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Page 1: कितनी करूणा कितने संदेश

कि�तनी �रूणा कि�तने संदेशपथ में कि�छ जाते �न परागगाता प्राणों �ा तार तारअनुराग भरा उन्माद रागआँसू लेते वे पथ पखारजो तुम आ जाते ए� �ार