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STUDENT SUPPORT MATERIAL Class X Social Science Session 2016-17 KENDRIYA VIDYALAYA SANGATHAN NEW DELHI

STUDENT SUPPORT MATERIAL · 2016-12-04 · STUDENT SUPPORT MATERIAL . Class X . Social Science . Session 2016-17 . KENDRIYA VIDYALAYA SANGATHAN . NEW DELHI

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  • STUDENT SUPPORT MATERIAL

    Class X

    Social Science

    Session 2016-17

    KENDRIYA VIDYALAYA SANGATHAN

    NEW DELHI

  • STUDENT SUPPORT MATERIAL

    ADVISORS

    • Shri Santosh Kumar Mall, IAS, Commissioner, KVS (HQ), New Delhi • Shri U.N. Khaware, Addl. Commissioner (Academics), KVS (HQ)

    CO-ORDINATION TEAM AT KVS (HQ)

    • Dr. V. Vijayalakshmi, Joint Commissioner (Acad), KVS (HQ) • Mr. P.V. Sai Ranga Rao, Deputy Commissioner (Acad), KVS (HQ) • Ms. Aprajita, AEO (Acad), KVS (HQ)

    CONTENT TEAM

    • Dr. Uma Sivaraman, Deputy Commissioner, KVS Ernakulam Region • Ms. Annapurneswari M, TGT (SSC), KV Thrissur • Ms. Jaishree Nair, TGT (SSC), KV Ramavarmapuram • Ms. K. Jaya, TGT (SSC), KV Pangode • Ms. Anitha T, TGT (SSC), KV No.1 Palakkad • Mr. B Usman, TGT (SSC), KV Malappuram

    REVIEW TEAM

    • Mr. S. K. Mishra, TGT (SSC), KV No.2 Delhi Cantt. • Ms. Rekha Devi, TGT (SSC), KV Sec-2 RK Puram

  • 5

    �वषय सूची

    !थम स�

    अrयाय पsृठ

    इ$तहास

    4. भमंूडल�कृत �वdव का बनना 6 - 9

    5. औयोगीकरण का युग 10 - 14

    6. काम, आराम और जीवन 15- 19

    7. म�ुण सं"कृ$त और आधु$नक द$ुनया 20-24

    8. उप�यास समाज और इ$तहास 25-29

    समकाल�न भारत भाग 2

    1.संसाधन और �वकास 30-35

    2. वन और व�य जीवन संसाधन 36-38

    3.जल संसाधन 39-41

    4. कृ�ष 42-45

    मानwच� 46-47

    लोकतांx�क राजनी$त

    1.सjता का बंटवारा 48-51

    2.संघवाद 52-56

    3. लोकतं� और �व�वधता 57-59

    4. Mलगं, धमb और जा$त 60-64

    आwथbक �वकास कz समझ

    1. �वकास 65-66

    2. भारतीय अथbfयव"था के �े� 67-68

    !dन-प� कz |परेखा 69

    !dन-प� 70-74

    उjतर संकेत 75-77

  • 6

    भाग – 1

    इ$तहास

    पाठ - 4

    भमंूडल�कृत �वdव का बनना

    म)ुय xब�द ु–

    • रेशम मागb - ये माग� एशया को यूरोप और उ�तर� अफ�का के साथ -साथ �व�व को जमीन और

    समु# माग� से जोड़ते थे।

    • बीमारय के कzटाणु - यूरोपीय उप&नवेशवाद� अपने साथ चेचक जैसी भंयकर बीमा-रय. के क�टाणु

    लेकर आए।

    • कानb -ला – वह कानून िजसके सहारे सरकार ने म5का के आयात पर पाबंद� लगा द� थी।

    • रडंरपे"ट – 6लेग क� भां&त फैलने वाल� मवेशय. क� बीमार� थी। यह बीमार� 1890 ई0 के दशक

    म< ह� अ=धक हुआ।

    • बहुराs�य कप$नयां – बहुरा?@�य कAप&नय. क� Bथापना 1920 के दशक म< हुई परDतु इनका

    �व�वFयापी Gसार पचार साठ के दशक म< ह� अ=धक हुआ।

    • xबेन वडुस – IJटेन वडुस यूएसए म< िBथत एक होटल का नाम है। दसूरे �व�व युL के बाद इस

    होटल म< अDतरा�?@�य FयवBथा सAबDधी एक सAमेलन आयोिजत Mकया गया। इस सAमेलन को ह�

    IJटेन वुडस समझौते के नाम से जाना जाता है।

    • व"तुओं का !वाह – अंPेजी शासन के साथ गेहँू ,सूती ,ऊनी तथा रेशमी कपड़. का Gवाह भारत से

    इंTलैUड म< होता था।

    • 5Mमक का !वाह - भारत म< Vमक इंTलैUड के Vमक. से सBते म< उपलWध थे। इसलए अंPेज

    इDह< चाय ,काफ� ,नील तथा तAबाकू के बागान. म< काम करने के लये ले जाते थे।

    • टेरफ – टे-रफ एक देश के &नया�त पर शेष �व�व Yवारा लगाये जाने वाला कर। टे-रफ Gायः देश

    क� सीमा म< Gवेश के समय लगाया जाता है।

    • fयापार अwधशेष – इस अवBथा म< &नया�त का मू[य आयात से अ=धक होता है।

    • असबल� लाइन – अस

  • 7

    लघु उjतर�य !dन –

    !dन 1 – तीन उदाहरण देकर दशाbय Yक अमेरका जाने वाले नये समु�� रा"त कz खोज के बाद �वdव

    म बदलाव आया?

    • आलू का इBतेमाल शु^ करने पर यूरोप के गर�ब. क� िजDदगी म< बदलाव आया।

    • उनका भोजन बेहतर हो गया और औसत उ_ बढ़ने लगी।

    • गुलाम. का Fयापार शुa हो गया।

    • यूरोप म< धम�क टकराव होते रहते थे इसलए हज़ार. लोग यूरोप से भागकर अमे-रका

    चले गये।

    !dन 2. – 19वीं सद� म लोग वारा यूरोप से भागकर अमेरका जाने के ?या कारण थे?

    • कान� – ला कानून को समा6त करने क बाद कम क�मत. म< सामान का आयात

    • भयानक Iबमा-रय. का फैलना

    • धम�क टकराव

    !dन 3. – रडंरपे"ट ?या था ? इसने अफzकz लोग को Yकस तरह !भा�वत Yकया?

    • खतरनाक संdामक रोग/मवेशी 6लेग

    • 90 G&तशत से अफ�क� मवेशी मारे गये

    • आजी�वका का न?ट हो जाना

    !dन 4 – सूती व"� उयोग के औयोwगकरण का xटेन म ?या !भाव पड़ा?

    • आयात शु[क के कारण IJटेन म< भारतीय कपास के आयात म< तेजी से कमी आई।

    • भारतीय वBf. को अDतरा�?@�य बाजार. म< भार� G&तBपधा� का सामना करना पड़ा। बाद म<

    &नमा�ण Mकये गये सूती उ�पाद. के &नया�त म< कमी आने के प�चात Iबg@श &नमा�ताओं ने बहुत

    ह� सBती क�मत पर भारत से कपास का आयात आरAभ कर gदया।

    !dन 5 – यूरोपीय लोग के अzका कz और आक�षbत होने के मु)य कारण ?या थे?

    • अi�का म< �वशाल भjूेf तथा ख&नज के भंडार. का होना।

    • यूरोपीय लोग अi�का म< बागान क� खेती करने और खादान. का दोहन करना चाहते थे ताMक

    उDह< यूरोप भेजा जा सके।

    • अi�का म< औYयो=गक dां&त नह�ं आई थी।

    • अi�का सैDय शि5त म< भी �पछड़ा हुआ था।

    !dन 6 – कानb-ला ?या था? उसे ?य समाSत Yकया गया उसकz समाSती के ?या परणाम हुए ?

    • म5का के आयात पर पाबंद� – कान� – ला

    • यह भू Bवामय. के दबाव म< Mकया गया।

    • लोग इस कानून से नाराज थे 5य.Mक खाYय पदाथl क� क�मत< बहुत ऊंची थी।

  • 8

    • कान� -ला क� समाि6त के बाद IJटेन म< आया&तत खाYय पदाथl क� लागत यहाँ पैदा होने वाले

    खाYय पदाथl से भी कम थी। िजसके कारण IJgटश Mकसान आया&तत माल क� क�मत का

    मुकाबला नह�ं कर सकते थे।

    द�घb उjतर�य !dन – (5 अंक)

    !dन 1 – आwथbक महांमद� के कारण बताइए ?

    • महामंद� क� शु^आत 1929 से हुई और यह संकट 30 के मnय तक बना रहा

    • उ�पादन ,रोजगार आय और Fयापार म< बहुत बड़ी =गरावट दज� क� गई

    • युoो�तर �व�व अथ�FयवBथा बहुत कंमज़ोर हो गई थी।

    • क�मत< =गर� तो Mकसान. क� आय घटने लगी और आमदनी बढ़ाने के लये Mकसान अ=धक माfा म<

    उ�पादन करने लगे।

    • बहुत सारे देश. ने अपनी &नवेश संबधी ज^रत. को पूरा करने के लये अमे-रका से कज़� लया।

    • अमे-रक� उYयोगप&तय. ने मंद� क� शंका को देखते हुये यूरोपीय देश. को कज� देना बंद कर gदया।

    • हजार. बqक द�वालया हो गये।

    !dन 2 – !थम �वdवयु के !भाव को "पsट करो।

    • यह Gथम आधु&नक औYयो=गक युo था िजसमे औYयो=गक रा?@ शामल थे।

    • मशीन गन., टैक. एयर dाrट, रासाय&नक ह=थयार. का Fयापक पैमाने पर Gयोग Mकया गया।

    • अ�या=धक म�ृयु और �वनाश हुआ।

    • अ=धकतर मरने और घायल होने वाले काय�शील ऊ_ के थे।

    • लोग. क� आय कम हो गई।

    • पु^ष. को युo म< भाग लेने को बाnय Mकया गया।

    !dन 3 – भारतीय अथbfयव"था पर महामंद� के ?या !भाव पड?े

    • भारत का आयात और &नया�त आधा हो गया।

    • कृ�ष उ�पाद. क� क�मत< =गर गई।

    • सा_ा\यवाद� सरकार ने राजBव म< कोई कटौती नह�ं क�।

    • टाट का &नया�त बंद होने से पटसन क� क�मत< =गर गई

    • Mकसान कज़� म< डूब गए ।

    !dन 4 – 19वीं शताद� म अनुबंध कz नई गुलामी !था का वणbन कzिजए।

    • हज़ार. भारतीय एवं चीनी मजदरू बागान. ,खान. और सडक एवं रेल प-रयोजनाओं के &नमा�ण के

    लए संसार के �वभDन jेf. म< गए।

    • भारत म< अनुबं=धत Vमक समझौते के तहत पांच साल क� अव=ध तक मजदरू. को बागान. म<

    काम करना था।

    • भारत के सूती कपड. के उYयोग. का पतन।

  • 9

    • भूम Mकराए म< बढोतर�। !dन 5 – xट�श सरकार कॉनb लाज के समाSत करने के $नणbय का ?या !भाव पडा।

    • सBती दर पर भोजन का आयात

    • IJgटश कृषक आयात. का मुकाबला करने म< असमथ�।

    • IJटेन म< भोजन के उपभोग क� माfा बढ़�।

    • तीu औYयो=गकरण से IJटेन म< आय बढ़� और भोजन का आयात बढ़ा।

    • IJटेन क� माँग को पूरा करने लए समBत संसार ने भोजन उ�पादन को बढ़ाया।

    अ$तर?त !dन

    लघु उjतर�य –

    G�न 1. अंPेजो के लए भारतीय Fयापार का 5या मह�व था?

    G�न 2. नई अंतरा�?@�य FयवBथा 5या थी? Bप?ट क�िजये।

    G�न 3. अस

  • 10

    पाठ - 5

    औयोगीकरण का यगु

    म)ुय xब�द ु–

    • औयोwगक ाि�त के पूवb �वdव – आधु&नक उYयोग. के �वकास के पूव� इंगलqड तथा यूरोप

    के अनेक देश. म< बड े पैमाने पर अDतरा�?@�य &नया�त के लए उ�पादन होता था। ये

    आधु&नक उYयोग. से भDन थे। इसलए इ&तहासकार इसे !ाय औYयोगीकरण कहते है।

    • शहर और �ामीण इलाक के बीच $नकटता का संब�ध – उYयोगप&त शहर. म< रहते थे पर

    काम अ=धकतर Pामीण jेf. म< Mकया जाता था

    • �वdव यु का भारतीय उयोग पर !भाव – उYयोग. का आरंभ, नये आ�व?कार, सूती

    कपडा मल. का पनपना

    • औयोwगक �वकास कz ग$त – सूती कपडा उYयोग तथा धातु उYयोग, रेलवे का �वकास,

    लोहा उYयोग का �वकास

    • मज़दरू का जीवन – मांग से अ=धक मज़दरू. क� संyया, ऋतु&न?ट काम, असल वेतन म<

    कमी, गर�बी एवं बेरोज़गार�

    • औयोगीकरण और उप$नवेश – यूरोपीय उYयोगप&तय. से G&तयो=गता, यूरोपीय उYयोग. क�

    बढती शि5त, यूरोपीय कंप&नय. को एका=धकार का �वशेषा=धकार

    • �वdव म भारतीय कपडा उयोग कz घटती मांग – IJटेन क� नई औYयो=गक नी&त, IJटेन

    Yवारा भारतीय कपड. क� आयात पर &नयDfण, भारत म< IJटेन से कपडा आयात

    • �वेताओं fदारा बाज़ार का �व"तार – �व{ापन Fदारा, छापा, केलUडर

    • पँूजी – यह संप�ती या मु#ा क� बड़ी माfा है िजसका &नवेश Mकया जाता है या Fयापार या

    उYयोग म< इBतेमाल Mकया जाता है।

    • समाजवाद� – िजसम< देश के G�येक Fयि5त का समान gहBसा होता है तथा मुyय उYयोग.

    पर Bवाम�व और &नयंfण सरकार का होता है।

    • ि"प$नगं जेनी - एक सूत कातने क� मशीन जो जेAस हरPीWज Yवारा 1764 म< बनाई गई

    थी।

    • "टेपल – एक Fयि5त जो रेश. के gहसाब से ऊन को Bटेपल करता है उसे छांटता है।

    • फुलजb – चुDनट. के सहारे कपड़े को समेटता है।

    • काड़ bग – वह GMdया िजससे कपास या ऊन आgद क� रेश. को कताई के लए तैयार Mकया

    जाता है।

  • • फलाग शटल

    िजसका बुनाई के लए इBतेमाल

    • भारत म< सबसे पहले जूट मल कलक�ता म< लगाई गई।

    • भारत म< सबसे पहले जूट मल लगाने वाले Fयावसायी का नाम सेठ हु5म चDद था।

    Proto-Industrialization

    Hand Labour and Steam Power

    What Happened To Weavers?

    They lost their independence

    11

    - यह रिBसय. और पुलय. के ज-रए चलने वाला एक यांIfक औजार

    िजसका बुनाई के लए इBतेमाल Mकया जाता है।

    भारत म< सबसे पहले जूट मल कलक�ता म< लगाई गई।

    भारत म< सबसे पहले जूट मल लगाने वाले Fयावसायी का नाम सेठ हु5म चDद था।

    Coming Up Of Factories

    Age of Indian Textiles-Factories Come Up

    Manchester Comes To India - British goods in

    Indian markets

    The Pace of Industrial

    Small Scale Industries Predominated

    Market for Goods Newspaper, Magazine

    Street walls, Labels

    Calendars

    Inventions

    and

    inventors

    Spining Jenny-

    James Hargreaves

    Steam

    Engine -New Comen &

    James Watt

    Flying Shuttle -

    John Kay

    Spinning mill-

    Richard Arkwright

    यह रिBसय. और पुलय. के ज-रए चलने वाला एक यांIfक औजार

    भारत म< सबसे पहले जूट मल लगाने वाले Fयावसायी का नाम सेठ हु5म चDद था।

    The Pace of Industrial Change

    Small Scale Industries Predominated

    Market for Goods Newspaper, Magazine

    Street walls, Labels

    Calendars

  • 12

    लघु उjतराjमक !dन -

    1. भारतीय उYयोग. पर Gथम �व�व युo के 5या प-रणाम हुए?

    • Gथम �व�व यoु से भारतीय उYयोग. को अनेक कारण. से Gो�साहन मला

    • IJgटश कारखाने सेना क� ज^रत. को पूरा करने के लए युo सबDधी उ�पादन म< वयBत हो गये,

    इससे भारत म< वाBत�वक ^प से सारे आयात बदं हो गए।

    • अचानक भारतीय कारखान. को घरेल ूबाजार के लए �वभDन Gकार क� वBतएुँ उ�पाgदत करने का

    अवसर मल गया।

    • भारतीय कारखान. म< भी फौज के लए जूट क� बो-रया,ँ फौिजयो के लए वद~ के कपड़,े चमड़ ेके जूते

    बनने लगे।

    2. जोबर कौन था? उसके कायb "पsट कzिजए।

    • उYयोगप&त नये मजदरू. क� भत के लए जॉबर रखते थे। जॉबर कोई पुराना और �व�वBत कम�चार�

    होता था।

    • वह अपने गाँव से लोग. को लाता था, उDह< काम का भरोसा देता था, उDह< शहर म< जमने के लए

    मदद करता था और मसुीबत म< पसेै से मदद करता था।

    • जॉबर मजबतू और ताकतवर बन गया था। वह मदद के बदले पैसे और तोहफे क� माँग करने लगा था

    और मजदरू. क� िजDदगी &नयंIfत करने लगा था। •

    3. १८ वीं सद� के !ारंभ म भारतीय बनुकर कz ?या- ?या सम"याए ंथी?

    • कचे माल क� कमी- भारत से कचे कपास का &नया�त बढऩे से कचे कपास क� क�मते बढ़ गई। भारतीय बुनकर. महंगी क�मत. पर कचा कपास खर�दने को बाnय Mकया गया।

    • गमुा�त. के साथ कलह- गमुा�ते अDयायपणू� तर�के से काम करते थ ेऔर बनुकर. को आपू&त � म< देर�

    करने पर दंडत करते थ।े इसलए उनका बनुकर. के साथ कलह होता रहता था।

    • अ=Pम क� FयवBथा - अगेंर्ज. ने आप&ूत � क� सु&नि�चतता के लए बनुकर. को अ=Pम देने क�

    FयवBथा शु^ क�। बुनकर. ने अ=धक कमाने के लए उ�सुकता पूव�क अ=Pम लया परDत ुवे ऐसा करने

    म< असमथ� रहे। वे अब छोटे खेतो को भी खोने लगे िजनको अब तक जोतते आ रहे थे।

    4. !Mस प"ुतक नई सद� के उदय कz त"वीर ?या दशाbती है?

    • इसम< �वकास का संदेश gदखाया गया है। तBवीर के मnय म< एक देवी जैसी तBवीर है जो नई सद� क�

    nवजा लए Gग&त का फ-र�ता gदखाई देती है।

    • उसका एक पांव पखंो वाले पgहए पर gटका है उसक� उड़ान भ�व?य क� ओर है,सघंष� भ�व?य म< &नgहत

    था।

    • उसके पीछे उDन&त के =चDह लये रेलवे, केमरा, मशीन,े �GिDटग Gेस और कारखाने तैर रहे है।

    5. भारतीय उयोगप$तय और fयापारय कz सम"याओ ंकz fया)या कzिजए

    • सीमत Fयापार से भारतीय Fयापा-रय. को बाजार म< काम करने के अवसर कम होते गए।

    • &नम�त वBतुओं के &नया�त पर G&तबंध के कारण भारतीय Fयापा-रय. को यूरोपीय देश. से Fयापार करने

    से अलग कर gदया गया।

  • 13

    • भारतीय Fयापा-रय. को यूरोप म< &नम�त वBतुओ,ं कचे माल,गेहँू, नील आgद अPेंजो क� आव�यकता

    क� वBतुओ ंको IJटेन म< &नया�त करने से रोक gदया गया।

    • आधु&नक जहाज. के &नमा�ण से अPेंज. ने भारतीय Fयापा-रय. को जहाज. के Fयवसाय से अलग कर

    gदया।

    $नब�धाjमक !dन

    1. आBद औयोगीकरण के म)ुय ल�ण का वणbन कzिजए।

    • उ�पादन कारखानो पर आधा-रत नह�ं था।

    • अंतरा�?@�य बाजार. के लए घर. पर आधा-रत उ�पादन Mकया जाता था।

    • Fयापार� गाँव. म< जाकर कार�गर. को अDतरा�?@�य बाजार. के लए वBतुए ँउ�पाgदत करने के लए अ=Pम

    राशी देते थ।े

    • इससे Mकसान. को आय के वकैि[पक Bfोत मला।

    • आgद औYयो=गक उ�पादन से Mकसान. को कृ�ष से मलने वाल� कम आय बढ़ गई।

    • घर के समBत Vम साधन. का उ�पादन म< उपयोग Mकया गया।

    • गाँव. और शहर. के मnय Fयवसा&यक संबध. का �वकास हुआ।

    2. अं�ेज ने xBटश व"तुओ ंका भारतीय बाजार मे Yकस !कार �व"तार Yकया?

    • वBतओुं का �व{ापन Mकया तथा �व{ापन. ने वBतओंु को ज^र� और वाँछनीय बना gदया। इससे लोग. क�

    सोच बदल गई और नई ज^रत< पदैा हो गई।

    • औYयोगीकरण के यगु म< �व{ापन. ने वBतओु ं के लए बाजार का �वBतार करने म< मह�वपणू� योगदान

    gदया।

    • कपड़ो के बUडल. पर लेबल लगाए गए- लेबल से खर�ददार. को कंपनी का नाम एव ंउ�पादन क� जगह का

    पता चल जाता था। लेबल चीज. क� गुणवता का Gतीक भी था। जब लेबल पर मोटे अjर. म< मेड़ इन

    मेनचेBटर लखा gदखाई देता तो खर�ददार. को कपड़ा खर�दने म< Mकसी Gकार का डर नह�ं रहता था।

    • देवी देवीताओं क� तBवीर- देवी देवताओं क� तBवीर. के बहाने &नमा�ता यह gदखाने क� कोशश करते थे Mक

    ई�वर भी चाहता है Mक लोग इस चीज को खर�दे। कृ?ण या सरBवती क� तBवीर. का फायदा यह होता था

    Mक �वदेशो म< बनी चीज भी भारतीय. को जानी पहचानी लगती थी।

    • मुg#त कैलेUडर. ने उ�पाद. को लोक�Gय बनाया- अखबार. और पIfकाओं को तो पढ़े लखे लोग ह� समझ

    सकते थे लेMकन कैलेUडर उन लोग. क� समझ म< आ जाते थे जो पढ़ नह�ं सकते थ।े चाय क� दकुानो,

    दrतर. एव ंमnयवगय घर. म< कलैUडर लटके रहते थे।

    3. औयोwगक ां$त Mमw5त वरदान था' "पsट कzिजए

    • औYयो=गक dां&त के वरदान

    • मशीन. Yवारा उ�पादन से ससंार क� बढ़� हुई जनसyंया का बढ़� हुई आव�यकताओं क� प&ूत � सभंव हुई।

    • मशीन. से मानवता क� Gा-रभंक आव�यकताओं भोजन, कपड़ा और मकान क� पू&त � सभंव हुई।

    • मशीन. ने मनु?य को दःुखदायी थकान और आनदंह�न कायl से मुि5त gदलाई।

    • मशीन. से मनु?य. को अ=धक सखु मला।

  • 14

    4. औयोwगक ां$त के बरेु !भाव

    • औYयो=गक dां&त ने Mकसान. को भूमह�न Vमक बनाकर Pामीण जीवन को न?ट कर gदया।

    • Pामीण बेरोजगार� से Mकसान काम क� तलाश म< शहर. म< Gवास को मजबूर हुए।

    • शहर. म< भीड़ बढ़ गई। अBवाBय और घर. क� कमी क� समBया पदैा हुई।

    • सा_ा\यवाद का �वकास हुआ।

    5. अw�म कz fयव"था बनुकर के Mलए Yकस !कार हा$नकारक Mस हुई?

    • मोल तोल का अवसर नह�ं रहा, बुनकर. ने मोल तोल के अवसर खो gदए।

    • भूम को भाड़ ेपर दे gदया - अब बनुकर अपनी जमीन भाड ेपर देकर सारा समय बनुकर� म< देने लगे।

    • भोजन के लए दसूर. पर आ=Vत हो गए- अ=धकतर बुनकर भूम खोकर अपने भोजन क� आव�यकता प&ूत �

    के लए दसूर. पर आ=Vत हो गए।

    • गमुा�त. के साथ कलह होने लगे- गमुा�ते &नरंकुश आचरण करने लगे, पुलस के साथ गाँवो म< घमूने लगे

    और काम म< gढलाई के लए बनुकर. को दंडत Mकया।

    6. सतूी व"� उjपादक बुनकर ने कौन-कौन सी सम"याओ ंका सामना Yकया?

    • उनका &नया�त बाजार धराशायी हो गया।

    • मेनचेBटर के आयात. क� बाढ़ से Bथानीय बाजार संकु=चत हो गया।

    • मशीन &नम�त आया&तत सतूी वBf के सामान इतने अ=धक सBते थे Mक बनुकर आसानी से उनका

    मुकाबला नह�ं कर सके।

    • बुनकर पया�6त माfा म< उच Vेणी के कचे सूत क� आपू&त � नह�ं पा सके।

    अ$तर?त !dन

    लघु !dन -

    !dन 1. Gाय औYयोगीकरण से 5या ता�पय� है ?

    !dन 2. यूरोपीय उYयोगप&तय. को 17वीं तथा 18वीं शताWद� म< शहर. म< उYयोग. क� Bथापना करने म<

    Mकन समBयाओं का सामना करना पडा ?

    !dन 3. सतूी उYयोग. क� Bथापना Mकसने क�? उसके दो लाभ लखए।

    !dन 4. गमु�ते कौन थ?े

    !dन 5. 19वीं शताWद� म< भारतीय उYयोगप&तय. क� पूँजी के ोत 5या थे?

    द�घb !dन –

    !dन 1. “19वीं शताWद� के मnय तक औYयोगीकरण क� ग&त काफ� धीमी थी” कारण बताईए।

    !dन 2. IJटेन म< सूती कपडा उYयोग. के �वकसत होने के कारक 5या है?

    !dन 3. “यूरोपीय कंपनीय. के आगमन के प�चात भारत के Gाचीन बDदरगाह सूरत तथा हूगल� का पतन

    हुआ” कारण बताइए।

  • 15

    पाठ - 6

    काम, आराम और जीवन मु�य िब�दु –

    • शहर - Mकसी Gांत या देश का �वशाल और घनी आबाद� वाला शहर जो Gायः वहाँ क� राजधानी

    भी होता है।

    • शहर कz �वशेषताएँ – राजनै&तक, आ=थ�क तथा Gशास&नक स�ता के केD#, महानगर एवं

    उपनगर।

    • औयोगीकरण तथा इंगलैड म आधु$नक शहर का �वकास - लंदन जैसे पुराने शहर नाटक�य

    ^प से बदले जब औnयो=गक dािDत के बाद लोग इन शहर. म< आने लगे। कारखाने या मकान

    मालक बाहर से आने वाल. को मकान Mकराये पर नह�ं देते थे। Fयि5तगत तौर पर ज़मीनदार

    सBते तथा असुरjत मकान Mकरायदार. को देते थे।

    • संमयता आ�दोलन – मुyय ^प से मnयवग� के नेत�ृव म< चलाया गया समाज सधुार आDदोलन

    जो इगंलqड और अमर�का म< 19वीं सद� से शुa हुआ। इस आDदोलन म< शराब को प-रवार व

    समाज क� तबाह� के लए िज़Aमेदार ठहाराया जाता था। इस आDदोलन म< मुyय ^प से

    कामकाजी तबके म< नशीले पेय पदाथl के उपभोग मे कमी लानेपर ज़ोर gदया गया।

    • पु"ताकालय, आटbगेलर� तथा यूिजयम - 19वीं शताWद� म< Bथा�पत Mकए गए ताMक लोग. म<

    इ&तहास का {ान तथा IJgटश उपलिWधय. पर गव� हो सके।

    • लंदन म सफाई अMभयान – लंदन के इलाक. क� भीड़ कम करना, इलाक. को हराभरा बनाना,

    Gदषूण कम करना, Mकराये पर &नयDfण।

    • चाल – बहूमिज़ला इमारत< होती थी जो 1860 के दशक से बनने लगी थी। ये मुyय ^प से

    &नजी सAपि�त होती थी िजनमे मालक, Fयापार�, महाजन और भवन &नमा�ता तथा ठेकेदार

    होते थे जो बाहर से आने वाल. से तेजी से धन कमाना चाहते थे।

    • आवास और पड़ोस – भारत म< दलत वग� के लोग. को मकान मलना अ�य=धक कgठन था,

    पानी क� समBया, जगह क� कमी, Gदषूण, भीड़ भाड़वाले इलाके एवं संकरे मकान।

    • मुंबई म भMूम सधुार – 1784 म< IJgटश ईBट इंडया कंपनी ने एक प-रयोजना शूa क� िजसने

    मुंबई के सात Yवीप. को एक खUड म< जोडा, 1864 म< Wलेक बे कंपनी ने मलाबार gहल से

    कोलाबा के अतं तक भूम सुधार करने का अ=धकार Gा6त Mकया।

    • मुंबई कz माया नगर� – ह-रषचD# सखाराम भटवाडकेर पहला भारतीय था िजसने भारत म<

    Mफ[म बनाई, मंुबई क� अ=धकतर Mफ[म< वहाँ आनेवाले Gवासी जीवन तथा उनके दै&नक जीवन

    क� समBयओं पर बनायी जाने लगी।

  • • ज़मीन क� कमी के कारण शहर

    िजस तरह �वकसत हुआ है उस मे भूम �वकास प-रयोजनाओं क� अहम भूमका रह� है।

    • मुंबई शहर का �वकास पया�वरण तथा पा-रिBथ&तक� के �वनाश क� क�मत पर हुआ है।

    लघु उjतराjमक !dन

    1. लंदन को साफ सथुरा बनाने

    • भीड़ भर� बिBतय. म< भीड़ कम करने

    शहर को योजनानुसार बसाने के

    • अपाट�म

  • 17

    3. चाल म लोग अपना मनोरंजन कैसे करते थे?

    • बाजीगर, मदार� और कलाबाज गलय. म< अपने करतब gदखाने आते रहते

    • नंद� बैल. को भ�व?य बताने के लये Gयोग Mकया जाता था।

    • चाल. म< रेाजगार, हड़ताल., दंग. और Gदश�नी के बारे म< खबर. के लेनदेन का काम चलता

    रहता था।

    4. Yकन सामािजक परवbतन के कारण लंदन म भूMमगत रेलवे कz आवdयकता अनुभव कz गई?

    • एक लाख प-रवार के रहने लायक छोटे मकान. का �वकास कर लया था।

    • लोग पैदल अपने काम तक नह�ं जा सकते थे।

    • उपनगर�य बिBतय. से शहर. तक यातायात क� सु&नि�चत FयवBथा करनी थी।

    • पाडगंटन से फा-रटंन तक भूमगत रेल नेटवक� का �वBतार हो चुका था और उससे दस हज़ार

    लोग याfा करने लगे थे।

    5. औयोwगक शहर म मBहलाओं कz ?या ि"थ$त थी?

    • उच और मnयवगय मgहलाओं उच Bतर�य पथृकता का सामना करना पड़ा परDतु घरेलू

    नौकर. Yवारा उनके जीवन को अ=धक सु�वधा पूण� बना gदया गया था।

    • वेतन के लए काम करने वाल� मgहलाओं ने अपने जीवन पर &नयंfण Bथा�पत कर लया था

    �वशेषकर &न_ सामािजक वग म

  • 18

    • एक टेनेम

  • 19

    अ$तर?त !dन

    लघु !dन -

    !dन 1. कलक�ता म< Gदषूण के 5या कारण थे ?

    !dन 2. MकDह�ं तीन ऐ&तहासक कारण. का वण�न क�िजए िजसक� वजह से

    आधु&नक शहर. का �वकास हुआ ?

    !dन 3. शहर Mकस Gकार गाव. से भDन थे ?

    !dन 4. 18वीं और 19वीं सद� म< बच. क� िBथ&त कैसी थी?

    !dन 5. मुंबई का �वकास Mकस Gकार Mकया गया?

    द�घb !dन –

    !dन 1. लंदन के लोग अपने मनोरंजन कैसे करते थे?

    !dन 2. वाBतुकार. ने लंदन को Mकस Gकार उYयान. के शहर के ^प म< �वकास Mकया?

    !dन 3. 20वीं सद� के आरंभ म< भारतीय शहर. का �वकास दर कैसा था?

    !dन 4. मुंबई भूम अ=धPहण क� Fयाyया क�िजए?

    !dन 5. चाल म< लोग अपना मनोरंजन Mकस Gकार करते थे?

  • 20

    पाठ - 7

    म�ुण सं"कृ$त और आध$ुनक द$ुनया

    म)ुय xब�द ु–

    • !थम मBु�त प"ुतक - चीन जापान तथा कोर�य म< हBत मुg#त पुBतक< ।

    • चीन म म�ुण – 12वीं तथा 13वीं शतािWदय. म< चीन के पुBताकालय. म< हज़ार. मुg#त पुBतक< थी।

    चीन क� �वशाल नौकर शाह� Gणाल� क� सु�वधा हेतु ये पुBतक< उबलWध थी। मु#ण संBकृ&त का

    सबसे Gमुख शहर चीन का शंघाई शहर था।

    • जपान म म�ुण – जपान क� सबसे Gाचीन मुg#त पुिBतका डमUड सूf।

    • यूरोप म म�ुण – माकपोलो चीन से 1295ई0 म#ुण तकनीक यूरोप म< लेकर आया।

    • गुटनबगb और मु�ण !ेस – 1448 म< गुटनवग� ने नया मु#ण Gेस का आ�व?कार Mकया। 1455 म<

    पहल� पुBतक बयबल छापी गई।

    • म#ुण ने शाBfीय साgह�य तथा सभी jेf. म< {ान के �वBतार मे तेज़ी लायी।

    • सव�Gथम मु#ण तकनीक का आ�व?कार चीन म< हुआ।

    • चीन म< Bयाह� लगे काठ के Wलॉक को रगडकर Mकताब< छापी जाने लगी।

    • भारत म< आधु&नक Gेस अPेज़. Fदारा Bथा�पत क� गई। भारत म< Gेस के अPदतू मBटर gह5क�

    थे।

    • �Ggटगं Gेस के आ�व?कार तथा कम क�मत के कागज़ ने उ�पादन लागत को घटाया।

    • म#ुण ने आ�चय�जनक ^प से Fयापार को बढावा gदया। इससे Fयापार सAबिDधत सभी सूचनाएँ

    फैलाने म< मदद मल�।

    • पे�नी पx�काएं – ये पIfकाएं �वशेष ^प से मgहलाओं के लए होती थी। वैसे ह� जैसे Mक सह� चाल

    चलन और गहृBथी सखाने वाल� &नदशकाएं।

    • वेलम – चम�पf या जानवर. के चमड ेसे बनी लेखन क� सतह।

    • गाथा गीत – गीत. के ^प म< ऐ&तहासक MकBसे कहा&नयॉ िजDह< Gायः गाया जाता था।

    • म#ुण एक अ�यंत शि5तशाल� ह=थयार है जो जनता क� धारणा को Mकसी भी ओर मोड सकता है।

  • 21

    लघु उjतराjमक !dन

    1. भारत म म�ुण से पहले कz ह"तMलखत पांडुMल�पय के तीन ल�ण बताओ

    • उनको भोजपf और हBत&नम�त कागज. पर लखा गया था।

    • प?ृठ. को सुंदर ढ़ंग से सुसि\जत Mकया गया था।

    • संरjण के लए उDह< तिyतय. क� िज[द म< या सलकर बाँध gदया जाता था।

    • पांडुल�पयाँ देशी भाषाओं म< उपलWध थी।

    • पांडुल�पयां नाजुक और मंहगी थी।

    • उDह< आसानी से पढ़ा नह�ं जा सकता था और ल�पयां अनेक तर�क. से लखी जाती थी।

    • उनका दै&नक जीवन म< Fयापक ^प से इBतेमाल नह�ं होता था।

    2. यूरोप म काठ कz ति)त कz तकनीक लोक�!य ?य हुई?

    • हBतलखत पांडुल�पय. से पुBतक. क� बढ� हुई मांग पूर� नह� ंहो रह� थी।

    • नकल काय� अ�य=धक खचला, Vमसाnय और समय साnय था।

    • पांडुल�पयां नाजुक थी, उDहे लाने, ले जाने एवं रखरखाव म< कgठनाई आती थी।

    • पD#हवीं सद� क� शु^आत म< यूरोप म< तिyत क� छपाई का इBतेमाल करके कपडे़ पर छोट� -

    छोट� gट6पणय. के साथ धाम�क =चf छापे जा रहे थे।

  • 22

    3. भारत म म�ुण म आई dय !$तमू$तb सं"कृ$त कz ?या भूMमका थी?

    • 15वीं सद� क� शु^ म< नई �य संBकृ&त क� शु^आत हुई।

    • �GिDटंग Gेस. क� अ=धकता से �य Bव^प. क� अनेक कॉ�पयां बनाई जाने लगी।

    • राजा र�व वमा� जैसे =चfकार. ने आम Gचलन के लए =चf बनाए।

    • गर�ब. Yवारा घर. को सजाने के लए सBते �GDट और कैलेUडर खर�दे गए।

    4. “मु�ण ने जाग|क �वचारक के �वचार को लोक�!य बनाया'' समझाइये।

    • �वचारक. के लेखन से कम�कांड., परंपराओं और अंध�व�वास. पर आलोचना�मक gट6पणी मल�।

    • �वYवान. और �वचारक. ने र�&त -रवाज. के मुकाबले �ववेक के शासन पर जोर gदया और G�येक

    बात का समाधान �ववेक और तक� पूण� ढ़ंग से होने लगा।

    • उDह.ने चच� क� प�वfता और रा\य के तानाशाह� शासन पर आdमण Mकया और परंपरा पर

    आधा-रत सामािजक FयवBथा के समापन क� मांग क�।

    • वा[तेयर और ^सो क� रचनाओं को Fयापक ^प से पढ़ा जाने लगा। उन रचनाओं को पढऩे वाले

    नई आंखो से संसार को देखने लगे जो आलोचना�मक G�न. और �ववेक से देखते थे।

    5. चीन मुB�त साम�ी का !मखु उjपादक ?य कहा जाता है?

    • चीन म< लंबे समय तक सा_ा\यवाद� सरकार रह� थी, उसने मुg#त सामPी का बडे़ पैमाने पर

    Gकाशन Mकया।

    • चीन के पास �वशाल नौकरशाह� FयवBथा थी। स�वल सेवा पर�jा Yवारा �वशाल नौकरशाह�

    FयवBथा के सदBय. क� भत क� जाती थी।

    • सा_ा\यवाद� सरकार के &नयंfण म< इस पर�jा के लए पाठयपुBतक. क� �वशाल माfा म< Gकाशन

    Mकया जाता था। 19वीं सद� म< उAमीदवार बढने से पुBतक. क� माँग बढ़�।

    $नब�धाjमक !dन -

    1. म�ुण ां$त ने पढऩे के पागलपन को Yकस !कार बढ़ावा Bदया?

    • यूरोपीय देश. म< साjरता और �वYयालय. के �वकास से गुणा�मक पढऩे का पागलपन �वकसत

    हुआ।

    • लोक�Gय साgह�य के नए ^प. से पढऩे वाल. क� संyया बढ़�।

    • वहाँ गाथा गीत. और लोक कहा&नय. का पारप-रक पंचाग था।

    • इंTलैUड म< पैनी चेपबु5स बेचने वाले - घूमकर Mकताब बेचने वाले को चेपमैन कहते थे। इन

    Mकताब. को एक पैनी म< बेची जाता था, िजससे Mक गर�ब भी आसानी से खर�द सके।

    • iांस म< Iबि[लयो ल=थक [Wयू का चलन था जो सBते कागज पर छापा और नील� िज[द म< बंधी

    छोट� Mकताबे थी।

  • 23

    • �वभDन उLे�य. एवं ^=चय. से भरपूर रोमांgटक एवं ऐ&तहासक पुBतक< उपलWध थी।

    • अवधीय Gेस. Yवारा साम&यक घटनाओं से संबिDधत मनोरंजनपूण� सूचनाओं का Gकाशन Mकया

    गया।

    • साधारण लोग. Yवारा वै{ा&नक. और �वYवान. के �वचार \यादा Bवीकृत होने लगे।

    2. मौखक सं"कृ$त ने म�ुण म कैसे !वेश Yकया और मBु�त साBहjय मौखक म कैसे परव$तbत

    हुआ?

    • Gकाशक. ने गाथा गीत. और लोक कथाओं को Gकाशत Mकया।

    • Mकताब< तBवीर. से खबू सजी घजी एवं स=चf होती थी।

    • मुg#त साgह�य कई तर�क. से मौखक म< प-रव&त�त हुआ।

    • गीत. को समहू., गांवो ओर कBबो म< गाया गया।

    • उDहे जनता के इके होने वाले Bथान. पर सुनाया गया।

    3. मु�ण का भारतीय मBहलाओं पर ?या !भाव हुआ?

    • लेखक. ने मgहलाओं के जीवन और भावनाओं के बारे म< लखना शु^ Mकया और इससे मgहला

    �वचारक. क� संyया बढ़�।

    • मgहला लेखक. ने अपनी आ�मकथाएँ लखी, उDह.ने मgहलाओं क� अ{ानता, कठोर घरेलू काय

    और दशा के बारे म< बताया।

    • gहDद ूलेखक. का बड़ा वग� मgहलाओं क� शjा के G&त सम�प�त था।

    • 19वीं सद� के Gारंभ म< मgहला लेखक. Yवारा लखी पIfकाओं को बहुत लोक�Gयता मल� िजनम<

    मgहलाओं क� शjा, वैघFय, �वधवाओं के पनु��ववाह के बारे �वचार Mकया गया।

    • अनेक लेखक. ने Gकाशत Mकया Mक मgहलाओं को आ{ाकार� पि�नया ंबनने के लए कैसे शjा द�

    जाएं।

    4. 19 वीं सद� के अंत म नई dय सं"कृ$त आकार ले रह� थी। इसके तीन ल�ण बताओ।

    • �य Bव^प आसानी से अनेक कॉ�पय. म< बनाए जा सकते थे।

    • Gकाशक. ने Bव^प. को Fयापक पैमाने पर Gचलत Mकया। सBते मु#ण और पंचाग. को जन

    साधारण आसानी से खर�दने लगे।

    • म#ुण के बाद तBवीर. और काटू�न. का पIfकाओं और अखबार. म< Gकाशन होने लगा।

    • Fयापक पैमाने पर �य Bव^प. के Gकाशन से इनक� उ�पादन लागत घट गई इससे सBते मु#ण

    और पंचाग बाजार म< इतने अ=धक उपलWध हुए Mक गर�ब भी अपने घर क� द�वार. को आसानी से

    सजा सकते थे।

  • 24

    5. ''अनेक इ$तहासकार का �वdवास है Yक मु�ण सं"कृ$त ने ांसीसी ां$त के Mलए परि"थ$तयाँ

    �वकMसत कz थी'' समझाइये।

    • जाग^क �वचारक. Yवारा चच� क� स�ता और राजा के तानाशाह� शासन के ऊपर Mकए आdमण. को

    म#ुण Yवारा लोक�Gय बनाया गया।

    • म#ुण ने वाता�लाप और वाद �ववाद क� नई संBकृ&त को बढ़ावा gदया और जनता �ववेकपूण� हो

    गई। उDहोन< Bथा�पत �वचार. और �व�वास. पर G�न करने क� आव�यकता Bवीकार क�।

    • म#ुण से साgह�य शाह� Bव^प क� आलोचना करने लगे और उसक� नै&तकता क� आलोचना क�।

    • सामािजक FयवBथा क� भी आलोचना क�। इस साgह�य से उनके �व^o Yवेष पूण� भावनाओं का

    �वकास हुआ।

    अ$तर?त !dन

    लघु !dन –

    !dन 1. चाप बुक के MकDह� तीन �वशेषताओं का उ[लेख क�िजए।

    !dन 2. भारत म< पहल� मु#ण Gणाल� Mकसने कब और कहां शुa Mकया?

    !dन 3. Bथानीय भाषा Gेस ए5ट 5या थी?

    !dम 4 ''मु#ण Gणाल� ने मgहला सश5तीकरण म< अहम भूमका &नभाई है।'' Bप?ट क�िजए।

    !dन 5. बंगाल के मु#ण तकनीक म< बटाला Gेस क� 5या भूमका थी?

    द�घb !dन –

    !dन 1. भारत म< मु#ण dां&त के इ&तहास का वण�न क�िजए।

    !dन 2. माgट�न लूथर कौन थे? उDह.ने मु#ण Gणाल� का Mकस Gकार उपयोग Mकया?

    !dन 3. यूरोप म< मु#ण तकनीक के �वकास का वण�न क�िजए।

  • 25

    पाठ - 8

    उप�यास समाज और इ$तहास याद रखने यो¡य बात-े:

    उप�यास - साgह�य का आधु&नक ^प – इंगलैड और iांस म< ।

    प�ोwचत उप�यास – पf-Vखृला के ^प म< - उदा - -रचाड� सामुवल सन Yवारा लखा गया ” पमीला “

    !ोटोगो$न"ट – उपDयास के मुyय नायक

    जाँजb इMलयट - मैर� एन इवास का कलमी-नाम

    ससून कूMलज - सारा चौनसे वूलसे का कलमी नाम

    कोकटउन - का[प&नक शहर जो चा[स�डकंस के हाड� टईAस म< उ[लेखत है ।

    कबीरलराई - क�वय. म< आशुक�वता G&तयो=गता का आयोजन जो बंगाल म< हो रहा था ।

    Yक"सा-गोई – कहानी कहने क� पारंप-रक कला

    द"तान - उदू� और फास म< साहस और वीरता क� एक लंबी गYय परंपरा ।

    उपDयास - सबसे पहले बंगाल� और मराठ¢ म< लखे थे । मराठ म< बाबा पांजी Yवारा लखा गया यमनुा पय�टन ।

    छा मना अधा गंुथा - फक�र मोहोन सेनाप&त के Yवारा सरल शैल� म< कहानी के ^प म< GBतुत Mकया गया उडया

    उपDयास ।

    किDक – आर कृ?णमू&त � का कलमी नाम

    !ाचीन पतन : सूरत, मसूलप��नम, हुिTल । आधु$नक पतन : मAुबई, कोलकाता

  • 26

    NOVELS FROM INDIA

    Banabhatta

    Kadambari

    Devkinandan Khatri -Chandra Kanta

    Rokeya Hussein

    Sultan’s Dream

    Bankimchandra

    Chadopadhyay-

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    Saraswativijayam

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    Lakshman Moreshwar

    Halbe’s Muktamala

    Premchand –Sevasadan.Nirm

    ala

    Rangabhoomi, Godan

  • 27

    AUTHORS BOOKS FEATURES

    Charles Dickens Oliver Twist

    Hard Times

    Life of Urban Workers during the

    period of Industrialisation

    Daniel Defoe Robinson Crusoe Adored colonialism

    R.L. Stevenson Treasure Island Novels for young boys-Praised the

    work done by colonizers

    Jane Austen Pride and prejudice wrote about women in rural society

    Thomas Hardy

    Mayor of Caster bridge Traditional

    Rural communities of England.

    Henry Fielding Tom Jones in 1749 Costly book issued in six volumes

    Charlotte Bronte Jane Eyre, published in 1874, Jane is shown as independent and

    assertive.

    Helen Hunt Jackson Ramona in 1884 Love stories written for adolescent

    girls

    Rudyard Kipling’s Jungle Book Novels for young boys-Praised the

    work done by colonizers

    Sarah Chauncey

    Woolsey

    What Katy Did Love stories written for adolescent

    girls

    NOVELS FROM WEST

  • 28

    लघुjतराjमक !dन – 3 अंक

    !dन. 1.19 वी ंसद� के दौरान उप�यास मrय वगb के बीच मनोरंजन का लोक�!य माrयम बन गया कैसे ? fया)या

    कर |

    उjतर : *अवशो�षत Yवारा बनाई गयी द&ुनया कदा=चत �व�वसनीय और सच ेउपDयास थे | * उपDयास पढ़ने के

    दौरान पाठक दसूर� द&ुनया म< चला जाता है * आनंद - Gाि6त | * पाठक Bवयं को उपDयास के पाf. म< अनुभव करने

    लगता था और उनम< अपने जीवन को तलाश करता था |

    2. शृंखलावाद उप�यास के फायदे ?या थे?

    उjतर *: कहानी म< अगले अंक के लए रहBय रखते हुये ,Mक�त. म< Gकाशत होती है |

    *dमानुसार िज{ासा |

    *अTले Mक�त के लए स6ताह भर उ�सु5ता भर� Gतीjा |

    3 . "थानीय भाषा उप�यास के फायदे ?या थे ?

    उjतर: * ` Bथानीय लोग. क� भाषा म< लखा र=चत * Bथानीय भाषा म< उपDयास एक रा?@ के �वभDन लोग. के

    बीच साझा हुआ द&ुनया क� भावना का उ�पादन करत ेथे * उपDयास भाषाओं क� �वभDन शैलय. म< लखे जाते थे *

    उपDयास एक G&ति?ठत कहानी और Bथानीय भाषा को जोड़ती है |Bथानीय भाषा का एक gहBसा बनाता है *

    उपDयास को Fयि5तगत ^प से पढे जाते थे और कभी कभी समहू. म< भी।

    4 .ओ .च�द ुमेनन ने अं�ेज़ी उप�यास मलयालम म अनुवाद करना शु¥ करके उसे ?य "थwगत कर Bदया ?

    उjतर .ब

  • 29

    • समाज के बारे म< उनके �वचार. का Gचार करने के लए |

    • यह अतीत के साथ मgहमा और रा?@�य गौरव क� भावना पैदा करने म< मदद क� |

    • ,उपDयास Yवारा पाठक को अपने प-रवेश को जानने और समझने का अवसर |

    • उपDयास. क� बहु - मंिज़ला घर. म< एवं काया�लय. म< चचा� क� जाती थी|

    !dन . 2 Bह�द� उप�यास लेखन म !ेमचंद के योगदान के बारे बताएं

    उjतर :Gेमचंद आधु&नक gहDद� और उदू� साgह�य का सबसे बड़ा साgहि�यक लेखक. म< से

    एक था * Gेमचंद ने उदू� म< लेखन शु^ Mकया और Mफर अपना लेखन gहDद� म

  • 30

    समकाल�न भारत भाग 2

    पाठ -1

    संसाधन और �वकास

    �रसोस� �लानगं के चरण�

    संसाधन

    और

    �वकास

    प�रभाषा

    हमारे पया�वरण म� उपल�ध !येक व"तु

    जो हमार& ज'रत पूरा करने म� इ"तेमाल

    *कया जा सकता है िजसको बनाने के .लए

    ौ1यो2गक उपल�ध ह3, जो आ2थ�क 'प से

    संभा7य और सां"कृतक 'प से मा9य है।

    • उ!पत के आधार पर- जैव संसाधन और अजैव

    संसाधन

    •समा�यता केआधार पर-नवीकरण यो?य और

    अनवीकरण यो?य

    • "वा.म!व के आधार पर –7यिAतगत, , सामुदायक,

    कार

    संसाधन

    नयोजन

    संसाधन संरCण

    कD आवEयकता

    संसाधन

    संरCण के

    उपाय

    •संसाधन� कD पहचान कर उन कD ता.लका

    बनाना ।

    •संसाधन �वकास योजना ।

    •संसाधन �वकास योजनाओं और राGH&य

    �वकास योजनाओं म� सम9वय।

    • भ�वGय कD पीढ़& के .लए।

    •सतत पोषणीय �वकास सुनिEचत

    करने ।

    • दषूण से बचने के .लए ।

    •पा�रि"थतक शेष रा.श का

    •संसाधन� के उपयोग म� कमी।

    •अ2धक अCय संसाधन� के उपयोग।

    •यKद संभव हो तो संसाधन� कD

    र&सायकल।

    •स"ते और हान रKहत के �वकLप

    का योग ।

  • 31

    भू.म संसाधन

    भू.म नMननीकरण हल

    करने के .लए उपाय

    - वनारोपण

    - नयंNण चराई और खनन,

    - पेड़� के रCक बेLट,

    - औ1यो2गक जलप�रGकरण के

    प�चात �वसिज�त करना

    भू.म उपयोग पैटन� का

    कारक

    1( ाकृतक कारक -

    "थलाकृत, जलवायु

    , .मUी के कार

    (२)मानव कारक -

    जनसंXया घन!व,

    तकनीकD कD Cमता,

    सं"कृत और परंपरा

    भू.म नMननीकरण के

    कारण –

    वन� कD कटाई , चराई,

    खनन, उ!खनन ,

    औ1यो2गक कचरे का

    �वसिज�त करना

  • 32

    मदृाओ का वगZकरण

    काल& मदृा( Regur )

    •लावा जनक शलै स ेबनी •कपास कD खेती के .लए अनुकूल •नमी धारण करने के .लए उ`च

    Cमता

    •चनूा ,पोटाश ,मै?नी.शयम और

    कैिLशयम काबaनेट कD अ2धकता

    •दAकन के पठार

    लेटराइट मदृा

    •लैKटन श�द से 7यु!प9न है-

    िजसका

    अथ� - cट

    •ल&2चगं करने के वण

    •कम धरण

    •काजू जैसी फसल� के .लए

    उपयुAत

    • केरल, कना�टक , मeय

    देश

    जलोढ़ मदृा •नद& 1वारा लाए गए &न'पे स ेबनायागया , रेत ,silt और )चकनी +म,ी स े.मलकर बनता • कार - बांगर और खादर

    •उपजाऊ, खेती के .लए उपयोग ,

    सघन आबाद& का समथ�न करता है

    •धान ,गेहंू , ग9ना के .लए आदश�

    •उ!तर& मदैान� और डेLटा

    लाल और पील&

    मदृा

    •आ.नेय चUान�

    म� लोहे के सार के

    कारण लाल रंग।

    • •ओlडशा और

    छ!तीसगढ़

    म'"थल& मदृा

    रेतील& और लवणीय ,• शुGक

    जलवायु , उ`च तापमान के

    कारण जल बाGपीकरण अ2धक

    •मदृा के नचले nCतज

    कंकड़ शा.मल

    • पिEचमी राज"थान

    वन मदृा • पहाड़ी जंगल� के

    CेN� म� पाया

    •दोमट और silty घाट&

    हूमसरKहत

  • 33

    मुXय pबदं ु

    नवीकरण यो.य संसाधन - जो संसाधन पुन: पेश, भौतक,रासायनक या यांpNक *rया 1वारा पुनः

    उ3प4न *कया जा सकता है। उदाहरण - सौर, हवा।

    अनवीकरण यो.य संसाधन - जो संसाधन का �वकास एक लंबे भू वैsानक गहरे आंतराल म� होता है।

    उनकD उपयोग के साथ समा�त हो। उदाहरण के .लए कोयला, पेHो.लयम।

    5यि6तगत संसाधन - 7यिAतय� 1वारा "वा.म!व वाल& । जैसे अपनी भू.म, मकान ।

    सामदुा&यक 7वा+म3व संसाधन - जो संसाधन समुदाय के सभी सद"य� के .लए । उदाहरण - पाक� ,खेल

    का मैदान।

    रा89�य संसाधन- जो संसाधन राGH कD संपदा ह3। उदाहरण के .लए सड़क, रेलवे।

    अंतरा�89�य संसाधन - जो संसाधन अंतरा�GH&य सं"थान� के नयंNण म� ह3। उदाहरण के .लए- 200 *क. मी.

    से परे खलेु समुw&य संसाधन ।

    संभा�वत संसाधन- जो संसाधन एक CेN म� है ले*कन उपयोग म� नह&ं । उदाहरण के .लए- राज"थान म�

    सौर ऊजा�, गुजरात म� हवा।

    भ:डार - संसाधन उपल�ध है, ले*कन उपयुAत ौ1यो2गकD तकनीकD नह&ं है- जैसे *क कैसे ऊजा� के xोत

    के 'प म� हाइyोजन और ऑAसीजन �वकास उपयोग।

    सं)चत कोष - सबसेट। भ�वGय म� ज़'रत के .लए इ"तेमाल *कया जा सकता है। उदाहरण बांध� म� जल,

    वन संसाधन ।

    संसाधन= का �वकास -

    यह नकासी और उपल�ध ौ1यो2गकD का उपयोग करते हुए, मानवीय ज'रत� को संतुGट करने के .लए

    संसाधन� के उपयोग ।

    सतत पोषणीय �वकास -

    क), पया�वरण को नुकसान पहँुचाए pबना �वकास करना चाKहए।

    ख) वत�मान �वकास कD ि"थत को जार& रखने और भ�वGय म� �वक.सत करना चाKहए।

    ग) वत�मान म� �वकास कD *rया भ�वGय कD पीKढ़य� कD आवEयकता अवहेलन नह&ं करना चाKहए।

    भारत म? मौजदू मAुय भू आकृ&तया ँ-

    • मैदान -43%, पव�त-30%, पठार-27%

    भ+ूम &नCनीकरण - संरCण और संभालने के उ2चत कदम उठाए pबना समय कD एक लंबी अव2ध म� भू.म

    के उपयोग ।

    मदृा अपरदन - मदृा के कटाव और बहाव कD *rया ।

    मदृा अपरदन के कारण= –

    क) मानव गत�व2धय� - वन� कD कटाई, चराई, नमा�ण, खनन, खेती कD दोषपूण� पत आKद

    ख) ाकृतक बल - पवन, ?ले.शयर और पानी के वाह ।

  • 34

    मदृा अपरदन के Dकार-

    • अवना.लकाएँ - बहता जल गहराई 'प म� चैनल बनाता है ।

    • चादर अपरदन - जब बड़ े �व"ता�रत CेN ऊपर& मदृा धुल जल कर के साथ बहना।

    पहाड़ी CेN म� मदृा अपरदन रोकने के .लए तर&के -

    क) समो`च जुताई

    ख) छत खेती

    ग) पUी खेती

    घ) शेLटर बेLट

    1) संभावी और �वक.सत संसाधन� के बीच भेद।

    उ) संभावी संसाधन - जो संसाधन एक CेN म� पाया गया है, ले*कन उपयोग नह&ं *कया गया है।

    �वक.सत संसाधन - जो संसाधन सवCण *कया जा चूका है और उनके उपयोग कD गुणव!ता

    और माNा नधा��रत ह3

    2) बांगर और खादर के बीच भेद ।

    उ) बांगर - यह पुरानी जलोढ़ .मUी है। कम उपजाऊ है, कंकड़ बहुत है

    खादर -नई जलोढ़क, अ!य2धक उपजाऊ।

    3) भारत म� भू.म के उपयोग के पैटन� का वण�न।

    उ) (i) "थायी चारागाह के तहत चारागाह भू.म बहुत कम है और आगे कम हो रह& है। ले*कन हम

    अभी भी उनके .लए चारा तैयार करके भारत म� पशु जनसंXया बंध कर रहे ह3

    (ii) कुल बोए गए CNे - यह भारत म� कर&ब 54 तशत है। कुल बोए गए CेN के पैटन� हर CेN

    म� .भ9न होता है।

    (iii) वन CेN - 33 तशत भौगो.लक CेN वांछत है। िजसकD तुलना म� वन कम माना जाता है।

    (iv)अप.शGट भू.म -यह रॉकD, बंजर, रे2ग"तानी इलाक� और भू.म गैर कृ�ष उपयोग के .लए रखा है।

    4) अणाचल देश .मजोरम, मणपुर और अंडमान और नकोबार 1वीप म� कुल बोए गए CेN के कम

    तशत के .लए कारण� पता लगाएं।

    उ) कुल बोए गए CेN के कम तशत के कारण -

    क) पहाड़ी, कृ�ष के .लए उपयुAत नह& ं

    ख) जलवायु कठोर

    ग) इसके अलावा भार& बा�रश कृ�ष गत�व2धय� को बा2धत ।

    D�न और उ3तर (5 अंक)

    6) नवीकरण यो?य संसाधन के Aया लाभ ह3 ?

    उ) i) जो संसाधन बार -बार इ"तेमाल *कया जा सकता है और भौतक, रासायनक या

  • 35

    यांpNक *rयाओं 1वारा पुन: पेश *कया जा सकता है।

    ii) इन संसाधन� के नवीकरण म� कम समय लगता है ।

    iii) ये कृत के मुत उपहार ह3।

    iv) दषूण मुAत है इस.लए पया�वरण के अनुकूल ह3।

    v) उदाहरण के .लए सौर ऊजा�, पवन ऊजा�, वार&य ऊजा�, भूतापीय ऊजा�, वन और व9य जीवन

    आKद ।

  • 36

    पाठ 2

    वन और व4य जीवन संसाधन

    वन और व9य

    जीवन संसाधन

    आई यू सी एन-

    जातय� के

    वगZकरण

    वन� के

    शासनक

    वगZकरण

    समुदाय और

    वन का संरCण

    • सामा9य जातयाँ

    • संकट"त जातयाँ

    • सभेुध जातया ँ

    •"थानक जातयाँ

    •दलु�भ जातयाँ

    •लु�त जातयाँ

    • आरnCत वन

    • रnCत वन

    • अवगZकृत वन

    • स�र"का टाइगर �रजव�

    • अलवर गांव

    • 2चपको आंदोलन

    • बीज बचाओ आंदोलन

    • संयुAत वन बधंन

    आई यू सी एन- जातय� के वगZकरण

    सामा9य जातया ँ

    िजनकD संXया

    सामा9य हो। उनकD

    उ!तरजी�वका के

    .लए अनुकूल

    वातावरण हो

    उदाहरण पशु

    संकट"त

    जातयां �वलुि�त

    के कगार पर।उदा:

    काला Kहरन ,

    जगंल& गधा

    सभेुध जातया ँ

    तेजी स े2गरावट

    आ रह& है और

    भ�वGय म�

    लु�त ाय बन

    जाएगा। उदा -

    नील ेभेड़

    दलु�भ जातया ँ

    संXया बहुत

    कम , सभुेध या

    संकट"त

    ेणी म� आ

    सकत े

    उदा - हॉन�pबल

    "थानक

    जातया ँ

    कुछ �वशेष CेN

    तक ह& सी.मत ,

    ाकृतक या

    भौगो.लक बाधाओ ं

    लुलु�त जातया ँ

    जो पृवी स े

    लु�त ह3।

    उदा - गलुाबी

    .सर बतख

  • 37

    वन� कD रCा करने म� समुदाय� कD भू.मका

    राज"थान म�

    स�र"का

    टाइगर

    �रजव� -

    यहां ामीण�

    ने खनन के

    खलाफ

    लड़ाई लड़ी है

    राज"थान के

    अलवर िजले म�

    पांच गाँव ने

    एक हज़ार दो सौ

    हैAटर जंगल के

    ‘भैर�देव डाकव

    सोनचुर&’,

    अपने नयम� कD

    घोषणा कD - जैसे

    .शकार ,अतrमण

    कD अनुमत नह&ं

    है।

    2चपको आंदोलन -

    Kहमालय म� वन�

    कD कटाई �वरोध

    वनीकरण और

    देशी जातय�

    के संरCण।

    बीज बचाओ

    आंदोलन –

    Kटहर& कृpNम

    रसायन� उव�रक�

    के उपयोग के

    pबना - �व�वध

    फसल उ!पादन

    संयुAत वन बंधन

    - JFM-

    वन �वभाग 1वारा

    बं2धत -

    "थानीय समुदाय�

    को शा.मल कर के

    जंगल के भू.म

    संरCण।

    अवगZकृत वन

    वन और बंजर भू.म - सरकार ,नजी

    7यिAतय� और

    समुदाय� का ह3

    रnCत वन कुल वन का एक तहाई ,

    CेN� , अ2धक नGट

    होन ेसे संरnCत कर रहे ह3 ,यह भी "थायी वन के

    'प म� जाना जाता है।

    आरnCत वन

    कुल वन का आधा ,

    सबसे मLूयवान ,

    "थायी वन के 'प

    म� जाना ह3

    वन� के शासनक वगZकरण

  • 38

    1.आजाद& के बाद जंगल कD हान करने के तीन कारण Aया ह3?

    उ) कृ�ष �व"तार , बड़े पैमाने पर �वकास प�रयोजनाए,ं कत�न दहन कृ�ष ।

    2) सरकार 1वारा उठाए गए वन और व9य जीवन के संरCण के तीन सूची .लख�

    उ) 1. भारतीय व9यजीव संरCण अ2धनयम 1972 लागू *कया।

    2. राGH&य पाक और व9यजीव अभयारय कD "थापना।

    3.‘ ोजेAट टाइगर’ जैसी कई प�रयोजनाएं "तुत कD गई ।

    Eन और उ!तर (5 अंक)

    3) 1973- म� ' ोजेAट टाइगर' कD शु'आत के कारण Aया ह3? भारत के *कसी भी तीन बाघ अभयारय�

    के नाम का उLलेख कDिजए ?

    उ) 7यापार के .लए अवैध .शकार, आवासीय 7थलो का .सकुड़ना, , बाघ कD खाल के 7यापार और

    उनकD हlडय� पारंप�रक दवाओं म� उपयोग,जनसंXया म� व�ृ ।

    पिEचम बंगाल म� संुदरबन नेशनल पाक� ,

    असम म� मानस टाइगर �रजव�,

    केरल म� पे�रयार टाइगर �रजव�।

    4) संयु6त वन बंधन काय�rम Aया है?

    उ) 1988, ओlडशा राय ने संयुAत वन बंधन का पहला "ताव पा�रत *कया। वन �वभाग के

    अंतग�त C�रत वन� के बचाव के .लए काय� करता है इस म� गांव "तर पर सं"थाएं

    बनाई गई िजसम� गांव और व�