिस्म के विकेरोणों , विवद्या)त �)म्बुकेKय क्ष�त्र आदिद केK खु�जा नोंह9 हुई ह�।

स्मरोणों रोह� , हरो विवज्ञा�नों के� विवके�से द्रुतगवित से� तभा2 ह� सेकेत� ह* , जाबु विवके�सेश2ल विवज्ञा�नों एके दूसेरो� से� परोस्परो धानों�त्मके सेहसे"बु"धा बुनों�ए रोखु0। उनों दिदनों� भाXवितके विवज्ञा�नों के� बुहुआय�म2 विवके�से नोंह9 ह� प�य� र्थ� , इसेक्तिलए हम�रो� ऋविर्षों य� प1वfजा ग्रह� केK शक्ति< केK खु�जा आके�श के� विवभिभान्न 7�नों� म0 उसेकेK स्थि7वित म0 ढं1"ढ़ रोह� र्थ�। उन्ह�नों� ग्रह� केK शक्ति< के� खु�जा म0 एड़2-��ट[ के� पसे2नों� एके केरो दिदय� र्थ�। केभा2 व� प�त0 विके ग्रह� केK शक्ति< भिभान्न-भिभान्न रो�क्तिश य� म0

भिभान्न-भिभान्न ह*। केभा2 महसे1से केरोत� विके एके ह2 रो�क्तिश म0 ग्रह भिभान्न-भिभान्न फल द� रोह0 हD। उसे2 रो�क्तिश म0 रोहकेरो केभा2 अपनों2 सेबुसे� बुड़2 विवश�र्षोंत� त� केभा2 अपनों2 केमजा�रो2 दजाf केरो�त� हD। आजा के� सेभा2 विवद्वा�नों ज्य�वितर्षों2 भा2 अवश्य ह2

ऐसे� महसे1से केरोत� ह�ग�। मD अनों�के के)" ड्क्तिलय� म0 एके ह2 रो�क्तिश म0 स्थि7त ग्रह� से� उत्पन्न द� विवपरो2त प्रभा�व� के� द�खु

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�)के� हू"। केकेf लग्नों ह� , प"�म भा�व म0 वSभि� के रो�क्तिश के� बुSहस्पवित ह� , ऐसे2 स्थि7वित म0 व्यंक्ति< से"त�नों से)खु से� परिरोप1णोंf , से"तSप्त भा2 ह� सेकेत� ह* , त� विनोंस्से"त�नों औरो दुखु2 भा2।

वSभि� के रो�क्तिश के� प"�म भा�व के� बुSहस्पवित ��ह� जिजासे द्र�ष्‍के�णों , नोंवम�"श , र्षोंड्Iवगf य� अ]केवगf म0 ह� , जिजातनों� भा2 अच्छा� अ"के प्र�प्त केरो ल0 , यदिद वह म"गल के� से�प�क्ष अमिधाके गवितश2ल नोंह9 हुआ , त� जा�तके धानों�त्मके परिरोणों�म केद�विप नोंह9 प्र�प्त केरो सेकेत�। अत: ग्रह केK शक्ति< विकेसे2 विवश�र्षों 7�नों म0 नोंह9 , वरोनोंI उसेके� रो�क्तिश श केK त)लनों� म0

बुढ़[ हुई गवित के� के�रोणों ह�त2 ह*। ग्रह के� बुल�बुल विनोंधा�fरोणों के� क्तिलए परो"परो� से� दिदक्बुल के� भा2 महत्वप1णोंf म�नों� जा�त� ह*। रो�जाय�ग प्रकेरोणों केK सेम2क्ष� म0 उ_«त के)" ड्ल2 म0 म"गल दिदक्बुल2 र्थ� , विकेन्त) जा�तके य)व�व7� म0 ह2 ट[ बु2 के� मरो2जा र्थ�। मDनों� प�य� विके उसेके� जान्मके�ल म0 म"गल सेमरुपग�म2 र्थ� , जा� अवितश2घ्री2 रो�क्तिश श के� भा�व म0 स्थि7त र्थ�।

इसे के�रोणों म"गल ऋणों�त्मके र्थ� औरो य)व�व7� म0 ह2 य�विनों म"गल के� के�ल म0 ह2 जा�तके केK से�रो2 परिरोस्थि7वितयJ औरो प्रवSभित्तेयJ ऋणों�त्मके र्थ2। फक्तिलत ज्य�वितर्षों म0 अबु तके ग्रह� केK स्थि7वित के� ह2 सेव�fमिधाके महत्व दिदय� गय� ह* , उसेकेK ह*क्तिसेयत य� शक्ति< के� सेमझानों� केK ��]� ह9 केK गय2 ह*। धानोंभा�व म0 स्थि7त वSर्षों के� बुSहस्पवित केरो�ड़पवित औरो भिभाखु�रो2 द�नों� के� जान्म द� सेकेत� ह*। इसे के�रोणों बुSहस्पवित औरो श)क्र द�नों� म0 अ"वितनोंfविहत शक्ति< के� भिभान्न तरो2के� से� सेमझानों� केK बु�त ह�नों2 ��विहए। र्थ�नों� म0 बु*ठी� सेभा2 ल�ग� के� र्थ�नों�द�रो सेमझा क्तिलय� जा�ए त� अनोंर्थf ह2 ह� जा�एग� , क्य�विके भाल� ह2

वहJ अमिधाके सेमय र्थ�नों�द�रो केK उपस्थि7वित रोहत2 ह� , परो"त) केभा2 वहJ एसे प2 , ड्2 एसे प2 औरो केभा2 सेफ� दप�श अपरो�धा2 भा2 बु*ठी� ह� सेकेत� हD।

अभा2 तके ग्रह� के� बुल�बुल के� सेमझानों� के� क्तिलए विवभिभान्न विवद्वा�नों� केK ओरो से� जिजातनों� तरोह के� से)झा�व ज्य�वितर्षों के� ग्र"र्थ� म0 दिदए गए हD , व� पय�fप्त नोंह9 हD। परो"परो�गत सेभा2 विनोंयम� केK जा�नोंके�रो2 , जा� शक्ति< विनोंधा�fरोणों के� क्तिलए बुनों�य2 गय2 ह* , म0 सेवfश्र�ष्ठ केXनों से� ह* , विनोंके�लनों� म)स्तिश्के ल ह* , जिजासेपरो भारो�से� केरो तर्थ� जिजासेके� प्रय�ग केरो भाविवष्‍यव�णों2 के� सेट[के बुनों�केरो जानोंसे�म�न्य के� से�मनों� प�श विकेय� जा� सेके� । ऐसे2 अनों�के के)" ड्क्तिलयJ म�रो2 विनोंग�ह� से� ह�केरो भा2 ग)जारो2 हD , जाहJ ग्रह के� शक्ति<श�ल2 क्तिसे_ केरोनों� के� क्तिलए प्र�य: सेभा2 विनोंयम के�म केरो रोह� हD , विफरो भा2 ग्रह के� फल केमजा�रो ह*। इसेके� के�रोणों यह ह* विके उपरो�< सेभा2 विनोंयम� म0 से� एके भा2 ग्रह-शक्ति< के� म1लस्रो�त से� से"बु"मिधात नोंह9 हD। इसे2 के�रोणों फक्तिलत ज्य�वितर्षों अविनोंभि� त व�त�वरोणों के� दXरो से� ग)जारो रोह� ह*।

प्रस्त)तकेत�f विवश�र्षों के) म�रो परो 7:16 am 63 दिटप् पभिणोंय�" : इसे से"द�श के� क्तिलए चिंल�के ल�बुल: bokaro, petarwar, vidya sagar mahtha, गत् य�त् मके ज् य�वितर्षों

बु7होंस्पति�व�रे, 2 अक्तू5 बुरे�2008

फलि&��ज्‍याति�ष�� �: ��तिवज्ञा�ने�या��अ.धतिवश्वा�स� �

फक्तिलत ज्य�वितर्षों विवज्ञा�नों ह* य� अ"धाविवश्व�से , इसे प्रश्न के� उत्तेरो द� प�नों� सेम�जा के� विकेसे2 भा2 वगf के� क्तिलए आसे�नों नोंह9 ह*। परो"परो�व�द[ औरो अ"धाविवश्व�से2 विव��रोधा�रो� के� ल�ग ,जा� केई 7�नों� परो ज्य�वितर्षों परो विवश्व�से केरोनों� के� के�रोणों धा�खु� खु� �)के0 हD ,भा2 इसे श�स्त्र परो से"द�ह नोंह9 केरोत�। से�रो� द�र्षों�रो�पणों ज्य�वितर्षों2 परो ह2 ह�त� ह*। व*ज्ञा�विनोंकेत� से� से"य)< विव��रोधा�रो� से� ओत-प्र�त व्यंक्ति< भा2 विकेसे2 म)से2बुत म0 फ" सेत� ह2 सेम�जा से� छ) पकेरो ज्य�वितविर्षोंय� केK शरोणों म0 जा�त� द�खु� जा�त� हD। ज्य�वितर्षों केK इसे विवव�द�स्पद स्थि7वित के� क्तिलए म* सेरोके�रो ,श*क्षभिणोंके से"7�नों� एव" पत्रके�रिरोत� विवभा�ग के� द�र्षों2 म�नोंत2 हू"। इन्ह�नों� आजातके ज्य�वितर्षों के� नों त� अ"धाविवश्व�से ह2 क्तिसे_ विकेय� औरो नों ह2 विवज्ञा�नों ?

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सेरोके�रो यदिद ज्य�वितर्षों के� अ"धाविवश्व�से सेमझात2 त� जान्मके)" ड्ल2 बुनोंव�नों� य� जान्मपत्र2 मिमलव�नों� के� के�म म0 लग� ज्य�वितविर्षोंय� परो के�नों1नों2 अड़�नों0 आ सेकेत2 र्थ2। यज्ञा हवनों केरोव�नों� य� त"त्र-म"त्र के� प्रय�ग केरोनों�व�ल� ज्य�वितविर्षोंय� के� के�यf म0 बु�धा�ए" आ सेकेत2 र्थ2। सेभा2 पवित्रके�ओं म0 रो�क्तिश-फल के� प्रके�शनों परो रो�के लग�य� जा� सेकेत� र्थ�। आखिखुरो हरो प्रके�रो केK के) रो2वितय� औरो अ"धाविवश्व�से� जा*से� जा)आ , मद्याप�नों , बु�ल-विवव�ह, सेत2-प्रर्थ� आदिद के� सेम�प्त केरोनों0 म0 सेरोके�रो नों� के�ई केसेरो नोंह9 छ�ड़2 ह* ,परो"त) ज्य�वितर्षों परो विवश्व�से केरोनों�व�ल� के� क्तिलए ऐसे2 के�ई केड़�ई नोंह9 हुई। आखिखुरो क्य� ?

क्य� सेरोके�रो ज्य�वितर्षों के� विवज्ञा�नों सेमझात2 ह* ? नोंह9, अगरो वह इसे विवज्ञा�नों सेमझात2 त� इसे क्ष�त्र म0 के�यf केरोनों�व�ल� के� क्तिलए केभा2-केभा2 विकेसे2 प्रवितय�विगत�, से�मिमनों�रो आदिद के� आय�जानों ह�त� तर्थ� विवद्वा�नों� के� प)रोस्के�रो� से� सेम्म�विनोंत केरो प्र�त्से�विहत विकेय� जा�त�। परो"त) आजातके ऐसे� के) छ भा2 नोंह9 विकेय� गय�। पत्रके�रिरोत� के� क्ष�त्र म0 द�खु� जा�ए त� लगभाग सेभा2 पवित्रके�ए" यद�-केद� ज्य�वितर्षों से� से"बु"मिधात ल�खु, इ"टरोव्यं1 , भाविवष्‍यव�भिणोंयJ आदिद विनोंके�लत2 रोहत2 ह* परो जाबु आजातके इसेकेK व*ज्ञा�विनोंकेत� के� बु�रो� म0 विनोंष्‍केर्षोंf ह2 नोंह9 विनोंके�ल� जा� सेके�, जानोंत� के� के�ई से"द�श ह2 नोंह9 मिमल प�य� त� विफरो ऐसे� ल�खु� य� सेम���रो� के� क्य� औक्ति�त्य ?

पवित्रके�ओं के� विवभिभान्न ल�खु� ह�त) विकेय� जा�नों�व�ल� ज्य�वितविर्षोंय� के0 �यनों के� तरो2के� ह2 गलत ह* । उनोंकेK व्यं�वसे�मियके सेफलत� के� उनोंके� ज्ञा�नों के� म�पद"ड् सेमझा� जा�त� ह* , ल�विकेनों व�स्तव म0 विकेसे2 केK व्यं�वसे�मियके सेफलत� उसेकेK व्यं�वसे�मियके य�ग्यत� के� परिरोणों�म ह�त2 ह* ,नों विके विवर्षोंय-विवश�र्षों केK गहरो2 जा�नोंके�रो2। इनों सेफल ज्य�वितविर्षोंय� के� ध्य�नों फक्तिलत ज्य�वितर्षों के� विवके�से म0 नों ह�केरो अपनों� व्यं�वसे�मियके विवके�से परो ह�त� ह*। ऐसे� व्यंक्ति<य� द्वा�रो� ज्य�वितर्षों विवज्ञा�नों के� प्रवितविनोंमिधात्व केरोव�नों� प�ठीके� के� के�ई से"द�श नोंह9 द0 प�त� ह*। जा� ज्य�वितर्षों2 ज्य�वितर्षों के� विवज्ञा�नों क्तिसे_ केरो सेके0 , उन्ह0 ह2 अपनों� विव��रो प्रस्त)त केरोनों� के� क्तिलए आम"वित्रत विकेय� जा�नों� ��विहए य� एके प्रवितय�विगत� म0 विकेसे2 व्यंक्ति< केK जान्मवितक्तिर्थ, जान्मसेमय औरो जान्म7�नों द�केरो सेभा2 ज्य�वितविर्षोंय� से� उसे जान्मपत्र2 के� विवश्ला�र्षोंणों केरोव�नों� ��विहए । उसेकेK प1रो2 जिंजा�दग2 के0 बु�रो� म0 जा� ज्य�वितर्षों2 सेट[के भाविवष्‍यव�णों2 केरो सेके� उसे� ह2 अखुबु�रो� ,पवित्रके�ओं म0 7�नों मिमलनों� ��विहए।

परो"त) ज्य�वितविर्षोंय� केK परो2क्ष� ल�नों� के� क्तिलए केभा2 भा2 ऐसे� नोंह9 विकेय� गय� ,फलस्वरुप ज्य�वितर्षों केK गहरो2 जा�नोंके�रो2 रोखुनों�व�ल� सेम�जा के� सेम्म)खु केभा2 नोंह9 आ सेके� औरो सेम�जा नों2म-हकेKम ज्य�वितविर्षोंय� से� परो�श�नों ह�त� रोह�। इसेके� अवितरिरो< व*ज्ञा�विनोंके दृमि]के�णों रोखुनों�व�ल� के) छ ल�ग औरो के) छ से"7�ए" ऐसे2 ह* , जा� ज्य�वितर्षों विवज्ञा�नों के� प्रवित विकेसे2 प1व�fग्रह से� ग्रक्तिसेत हD। व� ज्य�वितर्षों से� से"बु"मिधात बु�त� के� से)नोंनों� म0 रुक्ति� केम औरो उपह�से म0 रुक्ति� ज्य�द� रोखुत� हD। उनोंके� दृमि]के�णों म0 सेमन्वयव�दिदत� केK केम2 भा2 आजातके ज्य�वितर्षों के� विवज्ञा�नों नोंह9 क्तिसे_ केरो प�य2 ह*।

ज्य�वितर्षों विवज्ञा�नों केK व*ज्ञा�विनोंकेत� के� बु�रो� म0 से"शय प्रकेट केरोत� हुए यह केह� जा�त� ह* विके सेXरोम"ड्ल म0 से1यf स्थि7रो ह* तर्थ� अन्य ग्रह इसेकेK परिरोक्रम� केरोत� हD, विकेन्त) ज्य�वितर्षों श�स्त्र यह म�नोंत� ह* विके पSथ्व2 स्थि7रो ह* औरो अन्य ग्रह इसेकेK परिरोक्रम� केरोत� हD। जाबु यह परिरोकेल्पनों� ह2 गलत ह* त� उसेपरो आधा�रिरोत भाविवष्‍यव�णों2 के* से� सेह2 ह� सेकेत2 ह* ? परो बु�त ऐसे2 नोंह9 ह* । जिजासे पSथ्व2 परो हम रोहत� हD , वह �ल�यम�नों ह�त� हुए भा2 हम�रो� क्तिलए स्थि7रो ह* , ठीOके उसे2 प्रके�रो , जिजासे प्रके�रो हम विकेसे2 ग�ड़2 म0 �ल रोह� ह�त� हD , वह हम�रो� क्तिलए स्थि7रो ह�त2 ह* औरो विकेसे2 स्ट�शनों परो पहु"�त� ह2 हम केहत� हD , `अम)के शहरो आ गय�।´ जिजासे पSथ्व2 म0 हम रोहत0 हD , उसेम0 हम स्थि7रो से1यf के� ह2 उदय औरो अस्त के� प्रभा�व द�खुत� हD। इसे2 प्रके�रो अन्य आके�श2य हिंप�ड्� के� भा2 प्रभा�व हमपरो पड़त� ह*। पSथ्व2 से� के�ई केS वित्रम उपग्रह के� विकेसे2 दूसेरो� ग्रह परो भा�जानों� ह�त� ह* त� पSथ्व2 के� स्थि7रो म�नोंकेरो ह2 उसेके� से�प�क्ष अन्य ग्रह� केK दूरो2 विनोंके�लनों2 पड़त2 ह*। जाबु यह सेबु गलत नोंह9 ह�त� त� ज्य�वितर्षों म0 पSथ्व2 के� स्थि7रो म�नोंत� हुए उसेके� से�प�क्ष अन्य ग्रह� केK गवित परो आधा�रिरोत फल के* से� गलत ह� सेकेत� ह* ?

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ज्य�वितर्षों केK व*ज्ञा�विनोंकेत� के� बु�रो� म0 से"शय प्रकेट केरोत� हुए दूसेरो� तकेf यह दिदय� जा�त� ह* विके सेXरोम"ड्ल म0 से1यf त�रो� ह* , पSथ्व2, म"गल, बु)धा, बुSहस्पवित, शविनों आदिद ग्रह हD तर्थ� �"द्रम� उपग्रह ह*, जाबुविके ज्य�वितर्षों श�स्त्र म0 सेभा2 ग्रह म�नों� जा�त� हD । इसेक्तिलए इसे परिरोकेल्पनों� परो आधा�रिरोत भाविवष्‍यव�णों2 महत्वह2नों ह*। इसेके� उत्तेरो म0 म�रो� यह केहनों� ह* विके सेभा2 विवज्ञा�नों म0 एके ह2 शब्द� के� तकेनों2केK अर्थf भिभान्न-भिभान्न ह� सेकेत� हD । अभा2 विवज्ञा�नों प1रो� ब्रह्मां�"ड् के� अध्ययनों केरो रोह� ह*। ब्रह्मां�"ड् म0 स्थि7त सेभा2 हिंप�ड्� के� स्वभा�व�नों)से�रो केई भा�ग� म0 व्यं< विकेय� गय� ह*। सेभा2 त�रो�ओं केK तरोह ह2 से1यf केK प्रकेS वित ह�नों� के� के�रोणों इसे� त�रो� केह� गय� ह*। से1यf केK परिरोक्रम� केरोनों�व�ल� हिंप�ड्� के� ग्रह केह� गय� ह*। ग्रह� केK परिरोक्रम� केरोनों�व�ल� हिंप�ड्� के� उपग्रह केह� गय� ह*। विकेन्त) फक्तिलत ज्य�वितर्षों प1रो� ब्रह्मां�"ड् के� अध्ययनों नोंह9 केरो क्तिसेफf अपनों� सेXरोम"ड्ल के� ह2 अध्ययनों केरोत� ह*। से1यf के� छ�ड़केरो अन्य त�रो�ओं के� प्रभा�व पSथ्व2 परो नोंह9 महसे1से विकेय� गय� ह*। इसे2 प्रके�रो अन्य ग्रह� के� उपग्रह� के� पSथ्व2 परो के�ई प्रभा�व नोंह9 द�खु� गय� ह* । से1यf, �"द्र , बु)धा, बुSहस्पवित, श)क्र, शविनों एव" म"गल केK गवित औरो स्थि7वित के� प्रभा�व के� पSथ्व2 , उसेके� जाड़-��तनों औरो म�नोंव-जा�वित परो महसे1से विकेय� गय� ह*। इसेक्तिलए इनों सेबु� के� ग्रह केह� जा�त� ह*। ग्रह� केK इसे श�स्त्र म0 यह2 परिरोभा�र्षों� द[ गय2 ह*। इसेके� आधा�रो परो इसेकेK व*ज्ञा�विनोंकेत� परो प्रश्नक्ति�न्ह नोंह9 लग�य� जा� सेकेत�।

त2सेरो� तकेf यह ह* विके ज्य�वितर्षों म0 रो�हू औरो के� त) के� भा2 ग्रह म�नों� गय� ह* , जाबुविके य� ग्रह नोंह9 हD । य� तकेf बुहुत ह2 महत्वप1णोंf हD। सेबुसे� पहल� यह जा�नोंके�रो2 आवश्यके ह* विके रो�हू औरो के� त) हD क्य� ? पSथ्व2 के� स्थि7रो म�नोंनों� से� पSथ्व2 के� ��रो� ओरो से1यf के� एके के�ल्पविनोंके परिरोभ्रमणों-पर्थ बुनों जा�त� ह*। पSथ्व2 के� ��रो� ओरो �"द्रम� के� एके परिरोभ्रमणों पर्थ ह* ह2 । य� द�नों� परिरोभ्रमणों-पर्थ एके दूसेरो� के� द� विवन्दुओं परो के�टत� हD । अवितप्र��2नोंके�ल म0 ज्य�वितविर्षोंय� के� म�ल1म नोंह9 र्थ� विके एके हिंप�ड् केK छ�य� दूसेरो� हिंप�ड्� परो पड़नों� से� ह2 से1यfग्रहणों औरो �"द्रग्रहणों ह�त� हD। जाबु ज्य�वितविर्षोंय� नों� से1यfग्रहणों औरो �"द्रग्रहणों ह�त� द�खु�, त� व� इसेके� के�रोणों ढं1"ढ़नों� लग�। द�नों� ह2 सेमय इन्ह�नों� प�य� विके से1यf, �"द्र, पSथ्व2 एव" से1यf, �"द्र के� परिरोभ्रमणों-पर्थ परो केटनों�व�ल� द�नों� विवन्दु लम्बुवतI हD। बुसे उन्ह�नों� सेमझा क्तिलय� विके इन्ह9 विवन्दुओं के� फलस्वरुप खु�से अम�वस्य� के� से1यf तर्थ� प1र्णिणों�म� केK रो�वित्र के� �"द्र आके�श से� ल)प्त ह� जा�त� ह*। उन्ह�नों� इनों विवन्दुओं के� महत्वप1णोंf प�केरो इनों विवन्दुओं के� नों�मकेरोणों `रो�हू´ औरो `के� त)´ केरो दिदय�। इसे 7�नों परो उन्ह�नों� जा� गल्त2 केK, उसेके� खु�मिमय�जा� ज्य�वितर्षों विवज्ञा�नों अभा2 तके भा)गत रोह� ह* ,क्य�विके रो�हू औरो के� त) के�ई आके�श2य हिंप�ड् हD ह2 नोंह9 औरो हमल�ग ग्रह� केK जिजासे उजा�f से� भा2 प्रभा�विवत ह�---ग)रुत्व�केर्षोंfणों, गवित, विकेरोणों य� विवद्या)त-�)म्बुकेKय शक्ति<, रो�हू औरो के� त) इनोंम0 से� विकेसे2 के� भा2 उत्सेजाfनों नोंह9 केरो प�त�। इसेक्तिलए इनोंसे� प्रभा�विवत ह�नों� के� के�ई प्रश्न ह2 नोंह9 उठीत�। यह2 के�रोणों ह* विके रो�हू औरो के� त) परो आधा�रिरोत भाविवष्‍यव�णों2 सेह2 नोंह9 ह� प�त2।

�Xर्थ� तकेf यह ह* विके सेभा2 ज्य�वितविर्षोंय� केK भाविवष्‍यव�भिणोंय� म0 विवविवधात� क्य� ह�त2 ह* ? हम सेभा2 जा�नोंत� हD विके के�ई भा2 श�स्त्र य� विवज्ञा�नों क्य� नों ह� के�यf औरो के�रोणों म0 सेह2 से"बु"धा 7�विपत विकेय� गय� ह� त� विनोंष्‍केर्षोंf विनोंके�लनों� म0 के�ई गल्त2 नोंह9 ह�त2। इसेके� विवपरिरोत यदिद के�यf औरो के�रोणों म0 से"बु"धा भ्र�मके ह� त� विनोंष्‍केर्षोंf भा2 भ्रमिमत केरोनों�व�ल� ह�ग�। ज्य�वितर्षों विवज्ञा�नों के� विवके�से बुहुत ह2 प्र��2नों के�ल म0 हुआ। उसे के�ल म0 के�ई भा2 श�स्त्र के�फK विवकेक्तिसेत अव7� म0 नोंह9 र्थ�।सेभा2 श�स्त्र� औरो विवज्ञा�नों� म0 नोंए-नोंए प्रय�ग केरो य)ग के� से�र्थ-से�र्थ उनोंके� विवके�से केरोनों� परो बुल दिदय� गय� , परो अफसे�से केK बु�त ह* विके ज्य�वितर्षों विवज्ञा�नों अभा2 भा2 वह9 ह* जाहJ से� इसेनों� य�त्र� श)रु केK र्थ2 । महर्तिर्षों� जा*मिमनों2 औरो परो�शरो के� द्वा�रो� ग्रह शक्ति< म�पनों� औरो दश�के�ल विनोंधा�fरोणों के� जा� से1त्र र्थ� ,उसेकेK प्र�य�विगके जाJ� केरो उन्ह0 से)धा�रोनों� केK दिदश� म0 केभा2 के�यf नोंह9 विकेय� गय�। अ"धाविवश्व�से सेमझात� हुए ज्य�वितर्षों-श�स्त्र केK गरिरोम� के� जा*से�-जा*से� धाक्के� पहु"�त� गय�, इसे विवद्या� के� हरो य)ग म0 ह्रा�से ह�त� ह2 गय�।

फलस्वरुप यह 21 व9 सेद[ म0 भा2 मिघोसेट-मिघोसेटकेरो ह2 �ल रोह� ह*। ज्य�वितविर्षोंय� केK भाविवष्‍यव�भिणोंय� म0 अ"तरो के� के�रोणों के�यf औरो के�रोणों म0 प�रोस्परिरोके से"बु"धा केK केम2 ह�नों� ह*। ग्रह-शक्ति< विनोंके�लनों� के� क्तिलए म�नोंके-से1त्र के� अभा�व ह*। के) ल 10-12 से1त्र हD ,सेभा2 ज्य�वितर्षों2 अलग अलग से1त्र के� महत्वप1णोंf म�नोंत� हD। दश�के�ल विनोंधा�fरोणों के� एके

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प्र�म�भिणोंके से1त्र ह* , परो उसेम0 एके से�र्थ जा�तके के� ��रो-��रो दश� �लत� रोहत0 हD-एके मह�दश�, दूसेरो2 अ"तदfश�, त2सेरो2 प्रत्य"तरो दश� औरो �Xर्थ2 से1क्ष्म मह�दश�। इतनों� विनोंयम� के� यदिद केम्प्य1टरो म0 भा2 ड्�ल दिदय� जा�ए , त� वह भा2 सेह2 परिरोणों�म नोंह9 द� प�त� ह* , त� प"विड्त� केK भाविवष्‍यव�णों2 म0 अ"तरो ह�नों� त� स्व�भा�विवके ह*। सेभा2 ज्य�वितर्षों2 अलग अलग दश� के� महत्वप1णोंf म�नों ल0 त� सेबुके� केर्थनों म0 अ"तरो त� आएग� ह2 ।

अगल� तकेf यह ह* विके आजाकेल सेभा2 पवित्रके�ओं म0 लग्नोंफल केK ���f रोहत2 ह*। एके रो�क्तिश म0 जान्म ल�नों�व�ल� ल�खु� ल�ग� के� भा�ग्य एके जा*से� के* से� ह� सेकेत� ह* ? यह व�स्तव म0 आ�यf केK बु�त ह* , विकेन्त) यह से� ह* विके विकेसे2 ग्रह के� प्रभा�व एके रो�क्तिश व�ल� परो त� नोंह9 , परो एके लग्नों के� ल�खु� केरो�ड़� ल�ग� परो एके जा*से� ह2 पड़त� ह*। `एके जा*से� फल´ से� एके स्वभा�व व�ल� फल के� बु�धा ह�ग� ,नों विके म�त्र� म0 सेम�नोंत� के� । म�त्र� के� स्तरो त� उसेकेK जान्मके)" ड्ल2 एव" अन्य स्तरो परो विनोंभाfरो केरोत� ह* ,जा*से� विकेसे2 खु�से सेमय विकेसे2 लग्नों के� क्तिलए धानों के� ल�भा एके मजादूरो के� क्तिलए 50-100 रु के� तर्थ� एके बुड़� व्यंवसे�य2 के� क्तिलए ल�खु�-केरो�ड़� के� ह� सेकेत� ह*। ल�विकेनों अमिधाके�"श ल�ग� के� अपनों� लग्नों केK जा�नोंके�रो2 नोंह9 ह�त2 , व� पवित्रके�ओं म0 विनोंकेलनों�व�ल� रो�क्तिशफल के� द�खुकेरो भ्रमिमत ह�त� रोहत� हD।

अगल� तकेf यह ह* विके विकेसे2 दुघोfटनों� म0 एके से�र्थ से*केड़� हजा�रो� ल�ग म�रो� जा�त� हD ,क्य� सेभा2 केK के)" ड्ल2 म0 ज्य�वितर्षों2य य�ग एके-से� ह�त� ह* ? इसे तकेf के� यह उत्तेरो दिदय� जा� सेकेत� ह* विके ज्य�वितर्षों म0 अभा2 के�फK के) छ श�धा ह�नों� बु�केK ह* , जिजासेके� के�रोणों विकेसे2 केK मSत्य) केK वितक्तिर्थ बुतल� प�नों� अभा2 से"भाव नोंह9 ह* ,परो दुघोfटनों�ग्रस्त ह�नों�व�ल� के� आभिश्रत� केK जान्मके)" ड्ल2 म0 के) छ केमजा�रिरोयJ --से"त�नों ,म�त� ,विपत� ,भा�ई ,पवित य� पत्नों2 से� से"बु"मिधात के] अवश्य द�खु� गय� ह* । विकेसे2 दुघोfटनों� म0 एके से�र्थ इतनों� ल�ग� केK मSत्य) प्रकेS वित केK ह2 व्यंव7� ह� सेकेत2 ह* वरोनों� ड्रा�इवरो य� रो�लव� केमf��रो2 केK गल्त2 के� खु�मिमय�जा� उतनों� ल�ग� के� क्य� भा)गतनों� पड़त� ह* ,उन्ह0 मXत केK सेजा� क्य� मिमलत2 ह*, जा� बुड़�-बुड़� अपरो�मिधाय� के� बुड़�-बुड़� दुष्‍केमf केरोनों� के� बु�वजा1द नोंह9 द[ जा�त2।

इसे2 तरोह गभिणोंत केK से)विवधा� के� क्तिलए विकेए गए आके�श के� 12 के�ल्पविनोंके भा�ग� के� आधा�रो परो भा2 ज्य�वितर्षों के� गलत से�विबुत केरोनों� केK दल2ल द[ जा�त2 ह*। यदिद इसे� सेह2 म�नों� जा�ए त� आक्ष�"से औरो द�श�"तरो रो�खु�ओं परो आधा�रिरोत भा1ग�ल के� भा2 गलत म�नों� जा� सेकेत� ह*। आके�श के� इनों के�ल्पविनोंके 12 भा�ग� केK पह��नों के� क्तिलए इनोंके0 विवस्त�रो म0 स्थि7त त�रो�सेम1ह� के� आधा�रो परो विकेय� जा�नों�व�ल� नों�मकेरोणों परो विकेय� जा�नों�व�ल� विवव�द के� भा2 के�ई औक्ति�त्य नोंह9 हD , क्य�विके आके�श के� 360 विड्ग्र2 के� 12 भा�ग� म0 बुJट द�नों� से� अनों"त तके केK दूरो2 एके ह2 रो�क्तिश म0 आ जा�त2 ह*।

प1जा�-प�ठी य� ग्रह केK श�"वित से� भा�ग्य के� बुदल दिदए जा�नों� केK बु�त भा2 व*ज्ञा�विनोंके� के� गल� नोंह9 उतरोत2 ह*। हम�रो� विव��रो से� भा2 ऐसे� केरो प�नों� से"भाव नोंह9 ह*। विकेसे2 बु�लके के� जान्म के� सेमय केK सेभा2 ग्रह� सेविहत आके�श2य स्थि7वित के� अनों)से�रो जा� जान्मके)" ड्ल2 बुनोंत2 ह*, उसेके� अनों)से�रो उसेके� प1रो� जा2वनों केK रुपरो�खु� विनोंभि�त ह� जा�त2 ह* , ऐसे� हमनों� अपनों� अनों)भाव म0 प�य� ह*। प1जा� प�ठी य� ग्रह-श�"वित से� भा�ग्य म0 बुदल�व ल�य� जा� सेकेत� , त� इसेके� सेव�fमिधाके ल�भा प"विड्त वगf के� ल�ग ह2 उठी�त� औरो सेम�जा के� अन्य वग केK तरोक्केK म0 रुके�वट0 आत2। ल�विकेनों यह सेत्य ह* विके प1जा�-प�ठी, यज्ञा-जा�प, म"गल�-म"गल2, म)हूत् तf आदिद अव�"क्तिछत तथ्य� एव" हस् तरो�खु� , हस् त�क्षरो विवज्ञा�नों , त"त्र- , जा�दू-ट�नों�, भा1त-प्र�त, झा�ड्फ1" के , न् य1मरो�ल�जा2 , फ0 गसे)ई, व�स्त), ट*रो� के�ड्f, ल�ल विकेत�बु आदिद ज् य�वितर्षों से� इतरो विवधा�ओं के� भा2 ज् य�वितर्षों म0 प्रव�श से� ह2 ज्य�वितर्षों विवज्ञा�नों केK तरोक्केK म0 बु�धा� पहु"�2 ह*।

ज्य�वितर्षों विवज्ञा�नों म1लत: से"के� त� के� विवज्ञा�नों ह* , यह बु�त नों त� ज्य�वितविर्षोंय� के� औरो नों ह2 जानोंत� के� भा1लनों2 ��विहए। विकेन्त) जानोंत� ज्य�वितर्षों2 के� भागव�नों बुनों�केरो तर्थ� ज्य�वितर्षों2 अपनों� भा<� के� बुरोगल�केरो फक्तिलत ज्य�वितर्षों के� विवके�से म0 बु�धा� पहु"��त� आ रोह� हD। हरो विवज्ञा�नों म0 सेफलत� औरो असेफलत� से�र्थ-से�र्थ �लत2 ह*। म�विड्केल से�इ"से के� ह2 ल0। हरो सेमय एके-नों-एके रो�ग ड्Jक्टरो के� रिरोसे�f केरोनों� के� मजाबु1रो केरोत� हD। विकेसे2 परिरोकेल्पनों� के� ल�केरो ह2 के�यf-के�रोणों

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म0 से"बु"धा 7�विपत केरोनों� के� प्रय�से विकेय� जा�त� ह*, परो सेफलत� पहल� प्रय�से म0 ह2 मिमल जा�त2 ह*, ऐसे2 बु�त नोंह9 ह*। अनों�के�नों�के प्रय�ग ह�त� हD , केरो�ड़�-अरोबु� खु�f विकेए जा�त� हD, तबु ह2 सेफलत� मिमल प�त2 ह* ।

भा1गभाf-विवज्ञा�नों के� ह2 ल0, प्र�रो"भा म0 के) छ परिरोकेल्पनों�ओं के� ल�केरो ह2 विके यहJ अम)के द्रब्य केK खु�नों ह� सेकेत2 ह* , के�यf केरोव�य� जा�त� र्थ� ,परो"त) बुहुत 7�नों� परो असेफलत� ह�र्थ आत2 र्थ2। धा2रो�-धा2रो� इसे विवज्ञा�नों नों� इतनों2 तरोक्केK केरो ल2 ह* विके केसे2 भा2 जाम2नों के� भा1गभाf के� अध्ययनों केम खु�f से� ह2 सेट[के विकेय� जा� सेकेत� ह*। अ"तरिरोक्ष म0 भा�जानों� के� क्तिलए अरोबु� रुपए खु�f केरो त*य�रो विकेए गए उपग्रह के� नों] ह�नों� परो व*ज्ञाविनोंके� नों� ह�रो नोंह9 म�नों2। उनोंकेK केमजा�रिरोय� परो ध्य�नों द�केरो उन्ह0 से)धा�रोनों� के� प्रय�से विकेय� गय� त� अबु सेफलत� मिमल रोह2 ह*। उपग्रह से� प्र�प्त क्ति�त्र के� से�प�क्ष केK जा�नोंव�ल2 मXसेम केK भाविवष्‍यव�णों2 विनोंत्य-प्रवितदिदनों से)धा�रो के� क्रम म0 द�खु2 जा� रोह2 ह*।

म�नोंव जाबु-जाबु गल्त2 केरोत� हD , नोंई-नोंई बु�त� के� से2खुत� हD ,तभा2 उनोंके� प1रो� विवके�से ह� प�त� ह* , परो"त) ज्य�वितर्षों-श�स्त्र के� से�र्थ त� बु�त ह2 उल्ट[ ह* , अमिधाके�"श ल�ग त� इसे� विवज्ञा�नों म�नोंनों� के� त*य�रो ह2 नोंह9 , क्तिसेफf खु�मिमयJ ह2 विगनों�त� हD औरो जा� म�नोंत� हD , व� अ"धाभा< बुनों� हुए हD । यदिद के�ई ज्य�वितर्षों2 सेह2 भाविवष्‍यव�णों2 केरो� त� उसे� प्र�त्से�हनों मिमल� नों मिमल� ,उसेके� द्वा�रो� केK गय2 एके भा2 गलत भाविवष्‍यव�णों2 के� उसे� व्यं"ग्यव�णों से)नोंनों� पड़त� ह*। इसेक्तिलए अभा2 तके ज्य�वितर्षों2 इसे रो�ह परो �लत� आ रोह0 हD , जाहJ क्ति�त्ते भा2 उनोंकेK औरो पट भा2 उनोंकेK ह2 ह�। यदिद उसेनों� विकेसे2 से� केह दिदय�, `त)म्ह� त� अम)के के] ह�नों�व�ल� ह* , प1जा� केरोव� ल� ,यदिद उसेनों� प1जा� नोंह9 केरोव�ई औरो के] ह� गय�,त� ज्य�वितर्षों2 केK बु�त विबुल्के) ल सेह2। यदिद प1जा� केरोव� ल2 औरो के] ह� गय� त� `प1जा� नोंह9 केरोव�त� त� पत� नोंह9 क्य� ह�त�´ । यदिद प1जा� केरोव� ल2 औरो के] नोंह9 हुआ त� `ज्य�वितर्षों2जा2 त� विकेल्के) ल के] के� हरोनों�व�ल� हD´ जा*से� विव��रो मनों म0 आत� हD। हरो स्थि7वित म0 ल�भा भाल� ह2 प"विड्त के� ह� , फक्तिलत ज्य�वितर्षों के� जा�नों�-अनोंजा�नों� के�फK धाक्के� पहु"�त� आ रोह� ह*।

विकेन्त) ल�खु व्यंवधा�नों� के� बु�वजा1द भा2 प्रकेS वित के� हरो �2जा के� विवके�से लगभाग विनोंमिय�त ह�त� ह* प्रकेS वित के� यह विनोंयम ह* विके जिजासे बु2जा के� उसेनों� प*द� विकेय� , उसे� उसेकेK आवश्यकेत� केK वस्त) मिमल ह2 जा�एग2 । द�खु-रो�खु नोंह9 ह�नों� के� बु�वजा1द प्रकेS वित केK से�रो2 वस्त)ए" प्रकेS वित म0 विवद्याम�नों रोहत2 ह2 ह*। बु�लके जान्म ल�नों� के� बु�द अपनों2 आवश्यकेत�ओं केK प1र्तित� के� क्तिलए अपनों2 मJ परो विनोंभाfरो ह�त� ह*। यदिद मJ नों ह� , त� विपत� य� परिरोव�रो के� अन्य सेदस्य उसेके� भारोणों-प�र्षोंणों केरोत� हD। यदिद के�ई नों ह� , त� बु�लके केम उम्र म0 ह2 अपनों2 जाव�बुद�ह2 उठी�नों� से2खु जा�त� ह*। एके पXधा� भा2 अपनों� के� बु��नों� के� क्तिलए केभा2 ट�ढ़� ह� जा�त� ह* , त� केभा2 झा)के जा�त� ह*। लत�ए" मजाबु1त प�ड़� से� क्तिलपट केरो अपनों2 रोक्ष� केरोत2 हD ।

के) ल मिमल�केरो यह2 केह� जा� सेकेत� ह* विके सेबुकेK रोक्ष� विकेसे2 नों विकेसे2 तरोह ह� ह2 जा�त2 ह* औरो ऐसे� ह2 ज्य�वितर्षों श�स्त्र के� से�र्थ हुआ। आजा जाबु सेभा2 सेरोके�रो2 औरो ग*रो-सेरोके�रो2 से"7�ए" ज्य�वितर्षों विवज्ञा�नों के� प्रवित उप�क्ष�त्मके रोव*य� अपनों� रोह2 ह*, सेभा2 परो"परो�गत ज्य�वितर्षों2 रो�हू , के� त) औरो हिंव�श�त्तेरो2 के� भ्र�मके जा�ल म0 फ" सेकेरो अपनों� दिदम�ग के� के�ई सेदुपय�ग नों केरो प�नों� से� तनों�वग्रस्त हD , वह9 दूसेरो2 ओरो ज्य�वितर्षों विवज्ञा�नों के� इसे नोंए व*ज्ञा�विनोंके य)ग के� अनों)रुप गत्य�त्मके विवके�से ह� �)के� ह*। `गत्य�त्मके ज्य�वितर्षों2य अनों)से"धा�नों के� न्द्र´ द्वा�रो� ग्रह� के� गत्य�त्मके औरो 7*वितके शक्ति< के� विनोंके�लनों� के� से1त्र केK खु�जा के� बु�द आजा ज्य�वितर्षों एके वस्त)परोके विवज्ञा�नों बुनों �)के� ह* ।

जा2वनों म0 सेभा2 ग्रह� के� पड़नों�व�ल� प्रभा�व के� ज्ञा�त केरोनों� के� क्तिलए द� व*ज्ञा�विनोंके प_वितय� `गत्य�त्मके दश� प_वित´ औरो `गत्य�त्मके ग��रो प्रणों�ल2´ के� विवके�से विकेय� गय� ह* , जिजासेके� द्वा�रो� जा�तके अपनों� प1रो� जा2वनों के� उत�रो-�ढ़�व के� ल�खु�क्ति�त्र प्र�प्त केरो सेकेत� हD। इसे दश�-प_वित के� अनों)से�रो शरो2रो म0 स्थि7त सेभा2 ग्र"क्तिर्थय� केK तरोह सेभा2 ग्रह एके विवश�र्षों सेमय ह2 म�नोंव के� प्रभा�विवत केरोत� हD। जान्म से� 12 वर्षोंf तके केK अवमिधा म0 म�नोंव के� प्रभा�विवत केरोनों�व�ल� मनों

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के� प्रत2के ग्रह �"द्रम� ह* , इसेक्तिलए ह2 बुच्चों� क्तिसेफf मनों के� अनों)से�रो के�यf केरोत0 हD ,इसेक्तिलए अभिभाभा�वके भा2 खु�ल-खु�ल म0 ह2 उन्ह0 से�रो2 बु�त0 क्तिसेखुल�त� हD। 12 वर्षोंf से� 24 वर्षोंf तके के� विकेश�रो� के� प्रभा�विवत केरोनों�व�ल� विवद्या� , बु)जि_ औरो ज्ञा�नों के� प्रत2के ग्रह बु)धा ह�त� ह*, इसेक्तिलए इसे उम्र म0 बुच्चों� म0 से2खुनों� केK उत्से)केत� औरो क्षमत� के�फK ह�त2 ह*। 24 वर्षोंf से� 36 वर्षोंf तके के� य)वके� के� प्रभा�विवत केरोनों�व�ल� शक्ति<-से�हसे के� प्रत2के ग्रह म"गल ह�त� ह*, इसेक्तिलए इसे उम्र म0 य)वके अपनों� शक्ति< के� सेव�fमिधाके उपय�ग केरोत� हD ।

36 वर्षोंf से� 48 वर्षोंf केK उम्र तके के� प्रXढ़� के� प्रभा�विवत केरोनों�व�ल� य)क्ति<य� के� ग्रह श)क्र ह* , इसेक्तिलए इसे उम्र म0 अपनों2 य)क्ति<-केल� के� सेव�fमिधाके उपय�ग विकेय� जा�त� ह* । 48 वर्षोंf से� 60 वर्षोंf केK उम्र के� व्यंक्ति< के� प्रभा�विवत केरोनों�व�ल� ग्रह सेमस्त सेXरोम"ड्ल केK उजा�f के� स्रो�त से1यf ह*, इसेक्तिलए इसे उम्र के� ल�ग� परो अमिधाके�मिधाके जिजाम्म�द�रिरोयJ ह�त2 हD, बुड़�-बुड़� के�य के� क्तिलए उन्ह0 अपनों� त�जा औरो धा*यf केK परो2क्ष� द�नों2 पड़त2 ह*। 60 वर्षोंf से� 72 वर्षोंf केK उम्र के� प्रभा�विवत केरोनों�व�ल� धामf, न्य�य के� प्रत2के ग्रह बुSहस्पवित ह*, इसेक्तिलए यह सेमय सेभा2 प्रके�रो के� जाव�बुद�विहय� से� म)< ह�केरो धा�र्मिम�के जा2वनों जा2नों� के� म�नों� गय� ह*। 72 वर्षोंf से� 84 वर्षोंf तके केK अवितवS_�व7� के� प्रभा�विवत केरोनों�व�ल� सेXरोम"ड्ल के� दूरो7 ग्रह शविनों ह*। इसे2 प्रके�रो 84 से� 96 तके य1रो�नोंसे , 96 से� 108 तके नों�पच्‍य1नों औरो 108 से� 120 वर्षों Z केK उम्र तके प्ल1ट� के� प्रभा�व म�नों� गय� ह*।

इसे दश�-प_वित के� अनों)से�रो यदिद प1र्णिणों�म� के� सेमय बुच्चों� के� जान्म ह� त� बु�पनों म0 स्व�स्थ्य केK मजाबु1त2 औरो प्य�रो-दुल�रो के� व�त�वरोणों मिमलनों� के� के�रोणों उनोंके� मनों�व*ज्ञा�विनोंके विवके�से के�फK अच्छा� ह�त� हD। इसेके� विवपरिरोत, अम�वस्य� के� सेमय जान्म ल�नों�व�ल� बुच्चों� म0 स्व�स्थ्य य� व�त�वरोणों केK गड़बुड़2 से� मनों�व*ज्ञा�विनोंके विवके�से बु�मिधात ह�त� द�खु� गय� ह*। बुच्चों� के� जान्म के� सेमय बु)धा ग्रह केK स्थि7वित मजाबु1त ह� त� विवद्या�र्थz जा2वनों म0 उन्ह0 बुXजि_के विवके�से के� अच्छा� अवसेरो मिमलत� हD । विवपरिरोत स्थि7वित म0 बुXजि_के विवके�से म0 केदिठीनों�ई आत2 हD। जान्म के� सेमय म"गल मजाबु1त ह� त� 24 वर्षोंf से� 36 वर्षोंf केK उम्र तके मनों�नों)के1 ल म�हXल प्र��प्त ह�त� ह*। विवपरो2त स्थि7वित म0 जा�तके अपनों� के� शक्ति<ह2नों सेमझात� ह*। जान्म के� सेमय मजाबु1त श)क्र केK स्थि7वित 36 वर्षोंf से� 48 वर्षोंf केK उम्र तके से�रो2 जाव�बुद�विहय� के� से)��रुप1णोंf ढं"ग से� अ"जा�म द�त2 हD, विवपरो2त स्थि7वित म0 , के�म से)��रुप1णोंf ढं"ग से� नोंह9 �ल प�त� ह*। इसे2 प्रके�रो मजाबु1त से1यf 48 वर्षोंf से� 60 वर्षोंf तके व्यंक्ति< के� स्तरो म0 के�फK वSजि_ ल�त� हD, विकेन्त) केमजा�रो से1यf बुड़2 असेफलत� प्रद�नों केरोत� हD। जान्मके�ल के� मजाबु1त बुSहस्पवित से� व्यंक्ति< के� अवके�श-प्र�प्त के� बु�द के� जा2वनों से)खुद ह�त� हD।विवपरो2त स्थि7वित म0 अवके�श प्र�प् त केरोनों� के� बु�द उनोंकेK जावबुदह�ह2 खुत्म नोंह9 ह� प�त2 हD। मजाबु1त शविनों के� के�रोणों 72 वर्षोंf से� 84 वर्षोंf तके के� अवितवS_ केK भा2 विहम्मत बुनों2 हुई ह�त2 ह*, जाबुविके केमजा�रो शविनों इसे अवमिधा के� बुहुत के]प्रद बुनों� द�त� हD।इनों ग्रह� के� सेव�fमिधाके बु)रो� प्रभा�व क्रमश: 6 ठी� , 18 व0, 30 व0, 42 व0 ,54 व0, 66 व0 औरो 78 व0 वर्षोंf म0 द�खु� जा� सेकेत� ह*।

गत्य�त्मके ज्य�वितर्षों केK खु�जा के� प��तI विकेसे2 व्यंक्ति< के� भाविवष्‍य जा�नोंनों� असे"भाव त� नोंह9 , म)स्तिश्केल भा2 नोंह9 रोह गय� ह* , क्य�विके व्यंक्ति< के� भाविवष्‍य के� प्रभा�विवत केरोनों� म0 बुड़� अ"श विवज्ञा�नों के� विनोंयम के� ह�त� ह* , छ�ट� अ"श ह2 से�म�जिजाके , रो�जानों2वितके , आर्थिर्थ�के य� प�रिरोव�रिरोके ह�त� ह* य� व्यंक्ति< खु)द तय केरोत� ह*। व�स्तव म0 , हरो केमfय�ग2 आजा यह म�नोंत� हD विके के) छ के�रोके� परो आदम2 के� वश ह�त� ह* , के) छ परो ह�केरो भा2 नोंह9 ह�त� औरो के) छ के) छ परो त� ह�त� ह2 नोंह9 । व्यंक्ति< के� एके छ�ट� विनोंणोंfय भा2 गहरो� अ"धा� के) ए" म0 विगरोनों� य� उ"�2 छल�"ग लग�नों� के� क्तिलए के�फK ह�त� ह*। इतनों2 अविनोंभि�तत� के� मध्य भा2 अगरो ज्य�वितर्षों भाविवष्‍य म0 झा�"केनों� केK विहम्मत केरोत� आय� ह* त� वह उसेके� दुस्से�हसे नोंह9 , वरोणोंI सेमय-सेमय परो विकेए गए रिरोसे�f के� मजाबु1त आधा�रो परो उसेके� खुड़� ह�नों� ह*।

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व�रे�स��फलि&��कथने�अव)ज्ञा�तिनेक

मD प्रत्य�के म"गलव�रो के� श*व केरोनों� य� बु�ल बुनों�नों� के� क्तिलए से*ल1नों जा�त� हू" , य� केभा2-केभा2 से*ल1नोंव�ल� के� ह2 घोरो परो बु)लव� ल�त� हू"। से�ल1नों म0 जा� नों�ई रोहत� ह* , वह ग"वई रिरोश्त� म0 म)झा� ����जा2 केहत� ह*। विवगत द� वर्षों�Z�" से� मD उसेसे� ल�ग�तरो प्रत्य�के म"गलवरो के� श*व केरोव�त� आ रोह� हू"। एके दिदनों से*ल1नोंव�ल� म)झासे� केहत� ह*-`����जा2 एके प्रश्न प1छ1 " ?´ मDनों� केह� -` क्य� नोंह9 ? खु)श2 से� प1छ सेकेत� ह� । ´ ` ल�ग केहत� हD , आप बुहुत बुड़� ज्य�वितर्षों2 ह� , ,ल�ग केहत� हD त� मD ह� सेकेत� हू" , परो त)झा� के�ई से"शय ह* क्य� ? ´ ` इतनों� बुड़� ज्य�वितर्षों2 ह�नों� के� बु�वजा1द आप म"गलव�रो के� बु�ल य� द�ढ़[ बुनोंव�त� हD। केई ल�ग� के� केहनों� ह* विके बुSहस्पवितव�रो के� बु�ल बुनोंव�नों� से� लक्ष्म2 दूरो भा�गत2 ह* औरो शविनोंव�रो म"गलव�रो के� ल�ग�त�रो बु�ल बुनोंव�नों� से� बुहुत ह2 अविनों] ह�त� ह*। एके रो�जा� ल�ग�त�रो के) छ दिदनों� तके इन्ह9 दिदनों� म0 हजा�मत बुनोंव�य� केरोत� र्थ� , जिजासेसे� के) छ दिदनों� बु�द उसेकेK हत्य� ह� गय2 र्थ2। ´

वह बु�लत� ह2 जा� रोह� र्थ�। उसेकेK बु�त� के� से)नोंनों� के� बु�द मDनों� केह�-` विकेसे रो�जा� मह�रो�जा� के� से�र्थ केXनों से2 घोटनों� घोट[ र्थ2 , यह त� म)झा� म�ल1म नोंह9 औरो नों ह2 मD म�ल1म केरोनों� ��हत� हू"। म*नों� म"गलव�रो के� दिदनों इसेक्तिलए �यनों विकेय� क्य�विके इसे दिदनों अ"धाविवश्व�से के� �क्केरो म0 पड़नों� से� ल�ग� केK भा2ड़ त)म्ह�रो� प�से नोंह9 ह�त2 औरो इसेक्तिलए त)म फ) सेfत म0 ह�त� ह�। म)झा� के�फK द�रो तके त)म्ह�रो� इ"तजा�रो नोंह9 केरोनों� ह�त� ह*। म�रो� के�म श2घ्री ह2 बुनों जा�त� ह*। आजा से� बुहुत दिदनों पहल� सेप्त�ह के� दूसेरो� दिदनों� म0 भा2 त)म्ह�रो� प�से आय� र्थ�। उसे सेमय त)म्ह0 फ) सेfत नोंह9 र्थ2 , तबु के�फK द�रो म)झा� अखुबु�रो पढ़केरो सेमय के�टनों� पड़� र्थ�। इसे तरोह म�रो� केKमत2 सेमय केK के) छ बुव�fद[ ह� गय2 र्थ2। अबु म)झा� म"गलव�रो के� बु�ल केटव�नों� म0 से)विवधा� ह� जा�त2 ह*। इसेक्तिलए इसे दिदनों के� से�र्थ सेमझाXत� केरो �)के� हू" , सेप्त�ह के� दूसेरो� दिदनों� म0 म)झा� असे)विवधा� ह�त2 ह*। से)य�ग उसे� ह2 केहत� हD , जाबु के�म आसे�नों2 से� बुनों जा�ए। इनों के�य�Z�" के� क्तिलए म�रो� क्तिलए बु)धाव�रो श)भा नोंह9 ह* , क्य�विके इसे दिदनों सेमय केK अनों�वश्यके बुव�fद[ ह� जा�त2 ह* , रुट[नों म0 व्यंवधा�नों उपस्थि7त ह�त� ह* , के�म केरोनों0 के� क्तिसेलक्तिसेल� विबुगड़ जा�त� ह*।

सेम�जा म0 द�खु� जा�ए , त� अमिधाके�"श ल�ग म"गलव�रो औरो शविनोंव�रो के� इसे तरोह के� के�य�Z�" य� अन्य दिदनों� के� अन्य विकेसे2 प्रके�रो के� के�य�Z�" के� क्तिलए अश)भा म�नोंत� हD। उनोंके� ऐसे� विवश्व�से ह* विके गलत दिदनों� म0 विकेय� गय� के�यf अविनों]केरो फल भा2 प्रद�नों केरो सेकेत� ह*। इसे� के�रो� अ"धाविवश्व�से ह2 केह� जा� सेकेत� ह* , क्य�विके भाल� ह2 ग्रह� के� नों�म परो इनों व�रो� के� नों�मकेरोणों ह� गय� ह� ,विकेन्त) सेच्चों2 बु�त यह ह* विके ग्रह� केK स्थि7वित से� इनों व�रो� के� के�ई से"बु"धा ह* ह2 नोंह9। नों त� रोविवव�रो के� से1यf आके�श के� विकेसे2 खु�से भा�ग म0 ह�त� ह* ,औरो नों ह2 इसे दिदनों से1यf केK गवित म0 के�ई परिरोवत्र्तनों ह�त� ह* , औरो नों ह2 रोविवव�रो के� से1यf के� वल धानों�त्मके य� ऋणों�त्मके फल ह2 द�त� ह*। जाबु ऐसे2 बु�त� ह* ह2 नोंह2 त� विफरो रोविवव�रो से� से1यf के� केXनों से� से"बु"धा ह* ?

आपके� जा�नोंकेरो आ�यf ह�ग� विके रोविवव�रो से� से1यf के� के�ई से"बु"धा ह* ह2 नोंह9 । रोविवव�रो से� से1यf के� से"बु"धा दिदखु� प�नों� विकेसे2 भा2 ज्य�वितर्षों2 के� क्तिलए नों के� वल केदिठीनों वरोनोंI असे"भाव के�यf ह*। से)विवधा� के� अनों)से�रो विकेसे2 भा2 बुच्चों� के� के) छ भा2 नों�म रोखु� जा� सेकेत� ह* , परो"त) उसे बुच्चों� म0 नों�म के� अनों)से�रो ग)णों भा2 आ जा�ए" , ऐसे� नििविनों�त नोंह9 ह*। यर्थ�नों�म तर्थ�ग)णों ल�ग� केK से"ख्य� नोंगण्य ह2 ह�त2 ह* , इसे से"य�ग केK सेरो�हनों� केK जा� सेकेत2 ह* परो विकेसे2 व्यंक्ति< के� के�ई नों�म रोखुकेरो उसेके� अनों)रुप ह2 विवश�र्षोंत�ओं के� प्र�प्त केरोनों� केK इच्छा� रोखु0 त� यह हम�रो2 भा1ल ह�ग2 । इसे बु�त से� आम ल�ग भिभाज्ञा भा2 हD , तभा2 ह2 यह केह�वत मशहूरो ह* ` ऑखु के� अ"धा� , नों�म नोंयनोंसे)खु ´ ।

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इसे2 तरोह केभा2-केभा2 पSथ्व2पवित नों�मके व्यंक्ति< के� प�से के�ई जाम2नों नोंह9 ह�त2 तर्थ� दमड़2ल�ल के� प�से केरो�ड़� केK से"पभित्ते ह�त2 ह*। से"क्ष�प म0 यह केह� जा� सेकेत� ह* विके विकेसे2 नों�मकेरोणों के� के�ई व*ज्ञा�विनोंके अर्थf ह� य� नों�म के� से�र्थ ग)णों� के� भा2 से"बु"धा ह� , यह आवश्यके नोंह9 ह*। के�ई व्यंक्ति< अपनों� प)त्र के� नों�म रोविव रोखु द� तर्थ� उसेम0 से1यf केK विवश�र्षोंत�ओं केK तल�श केरो� , उसेकेK प1जा� केरो से1यf भागव�नों के� खु)श रोखुनों� केK ��]� केरो� त� ऐसे� से"भाव नोंह9 ह*। इसे तरोह नों त� रोविवव�रो से� से1यf के� , नों से�मव�रो से� �"द्र के� , म"गलव�रो से� म"गल के� , बु)धाव�रो से� बु)धा के� , बुSहस्पवितव�रो से� बुSहस्पवित के� , श)क्रव�रो से� श)क्र के� औरो नों ह2 शविनोंव�रो से� शविनों के� ह2 से"बु"धा ह�त� ह*।

इसे2 तरोह म"गलव�रो के� व्रत केरोके� से)खुद परिरोस्थि7वितय� म0 मनों औरो शरो2रो के� ��ह� जिजासे हद तके स्व7 , �)स्त , दुरुस्त य� विवपरो2त परिरोस्थि7वितय� म0 शरो2रो के� केमजा�रो केरो क्तिलय� जा�ए , हनों)म�नोंजा2 य� म"गल ग्रह के� विकेतनों� भा2 स्मरोणों केरो क्तिलय� जा�ए , हनों)म�नों य� म"गल परो इसेके� के�ई भा2 व*ज्ञा�विनोंके प्रभा�व नोंह9 पड़त�। प1जा� केरोनों� से� य� खु)श ह� जा�ए"ग� , ऐसे� विवज्ञा�नों नोंह9 केहत� , विकेन्त) प)जा�रो2 य� सेमझा ल0 औरो बुहुत आ7� के� से�र्थ प1जा�प�ठी म0 तल्ल2नों ह� जा�ए" , त� मनों�व*ज्ञा�विनोंके रुप से� इसेके� भाल� ह2 के) छ ल�भा उन्ह0 मिमल जा�ए , व� के) छ क्षणों� के� क्तिलए रो�हत केK सेJसे अवश्य ल� ल�त� हD।

केभा2 केभा2 नों�मकेरोणों विवश�र्षोंत�ओं के� आधा�रो परो भा2 विकेय� जा�त� ह* औरो केभा2 के) छ क्ति�त्र� औरो त�क्तिलके�ओं के� अनों)से�रो विकेय� जा�त� ह*। ऋत)ओं के� नों�मकेरोणों इनोंकेK विवश�र्षोंत�ओं केK वजाह से� ह* , इसे� हम सेभा2 जा�नोंत� हD। ग्र2ष्‍मऋत) केहनों� से� ह2 प्र�"ड् गम2Z के� बु�धा ह�त� ह* , वर्षों�Z ऋत) से� म1सेल�धा�रो विवS] के� तर्थ� शरोदऋत) केहनों� से� उसे मXसेम के� बु�धा ह�त� ह* , जाबु अत्यमिधाके ठी" ड् से� ल�ग रोजा�ई के� अ"दरो रोहनों� म0 से)खु महसे1से केरो0। इसे2 तरोह म�ह के� नों�मकेरोणों के� से�र्थ भा2 के) छ विवश�र्षोंत�ए" जा)ड़2 हुई ह*। स्थिआश्वनों मह2नों� के� नों�मकेरोणों इसेक्तिलए हुआ , क्य�विके इसे मह2नों� म0 स्थिअश्वनों2 नोंक्षत्र म0 प1भिणोंZ म� के� �Jद ह�त� ह*। बु*श�खु नों�म इसेक्तिलए पड़� , क्य�विके इसे मह2नों� म0 विवश�खु� नोंक्षत्र म0 प1भिणोंZ म� के� �Jद ह�त� ह*।

इसे तरोह हरो मह2नों� केK विवश�र्षोंत� भिभान्न-भिभान्न इसेक्तिलए हुई ,क्य�विके से1यf केK स्थि7वित प्रत्य�के मह2नों� आके�श म0 भिभान्न-भिभान्न जागह� परो ह�त2 ह*। ज्य�वितर्षों2य दिदृ] से� भा2 हरो मह2नों� केK अलग-अलग विवश�र्षोंत�ए" हD। इसे2 तरोह श)क्ल पक्ष औरो केS ष्‍णों पक्ष म0 उजा�ल� औरो अ"धा�रो� के� अनों)प�त बुरो�बुरो बुरो�बुरो ह�नों� के� बु�वजा1द एके के� केS ष्‍णों औरो दूसेरो� के� श)क्ल पक्ष केह� गय� ह*। द�नों� पक्ष� के� मXक्तिलके ग)णों� म0 के�ई भा2 अ"तरो नोंह9 ह�त� ह*। बुड़� य� छ�ट� �Jद द�नों� पक्ष� म0 ह�त� ह*। अ]म2 द�नों� पक्ष� म0 ह�त2 ह*। विकेन्त) य� नों�म अलग ह2 दिदृ]के�णों से� दिदए गए हD । जिजासे पक्ष म0 श�म ह�नों� के� से�र्थ ह2 अ"धा�रो� ह� , उसे� केS ष्‍णों पक्ष औरो जिजासे पक्ष म0 श�म परो उजा�ल� रोह� , उसे� श)क्ल पक्ष केहत� हD।

श)क्ल पक्ष के� आरो"भा म0 �"द्रम� से1यf के� अत्य"त विनोंकेट ह�त� ह*। प्रत्य�के दिदनों से1यf से� उसेकेK दूरो2 बुढ़त2 �ल2 जा�त2 ह* औरो प1णोंfम�से2 के� दिदनों यह से1यf से� सेव�fमिधाके दूरो2 परो प1णोंf प्रके�शम�नों द�खु� जा�त� ह*। इसे सेमय से1यf से� इसेकेK के�भिणोंके दूरो2 180 विड्ग्र2 ह�त2 ह*। इसे दिदनों से1य�fस्त से� से1य�Z दय तके रो�शनों2 ह�त2 ह*। इसेके� बु�द केS ष्‍णों पक्ष के� प्र�रो"भा ह�त� ह*। प्रत्य�के दिदनों से1यf औरो �"द्रम� केK के�भिणोंके दूरो2 घोटनों� लगत2 ह*। इसेके� प्रके�शम�नों भा�ग घोटनों� लगत� ह* औरो केS ष्‍णों पक्ष के� अ"त म0 अम�वश वितक्तिर्थ के� दिदनों से1यf �"द्रम� एके ह2 विवन्दु परो ह�त� हD। से1य�Z दय से� से1य�fस्त तके अ"धा�रो� ह2 अ"धा�रो� ह�त� ह*।

इसे तरोह ऋत) , मह2नों� औरो पक्ष� केK व*ज्ञा�विनोंकेत� सेमझा म0 आ जा�त2 ह*। भा�क्र म0 से1यf , �"द्रम� औरो नोंक्षत्र - सेभा2 के� एके दूसेरो� के� से�र्थ परोस्परो से"बु"धा ह* , विकेन्त) सेप्त�ह के� से�त दिदनों� के� नों�मकेरोणों ग्रह� के� ग)णों� परो आधा�रिरोत नों ह�केरो य�द रोखु प�नों� केK से)विवधा� से� प्रम)खु से�त आके�श2य हिंप�ड्� के� नों�म के� आधा�रो परो विकेय� गय� लगत� ह* , मह2नों0 के� द� विहस्से� म0 बुJटकेरो एके-एके पखुव�रो� के� श)क्ल पक्ष औरो केS ष्‍णों पक्ष बुनों�य� गय� ह*। द�नों� ह2 पक्ष से1यf औरो �"द्रम� केK नििविवभ्न्न स्थि7वितय� के� से�प�क्ष हD , विकेन्त) एके पखुव�रो� के� द� विहस्से� म0 बुJटकेरो द� सेप्त�ह म0 सेमझानों� केK विवमिधा के� वल से)विवधा�व�द[ दिदृ]के�णों के� परिरो��यके ह*।

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जाबु सेप्त�ह के� विनोंम�fणों ह2 ग्रह� परो आधा�रिरोत नोंह9 ह* , त� उसेके� अ"दरो आनों�व�ल� से�त अलग अलग दिदनों� के� भा2 के�ई व*ज्ञा�विनोंके अर्थf नोंह9 ह*।

सेXरोम�से औरो �"द्रम�से द�नों� केK परिरोकेल्पनों�ओं के� आधा�रो भिभानों-भिभान्न ह*। पSथ्व2 365 दिदनों औरो के) छ घो"ट� म0 एके बु�रो से1यf केK परिरोक्रम� केरो ल�त2 ह*। इसे� सेXरो वर्षों Z केहत0 हD, इसेके� बु�रोहव0 भा�ग के� एके मह2नों� केह� जा�त� ह*। सेXरोम�से से� अभिभाप्र�य से1यf के� एके रिरो�श म0 ठीहरो�व य� आके�श म0 30 विड्ग्र2 केK दूरो2 तय केरोनों� ह�त� ह*। �"द्रम�से उसे� केहत� हD , जाबु �"द्रम� एके बु�रो प1रो2 पSथ्व2 केK परिरोक्रम� केरो ल�त� ह*। यह लगभाग 29 दिदनों� के� ह�त� ह* । बु�रोह मह2नों� म0 बु�रोह बु�रो से1यf केK परिरोक्रम� केरोनों� म0 �"द्रम� के� लगभाग 354 दिदनों लगत� हD। इसेक्तिलए �"द्रवर्षों Z 354 दिदनों� के� ह�त� ह*। सेXरो वष्र औरो �"द्रवर्षों Z के� सेव� ग्य�रोह दिदनों� के� अ"तरो के� प्रत्य�के त2नों वर्षों�Z�" के� प��तI �"द्रवर्षों Z म0 एके अवितरिरो< मह2नों0 मलम�से के� जा�ड़केरो प�ट दिदय� जा�त� ह*।

सेXरो वर्षों Z म0 भा2 365 दिदनों� के� अवितरिरो< के� 5 घो"ट� के� ��रो वर्षों� बु�द ल2प ईयरो वर्षों Z म0 फरोवरो2 मह2नों� के� 29 दिदनों� के� बुनों�केरो सेमन्वय विकेय� जा�त� ह* , विकेन्त) सेप्त�ह के� से�त दिदनों , जा� पखुव�रो� के� 15 दिदनों , मह2नों� के� 30 दिदनों , ��"द्रवर्षों Z के� 354 दिदनों औरो सेXरो वर्षों Z के� 365 दिदनों म0 से� विकेसे2 के� भा2 प1णोंf भा�जाके य� अपवत्र्त�"के नोंह9 ह* , के� सेमन्वय य� सेम�य�जानों के� ज्य�वितर्षों श�स्त्र म0 केह9 भा2 उल्ल�खु नोंह9 ह* , जिजासेसे� स्वय"म�व ह2 ज्य�वितर्षों2य से"दभाf म0 सेप्त�ह केK अव*ज्ञा�विनोंकेत� क्तिसे_ ह� जा�त2 ह*। अत: मD द�व� के� से�र्थ केह सेकेत� हू" विके रोविवव�रो के� से1यf के� , से�मव�रो के� �"द्र के� , म"गलव�रो के� म"गल के� , बु)धाव�रो के� बु)धा के� , बुSहस्पवितव�रो के� बुSहस्पवित के� , श)क्रव�रो के� श)क्र के� तर्थ शविनोंव�रो के� शविनों के� पय�fय म�नों ल�नों� एके बुहुत बुड़2 गल्त2 ह*। ग्रह� के� सेप्त�ह के� से�त� दिदनों� से� के�ई ल�नों�-द�नों� नोंह9 ह*।

से�त दिदनों� के� सेप्त�ह म�नोंकेरो पक्ष के� लगभाग द� विहस्से� म0 बुJटकेरो से�त दिदनों� के� म�ध्यम से� से�त� ग्रह� के� य�द केरोनों� केK ��]� केK गय2 ह�ग2। ल�ग केभा2 यह महसे1से नोंह9 केरो0 विके ग्रह� के� प्रभा�व नोंह9 ह�त� ।श�यद इसे2 श�श्वत सेत्य के� स्व2केरो केरोनों� औरो केरो�नों� के� क्तिलए ऋविर्षों म)विनोंय� द्वा�रो� सेप्त�ह के� से�त दिदनों� के� ग्रह� के� से�र्थ जा�ड़नों� एके बुड़� से1त्र के� रुप म0 के�म आय� ह�। एके ज्य�वितर्षों2 ह�नों� के� नों�त� सेप्त�ह के� इनों से�त दिदनों� से� म)झा� अन्य के) छ से)विवधा�ए" प्र�प्त हD। आजा म"गलव�रो के� �"द्रम� चिंसे�ह रिरो�श म0 स्थि7त ह* , त� विबुनों� प"��"ग द�खु ह2 यह अनों)म�नों लग�नों� से"भाव ह* विके आग�म2 म"गलव�रो के� �"द्रम� विवS�के रिरो�श म0 , उसेके� बु�द व�ल� म"गलव�रो के� के)" भा रिरो�श म0 तर्थ उसेके� बु�दव�ल� म"गलव�रो के� वSर्षों रिरो�श म0 य� उसेके� अत्य"त विनोंकेट ह�ग�।

इसे दिदृ] से� �"द्रम� केK भा�क्र म0 28 दिदनों� के� �क्र म�नोंकेरो इसे� 4 भा�ग� म0 बुJट दिदय� गय� ह� त� विहसे�बु से)विवधा� केK दिदृ] से� अच्छा� ह2 ह*। म"गलव�रो के� स्थि7रो रिरो�श म0 �"द्रम� ह* त� के) छ सेत�ह� तके आनों�व�ल� म"गलव�रो के� �"द्रम� स्थि7रो रिरो�श म0 ह2 रोह�ग�। के) छ दिदनों� बु�द �"द्रम� विद्वास्वभा�व रिरो�श म0 �ल� जा�एग� त� विफरो के) छ सेप्त�ह� तके म"गलव�रो के� �"द्रम� विद्वास्वभा�व रिरो�श म0 ह2 रोह�ग�।

मD व*ज्ञा�विनोंके तथ्य� के� सेहजा ह2 स्व2के�रो केरोत� हू"। प"��"ग म0 वितक्तिर्थ , नोंक्षत्र , य�ग औरो केरोणों केK ���f रोहत2 ह*। य� सेभा2 ग्रह� केK स्थि7वित परो आधा�रिरोत हD। विकेसे2 ज्य�वितर्षों2 के� बुहुत दिदनों� तके अ"धा�रो2 के�ठीरो2 म0 बु"द केरो दिदय� जा�ए , त�विके मह2नों� औरो दिदनों� के� बु2तनों� केK के�ई से1�नों� उसेके� प�से नोंह9 ह� । के) छ मह2नों� बु�द जिजासे दिदनों उसे� आसेम�नों के� विनोंह�रोनों� के� मXके� मिमल जा�एग� , के� वल से1यf औरो �"द्रम� केK स्थि7वित के� द�खुकेरो वह सेमझा जा�एग� विके उसे दिदनों केXनों से2 वितक्तिर्थ ह* , केXनों से� नोंक्षत्र म0 �"द्रम� ह* , से�म�न्य गणोंनों� से� वह य�ग औरो केरोणों केK भा2 जा�नोंके�रो2 प्र�प्त केरो सेके� ग� , विकेन्त) उसे� सेप्त�ह के� दिदनों केK जा�नोंके�रो2 केद�विप से"भाव नोंह9 ह� प�एग2 , ऐसे� इसेक्तिलए क्य�विके से1यf , �"द्रम� य� अन्य ग्रह� केK स्थि7वित के� से�प�क्ष सेप्त�ह के� से�त के� दिदनों� के�

नों�मकेरोणों नोंह9 ह*।

प्रस्त)तकेत�f विवश�र्षों के) म�रो परो 10:17 pm 3 दिटप् पभिणोंय�" : इसे से"द�श के� क्तिलए चिंल�के

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ल�बुल: bokaro, petarwar, vidya sagar mahtha, गत् य�त् मके ज् य�वितर्षों

रेतिवव�रे, 21 लिस�म्बुरे�2008

रे�हू� �-��क� ���क��फलि&��पारे�कई�प्रभा�व�नेहों>� �

भाXवितके विवज्ञा�नों विकेसे2 हिंप�ड् के� से�प�क्ष य� उसेके� अस्तिस्तत्व के� के�रोणों ग)रुत्व�केर्षों Z णों , विवद्या)त-�)म्बुकेKय-क्ष�त्र , य� अन्य रुप�"तरिरोत शक्ति< के� स्वरुप� केK व्यं�ख्य� केरोत� ह*। जाहJ हिंप�ड् नोंह9 ह* , विकेसे2 प्रके�रो केK� शक्ति< के� अस्तिस्तत्व म0 ह�नों� केK बु�त केह2 ह2 नोंह9 जा� सेकेत2। रो�हू-के� त) आके�श म0 विकेसे2 हिंप�ड् के� रुप म0 नोंह9 हD। अत: इसेम0 अ"वितनोंfविहत औरो उत्सेर्जिजा�त शक्ति< के� स्व2के�रो विकेय� ह2 नोंह9 जा� सेकेत� ह* । फक्तिलत ज्य�वितर्षों म0 रो�हूके� त) के� के]के�रोके ग्रह केह� गय� ह* , इसेसे� ल�ग विप2ड़त ह�त� हD। ज्य�वितविर्षोंय� नों� इसेके� भाय�वह स्वरुप के� वणोंfनों केरो धामfश�स्त्र म0 स्थिउल्लखिखुत भागव�नों विवष्‍णों) केK तरोह ह2 इनोंके� से�र्थ उक्ति�त न्य�य नोंह9 विकेय� ह*।

हम�रो� धामfग्र"र्थ� म0 जा*से� उल्ल�खु ह* , छल से� द�वत�ओं केK प"क्ति< म0 बु*ठीकेरो अमSतप�नों केरोत� हुए रो�क्षसे के� वधा श्र2विवष्‍णों) नों� से)दश Z नों�क्र से� केरो दिदय� रो�क्षसे के� गदfनों के� उपरो2 भा�ग रो�हू औरो नों2�ल� भा�ग के� त) केहल�य�। भागव�नों नों0 ऐसे� केरोके� रो�क्षसे2 ग)णों� के� प्रके�रो�"तरो म0 वधा ह2 केरो दिदय� र्थ�। विकेन्त) ज्य�वितर्षों2 आजा भा2 उसे� जा2विवत सेमझात� हD औरो उसेके� भाय�वह स्वरुप के� वणोंfनों केरोके� यजाम�नों� के� भायभा2त केरोत� हD। से1यfग्रहणों औरो �"द्रग्रहणों के� सेमय ह2 इनोंके� असे�धा�रोणों स्वरुप के� द�खुकेरो ल�ग� के� मस्तिस्तष्‍के म0 यह बु�त केXधा गय2 ह� विके से1यf औरो �"द्रम� जा*से� प्रभा�वश�ल2 , प्रके�श�त्प�दके , आके�श2य हिंप�ड्� के� द�द[प्यम�नों स्वरुप के� विनोंस्त�जा केरोनों�व�ल� ग्रह� केK दु]त� औरो विवध्व"से�त्मके प्रवSभित्ते के� के* से� अस्व2के�रो केरो क्तिलय� जा�ए , विकेन्त) म�रो� दिदृ]के�णों यहJ विबुल्के) ल ह2 भिभान्न ह*।

द� मिमत्र परोस्परो टकेरो�केरो लहुल1ह�नों ह� जा�ए" , घो�यल ह� जा�ए" ,त� इसेम0 उसे जागह के� क्य� द�र्षों , जाहJ इसे प्रके�रो केK घोटनों� घोट गय2 ह�। से1यfग्रहणों औरो �"द्रग्रहणों यदिद असे�धा�रोणों घोटनों�ए" हD , त� इसेके� सेमस्त फल�फल केK विववSभित्ते से1यf �"द्र तके ह2 से2मिमत ह� , क्य�विके य� शक्ति<पS"जा य� शक्ति< के� स्रो�त हD। �"द्रग्रहणों के� सेमय पSथ्व2 केK छ�य� �"द्रम� परो पड़त2 ह* औरो से1यfग्रहणों के� सेमय �"द्रम� के� के�रोणों से1यf आ"निि�शके तXरो परो य� प1णोंf रुप से� नोंह9 दिदखु�ई पड़त� ह*। इसे प्रके�रो के� ग्रहणों रो�हू के� त) रो�खु� परो से1यf�"द्र के� पहु"�नों� के� के�रोणों ह�त� हD। इसे प्रके�रो के� ग्रहणों� से� विकेसेकेK शक्ति< घोट[ औरो विकेसेकेK बुढ़[ ,उसेके� म1ल्य�"केणों विकेय� जा�नों� ��विहए। रो�हू के� त) जा*से� विवन्दुओं के� शक्ति< के� स्रो�त सेमझा ल�नों� , उनों परिरोकेस्थिल्पत विवन्दुओं केK शक्ति< औरो विवश�र्षोंत�ओं के� भा�क्र के� विकेसे2 भा�ग से� जा�ड़ द�नों� तर्थ व्यंक्ति<विवश�र्षों के� जा2वनों के� विकेसे2 भा�ग से� इसेके� म)ख्य प्रवितफलनों के�ल के� जा�ड़नों� केK परिरोप�ट[ व*ज्ञा�विनोंके दिदृ] से� उक्ति�त नोंह9 लगत2।

�"द्रम� के� परिरोभ्रमणोंपर्थ पSथ्व2 के� �वित)दfके बुहुत ह2 छ�ट� ह*। इसेकेK त)लनों� म0 से1यf के� �वित)दfके प1थ्व2 के� परिरोभ्रमणोंपर्थ बुहुत ह2 विवश�ल ह*। यदिद पSथ्व2 के� स्थि7रो म�नों क्तिलय� जा�त� ह* , त� �"द्रपर्थ केK त)लनों� म0 से1यf के� के�ल्पविनोंके परिरोभ्रमणों पर्थ नििविनों�त रुप से� बुड़� ह� जा�एग�। परिरोकेल्पनों� यह ह* विके �"द्रम� औरो से1यf के� परिरोभ्रमणों पर्थ एके दूसेरो� के� के�टत� हD , उसेम0 से� एके विवन्दु उत्तेरो केK ओरो तर्थ� दूसेरो� दभिक्षणों केK ओरो झा)के� ह�त� ह*। द�नों� के� परिरोभ्रमणोंपर्थ परिरोमिधा केK दिदृ] से� एके दूसेरो� से� के�फK छ�ट�-बुड़� हD ,अत: इनोंके� परोस्परो केटनों� के� के�ई प्रश्न ह2 नोंह9 उपस्थि7त ह�त� ह* , विकेन्त) द�नों� के� परिरोभ्रमणों पर्थ के� बुढ़�त� हुए नोंक्षत्र� केK ओरो ल� जा�य� जा�ए त� द�नों� के� परिरोभ्रमणोंपर्थ आके�श म0 द� विवन्दुओं परो अवश्य केटत� ह*। इसे तरोह �"द्रसे1यfपर्थ के� केटनों�व�ल� द�नों� विवन्दुओं उत्तेरो�वनोंतI औरो दभिक्षणों�वनोंतI के� नों�म क्रमश: रो�हू औरो के� त) ह*।

इसे तरोह य�� के�ल्पविनोंके विवन्दु आके�श म0 विकेतनों2 दूरो2 परो ह* , इसेके� भा2 सेह2 बु�धा नोंह9 ह� प�त�। प)नों: अस्तिस्तत्व केK दिदृ] से� विवन्दु विवन्दु ह2 ह* , इसेकेK नों त� ल"बु�ई ह* , नों �Xड़�ई औरो नों ह2 म�ट�ई , इसेक्तिलए हिंप�ड् के� नोंके�रो�त्मके अस्तिस्तत्व तर्थ� दूरो2 केK

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अनििविनों�तत� के� के�रोणों फक्तिलत म0 रो�हू के� त) के� महत्व सेम2�2नों नोंह9 लगत�। विकेन्त) य� से1यf औरो �"द्रग्रहणों के�ल के� सेमझानों� म0 सेह�यके हुए , इसेक्तिलए इन्ह0 ग्रह के� दजा�f द� दिदय� गय�। से1यfग्रहणों औरो �"द्रग्रहणों के� से1यf �"द्रम� केK य)वित औरो विवय)वित से� अमिधाके महत्व नोंह9 दिदय� जा� सेकेत�। यह य)वित विवय)वित खु�से इसेक्तिलए म�नों2 जा� सेकेत2 ह* य� त2व्रत� म0 विवS_ केK से"भा�वनों� रोहत2 ह* , क्य�विके यह रो�हूके� त) रो�खु� परो ह�त2 ह* , जा� पSथ्व2 के� के� न्द्र से� ह�केरो ग)जारोत2 ह* , विकेन्त) इसे प्रके�रो केK आके�श2य घोटनों�ए" बुहुत बु�रो घोटत2 हD। से1यf बु)धा औरो से1यf श)क्र के� ग्रहणों� के� भा2 द�खु �)के� हू" , विकेन्त) इसेके� विवश�र्षों फक्तिलत केK ���f य)वित से� अमिधाके केह9 भा2 नोंह9 हुई ह*। यदिद इनों विवश�र्षों य)वितय� परो भा2 बु�त ह� , इनोंके� फक्तिलत के� उजा�गरो केरोनों� केK बु�त ह� त� आके�श म0 रो�हू के� त)ओ केK से"ख्य� ग्रह� से� भा2 अमिधाके ह� जा�एग2। आके�श2य हिंप�ड्� से� से"बु"मिधात भाXवितके विवज्ञा�नों जिजानों शक्ति<क्तिसे_�"त� परो के�म केरोत� ह* , उन्ह9 के� उपय�ग केरोके� सेह2 फल प्र�प्त विकेय� जा� सेकेत� ह*। रो�हू के� त) परिरोकेस्थिल्पत आके�श2य विवन्दु हD , अत: आके�श2य निि�"पड् केK तरोह इसेके� फल के� स्व2के�रो नोंह9 विकेय� जा� सेकेत�।

रो�हू के� त) के� ग्रह नों म�नोंकेरो फक्तिलत ज्य�वितर्षों से� इनोंकेK छ) ट्टे[ केरो द[ जा�ए त� हिंव�श�त्तेरो2 प_वित म0 वभिणोंZ त रो�हू के� त) के� मह�दश� औरो अ"तदfश� के� क्य� ह�ग� ? ठी" ड्� दिदम�ग से� के�म ल0 त� जा� रो�हू के� त) से1यf औरो �"द्र के� भाक्षणों केरो रोह� र्थ� , एस्ट्रो�विफजिजाक्से के� क्तिसे_�"त आजा उसे2 के� भाक्षणों केरो रोह0 हD। जिजासे प्रके�रो से1यf औरो �"द्रम� के� परिरोभ्रमणोंपर्थ� के� द� विवन्दुओं परो केटनों� से� उनों परिरोकेस्थिल्पत विवन्दुओं के� नों�म रो�हू के� त) पड़� , इसे तरोह से1यf बु)धा , से1यf श)क्र , से1यf म"गल , से1यf बुSहस्पवित , से1यf शविनों , प)नों: �"द्र बु)धा , �"द्र म"गल , �"द्र श)क्र ,�"द्र बुSहस्पवित , �"द्र शविनों , के� परिरोभ्रमणों पर्थ भा2 द� विवन्दुओं परो केट सेकेत� हD , इनों परिरोस्थि7वितय� म0 इनों परिरोकेस्थिल्पत विवन्दुओं के� नों�म रो�हू1 , रो�हू2 ,रो�हू3 ,,,,,,,,,,,,,,तर्थ� के� त)1 , के� त)2 , के� त)3 ,,,,,,,,,,,,,पड़त� �ल� जा�ए"ग�। से1यfपर्थ के� से�र्थ सेभा2 ग्रह� के� परिरोभ्रमणों पर्थ के� केटनों� से� 9 रो�हू के� त)ओं के� , �"द्रपर्थ के� से�र्थ अन्य ग्रह� के� केटनों� से� 8 रो�हू के� त)ओं के� , इसे तरोह बु)धा के� परिरोभ्रमणों पर्थ परो 7 , म"गल के� परिरोभ्रमणों पर्थ परो 6,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,।

इसे तरोह यह क्तिसे_ ह�� जा�त� ह* विके से1यf �"द्रम� के� एके ह2 तल म0 य)वित-विवय)वित ,जा� पSथ्व2 तल के� सेमकेक्ष ह�त2 ह* , केK ह2 तरोह श�र्षों ग्रह� केK य)वित-विवय)वित केK से"भा�वनों�ए" 44 बु�रो बुनोंत2 ह*। इसे तरोह अनों�के�नों�के य�विनों 45 रो�हू के� त)ओं के� आविवभा�Z व ह� जा�एग�। यहJ ध्य�नों द�नों� य�ग्य बु�त य� ह* विके इनों विवश�र्षों परिरोस्थि7वितय� म0 य)वित य� विवय)वित बुनों�नों�व�ल� ग्रह तत्के�ल य� के�ल�न्तरो म0 अपनों� दश�के�ल म0 से�म)� असे�धा�रोणों परिरोणों�म प्रस्त)त केरोत� हD। इनों विवश�र्षों विवन्दुओं के� ठीOके 90 विड्ग्र2 केK दूरो2 परो द�नों� तरोफ द�नों� के� परिरोभ्रमणोंपर्थ सेव�fमिधाके दूरो2 परो ह�ग�। उसे सेमय से"बु"मिधात द�नों� ग्रह� केK य)वित य� विवय)वित के� अर्थf ग्रहणों के�ल केK य)वित-विवय)वित के� विवपरो2त विकेसे प्रके�रो के� फल प्रद�नों केरो0ग� , यह परो2क्षणों के� विवर्षोंय ह�नों� ��विहए। हरो द� ग्रह� के� विवभिभान्न परिरोभ्रमणोंपर्थ परोस्रो एके दूसेरो� के� के�ट� त� उनों विवन्दुओं परो उनोंकेK य)वित-विवय)वित के� फक्तिलत से� 90 विड्ग्र2 केK दूरो2 परो य)वित-विवय)वित के� फक्तिलत केK विवभिभान्नत� के� सेमझानों� औरो परो2क्षणों केरोनों� के� द�मियत्व ज्य�वितविर्षोंय� के� सेमक्ष उपस्थि7त ह�त� ह*। तबु ह2 रो�हू के� त) विवन्दुओं परो ग्रह� केK य)वित-विवय)वित केK विवश�र्षोंत�ओं केK पकेड़ केK जा� सेकेत2 ह*।

पSथ्व2 से1यf के� �वित)दfके परिरोक्रम� केरोत2 ह* , विकेन्त) जाबु पSथ्व2 के� से�प�क्ष से1यf केK परिरोक्रम� के� गXरो से� द�खु� जा�ए त� इसेके� केभा2 उत्तेरो�यणों औरो केभा2 दभिक्षणों�यणों ह�नों� विबुल्के) ल ह2 नििविनों�त ह*। इसे2 तरोह सेभा2 ग्रह� के� परिरोभ्रमणोंपर्थ केK विनोंयम�वक्तिल प्र�य: से)नििविनों�त ह*। य� सेभा2 ग्रह से1यf केK परिरोक्रम� केरोत� हD , अपनों� पर्थ परो क्तिर्थरोकेत� हुए भाल� ह2 य� उत्तेरो-दभिक्षणों आवतz ह� जा�ए" , क्य�विके पSथ्व2 के� से�प�क्ष से1यf स्वय" उत्तेरो�यनों-दभिक्षणों�यनों ह�त� प्रत2त ह�त� ह* । सेभा2 ग्रह� केK गवित भिभान्न-भिभान्न ह�त2 ह* अत: विवभिभान्न ग्रह� के� पर्थ म0" विव�लनों परिरोभा�विर्षोंत ह�त� रोहत� ह*। इसे प्रके�रो विकेसे2 भा2 द� ग्रह� केK य)वित-विवय)वित पSथ्व2 तल सेम�नों�"तरो एके तल म0 एके हिंव�दु परो य� 180 विड्ग्र2 परो ह�त2 रोहत2 ह*।

से1यf औरो �"द्रम� केबु रो�हू के� त) हिंव�दु परो य)वित य� विवय)वित केरो0ग� , इसेकेK विनोंयमिमतत� केK जा�नोंके�रो2 प्र�प्त ह� �)केK ह* , विकेन्त) श�र्षों ग्रह� से� से"बु"मिधात रो�हू के� त) हिंव�दुओं केK गवित केK विनोंयमिमतत� केK जा�नोंके�रो2 गभिणोंत ज्य�वितर्षों के� ममfज्ञा ह2 द� सेकेत� हD । जानोंसे�म�न्य

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तके इसेकेK जा�नोंके�रो2 केK आवश्यकेत� इसेक्तिलए महसे1से नोंह9 केK गय2 क्य�विके श�र्षों ग्रह� के� ग्रहणों नों त� आकेर्षों Z के ह�त� हD औरो नों ह2 दिदृ]पटल म0 आ ह2 प�त� हD। फक्तिलत ज्य�वितर्षों म0 भा2 इसेकेK ���f य)वित के� रुप म0 ह2 ह�त2 ह* , ग्रहणों के� रुप म0 नोंह2। पSथ्व2 के� बुविहकेf क्ष2य ग्रह म"गल , बुSहस्पवित , शविनों , य1रो�नोंसे , नों�पच्‍य1नों औरो प्ल1ट� से1यf से� ग्रहणों के� बु�वजा1द से1यf के� पSष्ठतल म0 ह2 रोह0ग� , अत: य� पSथ्व2 से� दृ] नोंह9 ह� सेकेत�। अनों�के रो�हू के� त)ओं केK ���f केरोके� मD यह2 क्तिसे_ केरोनों� ��ह रोह� हू" विके फक्तिलत ज्य�वितर्षों म0 वभिणोंZ त इसेके� भाय�नोंके स्वरुप के� ल�ग भा1ल जा�ए"।

विकेसे2 भा2 द� ग्रह� के� क्तिलए य� ऐसे� परिरोकेस्थिल्पत विवन्दु हD , जाहJ पहु"�नों� परो इनों द�नों� आके�श2य हिंप�ड्� के� से�र्थ ह2 से�र्थ पSथ्व2 एके से2धा2 रो�खु� म0 ह�त� ह*। इनों विवन्दुओं परो से"बु"मिधात ग्रह� के� एके बु�रो पहु"� जा�नों� परो उनों ग्रह� केK शक्ति< म0 भाल� ह2 केम2 य� विवS_ द�खु2 जा�ए , विकेन्त) इसे परिरोप्र�क्ष्य म0 रो�हू के� त) के� प्रभा�व के� अलग से� दजाf केरोनों� केद�विप उक्ति�त नोंह9 लगत�। पहल� एके रो�हू औरो एके के� त) से� ह2 ल�ग इतनों� भायभा2त ह�त� र्थ� , अबु 45 रो�हू औरो के� त) केK ���f केरो मD ल�ग� के� ड्रो�नों� केK ��]� नोंह9 केरो रोह हू" , वरोनोंI इसेके� म�ध्यम से� असेक्तिलयत के� सेमझा�नों� केK ��]� केरो रोह� हू" , इसे विवश्व�से के� से�र्थ विके इसेकेK जा�नोंके�रो2 के� बु�द

इसेके� जा�नोंके�रो इसेके� दुरुपय�ग नोंह9 केरो0ग�। अबु व� दिदनों लद गए , जाबु रो�हू के� त) के� ग)णों� के� आधा�रो परो भा�क्र के� रिरो�शय� य� नोंक्षत्र� परो इसेके� स्व�मिमत्व केK ���f ह�त2 र्थ2। इनोंके� उच्चों य� नों2� रिरो�श केK ���f केK जा�त2 र्थ2। इनोंके� नों�म परो मह�दश� औरो अ"तदfश� केK ���f ह�त2 र्थ2।

सेभा2 प्रके�रो केK दश�प_वितय� म0 इनोंके� प्रभा�व केK विहस्से�द�रो2 से)नििविनों�त केK जा�त2 र्थ2। रो�हू के� त) के� सेह2 स्वरुप के� सेमझा ल�नों� के� बु�द यह द�मियत्व हम ज्य�वितविर्षोंय� के� सेमक्ष उपस्थि7त ह�त� ह* विके विवभिभान्न दश�प_वितय� , ��ह� वह हिंव�श�त्तेरो2 ह� य� अ]�त्तेरो2 य� परो"परो�गत , रो�हू के� त) के� मह�दश� के� के�ल भिभान्नत� 18 वर्षों Z औरो 7 वर्षों Z के� से�र्थ ह2 से�र्थ मह�दश� औरो अ"तदfश� आदिद से� से"बु"मिधात त्र)दिटय� के� के* से0 सेम�प्त विकेय� जा� सेके� ग� ? प"��"ग विनोंम�fणोंकेत्र्त�ओं के� यह स्मरोणों ह�ग� विके श्र2 से"वतI 2050 शके 1915 के�र्तित�के केS ष्‍णों सेप्तम2 शविनोंव�रो 6 नोंव"बुरो 1993 के� से1यf-बु)धा केK भा�द-य)वित हुई र्थ2। इसे� से1यf बु)धा के� ग्रहणों केह� जा� सेकेत� ह*। भाल� रो�हू के� त) के� अभा�व म0 के�ई ग्रहणों से"भाव ह* ?

प्रस्त)तकेत�f विवश�र्षों के) म�रो परो 2:17 am 4 दिटप् पभिणोंय�" : इसे से"द�श के� क्तिलए चिंल�के ल�बुल: bokaro, petarwar, vidya sagar mahtha, गत् य�त् मके ज् य�वितर्षों

रेतिवव�रे, 14 लिस�म्बुरे�2008

रे�जयाग��क �व)ज्ञा�तिनेक��

फक्तिलत ज्य�वितर्षों म0 ग्रह य� ग्रह� केK विवश�र्षों स्थि7वितय� के� विववरोणों रो�जाय�ग य� ज्य�वितर्षोंय�ग प्रकेरोणों म0 मिमलत� ह*। रो�जाय�ग ज्य�वितर्षों म0 प्रय)< ह�नों�व�ल� वह शब्द ह* , जिजासेके� अर्थf से�म�न्यतय� रो�जा� ह�नों� य� रो�जा� केK तरोह से)खु , से"से�धानों य� प्रवितष्ठ� प्र�प्त केरोनों� केK भाविवष्‍यव�णों2 केK विप)] केरोत� ह*। रो�जाय�ग� केK विवव��नों� य� उल्ल�खु केरोत� हुए से�म�न्यतय� ज्य�वितर्षों2 य� ज्य�वितर्षोंप्र�म2 अपनों� मस्तिस्तष्‍के म� भा�व2 उपलस्तिiय� केK बुहुत बुड़2 तस्व2रो खु9� ल�नों� केK भा1ल केरोत� हD। �1"विके आजा के� य)ग रो�जात"त्र के� नोंह9 ह* , केई ल�ग इसेकेK व्यं�ख्य� केरोत� हुए केहत� हD विके रो�जाय�ग के� जा�तके म"त्र2 , रो�ज्यप�ल , रो�ष्ट्रपवित , केम�"ड्रो , जानोंप्रवितविनोंमिधा य� ट�ट� ,विबुड़ल� जा*से2 केम्पविनोंय� के� म�क्तिलके ह�नों� ह*। ल�विकेनों जाबु इसे प्रके�रो के� य�ग� केK प्र�प्तिप्त बुहुत अमिधाके दिदखुल�ई पड़नों� लग2 , य�विनों रो�जाय�गव�ल2 बुहुत से�रो2 के)" ड्क्तिलयJ द�खुनों� के� मिमलनों� लग9 , त� ज्य�वितर्षों2 फक्तिलत केहत� व< के) छ सेमझाXत� केरोनों� लग� औरो रो�जाय�ग के� अर्थf गजा�ट�ड् अफसेरो� से� जा�ड़नों� लग0।

Page 37: गत्यात्मक ज्योतिष

1965 के� आसेप�से अमिधाके�"श ज्य�वितविर्षोंय� के� दिदृ]के�णों लगभाग ऐसे� ह2 र्थ�। जाबु भा2 विकेसे2 के)" ड्ल2 म0 के�ई रो�जाय�ग दिदखु�ई पड़त� , म* भा2 श2घ्री इसे विनोंणोंfय परो पहु"� जा�त� विके से"बु"मिधात जा�तके के� असे�धा�रोणों व्यंक्ति<त्व के� म�क्तिलके ह�नों� ��विहए। के�ल�"तरो म0 य�विनों 1970 तके जाबु बुहुत से2 के)" ड्क्तिलय� के� गXरो से� द�खुनों� के� मXके� मिमल� , त� रो�जाय�ग से� से"बु"मिधात म�रो2 धा�रोणों�ए" धा2रो�-धा2रो� बुदलनों� लग2। ग�भिणोंवितके दिदृ] से� रो�जाय�ग केK से"भा�वनों�ओं परो म�रो� ध्य�नों विके� न्द्रत हुआ। इसे अनों)क्रम म0 म�रो� पहल� ल�खु 1971 म0 शक्ति<नोंगरो दिदल्ल2 से� प्रविके�शत ह�नों�व�ल2 ज्य�वितर्षों2य पवितIरोके� ` भा�रोत2य ज्य�वितर्षों´ म0 प्रविके�शत हुआ , जिजासेके� श2र्षों Z के र्थ� - ` ��मरो य�ग केK से"भा�वनों�ए" औरो इसेके� म1ल्य�"केणों ´ । इसे ल�खु के� क्तिलखुत� हुए म*नों0 ग्रह य�ग केK से"भा�वनों�ओं के� गभिणोंत म0 वभिणोंZ त से"भा�वनों�व�द केK केसेXट[ परो रोखुनों� केK विके�शश केK। दूसेरो� ल�खु जायप)रो से� विनोंकेलनों�व�ल2 ज्य�वितर्षों पवितIरोके� ` ज्य�वितर्षों म�तfण्ड् ´ म0 नोंव"बुरो 1974 म0 प्रविके�शत हुआ , जिजासेके� श2र्षों Z के र्थ�--` विवपयfय य�ग औरो इ"दिदरो� गJधा2 ´ ।

श्र2मत2 इ"दिदरो� गJधा2 केK के)" ड्ल2 म0 के�ई भा2 ग्रह स्वक्ष�त्र2य य� उच्चों के� नोंह9 र्थ� , विकेन्त) से1यf-म"गल , बुSहस्पवित-श)Iरोक्र तर्थ� शविनों-�"द्र के� परोस्परो विवपयfय र्थ� । इसे ल�खु म0 भा2 य�ग� केK से"भा�वनों�ओ केK ग�भिणोंवितके व्यं�ख्य� र्थ2। प्रके�शनों के� सेमय य� ल�खु के�फK �र्थि��त र्थ0। इसे तरोह ज्य�वितर्षों केK प्र��2नों प)स्तके� म0 वभिणोंZ त अमिधाके�"श रो�जाय�ग� केK ग�भिणोंवितके व्यं�ख्य� के� बु�द मD इसे विनोंष्‍केर्षों Z परो पहु"�� विके इसे प्रके�रो के� य�ग बुहुत से�रो� के)" ड्क्तिलय� म0 भारो� पड़� हD , जिजानोंके� के�ई विवश�र्षों अर्थf नोंह9 ह*। अबु त� मD दृढंत�प1वfके इसे बु�त के� केह सेकेत� हू" विके रो�जाय�ग� केK त�क्तिलके� म0 ऐसे� बुहुत से�रो� रो�जाय�ग हD , जा� विकेसे2 के)" ड्ल2 म0 5-7 केK से"ख्य� म0 ह�नों� के� बु�वजा1द भा2 जा�तके के� नििविवश] नोंह9 बुनों� प�त� हD।

यदिद आपके� ज्य�वितर्षों म0 रुक्ति� ह* , त� केई बु�रो आप पढ़ ह2 �)के� ह�ग� विके विकेसे2 के)" ड्ल2 म0 त2नों ग्रह उच्चों के� ह� त� जा�तके नोंSपत)ल्य ह�त� ह*। जाबु प्र�रो"भा म0 इसे य�ग केK जा�नोंके�रो2 हुई र्थ2 , त� अपनों2 के)" ड्ल2 म0 उच्चों7 ग्रह� के� विगनोंनों� केK विके�शश केK , जा*से� हरो के�ई केरोत� ह2 ह�ग� , ऐसे� म�रो� म�नोंनों� ह*। म�रो2 के)" ड्ल2 म0 उच्चों7 ग्रह क्तिसेफf म"गल र्थ�। श्र2मत2 इ"दिदरो� गJधा2 केK के)" ड्ल2 म0 ढं"�1ढ़नों� केK विके�शश केK त� एके भा2 नोंह9 मिमल� , प)नों: यह से��त� हुए विके यह से�म)� उच्चों के�दिट के� रो�जाय�ग ह* , इ"दिदरो� गJधा2 से� भा2 अमिधाके प्रभा)त�से"पन्न के)" ड्ल2 म0 मिमल सेकेत� ह* , उनोंके� विपत� श्र2 जाव�हरोल�लजा2 केK के)" ड्ल2 के� द�खु� । वहJ भा2 त2नों उच्चों7 ग्रह� के� नोंह9 प�य�। विकेन्त) एके दिदनों ऐसे� भा2 आय� , जाबु मD त2नों उच्चों7 ग्रह� केK तल�श म0 नोंह9 र्थ� , विफरो भा2 एके दुके�नोंद�रो केK के)" ड्ल2 म0 सेहसे� त2नों उच्चों7 ग्रह दिदखु�ई पड़�। उसे दुके�नोंद�रो केK म�क्तिसेके आय परिरोव�रो के� भारोणों-प�र्षोंणों के� बु�द द� सेX से� अमिधाके केK नोंह9 र्थ2।

उ< के)" ड्ल2व�ल� सेज्जनों के� जा2वनों के� प1व�f_f बुहुत ह2 से"घोर्षों Z मय र्थ�। य� अपनों� जा2वनों के� अ"वितम क्षणों� के� से)ख्सेप1वfके त� व्यंत2त केरो रोह� र्थ� , परो अमिधाके से)धा�रो केK ग)"जा�इश नोंह9 र्थ2। इसे के)" ड्ल2 के� द�खुनों� के� बु�द मD से��नों� लग�--इसे के)" ड्ल2 म0 से1यf , बुSहस्पवित औरो शविनों उच्चों के� ह�D। इसे जा�तके के� जान्म के� सेमय के� आसेप�से जाबु तके म�र्षों रिरो�श म0 से1यf रोह� ह�ग� , त2नों उच्चों7 ग्रह� के� य�ग एके मह2नों� के� क्तिलए के�यम ह�ग� औरो इसे एके मह2नों� के� अ"दरो जिजातनों� भा2 बुच्चों� नों� जान्म क्तिलय� ह�ग� , सेभा2 केK के)" ड्ल2 म0 त2नों ग्रह उच्चों7 ह2 रोह� ह�ग�। विकेन्त) व� सेभा2 जा�तके नोंSपय�ग म� जान्म ल�केरो भा2 व�स्तव म0 रो�जा� नोंह9 हुए ह�ग�। इनोंम0 से� एके व्यंक्ति< म�म1ल2 दुके�नोंद�रो के� रुप म0 म)झा� मिमल गय� , श�र्षों के� बु�रो� म0 भागव�नों ह2 जा�नों� , केहJ , केXनों विकेसे स्थि7वित म0 ह*।

उपरो�< व्यं�ख्य� से� इतनों2 बु�त त� स्प] ह� गय2 विके अभा2 तके रो�जाय�ग� के� सेह2 म1ल्य�"केणों नोंह9 हुआ ह* औरो नों ह2 आधा)विनोंके ज्य�वितर्षों2 इसे दिदश� म0 के�ई ठी�से केदम ह2 उठी� प�ए हD। जिजासे रो�जाय�ग म0 एके रो�जा� के� प*द� ह�नों� ��विहए , उसेम0 एके म�म1ल2 दुके�नोंद�रो प*द� ह� जा�त� ह* औरो जाबु श्र2मत2 इ"दिदरो� गJधा2 जा*से� सेवfग)णोंसे"पन्न प्रधा�नोंम"त्र2 केK के)" ड्ल2 केK व्यं�ख्य� केरोनों� के� अवसेरो मिमलत� ह* , त� बुड़� से� बुड़� ज्य�वितर्षों2 उनोंकेK के)" ड्ल2 म0 बु)धा�दिदत्य रो�जाय�ग ह2 उनोंके� प्रघो�नोंम"त्र2 बुनोंनों� के� के�रोणों बुत�त� हD , जाबुविके से"भा�वनों�व�द के� अनों)से�रो 50 प्रवितशत से� अमिधाके ल�ग� केK के)" ड्ल2 म0 बु)धा�दिदत्य य�ग के� ह�नों� केK से"भा�वनों� ह�त2 ह*।

Page 38: गत्यात्मक ज्योतिष

एके मह�नों ज्य�वितर्षों2 नों� अपनों2 प)स्तके म0 क्तिलखु� ह* , बु)धा�दिदत्य य�ग यद्याविप प्र�य: सेभा2 के)" ड्क्तिलय� म0 प�य� जा�त� ह* , विफरो भा2 इसे� केम महत्वप1णोंf नोंह9 सेमझानों� ��विहए। इसे तरोह रो�जाय�ग� के� विवश्ला�र्षोंणों क्य� असेम"जासे म0 ड्�लनों�व�ल� प��2द� , अस्प] औरो भ्र�मके नोंह9 ह* ? इसे तरोह के� प��2द� व�क्य रो�जाय�ग के� विवर्षोंय म0 ह2 नोंह9 , वरोनोंI ज्य�वितर्षों के� सेमस्त विनोंयम� के� प्रवित विबु)_जा2व2 वगf केK जा� धा�रोणों� बुनोंत2 ह* , उसेसे� फक्तिलत ज्य�वितर्षों के� भाविवष्‍य उज्जवल नोंह9 दिदखु�ई पड़त� ह*।

आजा केम्प्य1टरो के� जाम�नों� ह* , अपनों� सेमस्त ज्य�वितर्षों2य विनोंयम� , क्तिसे_�"त� के� केम्प्य1टरो म0 ड्�लकेरो द�खु� जा�ए , के)" ड्ल2 विनोंम�fणों से� से"बु"मिधात गभिणोंत भा�ग के� के�म से"त�र्षोंजानोंके ह* , परो"त) फक्तिलत भा�ग विबुल्के) ल ह2 71ल पड़ जा�त� ह* , इसेसे� विकेसे2 के� से"वित)] नोंह9 मिमल प�त2 ह*। एके म�म1ल2 प्र�स्तिथ्मके स्के1 ल के� निि�शक्षके औरो बुसे��लके केK के)" ड्ल2 म0 अनों�के रो�जाय�ग विनोंकेल आत� हD औरो अम�रिरोके� के� रो�ष्ट्रपवित विबुल निि�क्ल"टनों केK के)" ड्ल2 म0 एके दरिरोद्र य�ग के� उल्ल�खु इसे तरोह ह�त� ह* , म�नों� वह अवित नििविवश] व्यंक्ति< नों ह�केरो भिभाखु�रो2 ह�। व�स्तव म0 फक्तिलत ज्य�वितर्षों से� से"बु"मिधात विनोंयम बुहुत ह2 उलझानोंप1णोंf औरो अस्प] हD। यदिद के�ई यह केह� विके एके रुपय� म0 सेX आम खुरो2दकेरो त� ल�य� गय� ह* , परो"त) इसे� केम महत्वप1णोंf नोंह9 सेमझा� जा�ए , एके आम के� द�म दसे रुपय� ह* , त� इसे प्रके�रो के� दुविवधा�प1णोंf तथ्य� के� केम्प्य1टरो म0 ड्�लनों� के� बु�द आम केK केKमत के� बु�रो� म0 प1छ� जा�ए , त� केम्प्य1टरो भा2 सेद*व दुविवधा�प1णोंf उत्तेरो ह2 द�ग�। अभा2 बु�जा�रो म0 रो�जाय�ग� से� से"बु"मिधात केई प)स्तके0 उपलi ह* , विकेन्त) आजातके के� विवद्वा�नों� के� विवश्ला�र्षोंणों केK प_वित मXक्तिलके य� व*ज्ञा�विनोंके तथ्य� परो आधा�रिरोत नोंह9 ह*।

ईसे प्रके�रो केK दुविवधा�प1णोंf प)स्तके� के� बु�जा�रो म0 भारो� ह�नों� के� केई के�रोणों ह� सेकेत� हD। व*ज्ञा�विनोंके दिदृ]के�णों� के� अभा�व ह� य� व्यं�वसे�मियके सेफलत� म0 अमिधाके रुक्ति� ह�नों� के� के�रोणों परो"परो�गत भा1ल� के� नोंजारोअ"द�जा विकेय� जा� रोह� ह�। के�रोणों जा� भा2 ह� , ल�विकेनों सेभा2 प)स्तके� �"म0 परो"परो�गत रो�जाय�ग� के� महत्वप1णोंf सेमझा� गय� ह* औरो उसेके� म�त्र विहन्द[ अनों)व�द केरो दिदय� गय� ह*। इनों रो�जाय�ग� केK विप)] म0 क्तिसेफf एके मह�प)रुर्षों� केK जान्मके)" ड्ल2 के� उ_«त केरो दिदय� गय� ह*। ऐसे� ह2 ह�त� आय� ह* , से��केरो प�ठीके के� दिदम�ग म0 रो�जाय�ग� केK गलत धा�रोणों�ए" आ जा�त2 हD । जाबु भा2 व� विकेसे2 के)" ड्ल2 म0 रो�जाय�ग के� प� ल�त� हD , फक्तिलत केK ���f केरोत� तविनोंके भा2 नोंह9 विह�विके��त� विके अम)के जा�तके म"त्र2 य� पद�मिधाके�रो2 ह�ग� , जाबुविके तथ्य अनों)म�नों के� विवपरो2त असेम"जासे म0 ड्�लनों�व�ल� ह�त� हD। मDनों� रो�जाय�ग� के� सेभा2 विनोंयम� के� भाल2-भाJवित अध्ययनों विकेय� ह* औरो सेवfद� इसे2 विनोंष्‍केर्षों Z परो आय� हू" विके इनोंके� नों त� सेह2 क्रम ह* औरो नों ह2 नििविनों�त म1ल्य। इनों य�ग� केK सेह�यत� से� य�ग� केK त2व्रत� केK अभिभाव्यंक्ति< नोंह9 केK जा� सेकेत2 ह*। रो�जाय�ग म0 प*द� ह�नों�व�ल� व्यंक्ति<य� के� वगzकेS त नोंह9 विकेय� जा� सेकेत�। रो�जाय�ग के� क्तिश�ब्दके अर्थf य� विनोंविहत अर्थf के� के�यम नोंह9 रोखु� जा� सेकेत� , वरोनोंI रो�जाय�ग� के� सेमझानों� के� क्रम म0 उलझानों0 ह2 से�मनों� आए"ग2। इनों य�ग� के� सेट[के बुनों�नों� के� क्रम म0 ज्य�वितर्षों2 गभिणोंत के� से"भा�वनों�व�द औरो ग्रहगवित म0 सेबुसे� महत्वप1णोंf म"दगवित म"द गवित केK उपस्थि7वित के� रो�जाय�ग� म0 क्तिसेम्मक्तिलत केरो से"भा�वनों�ओं के� विवरोल बुनों�नों� केK विके�शश केरो0 , नोंह2 �"त� इनों य�ग� के� के�ई अभिभाप्र�य नोंह9 रोह जा�एग�।

केई रो�जाय�ग� केK विवफलत� के� प्रस्त)त केरोत2 के)" ड्ल2 हमनों0 द�खु� ह*, जा� एके ऐसे� व्यंक्ति< केK ह* , जा� अपनों� म�त�-विपत� औरो अपनों� प1रो� परिरोव�रो के� परो�श�नों केरोत� हुआ अपनों2 से�रो2 से"पभित्ते खु� बु*ठी� ह*। इश्केमिमजा�जा , विफजा1लखु�f औरो शरो�बु2 ह* , ��के1 रोखुत� ह* , दूसेरो� के� परो�श�नों केरोनों� , धामकेK द�नों� औरो ब्ल*केम�चिंल�ग केरोनों� इसेके� के�म ह*। प)क्तिलसे केK विनोंग�ह सेद*व इसेपरो बुनों2 रोहत2 ह*। इसे प्रके�रो प्रश�सेनों केK दिदृ] म0 भा2 यह एके से"दिदग्धा व्यंक्ति< ह*। ट[ बु2 के� मरो2जा ह* , इसेकेK के)" ड्ल2 म0 ��मरो य�ग , नों2�भा"ग मह�य�ग , रु�के य�ग बु)धा�दिदत्य य�ग -- सेभा2 विवद्याम�नों ह*। लगनों�श म"गल दशम भा�व म0 दिदक्बुल2 ह*। विकेन्त) रो�जाय�ग से� से"बु"मिधात विकेसे2 भा2 फल के� जा2वनों म0 घो�रो अभा�व ह*।

प्रस्त)तकेत�f विवश�र्षों के) म�रो परो 3:03 am 7 दिटप् पभिणोंय�" : इसे से"द�श के� क्तिलए चिंल�के ल�बुल: bokaro, petarwar, vidya sagar mahtha, गत् य�त् मके ज् य�वितर्षों

Page 39: गत्यात्मक ज्योतिष

म.ग&व�रे, 9 लिस�म्बुरे�2008

ग्रहों�शलिक्तू�क��रेहोंस्या

भाविवष्‍य केK सेट[के जा�नोंके�रो2 के� क्तिलए एकेम�त्र विवधा� फक्तिलत ज्य�वितर्षों

विनोंस्से"द�ह फक्तिलत ज्य�वितर्षों व*दिदके के�ल2नों सेबुसे� प)रो�नों2 विवधा� ह*। जिजासे सेमय केल्प , व्यं�केरोणों , छन्द , विनोंरु< आदिद महजा के) छ ह2 विवधा� र्थ2 , फक्तिलत ज्य�वितर्षों के� व�द� के� नों�त्र केह� जा�त� र्थ�। आजा सेभा2 विवश्वविवद्या�लय� म0 हजा�रो� विवर्षोंय� के� प्रव�श ह� �)के� ह* , अन्य विवर्षोंय� केK तरोह गभिणोंत ज्य�वितर्षों केK खुग�ल विवज्ञा�नों के� रुप म0 पढ़�ई ह� रोह2 ह* , विकेन्त) फक्तिलत ज्य�वितर्षों के� विवश्वविवद्या�लय के� बु�हरो केरो दिदय� गय� ह*। तकेf यह दिदय� जा� रोह� ह* विके केरो�ड़� म2ल दूरो रोहकेरो ग्रह पSथ्व2 के� जाड़-��तनों के� के* से� प्रभा�विवत केरो सेकेत� ह* ? अगरो वह प्रभा�विवत केरो� भा2 , त� एके ह2 ग्रह केरो�ड़� व्यंक्ति<य� परो अपनों� भिभान्न-भिभान्न प्रभा�व के* से� प्रस्त)त केरो सेकेत� ह* ? ज्य�वितर्षों2 इसे� विवज्ञा�नों केहत� हD , के) छ ल�ग श�स्त्र , त� के) छ अव*ज्ञा�विनोंके केहकेरो इसेपरो भारो�से� नोंह9 केरोनों� केK सेल�ह द�त� हD। के) छ ल�ग� के� इसे विवधा� से� आक्र�श य� क्ति�ढ़ इसे बु�त से� ह* विके यह ल�ग� के� भा�ग्यव�द[ बुनों�त� ह* औरो यर्थ�स्थि7वितव�द औरो अकेमfण्यत� के� बुढ़�व� द�त� ह*।

फक्तिलत ज्य�वितर्षों के� पक्षधारो� के� अनों)से�रो आत्मज्ञा�नों के� क्तिलए ज्य�वितर्षों ज्ञा�नों से� बुड़� से"से�धानों औरो के) छ ह� ह2 नोंह9 सेकेत�। सेभा2 विवधा�ए" भा1तके�ल औरो वतfम�नों के�ल केK जा�नोंके�रो2 द� सेकेत2 ह* , भाविवष्‍य केK सेट[के जा�नोंके�रो2 के� क्तिलए एकेम�त्र विवधा� फक्तिलत

ज्य�वितर्षों ह2 ह* । पक्ष-विवपक्ष म0 बुहुत से�रो2 बु�त0 ह� सेकेत2 हD , विकेन्त) विवश्व के� विकेसे2 भा2 विवश्वविवद्या�लय म0 इसे� सेम)क्ति�त 7�नों नोंह9 मिमलनों� से� इसेके� पलड़� केमजा�रो पड़ गय� ह*। प्रगवितश2ल विव��रोधा�रो� के� ल�ग , जा� अपनों� के� आधा)विनोंके सेमझात� हD , इसे� अ"धाविवश्व�से केहनों� से� भा2 नोंह9 �1केत�। दूसेरो2 ओरो यह जा�नोंत� हुए भा2 विके एके रिरो�श के� अ"दरो पSथ्व2 के� प��से केरो�ड़� ल�ग आत� हD , म�म1ल2 रिरो�शफल के� पढ़नों� के� क्तिलए प��से प्रवितशत आबु�द[ बु��*नों रोहत2 ह*। विफरो व� इसे� बुकेव�से य� मनों�रो"जानों के� से�धानों बुत�त� हD। आखिखुरो ऐसे2 केXनों से2 केमजा�रो2 ह* , जा� फक्तिलत ज्य�वितर्षों के� विवश्वसेनों2य बुनों�य2 हुई ह* ?

भाXवितके विवज्ञा�नों म0 विवभिभान्न प्रके�रो केK शक्ति<य� के� उल्ल�खु ह*। हरो प्रके�रो केK शक्ति< केK म�प के� क्तिलए व*ज्ञा�विनोंके से1त्र य� शक्ति<म�पके इके�ई ह*। शक्ति< केK म�प के� क्तिलए एके से"य"त्र य� उपकेरोणों ह* , त�विके शक्ति< के� स्वरुप य� त2व्रत� के� आकेलनों स्प] तXरो परो विकेय� जा� सेके� । स्प2ड्�म2टरो से� बुसे ,ट्रो�नों य� य�नों केK गवित के� स्प] बु�धा ह� जा�त� ह*। र्थम�fम2टरो से� त�प , बु*रो�म2टरो से� हव� के� दव�बु , अल्ट[म2टरो से� उड़�नों के� सेमय व�य)य�नों केK ऊ" ��ई ,ऑविड्य�म2टरो से� ध्वविनों केK त2व्रत� के� बु�रो� म0 केह� जा� सेकेत� ह*। बुड़2 म�त्र� केK विवद्या)त-धा�रो� के� म�पनों� के� क्तिलए इल�क्ट्रो�म2टरो तर्थ� छ�ट[ के� म�पनों� के� क्तिलए ग*ल्व�नों�म2टरो के� व्यंवह�रो

विकेय� जा�त� ह*। ल*क्ट�म2टरो दूधा केK श)_त� के� म�पत� ह* तर्थ� रो�नोंग�जा विकेसे2 विवश�र्षों 7�नों म0 हुई वर्षों�Z केK म�त्र� केK से1�नों� द�त� ह*। स्टJप व�� से� से1क्ष्म अवमिधा के� रिरोके�ड्f विकेय� जा� सेकेत� ह*। उपरो�< सेभा2 प्रके�रो के� व*ज्ञा�विनोंके प्रकेरोणों य� से"य"त्र� के� विनोंम�fणों व*ज्ञा�विनोंके से1त्र� परो आधा�रिरोत हD। अत: य� नििविनों�त से1�नों� प्रद�नों केरोनों� म0 सेक्षम हD। इनोंसे� प्र�प्त ह�नों�व�ल2 सेभा2 जा�नोंके�रिरोयJ व*ज्ञा�विनोंके औरो विवश्वसेनों2य हD।

ल�विकेनों यदिद हम फक्तिलत ज्य�वितर्षों के� विवद्वा�नों� से� प1छ� जा�ए विके हम ग्रह केK विकेसे शक्ति< से� प्रभा�विवत हD तर्थ� हम�रो� प�से उसे शक्ति< केK त2व्रत� के� म�पनों� के� केXनों से� व*ज्ञा�विनोंके से1त्र य� उपकेरोणों ह* , त� इनों प्रश्न� के� सेम)क्ति�त उत्तेरो द�नों� के�फK केदिठीनों ह�ग�। परो यह से� ह* विके हम जाबुतके इनों प्रश्न� के� उत्तेरो नोंह9 द� सेके0 ग� , फक्तिलत-ज्य�वितर्षों के� अनों)म�नों के� विवर्षोंय म�नोंनों� केK बु�ध्यत� जानोंसेम)द�य म0 बुनों2 ह2 रोह�ग2। भा*वितके विवज्ञा�नों म0 वभिणोंZ त सेभा2 शक्ति<यJ अनों)भाव म0 भिभान्न-भिभान्न प्रके�रो केK ह� सेकेत2 हD , वस्त)त: उनोंके� म1ल स्वरुप म0 के�ई भिभान्नत� नोंह9 ह�त2। हरो घोरो म0 विवद्या)त-आप1र्तित� ह� रोह2 ह* , वह2 विवद्या)त बुल्बु म0 प्रके�श , ह2टरो म0 त�प , प"खु� म0 गवित , ट�परिरोकेJड्fरो य� स्ट[रिरोय� म0 से"ग2त के� रुप धा�रोणों केरोत� ह*। इसे प्रके�रो भाXवितके विवज्ञा�नों म0 गवित , त�प ,

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प्रके�श , �)म्बुके , विवद्या)त घ्वविनों आदिद शक्ति< के� विवभिभान्न स्वरुप हD , जिजान्ह� एके-से� दूसेरो� म0 आसे�नों2 से� परिरोवर्तित�त विकेय� जा� सेकेत� ह*। से"य�ग से� फक्तिलत-ज्य�वितर्षों के� अनों)से�रो भा2 आके�श2य हिंप�ड्� केK जिजासे शक्ति< से� हम प्रभा�विवत ह�त� हD , व� से�रो2 शक्ति<यJ भाXवितके विवज्ञा�नों म0 वभिणोंZ त शक्ति<यJ ह2 हD।

से1यf के� प्रके�श औरो त�प के� तर्थ� �"द्रम� के� प्रके�श के� पSथ्व2व�से2 घोटत�-बुढ़त� क्रम म0 महसे1से केरोत� ह2 हD । से1यf के� के�रोणों ऋत)-परिरोवतfनों के� ह�नों� तर्थ� दिदनों-रो�त के� ह�नों� सेबुके� म�न्य ह*। अम�वश औरो प1भिणोंZ म� के� प्रभा�व सेम)द्र म0 भा2 द�खु� जा�त� आ रोह� ह*। प1भिणोंZ म� के� दिदनों आत्महत्य� य� प�गलपनों केK प्रवSभित्तेय� म0 विवS_ के� भा2 ल�ग� नों� महसे1से विकेय� ह*। विकेन्त) जाबु श�र्षों ग्रह� के� प्रभा�व के� क्तिसे_ केरोनों� केK बु�रो2 आत2 ह* , त� ज्य�वितर्षों2 प्रत्यक्ष तXरो परो प्रम�णों जा)ट� प�नों� म0 असेमर्थf दिदखु�ई द�त� हD। यह2 बु�त व*ज्ञा�विनोंके� , विबु)_जा2व2 वगf के� ल�ग� औरो आम ल�ग� के� ज्य�वितर्षों परो अविवश्व�से केरोनों� के� के�रोणों बुनों जा�त� ह*। ल�विकेनों अबु व*से2 बु�त नोंह9 रोह गय2 ह* , क्य�विके म)झा� सेभा2 ग्रह� के� गवितजा औरो 7*वितजा ऊजा�f के� गणोंनों� केK जा�नोंके�रो2 ह� �)केK ह* , जिजासेसे� य� पSथ्व2व�से2 के� प्रभा�विवत केरोत� आ रोह� हD।

सेभा2 ग्रह गवितश2ल हD , पSथ्व2 भा2 गवितश2ल ह*। सेभा2 से1यf केK परिरोक्रम� केरो रोह� हD। अत: के�ई भा2 ग्रह केभा2 पSथ्व2 से� के�फK विनोंकेट , त� केभा2 के�फK दूरो2 परो �ल� जा�त� ह*। पSथ्व2 से� ग्रह� केK दूरो2 के� घोटनों�-बुढ़नों� के� के�रोणों पSथ्व2 के� से�प�क्ष उसेकेK गवित म0 भा2 विनोंरो"तरो बुदल�व ह�त� रोहत� ह*। के�ई ग्रह पSथ्व2 से� बुहुत अमिधाके दूरो2 परो ह� , त� वह अमिधाके गवितश2ल ह�त� ह*। प)नों: वह2 ग्रह पSथ्व2 के� जिजातनों� अमिधाके विनोंकेट ह�त� ह* , उतनों� ह2 विवपरो2त गवित म0 ह�त� ह*। पSथ्व2 से� ग्रह� केK दूरो2 म0 जाबुदfस्त परिरोवतfनों ह� , त� ग्रह केK गवित म0 भा2 आम1ल-�1ल परिरोवतfनों ह� जा�त� ह*। अमिधाके गवितश2ल औरो विवपरो2त गवित के� एके ह2 ग्रह के� जा�तके उसे ग्रह के� के�ल म0 बुहुत ह2 आक्र�मके त� दूसेरो� बुहुत ह2 द*न्य परिरोस्थि7वितय� से� से"य)< ह�त� ह*। से"क्ष�प म0 पSथ्व2 से� ग्रह केK दूरो2 के� बुदलनों� से� गवित म0 बुदल�व आत� ह* औरो गवित के� बुदलनों� से� विवद्या)त-�)म्बुकेKय परिरोव�श म0 स्वत: ह2 बुदल�व आत� ह*।

एके से�धा�रोणों उद�हरोणों से� इसे असे�धा�रोणों तथ्य के� सेमझानों� केK ��]� केK जा� सेकेत2 ह*। से1यf से� म"गल केK दूरो2 22.7 केरो�ड़ विकेल�म2टरो ह* औरो पSथ्व2 से� से1यf केK दूरो2 15 केरो�ड़ विकेल�म2टरो। पSथ्व2 औरो म"गल द�नों� ह2 से1यf केK परिरोक्रम� केरोत� हD। जाबु से1यf के� एके ह2 ओरो पSथ्व2 औरो म"गल द�नों� ह�त� हD , त� द�नों� के� बु2� केK दूरो2 22.7–15 = 7.7 केरो�ड़ विकेल�म2टरो ह�त2 ह*। विकेन्त) जाबु से1यf पSथ्व2 औरो म"गल के� बु2� ह� अर्थ�Z तI से1यf के� एके ओरो पSथ्व2 तर्थ� दूसेरो2 ओरो म"गल ह� , त� पSथ्व2 से� म"गल केK दूरो2 बुढ़ जा�त2 ह* औरो यह दूरो2 22.7+15=37.7 केरो�ड़ विकेल�म2टरो ह� जा�त2 ह*। इसे तरोह पSथ्व2 से� म"गल केK न्य1नोंतम औरो अमिधाकेतम दूरो2 के� अनों)प�त 1:5 ह� जा�त� ह*। पहल2 अव7� म0 म"गल अत्यमिधाके वक्र गवित म0 , त� दूसेरो2 अव7� म0 अत्यमिधाके गवितश2ल म�गz गवित म0 ह�त� ह*। म"गल केK तरोह ह2 के�ई भा2 ग्रह पSथ्व2 से� अमिधाकेतम नोंजाद[के ह�नों� परो अमिधाकेतम वक्र गवित म0 तर्थ� अमिधाकेतम दूरो2 परो स्थि7त ह�नों� परो अवितश2घ्री2 म�गz गवित म0 ह�ग�। गवित म0 बुदल�व ह�त� रोहनों� से� पSथ्व2 के� परिरोव�श म0 ग्रह� के� विवद्या)त�)म्बुकेKय क्ष�त्र औरो इसेकेK त2व्रत� म0 बुदल�व आत� रोहत� ह*।

जा*से� विके मDनों� पहल� ह2 केह� ह* , सेभा2 प्रके�रो केK शक्ति<यJ म1ल रुप से� एके ह2 हD अत: ग्रह� के� अमिधाके दूरो2 परो ह�नों� य� अमिधाके नोंजाद[के ह�नों� परो भिभान्न-भिभान्न प्रके�रो केK शक्ति< तरो"ग� केK उत्पभित्ते ह�त2 ह* , उसेके� व*ज्ञा�विनोंके नों�मकेरोणों जा*से� भा2 विकेय� जा�ए। पSथ्व2 से� अमिधाके दूरो2 परो रोहनों�व�ल� ग्रह अमिधाके गवितश2ल ह�त� ह* , अत: इसे प्रके�रो के� ग्रह म0 गवितजा उजा�f अमिधाके ह�त2 ह*। प)नों: पSथ्व2 के� अमिधाके विनोंकेट रोहनों�व�ल� ग्रह वक्र गवित म0 ह�त� ह* , अत: वह ऋणों�त्मके गवितजा उजा�f से� से"य)< ह�त� ह*। विकेन्त) पSथ्व2 से� औसेत दूरो2 परो रोहनों�व�ल� ग्रह औसेत गर्तित� म0 ह�त� हD। इनोंम0 गवितजा उजा�f केK केम2 तर्थ� 7*वितजा ऊजा�f केK अमिधाकेत� ह�त2 ह*। के�ई भा2 ग्रह वक्रK य� म�गz वितक्तिर्थ के� आसेप�से शत-प्रवितशत 7*वितजा ऊजा�f से� से"य)< ह�त� ह*।

गवितजा उजा�f के� ग्रह� से� से"य)< जा�तके उसे ग्रह के� के�ल म0 सेहजा-से)खुद परिरोस्थि7वितय� के� बु2� से� ग)जारोत� ह* उसे सेमय उनोंम0 विकेसे2 प्रके�रो केK जाव�बुद�ह2 नोंह9 ह�त2 , परिरोव�श उसे� भा�ग्यव�नों क्तिसे_ केरो द�त� ह*। इसे प्रके�रो के� जा�तके क्तिसेफf अमिधाके�रो के�

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सेमझात� हD , केतfब्य से� उन्ह0 के�ई मतलबु नोंह9 ह�त�। ऋणों�त्मके गवितजा उजा�f व�ल� ग्रह� से� से"य)< जा�तके उसे ग्रह के� के�ल म0 विवपरो2त केदिठीनों परिरोस्थि7वितय� के� बु2� से� ग)जारोत� हD , ग्रह� से� से"बु"मिधात भा�व� केK जाव�बुद�ह2 म0 विकेसे2 प्रके�रो केK के�ई केम2 नोंह9 ह�त2 , परिरोव�श से� ह2 द*न्य ह�त� हD , हरो सेमय हिंके�केतfब्यविवम1ढ़त� केK स्थि7वित ह�त2 ह*। विकेन्त) 7*वितके उजा�f से� से"य)< जा�तके विनोंरो"तरो के�म केरोनों� म0 विवश्व�से रोखुत� हD , फल केK क्ति�न्त� केभा2 नोंह9 केरोत0 , सेमन्वयव�द[ ह�त� हD , अपनों� से)खु आरो�म केK क्ति�न्त� केभा2 नोंह9 केरोत0 , दिदृ]के�णों म0 व्यं�पकेत� औरो विवरो�टत� ह�त2 ह*।

उपरो�< विवव��नों� से� यह स्प] ह� जा�त� ह* विके भाXवितके विवज्ञा�नों म0 स्थिउल्लखिखुत सेभा2 प्रके�रो केK शक्ति<यJ ह2 वस्त)त: ग्रह� केK शक्ति<यJ हD। विकेन्त) जिजासे सेमय फक्तिलत ज्य�वितर्षों विवकेक्तिसेत ह� रोह� र्थ� , उसे सेमय भाXवितके विवज्ञा�नों म0 ऊजा�f से� से"बु"मिधात क्तिसे_�"त� के� विवके�से नोंह9 ह� प�य� र्थ�। अत: फक्तिलत ज्य�वितर्षों के� विवकेक्तिसेत केरोनों�व�ल� क्ति�न्तके , ऋविर्षों ,महर्तिर्षों� , ग्रह� केK शक्ति< के� उसेकेK विवभिभान्न स्थि7वितय� म0 ढं"�1ढ़नों� केK ��]� केरो रोह0 र्थ�। ग्रह� केK शक्ति< के� सेमझानों� के� क्तिलए आजा तके भाXवितके विवज्ञा�नों के� विनोंयम� के� इस्त�म�ल नोंह9 विकेय� जा� सेके� , अत: फक्तिलत ज्य�वितर्षों अभा2 तके अनों)म�नों के� विवर्षोंय बुनों� हुआ ह*।

म)झा� यह से1क्ति�त केरोत� हुए हर्षों Z ह� रोह� ह* विके ग्रहबुल के� सेमझानों� केK इसे व*ज्ञा�विनोंके विवमिधा केK से1झा अकेस्म�तI के) छ घोटनों�ओं के� अवल�केनों के� प��तI सेनोंI 1981 म0 म�रो� मस्तिस्तश्के म0 केµधा2 औरो सेनोंI 1987 तके विवभिभान्न ग्रह� के� विवभिभान्न प्रके�रो केK शक्ति<य� के� सेमझानों� केK ��]� केरोत� रोह�। इसेके� प1वf एके नोंई गत्य�त्मके दश� प_वित, जिजासेकेK बु)विनोंय�द सेनोंI 1975 म0 रोखु2 गय2 र्थ2 , म0 ग्रहशक्ति< केK त2व्रत� के� इसेम0 क्तिसेम्मक्तिलत केरो द�नों0 से� प1णोंfत� आ गय2। विकेसे2 भा2 व्यंक्ति< के� जा2वनों केK सेफलत�-असेफलत� , से)खु-दुखु , बुढ़त�-घोटत� मनों�बुल तर्थ� व्यंक्ति< के� स्तरो के� ल�खु�क्ति�त्र म0 जा2वनों के� विवभिभान्न भा�ग� म0 अनों�य�से दिदखु�य� जा�नों� से"भाव ह� सेके�। इसे प_वित से� विकेसे2 विवश�र्षों उम्र म0 जा�तके केK मनों:स्थि7वित , उसेके� के�यfक्र्र्र्रोIरोम औरो उसेके� सेमस्त परिरोव�श के� आसे�नों2 से� सेमझा� जा�नों� भा2 से"भाव ह� सेके�।

ल�खु के� आरो"भा म0 म*नों0 ग्रहशक्ति< के� म�पनों� के� क्तिलए एके से"य"त्र य� उपकेरोणों केK आवश्यकेत� केK ���f केK र्थ2 , इसेके� क्तिलए म)झा� बुहुत अमिधाके भाटकेनों� नोंह9 पड़�। से"प1णोंf ब्रह्मां�"ड् केK बुनों�वट अपनों� आपम0 परिरोप1णोंf ह*। ग्रह� केK शक्ति< के� विनोंमिधा�Z रोत केरोनों� के� य"त्र भा2 म)झा� यह9 दिदखु�ई पड़�। म*नों0 द�खु� विके जाबु से1यf �"द्र अम�वश के� दिदनों य)वित केरो रोह� ह�त� हD , �"द्रम� के� प1णोंf अप्रविके�शत भा�ग के� ह2 हम द�खु प�त� हD , मतलबु �"द्रम� नोंह9 दिदखु�ई पड़त� ह*। जाबु से1यf �"द्रम� परोस्परो 30 विड्ग्र2 के� के�णों बुनों�त� हD , उसेके� छठी� भा�ग के� ह2 हम प्रविके�शत द�खु प�त� हD। जाबु से1यf-�"द्र परोस्परो 90 विड्ग्र2 के� के�णों बुनों�त� हD" , तबु �"द्रम� के� आधा� भा�ग प्रके�शम�नों ह�त� ह*। जाबु द�नों� 180 विड्ग्र2 के� के�णों बुनों�त� ह�D , उसेके� शत-प्रवितशत भा�ग ह2 प्रके�शम�नों ह� जा�त� ह*। इसे तरोह से1यf से� �"द्रम� केK दूरो2 जा*से�-जा*से� बुढ़त2 ह* , उसेके� प्रके�शम�नों भा�ग भा2 उसे2 अनों)प�त म0 बुढ़त� जा�त� ह*। ठीOके इसेके� विवपरो2त मDनों� प�य� विके म"गल , बुSहस्पवित , शविनों , य1रो�नोंसे , नों�प्च्‍य1नों औरो प्ल1ट� से1यf से� य)वित केरो रोह� ह�त� हD , त� उनोंकेK गवित सेबुसे� अमिधाके ह�त2 ह* , जाबुविके य� से1यf से� 180 विड्ग्र2 केK दूरो2 परो ह� त� सेव�fमिधाके वक्र गवित म0 ह�त� हD।

इसे तरोह इनों ग्रह� केK गवितजा उजा�f , से1यf से� के�भिणोंके दूरो2 बुढ़नों� परो केम ह�त2 �ल2 जा�त2 ह*। विनोंष्‍केर्षों Z यह विनोंकेल� विके �"द्रम� के� प्रके�श से� उसेकेK शक्ति< केK जा�नोंके�रो2 प्र�प्त केरोनों� ह� य� अन्य ग्रह� केK गवितजा ऊजा�f के� विनोंके�लनों� ह� , उसे ग्रह केK से1यf से� के�भिणोंके दूरो2 के� विनोंके�लनों� केK आवश्यकेत� पड़�ग2। इसे2 के�भिणोंके दूरो2 के� अनों)प�त2 य� व्यं)त्क्रम�नों)प�त2 ग्रह केK शक्ति< ह�ग2। सेभा2 ग्रह� केK गवितजा औरो 7*वितजा ऊजा�f के� विनोंके�लनों� के� क्तिलए से1त्र� केK खु�जा केK जा� �)केK ह*। से1यf से� ग्रह� केK के�भिणोंके दूरो2 के� जा�नोंनों� के� क्तिलए विकेसे2 उपकेरोणों केK के�ई आवश्यकेत� नोंह9 ह*। प"��"ग म0 वभिणोंZ त ग्रह� के� अ"श के� ह2 जा�नों ल�नों� के�फK ह�ग� , इसेकेK जा�नोंके�रो2 के� बु�द गवितजा ऊजा�f औरो 7*वितजा ऊजा�f के� से1त्र के� द्वा�रो� विनोंके�ल� जा� सेके� ग�। बु"दूके केK ग�ल2 म0 शक्ति< ह* , इसे� हरो के�ई महसे1से केरोत� ह*।

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बु"दूके केK ग�ल2 के�फK छ�ट[ ह�त2 ह* , गवितरोविहत ह�नों� परो इसेम0 विकेसे2 प्रके�रो केK शक्ति< के� बु�धा नोंह9 ह�त� , विकेन्त) अत्यमिधाके गवितश2लत� के� के�रोणों ह2 ग�ल2 केK म�रोके क्षमत� बुढ़ जा�त2 ह*। हर्थ�ल2 परो पत्थरो के� ट)केड़� रोखुकेरो के�ई भा2 व्यंक्ति< अपनों� के� शक्ति<श�ल2 सेमझात� ह* , क्य�विके उसे� म�ल1म ह* विके पत्थरो के� गवित द�केरो उसे� शक्ति<श�ल2 बुनों�य� जा� सेकेत� ह*। इसे प्रके�रो विकेसे2 भा2 हिंप�ड् म0 गवित के� महत्व त� अनों�य�से सेमझा म0 आत� ह* , विकेन्त) ग्रह� के� भा2मके�य हिंप�ड् म0 अप्रप्तित्य�शत रुप से� अत्यमिधाके गवित ह�नों� के� बु�वजा1द ग्रह� केK शक्ति< के� अन्यत्र ढं1"ढ़नों� केK विके�शश केK जा�त2 रोह2 ह*। जिजासे पSथ्व2 के� व्यं�से आठी हजा�रो म2ल ह* , जिजासेकेK परिरोमिधा 25 हजा�रो म2ल ह* , जिजासेके� वजानों 5.882´1021 टनों ह* , लगभाग एके मिमनोंट म0 हजा�रो म2ल केK रोत�रो से� परिरोभ्रमणों-पर्थ परो आग� बुढ़ रोह2 ह* , केK त)लनों� म0 बुSहस्पवित केई ग)णों� बुड़� ह* , इसेकेK रोफत�रो प्रवित मिमनोंट लगभाग 500 म2ल ह* । इनोंकेK त�जा गवित केK त)लनों� ल�खु� ह�ड्�ª��जानों बुम य� अणों)बुम से� केK जा� सेकेत2 ह*। इसे प्रके�रो केK विवरो�ट शक्ति< से� विवद्या)त-�)म्बुकेKय शक्ति< तरो"ग� से� पSथ्व2व�से2 प्रभा�विवत ह�त� हD।ग्रह� केK 7*वितजा ऊजा�f औरो गवितजा ऊजा�f के� प्रभा�व विकेसे2 भा2 व्यंक्ति< परो भिभान्न-भिभान्न प्रके�रो से� पड़त� ह*। हजा�रो� प्रके�रो केK के)" ड्क्तिलय� म0 ग्रह� के� इसे भिभान्न प्रभा�व के� मD महसे1से केरोत� ह"�1। सेभा2 गह गवित-विनोंयम� के� आधा�रो परो ह2 अपनों� फल प्रस्त)त केरोत� हD , गवित ह2 इनोंकेK शक्ति< हD।

विकेसे2 भा2 व्यंक्ति< के� जान्मके�ल म0 सेभा2 ग्रह� केK गवित औरो स्थि7वित भिभान्न-भिभान्न तरोह केK ह�त2 ह0 तर्थ� उसेके� लग्नों से� से1यf केK के�भिणोंके दूरो2 उसे सेमय के� जा�तके के� विवश्व के� सेभा2 मनों)ष्‍य� से� भिभान्न बुनों�त2 ह*। विवश्व के� द�खुनों� के� उसेके� नोंजारिरोय� भिभान्न ह�त� ह*। वह एके भिभान्न बु2जा केK तरोह ह� जा�त� ह*। हरो व्यंक्ति< बुदल� हुए के�णों से� ब्रह्मां केK प्रवितछ�य� य� प्रत2के ह*। ग्रह इसे शरो2रो म0

ब्रह्मां म0 ग्र"क्तिर्थ के� रुप म0 ह�त� हD। व� सेमय-सेमय परो अपनों� फल प्रस्त)त केरोत� हD। प्रस्त)तकेत�f विवश�र्षों के) म�रो परो 2:43 am 4 दिटप् पभिणोंय�" : इसे से"द�श के� क्तिलए चिंल�के ल�बुल: bokaro, petarwar, vidya sagar mahtha, गत् य�त् मके ज् य�वितर्षों

रेतिवव�रे, 7 लिस�म्बुरे�2008

फलि&��ज्‍याति�ष�क �त्रु�टिAयाB�एव.�दूरे�करेने��क� �उपा�या

विवकेक्तिसेत विवज्ञा�नों नोंह9 , विवके�सेश2ल विवद्या� य� श�स्त्र ह*

फक्तिलत ज्य�वितर्षों अभा2 विवकेक्तिसेत विवज्ञा�नों नोंह9 , विवके�सेश2ल विवद्या� य� श�स्त्र ह* , विकेन्त) इसेके� विवके�से केK पय�fप्त से"भा�वनों�ए" विवद्याम�नों हD । इसे� अनििविनों�त से� नििविनों�त केK ओरो आसे�नों2 से� ल� जा�य� जा� सेकेत� ह*। इसे श�स्त्र के� विवज्ञा�नों म0 रुप�"तरिरोत विकेय� जा� सेकेत� ह*। गभिणोंत ज्य�वितर्षों विवज्ञा�नों ह* , क्य�विके आके�श म0 ग्रह� केK स्थि7वित , गवित आदिद से� से"बु"मिधात नििविनों�त से1�नों� प्रद�नों केरोत� ह*। से*केड़� वर्षों�Z�" बु�द लगनों�व�ल� से1यfग्रहणों , �"द्रग्रहणों केK अवमिधा केK से1�नों� घो"ट� , मिमनोंट औरो से�केण्ड् तके श)_ रुप से� प्रद�नों केरोत� ह*। यह भा2 से1क्ति�त केरोत� ह* विके पSथ्व2 के� विकेसे भा�ग म0 यह दिदखु�ई पड़�ग�। विकेन्त) हम फक्तिलत ज्य�वितर्षों के� विवज्ञा�नों नोंह9 केह प�त� ,क्य�विके ग्रह� के� फल�फल के� स्प] उल्ल�खु हम नोंह9 केरो प�त�। धानों�श धानों 7�नों म0 स्वगSह2 ह� त� व्यंक्ति< के� धानोंव�नों ह�नों� ��विहए परो"त) इसे य�ग से� के�ई केरो�ड़पवित , के�ई लखुपवित औरो के�ई सेहस्रोपवित ह* त� के�ई के� वल अपनों2 आवश्यकेत�ओं केK प1र्तित� ह2 जा�ड़-त�ड़ से� केरो प� रोह� ह*। लग्नों�श , ल�भा�श औरो नोंवम�श धानों 7�नों म0 ह� त� जा�तके के� इसे य�ग से� बुहुत ह2 सेमS_ औरो धानोंव�नों ह�नों� ��विहए परो"त) इसे य�ग म0 उत्पन्न हुए व्यंक्ति< के� भा2 दरिरोद्रत� के� दXरो से� ग)जारोत� हुए द�खु� जा�त� ह*। म�रो� प�से ऐसे� केई उद�हरोणों हD" - केम्प्य1टरो जिजासे के)" ड्ल2 म0 अमिधाके से� अमिधाके धानों य�ग केK ���f केरोत� ह* , वह व्यंक्ति< धानों2 नोंह9 ह* तर्थ� जिजासे के)" ड्ल2 म0 के) छ दरिरोद्र य�ग� केK ���f ह* , वह सेव�fमिधाके से"पन्न द�श के� रो�]पवित ह*। ऐसे2 परिरोस्थि7वित म0 ग्रह� केK स्थि7वित के� अनों)से�रो उसेसे� उत्पन्न प्रभा�व य� फल�फल केK सेमरुपत� के� क्य� सेह2 पत� �ल प�त� ह* ? ग्रह� केK शक्ति< ,

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उसेकेK त2व्रत� य� उत्पन्न प्रभा�व के� म1ल स्रो�त य� असेल2 के�रोणों� तके क्य� हम पहु"� �)के� हD ? क्य� ग्रह केK शक्ति< , त2व्रत� य� के�यfक्षमत� के� म�पनों� के� सेह2 उप�य हम�रो� प�से ह*।

ज् य�वितर्षों म0 ग्रह� केK शक्ति<म�पके फ�म1fल� आवश् यके ह*

भाXवितके विवज्ञा�नों म0 विवभिभान्न प्रके�रो केK शक्ति<य� के� उल्ल�खु ह*। प्रत्य�के शक्ति< केK म�प के� क्तिलए व*ज्ञा�विनोंके से1त्र हD , शक्ति<म�पके इके�ई ह*। शक्ति< केK म�प के� क्तिलए शक्ति<म�पके से"य"त्र य� उपकेरोणों ह* , त�विके उसेकेK त2व्रत� के� आकेलणों स्प] रुप से� विकेय� जा� सेके� । स्प2ड्�म2टरो से� बुसे , रो�ल औरो य�नों केK गवित के� स्प] बु�धा ह� जा�त� ह*। र्थम�fम2टरो से� त�पम�नों के� स्प] बु�धा ह�त� ह*। बु*रो�म2टरो से� हव� के� दबु�बु केK जा�नोंके�रो2 ह�त2 ह* । अल्ट[म2टरो से� उड़�नों के� सेमय व�य1य�नों केK ऊ" ��ई के� पत� �लत� ह*। ऑविड्य�म2टरो से� ध्वविनों केK त2व्रत� के� पत� �लत� ह*। विवद्या)त केK म�त्र� के� म�पनों� के� क्तिलए इल�क्ट�म2टरो के� व्यंवह�रो ह�त� ह*। ग*ल्व�नों�म2टरो से� केम म�त्र� केK विवद्या)तधा�रो� के� म�प� जा�त� ह*। ल*क्ट�म2टरो दूधा केK श)_त� के� म�पत� ह*। रो�नोंग�जा विकेसे2 विवश�र्षों 7�नों परो हुई वर्षों�Z केK म�त्र� के� म�पत� ह*। से�क्सेट0ट से� आके�श2य हिंप�ड्� केK के�भिणोंके ऊ" ��ई केK म�प केK जा�त2 ह*। स्टJप व�� से� से1क्ष्म अवमिधा के� रिरोके�ड्f विकेय� जा�त� ह*। उपरो�< सेभा2 प्रके�रो के� य"त्र व*ज्ञा�विनोंके से1त्र� परो आधा�रिरोत नििविनों�त से1�नों� द�नों� के� के�म केरोत� हD , अत: य� सेभा2 जा�नोंके�रिरोयJ व*ज्ञा�विनोंके औरो विवश्वसेनों2य हD। यदिद हम ज्य�वितविर्षोंय� से� प1छ� जा�ए विके ग्रह-शक्ति< केK त2व्रत� के� म�पनों� के� क्तिलए हम�रो� प�से केXनों से� व*ज्ञा�विनोंके से1त्र य� उपकेरोणों ह* त� म* सेमझात� हू" विके इसे प्रश्न के� उत्तेरो द�नों� के�फK केदिठीनों ह�ग� ,ल�विकेनों जाबुतके इसे प्रश्न के� सेह2 उत्तेरो नोंह9 मिमल�ग� , फक्तिलत ज्य�वितर्षों अनों)म�नों के� विवर्षोंय बुनों� रोह�ग�। अबु ग्रह� के� बुल�बुल के� विनोंधा�fरिरोत केरोनों� से� से"बु"मिधात के) छ से1त्र� केK खु�जा केरो ल2 गय2 ह*। इसेकेK ���f र्थ�ड़2 द�रो बु�द ह�ग2 , सेबुसे� पहल� हम एके बु�रो उनों सेभा2 परो"परो�गत ज्य�वितर्षों2य विनोंयम� परो दिदृ]प�त केरो0 , जा� ग्रह बुल�बुल विनोंधा�fरोणों के� से1त्र के� रुप म0 विवद्याम�नों हD -

1 7�नों-बुल- स्वगSह2 , उच्चों , म1ल वितIरोके�णों , मिमत्र रिरो�श म0 स्थि7त य� स्थिउल्लखिखुत द्र�ष्‍के�णों ,नोंवम�"श ,सेप्तम�"श , आदिद ‘��ड्वगf म0 अमिधाके वगf प्र�प्त ह�नों� परो य� अन्य ग्रह� के� से�प�क्ष अ]के वगf विनोंयम से� ��रो रो�खु�ओं से� ऊपरो ह�नों� परो ग्रह बुलव�नों ह�त� ह* । 2 दिदक्बुल- बु)धा , बुSहस्पवित लग्नों म0 , श)क्र , �"द्र �त)र्थf भा�व म0 , शविनों सेप्तम भा�व म0 तर्थ� से1यf , म"गल दशम भा�व म0 दिदक्बुल2 ह�त� हD। 3 के�लबुल- के�लबुल के� अ"तगfत �"द्र , शविनों , म"गल रो�वितIरो म0 , से1यf , ग)रु , श)क्र दिदनों म0 तर्थ� बु)धा सेद*व बुक्तिल ह�त� ह*।

4 नों*सेविगZ केबुल- शविनों , म"गल , बु)धा , ग)रु , श)क्र , �"द्र औरो से1यf उत्तेरो�त्तेरो आरो�ह2 क्रम म0 बुलव�नों ह�त� हD। श�यद इसे प्रके�रो के� ग्रह बुल केK परिरोकेल्पनों� इनोंके� प्रके�श केK त2व्रत� के� ध्य�नों म0 रोखुकेरो केK गय2 र्थ2। 5 ��]�बुल- मकेरो से� मिमर्थ)नोंपयfन्त विकेसे2 भा2 रिरो�श म0 से1यf , �"द्र केK स्थि7वित ह� त� उनोंम0 ��]�बुल ह�ग� तर्थ� अन्य सेभा2 ग्रह �"द्रम� के� से�र्थ ह�नों� से� ��]�बुल प्र�प्त केरो सेके0 ग�। 6 दिदृ]बुल- विकेसे2 ग्रह के� श)भाग्रह द�खु रोह� ह� त� श)भादिदृ]प्र�प्त ग्रह बुलव�नों ह� जा�त� ह*। 7 आत्मके�रोके ग्रहबुल - आत्मके�रोके ग्रहबुल केK स्थि7वित के� से�प�क्ष ग्रहबुल य� जा*मिमनों2 से1त्र से� ग्रहबुल आत्मके�रोके ग्रह के� से�र्थ य� उसेसे� के� न्द्रगत रोहनों�व�ल� ग्रह प1णोंfबुल2 , दूसेरो� , पJ�व� आठीव0 औरो एके�दश म0 रोहनों�व�ल� अ_fबुल2 तर्थ� त2सेरो� , छठी� , नोंव0 औरो द्वा�दश भा�व म0 रोहनों�व�ल� विनोंबुfल ह�त� हD। 8 अ"शबुल- विकेसे2 रिरो�श के� प्र�रो"भिभाके अ"श� म0 स्थि7त रोहनों�व�ल� ग्रह बु�ल्य�व7� म0 ह�त� ह* तर्थ� रिरो�श के� अ"वितम भा�ग म0 रोहनों�व�ल� ग्रह वS_�व7� म0 ह�त� ह*। रिरो�श के� मध्य म0 रोहनों�व�ल� ग्रह� के� बुलव�नों केह� जा�त� ह*। 9 य�गके�रोके-अय�गके�रोके बुल - से"विहत�ओं म0 ग्रह फल�फल केK विववSभित्ते जिजासे ढं"ग से� मिमलत2 ह* , उसेके� अनों)से�रो

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य�गके�रोके ग्रह� के� श)भाफलद�यके ,बुलव�नों तर्थ� अय�गके�रोके ग्रह� के� अश)भाफलद�यके औरो विनोंबुfल सेमझा� जा�त� ह*। 10 पक्षबुल- केS ष्‍णोंपक्ष म0 प�पग्रह एव" श)क्लपक्ष म0 श)भाग्रह बुलव�नों ह�त� हD। 11 अयणों बुल- उत्तेरो�यणों म0 श)भाग्रह औरो दभिक्षणों�यणों म0 प�पग्रह बुलव�नों ह�त� हD।

इसे प्रके�रो ग्रह के� बुल�बुल विनोंधा�fरोणों के� क्तिलए परो"परो� से� ग्य�रोह विनोंयम� केK खु�जा ह� �)केK ह*। 7�नों बुल के� अ"तगfत आनों�व�ल� द� विनोंयम� ‘��ड्वगf बुल औरो अ]केवगfबुल के� अलग-अलग केरो दिदय� जा�ए त� ग्रह शक्ति< केK जा�नोंके�रो2 के� क्तिलए के) ल त�रोह प्रके�रो के� विनोंयम परो"परो� म0 प्र�क्तिलत हD। ह� सेकेत� ह* विके ज्य�वितर्षों के� अन्य ग्र"र्थ� म0 के) छ औरो विनोंयम� के� भा2 उल्ल�खु ह�। इनों परिरोस्थि7वितय� म0 ग्रह बुल�बुल से� से"बु"मिधात केई ग"भा2रो प्रश्न एके से�र्थ उपस्थि7त ह�त� हD -

1 ग्रह बुल विनोंधाfरिरोत केरोनों� के� एके भा2 विनोंयम सेह2 ह�त� त� दूसेरो� , त2सेरो� , ```````````````````````` बु�रोहव0 , त�रोहव0 विनोंयम केK बु�त क्य� आत2 ? 2 सेभा2 विनोंयम ऋविर्षों-म)विनोंय� केK ह2 द�नों हD। यदिद के�ई एके विनोंयम सेह2 ह* त� श�र्षों केK उपय�विगत� क्य� ह* ? 3 यदिद ग्रह बुल�बुल विनोंधा�fरोणों म0 सेभा2 विनोंयम� के� उपय�ग केरो0 त� क्य� ग्रहबुल केK व�स्तविवके जा�नोंके�रो2 ह� प�एग2 य� ग्रहबुल विनोंयम� के� बु2� ज्य�वितर्षों2 उलझाकेरो ह2 रोह जा�ए"ग� ? 4 केम्प्य1टरो म0 ग्रह बुल�बुल से� से"बु"मिधात सेभा2 विनोंयम� के� ड्�लकेरो बु�रो2 बु�रो2 से� य� एके से�र्थ इनोंकेK सेत्यत� केK जाJ� केK जा�ए त� क्य� सेफलत� मिमलनों� केK से"भा�वनों� हD ? 5 क्य� ग्रह बुल�बुल से� से"बु"मिधात सेभा2 विनोंयम एके दूसेरो� के� प1रोके हD ?

आप के) छ उत्तेरो द0ग� , इसे� पहल� मD ह2 उत्तेरो द�त� हू" विके उपरो�< विनोंयम� म0 एके भा2 विनोंयम ग्रहबुल विनोंधा�fरोणों के� क्तिलए आ"निि�शके रुप से� भा2 सेह2 नोंह9 हD। श�यद इसे2क्तिलए फक्तिलत ज्य�वितर्षों अनों)म�नों के� विवर्षोंय बुनों� हुआ ह*। यदिद के�ई एके विनोंयम के�म केरोत� त� दूसेरो� विनोंयम केK आवश्यकेत� ह2 नोंह9 महसे1से ह�त2। एके विनोंयम के� प1रोके विनोंयम� के� रुप म0 श�र्षों विनोंयम� के� म�नों भा2 क्तिलय� जा�ए त� व्यं�वह�रिरोके तXरो परो इसेकेK विप)] नोंह9 ह� प� रोह2 ह*। ऐसे� केई उद�हरोणों म�रो� प�से हD , ग्रह बुल�बुल से� से"बु"मिधात अमिधाके�"श विनोंयम� के� अनों)से�रो ग्रह बुलव�नों ह�नों� के� बु�वजा1द ग्रह के� फल केमजा�रो ह*। विनोंष्‍केर्षों Z त: इनों परो"परो�गत सेभा2 विनोंयम� के� से"दभाf म0 यह2 केहनों� ��हू"ग� विके इनों सेभा2 विनोंयम� के� केम्प्य1टरो म0 ड्�लकेरो विवभिभान्न महत्वप1णोंf के)" ड्क्तिलय� म0 इसेकेK सेत्यत� केK जाJ� केK जा�ए त� परिरोणों�म के) छ भा2 नोंह9 विनोंकेल�ग� । यह फक्तिलत ज्य�वितर्षों केK सेबुसे� बुड़2 केमजा�रिरोय� म0 से� एके ह*।

फक्तिलत ज्य�वितर्षों के� प्रणों�त� हम�रो� प1ज्य ऋविर्षों-म)विनोंय� , प1वfजा� औरो फक्तिलत ज्य�वितर्षों के� विवद्वा�नों� के� सेमक्ष ग्रहशक्ति< के� रोहस्य� के� सेमझानों� केK ग"भा2रो �)नोंXत2, हरो य)ग म0 उपस्थि7त रोह2 ह* । इसेक्तिलए उन्ह�नों0 विवभिभान्न दिदृ]के�णों� से� ग्रह शक्ति< के� रोहस्य के� उद्घा�दिटत केरोनों� के� भारोप1रो प्रय�से विकेय�। से"भावत: इसेक्तिलए ग्रह-शक्ति< के� सेमझानों� से� से"बु"मिधात इतनों� से1त्र� के� उल्ल�खु विवभिभान्न प)स्तके� म0 दजाf ह*।

आजा भाXवितके विवज्ञा�नों हिंप�ड् केK शक्ति< के� उसेकेK गवित , त�प , प्रके�श , �)म्बुके , विवद्या)त औरो ध्वविनों के� से�प�क्ष उसेके� अस्तिस्तत्व के� स्व2के�रो केरोत� ह*। विवज्ञा�नों यह भा2 केहत� ह* विके विकेसे2 भा2 शक्ति< के� उसेके� दूसेरो� स्वरुप म0 परिरोवर्तित�त विकेय� जा� सेकेत� ह*। ग्रह म0 गवित औरो प्रके�श ह* , परोस्परो ग)रुत्व�केर्षों Z णों के� के�रोणों प्रत्य�के ग्रह के� अपनों� एके

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विवद्या)त-�)म्बुकेKय क्ष�त्र ह�त� ह*। सेभा2 आके�श2य हिंप�ड् परोस्परो ग)रुत्व�केर्षों Z णों बुल औरो गवित से� इतनों� सेश< बु"धा� हुए हD विके केरो�ड़�� वर्षों Z व्यंत2त ह� जा�नों� के� बु�द भा2 अपनों� विनोंयम� के� प�लनों यर्थ�वत केरो रोह0 हD। से1यf से� पSथ्व2 15 केरो�ड़ विकेल�म2टरो दूरो रोहकेरो से1यf के� ��रो� ओरो 365 दिदनों , 5 घोI"��ट� , 48 मिमनोंट औरो के) छ से�केण्ड् म0 एके परिरोक्रम� केरो ल�त2 ह*। केरो�ड्� वर्षों�Z�" के� बु�द भा2 एके परिरोक्रम� केK अवमिधा म0 मिमनोंट भारो के� अ"तरो नोंह9 पड़�। स्मरोणों रोह� , पSथ्व2 अपनों� परिरोभ्रमणों पर्थ म0 एके मिमनोंट म0 लगभाग हजा�रो म2ल केK गवित से� से1यf के� ��रो� ओरो परिरोक्रम� केरोत� हुए अग्रसेरो ह*। बुSहस्पवित जा*से� भा2मके�य ग्रह से1यf केK परिरोक्रम� 80 केरो�ड़ विकेल�म2टरो केK दूरो2 परो रोहत� हुए प्रवितमिमनोंट लगभाग 500 म2ल केK गवित से� केरो रोह� ह*। ग्रह� केK गवित औरो पSथ्व2 परो उसेकेK से�प�भिक्षके गवित के� प्रभा�व पSथ्व2 के� परिरोव�श म0 अणों)-परोम�णों)ओं परो विकेसे विवमिधा से� पड़त� ह� , यह व*ज्ञा�विनोंके� के� क्तिलए श�धा के� विवर्षोंय भाल� ह2 ह� , हम ज्य�वितविर्षोंय� के� यह सेमझा ल�नों� ��विहए विके ग्रह-शक्ति< के� से�रो� रोहस्य उसेकेK गवित म0 तर्थ� उसे आके�श2य हिंप�ड् केK से1यf के� से�र्थ पSथ्व2 परो बुनों रोह2 के�भिणोंके दूरो2 म0 ह2 क्तिछप� हुआ ह*।

बु"दूके केK ग�ल2 बुहुत छ�ट[ ह�त2 ह*, परो उसेकेK शक्ति< उसेकेK गवित के� के�रोणों ह*। ह�र्थ म0 एके पत्थरो के� ट)केड़� रोखुकेरो ल�ग अपनों� के� बुलव�नों सेमझा ल�त� हD , क्य�विके पत्थरो के� गवित द�केरो शक्ति<श�ल2 बुनों�य� जा� सेकेत� ह*। इसे2 परिरोप्र�क्ष्य म0 ग्रह� केK शक्ति< के� सेमझानों� केK ��]� केरो0 , बु"दूके केK ग�ल2 म0 गवित के� के�रोणों उसेकेK शक्ति< के� सेमझानों� म0 केदिठीनों�ई नोंह9 ह�त2 , विकेन्त) भा2मके�य ग्रह� म0 उसेकेK त2व्र गवित के� द�खुत� हुए भा2 उसेकेK शक्ति< के� अन्यत्र तल�शनों� केK ��]� केK जा�त2 रोह2 ह*। गवित म0 शक्ति< के� रोहस्य के� नों सेमझा प�नों� के� के�रोणों ह2 परो"परो�गत ज्य�वितर्षों म0 ग्रह-शक्ति< के� विनोंधा�fरोणों के� क्तिलए गवित से� से"बु"मिधात विकेसे2 से1त्र केK ���f नोंह9 केK गय2 के� वल रिरो�श स्थि7वित म0 ह2 ग्रह� केK शक्ति< के� ढं1"ढ़नों� के� बुहुआय�म2 विनोंष्‍फल प्रय�से विकेय� गय�, जाबुविके ग्रह� के� भा2मके�य हिंप�ड् औरो उसेकेK त2व्र गवित केK त)लनों� ल�खु� -केरो�ड़� परोम�णों)-बुम� से� केK जा� सेकेत2 ह*।

ग्रह� के� विवभिभान्न प्रके�रो केK गवितय� के� ज्ञा�नों हम�रो� प1ज्य ऋविर्षों-म)विनोंय� , ज्य�वितविर्षोंय� के� प1रो� र्थ�। से1यf-क्तिसे_�"त म0 ग्रह� केK विवभिभान्न गवितय� - अवितश2घ्री2 , श2घ्री2 , सेम , म"द , के) ट[ल� , वक्र औरो अवितवक्र आदिद के� उल्ल�खु ह* , विकेन्त) इनों गवितय� के� उपय�ग के� वल ज्य�वितर्षों के� गभिणोंत प्रकेरोणों म0 विकेय� गय� ह*। प"��"ग-विनोंम�fणों , ग्रह� केK स्थि7वित के� सेह2 आकेलणों से1यf-ग्रहणों एव" �"द्र-ग्रहणों केK जा�नोंके�रो2 के� क्तिलए ग्रह� केK इनों गवितय� के� प्रय�ग विकेय� गय� परो"त) फक्तिलत ज्य�वितर्षों के� विवके�से म0 इनों गवितय� के� उपय�ग नोंह9 ह� सेके� , क्य�विके ज्य�वितविर्षोंय� के� यह जा�नोंके�रो2 नोंह9 ह� सेकेK विके ग्रह-शक्ति< के� से�रो� रोहस्य ग्रह-गवित म0 ह2 क्तिछप� हुआ ह* । पSथ्व2 के� से�प�क्ष ग्रह� केK विवभिभान्न गवितय� के� के�रोणों ह2 उनोंकेK गवितजा औरो 7*वितजा ऊजा�f म0 सेद*व परिरोवत्र्तनों ह�त� रोहत� ह* , तदनों)रुप जा�तके केK प्रवSभित्तेय� औरो स्वभा�व म0 परिरोवत्र्तनों ह�त� ह*। यह भा2 ध्य�तव्यं ह* विके विकेसे2 आके�श2य हिंप�ड् औरो से1यf के� बु2� पSथ्व2 परो जा� के�णों बुनों�ग� , वह आके�श2य हिंप�ड् केK ग्रह-गवित के� से�र्थ सेद*व व्यं)त्क्रम�नों)प�त2 से"बु"धा बुनों�एग�।

इसे तरोह �"द्रम� के� प्रके�शम�नों भा�ग के� म�पनों� ह� य� अन्य ग्रह� केK गवित के� सेमझानों� ह� , से1यf से� उसे हिंप�ड् केK पSथ्व2 परो बुनों रोह2 के�भिणोंके दूरो2 के� सेमझा ल�नों� पय�fप्त ह�ग� । इसे तरोह ग्रह केK शक्ति< केK जा�नोंके�रो2 के� क्तिलए अलग से� विकेसे2 उपकेरोणों के� बुनों�नों� केK आवश्यकेत� नोंह9 ह*। विवभिभान्न ग्रह� केK शक्ति< के� आकेलणों के� क्तिलए इसे आधा�रो परो विवभिभान्न से1त्र� के� प्रय�ग विकेय� जा� सेकेत� ह*। इसेके� प1रो� प्रय�ग केरो ह2 फक्तिलत ज्य�वितर्षों के� इसेकेK पहल2 केमजा�रो2 से� छ) टके�रो� दिदल�य� जा� सेकेत� ह*। इसेकेK प1रो2 जा�नोंके�रो2 अगल� विकेसे2 प)स्तके म�0 फक्तिलत ज्य�वितर्षों के� विवज्ञा�नों प्रकेरोणों के� विकेसे2 अध्य�य के� अ"तगfत केK जा�एग2 , जिजासेसे� विकेसे2 ग्रह-शक्ति< केK त2व्रत� के� प्रवितशत म0 जा�नों� जा� सेकेत� ह*। इसेके� बु�द इसे प्रश्न के� उत्तेरो मिमल जा�एग� विके विकेसे व्यंक्ति< के� क्तिलए विकेसे ग्रह केK भा1मिमके� सेवVपरिरो ह* , के�ई व्यंक्ति<

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विकेसे से"बु"धा म0 अमिधाकेतम ऊ" ��ई परो जा�नों� केK क्षमत� रोखुत� ह* तर्थ� उसे ऊ" ��ई के� प्र�प्त केरोनों� के� उसे� केबु मXके� मिमल�ग� , इसेके� क्तिलए नोंई दश�-प_वित के� एके नोंय� से1त्र भा2 अलग से� विवकेक्तिसेत विकेय� गय� ह*।

ग्रह औरो रो�श2श केK से�प�भिक्षके गवित जा�तके के� सेके�रो�त्मके य� नोंके�रो�त्मके दिदृ]के�णों प्रद�नों केरोत2 ह*। ग्रह केK गवित औरो ग्रह केK से1यf से� के�भिणोंके दूरो2 के� परोस्परो गहरो� से"बु"धा ह* , विकेन्त) विकेसे2 भा2 ह�लत म0 ग्रह-शक्ति< के� सेमझानों� के� क्तिलए परो"परो�गत विनोंयम� म0 एके भा2 विनोंयम ग्रह-शक्ति< के� म1ल स्रो�त से� से"बु"मिधात नोंह9 हD।

जाबु विकेसे2 एके ग्रह केK शक्ति< के� सेह2 म1ल्य�"केणों नोंह9 विकेय� जा� सेकेत� त� बुहुत से� ग्रह� केK य)वित , विवय)वित औरो से�प�भिक्षके ग्रह� केK स्थि7वित के� म1ल्य�"केणों केद�विप नोंह9 विकेय� जा� सेकेत�। इसे तरोह विवभिभान्न रो�जाय�ग , दरिरोद्र य�ग , मSत्य)य�ग , य� अविनों]केरो य�ग� के� के�ई विवश�र्षों अर्थf नोंह9 रोह जा�त�। सेभा2 य�ग� केK व्यं�ख्य� अनों)म�नों परो आधा�रिरोत ह� जा�त2 ह*। यह फक्तिलत ज्य�वितर्षों केK दूसेरो2 बुड़2 केमजा�रो2 ह*। यह2 के�रोणों ह* विके एके ह2 के)" ड्ल2 विवभिभान्न ज्य�वितविर्षोंय� केK नोंजारो म0 भिभान्न-भिभान्न तरोह से� परिरोलभिक्षत ह�त2 ह*। सेभा2 के� विनोंष्‍केर्षों Z एके नोंह9 ह�त�। सेभा2 रो�जाय�ग� के� से�म)� महत्वप1णोंf बुनों�नों� के� क्तिलए 7*वितजा धानों�त्मके ग्रह� के� य�ग म0 भा�ग2द�रो बुनों�नों� आवश्यके शतf ह�ग2 । उच्चों गभिणोंत के� से"भा�वनों�व�द के� प्रय�ग केरोके� इसे� अप�क्ष�केS त विवरोल बुनों�नों� ह�ग�। तभा2 फक्तिलत ज्य�वितर्षों केK दूसेरो2 बुड़2 केमजा�रो2 से� छ) टके�रो� प�य� जा� सेकेत� ह*।

फक्तिलत ज्य�वितर्षों केK त2सेरो2 औरो सेबुसे� बुड़2 केमजा�रो2 ` हिंव�श�त्तेरो2 दश� प_वित ´ ह* , जिजासेपरो भा�रोत2य ज्य�वितविर्षोंय� के� नों�जा ह* तर्थ� जिजासेकेK जा�नोंके�रो2 के� बु�द ह2 व� महसे1से केरोत� हD विके व� प���त्य ज्य�वितविर्षोंय� से� अमिधाके जा�नोंके�रो2 रोखुत� हD , क्य�विके प���त्य ज्य�वितविर्षोंय� के� के� वल ग��रो के� ग्रह� के� ह2 ज्ञा�नों ह�त� ह* , जाबुविके भा�रोत के� ज्य�वितविर्षोंय� के� ग��रो के� अवितरिरो< ऐसे� से1त्र� केK भा2 जा�नोंके�रो2 ह* , जिजासेसे� विवभिभान्न ग्रह� के� फल�फल जा2वनों के� विकेसे भा�ग म0 ह�ग� , केK स्प] व्यं�ख्य� केK जा� सेकेत2 ह* य�विनों के�ई ग्रह जा2वनों म0 केबु फल प्रद�नों केरो0ग� , भा�रोत के� ज्य�वितर्षों2 विवश�त्तेरो2 प_वित से� इसेकेK स्प] व्यं�ख्य� केरो सेकेत� हD।

विकेन्त) म�रो� म�नोंनों� ह* विके हिंव�श�त्तेरो2 प_वित से� दूरो7 भाविवष्‍यव�णों2 केK ह2 नोंह9 जा� सेकेत2 ह*। विनोंकेट7 भाविवष्‍यव�भिणोंयJ अनों)म�नों परो आधा�रिरोत ह�त2 हD औरो घोदिटत घोटनों�ओं के� सेह2 ठीहरो�नों� के� क्तिलए हिंव�श�त्तेरो2 प_वित बुहुत ह2 बुदिढ़य� आधा�रो ह* , क्य�विके हिंव�श�त्तेरो2 प_वित म0 एके ग्रह अपनों2 मह�दश� के� फल प्रस्त)त केरोत� ह* , दूसेरो� अ"तदfश� के� , त2सेरो� प्रत्य"तरोदश� के� तर्थ� �Xर्थ� से1क्ष्मदश� के� । केल्पनों� केKजिजाए , ज्य�वितर्षों2य गणोंनों� म0 मह�दश�व�ल� ग्रह के�फK अच्छा� फल प्रद� केरोनों�व�ल� ह* , अ"तदfश� के� ग्रह बुहुत बु)रो� फल प्रद�नों केरोनों� केK से1�नों� द� रोह� ह* । प्रत्य"तरो दश� के� ग्रह से�म�न्य अच्छा� औरो से1क्ष्म मह�दश� के� ग्रह से�म�न्य बु)रो� फल द�नों� के� से"के� त केरो रोह� ह� , इनों परिरोस्थि7वितय� म0 विकेसे2 के� से�र्थ अच्छा[ से� अच्छा[ औरो विकेसे2 के� से�र्थ बु)रो2 से� बु)रो2 य� के) छ भा2 घोदिटत ह� जा�ए , ह�ड् ह� जा�ए य� ट�ल, विकेसे2 भा2 ज्य�वितर्षों2 के� क्तिलए अपनों2 बु�त , अपनों2 व्यं�ख्य� , अपनों2 भाविवष्‍यव�णों2 के� सेह2 ठीहरो� प�नों� के� पय�fप्त अवसेरो मिमल जा�त� ह*। ल�विकेनों इतनों� त� तय ह* विके के�ई भा2 ज्य�वितर्षों2 से"से�रो के� क्तिलए विकेतनों2 भा2 भाविवष्‍यव�णों2 क्य� नों केरो ल� , हिंव�श�त्तेरो2 प_वित से� अपनों� क्तिलए के�ई भाविवष्‍यव�णों2 नोंह9 केरो प�त0। इसे दश�-प_वित के� जा�नोंके�रो के� क्तिलए इसेसे� बुड़2 दुदfश� औरो क्य� ह� सेकेत2 ह* ?

विकेसे2 ग्रह केK शक्ति< विकेतनों2 ह* , उसेके� रो�श2श केK शक्ति< विकेतनों2 ह* , वह पSथ्व2 से� विकेतनों2 दूरो2 परो स्थि7त ह* , वह

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विकेसे उम्र के� प्रत2के ग्रह ह* , इनों सेबु बु�त� से� हिंव�श�त्तेरो2 दश� प_वित के� के�ई से"बु"धा नोंह9 ह*। जान्मके�ल2नों �"द्रम� प)ष्‍य नोंक्षत्र म0 स्थि7त ह� , त� वS_�व7� के� ग्रह शविनों के� के�म केरोनों� के� अवसेरो बु�ल्य�व7� म0 ह2 प्र�प्त ह� गय� , विफरो हिंव�श�त्तेरो2 क्रम से� अविवश] ग्रह अपनों� के�म केरोत� रोह0ग�।

सेभा2 ज्य�वितर्षों2 इसे बु�त से� भिभाज्ञा हD विके बुSहस्पवित सेभा2 ग्रह� म0 सेबुसे� बुड़� ह* , एके रिरो�श म0 एके वर्षों Z रोहत� ह*। केल्पनों� केरो0 , विकेसे2 वर्षों Z म0र्षों रिरो�श म0 बुSहस्पवित स्थि7त ह� त� उसे वर्षों Z म�र्षों लग्नों के� जिजातनों� भा2 व्यंक्ति< प*द� ह�ग� , सेभा2 केK के)" ड्ल2 म0 लग्नों म0 बु)हस्पवित ह�ग�। सेभा2 के)" ड्क्तिलय� म0 नोंवम�श औरो व्यंय�श बुSहस्पवित लग्नों म0 स्थि7त ह�नों� से� इसे ग्रह केK नों*सेविगZ के औरो भा�व�मिधापत्य विवश�र्षोंत�ए" एके जा*से2 ह�ग2। प्रत्य�के दिदनों नोंX दिदनों� तके उसे2 लग्नों केK उसे2 विड्ग्र2 म0 बुच्चों� प*द� ह�त� �ल� जा�ए" , जा� विबुल्के) ल असे"भाव नोंह9 , सेभा2 जा�तके� के� जा2वनों म0 बुSहस्पवित के� प्रवितफलनों के�ल केK जा�नोंके�रो2 द�नों2 ह� त� �1"विके बुSहस्पवित के� से�प�क्ष अन्य ग्रह� केK स्थि7वित म0 बुड़� परिरोवत्र्तनों नोंह9 ह�ग� त� फल�फल म0 भा2 हरो बुच्चों� म0 सेम�नोंत� मिमल जा�एग2। विकेन्त) बुSहस्पवित के� फलप्र�प्तिप्त के� म)ख्य के�ल हिंव�श�त्तेरो2 दश� के� के� अनों)से�रो उछल-के1 द केरोत� हुआ मिमल जा�एग� , जिजासे� विनोंम्नों प्रके�रो दिदखु�य� जा� सेकेत� ह* --

जा�तके के� जान्म य�विनों जान्म के� सेमय �"द्रम� बुSहस्पवित के� म)ख्य के�ल के� आरो"भा स्थिअश्वनों2 नोंक्षत्र के� आरो"भा म0 आसेम�नों के� 0 विड्ग्र2 म0 ह� 68 वर्षों Z केK उम्र के� बु�द भारोणों2 नोंक्षत्र के� आरो"भा म0 आसेम�नों के� 13 विड्ग्र2 म0 ह� 61 वर्षों Z केK उम्र के� बु�द केS वितके� नोंक्षत्र के� आरो"भा म0 आसेम�नों के� 27 विड्ग्र2 म0 ह� 41 व‘��Z केK उम्र के� बु�द रो�विहणों2 नोंक्षत्र के� आरो"भा म0 आसेम�नों के� 40 विड्ग्र2 म0 ह� 35 वर्षों Z केK उम्र के� बु�द मSविगशरो� नोंक्षत्र के� आरो"भा म0 आसेम�नों के� 53 विड्ग्र2 म0 ह� 25 वर्षों Z केK उम्र के� बु�द आद्र� नोंक्षत्र के� आरो"भा म0 आसेम�नों के� 67 विड्ग्र2 म0 ह� 18 वर्षों Z केK उम्र के� बु�द प)नोंवfसे) नोंक्षत्र के� आरो"भा म0 आसेम�नों के� 80 विड्ग्र2 म0 ह� जान्म के� त)रो"त बु�द प)ष्‍य नोंक्षत्र के� आरो"भा म0 आसेम�नों के� 93 विड्ग्र2 म0 ह� 104 वर्षों Z केK उम्र के� बु�द अश्ला�र्षों� नोंक्षत्र के� आरो"भा म0 आसेम�नों के� 107 विड्ग्र2 म0 ह� 85 वर्षों Z केK उम्र के� बु�द

यहJ गXरो केरोनों� केK बु�त यह ह* विके आजा जिजासे सेमय प)नोंवfसे) के� �"द्र म0 जिजासे सेमय बुच्चों� के� जान्म हुआ , ठीOके 24 घो"ट� बु�द केल इसे2 सेमय दूसेरो� बुच्चों� के� जान्म ह� , त� इनों द�नों� के) ड्क्तिलय� म0 लग्नों के� से�र्थ से�र्थ सेभा2 भा�व� म0 ग्रह� केK वह2 स्थि7वित ह�ग2। के� वल �"द्रम� दूसेरो2 के)" ड्ल2 म0 13 विड्ग्र2 20 मिमनोंट केK अमिधाके दूरो2 परो ह�ग� । इतनों� ह2 अ"तरो के� के�रोणों बुSहस्पवित एके जा�तके के� क्तिलए अपनों� म)ख्य फल बु�ल्य�व7� म0 ह2 प्रद�नों केरो�ग� , त� दूसेरो� जा�तके के� वह फल अवितवS_�व7� म0 प्रद�नों केरोनों� के� क्तिलए बु�ध्य ह�ग� । इसेसे� भा2 अमिधाके ग"भा2रो परिरोस्थि7वित तबु उत्पन्न ह��ग2 , जाबु द� बुच्चों� एके ह2 लग्नों म0 प)नोंवfसे) औरो प)ष्‍य नोंक्षत्र के� से"मिधाके�ल म0 जान्म ल0ग� । जिजासे जा�तके के� जान्म प)नोंवfसे) नोंक्षत्र म0 ह�ग� , एके ह2 लग्नों औरो एके ह2 ग्रह स्थि7वित के� बु�वजा1द पहल� बु�� के� बुSहस्पवित से� से"बु"मिधात फल केK प्र�प्तिप्त जान्मके�ल म0 ह�ग2 तर्थ� के) छ ह2 क्षणों� बु�द जान्म ल�नों�व�ल� जा�तके के� बुSहस्पवित के� म)ख्य फल 104 वर्षों Z के� बु�द प्र�प्त ह�ग�। यह विनोंयम के� वल बुSहस्पवित के� क्तिलए ह2 ल�ग1 नोंह9 ह�ग� , श�र्षों ग्रह� के� के�ल म0 भा2 बुदल�व आएग� , क्य�विके श�र्षों ग्रह भा2 अपनों� फल प्रद�नों केरोनों� के� क्तिलए क्य1 म0 खुड़� हD। 7�नों परिरोवत्र्तनों क्तिसेफf �"द्रम� के� हुआ , परो फल प्रद�नों केरोनों�व�ल� सेभा2 ग्रह� के� दश�के�ल म0 भा�रो2 उलटफ� रो ह� गय�। इसे प्रके�रो के� �मत्के�रो के� के�ई भा2 विवज्ञा�नोंसेम्मत नोंह9 म�नों सेकेत� । जाबु से"प1णोंf हिंव�श�त्तेरो2 प_वित ह2 व*ज्ञा�विनोंकेत� के� द�यरो� से� बु�हरो विनोंकेल जा�त2 ह* , त� इसे2 प_वित परो आधा�रिरोत केS ष्‍णोंम1र्तित� प_वित केK व*ज्ञा�विनोंकेत� भा2 स्वत: से"दिदग्धा ह� जा�त2 ह*।

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ग्रह� केK वक्रत� के� से"बु"धा म0 बुहुत से�रो� ल�खु विवभिभान्न पत्र-पवितIरोके�ओं म0 द�खुनों� के� मिमल� , विकेन्त) एके भा2 ल�खुके आत्मविवश्व�से के� से�र्थ विनोंणोंfय�त्मके स्वरो म0 , बु�विह�के यह केहनों� म0 सेक्षम नोंह9 हD विके वक्रK ग्रह अच्छा� फल द�त0 हD य� बु)रो�। यदिद य� अच्छा� फल द�त� हD त� केबु औरो यदिद बु)रो� फल द�त� हD त� केबु ? से"प1णोंf जा2वनों म0 विकेनों परिरोस्थि7वितय� म0 इनोंके� के� वल बु)रो� फल ह2 प्र�प्त ह�त� ह*। विकेनों परिरोस्थि7वितय� म0 वक्रK ग्रह के� जा2वनों के� अमिधाके�"श सेमय म0 अच्छा� फल प्र�प्त ह�त� ह* ? इसे प्रश्न के� उत्तेरो द�नों� म0 हम0 के�ई केदिठीनों�ई नोंह9 ह* , क्य�विके हम0 सेह2 दश� प_वित केK जा�नोंके�रो2 ह* , परो"त) जिजासे� नोंह9 ह* , व� इसे प्रश्न के� उत्तेरो द�नों� म0 अवश्य ह2 केदिठीनों�ई महसे1से केरो0ग�।

इसे प्रके�रो के� आल���त्मके बु�त� से� फक्तिलत ज्य�वितर्षों के� ऐसे� भा<� के� बुहुत बु�रो के] पहु"�� �)के� ह""�1 , जा� फक्तिलत ज्य�वितर्षों के� स्वरुप म0 के�ई परिरोवत्र्तनों नोंह9 ��हत�। व� इनों आल��नों�ओं के� ऋ़विर्षों परो�शरो औरो जा*मिमनों2 केK अवम�नोंनों� से� जा�ड़ द�त� हD। विकेन्त) म�रो2 दिदृ] म0 फक्तिलत ज्य�वितर्षों के� विनोंयम� केK प्र�म�भिणोंकेत� य� व*ज्ञा�विनोंकेत� के� क्तिसे_ केरोनों� के� क्तिलए विकेसे2 से�क्ष्य केK के�ई आवश्यकेत� नोंह9 ह*। फक्तिलत ज्य�वितर्षों म0 वह2 विनोंयम सेह2 म�नों� जा� सेकेत� हD , जिजानोंसे� भाविवष्‍यव�भिणोंयJ खुरो2 उतरोत2 रोह�। जाबुतके फक्तिलत ज्य�वितर्षों के� अनों)पय�ग2 विनोंयम� के� हट� नोंह9 दिदय� जा�ए , इसे� विवज्ञा�नों के� दजा�f नोंह9 दिदल�य� जा� सेकेत�। से�र्थ ह2 सेह2 विनोंयम� केK खु�जा म0 से"लग्नों रोहनों� ह�ग�। फक्तिलत ज्य�वितर्षों के� विवके�से म0 गभिणोंत औरो भाXवितके विवज्ञा�नों के� से�र्थ धानों�त्मके सेहसे"बुधा 7�विपत केरोनों� ह�ग�। सेनोंI 1975 जा)ल�ई के� `ज्य�वितर्षों-म�तfण्ड् ´ पवितIरोके� म� म�रो� एके ल�खु ` दश�के�ल विनोंरोप�क्ष अनों)भा1त तथ्य ´ प्रविके�शत हुआ र्थ� , जिजासेम0 के�रोणों� सेविहत यह उल्ल�खु विकेय� गय� र्थ� विके जान्म से� 12 वर्षों Z केK उम्र तके �"द्रम� , 12 से� 24 वर्षों Z केK उम्र तके बु)धा , 24 से� 36 वर्षों Z केK उम्र तके म"गल , 36 से� 48 वर्षों Z केK उम्र तके श)क्र , 48 से� 60 वर्षों Z केK उम्र तके से1यf , 60 से� 72 वर्षों Z केK उम्र तके बुSहस्पवित , 72 से� 84 वर्षों Z केK उम्र तके शविनों , 84 से� 96 वर्षों Z केK उम्र तके य1रो�नोंसे , 96 से� 108 वर्षों Z केK उम्र तके नों�पच्‍य1नों औरो 108 से� 120 वर्षों Z केK उम्र तके प्ल1ट� अपनों2 शक्ति< के� अनों)से�रो म�नोंवजा2वनों परो अपनों� अच्छा� य� बु)रो� प्रभा��व ड्�लत� हD। द�श-विवद�श के� प्रबु)_ प�ठीके� के� सेम)द�य इसे उद्घा�विर्षोंत नोंय2 दश�-प_वित केK से"विप)] म0 विनोंम्नों सेत्य के� अवल�केणों केरो0----

1 जिजानों के)" ड्क्तिलय� म0 �"द्रम� अम�वस्य� के� विनोंकेट के� ह�त� ह* , व� सेभा2 जा�तके 5-6 वर्षों Z केK उम्र म0 मनों�व*ज्ञा�विनोंके रुप से� केमजा�रो ह�त� हD। उनोंके� बु�पनों म0 मनों के� केमजा�रो बुनों�नों�व�ल2 घोटनों�ए" घोदिटत ह�त2 हD 2 जिजानों के)" ड्क्तिलय� म0 बु)धा बुहुत वक्र ह* , उनों जा�तके� के� 17-18 वJ वर्षों Z के]केरो ह�त� ह*। 3 जिजानों के)" ड्क्तिलय� म0 म"गल बुहुत वक्र ह* , उनों जा�तके� के� 29-30 वJ वर्षों Z के]केरो ह�त� ह*। 4 जिजानों के)" ड्क्तिलय� म0 श)क्र बुहुत वक्र ह* , उनों जा�तके� के� 41-42 वJ वर्षों Z के]केरो ह�त� ह*। 5 जिजानों के)" ड्क्तिलय� म0 से1यf अवितश2घ्री2 ग्रह केK रिरो�श म0 स्थि7त ह�त� ह* , उनोंके� 53-54 वJ वर्षों Z के]प्रद ह�त� ह*। 6 जिजानों के)" ड्क्तिलय� म0 बुSहस्पवित बुहुत वक्र ह� , उनों जा�तके� के� 65-66 वJ वर्षों Z के]केरो ह�त� ह*। 7 जिजानों के)" ड्क्तिलय� म0 शविनों बुहुत वक्र ह� , उनों जा�तके� के� 77-78 वJ वर्षों Z के]केरो ह�त� ह*।

म* सेमझात� ह"�1 विके उपरो�< व*ज्ञा�विनोंके तथ्य इतनों� सेट[के हD विके एके भा2 अपव�द आप प्रस्त)त नोंह9 केरो प�ए"ग�। परो"परो�गत फक्तिलत ज्य�वितर्षों केK आल��नों� य� सेम2क्ष� से� विकेसे2 के� भा2 परो�श�नों ह�नों� केK जारुरोत नोंह9 ह* , क्य�विके अनों�वश्यके विनोंयम� केK खु)लकेरो आल��नों� केरोत� हुए व*केस्थिल्पके व्यंव7� के� रुप म0 व*ज्ञा�विनोंके विनोंयम� परो आधा�रिरोत फक्तिलत ज्य�वितर्षों के� नोंए विनोंयम� के� भा2 म*नों� प्रस्त)त विकेय� ह*। म* गत्य�त्मके दिदृ]के�णों से� भाविवष्‍यव�णों2 केरोत� हुए प1णोंf आश्वस्त रोहत� ह"�1 विकेन्त) अभा2 भा2 ऐसे� बुहुत से�रो� पहल1 हD ,जिजान्ह0 विवकेक्तिसेत केरोनों� के� क्तिलए व*ज्ञा�विनोंके दिदृ]के�णों केK आवश्यकेत� ह*। इसेके� क्तिलए लम्बु2 अवमिधा तके ल�खु� ल�ग� के� अनों)से"धा�नों म0 से"लग्नों रोहनों� ह�ग� । ग्रह केK से"प1णोंf

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शक्ति< उसेके� प्रके�शम�नों भा�ग , उसेकेK गवित औरो से1यf से� इसेकेK के�भिणोंके दूरो2 म0 अ"वितनोंfविहत ह* , अन्यत्र केह9 नोंह9 , इसे बु�त के� सेमझानों� ह�ग�। हरो व्यंक्ति< के� जान्मके�ल से� ह2 �"द्रम� के� के�ल के� आरो"भा ह� जा�त� ह* , इसेके� बु�द बु)धा , विफरो म"गल , श)क्र , से1यf , बुSहस्पवित औरो शविनों के� के�ल आत� ह*। प्रत्य�के के� के�ल 12 वर्षों�Z�" के� ह�त� ह*। प्रत्य�के ग्रह अपनों2 शक्ति< के� अनों)से�रो ह2 अपनों� के�ल म0 फल प्रद�नों केरोत� ह*। म�नोंव-जा2वनों म0 ग्रह� के� प्रवितफलनों के�ल के� सेमझानों� के� क्तिलए गत्य�त्मके दश� प_वित फक्तिलत ज्य�वितर्षों के� व*ज्ञा�विनोंके आधा�रो प्रद�नों केरो रोह� ह* , इसेम0 विकेसे2 प्रके�रो के� से"शय नोंह9।

प्रस्त)तकेत�f विवश�र्षों के) म�रो परो 4:28 am 8 दिटप् पभिणोंय�" : इसे से"द�श के� क्तिलए चिंल�के ल�बुल: bokaro, petarwar, vidya sagar mahtha, गत् य�त् मके ज् य�वितर्षों

बु7होंस्पति�व�रे, 4 लिस�म्बुरे�2008

ज्‍याति�ष"�क��तिवव�दा�स्पदा�स�म�जिजक�महोंत्‍व

ज्य�वितर्षों2 मह�म�नोंव य� भागव�नों के� अवत�रो नोंह9

हरो जिजाल� म0 अविनोंव�यfत: एके जिजाल�धा2श ह�त� ह* , विकेन्त) केई जिजाल� म0 भाटकेनों� के� बु�द भा2 एके सेह2 ज्य�वितर्षों2 से� भा0ट नोंह9 ह� प�त2 , ऐसे� ल�ग� के� म�नोंनों� ह*। इसे विवरोलत� के� यह अर्थf केद�विप नोंह9 विके ज्य�वितर्षों2 के�ई मह�म�नोंव य� भागव�नों के� अवत�रो ह�त� ह* , जा*से� विके ल�ग से��त� हD औरो ज्य�वितर्षों2 से� बुहुत अमिधाके अप�क्ष� केरोत� हD। व� सेमझात� हD विके ज्य�वितर्षों2 के� नों क्तिसेफf सेभा2 बु�त� केK जा�नोंके�रो2 ह�त2 ह* , वरोनोंI व� सेभा2 जादिटलत�ओं के� इल�जा भा2 केरो सेकेत� हD। ल�विकेनों व�स्तव म0 ऐसे2 के�ई बु�त नोंह9 ह�त2। म* यह स्व2के�रो केरोत� हू" विके भाविवष्‍य केK जा�नोंके�रो2 के� क्तिलए फक्तिलत ज्य�वितर्षों के� क्तिसेव� के�ई दूसेरो2 विवद्या� सेह�यके नोंह9 ह� सेकेत2 औरो विकेसे2 व्यंक्ति< के� यह बुड़� सेXभा�ग्य ह* विके इसेकेK जा�नोंके�रो2 उसे� ह�त2 ह* , विकेन्त) विकेसे2 भा2 ह�लत म0 वह सेवfज्ञा नोंह9 ह� सेकेत�। अभा2 तके फक्तिलत ज्य�वितर्षों विवके�सेश2ल विवद्या� ह2 ह* , प1णोंf विवकेक्तिसेत य� विवज्ञा�नों के� स्वरुप प्र�प्त केरोनों� म0 अभा2 के�फK विवलम्बु ह*। ऐसे2 स्थि7वित म0 इसेके� सेह�रो� ल�केरो व�"क्तिछत विनोंष्‍केर्षोंf प्र�प्त केरो ल�नों� के�फK केदिठीनों के�यf ह*। विबु)_म�नों ज्य�वितर्षों2 के� भा2 विकेसे2 विनोंष्‍केर्षोंf तके पहु"�नों� म0 अपनों� अ"त:केरोणों केK आव�जा य� अनों)म�नों के� आ"निि�शके तXरो परो सेह�रो� ल�नों� ह2 पड़त� ह*।

असे�धा�रोणोंत्व केK रोक्ष� के� क्तिलए से"दिदग्धा आ�रोणों

अक्सेरो यह द�खु� गय� ह* विके इसे अनों)म�नों केK जागह ज्य�वितर्षों2 धा1त्र्तत� के� सेह�रो� ल�त� हD। यह सेत्य ह* विके जिजासे तरोह के� से�धानों के� उपय�ग विकेय� जा�त� ह* , से�ध्य भा2 उसे2 अनों)रुप ह� जा�त� ह*। फक्तिलत ज्य�वितर्षों केK बुहुत से�रो2 त्र)दिटय� के� के�रोणों इसे सेमय विकेसे2 लगनोंश2ल सेमर्तिप�त ज्य�वितर्षों2 द्वा�रो� भा2 केK जा�नों�व�ल2 भाविवष्‍यव�णों2 भा2 अविवकेक्तिसेत आधा�रो के� के�रोणों त्र)दिटप1णोंf ह2 प्र�प्त ह�ग2। इसे परिरोस्थि7वित म0 फक्तिलत ज्य�वितर्षों के� जा�नोंके�रो क्तिसे_ प)रुर्षों , मह�म�नोंव य� भागव�नों के� अवत�रो ह� ह2 नोंह9 सेकेत�। इसे प्रके�रो के� ढं�ग भा2 अच्छा� नोंह9 लगत�। फक्तिलत ज्य�वितर्षों के� अध्य�त� इनों केमजा�रिरोय� से� भाल2-भाJवित परिरोक्ति�त हD। व� अन्य विवद्या�ओं के� जा�नोंके�रो केK तरोह ह2 फक्तिलत ज्य�वितर्षों के� जा�नोंके�रो हD। ग्रह� के� फल�फल केK जा�नोंके�रो2 के) छ से1त्र� , क्तिसे_�"त� औरो गणोंनों� के� आधा�रो परो प्र�प्त केरो ल�त� हD। उनों क्तिसे_�"त� , से1त्र� य� गणोंनों� केK प_वित केK जिजासे� जा�नोंके�रो2 ह� जा�एग2 , वह वह भा2 सेततI अभ्य�से से� व�"क्तिछत फल के� प्र�प्त केरो

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सेकेत� ह*। इसे परिरोप्र�क्ष्य म0 के�ई ज्य�वितर्षों2 अपनों� के� भिभान्न सेमझा� य� ल�ग उसे� असे�धा�रोणों सेमझानों� लग0 त� आमल�ग� केK अप�क्ष�ए" नििविनों�त तXरो परो बुलवत2 ह� जा�ए"ग2।

आमल�ग ज्य�वितविर्षोंय� से� अमिधाके अप�क्ष� रोखुत� हD , इसे2क्तिलए इन्ह0 क्तिसे_प)रुर्षों भा2 सेमझानों� लगत� हD। इधारो ज्य�वितर्षों2 भा2 इनोंके� मनों�भा�व� के� सेमझाकेरो अपनों2 व�श-भा1र्षों� , खु�नों-प�नों , रोहनों-सेहनों , दिदनों�य�f , के� असे�धा�रोणों औरो भिभान्न बुनों�केरो ल�ग� केK अप�क्ष�ओं म0 विवS_ ह2 केरोत� हD। विकेन्त) विकेसे2 केK अमिधाके अप�क्ष� केरोनों� से� तर्थ� उनोंकेK मनों�के�मनों� केK प1र्तित� केK दिदश� म0 के�ई मिमथ्य� आश्व�सेनों द�नों� के� बु2� एके बुड़2 खु�ई बुनों जा�त2 ह*। मजाबु1रोनों तर्थ�केक्तिर्थत असे�धा�रोणों व्यंक्ति< अपनों� असे�धा�रोणोंत्व केK रोक्ष� के� क्तिलए तरोह-तरोह के� झा1ठी-से� सेबुके� सेह�रो� ल�त� हD औरो अ"तत: उनोंके� व्यंक्ति<त्व से"दिदग्धा ह� जा�त� ह*। विकेसे2 विवज्ञा�नों के� विवके�से ऐसे� मह�म�नोंव� से� केद�विप नोंह9 ह� सेकेत� , जा� बु�बु� य� भागव�नों केहल�नों� म0 गवf महसे1से केरोत� ह� औरो विफरो से"दिदग्धा आ�रोणों के� प्रस्त)त केरोत� ह�।

एके ज्य�वितर्षों2 भा2 ग्रह� से� से"��क्तिलत ह*

म* केहनों� ��हत� हू" विके ज्य�वितर्षों2 भा2 एके मनों)ष्‍य ह* , वह भा2 ग्रह� से� से"��क्तिलत ह* । विकेसे2 एके ग्रह केK वजाह से� ज्य�वितर्षों प्रकेरोणों केK उसे� विवश�र्षों सेके�रो�त्मके जा�नोंके�रो2 ह� गय2 ह*। ह� सेकेत� ह* , अन्य ग्रह� के� भा2 सेहय�ग इसे विवश�र्षों दिदश� म0 प्र�प्त ह� गय� ह�। विनोंस्से"द�ह ऐसे2 परिरोस्थि7वितय� म0 उसे� ज्य�वितर्षों श�स्त्र के� विवश�र्षों ज्ञा�नों प्र�प्त ह� गय� ह� औरो इसेके� विवकेक्तिसेत ह�नों� केK से"भा�वनों� बुढ़�ग2 , जिजासेसे� ल�ग� के� दिदृ]के�णों म0 परिरोवत्र्तनों ह���ग� , ल�ग सेत्य के� अमिधाके विनोंकेट ह�ग�। ग्रह फल�फल केK सेह2 जा�नोंके�रो2 से� ल�ग अमिधाके से)खु2 ह� सेकेत� हD , विकेन्त) व्यंक्ति< य� मह�म�नोंव के�ई भा2 ह� , सेभा2 के� क्तिलए अच्छा� य� बु)रो� ग्रह� के� के�ल उपस्थि7त ह�त� रोहत� ह*।

से"से�रो के� विनोंम�fणों ह2 धानों�त्मकेत� औरो ऋणों�त्मकेत� के� से"य�ग से� हुआ ह*। अत: विकेसे2 ज्य�वितर्षों2 के� भाविवष्‍यद्र]� य� दूरोदिदश Z त� से� से"य)< एके मनों)ष्‍य से� अमिधाके सेमझानों� केK बु�त नोंह9 ह�नों2 ��विहए। से"से�रो म0 इनोंकेK भा2 बुहुत से�रो2 सेमस्य�ए" ह� सेकेत2 हD। इनोंके� शरो2रो म0 विकेसे2 प्रके�रो केK जादिटलत�ए" आ जा�ए" त� इन्ह0 ड्Jक्टरो के� प�से जा�नों� पड़ सेकेत� ह*। इनोंके� भा2 अपनों� परिरोव�रो ह�त� ह* , जिजासेके� सेदस्य� केK द�खुभा�ल के� क्तिलए इनोंके� धानों केK भा2 आवश्यकेत� ह�त2 ह*। इनोंके� भा2 बु"धा)-बु�"धाव ह�त� हD , जिजानोंके� ख्य�ल रोखुनों� पड़त� ह*। य� भा2 से"पभित्ते औरो 7�मियत्व केK अभिभाल�र्षों� रोखुत� हD । इनोंकेK भा2 से"त�नों0 ह�त2 हD औरो व� इन्ह0 क्तिसे)शभिक्षत बुनों�केरो अमिधाके�रो2 बुनों�नों� के� सेपनों� द�खुत� हD। य� अपनों� अह" केK रोक्ष� के� क्तिलए अपनों� प्रभा�व के� प्रदिदश Z त केरोनों� म0 तविनोंके भा2 से"के�� नोंह9 केरोत� हD।

ज्य�वितर्षों2 भा2 शरो2रोधा�रो2 हD औरो इनोंके� शरो2रो म0 सेभा2 ग्र"क्तिर्थयJ मXजा1द हD। स्व�भा�विवके ह* , इनोंकेK सेभा2 इ"दिद्रयJ से��तनों ह�ग2। अत: इनोंके� क्तिलए भा2 अच्छा[ गSह72 औरो विवश्र�म�ग�रो आवश्यके ह*। जानोंसे�म�न्य केK तरोह ह2 के�म , विनोंद्र� , क्ष)धा� , विनोंत्यकेमf म0 विनोंयमिमतत� इनोंके� क्तिलए आवश्यके हD। सेम�जा रो�ज्य म0 अपनों� व�fस्व , प्रभा�व औरो प्रवितष्ठ� के� बुनों�ए रोखुनों� केK य� अभिभाल�र्षों� रोखुत� ह�ग�। म�नोंव2य स्वभा�व के� अनों)रुप ह2 यदिद व� सेम�जा के� के) छ द� रोह0 ह�ग� , त� के) छ प्र�प्तिप्त केK आश� भा2 मनों म0 से"जा�ए ह�ग�। इनोंके� जा2वनों के� भा2 के) छ अभा2] ह�ग� , जिजासेसे� व� से"य)< ह�नों� ��हत� ह�ग�।

एके ज्य�वितर्षों2 के� भा2 उक्ति�त फK केK आवश्यकेत� ह�त2 ह*

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य� ब्रह्मांव�त्ते� हD , य� भाविवष्‍यद्र]� हD , य� मह�म�नोंव हD , यहJ तके विके य� भागव�नों हD , अत: से�"से�रिरोकेत� से� इन्ह0 के�ई मतलबु नोंह9 ह* , जाबु ल�ग विकेसे2 के� प्रवित ऐसे2 बु�त0 से��नों� लगत0 हD त� वह व्यंक्ति< भा2 जा�नों� अनोंजा�नों� व*से� ह2 आ�रोणों ल�ग� के� सेम्म)खु प्रस्त)त केरोत� ह*। सेन्य�से2 केK व�श-भा1र्षों� धा�रोणों केरो वह यह क्तिसे_ केरोनों� केK ��]� केरोत� ह* विके उसेके� शरो2रो केK रोक्ष� औरो से�जा-सेजा�वट के� क्तिलए केम से� केम वस्त्र� केK आवश्यकेत� ह*। द�ढ़[-म1"छ औरो जाट�-जा1ट रोखुकेरो वह प्रकेS वित के� अमिधाके विनोंकेट ह�नों� केK ढं�ग केरोत� हD। वह से�द� रोहनों-सेहनों औरो उच्चों विव��रोधा�रो� के� प्रदश Z नों के� स्व�"ग रो�त� ह* , भागव�नों के� एजा0ट ह�नों� के� द�व� केरोत� ह* , विकेन्त) बुहुत से�रो2 केह�विनोंय� म0 आपनों� पढ़� ह�ग� विके ऐसे� क्तिलबु�से के� अ"दरो बुहुत ह2 क्र1 रो अम�नोंव2य व्यंक्ति< छ) प� ह�त� ह*। ऊपरो से� सेन्य�से2 केK व�श-भा1र्षों� धा�रोणों केरोनों�व�ल� व्यंक्ति< ल)ट�रो� य� ड्के* त ह�त� ह* । ल�ग उसे� ठीगनों� ��हत� हD , वह ल�ग� के� ठीगकेरो �ल� जा�त� ह*। यहJ न्य1टनों के� त2सेरो� विनोंयम ल�ग1 ह�त� ह* । विकेसे2 ज्य�वितर्षों2 के� म�म1ल2 दभिक्षणों� द�केरो व� अपनों2 ड्यू1ट[ प1रो2 केरो ल�त� हD , यह से��त� हुए विके ज्य�वितर्षों2 के� भाल� धानों केK क्य� आवश्यकेत� , परो ज्य�वितर्षों2 के� लगत� ह* , इसे ब्रह्मांज्ञा�नों के� बुदल� इतनों2 म�म1ल2 से2 दभिक्षणों� , जिजासेसे� परिरोव�रो के� भारोणों-प�र्षोंणों भा2 ढं"ग से� नोंह9 विकेय� जा� सेकेत�। बु�बु� द्वा�रो� विनोंके�ल� गए दूसेरो� रो�स्त� म0 आप केमfके�"ड् म0 इसे प्रके�रो उलझा� दिदए जा�त� हD , विके उनोंकेK जा�बु बुदिढ़य� से� केट जा�त2 ह*। बु�बु� अच्छा[ तरोह जा�नोंत� हD विके इसे दुविनोंय� म0 केम से� केम पढ़�-क्तिलखु� व्यंक्ति< भा2 अच्छा[ केम�ई केरो ल�त� ह* , जाबु उन्ह0 प*से�-प*से� के� क्तिलए ह2 म)ह"त�जा रोहनों� पड़� , त� विफरो इसे ब्रह्मांविवद्या� केK जा�नोंके�रो2 से� क्य� ल�भा ?

ड्Jक्टरो , इ"जिजाविनोंयरो , वकेKल अप�क्ष�केS त केम जा�नोंके�रो2 के� बु�द भा2 अमिधाके से� अमिधाके धानों अर्जिजा�त केरोनों� म0 सेक्षम हD। यह2 नोंह9 , उनोंके� सेहय�ग2 क्व*के ड्Jक्टरो , �*नोंम*नों य� म)"श2 भा2 नों�जा�यजा केम�ई केरोके� प्र�)रो धानों अर्जिजा�त केरो ल�त� हD। ऐसे2 परिरोस्थि7वित म0 म�म1ल2 दभिक्षणों� म0 के�ई ज्य�वितर्षों2 इसे विवद्या� म0 विकेसे प्रके�रो प1णोंf सेमर्तिप�त ह� सेकेत� ह* ? सेरोके�रो2 व्यंव7� भा2 ऐसे2 विके विड्ग्र2 , विड्प्ल�म� प्र�प्त केरोनों�व�ल� व्यंक्ति< के� सेरोके�रो2 नोंXकेरो2 मिमल भा2 सेकेत2 ह* , परो फक्तिलत ज्य�वितर्षों के� जा�नोंके�रो के� नोंह9। अत: ब्रह्मांविवद्या� के� जा�नोंके�रो द*वज्ञा बु�बु� अपनों2 आर्थिर्थ�के स्थि7वित मजाबु1त केरोनों� म0 ठीग2 औरो धा1त्र्तत� के� सेह�रो� ल�त� हD।

जा� ज्य�वितर्षों2 से�म�न्य व्यंक्ति< केK तरोह अपनों� घोरो म0 रोहकेरो फक्तिलत ज्य�वितर्षों के� अध्ययनों म0 जा2जा�नों से� जा)ट� ह� , उसे� म�म1ल2 व्यंक्ति< सेमझाकेरो प�श आय� जा�त� ह*। यदिद उसेकेK आर्थिर्थ�के स्थि7वित केमजा�रो ह* औरो उसेके� सेमक्ष 7�मियत्व के� से""केट ह* त� उसे� सेह2 प�रिरोश्रमिमके द�केरो भा2 उसे� उबु�रो� नोंह9 जा�त� ह* , सेबुके� लगत� ह* विके उनोंके� प*से� के� दुरुपय�ग नों ह� जा�ए । एके ज्य�वितर्षों2 त� बु�बु�जा2 ह�त� ह* , उसे� 7�मियत्व केK क्य� आवश्यकेत� ? उसे� त� आश्रम म0 ह�नों� ��विहए , जाहJ घोरो-गSह72 के� के�ई झाम�ल� नों ह� । व� आश्रम म0 रोहकेरो इसे विवद्या� के� अमिधाके विवकेक्तिसेत केरो प�ए"ग� , ऐसे� सेबुके� मनों�भा�व ह�त� ह* । इसे मनों�भा�व के� बु�बु� अच्छा[ तरोह सेमझानों� लग� हD , इसेक्तिलए व� आश्रम म0 ह2 रोहनों� लग� हD।

भा2ड़ भा�ड़ से� दूरो स्थि7त ह�त� ह* बु�बु� के� आश्रम

हरो आश्रम भा2ड़-भा�ड़ से� दूरो प्र�केS वितके से)र्षोंम�ओं से� से"य)< के�फK विवस्तSत जाम2नों परो ह�त� ह*। एके सेम�जासे�व2 से"7� के� रुप म0 इसेके� विवके�से के� से"केल्प ह�त� ह*। इसेके� बुहुत से�रो� विवभा�ग ह�त� हD। इसेके� क्तिलए बुड़2 बुड़2 इम�रोत� केK जारुरोत ह�त2 ह*। ल�ग� के� सेव�»ग2नों विवके�से के� से�र्थ से�र्थ बुहुआय�म2 से)खु-से)विवधा�ओं के� से"केल्प ह�त� ह* । यहJ द*विहके , द*विवके , भाXवितके त�प विकेसे2 के� नोंह9 ह�नों� ��विहए। नोंरो-नों�रो2 के� के�ई भा�द नोंह9 ह�त� , सेबुके� मनों�व*ज्ञा�विनोंके से)खु औरो से"वित)] के� क्तिलए आश्रम उन्म)< , स्वच्छा"द भा�ग विवल�से केK प)ष्‍पव�दिटके� ह�त2 ह*। सेभा2 उच्चों से"गवित के�

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रोसे�स्व�दनों केरोत� हD। ऐसे� स्वगzय से)खु के� प्र�प्त केरोनों� के� क्तिलए रोमणों2के 7ल के� विवके�से विकेय� जा�त� ह* , जिजासेके� क्तिलए पय�fप्त धानों केK आवश्यकेत� ह�त2 ह*। खु�से अवसेरो� परो यहJ बुड़�-बुड़� उत्सेव के� आय�जानों ह�त� ह*। हजा�रो� औरो ल�खु� केK से"ख्य� म0 भा2ड़ एकेवितIरोत ह�त2 ह*। भा< बुहुत ह2 गदगद ह�केरो बुड़2 श्र_� के� से�र्थ क्षणोंभारो म0 द�नों-दभिक्षणों� म0 ल�खु� केरो�ड़� एकेवितIरोत केरो द�� हD। आश्रमव�ल� बु�बु� विवश�र्षों उत्सेव के� अवसेरो परो से�जा-सेजा�वट म0 जिजातनों� ह2 अमिधाके त�मझा�म प्रस्त)त केरोत� हD , जिजातनों� ह2 आधा)विनोंके से"से�धानों� के� उपय�ग केरोत� हD , �"द� केK रोकेम उसे2 के� अनों)प�त म0 केई ग)णों� अमिधाके बुढ़त� हुए क्रम म0 ह�त2 ह*। इसे तरोह भा2ड़-भा�ड़ , त�म-झा�म औरो सेमिमS_ ह2 उनोंके� आस्तिध्य�त्मके विवके�से औरो ग)णों-ज्ञा�नों केK गहरो�ई के� परिरो��यके बुनों जा�त2 ह* , जाबुविके से� त� यह ह* विके प्रय�गश�ल� म0 तल्ल2नों खु�जाकेत्र्त� के� क्तिलए भा2ड़-भा�ड़ , त�मझा�म य� बुड़� धानों केK आवश्यकेत� नोंह9 ह�त2।

उपरो�< व्यं�ख्य� के� यह केद�विप अर्थf नोंह9 विके म* बुड़2 से"7� य� आश्रम के� पक्षधारो नोंह9 हू"। विवश्वकेविव रोविवन्द्र नों�र्थ ट*ग�रो नों� व�लप)रो के� आश्रम श�"वित-विनोंके� तनों के� विवश्वविवद्या�लय के� स्वरुप प्रद�नों विकेय�। श्र2रो�म शम�f आ��यf नों� मर्थ)रो� के� अपनों� आश्रम के� ग�यत्र2 म"त्र के� म�ध्यम से� जानों-जा�गरोणों औरो आस्तिध्य�त्मके विवके�से के� उत्केS ] म"� बुनों� दिदय� ह*। से"से�रो के� सेभा2 विवद्या�लय� के� �ल�नों� के� क्तिलए बुड़� प*म�नों� परो धानों औरो से"से�धानों केK आवश्यकेत� ह�त2 ह2 ह* , विकेन्त) से"��लनोंकेत्र्त� के� ग)णों-अवग)णों केK परो2क्ष� केरोनों� म0 �1के हुई त� आश्रम व�ल� बु�बु� विवरो�ट स्तरो परो व्यं�भिभा��रो के� से�र्थ ह2 से�र्थ रो�ष्ट्र2य-अ"तरो�fष्ट्र2य विगरो�ह के� सेरोगनों� के� रुप म0 के��म केरोनों� आरो"भा केरो द�त� हD। विकेसे2 विवश्वविवद्या�लय केK पढ़�ई-क्तिलखु�ई य� प्रय�गश�ल� के� प्रय�ग म0 धानों�गम औरो खु�f के� विनोंयमिमत ल�खु�-जा�खु� ह�त� ह*। आश्रम के� ल�खु�-जा�खु� , विहसे�बु-विकेत�बु बु�बु� केK इच्छा� ह�त2 ह*। विवश्वविवद्या�लय के� उपके) लपवित , प्र���यf औरो हरो विवभा�ग के� अध्यक्ष� केK श*क्षभिणोंके औरो विबुX_के य�ग्यत� खु)ल2 विकेत�बु केK तरोह ह�त2 ह*, ह� सेकेत� ह* , यहJ भा2 के) छ घोपल� ह� , विकेन्त) आश्रम के� मXनों2 बु�बु� औरो उनोंकेK से"प1णोंf के�यfव�ह2 रोहस्य�त्मके ह�नों� के� के�रोणों से"द�ह के� घो�रो� म0 ह�त2 ह*। वहJ अच्छा�इय� के� से�र्थ ह2 से�र्थ बु)रो�इय� के� पनोंपनों� केK प1रो2 से"भा�वनों� ह�त2 ह*। अत: बुहुत से�रो2 विवश�र्षोंत�ओं के� बु�वजा1द म�नोंव के� मह�म�नोंव सेमझानों� केK भा1ल नों केरो0 , विकेसे2 ज्य�वितर्षों2 के� बु�बु� , क्तिसेS]केत्र्त� , जान्मद�त� य� भागव�नों नोंह9 सेमझा0। यदिद आत्म� केह� त� ग)रुजा2 य� आ��यf केहनों� ह2 के�फK ह�ग�।

म�म1ल2 भा1ल भा2 विवरोक्ति< के� के�रोणों बुनों जा�त2 ह*

केहनों� के� अभिभाप्र�य यह ह* विके जिजासे बु�बु� म0 म�नोंव2य ग)णों� के� अत्यमिधाके विवके�से ह� �)के� ह* , जा� अपनों� नों*सेविगZ के ग)णों� के� विवके�से के� के�रोणों ल�के-म"गल केK के�मनों� औरो तदIनों)रुप आ�रोणों के� क्तिलए विवख्य�त ह* , जिजान्ह0 ईश्वरो के� सेह2 स्वरुप के� बु�धा ह� �)के� ह* य� जा� ब्रह्मांविवद्या� के� जा�नोंके�रो हD , व� भा2 शरो2रो धा�रोणों केरोनों� केK वजाह से� से"��से�रो2 ह* तर्थ� से"��से�रिरोके आवश्यत�ओं के�� महसे1से केरोत� हD। अत: बु�बु� बुनों�केरो उन्ह0 उनोंके� अमिधाके�रो� से� व"क्ति�त नों केरो0 , अन्यर्थ� अपनों2 जारुरोत� के� क्तिलए व� जा� रो�स्त� अपनों�ए"ग� , वह आपके� नों�गव�रो लग सेकेत� ह*।

विकेसे2 से� अमिधाके अप�क्ष�ए" रोखुनों� से� उसेकेK म�म1ल2 भा1ल भा2 विवरोक्ति< के� के�रोणों बुनों सेकेत2 ह*। यह2 के�रोणों ह* विके ज्य�वितर्षों2 केK एके भा2 भाविवष्‍यव�णों2 गलत ह�नों� परो ल�ग विवक्ष)i ह� जा�त� हD , उनोंकेK आ7� वहJ परो घोटनों� लगत2 ह*, उनोंके� विवद्र�ह�त्मके स्वरुप उभारोनों� लगत� ह* , जाबुविके से� त� यह ह* विके हरो मनों)ष्‍य से� भा1ल ह�त2 ह* , ज्य�वितर्षों2 से� भा2 भा1ल ह� सेकेत2 ह*। अरोबु� रुपए खु�f केरोके� व*ज्ञा�विनोंके एके उपग्रह छ�ड़त� ह* ,के) छ ह2 द�रो बु�द वह पSथ्व2 परो विगरो जा�त� ह* , उपग्रह के� ध्वस्त ह�नों� से� द�श केK बुड़2 प1"जा2 नों] ह�त2 ह* , बुहुत से�रो� व*ज्ञा�विनोंके� के� वर्षों�Z�" के� परिरोश्रम बुव�fद ह�त� ह*, इसे प्रके�रो के� प्रय�ग म0 केल्पनों� ��वल� जा*से2 म1ल्यव�नों व*ज्ञा�विनोंके म�रो2 जा�त2 हD , विकेन्त) इसेके� क्तिलए व*ज्ञा�विनोंके� केK य�ग्यत� के� �)नोंXत2 नोंह9 द[ जा� सेकेत2। उनोंके� द�र्षों� के� क्षम� केरो दिदय� जा�त� हD , यह से��त� हुए विके

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व*ज्ञा�विनोंके भागव�नों नोंह9 ह�त� । क्य� यह2 केम ह* विके अनों"त आके�श म0 उड़नों� केK महत्व�के�"क्ष2 य�जानों� य� प्रगवितश2ल औरो विवके�से�न्म)खु विव��रोधा�रो� उनोंके� प�से ह* ? प्र�केS वितके विनोंयम� के� रोहस्य� से� पद�f उठी�केरो उनों शक्ति<य� के� सेम)क्ति�त उपय�ग मनों)ष्‍य केK से)खु-से)विवधा�ओं के� क्तिलए केरो रोह0 हD। एके ड्Jक्टरो क्ति�विकेत्से� विवज्ञा�नों के� विवश�र्षोंज्ञा ह�त� ह* । अपनों2 जा�नोंके�रिरोय� से� मनों)ष्‍य य� पश) के� शरो2रो म0 उत्पन्न जादिटलत�ओं के� दूरो केरोत� ह* , विकेन्त) इल�जा के� क्रम म0 बुहुत ल�ग म�रो� भा2 जा�त� हD। इसे तरोह मनों)ष्‍य के� पSथ्व2 परो बुनों� रोहनों� के� प2छ� ड्Jक्टरो के� इल�जा ह* , त� इल�जा के� दXरो�नों मनों)ष्‍य� के� मरोनों� के� अपयश भा2 उसेके� से�र्थ ह*। ल�ग� केK नोंजारो म0 ड्�क्टरो केसे1रोव�रो नोंह9 ह* , क्य�विके ल�ग उसे� बु�बु� य� भागव�नों के� सेमकेक्ष नोंह9 म�नोंत�। हरो वकेKल म)केदम0 केK प*रोव2 केरोत� ह* , सेभा2 म)केदम� जा2तनों� केK इच्छा� रोखुत� हD , ल�विकेनों हरो म)केदम0 के� विनोंष्‍केर्षों Z एके ह2 ह�त� ह** , एके वकेKल जा2तत� ह* औरो दूसेरो� ह�रोत� ह* , विकेन्त) ह�रोनों�व�ल� म)विवक्केल केभा2 भा2 विकेसे2 वकेKल परो द�र्षों�रो�पणों नोंह9 केरोत�। वकेKल के� ह�रो-जा2त केK से"भा�वनों�ए" 50 प्रवितशत ह�त2 ह* , विकेन्त) विकेसे2 ज्य�वितर्षों2 केK एके भा2 भाविवष्‍यव�णों2 गलत ह� जा�ए त� उसेपरो �वित)दfके आक्रमणों ह�नों� लगत� ह* ,क्य�विके बु�बु� केK छ�ट[ से2 भा1ल के� भा2 भा<गणों क्षम� नोंह9 केरो प�त�।

आखिखुरो ज्य�वितर्षों2 के� से�म�जिजाके स्वरूप क्य� ह�

एके बुहुत ह2 ग"भा2रो प्रश्न खुड़� ह�त� ह*। क्य� से�म)� ह2 बु�बु� के� इसे2 रुप म0 ल�ग श्र_�वनोंत ह�त� हD ? ज्य�वितर्षों2 बु�बु� सेरोल व�श-भा1र्षों� म0 ह� , उसे� केम से� केम से"��से�रिरोके आश्यकेत�ए" ह� , उसे� केम से� केम प�रिरोश्रमिमके दिदय� जा�ए , उसे� 7�मियत्व प्र�प्त नों रोह� , हरो प्रके�रो केK से)खु-से)विवधा�ओं से� से"य)< आव�से2य से)विवधा� नों ह� , स्वय" सेहनोंश2ल ह� , उनोंकेK से"त�नों प्रगवितश2ल नों ह�। प्र��2नोंके�ल म0 ऋविर्षोंय� के� से�र्थ उनोंकेK विपत्नोंयJ भा2 हुआ केरोत2 र्थ2, परो"त) आजा के� बु�बु� के� जा� स्वरुप ल�ग� के� मस्तिस्तष्‍के म0 उभारोत� ह* , वह यह विके उनोंके� आस्तिध्य�त्मके विवके�से के� क्तिलए उनोंके� गSह7 आश्रम आवश्यके नोंह9 ह*। गSह7 ह�नों� म�त्र से� उनोंकेK य�ग्यत� के� से"द�ह के� घो�रो� म0 ड्�ल दिदय� जा�त� ह*। आखिखुरो जा� विवश)_ ज्य�वितर्षों2 हD , उनोंकेK आवश्यकेत�ओं केK प1र्तित� के* से� ह�त2 ह�ग2 , यह ज्य�वितर्षों2 के� सेमक्ष उपस्थि7त ह�नों�व�ल� ल�ग भा2 नोंह9 बुत� प�ए"ग�। से�म�न्य ल�ग उन्ह0 भागव�नों के� दजा�f द�केरो म)< ह� जा�त� हD , जाबुविके म1धाfन्य ल�ग ज्य�वितर्षों2 से� मिमलनों� केK बु�त के� क्तिछप�नों� केK प1रो2 विके�शश केरोत� हD। बुड़� रो�जानों�त�ओं केK विकेसे2 ज्य�वितर्षों2 से� मिमलनों� केK ���f-परिरो���f अखुबु�रो� पवितIरोके�ओं म0 इतनों2 ह� जा�त2 ह* विके यह2 उनोंके� परो�भाव के� के�रोणों बुनों जा�त2 ह*। वत्र्तम�नों सेम�जा म0 एके ज्य�वितर्षों2 बु�बु� ह* य� अछ1 त , यह बु�त त� हम�रो2 सेमझा से� परो� ह* , विकेन्त) इतनों2 बु�त त� स्प] ह* विके प्रगवितश2ल विव��रोधा�रो� के� के�ई व्यंक्ति< ज्य�वितर्षों2 से� मिमल� , त� वह दविकेय�नों1से2 ह� गय�। भाल� बुत�इए त� सेह2 , उसे ज्य�वितर्षों2 बु�बु� के� प्रवित जानोंत� के� केXनों से� भा�व अच्छा� ह* , जिजासेकेK प्रश"से� केK जा� सेके� । नििविनों�त रुप से� बु�बु� केहकेरो जानोंत� उसे� ठीगनों� केK ��]� केरोत2 ह* , इसेक्तिलए वह खु)द ह2 ठीग2 जा�त2 ह*। अच्छा� ह�ग� , विकेसे2 ज्य�वितर्षों2 केK विबुX_के क्षमत� ,अर्जिजा�त ग)णों-ज्ञा�नों के� सेम�नों�"तरो उन्ह0 अपनों� विहत*र्षों2 सेमझात� हुए उसे2 के� अनों)रुप उनोंके� से�र्थ म�नोंव2य व्यंवह�रो प्रदिदश Z त विकेय� जा�ए।

व�स्तव म0 ज्य�वितर्षों2 एके सेमय विवश�र्षोंज्ञा ह*

एके ज्य�वितर्षों2 सेमय विवश�र्षोंज्ञा ह�त� ह*। उसेके� के�म अच्छा� य� बु)रो� सेमय केK से1�नों� द�नों� ह*। विकेन्त) अच्छा� य� बु)रो� सेमय बुहु-आय�म2 ह� सेकेत� ह*। यदिद सेमय अच्छा� हुआ , त� के�ई जारुरो2 नोंह9 विके आप सेभा2 प्रके�रो के� के�म केरो ल0ग� , विकेन्त) इतनों� अवश्य ह�ग� विके आपके� के) छ के�म इसे ढं"ग से� बुनों�ग� विके विके आपके� मनों�बुल ऊ" ��ई केK ओरो जा�एग�। इसे तरोह बु)रो� सेमय ह� त� के�ई आवश्यके नोंह9 विके हरो के�म बु)रो� ह2 ह� , परो"त) के) छ घोटनों�ए" इसे ढं"ग से� घोदिटत ह�ग2 , जिजासेसे� मनों�बुल विगरो� हुआ महसे1से ह�ग�। अच्छा� सेमय ह* त� के�ई भा2 व्यंक्ति< अमिधाके से� अमिधाके मनों�व�"क्तिछत फल केK प्र�प्तिप्त के� से"दभाf म0 विबुल्के) ल मस्त ह�त� ह*। उसे� विकेसे2 केK परोव�ह नोंह9 ह�त2 , वह एके क्षणों के�

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क्तिलए भा2 केद�विप नोंह9 से�� प�त� विके इसेकेK विनोंरो"तरोत� म0 केभा2 केम2 भा2 ह� सेकेत2 ह*। उसे सेमय विकेसे2 ज्य�वितर्षों2 से� रो�य-परो�मश Z केरोनों� भा2 उसेकेK श�नों के� खिखुल�फ ह�त� ह*। हरो प्रके�रो के� अच्छा� फल के� अपनों� केमfफल म�नोंत� ह* , विकेन्त) बु)रो� सेमय के� उपस्थि7त ह�नों� से� उसेकेK घोबुरो�हट के�फK बुढ़ जा�त2 ह*। बु)रो� सेमय केK त2व्रत� के� के* से� केम विकेय� जा�ए इसेकेK क्ति�न्त� प्र�य: सेभा2 व्यंक्ति< के� ह�त2 ह*। इसे2 अवितरिरो< प्रत्य�श� के� से�र्थ प्र�य: प1रो� सेम�जा विकेसे2 ज्य�वितर्षों2 केK ओरो आकेर्तिर्षों�त ह�त� ह* , विकेन्त) बु)रो� सेमय के� अच्छा� सेमय म0 परिरोवर्तित�त केरोनों� के� असेफल प्रय�से के� के�रोणों ह2 के�ई ज्य�वितर्षों2 बुदनों�म ह� जा�त� ह* औरो प1रो� सेम�जा उसेसे� विवकेर्तिर्षों�त ह�नों� लगत� ह*। भाल�-बु)रो� केहनों� म0 भा2 ल�ग� के� के�ई विह�विके��हट नोंह9 ह�त2 औरो ज्य�वितर्षों2 के� दिदव्यं य� ब्रह्मांज्ञा�नों के� के�ई महत्व नोंह9 रोह जा�त�।

के* से2 विवड्म्बुनों� ह* , एके ज्य�वितर्षों2 आधा)विनोंके व�श-भा1र्षों� , खु�नों-प�नों के� विहम�यत2 ह� त� उसेके� ज्य�वितर्षों2य ज्ञा�नों परो से"शय विकेय� जा�त� ह* , वह2 ज्य�वितर्षों2 विकेसे2 से�धा)-सेन्य�से2 केK व�श-भा1र्षों� म0 ह� उसेके� खु�नों-प�नों सेन्य�क्तिसेय� केK तरोह ह� , त� उसे� लकेKरो के� फकेKरो दविकेय�नों1से केह� जा�त� ह* , उसेके0 �रिरोत्र के� से"द�ह केK दिदृ] से� द�खु� जा�त� ह*। इसे परिरोस्थि7वित म0 एके प्रश्न बुहुत ह2 महत्वप1णोंf ह* , ज्य�वितर्षों2 के� से�म�जिजाके स्वरुप त�"वितIरोके , य�"वितIरोके , प)जा�रो2 , बु�बु� , सेन्य�से2 य� व*ज्ञा�विनोंके - विकेसेके� जा*से� ह� ? ज्य�वितर्षों2 एके से�म�न्य मनों)ष्‍य ह* , जिजासे� भाविवष्‍य केK जा�नोंके�रिरोयJ ह�त2 ह*। भाविवष्‍य केK जा�नोंके�रो2 द�नों�व�ल� व्यंक्ति< भाविवष्‍य के� बुदल नोंह9 सेकेत�। भा1केम्प य� सेम)द्र[ त1फ�नों केK से1�नों� द�नों�व�ल� भा1केम्प य� सेम)द्र[ त1फ�नों के� रो�के नोंह9 सेकेत� , क्तिसेफf प1वf से1�नों� से� इसेसे� प्रभा�विवत ह�नों�व�ल� ल�ग से�वधा�विनोंयJ बुरोत सेकेत� हD। द� व्यंक्ति< रो�ष्ट्रपवित पद के� उम्म2दव�रो हD , द�नों� केK जान्मके)" ड्ल2 द�खुकेरो विकेसे2 के� रो�ष्ट्रपवित �)नों� जा�नों� केK भाविवष्‍यव�णों2 केK जा� सेकेत2 ह* , परो"त) द�नों� के� भा�ग्य य� म"जिजाल के� के* से� बुदल� जा� सेकेत� ह* ?

से1यfग्रहणों केK भाविवष्‍यव�णों2 केरो उसेसे� पड़नों�व�ल� प्रभा�व के� सेमझा�य� जा� सेकेत� ह* , परो"त) इसे� रो�के� नोंह9 जा� सेकेत� । जा�नोंके�रो2 ह�नों� के� बु�द ल�ग क्य� केरो सेकेत� हD , व� अपनों2 बुनों�वट के� अनों)से�रो , अपनों2 म�नोंक्तिसेकेत� के� अनों)से�रो विनोंणोंfय ल0ग�। आपके� क्ष�त्र म0 त1फ�नों य� भा1केम्प ह� , त� क्य� केरोनों� ह�ग� , से1यfग्रहणों के� सेमय से1यf के� द�खु0 य� नोंह2 ? य� विफरो द�खु� त� विकेसे प्रके�रो ? ल�ग अपनों2 केमजा�रिरोय� , असेफलत�ओं औरो अदूरोदिदश Z त� के� विकेसे2 ज्य�तर्षों2 परो नोंह9 र्थ�प0 , यह2 ज्य�वितर्षों के� प्रवित सेच्चों2 श्र_� ह�ग2 । अपनों2 असेफलत�ओं के� क्तिछप�नों� के� क्तिलए ग्रह� के� जा�नोंके�रो के� विवव�द�स्पद स्वरुप के� प्रस्त)त नों केरो0।

प्रस्त)तकेत�f विवश�र्षों के) म�रो परो 10:05 pm 2 दिटप् पभिणोंय�" : इसे से"द�श के� क्तिलए चिंल�के ल�बुल: bokaro, petarwar, vidya sagar mahtha, गत् य�त् मके ज् य�वितर्षों

बु7होंस्पति�व�रे, 21 अगस्��2008

फलि&��ज्‍याति�ष�क �स"म�ए.

एके ज्य�वितर्षों2 से� ल�ग� केK अप�क्ष�ए" बुहुत ह�त2 हD

आजा के�ई भा2 व्यंक्ति< जाबु एके ज्य�वितर्षों2 के� प�से पहु"�त� ह* त� उसे व्यंक्ति< केK ज्य�वितर्षों2 से� बुहुत से�रो2 अप�क्ष�ए" ह�त2 हD। आम ल�ग यह2 सेमझात� हD विके ज्य�वितर्षों2 के� विकेसे2 के� भाविवष्‍य केK प1रो2 जा�नोंके�रो2 ह�त2 ह* , अत: वह उसे व्यंक्ति< के� भाविवष्‍य केK से�रो2 बु�त� बुत� द�ग�। दूसेरो2 ओरो तरोह-तरोह के� ज्य�वितर्षों2 ह�त� हD , सेभा2 के� द�व� एके से� बुढ़केरो एके ह�त� हD । शरो2रो के� रो"ग , केद ,स्वरुप , धानों केK म�त्र� ,भा�ई-बुहनों� केK से"ख्य� , श*क्षभिणोंके य�ग्यत� , बु�ल-बुच्चों� केK से"ख्य� , श�द[ केK वितक्तिर्थ , श�द[ केK दिदश�, मSत्य) के� सेमय , लJटरो2 से� धानों प्र�प्त केरोनों� के� सेमय ,व्यंक्ति< के� नों�म ,

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विपत�जा2 के� नों�म , हस्तरो�खु� से� के)"" ड्ल2 विनोंम�fणों आदिद के� द�व� विकेसे2 ज्य�वितर्षों2 केK ज्य�वितर्षों2य य�ग्यत� के� प्र��रिरोत केरोनों� के� क्तिलए विवज्ञा�पनों के� के�म भाल� ह2 केरो जा�ए , उपरो�< सेभा2 से"दभा�Z केK जा�नोंके�रिरोयJ अभा2 तके के� विवके�सेश2ल फक्तिलत ज्य�वितर्षों विकेसे2 भा2 ह�लत म0 प्रद�नों नोंह9 केरो सेकेत�। इसे प्रके�रो केK जिजाज्ञा�से� के� ल�केरो के�ई भा2 व्यंक्ति< विकेसे2 ज्य�वितर्षों2 के� यहJ पहु"�� त� उसे� विनोंरो�श� ह2 मिमल�ग2। ज्य�वितर्षों2 से� ल�ग� केK अप�क्ष�ए" बुहुत अमिधाके ह�त2 हD। एके सेज्जनों प1छ रोह0 हD- म�रो2 प)त्र2 केK श�द[ विकेसे दिदश� म0 केबु औरो विकेतनों2 दूरो2 परो ह�ग2 ? क्य� इसे प्रश्न के� उत्तेरो से�म)� फक्तिलत ज्य�वितर्षों से� दिदय� जा� सेकेत� ह* ?

व*दिदके के�ल , पXरो�भिणोंके के�ल , प्र�केI ऐवितह�क्तिसेके के�ल म0 स्वय"वरो हुआ केरोत� र्थ� । उसे सेमय वरो-वधा1 अपनों� जा�ड्� के� खु)द �यनों विकेय� केरोत� र्थ� । विकेन्त) उसेके� प��तI भा�रोत म0 विवद�श2 आक्रमणों ह�त� �ल� गए औरो प्रवितष्ठ� बु�� प�नों� के� भाय इतनों� प्रबुल ह� गय� विके ल�ग� नों� अपनों2 प)वितIरोय� के� विवव�ह जान्म ल�नों� के� से�र्थ ह2 तय केरोनों� श)रु केरो दिदय�। केह9 केह9 ऐसे� भा2 उद�हरोणों द�खुनों� के� मिमल� विके द� गभाfवत2 सेह�क्तिलयJ परोस्परो यह तय केरोत2 र्थ2 विके एके दूसेरो� के� प)त्र-प)वितIरोयJ हुईं त� उनोंकेK श�द[ केरो द[ जा�एग2। सेX वर्षों Z प1वf तके बु�लके बु�क्तिलके�ओं केK श�द[ श*शवके�ल म0 केK जा�त2 र्थ2। आजा से� 50 वर्षों Z प1वf श�दिदयJ उसे सेमय ह�त2 र्थ2 जाबु लड़के� लड़विकेयJ क्रमश: प"द्रह औरो दसे वर्षों Z के� हुआ केरोत� र्थ�। पच्चों2से वर्षों Z प1वf बु�क्तिलग ह�नों� परो ह2 विवव�ह के� प्र�लनों र्थ� , परो इसे सेमय जाबु इक्केKसेव9 सेद[ के� आरो"भा ह� रोह� ह* ,के�ई भा2 जा�गरुके लड़के� य� लड़केK तबुतके श�द[ के� पक्ष म0 नोंह9 ह�त� , जाबुतके व� स्व�वलम्बु2 नोंह9 बुनों जा�त�। इसे सेमय व*व�विहके बु"धानों म0 बु"धानों�व�ल� केK उम्र केभा2-केभा2 25-30 वर्षों�Z�" से� भा2 अमिधाके ह�त2 ह*।

विकेसे2 से"दभाf केK इतनों2 अप�क्ष� क्य� ?

ध्य�नों द�नों� केK बु�त यह ह* विके एके ह2 ग्रह भिभान्न भिभान्न के�ल म0 केभा2 बु�ल्य�व7� म0 , केभा2 विकेश�रो�व7� म0 ,औरो केभा2 य)व�व7� म0 विवव�ह के� य�ग उत्पन्न केरोत� ह*। 15 व2 शत�ब्द[ से� 19 व2 शत�ब्द[ तके सेभा2 के� क्तिलए व*व�विहके य�ग श*शव�व7� म0 , 20 व9 शत�ब्द[ के� प्र�रो"भा म0 विकेश�रो�व7� के� आरो"भा म0 ,20 व9 शत�ब्द[ के� अ"त म0 विकेश�रो�व7� के� अ"त म0 तर्थ� इक्केKसेव2 सेद[ के� प्र�रो"भा म0 य)व�व7� के� मध्य म0 व*व�विहके य�ग उत्पन्न ह�त� ह* । क्य� इनों बु�त� से� ग्रह केK प्रकेS वित औरो के�यfश*ल2 म0 एकेरुपत� दिदखु�ई पड़त2 ह* ? यदिद नोंह2 त� ज्य�वितर्षों2 विवव�ह के� सेमय के� उल्ल�खु के� द�व� विकेसे प्रके�रो केरोत0 हD ? ज्य�वितर्षों परो विवश्व�से केरोनों� व�ल� ल�ग इसे से"दभाf म0 इतनों2 अप�क्ष�ए" क्य� रोखुत� हD ? यह बु�त दूसेरो2 ह* विके द�श के�ल के� अनों)से�रो से�म�जिजाके परिरोस्थि7वितय� के� द�खुत� हुए ग्रह केK स्थि7वित औरो उसेकेK गत्य�त्मकेत� से� व*व�विहके के�ल केK से"भा�वनों�ओं परो परिरो���f भाल� ह2 केरो ल2 जा�ए।

20 व9 शत�ब्द[ के� प्र�रो"भा य� मध्य तके य�त�य�त केK बुड़2 से)विवधा� नोंह9 र्थ2 , से"पकेf -से1त्र भा2 महत्वप1णोंf नोंह9 र्थ� , अत: श�द[-विवव�ह आसेप�से विनोंकेट7 ग्र�म म0 ह�त� र्थ�। जा*से�-जा*से� य�त�य�त केK से)विवधा�ए" बुढ़त2 गय2 , से"पकेf -से1त्र बुढंत� �ल� गए , सेभ्यत� के� विवके�से ह�त� गय� , ल�ग निि�शभिक्षत ह�त� गए , अन्तजा�fत2य , अन्तप्र�Z�"त2य , दूरो7 , यहJ तके विके अबु द�श-द�श�"तरो तके केK श�दिदयJ प्र�क्तिलत ह� गय2 हD। वह2 ग्रह पहल� से2मिमत जागह� म0 श�दिदयJ केरोव�त� र्थ� , अबु दम्पभित्ते पSथ्व2 के� द� छ�रो के� भा2 ह� सेकेत� हD। विवव�ह-से1त्र म0 बु"धानों�व�ल� अबु विकेसे2 दूरो2 केK परोव�ह नोंह9 केरोत� हD । अत: से"क्ष�प म0 यह2 केह� जा� सेकेत� ह* विके के)" ड्ल2 के� ग्रह� के� द�खुकेरो यह केद�विप नोंह9 बुतल�य� जा� सेकेत� ह* विके जा�तके केK श�द[ केह9 विनोंकेट 7ल म0 ह�नों�व�ल2 ह* य� विफरो के�फK दूरो। इसेके� के�रोणों ह* , ल�ग� केK मनों�वSभित्ते म0 आय� बुदल�व। पहल� ल�ग अपनों� गJव य� आसेप�से के� गJव� म0 बुसेनों�व�ल� अपनों2 जा�वित के� ल�ग� के� ह2 असेल2 विबुरो�दरो2 सेमझात� र्थ� , दूरो केK अपनों2 ह2 जा�वित के� ल�ग� केK के) ल2नोंत� परो से"शय विकेय� जा�त� र्थ�। अत: उनोंसे� से"बु"धा केरोके� अपनों2 प्रवितष्ठ� के� दJव परो से� ल�ग बु�त� र्थ�।

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आजा परिरोस्थि7वितयJ विबुल्के) ल भिभान्न हD। जा�वित औरो खु1नों केK पविवत्रत� गXणों ह� गय2 ह*। धानों अर्जिजा�त केरोनों� केK क्षमत� , केमf औरो �रिरोत्र ह2 प्रवितष्ठ� के� म�पद"ड् बुनोंत� जा� रोह0 हD। व*व�विहके से"बु"धा म0 दूरो2 अबु बु�धा� नोंह9 रोह गय2 ह*। विकेसे2 भा�रोत2य नों�रो2 य� प)रुर्षों केK श�द[ अम�रिरोके� य� विब्रट�नों विनोंव�से2 के� से�र्थ ह� त� इसे� श�नों औरो प्रवितष्ठ� केK बु�त सेमझा2 जा�त2 ह*। द�म्पत्य जा2वनों म0 द�-��रो वर्षों�Z�" के� विवय�ग ह� , पत्नों2 2-4 वर्षों Z बुड़2 भा2 ह� त� इसे� सेहजा स्व2के�रो केरो क्तिलय� जा�एग�। इसे प्रके�रो के� बुदलत� से�म�जिजाके परिरोव�श म0 ग्रह के� आधा�रो परो यह विनोंणोंfय केरोनों� के�फK केदिठीनों ह�ग� विके विकेसे2 केK श�द[ विनोंकेट य� दूरो य� विफरो विकेसे उम्र म0 ह�नों�व�ल2 ह*।

भा1तप्र�त क्तिसे_ केरो भाविवष्‍यव�णों2 केरोनों� ज्य�वितर्षों नोंह9

एके बु�रो अवित से�म�न्य औरो अवितनििविवश] एके ह2 व्यंक्ति< से� मिमलनों� के� म)झा� सेXभा�ग्य प्र�प्त हुआ। अवित से�म�न्य इसेक्तिलए क्य�विके व� व�श-भा1र्षों� औरो रुप-रो"ग से� अवितसे�म�न्य , वस्त्र के� नों�म परो ल�ल रो"ग के� एकेम�त्र म�म1ल2 अ"ग�छ� पहनों� हुए र्थ�, म�ल1म हुआ , व� बु�हरो से� आए हुए र्थ� , अपनों� ह2 व�श-भा1र्षों� के� अनों)रुप केई दिदनों� से� हरिरोजानों� केK बुस्त2 म0 म�ल-मिमल�प से� रोह रोह0 र्थ�। म)झा� श*शवके�ल से� ह2 ज्य�वितर्षों विवद्या� म0 रुक्ति� ह*। म* मिमलनों� के� क्तिलए उनोंके� प�से गय�। उन्ह�नों� म)झा� द�खुत� ह2 केह�-आइए विवद्या�से�गरोजा2 , बु*दिठीए। म* उनोंकेK ज्य�वितर्षों विवद्या� से� अव�केI र्थ�। म* अच्छा[ तरोह जा�नों रोह� र्थ� विके इसे ज्य�वितर्षों2 के� म�रो� नों�म विकेसे2 नों� नोंह9 बुत�य� ह*। विफरो भा2 ऐसे� सेमझात� हुए विके म* इसे क्ष�त्र के� महत्वप1णोंf विवद्या�र्थz ह"�1 , म)झा� आत� हुए द�खुकेरो विकेसे2 नों� म�रो� नों�म फ) सेफ) से�केरो बुत� दिदय� ह� , म*नों� केह�- म�रो� से�र्थ जा� हD , उन्ह� आपनों� बु*ठीनों� के� नोंह9 केह� । म*नों� जा�नोंबु1झाकेरो ज्य�वितर्षों2 केK परो2क्ष� ल�नों� के� क्तिलए य� बु�त0 केह2 , क्य�विके म�रो� से�र्थ जा� व्यंक्ति< र्थ� , वह म�रो� इल�के� के� क्तिलए अजानोंबु2 र्थ� , उसेके� नों�म ल�ग नोंह9 जा�नोंत� र्थ� , अत: ज्य�वितर्षों2 के� इसेकेK खुबुरो नोंह9 ह� सेकेत2 र्थ2। ज्य�वितर्षों2जा2 म�रो� इश�रो� सेमझा �)के� र्थ�। उह��नों0 इसे अजानोंबु2 के� नों�म हकेल�त� हुए ` अभ्य�नों , अभ्य�नों ,अभ्य�नोंनोंजा2 , बु*दिठीए ´- केह� । व� अभ्य�नोंनों के� नों�म के� ऐसे� दूहरो� रोह� र्थ� , म�नों� बुहुत धा2म2 आव�जा म0 के�ई उन्ह0 अभ्य�नोंनों केह रोह� ह� औरो व� अ"वितम `नों´ के� से)नोंनों� म0 केदिठीनों�ई महसे1से केरो रोह0 ह�। इसेके� बु�द उन्ह�नों� धा�रो� प्रव�ह बु�लनों� श)रु केरो दिदय� , हम विकेतनों� भा�ई-बुहनों हD , बुड़� भा�ई केK श�द[ ह� �)केK ह* , एके प)त्र2 ह* , बुहनों केK द� प)वितIरोयJ औरो एके प)त्र हD। म�रो� से"बु"धा म0 उन्ह�नों� बुत�य�- म* परो2क्ष� द� �)के� हू" औरो परो2क्ष�फल के� इ"तजा�रो ह*। अप�भिक्षत रिरोजाल्ट म0 म�म1ल2 बु�धा� ह*। ज्य�वितर्षों केK ��ह� जिजासे विवधा� परो उनोंके� प1णोंf विनोंय"त्रणों र्थ� य� व� नििक्तिसे_प्र�प्त प)रुर्षों र्थ� , उसे दिदनों केK उनोंकेK से�रो2 बु�त� जा� घोट �)केK र्थ2 , अक्षरोश: सेह2 र्थ2 , यहJ तके विके के) छ दिदनों� बु�द म�रो� रिरोजाल्ट भा2 विनोंकेल� , मDनों� म�त्र एके अ"के से� प्रर्थम श्र�णों2 खु� द[ र्थ2 , परो"त) म�रो� क्तिसेव� बुहुत ल�ग� के� क्तिलए बुहुत से�रो2 भाविवष्‍यव�भिणोंयJ र्थ2 ,जा� सेभा2 गलत विनोंकेल2। जा� दम्पभित्ते विनोंकेट भाविवष्‍य म0 से"त�नों प्र�प्त केरोनों�व�ल� र्थ�, उनोंके� प)त्र-प)वितIरोय� से� से"बु"मिधात भाविवष्‍यव�भिणोंयJ, नोंXकेरो2 प्र�प्त केरोनों� केK भाविवष्‍यव�भिणोंयJ औरो विनोंकेट भाविवष्‍य म0 ह2 ल�भा प्र�प्त केरोनों� केK भाविवष्‍यव�भिणोंयJ गलत से�विबुत हुईं। एके व्यंक्ति< म�रोके� श के� प्रबुल य�ग म0 पड़� हुआ ह* , केहकेरो उसे� के�फK ठीग� भा2 गय� , परो"त) उसे� म�म1ल2 बु)खु�रो भा2 नों हुआ।

इसे प1रो� प्रसे"ग परो गXरो विकेय� त� म�रो� से�मनों� जा� विनोंष्‍केर्षोंf आए , वह यह विके वह आदम2 भा1त�त्म� क्तिसे_ विकेए हुए र्थ�। वह क्तिसे_ आत्म� ह2 उसे व्यंक्ति< के� वत्र्तम�नों तके केK से�रो2 बु�त0 अक्षरोश: बुत�य� केरोत� र्थ� औरो उसे� ह2 वह त�त� केK तरोह बु�लत� र्थ�। इसे के�रोणों भा1त औरो वत्र्तम�नों केK से�रो2 बु�त0 विबुल्के) ल सेह2 र्थ2 , परो"त) अमिधाके�"श भाविवष्‍यव�भिणोंयJ गलत र्थ2 , क्य�विके भाविवष्‍यकेर्थनों अनों)म�नों परो आधा�रिरोत र्थ�। वह व्यंक्ति< भा1त औरो वत्र्तम�नों केK सेट[के ���f केरोके� दूसेरो� के� विवश्व�से प्र�प्त केरोत� र्थ� , परो"त) भाविवष्‍य केK जा�नोंके�रो2 के� क्तिलए सेम)क्ति�त विवद्या� उसेनों� अर्जिजा�त नोंह9 केK र्थ2। दूसेरो2 एके बु�त औरो र्थ2 विके वह से�मनों�व�ल� के� विहप्नो�ट�इजा केरोत� र्थ� औरो उसेके� मनों केK से�रो2 बु�त� के� बुत� द�त� र्थ�। त�रो2खु� सेविहत भा1त औरो वतfम�नों केK ���f विकेसे2 व्यंक्ति< के� विहप्नो�ट�इजा केरोके� बुत�य2 जा� सेकेत2 ह*, विकेन्त)

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विहप्नो�दिटज्म विवद्या� के� जा�नोंके�रो के� ज्य�वितर्षों2 केद�विप नोंह9 केह� जा� सेकेत� , क्य�विके भाविवष्‍य केK जा�नोंके�रो2 भा1त विवद्या� य� विहप्नो�दिटज्म से� केद�विप से"भाव नोंह9 ह*।

ग)णों�त्मके पहल1 बुतल�नों� से"भाव,से"ख्य�त्मके नोंह9

इसे प्रसे"ग के� उल्ल�खु केरोनों� इसेक्तिलए आवश्यके सेमझा�, क्य�विके म)झा� भा2 पहल� यह2 भ्रम हुआ र्थ� विके ज्य�वितर्षों2 भा�ई-बुहनों� केK से"ख्य� बुत� सेकेत� ह* , से"त�नों केK से"ख्य� बुत� सेकेत� ह*, यहJ तके विके विकेतनों� प)त्र औरो विकेतनों2 प)वितIरोयJ ह�ग2 , इसे� भा2 बुतल�य� जा� सेकेत� ह* , परो"त) आजा फक्तिलत ज्य�वितर्षों के� ��ल2से वर्षों2Z य अध्ययनों-मनोंनों के� बु�द इसे विनोंष्‍केर्षों Z परो पहु"�� हू" विके फक्तिलत ज्य�वितर्षों म�नोंव-मनों केK मनों:स्थि7वित , से)खु-दुखु आदिद प्रवSभित्तेय� य� उसेकेK त2व्रत� के� बु�धा केरो�त� ह* नों विके विकेसे2 से"ख्य� के�।

भा�ई-बुहनों , सेहय�ग2 , शक्ति< , प)रुर्षों�र्थf , परो�क्रम केK ���f फक्तिलत ज्य�वितर्षों म0 त2सेरो� भा�व से� केK जा�त2 ह*। इ"दिदरो� गJधा2 के� के�ई सेह�दरो भा�ई य� बुहनों नोंह9 र्थ� , परो"त) उनोंके� सेहय�विगय� केK के�ई केम2 नोंह9 र्थ2 ,उनोंके� प)रुर्षों�र्थf औरो परो�क्रम परो भा2 विकेसे2 के� से"द�ह नोंह9 र्थ�। भा�ई-बुहनों केK से"ख्य� के� यहJ के�ई प्रय�जानों नोंह9 ह* , जिजानोंके� सेहय�ग के� क्तिलए सेहय�ग2 ह�र्थ� केK से"ख्य� ल�खु� औरो केरो�ड़� म0 र्थ2।

आप विकेतनों� शक्ति<श�ल2 हD , आपके� विकेतनों� सेहय�ग2 हD ,इसेकेK ���f से� केह9 उत्केS ] ���f यह ह�ग2 विके सेहय�ग2 तत्व� के� सेSजानों औरो उसे� बुनों�ए रोखुनों� केK क्षमत� आपम0 विकेतनों2 ह* ? आपके� प)रुर्षों�र्थf औरो परो�क्रम से� प्रभा�विवत ह�केरो आपके� अनों)य�मियय� केK से"ख्य� विकेतनों2 ह� सेकेत2 ह* ? आपके� सेहय�ग2 य� अनों)य�य2 भा2 सेमय औरो 7�नों के� से�प�क्ष केभा2 से*केड़� , केभा2 हजा�रो� औरो केभा2 ल�खु� म0 ह� सेकेत� हD , परो"त) य� सेभा2 सेहय�ग2 विवपरिरोत परिरोस्थि7वितय� के� उत्पन्न ह�नों� परो सेहय�ग2 क्तिसे_ नोंह9 ह� सेकेत� हD। ह� सेकेत� ह* , भा�इय� केK से"ख्य� पJ� ह�नों� के� बु�वजा1द के�ई के�म नों आए। अत: फक्तिलत ज्य�वितर्षों के� क्तिलए विकेसे2 भा2 परिरोस्थि7वित म0 से"ख्य� बुत�नों� बुहुत ह2 केदिठीनों , के) छ हद तके असे"भाव ह*। जा� से"ख्य� बुत�नों� के� द�व� केरोत� हD , व� विकेसे2 नों विकेसे2 प्रके�रो से� ल�ग� के� बु�वके1 फ बुनों�केरो उसे� विवश्व�से म0 ल�नों� केK ��]� केरोत� हD। इसे तरोह धानोंव�नों ह�नों� केK बु�त केह2 जा� सेकेत2 ह* , विकेसे2 भा2 ह�लत म0 नों�ट� केK से"ख्य� नोंह9 बुतल�य2 जा� सेकेत2। स्प�के) ल�शनों से� धानों केम�नों� केK बु�त केह2 जा� सेकेत2 ह* , ल�विकेनों लJटरो2 के� दिटकेट नों"बुरो के� नोंह9 बुतल�य� जा� सेकेत� । जा� लJटरो2 के� नों"बुरो बुतल�केरो ल�ग� के� ग)मरो�ह केरोत� हD, व� अपनों� भा�ग्य�दय के� क्तिलए लJटरो2 के� नों"बुरो क्य� नोंह9 खु�जा प�त� ? इसे2 तरोह से"पभित्ते से� से"बु"मिधात से)खु औरो नों�म यश केK भाविवष्‍यव�णों2 केK जा� सेकेत2 ह* ,मके�नों�, दुके�नों� , सेव�रिरोय� , खु�त� , बु�ग� केK से"ख्य� बुत� प�नों� फक्तिलत ज्य�वितर्षों केK से2म� के� अ"दरो नोंह9 आत� । 20 व9 शत�ब्द[ के� मध्य म0 जाबु हमल�ग ह��श ह2 रोह0 र्थ� ,केई बु�रो ऐसे� से)य�ग आए , 45-50 केK उम्र के� द"पभित्ते के� बु�जा�-ग�जा� के� से�र्थ व*व�विहके बु"धानों म0 बु"धात� द�खु�। बु�त सेमझा म0 ह9 आ रोह2 र्थ2 क्य�विके उसे सेमय ल�ग विकेश�रो�व7� के� प्र�रो"भा म0 ह2 व*व�विहके बु"धानों म0 बु"धा जा�त� र्थ�। म*नों� केXत)हलवश जाबु विकेसे2 से� प1छ� त� म)झा� बुत�य� गय� विके व� श�द[ नोंह9 केरो रोह0 हD वरोनोंI व*व�विहके जा2वनों केK सेफलत� परो उत्सेव मनों� रोह� हD। म*�नों� जाबु उनोंसे� व*व�विहके जा2वनों के� सेफल ह�नों� के� आधा�रो के� बु�रो� म0 प1छ� त� म�ल1म हुआ विके उ< दम्पभित्ते के� प)त्र-प)वितIरोय� केK से"ख्य� 21 ह� गय2 ह*। उनों दिदनों� उसे इल�के� म0 व*व�विहके जा2वनों केK सेफलत� के� म�पदण्ड् यह2 र्थ�। बु�द म0 जाबु के) छ बुड़� हुआ त� प�य� विके म�रो� केई हमउम्र� के� के) ल भा�ई-बुहनों 11-12 केK से"ख्य� म0 र्थ�। विकेसे2 के� हमल�ग फ) टबुJल ट[म य� विफरो प1रो� दजाfनों केहत� र्थ� ,क्य�विके आधा� दजाfनों केK त� भारोम�रो र्थ2 औरो इसे क्तिसेलक्तिसेल� के� बुहुत हद तके हमल�ग� नों� भा2 ढं�य�।

विकेन्त) इसे जानोंसे"ख्य�-विवS_ के� दुष्‍प्रभा�व के� सेबुनों� महसे1से विकेय� औरो 20 व9 शत�ब्द[ के� �त)र्थf �रोणों के� प्र�रो"भा म0 श्र2मत2 इ"दिदरो� गJधा2 द्वा�रो� परिरोव�रो विनोंय�जानों केK आव�जा के� बु)ल"द विकेय� गय�। जा�रो-जाबुदfस्त2 से� इसे के�यfक्रम के� �ल�नों� के� आरो�प म0 उनोंकेK सेरोके�रो भाल� ह2 ध्वस्त ह� गय2 ह� , परो"त) से2मिमत परिरोव�रो केK आवश्यकेत� के� धा2रो�-धा2रो�

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सेभा2 नों� स्व2के�रो विकेय�। आजा भा�रोत केK आबु�द[ एके अरोबु से� अमिधाके ह* तर्थ� विवश्व केK 7 अरोबु के� लगभाग , अमिधाके�"श द�श अपनों2 मXक्तिलके आवश्यकेत�ओं केK प1र्तित� केरोनों� म0 अक्षम दिदखु�ई द� रोह0 हD। विवके�सेश2ल द�श� केK सेबुसे� बुड्2 सेमस्य� उसेकेK बुढ़त2 हुई आबु�द[ ह*। विवकेक्तिसेत औरो अविवकेक्तिसेत सेभा2 द�श� म0 `हम द� : हम�रो� द�´ के� नों�रो� बु)ल"द ह*। जा� इसेसे� भा2 अमिधाके प्रगवितश2ल विव��रोधा�रो� के� हD , व� `हम द� : हम�रो� एके´ केK बु�त के� �रिरोत�र्थf केरो रोह0 हD।

उपरो�< परिरोप्र�क्ष्य के� द�खुत� हुए यह केह� जा� सेकेत� ह* विके ग्रह� के� से�र्थ से"त�नों केK से"ख्य� के� जा�ड़नों� केK विके�शश विनोंरोर्थfके क्तिसे_ ह�ग2। आजा भा2 केई ग्रह से"त�नों 7�नों म0 स्थि7त ह� सेकेत� हD औरो अपनों2 क्षमत� के� अनों)से�रो क्तिसे_�"तत: से"त�नों प्रद�नों केरोनों� केK बु�त के� सेह2 क्तिसे_ केरोनों� ��ह� त� अत2त के� क्तिलए के) छ जा�ड़-त�ड़ के� से�र्थ य� विनोंयम सेह2 भा2 ह� सेकेत� र्थ� परो"त) आजा ग्रह-बुल के� अनों)रुप से"त�नों-प्र�प्तिप्त केK से"ख्य� केK बु�त विनोंष्‍फल ह� जा�एग2। अत: इसे से"दभाf म0 यह2 केहनों� उक्ति�त ह�ग� विके अमिधाके से� अमिधाके ग्रह सेत"��नों भा�व म0 मXजा1द ह� त� उसे व्यंक्ति< के� से"त�नों से)खु केK प्र�प्तिप्त ह�त2 रोह�ग2 । उसेकेK से"त�नों के� बुहु-आय�म2 विवके�से ह�ग� औरो हरो के�ल म0 से"त�नों-से)खु केK प्र�प्तिप्त ह�त2 रोह�ग2। व�स्तव म0 से)खु के� से�र्थ से"त�नोंसे"ख्य� के� के�ई से"बु"धा नोंह9 ह*। ` एके�न्द्रस्तम� हप्तिन्त नों� त�रो�गणों�विप�। ´ इसे2 प्रके�रो सेप्तम भा�व म0 स्थि7त ग्रह� के� द�खुकेरो बुहुत से� प"विड्त एकेभा�य�f , विद्वाभा�य�f य� बुहुभा�य�f य�ग केK ���f केरोत� हD। इसे प_वित के� भा2 गलत सेमझा� जा�नों� ��विहए। बुहुत अमिधाके बुलव�नों धानों�त्मके ग्रह केK सेप्तम भा�व म0 उपस्थि7वित भा�ग-विवल�से ,सेहव�से केK त2व्रत�, तदनों)रुप के�यfकेल�प , के�मकेल� म0 विनोंप)णोंत� , इसेसे� से"बु"मिधात भा�व�भिभाव्यंक्ति< , नोंSत्यकेल� , अभिभानोंय केल� आदिद के� से"के� तके ह�त2 ह*। के�ई जारुरो2 नोंह9 ह* विके विवल�क्तिसेत� केK से"वित)] के� क्तिलए विपत्नोंय� य� भा�य�fओं केK से"ख्य� अमिधाके ह�।

भागव�नों श्र2केS ष्‍णों केK जान्मके)" ड्ल2 म0 सेप्तम भा�व म0 एके भा2 ग्रह नोंह9 हD य� के) छ ग्र"र्थ� म0 इनोंकेK जान्मके)" ड्ल2 म0 एकेम�त्र ग्रह स्वक्ष�त्र2य म"गल सेप्तम भा�व म0 विवरो�जाम�नों ह*। विफरो भा2 हजा�रो� ग�विपयJ उनोंकेK प्र�मिमके� र्थ2। रो�जा�श खुन्न� औरो अमिमत�भा बुच्चोंनों केK जान्मके)" ड्क्तिलय� म0 सेप्तम भा�व म0 बुहुत से�रो� ग्रह स्थि7त हD । रो�जा�श खुन्न� के� एके ह2 पत्नों2 मिमल2 औरो �"उसेके� से�र्थ भा2 से�वfके�ल2के विनोंव�fह नोंह9 ह� सेके�। अमिमत�भा बुच्चोंनों एके पत्नों2 से� ह2 से)खु2 द�म्पत्य जा2वनों जा2 रोह0 हD , ह�लJविके यह म�नों� जा� सेकेत� ह* विके अभिभानों�त� ह�नों� के� नों�त� उनों द�नों� नों� बुहुत से)"दरिरोय� के� से�र्थ भा�ग-विवल�से विकेय� ह� । उपरो�< ���f से� भा2 यह स्प] ह�त� ह* विके फक्तिलत ज्य�वितर्षों प्रवSभित्तेय� के� विवज्ञा�नों ह*। विकेसे2 खु�से प्रवSभित्ते केK त2व्रत� केK ���f केK जा� सेकेत2 ह* , उसेकेK से"ख्य� य� म�त्र� के� विनोंधा�fरिरोत नोंह9 विकेय� जा� सेकेत� ।

फक्तिलत ज्य�वितर्षों से� मनों)ष्‍य केK इच्छा�-शक्ति< , विबुX_के शक्ति< , म"त्रणों�-शक्ति< , से�हसे , से1झा-बु1झा , त�जा , बुड़प्पनों , विवश्व�से , से�खु , दृढ़त� , परो�क्र्रोम , से"घोर्षों Z-क्षमत� , प्रभा�व , म�नोंव2य पक्ष , भा�ग्यव�द[ दिदृ]के�णों , से�म�जिजाके-रो�जानों2वितके व�त�वरोणों , पद-प्रवितष्ठ� प्र�प्तिप्त केK से"भा�वनों�ओं , धानों-ल�भा औरो आय-व्यंय केK प्रवSभित्तेय� केK त2व्रत� केK ���f केK जा� सेकेत2 ह* , उसेकेK म�त्र� के� क्तिश�ब्दके विववरोणों प्रस्त)त विकेय� जा� सेकेत� ह* , विकेन्त) से"ख्य� के� उल्ल�खु केद�विप नोंह9 विकेय� जा� सेकेत�। ग्रह� के� विवद्या)त-�)म्बुकेKय विकेरोणों� य� विकेJस्मके तरो"ग� से� हम प्रभा�विवत हD , उसेकेK त2व्रत� केK म�प ग्र�ड् य� श्र�णों2 म0 केK जा� सेकेत2 ह* । तत्से"बु"मिधात प्रवSभित्तेय� केK त2व्रत� केK जा�नोंके�रो2 अमिधाके से� अमिधाके प्रवितशत म0 विनोंके�ल2 जा� सेकेत2 ह* , विकेन्त) इनोंकेK प्रवितशत त2व्रत� के� द�खुकेरो विकेसे2 भा2 से"ख्य� के� आकेलणों केरोनों� म1खुfत� ह2 ह�ग2 । एके व्यंक्ति< म0 धानों-से"�य केK प्रवSभित्ते अपनों2 परो�के�ष्ठ� परो ह� त� इसेके� मतलबु यह केद�विप नोंह9 विके वह व्यंक्ति< विवश्व के� सेबुसे� धानों�ढ्य आदम2 ह* औरो हरो के�ल म0 वह धानों�ढ्य ह2 बुनों� रोह�ग�। परो�के�ष्ठ� केK त2व्रत� से� से"बु"मिधात य�ग भिभान्न-भिभान्न ग्रह� के� से�र्थ से*केड़� बु�रो बुनों�ग� औरो भिभान्न-भिभान्न ग्रह� से� उसेके� से"पकेf के� द�खुत� हुए भिभान्न-भिभान्न के�ल म0 उसेके� स्वरुप म0 धानों�त्मके य� ऋणों�त्मके परिरोवत्र्तनों ह� सेकेत� ह*। से"ख्य� केK ���f फक्तिलत ज्य�वितर्षों म0 व*ज्ञा�विनोंके प्रत2त नोंह9 ह�त�।

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श�क्रव�रे, 15 अगस्��2008

ज्‍याति�तिषया��स��तिवनेम्र�तिनेव�दाने

के� वल शब्दजा�ल य� अ"धाविवश्व�से नोंह9

सेभा2 व्यंक्ति<य� के� भाविवष्‍य केK जा�नोंके�रो2 केK इच्छा� ह�त2 ह*, अत¾ फक्तिलत ज्य�वितर्षों के� प्रवित जिजाज्ञा�से� औरो अभिभारुक्ति� अमिधासे"ख्य के� क्तिलए विबुल्के) ल स्व�भा�विवके ह*। फक्तिलत ज्य�वितर्षों एकेम�त्र विवद्या� ह* , जिजासेसे� सेमयय)< भा�व2 घोटनों�ओं केK जा�नोंके�रो2 प्र�प्त केK जा� सेकेत2 ह*, इसे2 विवश्व�से के� से�र्थ जाह� एके ओरो आधा2 आबु�द[ रो�क्तिशफल पढ़केरो से"त)] ह�त2 ह*, वह9 दूसेरो2 ओरो बु)जि_जा2व2 वगf फक्तिलत ज्य�वितर्षों म0 इसेके� व*ज्ञा�विनोंके स्वरुप के� नोंह9 प�केरो इसेकेK उपय�विगत� परो से"शय प्रकेट केरोत� हD। फक्तिलत ज्य�वितर्षों परो"परो�गत ढं"ग से� जिजानों रोहस्य� के� उद्घा�टनों केरोत� ह* , उनोंके� के) छ अ"श सेत्य के� के) छ भ्रमिमत केरोनों�व�ल� पह�ल2 जा*से� ह�त� ह*। इसे के�रोणों ल�ग एके लम्बु� असेc से� फक्तिलत ज्य�वितर्षों म0 अ"तर्तिनों�विहत सेत्य औरो झा1ठी द�नों� के� ढं�त� �ल� आ रोह� हD।

यह भा2 ध्य�तब्य ह* विके जा� विवद्या� व*दिदकेके�ल से� आजा तके ल�ग� के� आकेर्तिर्षों�त केरोत2 �ल2 आ रोह2 ह* , वह के� वल शब्दजा�ल य� अ"धा-विवश्व�से नोंह9 ह� सेकेत2। विनोंष्‍केर्षोंfत¾ अभा2 भा2 फक्तिलत-ज्य�वितर्षों विवके�सेश2ल विवद्या� ह* , इसेके� प1णोंf विवकेक्तिसेत स्वरुप उभारोकेरो से�मनों� त� आ रोह� ह* परो"त) अभा2 भा2 विवके�से केK के�फK से"भा�वनों�ए" विवद्याम�नों हD। विवके�से के� म�गf म0 केदम-केदम परो भ्र�"वितय�" हD। बु)जि_जा2व2 वगf ग्रह� के� प्रभा�व के� स्प] प्रम�णों ��हत� ह* , ज्य�वितर्षों2 इसेकेK व*ज्ञा�विनोंकेत� के� क्तिसे_ नोंह9 केरो प�त� हD। ग्रह-स्थि7वित से� से"बु"मिधात के) छ विनोंयम� के� हव�ल� द�त� हुए अपनों� अनों)भाव� केK अभिभाव्यंक्ति< केरोत� हD। एके ह2 प्रके�रो के� ग्रह-स्थि7वित के� फल�फल विवभिभान्न ज्य�वितर्षों2 विवभिभान्न प्रके�रो से� केरोत� हD , जा� से"द�ह के� घो�रो� म0 ह�त� ह*। आम ल�ग फक्तिलत ज्य�वितर्षों से� केबु, के* से�, केXनों, विकेतनों� के� उत्तेरो स्प] रुप से� ��हत� हD , विकेन्त) ज्य�वितर्षों से� प्र�प्त उत्तेरो अस्प], छ�य�व�द[ औरो प्रत2के�त्मके ह�त� ह*। प�रोभा�र्षोंके जा�नोंके�रो2 आजा के� प्रवितय�विगत�व�द[ य)ग म0 नों2वित.विनोंदcशके नोंह9 ह� सेकेत2 ।

से"भावत¾ यह2 के�रोणों ह* विके आजातके विवश्व के� विवश्व-विवद्या�लय� म0 फक्तिलत-ज्य�वितर्षों के� सेम)क्ति�त 7�नों नोंह9 मिमल सेके� ह*। फक्तिलत ज्य�वितर्षों के� सेम्यकेI विवके�से केई के�रोणों� से� नोंह9 ह� सेके�। ज्य�वितर्षोंय� के� भ्र�"वित ह* विके यह व*दिदकेके�ल2नों सेव�fमिधाके प)रो�नों2 विवद्या� य� ब्रह्मां विवद्या� ह* , इसेम0 वर्णिणों�त सेमग्र विनोंयम प)रो�नों� ऋविर्षों-म)विनोंय� केK द�नों ह* , इसेक्तिलए फक्तिलत ज्य�वितर्षों प1णोंf विवज्ञा�नों ह* तर्थ� इनों विनोंयम� म0 विकेसे2 प्रके�रो के� से"श�धानों केK के�ई आवश्यकेत� नोंह9 ह*। अत¾ य� फक्तिलत ज्य�वितर्षों केK केमजा�रिरोय� के� ढं1ढ़ नोंह9 प�त� हD। यदिद के�ई व्यंक्ति< इसेकेK केमजा�रिरोय� केK ओरो इश�रो� केरोत� ह* त� ज्य�वितर्षों2 इसे� स्व2के�रो नोंह9 केरो प�त� हD। ज्य�वितर्षों

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केK केमजा�रिरोय� केK अनों)भा1वित ह�नों� परो उसेकेK क्षवित-प1र्तित� ज्य�वितर्षों2 क्तिसे_ प)रूर्षों बुनोंकेरो केरोत� हD, मXक्तिलके चिं��तनों औरो व*ज्ञा�विनोंके दृमि]के�णों के� व� सेह�रो� नोंह9 ल� प�त�। फलत¾ विवकेक्तिसेत गभिणोंत य� विवज्ञा�नों केK दूसेरो2 श�खु�ओं के� सेहय�ग से� व� व"क्ति�त रोह जा�त� हD।

दूसेरो2 ओरो भाविवष्‍य के� प्रवित जिजाज्ञा�से) एके ज्य�वितर्षों-प्र�म2 इसे विवद्या� के� प1णोंf विवकेक्तिसेत सेमझात� हुए ऐसे2 अप�क्ष� रोखुत� ह* विके ज्य�वितर्षों2 के� प�से जा�केरो भाविवष्‍य केK भा�व2 घोटनों�ओं केK नों वह के� वल जा�नोंके�रो2 प्र�प्त केरो सेकेत� ह* ,वरोनोंI अनोंप�भिक्षत अविनों]केरो घोटनों�ओं परो विनोंय"त्रणों प्र�प्त केरोके� अपनों� बु)रो� सेमय से� छ) टके�रो� भा2 प्र�प्त केरो सेकेत� ह*। विकेन्त) ऐसे� नों ह� प�नों� से� ल�ग� के� विनोंरो�श� ह�त2 ह* , ज्य�वितर्षों के� प्रवित आ7� म0 केम2 ह�त2 ह*, फक्तिलत ज्य�वितर्षों व*दिदकेके�ल2नों स्वद�श2 विवद्या� ह*, भा�रोत2य से"स्केS वित , दशfनों औरो आध्य�त्म केK जानोंनों2 ह*, इसेके� विवके�से के� क्तिलए सेरोके�रो2 के�ई व्यंव7� नोंह9 ह* । प्रश�सेके औरो बु)जि_जा2व2 वगf ज्य�वितर्षों केK अस्प]त� के� अ"धाविवश्व�से सेमझात� हD । जिजानों म�धा�व2 , के) श�ग्र बु)जि_ व्यंक्ति<य� के� ज्य�वितर्षों के� विवके�से म0 अवितशय रुक्ति� ह�त2 ह* , अर्थ�fभा�व ह�नों� से� “श�धा-के�यf म0 प1णोंf सेमर्तिप�त नोंह9 ह� प�त�। इसे के�रोणों मXक्तिलके ल�खुनों के� अभा�व ह* , इसेक्तिलए ज्य�वितर्षों बुहुत दिदनों� से� यर्थ�स्थि7वितव�द म0 पड़� हुआ ह*।

म* इसेके� वतfम�नों स्वरूप के� अ"धाभा< नोंह9 म)झा� फक्तिलत ज्य�वितर्षों म0 गहरो2 अभिभारुक्ति� ह* ,परो"त) म* इसेके� वतfम�नों स्वरुप के� अ"धाभा< नोंह9 हू" । इसेकेK यर्थ�स्थि7वितव�दिदत� व*ज्ञा�विनोंके स्वरुप प्र�प्त केरोनों� म0 सेबुसे� बुड़2 बु�धा� बुनों गय2 ह*। म* ज्ञा�नोंप1वfके इसेम0 अ"तर्तिनों�विहत सेत्य औरो असेत्य के� स्व2के�रो

केरोनों� के� पक्षधारो हू" । म* इसे विवर्षोंय म0 सेत्य के� से�क्ष�त्के�रो से� इ"के�रो नोंह9 केरोत�, इसे� उभा�रोनों� केK आवश्यकेत� ह* , विकेन्त) इसेसे� से"स्थिश्ला] भ्र�"वितय� के� उल्ल�खु केरो मD इनोंके� उन्म1लनों भा2 ��हत� हू", त�विके यह विनों¾से"के�� बु)जि_जा2व2 वगf के� ग्र�ह्य ह�, इसे�

जानोंसेम)द�य के� विवश्व�से प्र�प्त ह� सेके� । के) छ भ्र�"वितय� केK वजाह से� फक्तिलत ज्य�वितर्षों केK ल�केविप्रयत� घोट रोह2 ह* , यह उपह�से के� विवर्षोंय बुनों� हुआ ह*।

ज्य�वितविर्षोंय� से� विवनोंम्र विनोंव�दनों

ब्ल�ग के� पढ़�नों� से� प1वf ह2 प्रबु)_ ज्य�वितविर्षोंय� से� विवनोंम्र विनोंव�दनों केरोनों� ��हू"ग� विके एके ज्य�वितर्षों2 ह�केरो भा2 म*नों� फक्तिलत ज्य�वितर्षों केK केमजा�रिरोय� के� के� वल स्व2के�रो ह2 नोंह9 विकेय� , वरोनोंI आम जानोंत� के� सेमक्ष फक्तिलत ज्य�वितर्षों केK व�स्तविवकेत� के� यर्थ�वत रोखुनों� केK ��]� केK ह*। म�रो� विवश्व�से ह* विके केमजा�रिरोय� के� स्व2के�रो केरोनों� परो जादिटलत�ए" बुढ़त2 नोंह9 , वरोनोंI उनोंके� अ"त ह�त� ह*। फक्तिलत ज्य�वितर्षों केK केमजा�रिरोय� के� उजा�गरो केरो ज्य�वितर्षों के� इसे अ"ग के� म* केमजा�रो नोंह9 केरो रोह� ह" , वरोनोंI इसेके� द्रुत विवके�से औरो व*ज्ञा�विनोंके विवके�से के� म�गf के� प्रशस्त केरोनों� केK विके�शश केरो रोह� हू"। बुहुत से�रो� ज्य�वितर्षों2 बु"धा)ओं के� के] इसे बु�त से� पहु"� सेकेत� ह* विके परो"परो�गत बुहुत से�रो� ज्य�वितर्षों2य विनोंयम� के� अव*ज्ञा�विनोंके क्तिसे_ केरो द�नों� से� ज्य�वितर्षों-श�स्त्र म0 अकेस्म�तI श1न्य केK स्थि7वित प*द� ह� जा�एग2।

के� वल ज्य�वितर्षों केमfके�ण्ड् म0 क्तिलप्त रोहनों�व�ल� विवद्वा�नों� के� घो�रो असे)विवधा�ओं के� से�मनों� केरोनों� पड़�ग� , के) छ आर्थिर्थ�के क्षवित भा2 ह� सेकेत2 ह* , विकेन्त) यदिद हम से�म)� ह2 फक्तिलत ज्य�वितर्षों के� विवके�से ��हत� हD , त� इसे प्रके�रो के� नों)केसे�नों के� के�ई अर्थf नोंह9 ह*। आम ज्य�वितविर्षोंय� के� क्तिलए यह के�फK अपम�नों के� विवर्षोंय ह* विके जिजासे विवर्षोंय परो हम�रो2 आ7� औरो श्र_� ह* , जिजासे विवर्षोंय परो हम�रो2 रुक्ति� ह* , उसे� सेम�जा के� विबु)_जा2व2 वगf अ"धाविवश्व�से केहत� ह*। द�-��रो केK से"ख्य� म0 पद�मिधाके�रो2गणों ज्य�वितर्षों परो विवश्व�से भा2 केरो ल0, इसेपरो अपनों2 रुक्ति� प्रदिदश Z त केरो ल� , इसेसे� भा2 बु�त बुनोंनों�व�ल2 नोंह9 ह* , क्य�विके व� से�वfजाविनोंके रुप से� इसे विवद्या� केK वके�लत केरोनों� म0 केह9-नों-केह9 से� भायभा2त ह�त� हD। अत: आजा विवश्व के� विवश्वविवद्या�लय� म0 इसे� उक्ति�त 7�नों नोंह9 प्र�प्त ह*। इसेकेK व*ज्ञा�विनोंकेत� परो ल�ग� के� विवश्व�से नोंह9 ह*। प्रबु)_ ज्य�वितर्षों2 भा2 इसेकेK व*ज्ञा�विनोंकेत� के� क्तिसे_ नोंह9 केरो प�त� हD। ऐसे2 स्थि7वित म0 इसे विवद्या� के� प्रवित से"द�ह अनों�वश्यके नोंह9 ह*।

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आजा आवश्यके ह* , हम ज्य�वितर्षों केK केमजा�रिरोय� के� सेहजा स्व2के�रो केरोत� हुए इसेके� व*ज्ञा�विनोंके पहल1 के� त�जा गवित से� विवके�से केरो0। बुहुत ह2 विनोंष्ठ) रो ह�केरो मD फक्तिलत ज्य�वितर्षों केK केमजा�रिरोय� के� जानोंत� के� सेमक्ष रोखु रोह� हू" । परो"परो�गत ज्य�वितर्षों2 इसेके� भिभान्न अर्थf नों ल0। ऐसे� केरोनों� के� उद्दों�श्य के� वल यह2 ह* विके म* फक्तिलत ज्य�वितर्षों म0 विकेसे2 प्रके�रो केK केमजा�रो2 नोंह9 द�खुनों� ��हत� ह""। विवश्वविवद्या�लय इसेकेK व*ज्ञा�विनोंकेत� के� केबु1ल केरो� , इसे� अपनों�केरो इसेके� प्रवित सेम्म�नों प्रदिदश Z त केरो0 । जाबुतके इसे� व*ज्ञा�विनोंके आधा�रो नोंह9 प्र�प्त ह� जा�त�, तबुतके इसेके� अध्यय�त� औरो प्र�म2 आदरो के� प�त्र ह� ह2 नोंह9 सेकेत�। अत: अवसेरो आ गय� ह* विके सेभा2 ज्य�वितर्षों2 इसेके� व*ज्ञा�विनोंके औरो अव*ज्ञा�विनोंके अध्य�य परो ठी" ड्� दिदम�ग से� से1झा-बु1झा के� से�र्थ विव��रो केरो0 तर्थ� इसे� विवज्ञा�नों क्तिसे_ केरोनों� म0 के�ई केसेरो नों रोहनों� द0। अपनों2 केमजा�रिरोय� के� वह2 स्व2के�रो केरो सेकेत� ह* , जा� बुलव�नों बुनोंनों� ��हत� ह*। अकेड़ के� से�र्थ केमजा�रिरोय� से� क्ति�पके� रोहनों� व�ल� व्यंक्ति< के� अज्ञा�त भाय सेत�त� ह*। व� ऊ" ��ई केK ओरो केद�विप प्रवSत्ते नोंह9 ह� सेकेत�।

यह ब्ल�ग ज्य�वितर्षों-प्र�मिमय� के� फक्तिलत ज्य�वितर्षों केK केमजा�रिरोय� केK ओरो झाJकेनों� केK प्रवSभित्ते के� विवके�से केरो�ग2 तर्थ� से�र्थ ह2 से�र्थ उनोंके� उत्से�ह के� बुढ़�नों� के� क्तिलए फक्तिलत ज्य�वितर्षों के� केई नोंए व*ज्ञा�विनोंके तथ्य� केK जा�नोंके�रो2 भा2 प्रद�नों केरो�ग2 । इसे प)स्तके के� म�ध्यम से� म* विवश्व के� सेमस्त ज्य�वितर्षों प्र�मिमय� के� यह से"द�श द�नों� ��हत� ह"�1 विके व� फक्तिलत ज्य�वितर्षों केK त्र)दिटय� से� छ) टके�रो� प�नों� म0 अपनों� अ"त:केरोणों केK आव�जा के� से)नों0। ज्य�वितर्षों2य क्तिसे_�"त� औरो विनोंयम� के� ऋविर्षों-म)विनोंय� य� प1वfजा� केK द�नों सेमझाकेरो उसे� ढं�नों� केK प्रवSभित्ते के� त्य�ग केरो0। जा� क्तिसे_�"त विवज्ञा�नों परो आधा�रिरोत नों ह� , उसेके� त्य�ग केरो0 तर्थ� जा� विनोंयम विवज्ञा�नों परो

आधा�रिरोत ह�, उनोंके� विवकेक्तिसेत केरोनों� म0 तल्ल2नों ह� जा�एÀ

विवश्वविवद्या�लय� द्वा�रो� स्व2केS वित प�नों� आवश्यके

भाXवितके विवज्ञा�नों , रोसे�यनों विवज्ञा�नों , गभिणोंत य� अन्य विवज्ञा�नों� के� विवभा�ग म0 ल�खु� विवद्या�र्थz विनोंयमप1वfके पढ़�ई केरो रोह0 हD औरो इसे� से2खुनों� म0 गवf महसे1से केरो रोह0 हD। ऐसे� इसेक्तिलए ह� प� रोह� ह* विके इनों विवर्षोंय� के� विवश्वविवद्या�लय म0 म�न्यत� मिमल2 हुई ह*। फक्तिलत ज्य�वितर्षों विवश्वविवद्या�लय� द्वा�रो� स्व2केS त नोंह9 ह* इसेक्तिलए इसे� के�ई पढ़नों� नोंह9 ��हत� । इसे� पढ़केरो इसे भाXवितकेव�द[ य)ग म0 विकेसे उद्दों�श्य केK प1र्तित� ह� प�एग2 ? के� वल अ"त:केरोणों के� से)खु के� क्तिलए इसे� पढ़नों� के� के�यfक्रम केबुतके �ल सेकेत� ह* ? केबुतके ज्य�वितविर्षोंय� के� फक्तिलत ज्य�वितर्षों केK व*ज्ञा�विनोंकेत� के� प्रम�भिणोंत केरोनों� के� क्तिलए तकेf -विवतके�Z के� दXरो से� ग)जारोनों� ह�ग� ? आजा भा2 से"से�रो म0 ऐसे� ल�ग� केK केम2 नोंह9 , जा� विनों:स्व�र्थf भा�व से� फक्तिलत ज्य�वितर्षों के� विवके�से औरो इसे� उक्ति�त 7�नों दिदल�नों� केK दिदश� म0 के�यfरोत हD ,विकेन्त) जा�नों�-अनोंजा�नों� उनोंकेK से�रो2 शक्ति< ` हिंव�श�त्तेरो2 दश� प_वित ´ म0 उलझाकेरो रोह गय2 ह*। ग्रह-शक्ति< के� सेह2 से1त्र के� भा2 प्र�प्त केरो प�नों� म0 व� सेफल नोंह9 ह� सेके� हD। म�रो� विवश्व�से ह* विके यदिद आप यह ब्ल�ग ग"भा2रोत�प1वfके पढ़0ग� त� नििविनों�त रुप से� सेमझा प�ए"ग� विके फक्तिलत ज्य�वितर्षों के� विवके�से अभा2 तके क्य� नोंह9 ह� सेके� ?

झा�ड़झा"खु�ड़� के� के�टकेरो बुनों�य� गय� ह* एके से)"दरो पर्थ

इसे दिदश� म0 शXविकेय� के�म केरोनों�व�ल� के� यह जा�नोंकेरो अत्यमिधाके प्रसेन्नत� ह�ग2 जाबु उन्ह0 म�ल1म ह�ग� विके फक्तिलत ज्य�वितर्षों के� क्तिसे_�"त , विनोंयम औरो उपविनोंयम� के� घोनों� बु2हड़ जा"गल� म0 जाहJ व� भाटके�व केK स्थि7वित म0 र्थ� , अबु झा�ड़-झा"खु�ड़� के� के�टकेरो एके से)"दरो पर्थ के� सेSजानों विकेय� जा� �)के� ह* , ल�विकेनों म* भायभा2त ह"�1 यह से��केरो विके केह9 अवितपरो"परो�व�द[ ज्य�वितर्षों2 जा� भाटके�वपसे"द र्थ� , केह9 म)झापरो आरो�प नों लग� बु*ठी� विके म*नों� उनोंके� से)"दरो जा"गल� के� नों] केरो दिदय� ह* क्य�विके म�रो� एके ल�खु के� पढ़केरो एके विवद्वा�नों ज्य�वितर्षों2 नों� म�रो� ऊपरो इसे प्रके�रो के� आरो�प लग�य� र्थ�।- वह नोंह9 नों1तनों , जा� प)रो�तनों केK जाड़ विहल� द�। नों1तनों उसे� केहू"ग� , जा� प)रो�तनों के� नोंय� केरो द�। ज्य�वितर्षों2 बु"धा)ओं , प)रो�तनों के� विहल�नों� म�रो� उद्दों�श्य नोंह9 ह* , ल�विकेनों के) छ विनोंयम� औरो क्तिसे_�"त� के� ढं�त�-ढं�त� आप स्वय" विहलनों�

Page 62: गत्यात्मक ज्योतिष

केK स्थि7वित म0 आ गए हD , आप र्थकेकेरो �1रो हD , आप हजा�रो� बु�रो इसे विनोंष्‍केर्षों Z परो पहु"�त� हD विके इनों विनोंयम� म0 केह9 नों केह9 त्र)दिटयJ हD , फक्तिलत ज्य�वितर्षों के� विवके�से म0 ठीहरो�व आ गय� ह*। इसेसे� बु�नों� के� क्तिलए प)रो�नों� के� प)नोंम1Z ल्य�"केणों औरो नोंए विनोंयम� के� सेSजानों केरोनों� ह2 ह�ग� ,अन्यर्थ� हम सेभा2 उप�भिक्षत रोह जा�ए"ग�। प्रस्त)त प)स्तके इसे दिदश� म0 के�फK सेहय�ग2 क्तिसे_ ह�ग2। अ"त म0 म* प)नों: सेभा2 ज्य�वितविर्षोंय� से� क्षम� मJगत� ह"�1 । सेह2 सेम2क्ष� के� द्वा�रो� फक्तिलत ज्य�वितर्षों के� ऑपरो�शनों विकेय� गय� ह* , इसेसे� केई ल�ग� केK भा�वनों�ओं के� ��ट भा2 पहु"� सेकेत2 ह* , विकेन्त) म�रो2 केलम से� ल�ग आहत ह� ,यह उद्दों�श्य केद�विप म�रो� नोंह9 ह*। म)झा� आप सेबु� के� सेहय�ग केK आवश्यकेत� ह*। इसे पढ़नों� के� बु�द विकेसे2 विबुन्दु परो से"शय उत्पन्न ह� त� विनोंस्से"के�� पत्र���रो केरो0 .

प्रस्त)तकेत�f विवश�र्षों के) म�रो परो 10:55 pm के�ई दिटप्पणों2 नोंह9 : इसे से"द�श के� क्तिलए चिंल�के ल�बुल: bokaro, petarwar, vidya sagar mahtha, गत् य�त् मके ज् य�वितर्षों

शतिनेव�रे, 9 अगस्��2008

ज्‍याति�तिषया��क� �लि&ए�चु�नेG�"�भारे��क� छ�प्रश्न

ज्य�वितविर्षोंय� के� सेमक्ष विनोंम्नों�"विकेत प्रश्न पत्र-पवित्रके�ओं के� म�ध्यम से� �)नोंXवितय� के� रुप म0 अक्सेरो रोखु� जा�त� हD , जिजानोंके� सेम)क्ति�त उत्तेरो दिदए विबुनों� फक्तिलत ज्य�वितर्षों के� केद�विप विवश्वसेनों2य नोंह9 बुनों�य� जा� सेकेत� ह*।

रो�क्तिश य� लग् नोंफल के� औक्ति�त् य

विवश्व केK आबु�द[ छ¾ अरोबु ह* ,एके रो�क्तिश के� अ"तगfत 50 केरो�ड़ व्यंक्ति< आत� हD। क्य� एके रो�क्तिश य� लग्नों के� क्तिलए क्तिलखु� गए फल केरो�ड़� व्यंक्ति<य� के� क्तिलए सेह2 हD ? अगरो क्तिलखु� गय� फल सेह2 ह* त� एके ह2 रो�क्तिश के� एके व्यंक्ति< के� जिजासे दिदनों अच्छा� ह�त� ह* , उसे2 रो�क्तिश के� दूसेरो� व्यंक्ति< के� क्तिलए वह दिदनों बु)रो� क्य� ह�त� ह* ? अगरो फल सेह2 नोंह9 ह* त� इतनों2 बुड़2 आबु�द[ के� रो�क्तिश-फल म0 उलझा�ए रोखुनों� के� औक्ति�त्य क्य� ह* ?

रो�हू औरो के� त) क् य� हD

रो�हू-के� त) आके�श म0 के�ई आके�श2य हिंप�ड् य� ग्रह नोंह9 हD । य� द�नों� महजा द� विवन्दु हD ,जिजानोंपरो से1यf औरो �"द्रम� के� वSत्ते�के�रो य�त्र�-पर्थ एके-दूसेरो� के� के�टत� ह*। य� हिंप�ड् नोंह9 ह�नों� के� के�रोणों ग्रह� केK तरोह शक्ति< उत्सेर्जिजा�त केरोनों�व�ल� शक्ति<-स्रो�त नोंह9 हD , विफरो भा2 आजातके ज्य�वितर्षों2 ल�ग� के� बु2� इसेके� भाय�नोंके प्रभा�व केK ���f केरोत� क्य� �ल� आ रोह0 हD ? ल�ग रो�हू-के� त) के� प�प-ग्रह सेमझाकेरो इनोंसे� क्य� ड्रोत� हD ?

क् य� ग्रह से�म)� प्रभा�व2 ह* ?

केरो�ड़�-अरोबु� म2ल केK दूरो2 परो स्थि7त ग्रह से�म)� जाड़-��तनों परो प्रभा�व ड्�लत� ह* ? अगरो प्रभा�विवत केरोत� ह* त� विकेसे विवमिधा से� प्रभा�विवत केरोत� ह* ? अगरो इसे दिदश� म0 विकेसे2 प्रके�रो केK खु�जा ह* त� उसेके� स्वरुप क्य� ह* ? फक्तिलत ज्य�वितर्षों के� व*ज्ञा�विनोंके आधा�रो क्य� ह* ? क्य� ग्रह� के� म�नोंव-जा2वनों परो प्रभा�व ह* ?

क् य� एके लग् नों औरो सेम�नों ग्रह स्थि7वित म0 जान् म ल�नों�व�ल� के� सेबुके) छ विनोंभि�त ह�त� ह* ?

Page 63: गत्यात्मक ज्योतिष

क्य� लग्नों-से�प�क्ष ग्रह-स्थि7वित के� अनों)से�रो जान्म ल�नों�व�ल� व्यंक्ति< केK के�यfश*ल2, दृमि]के�णों, श2ल, स्वभा�व, से"से�धानों औरो से�ध्य विनोंभि�त ह�त� ह* ? एके लग्नों म0 जान्म ल�नों�व�ल� व्यंक्ति<य� केK से"ख्य� हजा�रो� म0 ह�त2 हD, अगरो सेभा2 के� स्वभा�व ,के�यfक्रम औरो से�ध्य एके ह�त� त� मह�त्म� ग�धा2 औरो जाव�हरोल�ल नों�हरु के� से�र्थ प*द� ह�नों�व�ल� व्यंक्ति< य� व्यंक्ति<य� से� से"से�रो अपरिरोक्ति�त क्य� ह* ?

भाविवष्‍ य बुनों�य� जा�ए य� भाविवष्‍ य द�खु जा�ए ?

ग2त� म0 भागव�नों श्र2केS ष्‍णों नों� केमfव�द[ ह�नों� के� उपद�श दिदय� ह* , जाबुविके फक्तिलत ज्य�वितर्षों भा�व2 घोटनों�ओं केK जा�नोंके�रो2 द�केरो अकेमfण्यत� के� बुढ़�व� द�त� ह*। सेव�ल यह उठीत� ह* विके ग्रह� के� प्रभा�व औरो प्र�रोi परो विवश्व�से विकेय� जा�ए य� केमfव�द[ बुनों� जा�ए ? उसे जा�नोंके�रो2 से� क्य� ल�भा जा� विवश्व के� अकेमfण्य बुनों� द� ? भाविवतव्यंत� ह�केरो रोह�ग2 त� मनों)ष्‍य केK इच्छा�शक्ति< औरो नों*वितकेत� केK क्य� भा1मिमके� ह�ग2 ? जा� ह�नों� ह*, वह2 ह�ग� , उसे� हम बुदल नोंह9 प�ए"ग� त� उसे जा�नोंके�रो2 से� क्य� ल�भा ह� सेकेत� ह* ?

क् य� भा�व2 अविनोंष्‍ टकेरो घोटनों�ओं के� ट�ल� जा� सेकेत� ह* ?

क्य� भा�व2 अविनों]केरो घोटनों�ओं के� ट�ल� जा� सेकेत� ह* ? रो�म औरो य)मिधामिष्ठरो के� बुनोंव�से2 बुनोंकेरो रोहनों� पड़� , हरिरो�"द्र श्मश�नों-घो�ट म0 �*केKद�रो2 केरोनों� के� विववश हुए , मह�रो�णों� प्रत�प बुहुत दिदनों� तके जा"गल म0 भाटकेत� हुए घो�से केK रो�ट[ खु�नों� के� मजाबु1रो हुए । अभिभाप्र�य यह ह* विके बु)रो� ग्रह के� प्रभा�व हरो व्यंक्ति< के� जा2वनों म0 द�खु� गय�। सेभा2 के� ग)रु आध्य�स्त्रित्मके स्तरो परो के�फK ऊ" ��ई के� र्थ� , विनोंभि�त रुप से� बु)रो� ग्रह� के� अविनों]केरो प्रभा�व से� छ) टके�रो� प�नों� के� क्तिलए त"त्र , म"त्र , य"त्र , प1जा�-प�ठी , प्र�र्थfनों� , रोत्नों-धा�रोणों , आदिद के� सेह�रो� क्तिलय� गय� ह�ग�। आजा के� ज्य�वितर्षों2 भाल� ह2 बु)रो� ग्रह� के� प्रभा�व2 सेमय केK भाविवष्‍यव�णों2 केरोनों� म0 विवफल ह� जा�ए" , उनोंके� इल�जा केरोनों� म0 सेफलत� के� द�व� केरोत� हD। क्य� ग्रह� के� प्रभा�व औरो रोत्नों� के� प्रभा�व के� बु2� परोस्परो से"बु"धा के� क्तिसे_ केरोनों� के� क्तिलए एके प्रय�गश�ल� केK आवश्यकेत� नोंह9 ह* ? केह9 त"त्र , म"त्र ,य"त्र , प1जा�-प�ठी , प्र�र्थfनों� केK तरोह रोत्नों-धा�रोणों भा2 स्व�न्त¾ से)खु�य मनों�व*ज्ञा�विनोंके इल�जा त� नोंह9 ह* ?

सेप् त�ह के� दिदनों� के� ज् य�वितर्षों म0 महत् व

सेप्त�ह के� अन्य दिदनों� केK तरोह रोविवव�रो के� से1यf केK गवित औरो स्थि7वित म0 के�ई अ"तरो नोंह9 ह�त� , विफरो ज्य�वितर्षों2 रोविवव�रो के� रोविव के� प्रभा�व से� के* से� जा�ड़ द�त� हD ? क्य� सेप्त�ह के� से�त दिदनों� के� नों�मकेरोणों केK ग्रह� के� ग)णों-द�र्षों परो आधारिरोत ह�नों� केK व*ज्ञा�विनोंकेत� क्तिसे_ केK जा� सेकेत2 ह* ? यदिद नोंह2 त� विफरो दिदनों परो आधा�रिरोत फक्तिलत औरो केमfके�ण्ड् के� औक्ति�त्य क्य� ह* ?

श)भा म)हूत् तf औरो य�त्र� विनोंके�लनों� के� महत् व

श)भा म)हूतf औरो य�त्र� विनोंके�लनों� के� बु�द भा2 विकेए गए बुहुत से�रो� के�यf अधा1रो� पड़� रोहत� हD य� के�य केK सेम�प्तिप्त के� बु�द परिरोणों�म नों)केसे�नोंप्रद क्तिसे_ ह�त� हD । एके अच्छा� म)हूतf म0 ल�खु� विवद्या�र्थz परो2क्ष� म0 सेस्त्रिम्मक्तिलत ह�त� हD , विकेन्त) सेभा2 अपनों2 य�ग्यत� के� अनों)से�रो ह2 फल प्र�प्त केरोत� हD , विफरो म)हूतf य� य�त्र� के� क्य� औक्ति�त्य ह* ?

शके) नों अशके) नों के� औक्ति�त् य

Page 64: गत्यात्मक ज्योतिष

विबुल्ल2 के� रो�स्त� के�टनों� परो ग�ड़2-��लके आकेस्तिस्मके दुघोfटनों� के� भाय से� ग�ड़2 के� के) छ क्षणों� के� क्तिलए रो�के द�त� ह* , विकेन्त) रो�लव� फ�टके परो �*केKद�रो के� मनों� केरोनों� के� बु�वजा1द वह अपनों2 ग�ड़2 के� आग� बुढ़� द�त� ह* । क्य� यह उक्ति�त ह* ? क्य� शके) नों प_वित य� पश)-पक्ष2 केK गवितविवमिधा से� भा2 भाविवष्‍य केK जा�नोंके�रो2 प्र�प्त केK जा� सेकेत2 ह* ?

हस् तरो�खु� से� भाविवष्‍ य केK जा�नोंके�रो2

हस्तरो�खु� पढ़केरो भाविवष्‍य केK विकेतनों2 जा�नोंके�रो2 प्र�प्त केK जा� सेकेत2 ह* ? क्य� इसेके� द्वा�रो� से"प1णोंf जा2वनों केK सेमयय)< भाविवष्‍यव�णों2 केK जा� सेकेत2 ह* ? क्य� हस्तरो�खु�ओं के� पढ़केरो जान्मके)" ड्ल2-विनोंम�fणों से"भाव ह* य� महजा यह एके छल�व� ह* ? क्य� हस्त�क्षरो से� व्यंक्ति< केK म�नोंक्तिसेकेत� य� ��रिरोवित्रके विवश�र्षोंत�ओं परो प्रके�श ड्�ल� जा� सेकेत� ह* य� उसेसे� वितक्तिर्थय)< भाविवष्‍यव�भिणोंय� भा2 केK जा� सेकेत2 हD ? क्य� हस्त�क्षरो बुदलकेरो भाविवष्‍य बुदल� जा� सेकेत� ह* ?

व�स् त)श�स् त्र के� महत् व

सेभा2 व्यंक्ति< अपनों� भावनों , से"7�नों , औद्या�विगके क्ष�त्र के� स्वरुप म0 व�स्त)श�स्त्र के� अनों)रुप परिरोवतfनों केरोनों� के� बु�वजा1द भा�ग्य के� स्वरुप म0 के�ई परिरोवतfनों नोंह9 केरो प�त�। आखिखुरो व�स्त)श�स्त्र फक्तिलत ज्य�वितर्षों के� ह2 अ"ग ह* य� बु)रो� ग्रह� के� इल�जा य� विफरो प्र��2नोंके�ल2नों भावनों-विनोंम�fणों केK विवकेक्तिसेत तकेनों2के ?

प्रश् नोंके) ड्ल2 से� भाविवष्‍ य

अर्थके परिरोश्रम से� म1ल के)" ड्ल2 केK व्यं�ख्य� केरोत� हुए ज्य�वितर्षों2 आजातके व्यंक्ति< के� सेह2 स्वरुप , ��रिरोवित्रके विवश�र्षोंत�ओं औरो प्रवितफलनों-के�ल के� विनोंधा�fरिरोत केरोनों� म0 सेफल क्तिसे_ नोंह9 ह� सेके� हD। विफरो प्रश् नोंके)" ड्ल2 से� व� विकेसे केल्य�णों केK अप�क्ष� केरोत� हD ?

रो�जाय�ग के� महत् व

फक्तिलत ज्य�वितर्षों म0 वर्णिणों�त रो�जाय�ग म0 उत्पन्न अमिधाके�"श ल�ग नों त� रो�जा� ह�त� हD औरो नों ह2 बुड़� पद�मिधाके�रो2 । अवित से�म�न्य औरो गरो2बु2 रो�खु� से� नों2�� रोहनों�व�ल� व्यंक्ति<य� केK के)" ड्क्तिलय� म0 केभा2-केभा2 केई रो�जाय�ग दिदखु�ई पड़ जा�त� हD । ऐसे2 परिरोस्थि7वितय� म0 इनों रो�जाय�ग� के� क्य� महत्व रोह जा�त� ह* ? इसेके� रोहस्य केह9 अन्यत्र त� नोंह9 क्तिछप� ह* ?

ग्रहशक्ति< के� असेल2 रोहस् य केह�" छ) प� ह* ?

ग्रह� के� दश�के�ल विनोंधा�fरोणों के� क्तिलए अनों�के प_वितय� के� उल्ल�खु ह*। सेभा2 प_वितय�" ऋविर्षों-म)विनोंय� केK ह2 द�नों ह*। इनोंम0 से� विकेसे� सेह2 औरो विकेसे� गलत सेमझा� जा�ए ? इतनों2 से�रो2 प_वितय� के� बु�वजा1द क्य� से�लभारो बु�द घोटनों�व�ल2 घोटनों�ओं केK वितक्तिर्थय)<

भाविवष्‍यव�णों2 से"भाव ह* ? 7�नों-बुल, के�ल-बुल, दिदके-बुल , नों*सेर्तिग�के-बुल , ��]�-बुल ,दृमि]-बुल , र्षोंड्वगf-बुल , अ]केवगf-बुल आदिद विवमिधाय� से� ग्रहशक्ति< केK प*म�इश विकेए जा�नों� केK व्यंव7� ह*। क्य� से�म)� इनों विवमिधाय� से� विकेसे2 के)" ड्ल2 म0 सेबुसे� केमजा�रो औरो सेबुसे� शक्ति<व�ल� ग्रह के� सेमझा� जा� सेकेत� ह* य� ग्रहशक्ति< के� रोहस्य उसेकेK गवितजा ऊजा�f ,7*वितजा ऊजा�f तर्थ� ग)रूत्व�केर्षोंfणों-बुल म0 अ"तर्तिनों�विहत हD ?

जाम�नों� के� से�र्थ ग्रह के� प्रभा�व म0 परिरोवतfनों

Page 65: गत्यात्मक ज्योतिष

के)" ड्ल2 के� नोंवग्रह केभा2 बु�ल्यके�ल म0 श�द[ के� य�ग उपन्न केरोत� र्थ�, आजा के� य)व�-य)वत2 प1णोंf व्यंस्के ह�नों� परो ह2 विवव�ह-बु"धानों म0 पड़नों� उक्ति�त सेमझात� हD। य� ग्रह केभा2 बुहुसे"त�नों�त्पभित्ते के� क्तिलए प्र�रिरोत केरोत� र्थ� , आजा भा2 व� ग्रह मXजा1द हD , विकेन्त) दम्पभित्ते म�त्र एके-द� से"त�नों केK इच्छा� रोखुत� हD । पहल� गभाfप�त अव*धा र्थ� ,आजा इसे� के�नों1नों के� से"रोक्षणों प्र�प्त ह*। पहल� ल�ग नोंXकेरो2 केरोनों�व�ल� के� विनोंकेS ] सेमझात� र्थ� , आजा ल�ग नोंXकेरो2 के� क्तिलए ल�ल�मियत रोहत� हD । पहल� वर्षों�f म0 विनोंयमिमतत� औरो प्र�)रोत� ह�त2 र्थ2 , आजा अविनोंभि�त� औरो अविनोंयमिमतत� बुनों2 हुई ह*। पहल� ल�ग� के� म�ल-मिमल�प औरो से"बु"धा से2मिमत जागह� परो हुआ केरोत� र्थ� , आजा सेभ्यत� ,से"स्केS वित , रो�जानों2वित औरो बु�जा�रो के� विवश्व2केरोणों ह� गय� ह*। पहल� ल�ग सेरोल हुआ केरोत� र्थ� , आजा से"त भा2 जादिटल हुआ केरोत� हD। आखिखुरो ग्रह� के� प्रभा�व म0 बुदल�व ह* य� अन्य के�ई ग�पनों2य के�रोणों ह* ?

इसे ब् ल�ग म0 ज् य�वितर्षों के� व�स् तविवके स् वरूप केK ���f ह�ग2

ज्य�वितर्षों से� से"बु"मिधात उपरो�< प्रश्न अक्सेरोह� पत्र-पवित्रके�ओं म0 ज्य�वितविर्षोंय� के� क्तिलए �)नोंXतय� के� रुप म0 उपस्थि7त ह�त� रोहत� हD । म*नों0 भा2 ऐसे� महसे1से विकेय� ह* विके इनों प्रश्न के� उत्तेरो दिदए विबुनों� फक्तिलत ज्य�वितर्षों के� प्रगवित-पर्थ परो नोंह9 ल� जा�य� जा� सेकेत�। म)झा� विकेसे2 ज्य�वितर्षों2 से� के�ई क्तिशके�यत नोंह9 ह*। सेभा2 ज्य�वितर्षों2 अपनों� ढं"ग से� फक्तिलत ज्य�वितर्षों के� विवकेक्तिसेत केरोनों� केK दिदश� म0 विनोंरो"तरो के�यfरोत हD , परो"त) विकेसे2 केK के�यfविवमिधा से� से"से�रो के� के�ई मतलबु नोंह9 ह* , उसे� प्रत्यक्ष-फल ��विहए। ज्य�वितर्षों म0 ग्रह� के� फल� के� जिजासे ढं"ग से� प्रस्त)त विकेय� गय� ह* , उसेम0 के�यf , के�रोणों औरो फल म0 अमिधाके�"श जागह� परो के�ई सेमन्वय नोंह9 दिदखु�ई पड़त� ह*। यह2 के�रोणों ह* विके उपरो�< ढं�रो से�रो� प्रश्न आम आदम2 के� मनोंमस्तिस्तष्‍के म0 केXधात� रोहत� हD। इनों प्रश्न� के� उत्तेरो नोंह9 मिमलनों� से� ज्य�वितर्षों2य भ्र�"वितय� स्व�भा�विवके रुप से� उत्पन्न हुई हD। इसे ब्ल�ग म0 विवव�च्‍य प्रसे"ग� केK से�"ग�प�"ग व्यं�ख्य� केरोके� प�ठीके� के� ज्य�वितर्षों के� व�स्तविवके स्वरुप से� परिरोक्ति�त केरो�नों� केK ��]� ह�ग2। ज्य�वितर्षों के� व*ज्ञा�विनोंके स्वरुप के� उभा�रोत� हुए ग्रहशक्ति< औरो दश�के�ल विनोंधा�fरोणों से� से"बु"मिधात नोंय2 खु�जा� के� से"भिक्षप्त परिरो�य दिदय� जा�एग�। यह भा2 क्तिसे_ विकेय� जा�एग� विके ग्रह� के� जाड़-��तनों , वनोंस्पवित, जा2व-जान्त) औरो म�नोंव-जा2वनों परो प्रभा�व ह*। प्रस्त)त ब्ल�ग ज्य�वितर्षोंय� ,बु)जि_जा2व2 वगf तर्थ� व*ज्ञा�विनोंके दृमि]के�णों रोखुनों�व�ल� व्यंक्ति<य� के� क्तिलए बुहुत उपय�ग2 एव" सेम्बुल प्रद�नों केरोनों�व�ल2 क्तिसे_ ह�ग2।

होंम�ग्रहों�क �तिकस�शलिक्तू�स��प्रभा�तिव��हों6

एके ह2 ग्रह के� के�णों बुदल जा�नों� से� उसेके� प्रभा�व बुदल जा�त� ह*

पSथ्व2 के� सेभा2 जाड़-��तनों , जा2व-जा"त) औरो मनों)ष्‍य ग्रह� के� विवविकेरोणों , केJस्तिस्म के विकेरोणों , विवद्या)त-�)म्बुकेKय तरो"ग , प्रके�श , ग)रुत्व�केर्षोंfणों य� गवित से� ह2 प्रभा�विवत हD । इनों सेभा2 शक्ति<य� केK ���f भाXवितके विवज्ञा�नों म0 केK गय2 ह*। प)नों: विवज्ञा�नों इसे बु�त केK भा2 ���f केरोत� ह* विके सेभा2 प्रके�रो केK शक्ति<यJ एके-दूसेरो� के� स्वरुप म0 रुप�"तरिरोत केK जा� सेकेत2 ह*। ऊपरो क्तिलखिखुत शक्ति<य� के� ��ह� जिजासे रुप से� ग्रह हम0 प्रभा�विवत केरो0 , वह शक्ति< विनोंभि� त रुप से� ग्रह� के� 7*वितके औरो

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गवितजा ऊजा�f से� प्रभा�विवत हD , क्य�विके व्यं�वह�रिरोके तXरो परो मDनों� प�य� ह* विके ग्रह-शक्ति< के� से"प1णोंf आधा�रो उसेकेK गवित म0 छ) प� हुआ ह*।

प)नों: एके प्रश्न औरो उठीत� ह* , सेभा2 ग्रह मिमलकेरो विकेसे2 दिदनों पSथ्व2व�क्तिसेय� के� क्तिलए ऊजा�f य� शक्ति< से� से"बु"मिधात एके जा*से� व�त�वरोणों बुनों�त� हD , त� उसेके� प्रभा�व भिभान्न-भिभान्न वनोंस्पवित , जा2व-जा"त) , औरो मनों)ष्‍य� परो भिभान्न-भिभान्न रुप से� क्य� पड़त� ह* ? एके ह2 तरोह केK विकेरोणों� के� प्रभा�व एके ह2 सेमय पSथ्व2 के� विवभिभान्न भा�ग� म0 भिभान्न-भिभान्न तरोह से� क्य� पड़त� ह* ? इसे बु�त के� सेमझानों� के� क्तिलए के) छ बु�त� परो गXरो केरोनों� पड़�ग�। मई के� मह2नों� �ल रोह� ह� , मध्य आके�श म0 से1यf ह� ,द�पहरो के� सेमय ह� , प्र�ण्ड् गमz पड़त2 ह*। इसे2 सेमय पSथ्व2 के� जिजासे भा�ग म0 से)बुह ह� रोह2 ह�ग2 , वहJ से)बुह के� व�त�वरोणों के� अनों)रुप , जाहJ श�म ह� रोह2 ह�ग2 , वहJ श�म के� अनों)रुप तर्थ� जाहJ मध्य रो�वित्र ह�ग2 , वहJ सेमस्त व�त�वरोणों आधा2 रो�त के� ह�ग�।

अभिभाप्र�य यह ह* विके एके ह2 विकेरोणों के� के�णों बुदल जा�नों� से� उसेके� प्रभा�व विबुल्के) ल बुदल जा�त� ह*। द�पहरो केK से1यf केK प्र�"ड् गमz , जा� अभा2 व्यं�के) ल केरो द�नों�व�ल2 ह* , आधा2रो�त के� स्वय"म�व रो�हत द�नों�व�ल2 ह� जा�त2 ह*। प्रत्य�के द� घो"ट� म0 पSथ्व2 अपनों� अक्ष म0 30 विड्ग्र2 आग� बुढ़ जा�त2 ह* औरो इसेके� विनोंरो"तरो गवितश2ल ह�नों� से� सेभा2 ग्रह� के� प्रभा�व के� के�यfक्ष�त्र बुदल जा�त� ह*। पSथ्व2 के� हरो क्षणों के� बुदल�व के� के�रोणों ग्रह� के� के�णों म0 बुदल�व आत� ह* , जिजासेके� फलस्वरुप हरो क्षणों सेSजानों , जान्म-मरोणों , आविवभा�fव आदिद जा2व�त्म� केK ग्र"क्तिर्थय� म0 दजाf ह� जा�त2 ह*। से�र्थ ह2 सेद*व बुदलत� ग्रह2य परिरोव�श के� से�र्थ हरो जा2व�त्म� केK धानों�त्मके-ऋणों�त्मके प्रवितविक्रय� ह�त2 ह*। इसे तरोह एके ह2 ग्रह2य व�त�वरोणों के� पSथ्व2 के� �प्प�-�प्प� म0 स्थि7त जाड़-��तनों परो अलग-अलग प्रभा�व पड़त� ह*।

ग्रह केK गवित , प्रके�श , ग)रूत् व�केर्षोंfणों से� ल�ग प्रभा�विवत ह�त� हD

प्रश्न यह भा2 ह* विके जाबु ग्रह केK गवित , प्रके�श ,ग)रुत्व�केर्षोंfणों य� विवद्या)त-�)म्बुकेKय-शक्ति< से� ल�ग प्रभा�विवत हD , त� अभा2 तके ग्रह-शक्ति< केK त2व्रत� केK जा�नोंके�रो2 के� क्तिलए भाXवितके विवज्ञा�नों के� सेह�रो� नोंह9 ल�केरो फक्तिलत ज्य�वितर्षों म0 7�नोंबुल

, दिदक्बुल , के�लबुल , नों*सेर्तिग�के बुल , ��]�बुल , दृ मि] बुल , आत्मके�रोके , य�गके�रोके , उत्तेरो�यणों , दभिक्षणों�यणों , अ"शबुल , पक्षबुल आदिद केK ���f म0 ह2 ज्य�वितर्षों2 क्य� अपनों� अमिधाके�"श सेमय ग"व�त� रोह0 ? आजा इनोंसे� से"बु"मिधात हरो विनोंयम� औरो के� बु�रो2 बु�रो2 से� हरो के)" ड्क्तिलय� म0 जाJ� केK जा�ए , इनों विनोंयम� के� केम्प्य1टरो2केS त केरो इसेकेK जाJ� केK

जा�ए , म�रो� द�व� ह* , के�ई विनोंष्‍केर्षोंf नोंह9 विनोंकेल�ग�। भाXवितके विवज्ञा�नों म0 जिजातनों0 प्रके�रो केK शक्ति<य� केK ���f केK गय2 ह* , सेभा2 के� म�पनों� के� क्तिलए इके�ई , से1त्र य� से"य"त्र केK व्यंव7� ह* । ग्रह� केK शक्ति< के� म�पनों� के� क्तिलए हम�रो� प�से नों त�

से1त्र ह*, नों इके�ई औरो नों ह2 से"य"त्र।

विवके�सेश2ल विवज्ञा�नों� के� एकेदूसेरो� से� परोस् परो सेहसे"बु"धा आवश् यके

आजा से� हजा�रो� वर्षोंf प1वf से1यfक्तिसे_�"त नों�मके प)स्तके म0 ग्रह� केK विवभिभान्न गवितय� के� उल्ल�खु ह* , इनों गवितय� के� भिभान्न-भिभान्न नों�मकेरोणों हD विकेन्त) इनों गवितय� केK उपय�विगत� के� वल ग्रह केK आके�श म0 सेम्यकेI स्थि7वित के� दिदखु�नों� तके ह2

से2मिमत र्थ2। इन्ह9 गवितय� म0 विवभिभान्न प्रके�रो से� ग्रह केK शक्ति<यJ क्तिछप2 हुई हD , इसे बु�त परो अभा2 तके ल�ग� के� ध्य�नों गय� ह2 नोंह9 र्थ�। विकेसे2 भा2 7�नों परो य� ग्रह विवभिभान्न गवितय� से� से"य)< ह� सेकेत� हD। अत: एके ह2 7�नों परो रोहकेरो य� ग्रह भिभान्न गवित के� के�रोणों भिभान्न फल के� प्रस्त)त केरोत� हD , जा�तके के� भिभान्न मनों�दश� द�त� हD। फक्तिलत ज्य�वितर्षों म0 ग्रह-गवितय� के� विवभिभान्न फल� के� प1रो� उपय�ग विकेय� जा� सेकेत� ह* , जिजासेके� उल्ल�खु ज्य�वितर्षों के� प्र��2नों ग्र"र्थ� म0 नोंह9

विकेय� गय� ह*। इसेके� म)ख्य के�रोणों यह ह� सेकेत� ह* विके उसे सेमय भाXवितके विवज्ञा�नों म0 उस्थिल्ल खिखुत 7*वितजा य� गवितजा ऊजा�f , ग)रुतव�केर्षोंfणों , केJस्तिस्म के विकेरोणों , विवद्या)त �)म्बुकेKय क्ष�त्र आदिद केK खु�जा नोंह9 हुई ह�।

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स्मरोणों रोह� , हरो विवज्ञा�नों के� विवके�से द्रुतगवित से� तभा2 ह� सेकेत� ह* , जाबु विवके�सेश2ल विवज्ञा�नों एके दूसेरो� से� परोस्परो धानों�त्मके सेहसे"बु"धा बुनों�ए रोखु0। उनों दिदनों� भाXवितके विवज्ञा�नों के� बुहुआय�म2 विवके�से नोंह9 ह� प�य� र्थ� , इसेक्तिलए हम�रो� ऋविर्षों य� प1वfजा ग्रह� केK शक्ति< केK खु�जा आके�श के� विवभिभान्न 7�नों� म0 उसेकेK स्थि7वित म0 ढं1"ढ़ रोह� र्थ�। उन्ह�नों� ग्रह� केK शक्ति< के� खु�जा म0 एड़2-��ट[ के� पसे2नों� एके केरो दिदय� र्थ�। केभा2 व� प�त0 विके ग्रह� केK शक्ति< भिभान्न-भिभान्न रो�क्तिश य� म0

भिभान्न-भिभान्न ह*। केभा2 महसे1से केरोत� विके एके ह2 रो�क्तिश म0 ग्रह भिभान्न-भिभान्न फल द� रोह0 हD। उसे2 रो�क्तिश म0 रोहकेरो केभा2 अपनों2 सेबुसे� बुड़2 विवश�र्षोंत� त� केभा2 अपनों2 केमजा�रो2 दजाf केरो�त� हD। आजा के� सेभा2 विवद्वा�नों ज्य�वितर्षों2 भा2 अवश्य ह2

ऐसे� महसे1से केरोत� ह�ग�। मD अनों�के के)" ड्क्तिलय� म0 एके ह2 रो�क्तिश म0 स्थि7त ग्रह� से� उत्पन्न द� विवपरो2त प्रभा�व� के� द�खु �)के� हू"। केकेf लग्नों ह� , प"�म भा�व म0 वSभि� के रो�क्तिश के� बुSहस्पवित ह� , ऐसे2 स्थि7वित म0 व्यंक्ति< से"त�नों से)खु से� परिरोप1णोंf ,

से"तSप्त भा2 ह� सेकेत� ह* , त� विनोंस्से"त�नों औरो दुखु2 भा2।

वSभि� के रो�क्तिश के� प"�म भा�व के� बुSहस्पवित ��ह� जिजासे द्र�ष्‍के�णों , नोंवम�"श , र्षोंड्Iवगf य� अ]केवगf म0 ह� , जिजातनों� भा2 अच्छा� अ"के प्र�प्त केरो ल0 , यदिद वह म"गल के� से�प�क्ष अमिधाके गवितश2ल नोंह9 हुआ , त� जा�तके धानों�त्मके परिरोणों�म केद�विप नोंह9 प्र�प्त केरो सेकेत�। अत: ग्रह केK शक्ति< विकेसे2 विवश�र्षों 7�नों म0 नोंह9 , वरोनोंI उसेके� रो�क्तिश श केK त)लनों� म0

बुढ़[ हुई गवित के� के�रोणों ह�त2 ह*। ग्रह के� बुल�बुल विनोंधा�fरोणों के� क्तिलए परो"परो� से� दिदक्बुल के� भा2 महत्वप1णोंf म�नों� जा�त� ह*। रो�जाय�ग प्रकेरोणों केK सेम2क्ष� म0 उ_«त के)" ड्ल2 म0 म"गल दिदक्बुल2 र्थ� , विकेन्त) जा�तके य)व�व7� म0 ह2 ट[ बु2 के� मरो2जा र्थ�। मDनों� प�य� विके उसेके� जान्मके�ल म0 म"गल सेमरुपग�म2 र्थ� , जा� अवितश2घ्री2 रो�क्तिश श के� भा�व म0 स्थि7त र्थ�।

इसे के�रोणों म"गल ऋणों�त्मके र्थ� औरो य)व�व7� म0 ह2 य�विनों म"गल के� के�ल म0 ह2 जा�तके केK से�रो2 परिरोस्थि7वितयJ औरो प्रवSभित्तेयJ ऋणों�त्मके र्थ2। फक्तिलत ज्य�वितर्षों म0 अबु तके ग्रह� केK स्थि7वित के� ह2 सेव�fमिधाके महत्व दिदय� गय� ह* , उसेकेK ह*क्तिसेयत य� शक्ति< के� सेमझानों� केK ��]� ह9 केK गय2 ह*। धानोंभा�व म0 स्थि7त वSर्षों के� बुSहस्पवित केरो�ड़पवित औरो भिभाखु�रो2 द�नों� के� जान्म द� सेकेत� ह*। इसे के�रोणों बुSहस्पवित औरो श)क्र द�नों� म0 अ"वितनोंfविहत शक्ति< के� भिभान्न तरो2के� से� सेमझानों� केK बु�त ह�नों2 ��विहए। र्थ�नों� म0 बु*ठी� सेभा2 ल�ग� के� र्थ�नों�द�रो सेमझा क्तिलय� जा�ए त� अनोंर्थf ह2 ह� जा�एग� , क्य�विके भाल� ह2

वहJ अमिधाके सेमय र्थ�नों�द�रो केK उपस्थि7वित रोहत2 ह� , परो"त) केभा2 वहJ एसे प2 , ड्2 एसे प2 औरो केभा2 सेफ� दप�श अपरो�धा2 भा2 बु*ठी� ह� सेकेत� हD।

अभा2 तके ग्रह� के� बुल�बुल के� सेमझानों� के� क्तिलए विवभिभान्न विवद्वा�नों� केK ओरो से� जिजातनों� तरोह के� से)झा�व ज्य�वितर्षों के� ग्र"र्थ� म0 दिदए गए हD , व� पय�fप्त नोंह9 हD। परो"परो�गत सेभा2 विनोंयम� केK जा�नोंके�रो2 , जा� शक्ति< विनोंधा�fरोणों के� क्तिलए बुनों�य2 गय2 ह* , म0 सेवfश्र�ष्ठ केXनों से� ह* , विनोंके�लनों� म)स्तिश्के ल ह* , जिजासेपरो भारो�से� केरो तर्थ� जिजासेके� प्रय�ग केरो भाविवष्‍यव�णों2 के� सेट[के बुनों�केरो जानोंसे�म�न्य के� से�मनों� प�श विकेय� जा� सेके� । ऐसे2 अनों�के के)" ड्क्तिलयJ म�रो2 विनोंग�ह� से� ह�केरो भा2 ग)जारो2 हD , जाहJ ग्रह के� शक्ति<श�ल2 क्तिसे_ केरोनों� के� क्तिलए प्र�य: सेभा2 विनोंयम के�म केरो रोह� हD , विफरो भा2 ग्रह के� फल केमजा�रो ह*। इसेके� के�रोणों यह ह* विके उपरो�< सेभा2 विनोंयम� म0 से� एके भा2 ग्रह-शक्ति< के� म1लस्रो�त से� से"बु"मिधात नोंह9 हD। इसे2 के�रोणों फक्तिलत ज्य�वितर्षों अविनोंभि� त व�त�वरोणों के� दXरो से� ग)जारो रोह� ह*।

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फलि&��ज्‍याति�ष�: तिवज्ञा�ने�या��अ.धतिवश्वा�स

फक्तिलत ज्य�वितर्षों विवज्ञा�नों ह* य� अ"धाविवश्व�से , इसे प्रश्न के� उत्तेरो द� प�नों� सेम�जा के� विकेसे2 भा2 वगf के� क्तिलए आसे�नों नोंह9 ह*। परो"परो�व�द[ औरो अ"धाविवश्व�से2 विव��रोधा�रो� के� ल�ग ,जा� केई 7�नों� परो ज्य�वितर्षों परो विवश्व�से केरोनों� के� के�रोणों धा�खु� खु� �)के0 हD ,भा2 इसे श�स्त्र परो से"द�ह नोंह9 केरोत�। से�रो� द�र्षों�रो�पणों ज्य�वितर्षों2 परो ह2 ह�त� ह*। व*ज्ञा�विनोंकेत� से� से"य)< विव��रोधा�रो� से� ओत-प्र�त व्यंक्ति< भा2 विकेसे2 म)से2बुत म0 फ" सेत� ह2 सेम�जा से� छ) पकेरो ज्य�वितविर्षोंय� केK शरोणों म0 जा�त� द�खु� जा�त� हD। ज्य�वितर्षों केK इसे विवव�द�स्पद स्थि7वित के� क्तिलए म* सेरोके�रो ,श*क्षभिणोंके से"7�नों� एव" पत्रके�रिरोत� विवभा�ग के� द�र्षों2 म�नोंत2 हू"। इन्ह�नों� आजातके ज्य�वितर्षों के� नों त� अ"धाविवश्व�से ह2 क्तिसे_ विकेय� औरो नों ह2 विवज्ञा�नों ?

सेरोके�रो यदिद ज्य�वितर्षों के� अ"धाविवश्व�से सेमझात2 त� जान्मके)" ड्ल2 बुनोंव�नों� य� जान्मपत्र2 मिमलव�नों� के� के�म म0 लग� ज्य�वितविर्षोंय� परो के�नों1नों2 अड़�नों0 आ सेकेत2 र्थ2। यज्ञा हवनों केरोव�नों� य� त"त्र-म"त्र के� प्रय�ग केरोनों�व�ल� ज्य�वितविर्षोंय� के� के�यf म0 बु�धा�ए" आ सेकेत2 र्थ2। सेभा2 पवित्रके�ओं म0 रो�क्तिश-फल के� प्रके�शनों परो रो�के लग�य� जा� सेकेत� र्थ�। आखिखुरो हरो प्रके�रो केK के) रो2वितय� औरो अ"धाविवश्व�से� जा*से� जा)आ , मद्याप�नों , बु�ल-विवव�ह, सेत2-प्रर्थ� आदिद के� सेम�प्त केरोनों0 म0 सेरोके�रो नों� के�ई केसेरो नोंह9 छ�ड़2 ह* ,परो"त) ज्य�वितर्षों परो विवश्व�से केरोनों�व�ल� के� क्तिलए ऐसे2 के�ई केड़�ई नोंह9 हुई। आखिखुरो क्य� ?

क्य� सेरोके�रो ज्य�वितर्षों के� विवज्ञा�नों सेमझात2 ह* ? नोंह9, अगरो वह इसे विवज्ञा�नों सेमझात2 त� इसे क्ष�त्र म0 के�यf केरोनों�व�ल� के� क्तिलए केभा2-केभा2 विकेसे2 प्रवितय�विगत�, से�मिमनों�रो आदिद के� आय�जानों ह�त� तर्थ� विवद्वा�नों� के� प)रोस्के�रो� से� सेम्म�विनोंत केरो प्र�त्से�विहत विकेय� जा�त�। परो"त) आजातके ऐसे� के) छ भा2 नोंह9 विकेय� गय�। पत्रके�रिरोत� के� क्ष�त्र म0 द�खु� जा�ए त� लगभाग सेभा2 पवित्रके�ए" यद�-केद� ज्य�वितर्षों से� से"बु"मिधात ल�खु, इ"टरोव्यं1 , भाविवष्‍यव�भिणोंयJ आदिद विनोंके�लत2 रोहत2 ह* परो जाबु आजातके इसेकेK व*ज्ञा�विनोंकेत� के� बु�रो� म0 विनोंष्‍केर्षोंf ह2 नोंह9 विनोंके�ल� जा� सेके�, जानोंत� के� के�ई से"द�श ह2 नोंह9 मिमल प�य� त� विफरो ऐसे� ल�खु� य� सेम���रो� के� क्य� औक्ति�त्य ?

पवित्रके�ओं के� विवभिभान्न ल�खु� ह�त) विकेय� जा�नों�व�ल� ज्य�वितविर्षोंय� के0 �यनों के� तरो2के� ह2 गलत ह* । उनोंकेK व्यं�वसे�मियके सेफलत� के� उनोंके� ज्ञा�नों के� म�पद"ड् सेमझा� जा�त� ह* , ल�विकेनों व�स्तव म0 विकेसे2 केK व्यं�वसे�मियके सेफलत� उसेकेK व्यं�वसे�मियके य�ग्यत� के� परिरोणों�म ह�त2 ह* ,नों विके विवर्षोंय-विवश�र्षों केK गहरो2 जा�नोंके�रो2। इनों सेफल ज्य�वितविर्षोंय� के� ध्य�नों फक्तिलत ज्य�वितर्षों के� विवके�से म0 नों ह�केरो अपनों� व्यं�वसे�मियके विवके�से परो ह�त� ह*। ऐसे� व्यंक्ति<य� द्वा�रो� ज्य�वितर्षों विवज्ञा�नों के� प्रवितविनोंमिधात्व केरोव�नों� प�ठीके� के� के�ई से"द�श नोंह9 द0 प�त� ह*। जा� ज्य�वितर्षों2 ज्य�वितर्षों के� विवज्ञा�नों क्तिसे_ केरो सेके0 , उन्ह0 ह2 अपनों� विव��रो प्रस्त)त केरोनों� के� क्तिलए आम"वित्रत विकेय� जा�नों� ��विहए य� एके प्रवितय�विगत� म0 विकेसे2 व्यंक्ति< केK जान्मवितक्तिर्थ, जान्मसेमय औरो जान्म7�नों द�केरो सेभा2 ज्य�वितविर्षोंय� से� उसे जान्मपत्र2 के� विवश्ला�र्षोंणों केरोव�नों� ��विहए । उसेकेK प1रो2 जिंजा�दग2 के0 बु�रो� म0 जा� ज्य�वितर्षों2 सेट[के भाविवष्‍यव�णों2 केरो सेके� उसे� ह2 अखुबु�रो� ,पवित्रके�ओं म0 7�नों मिमलनों� ��विहए।

परो"त) ज्य�वितविर्षोंय� केK परो2क्ष� ल�नों� के� क्तिलए केभा2 भा2 ऐसे� नोंह9 विकेय� गय� ,फलस्वरुप ज्य�वितर्षों केK गहरो2 जा�नोंके�रो2 रोखुनों�व�ल� सेम�जा के� सेम्म)खु केभा2 नोंह9 आ सेके� औरो सेम�जा नों2म-हकेKम ज्य�वितविर्षोंय� से� परो�श�नों ह�त� रोह�। इसेके� अवितरिरो< व*ज्ञा�विनोंके दृमि]के�णों रोखुनों�व�ल� के) छ ल�ग औरो के) छ से"7�ए" ऐसे2 ह* , जा� ज्य�वितर्षों विवज्ञा�नों के� प्रवित विकेसे2 प1व�fग्रह से� ग्रक्तिसेत हD। व� ज्य�वितर्षों से� से"बु"मिधात बु�त� के� से)नोंनों� म0 रुक्ति� केम औरो उपह�से म0 रुक्ति� ज्य�द� रोखुत� हD। उनोंके� दृमि]के�णों म0 सेमन्वयव�दिदत� केK केम2 भा2 आजातके ज्य�वितर्षों के� विवज्ञा�नों नोंह9 क्तिसे_ केरो प�य2 ह*।

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ज्य�वितर्षों विवज्ञा�नों केK व*ज्ञा�विनोंकेत� के� बु�रो� म0 से"शय प्रकेट केरोत� हुए यह केह� जा�त� ह* विके सेXरोम"ड्ल म0 से1यf स्थि7रो ह* तर्थ� अन्य ग्रह इसेकेK परिरोक्रम� केरोत� हD, विकेन्त) ज्य�वितर्षों श�स्त्र यह म�नोंत� ह* विके पSथ्व2 स्थि7रो ह* औरो अन्य ग्रह इसेकेK परिरोक्रम� केरोत� हD। जाबु यह परिरोकेल्पनों� ह2 गलत ह* त� उसेपरो आधा�रिरोत भाविवष्‍यव�णों2 के* से� सेह2 ह� सेकेत2 ह* ? परो बु�त ऐसे2 नोंह9 ह* । जिजासे पSथ्व2 परो हम रोहत� हD , वह �ल�यम�नों ह�त� हुए भा2 हम�रो� क्तिलए स्थि7रो ह* , ठीOके उसे2 प्रके�रो , जिजासे प्रके�रो हम विकेसे2 ग�ड़2 म0 �ल रोह� ह�त� हD , वह हम�रो� क्तिलए स्थि7रो ह�त2 ह* औरो विकेसे2 स्ट�शनों परो पहु"�त� ह2 हम केहत� हD , `अम)के शहरो आ गय�।´ जिजासे पSथ्व2 म0 हम रोहत0 हD , उसेम0 हम स्थि7रो से1यf के� ह2 उदय औरो अस्त के� प्रभा�व द�खुत� हD। इसे2 प्रके�रो अन्य आके�श2य हिंप�ड्� के� भा2 प्रभा�व हमपरो पड़त� ह*। पSथ्व2 से� के�ई केS वित्रम उपग्रह के� विकेसे2 दूसेरो� ग्रह परो भा�जानों� ह�त� ह* त� पSथ्व2 के� स्थि7रो म�नोंकेरो ह2 उसेके� से�प�क्ष अन्य ग्रह� केK दूरो2 विनोंके�लनों2 पड़त2 ह*। जाबु यह सेबु गलत नोंह9 ह�त� त� ज्य�वितर्षों म0 पSथ्व2 के� स्थि7रो म�नोंत� हुए उसेके� से�प�क्ष अन्य ग्रह� केK गवित परो आधा�रिरोत फल के* से� गलत ह� सेकेत� ह* ?

ज्य�वितर्षों केK व*ज्ञा�विनोंकेत� के� बु�रो� म0 से"शय प्रकेट केरोत� हुए दूसेरो� तकेf यह दिदय� जा�त� ह* विके सेXरोम"ड्ल म0 से1यf त�रो� ह* , पSथ्व2, म"गल, बु)धा, बुSहस्पवित, शविनों आदिद ग्रह हD तर्थ� �"द्रम� उपग्रह ह*, जाबुविके ज्य�वितर्षों श�स्त्र म0 सेभा2 ग्रह म�नों� जा�त� हD । इसेक्तिलए इसे परिरोकेल्पनों� परो आधा�रिरोत भाविवष्‍यव�णों2 महत्वह2नों ह*। इसेके� उत्तेरो म0 म�रो� यह केहनों� ह* विके सेभा2 विवज्ञा�नों म0 एके ह2 शब्द� के� तकेनों2केK अर्थf भिभान्न-भिभान्न ह� सेकेत� हD । अभा2 विवज्ञा�नों प1रो� ब्रह्मां�"ड् के� अध्ययनों केरो रोह� ह*। ब्रह्मां�"ड् म0 स्थि7त सेभा2 हिंप�ड्� के� स्वभा�व�नों)से�रो केई भा�ग� म0 व्यं< विकेय� गय� ह*। सेभा2 त�रो�ओं केK तरोह ह2 से1यf केK प्रकेS वित ह�नों� के� के�रोणों इसे� त�रो� केह� गय� ह*। से1यf केK परिरोक्रम� केरोनों�व�ल� हिंप�ड्� के� ग्रह केह� गय� ह*। ग्रह� केK परिरोक्रम� केरोनों�व�ल� हिंप�ड्� के� उपग्रह केह� गय� ह*। विकेन्त) फक्तिलत ज्य�वितर्षों प1रो� ब्रह्मां�"ड् के� अध्ययनों नोंह9 केरो क्तिसेफf अपनों� सेXरोम"ड्ल के� ह2 अध्ययनों केरोत� ह*। से1यf के� छ�ड़केरो अन्य त�रो�ओं के� प्रभा�व पSथ्व2 परो नोंह9 महसे1से विकेय� गय� ह*। इसे2 प्रके�रो अन्य ग्रह� के� उपग्रह� के� पSथ्व2 परो के�ई प्रभा�व नोंह9 द�खु� गय� ह* । से1यf, �"द्र , बु)धा, बुSहस्पवित, श)क्र, शविनों एव" म"गल केK गवित औरो स्थि7वित के� प्रभा�व के� पSथ्व2 , उसेके� जाड़-��तनों औरो म�नोंव-जा�वित परो महसे1से विकेय� गय� ह*। इसेक्तिलए इनों सेबु� के� ग्रह केह� जा�त� ह*। ग्रह� केK इसे श�स्त्र म0 यह2 परिरोभा�र्षों� द[ गय2 ह*। इसेके� आधा�रो परो इसेकेK व*ज्ञा�विनोंकेत� परो प्रश्नक्ति�न्ह नोंह9 लग�य� जा� सेकेत�।

त2सेरो� तकेf यह ह* विके ज्य�वितर्षों म0 रो�हू औरो के� त) के� भा2 ग्रह म�नों� गय� ह* , जाबुविके य� ग्रह नोंह9 हD । य� तकेf बुहुत ह2 महत्वप1णोंf हD। सेबुसे� पहल� यह जा�नोंके�रो2 आवश्यके ह* विके रो�हू औरो के� त) हD क्य� ? पSथ्व2 के� स्थि7रो म�नोंनों� से� पSथ्व2 के� ��रो� ओरो से1यf के� एके के�ल्पविनोंके परिरोभ्रमणों-पर्थ बुनों जा�त� ह*। पSथ्व2 के� ��रो� ओरो �"द्रम� के� एके परिरोभ्रमणों पर्थ ह* ह2 । य� द�नों� परिरोभ्रमणों-पर्थ एके दूसेरो� के� द� विवन्दुओं परो के�टत� हD । अवितप्र��2नोंके�ल म0 ज्य�वितविर्षोंय� के� म�ल1म नोंह9 र्थ� विके एके हिंप�ड् केK छ�य� दूसेरो� हिंप�ड्� परो पड़नों� से� ह2 से1यfग्रहणों औरो �"द्रग्रहणों ह�त� हD। जाबु ज्य�वितविर्षोंय� नों� से1यfग्रहणों औरो �"द्रग्रहणों ह�त� द�खु�, त� व� इसेके� के�रोणों ढं1"ढ़नों� लग�। द�नों� ह2 सेमय इन्ह�नों� प�य� विके से1यf, �"द्र, पSथ्व2 एव" से1यf, �"द्र के� परिरोभ्रमणों-पर्थ परो केटनों�व�ल� द�नों� विवन्दु लम्बुवतI हD। बुसे उन्ह�नों� सेमझा क्तिलय� विके इन्ह9 विवन्दुओं के� फलस्वरुप खु�से अम�वस्य� के� से1यf तर्थ� प1र्णिणों�म� केK रो�वित्र के� �"द्र आके�श से� ल)प्त ह� जा�त� ह*। उन्ह�नों� इनों विवन्दुओं के� महत्वप1णोंf प�केरो इनों विवन्दुओं के� नों�मकेरोणों `रो�हू´ औरो `के� त)´ केरो दिदय�। इसे 7�नों परो उन्ह�नों� जा� गल्त2 केK, उसेके� खु�मिमय�जा� ज्य�वितर्षों विवज्ञा�नों अभा2 तके भा)गत रोह� ह* ,क्य�विके रो�हू औरो के� त) के�ई आके�श2य हिंप�ड् हD ह2 नोंह9 औरो हमल�ग ग्रह� केK जिजासे उजा�f से� भा2 प्रभा�विवत ह�---ग)रुत्व�केर्षोंfणों, गवित, विकेरोणों य� विवद्या)त-�)म्बुकेKय शक्ति<, रो�हू औरो के� त) इनोंम0 से� विकेसे2 के� भा2 उत्सेजाfनों नोंह9 केरो प�त�। इसेक्तिलए इनोंसे� प्रभा�विवत ह�नों� के� के�ई प्रश्न ह2 नोंह9 उठीत�। यह2 के�रोणों ह* विके रो�हू औरो के� त) परो आधा�रिरोत भाविवष्‍यव�णों2 सेह2 नोंह9 ह� प�त2।

�Xर्थ� तकेf यह ह* विके सेभा2 ज्य�वितविर्षोंय� केK भाविवष्‍यव�भिणोंय� म0 विवविवधात� क्य� ह�त2 ह* ? हम सेभा2 जा�नोंत� हD विके के�ई भा2 श�स्त्र य� विवज्ञा�नों क्य� नों ह� के�यf औरो के�रोणों म0 सेह2 से"बु"धा 7�विपत विकेय� गय� ह� त� विनोंष्‍केर्षोंf विनोंके�लनों� म0 के�ई

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गल्त2 नोंह9 ह�त2। इसेके� विवपरिरोत यदिद के�यf औरो के�रोणों म0 से"बु"धा भ्र�मके ह� त� विनोंष्‍केर्षोंf भा2 भ्रमिमत केरोनों�व�ल� ह�ग�। ज्य�वितर्षों विवज्ञा�नों के� विवके�से बुहुत ह2 प्र��2नों के�ल म0 हुआ। उसे के�ल म0 के�ई भा2 श�स्त्र के�फK विवकेक्तिसेत अव7� म0 नोंह9 र्थ�।सेभा2 श�स्त्र� औरो विवज्ञा�नों� म0 नोंए-नोंए प्रय�ग केरो य)ग के� से�र्थ-से�र्थ उनोंके� विवके�से केरोनों� परो बुल दिदय� गय� , परो अफसे�से केK बु�त ह* विके ज्य�वितर्षों विवज्ञा�नों अभा2 भा2 वह9 ह* जाहJ से� इसेनों� य�त्र� श)रु केK र्थ2 । महर्तिर्षों� जा*मिमनों2 औरो परो�शरो के� द्वा�रो� ग्रह शक्ति< म�पनों� औरो दश�के�ल विनोंधा�fरोणों के� जा� से1त्र र्थ� ,उसेकेK प्र�य�विगके जाJ� केरो उन्ह0 से)धा�रोनों� केK दिदश� म0 केभा2 के�यf नोंह9 विकेय� गय�। अ"धाविवश्व�से सेमझात� हुए ज्य�वितर्षों-श�स्त्र केK गरिरोम� के� जा*से�-जा*से� धाक्के� पहु"�त� गय�, इसे विवद्या� के� हरो य)ग म0 ह्रा�से ह�त� ह2 गय�।

फलस्वरुप यह 21 व9 सेद[ म0 भा2 मिघोसेट-मिघोसेटकेरो ह2 �ल रोह� ह*। ज्य�वितविर्षोंय� केK भाविवष्‍यव�भिणोंय� म0 अ"तरो के� के�रोणों के�यf औरो के�रोणों म0 प�रोस्परिरोके से"बु"धा केK केम2 ह�नों� ह*। ग्रह-शक्ति< विनोंके�लनों� के� क्तिलए म�नोंके-से1त्र के� अभा�व ह*। के) ल 10-12 से1त्र हD ,सेभा2 ज्य�वितर्षों2 अलग अलग से1त्र के� महत्वप1णोंf म�नोंत� हD। दश�के�ल विनोंधा�fरोणों के� एके प्र�म�भिणोंके से1त्र ह* , परो उसेम0 एके से�र्थ जा�तके के� ��रो-��रो दश� �लत� रोहत0 हD-एके मह�दश�, दूसेरो2 अ"तदfश�, त2सेरो2 प्रत्य"तरो दश� औरो �Xर्थ2 से1क्ष्म मह�दश�। इतनों� विनोंयम� के� यदिद केम्प्य1टरो म0 भा2 ड्�ल दिदय� जा�ए , त� वह भा2 सेह2 परिरोणों�म नोंह9 द� प�त� ह* , त� प"विड्त� केK भाविवष्‍यव�णों2 म0 अ"तरो ह�नों� त� स्व�भा�विवके ह*। सेभा2 ज्य�वितर्षों2 अलग अलग दश� के� महत्वप1णोंf म�नों ल0 त� सेबुके� केर्थनों म0 अ"तरो त� आएग� ह2 ।

अगल� तकेf यह ह* विके आजाकेल सेभा2 पवित्रके�ओं म0 लग्नोंफल केK ���f रोहत2 ह*। एके रो�क्तिश म0 जान्म ल�नों�व�ल� ल�खु� ल�ग� के� भा�ग्य एके जा*से� के* से� ह� सेकेत� ह* ? यह व�स्तव म0 आ�यf केK बु�त ह* , विकेन्त) यह से� ह* विके विकेसे2 ग्रह के� प्रभा�व एके रो�क्तिश व�ल� परो त� नोंह9 , परो एके लग्नों के� ल�खु� केरो�ड़� ल�ग� परो एके जा*से� ह2 पड़त� ह*। `एके जा*से� फल´ से� एके स्वभा�व व�ल� फल के� बु�धा ह�ग� ,नों विके म�त्र� म0 सेम�नोंत� के� । म�त्र� के� स्तरो त� उसेकेK जान्मके)" ड्ल2 एव" अन्य स्तरो परो विनोंभाfरो केरोत� ह* ,जा*से� विकेसे2 खु�से सेमय विकेसे2 लग्नों के� क्तिलए धानों के� ल�भा एके मजादूरो के� क्तिलए 50-100 रु के� तर्थ� एके बुड़� व्यंवसे�य2 के� क्तिलए ल�खु�-केरो�ड़� के� ह� सेकेत� ह*। ल�विकेनों अमिधाके�"श ल�ग� के� अपनों� लग्नों केK जा�नोंके�रो2 नोंह9 ह�त2 , व� पवित्रके�ओं म0 विनोंकेलनों�व�ल� रो�क्तिशफल के� द�खुकेरो भ्रमिमत ह�त� रोहत� हD।

अगल� तकेf यह ह* विके विकेसे2 दुघोfटनों� म0 एके से�र्थ से*केड़� हजा�रो� ल�ग म�रो� जा�त� हD ,क्य� सेभा2 केK के)" ड्ल2 म0 ज्य�वितर्षों2य य�ग एके-से� ह�त� ह* ? इसे तकेf के� यह उत्तेरो दिदय� जा� सेकेत� ह* विके ज्य�वितर्षों म0 अभा2 के�फK के) छ श�धा ह�नों� बु�केK ह* , जिजासेके� के�रोणों विकेसे2 केK मSत्य) केK वितक्तिर्थ बुतल� प�नों� अभा2 से"भाव नोंह9 ह* ,परो दुघोfटनों�ग्रस्त ह�नों�व�ल� के� आभिश्रत� केK जान्मके)" ड्ल2 म0 के) छ केमजा�रिरोयJ --से"त�नों ,म�त� ,विपत� ,भा�ई ,पवित य� पत्नों2 से� से"बु"मिधात के] अवश्य द�खु� गय� ह* । विकेसे2 दुघोfटनों� म0 एके से�र्थ इतनों� ल�ग� केK मSत्य) प्रकेS वित केK ह2 व्यंव7� ह� सेकेत2 ह* वरोनों� ड्रा�इवरो य� रो�लव� केमf��रो2 केK गल्त2 के� खु�मिमय�जा� उतनों� ल�ग� के� क्य� भा)गतनों� पड़त� ह* ,उन्ह0 मXत केK सेजा� क्य� मिमलत2 ह*, जा� बुड़�-बुड़� अपरो�मिधाय� के� बुड़�-बुड़� दुष्‍केमf केरोनों� के� बु�वजा1द नोंह9 द[ जा�त2।

इसे2 तरोह गभिणोंत केK से)विवधा� के� क्तिलए विकेए गए आके�श के� 12 के�ल्पविनोंके भा�ग� के� आधा�रो परो भा2 ज्य�वितर्षों के� गलत से�विबुत केरोनों� केK दल2ल द[ जा�त2 ह*। यदिद इसे� सेह2 म�नों� जा�ए त� आक्ष�"से औरो द�श�"तरो रो�खु�ओं परो आधा�रिरोत भा1ग�ल के� भा2 गलत म�नों� जा� सेकेत� ह*। आके�श के� इनों के�ल्पविनोंके 12 भा�ग� केK पह��नों के� क्तिलए इनोंके0 विवस्त�रो म0 स्थि7त त�रो�सेम1ह� के� आधा�रो परो विकेय� जा�नों�व�ल� नों�मकेरोणों परो विकेय� जा�नों�व�ल� विवव�द के� भा2 के�ई औक्ति�त्य नोंह9 हD , क्य�विके आके�श के� 360 विड्ग्र2 के� 12 भा�ग� म0 बुJट द�नों� से� अनों"त तके केK दूरो2 एके ह2 रो�क्तिश म0 आ जा�त2 ह*।

प1जा�-प�ठी य� ग्रह केK श�"वित से� भा�ग्य के� बुदल दिदए जा�नों� केK बु�त भा2 व*ज्ञा�विनोंके� के� गल� नोंह9 उतरोत2 ह*। हम�रो� विव��रो से� भा2 ऐसे� केरो प�नों� से"भाव नोंह9 ह*। विकेसे2 बु�लके के� जान्म के� सेमय केK सेभा2 ग्रह� सेविहत आके�श2य स्थि7वित के�

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अनों)से�रो जा� जान्मके)" ड्ल2 बुनोंत2 ह*, उसेके� अनों)से�रो उसेके� प1रो� जा2वनों केK रुपरो�खु� विनोंभि�त ह� जा�त2 ह* , ऐसे� हमनों� अपनों� अनों)भाव म0 प�य� ह*। प1जा� प�ठी य� ग्रह-श�"वित से� भा�ग्य म0 बुदल�व ल�य� जा� सेकेत� , त� इसेके� सेव�fमिधाके ल�भा प"विड्त वगf के� ल�ग ह2 उठी�त� औरो सेम�जा के� अन्य वग केK तरोक्केK म0 रुके�वट0 आत2। ल�विकेनों यह सेत्य ह* विके प1जा�-प�ठी, यज्ञा-जा�प, म"गल�-म"गल2, म)हूत् तf आदिद अव�"क्तिछत तथ्य� एव" हस् तरो�खु� , हस् त�क्षरो विवज्ञा�नों , त"त्र- , जा�दू-ट�नों�, भा1त-प्र�त, झा�ड्फ1" के , न् य1मरो�ल�जा2 , फ0 गसे)ई, व�स्त), ट*रो� के�ड्f, ल�ल विकेत�बु आदिद ज् य�वितर्षों से� इतरो विवधा�ओं के� भा2 ज् य�वितर्षों म0 प्रव�श से� ह2 ज्य�वितर्षों विवज्ञा�नों केK तरोक्केK म0 बु�धा� पहु"�2 ह*।

ज्य�वितर्षों विवज्ञा�नों म1लत: से"के� त� के� विवज्ञा�नों ह* , यह बु�त नों त� ज्य�वितविर्षोंय� के� औरो नों ह2 जानोंत� के� भा1लनों2 ��विहए। विकेन्त) जानोंत� ज्य�वितर्षों2 के� भागव�नों बुनों�केरो तर्थ� ज्य�वितर्षों2 अपनों� भा<� के� बुरोगल�केरो फक्तिलत ज्य�वितर्षों के� विवके�से म0 बु�धा� पहु"��त� आ रोह� हD। हरो विवज्ञा�नों म0 सेफलत� औरो असेफलत� से�र्थ-से�र्थ �लत2 ह*। म�विड्केल से�इ"से के� ह2 ल0। हरो सेमय एके-नों-एके रो�ग ड्Jक्टरो के� रिरोसे�f केरोनों� के� मजाबु1रो केरोत� हD। विकेसे2 परिरोकेल्पनों� के� ल�केरो ह2 के�यf-के�रोणों म0 से"बु"धा 7�विपत केरोनों� के� प्रय�से विकेय� जा�त� ह*, परो सेफलत� पहल� प्रय�से म0 ह2 मिमल जा�त2 ह*, ऐसे2 बु�त नोंह9 ह*। अनों�के�नों�के प्रय�ग ह�त� हD , केरो�ड़�-अरोबु� खु�f विकेए जा�त� हD, तबु ह2 सेफलत� मिमल प�त2 ह* ।

भा1गभाf-विवज्ञा�नों के� ह2 ल0, प्र�रो"भा म0 के) छ परिरोकेल्पनों�ओं के� ल�केरो ह2 विके यहJ अम)के द्रब्य केK खु�नों ह� सेकेत2 ह* , के�यf केरोव�य� जा�त� र्थ� ,परो"त) बुहुत 7�नों� परो असेफलत� ह�र्थ आत2 र्थ2। धा2रो�-धा2रो� इसे विवज्ञा�नों नों� इतनों2 तरोक्केK केरो ल2 ह* विके केसे2 भा2 जाम2नों के� भा1गभाf के� अध्ययनों केम खु�f से� ह2 सेट[के विकेय� जा� सेकेत� ह*। अ"तरिरोक्ष म0 भा�जानों� के� क्तिलए अरोबु� रुपए खु�f केरो त*य�रो विकेए गए उपग्रह के� नों] ह�नों� परो व*ज्ञाविनोंके� नों� ह�रो नोंह9 म�नों2। उनोंकेK केमजा�रिरोय� परो ध्य�नों द�केरो उन्ह0 से)धा�रोनों� के� प्रय�से विकेय� गय� त� अबु सेफलत� मिमल रोह2 ह*। उपग्रह से� प्र�प्त क्ति�त्र के� से�प�क्ष केK जा�नोंव�ल2 मXसेम केK भाविवष्‍यव�णों2 विनोंत्य-प्रवितदिदनों से)धा�रो के� क्रम म0 द�खु2 जा� रोह2 ह*।

म�नोंव जाबु-जाबु गल्त2 केरोत� हD , नोंई-नोंई बु�त� के� से2खुत� हD ,तभा2 उनोंके� प1रो� विवके�से ह� प�त� ह* , परो"त) ज्य�वितर्षों-श�स्त्र के� से�र्थ त� बु�त ह2 उल्ट[ ह* , अमिधाके�"श ल�ग त� इसे� विवज्ञा�नों म�नोंनों� के� त*य�रो ह2 नोंह9 , क्तिसेफf खु�मिमयJ ह2 विगनों�त� हD औरो जा� म�नोंत� हD , व� अ"धाभा< बुनों� हुए हD । यदिद के�ई ज्य�वितर्षों2 सेह2 भाविवष्‍यव�णों2 केरो� त� उसे� प्र�त्से�हनों मिमल� नों मिमल� ,उसेके� द्वा�रो� केK गय2 एके भा2 गलत भाविवष्‍यव�णों2 के� उसे� व्यं"ग्यव�णों से)नोंनों� पड़त� ह*। इसेक्तिलए अभा2 तके ज्य�वितर्षों2 इसे रो�ह परो �लत� आ रोह0 हD , जाहJ क्ति�त्ते भा2 उनोंकेK औरो पट भा2 उनोंकेK ह2 ह�। यदिद उसेनों� विकेसे2 से� केह दिदय�, `त)म्ह� त� अम)के के] ह�नों�व�ल� ह* , प1जा� केरोव� ल� ,यदिद उसेनों� प1जा� नोंह9 केरोव�ई औरो के] ह� गय�,त� ज्य�वितर्षों2 केK बु�त विबुल्के) ल सेह2। यदिद प1जा� केरोव� ल2 औरो के] ह� गय� त� `प1जा� नोंह9 केरोव�त� त� पत� नोंह9 क्य� ह�त�´ । यदिद प1जा� केरोव� ल2 औरो के] नोंह9 हुआ त� `ज्य�वितर्षों2जा2 त� विकेल्के) ल के] के� हरोनों�व�ल� हD´ जा*से� विव��रो मनों म0 आत� हD। हरो स्थि7वित म0 ल�भा भाल� ह2 प"विड्त के� ह� , फक्तिलत ज्य�वितर्षों के� जा�नों�-अनोंजा�नों� के�फK धाक्के� पहु"�त� आ रोह� ह*।

विकेन्त) ल�खु व्यंवधा�नों� के� बु�वजा1द भा2 प्रकेS वित के� हरो �2जा के� विवके�से लगभाग विनोंमिय�त ह�त� ह* प्रकेS वित के� यह विनोंयम ह* विके जिजासे बु2जा के� उसेनों� प*द� विकेय� , उसे� उसेकेK आवश्यकेत� केK वस्त) मिमल ह2 जा�एग2 । द�खु-रो�खु नोंह9 ह�नों� के� बु�वजा1द प्रकेS वित केK से�रो2 वस्त)ए" प्रकेS वित म0 विवद्याम�नों रोहत2 ह2 ह*। बु�लके जान्म ल�नों� के� बु�द अपनों2 आवश्यकेत�ओं केK प1र्तित� के� क्तिलए अपनों2 मJ परो विनोंभाfरो ह�त� ह*। यदिद मJ नों ह� , त� विपत� य� परिरोव�रो के� अन्य सेदस्य उसेके� भारोणों-प�र्षोंणों केरोत� हD। यदिद के�ई नों ह� , त� बु�लके केम उम्र म0 ह2 अपनों2 जाव�बुद�ह2 उठी�नों� से2खु जा�त� ह*। एके पXधा� भा2 अपनों� के� बु��नों� के� क्तिलए केभा2 ट�ढ़� ह� जा�त� ह* , त� केभा2 झा)के जा�त� ह*। लत�ए" मजाबु1त प�ड़� से� क्तिलपट केरो अपनों2 रोक्ष� केरोत2 हD ।

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के) ल मिमल�केरो यह2 केह� जा� सेकेत� ह* विके सेबुकेK रोक्ष� विकेसे2 नों विकेसे2 तरोह ह� ह2 जा�त2 ह* औरो ऐसे� ह2 ज्य�वितर्षों श�स्त्र के� से�र्थ हुआ। आजा जाबु सेभा2 सेरोके�रो2 औरो ग*रो-सेरोके�रो2 से"7�ए" ज्य�वितर्षों विवज्ञा�नों के� प्रवित उप�क्ष�त्मके रोव*य� अपनों� रोह2 ह*, सेभा2 परो"परो�गत ज्य�वितर्षों2 रो�हू , के� त) औरो हिंव�श�त्तेरो2 के� भ्र�मके जा�ल म0 फ" सेकेरो अपनों� दिदम�ग के� के�ई सेदुपय�ग नों केरो प�नों� से� तनों�वग्रस्त हD , वह9 दूसेरो2 ओरो ज्य�वितर्षों विवज्ञा�नों के� इसे नोंए व*ज्ञा�विनोंके य)ग के� अनों)रुप गत्य�त्मके विवके�से ह� �)के� ह*। `गत्य�त्मके ज्य�वितर्षों2य अनों)से"धा�नों के� न्द्र´ द्वा�रो� ग्रह� के� गत्य�त्मके औरो 7*वितके शक्ति< के� विनोंके�लनों� के� से1त्र केK खु�जा के� बु�द आजा ज्य�वितर्षों एके वस्त)परोके विवज्ञा�नों बुनों �)के� ह* ।

जा2वनों म0 सेभा2 ग्रह� के� पड़नों�व�ल� प्रभा�व के� ज्ञा�त केरोनों� के� क्तिलए द� व*ज्ञा�विनोंके प_वितय� `गत्य�त्मके दश� प_वित´ औरो `गत्य�त्मके ग��रो प्रणों�ल2´ के� विवके�से विकेय� गय� ह* , जिजासेके� द्वा�रो� जा�तके अपनों� प1रो� जा2वनों के� उत�रो-�ढ़�व के� ल�खु�क्ति�त्र प्र�प्त केरो सेकेत� हD। इसे दश�-प_वित के� अनों)से�रो शरो2रो म0 स्थि7त सेभा2 ग्र"क्तिर्थय� केK तरोह सेभा2 ग्रह एके विवश�र्षों सेमय ह2 म�नोंव के� प्रभा�विवत केरोत� हD। जान्म से� 12 वर्षोंf तके केK अवमिधा म0 म�नोंव के� प्रभा�विवत केरोनों�व�ल� मनों के� प्रत2के ग्रह �"द्रम� ह* , इसेक्तिलए ह2 बुच्चों� क्तिसेफf मनों के� अनों)से�रो के�यf केरोत0 हD ,इसेक्तिलए अभिभाभा�वके भा2 खु�ल-खु�ल म0 ह2 उन्ह0 से�रो2 बु�त0 क्तिसेखुल�त� हD। 12 वर्षोंf से� 24 वर्षोंf तके के� विकेश�रो� के� प्रभा�विवत केरोनों�व�ल� विवद्या� , बु)जि_ औरो ज्ञा�नों के� प्रत2के ग्रह बु)धा ह�त� ह*, इसेक्तिलए इसे उम्र म0 बुच्चों� म0 से2खुनों� केK उत्से)केत� औरो क्षमत� के�फK ह�त2 ह*। 24 वर्षोंf से� 36 वर्षोंf तके के� य)वके� के� प्रभा�विवत केरोनों�व�ल� शक्ति<-से�हसे के� प्रत2के ग्रह म"गल ह�त� ह*, इसेक्तिलए इसे उम्र म0 य)वके अपनों� शक्ति< के� सेव�fमिधाके उपय�ग केरोत� हD ।

36 वर्षोंf से� 48 वर्षोंf केK उम्र तके के� प्रXढ़� के� प्रभा�विवत केरोनों�व�ल� य)क्ति<य� के� ग्रह श)क्र ह* , इसेक्तिलए इसे उम्र म0 अपनों2 य)क्ति<-केल� के� सेव�fमिधाके उपय�ग विकेय� जा�त� ह* । 48 वर्षोंf से� 60 वर्षोंf केK उम्र के� व्यंक्ति< के� प्रभा�विवत केरोनों�व�ल� ग्रह सेमस्त सेXरोम"ड्ल केK उजा�f के� स्रो�त से1यf ह*, इसेक्तिलए इसे उम्र के� ल�ग� परो अमिधाके�मिधाके जिजाम्म�द�रिरोयJ ह�त2 हD, बुड़�-बुड़� के�य के� क्तिलए उन्ह0 अपनों� त�जा औरो धा*यf केK परो2क्ष� द�नों2 पड़त2 ह*। 60 वर्षोंf से� 72 वर्षोंf केK उम्र के� प्रभा�विवत केरोनों�व�ल� धामf, न्य�य के� प्रत2के ग्रह बुSहस्पवित ह*, इसेक्तिलए यह सेमय सेभा2 प्रके�रो के� जाव�बुद�विहय� से� म)< ह�केरो धा�र्मिम�के जा2वनों जा2नों� के� म�नों� गय� ह*। 72 वर्षोंf से� 84 वर्षोंf तके केK अवितवS_�व7� के� प्रभा�विवत केरोनों�व�ल� सेXरोम"ड्ल के� दूरो7 ग्रह शविनों ह*। इसे2 प्रके�रो 84 से� 96 तके य1रो�नोंसे , 96 से� 108 तके नों�पच्‍य1नों औरो 108 से� 120 वर्षों Z केK उम्र तके प्ल1ट� के� प्रभा�व म�नों� गय� ह*।

इसे दश�-प_वित के� अनों)से�रो यदिद प1र्णिणों�म� के� सेमय बुच्चों� के� जान्म ह� त� बु�पनों म0 स्व�स्थ्य केK मजाबु1त2 औरो प्य�रो-दुल�रो के� व�त�वरोणों मिमलनों� के� के�रोणों उनोंके� मनों�व*ज्ञा�विनोंके विवके�से के�फK अच्छा� ह�त� हD। इसेके� विवपरिरोत, अम�वस्य� के� सेमय जान्म ल�नों�व�ल� बुच्चों� म0 स्व�स्थ्य य� व�त�वरोणों केK गड़बुड़2 से� मनों�व*ज्ञा�विनोंके विवके�से बु�मिधात ह�त� द�खु� गय� ह*। बुच्चों� के� जान्म के� सेमय बु)धा ग्रह केK स्थि7वित मजाबु1त ह� त� विवद्या�र्थz जा2वनों म0 उन्ह0 बुXजि_के विवके�से के� अच्छा� अवसेरो मिमलत� हD । विवपरिरोत स्थि7वित म0 बुXजि_के विवके�से म0 केदिठीनों�ई आत2 हD। जान्म के� सेमय म"गल मजाबु1त ह� त� 24 वर्षोंf से� 36 वर्षोंf केK उम्र तके मनों�नों)के1 ल म�हXल प्र��प्त ह�त� ह*। विवपरो2त स्थि7वित म0 जा�तके अपनों� के� शक्ति<ह2नों सेमझात� ह*। जान्म के� सेमय मजाबु1त श)क्र केK स्थि7वित 36 वर्षोंf से� 48 वर्षोंf केK उम्र तके से�रो2 जाव�बुद�विहय� के� से)��रुप1णोंf ढं"ग से� अ"जा�म द�त2 हD, विवपरो2त स्थि7वित म0 , के�म से)��रुप1णोंf ढं"ग से� नोंह9 �ल प�त� ह*। इसे2 प्रके�रो मजाबु1त से1यf 48 वर्षोंf से� 60 वर्षोंf तके व्यंक्ति< के� स्तरो म0 के�फK वSजि_ ल�त� हD, विकेन्त) केमजा�रो से1यf बुड़2 असेफलत� प्रद�नों केरोत� हD। जान्मके�ल के� मजाबु1त बुSहस्पवित से� व्यंक्ति< के� अवके�श-प्र�प्त के� बु�द के� जा2वनों से)खुद ह�त� हD।विवपरो2त स्थि7वित म0 अवके�श प्र�प् त केरोनों� के� बु�द उनोंकेK जावबुदह�ह2 खुत्म नोंह9 ह� प�त2 हD। मजाबु1त शविनों के� के�रोणों 72 वर्षोंf से� 84 वर्षोंf तके के� अवितवS_ केK भा2 विहम्मत बुनों2 हुई ह�त2 ह*, जाबुविके केमजा�रो शविनों इसे अवमिधा के� बुहुत के]प्रद बुनों� द�त� हD।इनों ग्रह� के� सेव�fमिधाके बु)रो� प्रभा�व क्रमश: 6 ठी� , 18 व0, 30 व0, 42 व0 ,54 व0, 66 व0 औरो 78 व0 वर्षोंf म0 द�खु� जा� सेकेत� ह*।

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गत्य�त्मके ज्य�वितर्षों केK खु�जा के� प��तI विकेसे2 व्यंक्ति< के� भाविवष्‍य जा�नोंनों� असे"भाव त� नोंह9 , म)स्तिश्केल भा2 नोंह9 रोह गय� ह* , क्य�विके व्यंक्ति< के� भाविवष्‍य के� प्रभा�विवत केरोनों� म0 बुड़� अ"श विवज्ञा�नों के� विनोंयम के� ह�त� ह* , छ�ट� अ"श ह2 से�म�जिजाके , रो�जानों2वितके , आर्थिर्थ�के य� प�रिरोव�रिरोके ह�त� ह* य� व्यंक्ति< खु)द तय केरोत� ह*। व�स्तव म0 , हरो केमfय�ग2 आजा यह म�नोंत� हD विके के) छ के�रोके� परो आदम2 के� वश ह�त� ह* , के) छ परो ह�केरो भा2 नोंह9 ह�त� औरो के) छ के) छ परो त� ह�त� ह2 नोंह9 । व्यंक्ति< के� एके छ�ट� विनोंणोंfय भा2 गहरो� अ"धा� के) ए" म0 विगरोनों� य� उ"�2 छल�"ग लग�नों� के� क्तिलए के�फK ह�त� ह*। इतनों2 अविनोंभि�तत� के� मध्य भा2 अगरो ज्य�वितर्षों भाविवष्‍य म0 झा�"केनों� केK विहम्मत केरोत� आय� ह* त� वह उसेके� दुस्से�हसे नोंह9 , वरोणोंI सेमय-सेमय परो विकेए गए रिरोसे�f के� मजाबु1त आधा�रो परो उसेके� खुड़� ह�नों� ह*।