वेब भासर }वेस से बेस: मुरय की बीट से लेकर इसेमाल हो चुके टायर क रकसी भी काबन आधारर वयर पदार से धन ेल बनाया जा सकेा। कचरे से मुक और धन की समसया भी हल। पयाप म और दबाव डालने पर काबन पदार से सफलापूवक का ेल रनकाला या है। }और बबजली भी: समु रोज सूरज की इनी ऊजा सोखा है, जो 30 हजार अरब लीटर के ेल की ऊजा के बराबर है। दुरनया म अमेररका सबसे जयादा ऊजा इसेमाल करा है। उसे सालभर म 893 अरब लीटर ेल ला है। ओटेक टेोलॉजी ऐसी रबजली बनाी है। टेोलॉजी को आम उपयो के लायक कारर बनाने पर काम चल रहा है। } पौधे और बैकीररया करगे सफाई: इसे कहे ह बायोररमेरडएशन। नाइेटस के कारण दूरि पानी को बैटीररया की मदद से साफ रकया जा चुका है। ऐसे पौधे ह, जो रमी से आसरनक खच लेे ह। अमेररका की पयावरण संरण एजसी ने इस रीके से कई जह की सफाई की है। } धुआं नह, पानी छोड़ने वाली कार: हाइोजन फयूएल सेल हाइोजन व ऑसीजन रमलाकर पानी बनाे ह। इस रया म रबजली ैयार होी है। ऐसी कार बना ली ई है, जो चलाने पर रसफ साफ पानी छोड़ी है। ला घटाने की चुनौी है। } समु से पीने का पानी: समु के पानी को पीने योगय बनाना, एक समाधान है। अभी ऐसी टेोलॉजी है ो सही, लेरकन महंी है। अब समु की लहर या सूरज की म से बनी ससी रबजली का इसेमाल करने से ला बहु कम हो जाएी। } सरज से सवचछ ऊजा: एनज कंपरनयां सोलर कलेटस का सफलापूवक उपयो कर रही ह। बहु से घर म यह काम दे रहे ह। अब दपण व पैराबोरलक गलास के इसेमाल से इसे ससा और आसानी से उपयो लायक बनाया जा रहा है। } छत पर बगीचे: इमार के ऊपर बीचे ला रदए जाएं ो यह सूरज की म सोख ले, हवा से काबन डाई- ऑसाइड ले ले, बाररश का पानी बबाद नह होा, एसी का उपयो कम होा और शहर से रनकलने वाली म कम होी। साफ-सुथरी तथा परापत बिजली, िढ़ती आिादी के बलए पीने का पानी और मौजूदा दूषण से मुकत। इतना हो जाए तो दुबनरा को काफी राहत बमल जाए। अची िात रह है बक ऐसा करने के बलए टेोलॉजी मौजूद है। िस उसे कारगर िनाकर आम उपरोग लारक िनाने की चुनौती है : टेलॉजी देगी दुनिया क राहत 8 दैनि भासर, भोपाल, शुवार, 5 जून 2015 परवरणदिवस परावरण सुधार के रे नुसे भले ही आपको जाने-पहचाने लग, लेबकन हालत इतनी राि है बक इनह िार-िार कहने की जरत है ताबक वे हमारी सोच का बहससा िन जाएं : आप भी कुछ करिा चाहते ह? हानजर ह कुछ िुसे संपूर ान की बजाय शॉवर पानी हो ो हम ढेर सारा साबुन लाकर मल-मलकर नहाे ही ह, लेरकन न हो ो कम पानी म काम चला ही लेे ह न। रफर य न इसे आद बना ल। महीने म एक हफा रसफ शॉवर लेकर काफी पानी बचाया जा सका है, यरक इसकी ुलना म साबुन वाले संपूण ान म दोुना पानी ला है। शॉवर म भी हर दो रमनट की कमी से 10 लीटर पानी बचाया जा सका है। आप य कर रक रकने रमनट का शॉवर लेना है। यरद समाज के सर पर यह आद वयापक प से अपना ली जाए ो काफी पानी की बच हो सकी है। पानी की बोतल से तौबा पानी की 1 लीटर की बोल बनाने म 3 लीटर पानी ला है और 11 लीटर पेोल-डीजल रजनी ऊजा। जयादार बोल ररसाइकल नह हो और ाकृरक प से खतम होने म एक बोल को 1000 साल ले ह। इनका उपयो नकारकर आप काफी फक पैदा कर सके ह। पकका फश तो हो, लेककन.. आंन या घर के बाहर हम सीमट कंीट से पका फश ला देे ह, इससे बाररश हम कीचड़ से ो बच जाे ह, लेरकन बाररश का पानी जमीन म नह उर पाा और जमीन के नीचे पानी के ो ररचाज नह होे। फश ऐसा हो रक रजसम से कुछ पानी जमीन म भी जा पाए। हैली साफ-सफाई घर एवं वाहन की साफ-सफाई म हम ाय: केरमकलस का यो करे ह। इनके कुछ अंश वाावरण म चले जाे ह। पानी के सार ये भूरम जल-ो क भी पहुंच सके ह। दादी-नानी के जमाने की नमक-नबू-बेरकं सोडे से सफाई कैसी रहेी? यह काफी फक ला सका है। सोच-समझकर कर खरीी आप कहे खरीदी से पयावरण का या संबंध? रबलकुल है। जब भी आप कुछ खरीदे ह, वह ोडट आप क पहुंचाने म ऊजा ली है। कम खरीदे, कम ऊजा खच होी। यह अंरम कदम पयावरण की समसया पर सबसे बड़ा वार सारब हो सका है। रोक म सामान खरीद, रजससे पैकेरजं कम होी। यरद एक जोड़ी जू से काम चल जाए ो छह जोड़ी य खरीद? हर इवट के रलए अल कपड़े, जूे और असेसरीज की जर नह होी। रोड़ी रचनातमका का उपयो कर। लंबे समय क चलने वाली वारलटी की चीज खरीद। वेज फूड से धरती को सेहत एक रकलो मीट ैयार करने म 25 हजार लीटर पानी ला है। आप वेजीटेररयन ह ो बहु ही अचछा, लेरकन यरद नॉन वेज के शौकीन ह ो हफे म एक रदन परहेज करना आपकी सेह के रलए ो अचछा होा ही, पयावरण को भी फायदा पहुंचेा। साइककल की सैर एसयूवी जैसी कार हर रकमी पर डेढ़ रकलो काबन डाई- ऑसाइड व अनय ैस छोड़ी ह। यरद छोटे-मोटे काम के रलए कार की बजाय बाइक और बाइक के बजाय साइरकल का उपयो कर ो वाावरण म काबन भी कम जाएा। वन की झूठी सुरा, अनाथ पयावरर कवभाग दुरनया के पयावरण के सामने जलवायु पररवन, दूिण और बढ़ी आबादी जैसी कई समसयाएं ह। भार के सामने बड़ी आबादी की समसया है ो पयावरण सुधारने म यही हमारी ाक बन सकी है। सवा सौ करोड़ लो यरद छोटे-छोटे कदम भी उठाएं, ो बड़ा पररवन आ सका है। जारनए पयावरण के मोच पर हमारी ाक, कमजोरी और मौजूद अवसर ... हम पयावरण के मूल प व सवभाव को समझने म रवफल रहे ह। पृथवी की उतपर से लेकर जीवन के जनम की कहानी एक जरटल रया रही है। हर छोटे से पररवन ने हजार वि लाए और कई उार- चढ़ाव के बाद धरी ने जीवन को जनम रदया। इसने हमारे लालन-पालन के रलए सारी सामी भी जुटाई, रकंु यह रवलारसा के रलए नह, बकलक जीवन की आवशयका की पूर के रलए रा। हमने रवकरस समाज को मनुषय की बुर का बड़ा पररचय माना और ब आवशयका से सुरवधा को सभय समाज का मापदंड य रकया। रजनी जयादा सुरवधाएं उनी आधुरनका और यही मूल मं बनकर सारी दुरनया के रलए र पर के प म सामने आया। इस अंधेपन ने बाकी सब कुछ पीछे छोड़ रदया। इसका सीधा और बड़ा रकूल असर पयावरण पर पड़ा। हमने अब क कोई राषीय सर का बड़ा कदम कृर व पयावरण के सरंण के रलए नह उठाया। हमारे देश म रनी के एक दो ही कदम ह, रजनम सरकार की रनके भर वाली संवेदनशीला रदखाई दी। पहला 1982 का वन अरधरनयम लाकर वन की झूठी सुरा का वादा रकया, रजसकी पोल सबके सामने है, यरक कोई भी राजय ऐसा नह है जो इन वन अरधरनयम का पालन करा हो। दूसरा बड़ा कदम एक सरकारी पयावरण रवभा व मंालय बनाने की कोरशश और वह भी हर राजय म अनार हाला म न के ही बराबर है। वैसे दूिण रनयंण बोड की भी सरापना की ई ारक उो के दूिण पर अंकुश ल सके पर उसके हाला रीब जैसे ह और उसकी कोई सुनने वाला नह, यरक उोपर बड़े रसूख वाले जो होे ह। ईमानदारी से देखा जाए ो कुल-रमलाकर कृर और पयावरण के हाला अनार जैसे ह। आइए देखे ह हमारी ाक, कमजोररयां और सामने मौजूद अवसर : अनिक जागकता और मौसम निाि म तरककी सरकार और उग जगत के सतर पर उदासीिता ीि टेलॉजी म रजगार की अपार संभाििाएं परावरण को लेकर हम हमारी ताकत की िात कर तो एक ही ताकत नजर आती है - हम अि इस समसरा से इनकार नह कर रहे ह। जनता के सतर पर काफी जागकता है। हां, सरकार के सतर पर जर उपेा का भाव है, रबक इस पर धरान देना है तो भारी बनवेश लगेगा। उनह लगता है बक रह समसरा ुद ही अपना समाधान ोज लेगी। हमारी दूसरी ताकत है देश म मौसम बवान का बवकास। इस े म हमने तेजी से लांग लगाई है। हम मौसम की जानकारी देने वाले कई उपह ोड़ चुके ह। मौसम का काफी हद तक सही अनुमान लगाने म सम हुए ह। इससे सरकार भी जलवारु पररवतन संिंधी कदम के बलए संसाधन देने पर मजिूर हुई ह। कई तरह के सॉफटवेरर बवकबसत हुए ह, जो दूषण संिंधी जानकारी पाने का ोत िन रहे ह। जनता के सतर पर जागकता का अथ है, ोटे उपार का िड़े नतीजे म कारगर होना। समाज म जागकता तो आई है, लेबकन आम लोग व बकसान समुदार म इतनी जागकता नह आई है बक वे आगे िढ़कर कोई िड़ी मुबहम चलाएं रा बकसान अपने ेती के तौर-तरीक म जरत के मुताबिक िदलाव लाएं। अभी तक सबरता केवल परावरणबवद, कृबष वैाबनक और मौसम बवाबनर तक ही सीबमत है। सिसे िड़ी बचंता तो रह है बक ाकृबतक संसाधन पर अतरंत बनभर उोगपबत व कॉपरेट जगत की बदगगज कंपबनर को इसकी बिलकल बचंता नह है। कई तो ऐसे भी ह, जो भौगोबलक इबतहास िताकर कहते ह बक रह तो धरती का अपना च है। वे कहते ह बक जलवारु पररवतन फारदे की चीज है, रबक हम अि ऐसी फसल व सकजरां उगा सकते ह, जो पहले संभव नह था। वे रह भूल जाते ह बक मौसम की अबनकचतता के कारण बकसान के बलए इसका लाभ लेना संभव नह हो पाएगा, जो हम दे भी रहे ह। उोग जगत के लोग बजस फारदे की िात करते ह वह तो नह, लेबकन अनर सवप म हमारे सामने काफी अवसर ह। जैसे वेसट मैनेजमट है। कचरा हमारे रहां िड़ी समसरा है, लेबकन उससे ऊजा पैदा करने, कमपोसट ाद िनाने, ऑगबनक ेती , कचरा िंधन। सकल-कॉलेज म ीन बिकलडग व ीन टेोलॉजी के कोस शु कर रोजगार पैदा हो सकता है। ऊजा उतपादन, घर म रोशनी देने, ाना पकाने आबद के बलए पवन, सौर और समु की लहर से पैदा होने वाली ऊजा के नए ोत का दोहन बकरा जा सकता है। दूषण से लड़ने के तरीक म भी रोजगार की काफी संभावनाएं ह। हवा म कािन की माा घटाकर भी आर अबजत की जा सकती है, बजसे कािन ेबडट कहा जाता है। वॉटर ीटमट पलांट और ररसाइकबलंग म भी उोग जगत के बलए काफी संभावनाएं ह। उबचत बशण देकर रुवाअों को सवरोजगार के बलए भी ेररत बकरा जा सकता है। हमरीतकत हमरीकमजोरी हमरेदिएअवसर डॉ. अनिल जशी बहमालर म बपले 35 साल से लोग को ाकृबतक संसाधन का दोहन बसाकर आबथक मजिूती के साथ परावरण को भी सुरा दे रहे ह। िॉलेज भासर शबदार 1950 तक देश की सशस सेिाएं कमयनिकेशि के नलए पसकटर का यग नकया करती थी। बाद म िायरलैस टेलीफिी के नलए 2जी और 3जी सपैकम का यग नकया गया। सेिा िे अपिा कुछ सपैकम सािजनिक उपयग के नलए ररलीज नकया है। }फैक कया है बडनिथ और उसका उपयग ‘बडरवर’ शबद का यो दो रह से होा है। पहला इंटरनेट के संदभ म। इसम बडरबर यह बाा है रक रकना डेटा रनकशच समय म ांसरमट रकया जा सका है। यह रबटस र सेकंड (बीपीएस) के रहसाब से होा है। दूसरा संदभ मोबाइल टेलीफोन के रलए होा है। इसम यह एक बड की ीवसी या वेवलगर की रज बाा है। इंरने के संदभ म रजनी जयादा बडरवर होी, उना जयादा ेजी से अरधक डेटा ांसफर रकया जा सकेा। यानी ेज सपीड से। इस डेटा को रबटस म नापा जाा है। रजस दर से डेटा ांसफर रकया या है, उसे रबटस र सेकंड के रहसाब से नापे ह। एक रकलोरबट यानी 1000 रबटस और मेारबटस अरा 1000 रकलोरबट। इसरलए एक मेारबट यानी दस लाख रबटस। यह दर रजनी अरधक होी, उनी ही इंटरनेट सपीड ेज होी। हाई बडरवर का अर है 2 से 4 एमबीपीएस की दर से डेटा ांसफर करना। 4 जी (फोर जनरेशन) बडरवर जारहर है, 3 जी से जयादा ेज है, लेरकन यह देश म कुछ सरान पर ही उपलबध है। सामानय: ाउरिं के रलए 2एमबीपीएस की बडरवर पयाप मानी जाी है। डेटा के डाउनलोड और अपलोड म सपीड अल-अल होी है। डाउनलोड का अर होा है रकसी चीज या डेटा को रकसी एक रडवाइस म सेव कर लेना। यरद अपलोड की बा कर ो कंटट को रकसी वेबसाइट पर फोटोाफ या वीरडयो की रह अपलोड रकया जा सका है। यह ठीक उसी रह से रहा है, मानो आप कॉलेज म ऑनलाइन एडरमशन फॉम भर रहे ह या रफर कोई कंपनी ररजसटर कर रहे ह। आमौर पर डाउनलोड की सपीड अपलोड के मुकाबले अरधक रहा करी है। इस रह की सेवाएं देने वाली कंपरनयां अपने रवापन म सपीड का रज करी ह। यरद कंपनी 20 एमबीपीएस की सपीड देने का वादा करी है ो, यह सवारधक सपीड है, जो आदश पररकसररय म ही उपलबध हो सकी है। रफर भी यरद यूजस जयादा हो जाे ह ो सपीड जारहर है, कम हो जाएी। इसरलए यूजस को यह धयान रखना चारहए रक पलान खरीदे समय अपने करीरबय या पड़ोरसय से पूछ ल रक इस सरवस ोवाइडर की सपीड कैसी है। इसे इस उदाहरण से समझ सके ह। एक रबजनैसमैन ह। रदनभर काम करके जब वह घर पहुंचा है सबसे पहले समाटफोन बंद कर देा है। पी इंटरनेट के जररए टीवी पर सीररयल देख रही ह। अचानक रबजनेसमैन को ला है रक उसे नयूज चैनल पर कुछ कमोरडटी की कीम देखना है। लेरकन घर वाले सीररयल देख रहे होे ह, ो वह उनह रडसटब नह करना चाहा है। ब वह देखा है रक उसका बेटा टैबलेट पर ऑनलाइन ेम खेल रहा है और वह उसे छोड़ना नह चाहा है। वह बेटी के पास जाा है ो वह डेसकटॉप पर एचडी मूवी डाउनलोड कर रही होी है। अं म वह अपना समाटफोन रफर ऑन करा है और अपने काम की खबर देखने ला है। यहां रदलचसप बा यह है रक इस कारोबारी के घर म मौजूद सभी रडवाइस इंटरनेट सेवा देने वाली एक कंपनी के जररए ही चल रहे ह। ये सभी वाई-फाई के जररए कनेटेड ह। इसका कारण यह है रक बडरवर काफी अचछी है। यह इनी है रक रबना रकसी कावट के इना सारा डेटा भी डाउनलोड कर सकी है। कया होती है बडबवथ यरद इंटरनेट के संदभ म देख ो इसे इस रह से समझ सके ह। मान लीरजए आप रकसी हाइवे पर जा रहे ह। आपको ए से लेकर बी सरान के बीच की दूरी य करना है। आपके वाहन की र रकनी होी, यह सड़क की चौड़ाई पर ही रनभर नह होा, वरन यह भी देखना होा रक सड़क पर वाहन रकने ह। मान लीरजए इस हाइवे से यरद एक घंटे म 1000 वाहन के रनकलने की मा है, ो वह उसकी बडरवर है। एक और उदाहरण है, मान लीरजए आपको पानी से एक टक भरना है ो उसम रकना समय लेा। यह पाइप की चौड़ाई और पानी के दबाव पर रनभर करेा। यहां पर जो पाइप की ोलाई या डायमीटर है और पानी का दबाव है, वह य करेा रक पानी का फलो कैसा है, लीटर र सेकंड के रहसाब से। यही उसकी बडरवर है। इसी कार से इंटरनेट रडवाइस म बडरवर मेारबटस र सेकंड के रहसाब से य होी है। मोबाइल ेोलॉजी के संदभ म इसे रफर उस रबजनेसमैन के रहसाब से समरझए। यह रबजनेसमैन अपने भाई को अमेररका म फोन लाा है। बाद म वह अपना फोटो और एक वीरडयो भी भाई को भेजा है। इस रह के सभी कमयूरनकेशंस म डेटा, बडरवर या सपैम के ारा ांसफर रकया जाा है, जो रक आपको मोबाइल सेवा देने वाली कंपनी को सरकार ारा आवंरट रकया या है। सपैम रज ऑफ ीवसी है। यह नेशनल नेचुरल ररसोस है। इसकी ीवसी को हटज म मापा जाा है। इसका नाम खया जमन भौरकशासी हैनररक हटज के नाम पर रखा है। 2015 के आरंभ म संचार मंालय और सूचना ौोरकी मंालय ने 2100, 1800, 900 और 800 मेाहटज के बडस की नीलामी की घोिणा की री। वॉइस कॉल के संदभ म इंटरनेट पर डेटा ांसरमशन की ुलना म वॉइस ांसरमशन म काफी कम बडरवर ली है। इसका कारण है रक इंटरनेट के जररए ांसफर रकए जाने वाले ऑरडयो, वीरडयो और फोटोाफ की फाइल साइज काफी अरधक रही है, जबरक वॉइस म काफी छोटी फाइल होी है। सार ही सामानय रह से वॉइस कॉल म एक ओर जो वयक बा कर रहा है, वह केवल 50 फीसदी अवरध ही बा करा है। इसका अर यह है रक तयेक कॉल म जो फाइल ांसफर है, वह ुलनातमक प से काफी कम हो जाा है। कॉपरे वरड म इसके मायने बडरवर का एक और प है, जो इसके कनीकी पहलू से अल है। कॉपरेट म इस शबद का जो यो रहा है वह काम को करने की मा का होना और न होने से जुड़ा हुआ है। यह उपलबध साधन जैसे समय, संसाधन आरद पर रनभर करा है। रकसी काम को पूरा करने के रलए यरद पयाप बडरवर नह है ो वह काय संभव नह है। मान लीरजए रकसी ऑरफस म रकसी कसटमर सरवस ररेजटेरटव के पास रकसी दूसरे वयक का सारा काम आ जाा है ो हो सका है रक ई-मेल पर ेजी से बढ़ने वाली कसटमस की रशकाय का वह पयाप बडरवर (मा) न होने के कारण जवाब न दे सके। यानी उसके पास इस अररर काम करने की मा नह है। इसरलए जयादा काम देने पर कॉपरेट वलड म कहा जाा है-मेरी इनी बडरवर नह है। महािीर डी. आईटी बवशेष एवं िबकंग ोफेशनल, मुंिई िडबवथ इस दौर म हर घर से जुड़ा मामला है। भले ही घर म कंपरूटर हो, लैपटॉप हो, मोिाइल हो रा बफर ऑबफस म िड़ी-िड़ी फाइल ांसफर करने का मामला। िडबवथ के बिना रह चल ही नह सकते। आपके घर म इंटरनेट कनेशन की सपीड िडबवथ पर ही बनभर करती है। िडबवथ ही वह मता है, जो इन चीज के उपरोग को आसान िनाती है। जाबनए रा है िडबवथ- 80 नतशत बफ से ढंका है ीिलड, एडिचर के नलए जाते ह लग डेनमाक के पड़ोसी देश ीनलड का सिसे सुंदर टाउन कलुसूक मौसम की तवररत िदलने वाली पररकसथबतर के बलए जाना जाता है। रहां पूरे साल बवदेशी परटक एवं शोधकता आते ह। हालांबक कई िार उनह बवपरीत मौसम का सामना करना पड़ता है। हवाएं 100 बकमी बतघंटे की रफतार से चलती ह, इस कारण असर रहां उड़ान र हो जाती ह। ीनलड पहुंचने के िाद बकसी भी वरकत का पहला ठहराव रही टाउन होता है। रहां का मुखर आकषण एडवचर है, बजसम लोग लाइकमिंग करना पसंद करते ह। } livescience.com }नॉलेज { साल भर िफ से ढके रहने वाले इस देश का नाम ीनलड नह, िकलक ोएनलड था, जो शुआती लोग ने रा था। िाद म नाम ीनलड हो गरा और लोग भी आकबषत होने लगे। { देश की 80 बतशत भूबम िफ की मोटी परत (करीि 2-3 हजार मीटर) से ढकी है। कल ेफल 17 ला 10 हजार वग बकमी है। इस कारण रह दूसरी सिसे अबधक िफ वाली जगह है। हांड म सबसे सुंदर ह है हमारी िरती वैारनक ने हमारी धरी को सबसे खूबसूर ह बाया है। उनका मानना है रक आज हम जहां रह रहे ह, वह जह हजार-लाख साल पुरानी है और आज भी ऐसी कई चीज ह, रजनह हम मानव सभया की शुआ कह सके ह। हालांरक वैारनक की रचंा इस बा को लेकर भी है रक हम मानव सभया की पहचान वाली कई चीज को नुकसान पहुंचा रहे ह। हम सभी को रमलकर इसे रोकना होा, ारक हम आने वाली पीरढ़य को कुछ दे सक। कई देश म आज सवचछ हवा भी नह रमल पा रही है। हालांरक यह अचछी बा है रक लो पयावरण के र जाक हो रहे ह। संयु राष ने कहा है रक हम वायु शु करने की ओर धयान देना होा, रजससे बड़े नुकसान को बचा सक। यहां जाने ह धरी एवं पयावरण से जुड़ी वह जानकारी, जो इंटरनेट पर ड म रह- }इंरने ड पेड़ बचाना सबसे फायेमं, इसकलए पेपरलेस वककग जरी अगर अंाककका की बफ कपघल जाए तो... { टॉरलेट पेपर िनाने के बलए 27 हजार पेड़ कटते ह हर बदन। { एलरूमीबनरम ऐसा धातु है, बजसे हजार िार ररसाइकल बकरा जा सकता है। हर साल 80 बबलरन एलरूमीबनरम उपरोग होता है। { अमेररकी कंपबनरां इतने कागज़ का इसतेमाल करती ह, बजसे धरती पर तीन िार लपेट सकते ह। ऐसे म कारोिार जगत का पेपरलेस वक वाला कॉनसेपट शंसनीर है। { हम बतबदन 75 हजार पेड़ कटने से िचा सकते ह, लेबकन अख़िार एवं अनर कागज़ की ररसाइकबलंग अबनवार करनी होगी। { पलाकसटक की थैबलरां एवं अनर मटीरररल बकसी भी प म समु म जाता है। उनके दुभाव से हर साल 10 ला समुी जीव मारे जाते ह। { धरती पर उपलध पानी का केवल एक बतशत पानी ही उपरोग बकरा जा सकता है। शेष 97 बतशत समु म और 2 बतशत िफ के प म जमा हुआ है। { अंटाकबटका पांचवां िड़ा महाीप है। 1 करोड़ 40 ला वग बकलोमीटर तक फैला है। करीि 2,000 लोग असथारी तौर पर ररसच क म रहते ह। { अंटाकबटका रूरोप से िड़ा और ऑसेबलरा से दुगना है। { वहां िाररश नह के िरािर होती है, इसीबलए उसे सूा मैदान कहा जाता है। { अगर अंटाकबटका की िफ बपघल जाए, तो समु का जलसतर 200 फीट िढ़ सकता है। }livescience.com