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पाठ 22: राजसी कवि�ता - भजन संवि�ताLesson 22: Royal Verses - Psalms
परमेश्वर के संपकGOD’S TOUCHPOINTS
सारांश, पाप से बाढ़ OT Summary, Fall to Floodकुलपवित The Patriarchal Agesन्यायाधीशों The Judgesराजा The Reign of Royaltyभवि�ष्य�क्ता The Prophetic Era
बाइबिबल यात्रा - राजसी के शासनकाल- The Reign of Royalty
1. उत्तम परमेश्वर से सांसारिरक राज2. दाऊद की जीतो जीत3. दाऊद की वि*रा�ट और �सूली4. राजसी कवि�ता - भजन संवि�ता5. राजसी बुद्धि1मत्ता – नीवित�चन, सभोपदेशक6. पे्रम क�ानी - शे्रष्ठ*ीत7. इसराइल का पतन8. एस्थर, फारस की रानी
सारांशPresentation Overview• उदे्दश्यों• परिरचय• भजन संबि�ता - अध्याय 1- धन्य पुरूष बनाम दुष्ट लोग • भजन संबि�ता - अध्याय 2 - ममसी� बनाम शैतान• बि+चार-बि+मश• Objectives• Introduction• Psalm 1 – The righteous vs. the wicked• Psalm 2 – Satan vs. Christ• Recap• Discussion
उदे्दश्योंObjectives
बड़ी तस्+ीर के नजरिरए से मान+ संघष देखनामसी� की परम जीत से प्रोत्सा�न लाभदुबिनया में शैतान के उपकरणों बि+चारTo:• Attain a big picture perspective on dimensions of human
struggle• Gain encouragement from the eventual victory of Christ• Perceive the instruments of Satan in the world.
परिरचय - भजन संबि�ताIntroduction - The Psalms
भजन 1 और 2 पूरी बिकताब का सार प्रदान:•धन्य पुरूष बनाम दुष्ट लोग •ममसी� बनाम शैतानPsalm 1 and 2 provide an essence of the entire book – representing: • the righteous (saved) and wicked (unsaved) – Psalm 1• The battle of the world rulers (leaders in all fields) against
Christ – Psalm 2
परिरचय - भजन संबि�ताIntroduction - The Psalms
य� दो दृष्टिष्टकोण से देखा जा सकता �ै:• लेखक के नजरिरए• पे्ररिरत परिरपे्रक्ष्य - अर्थाात मसी� की आँखों जब +� एक आदमी र्थाा से।
It can be seen from two perspectives • The author’s perspective• The inspired perspective – i.e. from the eyes of Christ when he was
a man.
भजन संबि�ता - अध्याय 1- धन्य पुरूष Psalm 1 – The Righteous
1 क्या �ी धन्य �ै �� पुरूष जो दुष्टों की युक्तिक्त पर न�ीं चलता, और न पाविपयों के मा*F में खड़ा �ोता; और न ठट्ठा करने �ालों की मण्डली में बैठता �ै!
2 परन्तु �� तो य�ो�ा की व्य�स्था से प्रसन्न र�ता; और उसकी व्य�स्था पर रात दिदन ध्यान करता र�ता �ै। 3 �� उस �ृक्ष के समान �ै, जो ब�ती नाक्तिलयों के विकनारे ल*ाया *या �ै। और अपनी ऋतु में फलता �ै, और जिजसके पते्त कभी मुरझाते न�ीं। इसक्तिलये जो कुछ �� पुरूष करे �� सफल �ोता �ै॥
भजन संबि�ता - अध्याय 1- धन्य पुरूषPsalm 1 – The Righteous (saved)
भजन संवि�ता - अध्याय 1- दुष्ट लो* Psalm 1 – The Wicked
4 दुष्ट लो* ऐसे न�ीं �ोते, �े उस भूसी के समान �ोते �ैं, जो प�न से उड़ाई जाती �ै। 5 इस कारण दुष्ट लो* अदालत में स्थिस्थर न र� सकें *े, और न पापी धर्मिमय̀ों की मण्डली में ठ�रें*े; 6 क्योंविक य�ो�ा धर्मिमय̀ों का मा*F जानता �ै, परन्तु दुष्टों का मा*F नाश �ो जाए*ा॥.
भजन संवि�ता - अध्याय 1- दुष्ट लो* Psalm 1 – The wicked (unsaved)
भजन संवि�ता अध्याय 2:शैतान और उसके लो*Psalm 2 – Satan and His People1 जावित जावित के लो* क्यों हुल्लड़ मचाते �ैं, और देश देश के लो* व्यर्थF बातें क्यों सोच र�े �ैं?
2 य�ो�ा के और उसके अद्धिभविषक्त के वि�रू1 पृथ्�ी के राजा मिमलकर, और �ाविकम आपस में सम्मवित करके क�ते �ैं, विक
3 आओ, �म उनके बन्धन तोड़ डालें, और उनकी रस्थिjसयों अपने ऊपर से उतार फें के॥
4 �� जो j�*F में वि�राजमान �ै, �ंसे*ा, प्रभु उन को ठट्ठों में उड़ाए*ा।
5 तब �� उन से क्रोध करके बातें करे*ा, और क्रोध में क�कर उन्�ें घबरा दे*ा, विक
भजन संवि�ता अध्याय 2:मसी� और उसके लो*Psalm 2 – Christ and His People6 मैं तो अपने ठ�राए हुए राजा को अपने पबि+त्र प+त सिसय्योन की राजगद्दी पर बैठा चुका हंू। 7 मैं उस +चन का प्रचार करंूगा: जो य�ो+ा ने मुझ से क�ा, तू मेरा पुत्रा �ै, आज तू मुझ से उत्पन्न हुआ। 8 मुझ से मांग, और मैं जाबित जाबित के लोगों को तेरी सम्पत्तिL �ोने के सिलये, और दूर दूर के देशों को तेरी बिनज भूष्टिम बनने के सिलये दे दंूगा। 9 तू उन्�ें लो�े के डण्डे से टुकडे़ टुकडे़ करे*ा। तू कुम्�ार के बतन की नाईं उन्�ें चकना चूर कर डालेगा॥ 10 इससिलये अब, �े राजाओं, बुद्धिTमान बनो; �े पृथ्+ी के न्याष्टिययों, य� उपदेश ग्र�ण करो। 11 डरते हुए य�ो+ा की उपासना करो, और कांपते हुए मगन �ो। 12 पुत्र को चूमो ऐसा न �ो बिक +� क्रोध करे, और तुम माग �ी में नाश �ो जाओ; क्योंबिक क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को �ै॥ धन्य �ैं �े जिजनका भरोसा उस पर �ै॥
भजन संवि�ता अध्याय 2: मसी� बनाम शैतानPsalm 2 – Satan vs. Christ
संत्तिक्षप्तRecap
• "दुष्ट": जो मसी� के सिलए उनकी बिनष्ठा न�ीं देना �ै • बि+श्व नेताओं: सरकारी अष्टिधकारिरयों और सभी क्षेत्रों में नेताओं। +े शैतान द्वारा
उपयोग बिकया जाता �ै उसके उदे्दश्यों को पूरा करने के सिलए • मसी� को न�ीं "बांधकर" बिकया जा र�ा अर्था शैतान द्वारा "बांधकर" जा र�ा
�ै। • दुष्ट समृT करने के सिलए दिदखाई देते �ैं, सच समृद्धिT धमc के अंतगत आता �ै। • मसी� अंततः +े दुबिनया के शासक �ो जाएगा सब जो उसके बि+रोध को
कुचल।• The “wicked”: those who do not owe their allegiance to Christ• World leaders: governmental authorities and leaders in all fields. They are used by Satan to
fulfil His purposes• Not being “shackled” to Christ implies being “shackled” by Satan.• While the wicked appear to prosper, true prosperity belongs to the righteous.• Christ will eventually be the world ruler, crushing all who oppose Him.
बि+चार-बि+मशDiscussion
• मंर्थान चलना, खडे़ �ो जाओ, बैठो, (भजन संबि�ता अध्याय 1: 1)।
• दुष्ट और धमc के बीच अध्ययन और इसके बि+परीत बि+शेषताओं।
• क्या बंधनों पी एस में दुबिनया के नेताओं से दूर फें क र�े �ैं (भजन संबि�ता अध्याय 1: 1)?
• क्या तरीके में य� बि+द्रो� �ोती �ै? क्या चेता+नी दी जाती �ै।• Brainstorm walk, stand, sit, in Ps 1:1.• Study and contrast characteristics between the wicked and the righteous.• What are the shackles thrown away by leaders of the world in Ps. 2? • In what ways does this rebellion occur? What warnings are given.
References• bereanbibleexpositios.org - Dr. Jack Scott
पाठ 23: राजसी बुद्धि1मत्ता – नीवित�चन, सभोपदेशकLesson 23: Royal Wisdom – Proverbs, Ecclesiastes
परमेश्वर के संपकGOD’S TOUCHPOINTS
सारांश, पाप से बाढ़ OT Summary, Fall to Floodकुलपवित The Patriarchal Agesन्यायाधीशों The Judgesराजा The Reign of Royaltyभवि�ष्य�क्ता The Prophetic Era
बाइबिबल यात्रा - राजसी के शासनकाल- The Reign of Royalty
1. उत्तम परमेश्वर से सांसारिरक राज2. दाऊद की जीतो जीत3. दाऊद की वि*रा�ट और �सूली4. राजसी कवि�ता - भजन संवि�ता5. राजसी बुद्धि1मत्ता – नीवित�चन, सभोपदेशक6. पे्रम क�ानी - शे्रष्ठ*ीत7. इसराइल का पतन8. एस्थर, फारस की रानी
अ+लोकनPresentation Overview
•राजा सुलैमान का जी+न •राजा सुलैमान की सीखों• The life of King Solomon• The learnings of King Solomon
उदे्दश्योंObjectives• तुलना करें और ज्ञान के बि+त्तिभन्न प्रकारों के बि+परीत • समझ कैसे बुद्धिTमान आदमी मूख बन गया • अपनी गलबितयों से सीखें • सच्चा ज्ञान का पालन करेंTo:• Compare and contrast various types of wisdom• Understand how the wisest man became foolish• Learn from his mistakes• Follow true wisdom
क�ानी - राजा सुलैमान का जी+नThe Storyline – Life of King Solomon• बुद्धिT के सिलए राजा सुलैमान का अनुरोध• बुद्धिT पुकारती �ै• बुद्धिT मूखता में बदल जाता �ै• अन्य दे+ताओं को अन्य मबि�लाओं से• बुद्धिT व्यर्था �ै • जी+न में स�ी अर्था नोट: राजा सुलैमान मुख्य लेखक र्था,े +�ीं अन्य लेखकों भी रे्था!
• King Solomon’s request for Wisdom• The call of Lady Wisdom• Wisdom turns to folly• From other women to other gods• Wisdom is meaningless• True meaning in lifeNote: While King Solomon was the main author, there were other writers too!
नीबित+चन, सभोपदेशक - बि+शे्लषणProverbs, Ecclesiastes - Breakdownएक रबी सिशक्षण का दा+ा �ै बिक इस्राएल के राजा मध्य युग में नीबित+चन सिलखा �ै, और सभोपदेशक अपने जी+न के अंत की। [1]
नीबित+चन अध्यायों में से एक +गcकरण इस प्रकार �ै: 1-9: यु+ाओं के सिलए 10-24: सभी के सिलए 25-31: नेताओं के सिलए
सभोपदेशक का प्रबितबिनष्टिधत्+ करता �ै अपनी गलबितयों का अ�सास और जी+न पर नए परिरप्रेक्ष्य �ै।
बुद्धिT पुकारती �ैThe Call of Lady Wisdom
7 य�ो+ा का भय मानना बुद्धिT का मूल �ै; बुद्धिT और सिशक्षा को मूढ़ �ी लोग तुच्छ जानते �ैं॥ नीबित+चन - अध्याय 1, 1:20, 8
मूखता औरतA woman named folly
ज्ञान मबि�लाLady Wisdom
दुष्टताWickedness
राजा सुलैमान बुद्धिT चुनता King Solomon Chooses Wisdom
7 और अब �े मेरे परमेश्वर य�ो+ा! तूने अपने दास को मेरे बिपता दाऊद के स्थान पर राजा बिकया �ै, परन्तु मैं छोटा लड़का सा हूँ जो भीतर बा�र आना जाना न�ीं जानता। 8 बिफर तेरा दास तेरी चुनी हुई प्रजा के बहुत से लोगों के मध्य में �ै, द्धिजनकी बिगनती बहुतायत के मारे न�ीं �ो सकती। 9 तू अपने दास को अपनी प्रजा का न्याय करने के सिलये समझने की ऐसी शसिs दे, बिक मैं भले बुरे को परख सकंू; क्योंबिक कौन ऐसा �ै बिक तेरी इतनी बड़ी प्रजा का न्याय कर सके? 1 राजा - अध्याय 3.– 1 Kings 3
अन्य रास्तों को इशारे से बुलाOther Paths Beckon
1 परन्तु राजा सुलैमान बिuरौन की बेटी, और बहुतेरी और पराये स्त्रिस्त्रयों से, जो मोआबी, अम्मोनी, एदोमी, सीदोनी, और बि�Lी र्थाीं, प्रीबित करने लगा। 2 +े उन जाबितयों की र्थाीं, द्धिजनके बि+षय में य�ो+ा ने इस्राएसिलयों से क�ा र्थाा, बिक तुम उनके मध्य में न जाना, और न +े तुम्�ारे मध्य में आने पाएं, +े तुम्�ारा मन अपने दे+ताओं की ओर बिन:सन्दे� फेरेंगी; उन्�ीं की प्रीबित में सुलैमान सिलप्त �ो गया। 3 और उसके सात सौ राबिनयां, और तीन सौ रखेसिलयां �ो गई र्थाीं और उसकी इन स्त्रिjत्रयों ने उसका मन ब�का दिदया। 1 राजा 11
King Solomon, however, loved many foreign women besides Pharaoh’s daughter—Moabites, Ammonites, Edomites, Sidonians and Hittites. 2 They were from nations about which the LORD had told the Israelites, “You must not intermarry with them, because they will surely turn your hearts after their gods.” Nevertheless, Solomon held fast to them in love. 3 He had seven hundred wives of royal birth and three hundred concubines, and his wives led him astray 1 Kings 11
अन्य रास्तों को इशारे से बुलाOther Paths Beckon
14 पराई स्त्रिस्त्रयों का मुं� गबि�रा गड़�ा �ै; द्धिजस से य�ो+ा क्रोष्टिधत �ोता, +�ी उस में बिगरता �ै। नीबित+चन - अध्याय 22The mouth of forbidden women is a deep pit; he with whom the Lord is angry will fall into it. Prov 22:14
अन्य दे+ताओं को अन्य मबि�लाओं सेFrom Other Woman to Other Gods (1 Kings 11)
4 सो जब सुलैमान बूढ़ा हुआ, तब उसकी स्त्रिस्त्रयों ने उसका मन पराये दे+ताओं की ओर ब�का दिदया, और उसका मन अपने बिपता दाऊद की नाईं अपने परमेश्वर य�ो+ा पर पूरी रीबित से लगा न र�ा। 5 सुलैमान तो सीदोबिनयों की अशतोरेत नाम दे+ी, और अम्मोबिनयों के ष्टिमल्कोम नाम घृत्तिणत दे+ता के पीछे चला। 6 और सुलैमान ने +� बिकया जो य�ो+ा की दृष्टिष्ट में बुरा �ै, और य�ो+ा के पीछे अपने बिपता दाऊद की नाईं पूरी रीबित से न चला। 1 राजा - अध्याय 11 4 As Solomon grew old, his wives turned his heart after other gods, and his heart was not fully devoted to the LORD his God, as the heart of David his father had been. 5 He followed Ashtoreth the goddess of the Sidonians, and Molek the detestable god of the Ammonites. 6 So Solomon did evil in the eyes of the LORD; he did not follow the LORD completely, as David his father had done. 1 Kings 11
अन्य दे+ताओं को अन्य मबि�लाओं सेFrom other Women to other gods
मूखता औरतA woman named folly(9)
मूखता औरतLady Wisdom (1,8)
दुष्टताWickedness
जब ज्ञान मूखता में बदल जाता �ैWhen Wisdom turns to Folly16 मैं ने मन में क�ा, देख, द्धिजतने यरूशलेम में मुझ से पबि�ले रे्था, उन सभों से मैं ने बहुत अक्तिधक बुद्धि1 प्राप्त की �ै; और मुझ को बहुत बुद्धिT और ज्ञान ष्टिमल गया �ै। 17 और मैं ने अपना मन लगाया बिक बदु्धिT का भेद लंू और बा+लेपन और मूखता को भी जान लंू। मुझे जान पड़ा विक य� भी �ायु को पकड़ना �ै॥ 18 क्योंबिक बहुत बुद्धिT के सार्था बहुत खेद भी �ोता �ै, और जो अपना ज्ञान बढ़ाता �ै �� अपना दु:ख भी बढ़ाता �ै॥ सभोपदेशक - अध्याय 116 I said to myself, “Look, I have increased in wisdom more than anyone who has ruled over Jerusalem before me; I have experienced much of wisdom and knowledge.” 17 Then I applied myself to the understanding of wisdom, and also of madness and folly, but I learned that this, too, is a chasing after the wind.18 For with much wisdom comes much sorrow; the more knowledge, the more grief. – Ecc 1
कैसे बुद्धिTमान राजा बि+फल र�ा �ैHow The Wisest King Failed• राजा सुलैमान कभी बुद्धिTमान राजा के रूप में स्+ीकार बिकया �ै। कैसे करता
�ै अपने �ी रसीद के सार्था उस मैच को उसकी बुद्धिT घमंड �ै?• King Solomon is acknowledged as the wisest King ever.
How does that match up with his own acknowledgement that his wisdom is vanity?
के+ल पूण ज्ञान आदमी से प्राप्य �ै बिक जी+न व्यर्था �ै - टॉल्स्टॉय
https://www.youtube.com/watch?v=sPlSH6n37ts
ऊपर से बुद्धिTWisdom from Beyond
10 य�ो�ा का भय मानना बुद्धि1 का आरम्भ �ै, और परमपबि+त्र ईश्वर को जानना �ी समझ �ै। नीबित+चन - अध्याय 9The fear of the LORD is the beginning of wisdom, and knowledge of the Holy One is understanding Prov 9:10
अंबितम फैसलाThe Final Verdict
13 सब कुछ सुना गया; अन्त की बात य� �ै बिक परमेश्वर का भय मान और उसकी आज्ञाओं का पालन कर; क्योंबिक मनुष्य का सम्पूण कLव्य य�ी �ै। 14 क्योंबिक परमेश्वर सब कामों और सब गुप्त बातों का, चा�े +े भली �ों या बुरी, न्याय करेगा॥ - सभोपदेशक अध्याय 1213 Now all has been heard; here is the conclusion of the matter:Fear God and keep his commandments, for this is the duty of all mankind.14 For God will bring every deed into judgment, including every hidden thing, whether it is good or evil. – Ecc 12
संत्तिक्षप्तRecap• सुलैमान के मान+ ज्ञान तक दूसरों पार• द्धिजसके परिरणामस्+रूप बि+कल्प बि+शेष रूप से शांबित के नाम पर शादी
गठबंधनों परमेश्वर से दूर उसे ले सिलया• उनकी आध्यास्त्रित्मक ज्ञान ह्रासमान शुरू कर दिदया• उनके बि+शाल साम्राज्य के बि+भाजन और पतन के कगार पर र्थाा• उसका पश्चाताप +सूली के सिलए बहुत देर से आया • आध्यास्त्रित्मक ज्ञान के बिबना सांसारिरक ज्ञान व्यर्था �ै• Solomon’s human wisdom far surpassed others• The resulting choices particularly marriage alliances in the name of peace took him
away from God• His spiritual wisdom started diminishing• His vast kingdom was on the verge of division and downfall• His repentance came too late for recovery• Worldly wisdom without spiritual wisdom is vanity
बि+चार-बि+मशDiscussion• क्या टालस्टाय के बयान और राजा सुलैमान के बयान जी+न व्यर्था मतलब �ै
करता �ै?• �म एक अर्था�ीन अस्तिस्तत्+ को अर्था कैसे ला सकते �ै?
• What does Tolstoy’s statement and King Solomon’s statement that life is meaningless mean?
• How do we bring meaning to a meaningless existence?
References1. A. Cohen, Proverbs: Hebrew Text & English Translation with an Introduction and Commentary, xii.