19
1 Syllabus of F.Y. BA. General Hindi Programme as per CBCS w.e.f. 2017-18 Semester – I HNC: 101 Madhyakalin Evam Aadhunik Hindi Kavya Tatha Vyakaran 04 HNA: 101 Sampreshan Kaushal 04 HNG : 101 Janasanchar Madhyam: Mudrit Madhyam 04 Semester II HNC : 102 Aadhunik Hindi Katha Sahitya Evam Vyakaran 04 HNA : 101 Sampreshan Kaushal 04 HNG : 102 Janasanchar Madhyam: Electronic Madhyam 04 Syllabus of S.Y. BA. General Hindi Programme as per CBCS w.e.f. 2018-19 Semester – III HNC: 103 Hindi Sahitya Ka Aadikaal Evam Madyakaal: Parichayatmak Adhyayan 04 HGC: 101 Aadhunik Hindi Gadhya Ki Itar Vidhayein 04 HNG: 103 Hindi Sahitya Ki Vivdh Vidhayein 04 HNS: 101 Sambhasan Kala 04 Semester IV HNC : 104 Aadhunik Hindi Gadhya Sahitya: Parichayatmak Adhyayan (From 1850 to 1960) 04 HGC : 102 Aadhunik Hindi Padya 04 HNG : 104 Sahitya Aur Hindi Cinema 04 HNS : 102 Samachar Sankalan Aur Lekhan 04

Semester – I · 1 Syllabus of F.Y. BA. General Hindi Programme as per CBCS w.e.f. 2017-18 Semester – I HNC: 101 Madhyakalin Evam Aadhunik Hindi Kavya Tatha Vyakaran 04

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  • 1

    Syllabus of F.Y. BA. General Hindi Programme as per CBCS w.e.f. 2017-18

    Semester – I

    HNC: 101 Madhyakalin Evam Aadhunik Hindi Kavya Tatha Vyakaran 04

    HNA: 101 Sampreshan Kaushal 04

    HNG : 101 Janasanchar Madhyam: Mudrit Madhyam 04

    Semester II

    HNC : 102 Aadhunik Hindi Katha Sahitya Evam Vyakaran 04

    HNA : 101 Sampreshan Kaushal 04

    HNG : 102 Janasanchar Madhyam: Electronic Madhyam 04

    Syllabus of S.Y. BA. General Hindi Programme as per CBCS w.e.f. 2018-19

    Semester – III

    HNC: 103 Hindi Sahitya Ka Aadikaal Evam Madyakaal: Parichayatmak Adhyayan 04

    HGC: 101 Aadhunik Hindi Gadhya Ki Itar Vidhayein 04

    HNG: 103 Hindi Sahitya Ki Vivdh Vidhayein 04

    HNS: 101 Sambhasan Kala 04

    Semester IV

    HNC : 104 Aadhunik Hindi Gadhya Sahitya: Parichayatmak Adhyayan (From 1850 to 1960) 04

    HGC : 102 Aadhunik Hindi Padya 04

    HNG : 104 Sahitya Aur Hindi Cinema 04

    HNS : 102 Samachar Sankalan Aur Lekhan 04

  • 2

    गोवा ववश्वववद्यालय

    हहदी ववभाग

    F.Y. B.A. General Course (CBCS Syllabus )

    स्नातकस्तरीय सी. बी. सी. एस.् पाठ्यक्रम

    प्रथम सत्र - 1st semester

    CORE COURSE (CC) DSC 1A

    CORE COURSE HNC 101

    मध्यकालीन एव ंआधुवनक हहदी काव्य तथा व्याकरण (4 Credits )

    ( Madhyakaalin Evam Aadhunik Hindi Kavya Tatha Vyakaran )

    Hours

    वहन्दी पद्य 30

    कबीर : 10 दोह ेएवं 2 पद

    तुलसीदास : ववनय पवत्रका के 2 पद

    घनानंद : 2 कववत्त

    सूययकांत वत्रपाठी ‘वनराला’ : अवधवास, गहन ह ैयह अंध:कारा

    माखनलाल चतुवेदी : जवानी ,अमर वनशानी,कैदी और कोककला

    गजानन माधव मुविबोध : एक फोडा दखुा, मीठा बेर

    सुदामा पांडये ‘धूवमल’ : मुनावसब कारयवाई,अकाल दशयन

    अरूण कमल : मातृभूवम,पुतली में संसार

    लीलाधर मंडलोई : यह आदमी,आपवत्त

    अनावमका : बेजगह,वृद्धाए ँधरती का नमक हैं

    बोवधसत्व : कुछ कदन पहले,मेरा कुछ नहीं हो सकता

    खण्ड काव्य – डॉ. रामकुमार वमाय - ‘ओ अवहल्या’ 15

    व्याकरण : शब्द के रूप, वतयनी सुधार, संवध एवं संवध ववच्छेद, 15

    ववकारी एवं अववकारी शब्द

    संदभय ग्रंथ

    लोकवादी तुलसीदास : ववश्वनाथ वत्रपाठी , राधाकृष्ण प्रकाशन , 1991

    संपादक रामववलास शमाय : राग ववराग , लोकभारती प्रकाशन , 1988

    घूवमल : संसद से सडक तक , राजकमल प्रकाशन , 1992

    परमानंद श्रीवास्तव: समकालीन वहन्दी कववता : नए प्रस्थान , वाणी प्रकाशन ,

    रामववलास शमाय : वनराला की सावहत्य साधना , राजकमल प्रकाशन , 1982

    कामता प्रसाद गुरू : हहदी व्याकरण , वहन्दी मराठी प्रकाशन , नागपुर 2011

  • 3

    गोवा ववश्वववद्यालय

    हहदी ववभाग

    F.Y. B.A. General Course ( CBCS Syllabus )

    स्नातकस्तरीय सी. बी. सी. एस.् पाठ्यक्रम

    प्रथम सत्र - 1st semester

    Ability Enhancement Compulsory Course (AECC)

    Modern Indian Language Communication HNA 101

    संप्रेषण कौशल (4 Credits)

    ( Sampreshan Kaushal )

    Hour s

    1. हहदी व्याकरण 15

    अ. स्वर-व्यंजन : वगीकरण

    आ. संज्ञा, सवयनाम, ववशेषण, कक्रया, हलग, वचन, कारक

    इ. शब्द-उच्चारण : ध्ववन गुण

    2. भावषक संपे्रषण : स्वरूप एवं प्रकार 15

    अ. संपे्रषण : अवधारणा एवं महत्व

    आ. संपे्रषण के प्रकार – मौवखक और वलवखत,

    वैयविक और सामावजक,

    व्यावसावयक

    इ. संपे्रषण की चुनौवतयाँ

    3. संपे्रषण के माध्यम – एकालाप, संवाद, सामूवहक चचाय, दशृ्य -श्रव्य 15

    ( व्यावहाररक प्रयोग अपेवित ह।ै )

    4. प्रभावी संपे्रषण- गहन अध्ययन, कल्पनाशीलता, व्याख्यावयत करना, 15

    चचाय, वववेचन, वववाद, तकयसंगत ववशे्लषण, मूल्यांकन आकद के आधार

    पर वनम्नवलवखत कहावनयों, कववताओं, कफल्मों का मूल्यांकन

    करना अवनवायय ह ै ।

    कहावनयाँ – चंद्रधर शमाय गुलेरी - उसने कहा था

    यशपाल - फूलो का कुरता

    मनू्न भंडारी - यही सच ह ै

    ओमप्रकाश वावल्मकी - ग्रहण

    कववताए ँ– नागाजुयन- पे्रत का बयान

    केदारनाथ हसह - बनारस

    दषु्यंत कुमार - मै वजसे ओढ़ता - वबछाता ह ँ,

    केदारनाथ अग्रवाल - सब चलता ह ैलोकतंत्र में

    कफल्म – एक कला कफल्म, एक व्यावसावयक कफल्म

  • 4

    संदभय ग्रंथ

    रवींद्रनाथ श्रीवास्तव : हहदी का सामावजक संदभय , कें द्रीय वहन्दी संस्थान , आगरा 1984

    वी. आर जगन्नाथ : प्रयोग और प्रयोग , ऑक्सस्फडय ववश्वववद्यालय प्रकाशन , कदल्ली , 1981

    ववश्वनाथ प्रसाद वतवारी : रचना का सरोकार , वाणी प्रकाशन 1987

    ववद्यावनवास वमश्र : संप्रेषण और संप्रेषणात्मक व्याकरण , कें द्रीय वहन्दी संस्थान , आगरा 1988

    कामताप्रसाद गुरु : वहन्दी व्याकरण , वहन्दी मराठी प्रकाशन , नागपुर 2011

  • 5

    गोवा ववश्वववद्यालय

    हहदी ववभाग

    F.Y. B.A. General Course (CBCS Syllabus )

    स्नातकस्तरीय सी. बी. सी. एस.् पाठ्यक्रम

    प्रथम सत्र - 1st semester

    Generic Elective (GE) – HNG 101

    जनसंचार माध्यम : मुकद्रत माध्यम (4 Credits)

    ( Janasanchar Madhyam : Mudrit Madhyam ) Hours

    जनसंचार माध्यम 15

    संचार – पररभाषा, स्वरुप ,तत्व एवं प्रकार

    जनसंचार- पररभाषा, स्वरुप , प्रकार एवं महत्व

    मुकद्रत माध्यम 15

    पत्रकाररता – स्वरुप , वगीकरण एवं महत्व

    समाचार लेखन के तत्व , पृष्ठ सज्जा एवं प्रकाशन प्रकक्रया

    समाचार के वववभन्न स्त्रोत

    पवत्रकाए ँ– प्रकार एवं महत्व

    मुकद्रत माध्यम 15

    ववज्ञापन : स्वरुप , प्रस्तुवतकरण एवं महत्व

    फीचर लेखन – स्वरुप एवं महत्व

    सािात्कार लेखन – स्वरुप, प्रकार एवं प्रकक्रया

    (व्यावहाररक प्रयोग अवनवायय ह ै।)

    मुकद्रत माध्यम और समाज 15

    सकारात्मक प्रभाव

    नकारात्मक प्रभाव

    मुकद्रत माध्यमों की चुनौवतया ँ

    संदभय ग्रंथ

    डॉ. अजुयन वतवारी : आधुवनक पत्रकाररता, वहन्दी बुक सेंटर , कदल्ली , 2004

    डॉ. सुजाता वमाय : पत्रकाररता प्रवशिण एवं पे्रस वववध , आशीष प्रकाशन , कानपुर , 2005

    डॉ. नरेश वमश्र : प्रयोजनमूलक हहदी , राजपाल प्रकाशन , कदल्ली

    डॉ. चंद्रप्रकाश वमश्र :मीवडया लेखन–वसद्धांत एवं व्यवहार , संजय प्रकाशन , कदल्ली 2013

    डॉ.वनशांत हसह: ववज्ञापन वनमायण और प्रकक्रया , सन्मागय प्रकाशन , कदल्ली ,2003

  • 6

    गोवा ववश्वववद्यालय

    हहदी ववभाग

    F.Y. B.A. General Course ( CBCS Syllabus )

    स्नातकस्तरीय सी. बी. सी. एस.् पाठ्यक्रम

    वितीय सत्र - 2nd Semester

    Core Course (CC) DSC 1B

    CORE COURCE HNC 102

    आधुवनक हहदी कथा सावहत्य एव ंव्याकरण (4 Credits)

    ( Aadhunik Hindi Katha Sahitya Evam Vyakaran )

    Hours

    वहन्दी कहानी 30

    बंग मवहला – दलुाई वाली

    पे्रमचंद – प्रायवित

    अज्ञेय – वखतीन बाबू

    फणीश्वरनाथ रेणु – ठेस

    राजेन्द्र यादव – दायरा

    रामदरश वमश्र – एक औरत एक व़िन्दगी

    मैत्रेयी पुष्पा – बेटी

    उदय प्रकाश – आचायय की रजाई

    मोहनदास नैवमशराय – आवा़िें

    जयश्री रॉय – आस्था

    कैलाश बनवासी – बाजार में रामधन

    उपन्यास -ममता कावलया– ‘दौड’ 15

    व्याकरण : उपसगय, प्रत्यय, समास, ववराम वचह्न , लोकोविया 15

    और मुहावरे

    संवाद लेखन

    संदभय ग्रंथ

    कामता प्रसाद गुरू : हहदी व्याकरण , वहन्दी मराठी प्रकाशन , नागपुर 2011

    गोपाल राय : वहन्दी कहानी का इवतहास – भाग १ , भाग २ , राजकमल प्रकाशन , 2011

    डॉ. वेदप्रकाश अवमताभ : हहदी कहानी के सौ वषय , मधुवन प्रकाशन , मथुरा, 1988

    डॉ. बदरीदास : हहदी उपन्यास -पृष्ठभूवम और परंपरा , प्रकाशन गं्रथ , रामबाग , कानपुर , 1966

  • 7

    गोवा ववश्वववद्यालय

    हहदी ववभाग

    F.Y. B.A. General Course ( CBCS Syllabus )

    स्नातकस्तरीय सी. बी. सी. एस.् पाठ्यक्रम

    प्रथम सत्र - 2st semester

    Ability Enhancement Compulsory Course (AECC)

    Modern Indian Language Communication HNA 101

    संप्रेषण कौशल (4 Credits)

    ( Sampreshan Kaushal )

    Hours

    1. हहदी व्याकरण 15

    अ. स्वर-व्यंजन : वगीकरण

    आ. संज्ञा, सवयनाम, ववशेषण, कक्रया, हलग, वचन, कारक

    इ. शब्द-उच्चारण : ध्ववन गुण

    2. भावषक संपे्रषण : स्वरूप एवं प्रकार 15

    अ. संपे्रषण : अवधारणा एवं महत्व

    आ. संपे्रषण के प्रकार – मौवखक और वलवखत,

    वैयविक और सामावजक,

    व्यावसावयक

    इ. संपे्रषण की चुनौवतयाँ

    3. संपे्रषण के माध्यम – एकालाप, संवाद, सामहूहक चचाा, दृश्य -श्रव्य 15

    ( व्यावहाररक प्रयोग ऄपेहित ह।ै )

    4. प्रभावी संपे्रषण- गहन ऄध्ययन, कल्पनाशीलता, व्याख्याहयत करना, 15

    चचाा, हववेचन, हववाद, तका संगत हवशे्लषण, मलू्यांकन अहद के अधार

    पर हनम्नहलहखत कहाहनयों, कहवताओ,ं हिल्मों का मलू्यांकन करना ऄहनवाया ह ै ।

    कहाहनयााँ – चंद्रधर शमाा गुलेरी - ईसने कहा था

    यशपाल - िूलो का कुरता

    मन्न ूभंडारी - यही सच ह ै

    ओमप्रकाश वाहल्मकी - ग्रहण

    कहवताएाँ – नागाजुान- पे्रत का बयान

    केदारनाथ हसंह - बनारस

    दुष्यंत कुमार - म ैहजसे ओढ़ता - हबछाता ह ाँ ,

    केदारनाथ ऄग्रवाल - सब चलता ह ैलोकतंत्र में

    हिल्म – एक कला हिल्म, एक व्यावसाहयक हिल्म

  • 8

    संदर्भ ग्रंथ

    रवींद्रनाथ श्रीवास्तव : हहंदी का सामाहजक संदभा , कें द्रीय हहन्दी संस्थान , अगरा 1984

    वी. अर जगन्नाथ : प्रयोग और प्रयोग , ऑक्सस्िडा हवश्वहवद्यालय प्रकाशन , हदल्ली , 1981

    हवश्वनाथ प्रसाद हतवारी : रचना का सरोकार , वाणी प्रकाशन 1987

    हवद्याहनवास हमश्र : संपे्रषण और संपे्रषणात्मक व्याकरण , कें द्रीय हहन्दी संस्थान , अगरा 1988

    कामताप्रसाद गुरु : हहन्दी व्याकरण , हहन्दी मराठी प्रकाशन , नागपुर 2011

  • 9

    गोवा ववश्वववद्यालय वहंदी ववर्ाग

    F.Y. B.A. General Course ( CBCS Syllabus )

    स्नातकस्तरीय सी. बी. सी. एस्. पाठ्यक्रम

    वितीय सत्र - 2nd semester

    Generic Elective (GE) – HNG 102

    जनसंचार माध्यम : इलके्ट्रॉवनक माध्यम (4 Credits)

    ( Janasanchar Madhyam : Electronic Madhyam ) Hours

    आलेक्सरॉहनक माध्यम –स्वरुप, भेद एवं महत्व 15

    रेवडयो हवकास एवं महत्व

    रेहडयो लेखन

    सराकारी एवं गरै – सरकारी रेहडयो चनैल

    (अकाशवाणी, हवहवध भारती , एि. एम रेनबो , रेहडयो हमची अहद )

    वसनमेा 15

    हहन्दी हसनेमा – स्वरुप , हवकास यात्रा एवं महत्व

    पटकथा लेखन – स्वरुप एवं प्रहिया

    दूरदर्भन 15

    हवकास एवं महत्व दूरदशान लेखन

    सराकारी एवं गरै – सरकारी दूरदशान चनैल

    संगणक 15

    पररभाषा, स्वरूप , हवकास एवं महत्व व्यावहाररक प्रयोग

    हकसी भी सॉफ्टवेऄर के द्रारा लघु समाचार पहत्रका तथा हनमंत्रण पत्र बनाना

    इलकै्ट्रॉवनक माध्यम तथा समाज सकारात्मक प्रभाव नकारात्मक प्रभाव आलेक्सरॉहनक माध्यमों की चुनौहतयााँ

    संदर्भ ग्रंथ

    डॉ. ऄजुान हतवारी : अधुहनक पत्रकाररता, हहन्दी बुक सेंटर , हदल्ली , 2004

    डॉ. सुजाता वमाा : पत्रकाररता प्रहशिण एवं पे्रस हवहध , अशीष प्रकाशन , कानपुर , 2005

    डॉ. नरेश हमश्र : प्रयोजनमलूक हहंदी , राजपाल प्रकाशन , हदल्ली

    डॉ. सु. नागलक्ष्मी: संचार , सचूना , कम््यटूर और प्रयोजनमलूक हहन्दी जगत , जवाहर पुस्तकालय ,

    2012

    डॉ. चंद्रप्रकाश हमश्र :मीहडया लेखन–हसद्ांत एवं व्यवहार , संजय प्रकाशन , हदल्ली 2013

    डॉ.हनशांत हसंह: हवज्ञापन हनमााण और प्रहिया , सन्मागा प्रकाशन , हदल्ली ,2003

  • 10

    हररमोहन :कं्युटर और हहंदी, हहन्दी बुक सेंटर , 2016

    मनोहर श्याम जोशी : पटकथा लेखन एवं पररचय , राजकमल प्रकाशन , 2000

    ऄमरहसंह वधान : कं्युटर प्रयोग और हहंदी , भावना प्रकाशन , हदल्ली 2003

  • 11

    गोवा ववश्वववद्यालय वहंदी ववर्ाग

    S.Y. B.A. General Course (CBCS Syllabus)

    स्नातक स्तरीय सी. बी. सी. एस्. पाठ्यक्रम

    ततृीय सत्र 3rd Semester

    Core Course ( C ) DSC 1C

    HNC 103

    वहंदी सावहत्य का आवदकाल एवं मध्यकाल : पररचयात्मक अध्ययन (4 Credits)

    (Hindi Sahitya Ka Aadikaal Evam Madyakaal: Parichayatmak Adhyayan)

    वहंदी सावहत्य का आवदकाल एवं मध्यकाल : पररचयात्मक अध्ययन Hours

    अहदकाल : पररचयात्मक अध्ययन 30

    (i) सामाहजक, सांस्कृहतक, राजनीहतक पररवेश ।

    (ii) अहदकालीन हवहभन्न काव्यधाराओ ंका प्रवहृिगत पररचय

    (हसध्द, नाथ, जनै तथा रासो काव्य)

    भहिकाल : पररचयात्मक अध्ययन

    (i) सामाहजक, सांस्कृहतक, राजनीहतक पररवेश ।

    (ii) भहिकालीन हवहभन्न काव्यधाराओ ंका प्रवहृिगत पररचय

    ऄ. हनगुाण भहिकाव्य-संत काव्य एवं सिूी काव्य ।

    ब. सगुण भहिकाव्य- रामभहि एवं कृष्णभहि काव्य।

    रीहतकाल : पररचयात्मक अध्ययन

    (i) सामाहजक, सांस्कृहतक, राजनीहतक पररवेश ।

    (ii) रीहतकालीन काव्यधाराएाँ – रीहतबध्द एवं रीहतमुि काव्य ।

    वनधाभररत कवव एवं चयवनत रचनाएं 30

    कुशल लाभ – ढोला मारु रा दूहा – 10 दोहे

    संपादक – डॉ॰ कृष्ण कुमार शमाा

    (दोहा संख्या: 1, 4, 12, 17, 38, 64, 77, 83, 138, 305)

    रैदास – रैदास बानी – 5 पद

    संपादक – डॉ॰ शुकदेव हसंह

    (पद संख्या:6, 103, 128, 144, 194)

    महलक मुहम्मद जायसी – पद्मावत – 5 पद

    (पद संख्या:बहनजारा खण्ड-9, पे्रम खण्ड-7, पद्मावती हवयोगखण्ड-7, बसंत खण्ड-9, हचिौर अगमन

    खण्ड- 5)

    नाभादास - भिमाल - 5 पद

    व्याख्याकार – श्री रामकृष्ण देव गगा

    (पद संख्या: 4, 5, 41, 142, 370 )

    सरूदास – भ्रमरगीतसार सं॰ रामचन्द्र शुक्सल - 5 पद

    (ऐसे भहि मोहे भावे, दरसन हबना तरसत मोरी,

    बेर बेर नहीं अवे ऄवसर, मधुकर! स्याम हमारे चोर,

  • 12

    हनरगुन कौन देश को वासी)

    मीराबाइ – मीरा गं्रथावली, सं॰ कल्याणहसंह शेखावत - 5 पद

    (हपय हनन सनूो छै जी म्हारो देश, तुम सुणो जी म्हारो ऄरजी, मैं तो सांवरे के रंग राची, ह ैमेरो मनमोहना

    अयो नहीं, मनवा राम- नाम – रस पीज)ै

    बोधा – िुटकल रचनाएाँ – 5 पद

    (कााँपत गात सकात बतात, वह प्रीहत की रीहत को, कहहबे को व्यथा सुहनबे, कूर हमले मगसर हमले, कबह ाँ

    हमहलबो, यह धीरज)

    देव – रीहतकाव्य संग्रह - 5 पद

    (जबते कुवर कान्ह रावरी, साहहब ऄंध, मुसाहहब मकू, पााँयहन नपुूर मंज ूबज,ै सााँसन ही में समीर गयो,

    सुधाकर से मुख बाहन सुधा)

    संदर्भ - ग्रंथ

    अ. रामचंद्र शुक्सल : हहंदी साहहत्य का आहतहास, लोकभारती प्रकाशन , आलाहाबाद 2002

    अ.हजारीप्रसाद हद्रवेदी: हहंदी साहहत्य: ईद्भव एवं हवकास, राजकमल प्रकाशन, हदल्ली,2015 डॉ॰ रामकुमार वमाा :

    हहंदी साहहत्य का अलोचनात्मक आहतहास, लोकभारती प्रकाशन आलाहाबाद, 2007

    डॉ. नगेन्द्र : हहंदी साहहत्य का आहतहास, नेशनल पहललहशंग हाईस, नइ हदल्ली, 2016

    सुमन राजे : हहंदी साहहत्य का अधा आहतहास, भारतीय ज्ञानपीठ, नइ हदल्ली, 2003

    नाभादास – भिमाल, श्री हवयोगी हवशे्वश्वर, हनम्बकाचाया पीठ (परशुरामपुरी सलेमाबाद राजस्थान)

  • 13

    गोवा ववश्वववद्यालय

    वहंदी ववर्ाग

    S.Y. B.A. General Course (CBCS Syllabus)

    स्नातक स्तरीय सी. बी. सी. एस्. पाठ्यक्रम

    ततृीय सत्र – 3rd Semester

    HGC-101

    आधवुनक वहंदी गद्य की इतर ववधाएँ (4 Credits)

    (Aadhunik Hindi Gadhya Ki Itar Vidhayein)

    Hours

    हवष्णु प्रभाकर– ‘अवारा मसीहा’ (जीवनी) 15

    राजपाल प्रकाशन, हदल्ली।

    ऄहनल यादव: ‘वह भी कोइ देश ह ैमहाराज’ (यात्रा वतृांत ) 15

    ऄंहतका प्रकाशन, गाहजयाबाद, ई॰ प्र॰।

    महादेवी वमाा: ‘पथ के साथी’ (संस्मरण) 15

    लोकभारती प्रकाशन, आलाहाबाद।

    सुशीला टाकभौरे: ‘हशकंजे का ददा’ (अत्मकथा) 15

    वाणी प्रकाशन, हदल्ली।

    संदर्भ- ग्रंथ

    बच्चन हसंह : हहन्दी साहहत्य का दूसरा आहतहास, राधाकृष्ण प्रकाशन, नइ हदल्ली , 2004

    मनोरमा शमाा : संस्मरण और संस्मरणकार, अराधना ब्रदसा, कानपुर

    कमलापहत ईपाध्याय : हहन्दी अत्मकथा साहहत्य का शलैीगत ऄध्ययन, साहहत्य रत्नालय

    रामस्वरुप चतुवेदी : गद्य हवन्यास और हवकास, लोकभारती प्रकाशन

  • 14

    गोवा ववश्वववद्यालय वहंदी ववर्ाग

    S.Y. B.A. General Course (CBCS Syllabus)

    स्नातकस्तरीय सी.बी.सी.एस पाठ्यक्रम

    ततृीय सत्र - 3rd Semester

    Elective : Generic ( G )

    HNG: 103

    वहंदी सावहत्य की ववववध ववधाएँ (4 credits)

    (Hindi Sahitya Ki Vivdh Vidhayein)

    Hours

    मधुशाला (काव्य) - हररवंशराय बच्चन 15

    राजपाल एण्ड संस

    सरूज का सातवााँ घोडा (उपन्यास) – धमावीर भारती 15

    नेशनल बुक रस्ट

    हजंदगी और गुलाब के िूल (कहानी संग्रह) - उषा हप्रयंवदा 15

    भारतीय ज्ञानपीठ

    ताजमहल का टेंडर (नाटक) - ऄजय शुक्सल 15

    राजकमल प्रकाशन, प्रकाशन संस्थान

    संदर्भ -ग्रंथ

    1. हहन्दी ईपन्यास का आहतहास – गोपाल राय, राजकमल प्रकाशन

    2. कहानी नयी कहानी – नामवर हसंह, लोकभारती प्रकाशन, हदल्ली 1973

    3. बच्चन : व्यहित्व और कृहतत्व, जीवन जोशी, सन्मागा प्रकाशन

    4. कवीश्री बच्चन : व्यहि और दशान, साहहत्य भवन , आलाहाबाद

    5. बच्चन : एक ऄध्ययन, लहलत ऄरोरा, भारतीय गं्रथ हनकेतन

    6. हररवंशराय बच्चन – ऄहजत कुमार, साहहत्य ऄकादमी

    7. धमावीर भारती की साहहत्य साधना – पुष्पा भारती, भारतीय ज्ञानपीठ, नयी हदल्ली

    8. हहन्दी नाटक : ईद्भव और हवकास – दशरथ ओझा, राजपाल प्रकाशन , हदल्ली 1984

  • 15

    गोवा ववश्वववद्यालय वहंदी ववर्ाग

    स्नातकस्तरीय सी. बी. सी. एस्. पाठ्यक्रम ततृीय सत्र

    Skill Enhancement Course ( SE )

    HNS: 101

    संर्ाषण कला (4 Credits) (Sambhasan Kala)

    Hours

    संभाषण : ऄथा एवं हवहभन्न रूप 15

    वाताालाप, व्याख्यान,वाद हववाद,एकलाप, ऄवाहचक ऄहभव्यहि, जन संबोधन।

    जन संपका में वाक्सकला की ईपयोहगता।

    संभाषण कला के प्रमुख ईपादान-यथेष्ट भाषा ज्ञान, मानक ईच्चारण, सटीक प्रस्तुहत, ऄन्तराल ध्वहन

    (वाल्यमू), वेग, लहजा (एक्ससेण्ट)

    संभाषण कला के हवहभन्न रूप 30

    ईद्घोषणा कला, (ऄनाईन्सेमेंट), ,अाँखों देखा हाल, (कमेन्री), संचालन (एंकररंग), वाचन कला, समाचार

    वाचन (रेहडयो , टी.वी.), मंचीय वाचन (कहवता, कहानी, व्यंग्य अहद)

    संभाषण कला का व्यावहाररक पि।

    लोक प्रशासन, जनसम्पका एवं हवपणन के 15

    हवकास में संभाषण कला का योगदान।

    संवादी ( कनवसेशनल लैंग्वेज) के रूप में हहन्दी की भाहषक संवेदना की हववेचना।

    संदर्भ -ग्रंथ

    सं॰ पंकज हबष्ट-भपेून हसंह : मीहडया, बाजार और लोकतंत्र, ऄकादहमक प्रहतभा, हदल्ली

    तेजपाल चौधरी : ऄच्छी हहंदी संभाषण और लेखन, हहन्दी बुक सेंटर

  • 16

    गोवा हवश्वहवद्यालय हहंदी हवभाग

    S.Y. B.A. General Course (CBCS Syllabus)

    स्नातक स्तरीय सी. बी. सी. एस्. पाठ्यिम

    चतथुभ सत्र 4th Semester

    Core Course ( C ) DSC 1D

    HNC 104

    आधवुनक वहन्दी गद्य सावहत्य : पररचयात्मक अध्ययन

    (1850 स े1960 तक) (4 Credits)

    (Aadhunik Hindi Gadhya Sahitya: Parichayatmak Adhyayan)

    (From 1850 to 1960)

    हहन्दी गद्य हवधाओ ंका पररचयात्मक ऄध्ययन Hours

    कहानी, ईपन्यास, नाटक और हनबंध हवधाओ ंके हवकास 30

    के हवहभन्न चरण, प्रमुख रचनाकार एवं ईनकी प्रहतहनहध रचनाओ ंका ईल्लेख

    वनधाभररत रचनाकार एवं रचनाएं 30

    कहानी – पे्रमचंद- ‘नशा’

    जयशंकर प्रसाद् - ‘अकाशदीप’

    मन्न ूभंडारी – ‘मैं हार गयी’

    ईपन्यास – यशपाल - ‘मनुष्य के रूप’

    नाटक – जगदीशचन्द्र माथुर - ‘कोणाका ’

    हनबंध – प्रतापनारायण हमश्र – ‘दााँत’

    रामचंद्र शुक्सल- ‘ईत्साह’

    हररशंकर परसाइ - ‘मातादीन चााँद पर’

    संदर्भ -ग्रंथ

    डॉ॰ रामकुमार वमाा : हहंदी साहहत्य का अलोचनात्मक आहतहास, लोकभारती प्रकाशन

    आलाहाबाद , 2007

    डॉ. नगेन्द्र : हहंदी साहहत्य का आहतहास, नेशनल पहललहशंग हाईस, नइ हदल्ली, 2016

    सुमन राजे : हहंदी साहहत्य का अधा आहतहास, भारतीय ज्ञानपीठ, नइ हदल्ली, 2003

    बच्चन हसंह : साहहहत्यक हनबंध : अधुहनक दृहष्टकोण, वाणी प्रकाशन

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    गोवा हवश्वहवद्यालय हहंदी हवभाग

    S.Y. B.A. General Course (CBCS Syllabus)

    स्नातक स्तरीय सी. बी. सी. एस्. पाठ्यिम

    चतथुभ सत्र 4th Semester

    HGC-102

    आधवुनक वहंदी पद्य (4 Credits)

    (Aadhunik Hindi Padya)

    Hours

    वहन्दी पद्य 30

    भारतेन्दु हररश्चन्द्र : नए जमाने की मुकरी

    हनराला : जल्द जल्द परै बढ़ाओ,अओ, अओ!, राजे ने ऄपनी रखवाली की

    सुभद्राकुमारी चौहान : हबदाइ, स्वदेश के प्रहत

    हररवंशराय बच्चन : गणतंत्र हदवस ,हहन्दू और मुसलमान

    नागाजुान : सुबह-सुबह,शासन की बंदूक

    केदारनाथऄग्रवाल : हसनेमाइ संसार, लोगों का जीवन

    दुष्यंतकुमार : ग़ज़लें

    धहूमल : रोटी और संसद , बीस साल बाद

    कात्यायनी : रामधनी , हाकी खेलती लडहकयााँ

    हनमाला पुतुल : क्सया तुम जानते हो, ईतनी दूर मत लयाहना बाबा!

    सवशे्वरदयाल सक्ट्सनेा-प्रवतवनवध कववताएँ 30

    1. नहीं नहीं प्रभु तुम से शहि नहीं मााँगूंगा 2. मााँ की याद

    3. पोस्टमाटाम की ररपोटा 4. जतूा– 1,2,3,4

    5. देशगान 6. तुम्हारे साथ रहकर

    7. सुखा हथेहलयााँ 8. रसोइ

    9. ऄपनी हबहटया के हलए दो कहवताएाँ 10.गरीबा का गीत

    संदर्भ- ग्रंथ

    1. लीलाधर मंडलोइ : कहवता के सौ वषा, ऄकादहमक प्रहतभा, हदल्ली

    2. नंदहकशोर नवल : समकालीन काव्य यात्रा, राजकमल प्रकाशन, हदल्ली, 2014

    3. नंदहकशोर नवल : कहवता पहचान का संकट, भारतीय ज्ञानपीठ, 2006

    4. ए ऄरहवंदािन : समकालीन हहन्दी कहवता, राजकमल प्रकाशन, नइ हदल्ली

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    गोवा हवश्वहवद्यालय

    हहंदी हवभाग

    S.Y. B.A. General Course (CBCS Syllabus)

    स्नातकस्तरीय सी.बी. सी. एस. पाठ्यिम

    चतथुभ सत्र - 4th Semester

    Elective : Generic ( G )

    HNG: 104

    सावहत्य और वहंदी वसनमेा ( 4 Credits)

    (Sahitya Aur Hindi Cinema)

    Hours

    हहंदी हसनेमा : ईद्भव और हवकास 15

    हसनेमा हनमााण की प्रहिया 15

    साहहत्य और हसनेमा का ऄन्तःसंबंध 15 साहहत्य-

    हसनेमाः रुपातंरण की चुनौहतयााँ 15

    ऄध्ययन के हलए

    1.बंहदनी 2. 1084 की मााँ 3. गोधलूी 4. साहहब बीबी और गुलाम 5. ईमराव जान (पुरानी) 6. एक चादर मलैी

    सी 7. हपंजर 8. शतरंज के हखलाडी 9. तीसरी कसम 10. रजनीगंधा 11. अाँधी 12. घरौंदा 13. भहूमका 14.

    रेनकोट 15. गाआड 16. हदैर

    (ईपरोि हिल्मों में से छह हिल्मों का ऄध्ययन ऄहनवाया ह ै। )

    संदर्भ-ग्रंथ

    1. भारतीय हसने हसध्दांत – ऄनुपम ओझा, राधाकृष्ण प्रकाशन, 2009

    2. हसनेमा कल अज और कल- हवनोद भारव्दाज, हहंदी बुक सेंटर, 2006

    3. हसनेमा के बारे में- जावेद ऄख्तर, राजकमल प्रकाशन, 2008

    4. हहंदी हसनेमा के सौ वषा- हदलचस्प (नारायण हसंह राजावत), भारतीय पुस्तक पररषद, 2009

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    गोवा ववश्वववद्यालय वहंदी ववर्ाग

    S.Y. B.A. General Course (CBCS Syllabus)

    स्नातकस्तरीय सी. बी. सी. एस्. पाठ्यक्रम

    चतथुभ सत्र 4th Semester

    Skill Enhancement Course ( SE )

    HNS: 102

    समाचार संकलन और लखेन (4 Credits)

    (samachar sankalan aur lekhan)

    Hours

    समाचार : ऄवधारणा, पररभाषा, बुहनयादी तत्व, समाचार और संवाद, 15

    संरचना (घटक , समाचार मलू्य, समाचार के स्त्रोत।

    समाचार संग्रह-पद्हत और लेखन- प्रहिया : हसद्ान्त और मागादशाक बातें ।

    हवकासशील और जनरुहच की दृहष्टयााँ ।

    समाचार का वहगाकरण । खोजी, व्याख्यात्मक, ऄनुवतान समाचार ।

    संवाददाता : भहूमका, ऄहाता, शे्रहणयााँ, प्रकाया एवं व्यवहार- संहहता। 30

    ररपोहटिंग के िेत्र और प्रकार : हवधाहयका, न्यायपाहलका, मंत्रालय और प्रशासन,

    हवदेश, रिा, राजनीहत, ऄपराध और न्यायालय, दुघाटना एवं नसैहगाक अपदा,

    ग्रामीण, कृहष, हवकास, ऄथा, एवं वाहणज्य, बठैके एवं सम्मेलन, संगोष्ठी,

    पत्रकार वाताा, साहहत्य एवं संस्कृहत, हवज्ञान, ऄनुसंधान एवं तकनीकी हवषय,

    खेलकूद, पयाावरण, मानवाहधकार और ऄन्य सामाहजक हवषयों और िेत्रों से

    संबहन्धत ररपोहटिंग ।

    आलेक्सरॉहनक माध्यमों से प्राप्त समाचारों का पुनलेखन ।

    लीड : ऄथा, प्रकार, हवशेषता, महत्व । 15

    शीषाक : ऄथा, प्रकार, हलखने की कला महत्व ।

    ररपोहटिंग : कला और हवज्ञान के रूप में हवशे्लषण, वस्तुपरकता और भाषा-शलैी ।

    संदर्भ-ग्रंथ

    डॉ॰ सुरेश ऄग्रवाल : जनसंचार माध्यम, नमन प्रकाशन हदल्ली, 2005

    हररमोहन: समाचार, िीचर लेखन एवं संपादन कला, ऄकादहमक प्रहतभा, हदल्ली, 2003

    एन सी पंत : मीहडया लेखन के हसद्ांत, जवाहर पुस्तकालय मथुरा, 2009