Political History of Gurjar Pratihar - Jiwaji University
22
Political History of Gurjar Pratihar ग ु जर-तिहार वंश के इतिहास के साधन (Tools of History for Gurjar-Pratihar Dynasty): अनिक ु ल के राजप ू त म सााधिक ससि ततहारंश था जो ग ु जार की शाखा से सबधित होिे के कारण इततहास म ग ु जार-ततहार कहा जाता है । इस ंश की ाचीिता पाचीं शती तक जाती है । प ु लके सशि् वतीय के ऐहोल लेख मग ु जार जातत का उलेख साथम ह ु आ है । बाण के हाचररत म भी ग ु जार का उलेख ककया गया है । चीिी याी ह ु एिसांग क ु -चे-लो (ग ु जार) देश का उलेख करता है जसकी राजिािी वप-लो-मो-ली अथाात ् भीिमल म थी । ग ु जार-ततहार ंश के इततहास के ामाणणक सािि उसके बह ु संयक असभलेख है। इिम सााधिक उलेखिीय समहहरभोज का नासलयर असभलेख है जो एक शतत के ऱप म ह । इसम कोई ततधथ अंककत िहीं है । यह ततहार ंश के शासक की राजिैततक उपलधिय तथा उिकी ंशाली को ात करिे का म ु य सािि है । इसके अततररत इस ंश के राजाओं के अधय अिेक लेख समलते है जो धय ू िाधिक ऱप म उिके काल की घटिाओं पर काश डालते है । ततहार के समकालीि पाल तथा रारक ू टंश के लेख से ततहार शासक का उिके साथ सबधि का ाि होता है । उिके सामधत के लेख भी समलते ह जो उिके सााय-वततार तथा शासि-सबधिी घटिाओं पर काश डालते है । ततहार य ु ग म अिेक साहहययक क ृ ततय की रचिा ह ु ई । इिके अययि से भी तयकालीि राजिीतत तथा संतक ृ तत का ाि होता है । संतक ृ त का ससि वाि् राजशेखर ततहार राजाओं-महेधरपाल थम तथा उसके प ु महीपाल थम के
Political History of Gurjar Pratihar - Jiwaji University