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SUBMITTED TO Social Impact Assessment Unit (SIAU) HIPA, Fairlawns Shimla (H.P)-171012 गाँव नाहोल, तहसील अक�, िजला सोलन �ह.. म� HPSEB Ltd. वारा नालागड़ (रे) से क �नहार तक 400 के वी के डबल स�कट टावर पर �संगल स�क ट ांस�मशन लाईन के टावर नं 91 के �नमाण के �लए ता�वत भ - अजन के �लए सामािजक समाघात �नधारण अययन �हमाचल देश भ �म अजन, प नवास और प नयवथापन म� उ�चत �तकर और पारद�शता अ�धकार (सामािजक समाघात �नधारण और सहम�त) �नयम, 2015 PLAN Foundation (Social Impact Assessment Partner & Practitioner) Broadway Enclave, Sanjauli, Shimla (H.P.)-171006Phn: 0177-2841204, 91290-57008,7827826665, email: [email protected], [email protected], www.planfoundation.org PREPARED BY माच ’ 2020 सं��त �रपोट

HPSEB Ltd.admis.hp.nic.in/siau/Content/upload/400_Concise_hindi.pdfग व न म ह ल, तहस ल अक , जल स लन ह.प र. म HPSEB Ltd. द व र न ल

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  • SUBMITTED TO Social Impact Assessment Unit (SIAU) HIPA, Fairlawns Shimla (H.P)-171012

    गाँव नाम्होल, तहसील अक�, िजला सोलन �ह.प्र. म� HPSEB Ltd. द्वारा नालागड़ (रेरू) से कु�नहार तक 400 केवी के डबल स�कर् ट टावर पर �सगंल स�कर् ट ट्रांस�मशन लाईन के टावर नं 91 के �नमार्ण के �लए प्रस्ता�वत भू-अजर्न के �लए सामािजक समाघात �नधार्रण अध्ययन

    �हमाचल प्रदेश भू�म अजर्न, पुनवार्स और पुनव्यर्वस्थापन म� उ�चत प्र�तकर और पारद�शर्ता

    अ�धकार (सामािजक समाघात �नधार्रण और सहम�त) �नयम, 2015

    PLAN Foundation (Social Impact Assessment Partner & Practitioner) Broadway Enclave, Sanjauli, Shimla (H.P.)-171006Phn: 0177-2841204, 91290-57008,7827826665, email:

    [email protected], [email protected], www.planfoundation.org

    PREPARED BY

    माचर्’ 2020

    सं��प्त �रपोटर्

  • �वषय सूची 1 सारांश ......................................................................................................................................................................................................................... 7

    1.1 प�रयोजना और लोक प्रयोजन ........................................................................................................................................................................... 7

    1.2 अविस्थ�त, प�रयोजना �ेत्र तक पहँुच व ्भौ�तक �वशेषताए ँ........................................................................................................................... 8

    1.3 भू�म अजर्न का आकार और �वशेषता ............................................................................................................................................................... 10

    1.4 �वकल्प पर �वचार ........................................................................................................................................................................................... 10

    1.5 सामािजक प्रभाव ............................................................................................................................................................................................. 10

    1.6 शमन के उपाय ................................................................................................................................................................................................ 10

    2 लागत� और फायद� का �वश्लेषण और अजर्न पर �सफा�रश� ....................................................................................................................................... 11

    2.1 लोक प्रयोजन का आकलन .............................................................................................................................................................................. 11

    2.2 कम �वस्थापन �वकल्प और न्यूनतम भू�म क� आवश्यकता ............................................................................................................................ 12

    2.3 सामािजक प्रभाव� क� प्रकृ�त और तीव्रता व ्सुझाये गये शमन उपाय क� व्यवहायर्ता....................................................................................... 13

    2.4 अं�तम �सफा�रश ............................................................................................................................................................................................. 13

    3 सामािजक समाघात प्रबंधन योजना........................................................................................................................................................................... 14

    3.1 शमन हेत ुदृष्ट�कोण ....................................................................................................................................................................................... 14

    3.2 समाघात स ेबचन,े शमन करन ेऔर प्र�तपू�त र् करन ेके उपाय ........................................................................................................................... 14

    3.3 R&R और अ�ध�नयम 2013 म� शा�मल उपाय .................................................................................................................................................. 14

    3.4 अजर्न करन ेवाल� संस्था द्वारा प्रस्ता�वत आर एंड आर उपाय ......................................................................................................................... 18

    3.5 अपे��त �नकाय द्वारा �नधार्�रत अ�त�रक्त उपाय ......................................................................................................................................... 18

    3.6 संस्थागत संरचना और प्रमुख व्यिक्त .............................................................................................................................................................. 18

    ता�लका क� सूची

    ता�लका 1: पहचाने गए प्रभाव और सबंं�धत शमन उपाय .............................................................................................. 14 ता�लका 2: एंटाइटलम�ट म�ैट्रक्स ..................................................................................................................................... 16

    �चत्र� क� सचूी

    �चत्र 1: टावर न ं91 क� अविस्थ�त, पहँुच व ्भौ�तक �वशेषताएँ ....................................................................................... 8 �चत्र 2: प्रस्ता�वत प�रयोजना क� अविस्थ�त .................................................................................................................... 9

  • शब्दावल� अ�ध�नयम का अथर् है: भू�म अजर्न , पुनवार्स और पुनर्व्यवस्थापन म� उ�चत प्र�तकर और पारद�शर्ता अ�धकार

    अ�ध�नयम, 2013 (2013 का अ�ध�नयम संख्या 30)।

    प्रशासक का अथर् है , अ�ध�नयम क� धारा 43 क� उपधारा (1) के तहत प्रभा�वत प�रवार� के पुनवार्स और पुनव्यर्वस्थापन के उद्देश्य से �नयुक्त एक अ�धकार�।

    प्रभा�वत �ेत्र का मतलब ऐसे �ेत्र से है , िजन्ह� भू�म अजर्न के उद्देश्य� के �लए उपयुक्त सरकार द्वारा अ�धसू�चत �कया जा सकता है।

    प्रभा�वत प�रवार म� शा�मल ह�:

    i. एक प�रवार िजसक� भू�म या अन्य अचल संपित्त का अजर्न �कया गया है।

    ii. ऐसा प�रवार िजसके पास कोई जमीन नह�ं है , ले�कन ऐसे प�रवार के सदस्य (सदस्य) जो खे�तहर मजदरू ,

    �करायेदार� के �कसी भी रूप म� कार�गर , बटाईगर या जो प्रभा�वत �ेत्र म� भू�म के अजर्न से पहले तीन वषर्

    से काम कर रहे ह�, िजसका आजी�वका का प्राथ�मक स्रोत भू�म के अजर्न से प्रभा�वत होता है।

    iii. अनुसू�चत जनजा�त और अन्य पारंप�रक वनवासी िजन्ह�ने भू�म के अजर्न के कारण अनुसू�चत जनजा�त और

    अन्य पारंप�रक वन �नवासी (वन अ�धकार क� मान्यता) अ�ध�नयम , 2006 (2 का 2007) के तहत मान्यता

    प्राप्त अपने �कसी भी वन अ�धकार को खो �दया है।

    iv. प�रवार िजसका अजर्न से पहले तीन वष� के �लए आजी�वका का प्राथ�मक स्रोत जंगल� या जल �नकाय� पर

    �नभर्र है और इसम� वन उपज , �शकार�, मछुआरे ना�वक शा�मल ह� और भू�म के अजर्न के कारण ऐसी

    आजी�वका प्रभा�वत होती है।

    v. प�रवार का कोई सदस्य िजसे राज्य सरकार या क� द्र सरकार ने अपनी �कसी भी योजना के तहत जमीन स�पी

    हो और ऐसी जमीन अजर्न के तहत हो।

    vi. शहर� �ेत्र� म� �कसी भी भू�म पर रहने वाले प�रवार को भू�म के अजर्न से पहले तीन साल या उससे अ�धक

    समय के �लए रहने क� अनुम�त या भू�म के अजर्न से पहले तीन साल तक आजी�वका का प्राथ�मक स्रोत

    ऐसी भू�म के अजर्न से प्रभा�वत होता है। कृ�ष भू�म का अथर् है जहाँ भू�म �नम्न उदेश्य� के �लए प्रयोग म� लायी गयी हो:

    i. कृ�ष या बागवानी। ii. डेयर� फा�म�ग , पोल्ट्र� फा�म�ग, �पसी कल्चर, सेर�कल्चर, सीड फा�म�ग ब्री�डगं ऑफ मवेशी या नसर्र� उगाने वाल�

    औषधीय जड़ी-बू�टयाँ। iii. फसल�, पेड़�, घास या बगीचे क� उपज का उत्पादन; तथा iv. पशओु ंके चरने के �लए प्रयुक्त भू�म।

  • गाँव नाम्होल, तहसील अक�, िजला सोलन �ह.प्र. म� HPSEB Ltd. द्वारा नालागड़ (रेरू) से कु�नहार तक 400 केवी के डबल स�कर् ट टावर पर �सगंल स�कर् ट ट्रांस�मशन

    लाईन के टावर नं 91 के �नमार्ण के �लए प्रस्ता�वत भू-अजर्न के �लए सामािजक समाघात �नधार्रण अध्ययन

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    गर�बी रेखा से नीचे या BPL प�रवार भारत के योजना आयोग द्वारा प�रभा�षत गर�बी रेखा से नीचे रहने वाले प�रवार� को संद�भर्त करता है , साथ ह� समय-समय पर �हमाचल प्रदेश क� BPL सूची म� शा�मल लोग� को भी शा�मल करता है। .

    क� द्र सरकार भारत सरकार को संद�भर्त करती है।

    कलेक्टर का अथर् एक राजस्व िजले का कलेक्टर होता है , और इसम� एक �डप्ट� क�मश्नर और �वशेष रूप से उपयुक्त सरकार द्वारा ना�मत कोई भी अ�धकार� शा�मल होता है , जो अ�ध�नयम 2013 के तहत कलेक्टर के कायर् करता है।

    आयुक्त का मतलब अ�ध�नयम 2013 क� धारा 44 क� उप-धारा (1) के तहत �नयुक्त पुनवार्स और

    पुनर्व्यवस्थापन के �लए आयुक्त से है।

    प्र�तकर अ�ध�नयम, 2013 के �व�भन्न प्रावधान� के तहत प्र�तकर के रूप म� द� जाने वाल� रा�श को संद�भर्त करता है, �नजी संपित्त, संरचनाओ ंऔर प�रयोजना के �लए अिजर्त अन्य संपित्तय� के �लए, िजनम� पुनवार्स और

    पुनर्व्यवस्थापन अ�धकार शा�मल ह�।

    अजर्न क� लागत म� शा�मल ह�:

    i. प्र�तकर क� रा�श , िजसम� इतना सोला�शयम शा�मल है , भू�म अजर्न और पुनवार्स और पुनर्व्यवस्थापन प्रा�धकरण या न्यायालय द्वारा आदे�शत �कसी भी बढ़ाया गया प्र�तकर और इस तरह या अदालत द्वारा प्रभा�वत प�रवार�

    को देय के रूप म� �नधार्�रत �कसी भी अन्य रा�श पर �दया ब्याज।

    ii. अजर्न क� प्र�क्रया म� भू�म और खड़ी फसल� को नुकसान लागत के �लए भुगतान �कए जाने क� मांग।

    iii. �वस्था�पत या प्र�तकूल रूप से प्रभा�वत प�रवार� के �नपटान के �लए भू�म और भवन के अजर्न क� लागत।

    iv. पुनवार्स �ेत्र� म� बु�नयाद� ढांचे और सु�वधाओ ंके �वकास क� लागत।

    v. एक्ट 2013 के अंतगर्त पुनवार्स व ् पुनर्व्यवस्थापन के खच� के प्रावधान।

    vi. प्रशास�नक लागत:

    क) भू�म अजर्न के �लए , प�रयोजना स्थल और प�रयोजना �ेत्र क� भू�म से बाहर दोन� स�हत , प्र�तकर क�

    लागत के ऐसे प्र�तशत से अ�धक नह�ं होना चा�हए जो उपयुक्त सरकार द्वारा �न�दर्ष्ट �कया जा सकता है।

    ख) मा�लक के पुनवार्स और पुनर्व्यवस्थापन के �लए इस�लए भू�म और अन्य प्रभा�वत प�रवार िजनक� भू�म का

    अजर्न �कया गया है या अजर्न �कया जाना प्रस्ता�वत है या ऐसे अजर्न से प्रभा�वत अन्य प�रवार ह�।

    vii. SIA स्टडी के तहत लागत।

  • गाँव नाम्होल, तहसील अक�, िजला सोलन �ह.प्र. म� HPSEB Ltd. द्वारा नालागड़ (रेरू) से कु�नहार तक 400 केवी के डबल स�कर् ट टावर पर �सगंल स�कर् ट ट्रांस�मशन

    लाईन के टावर नं 91 के �नमार्ण के �लए प्रस्ता�वत भू-अजर्न के �लए सामािजक समाघात �नधार्रण अध्ययन

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    �वस्था�पत प�रवार का मतलब �कसी भी प�रवार से है , जो जमीन के अजर्न के कारण प्रभा�वत �ेत्र से हटाकर पुनवार्स �ेत्र म� बसाया जाना है।

    प�रवार म� एक व्यिक्त, उसके प�त या पत्नी, नाबा�लक बच्चे, नाबा�लक भाई और उस पर �नभर्र नाबा�ल क बहन� शा�मल ह�: बशत� प�रवार� द्वारा प�रत्यकत �वधवाओं, तलाकशदुा और म�हलाओ ंको अलग प�रवार माना जाएगा।

    भू�म म� भू�म से उत्पन्न होने वाले लाभ शा�मल ह� , और पथृ्वी से जुड़ी चीज� या स्थायी रूप से पथृ्वी से जुड़ी �कसी भी चीज।

    भू�म अजर्न का मतलब भू�म अजर्न, पुनवार्स और पुनवार्स अ�ध�नयम, 2013 म� उ�चत प्र�तकर और पारद�शर्ता के अ�धकार के तहत भू�म का अजर्न है।

    भू�मह�न का अथर् है ऐसे व्यिक्त या व्यिक्तय� का वगर् जो उस समय लागु �कसी भी राज्य कानून के तेहत मने गए हो या भू�मह�न जो धारा 1 के अंतगर्त �न�दर्ष्ट ना हो वह उपयुक्त सरकार द्वारा �न�दर्ष्ट �कये गए ह�: लागू होने के समय के �लए �कसी भी राज्य कानून के तहत माना या �न�दर्ष्ट ; या भू�मह�न के एक मामले म� खंड ( i) के तहत �न�दर्ष्ट नह�ं �कया जा सकता है , जैसा �क उपयुक्त सरकार द्वारा �न�दर्ष्ट �कया जा सकता है।

    भू�म स्वामी म� कोई भी व्यिक्त शा�मल है- (i) िजसका नाम दजर् �कया गया है वह संबं�धत प्रा�धकार� के �रकॉडर् म� भू�म या भवन का मा�लक है या वहां का

    �हस्सा है; या (ii) कोई भी व्यिक्त िजसे अनुसू�चत अनुसू�चत जनजा�त पारंप�रक वन �नवासी (वन अ�धकार� क� मान्यता)

    अ�ध�नयम, 2006 (2007 क� अ�ध�नयम संख्या 2) या �कसी अन्य कानून के तहत वन अ�धकार प्रदान �कया जाता है; या

    (iii) जो राज्य के �कसी भी कानून के तहत भू�म पर पट्टा अ�धकार �दए जाने का हकदार है , िजसम� �न�दर्ष्ट भू�म या शा�मल ह�

    (iv) कोई भी व्यिक्त िजसे न्यायालय या प्रा�धकरण के आदेश के अनुसार घो�षत �कया गया हो;

    बाजार मूल्य का अथर् है धारा 26 क के अनुसार भू�म �नधार्रण का मूल्य अ�ध�नयम 2013।

    अ�धसूचना का अथर् है भारत के राजपत्र म� प्रका�शत एक अ�धसूचना या, जैसा �क मामला हो सकता है, एक

    राज्य का राजपत्र और अ�भव्यिक्त "अ�धसू�चत" तदनुसार �नधार्�रत क� जाएगी।

    प�रयोजना का अथर् है नालागड़ (रेरू) से कु�नहार डबल स�कर् ट टावर से 400 केवी �सगंल �स�कर् ट ट्रांस�मशन

  • गाँव नाम्होल, तहसील अक�, िजला सोलन �ह.प्र. म� HPSEB Ltd. द्वारा नालागड़ (रेरू) से कु�नहार तक 400 केवी के डबल स�कर् ट टावर पर �सगंल स�कर् ट ट्रांस�मशन

    लाईन के टावर नं 91 के �नमार्ण के �लए प्रस्ता�वत भू-अजर्न के �लए सामािजक समाघात �नधार्रण अध्ययन

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    लाईन के टावर नं 91 का �नमार्ण

    लोक प्रयोजन का अथर् है, धारा 2 एक्ट 2013 क� उप-धारा (1) के तहत �न�दर्ष्ट ग�त�व�धयाँ।

    पुनवार्स और पुनर्व्यवस्थापन (R & R) का अथर् है RFCTLARR अ�ध�नयम 2013 के अनुसार पुनवार्स और

    पुनर्व्यवस्थापन।

    अपे��त �नकाय का मतलब है �हमाचल प्रदेश राज्य �वद्युत ्बोडर् �ल�मटेड

    अनुसू�चत �ेत्र का अथर् अनुसू�चत �ेत्र� से है जैसा �क पंचायत� के प्रावधान� (अनुसू�चत �ेत्र� तक �वस्तार) अ�ध�नयम, 1996 (1996 का 40) के प्रावधान� 2 म� प�रभा�षत �कया गया है।

    .स्क�म का अथर् है PGCIL सब-स्टेशन रेरू माजरा (नालागढ़) से कु�नहार D/C टावर पर S/C

    ट्रांस�मशन लाइन का �नमार्ण और 400/220 केवी, 1×315 MVA कु�नहार पर सब-स्टेशन

    छोटे �कसान का अथर् है , दो हेक्टेयर तक क� अ�स�ंचत भू�म के साथ या एक हेक्टेयर तक क� �स�ंचत भू�म के साथ एक �कसान, ले�कन सीमांत �कसान क� जोत से अ�धक।

    सामािजक समाघात �नधार्रण का अथर् है अ�ध�नयम क� धारा 4 के उपधारा ( 6) के तहत �कया गया मूल्यांकन है।

    सामािजक समाघात प्रबंध योजना का अथर् है अ�ध�नयम क� धारा 4 क� उपधारा (1) के तहत सामािजक समाघात �नधार्रण प्र�क्रया के भाग के रूप म� तैयार क� गई योजना।

    राज्य सरकार या “सरकार” का अथर् है �हमाचल प्रदेश सरकार

    �करायेदार वे व्यिक्त होते ह� िजनके एक संपित्त के स्पष्ट मा�लक के साथ, भू�म के अजर्न से पहले तीन साल के बोनाफाइड �नवास, व्यवसाय या अन्य उद्देश्य� के �लए एक संरचना या भू�म पर कब्जा करने के �लए टेन�सी समझौते होते ह�, ।

    दबुर्ल समूह� म� अलग-अलग लोग� जैसे �क �दव्यांग , �वधवा, और म�हलाओ ंके नेततृ्व वाले घर , साठ साल से अ�धक उम्र के व्यिक्त, अनुसू�चत जा�त और अनुसू�चत जनजा�त और अन्य समूह शा�मल ह� , जो राज्य सरकार द्वारा �न�दर्ष्ट �कए जा सकते ह�।

    म�हला मु�खया का मतलब है �क एक म�हला के नेततृ्व वाला प�रवार और पुरुष कमाने वाला सदस्य नह�ं है। यह म�हला एक �वधवा, अलग या एकाक� म�हला हो सकती है।

  • गाँव नाम्होल, तहसील अक�, िजला सोलन �ह.प्र. म� HPSEB Ltd. द्वारा नालागड़ (रेरू) से कु�नहार तक 400 केवी के डबल स�कर् ट टावर पर �सगंल स�कर् ट ट्रांस�मशन

    लाईन के टावर नं 91 के �नमार्ण के �लए प्रस्ता�वत भू-अजर्न के �लए सामािजक समाघात �नधार्रण अध्ययन

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    1 सारांश 1.1 प�रयोजना और लोक प्रयोजन ग्रीष्म माह म�, जब �वद्युत उत्पादन चरम पर होता है यानी भाबा, लगर�, मलाना, बस्सी और �ग�र एचईपी अपनी पूर�

    �मता के साथ उत्पा�दत होते ह�, HPSEB Ltd. क� पूर� व्यवस्था एक�कृत प्रणाल� द्वारा संचा�लत होती है। हालां�क, खोदर�

    (उत्तरांचल प्रणाल�) से �बजल� आपू�तर् के प्र�तबंध के मामले म� ल�न-सीज़न के दौरान, कु�नहार म� ICT 220/132 केवी, 2 ×

    80/100 एमवीए ओवरलोड हो जाता है और इस वजह से �ग�र / काला अंब �ेत्र म� �बजल� आपू�तर् करने हेतु कांगू सब-

    स्टेशन से अ�त�रक्त �बजल� लेकर रे�डयल मोड के माध्यम से चलाया जा रहा है। ह�रयाणा से प्र�तबंध� के मामले म�

    �सस्टम को एक�कृत मोड म� चलाना होता है और हमीरपुर सब-स्टेशन से �बजल� प्रवाह होता है, ले�कन �सस्टम क�

    अपयार्प्तता के कारण कु�नहार, बरोट�वाला, बद्दी और �ग�र म� वोल्टेज क� गंभीर समस्या होती है। यद्य�प मौजूदा 132 केवी

    प्रणाल� �ेत्र म� �बजल� क� मांग को पूरा करने के �लए पयार्प्त प्रतीत होती है, ले�कन वास्त�वकता म� इसे उच्च वोल्टेज म�

    अपगे्रड करने क� आवश्यकता होती है ता�क वोल्टेज क� समस्या का सामना न करना पड़े।

    HPSEB Ltd. ने 132 केवी और 220 केवी पर डेहर एचईपी से रे�डयल रूप से �बजल� आह�रत क� जा रह� है। इन

    मुद्द� के �लए HPSEB Ltd. ने �नम्न काय� क� योजना बनाई है।

    1. कु�नहार-कांगू-हमीरपुर से 220 केवी डी / सी लाइन

    2. कु�नहार-सोलन से 132 केवी एस / सी लाइन का उन्नयन

    3. 220 केवी उप-स्टेशन नालागढ़ से माजर� तक नया 220 केवी स�कर् ट।

    4. HPSEB Ltd. प्रणाल� के साथ डेहर आपू�त र् को एक�कृत करने के �लए देहर म� बीबीएमबी सब-स्टेशन पर

    �सस्टम अपगे्रड �कया जाना।

    प्रस्ता�वत 220 केवी पर �बजल� क� मांग को पूरा करने के �लए यह अत्य�धक वांछनीय है। HPSEB Ltd. म�

    400/220 केवी के आईसीट� के साथ उच्च वोल्टेज सब-स्टेशन यानी 400 केवी होना चा�हए ता�क �बजल� का

    आ�थर्क पारेषण सु�निश्चत हो सके। इसके अ�त�रक्त यह भी आवश्यक है �क इस सब-स्टेशन को ऐसे स्थान के रूप

    म� देखा जाए जो आसानी के साथ �बजल� के �वतरण क� सु�वधा प्रदान करता है। कु�नहार इस उद्देश्य के �लए

    सबसे उपयुक्त स्थान है।

    उपरोक्त के मद्देनजर, PGCIL सब-स्टेशन रेहरू माजरा (नालागढ़) से कु�नहार तक 400/220 केवी / × 315 एमवीए

    सब स्टेशन कु�नहार तक ट्�वन मूस कंडक्टर के साथ डी / सी टॉवर पर 400 केवी एस / सी ट्रांस�मशन लाइन

    बनाने का प्रस्ताव है। प�रयोजना 220 केवी म� अ�त�रक्त 315 एमवीए �मता प्रदान करेगी। इससे �हमाचल प्रदेश

  • गाँव नाम्होल, तहसील अक�, िजला सोलन �ह.प्र. म� HPSEB Ltd. द्वारा नालागड़ (रेरू) से कु�नहार तक 400 केवी के डबल स�कर् ट टावर पर �सगंल स�कर् ट ट्रांस�मशन

    लाईन के टावर नं 91 के �नमार्ण के �लए प्रस्ता�वत भू-अजर्न के �लए सामािजक समाघात �नधार्रण अध्ययन

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    के प्रमुख औद्यो�गक �ेत्र� क� �बजल� क� मांग को पूरा करने के साथ-साथ ईएचवी सब-स्टेशन� को ओवरलो�डगं से

    राहत �मलेगी।

    RTFCTLARR अ�ध�नयम, 2013 क� धारा 2 उप-खंड 1 ( ब)(i) के अनुसार प्रोजेक्ट लोक प्रयोजनके �लए बु�नयाद�

    ढांचा प�रयोजनाओ ं(ऊजार् हस्तातरण और �वतरण) क� प�रभाषा के तहत अच्छ� तरह से उ�चत है।

    1.2 अविस्थ�त, प�रयोजना �ेत्र तक पहँुच व ्भौ�तक �वशेषताएँ प्रस्ता�वत भू�म अ�धग्रहण, जहां टावर नंबर 91 िस्थत है , गाँव नम्होल, तहसील अक�, िजला सोलन एचपी खसरा

    नंबर 179/1 पर है। दशमलव �ड�ग्रय� म� स्थान के कॉ�ड र्नेट्स अ�ांश 31.0654380 , और देशांतर 76.9687360)

    है(नीचे नक्शा)

    यहाँ से �नकटतम शहर कु�नहार जो �क २ �कलोमीटर दरु� पर िस्थत है, राज्य �क राजधानी �शमला यहाँ से 40

    �कलोमीटर दरु� पर है यद्य�प यहाँ से अ�धकांश जगह सड़क मागर् से अच्छ� तरह से जुडी है ले�कन अं�तम 500-

    700 मीटर ऊपर या�न टावर तक जाने वाला रास्ता पैदल तय �कया जा सकता है। नीचे क� तस्वीर� टावर का

    स्थान व ्अं�तम स्थान तक पहँुचने का मागर् दशार्या गया है।

    टॉवर स्थान के आसपास कोई घर नह�ं ह�। यह खसरा नंबर 179/1 पर ट�ले पर िस्थत है और पूवर् और पिश्चम क�

    ओर खेती योग्य है, उत्तर और द��ण �दशा म� पेड़� और झा�ड़य� से �घरा हुआ है।

    �चत्र 1: टावर नं 91 क� अविस्थ�त, पहँुच व ्भौ�तक �वशेषताए ँ

  • गाँव नाम्होल, तहसील अक�, िजला सोलन �ह.प्र. म� HPSEB Ltd. द्वारा नालागड़ (रेरू) से कु�नहार तक 400 केवी के डबल स�कर् ट टावर पर �सगंल स�कर् ट ट्रांस�मशन

    लाईन के टावर नं 91 के �नमार्ण के �लए प्रस्ता�वत भू-अजर्न के �लए सामािजक समाघात �नधार्रण अध्ययन

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    �चत्र 2: प्रस्ता�वत प�रयोजना क� अविस्थ�त

  • गाँव नाम्होल, तहसील अक�, िजला सोलन �ह.प्र. म� HPSEB Ltd. द्वारा नालागड़ (रेरू) से कु�नहार तक 400 केवी के डबल स�कर् ट टावर पर �सगंल स�कर् ट ट्रांस�मशन

    लाईन के टावर नं 91 के �नमार्ण के �लए प्रस्ता�वत भू-अजर्न के �लए सामािजक समाघात �नधार्रण अध्ययन

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    1.3 भू�म अजर्न का आकार और �वशेषता मूल रूप से, भू�म के मा�लक श्री �दला राम के दोन� बेट� श्री अरुण और अ�नल तंवर के खसरा नंबर 179/1 (पुराना खसरा नं 697) म� शा�मल 0-05-00 �बस्वा क� जमीन का अ�धग्रहण , अ�धसूचना सखं्या Yidyut-Chh (5) 44/ 98 �दनांक 17.3.1999 और अवाडर् सखं्या 535 �दनाकं 21.11.2001 के द्वारा कलेक्टर भू�म अ�धग्रहण HPSEB Ltd. �शमला -३ क� प कु�नहार द्वारा �कया गया था और उपरोक्त भू�म का मुआवजा �दया गया था ।

    हालां�क, बाद म� PGCIL सब-स्टेशन रेहरु माजरा (नालागढ़) से कु�नहार म� 400/220 केवी , 1 × 315 एमवीए सब-स्टेशन तक डी / सी टावर� पर एस / सी ट्रांस�मशन लाइन के �नमार्ण के �लए योजना को संशो�धत �कया गया था। इसके बाद , �सगंल स�कर् ट से टॉवर के �डजाइन म� बदलाव के कारण टॉवर नंबर 91 के �नमार्ण के �लए 0-07-00 �बस्वा क� अ�त�रक्त भू�म क� आवश्यकता थी। टावर नंबर 91 के �नमार्ण का काम 8.1.2013 को शुरू �कया गया था , िजसके दौरान खसरा नंबर 179/1 म� शा�मल भू�म मा�लक� के पास 0-07-00 �बस्वा के स्वा�मत्व वाल� अ�त�रक्त भू�म का उपयोग HPSEB Ltd. द्वारा �कया गया था िजसम� यह आश्वासन �दया गया था �क प्रभा�वत अ�त�रक्त भू�म का कानून के अनुसार अ�धग्रहण �कया जाएगा और या�चकाकतार्ओं को उपरोक्त अ�त�रक्त भू�म के उपयोग के �लए मुआवजा �दया जाएगा। टॉवर के प्रभाव का �ेत्र सी�मत होना पाया गया और अ�त�रक्त 7 �बस्वा भू�म का अ�धग्रहण �कया जा रहा है।

    1.4 �वकल्प पर �वचार टावर नं 91 के �नमार्ण के �लए कोई भी �वकिल्पत/सरकार� भू�म उपयुक्त नह� थी।

    1.5 सामािजक प्रभाव चूं�क अ�धग्र�हत क� जा रह� भू�म पर पहल ेसे ह� टॉवर का �नमार्ण �कया गया है, इस�लए पूवर्-�नमार्ण और �नमार्ण चरण� के दौरान प्रभाव� का अध्ययन नह� ं �कया जा सका। इसके अलावा, चूं�क कोई भी संरचना, �नजी या सावर्ज�नक संपित्त, फसल, आजी�वका �नभर्रता, आ�थर्क, भौ�तक और प्राकृ�तक संसाधन, सावर्ज�नक सेवाओं और उपयो�गताओं को अ�धग्र�हत क� गई भू�म पर नह� ंपाया गया। �वशेष रूप स,े भू�म के मा�लक� को भू�म के नुकसान के अलावा, प�रयोजना के प�रचालन चरण के दौरान कोई बड़ा प्रभाव नह� ंहोगा। इसके अलावा, पीएएफ के भू�मह�न होन ेका कोई खतरा नह� ंहै क्य��क पूरे 179 खसरा नंबर िजसका कुल �ेत्रफल 00-54-20 �बस्वा है, से केवल 7 �बस्वा जमीन का एक छोटा �हस्सा अ�धग्र�हत �कया जा रहा है। यह भी उल्लेख करना उ�चत है �क �न�मर्त टावर नंबर 91 �कसी भी तरह से शेष पासर्ल क� वतर्मान उपयो�गता और आसपास क� भू�म को प्रभा�वत नह� ंकरता है जो वतर्मान म� कृ�ष प्रयोजन के �लए उपयोग �कया जा रहा है। 2 शीषर्क धारक� श्री अ�नल तंवर और श्री अरुण तंवर, जो अपने संबं�धत प�रवार� के घरेलू मु�खया ह�, के पास जमीन बराबर है।

    इसके अलावा आसपास के खसरे भी उनके स्वा�मत्व म� ह�। इस�लए, सव��ण के दौरान कोई भी संस्कृ�त और सामािजक

    सामंजस्य या �लगं आधा�रत कोई प्रभाव नह� ंपाया गया है।

    1.6 शमन के उपाय चूं�क अ�धग्र�हत क� जा रह� भू�म पर पहल ेसे ह� टॉवर का �नमार्ण �कया गया है, अध्ययन के दौरान पाया गया एकमात्र नकारात्मक प्रभाव भू�म मा�लक� को भू�म का नुकसान था िजस ेद�घर्का�लक प्रभाव के रूप म� वग�कृत �कया जा सकता है। यद्य�प एक बार खोई हुई भू�म को पुनः प्राप्त नह� ं�कया जा सकता है और इसके साथ एक �निश्चत भावनात्मक मूल्य जुड़ा हुआ है जो अपूरणीय है। हालां�क, इस प्रभाव को अच्छ� तरह स ेकम �कया जा सकता है, अगर मा�लक� को पयार्प्त रूप स ेमुआवजा �दया जाता है। प्रस्ता�वत अ�धग्रहण के कारण आजी�वका का कोई �वस्थापन या नुकसान नह� ंहोगा

  • गाँव नाम्होल, तहसील अक�, िजला सोलन �ह.प्र. म� HPSEB Ltd. द्वारा नालागड़ (रेरू) से कु�नहार तक 400 केवी के डबल स�कर् ट टावर पर �सगंल स�कर् ट ट्रांस�मशन

    लाईन के टावर नं 91 के �नमार्ण के �लए प्रस्ता�वत भू-अजर्न के �लए सामािजक समाघात �नधार्रण अध्ययन

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    2 लागत� और फायद� का �वश्लेषण और अजर्न पर �सफा�रश� इस अध्याय म� लोक प्रयोजन के मूल्यांकन, कम �वस्थापन के �वकल्प, न्यूनतम भू�म आवश्यकताओ,ं व्यवहायर्ता और

    शमन उपाय� क� सीमा के साथ अं�तम �नष्कषर् प्रकृ�त और सामािजक प्रभाव� क� तीव्रता के साथ चचार् क� गई है।

    अंत म� , अध्याय का उद्देश्य प्रस्ता�वत प�रयोजना और प्रस्ता�वत अजर्न के अस्थायी समग्र लाभ� पर प्रद�शर्त करना

    है और इसक� तुलना प�रयोजना �ेत्र के प्रत्य� �हतधारक� जैसे प�रयोजना प्रभा�वत पंचायत� और �नकटवत� �ेत्र म�

    होने वाले प्रभाव� से क� जाती है , िजससे यह अं�तम �सफा�रश के �लये रखा जायगा �क प�रवार इस अजर्न क�

    प्र�क्रया से गुजरना चा�हए या नह�ं।

    2.1 लोक प्रयोजन का आकलन टावर नo. 91 नालागढ़ (रेरु) से कु�नहार तक डबल स�कर् ट टावर� पर 400 केवी �सगंल स�कर् ट ट्रांस�मशन लाइन का

    एक �हस्सा है। ग्रीष्म माह म�, जब �वद्युत उत्पादन चरम पर होता है यानी भाबा , लगर�, मलाना, बस्सी और �ग�र

    एचईपी अपनी पूर� �मता के साथ उत्पा�दत होते ह�, HPSEB Ltd. क� पूर� व्यवस्था एक�कृत प्रणाल� द्वारा संचा�लत होती

    है। हालां�क, खोदर� (उत्तरांचल प्रणाल�) से �बजल� आपू�तर् के प्र�तबंध के मामले म� ल�न-सीज़न के दौरान, कु�नहार म�

    आईसीट� 220/132 केवी, 2 × 80/100 एमवीए ओवरलोड हो जाता है और इस वजह से �ग�र / काला अंब �ेत्र म� �बजल�

    आपू�तर् करने हेतु कांगू सब-स्टेशन से अ�त�रक्त �बजल� लेकर रे�डयल मोड के माध्यम से चलाया जा रहा है। ह�रयाणा

    से प्र�तबंध� के मामले म� �सस्टम को एक�कृत मोड म� चलाना होता है और हमीरपुर सब-स्टेशन से �बजल� प्रवाह होता है,

    ले�कन �सस्टम क� अपयार्प्तता के कारण कु�नहार, बरोट�वाला, बद्दी और �ग�र म� वोल्टेज क� गंभीर समस्या होती है।

    यद्य�प मौजूदा 132 केवी प्रणाल� �ेत्र म� �बजल� क� मांग को पूरा करने के �लए पयार्प्त प्रतीत होती है, ले�कन वास्त�वकता

    म� इसे उच्च वोल्टेज म� अपगे्रड करने क� आवश्यकता होती है ता�क वोल्टेज क� समस्या का सामना न करना पड़े।

    HPSEB Ltd. ने 132 केवी और 220 केवी पर डेहर एचईपी से रे�डयल रूप से �बजल� आह�रत क� जा रह� है। इन मुद्द� के

    �लए HPSEB Ltd. ने �नम्न काय� क� योजना बनाई है।

    1. कु�नहार-कांगू-हमीरपुर से 220 केवी डी / सी लाइन

    2. कु�नहार-सोलन से 132 केवी एस / सी लाइन का उन्नयन

    3. 220 केवी उप-स्टेशन नालागढ़ से माजर� तक नया 220 केवी स�कर् ट।

    4. HPSEB Ltd. प्रणाल� के साथ डेहर आपू�त र् को एक�कृत करने के �लए देहर म� बीबीएमबी सब-स्टेशन पर

    �सस्टम अपगे्रड �कया जाना।

  • गाँव नाम्होल, तहसील अक�, िजला सोलन �ह.प्र. म� HPSEB Ltd. द्वारा नालागड़ (रेरू) से कु�नहार तक 400 केवी के डबल स�कर् ट टावर पर �सगंल स�कर् ट ट्रांस�मशन

    लाईन के टावर नं 91 के �नमार्ण के �लए प्रस्ता�वत भू-अजर्न के �लए सामािजक समाघात �नधार्रण अध्ययन

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    प्रस्ता�वत 220 केवी पर �बजल� क� मांग को पूरा करने के �लए यह अत्य�धक वांछनीय है। HPSEB Ltd. म�

    400/220 केवी के आईसीट� के साथ उच्च वोल्टेज सब-स्टेशन यानी 400 केवी होना चा�हए ता�क �बजल� का

    आ�थर्क पारेषण सु�निश्चत हो सके। इसके अ�त�रक्त यह भी आवश्यक है �क इस सब-स्टेशन को ऐसे स्थान के रूप

    म� देखा जाए जो आसानी के साथ �बजल� के �वतरण क� सु�वधा प्रदान करता है। कु�नहार इस उद्देश्य के �लए

    सबसे उपयुक्त स्थान है।

    उपरोक्त के मद्देनजर, PGCIL सब-स्टेशन रेहरू माजरा (नालागढ़) से कु�नहार तक 400/220 केवी / × 315 एमवीए

    सब स्टेशन कु�नहार तक ट्�वन मूस कंडक्टर के साथ डी / सी टॉवर पर 400 केवी एस / सी ट्रांस�मशन लाइन

    बनाने का प्रस्ताव है। प�रयोजना 220 केवी म� अ�त�रक्त 315 एमवीए �मता प्रदान करेगी। इससे �हमाचल प्रदेश

    के प्रमुख औद्यो�गक �ेत्र� क� �बजल� क� मांग को पूरा करने के साथ-साथ ईएचवी सब-स्टेशन� को ओवरलो�डगं से

    राहत �मलेगी।

    RTFCTLARR अ�ध�नयम, 2013 क� धारा 2 उप-खंड 1 (ब)(i) के अनुसार प्रोजेक्ट लोक प्रयोजन के �लए बु�नयाद�

    ढांचा प�रयोजनाओ ं(ऊजार् हसतांतरण और �वतरण) क� प�रभाषा के तहत अच्छ� तरह से उ�चत है।

    2.2 कम �वस्थापन �वकल्प और न्यूनतम भू�म क� आवश्यकता मूल रूप से, भू�म के मा�लक श्री �दला राम के दोन� बेट� श्री अरुण और अ�नल तंवर के खसरा नंबर 179/1 (पुराना

    खसरा नं 697) म� शा�मल 0-05-00 �बस्वा क� जमीन का अ�धग्रहण , नो�ट�फकेशन संख्या Yidyut-Chh (5) 44/

    98 �दनांक 17.3.1999 और अवाडर् संख्या 535 �दनांक 21.11.2001 ke dwara कलेक्टर भू�म अ�धग्रहण

    HPSEB Ltd. �शमला -३ क� प कु�नहार द्वारा �कया गया था और उपरोक्त भू�म का मुआवजा �दया गया था ।

    हालां�क, बाद म� PGCIL सब-स्टेशन रेहरु माजरा (नालागढ़) से कु�नहार म� 400/220 केवी, 1 × 315 एमवीए सब-

    स्टेशन तक डी / सी टावर� पर एस / सी ट्रांस�मशन लाइन के �नमार्ण के �लए योजना को संशो�धत �कया गया

    था। इसके बाद, एकल स�कर् ट से टॉवर के �डजाइन म� बदलाव के कारण टॉवर नंबर 91 के �नमार्ण के �लए 0-07-

    00 �बस्वा क� अ�त�रक्त भू�म क� आवश्यकता थी। टावर नंबर 91 के �नमार्ण का काम 8.1.2013 को शरुू �कया

    गया था, िजसके दौरान खसरा नंबर 179/1 म� शा�मल भू�म मा�लक� के पास 0-07-00 �बस्वा के स्वा�मत्व वाल�

    अ�त�रक्त भू�म का उपयोग HPSEB Ltd. द्वारा �कया गया था िजसम� यह आश्वासन �दया गया था �क प्रभा�वत

    अ�त�रक्त भू�म का कानून के अनुसार अ�धग्रहण �कया जाएगा और या�चकाकतार्ओ ंको उपरोक्त अ�त�रक्त भू�म

    के उपयोग के �लए मुआवजा �दया जाएगा।

  • गाँव नाम्होल, तहसील अक�, िजला सोलन �ह.प्र. म� HPSEB Ltd. द्वारा नालागड़ (रेरू) से कु�नहार तक 400 केवी के डबल स�कर् ट टावर पर �सगंल स�कर् ट ट्रांस�मशन

    लाईन के टावर नं 91 के �नमार्ण के �लए प्रस्ता�वत भू-अजर्न के �लए सामािजक समाघात �नधार्रण अध्ययन

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    इस�लए यह स्पष्ट है �क अ�धग्र�हत क� जा रह� भू�म टॉवर नंबर 91 के �नमार्ण के �लए आवश्यक न्यूनतम भू�म

    है। इसके अलावा , कोई वैकिल्पक भू�म / सरकार� भू�म टावर के �नमार्ण के �लए आसपास के �ेत्र म� भू�म

    उपलब्ध थी। साथ ह�, इस अ�धग्रहण के कारण कोई �वस्थापन नह�ं हो रहा है।

    2.3 सामािजक प्रभाव� क� प्रकृ�त और तीव्रता व ्सुझाये गये शमन उपाय क� व्यवहायर्ता

    य�द प्रभाव, अगर स्थायी प्रकृ�त का है तो उसका प्रभाव , �नमार्ण के बाद के चरण के दौरान भी उसी तरह का होगा जैसा के

    �नमार्ण पूवर् या �नमार्ण चरण के रहता है दसूर� तरफ अस्थायी प्रभाव �नमार्ण / �नमार्ण चरण प�रयोजना चक्र के बाद के

    चरण� के दौरान तीव्रता म� �नरंतर कमी �दखाएगा। �नमार्ण चरण के बाद भी �कसी भी प्रभाव को द�घर्का�लक प्रभाव के रूप म�

    माना जाता है और य�द यह केवल �नमार्ण चरण के चलने तक रहता है, तो इसे अल्पका�लक प्रभाव माना जाता है। अध्ययन द्वारा सुझाए गए शमन उपाय� को सामािजक समाघात प्रबंध योजना (SIMP) के तहत �ववरण म� चचार् क� गई है। एक

    समग्र रूप म� प्रभा�वत प�रवार� , पंचायत� और समुदाय क� राय और मांग� के आधार पर और प�रयोजना के �व�भन्न पहलुओं

    और राज्य सरकार क� भागीदार� को देखते हुए , दोन� सकारात्मक और साथ ह� प�रयोजना के नकारात्मक प्रभाव भी ह�। इस

    स्क�म का �ेत्र व ्राज्य पर �निश्चत रूप स ेएक सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।

    चूं�क अ�धग्र�हत क� जा रह� भू�म पर पहल ेसे ह� टॉवर का �नमार्ण �कया गया है, अध्ययन के दौरान पाया गया एकमात्र

    नकारात्मक प्रभाव भू�म मा�लक� को भू�म का नुकसान था िजस ेद�घर्का�लक प्रभाव के रूप म� वग�कृत �कया जा सकता है।

    यद्य�प एक बार खोई हुई भू�म को पुनः प्राप्त नह� ं�कया जा सकता है और इसके साथ एक �निश्चत भावनात्मक मूल्य जुड़ा

    हुआ है जो अपूरणीय है। हालां�क, इस प्रभाव को अच्छ� तरह स ेकम �कया जा सकता है, अगर मा�लक� को पयार्प्त रूप स े

    मुआवजा �दया जाता है। प्रस्ता�वत अ�धग्रहण के कारण आजी�वका का कोई �वस्थापन या नुकसान नह� ंहोगा

    2.4 अं�तम �सफा�रश उपरोक्त �वश्लेषण से यह स्पष्ट है �क प�रयोजना का लाभ केवल प्रभा�वत �ेत्र के लोग� को ह� नह�ं बिल्क पूरे िजले और राज्य

    तक बढ़ाया जाएगा। इस स्क�म से पूरे उत्तर� �ेत्र को लाभ होगा। इस स्क�म के कायार्न्वयन से प�रयोजना पर सकारात्मक और

    नकारात्मक दोन� प्रभाव पड़ेगा। हालां�क , य�द प्रस्ता�वत शमन योजना का पालन �कया जाता है , तो यह नकारात्मक प्रभाव� को

    कम करके सामािजक प्रभाव� को कम करने और सकारात्मक प्रभाव� को बढ़ाने के �लए सामािजक प्रभाव� को कम करने म� मदद

    करेगा, िजससे प्र�तकूल सामािजक लागत� क� �नगरानी होगी। इस�लए इस प�रयोजना क� वहृद तस्वीर को ध्यान म� रखते हुए जो राज्य के �वकास के �लए लाभ और योगदान देगा और

    प�रणामस्वरूप पूरे देश म� , अध्ययन क� �सफा�रश है �क नालागड़ (रेरू) से कु�नहार डबल स�कर् ट टावर से 400 केवी �सगंल

    �स�कर् ट ट्रासं�मशन लाईन के टावर नं 91 का �नमार्ण �लए प्रस्ता�वत भू�म अजर्न �कया जा सकता है, बशत� �क सुझाए गए सभी

    उपाय न्या�यक रूप से पहचाने गए �व�भन्न प्रभाव� को कम कर द�।

  • गाँव नाम्होल, तहसील अक�, िजला सोलन �ह.प्र. म� HPSEB Ltd. द्वारा नालागड़ (रेरू) से कु�नहार तक 400 केवी के डबल स�कर् ट टावर पर �सगंल स�कर् ट ट्रांस�मशन

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    3 सामािजक समाघात प्रबंधन योजना 3.1 शमन हेत ुदृष्ट�कोण यह सामािजक समाघात प्रबंधन योजना ( SIMP) RFCTLARR Act, 2013 और HP RFCTLARR �नयम, 2015 के

    अनुसार प्रोजेक्ट के नकारात्मक सामािजक प्रभाव� को कम करने व सकारात्मक प्रभाव� को बड़ाने के �लए तैयार क�

    गई है। यह शमन , �नगरानी और संस्थागत उपाय� का एक सेट होता है जो�क प्र�तकूल सामािजक प्रभाव� को खत्म

    करने या उन्ह� स्वीकायर्स्तर तक कम करने के �लए प�रयोजना के �डजाइन , �नमार्ण और प�रचालन चरण के दौरान

    �क़ए जाने चा�हए। SIMP को प�रयोजना के �व�भन्न चरण� के दौरान कायार्िन्वत �कया जा सकता है जैसे क� प्री-

    कंस्ट्रक्शनस्टेज, कंस्ट्रक्शन स्टेज और ऑपरेशनल स्टेज। प�रयोजना के �व�भन्न चरण� के दौरान सुझाए गए

    �व�भन्न प्रबंधन उपाय� का �ववरण �नम्न�ल�खत अनुभाग म� प्रदान �कया गया है।

    3.2 समाघात से बचने, शमन करने और प्र�तपू�त र् करने के उपाय 1. य�द �हतधारक� के बीच कोई �ववाद है , तो इस �ववाद को पहले हल �कया जाना चा�हए और यह

    सु�निश्चत करना चा�हए �क कानूनी मा�लक को मुआवजा �दया जाए।

    2. भू�म मा�लक� को नवीनतम प्रच�लत बाजार दर� और अ�ध�नयम के प्रावधान� के अनुसार पयार्प्त

    मुआवजा �दया जाना चा�हए।

    3. मा�लक� को ��तपू�तर् अ�ध�नयम के प्रावधान� के अनुसार �निश्चत अव�ध द� जानी चा�हए और उन्ह� यह

    रा�श एक बार म� द� जानी चा�हए।

    3.3 R&R और अ�ध�नयम 2013 म� शा�मल उपाय यह एस आई ए �रपोटर् भू�म अजर्न प्र�क्रया को करने के �लए अपे��त �नकाय के �लए और सावर्ज�नक परामशर् और

    सव��ण के दौरान प�रयोजना प्रभा�वत प�रवार� और अन्य �हतधारक� द्वारा बताई गई आकां�ा के अनुसार

    कायर्योजना तैयार करने के �लए फायदेमंद होगी। अध्ययन के �नष्कष� के प्रकाश म� , अपे��त सामािजक प्रभाव� के

    शमन के �लए �नम्न�ल�खत कदम उठाए जा सकते ह�। ता�लका 1: पहचान ेगए प्रभाव और संबं�धत शमन उपाय

    क्र० सं प्रभाव सुझाव /शमन उपाय 1 �नजी भू�म का नुकसान (0-07-00 Biswa) RFCTLARR अ�ध�नयम, 2013 के प्रावधान� के अनुसार शीषर्क

    धारक� और �हतधारक� को उ�चत प्र�तकर 2 �नजी संपित्तय� के नुकसान के कारण अजर्न जैस े लागू नह�

  • गाँव नाम्होल, तहसील अक�, िजला सोलन �ह.प्र. म� HPSEB Ltd. द्वारा नालागड़ (रेरू) से कु�नहार तक 400 केवी के डबल स�कर् ट टावर पर �सगंल स�कर् ट ट्रांस�मशन

    लाईन के टावर नं 91 के �नमार्ण के �लए प्रस्ता�वत भू-अजर्न के �लए सामािजक समाघात �नधार्रण अध्ययन

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    क्र० सं प्रभाव सुझाव /शमन उपाय आवासीय और वा�णिज्यक संरचनाए,ं सीमा क�

    द�वार�, फसल�, फल असर और गैर-फल वाले पेड़। 3 �वस्था�पत प�रवार� और व्यिक्तय� के �लए अजर्न के

    कारण असु�वधा

    लागू नह�

    4 भू�म पर �नभर्र रोजगार / आय / आजी�वका का

    नुकसान।

    लागू नह�

    5 सामुदा�यक प�रसम्प�तय� का नुकसान जैस े �क

    श्मशान घाट, बावड़ी, चगाह, मं�दर आ�द।

    लागू नह�

    6 आम संसाधन� क� हा�न जैस ेजल संसाधन िजसम�

    पेयजल संसाधन जैस ेिस्प्रंग्स / और बाव�ड़या ं

    शा�मल, चरागाह� / चरागाह� क� हा�न, जलाऊ लकड़ी

    के संग्रहण के �लए जंगल।

    लागू नह�

    7 दबुर्ल समूह� पर प्रभाव: लागू नह� 8 खाद्य सुर�ा और पशुपालन पर प्रभाव: खेती लागू नह�

    11 वायु प्रदषुण, शोर प्रदषूण और वाहन� का आवागमन,

    जल प्रदषूण, जल ज�नत रोग

    लागू नह�

    *स्त्रोत: ट�म SIA

    कायार्न्वयन SIMP पर व्यय

    प�रयोजना प्रभा�वत के �लए लागू कानूनी प्रावधान� क� पषृ्ठभू�म म� पात्रता ढांचे और पुनवार्स और पुनवार्स क�

    प्र�क्रया नीचे द� गई है। भारत सरकार और �हमाचल प्रदेश सरकार द्वारा बनाए गए कानून� , �नयम� और नी�तय� के अनुपालन म� एक

    एंटाइटेलम�ट मै�ट्रक्स �वक�सत �कया गया है। एंटाइटेलम�ट मै�ट्रक्स नुकसान और संबं�धत प्रकृ�त और एंटाइटेलम�ट

    के दायरे के प्रकार को सारां�शत करता है।

  • गाँव नाम्होल, तहसील अक�, िजला सोलन �ह.प्र. म� HPSEB Ltd. द्वारा नालागड़ (रेरू) से कु�नहार तक 400 केवी के डबल स�कर् ट टावर पर �सगंल स�कर् ट ट्रांस�मशन

    लाईन के टावर नं 91 के �नमार्ण के �लए प्रस्ता�वत भू-अजर्न के �लए सामािजक समाघात �नधार्रण अध्ययन

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    ता�लका 2: एंटाइटलम�ट मै�ट्रक्स

    क्र.सं. प्रभाव शे्रणी हक क� इकाई पात्रता का �ववरण �टप्पणी

    भू-मा�लक� के प�रसम्प�त का नुकसान

    1

    �नजी भू�म भू�म मा�लक /

    शीषर्कधार�

    (बाजार मूल्य पर भू�म के �लए नकद प्र�तकर , िजसे

    RFCTLARR अ�ध�नयम, 2013 के प्रावधान� के अनुसार

    �नधार्�रत �कया जाएगा

    खोए हुए प�रसंपित्तय� के प्र�तस्थापन के �लए प्र�तकर क�

    रा�श पर वतर्मान स्टांप शुल्क के बराबर रा�श।

    प्र�श�ण सहायता

    ग) बारहमासी और गैर-बारहमासी फसल� और पेड़� के

    नुकसान क� भरपाई बागवानी और कृ�ष �वभाग के प्रावधान�

    के अनुसार लागू क� जाएगी।

    d) 25,000 रुपये का अनुदान पशु शेड या अल्प दकुान� का

    प्र�तस्थापन।

    2

    संरचना का

    नुकसान

    (आवासीय या

    वा�णिज्यक या

    आवासीय-सह-

    वा�णिज्यक)

    भू�म मा�लक /

    शीषर्कधार�

    क) स्वीकायर् मानदंड� के अनुसार वतर्मान दर� के आधार पर

    �नधार्�रत नकद प्र�तकर

    (बी) रुपये का स्थानांतरण भत्ता के प्रावधान� के अनुसार

    50000 RFCTLARR अ�ध�नयम, 2013 के �लए �वस्था�पत

    प�रवार

    (c) RFCTLARR अ�ध�नयम 2013 के अनुसार मुक्त घर का

    प्रावधान पूर� तरह से �वस्था�पत आवासीय / वा�णिज्यक या

    इसके बदले म� घर क� समान लागत क� पेशकश क� जा

    सकती है

    घर का �नमार्ण �कया

    (घ) �वस्था�पत प�रवार� के �लए 36,000 रुपये का अनुदान

    भत्ता (RFCTLARR अ�ध�नयम 2013)

  • गाँव नाम्होल, तहसील अक�, िजला सोलन �ह.प्र. म� HPSEB Ltd. द्वारा नालागड़ (रेरू) से कु�नहार तक 400 केवी के डबल स�कर् ट टावर पर �सगंल स�कर् ट ट्रांस�मशन

    लाईन के टावर नं 91 के �नमार्ण के �लए प्रस्ता�वत भू-अजर्न के �लए सामािजक समाघात �नधार्रण अध्ययन

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    क्र.सं. प्रभाव शे्रणी हक क� इकाई पात्रता का �ववरण �टप्पणी

    () �वस्था�पत प�रवार� के �लए 50,000 रुपये का पुनवार्स

    भत्ता (RFCTLARR Act 2013)

    3 �करायेदार� और

    पटे्ट धारक�

    �करायेदार� और

    पटे्ट धारक�

    पंजीकृत पटे्टदार लागू स्थानीय कानून� के अनुसार संरचना

    के मा�लक को देय प्र�तकर के एक प�रशोधन के �लए

    हकदार ह�गी।

    आवासीय और वा�णिज्यक संरचनाओं का नुकसान - गैर-शीषर्कधारक

    4 कब्जा करने

    वाल� के

    प्रभा�वत व्यिक्त

    (व्यिक्त/

    प�रवार(

    (ए) अ�तक्रमण का�रय� को �दया जाएगा 2 मह�ने क�

    अ�ग्रम सूचना जो प�रसंपित्तय� / फसल� को हटाने के �लए।

    (b) प्रभा�वत संरचना से बचाव सामग्री का अ�धकार

    आजी�वका क� हा�न - शीषर्क और गैर-शीषर्कधारक

    5 आजी�वका का

    नुकसान -

    शीषर्क धारक,

    कृ�ष श्रम

    और

    वा�णिज्यक

    बोल�

    (व्यिक्त/

    प�रवार(

    एक बार का अनुदान 25,000 रु (मान के तहत �नधार्�रत

    RFCTLARR अ�ध�नयम 2013)

    वा�णिज्यक के

    �लए स्क्वाटसर् ,

    जनगणना सव��ण

    क� तार�ख से

    पात्रता होगी

    6 �नमार्ण के

    चरण के दौरान

    संभा�वत और

    अप्रत्या�शत

    प्रभाव क�

    संभावना है

    स्वामी, प्रभा�वत

    व्यिक्त

    संरचनाओं को नुक्सान पहँुचने पर हजार्ना

    जहाँ भी आवश्यक हो वहां अस्थायी पहँुच बनाना

    जैसे संरचनाओं

    पर अस्थायी

    प्रभाव, पहंुच या

    मागर् के �लए

    अस्थायी व्यवधान

    7 मोबाइल

    �कयोस्क क�

    आय का

    �कयोस्क मा�लक दो मह�ने का अ�ग्रम नो�टस �ेत्र खाल� कर�

  • गाँव नाम्होल, तहसील अक�, िजला सोलन �ह.प्र. म� HPSEB Ltd. द्वारा नालागड़ (रेरू) से कु�नहार तक 400 केवी के डबल स�कर् ट टावर पर �सगंल स�कर् ट ट्रांस�मशन

    लाईन के टावर नं 91 के �नमार्ण के �लए प्रस्ता�वत भू-अजर्न के �लए सामािजक समाघात �नधार्रण अध्ययन

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    क्र.सं. प्रभाव शे्रणी हक क� इकाई पात्रता का �ववरण �टप्पणी

    अस्थायी

    नुकसान, य�द

    कोई हो

    8

    SC, ST

    सरकार� मानदंड योजनाओं म� शा�मल करने के �लए

    सहायता य�द शा�मल नह�ं है , तो सरकार� मानदंड� के

    अनुसार पात्र ; और RFCTLARR अ�ध�नयम 2013 के

    प्रावधान� के अनुसार एससी और एसट� को अ�त�रक्त लाभ

    अनुसूची

    9 अनपे��त

    प्रभाव

    �कसी भी अप्रत्या�शत प्रभाव को अ�ध�नयम के �सद्धांत� और

    उद्दशे्य� के अनुसार प्रले�खत और कम �कया जाएगा।

    3.4 अजर्न करने वाल� संस्था द्वारा प्रस्ता�वत आर एंड आर उपाय चँू�क अजर्न से कोई भी �वस्था�पत नह� हो रहा है इसी�लए अपे��त संसथान ने कोई भी R&R उपाय नह� �दए

    गए।

    3.5 अपे��त �नकाय द्वारा �नधार्�रत अ�त�रक्त उपाय भू�म मा�लक� को अ�ध�नयम के अनुसार उ�चत प्र�तकर �मलने के इलावा अपे��त �नकाय ने कोई भी अन्य उपाय

    नह� �दए है।

    3.6 संस्थागत संरचना और प्रमुख व्यिक्त चंू�क अ�धग्रहण से प्रमुख शमन उपाय� को प्रदान करके �नयं�त्रत �कया जा सकता है RTFCLARR अ�ध�नयम,

    2013 के तहत उपयुक्त मुआवजा इस�लए महत्वपूणर् व्यिक्त �नणर्य लेने और मुआवजा प्रदान करने के �लए

    िजम्मेदार कलेक्टर होगा। अ�ध�नयम प�रभा�षत करता है कलेक्टर के रूप म� एक “राजस्व िजले के कलेक्टर ; और

    एक उपायुक्त और अन्य शा�मल ह� जो �वशेष कायर् के �लए उपयुक्त सरकार द्वारा ना�मत अ�धकार� कलेक्टर।

    राजस्व और भू�म �रकॉडर् �वभाग, भू�म के मा�लकाना हक , भू�म क� माप और बाजार दर आ�द का �नधार्रण करने

    म� कलेक्टर क� सहायता करने के �लए स�म है

    चंू�क इसम� कोई R & R शा�मल नह�ं है, इस�लए ऐसे �कसी भी अ�धकार क� आवश्यकता नह�ं होगी।