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दिल पलिसक ह (िगभग) लिलि क सर के लिए 85000 पलिस सशन ह पर लिलि 183 www.delhi.nbt.in नवभारत टाइम । नई दिल । शुवार, 24 जुाई 2015 n वर वरा, नई दिल दिल सरकार की पुलिस को उसके कंोि म िाने की मांग पर संलिधान लिशेष मानते ह लक यह तभी संभि हो सकता है, जब संलिधान म संशोधन लकया जाए लजसके लिए संसद म दो-लतहाई बहुमत की जरत होगी। यह बहुमत मोदी सरकार के पास नह है। सिा ि यह भी उठ रहा है लक अनय पालयां लदलिी पुलिस को लदलिी के तहत िाने पर क सरकार को कय समरन दगी? िकसभा के पूि सेरी और संलिधान लिशेष एस. के. शमा के मुतालबक लजस भी सरकार के पास पुलिस होती है उससे उसे पािर लमिती है। इसी तरह जमीन भी सरकार के तहत आने से उसे अरॉ री लमिती है। लपछिे कई साि से लदलिी की बीजेपी और कांेस भी यह मांग करती रही ह। अब यही मांग आम आदमी पा की लदलिी सरकार भी कर रही है। यह एक राजनीलतक मांग है। अगर िोग के लिहाज से देखा जाए तो िोग को इस बात से कोई फक नह पता लक पुलिस लदलिी सरकार के तहत हो या क सरकार के तहत। यही कारण है लक अगर इतने साि म िोग को इस बात से कोई फक पा होता तो यह मांग जन आंदोिन बन जाती। शमा का कहना है लक एक यह भी मसिा उठता है लक कया देश की राजधानी लकसी रा जय के अधीन हो सकती है। कयल क राजधानी म रापलत, धानमंी, संसद, दूतािास, एयरपो, पूरे देश कसांसद सलहत क सरकार के तमाम ऑलफस ह, इसलिए भी कोई भी दि या पा लदलिी पु लिस को राजय के अधीन िाने का समरन नह करेगी। चूंलक देश के सभी राजय सआने िा िे सांसद लदलिी म रहते ह, इसलिए अगर पुलिस लदलिी सरकार के तहत होगी तो इन सांसद का भाि भी कम होगा। एस. के. शमा का यह भी कहना है लक मुखयमंी अरलिंद केजरीिा ि ने लदलिी पु लिस के लिए आपलजनक शबद और बयानबाजी करके पुलिस को अपने लखिाफ कर लिया है। इसका असर अनय राजय की पुलिस पर भी प रहा है। अगर पुलिस को लदलिी सरकार के तहत िाना है तो सं लिधान के आलकि 239-एए के शबद म बदिा ि करना पगा और यह तभी संभि है जब संसद इसे अपने दो लतहाई बहुमत से पास करे। बिना संबिधान संशोधन के नह िनेगी िात संसद म दो बतहाई िहुमत के साथ कानून म िदलाि जरी l संबिधान बिशेष ने कहा, देश की राजधानी बकसी राज के तहत आना मुशकल l काफी साल से पुबलस और डीडीए को बदलली सरकार के तहत लाने की मांग नह हुई आसान नह है रासा n दव, नई दिल दिल क पूि मुखयमंी शी िा दीलत का कहना है लक पुलिस के मामिे म केजरीिा ि लसफ कराि की राजनीलत कर रहे ह। लदलिी म शासन संलिधान के मुतालबक चिता है। अगर उनह पुलिस अपने तहत चालहए तो यह तभी संभि है जब संसद संलिधान म बदिा ि करे। यह सच बात है लक चुनी हुई सरकार जनता के लत जिाबदेह है, िेलकन सरकार लनयम और कानून के मुतालबक ही चिती है। संल िधान के मुतालबक देखा जाए तो एिजी लदलिी के शासक ह, लजस तरह से भिे ही कीय कैलबने भिे ही कोई लनणय िे िे, िेलकन उस पर रापलत की मुहर जर िगती है। शीिा ने कहा लक उनककायकाि म भी पुलिस के कुछ लहससे को लदलिी सरकार के तहत िाने की बात की गई री। यह भी सताि रा लक लदलिी पुलिस ना सही, लफक पुलिस को ही लदलिी सरकार के तहत कर लदया जाए। िेलकन हमने क सरकार से कराि नह लकया, जो संलिधान के मुतालबक रा उसही माना। मगर केजरीिा ि तो हर चीज के लिए करा ि कर रहे ह। केजरवि कर रहे ह करव : शि लगाए गंभीर आरोप l बडपी सीएम ने कहा, मोदी ने सीिीआई और एनफोसम डारेकोरे का तो िंाधार कर ही बदा है l अि बदलली मबहला आोग और एंी करपशन बांच को खतम करने की मुबहम म लगे ह ससौसिया ने साधा मोिी पर सनशाना n रुख ंवाििाता, नई दिल दिल के उपमुखयमंी मनीष लससौलदया ने धानमंी नर मोदी पर गंभीर आरोप िगाए ह। लससौलदया ने मोदी पर लदलिी सरकार की एंी करपशन बांच और लदलिी मलहिा आयोग को ठप करने का आरोप िगाते हुए कहा है लक मोदी ने लजस तरह सीबीआई और एनफोसम डायरेकोरे का बंाधार लकया है, उसी तरह अब िह मलहिा आयोग और एंी करपशन बांच का भी बंाधार करने म िगे हुए ह। उनह ने मोदी से अपीि भी की है लक िह लदलिी सरकार को परेशान ना कर और एंी करपशन बांच को वयिसरा के लहसाब से काम करने द। लदलिी मलहिा आयोग की नई अधय सिालत माल ििा ि की लनयुक कत को िेकर ख हुए ल ििाद पर सफाई देते हुए गुिार को लससौलदया ने सीधे पीएम नर मोदी पर हमिा बोिा। लससौलदया ने कहा लक लजस िकत ाचार लिरोधी मुलहम के तहत लदलिी सरकार की एंी करपशन बांच को सफिता लमि रही री और उससे िोग का ल िशिास एसीबी म ब रहा रा तब उसे फेि करने के लिए सालजश रची गई और मोदी के इशारे पर जान बूझकर मुकेश कुमार मीणा को जॉइं कलमर बनाकर एसीबी म बैठा लदया गया, तालक िहां कोई काम ना हो पाए। लससौलदया ने बताया लक सरकार को ऐसी सूचना लमिी री लक मोदी वयकतगत प से इन सब चीज को देख रहे रे। उसी दौ रान यह अफिाह फै िी लक एंी करपशन बांच क सरकार के एक ब मंी के लखिाफ ाचार के मामिम एफआईआर दज करने िा िी है। उसी को रोकने के लिए आनन फानन म एसीबी म नया चीफ िाकर बैठा लदया गया और उनके आने के बाद से एसीबी ठप हो गई। इसके बाद जब लदलिी सरकार ने अपने अलधकार रय के माधयम से ाचार को रोकने की कोलशश की, तो उसम भी पुलिस और एसीबी ने कोई मदद नह की। उनह ने कहा लक एिोकेशन ऑफ लबजनेस लस म साफ लिखा है लक एंी करपशन बांच लदलिी सरकार के लिलजिस ल िभाग का एक लहससा है और इस लिहाज से िह सीधे तौर पर लदलिी सरकार के अधीन है, िेलकन इसके बािजूद मोदी जी के इशारे पर एसीबी को ठप करने की कोलशश की गई। लससौलदया ने वयापम घोािे और िलितगे कांड का हिा िा देते हुए कहा लक मोदी जी सीबीआई और एनफोसम डायरेकोरे को तो ठीक से संभाि नह पा रहे ह, िेलकन एसीबी पर अपना कंोि करने म उनका जयादा इंस है। लससौलदया ने इसके लिए लदलिी के लिधानसभा चुनाि म बीजेपी को लमिी करारी हार को लजमेदार ठहराते हुए कहा लक असि म मोदी लदलिी की जनता से अपनी उसी हार का बदिा िे रहे ह और उसी के तहत लदलिी म गुजरात मॉडि को िागू करने की कोलशश की जा रही है, िेलकन हम उनकी इन कोलशश को सफि नह होने दगे। लससौलदया ने कहा लक हम मानते ह लक लदलिी पु लिस क सरकार के अधीन है और इसलिए हम धानमंी से अपीि करते ह लक लदलिी पु लिस को आप चिाएं, मगर एंी करपशन बांच को हम चिाने द। उनह ने यह भी कहा लक मोदी जी अगर पुलिस को एंी करपशन बांच को कंोि म करने के बजाय मलहिा की सुरा और ाचार को खतम करने म िगाएंगे, तो जयादा अचछा होगा। n रुख ंवाििाता, नई दिल दिल के लडपी सीएम का कहना है लक क सरकार और खासतौर से धानमंी कपास इतना िकत ही नह है ल क िह लदलिी के िग और लदलिी पु लिस की समसया को समझ सक। कुि लमिाकर लदलिी पु लिस स बनती जा रही है। लदलिी म आज जो कुछ भी हो रहा है, उन सारी चीज को देखकर इस बात से कोई इनकार नह करेगा लक यहां पुलिस का गित इसतेमाि लकया जा रहा है और सही काम के लिए पुलिस का इसतेमाि लकया ही नह जा रहा है। लदलिी म रोज हजार मलहिाएं छखानी का लशकार होती ह, मगर उनकी लशकायत पर एफआईआर नह लिखी जाती। चोरी, अपहरण, मडर की िरदात होती ह, िेलकन पुलिस जांच म लच नह लदखाती। अगर हमारा एक एसडीएम रशित िेते दो िोग को पक कर राने िे जाता है, तो उनकी एफआईआर नह लिखी जाती िेलकन रातरात 300-400 पुलिस िि को एसीबी की मुखयािय पर तैनात कर लदया जाता है। जनता के लिए पुलिस उपिबध नह है, िेलकन एसी बी और सरकार के दफतर पर कंोि करने के लिए पुलिस है। हम चाहते ह लक मोदी जी या तो संलिधान का फॉिो करते हुए लदलिी की जनता से लमि और उनके दुख दद जान। िह देख लक ाचार और बते अपराध से िोग लकस कदर दुखी ह और इसे रोकने के लिए पहि कर। पुलिस के िोग की हाित भी कोई खास अचछी नह है, िेलकन उनके िेिफेयर को िेकर भी कोई धयान नह दे रहा। लदलिी पुलिस को लदलिी के िोग की लजंदगी म कोई इंस नह है और क सरकार केिि लदलिी पु लिस को लमसयूज करना चाहती है। हम लदलिी की जनता के संपक म रहते ह, िग से लमिते ह और उनकी दुख तकिीफ जानते है, इसलिए हम चाहते ह लक अगर क सरकार लदलिी पु लिस को नह संभाि पा रही है, तो िह पुल िस को हमारे हिा िे कर दे। 'ोि ज के पस न लिलि पलिस के लिए वक है और न िोग के लिए' खाकी पावर से बनगे बाहुबली लिलि िगर ब रहे इ से लिर गय पलिस पर कंोि क n शांत ोन, नई दिल आर आिर पा और उसके नेतृ ति ििसरकार की लदलिी पु लिस के सार िाई नई नह है। यह िाई तब शु हुई, जब अा हजारे के नेतृ ति म शु हुए ाचार लिरोधी आंदो िन की आंच को फैिने से रोकने के लिए लदलिी पु लिस ने अा हजारे, अरलिंद केजरीिा ि और उनके सालरय को लगरफतार करके लतहा जेि म डाि लदया रा। उसके बाद कई बार केजरीिा ि और उनके सहयोलगय का पुलिस के सार ल ििाद हुआ। लनभया हतयाकांड के बाद लदलिी म ब पैमाने पर जो लिरोध दशन हुए, उस दौरान भी केजरीिा ि और उनके सहयोलगय के ारगे पर लदलिी पु लिस ही रही। सपछली सरकार म धरने पर बैठे थे सीएम लपछिे साि जब लदलिी म आप की 49 लदन की सरकार री, तब माििीय नगर म लिधायक सोमनार भा रती के ारा डािी गई रेड के दौरान लजन पुलिस िा ि का सोमनार के सार लििाद हुआ रा, उनह ससपड करने की मांग को िेकर केजरीिा ि रेि भिन के सामने धरने पर बैठ गए रे। उस िकत भी उनह ने पुलिस को लदलिी सरकार के अधीन िाने की मांग की री। इस बार जब केजरीिा ि पूण बहुमत के सार लदलिी म सरकार बनाने म कामयाब हुए ह, तो अपनी इस मांग को और तेज कर लदया है। खासतौर से एंी करपशन बांच म जॉइं कलमर मुकेश कुमार मीणा की लनयुक कत के बाद केजरीिा ि ने इस मुे को और ब सतर पहुंचाने की कोलशश की है और अपनी इसी मुलहम के तहत िह रापलत और धानमंी से िेकर गृह मंी और एिजी तक का दरिाजा खखा चुके ह। इस बार मसहला सुरा को बनाया है मुा पुलिस को लदलिी सरकार के अधीन िने और पूण राजय का दजा लदिाने की मांग के पीछ केजरीिा ि का असि मकसद क से उन शकतय को िापस िने का है, लजसके चिते लदलिी सरकार अनय राजय की तरह सितं प से फैसिे नह िे पाती है और उसे तमाम ब फैसिे िेने के लिए एिजी या गृह मंािय से मंजूरी िेनी पती है। इस बार भी केजरीिा ि ने मलहिा की सुरा और ाचार लिरोधी मुलहम का हिा िा देते हुए लदलिी पु लिस पर हमिा बोिा है और साफतौर पर कहा है लक अगर क सरकार लदलिी पु लिस को नह संभाि सकती, तो उसे हमारे हिा िे कर दे। िह लदखा दगे लक पुलिस से कैसे काम लिया जाता है। कंोल की लडाई बनी अहम का टकराव केजरीिा ि का मानना है लक लपछिी बार क की यूपीए सरकार ने और मौजूदा मोदी सरकार ने उनकी सरकार को ईमानदारी से काम करने से रोकने के लिए पुलिस का सहारा लिया है। ऐसे म अगर उनकी सरकार काम करना चाहती है और खासतौर से ाचार और मलहिा सुरा के मुे पर लबना लकसी अचन के कदम आगे बाना चाहती है, तो लदलिी पु लिस पर लदलिी सरकार का लनयंण होना जरी है। चूंलक लदलिी सरकार के अधीन आतही पुलिस को लमिी कई सारी शकतयां भी स के पा स आ जाएंगी, ऐसे म लदलिी सरकार भी अनय राजय की तरह पुलिस का इसतेमाि अपनी इचछानु सार कर सकेगी। चूंलक क सरकार भी पुलिस पर से अपना लनयंण नह खोना चाहती है, यही िजह है लक अब यह मुा क और लदलिी सरकार के बीच अहम की िाई बन चुका है। पुबलस के बलए आप का झगडा पुराना n पंकज ताग, नई दिल पुद पर कंोि के लिए लदलिी सरकार पुरजोर यास कर रही है। िेलकन पुलिस लदलिी सरकार के कंोि म आने के लिए लबिकुि तैयार नह है। उसे क सरकार के मातहत रहना ही पसंद है। क सरकार भी पुलिस को अपने कंोि से बाहर देने के लिए तैयार नह है। आलखर इस लकोण म झग की िजह कया है और पुलिस को हर सरकार अपने मातहत कय रखना चाहती है? पुसलस से सबसे जयािा जुडी है पबलक पुलिस अफसर के मुतालबक, पुलिस की छल ि नागर रक की सेिा करने िा िी फोस के बजाय नागर रक को दबाने िा िी शक कत के प म बनना इसकी सबसबी िजह है। आम नागर रक के सामने सरकार से सबसे पहिे िसता पुलिस के तौर ही पता है। यही कारण है लक कोई भी सरकार पुलिस पर कंोि से खुद को महम नह रखना चाहती। माहौि ऐसा बन चुका है लक सरकार के पास भिे ही जनता के लहत के लिए तमाम मंािय और लडपाम ह, िेलकन अगर पुलिस उसकपास नह ह तो उसे आधा-अधूरा माना जाता है। इससे पहिे शीिा दीलत सरकार के दौरान भी यह मसिा उठता रहता रा, जबलक उन लदन लदलिी और क म एक ही पा की सरकार र। 'मनचाहे काम कराने के सलए चासहए कंोल' लदलिी पु लिस के र रायड डीसीपी एि. एन. रा ि के मुतालबक, ऐसा तीत होता है लक लदलिी सरकार पु लिस से मनचाहे काम कराने के मकसद से उस पर कंोि करना चाहती है। अगर ऐसा हो गया तो लदलिी सरकार के लमलनसर और एमएिए एसएचओ पर दबा ि बनाकर अपनी मनमज करगे। उनह ने कहा लक क सरकार पुलिस को अपने कंोि म इसलिए रखती है, कयल क यहां महज िॉ एंड ऑडर और जांच का ही मामिा नह है। रापलत और धानमंी के अिा िा यहां दूसरे देश के दूतािास की लसकयुर री का भी मसिा है। पुसलस नह िेी मं सय- सवधायक को अहसमय जमीनी हकीकत यह है लक लदलिी म आम आदमी पा की सरकार हो या कांेस की, लदलिी पु लिस के अफसर एमएिए तो कया, मंी को भी कोई खास तिो नह देते। कई एमएिए तो अपने इिाके के एसएचओ के बजाय बी कॉनसबि को ही फोन करने म अपनी भिाई समझते ह। कसमर की राय, क का कंोल पबलक के सलए अचछा पुलिस कलमर बी. एस. बससी की लनजी राय है लक लदलिी पुलिस पर क सरकार का कंोि लदलिी के लिए खुशलकसमती है, कयल राजधानी की पुलिलसंग म धानमंी और गृह मंी का कोई लनलहत सिा र नह होता। इसके जिाब म केजरीिा ि का बयान है लक पुलिस लनरंकुश हो चुकी है। हािांलक फैक यह है ल क लदलिी पु लिस के बॉस एिजी और कीय गृह मंी होतह और पीएम अमूमन सीधे दखि नह देते। एिजी और गृह मंी से लमिना आम आदमी के लिए संभि नह होता और बहुत से िोग केजरीिा ि से सहमत हगे लक राजनीलतक कंोि के बगैर लदलिी पु लिस लनरंकुश हो गई है। सकसकी हो पुसलस? l पहले से जारी है संघर, अा आंिोलन के िरान जेल गए थे केजरीवाल l सनरया कांड के बाि हुए िशन म री सिलली पुसलरही थी इनके सनशाने पर इससलए है झगडा l पबलक सबसे जयािा जुडी है पुसलस से, लेसकन उसकी छसव जना को िबाने वाली l पावर होलड करने के सलए पुसलस पर सनयंण जरी क के कंोल म ही पुबलस के ‘अच बदन’ n रुख ंवाििाता, नई दिल क रकार और धानमंी पर लदलिी सरकार की ाचार लिरोधी मुलहम को कुचिने का आरोप िगाते हुए उपमुखयमंी मनीष लससौलदया ने गुिार को लदलिी सरकार और उसके अफसर की बेबसी बयां की। लससौलदया ने दो लदन पहिे की एक घना का लज करते हुए बताया लक लदलिी सरकार म अगर कोई ाचार रोकने की कोलशश करता है, तो लकस तरह उसकी राह म रो अकाए जा रहे ह। उनह ने कहा लक धानमंी के कहनपर एंी करपशन बांच म मुकेश कुमार मीणा की लनयु कत की गई, तब से एसीबी का कामकाज पूरी तरह ठप हो गया। इसे देखते हुए सरकार ने अपने अलधका रय के माधयम से ाचार लिरोधी मुलहम को जारी रखने का फैसिा लकया। मंगििार को लदन म लदलिी सरकार के एक एसडीएम ने डीडीए के दो कमचार रय को र रशित िेते रंगे हा र पका। एसडीएम सब-लडलिजनि मैलजस होता है और उसे पूरी पािर होती है लक अगर उसके सामने कोई गित काम हो रहा हो, तो िह ऐसे शखस को लगरफतार करिा सकता है, िेलकन रशित िेने िा ि को पकने िा िे एसडीएम की लशकायत पर एंी करपशन बांच से िेकर लदलिी पु लिस तक सबने उन दोन आरोलपय को लगरफतार कर उनके लखिाफ एफआईआर दज करनसे इनकार कर लदया। लससौलदया ने बताया लक जब एंी करपशन बांच ने इस मामिे को िेने से इनकार कर लदया, तो एसडीएम पक गए दोन िोग को िेकर िोकि राने पहुंचे। िहां डयूी अफसर मौजूद रा। जब एसडीएम ने उसे पूरा मामिा बताया, तो डयूी अफसर ने कहा लक उसकपास इस मामिे को िने की पािर नह है और एसएचओ इस बारे म फैसिा करगे। एसएचओ को बुिाया गया, तो उनह ने कहा लक डीसीपी साहब जब कहगे, तभी िह इस मामिे म एफआईआर दज कर पाएगा। डीसीपी को बुिाया गया, तो उनह ने पुलिस कलिलजिस लडपाम म जाकर लशकायत दज कराने को कहा। जब लिलजिस पुलिस से बात की गई, तो उनह ने भी िह केस िेने से मना कर लदया। एसडीएम देर शाम तक दोन आरोलपय को िेकर घूमते रहे, िेलकन जब सबने उन आरोलपय को अरे स करने से मना कर लदया, तो आलखरकार मजबूर होकर देर शाम को उनह दो आरोलपय की एमएिसी करिाने कबाद उनह उनके पर रजन के हिा िे कर छोना पा। लससौलदया ने कहा लक इससे साफ हो जाता है लक लदलिी म ाचार के लखिाफ कार िाई करना लकतना मु कशकि हो गया है। एक अलधकारी अपनी जान जोलखम म डािकर रशित िेने िा िे को पकता है, िेलकन एंी करपशन बांच से िेकर पुलिस तक कोई भी उसकलखिाफ कार िाई नह करता। करपशन पर बां क 'बेब' ससौ सिया ने बाया, रशवखोरी म रंगेहाथ धरे गए आरोसपय को लेकर घूमे रहे एसडीएम, सकसी ने नह सकया अरेसट Durgadatt Pandey

Delhi Police

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It is about Delhi Police which is in trouble due to some controversies.

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Page 1: Delhi Police

दिललीपलिसकरमी ह (िगभग) लिलिली कली सरकषा क लिए

85000पलिस सटशन ह परली लिलिली र

183www.delhi.nbt.in

नवभारत टाइमस । नई दिलली । शकरवार, 24 जाई 2015

n वलीरदर वरामा, नई दिलली

दिलली सरकार की पलिस को उसक कटोि म िान की माग पर सलिधान लिशषजञ मानत ह लक यह तभी सभि हो सकता ह, जब सलिधान म सशोधन लकया जाए लजसक लिए ससद म दो-लतहाई बहमत की जररत होगी। यह बहमत मोदी सरकार क पास नही ह। सिाि यह भी उठ रहा ह लक अनय पाल टिया लदलिी पलिस को लदलिी क तहत िान पर कदर सरकार को कयो समरथन दगी?

िोकसभा क पिथ सकरी और सलिधान लिशषजञ एस. क. शमाथ क मतालबक लजस भी सरकार क पास पलिस होती ह उसस उस पािर लमिती ह। इसी तरह जमीन भी सरकार क तहत आन स उस अरॉररी लमिती ह। लपछि कई सािो स लदलिी की बीजपी और कागस भी यह माग करती रही ह। अब यही माग आम आदमी पाटी की लदलिी सरकार भी कर रही ह। यह एक राजनीलतक माग ह। अगर िोगो क लिहाज स दखा जाए तो िोगो को इस बात स कोई फकक नही पडता लक पलिस लदलिी सरकार क तहत हो या कदर सरकार क तहत। यही कारण ह लक अगर इतन सािो म िोगो को इस बात स कोई फकक पडा होता तो यह माग जन आदोिन बन जाती।

शमाथ का कहना ह लक एक यह भी मसिा उठता ह लक कया दश की राजधानी लकसी राजय क अधीन हो सकती ह। कयोलक राजधानी म राषटपलत, परधानमती, ससद, दतािास, एयरपो टि, पर दश क सासद सलहत कदर सरकार क तमाम ऑलफस ह, इसलिए भी कोई भी दि या पाटी लदलिी पलिस को राजय क अधीन िान का समरथन नही करगी। चलक दश क सभी राजयो स आन िाि सासद लदलिी म रहत ह, इसलिए अगर पलिस लदलिी सरकार क तहत होगी तो इन सासदो का परभाि भी कम होगा।

एस. क. शमाथ का यह भी कहना ह लक मखयमती अरलिद कजरीिाि न लदलिी पलिस क लिए आपलतिजनक शबद और बयानबाजी करक पलिस को अपन लखिाफ कर लिया ह। इसका असर अनय राजयो की पलिस पर भी पड रहा ह। अगर पलिस को लदलिी सरकार क तहत िाना ह तो सलिधान क आल टिकि 239-एए क शबदो म बदिाि करना पडगा और यह तभी सभि ह जब ससद इस अपन दो लतहाई बहमत स पास कर।

बिना सबिधान सशोधन क नही िनगी िातससद म दो बतहाई िहमत क साथ कानन म िदलाि जररी

l सबिधान बिशषजञ न कहा, दश की राजधानी बकसी राजय क तहत आना मशकल l काफी सालो स पबलस और डीडीए को बदलली सरकार क तहत लान की माग नही हई

आसान नही ह रासा

n दवस, नई दिलली

दिलली कली पिथ मखयमती शीिा दीलषित का कहना ह लक पलिस क मामि म कजरीिाि लसफक कराि की राजनीलत कर रह ह। लदलिी म शासन सलिधान क मतालबक चिता ह। अगर उनह पलिस अपन तहत चालहए तो यह तभी सभि ह जब ससद सलिधान म बदिाि कर। यह सच बात ह लक चनी हई सरकार जनता क परलत जिाबदह ह, िलकन

सरकार लनयम और काननो क मतालबक ही चिती ह। सलिधान क मतालबक दखा जाए तो एिजी लदलिी क परशासक ह, लजस तरह स भि ही कदरीय कलबन भि ही कोई लनणथय ि ि, िलकन उस पर राषटपलत की महर जरर िगती ह।

शीिा न कहा लक उनक

कायथकाि म भी पलिस क कछ लहसस को लदलिी सरकार क तहत िान की बात की

गई री। यह भी परसताि रा लक लदलिी पलिस ना सही, टरलफक पलिस को ही लदलिी सरकार क तहत कर लदया जाए। िलकन हमन कदर सरकार स कराि नही लकया, जो सलिधान क मतालबक रा उस

ही माना। मगर कजरीिाि तो हर चीज क लिए कराि कर रह ह।

कजरलीवषाि कर रह ह करषाव : शलीिषा

लगाए गभीर आरोप l बडपी सीएम न कहा, मोदी न सीिीआई और एनफोससम डायरकोर का तो िाधार कर ही

बदया ह l अि बदलली मबहला आयोग और एी करपशन

बाच को खतम करन की मबहम म लग ह

सससौसिया न साधा मोिी पर सनशाना

n पररख सवाििाता, नई दिलली

दिलली क उपमखयमती मनीष लससौलदया न परधानमती नरदर मोदी पर गभीर आरोप िगाए ह। लससौलदया न मोदी पर लदलिी सरकार की ए ी करपशन बाच और लदलिी मलहिा आयोग को ठप करन का आरोप िगात हए कहा ह लक मोदी न लजस तरह सीबीआई और एनफोसथम डायरकोर का ब ाधार लकया ह, उसी तरह अब िह मलहिा आयोग और ए ी करपशन बाच का भी ब ाधार करन म िग हए ह। उनहोन मोदी स अपीि भी की ह लक िह लदलिी सरकार को परशान ना कर और ए ी करपशन बाच को वयिसरा क लहसाब स काम करन द।

लदलिी मलहिा आयोग की नई अधयषि सिालत मालििाि की लनयककत को िकर खड हए लििाद पर सफाई दत हए गरिार को लससौलदया न सीध पीएम नरदर मोदी पर हमिा बोिा। लससौलदया न कहा लक लजस िकत भरषाचार लिरोधी मलहम क तहत लदलिी सरकार की एी करपशन बाच को सफिता लमि रही री और उसस िोगो का लिशिास एसीबी म बढ रहा रा तब उस फि करन क लिए सालजश रची गई और मोदी क इशार पर जान बझकर मकश कमार मीणा को जॉइ कलमशनर बनाकर एसीबी म बठा लदया गया, तालक िहा कोई काम ना हो पाए। लससौलदया न बताया लक सरकार को ऐसी सचना

लमिी री लक मोदी वयककतगत रप स इन सब चीजो को दख रह र। उसी दौरान यह अफिाह फिी लक ए ी करपशन बाच कदर सरकार क एक बड मती क लखिाफ भरषाचार क मामि म एफआईआर दजथ करन िािी ह। उसी को रोकन क लिए आनन फानन म एसीबी म नया चीफ िाकर बठा लदया गया और उनक आन क बाद स एसीबी ठप हो गई।

इसक बाद जब लदलिी सरकार न अपन अलधकाररयो क माधयम स भरषाचार को रोकन की कोलशश की, तो उसम भी पलिस और एसीबी न कोई मदद नही की। उनहोन कहा लक

एिोकशन ऑफ लबजनस रलस म साफ लिखा ह लक ए ी करपशन बाच लदलिी सरकार क लिलजिस लिभाग का एक लहससा ह और इस लिहाज स िह सीध तौर पर लदलिी सरकार क अधीन ह, िलकन इसक बािजद मोदी जी क इशार पर एसीबी को ठप करन की कोलशश की गई। लससौलदया न वयापम घोाि और िलितग काड का हिािा दत हए कहा लक मोदी जी सीबीआई और एनफोसथम डायरकोर को तो ठीक स सभाि नही पा रह ह, िलकन एसीबी पर अपना कटोि करन म उनका जयादा इटस ह।

लससौलदया न इसक लिए लदलिी क लिधानसभा चनाि म बीजपी को लमिी करारी हार को लजममदार ठहरात हए कहा लक असि म मोदी लदलिी की जनता स अपनी उसी हार का बदिा ि रह ह और उसी क तहत लदलिी म गजरात मॉडि को िाग करन की कोलशश की जा रही ह, िलकन हम उनकी इन कोलशशो को सफि नही होन दग। लससौलदया न कहा लक हम मानत ह लक लदलिी पलिस कदर सरकार क अधीन ह और इसलिए हम परधानमती स अपीि करत ह लक लदलिी पलिस को आप चिाए, मगर ए ी करपशन बाच को हम चिान द। उनहोन यह भी कहा लक मोदी जी अगर पलिस को ए ी करपशन बाच को कटोि म करन क बजाय मलहिाओ की सरषिा और भरषाचार को खतम करन म िगाएग, तो जयादा अचछा होगा।

n पररख सवाििाता, नई दिलली

दिलली क लडपी सीएम का कहना ह लक कदर सरकार और खासतौर स परधानमती क पास इतना िकत ही नही ह लक िह लदलिी क िोगो और लदलिी पलिस की समसयाओ को समझ सक। कि लमिाकर लदलिी पलिस स बनती जा रही ह। लदलिी म आज जो कछ भी हो रहा ह, उन सारी चीजो को दखकर इस बात स कोई इनकार नही करगा लक यहा पलिस का गित इसतमाि लकया जा रहा ह और सही कामो क लिए पलिस का इसतमाि लकया ही नही जा रहा ह। लदलिी म रोज हजारो मलहिाए छडखानी का लशकार होती ह, मगर उनकी लशकायत पर एफआईआर नही लिखी जाती। चोरी, अपहरण, मडटिर की िारदात होती ह, िलकन पलिस जाच म रलच

नही लदखाती। अगर हमारा एक एसडीएम ररशित ित दो िोगो को पकड कर रान ि जाता ह, तो उनकी एफआईआर नही लिखी जाती िलकन रातोरात 300-400 पलिस िािो को एसीबी की मखयािय पर तनात कर लदया जाता ह। जनता क लिए पलिस उपिबध नही ह, िलकन एसीबी और सरकार क दफतरो पर कटोि करन क लिए पलिस

ह। हम चाहत ह लक मोदी जी या तो सलिधान का फॉिो करत हए लदलिी की जनता स लमि और उनक दख ददथ जान। िह दख लक भरषाचार और बढत अपराधो स िोग लकस कदर दखी ह और इस रोकन क लिए पहि कर। पलिस क िोगो की हाित भी कोई खास अचछी नही ह, िलकन उनक ििफयर को िकर भी कोई धयान नही द रहा। लदलिी पलिस को लदलिी क िोगो की लजदगी म कोई इटस नही ह और कदर सरकार किि लदलिी पलिस को लमसयज करना चाहती ह। हम लदलिी की जनता क सपकक म रहत ह, िोगो स लमित ह और उनकी दख तकिीफ जानत ह, इसलिए हम चाहत ह लक अगर कदर सरकार लदलिी पलिस को नही सभाि पा रही ह, तो िह पलिस को हमार हिाि कर द।

'रोिली जली क पषास न लिलिली पलिस क लिए वकत ह और नषा िोगो क लिए'

खाकी पावर स बनग बाहबलीलिलिली र िगषातषार बढ रह कषाइर स लिर गरषामायषा पलिस पर कटोि कषा रदषा

n परशात सोनली, नई दिलली

आर आिरली पाटी और उसक नतति िािी सरकार की लदलिी पलिस क सार िडाई नई नही ह। यह िडाई तब शर हई, जब अना हजार क नतति म शर हए भरषाचार लिरोधी आदोिन की आच को फिन स रोकन क लिए लदलिी पलिस न अना हजार, अरलिद कजरीिाि और उनक सालरयो को लगरफतार करक लतहाड जि म डाि लदया रा। उसक बाद कई बार कजरीिाि और उनक सहयोलगयो का पलिस क सार लििाद हआ। लनभथया हतयाकाड क बाद लदलिी म बड पमान पर जो लिरोध परदशथन हए, उस दौरान भी

कजरीिाि और उनक सहयोलगयो क ारग पर लदलिी पलिस ही रही।

सपछली सरकार म धरन पर बठ थ सीएम

लपछि साि जब लदलिी म आप की 49 लदन की सरकार री, तब माििीय नगर म लिधायक सोमनार भारती क दारा डािी गई रड क दौरान लजन पलिस िािो का सोमनार

क सार लििाद हआ रा, उनह ससपड करन की माग को िकर

कजरीिाि रि भिन क सामन धरन पर बठ

गए र। उस िकत भी उनहोन पलिस को लदलिी सरकार क

अधीन िान की माग की री। इस बार जब कजरीिाि पणथ बहमत

क सार लदलिी म सरकार बनान म कामयाब हए ह, तो अपनी इस

माग को और तज कर लदया ह। खासतौर स ए ी करपशन बाच म जॉइ कलमशनर मकश कमार मीणा की लनयककत क बाद कजरीिाि न इस मद को और बड सतर पहचान की कोलशश की ह और अपनी इसी मलहम क तहत िह राषटपलत और

परधानमती स िकर गह मती और एिजी तक का दरिाजा खखा चक ह।

इस बार मसहला सरका को बनाया ह मदा

पलिस को लदलिी सरकार क अधीन िान और पणथ राजय का दजाथ लदिान की मागो क पीछ कजरीिाि का असि मकसद कदर स उन शककतयो को िापस िन का ह, लजसक चित लदलिी सरकार अनय राजयो की तरह सितत रप स फसि नही ि पाती ह और उस तमाम बड फसि िन क लिए एिजी या गह मतािय स मजरी िनी पडती ह। इस बार भी कजरीिाि न मलहिाओ की सरषिा और भरषाचार लिरोधी मलहम का हिािा दत हए लदलिी पलिस पर हमिा बोिा ह और साफतौर पर कहा ह लक अगर कदर सरकार लदलिी पलिस को नही सभाि सकती, तो उस हमार हिाि कर द। िह लदखा दग लक पलिस स कस काम लिया जाता ह।

कटोल की लडाई बनी अहम का टकराव

कजरीिाि का मानना ह लक लपछिी बार कदर की यपीए सरकार न और मौजदा मोदी सरकार न उनकी सरकार को ईमानदारी स काम करन स रोकन क लिए पलिस का सहारा लिया ह। ऐस म अगर उनकी सरकार काम करना चाहती ह और खासतौर स भरषाचार और मलहिा सरषिा क मद पर लबना लकसी अडचन क कदम आग बढाना चाहती ह, तो लदलिी पलिस पर लदलिी सरकार का लनयतण होना जररी ह। चलक लदलिी सरकार क अधीन आत ही पलिस को लमिी कई सारी शककतया भी स क पास आ जाएगी, ऐस म लदलिी सरकार भी अनय राजयो की तरह पलिस का इसतमाि अपनी इचछानसार कर सकगी। चलक कदर सरकार भी पलिस पर स अपना लनयतण नही खोना चाहती ह, यही िजह ह लक अब यह मदा कदर और लदलिी सरकार क बीच अहम की िडाई बन चका ह।

पबलस क बलए आप का झगडा पराना

n पकज तागली, नई दिलली

पदस पर कटोि क लिए लदलिी सरकार परजोर परयास कर रही ह। िलकन पलिस लदलिी सरकार क कटोि म आन क लिए

लबिकि तयार नही ह। उस कदर सरकार क मातहत रहना ही पसद ह। कदर सरकार भी पलिस को अपन कटोि स बाहर दन क लिए तयार नही ह। आलखर इस लतकोण म झगड की िजह कया ह और पलिस को हर सरकार अपन मातहत कयो रखना चाहती ह?

पसलस स सबस जयािा जडी ह पबलक

पलिस अफसरो क मतालबक, पलिस की छलि नागररको की सिा करन िािी फोसथ क बजाय नागररको को दबान िािी शककत क रप म बनना इसकी सबस बडी िजह ह। आम नागररक क सामन सरकार स सबस पहि

िासता पलिस क तौर ही पडता ह। यही कारण ह लक कोई भी सरकार पलिस पर कटोि स खद को

महरम नही रखना चाहती। माहौि ऐसा बन चका ह लक सरकार क पास भि ही जनता क लहत क लिए तमाम मतािय और लडपा टिम हो, िलकन अगर पलिस उसक पास नही ह तो उस आधा-अधरा माना जाता ह। इसस पहि शीिा दीलषित सरकार क दौरान भी यह मसिा उठता रहता रा, जबलक उन लदनो लदलिी और कदर म एक ही पाटी की सरकार री।

'मनचाह काम करान क सलए चासहए कटोल'

लदलिी पलिस क ररायडटि डीसीपी एि. एन. राि क मतालबक, ऐसा परतीत होता ह लक लदलिी सरकार पलिस स मनचाह काम करान क मकसद स उस

पर कटोि करना चाहती ह। अगर ऐसा हो गया तो लदलिी सरकार क लमलनसर और एमएिए एसएचओ पर दबाि बनाकर अपनी मनमजटी करग। उनहोन कहा लक कदर सरकार पलिस को अपन कटोि म इसलिए रखती ह, कयोलक यहा महज िॉ एड ऑडटिर और जाच का ही मामिा नही ह। राषटपलत और परधानमती क अिािा यहा दसर दशो क दतािासो की लसकयररी का भी मसिा ह।

पसलस नही िी मसरियो-सवधायको को अहसमय

जमीनी हकीकत यह ह लक लदलिी म आम आदमी पाटी की सरकार हो या कागस की, लदलिी पलिस क अफसर एमएिए तो कया, मती को भी कोई खास तिजो नही दत। कई एमएिए तो अपन इिाक क एसएचओ क बजाय बी कॉनस बि को ही फोन करन म अपनी भिाई समझत ह।

कसमशनर की राय, कदर का कटोल पबलक क सलए अचछा

पलिस कलमशनर बी. एस. बससी की लनजी राय ह लक लदलिी पलिस पर कदर सरकार का कटोि लदलिी क लिए खशलकसमती ह, कयोलक राजधानी की पलिलसग म परधानमती और गह मती का कोई लनलहत सिारथ नही होता। इसक जिाब म कजरीिाि का बयान ह लक पलिस लनरकश हो चकी ह। हािालक फक यह ह लक लदलिी पलिस क बॉस एिजी और कदरीय गह मती होत ह और पीएम अममन सीध दखि नही दत। एिजी और गह मती स लमिना आम आदमी क लिए सभि नही होता और बहत स िोग कजरीिाि स सहमत होग लक राजनीलतक कटोि क बगर लदलिी पलिस लनरकश हो गई ह।

सकसकी हो पसलस?l पहल स जारी ह सघरष, अना आिोलन क िौरान जल गए थ कजरीवाल l सनरषया काड क बाि हए परिशषन म री सिलली पसलस रही थी इनक सनशान पर

इससलए ह झगडा l पबलक सबस जयािा जडी ह पसलस स, लसकन उसकी छसव जना को िबान वाली l पावर होलड करन क सलए पसलस पर सनयरिण जररी

कदर क कटोल म ही पबलस क ‘अचछ बदन’

n पररख सवाििाता, नई दिलली

कदर सरकार और परधानमती पर लदलिी सरकार की भरषाचार लिरोधी मलहम को कचिन का आरोप िगात हए उपमखयमती मनीष लससौलदया न गरिार को लदलिी सरकार और उसक अफसरो की बबसी बया की। लससौलदया न दो लदन पहि की एक घना का लजक करत हए बताया लक लदलिी सरकार म अगर कोई भरषाचार रोकन की कोलशश करता ह, तो लकस तरह उसकी राह म रोड अकाए जा रह ह।

उनहोन कहा लक परधानमती क कहन पर ए ी करपशन बाच म मकश कमार मीणा की लनयककत की गई, तब स एसीबी का कामकाज परी तरह ठप हो गया। इस दखत हए सरकार न अपन अलधकाररयो क माधयम स भरषाचार लिरोधी मलहम को जारी रखन का फसिा लकया। मगििार को लदन म लदलिी सरकार क एक एसडीएम न डीडीए क दो कमथचाररयो को ररशित ित रग हारो पकडा। एसडीएम सब-लडलिजनि मलजसट होता ह और उस परी पािर होती ह लक अगर उसक सामन कोई गित काम हो रहा हो, तो िह ऐस शखस को लगरफतार करिा सकता ह, िलकन ररशित िन िािो को पकडन िाि एसडीएम की लशकायत पर ए ी करपशन बाच स िकर लदलिी पलिस तक सबन उन दोनो आरोलपयो को लगरफतार कर

उनक लखिाफ एफआईआर दजथ करन स इनकार कर लदया।

लससौलदया न बताया लक जब ए ी करपशन बाच न इस मामि को िन स इनकार कर लदया, तो एसडीएम पकड गए दोनो िोगो को िकर िोकि रान पहच। िहा डय ी अफसर मौजद रा।

जब एसडीएम न उस परा मामिा बताया, तो डय ी अफसर

न कहा लक उसक पास इस मामि को िन की पािर नही ह और एसएचओ इस बार म फसिा

करग। एसएचओ को बिाया गया, तो

उनहोन कहा लक डीसीपी साहब जब कहग, तभी िह इस मामि म एफआईआर दजथ कर पाएगा। डीसीपी को बिाया गया, तो उनहोन पलिस क

लिलजिस लडपा टिम म जाकर लशकायत दजथ करान को कहा। जब लिलजिस पलिस स बात की गई, तो उनहोन भी िह कस िन स मना कर लदया। एसडीएम दर शाम तक दोनो आरोलपयो को िकर घमत रह, िलकन जब सबन उन आरोलपयो को अरस करन स मना कर लदया, तो आलखरकार मजबर होकर दर शाम को उनह दोनो आरोलपयो की एमएिसी करिान क बाद उनह उनक पररजनो क हिाि कर छोडना पडा।

लससौलदया न कहा लक इसस साफ हो जाता ह लक लदलिी म भरषाचार क लखिाफ कारथिाई करना लकतना मकशकि हो गया ह। एक अलधकारी अपनी जान जोलखम म डािकर ररशित िन िाि को पकडता ह, िलकन ए ी करपशन बाच स िकर पलिस तक कोई भी उसक लखिाफ कारथिाई नही करता।

करपशन पर बा कली 'बबसली'

सससौसिया न बाया,

ररशवखोरी म रगहाथ धर गए आरोसपयो को

लकर घम रह एसडीएम, सकसी न नही सकया

अरसट

Durgadatt Pandey