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1 दिनिक : 2 ज न 2015 सेव म, आदरणीय ी नरेर मोदी जभारत के माननीय धानमंी धानमंी कायाालय, नई ददली वषय : संक त मंालय वारा भारत की अताचीन धामाक व सांक तक धरोहर को ववदेश म कान नी ऱप से ख ले बाजार म बेचने हेत अतताचीन वत एवं कला तनधअधधतनयम, 1972 म ताववत संशोधन को अन मतत न देने हेत वन तनवेदन सादर जय जनेर, नवेिन यह है कक समचर प वर त ह आ है कक भरत सरकर के सिक नत मिलय वर भरत की 100 वषष से अनतचीन धरोहर की भरत से वविेश म तकरी रोकने हेत अनतचीन वत एवि कल ननधध अधननयम, 1972 म सिशोधन कर ख ले बजर म चीन धरोहर को कन नी प से बेचने हेत कै बबनेट को तव भेज गय है! भरत की चीन धरोहर और जैन व वैणव मिदिर से चीन समय म हमरे प वषज वर ण नतठ कर थवपत की गयी म नतषय को वविेश म अधधक म य ममलने के ललच म अितरषरीय चोर वर की ज रही चोरीय को बढव िेकर चीन भरतीय सिक नत को िशषती चीन धरोहर को वविेमशय के ऑकिस य इिग म म सजने हेत कन नी प से बेचने िेने वल नणषय निनीय व अवीकयष है! भरत िेश प रे ववव म अपनी चीन धरोहर व सिक नत क तीक मन जत है! य चि यपररय की नतजोरी भरने हेत अपने िेश की धरोहर को वविेश म भेजन उधचत होग? अनतचीन वत एवि कल ननधध अधननयम, 1972 के खिड 3 के अितगषत क सरकर की अन मनत के बन 100 वषष से चीन कोई भी धरोहर िेश से नयषत नहीि की ज सकती किर भी सत कन न के चलते वतषमन समय म अितरषरीय म नतष चोर वर िेश के वमभन रय के जैन और वैणव मिदिर से च रयी गयी सेकड़ अनतचीनतमएि चोरी कर इटरनेट के मयम से नीलम करके ट अधधकररय की मिि से िेश-वविेश म भेजी ज रही है! इस ववषय म आपसे अन रोध है कक क पय आप अपने तर

Letter to Hon'ble President & PM for No Legal Sale of Antiquities Abroad

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संस्कृति मंत्रालय द्वारा भारत की अतिप्राचीन धार्मिक व सांस्कृतिक धरोहर को विदेशों में कानूनी रूप से खुले बाजार में बेचने हेतु अतिप्राचीन वस्तु एवं कला निधि अधिनियम, 1972 में प्रस्तावित संशोधन को अनुमति न देने हेतु विनम्र निवेदन

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    . . 6-35/2012 2 2013 . 789 29 2014 ! , ?

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    : , 1972 !

    1972, , - ! !

    , , (.) IX/1983, . 3, , -31 (.: 9312278313, 8800001532)

    - : [email protected]

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