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1 | Page DAV PUBLIC SCHOOLS. ODISHA ZONEII SUMMATIVE ASSESSMENT -I (2016 17) CLASS-VII QUESTION BANK QUESTIONS OF 1 MARK (1) जन वण के उचायण भ कभ हवा नकरती है उह कते ह *३०=३० 1. अऩाण2.नाण3. भहााण 4. अधुाण (2) सही वततनी वारा शद है 1.िदॊग 2.दॊग 3. दगॊ 4. िदॊग (3) मुदधभ अऩान वणत कौन सा है 1. 2. 3. 4. (4) अनुनसक वारा सही शद है 1. चॉ।द 2. गॊगा 3. भगॉना 4. (5) येखॊककत के बफरोभ से रयत थान बय कसी का उऩकाय कयो ------------------ नहीॊ । 1. अऩ काय 2.ऩयोऩकय 3. उऩक 4.तञ (6) 'जहॉ।ऩह चना सयर हो'एक शद भ कहते ह — 1. सुगभ 2.अगभ 3. अऩाय 4. ऩाय (7) 'ऩुी ' का ऩमातमवाची शद नहीॊ है - 1. अभय 2. सुता 3. तनमा 4. फेटी (8) येखाॊककत भ बफशेषण का बेद फताईए गरास भ थोङा-सा शयफत डार दो 1.गुणवाचक 2.ऩरयभाणवाचक 3. सॊमावाचक 4.सावतनभक (9) उगचत सॊफॊधवाचक सवतनाभ शद है 1. उसने 2. जो-सो 3. कौन 4. मह (10) '' वगत का ऩॊचभ वणत है - 1. 2. 3. 4. (11)' बीषण ' का सभान अथत है - 1. साहसी 2. बमानक 3. वीय4. नणतम (12) मजत वाचक सॊऻा छाॉटकय रख - 1.कोई 2. गाम 3. भण4. सेना (13) रड़का शद का बाववाचक सॊऻाशद है -- 1. रड़कऩन 2. रडाई 3.रडाकऩन 4.रड़काऩन (14) ाण सूख जानाका अथत है - 1. फह त गुसाकयना 2. डय जाना 3. ोध कयना 4. फेहोश होना (15) वैवाहहक शद का मम है - 1. ववाह 2. वै 3. हक 4. इक (16) अबनेी शद का ऩुरॊग शद-

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    DAV PUBLIC SCHOOLS. ODISHA ZONE–II SUMMATIVE ASSESSMENT -I (2016 – 17)

    CLASS-VII QUESTION BANK

    QUESTIONS OF 1 MARK

    (1) जजन वणों के उच्चायण भें कभ हवा ननकरती है उन्हें कह्त ेहैं –१*३०=३० 1. अल्ऩप्राण2.ननष्प्प्राण3. भहाप्राण 4. अधुप्राण (2) सही वततनी वारा शब्द है – 1.म्रिदॊग 2.भदृॊग 3. भदृगॊ 4. िीदॊग (3) ‘मुदध’ भें अल्ऩप्रान वणत कौन सा है –

    1. म 2. द 3. ध 4. उ (4) अनुनम्रसक वारा सही शब्द है – 1. चॉ।द 2. गॊगा 3. भगॉना 4. द (5) येखॊककत के बफरोभ से रयक्त स्थान बयें– ककसी का उऩकाय कयो ------------------ नहीॊ । 1. अऩ काय 2.ऩयोऩकय 3. उऩकृत 4.कृतञ (6) 'जहॉ।ऩहुॉचना सयर हो'एक शब्द भें कहत ेहैं — 1. सुगभ 2.अगभ 3. अऩाय 4. ऩाय (7) 'ऩुत्री ' का ऩमातमवाची शब्द नहीॊ है- 1. अभय 2. सुता 3. तनमा 4. फेटी (8) येखाॊककत भें बफशेषण का बेद फताईए – गगरास भें थोङा-सा शयफत डार दो 1.गुणवाचक 2.ऩरयभाणवाचक 3. सॊख्मावाचक 4.सावतनम्रभक (9) उगचत सॊफॊधवाचक सवतनाभ शब्द है – 1. उसने 2. जो-सो 3. कौन 4. मह (10) 'ऩ' वगत का ऩॊचभ वणत है - 1. ञ 2. न 3. भ 4. ण (11)' बीषण ' का सभान अथत है - 1. साहसी 2. बमानक 3. वीय4. ननणतम (12) ब्मजक्त वाचक सॊऻा छाॉटकय म्ररखें - 1.कोई 2. गाम 3. भणण 4. सेना (13) रड़का शब्द का बाववाचक सॊऻाशब्द है -- 1. रड़कऩन 2. रडाई 3.रडाकऩन 4.रड़काऩन (14) ‘ प्राण सूख जाना‘ का अथत है - 1. फहुत गुस्साकयना 2. डय जाना 3. क्रोध कयना 4. फेहोश होना (15) ‘ वैवाहहक ‘ शब्द का प्रत्मम है - 1. वववाह 2. वै 3. हहक 4. इक (16) ‘ अम्रबनेत्री ‘ शब्द का ऩुम्रर ॊग शब्द-

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    1. अम्रबनेता 2. अम्रबनामक 3. नामक 4. अम्रबनामक (17) ‘ इधय ‘ का सही मुग्भ शब्द है - 1. उधय 2. खुशी 3. जात 4. ककधय (18) ‘ ऋतु ‘ का सहीफहुवचन है - 1. ऋतुएॉ 2. ऋतुएॊ 3. ऋतु 4. जकतुएॉ (19) उगचत भुहावये से रयक्त स्थान बयें - भुक्ता ने प्रथभ आने के म्ररए ............... । 1. होश उड़ना 2.हदर दह्रना 3. कभय कसना 4. गधग्धी फॉधना (20)‘ वीय ’शब्द का स्त्रीम्ररॊग शब्द है - 1. ववयाॊगना 2. वीयाॊगनी 3. वीयाॊगना 4. ववयाॊगनी (21) घय भें कौन आमा है ? (वाक्म भें सवतनाभ है) 1. घय 2. आमा 3. कौन 4. भें (22) वे शब्दाॊश जो ककसी शब्द के फाद रगकय उसके अथत भें ऩरयवततन उत्ऩन्न कयत ेहैं उसे ............कहत ेहैं । 1. उऩसगत 2. प्रत्मम 3. सॊऻा 4. अव्मम (23) ववशेषण शब्द जजनकी ववशेषता फतात ेहैं ,उन्हें ..........कहत ेहैं - 1. ववशेष्प्म 2. क्रीमा 3. अव्मम 4. सॊऻा (24) उगचत नुक्ता वारे शब्द छाॉटकय म्ररखें - 1. म्ररफ़ाफ़ा 2. जड़ 3. ज़वाफ4. जर (25) “अऩमश” भै उऩसगत है - 1. मश 2. ऩम 3. अऩ 4. ऩमश (26) जफ कतात स्वमॊ काभ ना कयके ककसी दसूय से काभ कयवाता है उसे --------- कक्रमा है । 1. सकभतक 2. अकभतक 3. पे्रयणाथतक 4. हिकभतक (27) दशतक हॉसी से रोट ऩोट हुए जा यहे थे – सही ववयाभ गचन्ह रगाओ | 1. , ‘ ‘ 2. - “ “ 3. - |4. ! “ “ (28) इन श्बब्दों भें सही ववसगत शब्द है- 1.अॊत:कयण2. अॊत: 3. प्रा:म: 4. ननसॊकोच (29) इन शब्दों भै म्रबन्न शब्द है - 1. फच्च े2. कुछ 3. ऊॉ चा 4. थोडी (30) उगचत ववशेषण शब्द होगा ........... ऩहाड | 1. हया 2. कुछ 3. ऊॉ चा 4. थोडी (31). जफ दो मा दो से अगधक व्मॊजनों का सॊमोग होता है उसे -------- कहत ेहैं। [i] अनसु्वाय [ii] अननुाम्रसक [iii] सॊमकु्त व्मॊजन [iv] स्वय (32) सॊमकु्त व्मॊजन भें ऩह्रे व्मॊजन भें स्वय नहीॊ होता औय दसूये व्मॊजन भें होता है।

    [i] व्मॊजन [ii] स्वय [iii] अननुाम्रसक [iv] अनसु्वाय (33) उज्जज्जवर शब्द भें ककतने व्मॊजनों का सॊमोग है ?

    [i] दो [ii] तीन [iii] चाय [iv] ऩाॉच

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    (34) महद ऩॊचभ वणत के फाद उसी के वगत का कोई अन्म वणत आए तो उस वणत के स्थान ऩय -------- गचह्न का प्रमोग होता है।

    [i] अनसु्वाय [ii] अननुाम्रसक [iii] ववसगत [iv] चॊद्रबफ ॊद ु (35)उगचत स्थान ऩय रगाए गए अननुाम्रसक गचह्न वारे शब्द चुनकय म्ररणखए।

    [i] ऩॉहुचत े [ii] भहगाॉ [ iii] काऩॉना [iv] फॉधवाने (36) ’ऩया’ उऩसगत से फना है-

    [i] ऩयागभ [ii] ऩयाजन्भ [ iii] ऩयजम [iv] ऩयहहत (37) ”गयभाहट’ शब्द भें प्रत्मम है-

    [i] हट [ii] आहट [ iii] भाहट [iv] ट (38) नीचे हदए वाक्माॊश के म्ररए एक शब्् छाॉटकय म्ररणखए- जो गचत्र फनाए-

    [i] गीतकाय [ii] कराकय [ iii] गचत्रकाय [iv] सॊगीतकाय (39)सही वततनी वारा शब्द है-

    [i] हयीमारी [ii] हरयमारी [ iii] हरयआरी [iv] हयमारी (40) ऩट टी का सही फहुवचन रुऩ म्ररणखए। -

    [i] ऩटटीमा [ii] ऩटहटमा [ iii] ऩटहटमा [iv] ऩट हटमाॊ (41) 'गट ठय' शब्द भें भहाप्राण वणत कौन सा है? –

    [i] ग़ [ii] ट [ iii] ठ [iv] य (42) हदमे गए वाक्म भें उगचत ववयाभ गचहन रगाइए- ववजम घोष से आसभान गूॉज उठा

    [i] - । [ii] ,। [iii] । ! [iv] ' ' । (43) '।' ववयाभ गचहन का सही नाभ म्ररणखए-

    [i] ववस्भमाहदफोधक [ii] ऩणूत ववयाभ [ iii] अल्ऩ ववयाभ [iv] मोजक गचहन

    (44) ककसी बी व्मजक्त वस्त ु,जानत मा बाव के नाभ को --------- कहत ेहैं। [i] सॊऻा [ii] सवतनाभ [ iii] ववशषेण [iv] कक्रमा

    (45) .व्मजक्तवाचक सॊऻा शब्द चुनकय म्ररणखए- [i] ऩहाड़ [ii] ऩयीऺा [ iii] ऩथ [iv] हदल्री

    (46) हदमे गए वाक्म भें से कौन-सा शब्द व्मजक्तवाचक सॊऻा है- ताजभहर फहुत सुॊदय इभायत है । [i] ताजभहर [ii] फहुत [ iii] सुॊदय [iv] इभायत

    (47) महाॉ से जॊगर फहुत दयू है। येखाॊककत शब्द का सॊऻा बेद म्ररणखए-

    [i] सभहूवाचक [ii] व्मजक्तवाचक [ iii] जानतवाचक [iv] बाववाचक (48) फच्चा शब्द का बाववाचक सॊऻा है।

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    [i] फचाऩना [ii] फचऩन [ iii] फच्चाऩन [iv] फच्चा (49) जो शब्द सॊऻा अथवा सवतनाभ की ववशषेता फतात ेहै, उन्हें ----------- कहत ेहैं । [i] कक्रमा [ii] ववशषेण [ iii] सवतनाभ [iv] ववशषे्प्म (50) येखाॊककत भें ववशषेण बेद फताइए – सनुीता बोरी- बरी ल््की है ।

    [i] सवतनाम्रभक ववशषेण [ii] ननजश्बचतसॊख्मा वाचक ववशषेण [iii] गणुवाचक ववशषेण [iv] अननजश्बचत ऩरयभाण वाचक ववशषेण

    (51) ववशषेण शब्द जजनकी ववशषेता फतात ेहैं, उन्हें--------------- कहत ेहैं । [i] कक्रमा [ii] कायक [ iii] सवतनाभ [iv] ववशषे्प्म

    (52) सावतनाम्रभक ववशषेण का उदाहयण चुननए ।- [i] खीय फनाने के म्ररए तीन ककरो दधु चाहहए । [ii] गगरास भें थोडा सा शयफत डार दो । [ iii] मह फ्राक भेया बाई रामा है । (53) हदए गए वाक्म भें ननजश्बचत सॊख्मावाचक ववशषे्प्ण शब्द चुननए –

    कऺा भें तीन फच्चे फेठे थे । [i] कऺा [ii] तीन [ iii] फच्चे [iv] फेठे

    (54) ऩरयभाण्वाचक ववशषेण के ककतने उऩबेद है ? [i] दो [ii] तीन [ iii] ऩाॉच [iv] छ

    (55) जो शब्द सॊऻा के स्थानऩय प्रमकु्त होत ेहै, उन्हे------------ कहत ेहै ? [i] कक्रमा [ii] सॊऻा [ iii] सवतनाभ [iv] ववशषेण

    (56) हदए गए वाक्म भें सवतनाभ का बेद फताइए – मह णखरौना कौन रामा है ?

    [i] प्रश्बनवाचक [ii] ऩरुुषवाचक [ iii] सॊफॊधवाचक (57) ‘फादर’ शब्द का ऩमातमवाची है -

    [i] नबचय [ii] अचर [ iii] जरधय [iv] ववहग (58) हदए गए शब्द के म्ररए उगचत ववरोभ शब्द म्ररणखए- उऩकार

    [i] उऩकाय [ii] ऩयोऩकाय [ iii] उऩकृत [iv] अऩकृत (59) उगचत भहुावये से रयक्त स्थान बरयए- अजगय देखकय म्रशवानी की ---------------------- ।

    [i] करई खुरना [ii] हगथमाय डारना [ iii] नघग्घी फॉध जाना

    (60) ननम्नम्ररणखत भहुावया का सही अथत म्ररणखए- भुॉह की खाना ।

    [i] ववजम प्राप्त कयना [ii] हाय जाना [ iii] प्रशॊसा प्राप्त कयना

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    61) 'अननुाम्रसक' शब्द है – क. कॊ धा ख. गुॉजन ग. क्रभश् घ. कन्धा

    62) 'अधतचन्द्र' का शब्द कौन-सा है ? क. ऑकपस ख. ओकपस ग. पायसी घ. अन्माम

    63) 'ननजतन' शब्द भें उऩसगत है – क. ननस ्ख. ननयृ ग. ननयत घ. ननजत

    64) 'उऩकाय' शब्द का उऩसगत है – क. उऩ ख. अऩ ग. उत घ. उऩ ्

    65) 'सम्भखु' शब्द भें कौन-सा उऩसगत है ? क. स ुख. स ग. सभ ्घ. सखु

    66) 'अत्मगधक' शब्द भें कौन-सा उऩसगत है? क. अ ख. अनत ग. अत्म घ. अत

    67) 'कृऩार'ु शब्द भें प्रत्मम है – क. आर ुख. अर ुग. ऩार ु

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    घ. आर ू68) ककस शब्द भें 'आवा' प्रत्मम नहीॊ रगा है ?

    क. फरुावा ख. हदखावा ग. फनावा घ. भावा

    69) 'ऩऺी' शब्द का ऩमातमवाची है – क. ववहग ख. नथ ग. फयस घ. अज

    70) 'साॉऩ' शब्द का ऩमातमवाची नहीॊ है – क. नग ख. सऩत ग. नाग घ. बजुॊग

    71) 'पूर' शब्द का ऩमातमवाची नहीॊ है – क. प्रसनू ख. ऩषु्प्ऩ ग. कभर घ. कुसभु

    (72) 'चन्द्रभा' शब्द का ऩमातमवाची नहीॊ है – क. भमॊक ख. हदनकय ग. सधुाकय घ. हहभकय

    (73 ) 'भकू' शब्द का ववरोभ है – क.चाण्डार ख. नादान ग. चाराक घ वाचार

    (74 ) 'घणृा' शब्द का ववरोभ रूऩ है – क. ईष्प्मात ख. ्वेष ग. प्रेभ

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    घ. क्रोध (75) 'ननदतमी' शब्द का उगचत ववरोभ है –

    क. फहादयु ख. ननडय ग. ननबतम घ. दमावान

    (76) 'आशा' का ववरोभ शब्द है – क. ननयाशा ख. जजऻासा ग. वऩऩासा घ. ननयाश

    (77) 'सत्म' का ववरोभ शब्द है – क. असत्म ख. सच्चाई ग. सच घ. सॊत

    (78) 'अॊफय' शब्द के सही अनेकाथी रूऩ हैं – क. आकाश, वस्त्र ख. वसन, जरज ग. नब ,ऩातार घ. आसभान , नब

    (79) ककसी ववषम ऩय ववशषे ऻान यखने वारा कहराता है –

    क. ववशषेण ख. ववशषे्प्म ग. ववशषेऻ घ. ववषमी

    (80) 'सौ वषत की अवगध' के म्ररए सही एक शब्द है – क. वावषतक ख. वावषतकी ग. शताब्दी घ. शती वषत

    (81) 'करई खुरना' का अथत है – क. बेदबाव कयना ख. बेद खुरना

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    ग. बेद फताना घ. बेद छुऩाना

    2) नाटक भे होने वारी त्रुहटमों को फतात ेहुए अऩने म्रभत्र को ऩत्र म्ररखो- (5)

    अऩने ऺेत्र की गॊदगी को साप कयवाने हेतु स्वास््म अगधकायी को ऩत्र म्ररणखए । व्मामाभ के राबों ऩय प्रकाश डारत ेहुए अऩने छोटे बाई को ऩत्र म्ररणखए।

    भान रीजजए कक याकेश , भोहन, श्बमाभ औय सोहन आऩके सहऩाहठ है । वे वव्मारम भे रुक कय नाटक कयत े है । नाटक भें याकेश , भोहन , श्बमाभ औय सोहन अऩने-अऩने सॊवाद बरू जात ेहै । कपय नाटक भें जो कुछ होता है, उसके फाये भें फतात ेहुए म्रभत्र को ऩत्र म्ररणखए ।

    5. ननम्नम्ररणखत ववषम भें 100-125 शब्दों भें अनचु्छेद म्ररणखए-

    [1] सभम का भहत्व [2] एक ऩाकत का दृश्बम [3] वन सॊयऺण

    4) सॊमकु्त ऩरयवाय (i) सॊमकु्त ऩरयवाय का अथत (ii) सम्फन्धों भें ऩड़ती दयाय (iii) जोड़ने से राब

    5) ऩयोऩकाय (i) आवश्बमकता (ii) राब (iii) जीवन भें ककतना सॊबव

    6) जीव-जन्त ुऔय भानव (i) सहज सॊफॊध (ii) उऩमोगगता (iii) सझुाव

    7). ऩवततीम मात्रा 8) वप्रम त्मोहाय

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    4) ननम्न म्ररणखत ग्माॊश को ऩढ़कय सही ववकल्ऩ चुनकय उत्रय म्ररणखए । याजा ववक्रभ अऩनी न्मामवप्रमता के म्ररए प्रम्रसद्ध थे । एक फाय वे अऩने म्ररए एक शानदाय भहर फनवा यहे थे ऩय एक सभस्मा आड़ ेआ यही थी । याजभहर के ननभातण-स्थान के ऩास ही एक झोऩड़ी थी । इस झोऩड़ी के कायण याजभहर की शोबा नष्प्ट हो यही थी । याजा ने झोऩड़ी के भाम्ररक को फुरामा । उन्होंने अऩनी सभस्मा के फाये भें झोऩड़ी के भाम्ररक से फात की औय झोऩड़ी के फदरे भोटी यकभ देने का प्रस्ताव उसके साभने यखा । ऩय झोऩड़ी का भाम्ररक फड़ा अड़ड़मर था । उसने याजा से कहा ”भहायाज भाप कयें “,आऩका प्रस्ताव भुझ ेभॊज़ुय नहीॊ । अऩनी झोऩड़ी भुझ ेजान से बी ज्जमादा प्मायी है । भैं अऩनी इसी झोऩड़ी भें भयना बी चाहता हुॊ । याजा ने सोचा, इसके साथ ज्जमादती कयना उगचत नहीॊ है । उसने भॊत्री से कहा,कोइ हजत नहीॊ । इस झोऩड़ी को महीॊ यहने दो । जफ रोग इस शानदाय भहर को देखेंगे तो वे भेये सौंदमतफोध को सयाहना अवश्बम कयेंगे । जफ वे याजभहर के सभीऩ इस झोऩड़ी को देखेंगे, तो भेयी न्मामवप्रमता की बी तायीफ़ कयेंगे । क. याजा ववक्रभ ककस म्ररए प्रम्रसद्ध थे ? 1.भहर 2.न्मामवप्रमता 3.कट्टयता१*५=५ ख. याजा के साभने भहर फनवात ेसभम कौन सी सभस्मा आ यही थी ? 1. साभने झोऩड़ी था 2. साभने फाग था 3. साभने फड़ ेऩेड थे ग. याजा ने झोऩडी के फदरे झोऩडी के भम्ररक को क्मा देने का प्रस्त्व यखा ? 1. धन 2. भोटी यकभ 3. भह्र घ. झोऩडी भाम्ररक कोअऩनी झोऩडी ककस से प्मायी थी ? 1. दौरत 2. ऩरयवाय 3. जान ड. इस कहानी से क्मा म्रशऺा म्रभरती है ? 1. न्मामवप्रमता फानें 2. कठोय फानें 3. दसूयों को न सभझें . नीचे लिखे गद्ाांश के आधार ऩर प्रश्नों के सही विकल्ऩ को चुनकर लिखखए : --- ५ x १ = ५ कई रोगों को जरूयत न होने ऩय बी चीजों को इकट्ठा कयने की आदत होती है । मह आदत टी.वी. अखफाय आहद के ववऻाऩनों से फहुत प्रबाववत होती है । सभाज भें फड़ ेऩभैाने भें भौजूद इस जस्थनत को उऩबोक्तावाद कह्त ेहैं । उऩबोक्तावाद के ववस्पोट ऩय अफ सवार उठने रगे हैं क्मोंकक इसने ऩृ् वी ऩय जीवन के अजस्तत्व ऩय ही सवार खड़ा कय हदमा है । उऩबोक्तावाद, अनत उऩबोग , फेहहसाफ कचया, उत्ऩादन औय प्रदषूण का दानव तरे सॊसाधनों की नीॊव ऩय खड़ा है । इन जीवाश्बभ ईंधनों ने फेहहसाफ भात्रा भें प्रदषूण ऩदैा ककमा है , जो जीवन के ववववध रूऩों के म्ररए फेहद ववनाशकायी है । इसके म्ररए नई सदी भें ऩजश्बचभी ववकम्रसत जगत अऩने बववष्प्म के म्ररए ऩमातवयण की दृजष्प्ट से बयोसेभॊद औय हटकाऊ ववकल्ऩ खोज यहा है । साइककर रयक्शा एक ऐसा ही ववकल्ऩ है । मह ऩयेू एम्रशमा औय ववशषेकय बायतीम उऩभहा्वीऩ भें ऩरयवहन का एक रोकवप्रम साधन है । बायत भें साइककर रयक्श ेका आगभन वऩछरी २०वीॊ सदी के ऩाॉचवें दशक के शरुूआती दौय भें हुआ । इससे ऩहरे रकड़ी के ऩहहमे वारे श्रभसाध्म हाथ से खीॊचने वारे रयक्श ेचरत ेथे ।

    (i) बफना जरूयत चीजों को खयीदने एवॊ इकट्ठा कयने की आदत का कायण है --- क. आवश्बमकता ऩनूत त ख. टी. वी. , अखफाय आहद भें ववऻाऩन

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    ग. घय भें साभान की कभी घ. ऩरयश्रभ न कयना

    (ii) उऩबोक्तावाद कहत ेहैं – क. ववऻाऩनों से प्रबाववत होकय बफना जरूयत साभान खयीदने को ख. प्रदषूण पैराने को ग. सॊसाधनों की फयफादी को घ. टी. वी. एवॊ अखफाय की खयीददायी को

    (iii) फेहहसाफ भात्रा भें प्रदषूण ऩदैा ककमा है --- क. कचया उत्ऩादन ने ख. साइककर रयक्शा ने ग. जीवाश्बभ ईंधनों ने घ. फहती नदी ने

    (iv) बायतीम उऩभहा्वीऩ भें ऩरयवहन का रोकवप्रम साधन है – क. जीवाश्बभ ईंधन ख. साइककर रयक्शा ग. भोटय गाड़ी घ. फरै गाड़ी

    (v) ऩजश्बचभी जगत ववकासशीर देशों की तयप भड़ु यहा है – क. प्रदषूण के कायण ख. तरे सॊसाधनों के कायण ग. टी. वी. एवॊ अखफाय के कायण घ. ऩमातवयण की दृजष्प्ट से बयोसेभॊद औय हटकाऊ ववकल्ऩों के कायण

    . ननम्नम्ररणखत ग्माॊश को ऩढकय हदए गए प्रश्बनों के सही ववकल्ऩ चुननए – [5 x 1=5 ]

    भहत्भा गाॉधी अऩना काभ अऩने हाथ से कयने ऩय फर देतथेे । वे प्रत्मेक आश्रभवासी से आशा कयत ेथे कक वे अऩना शयीय से सॊफॊगधत प्रत्मेक काभ स्वमॊ कयें । उॊनका कहना था कक जो श्रभ नहीॊ कयेगा वह ऩाऩ कयेगा औय ऩाऩ का अन्न खाएगा । भनुनमों ने कहा है कक बफना श्रभ ककए जो बोजन कयता है, वह चोय है । उनका भानना था कक ऩरयश्रभ से फचने का ऩरयणाभ आज हभ बी बोग यहे है- न गयीफी कभ होती है, न अऩयाध रूक यहे हैं । आज कोरयमा ने श्रभ कयके ऐसे बवनों का ननभतण ककमा है जजससे सफ जरत ेहै ।

    क. इस अॊश का सही शीषतक है – [i] श्रम्रभक जीवन [ii] श्रभ जीवन [ iii] श्रभ हीनता [iv] गाॉधी जी के बफचाय

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    ख. गाॉधीजी ककस फात की आशा यखत ेथे ? [i] बोजन स्वमॊ कयने की [ii] बोजन फनाने की [iii] उत्ऩदन कयने की [iv] अऩना काभ स्वमॊ कयने की

    ग. गयीफी औय अऩयाध ककस कायण ऩनऩत ेहै ? [i] भ्रष्प्टाचाय [ii] स्वावरॊफन [ iii] ननैतकता न होने से [iv] ऩरयश्रभसे फचने स े

    घ. ऩाऩ का अन्न खाने वारा कौन है ? [i] ऩॊड़डत [ii] चोय [ iii] व्माऩायी [iv] अपसय

    ङ. ककसने शे्रष्प्ठ बवनों का ननभातण ककमा ? [i] जाऩान [ii] अभेरयका [ iii] रुस [iv] कोरयमा

    प्र .3 ननम्नम्ररणखत ऩ्माॊश को ऩढ्कय हदए गए प्रश्बनों के सही ववकल्ऩ चुननए।

    5) ननम्न म्ररणखत ऩदमाॊश को ऩढ़कय ननच ेहदए गए प्रश्बनों के सही ववकल्ऩ चुनकय म्ररणखए _ यहहभन धागा पे्रभ का, भत तोड़ो चटकाए । टुटे से कपय नाम्रभरे, म्रभरे गाॉठ ऩरय जम । 1. पे्रभ की तुरना ककससे की गई है ? १*५=५ (क) धागा (ख) जर (ग) गाॉठ 2. हभें क्मा नहीॊ तोड़ना चाहहए ? (क) यस्सी (ख) पे्रभ रुऩी धागा (ग) सूई 3. इस ऩ्माॊश के कवव कौन हैं ? (क) कवीय (ख) यहीभ (ग) वनृ्द 4. धागा म्रभरने ऩय उस भें क्मा ऩड़ जाता है ? (क) गाॉठ (ख) अड़चन (ग) यॊग 5. दो ब्मजक्तोंमों के फीच पे्रभ टूटने ऩय क्मा सभाप्त हो जाती है ? (क) आजत्भमता एवॊ ऩववत्रता (ख) झगडा (ग) म्रभत्रता प्र .3 ननम्नम्ररणखत ऩ्माॊश को ऩढ्कय हदए गए प्रश्बनों के सही ववकल्ऩ चुननए।

    ऋवष -भनुनमों ,साधु -सॊतों को नभन , उन्हें भेया अम्रबनॊदन। जजनके तऩ से ऩतू हुई है,बायत देश की स्वणणतभ भाटी, जजनके श्रभ से चरी आ यही,मगु -मगु से अववयर ऩरयऩाटी। जजनके श्रभ से शोम्रबत है,जन -जन के भाथे का चॊदन। सत्म अहहॊसा जजनके बषूण, करुणाभम है जजनकी वाणी, जजनके चयणों से है ऩावन, बायत की मह अम्रभट कहानी।

    क) ऩ्माॊश भें कवव ककसका अम्रबनॊदन कय यहा है?

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    [i] नेताओॊ का [ii] वीयों का [iii] वव्वानों का [iv]ऋवष -भनुनमों का ख) ऩतू का क्मा अथत है?

    [i] उज्जजवर [ii] ऩतु्र [iii] ऩववत्र [iv] भहहभामकु्त ग)ऋवष भनुनमों की वाणी कैसी फताई गई है ?

    [i] करुणाभम [ii] कठोय [iii] ककत श [iv] भधुय घ) साधु सॊतों का बषूण है -

    [i] धन -दौरत [ii] सोने के जेवय [iii] सत्म -अहहॊसा [iv] मश ड) शोम्रबत शब्द कें भरू शब्द औय प्रत्मम है –

    [i] शोब + इत [ii] शो + म्रबत [iii] शोम्रब + त [iv] शोबा + इत

    6) ननम्न म्ररखत काव्माॊश को ऩढ़कय नीच ेहदए गए प्रश्बनों के सही वीकल्ऩ उत्तय चुनकय म्ररखें - बैमा क्वाय भहीने भें, ननभतर होती जरधाया । १*५=५ भौसभ कय देता सायी, हॉसी-खुशी का फॉटवाया। कानततक भें जड़ा आता, साथ ऩटाखे पुरझड़डमाॉ । पफती सफके चहेयों ऩय, भुसकानों की भधु रड़डमाॉ । क. उऩमुक्त काव्माॊश के कवव का नाभ है - 1. डॉ. याभ गोऩार वभात 2. ववष्प्णु कववयत्न 3. नायामणरार ऩयभाय ख. ककस भहीने भें शीत ऋतु आती है | 1. क्वाय 2. कानततक 3. अगहन ग. ननभतर का सही अथत है- 1. अस्वस््म 2. स्वच्छ 3. जर घ. मुग्भ शब्द है - 1. जड़ा आता 2. हॉसी - खुशी 3. फॉटवाया ङ. जर धायाएॉ ककस भहीने भें साफ़ होती हैं - 1. ऩौष 2. क्वाय 3. भाघ ननम्नम्ररणखत काव्माॊश को ऩढ़कय ऩछेू गए प्रश्बनों के सही ववकल्ऩ चुनकय म्ररखें –

    इनतहास म्रसखाता हभें सभझाना, सभम म्रसखाता चरना । जीवन हभको म्रसखराता है, कबी न हदशा फदरना ।

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    सभम के दरयमा भें फहना, जीवन एक भकु्ता है । ककतना बी प्रमत्न कयो, ऩय सभम नहीॊ रुकता हे ।

    क. कववता औय कवव का नाभ म्ररखें?

    (i) फायहभासा, नायामण रार ऩयभाय (ii) सभम, डाॉ. याभगोऩार वभात (iii) झॊडा ऊॉ चा यहे हभाया, श्बमाभरार प्रसाद (iv) दोहे, यहीभ

    ख. कौन हभें चरना म्रसखाता है ? (i) सभम (ii) धन (iii) इनतहास (iv) जीवन

    ग. कौन हभें सही हदशा भें फढने की प्रेयणा देता है ? (i) जीवन (ii) धन (iii) इनतहास (iv) सभम

    घ. जीवन क्मा है ? (i) रक्ष्म (ii) धन (iii) भकु्ता (iv) सभम

    ङ. कौन ननयन्तय चरता ही यहाता है ? (i) हदशा (ii) धन (iii) भनषु्प्म (iv) सभम

    7) ननम्न म्ररणखत ग्माॊश को ऩढ़कय हदए गए प्रश्बनों के सही फैकजल्ऩकउत्तय म्ररखें - एवयेस्ट सॊसाय का सफसेऊॉ चा ऩवतत - म्रशखय है |मह सभुद्र से 8,846 भीटय (रगबग नौ कक.भी) ऊॉ चा है |इसके उत्तय भें नतब्ब्त है तथा दक्षऺण भें नेऩार | नतब्फती इसे ― चौभोरुॊगभा ‖ अथातत ― सॊसाय की भाता ― औय नेऩारी ―सगयभाथा ― के नाभ से ऩुकायत ेहैं | नेऩारी बाषा भें ― सगय ― का अथत ― फपत ― होता है | 1849 भें एक सवेऺण दर को ऩहरी फाय मह ऩता चरा कक मह सॊसाय का सवोच्च ऩवतत-म्रशखय है | उस सभम इसे ― म्रशखय- 15 ―नाभ हदमा गमा | फाद भें इसे ― एवयेस्ट ― कहा जाने रगा | इसे मह नाभ बायतीम सवे ववबाग के प्रभुख सय जाजत एवयेस्ट के सम्भान भें प्रदान ककमा गमा | सफसे ऩहरे 1921 भें बिहटश ऩवततायोहहमों के एक दर ने इस म्रशखय ऩय चढ़ने का प्रमास ककमा | ऩयॊतु दक्षऺण नतब्ब्त भें इन्हें अनेक कहठनाईमों का साभना कयना ऩड़ा |(क) सफसे ऊॉ चा को एक शब्द भैं कह्त ेहैं – 1. सवेऺण 2. सवोच्च 3.अऻान (ख) नेऩा री बाषा भें “सगय “ का अथत है – 1. म्रभट्टी 2. फपत 3. सभुद्र (ग) ‘ एवयेस्ट ‘ नाभ ककसके सम्भान भें हदमा गमा - 1. एडभॊड हहरेयी 2. सय जाजत एवयेस्ट 3. टेनजजॊग (घ) एवयेस्ट के दक्षऺण भें है - 1. बूटान 2. चीन 3. नेऩार (ड.) एवयेस्ट को` ‘ म्रशखय -15 ‘ नाभ कफ हदमा गमा –

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    1. 1949 2. 1849 3. 1749 . ननम्नम्ररणखत ग्माॊश को ऩढ़कय ऩछेू गए प्रश्बनों के उत्तय सही ववकल्ऩ चुनकय म्ररखें –

    1849 भें एक सवेऺण दर को ऩहरी फाय मह ऩता चरा कक सॊसाय का सफोच्च ऩवतत – म्रशखय है । उस सभम इसे ‘म्रशखय-15’ नाभ हदमा गमा । फाद भे इसे ‘एफयेस्ट’ कहा जाने रगा । इसे मह नाभ बायतीम सवे ववबाग के प्रभखु ‘सय जाजत एवयेस्ट के सम्भान भे प्रदान ककमा गमा । सफसे ऩहरे 1921 भें बिहटश ऩवततायोहहमों के एक दर ने इस म्रशखय ऩय चढने का प्रमास ककमा ।ऩयन्त ु्क्षऺण नतब्फत भें इन्हें अनेक कहठनाइमों का साभना कयना ऩडा । तीन भहीने तक सॊसाय के इस अऻात बाग की मात्रा कयने के फाद वे इॊग्रडै वाऩस रौट गए । क. ऩाठ तथा रेखक का नाभ म्ररणखए ?

    (i) ‘सभम औय डाॉ .याभगोऩार वभात (ii) एवयेस्ट की चुनौती औय भेजय हरयऩारम्रसॊह अहरवूाम्ररमा (iii) नाटक भें नाटक औय भॊगर सक्सेना (iv) फातनूी औय हरयशॊकय ऩयसाई

    ख. कफ सवेऺण दर को सॊसाय के सवोच्च ऩवतत म्रशखय का ऩता चरा? (i) 1849 (ii) 1847 (iii) 1848 (iv) 1846

    ग. 1849 को इस सफोच्च ऩवततम्रशखय को क्मा नाभ हदमा गमा ? (i) चौभोरॊगा (ii) सगयभाथा (iii) एवयेस्ठ (iv) म्रशखय-15

    घ. कव बिहटश ऩवततायोहहमों ने इस म्रशखय ऩय चढने का प्रमास ककमा ? (i) 1920 (ii) 1919 (iii) 1921 (iv) 1918

    ङ. बायतीम सवत ववबाग के ककस सदस्म के नाभ ऩय एवयेस्ट नाभ हदमा गमा ? (i) सय जाजत एवयेस्ट (ii) सय जन एवयेस्ट (iii)सय फी.ऩी. म्रस ॊह (iv) सय एडभॊड हहरेयी

    7. ननम्नम्ररणखत काव्माॊश को ऩढ़कय ऩछेू गए प्रश्बनों के सही ववकल्ऩ चुनकय 8) ननम्नम्ररणखत प्रश्बनों के उत्तय म्ररखें – 1) फच्च ेफाजाय भें ककस दकुान ऩय खड़ ेहोकय क्मा देख यहे थे औय क्मों ? 2) हैडभास्टय ने फच्चों को छुहट्टमाॊ ककस प्रकाय बफताने की सराह दी ? 3) याकेश ने स्वमॊ अम्रबनम क्मों नहीॊ ककमा ? 4) सभम कववता भें भोती ककसे कहा गमा है औय क्मों ? 5) सज्जजन ने याजू से म्ररफ़ाफ़ा क्मों भाॉगा ? 6) ननभतरा ने स्वमॊ को फचत ेदेख औय समार को अजगय का म्रशकाय कयत ेदेख क्मा सोचा ?

    7) देश की एकता फढ़ाने के म्ररए आऩ क्मा-क्मा कयेंगे ? 8)जीवन त्मोहाय फन जाता है , ऩय कैसे ? म्ररणखए । 9) समार ने अजगय से स्वमॊ को कैसे फचामा ? 10) क्मा कववता म्ररखने के म्ररए प्रनतबा का होना आवश्बमक है ? क्मों ? 11) खेरों से हभाये अॊदय कौन –कौन से गणु ववकम्रसत होत ेहैं ? इनकी क्मा उऩमोगगता है ?

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    12) तन्भम ने दकुानदाय का हाथ क्मों ऩकड यखा था ?

    13) रेखक को साॉस रेने भें कहठनाई क्मों होने रगी ?

    14) स्वाभीनाथन ने छठे प्रश्बन के उत्तय के फाये भें झूठ कहा औय क्मों ?

    15) ‘सभम’ कववता के भाध्मभ से कवव क्मा सॊदेश देना चाहत ेहै ?

    16) रेखक ने घय से फाहाय जाने का कौन सा यास्ता रेने का पैसरा ककमा औय क्मों ?

    17) साॉऩ दवाया ऩकड ेजाने ऩय ननभतरा को क्मा रगा ?

    18) बायतीम भहीनों के नाभ म्ररणखए ?

    ननम्न म्ररणखत प्रश्बनों के उत्तय एक मा दो वाक्म भें दीजजए - 1) ककस भहीने भें चायों ओय हरयमारी छा जाती है ? 2) गचत्रकाय औय शामय का अम्रबनम कौन कय यहे थे ? 3) . स्वाभीनाथन के म्रभत्रों का नाभ म्ररखें ? 4) एवयेस्ट की सफसे फड़ी फाधा क्मा थी ? 5) तन्भम ककस हदन औय कफ फाजाय जाने के म्ररए जज़द कय यहा था ? 6) स्वाभीनाथन ने दशभरव के सवारों को कयने भें ककतना सभम रगामा ?

    7) सोहन कौन –सी बमू्रभका ननबा यहा था ? 8) ककस भहीने भें तायों का ऩता नहीॊ चरता है ? 9) ककस भहीने भें ऩानी फफ़त जैसा रगता है ? 10) समार का गाॉव फयटाड ककस याज्जम भें है ? 11) याजभ को ककस ववषम से डय रग यहा था ? 12) नजान ूने ‘छड़ी’ का क्मा तकु फतामा ? 13) याभानजुन की प्रनतबा को ककसने ऩहचाना ? 14) यॊगो के कायण जीवन कैसा रगता है ?

    15) याकेश के साथी अम्रबनम के भाभरे भें कैसे थे ?

    16) साॉऩ ऩय हभरा ककसने औय कैसे ककमा?

    17) रेखक ने सज्जजन को क्मा काभ कयने के म्ररए कहा ?

    18) ‘सभम’ कववता के भाध्मभ से कवव क्मा सन्देश देना चाहत ेहै ?

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    19) रेखक को अऩने साथ ककसे औय क्मों रे जाना ऩडा ?

    10) ननम्नम्ररणखत प्रश्बनों के उत्तय ववस्ताय से म्ररखें - भहीनों की ऩहचान की तयह अऩनी ऩहचान फनाने के म्ररए क्मा कयना चाहहए ? (५) क्मा समार ने ननभतरा से म्रभत्रता ननबाई ? कैसे ?

    प्रकृनत सभम के अनसुाय चरती है, स्ऩष्प्ट कीजजए ?

    ‘हहरेयी की गचभनी’ रेखक के म्ररए गचॊन्ता का ववषम क्मों थी ?

    11) ननम्नम्ररणखत प्रश्बनों के उत्तय सही ववकल्ऩ चुनकय म्ररखें - 1) याकेश ने क्मा का ननदेशन ककमा ? (७ 1. कहानी 2. नाटक 3. गीत 2) ककसके वऩताजी ने नौ फजे तक सोने कहा ? 1.तन्भम 2. भोहन 3. स्वाभीनाथान 3) डॉ. याभगोऩार वभात ने ककस कववता को म्ररखा है ? 1. फायहभासा 2. सभम 3. झण्डा ऊॉ चा यहे हभाया 4) सज्जजन ने गचट्ठी रेटय फॉक्स भें डारने का वववयण ककतनी देय भें हदमा ? 1. एक घॊटा 2. आधा घॊटा 3. दो घॊटा 5) . समार ककस गाॉव की यहने वारी थी ? 1. फयटाड 2. भध्मप्रदेश 3. बायत 6) “ भैं अऩनी ककताफें चूल्हे भें डार दूॉगा, “ ककसने कहा ? 1.स्वाभीनाथन 2.भणण 3.शॊकय 7) तन्भम ने दादाजी से ककतना रू॰ भाॉगा ? 1. सौ 2. ऩचास 3.ऩच्चीस (8 ) चभगादड़ इनभें से ककसे कहा गमा है ? (क) गचत्रकाय को (ख) ननदेशक को (ग) शामय को (घ) सॊगीतकाय को (9 ) बफगड़ ेनाटक को अचानक ककसने सॉबार म्ररमा ?

    क. श्बमाभ ने ख. याकेश ने ग. भोहन ने घ. सोहन ने

    (10 ) वृऺ भनषु्प्म को क्मा - क्मा देत ेहैं ? क. आयाभ

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    ख. छामा ग. पर-पूर घ. ऊऩमुतक्त 11) यस की पुहाय कफ उड़ती है ?

    ङ. पागनु भें च. ऩसु भें छ. अगहन भें ज. भाघ भें

    12) कैं ऩ 4 के तॊफ ूएक ऩाॉत भें रगाए थे क्मोंकक –

    1. स्थानबाव था 2. फपत वऩघर यही थी 3. चौडा स्थान था 4. अॎयक्सीजन की कभी न रगे ।

    13) कौन सी बाषा का ऩेऩय ऩाॉच फजे तक चरने वारा था ?

    1. हहॊदी 2. तम्रभर 3. सॊस्कृत 4. भरमारभ

    14) साहनी भेड़डकर स्टोय से रेखक ने क्मा म्ररमा ?

    1. हटकट 2. म्ररपापा 3. ऩेन 4. कागज

    15) सज्जजन के चाचा के फड ेअच्छे दोस्त कौन थे ?

    1. डाककमा 2. याजू 3. डा. गपु्ता 4. नतवायी जी

    16) कौन से भहीने भे फच्चों की ककरकायी से घय – आॉगन गूॉजने रगता है ?

    1. कानत तक 2. फसैाख 3. चैत 4 . आषाढ क्क

    17) यॊगो के कायण जीवन कैसा रगता है ?

    1. अच्छा 2. अनोखा 3. त्मोहाय 4. प्माया

    18) सज्जजन ने गचटठी रेटय फाक्स भें डारने का वववयण ककतनी देय भें हदमा ?

    1. एक घॊटा 2. ऩॊद्रह म्रभनट 3. आधा घॊटा 4. चारीस म्रभनट

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