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1 वायाय मडल वायाय मडल वायाय मडल वायाय मडल सेल चमय मशन ट सेल चमय मशन ट सेल चमय मशन ट सेल चमय मशन ट मधना मधना मधना मधना, , , , कानपर कानपर कानपर कानपर

Swadhyayamandal

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DESCRIPTION

It was not possible for Gurrudev Swami Chinmayananda to stay at one place and guide the devotee. Accordingly the book "Swadhyaya Mandal" was written to guide the Sadhaks of Vedanta.

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Page 1: Swadhyayamandal

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वायाय मडलवायाय मडलवायाय मडलवायाय मडल

स13ल च13मय मशन टस13ल च13मय मशन टस13ल च13मय मशन टस13ल च13मय मशन ट

म13धनाम13धनाम13धनाम13धना कानपरकानपरकानपरकानपर

2

सकलसकलसकलसकलनननन

परम पय वामी शकरान13दपरम पय वामी शकरान13दपरम पय वामी शकरान13दपरम पय वामी शकरान13द

3

Our Motto To give the maximum happiness to the maximum number for

the maximum time is our religion

हमारा सा13तहमारा सा13तहमारा सा13तहमारा सा13त अधक स अधक लोगamp को अधक स अधक काल क लए अधक स अधक

सख )दान करना हमारा धम ह

Aims and Objects The aim of the mission is well expressed in the motto The objective of happiness to the maximum number emcompasses the whole human race This necessarily takes us beyond all sectarianism

and parochialism In other words we aim at the spiritual renaissance of the individuals as a unit of society country nation nay of the whole world

ल-य और उ01यल-य और उ01यल-य और उ01यल-य और उ01य मशन का ल-य हमार सा13त स प2 हो जाता ह अधक स अधक लोगamp को

सख दन का उ01य सम4 मानव जा5त तक 6या7 ह इसलए हम सभी मत -मता13तरamp

और भद-भावamp स पर ह दसर शltदamp म= हमारा ल-य समाज दश और राgt ह नह

सम4 ससार क अग वप 6यABयamp का आयािEमक उEथान करना ह

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वायाय मडल Gया हवायाय मडल Gया हवायाय मडल Gया हवायाय मडल Gया ह

वामी च13मयान13द जी क Iान यI सनन क बाद )ायः लोग पछत ह lsquoवामी

जी आप अगल बार कब आय=ग म अभी कछ और जानना चाहता ह Oक13त उसक

लए अब म कहा जाऊrsquo वामी जी क )वचन सनन क बाद अपन शाRamp म= Sच

उEप13न होती ह और )ब 6यAB अपनी आयािEमक शTा आग बढाना चाहत ह

वामी जी Iान का दप )वलत कर दत ह Oक13त साधक को अपना दपक 5नर13तर

जलाय रखना चाVहए वदा13त आEमोथान कW कला और 6यABEव Xवकास का XवIान ह

वह हाथamp-हाथ न Vदया जा सकता ह और न उस जYद पचाया जा सकता ह अ13य

XवIानamp कW भा5त इसका अययन भी धीर-धीर 5नर13तर लग रहन पर ह हो पाता ह

थोड स )वचन दकर वामी जी कवल यह बता सकत ह Oक हम अययन कस )ारZभ

कर= शष आप क ऊपर 5नभर करता ह वामी च13मयान13द न वदा13त क सा13तamp पर कई पाठय-पतक= लखी ह और भगव^ीता तथा उप5नषदamp पर XवIान और तकनीकW म= Sच रखन वाल आध5नक छा_amp

क लए Xवतत भा`य लख ह अपन अनभव कW दर aX2 स उ13हampन अययन का एक कायcम 5नधाdरत Oकया ह यह कवल बौXक Iान अिजत करन क लए ह नह ह

वरन जो लोग उसक अनसार जीवन िजय=ग व अधक कशल तथा सफल बन=ग और शाि13त और सख भी अधक मा_ा म= अनभव कर=ग वामी जी Xवh का iमण करत हए Oकसी एक थान पर एक या दो स7ाह स अधक नह ठहर सकत अतः उ13हampन

वायाय मडलamp क हत एक अययन कायcम बना Vदया ह वामी जी कW

अनपिथ5त म= साधक उसी क अनसार अपना अययन चला सकता ह वायाय मडल म= ऐसी )वचन कW 6यवथा नह होती िजसम= एक 6यAB

बोलता ह और अ13य लोग सनत ह उसक सभी सदय समान प स भाग लत ह

वायाय मडल म= िजस पतक का अययन चलता ह उसका कछ 5निlत भाग सभी सदय 6यABगत प स अययन करत ह व स7ाह म= एक Vदन डढ घट क लए

मलत ह और उ13हampन जो कछ अययन Oकया ह उस पर Xवचार -Xवमश करत ह उनम=

स वामी जी nारा एक मडल-सवक 5नयB कर Vदया जाता ह अथवा उ13ह क nारा

आपस म= चन लया जाता ह वह अ13य सदयamp का माग -दशन और सहायता करता ह उसक सशय 5नवo करता ह और इस बात का यान रखता ह Oक Xवचार -Xवमश एक

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5नधाdरत सीमा क अ13तगत ह हो वामी जी कW सZम5त ह Oक एक वायाय मडल

म= पाच स प13ह तक सदय हो सकत ह नय मडल बनान कW आव1यकता होन पर

परान मडल का कोई सदय चन लया जाता ह जो अपन को भल -भा5त 6यB कर

सकता ह और आयािEमक समयाओ को प2 प स जानता ह वह नय मडल का

सवक बना Vदया जाता ह वामी जी का Iान यI समा7 होन क तर13त बाद नय वायाय मडलamp कW थापना करना आव1यक होता ह

च13मय पाqयcम (लसन कोस) का सामVहक प स अययन करन क लए भी

वायाय मडल बनाय जात ह अययन करन वाल लोग सादप5न साधनालय पवई

पाक tाइव बZबई स सZब13ध रखत ह इस आuम कW थापना वामी जी nारा कW

गयी ह पाठक )vamp क उoर साधनालय भजत ह और वहा उनका सशोधन Oकया जाता

ह और उन पर Vटwपणी द जाती ह वायाय मडल म= िजन )vamp क उoर नह मलत

ह उनक समाधान क लए साधनालय को लखा जाता ह अनभव स दखा गया ह Oक

इस पाqयcम क nारा वायाय मडल )ारZभ हो जाता ह )ारZभ करन वाल छा_ को

इसक nारा वदा13त क मल सा13तamp का Iान 6यविथत और तकxय प म= हो जाता ह

इस Iान क आधार पर वह शाRamp का गहन अययन 6यABगत प स अथवा वायाय

मडलamp क nारा आग बढा सकता ह च13मय वायाय मडलamp का )ारZभ सन १९६३ म= बZबई स Oकया गया था

वहा तीन मडल थाXपत Oकय गय थ अब समत भारत क च13मय क13amp म= ह नह

वरन Xवदशamp म= भी वायाय मडल चल रह ह जहा वामी जी न यI Oकय थ इस

समय यरोप मय पव कनाडा और अमdरका क अनक नगरamp म= चल रह ह

वायाय मडल पर आवायाय मडल पर आवायाय मडल पर आवायाय मडल पर आपकपकपकपक सZभाXवत )v सZभाXवत )v सZभाXवत )v सZभाXवत )v

)v )v )v )v ---- वाया वाया वाया वायाय मडल म= कौन सिZमलत हो सकता हय मडल म= कौन सिZमलत हो सकता हय मडल म= कौन सिZमलत हो सकता हय मडल म= कौन सिZमलत हो सकता ह उoर उoर उoर उoर ---- कोई भी Rी अथवा पSष वायाय मडल का सदय बन सकता ह जो १६ वष

कW आय स अधक हो बौXक Tमता रखता हो और अपन Vद6य वप को खोजन कW

आकाTा रखता हो वह सख और शाि13त को अपना ज13म स अधकार मानन को

तयार हो

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)v )v )v )v ---- मर पास अधक समय नह ह म Gया क मर पास अधक समय नह ह म Gया क मर पास अधक समय नह ह म Gया क मर पास अधक समय नह ह म Gया क

उoर उoर उoर उoर ---- म यह Xवhास करन को तयार नह Oक आप अपन कYयाण क लए अपनी सख शाि13त क लए पर स7ाह म= ९० मनट भी नह 5नकाल सकत ह आपक पास

समय नह ह ऐसा आप इसलए कहत ह Oक आप नह जानत Oक आप Gया खो रह ह

हम वायाय मडलamp म= डाGटर इ13जी5नयर वकWल 6यापार और Xव~ाथयamp को आत

दखत ह य लोग अपन 6यवसाय म= अधक कशल और सफल स हय ह उ13हampन वदा13त का )ाचीन Iान जानकर आन13द और त57 पायी ह वह Iान आज भी 5नEय

नतन ह

)v )v )v )v ---- Gया सकत भाषा भी जानना आव1यक ह Gया सकत भाषा भी जानना आव1यक ह Gया सकत भाषा भी जानना आव1यक ह Gया सकत भाषा भी जानना आव1यक ह

उoर उoर उoर उoर ---- सकत जानना आव1यक नह ह Oक13त उसस अययन म= सXवधा होती ह

)v )v )v )v ---- Gया उसम= कछ शYक दना पडता ह Gया उसम= कछ शYक दना पडता ह Gया उसम= कछ शYक दना पडता ह Gया उसम= कछ शYक दना पडता ह उoर उoर उoर उoर ---- बYकल नह हम= वदा13त -Iान क )सार म= ह )स13नता मलती ह आपका

आगमन हमारा सौभाय होगा (च13मय डाक सवा पाqयcम क अ13तगत वायाय

मडल थाXपत करन पर )Eयक सदय को पाqयcम का शYक सादप5न भजना होता

ह वह चाह वत13_ प स अययन कर अथवा वायाय मडल म= सिZमलत हो उस

वह शYक दना होगा उस शYक का कोई सZब13ध वायाय मडल स नह ह )

)v )v )v )v ---- Gया म कछ समय बाद मडल का सवक बन सकता ह Gया म कछ समय बाद मडल का सवक बन सकता ह Gया म कछ समय बाद मडल का सवक बन सकता ह Gया म कछ समय बाद मडल का सवक बन सकता ह

उoर उoर उoर उoर ---- अव1य बन सकत हो अगर आप म= अAडग उEसाह ह नता ह आप Oकसी

महान उ01य क लए काम करन को तयार ह और आप म= ध5त ह तो आप 5नlय ह मडल-सवक बन सकत ह हम आपकW )तीTा कर रह ह

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च13मय वायाय मडल पर कछ अ13य )vच13मय वायाय मडल पर कछ अ13य )vच13मय वायाय मडल पर कछ अ13य )vच13मय वायाय मडल पर कछ अ13य )v

च13मय वायाय मडल Gया हच13मय वायाय मडल Gया हच13मय वायाय मडल Gया हच13मय वायाय मडल Gया ह

यह एक सा7ाVहक या पाTक ९० मनट कW बठक ह िजसम= 6यAB सौहादपण

वातावरण म= एक_ होकर भारत क वदा13त-दशन का अययन और पdरचचा करत ह

लगभग दस-प13ह सदयamp का एक मडल बनता ह वदा13त-दशन का अययन

6यविथत और Xवकास cम क साथ चलान क लए पाqयcम कW एक परखा तयार कW

गयी ह िजसम= सकत क Iान कW आव1यकता न ह होती

पाqयcम Gया हपाqयcम Gया हपाqयcम Gया हपाqयcम Gया ह

यह पाqयcम इस )कार बनाया गया ह िजसस वदा13त का अययन करन म=

)ारZभ स लकर )Eयक तर पर सगमता हो और हर बात प2 होती जाय यVद हम=

वदा13त म= बहत Sच हो और हम उसका वत13_ प स अययन करना चाह= तो हम

यह नह समझ पाय=ग Oक उसका अययन कहा स और कस )ारZभ Oकया जाय

कदाचत कोई उप5नष लकर हम पढन बठ गय तो उसम= सरल स लगन वाल शltदamp का

ताEपय न समझ सकन क कारण हम= उप5नष का भाव 4ा न होगा इस कVठनाई का

एकमा_ कारण यह ह Oक हम= वदा13त क मल सा13त Iात नह ह अतः इस पाqयcम म= कई पतक= रखी गयी ह उनका अययन cमशः Oकया जाता ह उनक

अययन स हमारा Iान cमशः Xवकसत होता ह और )Eयक तर पर भाव प2 होत

जात ह इस योजना क अ13तगत )Eयक पdरचचा म= Xवचारणीय Xवषय कW मा_ा भी

5नधाdरत कW गयी ह हम अ13त म= वायाय मडल का पाqयcम )तत कर=ग अययन क लए 5नधाdरत पतक= च13मय मशन क13amp पर मलती ह उ13ह= स13ल

च13मय मशन ट स भी मगाया जा सकता ह

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वायाय मडल कWवायाय मडल कWवायाय मडल कWवायाय मडल कW आव1यकता आव1यकता आव1यकता आव1यकता

दशन क अययन म= Xवशष Sच रखन पर भी यVद हम अपन आप अययन

करत ह तो हमार मन म= अनक )v उठ= ग उन )vamp कW अधकता होन पर हमार )ग5त

Sक जायगी वायाय मडल ह ऐसा थान ह जहा हमार शकाय= 5नवo हो सकती ह एक 6यAB कW बX कW अपTा दस -प13ह 6यABयamp कW बX लगाना अधक अछा ह

दस प13ह सदयamp nारा एक स7ाह समान पamp का अययन करन स उनक वायाय मडल म= एक_ होन पर उस Xवषय को समझना और पचाना सरल हो जाता ह य~Xप

वायाय मडल एक थान Xवशष ह जहा हम= वदा13त का मौखक Iान मलता ह

Oक13त दर -सबर वह Iान हमार जीवन म= उतरना ह और वह 5नEय)5त क 6यवहार म=

Vदखाई दता ह वायाय मडल क सदय जब अपन अनभवamp और Xवचारamp का आदान -

)दान करत ह तो उनक सशय घटन लगत ह वदा13त का अययन करन म= या उस

6यवहार म= उतारत समय जो भी शकाय= उEप13न हamp और वायाय मडलamp म= उनका

समाधान न मल तो वामी जी को प_ लख कर पछा जा सकता ह वायाय मडल कW सयोजनवायाय मडल कW सयोजनवायाय मडल कW सयोजनवायाय मडल कW सयोजन----XवधXवधXवधXवध

इसम= Sच रखन वाल लोगamp क नाम गीता Iान यI समा7 होन क बाद

गSदTणा कW बनायी गयी सची स छाट जा सकत ह उनक 5नवास थल या Oकसी

अ13य थान को वायाय मडल क हत काम म= लगाया जा सकता ह य~Xप एक ह

थान पर मडल कW बठक करना उचत ह Oक13त )Eयक सदय कW इछा क अनसार

उसक घर पर भी cम स बठक बलाई जा सकती ह थान 5नधाdरत हो जान पर पहल

बठक वछा स Oकसी Vदन Oकसी समय रखी जा सकती ह बठक )ारZभ होन पर

मडल सवक सभी सदयamp का एक दसर स पdरचय कराता ह पdरचय दत समय अपना

नाम और 6यवसाय ह बताना पया7 नह ह वरन उस यह भी बताना चाVहए Oक उसन

वदा13त का Oकतना अययन Oकया ह उसम= उस Sच कस आयी और अब उस Oकतनी

Sच ह इसक उपरा13त अययन क पाqयcम क महEव पर बल दना चाVहए और पहल

पतक क अययन )ारZभ करन का 5नlय करना चाVहए उसी समय वह पत क

सबको बाट दनी चाVहए उसी कW साथ व ोक भी लखा द= या छप हए द= िजनका

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उचारण अगल बठक म= Oकया जायगा )थम बठक म= जो लोग नह आ सक उ13ह=

अगल बठक कW सचना दना अ5नवाय ह वायाय मडल का सचालनवायाय मडल का सचालनवायाय मडल का सचालनवायाय मडल का सचालन

थान कW 6यवथा - वायाय मडल क लए कोई भी ऐसा थान हो सकता ह

िजसम= दस प13ह लोग भम पर आराम स बठ सक= मडल क सदयamp म= स ह कोई

6यAB अपना कमरा इस काय क लए वछा स द सकता ह वह थान पणतः वछ होना चाVहए धप बoी कW सहायता स वातावरण अधक उपयB बनाया जा सकता ह

एक म5त या च_ रख कर और उसक सामन जला दपक रख कर वातावरण गभीर बना लना चाVहए च_ ऐस थान पर रख= जहा स वह सबको Vदखाई द मडल-सवक उसी

च_ क 5नकट बठ nार क पास जत उतारन और उ13ह= करन स रखन का थान छोड द= कोट आVद उतार कर टागन का थान भी बनाया जा सकता ह

)थम बठक - सदयamp का पdरचय )ा7 करन क बाद मडल-सवक कोई ऐसा Vदन

और समय 5निlत कर ल= जो सभी सदयamp को सXवधाजनक हो य~Xप मडल कW बठक=

स7ाह म= एक बार रखी जाती ह Oक13त पdरिथ5त क अनसार व प13ह Vदन म= भी एक

बार रखी जा सकती ह )थम बठक म= वायाय मडल क महEव और उपयोगता पर

Xवचार Oकया जाता ह बठकamp म= सिZमलत होत समय उचत भावना पर 5ना और

5नयमतता कW आव1यकता होती ह उसी पर बल दना चाVहए पतक पढन कW Xवध नोट लखना और पdरचचा क लए तयार करना भी बताया जाता ह सबको पाqयcम

समझा Vदया जाता ह और )थम पतक lsquoजीवन-यो5तrsquo सबको Xवतdरत कर द जाती ह

(IानयI म= बcW क लए आयी पतकamp म= स लगभग १५ lsquoजीवन-यो5तrsquo पतक= बचा

रखना चाVहए अ13यथा वायाय मडल क लए पतक= मगान म ६-८ स7ाह लग

जाय=ग) मडल-सवक यह बात भल-भा5त समझा दता ह Oक पdरचचा )ारZभ करन स

पहल मन को शा13त कर लना चाVहए उठ कर जान स पहल भी मन को शा13त करना

आव1यक ह इसक लए नीच लखा म13_ )योग म= लाया जाता ह-

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ॐ ॐ ॐॐ ॐ ॐॐ ॐ ॐॐ ॐ ॐ ॐ सह नावबतॐ सह नावबतॐ सह नावबतॐ सह नावबत सह नौ भनBसह नौ भनBसह नौ भनBसह नौ भनB सह वीय करवावहसह वीय करवावहसह वीय करवावहसह वीय करवावह

तजिवनावधीतमत मा XवVnषावह तजिवनावधीतमत मा XवVnषावह तजिवनावधीतमत मा XवVnषावह तजिवनावधीतमत मा XवVnषावह ॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तःशाि13तःशाि13तःशाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः

lsquolsquoह परमाEमन आप हम दोनamp गS श`य कW साथ -साथ रTा कर= हम दोनamp का

साथ-साथ पालन कर= हम दोनamp साथ-साथ ह शAB )ा7 कर= हम दोनamp कW पढ हई Xव~ा तजोमयी हो और हम दोनamp परपर nष न कर=rsquorsquo

इसक उपरा13त सT7 भजन और कWतन भी वातावरण को )म और सावपण

बना सकत ह पdरचचा क समय अनशासन कW आव1यकता ह सदय को उसक लए तयार

होकर आना चाVहए बोलत समय एक-एक 6यAB cम स बोल Xवचारणीय Xवषय क

सभी ब13द cमब हamp उसी Xवषय पर अ13य 413थamp स उरण Vदय जा सकत ह Xवषय

स असZब बात= बोलन कW वीक5त न द जाय कछ )vamp पर सशय रह सकता ह उनक प2ीकरण क लए अगल बठक तक धय रखना चाVहए (पdरचचा क समय

टलफोन क 6यवधान स बचन क लए उस दर रखना चाVहए या उसका सZब13ध काट दना चाVहए) मडल-सवक अगल बार क लए अययन हत पतक का अश 5नधाdरत करगा

नीच लख शाि13त पाठ क साथ पdरचचा समा7 होती ह-

सव भव13त सखनः सवसव भव13त सखनः सवसव भव13त सखनः सवसव भव13त सखनः सव स13त 5नरामयः स13त 5नरामयः स13त 5नरामयः स13त 5नरामयः सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत

ॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तःशाि13तःशाि13तःशाि13तः शाि13तःशाि13तःशाि13तःशाि13तः

lsquolsquoसभी लोग सखी हamp सभी 5नरोग हamp सभी भता का दशन कर= Oकसी को दःख

न भोगना पडrsquorsquo

यVद कोई सदय अनपिथत रहा ह तो अगल बठक क पव उसस मलकर

थान आVद क पdरवतन कW सचना उस दनी चाVहए

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मडल क सदयamp क यVद कोई अ13य )v हamp तो उनका समचत उoर दना चाVहए यह बहत आव1यक ह Oक यह कायcम 5निlत समय स )ारZभ हो और 5निlत

समय पर ह समा7 हो िजसस सदयamp को Oकसी )कार कW अनाव1यक असXवधा न हो

अगल बठक= - थान और समय आVद क Xवषय म= पववत 6यवथा रखनी ह

शष कायcम इस )कार होगा-

(१) तीन बार ॐ का उचारण और शाि13त पाठ

(2) कछ मनट भजन और कWतन

(३) Xपछल स7ाह म= हई पdरचचा का सार वय मडल -सवक nारा अथवा उसक nारा

इगत Oकय गय Oकसी अ13य सदय nारा कह जान चाVहए (४) उस Vदन क Xवचारणीय Xवषय पर सभी सदय अपन Xवचार cमशः )तत कर=

एक क Xवचारamp का दसरा 6यAB खडन या मडन कर सकता ह (५) मडल-सवक समत Xवचारamp को 6यविथत कर और उस पण बनाव

(६) अगल बठक क लए कछ अश 5नधाdरत Oकया जाय

(७) सब सदयamp nारा शाि13त पाठ

(८) शाि13त और अनशासन क साथ थान छोडकर जाय= िजनक घर पर यह कायcम हो

व चाह तो कछ )साद Xवतरण कर सकत ह Oक13त यह सदा आव1यक नह ह उसका

Xवतरण पdरचचा समा7 होन क उपरा13त ह करना चाVहए

)v )v )v )v ---- Gया वायाय Gया वायाय Gया वायाय Gया वायाय----मडल धम पdरव5तत कर Vह13द बनान कW स-म Xवध मडल धम पdरव5तत कर Vह13द बनान कW स-म Xवध मडल धम पdरव5तत कर Vह13द बनान कW स-म Xवध मडल धम पdरव5तत कर Vह13द बनान कW स-म Xवध

हहहह उoर उoर उoर उoर ---- बYकल नह वदा13त सZ)दायवाद कदाXप नह ह ससार भर क वायाय मडलamp क सदयamp न दखा ह Oक वदा13त क अययन स 6यAB उEक2 बनता

ह वह Oकसी भी धम का हो इसस )योजन नह वदा13त धम पdरवतन चाहन वालamp कW खोज म= नह ह उसका उ01य 6यAB को अपन Xवषय म= अधक Iान दना और अपन

6यABEव को समि13वत बनाना ह यह Xवचार करन क लए )dरत करता ह और इसका

उपयोग Xवh म= सव_ ह अतः इसका उपयोग आEम-Xवकास क लए Oकया जाता ह धम पdरवतन क लए नह

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)v )v )v )v ---- Gया शाि13त Gया शाि13त Gया शाि13त Gया शाि13त----पाठ आVद सकत म= ह बोलन चाVहएपाठ आVद सकत म= ह बोलन चाVहएपाठ आVद सकत म= ह बोलन चाVहएपाठ आVद सकत म= ह बोलन चाVहए

उoर उoर उoर उoर ---- )ारZभ म= वदा13त-दशन सकत म= ह लखा गया था इसलए उसका पाठ सकत म= ह Oकया जाता ह सकत म= पाठ करन स हम= वह शा13त और गभीर वातावरण मल जाता ह िजसम= ऋXषयamp न हम= वह Iान Vदया था )ारZभ म= सकत का

उचारण करना कVठन लग सकता ह Oक13त अ13य लोगamp को सनन उनक साथ बोलन स और थोडा )यास वय करन स वह सगम हो जाता ह यVद कछ सदय अ13य धमावलZबी ह और उनकW भाषा भी भ13न ह तो पdरचचा क 5नधाdरत समय म= शाि13त-

पाठ Oकसी भी भाषा म= Oकया जा सकता ह )v )v )v )v ---- यVद म वायाय मडल क Oकसी यVद म वायाय मडल क Oकसी यVद म वायाय मडल क Oकसी यVद म वायाय मडल क Oकसी अ13य सदय को पस13द न क तो अ13य सदय को पस13द न क तो अ13य सदय को पस13द न क तो अ13य सदय को पस13द न क तो उoर उoर उoर उoर ---- राग-nष मन`य का वभाव ह वायाय मडल म= भी कछ ऐस सदय हो सकत ह िजनक साथ आप बठना पस13द न कर= वदा13त का Iान इतना मYयवान ह

Oक आपको अपनी Sच-अSच का याल न रख कर अययन करना चाVहए बठक क

समय Oकसी भी 6यAB क )5त अSच हो तो उस भी सहन करन का अयावस कर=

थोडी उदारता और सहनशीलता रख कर वायाय मडल म= वदा13त अययन करन का

लाभ उठा लना चाVहए

पतक अययन Xवधपतक अययन Xवधपतक अययन Xवधपतक अययन Xवध

वदा13त XवIान ह अतः उसका अययन 6यविथत प म= करना चाVहए )थम

पतक lsquoजीवन-यो5तrsquo स अययन )ारZभ करना चाVहए इस भी जYद-जYद न पढ= यह कोई उप13यास या हYकW-फYकW पतक नह ह इन पतकamp को पढ कर इनक ऊपर

वय Xवचार करना आव1यक ह इसीलए एक बार म ५ या १० प ह पढ पतक

धीर-धीर Xवचार करत हए पढ= और उसम= 5नXपत सा13तamp कW सEयता पर च13तन

कर= इस )कार पढन म= 2०-३० मनट लग सकत ह इनक पढन का समय )ातःकाल ना1ता करन क बाद उपयB होगा पतक पढन क बाद Vदन का काय )ारZभ कर= इसक पढन पर आफ मन म= अनक शकाय= उठ=गी कछ सा13त आपको तक हन एव अ6यावहाdरक लग सकत ह उन शकाओ को आप अपनी नोट-बक म= लख ल= यह नोट-बक इसी काय क लए अलग रख= अपनी शकाओ को प2 प म= 6यB कर= उ13ह=

लखन क बाद आप उ13ह= भल जाय= और पतक को 5नEय आग पढत रह=

13

अगल रXववार या Oकसी छी क Vदन जब खाल समय मल उस नोट-बक को

उठाकर अपनी परानी शकाओ को पढ= एक स7ाह म= आपन िजतनी शकाय= कW उन पर

Xवचार कर दख= Gया व अब भी अनodरत ह आपको यह दख कर आlय होगा अब बहत सी शकाय= 5नवo हो गयी ह एक स7ाह क अययन स आपका Iान बढा ह Oफर भी कछ )v ऐस हो सकत ह िजनका उoर आपको अभी नह मला ह उ13ह= अभी मत काट= सोमवार स अपन अययन का कायcम पनः आग बढाय= नई शकाय=

उEप13न हamp उ13ह= पनः लखत जाय= स7ाह क अ13त म= पववत उन )vamp पर Oफर Xवचार

कर= इस cम स अययन करत रहन पर पतक समा7 होन तक आप दख=ग Oक

आपको सभी )vamp का उoर मल गया ह यVद कदाचत कछ )v रह गय ह तो उनका समाधान अगल पतक म= मल जायगा अययन धीर-धीर करो कोई जYद नह ह आपक वत13_ च13तन कW

अEयधक आव1यकता ह Oकसी सा13त को बना Xवचार Oकय वीकार मत कर लो

उसकW सEयता पर Xवचार करो अपनी समझ म= आना बहत आव1यक ह तभी वदा13त

XवIान म= )वश होगा आप उसका Iान धारण कर सक= ग जीवन-यो5त पर पढ लन और उसकW पनरावXo कर लन क बा द वायाय

पाqयcम दख= और अगल पतक अययन क लए हाथ म= ल= पतकamp को cमानसार ह पढ और थोडा-थोडा करक धीर-धीर पढ= कल पाqयcम आधा घटा 5नEय पढ कर दो-तीन वष म= परा होगा )यास कर= आप इस कर सकत ह करना भी अव1य चाVहए

वावावावामी च13मयान13दमी च13मयान13दमी च13मयान13दमी च13मयान13द

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Study Group Programme

वायाय मडल का कायcमवायाय मडल का कायcमवायाय मडल का कायcमवायाय मडल का कायcम

1111---- Thrice Chanting of Om

तीन बार ॐ का दघ उचारण तीन बार ॐ का दघ उचारण तीन बार ॐ का दघ उचारण तीन बार ॐ का दघ उचारण 2222---- Peace Invocation

शाि13त पाठशाि13त पाठशाि13त पाठशाि13त पाठ

ॐ सह नाववत सह नौ भनB सह वीय करवावह तजिवनावधीतमत मा ॐ सह नाववत सह नौ भनB सह वीय करवावह तजिवनावधीतमत मा ॐ सह नाववत सह नौ भनB सह वीय करवावह तजिवनावधीतमत मा ॐ सह नाववत सह नौ भनB सह वीय करवावह तजिवनावधीतमत मा

XवVnषावहXवVnषावहXवVnषावहXवVnषावह

ॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः

ह परमाEमन आप हम गS -श`य दोनamp कW साथ-साथ सब )कार स रTा कर=

हम दोनamp का आप साथ-साथ समचत प स पालन -पोषण कर= हम दोनamp साथ-ह-साथ

सब )कार स बल )ा7 कर= हम दोनamp कW अययन कW हई Xव~ा तजपण हो - कह

परात न हamp और हम दोनamp जीवन भर परपर नह-स_ म= बध रह= हमार अ13दर परपर कभी nष न हो ह परमाEमन तीनamp तापamp कW 5नवXo हो

ॐ आwयाय13त ममाॐ आwयाय13त ममाॐ आwयाय13त ममाॐ आwयाय13त ममा गा5न वाक )ाणlTः uो_मथो बलमि13रयाण च सवाण गा5न वाक )ाणlTः uो_मथो बलमि13रयाण च सवाण गा5न वाक )ाणlTः uो_मथो बलमि13रयाण च सवाण गा5न वाक )ाणlTः uो_मथो बलमि13रयाण च सवाण

सव ौप5नषद माह 5नरासव ौप5नषद माह 5नरासव ौप5नषद माह 5नरासव ौप5नषद माह 5नराकया मामा 5नराकरोत अ5नराकरणमत अ5नराकरण कया मामा 5नराकरोत अ5नराकरणमत अ5नराकरण कया मामा 5नराकरोत अ5नराकरणमत अ5नराकरण कया मामा 5नराकरोत अ5नराकरणमत अ5नराकरण

मऽत तदाEम5न 5नरतय उप5नषEस धमात म5य स13त त म5य स13त मऽत तदाEम5न 5नरतय उप5नषEस धमात म5य स13त त म5य स13त मऽत तदाEम5न 5नरतय उप5नषEस धमात म5य स13त त म5य स13त मऽत तदाEम5न 5नरतय उप5नषEस धमात म5य स13त त म5य स13त ॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तः

ह परमाEमन मर सार अग वाणी न_ uो_ आVद सभी कमि13दया और

Iानि13रया )ाणसमह शारdरक और मानसक शAB तथा ओज - सब पX2 एव वX

को )ा7 हamp उप5नषदamp म= सवप का जो वप वणत ह उस म कभी अवीकार न क और वह भी मरा कभी पdरEयाग न कर मझ सदा अपनाय रGख मर साथ

का और क साथ मरा 5नEय सZब13ध बना रह उप5नषदamp म= िजन धम का

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)5तपादन Oकया गया ह व सार धम उप5नषदamp क एकमा_ ल-य पर परमाEमा म=

5नर13तर लग हए मझ साधक म= सदा )काशत रह= मझम= 5नEय 5नर13तर बन रह= और

मर _Xवध तापamp कW 5नवXo हो 3 Introspection The following questions are asked by Group Sewak Every body answers

mentally to himself - (1) How far am I maintaining Brahmacharya (2) Did I during this week live less passionately and less selfishly (3) Have I any bad feelings towards any member of my spiritual family -

the Chinmaya Mission (4) Am I progressing and proving to myself and others a better man a

more cheerful man each day (5) Did I meditate all the days of this week (6) How far have I developed in constant and repeated ISHWAR

SMARANA (7) Did I read every day atleast three pages of the scriptures

आEमआEमआEमआEम----5नरTण 5नरTण 5नरTण 5नरTण

मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= ---- १- म चय का पालन Oकतना करता ह

2- Gया म इस स7ाह कम उVnन और कम वाथ रहा ३- Gया च13मय मशन क अपन आयािEमक पdरवार क Oकसी सदय स मरा दभाव

ह ४- Gया म अपना Xवकास कर अ13य लोगamp क लए पहल स भला आदमी बन रहा ह और

सदा )स13न रहता ह

५- Gया म Xपछल स7ाह 5नEय यान साधना करता रहा

६- 5नर13तर ईhर मरण रखन म= मझ Oक तनी सफलता मल ह

७- Gया म 5नEय शाRamp क कम स कम तीन प पढता रहा ह

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५५५५ गSतो_मगSतो_मगSतो_मगSतो_म

अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः ११११ िजनकW कपा स सZपण चराचर जगत म= 6या7 परमाEमा का बोध हआ ह उन गSदव को

मरा )णाम ह अIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकयाअIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकयाअIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकयाअIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकया चTS13मीलत यन तम uीगरव नमःचTS13मीलत यन तम uीगरव नमःचTS13मीलत यन तम uीगरव नमःचTS13मीलत यन तम uीगरव नमः 2222

िज13हampन अIान अ13ध न_amp को Iान अजन कW शलाका स उ13मीलत कर Vदया ह उन

गSदव को मरा )णाम ह गSा गSXव णः गSगSा गSXव णः गSगSा गSXव णः गSगSा गSXव णः गS दवो महhरःदवो महhरःदवो महhरःदवो महhरः गSरव पर तम uीगरव नमः गSरव पर तम uीगरव नमः गSरव पर तम uीगरव नमः गSरव पर तम uीगरव नमः ३३३३

गS ह ा ह गS ह Xव`ण ह गS ह शकर (महhर) ह गS ह पर ह उन

गSदव को मरा )णाम ह थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम तEपद दशत यन तम uीतEपद दशत यन तम uीतEपद दशत यन तम uीतEपद दशत यन तम uीगरव नमः गरव नमः गरव नमः गरव नमः ४४४४ जड चतन व चर अचर म= जो तiexclव 6या7 ह उसका बोध िजनकW कपा स )ा7 हआ ह उन गSदव को मरा )णाम ह च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः ५५५५

17

सZपण चराचर जगत म= 6या7 परम चतना का दशन िजन गSदव कW कपा स सZभव हआ ह उन गSदव को मरा )णाम ह सवu5तशरोरcentXवरािजत सवu5तशरोरcentXवरािजत सवu5तशरोरcentXवरािजत सवu5तशरोरcentXवरािजत पपपपदाZबजःदाZबजःदाZबजःदाZबजः वदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमःवदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमःवदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमःवदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमः ६६६६ िजनक चरण कमलamp म= सभी u5त रcent Xवरािजत ह और िजनक सय सaश Iानालोक स

वदा13त कमल Xवकसत होता ह उन गSदव को मरा )णाम ह चत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनःचत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनःचत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनःचत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ७७७७

जो च13मय शाhत शा13त 6योमातीत 5नरजन और ब13द नाद तथा कलाओ स भी

पर ह उन गSदव को मरा )णाम ह IानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतःIानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतःIानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतःIानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतः भABमAB )दाता च तम uीगरव नमःभABमAB )दाता च तम uीगरव नमःभABमAB )दाता च तम uीगरव नमःभABमAB )दाता च तम uीगरव नमः ८८८८

जो Iान और शAB म= अविथत ह तथा तiexclव सा13त कW माला धारण Oकय ह जो भAB और मAB दन वाल ह उन गSदव को मरा )णाम ह अनक ज13म स)ा7 कमब13धअनक ज13म स)ा7 कमब13धअनक ज13म स)ा7 कमब13धअनक ज13म स)ा7 कमब13ध XवदाVहन XवदाVहन XवदाVहन XवदाVहन आEमIान )दानन तम uीगरव नमःआEमIान )दानन तम uीगरव नमःआEमIान )दानन तम uीगरव नमःआEमIान )दानन तम uीगरव नमः ९९९९ अनक ज13मamp स कमब13धनamp म= जकड )ाणी को जो आEमIान क nारा मB करा दन म=

समथ ह उन गSदव को मरा )णाम ह

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शोषण भवस13धोl Iापण सारसपदःशोषण भवस13धोl Iापण सारसपदःशोषण भवस13धोl Iापण सारसपदःशोषण भवस13धोl Iापण सारसपदः गरोः पादोदक सZयक तम uीगगरोः पादोदक सZयक तम uीगगरोः पादोदक सZयक तम uीगगरोः पादोदक सZयक तम uीग रवनमःरवनमःरवनमःरवनमः१०१०१०१० िजनक पादोदक क पश स ससार सागर सख जाता ह और परमतiexclव का बोध हो जाता ह उन गSदव को मरा )णाम ह न गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपःन गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपःन गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपःन गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपः तEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमःतEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमःतEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमःतEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमः ११११११११ गS स अधक उच कोई तiexclव नह ह और गS कW सवा स ऊचा कोई तप नह ह

तiexclवIान स u कोई Iान नह ह ऐस गSदव को मरा )णाम ह म13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSःम13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSःम13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSःम13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSः मदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमःमदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमःमदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमःमदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमः ११११2222

मर वामी ससार क वामी ह और मर आEमा सZपण )ाणयamp कW आEमा ह िजनकW

कपा स यह Iान )ा7 होता ह उन गSदव को मरा )णाम ह गSराVदरनाVदl गSः परमदवतमगSराVदरनाVदl गSः परमदवतमगSराVदरनाVदl गSः परमदवतमगSराVदरनाVदl गSः परमदवतम गरोः परतर नाित तम uीगरव नमःगरोः परतर नाित तम uीगरव नमःगरोः परतर नाित तम uीगरव नमःगरोः परतर नाित तम uीगरव नमः १३१३१३१३

गS अनाVद और अन13त ह गS ह परम दवता ह गS स u कछ भी नह ह अतः उन

गSदव को मरा )णाम ह

Eवमव माता च Xपता EवमवEवमव माता च Xपता EवमवEवमव माता च Xपता EवमवEवमव माता च Xपता Eवमव Eवमव ब13धlसखा EवमवEवमव ब13धlसखा EवमवEवमव ब13धlसखा EवमवEवमव ब13धlसखा Eवमव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव १४१४१४१४ ह गS दव तम ह मर माता हो Xपता हो भाई हो म_ हो Xव~ा हो और धन हो ह

दवताओ क दवता तZह म र लए सब कछ हो

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६६६६ गीता यानमगीता यानमगीता यानमगीता यानम

ॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयमॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयमॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयमॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयम 6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम ----

अZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीमअZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीमअZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीमअZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीम ११११ ह मा भगवत-गीत म तZहारा 5नर 13तर अनच13तन करता ह भगवान नारायण न

अजन क )5तबोध क लए तZहार रचना वय कW थी )ाचीन म5न 6यासदव न तZह=

महाभारत क मय थाXपत Oकया तZहार अठारह अयाय ह तम Vद6य हो तZहार nारा अnतामत कW वषा होती ह और तम ससार क बधनamp स मB करन वाल हो

नमोऽतत 6यास Xवशाल ब नमोऽतत 6यास Xवशाल ब नमोऽतत 6यास Xवशाल ब नमोऽतत 6यास Xवशाल ब ---- फYलारXव13दायतप_ न_ फYलारXव13दायतप_ न_ फYलारXव13दायतप_ न_ फYलारXव13दायतप_ न_ यन Eवया भारततलपणः यन Eवया भारततलपणः यन Eवया भारततलपणः यन Eवया भारततलपणः ----

)वालतो Iानमयः )दपः )वालतो Iानमयः )दपः )वालतो Iानमयः )दपः )वालतो Iानमयः )दपः 2222

ह 6यासदव तZह= मरा )णाम ह खल हए कमल कW पखडयamp क सaश तZहार Xवशाल न_ ह तZहा रा Iान महान ह तमन महाभारत -तल (सार) स भरकर Iान का

दपक )वलत Oकया ह

)प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय )प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय )प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय )प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय Iानमाय क`णाय गीतामतदIानमाय क`णाय गीतामतदIानमाय क`णाय गीतामतदIानमाय क`णाय गीतामतद ह नमः ह नमः ह नमः ह नमः ३३३३

म उन भगवान क`ण को )णाम करता ह जो एक हाथ म= लकVट और दसर म=

Iान-मा धा रण Oकय हए ह िज13हampन (उप5नषदamp स) गीतामत का दोहन Oकया ह और

िजनकW शरण म= जान वाल कW समत कामनाय= वस ह पण होती ह जस कYपवT स

20

सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत ४४४४

सZपण उप5नष गाय= ह गोपालन13दन उनक दोहन वाल ह अजन गोवEस ह गीता महान अमतमय दध ह और सधीजन उस दध का पान करन वाल ह

वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम ५५५५

म उन भगवान क`ण को )णाम करता ह जो वसदव क Vद6य प_ ह कस और

चाणर का वध करन वाल ह दवकW मा को परम आन13द )दान करन वाल ह और

समत ससार क गS ह

भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला ---- शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला अhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनाव 5त नी 5तनी 5तनी 5तनी ----

सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः ६६६६ भगवान क`ण nारा चालत गीता -Iान कW नौका म= बठकर पाडवamp न उस भयकर

रणनद को सहज पार कर लया िजसक भी`म और ोण तट थ जयथ िजसका जल

था गाधार नप नील -कमल थ िजसम= शYय जस 4ाह थ और कपाचाय िजसकW तीyen

धारा थ कण िजसकW उoाल तरग थ अhEथामा और Xवकण िजसक भयकर मगर थ

और दयpoundधन िजसकW भवर था

पाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम लोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदा

भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस ७७७७

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महाभारत का वह 5नमल कमल हम= कYयाणकार हो जो पाराशर क प_ 6यास क

वचन सरोवर म= उEप13न हआ जो गीता कW उEकट गध स पdरपण ह िजसक अनक

आयान कसर क समान ह जो भगवान क`ण कW मधर कथाओ स पdरपण ह सजन iमरamp क nारा िजसक रस का पान 5नर13तर Oकया जाता ह और जो कलयग क समत

दोषamp का शमन करन वाला ह

मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम ८८८८

िजनकW कपा स मक वाचा ल हो जात ह और पग लोग भी ऊ च पवतamp को पार कर

जात ह उन परमान13द भगवान क`ण कW हम व13दना करत ह

य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव ---- वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो ----

ययाययाययाययात न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः ९९९९

ा वSण इ13 S और मSण Vद6य तो_amp nारा िजसकW त5त करत ह

सामवद क गान वाल अग पद cम और उप5नषदamp क सVहत वदamp nारा िजसका गायन

करत ह योगीजन यान म= िथत तnत हय म न स िजसका दशन करत ह दवता और

असर गण (कोई भी) िजसक अ13त को नह जानत उस (परम पSष नारायण ) दव क

लए मरा नमकार ह ७७७७ गीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोक

8 The spiritual text ((((पाqय पतकपाqय पतकपाqय पतकपाqय पतक )))) It is to be taken stanza by stanza and commented upon by the Group Sewak

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9 Discussions ((((Xवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमय)))) The Group Sewak may act as a mediator 10 Meditation Let all members sit in their favourite pose with head erect and eyes closed The Group Sewak may chant a short Mantra lowering the pitch of voice by and by Everyone repeats the process mentally Then there is a silence Every body tries to live in that silence abandoning all sorts of ideas If any thought comes in mind one should try to become its witness (Sakshi) The whole process may take only 5 to 7 minutes

यानमयानमयानमयानम शा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरश

Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम ल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZय व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम

११११११११ यानषटकयानषटकयानषटकयानषटक मनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाह न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च 6योमभमन च 6योमभमन च 6योमभमन च 6योमभम न तजो न वायःन तजो न वायःन तजो न वायःन तजो न वायः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ११११

म न मन ह न बX ह न अहकार ह और न चo ह म न uो_ ह न िजcopyा

ह न नासका ह और न न_ ह न म आकाश ह न भम ह न अिन ह

और न वाय म चदान13द प शव ह शव ह

न च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपाय

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम 2222

23

न म )ाण ह और न पचवाय न म स7धात का शरर ह और न

पचकोश न म वाक पाण पाद उपथ और न गदा ह म चदान13दप

शव ह शव ह

न म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौ

न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ३३३३

न म राग ह और न nष न म लोभ ह और न मोह न म मद ह और

न मEसर म धम अथ काम मोT भी नह ह म चदान13दप शव ह शव ह न पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःख न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः अह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBा चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ४४४४

न म पय ह और न पाप न म सख ह और न दःख न म म13_ ह

और न तीथ न म वद ह न यI म भोजन भोय और भोBा भी नह ह म

चदान13दप शव ह शव ह

न मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदः Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म न ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ५५५५

24

न म मEय ह और न भय मझम= कोई जा5तभद भी नह ह न मर

माता ह और न Xपता मरा ज13म भी नह हआ ह न मरा कोई ब13ध ह न म_

न गS ह न श`य म चदान13दप शव ह शव ह

अह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपः

XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम न चान चान चान चासsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ६६६६

मर न कोई कYपना ह और न आकार म सव6यापी और इि13रयातीत

ह मरा न ब13धन ह और न मAB म Iय भी नह ह म चदान13दप शव ह शव ह

११११2222 uी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकम

6या7 जग6या7 जग6या7 जग6या7 जग~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत

5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ११११

अखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभावः परमाEमसEय वः परमाEमसEय वः परमाEमसEय वः परमाEमसEय

सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय 2222

म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः बोचबबोचबबोचबबोचब umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः

25

सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ३३३३

शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः

6यापी परण मो6यापी परण मो6यापी परण मो6यापी परण मोदमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ४४४४

अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च ग गभीग गभीग गभीग गभी र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ५५५५

तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म

Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न च13Eयमानम च13Eयमानम च13Eयमानम च13Eयमानम uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ६६६६

12 Pledge We stand as one family bound to each other with love and respect We serve as an army Courageous and disciplined ever-ready to fight against all low tendencies and false values within and without us We live honestly

the noble life of sacrifice and service producing more than what we consume and giving more than what we take

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We seek the Lords Grace to keep us on the path of virtue courage and wisdom May Thy Grace and Blessings flow through us to the world around us We believe that the service of our country is the service of Lord of Lords and devotion to the people is the devotion to the Supreme Self We know our responsibilities give us the ability and courage to fulfill them

OM TAT SAT

च13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIा हमार िथ5त ह एक पdरवार क समान )म और सZमान स परपर आब हम सवा-रत ह एक सना क समान- साहसी और अनशासत - कVटब ह सघष करन को 5नZन वXo यamp और थोथ आदश क XवS िजनका जाल ह हमार अ13दर और बाहर सव_ हम जीत ह ईमानदार स Eयाग और सवा का उच जीवन उEप13न करत ह उपभोग स अधक लत ह िजतना दत ह कह अधक हम बन ह आकाTी )भ कW कपा क जो चलाव= हम= गण साहस और Iान क माग पर

आप कW कपा और आशीष ह )भो हमार मायम स बह

27

Xवh म= चारamp ओर हमारा Xवhास ह Oक वदश सवा ह परमhर कW सवा ह और जनता कW भAB ह परमाEमा कW भAB ह हम समझत ह अपना दा5यEव दो योयता और साहस Oक हम परा कर= उस ॐ तEसत

13 Arati Arati is to be performed preferably by the wife of Group Sewak or by the

Group Sewak himself A few flowers and burning camphor placed in a tray are waved before the picture of the Lord and the following Mantras are chanted by all the members present -

न त_ सयpound भा5त न चतारक नमा Xव~तो भा5त कतोऽयमि13गः तमव भा13तम अनभा5त सव तय भासा सवमदXवभा5त ॐ सवषा वितभवत सवषा शाि13तभवत सवषा पण भवत सवषा मsectगल भवत ॐ सव भव13त सखनः सवस13त 5नरामयः सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत असतो मा स^मय तमसो मा यो5तगमय मEयोमाममत गमय ॐ पणमदः पणमद पणात पणमदयत पणय पणमादाय पणमवावश`यत ॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तः

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भज गोXव13दमभज गोXव13दमभज गोXव13दमभज गोXव13दम

भज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13द गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत स)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत काल न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण ११११

र मढ मन गोXव13द कW खोज कर गोXव13द का भजन कर और गोXव13द का ह

यान कर अि13तम समय आन पर 6याकरण क 5नयम तर रTा न कर सक= ग मढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णा कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम यYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाo Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम 2222

र मढ धन स4ह कW त`णा छोड द मन म= वराय लाकर सत तiexclव का

च13तन कर अपन कम फल क अनसार जो धन )ा7 हो उसी स अपन म न को स13त2

कर नारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदश a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम एत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकार मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम ३३३३ स13दर Rी क नाभदश को दखकर मोह म= मत पड यह कवल मास और मजा

का Xवकार ह अपन मन म= इस बात का बार-बार Xवचार कर नलनीदलगतनलनीदलगतनलनीदलगतनलनीदलगत जलम5ततरल जलम5ततरल जलम5ततरल जलम5ततरल तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम XवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4त लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम ४४४४

29

कमल-दल क ऊपर जल कW बद अEय13त अिथर होती ह जीवन भी इसी )कार

अिथर ह इस बात को अछmacr तरह समझ ल Oक सारा ससार 6याध अभमान शोक आVद स 4सत ह

यावVnयावVnयावVnयावVnoोपाजन सBःoोपाजन सBःoोपाजन सBःoोपाजन सBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः पlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह ५५५५

जब तक धनोपाजन कW शAB ह तभी तक तZहार पdरवार क लोग तम स )म

रखत ह वावथा म= शरर जजर हो जान पर तZहार बात कोई न पछगा यावEपवनोयावEपवनोयावEपवनोयावEपवनो 5नवस5त दह 5नवस5त दह 5नवस5त दह 5नवस5त दह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह गतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापाय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय ६६६६ जब तक शरर म= )ाण ह तब तक घर म= तZहार कशल पछmacr जाती ह )ाण

5नकलन पर उसी शरर स पcentी तक भयभीत होन लगती ह बालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBः तSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBः वताविच13तासBःवताविच13तासBःवताविच13तासBःवताविच13तासBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः ७७७७

बचपन म= खलamp म= आसAB रहती ह यवावथा म= तSणी स मोह रहता ह और

वावथा म= च13ताय= आ घरती ह Oक13त पर परमाEमा स Oकसी को )म नह ह का त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ः सससससारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः

30

कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः ८८८८

कौन तZहार पcentी ह कौन तZहारा प_ ह वततः ससार बडा Xवच_ ह तम

Oकस क हो कहा स आय हो ह भाई कभी इस बात का भी Xवचार करो

सEससEससEससEसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEवगEवगEवगEव 5नस5नस5नस5नसगEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम 5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः ९९९९

सEसग स अनासAB )ा7 होती ह अनासAB स मोह क ब13धन टटत ह मोह टटन पर शाhत तiexclव कW )ा57 होती ह और शाhत तiexclव पान पर जीवन -मAB का लाभ

)ा7 होता ह वयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः Tीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारो Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः १०१०१०१०

जस यवावथा बीतन पर काम -Xवकार न2 हो जाता ह और जल सख जान पर

तालाब नह रह जाता ह वस ह धन न2 होन पर पdरवार नह रह जाता और तiexclव-बोध

होन पर ससार नह रह जाता ह मा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगव हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम मायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा ११११११११

31

धन जन और यौवन क लए अभमान न करना चाVहए काल इन सब को Tण मा_ म=

न2 कर दता ह इन सब को माया का iम समझो और शीordf ह साTाEकार )ा7

करो Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः कालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः ११११2222

Vदन और रात )ातः और साय सय और गम बार -बार आत ह और चल जात

ह काल कW इस cWडा क साथ आय भी बीतती जा रह ह Oफर भी आशाओ कW आधी

स कोई नह बचता का त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता _जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका १३१३१३१३

र iाि13त म= पड मढ Rी धन आVद कW च13ता Gयamp Oकया करता ह Gया तर

ऊपर शासन करन वाला कोई नह ह तीनamp लोकamp म= कवल सEसग ह वह नौका ह जो

ज13म-मरण क सागर स तझ पार कर सकती ह जVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः प1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढो दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः १४१४१४१४

जटाधार बाल मडाय एक-एक कर सर क सब बाल खचवाय और काषायवR

धारण Oकय हए नाना वषधार स13यासी ह व आखamp स दखत हए भी अध ह व मढ

नाना )कार क वष कवल पट भरन क लए धारण करत ह

32

अsectगअsectगअsectगअsectग गलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मड दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम वो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दड तदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEया शाXपडम शाXपडम शाXपडम शाXपडम १५१५१५१५

वावथा म= शरर जजर हो गया ह सर क बाल सफद हो गय ह दात गर

गय ह छडी क सहार चलना पडता ह अथात मEय 5नकट आ गई ह Oक13त आशाओ का

ब13धन अब भी नह टटा अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः करतल करतल करतल करतल भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः १६१६१६१६

आग अिन पीछ सय और रा_ म= घटनamp म= ठो ढ लगाय रहन वाल तथा हाथ पसार

कर भीख मागन वाल और पड क नीच सोन वाल भी आशा क ब13धनamp स मB नह ह कSत गsectगकSत गsectगकSत गsectगकSत गsectग सागरगमनसागरगमनसागरगमनसागरगमन yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम IानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन १७१७१७१७

कोई भल ह गगासागर आVद तीथdeg का सवन कर yenत रख अथवा दान कर

Oक13त अIानी 6यAB सकडamp ज13मamp म= भी मAB नह )ा7 कर सकता ह यह तplusmnय सभी लोग वीकार करत ह

सरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासः शsup2याशsup2याशsup2याशsup2या भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः सवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः १८१८१८१८

33

जो लोग दवताओ क मि13दर और पडamp क नीच 5नवास करत ह बना बछौन क

जमीन पर लटत ह मगछाला पहनत ह और इस )कार सभी भोगamp का Eयाग कर दत ह

उन XवरB लोगamp को कौन सा सख )ा 7 नह ह

योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा सsectगसsectगसsectगसsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगXवहनः Xवहनः Xवहनः Xवहनः यय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चo न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव १९१९१९१९

चाह कोई योग का अयास करता हो या भोगamp म= पडा रहता हो चाह अनक लोगamp क

साथ रहता हो या अकला िजसका चo -च13तन म= मन ह वातव म= वह सखी ह

भगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीता गगगगगागागागाजल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता सकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा 2222००००

जो भगवदगीता का थोडा भी अययन करता ह गगा जल कW एक बद भी पान

करता ह और भAB-भाव स भगवान का मरण करता ह उसकW चचा यमराज भी नह

करत ह पनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरण पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम इह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार 2222११११

बार-बार ज13मना बार-बार मरना और बार-बार मा क पट म= पहचना बडा

क2कारक ह इस दःखमय ससार स पार होना बडा कVठन ह ह भगवन अपनी अपार

कपा स मरा 5नतार करो

34

रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः योगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoो रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव 22222222

जो योगी चीथड बीन कर कथर बनात और पहनत ह पय और पाप क माग को छोड

कर चलत ह िजनका चo योगायास स सयमत ह व ईhर भाव म= 5नमन रहन वाल बालकamp या उ13मo लोगamp कW तरह 5नn13n रहत ह

कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः इ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसार Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम 2222३३३३

तम कौन हो म कौन ह म कहा स आया ह कौन मर माता ह कौन मरा

Xपता ह इन )vamp पर Xवचार करो और इस असार ससार को वwन मा_ समझ कर

छोड दो Eव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः भव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eव वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम 2222४४४४

तम म= मझ म= और सभी थानamp म= क वल एक सव6यापी भगवान ह असVह`ण होकर

तम 6यथ ह मर ऊपर cोध करत हो यVद तम चाहत हो Oक तZह= ईhर )ा7 हो जाय तो तम सदा समभाव रहो

श_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ सविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमान

35

सव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIा नम नम नम नम 2222५५५५

दसर लोगamp स लडन म= अथवा उनस म_ता करन म= अपनी शAB का अप6यय न

करो अपन ब13ध-बा13धवamp स राग-nष मत रखो सव_ अपन ह वप को दखो भद बX का Eयाग करो और अIान स छटकारा पाओ

काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह EयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1य5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम आEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः 2222६६६६

काम cोध लोभ और मोह को छोडकर Iानी सव_ आEमवप ह दखता ह

वह समझता ह Oक म वह ह Oक13त आEमIान रVहत मढ लोग अIान क कारण नक कW वदनाय= सहन करत ह

गय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहsup3sup3sup3sup3 यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म नय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चo दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम 2222७७७७

भगवत-गीता और Xव`ण क सहsup3 नाम गान चाVहए भगवान Xव`ण क वप का

5नर13तर यान करना चाVहए सदा सEसग म= चo लगाना चाVहए और दन लोगamp को

दान दना चाVहए सखतः सखतः सखतः सखतः Ocयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः य~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरण तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम 2222८८८८

36

पहल तो लोग सख क लए Rी भोग म= ल7 रहत ह और बाद म= शारdरक रोगamp का शकार होना पडता ह य~Xप इस ससार म= अ13ततोगEवा मEय म= ह शरण मलती

ह Oफर भी लोग पापाचरण नह छोडत

अथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEय नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम प_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः 2222९९९९

लोगamp कW अनथकार धन म= ह सदा Sच बनी रहती ह सEयता यह ह Oक उसम=

Oकि13चत मा_ भी सख नह ह धनी लोगamp को अप न प_ स भी भय रहता ह धन का

सव_ यह हाल दखा जाता ह )ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम जाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधान कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम ३०३०३०३०

बडी सावधानीपवक पहल )ाणायाम का अयास करो मन को सब ओर स

हटाकर अ13तमखी बनाओ 5नEय और अ5नEय वतओ क बीच Xववकपवक Xवचार करो

और Oफर जप करत हए समाध का अयास करो गSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः सि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादव -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम ३१३१३१३१ ह गS क चरणamp म= भABभाव रखन वालamp तम शीordf ह स सार-सागर स पार हो

जाओग तमन इि13 यamp को और मन को वश म= Oकया ह तम अपन acuteदय म= शीordf ह

भगवान का साTाEकार करोग

37

आयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अग १ १ १ १ ---- वथ शरर वथ शरर वथ शरर वथ शरर ((((अअअअ) ) ) ) सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन ---- बना वथ शरर क कोई भी लौOकक या पारलौOकक

काय करना सZभव ह नह ह इसक लए श और सािiexclवक आहार आव1यक ह

मच इमल wयाज लहसन खटाई तल मसाल हग आVद Eयाय ह बहत अधक न खाना चाVहए मताहार रोगamp स बचाता ह यान रखो भोजन वाद क

लए नह वाplusmnय क लए ह एकादशी आVद Oकसी Vदन उपवास भी कई aX2 स

उपयोगी ह ((((बबबब) ) ) ) 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम ---- वथ शरर क लए 5नEय 6यायाम भी आव1यक ह

इसक लए )ातःकाल कछ शारdरक uम करना चाVहए बगीच म= काम टहलना

तरना आसनamp का अयास आVद कछ 6यायाम ह आसन और )ाणायाम साधना

म= अधक सहायक ह ((((सससस)))) वछता वछता वछता वछता ---- वथ वाय का सवन 5नEय नान साफ कपड और रहन क

थान कW सफाई शरर को वथ और चo को )स13न रखती ह

2 2 2 2 ---- वथ मनवथ मनवथ मनवथ मन

((((अअअअ) ) ) ) वायाय वायाय वायाय वायाय ---- जस वथ शरर क लए 5नEय श और पौX2क भोजन कW

आव1यकता ह वस ह वथ मन क लए स-413थamp का 5नEय अवलोकन आव1यक ह अ13यथा मन दबल हो जाता ह और उस मानस रोग घरन लगत ह

दिl13ताय= चडचडाहट 6य4ता भय nष आVद मानसक रोगamp क लTण ह

गीता रामायण भागवत उप5नष योगवास बाइबल ज13दावता करान

_Xपटक 413थसाVहब आVद म= स Oकसी 413थ का अययन करना चाVहए

((((बबबब) ) ) ) स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त ---- य दोनamp वथ मन क लTण ह Xववक और वराय

क 6यायाम स स13तोष और शाि13त बढती ह वथ शरर और वथ मन स

आEमबल बढता ह इसी बल स आयािEमक सफलताय= )ा7 कW जाती ह ((((सससस) ) ) ) सससस----Xवचार Xवचार Xवचार Xवचार ---- स-Xवचार जीवन को सह Vदशा म= ल जात ह अस Xवचारamp

स मन`य का पतन होता ह सEसग और सuml413थamp क अवलोकन स स -Xवचार

38

aढ होत ह कसग और कच2ाय= छोडकर सEसग का आuय लो ससार म= िजतन भी महापSष हए ह और उ13हampन जब जो कछ पाया ह वह सEसग क कारण ह ३ ३ ३ ३ ---- न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो

जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए ---- ((((अअअअ) ) ) ) चय और सEय चय और सEय चय और सEय चय और सEय ---- वीय कW रTा बडी सावधानी स करनी चाVहए शरर

तर पर वीय ह ईhर ह जीवन कW यह एक बहत बडी Xवभ5त ह यह जीवन Xवचार और बX का सार ह सचत वीय ओज म= पdरव5तत होता ह और ओज आEमशAB म= हर कWमत पर सEय मधर और मत भाषण का अयास करना चाVहए

मplusmnया भाषण दबलता भय और अIान का पdरणाम ह 5नEय एक-दो घट का

मौन रहना चाVहए उस समय सकतamp का )योग भी न करना चाVहए ((((बबबब) ) ) ) सससस----गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास ---- 5नयम कW पाब13द समय का उपयोग मधर भाषण

उदारता कSणा नह स-पSषamp का आदर सहनशीलता Tमा धय स13तोष 5नरभमानता आVद स-गण ह यVद य ग ण सहज ह )ा7 न हamp तो अयास क

nारा )ा7 Oकय जा सकत ह सब गणamp का एक साथ अयास नह हो सकता Oक13त एक गण क आत ह उसक सहयोगी अनक गण वय आन लगत ह Oकसी एक गण का अयास करन का सकYप करो और 5नEय सोन क पहल

अपनी सफलताओ-असफलताओ पर Xवचार करो कछ समय म= वह अयास आदत बन जायगा और आदत वभाव ((((सससस) ) ) ) दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग ---- )ायः लोग कसग क कारण दगणamp म= पड जात ह

आयािEमक T_ म= जYद सफल होन क लए दगणamp को शीordfा5तशीordf छोडना

होगा म~पान आलय मासभTण cरता कठोरता कVटलता छल )पच

पर5न13दा लोभ पdर4ह आVद अनक दगण ह यVद साधक म= ऐस कोई दगण ह

तो उ13ह= एक-एक कर छोडन का )यcent करना चाVहए दगण बड हठmacr होत ह

इनक Eयागन क लए सकYप करना पडता ह यVद एक दगण छोडन म= सफलता

मल तो आEम-Xवhास बढ जाता ह और दसर दगण छोडना सरल हो जाता ह ((((दददद) ) ) ) सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका ---- आज क आथक यग म= धन सचय कW हवस बढ रह

ह इसक लए बईमानी और छल-)पच का सहारा लया जा रहा ह कारण कवल

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यह ह Oक हमार आव1यकताय= बढ गई ह श आजी Xवका क लए आव1यक ह

Oक आव1यकताय= घटाई जाय= uम और ईमानदार स कमाया हआ धन मन`य

कW आव1यक आव1यकताय= पर कर सकता ह आलसी और दबल 6यAB ह आसानी स )ा7 होन वाल धन कW इछा करत ह यVद आपकW बX और शरर

शABसZप13न ह तो आप पराय पस को Xव2ा क समान समझ=ग सबल बनो और

uम स धन कमा कर स13तोष का जीवन बताओ ४ ४ ४ ४ ---- आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम उपयB तplusmnय आयािEमक साधना कW भमका तयार करन क लए ह उ13ह=

साधना का परोT अग कह सकत ह आसन यथाथ साधना कW पहल सीढ ह

कछ आसन तो 6या याम कW aX2 स उपयोगी होत ह िजनका उYलख ऊपर Oकया

जा चका ह कछ आसन यान क लए बताय गय ह पझ स और सख

आसन म= स कोई एक अपनी सXवधा और Sच क अनसार चन लना चाVहए

उoर या पव Vदशा कW ओर मख करक उस आसन पर लगभग तीन घट अXवचल

बठन का )यास करना चाVहए उसी आसन पर यान और जप करना होगा

इसक लए थान और समय 5निlत होना चाVहए इस काय क लए एक अलग

कमरा ताल स ब13द रखना चाVहए )ातःकाल ४ बज उठ कर शौचाVद स 5नवo और पXव_ होकर आसन )ाणायाम और यान करना चाVहए आसन पर बठत ह कम स कम बीस बार )ाणायाम करना चाVहए अपन इ2दव क यान क लए कछ ोक याद कर लो )ाणायाम क बाद उनका पाठ करक भगवान का च13तन करना चाVहए ५ ५ ५ ५ ---- )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा भगवान का यान करत ह वा ससार स मन को हटा कर अ13तमखी कर लना चाVहए यह )Eयाहार ह जप इसम= सहायक होगा ॐ या ॐ नमो नारायणाय आVद Oकसी म13_ का जप

)ारZभ कर दना चाVहए १०८ म13_ कW एक माला होती ह एक या तीन माला

म13_ जपना चाVहए अधक भी हो सकता ह म13_-जाप करत ह मन भगवान क

सामन जा पहचता ह भगवान का 5नर13तर च13तन ह धारणा ह

40

जप-माला भी उपयोगी ह SाT या तलसी कW माला रखना चाVहए जप क

अ5तdरB उस गल म= पहना जा सकता ह जब म= रखा जा सकता ह और सोत

समय तOकया क नीच भी डाल सकत ह Oक13त माला सदा साथ रखनी चाVहए ६ ६ ६ ६ ---- यान यान यान यान एक 5निlत आसन पर बठकर अपन इ2दव का तल धारावत च13तन ह यान

ह शरर-मन-बX क nारा भगवान क 5नकट पह च उ13ह= पीछ छोड दना समाध

ह यान क अयास कW सफलता समाध क लाभ म= 5नVहत ह समाध म= परम तoव का अपरोT अनभव होता ह याता और यय एक हो

जात ह समाध ह तरयावथा और जीव13मAB ह यह योगी कW पणावथा ह ७ ७ ७ ७ ---- 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा आयािEमक साधना कवल यान क कमर तक ह सीमत नह ह यह तो

सम4-कालक साधना ह Vह13द धम का यह एक बडा अभशाप ह Oक हम कवल

कछ बातamp को पXव_ और धामक मान बठ ह शष 6यावहाdरक जीवन धम और

आयािEमक स पर समझ लया गया ह यह बडी भल ह साधक को अपना सम4 जीवन साधनामय बनाना होता ह भगवान कW शरणाग5त का भाव 5नर13तर रहना चाVहए सारा जीवन उ13ह कW

सवा ह उ13ह कW )रणा स हर काय हो रहा ह आयािEमक साधना कW सार

सफलता उ13ह क हाथ म= ह )ाणीमा_ स )म-भाव रखना भगवान क )म का 6यावहाdरक प ह भगवान क

भBamp को सभी लोग X)य Vदखाई दत ह दसर क दोषamp को दखन क बजाय अपन

दोष दखना और उ13ह= दर करना भगवत सवा का u माग ह दनamp को दान दना रोगयamp कW सवा करना 5नरTरamp को पढाना पीडतamp कW

सहायता करना मोहा13ध भटकत लोगamp को राह Vदखाना आयािEमक साधना का

अि13तम Oक13त महEवपण अग ह कमयोग क अ13तगत इसकW मVहमा क गण गाय गय ह यVद साधना क उपयB 5नदशamp का aढतापवक पालन Oकया जाय तो जीवन म=

5नlय ह सफलता सख और मAB का लाभ होगा सभी स13त -उपदशamp का सार

यह ह

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इस Vदशा म= सतत अ4सर रहन क लए स13तamp महाEमाओ का माग-दशन लत

रहना आव1यक ह वतमान काल म= पय वा मी च13मयान13द जी क अनया5ययamp

nारा थाXपत सथा lsquoच13मय मशनrsquo आपकW सहायता क लए सदा उपलltध ह

पाqयcमपाqयcमपाqयcमपाqयcम

नननन0 पतकपतकपतकपतक )थम)थम)थम)थम बारबारबारबार

)5तVदन)5तVदन)5तVदन)5तVदन

1 जीवनजीवनजीवनजीवन यो5तयो5तयो5तयो5त 10 पपपप

2 आEमआEमआEमआEम XवकासXवकासXवकासXवकास कWकWकWकW 5नदशका5नदशका5नदशका5नदशका 10 पपपप

3 भजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दम 4 ोकोकोकोक

4 तiexclवतiexclवतiexclवतiexclव बोधबोधबोधबोध 4 पपपप

5 आEमआEमआEमआEमबोधबोधबोधबोध 3 ोकोकोकोक

6 प_प_प_प_ nाराnाराnाराnारा वदा13तवदा13तवदा13तवदा13त 10 पपपप

7 मानवमानवमानवमानव 5नमाण5नमाण5नमाण5नमाण कलाकलाकलाकला 12 पपपप

8 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण 4 ोकोकोकोक

9 यानयानयानयान औरऔरऔरऔर जीवनजीवनजीवनजीवन 1 अयायअयायअयायअयाय

10 नारदनारदनारदनारद भABभABभABभAB स_स_स_स_ 5 स_स_स_स_

11 गीतागीतागीतागीता कWकWकWकW भमकाभमकाभमकाभमका 10 पपपप

12 अव1यअव1यअव1यअव1य कर=कर=कर=कर= 10 पपपप

13 साधनासाधनासाधनासाधना पचकमपचकमपचकमपचकम 1 ोकोकोकोक

14 कनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषद 2 म_म_म_म_

15 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1-2-3 3 सससस 5 ोकोकोकोक

16 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (201 सससस 300 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

17 कठोप5नषकठोप5नषकठोप5नषकठोप5नष 2 म_म_म_म_

18 दTणाम5तदTणाम5तदTणाम5तदTणाम5त तो_मतो_मतो_मतो_म 2 म_म_म_म_

19 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 4-5-6 3 सससस 5 ोकोकोकोक

20 उपदशउपदशउपदशउपदश सारसारसारसार 2 ोकोकोकोक

42

21 ईशावायईशावायईशावायईशावाय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 3 म_म_म_म_

22 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 7-8-9 3 सससस 5 ोोोोकककक

23 मडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नष 2 म_म_म_म_

24 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 10-11 3 सससस 5 ोकोकोकोक

25 कवYयकवYयकवYयकवYय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 2 म_म_म_म_

26 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (301 सससस 583 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

27 पSषसBमपSषसBमपSषसBमपSषसBम 4 सBसBसBसB

28 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 12 3 सससस 5 ोकोकोकोक

29 तXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषद 2 म_म_म_म_

30 बनाथबनाथबनाथबनाथ-त5तत5तत5तत5त 4 ोकोकोकोक

31 गीगीगीगीताताताता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 13-14-15 3 सससस 5 ोकोकोकोक

32 ऐतरयऐतरयऐतरयऐतरय उप5न`दउप5न`दउप5न`दउप5न`द 3 म_म_म_म_

33 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 16-17 3 सससस 5 ोकोकोकोक

34 )vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद 2 म_म_म_म_

35 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 18 3 सससस 5 ोकोकोकोक

36 ईhरईhरईhरईhर-दशनदशनदशनदशन (तपोवनमतपोवनमतपोवनमतपोवनम ) एकएकएकएक अयायअयायअयायअयाय

37 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1 सससस 18 5 सससस 10 ोकोकोकोक

38 अ2ावcअ2ावcअ2ावcअ2ावc गीतागीतागीतागीता 3 ोकोकोकोक

39 मामामामाडGयडGयडGयडGय औरऔरऔरऔर काdरकाकाdरकाकाdरकाकाdरका 2 म_म_म_म_

ःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःः

43

Page 2: Swadhyayamandal

2

सकलसकलसकलसकलनननन

परम पय वामी शकरान13दपरम पय वामी शकरान13दपरम पय वामी शकरान13दपरम पय वामी शकरान13द

3

Our Motto To give the maximum happiness to the maximum number for

the maximum time is our religion

हमारा सा13तहमारा सा13तहमारा सा13तहमारा सा13त अधक स अधक लोगamp को अधक स अधक काल क लए अधक स अधक

सख )दान करना हमारा धम ह

Aims and Objects The aim of the mission is well expressed in the motto The objective of happiness to the maximum number emcompasses the whole human race This necessarily takes us beyond all sectarianism

and parochialism In other words we aim at the spiritual renaissance of the individuals as a unit of society country nation nay of the whole world

ल-य और उ01यल-य और उ01यल-य और उ01यल-य और उ01य मशन का ल-य हमार सा13त स प2 हो जाता ह अधक स अधक लोगamp को

सख दन का उ01य सम4 मानव जा5त तक 6या7 ह इसलए हम सभी मत -मता13तरamp

और भद-भावamp स पर ह दसर शltदamp म= हमारा ल-य समाज दश और राgt ह नह

सम4 ससार क अग वप 6यABयamp का आयािEमक उEथान करना ह

4

वायाय मडल Gया हवायाय मडल Gया हवायाय मडल Gया हवायाय मडल Gया ह

वामी च13मयान13द जी क Iान यI सनन क बाद )ायः लोग पछत ह lsquoवामी

जी आप अगल बार कब आय=ग म अभी कछ और जानना चाहता ह Oक13त उसक

लए अब म कहा जाऊrsquo वामी जी क )वचन सनन क बाद अपन शाRamp म= Sच

उEप13न होती ह और )ब 6यAB अपनी आयािEमक शTा आग बढाना चाहत ह

वामी जी Iान का दप )वलत कर दत ह Oक13त साधक को अपना दपक 5नर13तर

जलाय रखना चाVहए वदा13त आEमोथान कW कला और 6यABEव Xवकास का XवIान ह

वह हाथamp-हाथ न Vदया जा सकता ह और न उस जYद पचाया जा सकता ह अ13य

XवIानamp कW भा5त इसका अययन भी धीर-धीर 5नर13तर लग रहन पर ह हो पाता ह

थोड स )वचन दकर वामी जी कवल यह बता सकत ह Oक हम अययन कस )ारZभ

कर= शष आप क ऊपर 5नभर करता ह वामी च13मयान13द न वदा13त क सा13तamp पर कई पाठय-पतक= लखी ह और भगव^ीता तथा उप5नषदamp पर XवIान और तकनीकW म= Sच रखन वाल आध5नक छा_amp

क लए Xवतत भा`य लख ह अपन अनभव कW दर aX2 स उ13हampन अययन का एक कायcम 5नधाdरत Oकया ह यह कवल बौXक Iान अिजत करन क लए ह नह ह

वरन जो लोग उसक अनसार जीवन िजय=ग व अधक कशल तथा सफल बन=ग और शाि13त और सख भी अधक मा_ा म= अनभव कर=ग वामी जी Xवh का iमण करत हए Oकसी एक थान पर एक या दो स7ाह स अधक नह ठहर सकत अतः उ13हampन

वायाय मडलamp क हत एक अययन कायcम बना Vदया ह वामी जी कW

अनपिथ5त म= साधक उसी क अनसार अपना अययन चला सकता ह वायाय मडल म= ऐसी )वचन कW 6यवथा नह होती िजसम= एक 6यAB

बोलता ह और अ13य लोग सनत ह उसक सभी सदय समान प स भाग लत ह

वायाय मडल म= िजस पतक का अययन चलता ह उसका कछ 5निlत भाग सभी सदय 6यABगत प स अययन करत ह व स7ाह म= एक Vदन डढ घट क लए

मलत ह और उ13हampन जो कछ अययन Oकया ह उस पर Xवचार -Xवमश करत ह उनम=

स वामी जी nारा एक मडल-सवक 5नयB कर Vदया जाता ह अथवा उ13ह क nारा

आपस म= चन लया जाता ह वह अ13य सदयamp का माग -दशन और सहायता करता ह उसक सशय 5नवo करता ह और इस बात का यान रखता ह Oक Xवचार -Xवमश एक

5

5नधाdरत सीमा क अ13तगत ह हो वामी जी कW सZम5त ह Oक एक वायाय मडल

म= पाच स प13ह तक सदय हो सकत ह नय मडल बनान कW आव1यकता होन पर

परान मडल का कोई सदय चन लया जाता ह जो अपन को भल -भा5त 6यB कर

सकता ह और आयािEमक समयाओ को प2 प स जानता ह वह नय मडल का

सवक बना Vदया जाता ह वामी जी का Iान यI समा7 होन क तर13त बाद नय वायाय मडलamp कW थापना करना आव1यक होता ह

च13मय पाqयcम (लसन कोस) का सामVहक प स अययन करन क लए भी

वायाय मडल बनाय जात ह अययन करन वाल लोग सादप5न साधनालय पवई

पाक tाइव बZबई स सZब13ध रखत ह इस आuम कW थापना वामी जी nारा कW

गयी ह पाठक )vamp क उoर साधनालय भजत ह और वहा उनका सशोधन Oकया जाता

ह और उन पर Vटwपणी द जाती ह वायाय मडल म= िजन )vamp क उoर नह मलत

ह उनक समाधान क लए साधनालय को लखा जाता ह अनभव स दखा गया ह Oक

इस पाqयcम क nारा वायाय मडल )ारZभ हो जाता ह )ारZभ करन वाल छा_ को

इसक nारा वदा13त क मल सा13तamp का Iान 6यविथत और तकxय प म= हो जाता ह

इस Iान क आधार पर वह शाRamp का गहन अययन 6यABगत प स अथवा वायाय

मडलamp क nारा आग बढा सकता ह च13मय वायाय मडलamp का )ारZभ सन १९६३ म= बZबई स Oकया गया था

वहा तीन मडल थाXपत Oकय गय थ अब समत भारत क च13मय क13amp म= ह नह

वरन Xवदशamp म= भी वायाय मडल चल रह ह जहा वामी जी न यI Oकय थ इस

समय यरोप मय पव कनाडा और अमdरका क अनक नगरamp म= चल रह ह

वायाय मडल पर आवायाय मडल पर आवायाय मडल पर आवायाय मडल पर आपकपकपकपक सZभाXवत )v सZभाXवत )v सZभाXवत )v सZभाXवत )v

)v )v )v )v ---- वाया वाया वाया वायाय मडल म= कौन सिZमलत हो सकता हय मडल म= कौन सिZमलत हो सकता हय मडल म= कौन सिZमलत हो सकता हय मडल म= कौन सिZमलत हो सकता ह उoर उoर उoर उoर ---- कोई भी Rी अथवा पSष वायाय मडल का सदय बन सकता ह जो १६ वष

कW आय स अधक हो बौXक Tमता रखता हो और अपन Vद6य वप को खोजन कW

आकाTा रखता हो वह सख और शाि13त को अपना ज13म स अधकार मानन को

तयार हो

6

)v )v )v )v ---- मर पास अधक समय नह ह म Gया क मर पास अधक समय नह ह म Gया क मर पास अधक समय नह ह म Gया क मर पास अधक समय नह ह म Gया क

उoर उoर उoर उoर ---- म यह Xवhास करन को तयार नह Oक आप अपन कYयाण क लए अपनी सख शाि13त क लए पर स7ाह म= ९० मनट भी नह 5नकाल सकत ह आपक पास

समय नह ह ऐसा आप इसलए कहत ह Oक आप नह जानत Oक आप Gया खो रह ह

हम वायाय मडलamp म= डाGटर इ13जी5नयर वकWल 6यापार और Xव~ाथयamp को आत

दखत ह य लोग अपन 6यवसाय म= अधक कशल और सफल स हय ह उ13हampन वदा13त का )ाचीन Iान जानकर आन13द और त57 पायी ह वह Iान आज भी 5नEय

नतन ह

)v )v )v )v ---- Gया सकत भाषा भी जानना आव1यक ह Gया सकत भाषा भी जानना आव1यक ह Gया सकत भाषा भी जानना आव1यक ह Gया सकत भाषा भी जानना आव1यक ह

उoर उoर उoर उoर ---- सकत जानना आव1यक नह ह Oक13त उसस अययन म= सXवधा होती ह

)v )v )v )v ---- Gया उसम= कछ शYक दना पडता ह Gया उसम= कछ शYक दना पडता ह Gया उसम= कछ शYक दना पडता ह Gया उसम= कछ शYक दना पडता ह उoर उoर उoर उoर ---- बYकल नह हम= वदा13त -Iान क )सार म= ह )स13नता मलती ह आपका

आगमन हमारा सौभाय होगा (च13मय डाक सवा पाqयcम क अ13तगत वायाय

मडल थाXपत करन पर )Eयक सदय को पाqयcम का शYक सादप5न भजना होता

ह वह चाह वत13_ प स अययन कर अथवा वायाय मडल म= सिZमलत हो उस

वह शYक दना होगा उस शYक का कोई सZब13ध वायाय मडल स नह ह )

)v )v )v )v ---- Gया म कछ समय बाद मडल का सवक बन सकता ह Gया म कछ समय बाद मडल का सवक बन सकता ह Gया म कछ समय बाद मडल का सवक बन सकता ह Gया म कछ समय बाद मडल का सवक बन सकता ह

उoर उoर उoर उoर ---- अव1य बन सकत हो अगर आप म= अAडग उEसाह ह नता ह आप Oकसी

महान उ01य क लए काम करन को तयार ह और आप म= ध5त ह तो आप 5नlय ह मडल-सवक बन सकत ह हम आपकW )तीTा कर रह ह

7

च13मय वायाय मडल पर कछ अ13य )vच13मय वायाय मडल पर कछ अ13य )vच13मय वायाय मडल पर कछ अ13य )vच13मय वायाय मडल पर कछ अ13य )v

च13मय वायाय मडल Gया हच13मय वायाय मडल Gया हच13मय वायाय मडल Gया हच13मय वायाय मडल Gया ह

यह एक सा7ाVहक या पाTक ९० मनट कW बठक ह िजसम= 6यAB सौहादपण

वातावरण म= एक_ होकर भारत क वदा13त-दशन का अययन और पdरचचा करत ह

लगभग दस-प13ह सदयamp का एक मडल बनता ह वदा13त-दशन का अययन

6यविथत और Xवकास cम क साथ चलान क लए पाqयcम कW एक परखा तयार कW

गयी ह िजसम= सकत क Iान कW आव1यकता न ह होती

पाqयcम Gया हपाqयcम Gया हपाqयcम Gया हपाqयcम Gया ह

यह पाqयcम इस )कार बनाया गया ह िजसस वदा13त का अययन करन म=

)ारZभ स लकर )Eयक तर पर सगमता हो और हर बात प2 होती जाय यVद हम=

वदा13त म= बहत Sच हो और हम उसका वत13_ प स अययन करना चाह= तो हम

यह नह समझ पाय=ग Oक उसका अययन कहा स और कस )ारZभ Oकया जाय

कदाचत कोई उप5नष लकर हम पढन बठ गय तो उसम= सरल स लगन वाल शltदamp का

ताEपय न समझ सकन क कारण हम= उप5नष का भाव 4ा न होगा इस कVठनाई का

एकमा_ कारण यह ह Oक हम= वदा13त क मल सा13त Iात नह ह अतः इस पाqयcम म= कई पतक= रखी गयी ह उनका अययन cमशः Oकया जाता ह उनक

अययन स हमारा Iान cमशः Xवकसत होता ह और )Eयक तर पर भाव प2 होत

जात ह इस योजना क अ13तगत )Eयक पdरचचा म= Xवचारणीय Xवषय कW मा_ा भी

5नधाdरत कW गयी ह हम अ13त म= वायाय मडल का पाqयcम )तत कर=ग अययन क लए 5नधाdरत पतक= च13मय मशन क13amp पर मलती ह उ13ह= स13ल

च13मय मशन ट स भी मगाया जा सकता ह

8

वायाय मडल कWवायाय मडल कWवायाय मडल कWवायाय मडल कW आव1यकता आव1यकता आव1यकता आव1यकता

दशन क अययन म= Xवशष Sच रखन पर भी यVद हम अपन आप अययन

करत ह तो हमार मन म= अनक )v उठ= ग उन )vamp कW अधकता होन पर हमार )ग5त

Sक जायगी वायाय मडल ह ऐसा थान ह जहा हमार शकाय= 5नवo हो सकती ह एक 6यAB कW बX कW अपTा दस -प13ह 6यABयamp कW बX लगाना अधक अछा ह

दस प13ह सदयamp nारा एक स7ाह समान पamp का अययन करन स उनक वायाय मडल म= एक_ होन पर उस Xवषय को समझना और पचाना सरल हो जाता ह य~Xप

वायाय मडल एक थान Xवशष ह जहा हम= वदा13त का मौखक Iान मलता ह

Oक13त दर -सबर वह Iान हमार जीवन म= उतरना ह और वह 5नEय)5त क 6यवहार म=

Vदखाई दता ह वायाय मडल क सदय जब अपन अनभवamp और Xवचारamp का आदान -

)दान करत ह तो उनक सशय घटन लगत ह वदा13त का अययन करन म= या उस

6यवहार म= उतारत समय जो भी शकाय= उEप13न हamp और वायाय मडलamp म= उनका

समाधान न मल तो वामी जी को प_ लख कर पछा जा सकता ह वायाय मडल कW सयोजनवायाय मडल कW सयोजनवायाय मडल कW सयोजनवायाय मडल कW सयोजन----XवधXवधXवधXवध

इसम= Sच रखन वाल लोगamp क नाम गीता Iान यI समा7 होन क बाद

गSदTणा कW बनायी गयी सची स छाट जा सकत ह उनक 5नवास थल या Oकसी

अ13य थान को वायाय मडल क हत काम म= लगाया जा सकता ह य~Xप एक ह

थान पर मडल कW बठक करना उचत ह Oक13त )Eयक सदय कW इछा क अनसार

उसक घर पर भी cम स बठक बलाई जा सकती ह थान 5नधाdरत हो जान पर पहल

बठक वछा स Oकसी Vदन Oकसी समय रखी जा सकती ह बठक )ारZभ होन पर

मडल सवक सभी सदयamp का एक दसर स पdरचय कराता ह पdरचय दत समय अपना

नाम और 6यवसाय ह बताना पया7 नह ह वरन उस यह भी बताना चाVहए Oक उसन

वदा13त का Oकतना अययन Oकया ह उसम= उस Sच कस आयी और अब उस Oकतनी

Sच ह इसक उपरा13त अययन क पाqयcम क महEव पर बल दना चाVहए और पहल

पतक क अययन )ारZभ करन का 5नlय करना चाVहए उसी समय वह पत क

सबको बाट दनी चाVहए उसी कW साथ व ोक भी लखा द= या छप हए द= िजनका

9

उचारण अगल बठक म= Oकया जायगा )थम बठक म= जो लोग नह आ सक उ13ह=

अगल बठक कW सचना दना अ5नवाय ह वायाय मडल का सचालनवायाय मडल का सचालनवायाय मडल का सचालनवायाय मडल का सचालन

थान कW 6यवथा - वायाय मडल क लए कोई भी ऐसा थान हो सकता ह

िजसम= दस प13ह लोग भम पर आराम स बठ सक= मडल क सदयamp म= स ह कोई

6यAB अपना कमरा इस काय क लए वछा स द सकता ह वह थान पणतः वछ होना चाVहए धप बoी कW सहायता स वातावरण अधक उपयB बनाया जा सकता ह

एक म5त या च_ रख कर और उसक सामन जला दपक रख कर वातावरण गभीर बना लना चाVहए च_ ऐस थान पर रख= जहा स वह सबको Vदखाई द मडल-सवक उसी

च_ क 5नकट बठ nार क पास जत उतारन और उ13ह= करन स रखन का थान छोड द= कोट आVद उतार कर टागन का थान भी बनाया जा सकता ह

)थम बठक - सदयamp का पdरचय )ा7 करन क बाद मडल-सवक कोई ऐसा Vदन

और समय 5निlत कर ल= जो सभी सदयamp को सXवधाजनक हो य~Xप मडल कW बठक=

स7ाह म= एक बार रखी जाती ह Oक13त पdरिथ5त क अनसार व प13ह Vदन म= भी एक

बार रखी जा सकती ह )थम बठक म= वायाय मडल क महEव और उपयोगता पर

Xवचार Oकया जाता ह बठकamp म= सिZमलत होत समय उचत भावना पर 5ना और

5नयमतता कW आव1यकता होती ह उसी पर बल दना चाVहए पतक पढन कW Xवध नोट लखना और पdरचचा क लए तयार करना भी बताया जाता ह सबको पाqयcम

समझा Vदया जाता ह और )थम पतक lsquoजीवन-यो5तrsquo सबको Xवतdरत कर द जाती ह

(IानयI म= बcW क लए आयी पतकamp म= स लगभग १५ lsquoजीवन-यो5तrsquo पतक= बचा

रखना चाVहए अ13यथा वायाय मडल क लए पतक= मगान म ६-८ स7ाह लग

जाय=ग) मडल-सवक यह बात भल-भा5त समझा दता ह Oक पdरचचा )ारZभ करन स

पहल मन को शा13त कर लना चाVहए उठ कर जान स पहल भी मन को शा13त करना

आव1यक ह इसक लए नीच लखा म13_ )योग म= लाया जाता ह-

10

ॐ ॐ ॐॐ ॐ ॐॐ ॐ ॐॐ ॐ ॐ ॐ सह नावबतॐ सह नावबतॐ सह नावबतॐ सह नावबत सह नौ भनBसह नौ भनBसह नौ भनBसह नौ भनB सह वीय करवावहसह वीय करवावहसह वीय करवावहसह वीय करवावह

तजिवनावधीतमत मा XवVnषावह तजिवनावधीतमत मा XवVnषावह तजिवनावधीतमत मा XवVnषावह तजिवनावधीतमत मा XवVnषावह ॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तःशाि13तःशाि13तःशाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः

lsquolsquoह परमाEमन आप हम दोनamp गS श`य कW साथ -साथ रTा कर= हम दोनamp का

साथ-साथ पालन कर= हम दोनamp साथ-साथ ह शAB )ा7 कर= हम दोनamp कW पढ हई Xव~ा तजोमयी हो और हम दोनamp परपर nष न कर=rsquorsquo

इसक उपरा13त सT7 भजन और कWतन भी वातावरण को )म और सावपण

बना सकत ह पdरचचा क समय अनशासन कW आव1यकता ह सदय को उसक लए तयार

होकर आना चाVहए बोलत समय एक-एक 6यAB cम स बोल Xवचारणीय Xवषय क

सभी ब13द cमब हamp उसी Xवषय पर अ13य 413थamp स उरण Vदय जा सकत ह Xवषय

स असZब बात= बोलन कW वीक5त न द जाय कछ )vamp पर सशय रह सकता ह उनक प2ीकरण क लए अगल बठक तक धय रखना चाVहए (पdरचचा क समय

टलफोन क 6यवधान स बचन क लए उस दर रखना चाVहए या उसका सZब13ध काट दना चाVहए) मडल-सवक अगल बार क लए अययन हत पतक का अश 5नधाdरत करगा

नीच लख शाि13त पाठ क साथ पdरचचा समा7 होती ह-

सव भव13त सखनः सवसव भव13त सखनः सवसव भव13त सखनः सवसव भव13त सखनः सव स13त 5नरामयः स13त 5नरामयः स13त 5नरामयः स13त 5नरामयः सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत

ॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तःशाि13तःशाि13तःशाि13तः शाि13तःशाि13तःशाि13तःशाि13तः

lsquolsquoसभी लोग सखी हamp सभी 5नरोग हamp सभी भता का दशन कर= Oकसी को दःख

न भोगना पडrsquorsquo

यVद कोई सदय अनपिथत रहा ह तो अगल बठक क पव उसस मलकर

थान आVद क पdरवतन कW सचना उस दनी चाVहए

11

मडल क सदयamp क यVद कोई अ13य )v हamp तो उनका समचत उoर दना चाVहए यह बहत आव1यक ह Oक यह कायcम 5निlत समय स )ारZभ हो और 5निlत

समय पर ह समा7 हो िजसस सदयamp को Oकसी )कार कW अनाव1यक असXवधा न हो

अगल बठक= - थान और समय आVद क Xवषय म= पववत 6यवथा रखनी ह

शष कायcम इस )कार होगा-

(१) तीन बार ॐ का उचारण और शाि13त पाठ

(2) कछ मनट भजन और कWतन

(३) Xपछल स7ाह म= हई पdरचचा का सार वय मडल -सवक nारा अथवा उसक nारा

इगत Oकय गय Oकसी अ13य सदय nारा कह जान चाVहए (४) उस Vदन क Xवचारणीय Xवषय पर सभी सदय अपन Xवचार cमशः )तत कर=

एक क Xवचारamp का दसरा 6यAB खडन या मडन कर सकता ह (५) मडल-सवक समत Xवचारamp को 6यविथत कर और उस पण बनाव

(६) अगल बठक क लए कछ अश 5नधाdरत Oकया जाय

(७) सब सदयamp nारा शाि13त पाठ

(८) शाि13त और अनशासन क साथ थान छोडकर जाय= िजनक घर पर यह कायcम हो

व चाह तो कछ )साद Xवतरण कर सकत ह Oक13त यह सदा आव1यक नह ह उसका

Xवतरण पdरचचा समा7 होन क उपरा13त ह करना चाVहए

)v )v )v )v ---- Gया वायाय Gया वायाय Gया वायाय Gया वायाय----मडल धम पdरव5तत कर Vह13द बनान कW स-म Xवध मडल धम पdरव5तत कर Vह13द बनान कW स-म Xवध मडल धम पdरव5तत कर Vह13द बनान कW स-म Xवध मडल धम पdरव5तत कर Vह13द बनान कW स-म Xवध

हहहह उoर उoर उoर उoर ---- बYकल नह वदा13त सZ)दायवाद कदाXप नह ह ससार भर क वायाय मडलamp क सदयamp न दखा ह Oक वदा13त क अययन स 6यAB उEक2 बनता

ह वह Oकसी भी धम का हो इसस )योजन नह वदा13त धम पdरवतन चाहन वालamp कW खोज म= नह ह उसका उ01य 6यAB को अपन Xवषय म= अधक Iान दना और अपन

6यABEव को समि13वत बनाना ह यह Xवचार करन क लए )dरत करता ह और इसका

उपयोग Xवh म= सव_ ह अतः इसका उपयोग आEम-Xवकास क लए Oकया जाता ह धम पdरवतन क लए नह

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)v )v )v )v ---- Gया शाि13त Gया शाि13त Gया शाि13त Gया शाि13त----पाठ आVद सकत म= ह बोलन चाVहएपाठ आVद सकत म= ह बोलन चाVहएपाठ आVद सकत म= ह बोलन चाVहएपाठ आVद सकत म= ह बोलन चाVहए

उoर उoर उoर उoर ---- )ारZभ म= वदा13त-दशन सकत म= ह लखा गया था इसलए उसका पाठ सकत म= ह Oकया जाता ह सकत म= पाठ करन स हम= वह शा13त और गभीर वातावरण मल जाता ह िजसम= ऋXषयamp न हम= वह Iान Vदया था )ारZभ म= सकत का

उचारण करना कVठन लग सकता ह Oक13त अ13य लोगamp को सनन उनक साथ बोलन स और थोडा )यास वय करन स वह सगम हो जाता ह यVद कछ सदय अ13य धमावलZबी ह और उनकW भाषा भी भ13न ह तो पdरचचा क 5नधाdरत समय म= शाि13त-

पाठ Oकसी भी भाषा म= Oकया जा सकता ह )v )v )v )v ---- यVद म वायाय मडल क Oकसी यVद म वायाय मडल क Oकसी यVद म वायाय मडल क Oकसी यVद म वायाय मडल क Oकसी अ13य सदय को पस13द न क तो अ13य सदय को पस13द न क तो अ13य सदय को पस13द न क तो अ13य सदय को पस13द न क तो उoर उoर उoर उoर ---- राग-nष मन`य का वभाव ह वायाय मडल म= भी कछ ऐस सदय हो सकत ह िजनक साथ आप बठना पस13द न कर= वदा13त का Iान इतना मYयवान ह

Oक आपको अपनी Sच-अSच का याल न रख कर अययन करना चाVहए बठक क

समय Oकसी भी 6यAB क )5त अSच हो तो उस भी सहन करन का अयावस कर=

थोडी उदारता और सहनशीलता रख कर वायाय मडल म= वदा13त अययन करन का

लाभ उठा लना चाVहए

पतक अययन Xवधपतक अययन Xवधपतक अययन Xवधपतक अययन Xवध

वदा13त XवIान ह अतः उसका अययन 6यविथत प म= करना चाVहए )थम

पतक lsquoजीवन-यो5तrsquo स अययन )ारZभ करना चाVहए इस भी जYद-जYद न पढ= यह कोई उप13यास या हYकW-फYकW पतक नह ह इन पतकamp को पढ कर इनक ऊपर

वय Xवचार करना आव1यक ह इसीलए एक बार म ५ या १० प ह पढ पतक

धीर-धीर Xवचार करत हए पढ= और उसम= 5नXपत सा13तamp कW सEयता पर च13तन

कर= इस )कार पढन म= 2०-३० मनट लग सकत ह इनक पढन का समय )ातःकाल ना1ता करन क बाद उपयB होगा पतक पढन क बाद Vदन का काय )ारZभ कर= इसक पढन पर आफ मन म= अनक शकाय= उठ=गी कछ सा13त आपको तक हन एव अ6यावहाdरक लग सकत ह उन शकाओ को आप अपनी नोट-बक म= लख ल= यह नोट-बक इसी काय क लए अलग रख= अपनी शकाओ को प2 प म= 6यB कर= उ13ह=

लखन क बाद आप उ13ह= भल जाय= और पतक को 5नEय आग पढत रह=

13

अगल रXववार या Oकसी छी क Vदन जब खाल समय मल उस नोट-बक को

उठाकर अपनी परानी शकाओ को पढ= एक स7ाह म= आपन िजतनी शकाय= कW उन पर

Xवचार कर दख= Gया व अब भी अनodरत ह आपको यह दख कर आlय होगा अब बहत सी शकाय= 5नवo हो गयी ह एक स7ाह क अययन स आपका Iान बढा ह Oफर भी कछ )v ऐस हो सकत ह िजनका उoर आपको अभी नह मला ह उ13ह= अभी मत काट= सोमवार स अपन अययन का कायcम पनः आग बढाय= नई शकाय=

उEप13न हamp उ13ह= पनः लखत जाय= स7ाह क अ13त म= पववत उन )vamp पर Oफर Xवचार

कर= इस cम स अययन करत रहन पर पतक समा7 होन तक आप दख=ग Oक

आपको सभी )vamp का उoर मल गया ह यVद कदाचत कछ )v रह गय ह तो उनका समाधान अगल पतक म= मल जायगा अययन धीर-धीर करो कोई जYद नह ह आपक वत13_ च13तन कW

अEयधक आव1यकता ह Oकसी सा13त को बना Xवचार Oकय वीकार मत कर लो

उसकW सEयता पर Xवचार करो अपनी समझ म= आना बहत आव1यक ह तभी वदा13त

XवIान म= )वश होगा आप उसका Iान धारण कर सक= ग जीवन-यो5त पर पढ लन और उसकW पनरावXo कर लन क बा द वायाय

पाqयcम दख= और अगल पतक अययन क लए हाथ म= ल= पतकamp को cमानसार ह पढ और थोडा-थोडा करक धीर-धीर पढ= कल पाqयcम आधा घटा 5नEय पढ कर दो-तीन वष म= परा होगा )यास कर= आप इस कर सकत ह करना भी अव1य चाVहए

वावावावामी च13मयान13दमी च13मयान13दमी च13मयान13दमी च13मयान13द

14

Study Group Programme

वायाय मडल का कायcमवायाय मडल का कायcमवायाय मडल का कायcमवायाय मडल का कायcम

1111---- Thrice Chanting of Om

तीन बार ॐ का दघ उचारण तीन बार ॐ का दघ उचारण तीन बार ॐ का दघ उचारण तीन बार ॐ का दघ उचारण 2222---- Peace Invocation

शाि13त पाठशाि13त पाठशाि13त पाठशाि13त पाठ

ॐ सह नाववत सह नौ भनB सह वीय करवावह तजिवनावधीतमत मा ॐ सह नाववत सह नौ भनB सह वीय करवावह तजिवनावधीतमत मा ॐ सह नाववत सह नौ भनB सह वीय करवावह तजिवनावधीतमत मा ॐ सह नाववत सह नौ भनB सह वीय करवावह तजिवनावधीतमत मा

XवVnषावहXवVnषावहXवVnषावहXवVnषावह

ॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः

ह परमाEमन आप हम गS -श`य दोनamp कW साथ-साथ सब )कार स रTा कर=

हम दोनamp का आप साथ-साथ समचत प स पालन -पोषण कर= हम दोनamp साथ-ह-साथ

सब )कार स बल )ा7 कर= हम दोनamp कW अययन कW हई Xव~ा तजपण हो - कह

परात न हamp और हम दोनamp जीवन भर परपर नह-स_ म= बध रह= हमार अ13दर परपर कभी nष न हो ह परमाEमन तीनamp तापamp कW 5नवXo हो

ॐ आwयाय13त ममाॐ आwयाय13त ममाॐ आwयाय13त ममाॐ आwयाय13त ममा गा5न वाक )ाणlTः uो_मथो बलमि13रयाण च सवाण गा5न वाक )ाणlTः uो_मथो बलमि13रयाण च सवाण गा5न वाक )ाणlTः uो_मथो बलमि13रयाण च सवाण गा5न वाक )ाणlTः uो_मथो बलमि13रयाण च सवाण

सव ौप5नषद माह 5नरासव ौप5नषद माह 5नरासव ौप5नषद माह 5नरासव ौप5नषद माह 5नराकया मामा 5नराकरोत अ5नराकरणमत अ5नराकरण कया मामा 5नराकरोत अ5नराकरणमत अ5नराकरण कया मामा 5नराकरोत अ5नराकरणमत अ5नराकरण कया मामा 5नराकरोत अ5नराकरणमत अ5नराकरण

मऽत तदाEम5न 5नरतय उप5नषEस धमात म5य स13त त म5य स13त मऽत तदाEम5न 5नरतय उप5नषEस धमात म5य स13त त म5य स13त मऽत तदाEम5न 5नरतय उप5नषEस धमात म5य स13त त म5य स13त मऽत तदाEम5न 5नरतय उप5नषEस धमात म5य स13त त म5य स13त ॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तः

ह परमाEमन मर सार अग वाणी न_ uो_ आVद सभी कमि13दया और

Iानि13रया )ाणसमह शारdरक और मानसक शAB तथा ओज - सब पX2 एव वX

को )ा7 हamp उप5नषदamp म= सवप का जो वप वणत ह उस म कभी अवीकार न क और वह भी मरा कभी पdरEयाग न कर मझ सदा अपनाय रGख मर साथ

का और क साथ मरा 5नEय सZब13ध बना रह उप5नषदamp म= िजन धम का

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)5तपादन Oकया गया ह व सार धम उप5नषदamp क एकमा_ ल-य पर परमाEमा म=

5नर13तर लग हए मझ साधक म= सदा )काशत रह= मझम= 5नEय 5नर13तर बन रह= और

मर _Xवध तापamp कW 5नवXo हो 3 Introspection The following questions are asked by Group Sewak Every body answers

mentally to himself - (1) How far am I maintaining Brahmacharya (2) Did I during this week live less passionately and less selfishly (3) Have I any bad feelings towards any member of my spiritual family -

the Chinmaya Mission (4) Am I progressing and proving to myself and others a better man a

more cheerful man each day (5) Did I meditate all the days of this week (6) How far have I developed in constant and repeated ISHWAR

SMARANA (7) Did I read every day atleast three pages of the scriptures

आEमआEमआEमआEम----5नरTण 5नरTण 5नरTण 5नरTण

मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= ---- १- म चय का पालन Oकतना करता ह

2- Gया म इस स7ाह कम उVnन और कम वाथ रहा ३- Gया च13मय मशन क अपन आयािEमक पdरवार क Oकसी सदय स मरा दभाव

ह ४- Gया म अपना Xवकास कर अ13य लोगamp क लए पहल स भला आदमी बन रहा ह और

सदा )स13न रहता ह

५- Gया म Xपछल स7ाह 5नEय यान साधना करता रहा

६- 5नर13तर ईhर मरण रखन म= मझ Oक तनी सफलता मल ह

७- Gया म 5नEय शाRamp क कम स कम तीन प पढता रहा ह

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५५५५ गSतो_मगSतो_मगSतो_मगSतो_म

अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः ११११ िजनकW कपा स सZपण चराचर जगत म= 6या7 परमाEमा का बोध हआ ह उन गSदव को

मरा )णाम ह अIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकयाअIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकयाअIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकयाअIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकया चTS13मीलत यन तम uीगरव नमःचTS13मीलत यन तम uीगरव नमःचTS13मीलत यन तम uीगरव नमःचTS13मीलत यन तम uीगरव नमः 2222

िज13हampन अIान अ13ध न_amp को Iान अजन कW शलाका स उ13मीलत कर Vदया ह उन

गSदव को मरा )णाम ह गSा गSXव णः गSगSा गSXव णः गSगSा गSXव णः गSगSा गSXव णः गS दवो महhरःदवो महhरःदवो महhरःदवो महhरः गSरव पर तम uीगरव नमः गSरव पर तम uीगरव नमः गSरव पर तम uीगरव नमः गSरव पर तम uीगरव नमः ३३३३

गS ह ा ह गS ह Xव`ण ह गS ह शकर (महhर) ह गS ह पर ह उन

गSदव को मरा )णाम ह थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम तEपद दशत यन तम uीतEपद दशत यन तम uीतEपद दशत यन तम uीतEपद दशत यन तम uीगरव नमः गरव नमः गरव नमः गरव नमः ४४४४ जड चतन व चर अचर म= जो तiexclव 6या7 ह उसका बोध िजनकW कपा स )ा7 हआ ह उन गSदव को मरा )णाम ह च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः ५५५५

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सZपण चराचर जगत म= 6या7 परम चतना का दशन िजन गSदव कW कपा स सZभव हआ ह उन गSदव को मरा )णाम ह सवu5तशरोरcentXवरािजत सवu5तशरोरcentXवरािजत सवu5तशरोरcentXवरािजत सवu5तशरोरcentXवरािजत पपपपदाZबजःदाZबजःदाZबजःदाZबजः वदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमःवदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमःवदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमःवदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमः ६६६६ िजनक चरण कमलamp म= सभी u5त रcent Xवरािजत ह और िजनक सय सaश Iानालोक स

वदा13त कमल Xवकसत होता ह उन गSदव को मरा )णाम ह चत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनःचत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनःचत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनःचत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ७७७७

जो च13मय शाhत शा13त 6योमातीत 5नरजन और ब13द नाद तथा कलाओ स भी

पर ह उन गSदव को मरा )णाम ह IानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतःIानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतःIानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतःIानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतः भABमAB )दाता च तम uीगरव नमःभABमAB )दाता च तम uीगरव नमःभABमAB )दाता च तम uीगरव नमःभABमAB )दाता च तम uीगरव नमः ८८८८

जो Iान और शAB म= अविथत ह तथा तiexclव सा13त कW माला धारण Oकय ह जो भAB और मAB दन वाल ह उन गSदव को मरा )णाम ह अनक ज13म स)ा7 कमब13धअनक ज13म स)ा7 कमब13धअनक ज13म स)ा7 कमब13धअनक ज13म स)ा7 कमब13ध XवदाVहन XवदाVहन XवदाVहन XवदाVहन आEमIान )दानन तम uीगरव नमःआEमIान )दानन तम uीगरव नमःआEमIान )दानन तम uीगरव नमःआEमIान )दानन तम uीगरव नमः ९९९९ अनक ज13मamp स कमब13धनamp म= जकड )ाणी को जो आEमIान क nारा मB करा दन म=

समथ ह उन गSदव को मरा )णाम ह

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शोषण भवस13धोl Iापण सारसपदःशोषण भवस13धोl Iापण सारसपदःशोषण भवस13धोl Iापण सारसपदःशोषण भवस13धोl Iापण सारसपदः गरोः पादोदक सZयक तम uीगगरोः पादोदक सZयक तम uीगगरोः पादोदक सZयक तम uीगगरोः पादोदक सZयक तम uीग रवनमःरवनमःरवनमःरवनमः१०१०१०१० िजनक पादोदक क पश स ससार सागर सख जाता ह और परमतiexclव का बोध हो जाता ह उन गSदव को मरा )णाम ह न गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपःन गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपःन गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपःन गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपः तEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमःतEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमःतEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमःतEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमः ११११११११ गS स अधक उच कोई तiexclव नह ह और गS कW सवा स ऊचा कोई तप नह ह

तiexclवIान स u कोई Iान नह ह ऐस गSदव को मरा )णाम ह म13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSःम13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSःम13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSःम13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSः मदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमःमदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमःमदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमःमदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमः ११११2222

मर वामी ससार क वामी ह और मर आEमा सZपण )ाणयamp कW आEमा ह िजनकW

कपा स यह Iान )ा7 होता ह उन गSदव को मरा )णाम ह गSराVदरनाVदl गSः परमदवतमगSराVदरनाVदl गSः परमदवतमगSराVदरनाVदl गSः परमदवतमगSराVदरनाVदl गSः परमदवतम गरोः परतर नाित तम uीगरव नमःगरोः परतर नाित तम uीगरव नमःगरोः परतर नाित तम uीगरव नमःगरोः परतर नाित तम uीगरव नमः १३१३१३१३

गS अनाVद और अन13त ह गS ह परम दवता ह गS स u कछ भी नह ह अतः उन

गSदव को मरा )णाम ह

Eवमव माता च Xपता EवमवEवमव माता च Xपता EवमवEवमव माता च Xपता EवमवEवमव माता च Xपता Eवमव Eवमव ब13धlसखा EवमवEवमव ब13धlसखा EवमवEवमव ब13धlसखा EवमवEवमव ब13धlसखा Eवमव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव १४१४१४१४ ह गS दव तम ह मर माता हो Xपता हो भाई हो म_ हो Xव~ा हो और धन हो ह

दवताओ क दवता तZह म र लए सब कछ हो

19

६६६६ गीता यानमगीता यानमगीता यानमगीता यानम

ॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयमॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयमॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयमॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयम 6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम ----

अZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीमअZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीमअZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीमअZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीम ११११ ह मा भगवत-गीत म तZहारा 5नर 13तर अनच13तन करता ह भगवान नारायण न

अजन क )5तबोध क लए तZहार रचना वय कW थी )ाचीन म5न 6यासदव न तZह=

महाभारत क मय थाXपत Oकया तZहार अठारह अयाय ह तम Vद6य हो तZहार nारा अnतामत कW वषा होती ह और तम ससार क बधनamp स मB करन वाल हो

नमोऽतत 6यास Xवशाल ब नमोऽतत 6यास Xवशाल ब नमोऽतत 6यास Xवशाल ब नमोऽतत 6यास Xवशाल ब ---- फYलारXव13दायतप_ न_ फYलारXव13दायतप_ न_ फYलारXव13दायतप_ न_ फYलारXव13दायतप_ न_ यन Eवया भारततलपणः यन Eवया भारततलपणः यन Eवया भारततलपणः यन Eवया भारततलपणः ----

)वालतो Iानमयः )दपः )वालतो Iानमयः )दपः )वालतो Iानमयः )दपः )वालतो Iानमयः )दपः 2222

ह 6यासदव तZह= मरा )णाम ह खल हए कमल कW पखडयamp क सaश तZहार Xवशाल न_ ह तZहा रा Iान महान ह तमन महाभारत -तल (सार) स भरकर Iान का

दपक )वलत Oकया ह

)प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय )प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय )प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय )प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय Iानमाय क`णाय गीतामतदIानमाय क`णाय गीतामतदIानमाय क`णाय गीतामतदIानमाय क`णाय गीतामतद ह नमः ह नमः ह नमः ह नमः ३३३३

म उन भगवान क`ण को )णाम करता ह जो एक हाथ म= लकVट और दसर म=

Iान-मा धा रण Oकय हए ह िज13हampन (उप5नषदamp स) गीतामत का दोहन Oकया ह और

िजनकW शरण म= जान वाल कW समत कामनाय= वस ह पण होती ह जस कYपवT स

20

सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत ४४४४

सZपण उप5नष गाय= ह गोपालन13दन उनक दोहन वाल ह अजन गोवEस ह गीता महान अमतमय दध ह और सधीजन उस दध का पान करन वाल ह

वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम ५५५५

म उन भगवान क`ण को )णाम करता ह जो वसदव क Vद6य प_ ह कस और

चाणर का वध करन वाल ह दवकW मा को परम आन13द )दान करन वाल ह और

समत ससार क गS ह

भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला ---- शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला अhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनाव 5त नी 5तनी 5तनी 5तनी ----

सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः ६६६६ भगवान क`ण nारा चालत गीता -Iान कW नौका म= बठकर पाडवamp न उस भयकर

रणनद को सहज पार कर लया िजसक भी`म और ोण तट थ जयथ िजसका जल

था गाधार नप नील -कमल थ िजसम= शYय जस 4ाह थ और कपाचाय िजसकW तीyen

धारा थ कण िजसकW उoाल तरग थ अhEथामा और Xवकण िजसक भयकर मगर थ

और दयpoundधन िजसकW भवर था

पाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम लोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदा

भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस ७७७७

21

महाभारत का वह 5नमल कमल हम= कYयाणकार हो जो पाराशर क प_ 6यास क

वचन सरोवर म= उEप13न हआ जो गीता कW उEकट गध स पdरपण ह िजसक अनक

आयान कसर क समान ह जो भगवान क`ण कW मधर कथाओ स पdरपण ह सजन iमरamp क nारा िजसक रस का पान 5नर13तर Oकया जाता ह और जो कलयग क समत

दोषamp का शमन करन वाला ह

मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम ८८८८

िजनकW कपा स मक वाचा ल हो जात ह और पग लोग भी ऊ च पवतamp को पार कर

जात ह उन परमान13द भगवान क`ण कW हम व13दना करत ह

य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव ---- वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो ----

ययाययाययाययात न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः ९९९९

ा वSण इ13 S और मSण Vद6य तो_amp nारा िजसकW त5त करत ह

सामवद क गान वाल अग पद cम और उप5नषदamp क सVहत वदamp nारा िजसका गायन

करत ह योगीजन यान म= िथत तnत हय म न स िजसका दशन करत ह दवता और

असर गण (कोई भी) िजसक अ13त को नह जानत उस (परम पSष नारायण ) दव क

लए मरा नमकार ह ७७७७ गीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोक

8 The spiritual text ((((पाqय पतकपाqय पतकपाqय पतकपाqय पतक )))) It is to be taken stanza by stanza and commented upon by the Group Sewak

22

9 Discussions ((((Xवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमय)))) The Group Sewak may act as a mediator 10 Meditation Let all members sit in their favourite pose with head erect and eyes closed The Group Sewak may chant a short Mantra lowering the pitch of voice by and by Everyone repeats the process mentally Then there is a silence Every body tries to live in that silence abandoning all sorts of ideas If any thought comes in mind one should try to become its witness (Sakshi) The whole process may take only 5 to 7 minutes

यानमयानमयानमयानम शा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरश

Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम ल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZय व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम

११११११११ यानषटकयानषटकयानषटकयानषटक मनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाह न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च 6योमभमन च 6योमभमन च 6योमभमन च 6योमभम न तजो न वायःन तजो न वायःन तजो न वायःन तजो न वायः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ११११

म न मन ह न बX ह न अहकार ह और न चo ह म न uो_ ह न िजcopyा

ह न नासका ह और न न_ ह न म आकाश ह न भम ह न अिन ह

और न वाय म चदान13द प शव ह शव ह

न च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपाय

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम 2222

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न म )ाण ह और न पचवाय न म स7धात का शरर ह और न

पचकोश न म वाक पाण पाद उपथ और न गदा ह म चदान13दप

शव ह शव ह

न म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौ

न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ३३३३

न म राग ह और न nष न म लोभ ह और न मोह न म मद ह और

न मEसर म धम अथ काम मोT भी नह ह म चदान13दप शव ह शव ह न पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःख न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः अह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBा चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ४४४४

न म पय ह और न पाप न म सख ह और न दःख न म म13_ ह

और न तीथ न म वद ह न यI म भोजन भोय और भोBा भी नह ह म

चदान13दप शव ह शव ह

न मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदः Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म न ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ५५५५

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न म मEय ह और न भय मझम= कोई जा5तभद भी नह ह न मर

माता ह और न Xपता मरा ज13म भी नह हआ ह न मरा कोई ब13ध ह न म_

न गS ह न श`य म चदान13दप शव ह शव ह

अह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपः

XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम न चान चान चान चासsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ६६६६

मर न कोई कYपना ह और न आकार म सव6यापी और इि13रयातीत

ह मरा न ब13धन ह और न मAB म Iय भी नह ह म चदान13दप शव ह शव ह

११११2222 uी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकम

6या7 जग6या7 जग6या7 जग6या7 जग~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत

5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ११११

अखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभावः परमाEमसEय वः परमाEमसEय वः परमाEमसEय वः परमाEमसEय

सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय 2222

म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः बोचबबोचबबोचबबोचब umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः

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सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ३३३३

शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः

6यापी परण मो6यापी परण मो6यापी परण मो6यापी परण मोदमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ४४४४

अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च ग गभीग गभीग गभीग गभी र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ५५५५

तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म

Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न च13Eयमानम च13Eयमानम च13Eयमानम च13Eयमानम uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ६६६६

12 Pledge We stand as one family bound to each other with love and respect We serve as an army Courageous and disciplined ever-ready to fight against all low tendencies and false values within and without us We live honestly

the noble life of sacrifice and service producing more than what we consume and giving more than what we take

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We seek the Lords Grace to keep us on the path of virtue courage and wisdom May Thy Grace and Blessings flow through us to the world around us We believe that the service of our country is the service of Lord of Lords and devotion to the people is the devotion to the Supreme Self We know our responsibilities give us the ability and courage to fulfill them

OM TAT SAT

च13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIा हमार िथ5त ह एक पdरवार क समान )म और सZमान स परपर आब हम सवा-रत ह एक सना क समान- साहसी और अनशासत - कVटब ह सघष करन को 5नZन वXo यamp और थोथ आदश क XवS िजनका जाल ह हमार अ13दर और बाहर सव_ हम जीत ह ईमानदार स Eयाग और सवा का उच जीवन उEप13न करत ह उपभोग स अधक लत ह िजतना दत ह कह अधक हम बन ह आकाTी )भ कW कपा क जो चलाव= हम= गण साहस और Iान क माग पर

आप कW कपा और आशीष ह )भो हमार मायम स बह

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Xवh म= चारamp ओर हमारा Xवhास ह Oक वदश सवा ह परमhर कW सवा ह और जनता कW भAB ह परमाEमा कW भAB ह हम समझत ह अपना दा5यEव दो योयता और साहस Oक हम परा कर= उस ॐ तEसत

13 Arati Arati is to be performed preferably by the wife of Group Sewak or by the

Group Sewak himself A few flowers and burning camphor placed in a tray are waved before the picture of the Lord and the following Mantras are chanted by all the members present -

न त_ सयpound भा5त न चतारक नमा Xव~तो भा5त कतोऽयमि13गः तमव भा13तम अनभा5त सव तय भासा सवमदXवभा5त ॐ सवषा वितभवत सवषा शाि13तभवत सवषा पण भवत सवषा मsectगल भवत ॐ सव भव13त सखनः सवस13त 5नरामयः सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत असतो मा स^मय तमसो मा यो5तगमय मEयोमाममत गमय ॐ पणमदः पणमद पणात पणमदयत पणय पणमादाय पणमवावश`यत ॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तः

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भज गोXव13दमभज गोXव13दमभज गोXव13दमभज गोXव13दम

भज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13द गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत स)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत काल न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण ११११

र मढ मन गोXव13द कW खोज कर गोXव13द का भजन कर और गोXव13द का ह

यान कर अि13तम समय आन पर 6याकरण क 5नयम तर रTा न कर सक= ग मढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णा कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम यYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाo Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम 2222

र मढ धन स4ह कW त`णा छोड द मन म= वराय लाकर सत तiexclव का

च13तन कर अपन कम फल क अनसार जो धन )ा7 हो उसी स अपन म न को स13त2

कर नारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदश a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम एत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकार मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम ३३३३ स13दर Rी क नाभदश को दखकर मोह म= मत पड यह कवल मास और मजा

का Xवकार ह अपन मन म= इस बात का बार-बार Xवचार कर नलनीदलगतनलनीदलगतनलनीदलगतनलनीदलगत जलम5ततरल जलम5ततरल जलम5ततरल जलम5ततरल तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम XवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4त लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम ४४४४

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कमल-दल क ऊपर जल कW बद अEय13त अिथर होती ह जीवन भी इसी )कार

अिथर ह इस बात को अछmacr तरह समझ ल Oक सारा ससार 6याध अभमान शोक आVद स 4सत ह

यावVnयावVnयावVnयावVnoोपाजन सBःoोपाजन सBःoोपाजन सBःoोपाजन सBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः पlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह ५५५५

जब तक धनोपाजन कW शAB ह तभी तक तZहार पdरवार क लोग तम स )म

रखत ह वावथा म= शरर जजर हो जान पर तZहार बात कोई न पछगा यावEपवनोयावEपवनोयावEपवनोयावEपवनो 5नवस5त दह 5नवस5त दह 5नवस5त दह 5नवस5त दह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह गतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापाय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय ६६६६ जब तक शरर म= )ाण ह तब तक घर म= तZहार कशल पछmacr जाती ह )ाण

5नकलन पर उसी शरर स पcentी तक भयभीत होन लगती ह बालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBः तSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBः वताविच13तासBःवताविच13तासBःवताविच13तासBःवताविच13तासBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः ७७७७

बचपन म= खलamp म= आसAB रहती ह यवावथा म= तSणी स मोह रहता ह और

वावथा म= च13ताय= आ घरती ह Oक13त पर परमाEमा स Oकसी को )म नह ह का त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ः सससससारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः

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कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः ८८८८

कौन तZहार पcentी ह कौन तZहारा प_ ह वततः ससार बडा Xवच_ ह तम

Oकस क हो कहा स आय हो ह भाई कभी इस बात का भी Xवचार करो

सEससEससEससEसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEवगEवगEवगEव 5नस5नस5नस5नसगEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम 5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः ९९९९

सEसग स अनासAB )ा7 होती ह अनासAB स मोह क ब13धन टटत ह मोह टटन पर शाhत तiexclव कW )ा57 होती ह और शाhत तiexclव पान पर जीवन -मAB का लाभ

)ा7 होता ह वयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः Tीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारो Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः १०१०१०१०

जस यवावथा बीतन पर काम -Xवकार न2 हो जाता ह और जल सख जान पर

तालाब नह रह जाता ह वस ह धन न2 होन पर पdरवार नह रह जाता और तiexclव-बोध

होन पर ससार नह रह जाता ह मा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगव हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम मायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा ११११११११

31

धन जन और यौवन क लए अभमान न करना चाVहए काल इन सब को Tण मा_ म=

न2 कर दता ह इन सब को माया का iम समझो और शीordf ह साTाEकार )ा7

करो Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः कालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः ११११2222

Vदन और रात )ातः और साय सय और गम बार -बार आत ह और चल जात

ह काल कW इस cWडा क साथ आय भी बीतती जा रह ह Oफर भी आशाओ कW आधी

स कोई नह बचता का त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता _जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका १३१३१३१३

र iाि13त म= पड मढ Rी धन आVद कW च13ता Gयamp Oकया करता ह Gया तर

ऊपर शासन करन वाला कोई नह ह तीनamp लोकamp म= कवल सEसग ह वह नौका ह जो

ज13म-मरण क सागर स तझ पार कर सकती ह जVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः प1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढो दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः १४१४१४१४

जटाधार बाल मडाय एक-एक कर सर क सब बाल खचवाय और काषायवR

धारण Oकय हए नाना वषधार स13यासी ह व आखamp स दखत हए भी अध ह व मढ

नाना )कार क वष कवल पट भरन क लए धारण करत ह

32

अsectगअsectगअsectगअsectग गलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मड दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम वो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दड तदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEया शाXपडम शाXपडम शाXपडम शाXपडम १५१५१५१५

वावथा म= शरर जजर हो गया ह सर क बाल सफद हो गय ह दात गर

गय ह छडी क सहार चलना पडता ह अथात मEय 5नकट आ गई ह Oक13त आशाओ का

ब13धन अब भी नह टटा अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः करतल करतल करतल करतल भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः १६१६१६१६

आग अिन पीछ सय और रा_ म= घटनamp म= ठो ढ लगाय रहन वाल तथा हाथ पसार

कर भीख मागन वाल और पड क नीच सोन वाल भी आशा क ब13धनamp स मB नह ह कSत गsectगकSत गsectगकSत गsectगकSत गsectग सागरगमनसागरगमनसागरगमनसागरगमन yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम IानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन १७१७१७१७

कोई भल ह गगासागर आVद तीथdeg का सवन कर yenत रख अथवा दान कर

Oक13त अIानी 6यAB सकडamp ज13मamp म= भी मAB नह )ा7 कर सकता ह यह तplusmnय सभी लोग वीकार करत ह

सरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासः शsup2याशsup2याशsup2याशsup2या भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः सवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः १८१८१८१८

33

जो लोग दवताओ क मि13दर और पडamp क नीच 5नवास करत ह बना बछौन क

जमीन पर लटत ह मगछाला पहनत ह और इस )कार सभी भोगamp का Eयाग कर दत ह

उन XवरB लोगamp को कौन सा सख )ा 7 नह ह

योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा सsectगसsectगसsectगसsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगXवहनः Xवहनः Xवहनः Xवहनः यय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चo न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव १९१९१९१९

चाह कोई योग का अयास करता हो या भोगamp म= पडा रहता हो चाह अनक लोगamp क

साथ रहता हो या अकला िजसका चo -च13तन म= मन ह वातव म= वह सखी ह

भगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीता गगगगगागागागाजल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता सकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा 2222००००

जो भगवदगीता का थोडा भी अययन करता ह गगा जल कW एक बद भी पान

करता ह और भAB-भाव स भगवान का मरण करता ह उसकW चचा यमराज भी नह

करत ह पनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरण पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम इह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार 2222११११

बार-बार ज13मना बार-बार मरना और बार-बार मा क पट म= पहचना बडा

क2कारक ह इस दःखमय ससार स पार होना बडा कVठन ह ह भगवन अपनी अपार

कपा स मरा 5नतार करो

34

रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः योगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoो रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव 22222222

जो योगी चीथड बीन कर कथर बनात और पहनत ह पय और पाप क माग को छोड

कर चलत ह िजनका चo योगायास स सयमत ह व ईhर भाव म= 5नमन रहन वाल बालकamp या उ13मo लोगamp कW तरह 5नn13n रहत ह

कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः इ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसार Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम 2222३३३३

तम कौन हो म कौन ह म कहा स आया ह कौन मर माता ह कौन मरा

Xपता ह इन )vamp पर Xवचार करो और इस असार ससार को वwन मा_ समझ कर

छोड दो Eव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः भव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eव वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम 2222४४४४

तम म= मझ म= और सभी थानamp म= क वल एक सव6यापी भगवान ह असVह`ण होकर

तम 6यथ ह मर ऊपर cोध करत हो यVद तम चाहत हो Oक तZह= ईhर )ा7 हो जाय तो तम सदा समभाव रहो

श_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ सविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमान

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सव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIा नम नम नम नम 2222५५५५

दसर लोगamp स लडन म= अथवा उनस म_ता करन म= अपनी शAB का अप6यय न

करो अपन ब13ध-बा13धवamp स राग-nष मत रखो सव_ अपन ह वप को दखो भद बX का Eयाग करो और अIान स छटकारा पाओ

काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह EयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1य5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम आEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः 2222६६६६

काम cोध लोभ और मोह को छोडकर Iानी सव_ आEमवप ह दखता ह

वह समझता ह Oक म वह ह Oक13त आEमIान रVहत मढ लोग अIान क कारण नक कW वदनाय= सहन करत ह

गय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहsup3sup3sup3sup3 यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म नय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चo दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम 2222७७७७

भगवत-गीता और Xव`ण क सहsup3 नाम गान चाVहए भगवान Xव`ण क वप का

5नर13तर यान करना चाVहए सदा सEसग म= चo लगाना चाVहए और दन लोगamp को

दान दना चाVहए सखतः सखतः सखतः सखतः Ocयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः य~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरण तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम 2222८८८८

36

पहल तो लोग सख क लए Rी भोग म= ल7 रहत ह और बाद म= शारdरक रोगamp का शकार होना पडता ह य~Xप इस ससार म= अ13ततोगEवा मEय म= ह शरण मलती

ह Oफर भी लोग पापाचरण नह छोडत

अथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEय नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम प_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः 2222९९९९

लोगamp कW अनथकार धन म= ह सदा Sच बनी रहती ह सEयता यह ह Oक उसम=

Oकि13चत मा_ भी सख नह ह धनी लोगamp को अप न प_ स भी भय रहता ह धन का

सव_ यह हाल दखा जाता ह )ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम जाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधान कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम ३०३०३०३०

बडी सावधानीपवक पहल )ाणायाम का अयास करो मन को सब ओर स

हटाकर अ13तमखी बनाओ 5नEय और अ5नEय वतओ क बीच Xववकपवक Xवचार करो

और Oफर जप करत हए समाध का अयास करो गSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः सि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादव -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम ३१३१३१३१ ह गS क चरणamp म= भABभाव रखन वालamp तम शीordf ह स सार-सागर स पार हो

जाओग तमन इि13 यamp को और मन को वश म= Oकया ह तम अपन acuteदय म= शीordf ह

भगवान का साTाEकार करोग

37

आयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अग १ १ १ १ ---- वथ शरर वथ शरर वथ शरर वथ शरर ((((अअअअ) ) ) ) सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन ---- बना वथ शरर क कोई भी लौOकक या पारलौOकक

काय करना सZभव ह नह ह इसक लए श और सािiexclवक आहार आव1यक ह

मच इमल wयाज लहसन खटाई तल मसाल हग आVद Eयाय ह बहत अधक न खाना चाVहए मताहार रोगamp स बचाता ह यान रखो भोजन वाद क

लए नह वाplusmnय क लए ह एकादशी आVद Oकसी Vदन उपवास भी कई aX2 स

उपयोगी ह ((((बबबब) ) ) ) 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम ---- वथ शरर क लए 5नEय 6यायाम भी आव1यक ह

इसक लए )ातःकाल कछ शारdरक uम करना चाVहए बगीच म= काम टहलना

तरना आसनamp का अयास आVद कछ 6यायाम ह आसन और )ाणायाम साधना

म= अधक सहायक ह ((((सससस)))) वछता वछता वछता वछता ---- वथ वाय का सवन 5नEय नान साफ कपड और रहन क

थान कW सफाई शरर को वथ और चo को )स13न रखती ह

2 2 2 2 ---- वथ मनवथ मनवथ मनवथ मन

((((अअअअ) ) ) ) वायाय वायाय वायाय वायाय ---- जस वथ शरर क लए 5नEय श और पौX2क भोजन कW

आव1यकता ह वस ह वथ मन क लए स-413थamp का 5नEय अवलोकन आव1यक ह अ13यथा मन दबल हो जाता ह और उस मानस रोग घरन लगत ह

दिl13ताय= चडचडाहट 6य4ता भय nष आVद मानसक रोगamp क लTण ह

गीता रामायण भागवत उप5नष योगवास बाइबल ज13दावता करान

_Xपटक 413थसाVहब आVद म= स Oकसी 413थ का अययन करना चाVहए

((((बबबब) ) ) ) स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त ---- य दोनamp वथ मन क लTण ह Xववक और वराय

क 6यायाम स स13तोष और शाि13त बढती ह वथ शरर और वथ मन स

आEमबल बढता ह इसी बल स आयािEमक सफलताय= )ा7 कW जाती ह ((((सससस) ) ) ) सससस----Xवचार Xवचार Xवचार Xवचार ---- स-Xवचार जीवन को सह Vदशा म= ल जात ह अस Xवचारamp

स मन`य का पतन होता ह सEसग और सuml413थamp क अवलोकन स स -Xवचार

38

aढ होत ह कसग और कच2ाय= छोडकर सEसग का आuय लो ससार म= िजतन भी महापSष हए ह और उ13हampन जब जो कछ पाया ह वह सEसग क कारण ह ३ ३ ३ ३ ---- न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो

जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए ---- ((((अअअअ) ) ) ) चय और सEय चय और सEय चय और सEय चय और सEय ---- वीय कW रTा बडी सावधानी स करनी चाVहए शरर

तर पर वीय ह ईhर ह जीवन कW यह एक बहत बडी Xवभ5त ह यह जीवन Xवचार और बX का सार ह सचत वीय ओज म= पdरव5तत होता ह और ओज आEमशAB म= हर कWमत पर सEय मधर और मत भाषण का अयास करना चाVहए

मplusmnया भाषण दबलता भय और अIान का पdरणाम ह 5नEय एक-दो घट का

मौन रहना चाVहए उस समय सकतamp का )योग भी न करना चाVहए ((((बबबब) ) ) ) सससस----गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास ---- 5नयम कW पाब13द समय का उपयोग मधर भाषण

उदारता कSणा नह स-पSषamp का आदर सहनशीलता Tमा धय स13तोष 5नरभमानता आVद स-गण ह यVद य ग ण सहज ह )ा7 न हamp तो अयास क

nारा )ा7 Oकय जा सकत ह सब गणamp का एक साथ अयास नह हो सकता Oक13त एक गण क आत ह उसक सहयोगी अनक गण वय आन लगत ह Oकसी एक गण का अयास करन का सकYप करो और 5नEय सोन क पहल

अपनी सफलताओ-असफलताओ पर Xवचार करो कछ समय म= वह अयास आदत बन जायगा और आदत वभाव ((((सससस) ) ) ) दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग ---- )ायः लोग कसग क कारण दगणamp म= पड जात ह

आयािEमक T_ म= जYद सफल होन क लए दगणamp को शीordfा5तशीordf छोडना

होगा म~पान आलय मासभTण cरता कठोरता कVटलता छल )पच

पर5न13दा लोभ पdर4ह आVद अनक दगण ह यVद साधक म= ऐस कोई दगण ह

तो उ13ह= एक-एक कर छोडन का )यcent करना चाVहए दगण बड हठmacr होत ह

इनक Eयागन क लए सकYप करना पडता ह यVद एक दगण छोडन म= सफलता

मल तो आEम-Xवhास बढ जाता ह और दसर दगण छोडना सरल हो जाता ह ((((दददद) ) ) ) सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका ---- आज क आथक यग म= धन सचय कW हवस बढ रह

ह इसक लए बईमानी और छल-)पच का सहारा लया जा रहा ह कारण कवल

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यह ह Oक हमार आव1यकताय= बढ गई ह श आजी Xवका क लए आव1यक ह

Oक आव1यकताय= घटाई जाय= uम और ईमानदार स कमाया हआ धन मन`य

कW आव1यक आव1यकताय= पर कर सकता ह आलसी और दबल 6यAB ह आसानी स )ा7 होन वाल धन कW इछा करत ह यVद आपकW बX और शरर

शABसZप13न ह तो आप पराय पस को Xव2ा क समान समझ=ग सबल बनो और

uम स धन कमा कर स13तोष का जीवन बताओ ४ ४ ४ ४ ---- आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम उपयB तplusmnय आयािEमक साधना कW भमका तयार करन क लए ह उ13ह=

साधना का परोT अग कह सकत ह आसन यथाथ साधना कW पहल सीढ ह

कछ आसन तो 6या याम कW aX2 स उपयोगी होत ह िजनका उYलख ऊपर Oकया

जा चका ह कछ आसन यान क लए बताय गय ह पझ स और सख

आसन म= स कोई एक अपनी सXवधा और Sच क अनसार चन लना चाVहए

उoर या पव Vदशा कW ओर मख करक उस आसन पर लगभग तीन घट अXवचल

बठन का )यास करना चाVहए उसी आसन पर यान और जप करना होगा

इसक लए थान और समय 5निlत होना चाVहए इस काय क लए एक अलग

कमरा ताल स ब13द रखना चाVहए )ातःकाल ४ बज उठ कर शौचाVद स 5नवo और पXव_ होकर आसन )ाणायाम और यान करना चाVहए आसन पर बठत ह कम स कम बीस बार )ाणायाम करना चाVहए अपन इ2दव क यान क लए कछ ोक याद कर लो )ाणायाम क बाद उनका पाठ करक भगवान का च13तन करना चाVहए ५ ५ ५ ५ ---- )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा भगवान का यान करत ह वा ससार स मन को हटा कर अ13तमखी कर लना चाVहए यह )Eयाहार ह जप इसम= सहायक होगा ॐ या ॐ नमो नारायणाय आVद Oकसी म13_ का जप

)ारZभ कर दना चाVहए १०८ म13_ कW एक माला होती ह एक या तीन माला

म13_ जपना चाVहए अधक भी हो सकता ह म13_-जाप करत ह मन भगवान क

सामन जा पहचता ह भगवान का 5नर13तर च13तन ह धारणा ह

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जप-माला भी उपयोगी ह SाT या तलसी कW माला रखना चाVहए जप क

अ5तdरB उस गल म= पहना जा सकता ह जब म= रखा जा सकता ह और सोत

समय तOकया क नीच भी डाल सकत ह Oक13त माला सदा साथ रखनी चाVहए ६ ६ ६ ६ ---- यान यान यान यान एक 5निlत आसन पर बठकर अपन इ2दव का तल धारावत च13तन ह यान

ह शरर-मन-बX क nारा भगवान क 5नकट पह च उ13ह= पीछ छोड दना समाध

ह यान क अयास कW सफलता समाध क लाभ म= 5नVहत ह समाध म= परम तoव का अपरोT अनभव होता ह याता और यय एक हो

जात ह समाध ह तरयावथा और जीव13मAB ह यह योगी कW पणावथा ह ७ ७ ७ ७ ---- 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा आयािEमक साधना कवल यान क कमर तक ह सीमत नह ह यह तो

सम4-कालक साधना ह Vह13द धम का यह एक बडा अभशाप ह Oक हम कवल

कछ बातamp को पXव_ और धामक मान बठ ह शष 6यावहाdरक जीवन धम और

आयािEमक स पर समझ लया गया ह यह बडी भल ह साधक को अपना सम4 जीवन साधनामय बनाना होता ह भगवान कW शरणाग5त का भाव 5नर13तर रहना चाVहए सारा जीवन उ13ह कW

सवा ह उ13ह कW )रणा स हर काय हो रहा ह आयािEमक साधना कW सार

सफलता उ13ह क हाथ म= ह )ाणीमा_ स )म-भाव रखना भगवान क )म का 6यावहाdरक प ह भगवान क

भBamp को सभी लोग X)य Vदखाई दत ह दसर क दोषamp को दखन क बजाय अपन

दोष दखना और उ13ह= दर करना भगवत सवा का u माग ह दनamp को दान दना रोगयamp कW सवा करना 5नरTरamp को पढाना पीडतamp कW

सहायता करना मोहा13ध भटकत लोगamp को राह Vदखाना आयािEमक साधना का

अि13तम Oक13त महEवपण अग ह कमयोग क अ13तगत इसकW मVहमा क गण गाय गय ह यVद साधना क उपयB 5नदशamp का aढतापवक पालन Oकया जाय तो जीवन म=

5नlय ह सफलता सख और मAB का लाभ होगा सभी स13त -उपदशamp का सार

यह ह

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इस Vदशा म= सतत अ4सर रहन क लए स13तamp महाEमाओ का माग-दशन लत

रहना आव1यक ह वतमान काल म= पय वा मी च13मयान13द जी क अनया5ययamp

nारा थाXपत सथा lsquoच13मय मशनrsquo आपकW सहायता क लए सदा उपलltध ह

पाqयcमपाqयcमपाqयcमपाqयcम

नननन0 पतकपतकपतकपतक )थम)थम)थम)थम बारबारबारबार

)5तVदन)5तVदन)5तVदन)5तVदन

1 जीवनजीवनजीवनजीवन यो5तयो5तयो5तयो5त 10 पपपप

2 आEमआEमआEमआEम XवकासXवकासXवकासXवकास कWकWकWकW 5नदशका5नदशका5नदशका5नदशका 10 पपपप

3 भजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दम 4 ोकोकोकोक

4 तiexclवतiexclवतiexclवतiexclव बोधबोधबोधबोध 4 पपपप

5 आEमआEमआEमआEमबोधबोधबोधबोध 3 ोकोकोकोक

6 प_प_प_प_ nाराnाराnाराnारा वदा13तवदा13तवदा13तवदा13त 10 पपपप

7 मानवमानवमानवमानव 5नमाण5नमाण5नमाण5नमाण कलाकलाकलाकला 12 पपपप

8 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण 4 ोकोकोकोक

9 यानयानयानयान औरऔरऔरऔर जीवनजीवनजीवनजीवन 1 अयायअयायअयायअयाय

10 नारदनारदनारदनारद भABभABभABभAB स_स_स_स_ 5 स_स_स_स_

11 गीतागीतागीतागीता कWकWकWकW भमकाभमकाभमकाभमका 10 पपपप

12 अव1यअव1यअव1यअव1य कर=कर=कर=कर= 10 पपपप

13 साधनासाधनासाधनासाधना पचकमपचकमपचकमपचकम 1 ोकोकोकोक

14 कनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषद 2 म_म_म_म_

15 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1-2-3 3 सससस 5 ोकोकोकोक

16 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (201 सससस 300 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

17 कठोप5नषकठोप5नषकठोप5नषकठोप5नष 2 म_म_म_म_

18 दTणाम5तदTणाम5तदTणाम5तदTणाम5त तो_मतो_मतो_मतो_म 2 म_म_म_म_

19 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 4-5-6 3 सससस 5 ोकोकोकोक

20 उपदशउपदशउपदशउपदश सारसारसारसार 2 ोकोकोकोक

42

21 ईशावायईशावायईशावायईशावाय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 3 म_म_म_म_

22 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 7-8-9 3 सससस 5 ोोोोकककक

23 मडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नष 2 म_म_म_म_

24 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 10-11 3 सससस 5 ोकोकोकोक

25 कवYयकवYयकवYयकवYय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 2 म_म_म_म_

26 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (301 सससस 583 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

27 पSषसBमपSषसBमपSषसBमपSषसBम 4 सBसBसBसB

28 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 12 3 सससस 5 ोकोकोकोक

29 तXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषद 2 म_म_म_म_

30 बनाथबनाथबनाथबनाथ-त5तत5तत5तत5त 4 ोकोकोकोक

31 गीगीगीगीताताताता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 13-14-15 3 सससस 5 ोकोकोकोक

32 ऐतरयऐतरयऐतरयऐतरय उप5न`दउप5न`दउप5न`दउप5न`द 3 म_म_म_म_

33 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 16-17 3 सससस 5 ोकोकोकोक

34 )vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद 2 म_म_म_म_

35 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 18 3 सससस 5 ोकोकोकोक

36 ईhरईhरईhरईhर-दशनदशनदशनदशन (तपोवनमतपोवनमतपोवनमतपोवनम ) एकएकएकएक अयायअयायअयायअयाय

37 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1 सससस 18 5 सससस 10 ोकोकोकोक

38 अ2ावcअ2ावcअ2ावcअ2ावc गीतागीतागीतागीता 3 ोकोकोकोक

39 मामामामाडGयडGयडGयडGय औरऔरऔरऔर काdरकाकाdरकाकाdरकाकाdरका 2 म_म_म_म_

ःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःः

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Page 3: Swadhyayamandal

3

Our Motto To give the maximum happiness to the maximum number for

the maximum time is our religion

हमारा सा13तहमारा सा13तहमारा सा13तहमारा सा13त अधक स अधक लोगamp को अधक स अधक काल क लए अधक स अधक

सख )दान करना हमारा धम ह

Aims and Objects The aim of the mission is well expressed in the motto The objective of happiness to the maximum number emcompasses the whole human race This necessarily takes us beyond all sectarianism

and parochialism In other words we aim at the spiritual renaissance of the individuals as a unit of society country nation nay of the whole world

ल-य और उ01यल-य और उ01यल-य और उ01यल-य और उ01य मशन का ल-य हमार सा13त स प2 हो जाता ह अधक स अधक लोगamp को

सख दन का उ01य सम4 मानव जा5त तक 6या7 ह इसलए हम सभी मत -मता13तरamp

और भद-भावamp स पर ह दसर शltदamp म= हमारा ल-य समाज दश और राgt ह नह

सम4 ससार क अग वप 6यABयamp का आयािEमक उEथान करना ह

4

वायाय मडल Gया हवायाय मडल Gया हवायाय मडल Gया हवायाय मडल Gया ह

वामी च13मयान13द जी क Iान यI सनन क बाद )ायः लोग पछत ह lsquoवामी

जी आप अगल बार कब आय=ग म अभी कछ और जानना चाहता ह Oक13त उसक

लए अब म कहा जाऊrsquo वामी जी क )वचन सनन क बाद अपन शाRamp म= Sच

उEप13न होती ह और )ब 6यAB अपनी आयािEमक शTा आग बढाना चाहत ह

वामी जी Iान का दप )वलत कर दत ह Oक13त साधक को अपना दपक 5नर13तर

जलाय रखना चाVहए वदा13त आEमोथान कW कला और 6यABEव Xवकास का XवIान ह

वह हाथamp-हाथ न Vदया जा सकता ह और न उस जYद पचाया जा सकता ह अ13य

XवIानamp कW भा5त इसका अययन भी धीर-धीर 5नर13तर लग रहन पर ह हो पाता ह

थोड स )वचन दकर वामी जी कवल यह बता सकत ह Oक हम अययन कस )ारZभ

कर= शष आप क ऊपर 5नभर करता ह वामी च13मयान13द न वदा13त क सा13तamp पर कई पाठय-पतक= लखी ह और भगव^ीता तथा उप5नषदamp पर XवIान और तकनीकW म= Sच रखन वाल आध5नक छा_amp

क लए Xवतत भा`य लख ह अपन अनभव कW दर aX2 स उ13हampन अययन का एक कायcम 5नधाdरत Oकया ह यह कवल बौXक Iान अिजत करन क लए ह नह ह

वरन जो लोग उसक अनसार जीवन िजय=ग व अधक कशल तथा सफल बन=ग और शाि13त और सख भी अधक मा_ा म= अनभव कर=ग वामी जी Xवh का iमण करत हए Oकसी एक थान पर एक या दो स7ाह स अधक नह ठहर सकत अतः उ13हampन

वायाय मडलamp क हत एक अययन कायcम बना Vदया ह वामी जी कW

अनपिथ5त म= साधक उसी क अनसार अपना अययन चला सकता ह वायाय मडल म= ऐसी )वचन कW 6यवथा नह होती िजसम= एक 6यAB

बोलता ह और अ13य लोग सनत ह उसक सभी सदय समान प स भाग लत ह

वायाय मडल म= िजस पतक का अययन चलता ह उसका कछ 5निlत भाग सभी सदय 6यABगत प स अययन करत ह व स7ाह म= एक Vदन डढ घट क लए

मलत ह और उ13हampन जो कछ अययन Oकया ह उस पर Xवचार -Xवमश करत ह उनम=

स वामी जी nारा एक मडल-सवक 5नयB कर Vदया जाता ह अथवा उ13ह क nारा

आपस म= चन लया जाता ह वह अ13य सदयamp का माग -दशन और सहायता करता ह उसक सशय 5नवo करता ह और इस बात का यान रखता ह Oक Xवचार -Xवमश एक

5

5नधाdरत सीमा क अ13तगत ह हो वामी जी कW सZम5त ह Oक एक वायाय मडल

म= पाच स प13ह तक सदय हो सकत ह नय मडल बनान कW आव1यकता होन पर

परान मडल का कोई सदय चन लया जाता ह जो अपन को भल -भा5त 6यB कर

सकता ह और आयािEमक समयाओ को प2 प स जानता ह वह नय मडल का

सवक बना Vदया जाता ह वामी जी का Iान यI समा7 होन क तर13त बाद नय वायाय मडलamp कW थापना करना आव1यक होता ह

च13मय पाqयcम (लसन कोस) का सामVहक प स अययन करन क लए भी

वायाय मडल बनाय जात ह अययन करन वाल लोग सादप5न साधनालय पवई

पाक tाइव बZबई स सZब13ध रखत ह इस आuम कW थापना वामी जी nारा कW

गयी ह पाठक )vamp क उoर साधनालय भजत ह और वहा उनका सशोधन Oकया जाता

ह और उन पर Vटwपणी द जाती ह वायाय मडल म= िजन )vamp क उoर नह मलत

ह उनक समाधान क लए साधनालय को लखा जाता ह अनभव स दखा गया ह Oक

इस पाqयcम क nारा वायाय मडल )ारZभ हो जाता ह )ारZभ करन वाल छा_ को

इसक nारा वदा13त क मल सा13तamp का Iान 6यविथत और तकxय प म= हो जाता ह

इस Iान क आधार पर वह शाRamp का गहन अययन 6यABगत प स अथवा वायाय

मडलamp क nारा आग बढा सकता ह च13मय वायाय मडलamp का )ारZभ सन १९६३ म= बZबई स Oकया गया था

वहा तीन मडल थाXपत Oकय गय थ अब समत भारत क च13मय क13amp म= ह नह

वरन Xवदशamp म= भी वायाय मडल चल रह ह जहा वामी जी न यI Oकय थ इस

समय यरोप मय पव कनाडा और अमdरका क अनक नगरamp म= चल रह ह

वायाय मडल पर आवायाय मडल पर आवायाय मडल पर आवायाय मडल पर आपकपकपकपक सZभाXवत )v सZभाXवत )v सZभाXवत )v सZभाXवत )v

)v )v )v )v ---- वाया वाया वाया वायाय मडल म= कौन सिZमलत हो सकता हय मडल म= कौन सिZमलत हो सकता हय मडल म= कौन सिZमलत हो सकता हय मडल म= कौन सिZमलत हो सकता ह उoर उoर उoर उoर ---- कोई भी Rी अथवा पSष वायाय मडल का सदय बन सकता ह जो १६ वष

कW आय स अधक हो बौXक Tमता रखता हो और अपन Vद6य वप को खोजन कW

आकाTा रखता हो वह सख और शाि13त को अपना ज13म स अधकार मानन को

तयार हो

6

)v )v )v )v ---- मर पास अधक समय नह ह म Gया क मर पास अधक समय नह ह म Gया क मर पास अधक समय नह ह म Gया क मर पास अधक समय नह ह म Gया क

उoर उoर उoर उoर ---- म यह Xवhास करन को तयार नह Oक आप अपन कYयाण क लए अपनी सख शाि13त क लए पर स7ाह म= ९० मनट भी नह 5नकाल सकत ह आपक पास

समय नह ह ऐसा आप इसलए कहत ह Oक आप नह जानत Oक आप Gया खो रह ह

हम वायाय मडलamp म= डाGटर इ13जी5नयर वकWल 6यापार और Xव~ाथयamp को आत

दखत ह य लोग अपन 6यवसाय म= अधक कशल और सफल स हय ह उ13हampन वदा13त का )ाचीन Iान जानकर आन13द और त57 पायी ह वह Iान आज भी 5नEय

नतन ह

)v )v )v )v ---- Gया सकत भाषा भी जानना आव1यक ह Gया सकत भाषा भी जानना आव1यक ह Gया सकत भाषा भी जानना आव1यक ह Gया सकत भाषा भी जानना आव1यक ह

उoर उoर उoर उoर ---- सकत जानना आव1यक नह ह Oक13त उसस अययन म= सXवधा होती ह

)v )v )v )v ---- Gया उसम= कछ शYक दना पडता ह Gया उसम= कछ शYक दना पडता ह Gया उसम= कछ शYक दना पडता ह Gया उसम= कछ शYक दना पडता ह उoर उoर उoर उoर ---- बYकल नह हम= वदा13त -Iान क )सार म= ह )स13नता मलती ह आपका

आगमन हमारा सौभाय होगा (च13मय डाक सवा पाqयcम क अ13तगत वायाय

मडल थाXपत करन पर )Eयक सदय को पाqयcम का शYक सादप5न भजना होता

ह वह चाह वत13_ प स अययन कर अथवा वायाय मडल म= सिZमलत हो उस

वह शYक दना होगा उस शYक का कोई सZब13ध वायाय मडल स नह ह )

)v )v )v )v ---- Gया म कछ समय बाद मडल का सवक बन सकता ह Gया म कछ समय बाद मडल का सवक बन सकता ह Gया म कछ समय बाद मडल का सवक बन सकता ह Gया म कछ समय बाद मडल का सवक बन सकता ह

उoर उoर उoर उoर ---- अव1य बन सकत हो अगर आप म= अAडग उEसाह ह नता ह आप Oकसी

महान उ01य क लए काम करन को तयार ह और आप म= ध5त ह तो आप 5नlय ह मडल-सवक बन सकत ह हम आपकW )तीTा कर रह ह

7

च13मय वायाय मडल पर कछ अ13य )vच13मय वायाय मडल पर कछ अ13य )vच13मय वायाय मडल पर कछ अ13य )vच13मय वायाय मडल पर कछ अ13य )v

च13मय वायाय मडल Gया हच13मय वायाय मडल Gया हच13मय वायाय मडल Gया हच13मय वायाय मडल Gया ह

यह एक सा7ाVहक या पाTक ९० मनट कW बठक ह िजसम= 6यAB सौहादपण

वातावरण म= एक_ होकर भारत क वदा13त-दशन का अययन और पdरचचा करत ह

लगभग दस-प13ह सदयamp का एक मडल बनता ह वदा13त-दशन का अययन

6यविथत और Xवकास cम क साथ चलान क लए पाqयcम कW एक परखा तयार कW

गयी ह िजसम= सकत क Iान कW आव1यकता न ह होती

पाqयcम Gया हपाqयcम Gया हपाqयcम Gया हपाqयcम Gया ह

यह पाqयcम इस )कार बनाया गया ह िजसस वदा13त का अययन करन म=

)ारZभ स लकर )Eयक तर पर सगमता हो और हर बात प2 होती जाय यVद हम=

वदा13त म= बहत Sच हो और हम उसका वत13_ प स अययन करना चाह= तो हम

यह नह समझ पाय=ग Oक उसका अययन कहा स और कस )ारZभ Oकया जाय

कदाचत कोई उप5नष लकर हम पढन बठ गय तो उसम= सरल स लगन वाल शltदamp का

ताEपय न समझ सकन क कारण हम= उप5नष का भाव 4ा न होगा इस कVठनाई का

एकमा_ कारण यह ह Oक हम= वदा13त क मल सा13त Iात नह ह अतः इस पाqयcम म= कई पतक= रखी गयी ह उनका अययन cमशः Oकया जाता ह उनक

अययन स हमारा Iान cमशः Xवकसत होता ह और )Eयक तर पर भाव प2 होत

जात ह इस योजना क अ13तगत )Eयक पdरचचा म= Xवचारणीय Xवषय कW मा_ा भी

5नधाdरत कW गयी ह हम अ13त म= वायाय मडल का पाqयcम )तत कर=ग अययन क लए 5नधाdरत पतक= च13मय मशन क13amp पर मलती ह उ13ह= स13ल

च13मय मशन ट स भी मगाया जा सकता ह

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वायाय मडल कWवायाय मडल कWवायाय मडल कWवायाय मडल कW आव1यकता आव1यकता आव1यकता आव1यकता

दशन क अययन म= Xवशष Sच रखन पर भी यVद हम अपन आप अययन

करत ह तो हमार मन म= अनक )v उठ= ग उन )vamp कW अधकता होन पर हमार )ग5त

Sक जायगी वायाय मडल ह ऐसा थान ह जहा हमार शकाय= 5नवo हो सकती ह एक 6यAB कW बX कW अपTा दस -प13ह 6यABयamp कW बX लगाना अधक अछा ह

दस प13ह सदयamp nारा एक स7ाह समान पamp का अययन करन स उनक वायाय मडल म= एक_ होन पर उस Xवषय को समझना और पचाना सरल हो जाता ह य~Xप

वायाय मडल एक थान Xवशष ह जहा हम= वदा13त का मौखक Iान मलता ह

Oक13त दर -सबर वह Iान हमार जीवन म= उतरना ह और वह 5नEय)5त क 6यवहार म=

Vदखाई दता ह वायाय मडल क सदय जब अपन अनभवamp और Xवचारamp का आदान -

)दान करत ह तो उनक सशय घटन लगत ह वदा13त का अययन करन म= या उस

6यवहार म= उतारत समय जो भी शकाय= उEप13न हamp और वायाय मडलamp म= उनका

समाधान न मल तो वामी जी को प_ लख कर पछा जा सकता ह वायाय मडल कW सयोजनवायाय मडल कW सयोजनवायाय मडल कW सयोजनवायाय मडल कW सयोजन----XवधXवधXवधXवध

इसम= Sच रखन वाल लोगamp क नाम गीता Iान यI समा7 होन क बाद

गSदTणा कW बनायी गयी सची स छाट जा सकत ह उनक 5नवास थल या Oकसी

अ13य थान को वायाय मडल क हत काम म= लगाया जा सकता ह य~Xप एक ह

थान पर मडल कW बठक करना उचत ह Oक13त )Eयक सदय कW इछा क अनसार

उसक घर पर भी cम स बठक बलाई जा सकती ह थान 5नधाdरत हो जान पर पहल

बठक वछा स Oकसी Vदन Oकसी समय रखी जा सकती ह बठक )ारZभ होन पर

मडल सवक सभी सदयamp का एक दसर स पdरचय कराता ह पdरचय दत समय अपना

नाम और 6यवसाय ह बताना पया7 नह ह वरन उस यह भी बताना चाVहए Oक उसन

वदा13त का Oकतना अययन Oकया ह उसम= उस Sच कस आयी और अब उस Oकतनी

Sच ह इसक उपरा13त अययन क पाqयcम क महEव पर बल दना चाVहए और पहल

पतक क अययन )ारZभ करन का 5नlय करना चाVहए उसी समय वह पत क

सबको बाट दनी चाVहए उसी कW साथ व ोक भी लखा द= या छप हए द= िजनका

9

उचारण अगल बठक म= Oकया जायगा )थम बठक म= जो लोग नह आ सक उ13ह=

अगल बठक कW सचना दना अ5नवाय ह वायाय मडल का सचालनवायाय मडल का सचालनवायाय मडल का सचालनवायाय मडल का सचालन

थान कW 6यवथा - वायाय मडल क लए कोई भी ऐसा थान हो सकता ह

िजसम= दस प13ह लोग भम पर आराम स बठ सक= मडल क सदयamp म= स ह कोई

6यAB अपना कमरा इस काय क लए वछा स द सकता ह वह थान पणतः वछ होना चाVहए धप बoी कW सहायता स वातावरण अधक उपयB बनाया जा सकता ह

एक म5त या च_ रख कर और उसक सामन जला दपक रख कर वातावरण गभीर बना लना चाVहए च_ ऐस थान पर रख= जहा स वह सबको Vदखाई द मडल-सवक उसी

च_ क 5नकट बठ nार क पास जत उतारन और उ13ह= करन स रखन का थान छोड द= कोट आVद उतार कर टागन का थान भी बनाया जा सकता ह

)थम बठक - सदयamp का पdरचय )ा7 करन क बाद मडल-सवक कोई ऐसा Vदन

और समय 5निlत कर ल= जो सभी सदयamp को सXवधाजनक हो य~Xप मडल कW बठक=

स7ाह म= एक बार रखी जाती ह Oक13त पdरिथ5त क अनसार व प13ह Vदन म= भी एक

बार रखी जा सकती ह )थम बठक म= वायाय मडल क महEव और उपयोगता पर

Xवचार Oकया जाता ह बठकamp म= सिZमलत होत समय उचत भावना पर 5ना और

5नयमतता कW आव1यकता होती ह उसी पर बल दना चाVहए पतक पढन कW Xवध नोट लखना और पdरचचा क लए तयार करना भी बताया जाता ह सबको पाqयcम

समझा Vदया जाता ह और )थम पतक lsquoजीवन-यो5तrsquo सबको Xवतdरत कर द जाती ह

(IानयI म= बcW क लए आयी पतकamp म= स लगभग १५ lsquoजीवन-यो5तrsquo पतक= बचा

रखना चाVहए अ13यथा वायाय मडल क लए पतक= मगान म ६-८ स7ाह लग

जाय=ग) मडल-सवक यह बात भल-भा5त समझा दता ह Oक पdरचचा )ारZभ करन स

पहल मन को शा13त कर लना चाVहए उठ कर जान स पहल भी मन को शा13त करना

आव1यक ह इसक लए नीच लखा म13_ )योग म= लाया जाता ह-

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ॐ ॐ ॐॐ ॐ ॐॐ ॐ ॐॐ ॐ ॐ ॐ सह नावबतॐ सह नावबतॐ सह नावबतॐ सह नावबत सह नौ भनBसह नौ भनBसह नौ भनBसह नौ भनB सह वीय करवावहसह वीय करवावहसह वीय करवावहसह वीय करवावह

तजिवनावधीतमत मा XवVnषावह तजिवनावधीतमत मा XवVnषावह तजिवनावधीतमत मा XवVnषावह तजिवनावधीतमत मा XवVnषावह ॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तःशाि13तःशाि13तःशाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः

lsquolsquoह परमाEमन आप हम दोनamp गS श`य कW साथ -साथ रTा कर= हम दोनamp का

साथ-साथ पालन कर= हम दोनamp साथ-साथ ह शAB )ा7 कर= हम दोनamp कW पढ हई Xव~ा तजोमयी हो और हम दोनamp परपर nष न कर=rsquorsquo

इसक उपरा13त सT7 भजन और कWतन भी वातावरण को )म और सावपण

बना सकत ह पdरचचा क समय अनशासन कW आव1यकता ह सदय को उसक लए तयार

होकर आना चाVहए बोलत समय एक-एक 6यAB cम स बोल Xवचारणीय Xवषय क

सभी ब13द cमब हamp उसी Xवषय पर अ13य 413थamp स उरण Vदय जा सकत ह Xवषय

स असZब बात= बोलन कW वीक5त न द जाय कछ )vamp पर सशय रह सकता ह उनक प2ीकरण क लए अगल बठक तक धय रखना चाVहए (पdरचचा क समय

टलफोन क 6यवधान स बचन क लए उस दर रखना चाVहए या उसका सZब13ध काट दना चाVहए) मडल-सवक अगल बार क लए अययन हत पतक का अश 5नधाdरत करगा

नीच लख शाि13त पाठ क साथ पdरचचा समा7 होती ह-

सव भव13त सखनः सवसव भव13त सखनः सवसव भव13त सखनः सवसव भव13त सखनः सव स13त 5नरामयः स13त 5नरामयः स13त 5नरामयः स13त 5नरामयः सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत

ॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तःशाि13तःशाि13तःशाि13तः शाि13तःशाि13तःशाि13तःशाि13तः

lsquolsquoसभी लोग सखी हamp सभी 5नरोग हamp सभी भता का दशन कर= Oकसी को दःख

न भोगना पडrsquorsquo

यVद कोई सदय अनपिथत रहा ह तो अगल बठक क पव उसस मलकर

थान आVद क पdरवतन कW सचना उस दनी चाVहए

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मडल क सदयamp क यVद कोई अ13य )v हamp तो उनका समचत उoर दना चाVहए यह बहत आव1यक ह Oक यह कायcम 5निlत समय स )ारZभ हो और 5निlत

समय पर ह समा7 हो िजसस सदयamp को Oकसी )कार कW अनाव1यक असXवधा न हो

अगल बठक= - थान और समय आVद क Xवषय म= पववत 6यवथा रखनी ह

शष कायcम इस )कार होगा-

(१) तीन बार ॐ का उचारण और शाि13त पाठ

(2) कछ मनट भजन और कWतन

(३) Xपछल स7ाह म= हई पdरचचा का सार वय मडल -सवक nारा अथवा उसक nारा

इगत Oकय गय Oकसी अ13य सदय nारा कह जान चाVहए (४) उस Vदन क Xवचारणीय Xवषय पर सभी सदय अपन Xवचार cमशः )तत कर=

एक क Xवचारamp का दसरा 6यAB खडन या मडन कर सकता ह (५) मडल-सवक समत Xवचारamp को 6यविथत कर और उस पण बनाव

(६) अगल बठक क लए कछ अश 5नधाdरत Oकया जाय

(७) सब सदयamp nारा शाि13त पाठ

(८) शाि13त और अनशासन क साथ थान छोडकर जाय= िजनक घर पर यह कायcम हो

व चाह तो कछ )साद Xवतरण कर सकत ह Oक13त यह सदा आव1यक नह ह उसका

Xवतरण पdरचचा समा7 होन क उपरा13त ह करना चाVहए

)v )v )v )v ---- Gया वायाय Gया वायाय Gया वायाय Gया वायाय----मडल धम पdरव5तत कर Vह13द बनान कW स-म Xवध मडल धम पdरव5तत कर Vह13द बनान कW स-म Xवध मडल धम पdरव5तत कर Vह13द बनान कW स-म Xवध मडल धम पdरव5तत कर Vह13द बनान कW स-म Xवध

हहहह उoर उoर उoर उoर ---- बYकल नह वदा13त सZ)दायवाद कदाXप नह ह ससार भर क वायाय मडलamp क सदयamp न दखा ह Oक वदा13त क अययन स 6यAB उEक2 बनता

ह वह Oकसी भी धम का हो इसस )योजन नह वदा13त धम पdरवतन चाहन वालamp कW खोज म= नह ह उसका उ01य 6यAB को अपन Xवषय म= अधक Iान दना और अपन

6यABEव को समि13वत बनाना ह यह Xवचार करन क लए )dरत करता ह और इसका

उपयोग Xवh म= सव_ ह अतः इसका उपयोग आEम-Xवकास क लए Oकया जाता ह धम पdरवतन क लए नह

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)v )v )v )v ---- Gया शाि13त Gया शाि13त Gया शाि13त Gया शाि13त----पाठ आVद सकत म= ह बोलन चाVहएपाठ आVद सकत म= ह बोलन चाVहएपाठ आVद सकत म= ह बोलन चाVहएपाठ आVद सकत म= ह बोलन चाVहए

उoर उoर उoर उoर ---- )ारZभ म= वदा13त-दशन सकत म= ह लखा गया था इसलए उसका पाठ सकत म= ह Oकया जाता ह सकत म= पाठ करन स हम= वह शा13त और गभीर वातावरण मल जाता ह िजसम= ऋXषयamp न हम= वह Iान Vदया था )ारZभ म= सकत का

उचारण करना कVठन लग सकता ह Oक13त अ13य लोगamp को सनन उनक साथ बोलन स और थोडा )यास वय करन स वह सगम हो जाता ह यVद कछ सदय अ13य धमावलZबी ह और उनकW भाषा भी भ13न ह तो पdरचचा क 5नधाdरत समय म= शाि13त-

पाठ Oकसी भी भाषा म= Oकया जा सकता ह )v )v )v )v ---- यVद म वायाय मडल क Oकसी यVद म वायाय मडल क Oकसी यVद म वायाय मडल क Oकसी यVद म वायाय मडल क Oकसी अ13य सदय को पस13द न क तो अ13य सदय को पस13द न क तो अ13य सदय को पस13द न क तो अ13य सदय को पस13द न क तो उoर उoर उoर उoर ---- राग-nष मन`य का वभाव ह वायाय मडल म= भी कछ ऐस सदय हो सकत ह िजनक साथ आप बठना पस13द न कर= वदा13त का Iान इतना मYयवान ह

Oक आपको अपनी Sच-अSच का याल न रख कर अययन करना चाVहए बठक क

समय Oकसी भी 6यAB क )5त अSच हो तो उस भी सहन करन का अयावस कर=

थोडी उदारता और सहनशीलता रख कर वायाय मडल म= वदा13त अययन करन का

लाभ उठा लना चाVहए

पतक अययन Xवधपतक अययन Xवधपतक अययन Xवधपतक अययन Xवध

वदा13त XवIान ह अतः उसका अययन 6यविथत प म= करना चाVहए )थम

पतक lsquoजीवन-यो5तrsquo स अययन )ारZभ करना चाVहए इस भी जYद-जYद न पढ= यह कोई उप13यास या हYकW-फYकW पतक नह ह इन पतकamp को पढ कर इनक ऊपर

वय Xवचार करना आव1यक ह इसीलए एक बार म ५ या १० प ह पढ पतक

धीर-धीर Xवचार करत हए पढ= और उसम= 5नXपत सा13तamp कW सEयता पर च13तन

कर= इस )कार पढन म= 2०-३० मनट लग सकत ह इनक पढन का समय )ातःकाल ना1ता करन क बाद उपयB होगा पतक पढन क बाद Vदन का काय )ारZभ कर= इसक पढन पर आफ मन म= अनक शकाय= उठ=गी कछ सा13त आपको तक हन एव अ6यावहाdरक लग सकत ह उन शकाओ को आप अपनी नोट-बक म= लख ल= यह नोट-बक इसी काय क लए अलग रख= अपनी शकाओ को प2 प म= 6यB कर= उ13ह=

लखन क बाद आप उ13ह= भल जाय= और पतक को 5नEय आग पढत रह=

13

अगल रXववार या Oकसी छी क Vदन जब खाल समय मल उस नोट-बक को

उठाकर अपनी परानी शकाओ को पढ= एक स7ाह म= आपन िजतनी शकाय= कW उन पर

Xवचार कर दख= Gया व अब भी अनodरत ह आपको यह दख कर आlय होगा अब बहत सी शकाय= 5नवo हो गयी ह एक स7ाह क अययन स आपका Iान बढा ह Oफर भी कछ )v ऐस हो सकत ह िजनका उoर आपको अभी नह मला ह उ13ह= अभी मत काट= सोमवार स अपन अययन का कायcम पनः आग बढाय= नई शकाय=

उEप13न हamp उ13ह= पनः लखत जाय= स7ाह क अ13त म= पववत उन )vamp पर Oफर Xवचार

कर= इस cम स अययन करत रहन पर पतक समा7 होन तक आप दख=ग Oक

आपको सभी )vamp का उoर मल गया ह यVद कदाचत कछ )v रह गय ह तो उनका समाधान अगल पतक म= मल जायगा अययन धीर-धीर करो कोई जYद नह ह आपक वत13_ च13तन कW

अEयधक आव1यकता ह Oकसी सा13त को बना Xवचार Oकय वीकार मत कर लो

उसकW सEयता पर Xवचार करो अपनी समझ म= आना बहत आव1यक ह तभी वदा13त

XवIान म= )वश होगा आप उसका Iान धारण कर सक= ग जीवन-यो5त पर पढ लन और उसकW पनरावXo कर लन क बा द वायाय

पाqयcम दख= और अगल पतक अययन क लए हाथ म= ल= पतकamp को cमानसार ह पढ और थोडा-थोडा करक धीर-धीर पढ= कल पाqयcम आधा घटा 5नEय पढ कर दो-तीन वष म= परा होगा )यास कर= आप इस कर सकत ह करना भी अव1य चाVहए

वावावावामी च13मयान13दमी च13मयान13दमी च13मयान13दमी च13मयान13द

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Study Group Programme

वायाय मडल का कायcमवायाय मडल का कायcमवायाय मडल का कायcमवायाय मडल का कायcम

1111---- Thrice Chanting of Om

तीन बार ॐ का दघ उचारण तीन बार ॐ का दघ उचारण तीन बार ॐ का दघ उचारण तीन बार ॐ का दघ उचारण 2222---- Peace Invocation

शाि13त पाठशाि13त पाठशाि13त पाठशाि13त पाठ

ॐ सह नाववत सह नौ भनB सह वीय करवावह तजिवनावधीतमत मा ॐ सह नाववत सह नौ भनB सह वीय करवावह तजिवनावधीतमत मा ॐ सह नाववत सह नौ भनB सह वीय करवावह तजिवनावधीतमत मा ॐ सह नाववत सह नौ भनB सह वीय करवावह तजिवनावधीतमत मा

XवVnषावहXवVnषावहXवVnषावहXवVnषावह

ॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः

ह परमाEमन आप हम गS -श`य दोनamp कW साथ-साथ सब )कार स रTा कर=

हम दोनamp का आप साथ-साथ समचत प स पालन -पोषण कर= हम दोनamp साथ-ह-साथ

सब )कार स बल )ा7 कर= हम दोनamp कW अययन कW हई Xव~ा तजपण हो - कह

परात न हamp और हम दोनamp जीवन भर परपर नह-स_ म= बध रह= हमार अ13दर परपर कभी nष न हो ह परमाEमन तीनamp तापamp कW 5नवXo हो

ॐ आwयाय13त ममाॐ आwयाय13त ममाॐ आwयाय13त ममाॐ आwयाय13त ममा गा5न वाक )ाणlTः uो_मथो बलमि13रयाण च सवाण गा5न वाक )ाणlTः uो_मथो बलमि13रयाण च सवाण गा5न वाक )ाणlTः uो_मथो बलमि13रयाण च सवाण गा5न वाक )ाणlTः uो_मथो बलमि13रयाण च सवाण

सव ौप5नषद माह 5नरासव ौप5नषद माह 5नरासव ौप5नषद माह 5नरासव ौप5नषद माह 5नराकया मामा 5नराकरोत अ5नराकरणमत अ5नराकरण कया मामा 5नराकरोत अ5नराकरणमत अ5नराकरण कया मामा 5नराकरोत अ5नराकरणमत अ5नराकरण कया मामा 5नराकरोत अ5नराकरणमत अ5नराकरण

मऽत तदाEम5न 5नरतय उप5नषEस धमात म5य स13त त म5य स13त मऽत तदाEम5न 5नरतय उप5नषEस धमात म5य स13त त म5य स13त मऽत तदाEम5न 5नरतय उप5नषEस धमात म5य स13त त म5य स13त मऽत तदाEम5न 5नरतय उप5नषEस धमात म5य स13त त म5य स13त ॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तः

ह परमाEमन मर सार अग वाणी न_ uो_ आVद सभी कमि13दया और

Iानि13रया )ाणसमह शारdरक और मानसक शAB तथा ओज - सब पX2 एव वX

को )ा7 हamp उप5नषदamp म= सवप का जो वप वणत ह उस म कभी अवीकार न क और वह भी मरा कभी पdरEयाग न कर मझ सदा अपनाय रGख मर साथ

का और क साथ मरा 5नEय सZब13ध बना रह उप5नषदamp म= िजन धम का

15

)5तपादन Oकया गया ह व सार धम उप5नषदamp क एकमा_ ल-य पर परमाEमा म=

5नर13तर लग हए मझ साधक म= सदा )काशत रह= मझम= 5नEय 5नर13तर बन रह= और

मर _Xवध तापamp कW 5नवXo हो 3 Introspection The following questions are asked by Group Sewak Every body answers

mentally to himself - (1) How far am I maintaining Brahmacharya (2) Did I during this week live less passionately and less selfishly (3) Have I any bad feelings towards any member of my spiritual family -

the Chinmaya Mission (4) Am I progressing and proving to myself and others a better man a

more cheerful man each day (5) Did I meditate all the days of this week (6) How far have I developed in constant and repeated ISHWAR

SMARANA (7) Did I read every day atleast three pages of the scriptures

आEमआEमआEमआEम----5नरTण 5नरTण 5नरTण 5नरTण

मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= ---- १- म चय का पालन Oकतना करता ह

2- Gया म इस स7ाह कम उVnन और कम वाथ रहा ३- Gया च13मय मशन क अपन आयािEमक पdरवार क Oकसी सदय स मरा दभाव

ह ४- Gया म अपना Xवकास कर अ13य लोगamp क लए पहल स भला आदमी बन रहा ह और

सदा )स13न रहता ह

५- Gया म Xपछल स7ाह 5नEय यान साधना करता रहा

६- 5नर13तर ईhर मरण रखन म= मझ Oक तनी सफलता मल ह

७- Gया म 5नEय शाRamp क कम स कम तीन प पढता रहा ह

16

५५५५ गSतो_मगSतो_मगSतो_मगSतो_म

अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः ११११ िजनकW कपा स सZपण चराचर जगत म= 6या7 परमाEमा का बोध हआ ह उन गSदव को

मरा )णाम ह अIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकयाअIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकयाअIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकयाअIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकया चTS13मीलत यन तम uीगरव नमःचTS13मीलत यन तम uीगरव नमःचTS13मीलत यन तम uीगरव नमःचTS13मीलत यन तम uीगरव नमः 2222

िज13हampन अIान अ13ध न_amp को Iान अजन कW शलाका स उ13मीलत कर Vदया ह उन

गSदव को मरा )णाम ह गSा गSXव णः गSगSा गSXव णः गSगSा गSXव णः गSगSा गSXव णः गS दवो महhरःदवो महhरःदवो महhरःदवो महhरः गSरव पर तम uीगरव नमः गSरव पर तम uीगरव नमः गSरव पर तम uीगरव नमः गSरव पर तम uीगरव नमः ३३३३

गS ह ा ह गS ह Xव`ण ह गS ह शकर (महhर) ह गS ह पर ह उन

गSदव को मरा )णाम ह थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम तEपद दशत यन तम uीतEपद दशत यन तम uीतEपद दशत यन तम uीतEपद दशत यन तम uीगरव नमः गरव नमः गरव नमः गरव नमः ४४४४ जड चतन व चर अचर म= जो तiexclव 6या7 ह उसका बोध िजनकW कपा स )ा7 हआ ह उन गSदव को मरा )णाम ह च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः ५५५५

17

सZपण चराचर जगत म= 6या7 परम चतना का दशन िजन गSदव कW कपा स सZभव हआ ह उन गSदव को मरा )णाम ह सवu5तशरोरcentXवरािजत सवu5तशरोरcentXवरािजत सवu5तशरोरcentXवरािजत सवu5तशरोरcentXवरािजत पपपपदाZबजःदाZबजःदाZबजःदाZबजः वदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमःवदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमःवदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमःवदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमः ६६६६ िजनक चरण कमलamp म= सभी u5त रcent Xवरािजत ह और िजनक सय सaश Iानालोक स

वदा13त कमल Xवकसत होता ह उन गSदव को मरा )णाम ह चत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनःचत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनःचत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनःचत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ७७७७

जो च13मय शाhत शा13त 6योमातीत 5नरजन और ब13द नाद तथा कलाओ स भी

पर ह उन गSदव को मरा )णाम ह IानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतःIानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतःIानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतःIानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतः भABमAB )दाता च तम uीगरव नमःभABमAB )दाता च तम uीगरव नमःभABमAB )दाता च तम uीगरव नमःभABमAB )दाता च तम uीगरव नमः ८८८८

जो Iान और शAB म= अविथत ह तथा तiexclव सा13त कW माला धारण Oकय ह जो भAB और मAB दन वाल ह उन गSदव को मरा )णाम ह अनक ज13म स)ा7 कमब13धअनक ज13म स)ा7 कमब13धअनक ज13म स)ा7 कमब13धअनक ज13म स)ा7 कमब13ध XवदाVहन XवदाVहन XवदाVहन XवदाVहन आEमIान )दानन तम uीगरव नमःआEमIान )दानन तम uीगरव नमःआEमIान )दानन तम uीगरव नमःआEमIान )दानन तम uीगरव नमः ९९९९ अनक ज13मamp स कमब13धनamp म= जकड )ाणी को जो आEमIान क nारा मB करा दन म=

समथ ह उन गSदव को मरा )णाम ह

18

शोषण भवस13धोl Iापण सारसपदःशोषण भवस13धोl Iापण सारसपदःशोषण भवस13धोl Iापण सारसपदःशोषण भवस13धोl Iापण सारसपदः गरोः पादोदक सZयक तम uीगगरोः पादोदक सZयक तम uीगगरोः पादोदक सZयक तम uीगगरोः पादोदक सZयक तम uीग रवनमःरवनमःरवनमःरवनमः१०१०१०१० िजनक पादोदक क पश स ससार सागर सख जाता ह और परमतiexclव का बोध हो जाता ह उन गSदव को मरा )णाम ह न गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपःन गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपःन गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपःन गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपः तEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमःतEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमःतEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमःतEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमः ११११११११ गS स अधक उच कोई तiexclव नह ह और गS कW सवा स ऊचा कोई तप नह ह

तiexclवIान स u कोई Iान नह ह ऐस गSदव को मरा )णाम ह म13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSःम13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSःम13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSःम13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSः मदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमःमदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमःमदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमःमदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमः ११११2222

मर वामी ससार क वामी ह और मर आEमा सZपण )ाणयamp कW आEमा ह िजनकW

कपा स यह Iान )ा7 होता ह उन गSदव को मरा )णाम ह गSराVदरनाVदl गSः परमदवतमगSराVदरनाVदl गSः परमदवतमगSराVदरनाVदl गSः परमदवतमगSराVदरनाVदl गSः परमदवतम गरोः परतर नाित तम uीगरव नमःगरोः परतर नाित तम uीगरव नमःगरोः परतर नाित तम uीगरव नमःगरोः परतर नाित तम uीगरव नमः १३१३१३१३

गS अनाVद और अन13त ह गS ह परम दवता ह गS स u कछ भी नह ह अतः उन

गSदव को मरा )णाम ह

Eवमव माता च Xपता EवमवEवमव माता च Xपता EवमवEवमव माता च Xपता EवमवEवमव माता च Xपता Eवमव Eवमव ब13धlसखा EवमवEवमव ब13धlसखा EवमवEवमव ब13धlसखा EवमवEवमव ब13धlसखा Eवमव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव १४१४१४१४ ह गS दव तम ह मर माता हो Xपता हो भाई हो म_ हो Xव~ा हो और धन हो ह

दवताओ क दवता तZह म र लए सब कछ हो

19

६६६६ गीता यानमगीता यानमगीता यानमगीता यानम

ॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयमॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयमॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयमॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयम 6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम ----

अZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीमअZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीमअZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीमअZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीम ११११ ह मा भगवत-गीत म तZहारा 5नर 13तर अनच13तन करता ह भगवान नारायण न

अजन क )5तबोध क लए तZहार रचना वय कW थी )ाचीन म5न 6यासदव न तZह=

महाभारत क मय थाXपत Oकया तZहार अठारह अयाय ह तम Vद6य हो तZहार nारा अnतामत कW वषा होती ह और तम ससार क बधनamp स मB करन वाल हो

नमोऽतत 6यास Xवशाल ब नमोऽतत 6यास Xवशाल ब नमोऽतत 6यास Xवशाल ब नमोऽतत 6यास Xवशाल ब ---- फYलारXव13दायतप_ न_ फYलारXव13दायतप_ न_ फYलारXव13दायतप_ न_ फYलारXव13दायतप_ न_ यन Eवया भारततलपणः यन Eवया भारततलपणः यन Eवया भारततलपणः यन Eवया भारततलपणः ----

)वालतो Iानमयः )दपः )वालतो Iानमयः )दपः )वालतो Iानमयः )दपः )वालतो Iानमयः )दपः 2222

ह 6यासदव तZह= मरा )णाम ह खल हए कमल कW पखडयamp क सaश तZहार Xवशाल न_ ह तZहा रा Iान महान ह तमन महाभारत -तल (सार) स भरकर Iान का

दपक )वलत Oकया ह

)प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय )प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय )प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय )प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय Iानमाय क`णाय गीतामतदIानमाय क`णाय गीतामतदIानमाय क`णाय गीतामतदIानमाय क`णाय गीतामतद ह नमः ह नमः ह नमः ह नमः ३३३३

म उन भगवान क`ण को )णाम करता ह जो एक हाथ म= लकVट और दसर म=

Iान-मा धा रण Oकय हए ह िज13हampन (उप5नषदamp स) गीतामत का दोहन Oकया ह और

िजनकW शरण म= जान वाल कW समत कामनाय= वस ह पण होती ह जस कYपवT स

20

सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत ४४४४

सZपण उप5नष गाय= ह गोपालन13दन उनक दोहन वाल ह अजन गोवEस ह गीता महान अमतमय दध ह और सधीजन उस दध का पान करन वाल ह

वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम ५५५५

म उन भगवान क`ण को )णाम करता ह जो वसदव क Vद6य प_ ह कस और

चाणर का वध करन वाल ह दवकW मा को परम आन13द )दान करन वाल ह और

समत ससार क गS ह

भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला ---- शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला अhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनाव 5त नी 5तनी 5तनी 5तनी ----

सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः ६६६६ भगवान क`ण nारा चालत गीता -Iान कW नौका म= बठकर पाडवamp न उस भयकर

रणनद को सहज पार कर लया िजसक भी`म और ोण तट थ जयथ िजसका जल

था गाधार नप नील -कमल थ िजसम= शYय जस 4ाह थ और कपाचाय िजसकW तीyen

धारा थ कण िजसकW उoाल तरग थ अhEथामा और Xवकण िजसक भयकर मगर थ

और दयpoundधन िजसकW भवर था

पाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम लोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदा

भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस ७७७७

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महाभारत का वह 5नमल कमल हम= कYयाणकार हो जो पाराशर क प_ 6यास क

वचन सरोवर म= उEप13न हआ जो गीता कW उEकट गध स पdरपण ह िजसक अनक

आयान कसर क समान ह जो भगवान क`ण कW मधर कथाओ स पdरपण ह सजन iमरamp क nारा िजसक रस का पान 5नर13तर Oकया जाता ह और जो कलयग क समत

दोषamp का शमन करन वाला ह

मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम ८८८८

िजनकW कपा स मक वाचा ल हो जात ह और पग लोग भी ऊ च पवतamp को पार कर

जात ह उन परमान13द भगवान क`ण कW हम व13दना करत ह

य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव ---- वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो ----

ययाययाययाययात न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः ९९९९

ा वSण इ13 S और मSण Vद6य तो_amp nारा िजसकW त5त करत ह

सामवद क गान वाल अग पद cम और उप5नषदamp क सVहत वदamp nारा िजसका गायन

करत ह योगीजन यान म= िथत तnत हय म न स िजसका दशन करत ह दवता और

असर गण (कोई भी) िजसक अ13त को नह जानत उस (परम पSष नारायण ) दव क

लए मरा नमकार ह ७७७७ गीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोक

8 The spiritual text ((((पाqय पतकपाqय पतकपाqय पतकपाqय पतक )))) It is to be taken stanza by stanza and commented upon by the Group Sewak

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9 Discussions ((((Xवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमय)))) The Group Sewak may act as a mediator 10 Meditation Let all members sit in their favourite pose with head erect and eyes closed The Group Sewak may chant a short Mantra lowering the pitch of voice by and by Everyone repeats the process mentally Then there is a silence Every body tries to live in that silence abandoning all sorts of ideas If any thought comes in mind one should try to become its witness (Sakshi) The whole process may take only 5 to 7 minutes

यानमयानमयानमयानम शा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरश

Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम ल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZय व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम

११११११११ यानषटकयानषटकयानषटकयानषटक मनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाह न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च 6योमभमन च 6योमभमन च 6योमभमन च 6योमभम न तजो न वायःन तजो न वायःन तजो न वायःन तजो न वायः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ११११

म न मन ह न बX ह न अहकार ह और न चo ह म न uो_ ह न िजcopyा

ह न नासका ह और न न_ ह न म आकाश ह न भम ह न अिन ह

और न वाय म चदान13द प शव ह शव ह

न च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपाय

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम 2222

23

न म )ाण ह और न पचवाय न म स7धात का शरर ह और न

पचकोश न म वाक पाण पाद उपथ और न गदा ह म चदान13दप

शव ह शव ह

न म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौ

न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ३३३३

न म राग ह और न nष न म लोभ ह और न मोह न म मद ह और

न मEसर म धम अथ काम मोT भी नह ह म चदान13दप शव ह शव ह न पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःख न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः अह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBा चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ४४४४

न म पय ह और न पाप न म सख ह और न दःख न म म13_ ह

और न तीथ न म वद ह न यI म भोजन भोय और भोBा भी नह ह म

चदान13दप शव ह शव ह

न मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदः Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म न ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ५५५५

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न म मEय ह और न भय मझम= कोई जा5तभद भी नह ह न मर

माता ह और न Xपता मरा ज13म भी नह हआ ह न मरा कोई ब13ध ह न म_

न गS ह न श`य म चदान13दप शव ह शव ह

अह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपः

XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम न चान चान चान चासsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ६६६६

मर न कोई कYपना ह और न आकार म सव6यापी और इि13रयातीत

ह मरा न ब13धन ह और न मAB म Iय भी नह ह म चदान13दप शव ह शव ह

११११2222 uी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकम

6या7 जग6या7 जग6या7 जग6या7 जग~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत

5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ११११

अखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभावः परमाEमसEय वः परमाEमसEय वः परमाEमसEय वः परमाEमसEय

सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय 2222

म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः बोचबबोचबबोचबबोचब umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः

25

सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ३३३३

शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः

6यापी परण मो6यापी परण मो6यापी परण मो6यापी परण मोदमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ४४४४

अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च ग गभीग गभीग गभीग गभी र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ५५५५

तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म

Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न च13Eयमानम च13Eयमानम च13Eयमानम च13Eयमानम uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ६६६६

12 Pledge We stand as one family bound to each other with love and respect We serve as an army Courageous and disciplined ever-ready to fight against all low tendencies and false values within and without us We live honestly

the noble life of sacrifice and service producing more than what we consume and giving more than what we take

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We seek the Lords Grace to keep us on the path of virtue courage and wisdom May Thy Grace and Blessings flow through us to the world around us We believe that the service of our country is the service of Lord of Lords and devotion to the people is the devotion to the Supreme Self We know our responsibilities give us the ability and courage to fulfill them

OM TAT SAT

च13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIा हमार िथ5त ह एक पdरवार क समान )म और सZमान स परपर आब हम सवा-रत ह एक सना क समान- साहसी और अनशासत - कVटब ह सघष करन को 5नZन वXo यamp और थोथ आदश क XवS िजनका जाल ह हमार अ13दर और बाहर सव_ हम जीत ह ईमानदार स Eयाग और सवा का उच जीवन उEप13न करत ह उपभोग स अधक लत ह िजतना दत ह कह अधक हम बन ह आकाTी )भ कW कपा क जो चलाव= हम= गण साहस और Iान क माग पर

आप कW कपा और आशीष ह )भो हमार मायम स बह

27

Xवh म= चारamp ओर हमारा Xवhास ह Oक वदश सवा ह परमhर कW सवा ह और जनता कW भAB ह परमाEमा कW भAB ह हम समझत ह अपना दा5यEव दो योयता और साहस Oक हम परा कर= उस ॐ तEसत

13 Arati Arati is to be performed preferably by the wife of Group Sewak or by the

Group Sewak himself A few flowers and burning camphor placed in a tray are waved before the picture of the Lord and the following Mantras are chanted by all the members present -

न त_ सयpound भा5त न चतारक नमा Xव~तो भा5त कतोऽयमि13गः तमव भा13तम अनभा5त सव तय भासा सवमदXवभा5त ॐ सवषा वितभवत सवषा शाि13तभवत सवषा पण भवत सवषा मsectगल भवत ॐ सव भव13त सखनः सवस13त 5नरामयः सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत असतो मा स^मय तमसो मा यो5तगमय मEयोमाममत गमय ॐ पणमदः पणमद पणात पणमदयत पणय पणमादाय पणमवावश`यत ॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तः

28

भज गोXव13दमभज गोXव13दमभज गोXव13दमभज गोXव13दम

भज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13द गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत स)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत काल न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण ११११

र मढ मन गोXव13द कW खोज कर गोXव13द का भजन कर और गोXव13द का ह

यान कर अि13तम समय आन पर 6याकरण क 5नयम तर रTा न कर सक= ग मढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णा कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम यYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाo Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम 2222

र मढ धन स4ह कW त`णा छोड द मन म= वराय लाकर सत तiexclव का

च13तन कर अपन कम फल क अनसार जो धन )ा7 हो उसी स अपन म न को स13त2

कर नारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदश a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम एत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकार मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम ३३३३ स13दर Rी क नाभदश को दखकर मोह म= मत पड यह कवल मास और मजा

का Xवकार ह अपन मन म= इस बात का बार-बार Xवचार कर नलनीदलगतनलनीदलगतनलनीदलगतनलनीदलगत जलम5ततरल जलम5ततरल जलम5ततरल जलम5ततरल तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम XवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4त लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम ४४४४

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कमल-दल क ऊपर जल कW बद अEय13त अिथर होती ह जीवन भी इसी )कार

अिथर ह इस बात को अछmacr तरह समझ ल Oक सारा ससार 6याध अभमान शोक आVद स 4सत ह

यावVnयावVnयावVnयावVnoोपाजन सBःoोपाजन सBःoोपाजन सBःoोपाजन सBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः पlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह ५५५५

जब तक धनोपाजन कW शAB ह तभी तक तZहार पdरवार क लोग तम स )म

रखत ह वावथा म= शरर जजर हो जान पर तZहार बात कोई न पछगा यावEपवनोयावEपवनोयावEपवनोयावEपवनो 5नवस5त दह 5नवस5त दह 5नवस5त दह 5नवस5त दह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह गतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापाय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय ६६६६ जब तक शरर म= )ाण ह तब तक घर म= तZहार कशल पछmacr जाती ह )ाण

5नकलन पर उसी शरर स पcentी तक भयभीत होन लगती ह बालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBः तSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBः वताविच13तासBःवताविच13तासBःवताविच13तासBःवताविच13तासBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः ७७७७

बचपन म= खलamp म= आसAB रहती ह यवावथा म= तSणी स मोह रहता ह और

वावथा म= च13ताय= आ घरती ह Oक13त पर परमाEमा स Oकसी को )म नह ह का त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ः सससससारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः

30

कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः ८८८८

कौन तZहार पcentी ह कौन तZहारा प_ ह वततः ससार बडा Xवच_ ह तम

Oकस क हो कहा स आय हो ह भाई कभी इस बात का भी Xवचार करो

सEससEससEससEसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEवगEवगEवगEव 5नस5नस5नस5नसगEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम 5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः ९९९९

सEसग स अनासAB )ा7 होती ह अनासAB स मोह क ब13धन टटत ह मोह टटन पर शाhत तiexclव कW )ा57 होती ह और शाhत तiexclव पान पर जीवन -मAB का लाभ

)ा7 होता ह वयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः Tीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारो Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः १०१०१०१०

जस यवावथा बीतन पर काम -Xवकार न2 हो जाता ह और जल सख जान पर

तालाब नह रह जाता ह वस ह धन न2 होन पर पdरवार नह रह जाता और तiexclव-बोध

होन पर ससार नह रह जाता ह मा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगव हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम मायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा ११११११११

31

धन जन और यौवन क लए अभमान न करना चाVहए काल इन सब को Tण मा_ म=

न2 कर दता ह इन सब को माया का iम समझो और शीordf ह साTाEकार )ा7

करो Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः कालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः ११११2222

Vदन और रात )ातः और साय सय और गम बार -बार आत ह और चल जात

ह काल कW इस cWडा क साथ आय भी बीतती जा रह ह Oफर भी आशाओ कW आधी

स कोई नह बचता का त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता _जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका १३१३१३१३

र iाि13त म= पड मढ Rी धन आVद कW च13ता Gयamp Oकया करता ह Gया तर

ऊपर शासन करन वाला कोई नह ह तीनamp लोकamp म= कवल सEसग ह वह नौका ह जो

ज13म-मरण क सागर स तझ पार कर सकती ह जVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः प1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढो दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः १४१४१४१४

जटाधार बाल मडाय एक-एक कर सर क सब बाल खचवाय और काषायवR

धारण Oकय हए नाना वषधार स13यासी ह व आखamp स दखत हए भी अध ह व मढ

नाना )कार क वष कवल पट भरन क लए धारण करत ह

32

अsectगअsectगअsectगअsectग गलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मड दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम वो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दड तदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEया शाXपडम शाXपडम शाXपडम शाXपडम १५१५१५१५

वावथा म= शरर जजर हो गया ह सर क बाल सफद हो गय ह दात गर

गय ह छडी क सहार चलना पडता ह अथात मEय 5नकट आ गई ह Oक13त आशाओ का

ब13धन अब भी नह टटा अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः करतल करतल करतल करतल भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः १६१६१६१६

आग अिन पीछ सय और रा_ म= घटनamp म= ठो ढ लगाय रहन वाल तथा हाथ पसार

कर भीख मागन वाल और पड क नीच सोन वाल भी आशा क ब13धनamp स मB नह ह कSत गsectगकSत गsectगकSत गsectगकSत गsectग सागरगमनसागरगमनसागरगमनसागरगमन yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम IानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन १७१७१७१७

कोई भल ह गगासागर आVद तीथdeg का सवन कर yenत रख अथवा दान कर

Oक13त अIानी 6यAB सकडamp ज13मamp म= भी मAB नह )ा7 कर सकता ह यह तplusmnय सभी लोग वीकार करत ह

सरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासः शsup2याशsup2याशsup2याशsup2या भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः सवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः १८१८१८१८

33

जो लोग दवताओ क मि13दर और पडamp क नीच 5नवास करत ह बना बछौन क

जमीन पर लटत ह मगछाला पहनत ह और इस )कार सभी भोगamp का Eयाग कर दत ह

उन XवरB लोगamp को कौन सा सख )ा 7 नह ह

योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा सsectगसsectगसsectगसsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगXवहनः Xवहनः Xवहनः Xवहनः यय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चo न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव १९१९१९१९

चाह कोई योग का अयास करता हो या भोगamp म= पडा रहता हो चाह अनक लोगamp क

साथ रहता हो या अकला िजसका चo -च13तन म= मन ह वातव म= वह सखी ह

भगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीता गगगगगागागागाजल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता सकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा 2222००००

जो भगवदगीता का थोडा भी अययन करता ह गगा जल कW एक बद भी पान

करता ह और भAB-भाव स भगवान का मरण करता ह उसकW चचा यमराज भी नह

करत ह पनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरण पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम इह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार 2222११११

बार-बार ज13मना बार-बार मरना और बार-बार मा क पट म= पहचना बडा

क2कारक ह इस दःखमय ससार स पार होना बडा कVठन ह ह भगवन अपनी अपार

कपा स मरा 5नतार करो

34

रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः योगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoो रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव 22222222

जो योगी चीथड बीन कर कथर बनात और पहनत ह पय और पाप क माग को छोड

कर चलत ह िजनका चo योगायास स सयमत ह व ईhर भाव म= 5नमन रहन वाल बालकamp या उ13मo लोगamp कW तरह 5नn13n रहत ह

कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः इ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसार Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम 2222३३३३

तम कौन हो म कौन ह म कहा स आया ह कौन मर माता ह कौन मरा

Xपता ह इन )vamp पर Xवचार करो और इस असार ससार को वwन मा_ समझ कर

छोड दो Eव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः भव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eव वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम 2222४४४४

तम म= मझ म= और सभी थानamp म= क वल एक सव6यापी भगवान ह असVह`ण होकर

तम 6यथ ह मर ऊपर cोध करत हो यVद तम चाहत हो Oक तZह= ईhर )ा7 हो जाय तो तम सदा समभाव रहो

श_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ सविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमान

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सव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIा नम नम नम नम 2222५५५५

दसर लोगamp स लडन म= अथवा उनस म_ता करन म= अपनी शAB का अप6यय न

करो अपन ब13ध-बा13धवamp स राग-nष मत रखो सव_ अपन ह वप को दखो भद बX का Eयाग करो और अIान स छटकारा पाओ

काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह EयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1य5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम आEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः 2222६६६६

काम cोध लोभ और मोह को छोडकर Iानी सव_ आEमवप ह दखता ह

वह समझता ह Oक म वह ह Oक13त आEमIान रVहत मढ लोग अIान क कारण नक कW वदनाय= सहन करत ह

गय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहsup3sup3sup3sup3 यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म नय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चo दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम 2222७७७७

भगवत-गीता और Xव`ण क सहsup3 नाम गान चाVहए भगवान Xव`ण क वप का

5नर13तर यान करना चाVहए सदा सEसग म= चo लगाना चाVहए और दन लोगamp को

दान दना चाVहए सखतः सखतः सखतः सखतः Ocयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः य~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरण तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम 2222८८८८

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पहल तो लोग सख क लए Rी भोग म= ल7 रहत ह और बाद म= शारdरक रोगamp का शकार होना पडता ह य~Xप इस ससार म= अ13ततोगEवा मEय म= ह शरण मलती

ह Oफर भी लोग पापाचरण नह छोडत

अथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEय नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम प_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः 2222९९९९

लोगamp कW अनथकार धन म= ह सदा Sच बनी रहती ह सEयता यह ह Oक उसम=

Oकि13चत मा_ भी सख नह ह धनी लोगamp को अप न प_ स भी भय रहता ह धन का

सव_ यह हाल दखा जाता ह )ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम जाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधान कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम ३०३०३०३०

बडी सावधानीपवक पहल )ाणायाम का अयास करो मन को सब ओर स

हटाकर अ13तमखी बनाओ 5नEय और अ5नEय वतओ क बीच Xववकपवक Xवचार करो

और Oफर जप करत हए समाध का अयास करो गSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः सि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादव -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम ३१३१३१३१ ह गS क चरणamp म= भABभाव रखन वालamp तम शीordf ह स सार-सागर स पार हो

जाओग तमन इि13 यamp को और मन को वश म= Oकया ह तम अपन acuteदय म= शीordf ह

भगवान का साTाEकार करोग

37

आयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अग १ १ १ १ ---- वथ शरर वथ शरर वथ शरर वथ शरर ((((अअअअ) ) ) ) सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन ---- बना वथ शरर क कोई भी लौOकक या पारलौOकक

काय करना सZभव ह नह ह इसक लए श और सािiexclवक आहार आव1यक ह

मच इमल wयाज लहसन खटाई तल मसाल हग आVद Eयाय ह बहत अधक न खाना चाVहए मताहार रोगamp स बचाता ह यान रखो भोजन वाद क

लए नह वाplusmnय क लए ह एकादशी आVद Oकसी Vदन उपवास भी कई aX2 स

उपयोगी ह ((((बबबब) ) ) ) 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम ---- वथ शरर क लए 5नEय 6यायाम भी आव1यक ह

इसक लए )ातःकाल कछ शारdरक uम करना चाVहए बगीच म= काम टहलना

तरना आसनamp का अयास आVद कछ 6यायाम ह आसन और )ाणायाम साधना

म= अधक सहायक ह ((((सससस)))) वछता वछता वछता वछता ---- वथ वाय का सवन 5नEय नान साफ कपड और रहन क

थान कW सफाई शरर को वथ और चo को )स13न रखती ह

2 2 2 2 ---- वथ मनवथ मनवथ मनवथ मन

((((अअअअ) ) ) ) वायाय वायाय वायाय वायाय ---- जस वथ शरर क लए 5नEय श और पौX2क भोजन कW

आव1यकता ह वस ह वथ मन क लए स-413थamp का 5नEय अवलोकन आव1यक ह अ13यथा मन दबल हो जाता ह और उस मानस रोग घरन लगत ह

दिl13ताय= चडचडाहट 6य4ता भय nष आVद मानसक रोगamp क लTण ह

गीता रामायण भागवत उप5नष योगवास बाइबल ज13दावता करान

_Xपटक 413थसाVहब आVद म= स Oकसी 413थ का अययन करना चाVहए

((((बबबब) ) ) ) स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त ---- य दोनamp वथ मन क लTण ह Xववक और वराय

क 6यायाम स स13तोष और शाि13त बढती ह वथ शरर और वथ मन स

आEमबल बढता ह इसी बल स आयािEमक सफलताय= )ा7 कW जाती ह ((((सससस) ) ) ) सससस----Xवचार Xवचार Xवचार Xवचार ---- स-Xवचार जीवन को सह Vदशा म= ल जात ह अस Xवचारamp

स मन`य का पतन होता ह सEसग और सuml413थamp क अवलोकन स स -Xवचार

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aढ होत ह कसग और कच2ाय= छोडकर सEसग का आuय लो ससार म= िजतन भी महापSष हए ह और उ13हampन जब जो कछ पाया ह वह सEसग क कारण ह ३ ३ ३ ३ ---- न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो

जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए ---- ((((अअअअ) ) ) ) चय और सEय चय और सEय चय और सEय चय और सEय ---- वीय कW रTा बडी सावधानी स करनी चाVहए शरर

तर पर वीय ह ईhर ह जीवन कW यह एक बहत बडी Xवभ5त ह यह जीवन Xवचार और बX का सार ह सचत वीय ओज म= पdरव5तत होता ह और ओज आEमशAB म= हर कWमत पर सEय मधर और मत भाषण का अयास करना चाVहए

मplusmnया भाषण दबलता भय और अIान का पdरणाम ह 5नEय एक-दो घट का

मौन रहना चाVहए उस समय सकतamp का )योग भी न करना चाVहए ((((बबबब) ) ) ) सससस----गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास ---- 5नयम कW पाब13द समय का उपयोग मधर भाषण

उदारता कSणा नह स-पSषamp का आदर सहनशीलता Tमा धय स13तोष 5नरभमानता आVद स-गण ह यVद य ग ण सहज ह )ा7 न हamp तो अयास क

nारा )ा7 Oकय जा सकत ह सब गणamp का एक साथ अयास नह हो सकता Oक13त एक गण क आत ह उसक सहयोगी अनक गण वय आन लगत ह Oकसी एक गण का अयास करन का सकYप करो और 5नEय सोन क पहल

अपनी सफलताओ-असफलताओ पर Xवचार करो कछ समय म= वह अयास आदत बन जायगा और आदत वभाव ((((सससस) ) ) ) दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग ---- )ायः लोग कसग क कारण दगणamp म= पड जात ह

आयािEमक T_ म= जYद सफल होन क लए दगणamp को शीordfा5तशीordf छोडना

होगा म~पान आलय मासभTण cरता कठोरता कVटलता छल )पच

पर5न13दा लोभ पdर4ह आVद अनक दगण ह यVद साधक म= ऐस कोई दगण ह

तो उ13ह= एक-एक कर छोडन का )यcent करना चाVहए दगण बड हठmacr होत ह

इनक Eयागन क लए सकYप करना पडता ह यVद एक दगण छोडन म= सफलता

मल तो आEम-Xवhास बढ जाता ह और दसर दगण छोडना सरल हो जाता ह ((((दददद) ) ) ) सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका ---- आज क आथक यग म= धन सचय कW हवस बढ रह

ह इसक लए बईमानी और छल-)पच का सहारा लया जा रहा ह कारण कवल

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यह ह Oक हमार आव1यकताय= बढ गई ह श आजी Xवका क लए आव1यक ह

Oक आव1यकताय= घटाई जाय= uम और ईमानदार स कमाया हआ धन मन`य

कW आव1यक आव1यकताय= पर कर सकता ह आलसी और दबल 6यAB ह आसानी स )ा7 होन वाल धन कW इछा करत ह यVद आपकW बX और शरर

शABसZप13न ह तो आप पराय पस को Xव2ा क समान समझ=ग सबल बनो और

uम स धन कमा कर स13तोष का जीवन बताओ ४ ४ ४ ४ ---- आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम उपयB तplusmnय आयािEमक साधना कW भमका तयार करन क लए ह उ13ह=

साधना का परोT अग कह सकत ह आसन यथाथ साधना कW पहल सीढ ह

कछ आसन तो 6या याम कW aX2 स उपयोगी होत ह िजनका उYलख ऊपर Oकया

जा चका ह कछ आसन यान क लए बताय गय ह पझ स और सख

आसन म= स कोई एक अपनी सXवधा और Sच क अनसार चन लना चाVहए

उoर या पव Vदशा कW ओर मख करक उस आसन पर लगभग तीन घट अXवचल

बठन का )यास करना चाVहए उसी आसन पर यान और जप करना होगा

इसक लए थान और समय 5निlत होना चाVहए इस काय क लए एक अलग

कमरा ताल स ब13द रखना चाVहए )ातःकाल ४ बज उठ कर शौचाVद स 5नवo और पXव_ होकर आसन )ाणायाम और यान करना चाVहए आसन पर बठत ह कम स कम बीस बार )ाणायाम करना चाVहए अपन इ2दव क यान क लए कछ ोक याद कर लो )ाणायाम क बाद उनका पाठ करक भगवान का च13तन करना चाVहए ५ ५ ५ ५ ---- )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा भगवान का यान करत ह वा ससार स मन को हटा कर अ13तमखी कर लना चाVहए यह )Eयाहार ह जप इसम= सहायक होगा ॐ या ॐ नमो नारायणाय आVद Oकसी म13_ का जप

)ारZभ कर दना चाVहए १०८ म13_ कW एक माला होती ह एक या तीन माला

म13_ जपना चाVहए अधक भी हो सकता ह म13_-जाप करत ह मन भगवान क

सामन जा पहचता ह भगवान का 5नर13तर च13तन ह धारणा ह

40

जप-माला भी उपयोगी ह SाT या तलसी कW माला रखना चाVहए जप क

अ5तdरB उस गल म= पहना जा सकता ह जब म= रखा जा सकता ह और सोत

समय तOकया क नीच भी डाल सकत ह Oक13त माला सदा साथ रखनी चाVहए ६ ६ ६ ६ ---- यान यान यान यान एक 5निlत आसन पर बठकर अपन इ2दव का तल धारावत च13तन ह यान

ह शरर-मन-बX क nारा भगवान क 5नकट पह च उ13ह= पीछ छोड दना समाध

ह यान क अयास कW सफलता समाध क लाभ म= 5नVहत ह समाध म= परम तoव का अपरोT अनभव होता ह याता और यय एक हो

जात ह समाध ह तरयावथा और जीव13मAB ह यह योगी कW पणावथा ह ७ ७ ७ ७ ---- 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा आयािEमक साधना कवल यान क कमर तक ह सीमत नह ह यह तो

सम4-कालक साधना ह Vह13द धम का यह एक बडा अभशाप ह Oक हम कवल

कछ बातamp को पXव_ और धामक मान बठ ह शष 6यावहाdरक जीवन धम और

आयािEमक स पर समझ लया गया ह यह बडी भल ह साधक को अपना सम4 जीवन साधनामय बनाना होता ह भगवान कW शरणाग5त का भाव 5नर13तर रहना चाVहए सारा जीवन उ13ह कW

सवा ह उ13ह कW )रणा स हर काय हो रहा ह आयािEमक साधना कW सार

सफलता उ13ह क हाथ म= ह )ाणीमा_ स )म-भाव रखना भगवान क )म का 6यावहाdरक प ह भगवान क

भBamp को सभी लोग X)य Vदखाई दत ह दसर क दोषamp को दखन क बजाय अपन

दोष दखना और उ13ह= दर करना भगवत सवा का u माग ह दनamp को दान दना रोगयamp कW सवा करना 5नरTरamp को पढाना पीडतamp कW

सहायता करना मोहा13ध भटकत लोगamp को राह Vदखाना आयािEमक साधना का

अि13तम Oक13त महEवपण अग ह कमयोग क अ13तगत इसकW मVहमा क गण गाय गय ह यVद साधना क उपयB 5नदशamp का aढतापवक पालन Oकया जाय तो जीवन म=

5नlय ह सफलता सख और मAB का लाभ होगा सभी स13त -उपदशamp का सार

यह ह

41

इस Vदशा म= सतत अ4सर रहन क लए स13तamp महाEमाओ का माग-दशन लत

रहना आव1यक ह वतमान काल म= पय वा मी च13मयान13द जी क अनया5ययamp

nारा थाXपत सथा lsquoच13मय मशनrsquo आपकW सहायता क लए सदा उपलltध ह

पाqयcमपाqयcमपाqयcमपाqयcम

नननन0 पतकपतकपतकपतक )थम)थम)थम)थम बारबारबारबार

)5तVदन)5तVदन)5तVदन)5तVदन

1 जीवनजीवनजीवनजीवन यो5तयो5तयो5तयो5त 10 पपपप

2 आEमआEमआEमआEम XवकासXवकासXवकासXवकास कWकWकWकW 5नदशका5नदशका5नदशका5नदशका 10 पपपप

3 भजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दम 4 ोकोकोकोक

4 तiexclवतiexclवतiexclवतiexclव बोधबोधबोधबोध 4 पपपप

5 आEमआEमआEमआEमबोधबोधबोधबोध 3 ोकोकोकोक

6 प_प_प_प_ nाराnाराnाराnारा वदा13तवदा13तवदा13तवदा13त 10 पपपप

7 मानवमानवमानवमानव 5नमाण5नमाण5नमाण5नमाण कलाकलाकलाकला 12 पपपप

8 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण 4 ोकोकोकोक

9 यानयानयानयान औरऔरऔरऔर जीवनजीवनजीवनजीवन 1 अयायअयायअयायअयाय

10 नारदनारदनारदनारद भABभABभABभAB स_स_स_स_ 5 स_स_स_स_

11 गीतागीतागीतागीता कWकWकWकW भमकाभमकाभमकाभमका 10 पपपप

12 अव1यअव1यअव1यअव1य कर=कर=कर=कर= 10 पपपप

13 साधनासाधनासाधनासाधना पचकमपचकमपचकमपचकम 1 ोकोकोकोक

14 कनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषद 2 म_म_म_म_

15 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1-2-3 3 सससस 5 ोकोकोकोक

16 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (201 सससस 300 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

17 कठोप5नषकठोप5नषकठोप5नषकठोप5नष 2 म_म_म_म_

18 दTणाम5तदTणाम5तदTणाम5तदTणाम5त तो_मतो_मतो_मतो_म 2 म_म_म_म_

19 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 4-5-6 3 सससस 5 ोकोकोकोक

20 उपदशउपदशउपदशउपदश सारसारसारसार 2 ोकोकोकोक

42

21 ईशावायईशावायईशावायईशावाय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 3 म_म_म_म_

22 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 7-8-9 3 सससस 5 ोोोोकककक

23 मडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नष 2 म_म_म_म_

24 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 10-11 3 सससस 5 ोकोकोकोक

25 कवYयकवYयकवYयकवYय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 2 म_म_म_म_

26 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (301 सससस 583 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

27 पSषसBमपSषसBमपSषसBमपSषसBम 4 सBसBसBसB

28 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 12 3 सससस 5 ोकोकोकोक

29 तXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषद 2 म_म_म_म_

30 बनाथबनाथबनाथबनाथ-त5तत5तत5तत5त 4 ोकोकोकोक

31 गीगीगीगीताताताता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 13-14-15 3 सससस 5 ोकोकोकोक

32 ऐतरयऐतरयऐतरयऐतरय उप5न`दउप5न`दउप5न`दउप5न`द 3 म_म_म_म_

33 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 16-17 3 सससस 5 ोकोकोकोक

34 )vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद 2 म_म_म_म_

35 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 18 3 सससस 5 ोकोकोकोक

36 ईhरईhरईhरईhर-दशनदशनदशनदशन (तपोवनमतपोवनमतपोवनमतपोवनम ) एकएकएकएक अयायअयायअयायअयाय

37 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1 सससस 18 5 सससस 10 ोकोकोकोक

38 अ2ावcअ2ावcअ2ावcअ2ावc गीतागीतागीतागीता 3 ोकोकोकोक

39 मामामामाडGयडGयडGयडGय औरऔरऔरऔर काdरकाकाdरकाकाdरकाकाdरका 2 म_म_म_म_

ःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःः

43

Page 4: Swadhyayamandal

4

वायाय मडल Gया हवायाय मडल Gया हवायाय मडल Gया हवायाय मडल Gया ह

वामी च13मयान13द जी क Iान यI सनन क बाद )ायः लोग पछत ह lsquoवामी

जी आप अगल बार कब आय=ग म अभी कछ और जानना चाहता ह Oक13त उसक

लए अब म कहा जाऊrsquo वामी जी क )वचन सनन क बाद अपन शाRamp म= Sच

उEप13न होती ह और )ब 6यAB अपनी आयािEमक शTा आग बढाना चाहत ह

वामी जी Iान का दप )वलत कर दत ह Oक13त साधक को अपना दपक 5नर13तर

जलाय रखना चाVहए वदा13त आEमोथान कW कला और 6यABEव Xवकास का XवIान ह

वह हाथamp-हाथ न Vदया जा सकता ह और न उस जYद पचाया जा सकता ह अ13य

XवIानamp कW भा5त इसका अययन भी धीर-धीर 5नर13तर लग रहन पर ह हो पाता ह

थोड स )वचन दकर वामी जी कवल यह बता सकत ह Oक हम अययन कस )ारZभ

कर= शष आप क ऊपर 5नभर करता ह वामी च13मयान13द न वदा13त क सा13तamp पर कई पाठय-पतक= लखी ह और भगव^ीता तथा उप5नषदamp पर XवIान और तकनीकW म= Sच रखन वाल आध5नक छा_amp

क लए Xवतत भा`य लख ह अपन अनभव कW दर aX2 स उ13हampन अययन का एक कायcम 5नधाdरत Oकया ह यह कवल बौXक Iान अिजत करन क लए ह नह ह

वरन जो लोग उसक अनसार जीवन िजय=ग व अधक कशल तथा सफल बन=ग और शाि13त और सख भी अधक मा_ा म= अनभव कर=ग वामी जी Xवh का iमण करत हए Oकसी एक थान पर एक या दो स7ाह स अधक नह ठहर सकत अतः उ13हampन

वायाय मडलamp क हत एक अययन कायcम बना Vदया ह वामी जी कW

अनपिथ5त म= साधक उसी क अनसार अपना अययन चला सकता ह वायाय मडल म= ऐसी )वचन कW 6यवथा नह होती िजसम= एक 6यAB

बोलता ह और अ13य लोग सनत ह उसक सभी सदय समान प स भाग लत ह

वायाय मडल म= िजस पतक का अययन चलता ह उसका कछ 5निlत भाग सभी सदय 6यABगत प स अययन करत ह व स7ाह म= एक Vदन डढ घट क लए

मलत ह और उ13हampन जो कछ अययन Oकया ह उस पर Xवचार -Xवमश करत ह उनम=

स वामी जी nारा एक मडल-सवक 5नयB कर Vदया जाता ह अथवा उ13ह क nारा

आपस म= चन लया जाता ह वह अ13य सदयamp का माग -दशन और सहायता करता ह उसक सशय 5नवo करता ह और इस बात का यान रखता ह Oक Xवचार -Xवमश एक

5

5नधाdरत सीमा क अ13तगत ह हो वामी जी कW सZम5त ह Oक एक वायाय मडल

म= पाच स प13ह तक सदय हो सकत ह नय मडल बनान कW आव1यकता होन पर

परान मडल का कोई सदय चन लया जाता ह जो अपन को भल -भा5त 6यB कर

सकता ह और आयािEमक समयाओ को प2 प स जानता ह वह नय मडल का

सवक बना Vदया जाता ह वामी जी का Iान यI समा7 होन क तर13त बाद नय वायाय मडलamp कW थापना करना आव1यक होता ह

च13मय पाqयcम (लसन कोस) का सामVहक प स अययन करन क लए भी

वायाय मडल बनाय जात ह अययन करन वाल लोग सादप5न साधनालय पवई

पाक tाइव बZबई स सZब13ध रखत ह इस आuम कW थापना वामी जी nारा कW

गयी ह पाठक )vamp क उoर साधनालय भजत ह और वहा उनका सशोधन Oकया जाता

ह और उन पर Vटwपणी द जाती ह वायाय मडल म= िजन )vamp क उoर नह मलत

ह उनक समाधान क लए साधनालय को लखा जाता ह अनभव स दखा गया ह Oक

इस पाqयcम क nारा वायाय मडल )ारZभ हो जाता ह )ारZभ करन वाल छा_ को

इसक nारा वदा13त क मल सा13तamp का Iान 6यविथत और तकxय प म= हो जाता ह

इस Iान क आधार पर वह शाRamp का गहन अययन 6यABगत प स अथवा वायाय

मडलamp क nारा आग बढा सकता ह च13मय वायाय मडलamp का )ारZभ सन १९६३ म= बZबई स Oकया गया था

वहा तीन मडल थाXपत Oकय गय थ अब समत भारत क च13मय क13amp म= ह नह

वरन Xवदशamp म= भी वायाय मडल चल रह ह जहा वामी जी न यI Oकय थ इस

समय यरोप मय पव कनाडा और अमdरका क अनक नगरamp म= चल रह ह

वायाय मडल पर आवायाय मडल पर आवायाय मडल पर आवायाय मडल पर आपकपकपकपक सZभाXवत )v सZभाXवत )v सZभाXवत )v सZभाXवत )v

)v )v )v )v ---- वाया वाया वाया वायाय मडल म= कौन सिZमलत हो सकता हय मडल म= कौन सिZमलत हो सकता हय मडल म= कौन सिZमलत हो सकता हय मडल म= कौन सिZमलत हो सकता ह उoर उoर उoर उoर ---- कोई भी Rी अथवा पSष वायाय मडल का सदय बन सकता ह जो १६ वष

कW आय स अधक हो बौXक Tमता रखता हो और अपन Vद6य वप को खोजन कW

आकाTा रखता हो वह सख और शाि13त को अपना ज13म स अधकार मानन को

तयार हो

6

)v )v )v )v ---- मर पास अधक समय नह ह म Gया क मर पास अधक समय नह ह म Gया क मर पास अधक समय नह ह म Gया क मर पास अधक समय नह ह म Gया क

उoर उoर उoर उoर ---- म यह Xवhास करन को तयार नह Oक आप अपन कYयाण क लए अपनी सख शाि13त क लए पर स7ाह म= ९० मनट भी नह 5नकाल सकत ह आपक पास

समय नह ह ऐसा आप इसलए कहत ह Oक आप नह जानत Oक आप Gया खो रह ह

हम वायाय मडलamp म= डाGटर इ13जी5नयर वकWल 6यापार और Xव~ाथयamp को आत

दखत ह य लोग अपन 6यवसाय म= अधक कशल और सफल स हय ह उ13हampन वदा13त का )ाचीन Iान जानकर आन13द और त57 पायी ह वह Iान आज भी 5नEय

नतन ह

)v )v )v )v ---- Gया सकत भाषा भी जानना आव1यक ह Gया सकत भाषा भी जानना आव1यक ह Gया सकत भाषा भी जानना आव1यक ह Gया सकत भाषा भी जानना आव1यक ह

उoर उoर उoर उoर ---- सकत जानना आव1यक नह ह Oक13त उसस अययन म= सXवधा होती ह

)v )v )v )v ---- Gया उसम= कछ शYक दना पडता ह Gया उसम= कछ शYक दना पडता ह Gया उसम= कछ शYक दना पडता ह Gया उसम= कछ शYक दना पडता ह उoर उoर उoर उoर ---- बYकल नह हम= वदा13त -Iान क )सार म= ह )स13नता मलती ह आपका

आगमन हमारा सौभाय होगा (च13मय डाक सवा पाqयcम क अ13तगत वायाय

मडल थाXपत करन पर )Eयक सदय को पाqयcम का शYक सादप5न भजना होता

ह वह चाह वत13_ प स अययन कर अथवा वायाय मडल म= सिZमलत हो उस

वह शYक दना होगा उस शYक का कोई सZब13ध वायाय मडल स नह ह )

)v )v )v )v ---- Gया म कछ समय बाद मडल का सवक बन सकता ह Gया म कछ समय बाद मडल का सवक बन सकता ह Gया म कछ समय बाद मडल का सवक बन सकता ह Gया म कछ समय बाद मडल का सवक बन सकता ह

उoर उoर उoर उoर ---- अव1य बन सकत हो अगर आप म= अAडग उEसाह ह नता ह आप Oकसी

महान उ01य क लए काम करन को तयार ह और आप म= ध5त ह तो आप 5नlय ह मडल-सवक बन सकत ह हम आपकW )तीTा कर रह ह

7

च13मय वायाय मडल पर कछ अ13य )vच13मय वायाय मडल पर कछ अ13य )vच13मय वायाय मडल पर कछ अ13य )vच13मय वायाय मडल पर कछ अ13य )v

च13मय वायाय मडल Gया हच13मय वायाय मडल Gया हच13मय वायाय मडल Gया हच13मय वायाय मडल Gया ह

यह एक सा7ाVहक या पाTक ९० मनट कW बठक ह िजसम= 6यAB सौहादपण

वातावरण म= एक_ होकर भारत क वदा13त-दशन का अययन और पdरचचा करत ह

लगभग दस-प13ह सदयamp का एक मडल बनता ह वदा13त-दशन का अययन

6यविथत और Xवकास cम क साथ चलान क लए पाqयcम कW एक परखा तयार कW

गयी ह िजसम= सकत क Iान कW आव1यकता न ह होती

पाqयcम Gया हपाqयcम Gया हपाqयcम Gया हपाqयcम Gया ह

यह पाqयcम इस )कार बनाया गया ह िजसस वदा13त का अययन करन म=

)ारZभ स लकर )Eयक तर पर सगमता हो और हर बात प2 होती जाय यVद हम=

वदा13त म= बहत Sच हो और हम उसका वत13_ प स अययन करना चाह= तो हम

यह नह समझ पाय=ग Oक उसका अययन कहा स और कस )ारZभ Oकया जाय

कदाचत कोई उप5नष लकर हम पढन बठ गय तो उसम= सरल स लगन वाल शltदamp का

ताEपय न समझ सकन क कारण हम= उप5नष का भाव 4ा न होगा इस कVठनाई का

एकमा_ कारण यह ह Oक हम= वदा13त क मल सा13त Iात नह ह अतः इस पाqयcम म= कई पतक= रखी गयी ह उनका अययन cमशः Oकया जाता ह उनक

अययन स हमारा Iान cमशः Xवकसत होता ह और )Eयक तर पर भाव प2 होत

जात ह इस योजना क अ13तगत )Eयक पdरचचा म= Xवचारणीय Xवषय कW मा_ा भी

5नधाdरत कW गयी ह हम अ13त म= वायाय मडल का पाqयcम )तत कर=ग अययन क लए 5नधाdरत पतक= च13मय मशन क13amp पर मलती ह उ13ह= स13ल

च13मय मशन ट स भी मगाया जा सकता ह

8

वायाय मडल कWवायाय मडल कWवायाय मडल कWवायाय मडल कW आव1यकता आव1यकता आव1यकता आव1यकता

दशन क अययन म= Xवशष Sच रखन पर भी यVद हम अपन आप अययन

करत ह तो हमार मन म= अनक )v उठ= ग उन )vamp कW अधकता होन पर हमार )ग5त

Sक जायगी वायाय मडल ह ऐसा थान ह जहा हमार शकाय= 5नवo हो सकती ह एक 6यAB कW बX कW अपTा दस -प13ह 6यABयamp कW बX लगाना अधक अछा ह

दस प13ह सदयamp nारा एक स7ाह समान पamp का अययन करन स उनक वायाय मडल म= एक_ होन पर उस Xवषय को समझना और पचाना सरल हो जाता ह य~Xप

वायाय मडल एक थान Xवशष ह जहा हम= वदा13त का मौखक Iान मलता ह

Oक13त दर -सबर वह Iान हमार जीवन म= उतरना ह और वह 5नEय)5त क 6यवहार म=

Vदखाई दता ह वायाय मडल क सदय जब अपन अनभवamp और Xवचारamp का आदान -

)दान करत ह तो उनक सशय घटन लगत ह वदा13त का अययन करन म= या उस

6यवहार म= उतारत समय जो भी शकाय= उEप13न हamp और वायाय मडलamp म= उनका

समाधान न मल तो वामी जी को प_ लख कर पछा जा सकता ह वायाय मडल कW सयोजनवायाय मडल कW सयोजनवायाय मडल कW सयोजनवायाय मडल कW सयोजन----XवधXवधXवधXवध

इसम= Sच रखन वाल लोगamp क नाम गीता Iान यI समा7 होन क बाद

गSदTणा कW बनायी गयी सची स छाट जा सकत ह उनक 5नवास थल या Oकसी

अ13य थान को वायाय मडल क हत काम म= लगाया जा सकता ह य~Xप एक ह

थान पर मडल कW बठक करना उचत ह Oक13त )Eयक सदय कW इछा क अनसार

उसक घर पर भी cम स बठक बलाई जा सकती ह थान 5नधाdरत हो जान पर पहल

बठक वछा स Oकसी Vदन Oकसी समय रखी जा सकती ह बठक )ारZभ होन पर

मडल सवक सभी सदयamp का एक दसर स पdरचय कराता ह पdरचय दत समय अपना

नाम और 6यवसाय ह बताना पया7 नह ह वरन उस यह भी बताना चाVहए Oक उसन

वदा13त का Oकतना अययन Oकया ह उसम= उस Sच कस आयी और अब उस Oकतनी

Sच ह इसक उपरा13त अययन क पाqयcम क महEव पर बल दना चाVहए और पहल

पतक क अययन )ारZभ करन का 5नlय करना चाVहए उसी समय वह पत क

सबको बाट दनी चाVहए उसी कW साथ व ोक भी लखा द= या छप हए द= िजनका

9

उचारण अगल बठक म= Oकया जायगा )थम बठक म= जो लोग नह आ सक उ13ह=

अगल बठक कW सचना दना अ5नवाय ह वायाय मडल का सचालनवायाय मडल का सचालनवायाय मडल का सचालनवायाय मडल का सचालन

थान कW 6यवथा - वायाय मडल क लए कोई भी ऐसा थान हो सकता ह

िजसम= दस प13ह लोग भम पर आराम स बठ सक= मडल क सदयamp म= स ह कोई

6यAB अपना कमरा इस काय क लए वछा स द सकता ह वह थान पणतः वछ होना चाVहए धप बoी कW सहायता स वातावरण अधक उपयB बनाया जा सकता ह

एक म5त या च_ रख कर और उसक सामन जला दपक रख कर वातावरण गभीर बना लना चाVहए च_ ऐस थान पर रख= जहा स वह सबको Vदखाई द मडल-सवक उसी

च_ क 5नकट बठ nार क पास जत उतारन और उ13ह= करन स रखन का थान छोड द= कोट आVद उतार कर टागन का थान भी बनाया जा सकता ह

)थम बठक - सदयamp का पdरचय )ा7 करन क बाद मडल-सवक कोई ऐसा Vदन

और समय 5निlत कर ल= जो सभी सदयamp को सXवधाजनक हो य~Xप मडल कW बठक=

स7ाह म= एक बार रखी जाती ह Oक13त पdरिथ5त क अनसार व प13ह Vदन म= भी एक

बार रखी जा सकती ह )थम बठक म= वायाय मडल क महEव और उपयोगता पर

Xवचार Oकया जाता ह बठकamp म= सिZमलत होत समय उचत भावना पर 5ना और

5नयमतता कW आव1यकता होती ह उसी पर बल दना चाVहए पतक पढन कW Xवध नोट लखना और पdरचचा क लए तयार करना भी बताया जाता ह सबको पाqयcम

समझा Vदया जाता ह और )थम पतक lsquoजीवन-यो5तrsquo सबको Xवतdरत कर द जाती ह

(IानयI म= बcW क लए आयी पतकamp म= स लगभग १५ lsquoजीवन-यो5तrsquo पतक= बचा

रखना चाVहए अ13यथा वायाय मडल क लए पतक= मगान म ६-८ स7ाह लग

जाय=ग) मडल-सवक यह बात भल-भा5त समझा दता ह Oक पdरचचा )ारZभ करन स

पहल मन को शा13त कर लना चाVहए उठ कर जान स पहल भी मन को शा13त करना

आव1यक ह इसक लए नीच लखा म13_ )योग म= लाया जाता ह-

10

ॐ ॐ ॐॐ ॐ ॐॐ ॐ ॐॐ ॐ ॐ ॐ सह नावबतॐ सह नावबतॐ सह नावबतॐ सह नावबत सह नौ भनBसह नौ भनBसह नौ भनBसह नौ भनB सह वीय करवावहसह वीय करवावहसह वीय करवावहसह वीय करवावह

तजिवनावधीतमत मा XवVnषावह तजिवनावधीतमत मा XवVnषावह तजिवनावधीतमत मा XवVnषावह तजिवनावधीतमत मा XवVnषावह ॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तःशाि13तःशाि13तःशाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः

lsquolsquoह परमाEमन आप हम दोनamp गS श`य कW साथ -साथ रTा कर= हम दोनamp का

साथ-साथ पालन कर= हम दोनamp साथ-साथ ह शAB )ा7 कर= हम दोनamp कW पढ हई Xव~ा तजोमयी हो और हम दोनamp परपर nष न कर=rsquorsquo

इसक उपरा13त सT7 भजन और कWतन भी वातावरण को )म और सावपण

बना सकत ह पdरचचा क समय अनशासन कW आव1यकता ह सदय को उसक लए तयार

होकर आना चाVहए बोलत समय एक-एक 6यAB cम स बोल Xवचारणीय Xवषय क

सभी ब13द cमब हamp उसी Xवषय पर अ13य 413थamp स उरण Vदय जा सकत ह Xवषय

स असZब बात= बोलन कW वीक5त न द जाय कछ )vamp पर सशय रह सकता ह उनक प2ीकरण क लए अगल बठक तक धय रखना चाVहए (पdरचचा क समय

टलफोन क 6यवधान स बचन क लए उस दर रखना चाVहए या उसका सZब13ध काट दना चाVहए) मडल-सवक अगल बार क लए अययन हत पतक का अश 5नधाdरत करगा

नीच लख शाि13त पाठ क साथ पdरचचा समा7 होती ह-

सव भव13त सखनः सवसव भव13त सखनः सवसव भव13त सखनः सवसव भव13त सखनः सव स13त 5नरामयः स13त 5नरामयः स13त 5नरामयः स13त 5नरामयः सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत

ॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तःशाि13तःशाि13तःशाि13तः शाि13तःशाि13तःशाि13तःशाि13तः

lsquolsquoसभी लोग सखी हamp सभी 5नरोग हamp सभी भता का दशन कर= Oकसी को दःख

न भोगना पडrsquorsquo

यVद कोई सदय अनपिथत रहा ह तो अगल बठक क पव उसस मलकर

थान आVद क पdरवतन कW सचना उस दनी चाVहए

11

मडल क सदयamp क यVद कोई अ13य )v हamp तो उनका समचत उoर दना चाVहए यह बहत आव1यक ह Oक यह कायcम 5निlत समय स )ारZभ हो और 5निlत

समय पर ह समा7 हो िजसस सदयamp को Oकसी )कार कW अनाव1यक असXवधा न हो

अगल बठक= - थान और समय आVद क Xवषय म= पववत 6यवथा रखनी ह

शष कायcम इस )कार होगा-

(१) तीन बार ॐ का उचारण और शाि13त पाठ

(2) कछ मनट भजन और कWतन

(३) Xपछल स7ाह म= हई पdरचचा का सार वय मडल -सवक nारा अथवा उसक nारा

इगत Oकय गय Oकसी अ13य सदय nारा कह जान चाVहए (४) उस Vदन क Xवचारणीय Xवषय पर सभी सदय अपन Xवचार cमशः )तत कर=

एक क Xवचारamp का दसरा 6यAB खडन या मडन कर सकता ह (५) मडल-सवक समत Xवचारamp को 6यविथत कर और उस पण बनाव

(६) अगल बठक क लए कछ अश 5नधाdरत Oकया जाय

(७) सब सदयamp nारा शाि13त पाठ

(८) शाि13त और अनशासन क साथ थान छोडकर जाय= िजनक घर पर यह कायcम हो

व चाह तो कछ )साद Xवतरण कर सकत ह Oक13त यह सदा आव1यक नह ह उसका

Xवतरण पdरचचा समा7 होन क उपरा13त ह करना चाVहए

)v )v )v )v ---- Gया वायाय Gया वायाय Gया वायाय Gया वायाय----मडल धम पdरव5तत कर Vह13द बनान कW स-म Xवध मडल धम पdरव5तत कर Vह13द बनान कW स-म Xवध मडल धम पdरव5तत कर Vह13द बनान कW स-म Xवध मडल धम पdरव5तत कर Vह13द बनान कW स-म Xवध

हहहह उoर उoर उoर उoर ---- बYकल नह वदा13त सZ)दायवाद कदाXप नह ह ससार भर क वायाय मडलamp क सदयamp न दखा ह Oक वदा13त क अययन स 6यAB उEक2 बनता

ह वह Oकसी भी धम का हो इसस )योजन नह वदा13त धम पdरवतन चाहन वालamp कW खोज म= नह ह उसका उ01य 6यAB को अपन Xवषय म= अधक Iान दना और अपन

6यABEव को समि13वत बनाना ह यह Xवचार करन क लए )dरत करता ह और इसका

उपयोग Xवh म= सव_ ह अतः इसका उपयोग आEम-Xवकास क लए Oकया जाता ह धम पdरवतन क लए नह

12

)v )v )v )v ---- Gया शाि13त Gया शाि13त Gया शाि13त Gया शाि13त----पाठ आVद सकत म= ह बोलन चाVहएपाठ आVद सकत म= ह बोलन चाVहएपाठ आVद सकत म= ह बोलन चाVहएपाठ आVद सकत म= ह बोलन चाVहए

उoर उoर उoर उoर ---- )ारZभ म= वदा13त-दशन सकत म= ह लखा गया था इसलए उसका पाठ सकत म= ह Oकया जाता ह सकत म= पाठ करन स हम= वह शा13त और गभीर वातावरण मल जाता ह िजसम= ऋXषयamp न हम= वह Iान Vदया था )ारZभ म= सकत का

उचारण करना कVठन लग सकता ह Oक13त अ13य लोगamp को सनन उनक साथ बोलन स और थोडा )यास वय करन स वह सगम हो जाता ह यVद कछ सदय अ13य धमावलZबी ह और उनकW भाषा भी भ13न ह तो पdरचचा क 5नधाdरत समय म= शाि13त-

पाठ Oकसी भी भाषा म= Oकया जा सकता ह )v )v )v )v ---- यVद म वायाय मडल क Oकसी यVद म वायाय मडल क Oकसी यVद म वायाय मडल क Oकसी यVद म वायाय मडल क Oकसी अ13य सदय को पस13द न क तो अ13य सदय को पस13द न क तो अ13य सदय को पस13द न क तो अ13य सदय को पस13द न क तो उoर उoर उoर उoर ---- राग-nष मन`य का वभाव ह वायाय मडल म= भी कछ ऐस सदय हो सकत ह िजनक साथ आप बठना पस13द न कर= वदा13त का Iान इतना मYयवान ह

Oक आपको अपनी Sच-अSच का याल न रख कर अययन करना चाVहए बठक क

समय Oकसी भी 6यAB क )5त अSच हो तो उस भी सहन करन का अयावस कर=

थोडी उदारता और सहनशीलता रख कर वायाय मडल म= वदा13त अययन करन का

लाभ उठा लना चाVहए

पतक अययन Xवधपतक अययन Xवधपतक अययन Xवधपतक अययन Xवध

वदा13त XवIान ह अतः उसका अययन 6यविथत प म= करना चाVहए )थम

पतक lsquoजीवन-यो5तrsquo स अययन )ारZभ करना चाVहए इस भी जYद-जYद न पढ= यह कोई उप13यास या हYकW-फYकW पतक नह ह इन पतकamp को पढ कर इनक ऊपर

वय Xवचार करना आव1यक ह इसीलए एक बार म ५ या १० प ह पढ पतक

धीर-धीर Xवचार करत हए पढ= और उसम= 5नXपत सा13तamp कW सEयता पर च13तन

कर= इस )कार पढन म= 2०-३० मनट लग सकत ह इनक पढन का समय )ातःकाल ना1ता करन क बाद उपयB होगा पतक पढन क बाद Vदन का काय )ारZभ कर= इसक पढन पर आफ मन म= अनक शकाय= उठ=गी कछ सा13त आपको तक हन एव अ6यावहाdरक लग सकत ह उन शकाओ को आप अपनी नोट-बक म= लख ल= यह नोट-बक इसी काय क लए अलग रख= अपनी शकाओ को प2 प म= 6यB कर= उ13ह=

लखन क बाद आप उ13ह= भल जाय= और पतक को 5नEय आग पढत रह=

13

अगल रXववार या Oकसी छी क Vदन जब खाल समय मल उस नोट-बक को

उठाकर अपनी परानी शकाओ को पढ= एक स7ाह म= आपन िजतनी शकाय= कW उन पर

Xवचार कर दख= Gया व अब भी अनodरत ह आपको यह दख कर आlय होगा अब बहत सी शकाय= 5नवo हो गयी ह एक स7ाह क अययन स आपका Iान बढा ह Oफर भी कछ )v ऐस हो सकत ह िजनका उoर आपको अभी नह मला ह उ13ह= अभी मत काट= सोमवार स अपन अययन का कायcम पनः आग बढाय= नई शकाय=

उEप13न हamp उ13ह= पनः लखत जाय= स7ाह क अ13त म= पववत उन )vamp पर Oफर Xवचार

कर= इस cम स अययन करत रहन पर पतक समा7 होन तक आप दख=ग Oक

आपको सभी )vamp का उoर मल गया ह यVद कदाचत कछ )v रह गय ह तो उनका समाधान अगल पतक म= मल जायगा अययन धीर-धीर करो कोई जYद नह ह आपक वत13_ च13तन कW

अEयधक आव1यकता ह Oकसी सा13त को बना Xवचार Oकय वीकार मत कर लो

उसकW सEयता पर Xवचार करो अपनी समझ म= आना बहत आव1यक ह तभी वदा13त

XवIान म= )वश होगा आप उसका Iान धारण कर सक= ग जीवन-यो5त पर पढ लन और उसकW पनरावXo कर लन क बा द वायाय

पाqयcम दख= और अगल पतक अययन क लए हाथ म= ल= पतकamp को cमानसार ह पढ और थोडा-थोडा करक धीर-धीर पढ= कल पाqयcम आधा घटा 5नEय पढ कर दो-तीन वष म= परा होगा )यास कर= आप इस कर सकत ह करना भी अव1य चाVहए

वावावावामी च13मयान13दमी च13मयान13दमी च13मयान13दमी च13मयान13द

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Study Group Programme

वायाय मडल का कायcमवायाय मडल का कायcमवायाय मडल का कायcमवायाय मडल का कायcम

1111---- Thrice Chanting of Om

तीन बार ॐ का दघ उचारण तीन बार ॐ का दघ उचारण तीन बार ॐ का दघ उचारण तीन बार ॐ का दघ उचारण 2222---- Peace Invocation

शाि13त पाठशाि13त पाठशाि13त पाठशाि13त पाठ

ॐ सह नाववत सह नौ भनB सह वीय करवावह तजिवनावधीतमत मा ॐ सह नाववत सह नौ भनB सह वीय करवावह तजिवनावधीतमत मा ॐ सह नाववत सह नौ भनB सह वीय करवावह तजिवनावधीतमत मा ॐ सह नाववत सह नौ भनB सह वीय करवावह तजिवनावधीतमत मा

XवVnषावहXवVnषावहXवVnषावहXवVnषावह

ॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः

ह परमाEमन आप हम गS -श`य दोनamp कW साथ-साथ सब )कार स रTा कर=

हम दोनamp का आप साथ-साथ समचत प स पालन -पोषण कर= हम दोनamp साथ-ह-साथ

सब )कार स बल )ा7 कर= हम दोनamp कW अययन कW हई Xव~ा तजपण हो - कह

परात न हamp और हम दोनamp जीवन भर परपर नह-स_ म= बध रह= हमार अ13दर परपर कभी nष न हो ह परमाEमन तीनamp तापamp कW 5नवXo हो

ॐ आwयाय13त ममाॐ आwयाय13त ममाॐ आwयाय13त ममाॐ आwयाय13त ममा गा5न वाक )ाणlTः uो_मथो बलमि13रयाण च सवाण गा5न वाक )ाणlTः uो_मथो बलमि13रयाण च सवाण गा5न वाक )ाणlTः uो_मथो बलमि13रयाण च सवाण गा5न वाक )ाणlTः uो_मथो बलमि13रयाण च सवाण

सव ौप5नषद माह 5नरासव ौप5नषद माह 5नरासव ौप5नषद माह 5नरासव ौप5नषद माह 5नराकया मामा 5नराकरोत अ5नराकरणमत अ5नराकरण कया मामा 5नराकरोत अ5नराकरणमत अ5नराकरण कया मामा 5नराकरोत अ5नराकरणमत अ5नराकरण कया मामा 5नराकरोत अ5नराकरणमत अ5नराकरण

मऽत तदाEम5न 5नरतय उप5नषEस धमात म5य स13त त म5य स13त मऽत तदाEम5न 5नरतय उप5नषEस धमात म5य स13त त म5य स13त मऽत तदाEम5न 5नरतय उप5नषEस धमात म5य स13त त म5य स13त मऽत तदाEम5न 5नरतय उप5नषEस धमात म5य स13त त म5य स13त ॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तः

ह परमाEमन मर सार अग वाणी न_ uो_ आVद सभी कमि13दया और

Iानि13रया )ाणसमह शारdरक और मानसक शAB तथा ओज - सब पX2 एव वX

को )ा7 हamp उप5नषदamp म= सवप का जो वप वणत ह उस म कभी अवीकार न क और वह भी मरा कभी पdरEयाग न कर मझ सदा अपनाय रGख मर साथ

का और क साथ मरा 5नEय सZब13ध बना रह उप5नषदamp म= िजन धम का

15

)5तपादन Oकया गया ह व सार धम उप5नषदamp क एकमा_ ल-य पर परमाEमा म=

5नर13तर लग हए मझ साधक म= सदा )काशत रह= मझम= 5नEय 5नर13तर बन रह= और

मर _Xवध तापamp कW 5नवXo हो 3 Introspection The following questions are asked by Group Sewak Every body answers

mentally to himself - (1) How far am I maintaining Brahmacharya (2) Did I during this week live less passionately and less selfishly (3) Have I any bad feelings towards any member of my spiritual family -

the Chinmaya Mission (4) Am I progressing and proving to myself and others a better man a

more cheerful man each day (5) Did I meditate all the days of this week (6) How far have I developed in constant and repeated ISHWAR

SMARANA (7) Did I read every day atleast three pages of the scriptures

आEमआEमआEमआEम----5नरTण 5नरTण 5नरTण 5नरTण

मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= ---- १- म चय का पालन Oकतना करता ह

2- Gया म इस स7ाह कम उVnन और कम वाथ रहा ३- Gया च13मय मशन क अपन आयािEमक पdरवार क Oकसी सदय स मरा दभाव

ह ४- Gया म अपना Xवकास कर अ13य लोगamp क लए पहल स भला आदमी बन रहा ह और

सदा )स13न रहता ह

५- Gया म Xपछल स7ाह 5नEय यान साधना करता रहा

६- 5नर13तर ईhर मरण रखन म= मझ Oक तनी सफलता मल ह

७- Gया म 5नEय शाRamp क कम स कम तीन प पढता रहा ह

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५५५५ गSतो_मगSतो_मगSतो_मगSतो_म

अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः ११११ िजनकW कपा स सZपण चराचर जगत म= 6या7 परमाEमा का बोध हआ ह उन गSदव को

मरा )णाम ह अIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकयाअIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकयाअIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकयाअIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकया चTS13मीलत यन तम uीगरव नमःचTS13मीलत यन तम uीगरव नमःचTS13मीलत यन तम uीगरव नमःचTS13मीलत यन तम uीगरव नमः 2222

िज13हampन अIान अ13ध न_amp को Iान अजन कW शलाका स उ13मीलत कर Vदया ह उन

गSदव को मरा )णाम ह गSा गSXव णः गSगSा गSXव णः गSगSा गSXव णः गSगSा गSXव णः गS दवो महhरःदवो महhरःदवो महhरःदवो महhरः गSरव पर तम uीगरव नमः गSरव पर तम uीगरव नमः गSरव पर तम uीगरव नमः गSरव पर तम uीगरव नमः ३३३३

गS ह ा ह गS ह Xव`ण ह गS ह शकर (महhर) ह गS ह पर ह उन

गSदव को मरा )णाम ह थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम तEपद दशत यन तम uीतEपद दशत यन तम uीतEपद दशत यन तम uीतEपद दशत यन तम uीगरव नमः गरव नमः गरव नमः गरव नमः ४४४४ जड चतन व चर अचर म= जो तiexclव 6या7 ह उसका बोध िजनकW कपा स )ा7 हआ ह उन गSदव को मरा )णाम ह च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः ५५५५

17

सZपण चराचर जगत म= 6या7 परम चतना का दशन िजन गSदव कW कपा स सZभव हआ ह उन गSदव को मरा )णाम ह सवu5तशरोरcentXवरािजत सवu5तशरोरcentXवरािजत सवu5तशरोरcentXवरािजत सवu5तशरोरcentXवरािजत पपपपदाZबजःदाZबजःदाZबजःदाZबजः वदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमःवदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमःवदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमःवदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमः ६६६६ िजनक चरण कमलamp म= सभी u5त रcent Xवरािजत ह और िजनक सय सaश Iानालोक स

वदा13त कमल Xवकसत होता ह उन गSदव को मरा )णाम ह चत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनःचत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनःचत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनःचत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ७७७७

जो च13मय शाhत शा13त 6योमातीत 5नरजन और ब13द नाद तथा कलाओ स भी

पर ह उन गSदव को मरा )णाम ह IानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतःIानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतःIानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतःIानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतः भABमAB )दाता च तम uीगरव नमःभABमAB )दाता च तम uीगरव नमःभABमAB )दाता च तम uीगरव नमःभABमAB )दाता च तम uीगरव नमः ८८८८

जो Iान और शAB म= अविथत ह तथा तiexclव सा13त कW माला धारण Oकय ह जो भAB और मAB दन वाल ह उन गSदव को मरा )णाम ह अनक ज13म स)ा7 कमब13धअनक ज13म स)ा7 कमब13धअनक ज13म स)ा7 कमब13धअनक ज13म स)ा7 कमब13ध XवदाVहन XवदाVहन XवदाVहन XवदाVहन आEमIान )दानन तम uीगरव नमःआEमIान )दानन तम uीगरव नमःआEमIान )दानन तम uीगरव नमःआEमIान )दानन तम uीगरव नमः ९९९९ अनक ज13मamp स कमब13धनamp म= जकड )ाणी को जो आEमIान क nारा मB करा दन म=

समथ ह उन गSदव को मरा )णाम ह

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शोषण भवस13धोl Iापण सारसपदःशोषण भवस13धोl Iापण सारसपदःशोषण भवस13धोl Iापण सारसपदःशोषण भवस13धोl Iापण सारसपदः गरोः पादोदक सZयक तम uीगगरोः पादोदक सZयक तम uीगगरोः पादोदक सZयक तम uीगगरोः पादोदक सZयक तम uीग रवनमःरवनमःरवनमःरवनमः१०१०१०१० िजनक पादोदक क पश स ससार सागर सख जाता ह और परमतiexclव का बोध हो जाता ह उन गSदव को मरा )णाम ह न गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपःन गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपःन गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपःन गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपः तEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमःतEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमःतEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमःतEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमः ११११११११ गS स अधक उच कोई तiexclव नह ह और गS कW सवा स ऊचा कोई तप नह ह

तiexclवIान स u कोई Iान नह ह ऐस गSदव को मरा )णाम ह म13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSःम13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSःम13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSःम13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSः मदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमःमदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमःमदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमःमदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमः ११११2222

मर वामी ससार क वामी ह और मर आEमा सZपण )ाणयamp कW आEमा ह िजनकW

कपा स यह Iान )ा7 होता ह उन गSदव को मरा )णाम ह गSराVदरनाVदl गSः परमदवतमगSराVदरनाVदl गSः परमदवतमगSराVदरनाVदl गSः परमदवतमगSराVदरनाVदl गSः परमदवतम गरोः परतर नाित तम uीगरव नमःगरोः परतर नाित तम uीगरव नमःगरोः परतर नाित तम uीगरव नमःगरोः परतर नाित तम uीगरव नमः १३१३१३१३

गS अनाVद और अन13त ह गS ह परम दवता ह गS स u कछ भी नह ह अतः उन

गSदव को मरा )णाम ह

Eवमव माता च Xपता EवमवEवमव माता च Xपता EवमवEवमव माता च Xपता EवमवEवमव माता च Xपता Eवमव Eवमव ब13धlसखा EवमवEवमव ब13धlसखा EवमवEवमव ब13धlसखा EवमवEवमव ब13धlसखा Eवमव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव १४१४१४१४ ह गS दव तम ह मर माता हो Xपता हो भाई हो म_ हो Xव~ा हो और धन हो ह

दवताओ क दवता तZह म र लए सब कछ हो

19

६६६६ गीता यानमगीता यानमगीता यानमगीता यानम

ॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयमॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयमॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयमॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयम 6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम ----

अZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीमअZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीमअZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीमअZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीम ११११ ह मा भगवत-गीत म तZहारा 5नर 13तर अनच13तन करता ह भगवान नारायण न

अजन क )5तबोध क लए तZहार रचना वय कW थी )ाचीन म5न 6यासदव न तZह=

महाभारत क मय थाXपत Oकया तZहार अठारह अयाय ह तम Vद6य हो तZहार nारा अnतामत कW वषा होती ह और तम ससार क बधनamp स मB करन वाल हो

नमोऽतत 6यास Xवशाल ब नमोऽतत 6यास Xवशाल ब नमोऽतत 6यास Xवशाल ब नमोऽतत 6यास Xवशाल ब ---- फYलारXव13दायतप_ न_ फYलारXव13दायतप_ न_ फYलारXव13दायतप_ न_ फYलारXव13दायतप_ न_ यन Eवया भारततलपणः यन Eवया भारततलपणः यन Eवया भारततलपणः यन Eवया भारततलपणः ----

)वालतो Iानमयः )दपः )वालतो Iानमयः )दपः )वालतो Iानमयः )दपः )वालतो Iानमयः )दपः 2222

ह 6यासदव तZह= मरा )णाम ह खल हए कमल कW पखडयamp क सaश तZहार Xवशाल न_ ह तZहा रा Iान महान ह तमन महाभारत -तल (सार) स भरकर Iान का

दपक )वलत Oकया ह

)प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय )प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय )प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय )प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय Iानमाय क`णाय गीतामतदIानमाय क`णाय गीतामतदIानमाय क`णाय गीतामतदIानमाय क`णाय गीतामतद ह नमः ह नमः ह नमः ह नमः ३३३३

म उन भगवान क`ण को )णाम करता ह जो एक हाथ म= लकVट और दसर म=

Iान-मा धा रण Oकय हए ह िज13हampन (उप5नषदamp स) गीतामत का दोहन Oकया ह और

िजनकW शरण म= जान वाल कW समत कामनाय= वस ह पण होती ह जस कYपवT स

20

सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत ४४४४

सZपण उप5नष गाय= ह गोपालन13दन उनक दोहन वाल ह अजन गोवEस ह गीता महान अमतमय दध ह और सधीजन उस दध का पान करन वाल ह

वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम ५५५५

म उन भगवान क`ण को )णाम करता ह जो वसदव क Vद6य प_ ह कस और

चाणर का वध करन वाल ह दवकW मा को परम आन13द )दान करन वाल ह और

समत ससार क गS ह

भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला ---- शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला अhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनाव 5त नी 5तनी 5तनी 5तनी ----

सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः ६६६६ भगवान क`ण nारा चालत गीता -Iान कW नौका म= बठकर पाडवamp न उस भयकर

रणनद को सहज पार कर लया िजसक भी`म और ोण तट थ जयथ िजसका जल

था गाधार नप नील -कमल थ िजसम= शYय जस 4ाह थ और कपाचाय िजसकW तीyen

धारा थ कण िजसकW उoाल तरग थ अhEथामा और Xवकण िजसक भयकर मगर थ

और दयpoundधन िजसकW भवर था

पाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम लोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदा

भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस ७७७७

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महाभारत का वह 5नमल कमल हम= कYयाणकार हो जो पाराशर क प_ 6यास क

वचन सरोवर म= उEप13न हआ जो गीता कW उEकट गध स पdरपण ह िजसक अनक

आयान कसर क समान ह जो भगवान क`ण कW मधर कथाओ स पdरपण ह सजन iमरamp क nारा िजसक रस का पान 5नर13तर Oकया जाता ह और जो कलयग क समत

दोषamp का शमन करन वाला ह

मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम ८८८८

िजनकW कपा स मक वाचा ल हो जात ह और पग लोग भी ऊ च पवतamp को पार कर

जात ह उन परमान13द भगवान क`ण कW हम व13दना करत ह

य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव ---- वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो ----

ययाययाययाययात न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः ९९९९

ा वSण इ13 S और मSण Vद6य तो_amp nारा िजसकW त5त करत ह

सामवद क गान वाल अग पद cम और उप5नषदamp क सVहत वदamp nारा िजसका गायन

करत ह योगीजन यान म= िथत तnत हय म न स िजसका दशन करत ह दवता और

असर गण (कोई भी) िजसक अ13त को नह जानत उस (परम पSष नारायण ) दव क

लए मरा नमकार ह ७७७७ गीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोक

8 The spiritual text ((((पाqय पतकपाqय पतकपाqय पतकपाqय पतक )))) It is to be taken stanza by stanza and commented upon by the Group Sewak

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9 Discussions ((((Xवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमय)))) The Group Sewak may act as a mediator 10 Meditation Let all members sit in their favourite pose with head erect and eyes closed The Group Sewak may chant a short Mantra lowering the pitch of voice by and by Everyone repeats the process mentally Then there is a silence Every body tries to live in that silence abandoning all sorts of ideas If any thought comes in mind one should try to become its witness (Sakshi) The whole process may take only 5 to 7 minutes

यानमयानमयानमयानम शा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरश

Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम ल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZय व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम

११११११११ यानषटकयानषटकयानषटकयानषटक मनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाह न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च 6योमभमन च 6योमभमन च 6योमभमन च 6योमभम न तजो न वायःन तजो न वायःन तजो न वायःन तजो न वायः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ११११

म न मन ह न बX ह न अहकार ह और न चo ह म न uो_ ह न िजcopyा

ह न नासका ह और न न_ ह न म आकाश ह न भम ह न अिन ह

और न वाय म चदान13द प शव ह शव ह

न च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपाय

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम 2222

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न म )ाण ह और न पचवाय न म स7धात का शरर ह और न

पचकोश न म वाक पाण पाद उपथ और न गदा ह म चदान13दप

शव ह शव ह

न म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौ

न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ३३३३

न म राग ह और न nष न म लोभ ह और न मोह न म मद ह और

न मEसर म धम अथ काम मोT भी नह ह म चदान13दप शव ह शव ह न पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःख न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः अह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBा चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ४४४४

न म पय ह और न पाप न म सख ह और न दःख न म म13_ ह

और न तीथ न म वद ह न यI म भोजन भोय और भोBा भी नह ह म

चदान13दप शव ह शव ह

न मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदः Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म न ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ५५५५

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न म मEय ह और न भय मझम= कोई जा5तभद भी नह ह न मर

माता ह और न Xपता मरा ज13म भी नह हआ ह न मरा कोई ब13ध ह न म_

न गS ह न श`य म चदान13दप शव ह शव ह

अह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपः

XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम न चान चान चान चासsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ६६६६

मर न कोई कYपना ह और न आकार म सव6यापी और इि13रयातीत

ह मरा न ब13धन ह और न मAB म Iय भी नह ह म चदान13दप शव ह शव ह

११११2222 uी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकम

6या7 जग6या7 जग6या7 जग6या7 जग~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत

5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ११११

अखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभावः परमाEमसEय वः परमाEमसEय वः परमाEमसEय वः परमाEमसEय

सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय 2222

म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः बोचबबोचबबोचबबोचब umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः

25

सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ३३३३

शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः

6यापी परण मो6यापी परण मो6यापी परण मो6यापी परण मोदमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ४४४४

अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च ग गभीग गभीग गभीग गभी र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ५५५५

तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म

Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न च13Eयमानम च13Eयमानम च13Eयमानम च13Eयमानम uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ६६६६

12 Pledge We stand as one family bound to each other with love and respect We serve as an army Courageous and disciplined ever-ready to fight against all low tendencies and false values within and without us We live honestly

the noble life of sacrifice and service producing more than what we consume and giving more than what we take

26

We seek the Lords Grace to keep us on the path of virtue courage and wisdom May Thy Grace and Blessings flow through us to the world around us We believe that the service of our country is the service of Lord of Lords and devotion to the people is the devotion to the Supreme Self We know our responsibilities give us the ability and courage to fulfill them

OM TAT SAT

च13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIा हमार िथ5त ह एक पdरवार क समान )म और सZमान स परपर आब हम सवा-रत ह एक सना क समान- साहसी और अनशासत - कVटब ह सघष करन को 5नZन वXo यamp और थोथ आदश क XवS िजनका जाल ह हमार अ13दर और बाहर सव_ हम जीत ह ईमानदार स Eयाग और सवा का उच जीवन उEप13न करत ह उपभोग स अधक लत ह िजतना दत ह कह अधक हम बन ह आकाTी )भ कW कपा क जो चलाव= हम= गण साहस और Iान क माग पर

आप कW कपा और आशीष ह )भो हमार मायम स बह

27

Xवh म= चारamp ओर हमारा Xवhास ह Oक वदश सवा ह परमhर कW सवा ह और जनता कW भAB ह परमाEमा कW भAB ह हम समझत ह अपना दा5यEव दो योयता और साहस Oक हम परा कर= उस ॐ तEसत

13 Arati Arati is to be performed preferably by the wife of Group Sewak or by the

Group Sewak himself A few flowers and burning camphor placed in a tray are waved before the picture of the Lord and the following Mantras are chanted by all the members present -

न त_ सयpound भा5त न चतारक नमा Xव~तो भा5त कतोऽयमि13गः तमव भा13तम अनभा5त सव तय भासा सवमदXवभा5त ॐ सवषा वितभवत सवषा शाि13तभवत सवषा पण भवत सवषा मsectगल भवत ॐ सव भव13त सखनः सवस13त 5नरामयः सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत असतो मा स^मय तमसो मा यो5तगमय मEयोमाममत गमय ॐ पणमदः पणमद पणात पणमदयत पणय पणमादाय पणमवावश`यत ॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तः

28

भज गोXव13दमभज गोXव13दमभज गोXव13दमभज गोXव13दम

भज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13द गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत स)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत काल न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण ११११

र मढ मन गोXव13द कW खोज कर गोXव13द का भजन कर और गोXव13द का ह

यान कर अि13तम समय आन पर 6याकरण क 5नयम तर रTा न कर सक= ग मढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णा कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम यYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाo Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम 2222

र मढ धन स4ह कW त`णा छोड द मन म= वराय लाकर सत तiexclव का

च13तन कर अपन कम फल क अनसार जो धन )ा7 हो उसी स अपन म न को स13त2

कर नारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदश a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम एत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकार मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम ३३३३ स13दर Rी क नाभदश को दखकर मोह म= मत पड यह कवल मास और मजा

का Xवकार ह अपन मन म= इस बात का बार-बार Xवचार कर नलनीदलगतनलनीदलगतनलनीदलगतनलनीदलगत जलम5ततरल जलम5ततरल जलम5ततरल जलम5ततरल तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम XवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4त लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम ४४४४

29

कमल-दल क ऊपर जल कW बद अEय13त अिथर होती ह जीवन भी इसी )कार

अिथर ह इस बात को अछmacr तरह समझ ल Oक सारा ससार 6याध अभमान शोक आVद स 4सत ह

यावVnयावVnयावVnयावVnoोपाजन सBःoोपाजन सBःoोपाजन सBःoोपाजन सBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः पlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह ५५५५

जब तक धनोपाजन कW शAB ह तभी तक तZहार पdरवार क लोग तम स )म

रखत ह वावथा म= शरर जजर हो जान पर तZहार बात कोई न पछगा यावEपवनोयावEपवनोयावEपवनोयावEपवनो 5नवस5त दह 5नवस5त दह 5नवस5त दह 5नवस5त दह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह गतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापाय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय ६६६६ जब तक शरर म= )ाण ह तब तक घर म= तZहार कशल पछmacr जाती ह )ाण

5नकलन पर उसी शरर स पcentी तक भयभीत होन लगती ह बालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBः तSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBः वताविच13तासBःवताविच13तासBःवताविच13तासBःवताविच13तासBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः ७७७७

बचपन म= खलamp म= आसAB रहती ह यवावथा म= तSणी स मोह रहता ह और

वावथा म= च13ताय= आ घरती ह Oक13त पर परमाEमा स Oकसी को )म नह ह का त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ः सससससारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः

30

कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः ८८८८

कौन तZहार पcentी ह कौन तZहारा प_ ह वततः ससार बडा Xवच_ ह तम

Oकस क हो कहा स आय हो ह भाई कभी इस बात का भी Xवचार करो

सEससEससEससEसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEवगEवगEवगEव 5नस5नस5नस5नसगEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम 5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः ९९९९

सEसग स अनासAB )ा7 होती ह अनासAB स मोह क ब13धन टटत ह मोह टटन पर शाhत तiexclव कW )ा57 होती ह और शाhत तiexclव पान पर जीवन -मAB का लाभ

)ा7 होता ह वयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः Tीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारो Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः १०१०१०१०

जस यवावथा बीतन पर काम -Xवकार न2 हो जाता ह और जल सख जान पर

तालाब नह रह जाता ह वस ह धन न2 होन पर पdरवार नह रह जाता और तiexclव-बोध

होन पर ससार नह रह जाता ह मा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगव हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम मायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा ११११११११

31

धन जन और यौवन क लए अभमान न करना चाVहए काल इन सब को Tण मा_ म=

न2 कर दता ह इन सब को माया का iम समझो और शीordf ह साTाEकार )ा7

करो Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः कालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः ११११2222

Vदन और रात )ातः और साय सय और गम बार -बार आत ह और चल जात

ह काल कW इस cWडा क साथ आय भी बीतती जा रह ह Oफर भी आशाओ कW आधी

स कोई नह बचता का त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता _जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका १३१३१३१३

र iाि13त म= पड मढ Rी धन आVद कW च13ता Gयamp Oकया करता ह Gया तर

ऊपर शासन करन वाला कोई नह ह तीनamp लोकamp म= कवल सEसग ह वह नौका ह जो

ज13म-मरण क सागर स तझ पार कर सकती ह जVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः प1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढो दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः १४१४१४१४

जटाधार बाल मडाय एक-एक कर सर क सब बाल खचवाय और काषायवR

धारण Oकय हए नाना वषधार स13यासी ह व आखamp स दखत हए भी अध ह व मढ

नाना )कार क वष कवल पट भरन क लए धारण करत ह

32

अsectगअsectगअsectगअsectग गलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मड दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम वो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दड तदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEया शाXपडम शाXपडम शाXपडम शाXपडम १५१५१५१५

वावथा म= शरर जजर हो गया ह सर क बाल सफद हो गय ह दात गर

गय ह छडी क सहार चलना पडता ह अथात मEय 5नकट आ गई ह Oक13त आशाओ का

ब13धन अब भी नह टटा अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः करतल करतल करतल करतल भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः १६१६१६१६

आग अिन पीछ सय और रा_ म= घटनamp म= ठो ढ लगाय रहन वाल तथा हाथ पसार

कर भीख मागन वाल और पड क नीच सोन वाल भी आशा क ब13धनamp स मB नह ह कSत गsectगकSत गsectगकSत गsectगकSत गsectग सागरगमनसागरगमनसागरगमनसागरगमन yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम IानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन १७१७१७१७

कोई भल ह गगासागर आVद तीथdeg का सवन कर yenत रख अथवा दान कर

Oक13त अIानी 6यAB सकडamp ज13मamp म= भी मAB नह )ा7 कर सकता ह यह तplusmnय सभी लोग वीकार करत ह

सरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासः शsup2याशsup2याशsup2याशsup2या भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः सवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः १८१८१८१८

33

जो लोग दवताओ क मि13दर और पडamp क नीच 5नवास करत ह बना बछौन क

जमीन पर लटत ह मगछाला पहनत ह और इस )कार सभी भोगamp का Eयाग कर दत ह

उन XवरB लोगamp को कौन सा सख )ा 7 नह ह

योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा सsectगसsectगसsectगसsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगXवहनः Xवहनः Xवहनः Xवहनः यय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चo न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव १९१९१९१९

चाह कोई योग का अयास करता हो या भोगamp म= पडा रहता हो चाह अनक लोगamp क

साथ रहता हो या अकला िजसका चo -च13तन म= मन ह वातव म= वह सखी ह

भगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीता गगगगगागागागाजल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता सकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा 2222००००

जो भगवदगीता का थोडा भी अययन करता ह गगा जल कW एक बद भी पान

करता ह और भAB-भाव स भगवान का मरण करता ह उसकW चचा यमराज भी नह

करत ह पनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरण पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम इह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार 2222११११

बार-बार ज13मना बार-बार मरना और बार-बार मा क पट म= पहचना बडा

क2कारक ह इस दःखमय ससार स पार होना बडा कVठन ह ह भगवन अपनी अपार

कपा स मरा 5नतार करो

34

रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः योगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoो रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव 22222222

जो योगी चीथड बीन कर कथर बनात और पहनत ह पय और पाप क माग को छोड

कर चलत ह िजनका चo योगायास स सयमत ह व ईhर भाव म= 5नमन रहन वाल बालकamp या उ13मo लोगamp कW तरह 5नn13n रहत ह

कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः इ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसार Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम 2222३३३३

तम कौन हो म कौन ह म कहा स आया ह कौन मर माता ह कौन मरा

Xपता ह इन )vamp पर Xवचार करो और इस असार ससार को वwन मा_ समझ कर

छोड दो Eव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः भव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eव वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम 2222४४४४

तम म= मझ म= और सभी थानamp म= क वल एक सव6यापी भगवान ह असVह`ण होकर

तम 6यथ ह मर ऊपर cोध करत हो यVद तम चाहत हो Oक तZह= ईhर )ा7 हो जाय तो तम सदा समभाव रहो

श_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ सविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमान

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सव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIा नम नम नम नम 2222५५५५

दसर लोगamp स लडन म= अथवा उनस म_ता करन म= अपनी शAB का अप6यय न

करो अपन ब13ध-बा13धवamp स राग-nष मत रखो सव_ अपन ह वप को दखो भद बX का Eयाग करो और अIान स छटकारा पाओ

काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह EयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1य5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम आEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः 2222६६६६

काम cोध लोभ और मोह को छोडकर Iानी सव_ आEमवप ह दखता ह

वह समझता ह Oक म वह ह Oक13त आEमIान रVहत मढ लोग अIान क कारण नक कW वदनाय= सहन करत ह

गय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहsup3sup3sup3sup3 यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म नय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चo दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम 2222७७७७

भगवत-गीता और Xव`ण क सहsup3 नाम गान चाVहए भगवान Xव`ण क वप का

5नर13तर यान करना चाVहए सदा सEसग म= चo लगाना चाVहए और दन लोगamp को

दान दना चाVहए सखतः सखतः सखतः सखतः Ocयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः य~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरण तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम 2222८८८८

36

पहल तो लोग सख क लए Rी भोग म= ल7 रहत ह और बाद म= शारdरक रोगamp का शकार होना पडता ह य~Xप इस ससार म= अ13ततोगEवा मEय म= ह शरण मलती

ह Oफर भी लोग पापाचरण नह छोडत

अथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEय नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम प_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः 2222९९९९

लोगamp कW अनथकार धन म= ह सदा Sच बनी रहती ह सEयता यह ह Oक उसम=

Oकि13चत मा_ भी सख नह ह धनी लोगamp को अप न प_ स भी भय रहता ह धन का

सव_ यह हाल दखा जाता ह )ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम जाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधान कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम ३०३०३०३०

बडी सावधानीपवक पहल )ाणायाम का अयास करो मन को सब ओर स

हटाकर अ13तमखी बनाओ 5नEय और अ5नEय वतओ क बीच Xववकपवक Xवचार करो

और Oफर जप करत हए समाध का अयास करो गSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः सि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादव -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम ३१३१३१३१ ह गS क चरणamp म= भABभाव रखन वालamp तम शीordf ह स सार-सागर स पार हो

जाओग तमन इि13 यamp को और मन को वश म= Oकया ह तम अपन acuteदय म= शीordf ह

भगवान का साTाEकार करोग

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आयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अग १ १ १ १ ---- वथ शरर वथ शरर वथ शरर वथ शरर ((((अअअअ) ) ) ) सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन ---- बना वथ शरर क कोई भी लौOकक या पारलौOकक

काय करना सZभव ह नह ह इसक लए श और सािiexclवक आहार आव1यक ह

मच इमल wयाज लहसन खटाई तल मसाल हग आVद Eयाय ह बहत अधक न खाना चाVहए मताहार रोगamp स बचाता ह यान रखो भोजन वाद क

लए नह वाplusmnय क लए ह एकादशी आVद Oकसी Vदन उपवास भी कई aX2 स

उपयोगी ह ((((बबबब) ) ) ) 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम ---- वथ शरर क लए 5नEय 6यायाम भी आव1यक ह

इसक लए )ातःकाल कछ शारdरक uम करना चाVहए बगीच म= काम टहलना

तरना आसनamp का अयास आVद कछ 6यायाम ह आसन और )ाणायाम साधना

म= अधक सहायक ह ((((सससस)))) वछता वछता वछता वछता ---- वथ वाय का सवन 5नEय नान साफ कपड और रहन क

थान कW सफाई शरर को वथ और चo को )स13न रखती ह

2 2 2 2 ---- वथ मनवथ मनवथ मनवथ मन

((((अअअअ) ) ) ) वायाय वायाय वायाय वायाय ---- जस वथ शरर क लए 5नEय श और पौX2क भोजन कW

आव1यकता ह वस ह वथ मन क लए स-413थamp का 5नEय अवलोकन आव1यक ह अ13यथा मन दबल हो जाता ह और उस मानस रोग घरन लगत ह

दिl13ताय= चडचडाहट 6य4ता भय nष आVद मानसक रोगamp क लTण ह

गीता रामायण भागवत उप5नष योगवास बाइबल ज13दावता करान

_Xपटक 413थसाVहब आVद म= स Oकसी 413थ का अययन करना चाVहए

((((बबबब) ) ) ) स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त ---- य दोनamp वथ मन क लTण ह Xववक और वराय

क 6यायाम स स13तोष और शाि13त बढती ह वथ शरर और वथ मन स

आEमबल बढता ह इसी बल स आयािEमक सफलताय= )ा7 कW जाती ह ((((सससस) ) ) ) सससस----Xवचार Xवचार Xवचार Xवचार ---- स-Xवचार जीवन को सह Vदशा म= ल जात ह अस Xवचारamp

स मन`य का पतन होता ह सEसग और सuml413थamp क अवलोकन स स -Xवचार

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aढ होत ह कसग और कच2ाय= छोडकर सEसग का आuय लो ससार म= िजतन भी महापSष हए ह और उ13हampन जब जो कछ पाया ह वह सEसग क कारण ह ३ ३ ३ ३ ---- न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो

जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए ---- ((((अअअअ) ) ) ) चय और सEय चय और सEय चय और सEय चय और सEय ---- वीय कW रTा बडी सावधानी स करनी चाVहए शरर

तर पर वीय ह ईhर ह जीवन कW यह एक बहत बडी Xवभ5त ह यह जीवन Xवचार और बX का सार ह सचत वीय ओज म= पdरव5तत होता ह और ओज आEमशAB म= हर कWमत पर सEय मधर और मत भाषण का अयास करना चाVहए

मplusmnया भाषण दबलता भय और अIान का पdरणाम ह 5नEय एक-दो घट का

मौन रहना चाVहए उस समय सकतamp का )योग भी न करना चाVहए ((((बबबब) ) ) ) सससस----गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास ---- 5नयम कW पाब13द समय का उपयोग मधर भाषण

उदारता कSणा नह स-पSषamp का आदर सहनशीलता Tमा धय स13तोष 5नरभमानता आVद स-गण ह यVद य ग ण सहज ह )ा7 न हamp तो अयास क

nारा )ा7 Oकय जा सकत ह सब गणamp का एक साथ अयास नह हो सकता Oक13त एक गण क आत ह उसक सहयोगी अनक गण वय आन लगत ह Oकसी एक गण का अयास करन का सकYप करो और 5नEय सोन क पहल

अपनी सफलताओ-असफलताओ पर Xवचार करो कछ समय म= वह अयास आदत बन जायगा और आदत वभाव ((((सससस) ) ) ) दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग ---- )ायः लोग कसग क कारण दगणamp म= पड जात ह

आयािEमक T_ म= जYद सफल होन क लए दगणamp को शीordfा5तशीordf छोडना

होगा म~पान आलय मासभTण cरता कठोरता कVटलता छल )पच

पर5न13दा लोभ पdर4ह आVद अनक दगण ह यVद साधक म= ऐस कोई दगण ह

तो उ13ह= एक-एक कर छोडन का )यcent करना चाVहए दगण बड हठmacr होत ह

इनक Eयागन क लए सकYप करना पडता ह यVद एक दगण छोडन म= सफलता

मल तो आEम-Xवhास बढ जाता ह और दसर दगण छोडना सरल हो जाता ह ((((दददद) ) ) ) सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका ---- आज क आथक यग म= धन सचय कW हवस बढ रह

ह इसक लए बईमानी और छल-)पच का सहारा लया जा रहा ह कारण कवल

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यह ह Oक हमार आव1यकताय= बढ गई ह श आजी Xवका क लए आव1यक ह

Oक आव1यकताय= घटाई जाय= uम और ईमानदार स कमाया हआ धन मन`य

कW आव1यक आव1यकताय= पर कर सकता ह आलसी और दबल 6यAB ह आसानी स )ा7 होन वाल धन कW इछा करत ह यVद आपकW बX और शरर

शABसZप13न ह तो आप पराय पस को Xव2ा क समान समझ=ग सबल बनो और

uम स धन कमा कर स13तोष का जीवन बताओ ४ ४ ४ ४ ---- आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम उपयB तplusmnय आयािEमक साधना कW भमका तयार करन क लए ह उ13ह=

साधना का परोT अग कह सकत ह आसन यथाथ साधना कW पहल सीढ ह

कछ आसन तो 6या याम कW aX2 स उपयोगी होत ह िजनका उYलख ऊपर Oकया

जा चका ह कछ आसन यान क लए बताय गय ह पझ स और सख

आसन म= स कोई एक अपनी सXवधा और Sच क अनसार चन लना चाVहए

उoर या पव Vदशा कW ओर मख करक उस आसन पर लगभग तीन घट अXवचल

बठन का )यास करना चाVहए उसी आसन पर यान और जप करना होगा

इसक लए थान और समय 5निlत होना चाVहए इस काय क लए एक अलग

कमरा ताल स ब13द रखना चाVहए )ातःकाल ४ बज उठ कर शौचाVद स 5नवo और पXव_ होकर आसन )ाणायाम और यान करना चाVहए आसन पर बठत ह कम स कम बीस बार )ाणायाम करना चाVहए अपन इ2दव क यान क लए कछ ोक याद कर लो )ाणायाम क बाद उनका पाठ करक भगवान का च13तन करना चाVहए ५ ५ ५ ५ ---- )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा भगवान का यान करत ह वा ससार स मन को हटा कर अ13तमखी कर लना चाVहए यह )Eयाहार ह जप इसम= सहायक होगा ॐ या ॐ नमो नारायणाय आVद Oकसी म13_ का जप

)ारZभ कर दना चाVहए १०८ म13_ कW एक माला होती ह एक या तीन माला

म13_ जपना चाVहए अधक भी हो सकता ह म13_-जाप करत ह मन भगवान क

सामन जा पहचता ह भगवान का 5नर13तर च13तन ह धारणा ह

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जप-माला भी उपयोगी ह SाT या तलसी कW माला रखना चाVहए जप क

अ5तdरB उस गल म= पहना जा सकता ह जब म= रखा जा सकता ह और सोत

समय तOकया क नीच भी डाल सकत ह Oक13त माला सदा साथ रखनी चाVहए ६ ६ ६ ६ ---- यान यान यान यान एक 5निlत आसन पर बठकर अपन इ2दव का तल धारावत च13तन ह यान

ह शरर-मन-बX क nारा भगवान क 5नकट पह च उ13ह= पीछ छोड दना समाध

ह यान क अयास कW सफलता समाध क लाभ म= 5नVहत ह समाध म= परम तoव का अपरोT अनभव होता ह याता और यय एक हो

जात ह समाध ह तरयावथा और जीव13मAB ह यह योगी कW पणावथा ह ७ ७ ७ ७ ---- 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा आयािEमक साधना कवल यान क कमर तक ह सीमत नह ह यह तो

सम4-कालक साधना ह Vह13द धम का यह एक बडा अभशाप ह Oक हम कवल

कछ बातamp को पXव_ और धामक मान बठ ह शष 6यावहाdरक जीवन धम और

आयािEमक स पर समझ लया गया ह यह बडी भल ह साधक को अपना सम4 जीवन साधनामय बनाना होता ह भगवान कW शरणाग5त का भाव 5नर13तर रहना चाVहए सारा जीवन उ13ह कW

सवा ह उ13ह कW )रणा स हर काय हो रहा ह आयािEमक साधना कW सार

सफलता उ13ह क हाथ म= ह )ाणीमा_ स )म-भाव रखना भगवान क )म का 6यावहाdरक प ह भगवान क

भBamp को सभी लोग X)य Vदखाई दत ह दसर क दोषamp को दखन क बजाय अपन

दोष दखना और उ13ह= दर करना भगवत सवा का u माग ह दनamp को दान दना रोगयamp कW सवा करना 5नरTरamp को पढाना पीडतamp कW

सहायता करना मोहा13ध भटकत लोगamp को राह Vदखाना आयािEमक साधना का

अि13तम Oक13त महEवपण अग ह कमयोग क अ13तगत इसकW मVहमा क गण गाय गय ह यVद साधना क उपयB 5नदशamp का aढतापवक पालन Oकया जाय तो जीवन म=

5नlय ह सफलता सख और मAB का लाभ होगा सभी स13त -उपदशamp का सार

यह ह

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इस Vदशा म= सतत अ4सर रहन क लए स13तamp महाEमाओ का माग-दशन लत

रहना आव1यक ह वतमान काल म= पय वा मी च13मयान13द जी क अनया5ययamp

nारा थाXपत सथा lsquoच13मय मशनrsquo आपकW सहायता क लए सदा उपलltध ह

पाqयcमपाqयcमपाqयcमपाqयcम

नननन0 पतकपतकपतकपतक )थम)थम)थम)थम बारबारबारबार

)5तVदन)5तVदन)5तVदन)5तVदन

1 जीवनजीवनजीवनजीवन यो5तयो5तयो5तयो5त 10 पपपप

2 आEमआEमआEमआEम XवकासXवकासXवकासXवकास कWकWकWकW 5नदशका5नदशका5नदशका5नदशका 10 पपपप

3 भजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दम 4 ोकोकोकोक

4 तiexclवतiexclवतiexclवतiexclव बोधबोधबोधबोध 4 पपपप

5 आEमआEमआEमआEमबोधबोधबोधबोध 3 ोकोकोकोक

6 प_प_प_प_ nाराnाराnाराnारा वदा13तवदा13तवदा13तवदा13त 10 पपपप

7 मानवमानवमानवमानव 5नमाण5नमाण5नमाण5नमाण कलाकलाकलाकला 12 पपपप

8 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण 4 ोकोकोकोक

9 यानयानयानयान औरऔरऔरऔर जीवनजीवनजीवनजीवन 1 अयायअयायअयायअयाय

10 नारदनारदनारदनारद भABभABभABभAB स_स_स_स_ 5 स_स_स_स_

11 गीतागीतागीतागीता कWकWकWकW भमकाभमकाभमकाभमका 10 पपपप

12 अव1यअव1यअव1यअव1य कर=कर=कर=कर= 10 पपपप

13 साधनासाधनासाधनासाधना पचकमपचकमपचकमपचकम 1 ोकोकोकोक

14 कनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषद 2 म_म_म_म_

15 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1-2-3 3 सससस 5 ोकोकोकोक

16 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (201 सससस 300 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

17 कठोप5नषकठोप5नषकठोप5नषकठोप5नष 2 म_म_म_म_

18 दTणाम5तदTणाम5तदTणाम5तदTणाम5त तो_मतो_मतो_मतो_म 2 म_म_म_म_

19 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 4-5-6 3 सससस 5 ोकोकोकोक

20 उपदशउपदशउपदशउपदश सारसारसारसार 2 ोकोकोकोक

42

21 ईशावायईशावायईशावायईशावाय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 3 म_म_म_म_

22 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 7-8-9 3 सससस 5 ोोोोकककक

23 मडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नष 2 म_म_म_म_

24 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 10-11 3 सससस 5 ोकोकोकोक

25 कवYयकवYयकवYयकवYय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 2 म_म_म_म_

26 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (301 सससस 583 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

27 पSषसBमपSषसBमपSषसBमपSषसBम 4 सBसBसBसB

28 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 12 3 सससस 5 ोकोकोकोक

29 तXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषद 2 म_म_म_म_

30 बनाथबनाथबनाथबनाथ-त5तत5तत5तत5त 4 ोकोकोकोक

31 गीगीगीगीताताताता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 13-14-15 3 सससस 5 ोकोकोकोक

32 ऐतरयऐतरयऐतरयऐतरय उप5न`दउप5न`दउप5न`दउप5न`द 3 म_म_म_म_

33 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 16-17 3 सससस 5 ोकोकोकोक

34 )vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद 2 म_म_म_म_

35 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 18 3 सससस 5 ोकोकोकोक

36 ईhरईhरईhरईhर-दशनदशनदशनदशन (तपोवनमतपोवनमतपोवनमतपोवनम ) एकएकएकएक अयायअयायअयायअयाय

37 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1 सससस 18 5 सससस 10 ोकोकोकोक

38 अ2ावcअ2ावcअ2ावcअ2ावc गीतागीतागीतागीता 3 ोकोकोकोक

39 मामामामाडGयडGयडGयडGय औरऔरऔरऔर काdरकाकाdरकाकाdरकाकाdरका 2 म_म_म_म_

ःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःः

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Page 5: Swadhyayamandal

5

5नधाdरत सीमा क अ13तगत ह हो वामी जी कW सZम5त ह Oक एक वायाय मडल

म= पाच स प13ह तक सदय हो सकत ह नय मडल बनान कW आव1यकता होन पर

परान मडल का कोई सदय चन लया जाता ह जो अपन को भल -भा5त 6यB कर

सकता ह और आयािEमक समयाओ को प2 प स जानता ह वह नय मडल का

सवक बना Vदया जाता ह वामी जी का Iान यI समा7 होन क तर13त बाद नय वायाय मडलamp कW थापना करना आव1यक होता ह

च13मय पाqयcम (लसन कोस) का सामVहक प स अययन करन क लए भी

वायाय मडल बनाय जात ह अययन करन वाल लोग सादप5न साधनालय पवई

पाक tाइव बZबई स सZब13ध रखत ह इस आuम कW थापना वामी जी nारा कW

गयी ह पाठक )vamp क उoर साधनालय भजत ह और वहा उनका सशोधन Oकया जाता

ह और उन पर Vटwपणी द जाती ह वायाय मडल म= िजन )vamp क उoर नह मलत

ह उनक समाधान क लए साधनालय को लखा जाता ह अनभव स दखा गया ह Oक

इस पाqयcम क nारा वायाय मडल )ारZभ हो जाता ह )ारZभ करन वाल छा_ को

इसक nारा वदा13त क मल सा13तamp का Iान 6यविथत और तकxय प म= हो जाता ह

इस Iान क आधार पर वह शाRamp का गहन अययन 6यABगत प स अथवा वायाय

मडलamp क nारा आग बढा सकता ह च13मय वायाय मडलamp का )ारZभ सन १९६३ म= बZबई स Oकया गया था

वहा तीन मडल थाXपत Oकय गय थ अब समत भारत क च13मय क13amp म= ह नह

वरन Xवदशamp म= भी वायाय मडल चल रह ह जहा वामी जी न यI Oकय थ इस

समय यरोप मय पव कनाडा और अमdरका क अनक नगरamp म= चल रह ह

वायाय मडल पर आवायाय मडल पर आवायाय मडल पर आवायाय मडल पर आपकपकपकपक सZभाXवत )v सZभाXवत )v सZभाXवत )v सZभाXवत )v

)v )v )v )v ---- वाया वाया वाया वायाय मडल म= कौन सिZमलत हो सकता हय मडल म= कौन सिZमलत हो सकता हय मडल म= कौन सिZमलत हो सकता हय मडल म= कौन सिZमलत हो सकता ह उoर उoर उoर उoर ---- कोई भी Rी अथवा पSष वायाय मडल का सदय बन सकता ह जो १६ वष

कW आय स अधक हो बौXक Tमता रखता हो और अपन Vद6य वप को खोजन कW

आकाTा रखता हो वह सख और शाि13त को अपना ज13म स अधकार मानन को

तयार हो

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)v )v )v )v ---- मर पास अधक समय नह ह म Gया क मर पास अधक समय नह ह म Gया क मर पास अधक समय नह ह म Gया क मर पास अधक समय नह ह म Gया क

उoर उoर उoर उoर ---- म यह Xवhास करन को तयार नह Oक आप अपन कYयाण क लए अपनी सख शाि13त क लए पर स7ाह म= ९० मनट भी नह 5नकाल सकत ह आपक पास

समय नह ह ऐसा आप इसलए कहत ह Oक आप नह जानत Oक आप Gया खो रह ह

हम वायाय मडलamp म= डाGटर इ13जी5नयर वकWल 6यापार और Xव~ाथयamp को आत

दखत ह य लोग अपन 6यवसाय म= अधक कशल और सफल स हय ह उ13हampन वदा13त का )ाचीन Iान जानकर आन13द और त57 पायी ह वह Iान आज भी 5नEय

नतन ह

)v )v )v )v ---- Gया सकत भाषा भी जानना आव1यक ह Gया सकत भाषा भी जानना आव1यक ह Gया सकत भाषा भी जानना आव1यक ह Gया सकत भाषा भी जानना आव1यक ह

उoर उoर उoर उoर ---- सकत जानना आव1यक नह ह Oक13त उसस अययन म= सXवधा होती ह

)v )v )v )v ---- Gया उसम= कछ शYक दना पडता ह Gया उसम= कछ शYक दना पडता ह Gया उसम= कछ शYक दना पडता ह Gया उसम= कछ शYक दना पडता ह उoर उoर उoर उoर ---- बYकल नह हम= वदा13त -Iान क )सार म= ह )स13नता मलती ह आपका

आगमन हमारा सौभाय होगा (च13मय डाक सवा पाqयcम क अ13तगत वायाय

मडल थाXपत करन पर )Eयक सदय को पाqयcम का शYक सादप5न भजना होता

ह वह चाह वत13_ प स अययन कर अथवा वायाय मडल म= सिZमलत हो उस

वह शYक दना होगा उस शYक का कोई सZब13ध वायाय मडल स नह ह )

)v )v )v )v ---- Gया म कछ समय बाद मडल का सवक बन सकता ह Gया म कछ समय बाद मडल का सवक बन सकता ह Gया म कछ समय बाद मडल का सवक बन सकता ह Gया म कछ समय बाद मडल का सवक बन सकता ह

उoर उoर उoर उoर ---- अव1य बन सकत हो अगर आप म= अAडग उEसाह ह नता ह आप Oकसी

महान उ01य क लए काम करन को तयार ह और आप म= ध5त ह तो आप 5नlय ह मडल-सवक बन सकत ह हम आपकW )तीTा कर रह ह

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च13मय वायाय मडल पर कछ अ13य )vच13मय वायाय मडल पर कछ अ13य )vच13मय वायाय मडल पर कछ अ13य )vच13मय वायाय मडल पर कछ अ13य )v

च13मय वायाय मडल Gया हच13मय वायाय मडल Gया हच13मय वायाय मडल Gया हच13मय वायाय मडल Gया ह

यह एक सा7ाVहक या पाTक ९० मनट कW बठक ह िजसम= 6यAB सौहादपण

वातावरण म= एक_ होकर भारत क वदा13त-दशन का अययन और पdरचचा करत ह

लगभग दस-प13ह सदयamp का एक मडल बनता ह वदा13त-दशन का अययन

6यविथत और Xवकास cम क साथ चलान क लए पाqयcम कW एक परखा तयार कW

गयी ह िजसम= सकत क Iान कW आव1यकता न ह होती

पाqयcम Gया हपाqयcम Gया हपाqयcम Gया हपाqयcम Gया ह

यह पाqयcम इस )कार बनाया गया ह िजसस वदा13त का अययन करन म=

)ारZभ स लकर )Eयक तर पर सगमता हो और हर बात प2 होती जाय यVद हम=

वदा13त म= बहत Sच हो और हम उसका वत13_ प स अययन करना चाह= तो हम

यह नह समझ पाय=ग Oक उसका अययन कहा स और कस )ारZभ Oकया जाय

कदाचत कोई उप5नष लकर हम पढन बठ गय तो उसम= सरल स लगन वाल शltदamp का

ताEपय न समझ सकन क कारण हम= उप5नष का भाव 4ा न होगा इस कVठनाई का

एकमा_ कारण यह ह Oक हम= वदा13त क मल सा13त Iात नह ह अतः इस पाqयcम म= कई पतक= रखी गयी ह उनका अययन cमशः Oकया जाता ह उनक

अययन स हमारा Iान cमशः Xवकसत होता ह और )Eयक तर पर भाव प2 होत

जात ह इस योजना क अ13तगत )Eयक पdरचचा म= Xवचारणीय Xवषय कW मा_ा भी

5नधाdरत कW गयी ह हम अ13त म= वायाय मडल का पाqयcम )तत कर=ग अययन क लए 5नधाdरत पतक= च13मय मशन क13amp पर मलती ह उ13ह= स13ल

च13मय मशन ट स भी मगाया जा सकता ह

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वायाय मडल कWवायाय मडल कWवायाय मडल कWवायाय मडल कW आव1यकता आव1यकता आव1यकता आव1यकता

दशन क अययन म= Xवशष Sच रखन पर भी यVद हम अपन आप अययन

करत ह तो हमार मन म= अनक )v उठ= ग उन )vamp कW अधकता होन पर हमार )ग5त

Sक जायगी वायाय मडल ह ऐसा थान ह जहा हमार शकाय= 5नवo हो सकती ह एक 6यAB कW बX कW अपTा दस -प13ह 6यABयamp कW बX लगाना अधक अछा ह

दस प13ह सदयamp nारा एक स7ाह समान पamp का अययन करन स उनक वायाय मडल म= एक_ होन पर उस Xवषय को समझना और पचाना सरल हो जाता ह य~Xप

वायाय मडल एक थान Xवशष ह जहा हम= वदा13त का मौखक Iान मलता ह

Oक13त दर -सबर वह Iान हमार जीवन म= उतरना ह और वह 5नEय)5त क 6यवहार म=

Vदखाई दता ह वायाय मडल क सदय जब अपन अनभवamp और Xवचारamp का आदान -

)दान करत ह तो उनक सशय घटन लगत ह वदा13त का अययन करन म= या उस

6यवहार म= उतारत समय जो भी शकाय= उEप13न हamp और वायाय मडलamp म= उनका

समाधान न मल तो वामी जी को प_ लख कर पछा जा सकता ह वायाय मडल कW सयोजनवायाय मडल कW सयोजनवायाय मडल कW सयोजनवायाय मडल कW सयोजन----XवधXवधXवधXवध

इसम= Sच रखन वाल लोगamp क नाम गीता Iान यI समा7 होन क बाद

गSदTणा कW बनायी गयी सची स छाट जा सकत ह उनक 5नवास थल या Oकसी

अ13य थान को वायाय मडल क हत काम म= लगाया जा सकता ह य~Xप एक ह

थान पर मडल कW बठक करना उचत ह Oक13त )Eयक सदय कW इछा क अनसार

उसक घर पर भी cम स बठक बलाई जा सकती ह थान 5नधाdरत हो जान पर पहल

बठक वछा स Oकसी Vदन Oकसी समय रखी जा सकती ह बठक )ारZभ होन पर

मडल सवक सभी सदयamp का एक दसर स पdरचय कराता ह पdरचय दत समय अपना

नाम और 6यवसाय ह बताना पया7 नह ह वरन उस यह भी बताना चाVहए Oक उसन

वदा13त का Oकतना अययन Oकया ह उसम= उस Sच कस आयी और अब उस Oकतनी

Sच ह इसक उपरा13त अययन क पाqयcम क महEव पर बल दना चाVहए और पहल

पतक क अययन )ारZभ करन का 5नlय करना चाVहए उसी समय वह पत क

सबको बाट दनी चाVहए उसी कW साथ व ोक भी लखा द= या छप हए द= िजनका

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उचारण अगल बठक म= Oकया जायगा )थम बठक म= जो लोग नह आ सक उ13ह=

अगल बठक कW सचना दना अ5नवाय ह वायाय मडल का सचालनवायाय मडल का सचालनवायाय मडल का सचालनवायाय मडल का सचालन

थान कW 6यवथा - वायाय मडल क लए कोई भी ऐसा थान हो सकता ह

िजसम= दस प13ह लोग भम पर आराम स बठ सक= मडल क सदयamp म= स ह कोई

6यAB अपना कमरा इस काय क लए वछा स द सकता ह वह थान पणतः वछ होना चाVहए धप बoी कW सहायता स वातावरण अधक उपयB बनाया जा सकता ह

एक म5त या च_ रख कर और उसक सामन जला दपक रख कर वातावरण गभीर बना लना चाVहए च_ ऐस थान पर रख= जहा स वह सबको Vदखाई द मडल-सवक उसी

च_ क 5नकट बठ nार क पास जत उतारन और उ13ह= करन स रखन का थान छोड द= कोट आVद उतार कर टागन का थान भी बनाया जा सकता ह

)थम बठक - सदयamp का पdरचय )ा7 करन क बाद मडल-सवक कोई ऐसा Vदन

और समय 5निlत कर ल= जो सभी सदयamp को सXवधाजनक हो य~Xप मडल कW बठक=

स7ाह म= एक बार रखी जाती ह Oक13त पdरिथ5त क अनसार व प13ह Vदन म= भी एक

बार रखी जा सकती ह )थम बठक म= वायाय मडल क महEव और उपयोगता पर

Xवचार Oकया जाता ह बठकamp म= सिZमलत होत समय उचत भावना पर 5ना और

5नयमतता कW आव1यकता होती ह उसी पर बल दना चाVहए पतक पढन कW Xवध नोट लखना और पdरचचा क लए तयार करना भी बताया जाता ह सबको पाqयcम

समझा Vदया जाता ह और )थम पतक lsquoजीवन-यो5तrsquo सबको Xवतdरत कर द जाती ह

(IानयI म= बcW क लए आयी पतकamp म= स लगभग १५ lsquoजीवन-यो5तrsquo पतक= बचा

रखना चाVहए अ13यथा वायाय मडल क लए पतक= मगान म ६-८ स7ाह लग

जाय=ग) मडल-सवक यह बात भल-भा5त समझा दता ह Oक पdरचचा )ारZभ करन स

पहल मन को शा13त कर लना चाVहए उठ कर जान स पहल भी मन को शा13त करना

आव1यक ह इसक लए नीच लखा म13_ )योग म= लाया जाता ह-

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ॐ ॐ ॐॐ ॐ ॐॐ ॐ ॐॐ ॐ ॐ ॐ सह नावबतॐ सह नावबतॐ सह नावबतॐ सह नावबत सह नौ भनBसह नौ भनBसह नौ भनBसह नौ भनB सह वीय करवावहसह वीय करवावहसह वीय करवावहसह वीय करवावह

तजिवनावधीतमत मा XवVnषावह तजिवनावधीतमत मा XवVnषावह तजिवनावधीतमत मा XवVnषावह तजिवनावधीतमत मा XवVnषावह ॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तःशाि13तःशाि13तःशाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः

lsquolsquoह परमाEमन आप हम दोनamp गS श`य कW साथ -साथ रTा कर= हम दोनamp का

साथ-साथ पालन कर= हम दोनamp साथ-साथ ह शAB )ा7 कर= हम दोनamp कW पढ हई Xव~ा तजोमयी हो और हम दोनamp परपर nष न कर=rsquorsquo

इसक उपरा13त सT7 भजन और कWतन भी वातावरण को )म और सावपण

बना सकत ह पdरचचा क समय अनशासन कW आव1यकता ह सदय को उसक लए तयार

होकर आना चाVहए बोलत समय एक-एक 6यAB cम स बोल Xवचारणीय Xवषय क

सभी ब13द cमब हamp उसी Xवषय पर अ13य 413थamp स उरण Vदय जा सकत ह Xवषय

स असZब बात= बोलन कW वीक5त न द जाय कछ )vamp पर सशय रह सकता ह उनक प2ीकरण क लए अगल बठक तक धय रखना चाVहए (पdरचचा क समय

टलफोन क 6यवधान स बचन क लए उस दर रखना चाVहए या उसका सZब13ध काट दना चाVहए) मडल-सवक अगल बार क लए अययन हत पतक का अश 5नधाdरत करगा

नीच लख शाि13त पाठ क साथ पdरचचा समा7 होती ह-

सव भव13त सखनः सवसव भव13त सखनः सवसव भव13त सखनः सवसव भव13त सखनः सव स13त 5नरामयः स13त 5नरामयः स13त 5नरामयः स13त 5नरामयः सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत

ॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तःशाि13तःशाि13तःशाि13तः शाि13तःशाि13तःशाि13तःशाि13तः

lsquolsquoसभी लोग सखी हamp सभी 5नरोग हamp सभी भता का दशन कर= Oकसी को दःख

न भोगना पडrsquorsquo

यVद कोई सदय अनपिथत रहा ह तो अगल बठक क पव उसस मलकर

थान आVद क पdरवतन कW सचना उस दनी चाVहए

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मडल क सदयamp क यVद कोई अ13य )v हamp तो उनका समचत उoर दना चाVहए यह बहत आव1यक ह Oक यह कायcम 5निlत समय स )ारZभ हो और 5निlत

समय पर ह समा7 हो िजसस सदयamp को Oकसी )कार कW अनाव1यक असXवधा न हो

अगल बठक= - थान और समय आVद क Xवषय म= पववत 6यवथा रखनी ह

शष कायcम इस )कार होगा-

(१) तीन बार ॐ का उचारण और शाि13त पाठ

(2) कछ मनट भजन और कWतन

(३) Xपछल स7ाह म= हई पdरचचा का सार वय मडल -सवक nारा अथवा उसक nारा

इगत Oकय गय Oकसी अ13य सदय nारा कह जान चाVहए (४) उस Vदन क Xवचारणीय Xवषय पर सभी सदय अपन Xवचार cमशः )तत कर=

एक क Xवचारamp का दसरा 6यAB खडन या मडन कर सकता ह (५) मडल-सवक समत Xवचारamp को 6यविथत कर और उस पण बनाव

(६) अगल बठक क लए कछ अश 5नधाdरत Oकया जाय

(७) सब सदयamp nारा शाि13त पाठ

(८) शाि13त और अनशासन क साथ थान छोडकर जाय= िजनक घर पर यह कायcम हो

व चाह तो कछ )साद Xवतरण कर सकत ह Oक13त यह सदा आव1यक नह ह उसका

Xवतरण पdरचचा समा7 होन क उपरा13त ह करना चाVहए

)v )v )v )v ---- Gया वायाय Gया वायाय Gया वायाय Gया वायाय----मडल धम पdरव5तत कर Vह13द बनान कW स-म Xवध मडल धम पdरव5तत कर Vह13द बनान कW स-म Xवध मडल धम पdरव5तत कर Vह13द बनान कW स-म Xवध मडल धम पdरव5तत कर Vह13द बनान कW स-म Xवध

हहहह उoर उoर उoर उoर ---- बYकल नह वदा13त सZ)दायवाद कदाXप नह ह ससार भर क वायाय मडलamp क सदयamp न दखा ह Oक वदा13त क अययन स 6यAB उEक2 बनता

ह वह Oकसी भी धम का हो इसस )योजन नह वदा13त धम पdरवतन चाहन वालamp कW खोज म= नह ह उसका उ01य 6यAB को अपन Xवषय म= अधक Iान दना और अपन

6यABEव को समि13वत बनाना ह यह Xवचार करन क लए )dरत करता ह और इसका

उपयोग Xवh म= सव_ ह अतः इसका उपयोग आEम-Xवकास क लए Oकया जाता ह धम पdरवतन क लए नह

12

)v )v )v )v ---- Gया शाि13त Gया शाि13त Gया शाि13त Gया शाि13त----पाठ आVद सकत म= ह बोलन चाVहएपाठ आVद सकत म= ह बोलन चाVहएपाठ आVद सकत म= ह बोलन चाVहएपाठ आVद सकत म= ह बोलन चाVहए

उoर उoर उoर उoर ---- )ारZभ म= वदा13त-दशन सकत म= ह लखा गया था इसलए उसका पाठ सकत म= ह Oकया जाता ह सकत म= पाठ करन स हम= वह शा13त और गभीर वातावरण मल जाता ह िजसम= ऋXषयamp न हम= वह Iान Vदया था )ारZभ म= सकत का

उचारण करना कVठन लग सकता ह Oक13त अ13य लोगamp को सनन उनक साथ बोलन स और थोडा )यास वय करन स वह सगम हो जाता ह यVद कछ सदय अ13य धमावलZबी ह और उनकW भाषा भी भ13न ह तो पdरचचा क 5नधाdरत समय म= शाि13त-

पाठ Oकसी भी भाषा म= Oकया जा सकता ह )v )v )v )v ---- यVद म वायाय मडल क Oकसी यVद म वायाय मडल क Oकसी यVद म वायाय मडल क Oकसी यVद म वायाय मडल क Oकसी अ13य सदय को पस13द न क तो अ13य सदय को पस13द न क तो अ13य सदय को पस13द न क तो अ13य सदय को पस13द न क तो उoर उoर उoर उoर ---- राग-nष मन`य का वभाव ह वायाय मडल म= भी कछ ऐस सदय हो सकत ह िजनक साथ आप बठना पस13द न कर= वदा13त का Iान इतना मYयवान ह

Oक आपको अपनी Sच-अSच का याल न रख कर अययन करना चाVहए बठक क

समय Oकसी भी 6यAB क )5त अSच हो तो उस भी सहन करन का अयावस कर=

थोडी उदारता और सहनशीलता रख कर वायाय मडल म= वदा13त अययन करन का

लाभ उठा लना चाVहए

पतक अययन Xवधपतक अययन Xवधपतक अययन Xवधपतक अययन Xवध

वदा13त XवIान ह अतः उसका अययन 6यविथत प म= करना चाVहए )थम

पतक lsquoजीवन-यो5तrsquo स अययन )ारZभ करना चाVहए इस भी जYद-जYद न पढ= यह कोई उप13यास या हYकW-फYकW पतक नह ह इन पतकamp को पढ कर इनक ऊपर

वय Xवचार करना आव1यक ह इसीलए एक बार म ५ या १० प ह पढ पतक

धीर-धीर Xवचार करत हए पढ= और उसम= 5नXपत सा13तamp कW सEयता पर च13तन

कर= इस )कार पढन म= 2०-३० मनट लग सकत ह इनक पढन का समय )ातःकाल ना1ता करन क बाद उपयB होगा पतक पढन क बाद Vदन का काय )ारZभ कर= इसक पढन पर आफ मन म= अनक शकाय= उठ=गी कछ सा13त आपको तक हन एव अ6यावहाdरक लग सकत ह उन शकाओ को आप अपनी नोट-बक म= लख ल= यह नोट-बक इसी काय क लए अलग रख= अपनी शकाओ को प2 प म= 6यB कर= उ13ह=

लखन क बाद आप उ13ह= भल जाय= और पतक को 5नEय आग पढत रह=

13

अगल रXववार या Oकसी छी क Vदन जब खाल समय मल उस नोट-बक को

उठाकर अपनी परानी शकाओ को पढ= एक स7ाह म= आपन िजतनी शकाय= कW उन पर

Xवचार कर दख= Gया व अब भी अनodरत ह आपको यह दख कर आlय होगा अब बहत सी शकाय= 5नवo हो गयी ह एक स7ाह क अययन स आपका Iान बढा ह Oफर भी कछ )v ऐस हो सकत ह िजनका उoर आपको अभी नह मला ह उ13ह= अभी मत काट= सोमवार स अपन अययन का कायcम पनः आग बढाय= नई शकाय=

उEप13न हamp उ13ह= पनः लखत जाय= स7ाह क अ13त म= पववत उन )vamp पर Oफर Xवचार

कर= इस cम स अययन करत रहन पर पतक समा7 होन तक आप दख=ग Oक

आपको सभी )vamp का उoर मल गया ह यVद कदाचत कछ )v रह गय ह तो उनका समाधान अगल पतक म= मल जायगा अययन धीर-धीर करो कोई जYद नह ह आपक वत13_ च13तन कW

अEयधक आव1यकता ह Oकसी सा13त को बना Xवचार Oकय वीकार मत कर लो

उसकW सEयता पर Xवचार करो अपनी समझ म= आना बहत आव1यक ह तभी वदा13त

XवIान म= )वश होगा आप उसका Iान धारण कर सक= ग जीवन-यो5त पर पढ लन और उसकW पनरावXo कर लन क बा द वायाय

पाqयcम दख= और अगल पतक अययन क लए हाथ म= ल= पतकamp को cमानसार ह पढ और थोडा-थोडा करक धीर-धीर पढ= कल पाqयcम आधा घटा 5नEय पढ कर दो-तीन वष म= परा होगा )यास कर= आप इस कर सकत ह करना भी अव1य चाVहए

वावावावामी च13मयान13दमी च13मयान13दमी च13मयान13दमी च13मयान13द

14

Study Group Programme

वायाय मडल का कायcमवायाय मडल का कायcमवायाय मडल का कायcमवायाय मडल का कायcम

1111---- Thrice Chanting of Om

तीन बार ॐ का दघ उचारण तीन बार ॐ का दघ उचारण तीन बार ॐ का दघ उचारण तीन बार ॐ का दघ उचारण 2222---- Peace Invocation

शाि13त पाठशाि13त पाठशाि13त पाठशाि13त पाठ

ॐ सह नाववत सह नौ भनB सह वीय करवावह तजिवनावधीतमत मा ॐ सह नाववत सह नौ भनB सह वीय करवावह तजिवनावधीतमत मा ॐ सह नाववत सह नौ भनB सह वीय करवावह तजिवनावधीतमत मा ॐ सह नाववत सह नौ भनB सह वीय करवावह तजिवनावधीतमत मा

XवVnषावहXवVnषावहXवVnषावहXवVnषावह

ॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः

ह परमाEमन आप हम गS -श`य दोनamp कW साथ-साथ सब )कार स रTा कर=

हम दोनamp का आप साथ-साथ समचत प स पालन -पोषण कर= हम दोनamp साथ-ह-साथ

सब )कार स बल )ा7 कर= हम दोनamp कW अययन कW हई Xव~ा तजपण हो - कह

परात न हamp और हम दोनamp जीवन भर परपर नह-स_ म= बध रह= हमार अ13दर परपर कभी nष न हो ह परमाEमन तीनamp तापamp कW 5नवXo हो

ॐ आwयाय13त ममाॐ आwयाय13त ममाॐ आwयाय13त ममाॐ आwयाय13त ममा गा5न वाक )ाणlTः uो_मथो बलमि13रयाण च सवाण गा5न वाक )ाणlTः uो_मथो बलमि13रयाण च सवाण गा5न वाक )ाणlTः uो_मथो बलमि13रयाण च सवाण गा5न वाक )ाणlTः uो_मथो बलमि13रयाण च सवाण

सव ौप5नषद माह 5नरासव ौप5नषद माह 5नरासव ौप5नषद माह 5नरासव ौप5नषद माह 5नराकया मामा 5नराकरोत अ5नराकरणमत अ5नराकरण कया मामा 5नराकरोत अ5नराकरणमत अ5नराकरण कया मामा 5नराकरोत अ5नराकरणमत अ5नराकरण कया मामा 5नराकरोत अ5नराकरणमत अ5नराकरण

मऽत तदाEम5न 5नरतय उप5नषEस धमात म5य स13त त म5य स13त मऽत तदाEम5न 5नरतय उप5नषEस धमात म5य स13त त म5य स13त मऽत तदाEम5न 5नरतय उप5नषEस धमात म5य स13त त म5य स13त मऽत तदाEम5न 5नरतय उप5नषEस धमात म5य स13त त म5य स13त ॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तः

ह परमाEमन मर सार अग वाणी न_ uो_ आVद सभी कमि13दया और

Iानि13रया )ाणसमह शारdरक और मानसक शAB तथा ओज - सब पX2 एव वX

को )ा7 हamp उप5नषदamp म= सवप का जो वप वणत ह उस म कभी अवीकार न क और वह भी मरा कभी पdरEयाग न कर मझ सदा अपनाय रGख मर साथ

का और क साथ मरा 5नEय सZब13ध बना रह उप5नषदamp म= िजन धम का

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)5तपादन Oकया गया ह व सार धम उप5नषदamp क एकमा_ ल-य पर परमाEमा म=

5नर13तर लग हए मझ साधक म= सदा )काशत रह= मझम= 5नEय 5नर13तर बन रह= और

मर _Xवध तापamp कW 5नवXo हो 3 Introspection The following questions are asked by Group Sewak Every body answers

mentally to himself - (1) How far am I maintaining Brahmacharya (2) Did I during this week live less passionately and less selfishly (3) Have I any bad feelings towards any member of my spiritual family -

the Chinmaya Mission (4) Am I progressing and proving to myself and others a better man a

more cheerful man each day (5) Did I meditate all the days of this week (6) How far have I developed in constant and repeated ISHWAR

SMARANA (7) Did I read every day atleast three pages of the scriptures

आEमआEमआEमआEम----5नरTण 5नरTण 5नरTण 5नरTण

मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= ---- १- म चय का पालन Oकतना करता ह

2- Gया म इस स7ाह कम उVnन और कम वाथ रहा ३- Gया च13मय मशन क अपन आयािEमक पdरवार क Oकसी सदय स मरा दभाव

ह ४- Gया म अपना Xवकास कर अ13य लोगamp क लए पहल स भला आदमी बन रहा ह और

सदा )स13न रहता ह

५- Gया म Xपछल स7ाह 5नEय यान साधना करता रहा

६- 5नर13तर ईhर मरण रखन म= मझ Oक तनी सफलता मल ह

७- Gया म 5नEय शाRamp क कम स कम तीन प पढता रहा ह

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५५५५ गSतो_मगSतो_मगSतो_मगSतो_म

अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः ११११ िजनकW कपा स सZपण चराचर जगत म= 6या7 परमाEमा का बोध हआ ह उन गSदव को

मरा )णाम ह अIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकयाअIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकयाअIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकयाअIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकया चTS13मीलत यन तम uीगरव नमःचTS13मीलत यन तम uीगरव नमःचTS13मीलत यन तम uीगरव नमःचTS13मीलत यन तम uीगरव नमः 2222

िज13हampन अIान अ13ध न_amp को Iान अजन कW शलाका स उ13मीलत कर Vदया ह उन

गSदव को मरा )णाम ह गSा गSXव णः गSगSा गSXव णः गSगSा गSXव णः गSगSा गSXव णः गS दवो महhरःदवो महhरःदवो महhरःदवो महhरः गSरव पर तम uीगरव नमः गSरव पर तम uीगरव नमः गSरव पर तम uीगरव नमः गSरव पर तम uीगरव नमः ३३३३

गS ह ा ह गS ह Xव`ण ह गS ह शकर (महhर) ह गS ह पर ह उन

गSदव को मरा )णाम ह थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम तEपद दशत यन तम uीतEपद दशत यन तम uीतEपद दशत यन तम uीतEपद दशत यन तम uीगरव नमः गरव नमः गरव नमः गरव नमः ४४४४ जड चतन व चर अचर म= जो तiexclव 6या7 ह उसका बोध िजनकW कपा स )ा7 हआ ह उन गSदव को मरा )णाम ह च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः ५५५५

17

सZपण चराचर जगत म= 6या7 परम चतना का दशन िजन गSदव कW कपा स सZभव हआ ह उन गSदव को मरा )णाम ह सवu5तशरोरcentXवरािजत सवu5तशरोरcentXवरािजत सवu5तशरोरcentXवरािजत सवu5तशरोरcentXवरािजत पपपपदाZबजःदाZबजःदाZबजःदाZबजः वदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमःवदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमःवदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमःवदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमः ६६६६ िजनक चरण कमलamp म= सभी u5त रcent Xवरािजत ह और िजनक सय सaश Iानालोक स

वदा13त कमल Xवकसत होता ह उन गSदव को मरा )णाम ह चत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनःचत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनःचत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनःचत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ७७७७

जो च13मय शाhत शा13त 6योमातीत 5नरजन और ब13द नाद तथा कलाओ स भी

पर ह उन गSदव को मरा )णाम ह IानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतःIानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतःIानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतःIानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतः भABमAB )दाता च तम uीगरव नमःभABमAB )दाता च तम uीगरव नमःभABमAB )दाता च तम uीगरव नमःभABमAB )दाता च तम uीगरव नमः ८८८८

जो Iान और शAB म= अविथत ह तथा तiexclव सा13त कW माला धारण Oकय ह जो भAB और मAB दन वाल ह उन गSदव को मरा )णाम ह अनक ज13म स)ा7 कमब13धअनक ज13म स)ा7 कमब13धअनक ज13म स)ा7 कमब13धअनक ज13म स)ा7 कमब13ध XवदाVहन XवदाVहन XवदाVहन XवदाVहन आEमIान )दानन तम uीगरव नमःआEमIान )दानन तम uीगरव नमःआEमIान )दानन तम uीगरव नमःआEमIान )दानन तम uीगरव नमः ९९९९ अनक ज13मamp स कमब13धनamp म= जकड )ाणी को जो आEमIान क nारा मB करा दन म=

समथ ह उन गSदव को मरा )णाम ह

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शोषण भवस13धोl Iापण सारसपदःशोषण भवस13धोl Iापण सारसपदःशोषण भवस13धोl Iापण सारसपदःशोषण भवस13धोl Iापण सारसपदः गरोः पादोदक सZयक तम uीगगरोः पादोदक सZयक तम uीगगरोः पादोदक सZयक तम uीगगरोः पादोदक सZयक तम uीग रवनमःरवनमःरवनमःरवनमः१०१०१०१० िजनक पादोदक क पश स ससार सागर सख जाता ह और परमतiexclव का बोध हो जाता ह उन गSदव को मरा )णाम ह न गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपःन गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपःन गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपःन गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपः तEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमःतEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमःतEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमःतEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमः ११११११११ गS स अधक उच कोई तiexclव नह ह और गS कW सवा स ऊचा कोई तप नह ह

तiexclवIान स u कोई Iान नह ह ऐस गSदव को मरा )णाम ह म13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSःम13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSःम13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSःम13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSः मदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमःमदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमःमदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमःमदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमः ११११2222

मर वामी ससार क वामी ह और मर आEमा सZपण )ाणयamp कW आEमा ह िजनकW

कपा स यह Iान )ा7 होता ह उन गSदव को मरा )णाम ह गSराVदरनाVदl गSः परमदवतमगSराVदरनाVदl गSः परमदवतमगSराVदरनाVदl गSः परमदवतमगSराVदरनाVदl गSः परमदवतम गरोः परतर नाित तम uीगरव नमःगरोः परतर नाित तम uीगरव नमःगरोः परतर नाित तम uीगरव नमःगरोः परतर नाित तम uीगरव नमः १३१३१३१३

गS अनाVद और अन13त ह गS ह परम दवता ह गS स u कछ भी नह ह अतः उन

गSदव को मरा )णाम ह

Eवमव माता च Xपता EवमवEवमव माता च Xपता EवमवEवमव माता च Xपता EवमवEवमव माता च Xपता Eवमव Eवमव ब13धlसखा EवमवEवमव ब13धlसखा EवमवEवमव ब13धlसखा EवमवEवमव ब13धlसखा Eवमव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव १४१४१४१४ ह गS दव तम ह मर माता हो Xपता हो भाई हो म_ हो Xव~ा हो और धन हो ह

दवताओ क दवता तZह म र लए सब कछ हो

19

६६६६ गीता यानमगीता यानमगीता यानमगीता यानम

ॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयमॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयमॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयमॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयम 6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम ----

अZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीमअZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीमअZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीमअZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीम ११११ ह मा भगवत-गीत म तZहारा 5नर 13तर अनच13तन करता ह भगवान नारायण न

अजन क )5तबोध क लए तZहार रचना वय कW थी )ाचीन म5न 6यासदव न तZह=

महाभारत क मय थाXपत Oकया तZहार अठारह अयाय ह तम Vद6य हो तZहार nारा अnतामत कW वषा होती ह और तम ससार क बधनamp स मB करन वाल हो

नमोऽतत 6यास Xवशाल ब नमोऽतत 6यास Xवशाल ब नमोऽतत 6यास Xवशाल ब नमोऽतत 6यास Xवशाल ब ---- फYलारXव13दायतप_ न_ फYलारXव13दायतप_ न_ फYलारXव13दायतप_ न_ फYलारXव13दायतप_ न_ यन Eवया भारततलपणः यन Eवया भारततलपणः यन Eवया भारततलपणः यन Eवया भारततलपणः ----

)वालतो Iानमयः )दपः )वालतो Iानमयः )दपः )वालतो Iानमयः )दपः )वालतो Iानमयः )दपः 2222

ह 6यासदव तZह= मरा )णाम ह खल हए कमल कW पखडयamp क सaश तZहार Xवशाल न_ ह तZहा रा Iान महान ह तमन महाभारत -तल (सार) स भरकर Iान का

दपक )वलत Oकया ह

)प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय )प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय )प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय )प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय Iानमाय क`णाय गीतामतदIानमाय क`णाय गीतामतदIानमाय क`णाय गीतामतदIानमाय क`णाय गीतामतद ह नमः ह नमः ह नमः ह नमः ३३३३

म उन भगवान क`ण को )णाम करता ह जो एक हाथ म= लकVट और दसर म=

Iान-मा धा रण Oकय हए ह िज13हampन (उप5नषदamp स) गीतामत का दोहन Oकया ह और

िजनकW शरण म= जान वाल कW समत कामनाय= वस ह पण होती ह जस कYपवT स

20

सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत ४४४४

सZपण उप5नष गाय= ह गोपालन13दन उनक दोहन वाल ह अजन गोवEस ह गीता महान अमतमय दध ह और सधीजन उस दध का पान करन वाल ह

वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम ५५५५

म उन भगवान क`ण को )णाम करता ह जो वसदव क Vद6य प_ ह कस और

चाणर का वध करन वाल ह दवकW मा को परम आन13द )दान करन वाल ह और

समत ससार क गS ह

भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला ---- शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला अhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनाव 5त नी 5तनी 5तनी 5तनी ----

सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः ६६६६ भगवान क`ण nारा चालत गीता -Iान कW नौका म= बठकर पाडवamp न उस भयकर

रणनद को सहज पार कर लया िजसक भी`म और ोण तट थ जयथ िजसका जल

था गाधार नप नील -कमल थ िजसम= शYय जस 4ाह थ और कपाचाय िजसकW तीyen

धारा थ कण िजसकW उoाल तरग थ अhEथामा और Xवकण िजसक भयकर मगर थ

और दयpoundधन िजसकW भवर था

पाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम लोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदा

भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस ७७७७

21

महाभारत का वह 5नमल कमल हम= कYयाणकार हो जो पाराशर क प_ 6यास क

वचन सरोवर म= उEप13न हआ जो गीता कW उEकट गध स पdरपण ह िजसक अनक

आयान कसर क समान ह जो भगवान क`ण कW मधर कथाओ स पdरपण ह सजन iमरamp क nारा िजसक रस का पान 5नर13तर Oकया जाता ह और जो कलयग क समत

दोषamp का शमन करन वाला ह

मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम ८८८८

िजनकW कपा स मक वाचा ल हो जात ह और पग लोग भी ऊ च पवतamp को पार कर

जात ह उन परमान13द भगवान क`ण कW हम व13दना करत ह

य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव ---- वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो ----

ययाययाययाययात न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः ९९९९

ा वSण इ13 S और मSण Vद6य तो_amp nारा िजसकW त5त करत ह

सामवद क गान वाल अग पद cम और उप5नषदamp क सVहत वदamp nारा िजसका गायन

करत ह योगीजन यान म= िथत तnत हय म न स िजसका दशन करत ह दवता और

असर गण (कोई भी) िजसक अ13त को नह जानत उस (परम पSष नारायण ) दव क

लए मरा नमकार ह ७७७७ गीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोक

8 The spiritual text ((((पाqय पतकपाqय पतकपाqय पतकपाqय पतक )))) It is to be taken stanza by stanza and commented upon by the Group Sewak

22

9 Discussions ((((Xवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमय)))) The Group Sewak may act as a mediator 10 Meditation Let all members sit in their favourite pose with head erect and eyes closed The Group Sewak may chant a short Mantra lowering the pitch of voice by and by Everyone repeats the process mentally Then there is a silence Every body tries to live in that silence abandoning all sorts of ideas If any thought comes in mind one should try to become its witness (Sakshi) The whole process may take only 5 to 7 minutes

यानमयानमयानमयानम शा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरश

Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम ल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZय व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम

११११११११ यानषटकयानषटकयानषटकयानषटक मनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाह न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च 6योमभमन च 6योमभमन च 6योमभमन च 6योमभम न तजो न वायःन तजो न वायःन तजो न वायःन तजो न वायः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ११११

म न मन ह न बX ह न अहकार ह और न चo ह म न uो_ ह न िजcopyा

ह न नासका ह और न न_ ह न म आकाश ह न भम ह न अिन ह

और न वाय म चदान13द प शव ह शव ह

न च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपाय

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम 2222

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न म )ाण ह और न पचवाय न म स7धात का शरर ह और न

पचकोश न म वाक पाण पाद उपथ और न गदा ह म चदान13दप

शव ह शव ह

न म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौ

न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ३३३३

न म राग ह और न nष न म लोभ ह और न मोह न म मद ह और

न मEसर म धम अथ काम मोT भी नह ह म चदान13दप शव ह शव ह न पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःख न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः अह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBा चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ४४४४

न म पय ह और न पाप न म सख ह और न दःख न म म13_ ह

और न तीथ न म वद ह न यI म भोजन भोय और भोBा भी नह ह म

चदान13दप शव ह शव ह

न मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदः Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म न ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ५५५५

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न म मEय ह और न भय मझम= कोई जा5तभद भी नह ह न मर

माता ह और न Xपता मरा ज13म भी नह हआ ह न मरा कोई ब13ध ह न म_

न गS ह न श`य म चदान13दप शव ह शव ह

अह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपः

XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम न चान चान चान चासsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ६६६६

मर न कोई कYपना ह और न आकार म सव6यापी और इि13रयातीत

ह मरा न ब13धन ह और न मAB म Iय भी नह ह म चदान13दप शव ह शव ह

११११2222 uी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकम

6या7 जग6या7 जग6या7 जग6या7 जग~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत

5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ११११

अखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभावः परमाEमसEय वः परमाEमसEय वः परमाEमसEय वः परमाEमसEय

सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय 2222

म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः बोचबबोचबबोचबबोचब umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः

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सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ३३३३

शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः

6यापी परण मो6यापी परण मो6यापी परण मो6यापी परण मोदमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ४४४४

अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च ग गभीग गभीग गभीग गभी र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ५५५५

तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म

Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न च13Eयमानम च13Eयमानम च13Eयमानम च13Eयमानम uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ६६६६

12 Pledge We stand as one family bound to each other with love and respect We serve as an army Courageous and disciplined ever-ready to fight against all low tendencies and false values within and without us We live honestly

the noble life of sacrifice and service producing more than what we consume and giving more than what we take

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We seek the Lords Grace to keep us on the path of virtue courage and wisdom May Thy Grace and Blessings flow through us to the world around us We believe that the service of our country is the service of Lord of Lords and devotion to the people is the devotion to the Supreme Self We know our responsibilities give us the ability and courage to fulfill them

OM TAT SAT

च13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIा हमार िथ5त ह एक पdरवार क समान )म और सZमान स परपर आब हम सवा-रत ह एक सना क समान- साहसी और अनशासत - कVटब ह सघष करन को 5नZन वXo यamp और थोथ आदश क XवS िजनका जाल ह हमार अ13दर और बाहर सव_ हम जीत ह ईमानदार स Eयाग और सवा का उच जीवन उEप13न करत ह उपभोग स अधक लत ह िजतना दत ह कह अधक हम बन ह आकाTी )भ कW कपा क जो चलाव= हम= गण साहस और Iान क माग पर

आप कW कपा और आशीष ह )भो हमार मायम स बह

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Xवh म= चारamp ओर हमारा Xवhास ह Oक वदश सवा ह परमhर कW सवा ह और जनता कW भAB ह परमाEमा कW भAB ह हम समझत ह अपना दा5यEव दो योयता और साहस Oक हम परा कर= उस ॐ तEसत

13 Arati Arati is to be performed preferably by the wife of Group Sewak or by the

Group Sewak himself A few flowers and burning camphor placed in a tray are waved before the picture of the Lord and the following Mantras are chanted by all the members present -

न त_ सयpound भा5त न चतारक नमा Xव~तो भा5त कतोऽयमि13गः तमव भा13तम अनभा5त सव तय भासा सवमदXवभा5त ॐ सवषा वितभवत सवषा शाि13तभवत सवषा पण भवत सवषा मsectगल भवत ॐ सव भव13त सखनः सवस13त 5नरामयः सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत असतो मा स^मय तमसो मा यो5तगमय मEयोमाममत गमय ॐ पणमदः पणमद पणात पणमदयत पणय पणमादाय पणमवावश`यत ॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तः

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भज गोXव13दमभज गोXव13दमभज गोXव13दमभज गोXव13दम

भज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13द गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत स)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत काल न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण ११११

र मढ मन गोXव13द कW खोज कर गोXव13द का भजन कर और गोXव13द का ह

यान कर अि13तम समय आन पर 6याकरण क 5नयम तर रTा न कर सक= ग मढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णा कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम यYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाo Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम 2222

र मढ धन स4ह कW त`णा छोड द मन म= वराय लाकर सत तiexclव का

च13तन कर अपन कम फल क अनसार जो धन )ा7 हो उसी स अपन म न को स13त2

कर नारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदश a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम एत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकार मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम ३३३३ स13दर Rी क नाभदश को दखकर मोह म= मत पड यह कवल मास और मजा

का Xवकार ह अपन मन म= इस बात का बार-बार Xवचार कर नलनीदलगतनलनीदलगतनलनीदलगतनलनीदलगत जलम5ततरल जलम5ततरल जलम5ततरल जलम5ततरल तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम XवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4त लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम ४४४४

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कमल-दल क ऊपर जल कW बद अEय13त अिथर होती ह जीवन भी इसी )कार

अिथर ह इस बात को अछmacr तरह समझ ल Oक सारा ससार 6याध अभमान शोक आVद स 4सत ह

यावVnयावVnयावVnयावVnoोपाजन सBःoोपाजन सBःoोपाजन सBःoोपाजन सBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः पlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह ५५५५

जब तक धनोपाजन कW शAB ह तभी तक तZहार पdरवार क लोग तम स )म

रखत ह वावथा म= शरर जजर हो जान पर तZहार बात कोई न पछगा यावEपवनोयावEपवनोयावEपवनोयावEपवनो 5नवस5त दह 5नवस5त दह 5नवस5त दह 5नवस5त दह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह गतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापाय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय ६६६६ जब तक शरर म= )ाण ह तब तक घर म= तZहार कशल पछmacr जाती ह )ाण

5नकलन पर उसी शरर स पcentी तक भयभीत होन लगती ह बालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBः तSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBः वताविच13तासBःवताविच13तासBःवताविच13तासBःवताविच13तासBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः ७७७७

बचपन म= खलamp म= आसAB रहती ह यवावथा म= तSणी स मोह रहता ह और

वावथा म= च13ताय= आ घरती ह Oक13त पर परमाEमा स Oकसी को )म नह ह का त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ः सससससारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः

30

कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः ८८८८

कौन तZहार पcentी ह कौन तZहारा प_ ह वततः ससार बडा Xवच_ ह तम

Oकस क हो कहा स आय हो ह भाई कभी इस बात का भी Xवचार करो

सEससEससEससEसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEवगEवगEवगEव 5नस5नस5नस5नसगEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम 5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः ९९९९

सEसग स अनासAB )ा7 होती ह अनासAB स मोह क ब13धन टटत ह मोह टटन पर शाhत तiexclव कW )ा57 होती ह और शाhत तiexclव पान पर जीवन -मAB का लाभ

)ा7 होता ह वयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः Tीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारो Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः १०१०१०१०

जस यवावथा बीतन पर काम -Xवकार न2 हो जाता ह और जल सख जान पर

तालाब नह रह जाता ह वस ह धन न2 होन पर पdरवार नह रह जाता और तiexclव-बोध

होन पर ससार नह रह जाता ह मा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगव हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम मायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा ११११११११

31

धन जन और यौवन क लए अभमान न करना चाVहए काल इन सब को Tण मा_ म=

न2 कर दता ह इन सब को माया का iम समझो और शीordf ह साTाEकार )ा7

करो Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः कालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः ११११2222

Vदन और रात )ातः और साय सय और गम बार -बार आत ह और चल जात

ह काल कW इस cWडा क साथ आय भी बीतती जा रह ह Oफर भी आशाओ कW आधी

स कोई नह बचता का त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता _जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका १३१३१३१३

र iाि13त म= पड मढ Rी धन आVद कW च13ता Gयamp Oकया करता ह Gया तर

ऊपर शासन करन वाला कोई नह ह तीनamp लोकamp म= कवल सEसग ह वह नौका ह जो

ज13म-मरण क सागर स तझ पार कर सकती ह जVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः प1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढो दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः १४१४१४१४

जटाधार बाल मडाय एक-एक कर सर क सब बाल खचवाय और काषायवR

धारण Oकय हए नाना वषधार स13यासी ह व आखamp स दखत हए भी अध ह व मढ

नाना )कार क वष कवल पट भरन क लए धारण करत ह

32

अsectगअsectगअsectगअsectग गलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मड दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम वो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दड तदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEया शाXपडम शाXपडम शाXपडम शाXपडम १५१५१५१५

वावथा म= शरर जजर हो गया ह सर क बाल सफद हो गय ह दात गर

गय ह छडी क सहार चलना पडता ह अथात मEय 5नकट आ गई ह Oक13त आशाओ का

ब13धन अब भी नह टटा अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः करतल करतल करतल करतल भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः १६१६१६१६

आग अिन पीछ सय और रा_ म= घटनamp म= ठो ढ लगाय रहन वाल तथा हाथ पसार

कर भीख मागन वाल और पड क नीच सोन वाल भी आशा क ब13धनamp स मB नह ह कSत गsectगकSत गsectगकSत गsectगकSत गsectग सागरगमनसागरगमनसागरगमनसागरगमन yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम IानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन १७१७१७१७

कोई भल ह गगासागर आVद तीथdeg का सवन कर yenत रख अथवा दान कर

Oक13त अIानी 6यAB सकडamp ज13मamp म= भी मAB नह )ा7 कर सकता ह यह तplusmnय सभी लोग वीकार करत ह

सरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासः शsup2याशsup2याशsup2याशsup2या भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः सवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः १८१८१८१८

33

जो लोग दवताओ क मि13दर और पडamp क नीच 5नवास करत ह बना बछौन क

जमीन पर लटत ह मगछाला पहनत ह और इस )कार सभी भोगamp का Eयाग कर दत ह

उन XवरB लोगamp को कौन सा सख )ा 7 नह ह

योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा सsectगसsectगसsectगसsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगXवहनः Xवहनः Xवहनः Xवहनः यय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चo न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव १९१९१९१९

चाह कोई योग का अयास करता हो या भोगamp म= पडा रहता हो चाह अनक लोगamp क

साथ रहता हो या अकला िजसका चo -च13तन म= मन ह वातव म= वह सखी ह

भगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीता गगगगगागागागाजल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता सकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा 2222००००

जो भगवदगीता का थोडा भी अययन करता ह गगा जल कW एक बद भी पान

करता ह और भAB-भाव स भगवान का मरण करता ह उसकW चचा यमराज भी नह

करत ह पनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरण पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम इह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार 2222११११

बार-बार ज13मना बार-बार मरना और बार-बार मा क पट म= पहचना बडा

क2कारक ह इस दःखमय ससार स पार होना बडा कVठन ह ह भगवन अपनी अपार

कपा स मरा 5नतार करो

34

रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः योगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoो रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव 22222222

जो योगी चीथड बीन कर कथर बनात और पहनत ह पय और पाप क माग को छोड

कर चलत ह िजनका चo योगायास स सयमत ह व ईhर भाव म= 5नमन रहन वाल बालकamp या उ13मo लोगamp कW तरह 5नn13n रहत ह

कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः इ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसार Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम 2222३३३३

तम कौन हो म कौन ह म कहा स आया ह कौन मर माता ह कौन मरा

Xपता ह इन )vamp पर Xवचार करो और इस असार ससार को वwन मा_ समझ कर

छोड दो Eव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः भव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eव वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम 2222४४४४

तम म= मझ म= और सभी थानamp म= क वल एक सव6यापी भगवान ह असVह`ण होकर

तम 6यथ ह मर ऊपर cोध करत हो यVद तम चाहत हो Oक तZह= ईhर )ा7 हो जाय तो तम सदा समभाव रहो

श_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ सविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमान

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सव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIा नम नम नम नम 2222५५५५

दसर लोगamp स लडन म= अथवा उनस म_ता करन म= अपनी शAB का अप6यय न

करो अपन ब13ध-बा13धवamp स राग-nष मत रखो सव_ अपन ह वप को दखो भद बX का Eयाग करो और अIान स छटकारा पाओ

काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह EयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1य5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम आEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः 2222६६६६

काम cोध लोभ और मोह को छोडकर Iानी सव_ आEमवप ह दखता ह

वह समझता ह Oक म वह ह Oक13त आEमIान रVहत मढ लोग अIान क कारण नक कW वदनाय= सहन करत ह

गय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहsup3sup3sup3sup3 यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म नय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चo दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम 2222७७७७

भगवत-गीता और Xव`ण क सहsup3 नाम गान चाVहए भगवान Xव`ण क वप का

5नर13तर यान करना चाVहए सदा सEसग म= चo लगाना चाVहए और दन लोगamp को

दान दना चाVहए सखतः सखतः सखतः सखतः Ocयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः य~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरण तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम 2222८८८८

36

पहल तो लोग सख क लए Rी भोग म= ल7 रहत ह और बाद म= शारdरक रोगamp का शकार होना पडता ह य~Xप इस ससार म= अ13ततोगEवा मEय म= ह शरण मलती

ह Oफर भी लोग पापाचरण नह छोडत

अथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEय नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम प_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः 2222९९९९

लोगamp कW अनथकार धन म= ह सदा Sच बनी रहती ह सEयता यह ह Oक उसम=

Oकि13चत मा_ भी सख नह ह धनी लोगamp को अप न प_ स भी भय रहता ह धन का

सव_ यह हाल दखा जाता ह )ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम जाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधान कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम ३०३०३०३०

बडी सावधानीपवक पहल )ाणायाम का अयास करो मन को सब ओर स

हटाकर अ13तमखी बनाओ 5नEय और अ5नEय वतओ क बीच Xववकपवक Xवचार करो

और Oफर जप करत हए समाध का अयास करो गSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः सि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादव -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम ३१३१३१३१ ह गS क चरणamp म= भABभाव रखन वालamp तम शीordf ह स सार-सागर स पार हो

जाओग तमन इि13 यamp को और मन को वश म= Oकया ह तम अपन acuteदय म= शीordf ह

भगवान का साTाEकार करोग

37

आयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अग १ १ १ १ ---- वथ शरर वथ शरर वथ शरर वथ शरर ((((अअअअ) ) ) ) सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन ---- बना वथ शरर क कोई भी लौOकक या पारलौOकक

काय करना सZभव ह नह ह इसक लए श और सािiexclवक आहार आव1यक ह

मच इमल wयाज लहसन खटाई तल मसाल हग आVद Eयाय ह बहत अधक न खाना चाVहए मताहार रोगamp स बचाता ह यान रखो भोजन वाद क

लए नह वाplusmnय क लए ह एकादशी आVद Oकसी Vदन उपवास भी कई aX2 स

उपयोगी ह ((((बबबब) ) ) ) 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम ---- वथ शरर क लए 5नEय 6यायाम भी आव1यक ह

इसक लए )ातःकाल कछ शारdरक uम करना चाVहए बगीच म= काम टहलना

तरना आसनamp का अयास आVद कछ 6यायाम ह आसन और )ाणायाम साधना

म= अधक सहायक ह ((((सससस)))) वछता वछता वछता वछता ---- वथ वाय का सवन 5नEय नान साफ कपड और रहन क

थान कW सफाई शरर को वथ और चo को )स13न रखती ह

2 2 2 2 ---- वथ मनवथ मनवथ मनवथ मन

((((अअअअ) ) ) ) वायाय वायाय वायाय वायाय ---- जस वथ शरर क लए 5नEय श और पौX2क भोजन कW

आव1यकता ह वस ह वथ मन क लए स-413थamp का 5नEय अवलोकन आव1यक ह अ13यथा मन दबल हो जाता ह और उस मानस रोग घरन लगत ह

दिl13ताय= चडचडाहट 6य4ता भय nष आVद मानसक रोगamp क लTण ह

गीता रामायण भागवत उप5नष योगवास बाइबल ज13दावता करान

_Xपटक 413थसाVहब आVद म= स Oकसी 413थ का अययन करना चाVहए

((((बबबब) ) ) ) स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त ---- य दोनamp वथ मन क लTण ह Xववक और वराय

क 6यायाम स स13तोष और शाि13त बढती ह वथ शरर और वथ मन स

आEमबल बढता ह इसी बल स आयािEमक सफलताय= )ा7 कW जाती ह ((((सससस) ) ) ) सससस----Xवचार Xवचार Xवचार Xवचार ---- स-Xवचार जीवन को सह Vदशा म= ल जात ह अस Xवचारamp

स मन`य का पतन होता ह सEसग और सuml413थamp क अवलोकन स स -Xवचार

38

aढ होत ह कसग और कच2ाय= छोडकर सEसग का आuय लो ससार म= िजतन भी महापSष हए ह और उ13हampन जब जो कछ पाया ह वह सEसग क कारण ह ३ ३ ३ ३ ---- न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो

जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए ---- ((((अअअअ) ) ) ) चय और सEय चय और सEय चय और सEय चय और सEय ---- वीय कW रTा बडी सावधानी स करनी चाVहए शरर

तर पर वीय ह ईhर ह जीवन कW यह एक बहत बडी Xवभ5त ह यह जीवन Xवचार और बX का सार ह सचत वीय ओज म= पdरव5तत होता ह और ओज आEमशAB म= हर कWमत पर सEय मधर और मत भाषण का अयास करना चाVहए

मplusmnया भाषण दबलता भय और अIान का पdरणाम ह 5नEय एक-दो घट का

मौन रहना चाVहए उस समय सकतamp का )योग भी न करना चाVहए ((((बबबब) ) ) ) सससस----गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास ---- 5नयम कW पाब13द समय का उपयोग मधर भाषण

उदारता कSणा नह स-पSषamp का आदर सहनशीलता Tमा धय स13तोष 5नरभमानता आVद स-गण ह यVद य ग ण सहज ह )ा7 न हamp तो अयास क

nारा )ा7 Oकय जा सकत ह सब गणamp का एक साथ अयास नह हो सकता Oक13त एक गण क आत ह उसक सहयोगी अनक गण वय आन लगत ह Oकसी एक गण का अयास करन का सकYप करो और 5नEय सोन क पहल

अपनी सफलताओ-असफलताओ पर Xवचार करो कछ समय म= वह अयास आदत बन जायगा और आदत वभाव ((((सससस) ) ) ) दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग ---- )ायः लोग कसग क कारण दगणamp म= पड जात ह

आयािEमक T_ म= जYद सफल होन क लए दगणamp को शीordfा5तशीordf छोडना

होगा म~पान आलय मासभTण cरता कठोरता कVटलता छल )पच

पर5न13दा लोभ पdर4ह आVद अनक दगण ह यVद साधक म= ऐस कोई दगण ह

तो उ13ह= एक-एक कर छोडन का )यcent करना चाVहए दगण बड हठmacr होत ह

इनक Eयागन क लए सकYप करना पडता ह यVद एक दगण छोडन म= सफलता

मल तो आEम-Xवhास बढ जाता ह और दसर दगण छोडना सरल हो जाता ह ((((दददद) ) ) ) सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका ---- आज क आथक यग म= धन सचय कW हवस बढ रह

ह इसक लए बईमानी और छल-)पच का सहारा लया जा रहा ह कारण कवल

39

यह ह Oक हमार आव1यकताय= बढ गई ह श आजी Xवका क लए आव1यक ह

Oक आव1यकताय= घटाई जाय= uम और ईमानदार स कमाया हआ धन मन`य

कW आव1यक आव1यकताय= पर कर सकता ह आलसी और दबल 6यAB ह आसानी स )ा7 होन वाल धन कW इछा करत ह यVद आपकW बX और शरर

शABसZप13न ह तो आप पराय पस को Xव2ा क समान समझ=ग सबल बनो और

uम स धन कमा कर स13तोष का जीवन बताओ ४ ४ ४ ४ ---- आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम उपयB तplusmnय आयािEमक साधना कW भमका तयार करन क लए ह उ13ह=

साधना का परोT अग कह सकत ह आसन यथाथ साधना कW पहल सीढ ह

कछ आसन तो 6या याम कW aX2 स उपयोगी होत ह िजनका उYलख ऊपर Oकया

जा चका ह कछ आसन यान क लए बताय गय ह पझ स और सख

आसन म= स कोई एक अपनी सXवधा और Sच क अनसार चन लना चाVहए

उoर या पव Vदशा कW ओर मख करक उस आसन पर लगभग तीन घट अXवचल

बठन का )यास करना चाVहए उसी आसन पर यान और जप करना होगा

इसक लए थान और समय 5निlत होना चाVहए इस काय क लए एक अलग

कमरा ताल स ब13द रखना चाVहए )ातःकाल ४ बज उठ कर शौचाVद स 5नवo और पXव_ होकर आसन )ाणायाम और यान करना चाVहए आसन पर बठत ह कम स कम बीस बार )ाणायाम करना चाVहए अपन इ2दव क यान क लए कछ ोक याद कर लो )ाणायाम क बाद उनका पाठ करक भगवान का च13तन करना चाVहए ५ ५ ५ ५ ---- )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा भगवान का यान करत ह वा ससार स मन को हटा कर अ13तमखी कर लना चाVहए यह )Eयाहार ह जप इसम= सहायक होगा ॐ या ॐ नमो नारायणाय आVद Oकसी म13_ का जप

)ारZभ कर दना चाVहए १०८ म13_ कW एक माला होती ह एक या तीन माला

म13_ जपना चाVहए अधक भी हो सकता ह म13_-जाप करत ह मन भगवान क

सामन जा पहचता ह भगवान का 5नर13तर च13तन ह धारणा ह

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जप-माला भी उपयोगी ह SाT या तलसी कW माला रखना चाVहए जप क

अ5तdरB उस गल म= पहना जा सकता ह जब म= रखा जा सकता ह और सोत

समय तOकया क नीच भी डाल सकत ह Oक13त माला सदा साथ रखनी चाVहए ६ ६ ६ ६ ---- यान यान यान यान एक 5निlत आसन पर बठकर अपन इ2दव का तल धारावत च13तन ह यान

ह शरर-मन-बX क nारा भगवान क 5नकट पह च उ13ह= पीछ छोड दना समाध

ह यान क अयास कW सफलता समाध क लाभ म= 5नVहत ह समाध म= परम तoव का अपरोT अनभव होता ह याता और यय एक हो

जात ह समाध ह तरयावथा और जीव13मAB ह यह योगी कW पणावथा ह ७ ७ ७ ७ ---- 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा आयािEमक साधना कवल यान क कमर तक ह सीमत नह ह यह तो

सम4-कालक साधना ह Vह13द धम का यह एक बडा अभशाप ह Oक हम कवल

कछ बातamp को पXव_ और धामक मान बठ ह शष 6यावहाdरक जीवन धम और

आयािEमक स पर समझ लया गया ह यह बडी भल ह साधक को अपना सम4 जीवन साधनामय बनाना होता ह भगवान कW शरणाग5त का भाव 5नर13तर रहना चाVहए सारा जीवन उ13ह कW

सवा ह उ13ह कW )रणा स हर काय हो रहा ह आयािEमक साधना कW सार

सफलता उ13ह क हाथ म= ह )ाणीमा_ स )म-भाव रखना भगवान क )म का 6यावहाdरक प ह भगवान क

भBamp को सभी लोग X)य Vदखाई दत ह दसर क दोषamp को दखन क बजाय अपन

दोष दखना और उ13ह= दर करना भगवत सवा का u माग ह दनamp को दान दना रोगयamp कW सवा करना 5नरTरamp को पढाना पीडतamp कW

सहायता करना मोहा13ध भटकत लोगamp को राह Vदखाना आयािEमक साधना का

अि13तम Oक13त महEवपण अग ह कमयोग क अ13तगत इसकW मVहमा क गण गाय गय ह यVद साधना क उपयB 5नदशamp का aढतापवक पालन Oकया जाय तो जीवन म=

5नlय ह सफलता सख और मAB का लाभ होगा सभी स13त -उपदशamp का सार

यह ह

41

इस Vदशा म= सतत अ4सर रहन क लए स13तamp महाEमाओ का माग-दशन लत

रहना आव1यक ह वतमान काल म= पय वा मी च13मयान13द जी क अनया5ययamp

nारा थाXपत सथा lsquoच13मय मशनrsquo आपकW सहायता क लए सदा उपलltध ह

पाqयcमपाqयcमपाqयcमपाqयcम

नननन0 पतकपतकपतकपतक )थम)थम)थम)थम बारबारबारबार

)5तVदन)5तVदन)5तVदन)5तVदन

1 जीवनजीवनजीवनजीवन यो5तयो5तयो5तयो5त 10 पपपप

2 आEमआEमआEमआEम XवकासXवकासXवकासXवकास कWकWकWकW 5नदशका5नदशका5नदशका5नदशका 10 पपपप

3 भजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दम 4 ोकोकोकोक

4 तiexclवतiexclवतiexclवतiexclव बोधबोधबोधबोध 4 पपपप

5 आEमआEमआEमआEमबोधबोधबोधबोध 3 ोकोकोकोक

6 प_प_प_प_ nाराnाराnाराnारा वदा13तवदा13तवदा13तवदा13त 10 पपपप

7 मानवमानवमानवमानव 5नमाण5नमाण5नमाण5नमाण कलाकलाकलाकला 12 पपपप

8 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण 4 ोकोकोकोक

9 यानयानयानयान औरऔरऔरऔर जीवनजीवनजीवनजीवन 1 अयायअयायअयायअयाय

10 नारदनारदनारदनारद भABभABभABभAB स_स_स_स_ 5 स_स_स_स_

11 गीतागीतागीतागीता कWकWकWकW भमकाभमकाभमकाभमका 10 पपपप

12 अव1यअव1यअव1यअव1य कर=कर=कर=कर= 10 पपपप

13 साधनासाधनासाधनासाधना पचकमपचकमपचकमपचकम 1 ोकोकोकोक

14 कनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषद 2 म_म_म_म_

15 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1-2-3 3 सससस 5 ोकोकोकोक

16 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (201 सससस 300 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

17 कठोप5नषकठोप5नषकठोप5नषकठोप5नष 2 म_म_म_म_

18 दTणाम5तदTणाम5तदTणाम5तदTणाम5त तो_मतो_मतो_मतो_म 2 म_म_म_म_

19 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 4-5-6 3 सससस 5 ोकोकोकोक

20 उपदशउपदशउपदशउपदश सारसारसारसार 2 ोकोकोकोक

42

21 ईशावायईशावायईशावायईशावाय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 3 म_म_म_म_

22 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 7-8-9 3 सससस 5 ोोोोकककक

23 मडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नष 2 म_म_म_म_

24 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 10-11 3 सससस 5 ोकोकोकोक

25 कवYयकवYयकवYयकवYय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 2 म_म_म_म_

26 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (301 सससस 583 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

27 पSषसBमपSषसBमपSषसBमपSषसBम 4 सBसBसBसB

28 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 12 3 सससस 5 ोकोकोकोक

29 तXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषद 2 म_म_म_म_

30 बनाथबनाथबनाथबनाथ-त5तत5तत5तत5त 4 ोकोकोकोक

31 गीगीगीगीताताताता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 13-14-15 3 सससस 5 ोकोकोकोक

32 ऐतरयऐतरयऐतरयऐतरय उप5न`दउप5न`दउप5न`दउप5न`द 3 म_म_म_म_

33 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 16-17 3 सससस 5 ोकोकोकोक

34 )vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद 2 म_म_म_म_

35 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 18 3 सससस 5 ोकोकोकोक

36 ईhरईhरईhरईhर-दशनदशनदशनदशन (तपोवनमतपोवनमतपोवनमतपोवनम ) एकएकएकएक अयायअयायअयायअयाय

37 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1 सससस 18 5 सससस 10 ोकोकोकोक

38 अ2ावcअ2ावcअ2ावcअ2ावc गीतागीतागीतागीता 3 ोकोकोकोक

39 मामामामाडGयडGयडGयडGय औरऔरऔरऔर काdरकाकाdरकाकाdरकाकाdरका 2 म_म_म_म_

ःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःः

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6

)v )v )v )v ---- मर पास अधक समय नह ह म Gया क मर पास अधक समय नह ह म Gया क मर पास अधक समय नह ह म Gया क मर पास अधक समय नह ह म Gया क

उoर उoर उoर उoर ---- म यह Xवhास करन को तयार नह Oक आप अपन कYयाण क लए अपनी सख शाि13त क लए पर स7ाह म= ९० मनट भी नह 5नकाल सकत ह आपक पास

समय नह ह ऐसा आप इसलए कहत ह Oक आप नह जानत Oक आप Gया खो रह ह

हम वायाय मडलamp म= डाGटर इ13जी5नयर वकWल 6यापार और Xव~ाथयamp को आत

दखत ह य लोग अपन 6यवसाय म= अधक कशल और सफल स हय ह उ13हampन वदा13त का )ाचीन Iान जानकर आन13द और त57 पायी ह वह Iान आज भी 5नEय

नतन ह

)v )v )v )v ---- Gया सकत भाषा भी जानना आव1यक ह Gया सकत भाषा भी जानना आव1यक ह Gया सकत भाषा भी जानना आव1यक ह Gया सकत भाषा भी जानना आव1यक ह

उoर उoर उoर उoर ---- सकत जानना आव1यक नह ह Oक13त उसस अययन म= सXवधा होती ह

)v )v )v )v ---- Gया उसम= कछ शYक दना पडता ह Gया उसम= कछ शYक दना पडता ह Gया उसम= कछ शYक दना पडता ह Gया उसम= कछ शYक दना पडता ह उoर उoर उoर उoर ---- बYकल नह हम= वदा13त -Iान क )सार म= ह )स13नता मलती ह आपका

आगमन हमारा सौभाय होगा (च13मय डाक सवा पाqयcम क अ13तगत वायाय

मडल थाXपत करन पर )Eयक सदय को पाqयcम का शYक सादप5न भजना होता

ह वह चाह वत13_ प स अययन कर अथवा वायाय मडल म= सिZमलत हो उस

वह शYक दना होगा उस शYक का कोई सZब13ध वायाय मडल स नह ह )

)v )v )v )v ---- Gया म कछ समय बाद मडल का सवक बन सकता ह Gया म कछ समय बाद मडल का सवक बन सकता ह Gया म कछ समय बाद मडल का सवक बन सकता ह Gया म कछ समय बाद मडल का सवक बन सकता ह

उoर उoर उoर उoर ---- अव1य बन सकत हो अगर आप म= अAडग उEसाह ह नता ह आप Oकसी

महान उ01य क लए काम करन को तयार ह और आप म= ध5त ह तो आप 5नlय ह मडल-सवक बन सकत ह हम आपकW )तीTा कर रह ह

7

च13मय वायाय मडल पर कछ अ13य )vच13मय वायाय मडल पर कछ अ13य )vच13मय वायाय मडल पर कछ अ13य )vच13मय वायाय मडल पर कछ अ13य )v

च13मय वायाय मडल Gया हच13मय वायाय मडल Gया हच13मय वायाय मडल Gया हच13मय वायाय मडल Gया ह

यह एक सा7ाVहक या पाTक ९० मनट कW बठक ह िजसम= 6यAB सौहादपण

वातावरण म= एक_ होकर भारत क वदा13त-दशन का अययन और पdरचचा करत ह

लगभग दस-प13ह सदयamp का एक मडल बनता ह वदा13त-दशन का अययन

6यविथत और Xवकास cम क साथ चलान क लए पाqयcम कW एक परखा तयार कW

गयी ह िजसम= सकत क Iान कW आव1यकता न ह होती

पाqयcम Gया हपाqयcम Gया हपाqयcम Gया हपाqयcम Gया ह

यह पाqयcम इस )कार बनाया गया ह िजसस वदा13त का अययन करन म=

)ारZभ स लकर )Eयक तर पर सगमता हो और हर बात प2 होती जाय यVद हम=

वदा13त म= बहत Sच हो और हम उसका वत13_ प स अययन करना चाह= तो हम

यह नह समझ पाय=ग Oक उसका अययन कहा स और कस )ारZभ Oकया जाय

कदाचत कोई उप5नष लकर हम पढन बठ गय तो उसम= सरल स लगन वाल शltदamp का

ताEपय न समझ सकन क कारण हम= उप5नष का भाव 4ा न होगा इस कVठनाई का

एकमा_ कारण यह ह Oक हम= वदा13त क मल सा13त Iात नह ह अतः इस पाqयcम म= कई पतक= रखी गयी ह उनका अययन cमशः Oकया जाता ह उनक

अययन स हमारा Iान cमशः Xवकसत होता ह और )Eयक तर पर भाव प2 होत

जात ह इस योजना क अ13तगत )Eयक पdरचचा म= Xवचारणीय Xवषय कW मा_ा भी

5नधाdरत कW गयी ह हम अ13त म= वायाय मडल का पाqयcम )तत कर=ग अययन क लए 5नधाdरत पतक= च13मय मशन क13amp पर मलती ह उ13ह= स13ल

च13मय मशन ट स भी मगाया जा सकता ह

8

वायाय मडल कWवायाय मडल कWवायाय मडल कWवायाय मडल कW आव1यकता आव1यकता आव1यकता आव1यकता

दशन क अययन म= Xवशष Sच रखन पर भी यVद हम अपन आप अययन

करत ह तो हमार मन म= अनक )v उठ= ग उन )vamp कW अधकता होन पर हमार )ग5त

Sक जायगी वायाय मडल ह ऐसा थान ह जहा हमार शकाय= 5नवo हो सकती ह एक 6यAB कW बX कW अपTा दस -प13ह 6यABयamp कW बX लगाना अधक अछा ह

दस प13ह सदयamp nारा एक स7ाह समान पamp का अययन करन स उनक वायाय मडल म= एक_ होन पर उस Xवषय को समझना और पचाना सरल हो जाता ह य~Xप

वायाय मडल एक थान Xवशष ह जहा हम= वदा13त का मौखक Iान मलता ह

Oक13त दर -सबर वह Iान हमार जीवन म= उतरना ह और वह 5नEय)5त क 6यवहार म=

Vदखाई दता ह वायाय मडल क सदय जब अपन अनभवamp और Xवचारamp का आदान -

)दान करत ह तो उनक सशय घटन लगत ह वदा13त का अययन करन म= या उस

6यवहार म= उतारत समय जो भी शकाय= उEप13न हamp और वायाय मडलamp म= उनका

समाधान न मल तो वामी जी को प_ लख कर पछा जा सकता ह वायाय मडल कW सयोजनवायाय मडल कW सयोजनवायाय मडल कW सयोजनवायाय मडल कW सयोजन----XवधXवधXवधXवध

इसम= Sच रखन वाल लोगamp क नाम गीता Iान यI समा7 होन क बाद

गSदTणा कW बनायी गयी सची स छाट जा सकत ह उनक 5नवास थल या Oकसी

अ13य थान को वायाय मडल क हत काम म= लगाया जा सकता ह य~Xप एक ह

थान पर मडल कW बठक करना उचत ह Oक13त )Eयक सदय कW इछा क अनसार

उसक घर पर भी cम स बठक बलाई जा सकती ह थान 5नधाdरत हो जान पर पहल

बठक वछा स Oकसी Vदन Oकसी समय रखी जा सकती ह बठक )ारZभ होन पर

मडल सवक सभी सदयamp का एक दसर स पdरचय कराता ह पdरचय दत समय अपना

नाम और 6यवसाय ह बताना पया7 नह ह वरन उस यह भी बताना चाVहए Oक उसन

वदा13त का Oकतना अययन Oकया ह उसम= उस Sच कस आयी और अब उस Oकतनी

Sच ह इसक उपरा13त अययन क पाqयcम क महEव पर बल दना चाVहए और पहल

पतक क अययन )ारZभ करन का 5नlय करना चाVहए उसी समय वह पत क

सबको बाट दनी चाVहए उसी कW साथ व ोक भी लखा द= या छप हए द= िजनका

9

उचारण अगल बठक म= Oकया जायगा )थम बठक म= जो लोग नह आ सक उ13ह=

अगल बठक कW सचना दना अ5नवाय ह वायाय मडल का सचालनवायाय मडल का सचालनवायाय मडल का सचालनवायाय मडल का सचालन

थान कW 6यवथा - वायाय मडल क लए कोई भी ऐसा थान हो सकता ह

िजसम= दस प13ह लोग भम पर आराम स बठ सक= मडल क सदयamp म= स ह कोई

6यAB अपना कमरा इस काय क लए वछा स द सकता ह वह थान पणतः वछ होना चाVहए धप बoी कW सहायता स वातावरण अधक उपयB बनाया जा सकता ह

एक म5त या च_ रख कर और उसक सामन जला दपक रख कर वातावरण गभीर बना लना चाVहए च_ ऐस थान पर रख= जहा स वह सबको Vदखाई द मडल-सवक उसी

च_ क 5नकट बठ nार क पास जत उतारन और उ13ह= करन स रखन का थान छोड द= कोट आVद उतार कर टागन का थान भी बनाया जा सकता ह

)थम बठक - सदयamp का पdरचय )ा7 करन क बाद मडल-सवक कोई ऐसा Vदन

और समय 5निlत कर ल= जो सभी सदयamp को सXवधाजनक हो य~Xप मडल कW बठक=

स7ाह म= एक बार रखी जाती ह Oक13त पdरिथ5त क अनसार व प13ह Vदन म= भी एक

बार रखी जा सकती ह )थम बठक म= वायाय मडल क महEव और उपयोगता पर

Xवचार Oकया जाता ह बठकamp म= सिZमलत होत समय उचत भावना पर 5ना और

5नयमतता कW आव1यकता होती ह उसी पर बल दना चाVहए पतक पढन कW Xवध नोट लखना और पdरचचा क लए तयार करना भी बताया जाता ह सबको पाqयcम

समझा Vदया जाता ह और )थम पतक lsquoजीवन-यो5तrsquo सबको Xवतdरत कर द जाती ह

(IानयI म= बcW क लए आयी पतकamp म= स लगभग १५ lsquoजीवन-यो5तrsquo पतक= बचा

रखना चाVहए अ13यथा वायाय मडल क लए पतक= मगान म ६-८ स7ाह लग

जाय=ग) मडल-सवक यह बात भल-भा5त समझा दता ह Oक पdरचचा )ारZभ करन स

पहल मन को शा13त कर लना चाVहए उठ कर जान स पहल भी मन को शा13त करना

आव1यक ह इसक लए नीच लखा म13_ )योग म= लाया जाता ह-

10

ॐ ॐ ॐॐ ॐ ॐॐ ॐ ॐॐ ॐ ॐ ॐ सह नावबतॐ सह नावबतॐ सह नावबतॐ सह नावबत सह नौ भनBसह नौ भनBसह नौ भनBसह नौ भनB सह वीय करवावहसह वीय करवावहसह वीय करवावहसह वीय करवावह

तजिवनावधीतमत मा XवVnषावह तजिवनावधीतमत मा XवVnषावह तजिवनावधीतमत मा XवVnषावह तजिवनावधीतमत मा XवVnषावह ॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तःशाि13तःशाि13तःशाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः

lsquolsquoह परमाEमन आप हम दोनamp गS श`य कW साथ -साथ रTा कर= हम दोनamp का

साथ-साथ पालन कर= हम दोनamp साथ-साथ ह शAB )ा7 कर= हम दोनamp कW पढ हई Xव~ा तजोमयी हो और हम दोनamp परपर nष न कर=rsquorsquo

इसक उपरा13त सT7 भजन और कWतन भी वातावरण को )म और सावपण

बना सकत ह पdरचचा क समय अनशासन कW आव1यकता ह सदय को उसक लए तयार

होकर आना चाVहए बोलत समय एक-एक 6यAB cम स बोल Xवचारणीय Xवषय क

सभी ब13द cमब हamp उसी Xवषय पर अ13य 413थamp स उरण Vदय जा सकत ह Xवषय

स असZब बात= बोलन कW वीक5त न द जाय कछ )vamp पर सशय रह सकता ह उनक प2ीकरण क लए अगल बठक तक धय रखना चाVहए (पdरचचा क समय

टलफोन क 6यवधान स बचन क लए उस दर रखना चाVहए या उसका सZब13ध काट दना चाVहए) मडल-सवक अगल बार क लए अययन हत पतक का अश 5नधाdरत करगा

नीच लख शाि13त पाठ क साथ पdरचचा समा7 होती ह-

सव भव13त सखनः सवसव भव13त सखनः सवसव भव13त सखनः सवसव भव13त सखनः सव स13त 5नरामयः स13त 5नरामयः स13त 5नरामयः स13त 5नरामयः सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत

ॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तःशाि13तःशाि13तःशाि13तः शाि13तःशाि13तःशाि13तःशाि13तः

lsquolsquoसभी लोग सखी हamp सभी 5नरोग हamp सभी भता का दशन कर= Oकसी को दःख

न भोगना पडrsquorsquo

यVद कोई सदय अनपिथत रहा ह तो अगल बठक क पव उसस मलकर

थान आVद क पdरवतन कW सचना उस दनी चाVहए

11

मडल क सदयamp क यVद कोई अ13य )v हamp तो उनका समचत उoर दना चाVहए यह बहत आव1यक ह Oक यह कायcम 5निlत समय स )ारZभ हो और 5निlत

समय पर ह समा7 हो िजसस सदयamp को Oकसी )कार कW अनाव1यक असXवधा न हो

अगल बठक= - थान और समय आVद क Xवषय म= पववत 6यवथा रखनी ह

शष कायcम इस )कार होगा-

(१) तीन बार ॐ का उचारण और शाि13त पाठ

(2) कछ मनट भजन और कWतन

(३) Xपछल स7ाह म= हई पdरचचा का सार वय मडल -सवक nारा अथवा उसक nारा

इगत Oकय गय Oकसी अ13य सदय nारा कह जान चाVहए (४) उस Vदन क Xवचारणीय Xवषय पर सभी सदय अपन Xवचार cमशः )तत कर=

एक क Xवचारamp का दसरा 6यAB खडन या मडन कर सकता ह (५) मडल-सवक समत Xवचारamp को 6यविथत कर और उस पण बनाव

(६) अगल बठक क लए कछ अश 5नधाdरत Oकया जाय

(७) सब सदयamp nारा शाि13त पाठ

(८) शाि13त और अनशासन क साथ थान छोडकर जाय= िजनक घर पर यह कायcम हो

व चाह तो कछ )साद Xवतरण कर सकत ह Oक13त यह सदा आव1यक नह ह उसका

Xवतरण पdरचचा समा7 होन क उपरा13त ह करना चाVहए

)v )v )v )v ---- Gया वायाय Gया वायाय Gया वायाय Gया वायाय----मडल धम पdरव5तत कर Vह13द बनान कW स-म Xवध मडल धम पdरव5तत कर Vह13द बनान कW स-म Xवध मडल धम पdरव5तत कर Vह13द बनान कW स-म Xवध मडल धम पdरव5तत कर Vह13द बनान कW स-म Xवध

हहहह उoर उoर उoर उoर ---- बYकल नह वदा13त सZ)दायवाद कदाXप नह ह ससार भर क वायाय मडलamp क सदयamp न दखा ह Oक वदा13त क अययन स 6यAB उEक2 बनता

ह वह Oकसी भी धम का हो इसस )योजन नह वदा13त धम पdरवतन चाहन वालamp कW खोज म= नह ह उसका उ01य 6यAB को अपन Xवषय म= अधक Iान दना और अपन

6यABEव को समि13वत बनाना ह यह Xवचार करन क लए )dरत करता ह और इसका

उपयोग Xवh म= सव_ ह अतः इसका उपयोग आEम-Xवकास क लए Oकया जाता ह धम पdरवतन क लए नह

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)v )v )v )v ---- Gया शाि13त Gया शाि13त Gया शाि13त Gया शाि13त----पाठ आVद सकत म= ह बोलन चाVहएपाठ आVद सकत म= ह बोलन चाVहएपाठ आVद सकत म= ह बोलन चाVहएपाठ आVद सकत म= ह बोलन चाVहए

उoर उoर उoर उoर ---- )ारZभ म= वदा13त-दशन सकत म= ह लखा गया था इसलए उसका पाठ सकत म= ह Oकया जाता ह सकत म= पाठ करन स हम= वह शा13त और गभीर वातावरण मल जाता ह िजसम= ऋXषयamp न हम= वह Iान Vदया था )ारZभ म= सकत का

उचारण करना कVठन लग सकता ह Oक13त अ13य लोगamp को सनन उनक साथ बोलन स और थोडा )यास वय करन स वह सगम हो जाता ह यVद कछ सदय अ13य धमावलZबी ह और उनकW भाषा भी भ13न ह तो पdरचचा क 5नधाdरत समय म= शाि13त-

पाठ Oकसी भी भाषा म= Oकया जा सकता ह )v )v )v )v ---- यVद म वायाय मडल क Oकसी यVद म वायाय मडल क Oकसी यVद म वायाय मडल क Oकसी यVद म वायाय मडल क Oकसी अ13य सदय को पस13द न क तो अ13य सदय को पस13द न क तो अ13य सदय को पस13द न क तो अ13य सदय को पस13द न क तो उoर उoर उoर उoर ---- राग-nष मन`य का वभाव ह वायाय मडल म= भी कछ ऐस सदय हो सकत ह िजनक साथ आप बठना पस13द न कर= वदा13त का Iान इतना मYयवान ह

Oक आपको अपनी Sच-अSच का याल न रख कर अययन करना चाVहए बठक क

समय Oकसी भी 6यAB क )5त अSच हो तो उस भी सहन करन का अयावस कर=

थोडी उदारता और सहनशीलता रख कर वायाय मडल म= वदा13त अययन करन का

लाभ उठा लना चाVहए

पतक अययन Xवधपतक अययन Xवधपतक अययन Xवधपतक अययन Xवध

वदा13त XवIान ह अतः उसका अययन 6यविथत प म= करना चाVहए )थम

पतक lsquoजीवन-यो5तrsquo स अययन )ारZभ करना चाVहए इस भी जYद-जYद न पढ= यह कोई उप13यास या हYकW-फYकW पतक नह ह इन पतकamp को पढ कर इनक ऊपर

वय Xवचार करना आव1यक ह इसीलए एक बार म ५ या १० प ह पढ पतक

धीर-धीर Xवचार करत हए पढ= और उसम= 5नXपत सा13तamp कW सEयता पर च13तन

कर= इस )कार पढन म= 2०-३० मनट लग सकत ह इनक पढन का समय )ातःकाल ना1ता करन क बाद उपयB होगा पतक पढन क बाद Vदन का काय )ारZभ कर= इसक पढन पर आफ मन म= अनक शकाय= उठ=गी कछ सा13त आपको तक हन एव अ6यावहाdरक लग सकत ह उन शकाओ को आप अपनी नोट-बक म= लख ल= यह नोट-बक इसी काय क लए अलग रख= अपनी शकाओ को प2 प म= 6यB कर= उ13ह=

लखन क बाद आप उ13ह= भल जाय= और पतक को 5नEय आग पढत रह=

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अगल रXववार या Oकसी छी क Vदन जब खाल समय मल उस नोट-बक को

उठाकर अपनी परानी शकाओ को पढ= एक स7ाह म= आपन िजतनी शकाय= कW उन पर

Xवचार कर दख= Gया व अब भी अनodरत ह आपको यह दख कर आlय होगा अब बहत सी शकाय= 5नवo हो गयी ह एक स7ाह क अययन स आपका Iान बढा ह Oफर भी कछ )v ऐस हो सकत ह िजनका उoर आपको अभी नह मला ह उ13ह= अभी मत काट= सोमवार स अपन अययन का कायcम पनः आग बढाय= नई शकाय=

उEप13न हamp उ13ह= पनः लखत जाय= स7ाह क अ13त म= पववत उन )vamp पर Oफर Xवचार

कर= इस cम स अययन करत रहन पर पतक समा7 होन तक आप दख=ग Oक

आपको सभी )vamp का उoर मल गया ह यVद कदाचत कछ )v रह गय ह तो उनका समाधान अगल पतक म= मल जायगा अययन धीर-धीर करो कोई जYद नह ह आपक वत13_ च13तन कW

अEयधक आव1यकता ह Oकसी सा13त को बना Xवचार Oकय वीकार मत कर लो

उसकW सEयता पर Xवचार करो अपनी समझ म= आना बहत आव1यक ह तभी वदा13त

XवIान म= )वश होगा आप उसका Iान धारण कर सक= ग जीवन-यो5त पर पढ लन और उसकW पनरावXo कर लन क बा द वायाय

पाqयcम दख= और अगल पतक अययन क लए हाथ म= ल= पतकamp को cमानसार ह पढ और थोडा-थोडा करक धीर-धीर पढ= कल पाqयcम आधा घटा 5नEय पढ कर दो-तीन वष म= परा होगा )यास कर= आप इस कर सकत ह करना भी अव1य चाVहए

वावावावामी च13मयान13दमी च13मयान13दमी च13मयान13दमी च13मयान13द

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Study Group Programme

वायाय मडल का कायcमवायाय मडल का कायcमवायाय मडल का कायcमवायाय मडल का कायcम

1111---- Thrice Chanting of Om

तीन बार ॐ का दघ उचारण तीन बार ॐ का दघ उचारण तीन बार ॐ का दघ उचारण तीन बार ॐ का दघ उचारण 2222---- Peace Invocation

शाि13त पाठशाि13त पाठशाि13त पाठशाि13त पाठ

ॐ सह नाववत सह नौ भनB सह वीय करवावह तजिवनावधीतमत मा ॐ सह नाववत सह नौ भनB सह वीय करवावह तजिवनावधीतमत मा ॐ सह नाववत सह नौ भनB सह वीय करवावह तजिवनावधीतमत मा ॐ सह नाववत सह नौ भनB सह वीय करवावह तजिवनावधीतमत मा

XवVnषावहXवVnषावहXवVnषावहXवVnषावह

ॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः

ह परमाEमन आप हम गS -श`य दोनamp कW साथ-साथ सब )कार स रTा कर=

हम दोनamp का आप साथ-साथ समचत प स पालन -पोषण कर= हम दोनamp साथ-ह-साथ

सब )कार स बल )ा7 कर= हम दोनamp कW अययन कW हई Xव~ा तजपण हो - कह

परात न हamp और हम दोनamp जीवन भर परपर नह-स_ म= बध रह= हमार अ13दर परपर कभी nष न हो ह परमाEमन तीनamp तापamp कW 5नवXo हो

ॐ आwयाय13त ममाॐ आwयाय13त ममाॐ आwयाय13त ममाॐ आwयाय13त ममा गा5न वाक )ाणlTः uो_मथो बलमि13रयाण च सवाण गा5न वाक )ाणlTः uो_मथो बलमि13रयाण च सवाण गा5न वाक )ाणlTः uो_मथो बलमि13रयाण च सवाण गा5न वाक )ाणlTः uो_मथो बलमि13रयाण च सवाण

सव ौप5नषद माह 5नरासव ौप5नषद माह 5नरासव ौप5नषद माह 5नरासव ौप5नषद माह 5नराकया मामा 5नराकरोत अ5नराकरणमत अ5नराकरण कया मामा 5नराकरोत अ5नराकरणमत अ5नराकरण कया मामा 5नराकरोत अ5नराकरणमत अ5नराकरण कया मामा 5नराकरोत अ5नराकरणमत अ5नराकरण

मऽत तदाEम5न 5नरतय उप5नषEस धमात म5य स13त त म5य स13त मऽत तदाEम5न 5नरतय उप5नषEस धमात म5य स13त त म5य स13त मऽत तदाEम5न 5नरतय उप5नषEस धमात म5य स13त त म5य स13त मऽत तदाEम5न 5नरतय उप5नषEस धमात म5य स13त त म5य स13त ॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तः

ह परमाEमन मर सार अग वाणी न_ uो_ आVद सभी कमि13दया और

Iानि13रया )ाणसमह शारdरक और मानसक शAB तथा ओज - सब पX2 एव वX

को )ा7 हamp उप5नषदamp म= सवप का जो वप वणत ह उस म कभी अवीकार न क और वह भी मरा कभी पdरEयाग न कर मझ सदा अपनाय रGख मर साथ

का और क साथ मरा 5नEय सZब13ध बना रह उप5नषदamp म= िजन धम का

15

)5तपादन Oकया गया ह व सार धम उप5नषदamp क एकमा_ ल-य पर परमाEमा म=

5नर13तर लग हए मझ साधक म= सदा )काशत रह= मझम= 5नEय 5नर13तर बन रह= और

मर _Xवध तापamp कW 5नवXo हो 3 Introspection The following questions are asked by Group Sewak Every body answers

mentally to himself - (1) How far am I maintaining Brahmacharya (2) Did I during this week live less passionately and less selfishly (3) Have I any bad feelings towards any member of my spiritual family -

the Chinmaya Mission (4) Am I progressing and proving to myself and others a better man a

more cheerful man each day (5) Did I meditate all the days of this week (6) How far have I developed in constant and repeated ISHWAR

SMARANA (7) Did I read every day atleast three pages of the scriptures

आEमआEमआEमआEम----5नरTण 5नरTण 5नरTण 5नरTण

मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= ---- १- म चय का पालन Oकतना करता ह

2- Gया म इस स7ाह कम उVnन और कम वाथ रहा ३- Gया च13मय मशन क अपन आयािEमक पdरवार क Oकसी सदय स मरा दभाव

ह ४- Gया म अपना Xवकास कर अ13य लोगamp क लए पहल स भला आदमी बन रहा ह और

सदा )स13न रहता ह

५- Gया म Xपछल स7ाह 5नEय यान साधना करता रहा

६- 5नर13तर ईhर मरण रखन म= मझ Oक तनी सफलता मल ह

७- Gया म 5नEय शाRamp क कम स कम तीन प पढता रहा ह

16

५५५५ गSतो_मगSतो_मगSतो_मगSतो_म

अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः ११११ िजनकW कपा स सZपण चराचर जगत म= 6या7 परमाEमा का बोध हआ ह उन गSदव को

मरा )णाम ह अIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकयाअIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकयाअIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकयाअIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकया चTS13मीलत यन तम uीगरव नमःचTS13मीलत यन तम uीगरव नमःचTS13मीलत यन तम uीगरव नमःचTS13मीलत यन तम uीगरव नमः 2222

िज13हampन अIान अ13ध न_amp को Iान अजन कW शलाका स उ13मीलत कर Vदया ह उन

गSदव को मरा )णाम ह गSा गSXव णः गSगSा गSXव णः गSगSा गSXव णः गSगSा गSXव णः गS दवो महhरःदवो महhरःदवो महhरःदवो महhरः गSरव पर तम uीगरव नमः गSरव पर तम uीगरव नमः गSरव पर तम uीगरव नमः गSरव पर तम uीगरव नमः ३३३३

गS ह ा ह गS ह Xव`ण ह गS ह शकर (महhर) ह गS ह पर ह उन

गSदव को मरा )णाम ह थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम तEपद दशत यन तम uीतEपद दशत यन तम uीतEपद दशत यन तम uीतEपद दशत यन तम uीगरव नमः गरव नमः गरव नमः गरव नमः ४४४४ जड चतन व चर अचर म= जो तiexclव 6या7 ह उसका बोध िजनकW कपा स )ा7 हआ ह उन गSदव को मरा )णाम ह च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः ५५५५

17

सZपण चराचर जगत म= 6या7 परम चतना का दशन िजन गSदव कW कपा स सZभव हआ ह उन गSदव को मरा )णाम ह सवu5तशरोरcentXवरािजत सवu5तशरोरcentXवरािजत सवu5तशरोरcentXवरािजत सवu5तशरोरcentXवरािजत पपपपदाZबजःदाZबजःदाZबजःदाZबजः वदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमःवदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमःवदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमःवदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमः ६६६६ िजनक चरण कमलamp म= सभी u5त रcent Xवरािजत ह और िजनक सय सaश Iानालोक स

वदा13त कमल Xवकसत होता ह उन गSदव को मरा )णाम ह चत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनःचत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनःचत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनःचत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ७७७७

जो च13मय शाhत शा13त 6योमातीत 5नरजन और ब13द नाद तथा कलाओ स भी

पर ह उन गSदव को मरा )णाम ह IानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतःIानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतःIानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतःIानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतः भABमAB )दाता च तम uीगरव नमःभABमAB )दाता च तम uीगरव नमःभABमAB )दाता च तम uीगरव नमःभABमAB )दाता च तम uीगरव नमः ८८८८

जो Iान और शAB म= अविथत ह तथा तiexclव सा13त कW माला धारण Oकय ह जो भAB और मAB दन वाल ह उन गSदव को मरा )णाम ह अनक ज13म स)ा7 कमब13धअनक ज13म स)ा7 कमब13धअनक ज13म स)ा7 कमब13धअनक ज13म स)ा7 कमब13ध XवदाVहन XवदाVहन XवदाVहन XवदाVहन आEमIान )दानन तम uीगरव नमःआEमIान )दानन तम uीगरव नमःआEमIान )दानन तम uीगरव नमःआEमIान )दानन तम uीगरव नमः ९९९९ अनक ज13मamp स कमब13धनamp म= जकड )ाणी को जो आEमIान क nारा मB करा दन म=

समथ ह उन गSदव को मरा )णाम ह

18

शोषण भवस13धोl Iापण सारसपदःशोषण भवस13धोl Iापण सारसपदःशोषण भवस13धोl Iापण सारसपदःशोषण भवस13धोl Iापण सारसपदः गरोः पादोदक सZयक तम uीगगरोः पादोदक सZयक तम uीगगरोः पादोदक सZयक तम uीगगरोः पादोदक सZयक तम uीग रवनमःरवनमःरवनमःरवनमः१०१०१०१० िजनक पादोदक क पश स ससार सागर सख जाता ह और परमतiexclव का बोध हो जाता ह उन गSदव को मरा )णाम ह न गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपःन गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपःन गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपःन गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपः तEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमःतEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमःतEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमःतEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमः ११११११११ गS स अधक उच कोई तiexclव नह ह और गS कW सवा स ऊचा कोई तप नह ह

तiexclवIान स u कोई Iान नह ह ऐस गSदव को मरा )णाम ह म13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSःम13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSःम13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSःम13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSः मदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमःमदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमःमदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमःमदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमः ११११2222

मर वामी ससार क वामी ह और मर आEमा सZपण )ाणयamp कW आEमा ह िजनकW

कपा स यह Iान )ा7 होता ह उन गSदव को मरा )णाम ह गSराVदरनाVदl गSः परमदवतमगSराVदरनाVदl गSः परमदवतमगSराVदरनाVदl गSः परमदवतमगSराVदरनाVदl गSः परमदवतम गरोः परतर नाित तम uीगरव नमःगरोः परतर नाित तम uीगरव नमःगरोः परतर नाित तम uीगरव नमःगरोः परतर नाित तम uीगरव नमः १३१३१३१३

गS अनाVद और अन13त ह गS ह परम दवता ह गS स u कछ भी नह ह अतः उन

गSदव को मरा )णाम ह

Eवमव माता च Xपता EवमवEवमव माता च Xपता EवमवEवमव माता च Xपता EवमवEवमव माता च Xपता Eवमव Eवमव ब13धlसखा EवमवEवमव ब13धlसखा EवमवEवमव ब13धlसखा EवमवEवमव ब13धlसखा Eवमव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव १४१४१४१४ ह गS दव तम ह मर माता हो Xपता हो भाई हो म_ हो Xव~ा हो और धन हो ह

दवताओ क दवता तZह म र लए सब कछ हो

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६६६६ गीता यानमगीता यानमगीता यानमगीता यानम

ॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयमॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयमॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयमॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयम 6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम ----

अZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीमअZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीमअZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीमअZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीम ११११ ह मा भगवत-गीत म तZहारा 5नर 13तर अनच13तन करता ह भगवान नारायण न

अजन क )5तबोध क लए तZहार रचना वय कW थी )ाचीन म5न 6यासदव न तZह=

महाभारत क मय थाXपत Oकया तZहार अठारह अयाय ह तम Vद6य हो तZहार nारा अnतामत कW वषा होती ह और तम ससार क बधनamp स मB करन वाल हो

नमोऽतत 6यास Xवशाल ब नमोऽतत 6यास Xवशाल ब नमोऽतत 6यास Xवशाल ब नमोऽतत 6यास Xवशाल ब ---- फYलारXव13दायतप_ न_ फYलारXव13दायतप_ न_ फYलारXव13दायतप_ न_ फYलारXव13दायतप_ न_ यन Eवया भारततलपणः यन Eवया भारततलपणः यन Eवया भारततलपणः यन Eवया भारततलपणः ----

)वालतो Iानमयः )दपः )वालतो Iानमयः )दपः )वालतो Iानमयः )दपः )वालतो Iानमयः )दपः 2222

ह 6यासदव तZह= मरा )णाम ह खल हए कमल कW पखडयamp क सaश तZहार Xवशाल न_ ह तZहा रा Iान महान ह तमन महाभारत -तल (सार) स भरकर Iान का

दपक )वलत Oकया ह

)प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय )प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय )प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय )प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय Iानमाय क`णाय गीतामतदIानमाय क`णाय गीतामतदIानमाय क`णाय गीतामतदIानमाय क`णाय गीतामतद ह नमः ह नमः ह नमः ह नमः ३३३३

म उन भगवान क`ण को )णाम करता ह जो एक हाथ म= लकVट और दसर म=

Iान-मा धा रण Oकय हए ह िज13हampन (उप5नषदamp स) गीतामत का दोहन Oकया ह और

िजनकW शरण म= जान वाल कW समत कामनाय= वस ह पण होती ह जस कYपवT स

20

सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत ४४४४

सZपण उप5नष गाय= ह गोपालन13दन उनक दोहन वाल ह अजन गोवEस ह गीता महान अमतमय दध ह और सधीजन उस दध का पान करन वाल ह

वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम ५५५५

म उन भगवान क`ण को )णाम करता ह जो वसदव क Vद6य प_ ह कस और

चाणर का वध करन वाल ह दवकW मा को परम आन13द )दान करन वाल ह और

समत ससार क गS ह

भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला ---- शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला अhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनाव 5त नी 5तनी 5तनी 5तनी ----

सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः ६६६६ भगवान क`ण nारा चालत गीता -Iान कW नौका म= बठकर पाडवamp न उस भयकर

रणनद को सहज पार कर लया िजसक भी`म और ोण तट थ जयथ िजसका जल

था गाधार नप नील -कमल थ िजसम= शYय जस 4ाह थ और कपाचाय िजसकW तीyen

धारा थ कण िजसकW उoाल तरग थ अhEथामा और Xवकण िजसक भयकर मगर थ

और दयpoundधन िजसकW भवर था

पाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम लोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदा

भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस ७७७७

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महाभारत का वह 5नमल कमल हम= कYयाणकार हो जो पाराशर क प_ 6यास क

वचन सरोवर म= उEप13न हआ जो गीता कW उEकट गध स पdरपण ह िजसक अनक

आयान कसर क समान ह जो भगवान क`ण कW मधर कथाओ स पdरपण ह सजन iमरamp क nारा िजसक रस का पान 5नर13तर Oकया जाता ह और जो कलयग क समत

दोषamp का शमन करन वाला ह

मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम ८८८८

िजनकW कपा स मक वाचा ल हो जात ह और पग लोग भी ऊ च पवतamp को पार कर

जात ह उन परमान13द भगवान क`ण कW हम व13दना करत ह

य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव ---- वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो ----

ययाययाययाययात न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः ९९९९

ा वSण इ13 S और मSण Vद6य तो_amp nारा िजसकW त5त करत ह

सामवद क गान वाल अग पद cम और उप5नषदamp क सVहत वदamp nारा िजसका गायन

करत ह योगीजन यान म= िथत तnत हय म न स िजसका दशन करत ह दवता और

असर गण (कोई भी) िजसक अ13त को नह जानत उस (परम पSष नारायण ) दव क

लए मरा नमकार ह ७७७७ गीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोक

8 The spiritual text ((((पाqय पतकपाqय पतकपाqय पतकपाqय पतक )))) It is to be taken stanza by stanza and commented upon by the Group Sewak

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9 Discussions ((((Xवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमय)))) The Group Sewak may act as a mediator 10 Meditation Let all members sit in their favourite pose with head erect and eyes closed The Group Sewak may chant a short Mantra lowering the pitch of voice by and by Everyone repeats the process mentally Then there is a silence Every body tries to live in that silence abandoning all sorts of ideas If any thought comes in mind one should try to become its witness (Sakshi) The whole process may take only 5 to 7 minutes

यानमयानमयानमयानम शा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरश

Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम ल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZय व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम

११११११११ यानषटकयानषटकयानषटकयानषटक मनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाह न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च 6योमभमन च 6योमभमन च 6योमभमन च 6योमभम न तजो न वायःन तजो न वायःन तजो न वायःन तजो न वायः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ११११

म न मन ह न बX ह न अहकार ह और न चo ह म न uो_ ह न िजcopyा

ह न नासका ह और न न_ ह न म आकाश ह न भम ह न अिन ह

और न वाय म चदान13द प शव ह शव ह

न च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपाय

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम 2222

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न म )ाण ह और न पचवाय न म स7धात का शरर ह और न

पचकोश न म वाक पाण पाद उपथ और न गदा ह म चदान13दप

शव ह शव ह

न म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौ

न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ३३३३

न म राग ह और न nष न म लोभ ह और न मोह न म मद ह और

न मEसर म धम अथ काम मोT भी नह ह म चदान13दप शव ह शव ह न पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःख न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः अह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBा चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ४४४४

न म पय ह और न पाप न म सख ह और न दःख न म म13_ ह

और न तीथ न म वद ह न यI म भोजन भोय और भोBा भी नह ह म

चदान13दप शव ह शव ह

न मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदः Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म न ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ५५५५

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न म मEय ह और न भय मझम= कोई जा5तभद भी नह ह न मर

माता ह और न Xपता मरा ज13म भी नह हआ ह न मरा कोई ब13ध ह न म_

न गS ह न श`य म चदान13दप शव ह शव ह

अह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपः

XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम न चान चान चान चासsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ६६६६

मर न कोई कYपना ह और न आकार म सव6यापी और इि13रयातीत

ह मरा न ब13धन ह और न मAB म Iय भी नह ह म चदान13दप शव ह शव ह

११११2222 uी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकम

6या7 जग6या7 जग6या7 जग6या7 जग~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत

5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ११११

अखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभावः परमाEमसEय वः परमाEमसEय वः परमाEमसEय वः परमाEमसEय

सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय 2222

म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः बोचबबोचबबोचबबोचब umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः

25

सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ३३३३

शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः

6यापी परण मो6यापी परण मो6यापी परण मो6यापी परण मोदमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ४४४४

अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च ग गभीग गभीग गभीग गभी र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ५५५५

तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म

Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न च13Eयमानम च13Eयमानम च13Eयमानम च13Eयमानम uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ६६६६

12 Pledge We stand as one family bound to each other with love and respect We serve as an army Courageous and disciplined ever-ready to fight against all low tendencies and false values within and without us We live honestly

the noble life of sacrifice and service producing more than what we consume and giving more than what we take

26

We seek the Lords Grace to keep us on the path of virtue courage and wisdom May Thy Grace and Blessings flow through us to the world around us We believe that the service of our country is the service of Lord of Lords and devotion to the people is the devotion to the Supreme Self We know our responsibilities give us the ability and courage to fulfill them

OM TAT SAT

च13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIा हमार िथ5त ह एक पdरवार क समान )म और सZमान स परपर आब हम सवा-रत ह एक सना क समान- साहसी और अनशासत - कVटब ह सघष करन को 5नZन वXo यamp और थोथ आदश क XवS िजनका जाल ह हमार अ13दर और बाहर सव_ हम जीत ह ईमानदार स Eयाग और सवा का उच जीवन उEप13न करत ह उपभोग स अधक लत ह िजतना दत ह कह अधक हम बन ह आकाTी )भ कW कपा क जो चलाव= हम= गण साहस और Iान क माग पर

आप कW कपा और आशीष ह )भो हमार मायम स बह

27

Xवh म= चारamp ओर हमारा Xवhास ह Oक वदश सवा ह परमhर कW सवा ह और जनता कW भAB ह परमाEमा कW भAB ह हम समझत ह अपना दा5यEव दो योयता और साहस Oक हम परा कर= उस ॐ तEसत

13 Arati Arati is to be performed preferably by the wife of Group Sewak or by the

Group Sewak himself A few flowers and burning camphor placed in a tray are waved before the picture of the Lord and the following Mantras are chanted by all the members present -

न त_ सयpound भा5त न चतारक नमा Xव~तो भा5त कतोऽयमि13गः तमव भा13तम अनभा5त सव तय भासा सवमदXवभा5त ॐ सवषा वितभवत सवषा शाि13तभवत सवषा पण भवत सवषा मsectगल भवत ॐ सव भव13त सखनः सवस13त 5नरामयः सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत असतो मा स^मय तमसो मा यो5तगमय मEयोमाममत गमय ॐ पणमदः पणमद पणात पणमदयत पणय पणमादाय पणमवावश`यत ॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तः

28

भज गोXव13दमभज गोXव13दमभज गोXव13दमभज गोXव13दम

भज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13द गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत स)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत काल न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण ११११

र मढ मन गोXव13द कW खोज कर गोXव13द का भजन कर और गोXव13द का ह

यान कर अि13तम समय आन पर 6याकरण क 5नयम तर रTा न कर सक= ग मढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णा कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम यYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाo Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम 2222

र मढ धन स4ह कW त`णा छोड द मन म= वराय लाकर सत तiexclव का

च13तन कर अपन कम फल क अनसार जो धन )ा7 हो उसी स अपन म न को स13त2

कर नारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदश a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम एत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकार मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम ३३३३ स13दर Rी क नाभदश को दखकर मोह म= मत पड यह कवल मास और मजा

का Xवकार ह अपन मन म= इस बात का बार-बार Xवचार कर नलनीदलगतनलनीदलगतनलनीदलगतनलनीदलगत जलम5ततरल जलम5ततरल जलम5ततरल जलम5ततरल तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम XवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4त लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम ४४४४

29

कमल-दल क ऊपर जल कW बद अEय13त अिथर होती ह जीवन भी इसी )कार

अिथर ह इस बात को अछmacr तरह समझ ल Oक सारा ससार 6याध अभमान शोक आVद स 4सत ह

यावVnयावVnयावVnयावVnoोपाजन सBःoोपाजन सBःoोपाजन सBःoोपाजन सBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः पlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह ५५५५

जब तक धनोपाजन कW शAB ह तभी तक तZहार पdरवार क लोग तम स )म

रखत ह वावथा म= शरर जजर हो जान पर तZहार बात कोई न पछगा यावEपवनोयावEपवनोयावEपवनोयावEपवनो 5नवस5त दह 5नवस5त दह 5नवस5त दह 5नवस5त दह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह गतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापाय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय ६६६६ जब तक शरर म= )ाण ह तब तक घर म= तZहार कशल पछmacr जाती ह )ाण

5नकलन पर उसी शरर स पcentी तक भयभीत होन लगती ह बालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBः तSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBः वताविच13तासBःवताविच13तासBःवताविच13तासBःवताविच13तासBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः ७७७७

बचपन म= खलamp म= आसAB रहती ह यवावथा म= तSणी स मोह रहता ह और

वावथा म= च13ताय= आ घरती ह Oक13त पर परमाEमा स Oकसी को )म नह ह का त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ः सससससारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः

30

कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः ८८८८

कौन तZहार पcentी ह कौन तZहारा प_ ह वततः ससार बडा Xवच_ ह तम

Oकस क हो कहा स आय हो ह भाई कभी इस बात का भी Xवचार करो

सEससEससEससEसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEवगEवगEवगEव 5नस5नस5नस5नसगEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम 5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः ९९९९

सEसग स अनासAB )ा7 होती ह अनासAB स मोह क ब13धन टटत ह मोह टटन पर शाhत तiexclव कW )ा57 होती ह और शाhत तiexclव पान पर जीवन -मAB का लाभ

)ा7 होता ह वयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः Tीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारो Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः १०१०१०१०

जस यवावथा बीतन पर काम -Xवकार न2 हो जाता ह और जल सख जान पर

तालाब नह रह जाता ह वस ह धन न2 होन पर पdरवार नह रह जाता और तiexclव-बोध

होन पर ससार नह रह जाता ह मा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगव हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम मायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा ११११११११

31

धन जन और यौवन क लए अभमान न करना चाVहए काल इन सब को Tण मा_ म=

न2 कर दता ह इन सब को माया का iम समझो और शीordf ह साTाEकार )ा7

करो Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः कालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः ११११2222

Vदन और रात )ातः और साय सय और गम बार -बार आत ह और चल जात

ह काल कW इस cWडा क साथ आय भी बीतती जा रह ह Oफर भी आशाओ कW आधी

स कोई नह बचता का त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता _जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका १३१३१३१३

र iाि13त म= पड मढ Rी धन आVद कW च13ता Gयamp Oकया करता ह Gया तर

ऊपर शासन करन वाला कोई नह ह तीनamp लोकamp म= कवल सEसग ह वह नौका ह जो

ज13म-मरण क सागर स तझ पार कर सकती ह जVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः प1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढो दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः १४१४१४१४

जटाधार बाल मडाय एक-एक कर सर क सब बाल खचवाय और काषायवR

धारण Oकय हए नाना वषधार स13यासी ह व आखamp स दखत हए भी अध ह व मढ

नाना )कार क वष कवल पट भरन क लए धारण करत ह

32

अsectगअsectगअsectगअsectग गलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मड दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम वो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दड तदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEया शाXपडम शाXपडम शाXपडम शाXपडम १५१५१५१५

वावथा म= शरर जजर हो गया ह सर क बाल सफद हो गय ह दात गर

गय ह छडी क सहार चलना पडता ह अथात मEय 5नकट आ गई ह Oक13त आशाओ का

ब13धन अब भी नह टटा अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः करतल करतल करतल करतल भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः १६१६१६१६

आग अिन पीछ सय और रा_ म= घटनamp म= ठो ढ लगाय रहन वाल तथा हाथ पसार

कर भीख मागन वाल और पड क नीच सोन वाल भी आशा क ब13धनamp स मB नह ह कSत गsectगकSत गsectगकSत गsectगकSत गsectग सागरगमनसागरगमनसागरगमनसागरगमन yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम IानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन १७१७१७१७

कोई भल ह गगासागर आVद तीथdeg का सवन कर yenत रख अथवा दान कर

Oक13त अIानी 6यAB सकडamp ज13मamp म= भी मAB नह )ा7 कर सकता ह यह तplusmnय सभी लोग वीकार करत ह

सरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासः शsup2याशsup2याशsup2याशsup2या भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः सवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः १८१८१८१८

33

जो लोग दवताओ क मि13दर और पडamp क नीच 5नवास करत ह बना बछौन क

जमीन पर लटत ह मगछाला पहनत ह और इस )कार सभी भोगamp का Eयाग कर दत ह

उन XवरB लोगamp को कौन सा सख )ा 7 नह ह

योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा सsectगसsectगसsectगसsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगXवहनः Xवहनः Xवहनः Xवहनः यय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चo न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव १९१९१९१९

चाह कोई योग का अयास करता हो या भोगamp म= पडा रहता हो चाह अनक लोगamp क

साथ रहता हो या अकला िजसका चo -च13तन म= मन ह वातव म= वह सखी ह

भगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीता गगगगगागागागाजल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता सकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा 2222००००

जो भगवदगीता का थोडा भी अययन करता ह गगा जल कW एक बद भी पान

करता ह और भAB-भाव स भगवान का मरण करता ह उसकW चचा यमराज भी नह

करत ह पनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरण पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम इह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार 2222११११

बार-बार ज13मना बार-बार मरना और बार-बार मा क पट म= पहचना बडा

क2कारक ह इस दःखमय ससार स पार होना बडा कVठन ह ह भगवन अपनी अपार

कपा स मरा 5नतार करो

34

रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः योगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoो रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव 22222222

जो योगी चीथड बीन कर कथर बनात और पहनत ह पय और पाप क माग को छोड

कर चलत ह िजनका चo योगायास स सयमत ह व ईhर भाव म= 5नमन रहन वाल बालकamp या उ13मo लोगamp कW तरह 5नn13n रहत ह

कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः इ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसार Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम 2222३३३३

तम कौन हो म कौन ह म कहा स आया ह कौन मर माता ह कौन मरा

Xपता ह इन )vamp पर Xवचार करो और इस असार ससार को वwन मा_ समझ कर

छोड दो Eव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः भव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eव वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम 2222४४४४

तम म= मझ म= और सभी थानamp म= क वल एक सव6यापी भगवान ह असVह`ण होकर

तम 6यथ ह मर ऊपर cोध करत हो यVद तम चाहत हो Oक तZह= ईhर )ा7 हो जाय तो तम सदा समभाव रहो

श_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ सविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमान

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सव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIा नम नम नम नम 2222५५५५

दसर लोगamp स लडन म= अथवा उनस म_ता करन म= अपनी शAB का अप6यय न

करो अपन ब13ध-बा13धवamp स राग-nष मत रखो सव_ अपन ह वप को दखो भद बX का Eयाग करो और अIान स छटकारा पाओ

काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह EयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1य5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम आEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः 2222६६६६

काम cोध लोभ और मोह को छोडकर Iानी सव_ आEमवप ह दखता ह

वह समझता ह Oक म वह ह Oक13त आEमIान रVहत मढ लोग अIान क कारण नक कW वदनाय= सहन करत ह

गय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहsup3sup3sup3sup3 यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म नय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चo दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम 2222७७७७

भगवत-गीता और Xव`ण क सहsup3 नाम गान चाVहए भगवान Xव`ण क वप का

5नर13तर यान करना चाVहए सदा सEसग म= चo लगाना चाVहए और दन लोगamp को

दान दना चाVहए सखतः सखतः सखतः सखतः Ocयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः य~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरण तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम 2222८८८८

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पहल तो लोग सख क लए Rी भोग म= ल7 रहत ह और बाद म= शारdरक रोगamp का शकार होना पडता ह य~Xप इस ससार म= अ13ततोगEवा मEय म= ह शरण मलती

ह Oफर भी लोग पापाचरण नह छोडत

अथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEय नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम प_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः 2222९९९९

लोगamp कW अनथकार धन म= ह सदा Sच बनी रहती ह सEयता यह ह Oक उसम=

Oकि13चत मा_ भी सख नह ह धनी लोगamp को अप न प_ स भी भय रहता ह धन का

सव_ यह हाल दखा जाता ह )ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम जाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधान कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम ३०३०३०३०

बडी सावधानीपवक पहल )ाणायाम का अयास करो मन को सब ओर स

हटाकर अ13तमखी बनाओ 5नEय और अ5नEय वतओ क बीच Xववकपवक Xवचार करो

और Oफर जप करत हए समाध का अयास करो गSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः सि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादव -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम ३१३१३१३१ ह गS क चरणamp म= भABभाव रखन वालamp तम शीordf ह स सार-सागर स पार हो

जाओग तमन इि13 यamp को और मन को वश म= Oकया ह तम अपन acuteदय म= शीordf ह

भगवान का साTाEकार करोग

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आयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अग १ १ १ १ ---- वथ शरर वथ शरर वथ शरर वथ शरर ((((अअअअ) ) ) ) सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन ---- बना वथ शरर क कोई भी लौOकक या पारलौOकक

काय करना सZभव ह नह ह इसक लए श और सािiexclवक आहार आव1यक ह

मच इमल wयाज लहसन खटाई तल मसाल हग आVद Eयाय ह बहत अधक न खाना चाVहए मताहार रोगamp स बचाता ह यान रखो भोजन वाद क

लए नह वाplusmnय क लए ह एकादशी आVद Oकसी Vदन उपवास भी कई aX2 स

उपयोगी ह ((((बबबब) ) ) ) 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम ---- वथ शरर क लए 5नEय 6यायाम भी आव1यक ह

इसक लए )ातःकाल कछ शारdरक uम करना चाVहए बगीच म= काम टहलना

तरना आसनamp का अयास आVद कछ 6यायाम ह आसन और )ाणायाम साधना

म= अधक सहायक ह ((((सससस)))) वछता वछता वछता वछता ---- वथ वाय का सवन 5नEय नान साफ कपड और रहन क

थान कW सफाई शरर को वथ और चo को )स13न रखती ह

2 2 2 2 ---- वथ मनवथ मनवथ मनवथ मन

((((अअअअ) ) ) ) वायाय वायाय वायाय वायाय ---- जस वथ शरर क लए 5नEय श और पौX2क भोजन कW

आव1यकता ह वस ह वथ मन क लए स-413थamp का 5नEय अवलोकन आव1यक ह अ13यथा मन दबल हो जाता ह और उस मानस रोग घरन लगत ह

दिl13ताय= चडचडाहट 6य4ता भय nष आVद मानसक रोगamp क लTण ह

गीता रामायण भागवत उप5नष योगवास बाइबल ज13दावता करान

_Xपटक 413थसाVहब आVद म= स Oकसी 413थ का अययन करना चाVहए

((((बबबब) ) ) ) स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त ---- य दोनamp वथ मन क लTण ह Xववक और वराय

क 6यायाम स स13तोष और शाि13त बढती ह वथ शरर और वथ मन स

आEमबल बढता ह इसी बल स आयािEमक सफलताय= )ा7 कW जाती ह ((((सससस) ) ) ) सससस----Xवचार Xवचार Xवचार Xवचार ---- स-Xवचार जीवन को सह Vदशा म= ल जात ह अस Xवचारamp

स मन`य का पतन होता ह सEसग और सuml413थamp क अवलोकन स स -Xवचार

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aढ होत ह कसग और कच2ाय= छोडकर सEसग का आuय लो ससार म= िजतन भी महापSष हए ह और उ13हampन जब जो कछ पाया ह वह सEसग क कारण ह ३ ३ ३ ३ ---- न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो

जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए ---- ((((अअअअ) ) ) ) चय और सEय चय और सEय चय और सEय चय और सEय ---- वीय कW रTा बडी सावधानी स करनी चाVहए शरर

तर पर वीय ह ईhर ह जीवन कW यह एक बहत बडी Xवभ5त ह यह जीवन Xवचार और बX का सार ह सचत वीय ओज म= पdरव5तत होता ह और ओज आEमशAB म= हर कWमत पर सEय मधर और मत भाषण का अयास करना चाVहए

मplusmnया भाषण दबलता भय और अIान का पdरणाम ह 5नEय एक-दो घट का

मौन रहना चाVहए उस समय सकतamp का )योग भी न करना चाVहए ((((बबबब) ) ) ) सससस----गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास ---- 5नयम कW पाब13द समय का उपयोग मधर भाषण

उदारता कSणा नह स-पSषamp का आदर सहनशीलता Tमा धय स13तोष 5नरभमानता आVद स-गण ह यVद य ग ण सहज ह )ा7 न हamp तो अयास क

nारा )ा7 Oकय जा सकत ह सब गणamp का एक साथ अयास नह हो सकता Oक13त एक गण क आत ह उसक सहयोगी अनक गण वय आन लगत ह Oकसी एक गण का अयास करन का सकYप करो और 5नEय सोन क पहल

अपनी सफलताओ-असफलताओ पर Xवचार करो कछ समय म= वह अयास आदत बन जायगा और आदत वभाव ((((सससस) ) ) ) दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग ---- )ायः लोग कसग क कारण दगणamp म= पड जात ह

आयािEमक T_ म= जYद सफल होन क लए दगणamp को शीordfा5तशीordf छोडना

होगा म~पान आलय मासभTण cरता कठोरता कVटलता छल )पच

पर5न13दा लोभ पdर4ह आVद अनक दगण ह यVद साधक म= ऐस कोई दगण ह

तो उ13ह= एक-एक कर छोडन का )यcent करना चाVहए दगण बड हठmacr होत ह

इनक Eयागन क लए सकYप करना पडता ह यVद एक दगण छोडन म= सफलता

मल तो आEम-Xवhास बढ जाता ह और दसर दगण छोडना सरल हो जाता ह ((((दददद) ) ) ) सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका ---- आज क आथक यग म= धन सचय कW हवस बढ रह

ह इसक लए बईमानी और छल-)पच का सहारा लया जा रहा ह कारण कवल

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यह ह Oक हमार आव1यकताय= बढ गई ह श आजी Xवका क लए आव1यक ह

Oक आव1यकताय= घटाई जाय= uम और ईमानदार स कमाया हआ धन मन`य

कW आव1यक आव1यकताय= पर कर सकता ह आलसी और दबल 6यAB ह आसानी स )ा7 होन वाल धन कW इछा करत ह यVद आपकW बX और शरर

शABसZप13न ह तो आप पराय पस को Xव2ा क समान समझ=ग सबल बनो और

uम स धन कमा कर स13तोष का जीवन बताओ ४ ४ ४ ४ ---- आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम उपयB तplusmnय आयािEमक साधना कW भमका तयार करन क लए ह उ13ह=

साधना का परोT अग कह सकत ह आसन यथाथ साधना कW पहल सीढ ह

कछ आसन तो 6या याम कW aX2 स उपयोगी होत ह िजनका उYलख ऊपर Oकया

जा चका ह कछ आसन यान क लए बताय गय ह पझ स और सख

आसन म= स कोई एक अपनी सXवधा और Sच क अनसार चन लना चाVहए

उoर या पव Vदशा कW ओर मख करक उस आसन पर लगभग तीन घट अXवचल

बठन का )यास करना चाVहए उसी आसन पर यान और जप करना होगा

इसक लए थान और समय 5निlत होना चाVहए इस काय क लए एक अलग

कमरा ताल स ब13द रखना चाVहए )ातःकाल ४ बज उठ कर शौचाVद स 5नवo और पXव_ होकर आसन )ाणायाम और यान करना चाVहए आसन पर बठत ह कम स कम बीस बार )ाणायाम करना चाVहए अपन इ2दव क यान क लए कछ ोक याद कर लो )ाणायाम क बाद उनका पाठ करक भगवान का च13तन करना चाVहए ५ ५ ५ ५ ---- )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा भगवान का यान करत ह वा ससार स मन को हटा कर अ13तमखी कर लना चाVहए यह )Eयाहार ह जप इसम= सहायक होगा ॐ या ॐ नमो नारायणाय आVद Oकसी म13_ का जप

)ारZभ कर दना चाVहए १०८ म13_ कW एक माला होती ह एक या तीन माला

म13_ जपना चाVहए अधक भी हो सकता ह म13_-जाप करत ह मन भगवान क

सामन जा पहचता ह भगवान का 5नर13तर च13तन ह धारणा ह

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जप-माला भी उपयोगी ह SाT या तलसी कW माला रखना चाVहए जप क

अ5तdरB उस गल म= पहना जा सकता ह जब म= रखा जा सकता ह और सोत

समय तOकया क नीच भी डाल सकत ह Oक13त माला सदा साथ रखनी चाVहए ६ ६ ६ ६ ---- यान यान यान यान एक 5निlत आसन पर बठकर अपन इ2दव का तल धारावत च13तन ह यान

ह शरर-मन-बX क nारा भगवान क 5नकट पह च उ13ह= पीछ छोड दना समाध

ह यान क अयास कW सफलता समाध क लाभ म= 5नVहत ह समाध म= परम तoव का अपरोT अनभव होता ह याता और यय एक हो

जात ह समाध ह तरयावथा और जीव13मAB ह यह योगी कW पणावथा ह ७ ७ ७ ७ ---- 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा आयािEमक साधना कवल यान क कमर तक ह सीमत नह ह यह तो

सम4-कालक साधना ह Vह13द धम का यह एक बडा अभशाप ह Oक हम कवल

कछ बातamp को पXव_ और धामक मान बठ ह शष 6यावहाdरक जीवन धम और

आयािEमक स पर समझ लया गया ह यह बडी भल ह साधक को अपना सम4 जीवन साधनामय बनाना होता ह भगवान कW शरणाग5त का भाव 5नर13तर रहना चाVहए सारा जीवन उ13ह कW

सवा ह उ13ह कW )रणा स हर काय हो रहा ह आयािEमक साधना कW सार

सफलता उ13ह क हाथ म= ह )ाणीमा_ स )म-भाव रखना भगवान क )म का 6यावहाdरक प ह भगवान क

भBamp को सभी लोग X)य Vदखाई दत ह दसर क दोषamp को दखन क बजाय अपन

दोष दखना और उ13ह= दर करना भगवत सवा का u माग ह दनamp को दान दना रोगयamp कW सवा करना 5नरTरamp को पढाना पीडतamp कW

सहायता करना मोहा13ध भटकत लोगamp को राह Vदखाना आयािEमक साधना का

अि13तम Oक13त महEवपण अग ह कमयोग क अ13तगत इसकW मVहमा क गण गाय गय ह यVद साधना क उपयB 5नदशamp का aढतापवक पालन Oकया जाय तो जीवन म=

5नlय ह सफलता सख और मAB का लाभ होगा सभी स13त -उपदशamp का सार

यह ह

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इस Vदशा म= सतत अ4सर रहन क लए स13तamp महाEमाओ का माग-दशन लत

रहना आव1यक ह वतमान काल म= पय वा मी च13मयान13द जी क अनया5ययamp

nारा थाXपत सथा lsquoच13मय मशनrsquo आपकW सहायता क लए सदा उपलltध ह

पाqयcमपाqयcमपाqयcमपाqयcम

नननन0 पतकपतकपतकपतक )थम)थम)थम)थम बारबारबारबार

)5तVदन)5तVदन)5तVदन)5तVदन

1 जीवनजीवनजीवनजीवन यो5तयो5तयो5तयो5त 10 पपपप

2 आEमआEमआEमआEम XवकासXवकासXवकासXवकास कWकWकWकW 5नदशका5नदशका5नदशका5नदशका 10 पपपप

3 भजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दम 4 ोकोकोकोक

4 तiexclवतiexclवतiexclवतiexclव बोधबोधबोधबोध 4 पपपप

5 आEमआEमआEमआEमबोधबोधबोधबोध 3 ोकोकोकोक

6 प_प_प_प_ nाराnाराnाराnारा वदा13तवदा13तवदा13तवदा13त 10 पपपप

7 मानवमानवमानवमानव 5नमाण5नमाण5नमाण5नमाण कलाकलाकलाकला 12 पपपप

8 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण 4 ोकोकोकोक

9 यानयानयानयान औरऔरऔरऔर जीवनजीवनजीवनजीवन 1 अयायअयायअयायअयाय

10 नारदनारदनारदनारद भABभABभABभAB स_स_स_स_ 5 स_स_स_स_

11 गीतागीतागीतागीता कWकWकWकW भमकाभमकाभमकाभमका 10 पपपप

12 अव1यअव1यअव1यअव1य कर=कर=कर=कर= 10 पपपप

13 साधनासाधनासाधनासाधना पचकमपचकमपचकमपचकम 1 ोकोकोकोक

14 कनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषद 2 म_म_म_म_

15 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1-2-3 3 सससस 5 ोकोकोकोक

16 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (201 सससस 300 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

17 कठोप5नषकठोप5नषकठोप5नषकठोप5नष 2 म_म_म_म_

18 दTणाम5तदTणाम5तदTणाम5तदTणाम5त तो_मतो_मतो_मतो_म 2 म_म_म_म_

19 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 4-5-6 3 सससस 5 ोकोकोकोक

20 उपदशउपदशउपदशउपदश सारसारसारसार 2 ोकोकोकोक

42

21 ईशावायईशावायईशावायईशावाय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 3 म_म_म_म_

22 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 7-8-9 3 सससस 5 ोोोोकककक

23 मडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नष 2 म_म_म_म_

24 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 10-11 3 सससस 5 ोकोकोकोक

25 कवYयकवYयकवYयकवYय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 2 म_म_म_म_

26 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (301 सससस 583 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

27 पSषसBमपSषसBमपSषसBमपSषसBम 4 सBसBसBसB

28 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 12 3 सससस 5 ोकोकोकोक

29 तXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषद 2 म_म_म_म_

30 बनाथबनाथबनाथबनाथ-त5तत5तत5तत5त 4 ोकोकोकोक

31 गीगीगीगीताताताता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 13-14-15 3 सससस 5 ोकोकोकोक

32 ऐतरयऐतरयऐतरयऐतरय उप5न`दउप5न`दउप5न`दउप5न`द 3 म_म_म_म_

33 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 16-17 3 सससस 5 ोकोकोकोक

34 )vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद 2 म_म_म_म_

35 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 18 3 सससस 5 ोकोकोकोक

36 ईhरईhरईhरईhर-दशनदशनदशनदशन (तपोवनमतपोवनमतपोवनमतपोवनम ) एकएकएकएक अयायअयायअयायअयाय

37 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1 सससस 18 5 सससस 10 ोकोकोकोक

38 अ2ावcअ2ावcअ2ावcअ2ावc गीतागीतागीतागीता 3 ोकोकोकोक

39 मामामामाडGयडGयडGयडGय औरऔरऔरऔर काdरकाकाdरकाकाdरकाकाdरका 2 म_म_म_म_

ःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःः

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Page 7: Swadhyayamandal

7

च13मय वायाय मडल पर कछ अ13य )vच13मय वायाय मडल पर कछ अ13य )vच13मय वायाय मडल पर कछ अ13य )vच13मय वायाय मडल पर कछ अ13य )v

च13मय वायाय मडल Gया हच13मय वायाय मडल Gया हच13मय वायाय मडल Gया हच13मय वायाय मडल Gया ह

यह एक सा7ाVहक या पाTक ९० मनट कW बठक ह िजसम= 6यAB सौहादपण

वातावरण म= एक_ होकर भारत क वदा13त-दशन का अययन और पdरचचा करत ह

लगभग दस-प13ह सदयamp का एक मडल बनता ह वदा13त-दशन का अययन

6यविथत और Xवकास cम क साथ चलान क लए पाqयcम कW एक परखा तयार कW

गयी ह िजसम= सकत क Iान कW आव1यकता न ह होती

पाqयcम Gया हपाqयcम Gया हपाqयcम Gया हपाqयcम Gया ह

यह पाqयcम इस )कार बनाया गया ह िजसस वदा13त का अययन करन म=

)ारZभ स लकर )Eयक तर पर सगमता हो और हर बात प2 होती जाय यVद हम=

वदा13त म= बहत Sच हो और हम उसका वत13_ प स अययन करना चाह= तो हम

यह नह समझ पाय=ग Oक उसका अययन कहा स और कस )ारZभ Oकया जाय

कदाचत कोई उप5नष लकर हम पढन बठ गय तो उसम= सरल स लगन वाल शltदamp का

ताEपय न समझ सकन क कारण हम= उप5नष का भाव 4ा न होगा इस कVठनाई का

एकमा_ कारण यह ह Oक हम= वदा13त क मल सा13त Iात नह ह अतः इस पाqयcम म= कई पतक= रखी गयी ह उनका अययन cमशः Oकया जाता ह उनक

अययन स हमारा Iान cमशः Xवकसत होता ह और )Eयक तर पर भाव प2 होत

जात ह इस योजना क अ13तगत )Eयक पdरचचा म= Xवचारणीय Xवषय कW मा_ा भी

5नधाdरत कW गयी ह हम अ13त म= वायाय मडल का पाqयcम )तत कर=ग अययन क लए 5नधाdरत पतक= च13मय मशन क13amp पर मलती ह उ13ह= स13ल

च13मय मशन ट स भी मगाया जा सकता ह

8

वायाय मडल कWवायाय मडल कWवायाय मडल कWवायाय मडल कW आव1यकता आव1यकता आव1यकता आव1यकता

दशन क अययन म= Xवशष Sच रखन पर भी यVद हम अपन आप अययन

करत ह तो हमार मन म= अनक )v उठ= ग उन )vamp कW अधकता होन पर हमार )ग5त

Sक जायगी वायाय मडल ह ऐसा थान ह जहा हमार शकाय= 5नवo हो सकती ह एक 6यAB कW बX कW अपTा दस -प13ह 6यABयamp कW बX लगाना अधक अछा ह

दस प13ह सदयamp nारा एक स7ाह समान पamp का अययन करन स उनक वायाय मडल म= एक_ होन पर उस Xवषय को समझना और पचाना सरल हो जाता ह य~Xप

वायाय मडल एक थान Xवशष ह जहा हम= वदा13त का मौखक Iान मलता ह

Oक13त दर -सबर वह Iान हमार जीवन म= उतरना ह और वह 5नEय)5त क 6यवहार म=

Vदखाई दता ह वायाय मडल क सदय जब अपन अनभवamp और Xवचारamp का आदान -

)दान करत ह तो उनक सशय घटन लगत ह वदा13त का अययन करन म= या उस

6यवहार म= उतारत समय जो भी शकाय= उEप13न हamp और वायाय मडलamp म= उनका

समाधान न मल तो वामी जी को प_ लख कर पछा जा सकता ह वायाय मडल कW सयोजनवायाय मडल कW सयोजनवायाय मडल कW सयोजनवायाय मडल कW सयोजन----XवधXवधXवधXवध

इसम= Sच रखन वाल लोगamp क नाम गीता Iान यI समा7 होन क बाद

गSदTणा कW बनायी गयी सची स छाट जा सकत ह उनक 5नवास थल या Oकसी

अ13य थान को वायाय मडल क हत काम म= लगाया जा सकता ह य~Xप एक ह

थान पर मडल कW बठक करना उचत ह Oक13त )Eयक सदय कW इछा क अनसार

उसक घर पर भी cम स बठक बलाई जा सकती ह थान 5नधाdरत हो जान पर पहल

बठक वछा स Oकसी Vदन Oकसी समय रखी जा सकती ह बठक )ारZभ होन पर

मडल सवक सभी सदयamp का एक दसर स पdरचय कराता ह पdरचय दत समय अपना

नाम और 6यवसाय ह बताना पया7 नह ह वरन उस यह भी बताना चाVहए Oक उसन

वदा13त का Oकतना अययन Oकया ह उसम= उस Sच कस आयी और अब उस Oकतनी

Sच ह इसक उपरा13त अययन क पाqयcम क महEव पर बल दना चाVहए और पहल

पतक क अययन )ारZभ करन का 5नlय करना चाVहए उसी समय वह पत क

सबको बाट दनी चाVहए उसी कW साथ व ोक भी लखा द= या छप हए द= िजनका

9

उचारण अगल बठक म= Oकया जायगा )थम बठक म= जो लोग नह आ सक उ13ह=

अगल बठक कW सचना दना अ5नवाय ह वायाय मडल का सचालनवायाय मडल का सचालनवायाय मडल का सचालनवायाय मडल का सचालन

थान कW 6यवथा - वायाय मडल क लए कोई भी ऐसा थान हो सकता ह

िजसम= दस प13ह लोग भम पर आराम स बठ सक= मडल क सदयamp म= स ह कोई

6यAB अपना कमरा इस काय क लए वछा स द सकता ह वह थान पणतः वछ होना चाVहए धप बoी कW सहायता स वातावरण अधक उपयB बनाया जा सकता ह

एक म5त या च_ रख कर और उसक सामन जला दपक रख कर वातावरण गभीर बना लना चाVहए च_ ऐस थान पर रख= जहा स वह सबको Vदखाई द मडल-सवक उसी

च_ क 5नकट बठ nार क पास जत उतारन और उ13ह= करन स रखन का थान छोड द= कोट आVद उतार कर टागन का थान भी बनाया जा सकता ह

)थम बठक - सदयamp का पdरचय )ा7 करन क बाद मडल-सवक कोई ऐसा Vदन

और समय 5निlत कर ल= जो सभी सदयamp को सXवधाजनक हो य~Xप मडल कW बठक=

स7ाह म= एक बार रखी जाती ह Oक13त पdरिथ5त क अनसार व प13ह Vदन म= भी एक

बार रखी जा सकती ह )थम बठक म= वायाय मडल क महEव और उपयोगता पर

Xवचार Oकया जाता ह बठकamp म= सिZमलत होत समय उचत भावना पर 5ना और

5नयमतता कW आव1यकता होती ह उसी पर बल दना चाVहए पतक पढन कW Xवध नोट लखना और पdरचचा क लए तयार करना भी बताया जाता ह सबको पाqयcम

समझा Vदया जाता ह और )थम पतक lsquoजीवन-यो5तrsquo सबको Xवतdरत कर द जाती ह

(IानयI म= बcW क लए आयी पतकamp म= स लगभग १५ lsquoजीवन-यो5तrsquo पतक= बचा

रखना चाVहए अ13यथा वायाय मडल क लए पतक= मगान म ६-८ स7ाह लग

जाय=ग) मडल-सवक यह बात भल-भा5त समझा दता ह Oक पdरचचा )ारZभ करन स

पहल मन को शा13त कर लना चाVहए उठ कर जान स पहल भी मन को शा13त करना

आव1यक ह इसक लए नीच लखा म13_ )योग म= लाया जाता ह-

10

ॐ ॐ ॐॐ ॐ ॐॐ ॐ ॐॐ ॐ ॐ ॐ सह नावबतॐ सह नावबतॐ सह नावबतॐ सह नावबत सह नौ भनBसह नौ भनBसह नौ भनBसह नौ भनB सह वीय करवावहसह वीय करवावहसह वीय करवावहसह वीय करवावह

तजिवनावधीतमत मा XवVnषावह तजिवनावधीतमत मा XवVnषावह तजिवनावधीतमत मा XवVnषावह तजिवनावधीतमत मा XवVnषावह ॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तःशाि13तःशाि13तःशाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः

lsquolsquoह परमाEमन आप हम दोनamp गS श`य कW साथ -साथ रTा कर= हम दोनamp का

साथ-साथ पालन कर= हम दोनamp साथ-साथ ह शAB )ा7 कर= हम दोनamp कW पढ हई Xव~ा तजोमयी हो और हम दोनamp परपर nष न कर=rsquorsquo

इसक उपरा13त सT7 भजन और कWतन भी वातावरण को )म और सावपण

बना सकत ह पdरचचा क समय अनशासन कW आव1यकता ह सदय को उसक लए तयार

होकर आना चाVहए बोलत समय एक-एक 6यAB cम स बोल Xवचारणीय Xवषय क

सभी ब13द cमब हamp उसी Xवषय पर अ13य 413थamp स उरण Vदय जा सकत ह Xवषय

स असZब बात= बोलन कW वीक5त न द जाय कछ )vamp पर सशय रह सकता ह उनक प2ीकरण क लए अगल बठक तक धय रखना चाVहए (पdरचचा क समय

टलफोन क 6यवधान स बचन क लए उस दर रखना चाVहए या उसका सZब13ध काट दना चाVहए) मडल-सवक अगल बार क लए अययन हत पतक का अश 5नधाdरत करगा

नीच लख शाि13त पाठ क साथ पdरचचा समा7 होती ह-

सव भव13त सखनः सवसव भव13त सखनः सवसव भव13त सखनः सवसव भव13त सखनः सव स13त 5नरामयः स13त 5नरामयः स13त 5नरामयः स13त 5नरामयः सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत

ॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तःशाि13तःशाि13तःशाि13तः शाि13तःशाि13तःशाि13तःशाि13तः

lsquolsquoसभी लोग सखी हamp सभी 5नरोग हamp सभी भता का दशन कर= Oकसी को दःख

न भोगना पडrsquorsquo

यVद कोई सदय अनपिथत रहा ह तो अगल बठक क पव उसस मलकर

थान आVद क पdरवतन कW सचना उस दनी चाVहए

11

मडल क सदयamp क यVद कोई अ13य )v हamp तो उनका समचत उoर दना चाVहए यह बहत आव1यक ह Oक यह कायcम 5निlत समय स )ारZभ हो और 5निlत

समय पर ह समा7 हो िजसस सदयamp को Oकसी )कार कW अनाव1यक असXवधा न हो

अगल बठक= - थान और समय आVद क Xवषय म= पववत 6यवथा रखनी ह

शष कायcम इस )कार होगा-

(१) तीन बार ॐ का उचारण और शाि13त पाठ

(2) कछ मनट भजन और कWतन

(३) Xपछल स7ाह म= हई पdरचचा का सार वय मडल -सवक nारा अथवा उसक nारा

इगत Oकय गय Oकसी अ13य सदय nारा कह जान चाVहए (४) उस Vदन क Xवचारणीय Xवषय पर सभी सदय अपन Xवचार cमशः )तत कर=

एक क Xवचारamp का दसरा 6यAB खडन या मडन कर सकता ह (५) मडल-सवक समत Xवचारamp को 6यविथत कर और उस पण बनाव

(६) अगल बठक क लए कछ अश 5नधाdरत Oकया जाय

(७) सब सदयamp nारा शाि13त पाठ

(८) शाि13त और अनशासन क साथ थान छोडकर जाय= िजनक घर पर यह कायcम हो

व चाह तो कछ )साद Xवतरण कर सकत ह Oक13त यह सदा आव1यक नह ह उसका

Xवतरण पdरचचा समा7 होन क उपरा13त ह करना चाVहए

)v )v )v )v ---- Gया वायाय Gया वायाय Gया वायाय Gया वायाय----मडल धम पdरव5तत कर Vह13द बनान कW स-म Xवध मडल धम पdरव5तत कर Vह13द बनान कW स-म Xवध मडल धम पdरव5तत कर Vह13द बनान कW स-म Xवध मडल धम पdरव5तत कर Vह13द बनान कW स-म Xवध

हहहह उoर उoर उoर उoर ---- बYकल नह वदा13त सZ)दायवाद कदाXप नह ह ससार भर क वायाय मडलamp क सदयamp न दखा ह Oक वदा13त क अययन स 6यAB उEक2 बनता

ह वह Oकसी भी धम का हो इसस )योजन नह वदा13त धम पdरवतन चाहन वालamp कW खोज म= नह ह उसका उ01य 6यAB को अपन Xवषय म= अधक Iान दना और अपन

6यABEव को समि13वत बनाना ह यह Xवचार करन क लए )dरत करता ह और इसका

उपयोग Xवh म= सव_ ह अतः इसका उपयोग आEम-Xवकास क लए Oकया जाता ह धम पdरवतन क लए नह

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)v )v )v )v ---- Gया शाि13त Gया शाि13त Gया शाि13त Gया शाि13त----पाठ आVद सकत म= ह बोलन चाVहएपाठ आVद सकत म= ह बोलन चाVहएपाठ आVद सकत म= ह बोलन चाVहएपाठ आVद सकत म= ह बोलन चाVहए

उoर उoर उoर उoर ---- )ारZभ म= वदा13त-दशन सकत म= ह लखा गया था इसलए उसका पाठ सकत म= ह Oकया जाता ह सकत म= पाठ करन स हम= वह शा13त और गभीर वातावरण मल जाता ह िजसम= ऋXषयamp न हम= वह Iान Vदया था )ारZभ म= सकत का

उचारण करना कVठन लग सकता ह Oक13त अ13य लोगamp को सनन उनक साथ बोलन स और थोडा )यास वय करन स वह सगम हो जाता ह यVद कछ सदय अ13य धमावलZबी ह और उनकW भाषा भी भ13न ह तो पdरचचा क 5नधाdरत समय म= शाि13त-

पाठ Oकसी भी भाषा म= Oकया जा सकता ह )v )v )v )v ---- यVद म वायाय मडल क Oकसी यVद म वायाय मडल क Oकसी यVद म वायाय मडल क Oकसी यVद म वायाय मडल क Oकसी अ13य सदय को पस13द न क तो अ13य सदय को पस13द न क तो अ13य सदय को पस13द न क तो अ13य सदय को पस13द न क तो उoर उoर उoर उoर ---- राग-nष मन`य का वभाव ह वायाय मडल म= भी कछ ऐस सदय हो सकत ह िजनक साथ आप बठना पस13द न कर= वदा13त का Iान इतना मYयवान ह

Oक आपको अपनी Sच-अSच का याल न रख कर अययन करना चाVहए बठक क

समय Oकसी भी 6यAB क )5त अSच हो तो उस भी सहन करन का अयावस कर=

थोडी उदारता और सहनशीलता रख कर वायाय मडल म= वदा13त अययन करन का

लाभ उठा लना चाVहए

पतक अययन Xवधपतक अययन Xवधपतक अययन Xवधपतक अययन Xवध

वदा13त XवIान ह अतः उसका अययन 6यविथत प म= करना चाVहए )थम

पतक lsquoजीवन-यो5तrsquo स अययन )ारZभ करना चाVहए इस भी जYद-जYद न पढ= यह कोई उप13यास या हYकW-फYकW पतक नह ह इन पतकamp को पढ कर इनक ऊपर

वय Xवचार करना आव1यक ह इसीलए एक बार म ५ या १० प ह पढ पतक

धीर-धीर Xवचार करत हए पढ= और उसम= 5नXपत सा13तamp कW सEयता पर च13तन

कर= इस )कार पढन म= 2०-३० मनट लग सकत ह इनक पढन का समय )ातःकाल ना1ता करन क बाद उपयB होगा पतक पढन क बाद Vदन का काय )ारZभ कर= इसक पढन पर आफ मन म= अनक शकाय= उठ=गी कछ सा13त आपको तक हन एव अ6यावहाdरक लग सकत ह उन शकाओ को आप अपनी नोट-बक म= लख ल= यह नोट-बक इसी काय क लए अलग रख= अपनी शकाओ को प2 प म= 6यB कर= उ13ह=

लखन क बाद आप उ13ह= भल जाय= और पतक को 5नEय आग पढत रह=

13

अगल रXववार या Oकसी छी क Vदन जब खाल समय मल उस नोट-बक को

उठाकर अपनी परानी शकाओ को पढ= एक स7ाह म= आपन िजतनी शकाय= कW उन पर

Xवचार कर दख= Gया व अब भी अनodरत ह आपको यह दख कर आlय होगा अब बहत सी शकाय= 5नवo हो गयी ह एक स7ाह क अययन स आपका Iान बढा ह Oफर भी कछ )v ऐस हो सकत ह िजनका उoर आपको अभी नह मला ह उ13ह= अभी मत काट= सोमवार स अपन अययन का कायcम पनः आग बढाय= नई शकाय=

उEप13न हamp उ13ह= पनः लखत जाय= स7ाह क अ13त म= पववत उन )vamp पर Oफर Xवचार

कर= इस cम स अययन करत रहन पर पतक समा7 होन तक आप दख=ग Oक

आपको सभी )vamp का उoर मल गया ह यVद कदाचत कछ )v रह गय ह तो उनका समाधान अगल पतक म= मल जायगा अययन धीर-धीर करो कोई जYद नह ह आपक वत13_ च13तन कW

अEयधक आव1यकता ह Oकसी सा13त को बना Xवचार Oकय वीकार मत कर लो

उसकW सEयता पर Xवचार करो अपनी समझ म= आना बहत आव1यक ह तभी वदा13त

XवIान म= )वश होगा आप उसका Iान धारण कर सक= ग जीवन-यो5त पर पढ लन और उसकW पनरावXo कर लन क बा द वायाय

पाqयcम दख= और अगल पतक अययन क लए हाथ म= ल= पतकamp को cमानसार ह पढ और थोडा-थोडा करक धीर-धीर पढ= कल पाqयcम आधा घटा 5नEय पढ कर दो-तीन वष म= परा होगा )यास कर= आप इस कर सकत ह करना भी अव1य चाVहए

वावावावामी च13मयान13दमी च13मयान13दमी च13मयान13दमी च13मयान13द

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Study Group Programme

वायाय मडल का कायcमवायाय मडल का कायcमवायाय मडल का कायcमवायाय मडल का कायcम

1111---- Thrice Chanting of Om

तीन बार ॐ का दघ उचारण तीन बार ॐ का दघ उचारण तीन बार ॐ का दघ उचारण तीन बार ॐ का दघ उचारण 2222---- Peace Invocation

शाि13त पाठशाि13त पाठशाि13त पाठशाि13त पाठ

ॐ सह नाववत सह नौ भनB सह वीय करवावह तजिवनावधीतमत मा ॐ सह नाववत सह नौ भनB सह वीय करवावह तजिवनावधीतमत मा ॐ सह नाववत सह नौ भनB सह वीय करवावह तजिवनावधीतमत मा ॐ सह नाववत सह नौ भनB सह वीय करवावह तजिवनावधीतमत मा

XवVnषावहXवVnषावहXवVnषावहXवVnषावह

ॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः

ह परमाEमन आप हम गS -श`य दोनamp कW साथ-साथ सब )कार स रTा कर=

हम दोनamp का आप साथ-साथ समचत प स पालन -पोषण कर= हम दोनamp साथ-ह-साथ

सब )कार स बल )ा7 कर= हम दोनamp कW अययन कW हई Xव~ा तजपण हो - कह

परात न हamp और हम दोनamp जीवन भर परपर नह-स_ म= बध रह= हमार अ13दर परपर कभी nष न हो ह परमाEमन तीनamp तापamp कW 5नवXo हो

ॐ आwयाय13त ममाॐ आwयाय13त ममाॐ आwयाय13त ममाॐ आwयाय13त ममा गा5न वाक )ाणlTः uो_मथो बलमि13रयाण च सवाण गा5न वाक )ाणlTः uो_मथो बलमि13रयाण च सवाण गा5न वाक )ाणlTः uो_मथो बलमि13रयाण च सवाण गा5न वाक )ाणlTः uो_मथो बलमि13रयाण च सवाण

सव ौप5नषद माह 5नरासव ौप5नषद माह 5नरासव ौप5नषद माह 5नरासव ौप5नषद माह 5नराकया मामा 5नराकरोत अ5नराकरणमत अ5नराकरण कया मामा 5नराकरोत अ5नराकरणमत अ5नराकरण कया मामा 5नराकरोत अ5नराकरणमत अ5नराकरण कया मामा 5नराकरोत अ5नराकरणमत अ5नराकरण

मऽत तदाEम5न 5नरतय उप5नषEस धमात म5य स13त त म5य स13त मऽत तदाEम5न 5नरतय उप5नषEस धमात म5य स13त त म5य स13त मऽत तदाEम5न 5नरतय उप5नषEस धमात म5य स13त त म5य स13त मऽत तदाEम5न 5नरतय उप5नषEस धमात म5य स13त त म5य स13त ॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तः

ह परमाEमन मर सार अग वाणी न_ uो_ आVद सभी कमि13दया और

Iानि13रया )ाणसमह शारdरक और मानसक शAB तथा ओज - सब पX2 एव वX

को )ा7 हamp उप5नषदamp म= सवप का जो वप वणत ह उस म कभी अवीकार न क और वह भी मरा कभी पdरEयाग न कर मझ सदा अपनाय रGख मर साथ

का और क साथ मरा 5नEय सZब13ध बना रह उप5नषदamp म= िजन धम का

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)5तपादन Oकया गया ह व सार धम उप5नषदamp क एकमा_ ल-य पर परमाEमा म=

5नर13तर लग हए मझ साधक म= सदा )काशत रह= मझम= 5नEय 5नर13तर बन रह= और

मर _Xवध तापamp कW 5नवXo हो 3 Introspection The following questions are asked by Group Sewak Every body answers

mentally to himself - (1) How far am I maintaining Brahmacharya (2) Did I during this week live less passionately and less selfishly (3) Have I any bad feelings towards any member of my spiritual family -

the Chinmaya Mission (4) Am I progressing and proving to myself and others a better man a

more cheerful man each day (5) Did I meditate all the days of this week (6) How far have I developed in constant and repeated ISHWAR

SMARANA (7) Did I read every day atleast three pages of the scriptures

आEमआEमआEमआEम----5नरTण 5नरTण 5नरTण 5नरTण

मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= ---- १- म चय का पालन Oकतना करता ह

2- Gया म इस स7ाह कम उVnन और कम वाथ रहा ३- Gया च13मय मशन क अपन आयािEमक पdरवार क Oकसी सदय स मरा दभाव

ह ४- Gया म अपना Xवकास कर अ13य लोगamp क लए पहल स भला आदमी बन रहा ह और

सदा )स13न रहता ह

५- Gया म Xपछल स7ाह 5नEय यान साधना करता रहा

६- 5नर13तर ईhर मरण रखन म= मझ Oक तनी सफलता मल ह

७- Gया म 5नEय शाRamp क कम स कम तीन प पढता रहा ह

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५५५५ गSतो_मगSतो_मगSतो_मगSतो_म

अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः ११११ िजनकW कपा स सZपण चराचर जगत म= 6या7 परमाEमा का बोध हआ ह उन गSदव को

मरा )णाम ह अIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकयाअIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकयाअIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकयाअIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकया चTS13मीलत यन तम uीगरव नमःचTS13मीलत यन तम uीगरव नमःचTS13मीलत यन तम uीगरव नमःचTS13मीलत यन तम uीगरव नमः 2222

िज13हampन अIान अ13ध न_amp को Iान अजन कW शलाका स उ13मीलत कर Vदया ह उन

गSदव को मरा )णाम ह गSा गSXव णः गSगSा गSXव णः गSगSा गSXव णः गSगSा गSXव णः गS दवो महhरःदवो महhरःदवो महhरःदवो महhरः गSरव पर तम uीगरव नमः गSरव पर तम uीगरव नमः गSरव पर तम uीगरव नमः गSरव पर तम uीगरव नमः ३३३३

गS ह ा ह गS ह Xव`ण ह गS ह शकर (महhर) ह गS ह पर ह उन

गSदव को मरा )णाम ह थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम तEपद दशत यन तम uीतEपद दशत यन तम uीतEपद दशत यन तम uीतEपद दशत यन तम uीगरव नमः गरव नमः गरव नमः गरव नमः ४४४४ जड चतन व चर अचर म= जो तiexclव 6या7 ह उसका बोध िजनकW कपा स )ा7 हआ ह उन गSदव को मरा )णाम ह च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः ५५५५

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सZपण चराचर जगत म= 6या7 परम चतना का दशन िजन गSदव कW कपा स सZभव हआ ह उन गSदव को मरा )णाम ह सवu5तशरोरcentXवरािजत सवu5तशरोरcentXवरािजत सवu5तशरोरcentXवरािजत सवu5तशरोरcentXवरािजत पपपपदाZबजःदाZबजःदाZबजःदाZबजः वदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमःवदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमःवदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमःवदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमः ६६६६ िजनक चरण कमलamp म= सभी u5त रcent Xवरािजत ह और िजनक सय सaश Iानालोक स

वदा13त कमल Xवकसत होता ह उन गSदव को मरा )णाम ह चत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनःचत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनःचत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनःचत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ७७७७

जो च13मय शाhत शा13त 6योमातीत 5नरजन और ब13द नाद तथा कलाओ स भी

पर ह उन गSदव को मरा )णाम ह IानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतःIानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतःIानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतःIानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतः भABमAB )दाता च तम uीगरव नमःभABमAB )दाता च तम uीगरव नमःभABमAB )दाता च तम uीगरव नमःभABमAB )दाता च तम uीगरव नमः ८८८८

जो Iान और शAB म= अविथत ह तथा तiexclव सा13त कW माला धारण Oकय ह जो भAB और मAB दन वाल ह उन गSदव को मरा )णाम ह अनक ज13म स)ा7 कमब13धअनक ज13म स)ा7 कमब13धअनक ज13म स)ा7 कमब13धअनक ज13म स)ा7 कमब13ध XवदाVहन XवदाVहन XवदाVहन XवदाVहन आEमIान )दानन तम uीगरव नमःआEमIान )दानन तम uीगरव नमःआEमIान )दानन तम uीगरव नमःआEमIान )दानन तम uीगरव नमः ९९९९ अनक ज13मamp स कमब13धनamp म= जकड )ाणी को जो आEमIान क nारा मB करा दन म=

समथ ह उन गSदव को मरा )णाम ह

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शोषण भवस13धोl Iापण सारसपदःशोषण भवस13धोl Iापण सारसपदःशोषण भवस13धोl Iापण सारसपदःशोषण भवस13धोl Iापण सारसपदः गरोः पादोदक सZयक तम uीगगरोः पादोदक सZयक तम uीगगरोः पादोदक सZयक तम uीगगरोः पादोदक सZयक तम uीग रवनमःरवनमःरवनमःरवनमः१०१०१०१० िजनक पादोदक क पश स ससार सागर सख जाता ह और परमतiexclव का बोध हो जाता ह उन गSदव को मरा )णाम ह न गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपःन गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपःन गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपःन गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपः तEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमःतEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमःतEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमःतEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमः ११११११११ गS स अधक उच कोई तiexclव नह ह और गS कW सवा स ऊचा कोई तप नह ह

तiexclवIान स u कोई Iान नह ह ऐस गSदव को मरा )णाम ह म13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSःम13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSःम13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSःम13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSः मदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमःमदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमःमदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमःमदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमः ११११2222

मर वामी ससार क वामी ह और मर आEमा सZपण )ाणयamp कW आEमा ह िजनकW

कपा स यह Iान )ा7 होता ह उन गSदव को मरा )णाम ह गSराVदरनाVदl गSः परमदवतमगSराVदरनाVदl गSः परमदवतमगSराVदरनाVदl गSः परमदवतमगSराVदरनाVदl गSः परमदवतम गरोः परतर नाित तम uीगरव नमःगरोः परतर नाित तम uीगरव नमःगरोः परतर नाित तम uीगरव नमःगरोः परतर नाित तम uीगरव नमः १३१३१३१३

गS अनाVद और अन13त ह गS ह परम दवता ह गS स u कछ भी नह ह अतः उन

गSदव को मरा )णाम ह

Eवमव माता च Xपता EवमवEवमव माता च Xपता EवमवEवमव माता च Xपता EवमवEवमव माता च Xपता Eवमव Eवमव ब13धlसखा EवमवEवमव ब13धlसखा EवमवEवमव ब13धlसखा EवमवEवमव ब13धlसखा Eवमव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव १४१४१४१४ ह गS दव तम ह मर माता हो Xपता हो भाई हो म_ हो Xव~ा हो और धन हो ह

दवताओ क दवता तZह म र लए सब कछ हो

19

६६६६ गीता यानमगीता यानमगीता यानमगीता यानम

ॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयमॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयमॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयमॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयम 6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम ----

अZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीमअZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीमअZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीमअZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीम ११११ ह मा भगवत-गीत म तZहारा 5नर 13तर अनच13तन करता ह भगवान नारायण न

अजन क )5तबोध क लए तZहार रचना वय कW थी )ाचीन म5न 6यासदव न तZह=

महाभारत क मय थाXपत Oकया तZहार अठारह अयाय ह तम Vद6य हो तZहार nारा अnतामत कW वषा होती ह और तम ससार क बधनamp स मB करन वाल हो

नमोऽतत 6यास Xवशाल ब नमोऽतत 6यास Xवशाल ब नमोऽतत 6यास Xवशाल ब नमोऽतत 6यास Xवशाल ब ---- फYलारXव13दायतप_ न_ फYलारXव13दायतप_ न_ फYलारXव13दायतप_ न_ फYलारXव13दायतप_ न_ यन Eवया भारततलपणः यन Eवया भारततलपणः यन Eवया भारततलपणः यन Eवया भारततलपणः ----

)वालतो Iानमयः )दपः )वालतो Iानमयः )दपः )वालतो Iानमयः )दपः )वालतो Iानमयः )दपः 2222

ह 6यासदव तZह= मरा )णाम ह खल हए कमल कW पखडयamp क सaश तZहार Xवशाल न_ ह तZहा रा Iान महान ह तमन महाभारत -तल (सार) स भरकर Iान का

दपक )वलत Oकया ह

)प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय )प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय )प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय )प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय Iानमाय क`णाय गीतामतदIानमाय क`णाय गीतामतदIानमाय क`णाय गीतामतदIानमाय क`णाय गीतामतद ह नमः ह नमः ह नमः ह नमः ३३३३

म उन भगवान क`ण को )णाम करता ह जो एक हाथ म= लकVट और दसर म=

Iान-मा धा रण Oकय हए ह िज13हampन (उप5नषदamp स) गीतामत का दोहन Oकया ह और

िजनकW शरण म= जान वाल कW समत कामनाय= वस ह पण होती ह जस कYपवT स

20

सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत ४४४४

सZपण उप5नष गाय= ह गोपालन13दन उनक दोहन वाल ह अजन गोवEस ह गीता महान अमतमय दध ह और सधीजन उस दध का पान करन वाल ह

वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम ५५५५

म उन भगवान क`ण को )णाम करता ह जो वसदव क Vद6य प_ ह कस और

चाणर का वध करन वाल ह दवकW मा को परम आन13द )दान करन वाल ह और

समत ससार क गS ह

भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला ---- शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला अhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनाव 5त नी 5तनी 5तनी 5तनी ----

सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः ६६६६ भगवान क`ण nारा चालत गीता -Iान कW नौका म= बठकर पाडवamp न उस भयकर

रणनद को सहज पार कर लया िजसक भी`म और ोण तट थ जयथ िजसका जल

था गाधार नप नील -कमल थ िजसम= शYय जस 4ाह थ और कपाचाय िजसकW तीyen

धारा थ कण िजसकW उoाल तरग थ अhEथामा और Xवकण िजसक भयकर मगर थ

और दयpoundधन िजसकW भवर था

पाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम लोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदा

भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस ७७७७

21

महाभारत का वह 5नमल कमल हम= कYयाणकार हो जो पाराशर क प_ 6यास क

वचन सरोवर म= उEप13न हआ जो गीता कW उEकट गध स पdरपण ह िजसक अनक

आयान कसर क समान ह जो भगवान क`ण कW मधर कथाओ स पdरपण ह सजन iमरamp क nारा िजसक रस का पान 5नर13तर Oकया जाता ह और जो कलयग क समत

दोषamp का शमन करन वाला ह

मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम ८८८८

िजनकW कपा स मक वाचा ल हो जात ह और पग लोग भी ऊ च पवतamp को पार कर

जात ह उन परमान13द भगवान क`ण कW हम व13दना करत ह

य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव ---- वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो ----

ययाययाययाययात न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः ९९९९

ा वSण इ13 S और मSण Vद6य तो_amp nारा िजसकW त5त करत ह

सामवद क गान वाल अग पद cम और उप5नषदamp क सVहत वदamp nारा िजसका गायन

करत ह योगीजन यान म= िथत तnत हय म न स िजसका दशन करत ह दवता और

असर गण (कोई भी) िजसक अ13त को नह जानत उस (परम पSष नारायण ) दव क

लए मरा नमकार ह ७७७७ गीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोक

8 The spiritual text ((((पाqय पतकपाqय पतकपाqय पतकपाqय पतक )))) It is to be taken stanza by stanza and commented upon by the Group Sewak

22

9 Discussions ((((Xवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमय)))) The Group Sewak may act as a mediator 10 Meditation Let all members sit in their favourite pose with head erect and eyes closed The Group Sewak may chant a short Mantra lowering the pitch of voice by and by Everyone repeats the process mentally Then there is a silence Every body tries to live in that silence abandoning all sorts of ideas If any thought comes in mind one should try to become its witness (Sakshi) The whole process may take only 5 to 7 minutes

यानमयानमयानमयानम शा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरश

Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम ल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZय व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम

११११११११ यानषटकयानषटकयानषटकयानषटक मनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाह न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च 6योमभमन च 6योमभमन च 6योमभमन च 6योमभम न तजो न वायःन तजो न वायःन तजो न वायःन तजो न वायः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ११११

म न मन ह न बX ह न अहकार ह और न चo ह म न uो_ ह न िजcopyा

ह न नासका ह और न न_ ह न म आकाश ह न भम ह न अिन ह

और न वाय म चदान13द प शव ह शव ह

न च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपाय

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम 2222

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न म )ाण ह और न पचवाय न म स7धात का शरर ह और न

पचकोश न म वाक पाण पाद उपथ और न गदा ह म चदान13दप

शव ह शव ह

न म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौ

न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ३३३३

न म राग ह और न nष न म लोभ ह और न मोह न म मद ह और

न मEसर म धम अथ काम मोT भी नह ह म चदान13दप शव ह शव ह न पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःख न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः अह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBा चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ४४४४

न म पय ह और न पाप न म सख ह और न दःख न म म13_ ह

और न तीथ न म वद ह न यI म भोजन भोय और भोBा भी नह ह म

चदान13दप शव ह शव ह

न मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदः Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म न ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ५५५५

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न म मEय ह और न भय मझम= कोई जा5तभद भी नह ह न मर

माता ह और न Xपता मरा ज13म भी नह हआ ह न मरा कोई ब13ध ह न म_

न गS ह न श`य म चदान13दप शव ह शव ह

अह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपः

XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम न चान चान चान चासsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ६६६६

मर न कोई कYपना ह और न आकार म सव6यापी और इि13रयातीत

ह मरा न ब13धन ह और न मAB म Iय भी नह ह म चदान13दप शव ह शव ह

११११2222 uी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकम

6या7 जग6या7 जग6या7 जग6या7 जग~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत

5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ११११

अखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभावः परमाEमसEय वः परमाEमसEय वः परमाEमसEय वः परमाEमसEय

सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय 2222

म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः बोचबबोचबबोचबबोचब umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः

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सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ३३३३

शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः

6यापी परण मो6यापी परण मो6यापी परण मो6यापी परण मोदमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ४४४४

अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च ग गभीग गभीग गभीग गभी र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ५५५५

तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म

Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न च13Eयमानम च13Eयमानम च13Eयमानम च13Eयमानम uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ६६६६

12 Pledge We stand as one family bound to each other with love and respect We serve as an army Courageous and disciplined ever-ready to fight against all low tendencies and false values within and without us We live honestly

the noble life of sacrifice and service producing more than what we consume and giving more than what we take

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We seek the Lords Grace to keep us on the path of virtue courage and wisdom May Thy Grace and Blessings flow through us to the world around us We believe that the service of our country is the service of Lord of Lords and devotion to the people is the devotion to the Supreme Self We know our responsibilities give us the ability and courage to fulfill them

OM TAT SAT

च13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIा हमार िथ5त ह एक पdरवार क समान )म और सZमान स परपर आब हम सवा-रत ह एक सना क समान- साहसी और अनशासत - कVटब ह सघष करन को 5नZन वXo यamp और थोथ आदश क XवS िजनका जाल ह हमार अ13दर और बाहर सव_ हम जीत ह ईमानदार स Eयाग और सवा का उच जीवन उEप13न करत ह उपभोग स अधक लत ह िजतना दत ह कह अधक हम बन ह आकाTी )भ कW कपा क जो चलाव= हम= गण साहस और Iान क माग पर

आप कW कपा और आशीष ह )भो हमार मायम स बह

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Xवh म= चारamp ओर हमारा Xवhास ह Oक वदश सवा ह परमhर कW सवा ह और जनता कW भAB ह परमाEमा कW भAB ह हम समझत ह अपना दा5यEव दो योयता और साहस Oक हम परा कर= उस ॐ तEसत

13 Arati Arati is to be performed preferably by the wife of Group Sewak or by the

Group Sewak himself A few flowers and burning camphor placed in a tray are waved before the picture of the Lord and the following Mantras are chanted by all the members present -

न त_ सयpound भा5त न चतारक नमा Xव~तो भा5त कतोऽयमि13गः तमव भा13तम अनभा5त सव तय भासा सवमदXवभा5त ॐ सवषा वितभवत सवषा शाि13तभवत सवषा पण भवत सवषा मsectगल भवत ॐ सव भव13त सखनः सवस13त 5नरामयः सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत असतो मा स^मय तमसो मा यो5तगमय मEयोमाममत गमय ॐ पणमदः पणमद पणात पणमदयत पणय पणमादाय पणमवावश`यत ॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तः

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भज गोXव13दमभज गोXव13दमभज गोXव13दमभज गोXव13दम

भज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13द गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत स)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत काल न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण ११११

र मढ मन गोXव13द कW खोज कर गोXव13द का भजन कर और गोXव13द का ह

यान कर अि13तम समय आन पर 6याकरण क 5नयम तर रTा न कर सक= ग मढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णा कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम यYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाo Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम 2222

र मढ धन स4ह कW त`णा छोड द मन म= वराय लाकर सत तiexclव का

च13तन कर अपन कम फल क अनसार जो धन )ा7 हो उसी स अपन म न को स13त2

कर नारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदश a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम एत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकार मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम ३३३३ स13दर Rी क नाभदश को दखकर मोह म= मत पड यह कवल मास और मजा

का Xवकार ह अपन मन म= इस बात का बार-बार Xवचार कर नलनीदलगतनलनीदलगतनलनीदलगतनलनीदलगत जलम5ततरल जलम5ततरल जलम5ततरल जलम5ततरल तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम XवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4त लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम ४४४४

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कमल-दल क ऊपर जल कW बद अEय13त अिथर होती ह जीवन भी इसी )कार

अिथर ह इस बात को अछmacr तरह समझ ल Oक सारा ससार 6याध अभमान शोक आVद स 4सत ह

यावVnयावVnयावVnयावVnoोपाजन सBःoोपाजन सBःoोपाजन सBःoोपाजन सBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः पlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह ५५५५

जब तक धनोपाजन कW शAB ह तभी तक तZहार पdरवार क लोग तम स )म

रखत ह वावथा म= शरर जजर हो जान पर तZहार बात कोई न पछगा यावEपवनोयावEपवनोयावEपवनोयावEपवनो 5नवस5त दह 5नवस5त दह 5नवस5त दह 5नवस5त दह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह गतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापाय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय ६६६६ जब तक शरर म= )ाण ह तब तक घर म= तZहार कशल पछmacr जाती ह )ाण

5नकलन पर उसी शरर स पcentी तक भयभीत होन लगती ह बालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBः तSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBः वताविच13तासBःवताविच13तासBःवताविच13तासBःवताविच13तासBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः ७७७७

बचपन म= खलamp म= आसAB रहती ह यवावथा म= तSणी स मोह रहता ह और

वावथा म= च13ताय= आ घरती ह Oक13त पर परमाEमा स Oकसी को )म नह ह का त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ः सससससारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः

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कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः ८८८८

कौन तZहार पcentी ह कौन तZहारा प_ ह वततः ससार बडा Xवच_ ह तम

Oकस क हो कहा स आय हो ह भाई कभी इस बात का भी Xवचार करो

सEससEससEससEसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEवगEवगEवगEव 5नस5नस5नस5नसगEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम 5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः ९९९९

सEसग स अनासAB )ा7 होती ह अनासAB स मोह क ब13धन टटत ह मोह टटन पर शाhत तiexclव कW )ा57 होती ह और शाhत तiexclव पान पर जीवन -मAB का लाभ

)ा7 होता ह वयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः Tीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारो Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः १०१०१०१०

जस यवावथा बीतन पर काम -Xवकार न2 हो जाता ह और जल सख जान पर

तालाब नह रह जाता ह वस ह धन न2 होन पर पdरवार नह रह जाता और तiexclव-बोध

होन पर ससार नह रह जाता ह मा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगव हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम मायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा ११११११११

31

धन जन और यौवन क लए अभमान न करना चाVहए काल इन सब को Tण मा_ म=

न2 कर दता ह इन सब को माया का iम समझो और शीordf ह साTाEकार )ा7

करो Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः कालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः ११११2222

Vदन और रात )ातः और साय सय और गम बार -बार आत ह और चल जात

ह काल कW इस cWडा क साथ आय भी बीतती जा रह ह Oफर भी आशाओ कW आधी

स कोई नह बचता का त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता _जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका १३१३१३१३

र iाि13त म= पड मढ Rी धन आVद कW च13ता Gयamp Oकया करता ह Gया तर

ऊपर शासन करन वाला कोई नह ह तीनamp लोकamp म= कवल सEसग ह वह नौका ह जो

ज13म-मरण क सागर स तझ पार कर सकती ह जVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः प1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढो दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः १४१४१४१४

जटाधार बाल मडाय एक-एक कर सर क सब बाल खचवाय और काषायवR

धारण Oकय हए नाना वषधार स13यासी ह व आखamp स दखत हए भी अध ह व मढ

नाना )कार क वष कवल पट भरन क लए धारण करत ह

32

अsectगअsectगअsectगअsectग गलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मड दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम वो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दड तदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEया शाXपडम शाXपडम शाXपडम शाXपडम १५१५१५१५

वावथा म= शरर जजर हो गया ह सर क बाल सफद हो गय ह दात गर

गय ह छडी क सहार चलना पडता ह अथात मEय 5नकट आ गई ह Oक13त आशाओ का

ब13धन अब भी नह टटा अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः करतल करतल करतल करतल भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः १६१६१६१६

आग अिन पीछ सय और रा_ म= घटनamp म= ठो ढ लगाय रहन वाल तथा हाथ पसार

कर भीख मागन वाल और पड क नीच सोन वाल भी आशा क ब13धनamp स मB नह ह कSत गsectगकSत गsectगकSत गsectगकSत गsectग सागरगमनसागरगमनसागरगमनसागरगमन yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम IानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन १७१७१७१७

कोई भल ह गगासागर आVद तीथdeg का सवन कर yenत रख अथवा दान कर

Oक13त अIानी 6यAB सकडamp ज13मamp म= भी मAB नह )ा7 कर सकता ह यह तplusmnय सभी लोग वीकार करत ह

सरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासः शsup2याशsup2याशsup2याशsup2या भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः सवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः १८१८१८१८

33

जो लोग दवताओ क मि13दर और पडamp क नीच 5नवास करत ह बना बछौन क

जमीन पर लटत ह मगछाला पहनत ह और इस )कार सभी भोगamp का Eयाग कर दत ह

उन XवरB लोगamp को कौन सा सख )ा 7 नह ह

योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा सsectगसsectगसsectगसsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगXवहनः Xवहनः Xवहनः Xवहनः यय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चo न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव १९१९१९१९

चाह कोई योग का अयास करता हो या भोगamp म= पडा रहता हो चाह अनक लोगamp क

साथ रहता हो या अकला िजसका चo -च13तन म= मन ह वातव म= वह सखी ह

भगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीता गगगगगागागागाजल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता सकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा 2222००००

जो भगवदगीता का थोडा भी अययन करता ह गगा जल कW एक बद भी पान

करता ह और भAB-भाव स भगवान का मरण करता ह उसकW चचा यमराज भी नह

करत ह पनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरण पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम इह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार 2222११११

बार-बार ज13मना बार-बार मरना और बार-बार मा क पट म= पहचना बडा

क2कारक ह इस दःखमय ससार स पार होना बडा कVठन ह ह भगवन अपनी अपार

कपा स मरा 5नतार करो

34

रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः योगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoो रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव 22222222

जो योगी चीथड बीन कर कथर बनात और पहनत ह पय और पाप क माग को छोड

कर चलत ह िजनका चo योगायास स सयमत ह व ईhर भाव म= 5नमन रहन वाल बालकamp या उ13मo लोगamp कW तरह 5नn13n रहत ह

कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः इ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसार Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम 2222३३३३

तम कौन हो म कौन ह म कहा स आया ह कौन मर माता ह कौन मरा

Xपता ह इन )vamp पर Xवचार करो और इस असार ससार को वwन मा_ समझ कर

छोड दो Eव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः भव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eव वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम 2222४४४४

तम म= मझ म= और सभी थानamp म= क वल एक सव6यापी भगवान ह असVह`ण होकर

तम 6यथ ह मर ऊपर cोध करत हो यVद तम चाहत हो Oक तZह= ईhर )ा7 हो जाय तो तम सदा समभाव रहो

श_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ सविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमान

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सव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIा नम नम नम नम 2222५५५५

दसर लोगamp स लडन म= अथवा उनस म_ता करन म= अपनी शAB का अप6यय न

करो अपन ब13ध-बा13धवamp स राग-nष मत रखो सव_ अपन ह वप को दखो भद बX का Eयाग करो और अIान स छटकारा पाओ

काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह EयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1य5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम आEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः 2222६६६६

काम cोध लोभ और मोह को छोडकर Iानी सव_ आEमवप ह दखता ह

वह समझता ह Oक म वह ह Oक13त आEमIान रVहत मढ लोग अIान क कारण नक कW वदनाय= सहन करत ह

गय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहsup3sup3sup3sup3 यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म नय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चo दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम 2222७७७७

भगवत-गीता और Xव`ण क सहsup3 नाम गान चाVहए भगवान Xव`ण क वप का

5नर13तर यान करना चाVहए सदा सEसग म= चo लगाना चाVहए और दन लोगamp को

दान दना चाVहए सखतः सखतः सखतः सखतः Ocयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः य~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरण तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम 2222८८८८

36

पहल तो लोग सख क लए Rी भोग म= ल7 रहत ह और बाद म= शारdरक रोगamp का शकार होना पडता ह य~Xप इस ससार म= अ13ततोगEवा मEय म= ह शरण मलती

ह Oफर भी लोग पापाचरण नह छोडत

अथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEय नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम प_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः 2222९९९९

लोगamp कW अनथकार धन म= ह सदा Sच बनी रहती ह सEयता यह ह Oक उसम=

Oकि13चत मा_ भी सख नह ह धनी लोगamp को अप न प_ स भी भय रहता ह धन का

सव_ यह हाल दखा जाता ह )ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम जाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधान कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम ३०३०३०३०

बडी सावधानीपवक पहल )ाणायाम का अयास करो मन को सब ओर स

हटाकर अ13तमखी बनाओ 5नEय और अ5नEय वतओ क बीच Xववकपवक Xवचार करो

और Oफर जप करत हए समाध का अयास करो गSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः सि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादव -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम ३१३१३१३१ ह गS क चरणamp म= भABभाव रखन वालamp तम शीordf ह स सार-सागर स पार हो

जाओग तमन इि13 यamp को और मन को वश म= Oकया ह तम अपन acuteदय म= शीordf ह

भगवान का साTाEकार करोग

37

आयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अग १ १ १ १ ---- वथ शरर वथ शरर वथ शरर वथ शरर ((((अअअअ) ) ) ) सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन ---- बना वथ शरर क कोई भी लौOकक या पारलौOकक

काय करना सZभव ह नह ह इसक लए श और सािiexclवक आहार आव1यक ह

मच इमल wयाज लहसन खटाई तल मसाल हग आVद Eयाय ह बहत अधक न खाना चाVहए मताहार रोगamp स बचाता ह यान रखो भोजन वाद क

लए नह वाplusmnय क लए ह एकादशी आVद Oकसी Vदन उपवास भी कई aX2 स

उपयोगी ह ((((बबबब) ) ) ) 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम ---- वथ शरर क लए 5नEय 6यायाम भी आव1यक ह

इसक लए )ातःकाल कछ शारdरक uम करना चाVहए बगीच म= काम टहलना

तरना आसनamp का अयास आVद कछ 6यायाम ह आसन और )ाणायाम साधना

म= अधक सहायक ह ((((सससस)))) वछता वछता वछता वछता ---- वथ वाय का सवन 5नEय नान साफ कपड और रहन क

थान कW सफाई शरर को वथ और चo को )स13न रखती ह

2 2 2 2 ---- वथ मनवथ मनवथ मनवथ मन

((((अअअअ) ) ) ) वायाय वायाय वायाय वायाय ---- जस वथ शरर क लए 5नEय श और पौX2क भोजन कW

आव1यकता ह वस ह वथ मन क लए स-413थamp का 5नEय अवलोकन आव1यक ह अ13यथा मन दबल हो जाता ह और उस मानस रोग घरन लगत ह

दिl13ताय= चडचडाहट 6य4ता भय nष आVद मानसक रोगamp क लTण ह

गीता रामायण भागवत उप5नष योगवास बाइबल ज13दावता करान

_Xपटक 413थसाVहब आVद म= स Oकसी 413थ का अययन करना चाVहए

((((बबबब) ) ) ) स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त ---- य दोनamp वथ मन क लTण ह Xववक और वराय

क 6यायाम स स13तोष और शाि13त बढती ह वथ शरर और वथ मन स

आEमबल बढता ह इसी बल स आयािEमक सफलताय= )ा7 कW जाती ह ((((सससस) ) ) ) सससस----Xवचार Xवचार Xवचार Xवचार ---- स-Xवचार जीवन को सह Vदशा म= ल जात ह अस Xवचारamp

स मन`य का पतन होता ह सEसग और सuml413थamp क अवलोकन स स -Xवचार

38

aढ होत ह कसग और कच2ाय= छोडकर सEसग का आuय लो ससार म= िजतन भी महापSष हए ह और उ13हampन जब जो कछ पाया ह वह सEसग क कारण ह ३ ३ ३ ३ ---- न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो

जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए ---- ((((अअअअ) ) ) ) चय और सEय चय और सEय चय और सEय चय और सEय ---- वीय कW रTा बडी सावधानी स करनी चाVहए शरर

तर पर वीय ह ईhर ह जीवन कW यह एक बहत बडी Xवभ5त ह यह जीवन Xवचार और बX का सार ह सचत वीय ओज म= पdरव5तत होता ह और ओज आEमशAB म= हर कWमत पर सEय मधर और मत भाषण का अयास करना चाVहए

मplusmnया भाषण दबलता भय और अIान का पdरणाम ह 5नEय एक-दो घट का

मौन रहना चाVहए उस समय सकतamp का )योग भी न करना चाVहए ((((बबबब) ) ) ) सससस----गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास ---- 5नयम कW पाब13द समय का उपयोग मधर भाषण

उदारता कSणा नह स-पSषamp का आदर सहनशीलता Tमा धय स13तोष 5नरभमानता आVद स-गण ह यVद य ग ण सहज ह )ा7 न हamp तो अयास क

nारा )ा7 Oकय जा सकत ह सब गणamp का एक साथ अयास नह हो सकता Oक13त एक गण क आत ह उसक सहयोगी अनक गण वय आन लगत ह Oकसी एक गण का अयास करन का सकYप करो और 5नEय सोन क पहल

अपनी सफलताओ-असफलताओ पर Xवचार करो कछ समय म= वह अयास आदत बन जायगा और आदत वभाव ((((सससस) ) ) ) दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग ---- )ायः लोग कसग क कारण दगणamp म= पड जात ह

आयािEमक T_ म= जYद सफल होन क लए दगणamp को शीordfा5तशीordf छोडना

होगा म~पान आलय मासभTण cरता कठोरता कVटलता छल )पच

पर5न13दा लोभ पdर4ह आVद अनक दगण ह यVद साधक म= ऐस कोई दगण ह

तो उ13ह= एक-एक कर छोडन का )यcent करना चाVहए दगण बड हठmacr होत ह

इनक Eयागन क लए सकYप करना पडता ह यVद एक दगण छोडन म= सफलता

मल तो आEम-Xवhास बढ जाता ह और दसर दगण छोडना सरल हो जाता ह ((((दददद) ) ) ) सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका ---- आज क आथक यग म= धन सचय कW हवस बढ रह

ह इसक लए बईमानी और छल-)पच का सहारा लया जा रहा ह कारण कवल

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यह ह Oक हमार आव1यकताय= बढ गई ह श आजी Xवका क लए आव1यक ह

Oक आव1यकताय= घटाई जाय= uम और ईमानदार स कमाया हआ धन मन`य

कW आव1यक आव1यकताय= पर कर सकता ह आलसी और दबल 6यAB ह आसानी स )ा7 होन वाल धन कW इछा करत ह यVद आपकW बX और शरर

शABसZप13न ह तो आप पराय पस को Xव2ा क समान समझ=ग सबल बनो और

uम स धन कमा कर स13तोष का जीवन बताओ ४ ४ ४ ४ ---- आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम उपयB तplusmnय आयािEमक साधना कW भमका तयार करन क लए ह उ13ह=

साधना का परोT अग कह सकत ह आसन यथाथ साधना कW पहल सीढ ह

कछ आसन तो 6या याम कW aX2 स उपयोगी होत ह िजनका उYलख ऊपर Oकया

जा चका ह कछ आसन यान क लए बताय गय ह पझ स और सख

आसन म= स कोई एक अपनी सXवधा और Sच क अनसार चन लना चाVहए

उoर या पव Vदशा कW ओर मख करक उस आसन पर लगभग तीन घट अXवचल

बठन का )यास करना चाVहए उसी आसन पर यान और जप करना होगा

इसक लए थान और समय 5निlत होना चाVहए इस काय क लए एक अलग

कमरा ताल स ब13द रखना चाVहए )ातःकाल ४ बज उठ कर शौचाVद स 5नवo और पXव_ होकर आसन )ाणायाम और यान करना चाVहए आसन पर बठत ह कम स कम बीस बार )ाणायाम करना चाVहए अपन इ2दव क यान क लए कछ ोक याद कर लो )ाणायाम क बाद उनका पाठ करक भगवान का च13तन करना चाVहए ५ ५ ५ ५ ---- )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा भगवान का यान करत ह वा ससार स मन को हटा कर अ13तमखी कर लना चाVहए यह )Eयाहार ह जप इसम= सहायक होगा ॐ या ॐ नमो नारायणाय आVद Oकसी म13_ का जप

)ारZभ कर दना चाVहए १०८ म13_ कW एक माला होती ह एक या तीन माला

म13_ जपना चाVहए अधक भी हो सकता ह म13_-जाप करत ह मन भगवान क

सामन जा पहचता ह भगवान का 5नर13तर च13तन ह धारणा ह

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जप-माला भी उपयोगी ह SाT या तलसी कW माला रखना चाVहए जप क

अ5तdरB उस गल म= पहना जा सकता ह जब म= रखा जा सकता ह और सोत

समय तOकया क नीच भी डाल सकत ह Oक13त माला सदा साथ रखनी चाVहए ६ ६ ६ ६ ---- यान यान यान यान एक 5निlत आसन पर बठकर अपन इ2दव का तल धारावत च13तन ह यान

ह शरर-मन-बX क nारा भगवान क 5नकट पह च उ13ह= पीछ छोड दना समाध

ह यान क अयास कW सफलता समाध क लाभ म= 5नVहत ह समाध म= परम तoव का अपरोT अनभव होता ह याता और यय एक हो

जात ह समाध ह तरयावथा और जीव13मAB ह यह योगी कW पणावथा ह ७ ७ ७ ७ ---- 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा आयािEमक साधना कवल यान क कमर तक ह सीमत नह ह यह तो

सम4-कालक साधना ह Vह13द धम का यह एक बडा अभशाप ह Oक हम कवल

कछ बातamp को पXव_ और धामक मान बठ ह शष 6यावहाdरक जीवन धम और

आयािEमक स पर समझ लया गया ह यह बडी भल ह साधक को अपना सम4 जीवन साधनामय बनाना होता ह भगवान कW शरणाग5त का भाव 5नर13तर रहना चाVहए सारा जीवन उ13ह कW

सवा ह उ13ह कW )रणा स हर काय हो रहा ह आयािEमक साधना कW सार

सफलता उ13ह क हाथ म= ह )ाणीमा_ स )म-भाव रखना भगवान क )म का 6यावहाdरक प ह भगवान क

भBamp को सभी लोग X)य Vदखाई दत ह दसर क दोषamp को दखन क बजाय अपन

दोष दखना और उ13ह= दर करना भगवत सवा का u माग ह दनamp को दान दना रोगयamp कW सवा करना 5नरTरamp को पढाना पीडतamp कW

सहायता करना मोहा13ध भटकत लोगamp को राह Vदखाना आयािEमक साधना का

अि13तम Oक13त महEवपण अग ह कमयोग क अ13तगत इसकW मVहमा क गण गाय गय ह यVद साधना क उपयB 5नदशamp का aढतापवक पालन Oकया जाय तो जीवन म=

5नlय ह सफलता सख और मAB का लाभ होगा सभी स13त -उपदशamp का सार

यह ह

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इस Vदशा म= सतत अ4सर रहन क लए स13तamp महाEमाओ का माग-दशन लत

रहना आव1यक ह वतमान काल म= पय वा मी च13मयान13द जी क अनया5ययamp

nारा थाXपत सथा lsquoच13मय मशनrsquo आपकW सहायता क लए सदा उपलltध ह

पाqयcमपाqयcमपाqयcमपाqयcम

नननन0 पतकपतकपतकपतक )थम)थम)थम)थम बारबारबारबार

)5तVदन)5तVदन)5तVदन)5तVदन

1 जीवनजीवनजीवनजीवन यो5तयो5तयो5तयो5त 10 पपपप

2 आEमआEमआEमआEम XवकासXवकासXवकासXवकास कWकWकWकW 5नदशका5नदशका5नदशका5नदशका 10 पपपप

3 भजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दम 4 ोकोकोकोक

4 तiexclवतiexclवतiexclवतiexclव बोधबोधबोधबोध 4 पपपप

5 आEमआEमआEमआEमबोधबोधबोधबोध 3 ोकोकोकोक

6 प_प_प_प_ nाराnाराnाराnारा वदा13तवदा13तवदा13तवदा13त 10 पपपप

7 मानवमानवमानवमानव 5नमाण5नमाण5नमाण5नमाण कलाकलाकलाकला 12 पपपप

8 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण 4 ोकोकोकोक

9 यानयानयानयान औरऔरऔरऔर जीवनजीवनजीवनजीवन 1 अयायअयायअयायअयाय

10 नारदनारदनारदनारद भABभABभABभAB स_स_स_स_ 5 स_स_स_स_

11 गीतागीतागीतागीता कWकWकWकW भमकाभमकाभमकाभमका 10 पपपप

12 अव1यअव1यअव1यअव1य कर=कर=कर=कर= 10 पपपप

13 साधनासाधनासाधनासाधना पचकमपचकमपचकमपचकम 1 ोकोकोकोक

14 कनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषद 2 म_म_म_म_

15 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1-2-3 3 सससस 5 ोकोकोकोक

16 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (201 सससस 300 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

17 कठोप5नषकठोप5नषकठोप5नषकठोप5नष 2 म_म_म_म_

18 दTणाम5तदTणाम5तदTणाम5तदTणाम5त तो_मतो_मतो_मतो_म 2 म_म_म_म_

19 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 4-5-6 3 सससस 5 ोकोकोकोक

20 उपदशउपदशउपदशउपदश सारसारसारसार 2 ोकोकोकोक

42

21 ईशावायईशावायईशावायईशावाय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 3 म_म_म_म_

22 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 7-8-9 3 सससस 5 ोोोोकककक

23 मडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नष 2 म_म_म_म_

24 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 10-11 3 सससस 5 ोकोकोकोक

25 कवYयकवYयकवYयकवYय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 2 म_म_म_म_

26 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (301 सससस 583 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

27 पSषसBमपSषसBमपSषसBमपSषसBम 4 सBसBसBसB

28 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 12 3 सससस 5 ोकोकोकोक

29 तXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषद 2 म_म_म_म_

30 बनाथबनाथबनाथबनाथ-त5तत5तत5तत5त 4 ोकोकोकोक

31 गीगीगीगीताताताता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 13-14-15 3 सससस 5 ोकोकोकोक

32 ऐतरयऐतरयऐतरयऐतरय उप5न`दउप5न`दउप5न`दउप5न`द 3 म_म_म_म_

33 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 16-17 3 सससस 5 ोकोकोकोक

34 )vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद 2 म_म_म_म_

35 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 18 3 सससस 5 ोकोकोकोक

36 ईhरईhरईhरईhर-दशनदशनदशनदशन (तपोवनमतपोवनमतपोवनमतपोवनम ) एकएकएकएक अयायअयायअयायअयाय

37 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1 सससस 18 5 सससस 10 ोकोकोकोक

38 अ2ावcअ2ावcअ2ावcअ2ावc गीतागीतागीतागीता 3 ोकोकोकोक

39 मामामामाडGयडGयडGयडGय औरऔरऔरऔर काdरकाकाdरकाकाdरकाकाdरका 2 म_म_म_म_

ःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःः

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Page 8: Swadhyayamandal

8

वायाय मडल कWवायाय मडल कWवायाय मडल कWवायाय मडल कW आव1यकता आव1यकता आव1यकता आव1यकता

दशन क अययन म= Xवशष Sच रखन पर भी यVद हम अपन आप अययन

करत ह तो हमार मन म= अनक )v उठ= ग उन )vamp कW अधकता होन पर हमार )ग5त

Sक जायगी वायाय मडल ह ऐसा थान ह जहा हमार शकाय= 5नवo हो सकती ह एक 6यAB कW बX कW अपTा दस -प13ह 6यABयamp कW बX लगाना अधक अछा ह

दस प13ह सदयamp nारा एक स7ाह समान पamp का अययन करन स उनक वायाय मडल म= एक_ होन पर उस Xवषय को समझना और पचाना सरल हो जाता ह य~Xप

वायाय मडल एक थान Xवशष ह जहा हम= वदा13त का मौखक Iान मलता ह

Oक13त दर -सबर वह Iान हमार जीवन म= उतरना ह और वह 5नEय)5त क 6यवहार म=

Vदखाई दता ह वायाय मडल क सदय जब अपन अनभवamp और Xवचारamp का आदान -

)दान करत ह तो उनक सशय घटन लगत ह वदा13त का अययन करन म= या उस

6यवहार म= उतारत समय जो भी शकाय= उEप13न हamp और वायाय मडलamp म= उनका

समाधान न मल तो वामी जी को प_ लख कर पछा जा सकता ह वायाय मडल कW सयोजनवायाय मडल कW सयोजनवायाय मडल कW सयोजनवायाय मडल कW सयोजन----XवधXवधXवधXवध

इसम= Sच रखन वाल लोगamp क नाम गीता Iान यI समा7 होन क बाद

गSदTणा कW बनायी गयी सची स छाट जा सकत ह उनक 5नवास थल या Oकसी

अ13य थान को वायाय मडल क हत काम म= लगाया जा सकता ह य~Xप एक ह

थान पर मडल कW बठक करना उचत ह Oक13त )Eयक सदय कW इछा क अनसार

उसक घर पर भी cम स बठक बलाई जा सकती ह थान 5नधाdरत हो जान पर पहल

बठक वछा स Oकसी Vदन Oकसी समय रखी जा सकती ह बठक )ारZभ होन पर

मडल सवक सभी सदयamp का एक दसर स पdरचय कराता ह पdरचय दत समय अपना

नाम और 6यवसाय ह बताना पया7 नह ह वरन उस यह भी बताना चाVहए Oक उसन

वदा13त का Oकतना अययन Oकया ह उसम= उस Sच कस आयी और अब उस Oकतनी

Sच ह इसक उपरा13त अययन क पाqयcम क महEव पर बल दना चाVहए और पहल

पतक क अययन )ारZभ करन का 5नlय करना चाVहए उसी समय वह पत क

सबको बाट दनी चाVहए उसी कW साथ व ोक भी लखा द= या छप हए द= िजनका

9

उचारण अगल बठक म= Oकया जायगा )थम बठक म= जो लोग नह आ सक उ13ह=

अगल बठक कW सचना दना अ5नवाय ह वायाय मडल का सचालनवायाय मडल का सचालनवायाय मडल का सचालनवायाय मडल का सचालन

थान कW 6यवथा - वायाय मडल क लए कोई भी ऐसा थान हो सकता ह

िजसम= दस प13ह लोग भम पर आराम स बठ सक= मडल क सदयamp म= स ह कोई

6यAB अपना कमरा इस काय क लए वछा स द सकता ह वह थान पणतः वछ होना चाVहए धप बoी कW सहायता स वातावरण अधक उपयB बनाया जा सकता ह

एक म5त या च_ रख कर और उसक सामन जला दपक रख कर वातावरण गभीर बना लना चाVहए च_ ऐस थान पर रख= जहा स वह सबको Vदखाई द मडल-सवक उसी

च_ क 5नकट बठ nार क पास जत उतारन और उ13ह= करन स रखन का थान छोड द= कोट आVद उतार कर टागन का थान भी बनाया जा सकता ह

)थम बठक - सदयamp का पdरचय )ा7 करन क बाद मडल-सवक कोई ऐसा Vदन

और समय 5निlत कर ल= जो सभी सदयamp को सXवधाजनक हो य~Xप मडल कW बठक=

स7ाह म= एक बार रखी जाती ह Oक13त पdरिथ5त क अनसार व प13ह Vदन म= भी एक

बार रखी जा सकती ह )थम बठक म= वायाय मडल क महEव और उपयोगता पर

Xवचार Oकया जाता ह बठकamp म= सिZमलत होत समय उचत भावना पर 5ना और

5नयमतता कW आव1यकता होती ह उसी पर बल दना चाVहए पतक पढन कW Xवध नोट लखना और पdरचचा क लए तयार करना भी बताया जाता ह सबको पाqयcम

समझा Vदया जाता ह और )थम पतक lsquoजीवन-यो5तrsquo सबको Xवतdरत कर द जाती ह

(IानयI म= बcW क लए आयी पतकamp म= स लगभग १५ lsquoजीवन-यो5तrsquo पतक= बचा

रखना चाVहए अ13यथा वायाय मडल क लए पतक= मगान म ६-८ स7ाह लग

जाय=ग) मडल-सवक यह बात भल-भा5त समझा दता ह Oक पdरचचा )ारZभ करन स

पहल मन को शा13त कर लना चाVहए उठ कर जान स पहल भी मन को शा13त करना

आव1यक ह इसक लए नीच लखा म13_ )योग म= लाया जाता ह-

10

ॐ ॐ ॐॐ ॐ ॐॐ ॐ ॐॐ ॐ ॐ ॐ सह नावबतॐ सह नावबतॐ सह नावबतॐ सह नावबत सह नौ भनBसह नौ भनBसह नौ भनBसह नौ भनB सह वीय करवावहसह वीय करवावहसह वीय करवावहसह वीय करवावह

तजिवनावधीतमत मा XवVnषावह तजिवनावधीतमत मा XवVnषावह तजिवनावधीतमत मा XवVnषावह तजिवनावधीतमत मा XवVnषावह ॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तःशाि13तःशाि13तःशाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः

lsquolsquoह परमाEमन आप हम दोनamp गS श`य कW साथ -साथ रTा कर= हम दोनamp का

साथ-साथ पालन कर= हम दोनamp साथ-साथ ह शAB )ा7 कर= हम दोनamp कW पढ हई Xव~ा तजोमयी हो और हम दोनamp परपर nष न कर=rsquorsquo

इसक उपरा13त सT7 भजन और कWतन भी वातावरण को )म और सावपण

बना सकत ह पdरचचा क समय अनशासन कW आव1यकता ह सदय को उसक लए तयार

होकर आना चाVहए बोलत समय एक-एक 6यAB cम स बोल Xवचारणीय Xवषय क

सभी ब13द cमब हamp उसी Xवषय पर अ13य 413थamp स उरण Vदय जा सकत ह Xवषय

स असZब बात= बोलन कW वीक5त न द जाय कछ )vamp पर सशय रह सकता ह उनक प2ीकरण क लए अगल बठक तक धय रखना चाVहए (पdरचचा क समय

टलफोन क 6यवधान स बचन क लए उस दर रखना चाVहए या उसका सZब13ध काट दना चाVहए) मडल-सवक अगल बार क लए अययन हत पतक का अश 5नधाdरत करगा

नीच लख शाि13त पाठ क साथ पdरचचा समा7 होती ह-

सव भव13त सखनः सवसव भव13त सखनः सवसव भव13त सखनः सवसव भव13त सखनः सव स13त 5नरामयः स13त 5नरामयः स13त 5नरामयः स13त 5नरामयः सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत

ॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तःशाि13तःशाि13तःशाि13तः शाि13तःशाि13तःशाि13तःशाि13तः

lsquolsquoसभी लोग सखी हamp सभी 5नरोग हamp सभी भता का दशन कर= Oकसी को दःख

न भोगना पडrsquorsquo

यVद कोई सदय अनपिथत रहा ह तो अगल बठक क पव उसस मलकर

थान आVद क पdरवतन कW सचना उस दनी चाVहए

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मडल क सदयamp क यVद कोई अ13य )v हamp तो उनका समचत उoर दना चाVहए यह बहत आव1यक ह Oक यह कायcम 5निlत समय स )ारZभ हो और 5निlत

समय पर ह समा7 हो िजसस सदयamp को Oकसी )कार कW अनाव1यक असXवधा न हो

अगल बठक= - थान और समय आVद क Xवषय म= पववत 6यवथा रखनी ह

शष कायcम इस )कार होगा-

(१) तीन बार ॐ का उचारण और शाि13त पाठ

(2) कछ मनट भजन और कWतन

(३) Xपछल स7ाह म= हई पdरचचा का सार वय मडल -सवक nारा अथवा उसक nारा

इगत Oकय गय Oकसी अ13य सदय nारा कह जान चाVहए (४) उस Vदन क Xवचारणीय Xवषय पर सभी सदय अपन Xवचार cमशः )तत कर=

एक क Xवचारamp का दसरा 6यAB खडन या मडन कर सकता ह (५) मडल-सवक समत Xवचारamp को 6यविथत कर और उस पण बनाव

(६) अगल बठक क लए कछ अश 5नधाdरत Oकया जाय

(७) सब सदयamp nारा शाि13त पाठ

(८) शाि13त और अनशासन क साथ थान छोडकर जाय= िजनक घर पर यह कायcम हो

व चाह तो कछ )साद Xवतरण कर सकत ह Oक13त यह सदा आव1यक नह ह उसका

Xवतरण पdरचचा समा7 होन क उपरा13त ह करना चाVहए

)v )v )v )v ---- Gया वायाय Gया वायाय Gया वायाय Gया वायाय----मडल धम पdरव5तत कर Vह13द बनान कW स-म Xवध मडल धम पdरव5तत कर Vह13द बनान कW स-म Xवध मडल धम पdरव5तत कर Vह13द बनान कW स-म Xवध मडल धम पdरव5तत कर Vह13द बनान कW स-म Xवध

हहहह उoर उoर उoर उoर ---- बYकल नह वदा13त सZ)दायवाद कदाXप नह ह ससार भर क वायाय मडलamp क सदयamp न दखा ह Oक वदा13त क अययन स 6यAB उEक2 बनता

ह वह Oकसी भी धम का हो इसस )योजन नह वदा13त धम पdरवतन चाहन वालamp कW खोज म= नह ह उसका उ01य 6यAB को अपन Xवषय म= अधक Iान दना और अपन

6यABEव को समि13वत बनाना ह यह Xवचार करन क लए )dरत करता ह और इसका

उपयोग Xवh म= सव_ ह अतः इसका उपयोग आEम-Xवकास क लए Oकया जाता ह धम पdरवतन क लए नह

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)v )v )v )v ---- Gया शाि13त Gया शाि13त Gया शाि13त Gया शाि13त----पाठ आVद सकत म= ह बोलन चाVहएपाठ आVद सकत म= ह बोलन चाVहएपाठ आVद सकत म= ह बोलन चाVहएपाठ आVद सकत म= ह बोलन चाVहए

उoर उoर उoर उoर ---- )ारZभ म= वदा13त-दशन सकत म= ह लखा गया था इसलए उसका पाठ सकत म= ह Oकया जाता ह सकत म= पाठ करन स हम= वह शा13त और गभीर वातावरण मल जाता ह िजसम= ऋXषयamp न हम= वह Iान Vदया था )ारZभ म= सकत का

उचारण करना कVठन लग सकता ह Oक13त अ13य लोगamp को सनन उनक साथ बोलन स और थोडा )यास वय करन स वह सगम हो जाता ह यVद कछ सदय अ13य धमावलZबी ह और उनकW भाषा भी भ13न ह तो पdरचचा क 5नधाdरत समय म= शाि13त-

पाठ Oकसी भी भाषा म= Oकया जा सकता ह )v )v )v )v ---- यVद म वायाय मडल क Oकसी यVद म वायाय मडल क Oकसी यVद म वायाय मडल क Oकसी यVद म वायाय मडल क Oकसी अ13य सदय को पस13द न क तो अ13य सदय को पस13द न क तो अ13य सदय को पस13द न क तो अ13य सदय को पस13द न क तो उoर उoर उoर उoर ---- राग-nष मन`य का वभाव ह वायाय मडल म= भी कछ ऐस सदय हो सकत ह िजनक साथ आप बठना पस13द न कर= वदा13त का Iान इतना मYयवान ह

Oक आपको अपनी Sच-अSच का याल न रख कर अययन करना चाVहए बठक क

समय Oकसी भी 6यAB क )5त अSच हो तो उस भी सहन करन का अयावस कर=

थोडी उदारता और सहनशीलता रख कर वायाय मडल म= वदा13त अययन करन का

लाभ उठा लना चाVहए

पतक अययन Xवधपतक अययन Xवधपतक अययन Xवधपतक अययन Xवध

वदा13त XवIान ह अतः उसका अययन 6यविथत प म= करना चाVहए )थम

पतक lsquoजीवन-यो5तrsquo स अययन )ारZभ करना चाVहए इस भी जYद-जYद न पढ= यह कोई उप13यास या हYकW-फYकW पतक नह ह इन पतकamp को पढ कर इनक ऊपर

वय Xवचार करना आव1यक ह इसीलए एक बार म ५ या १० प ह पढ पतक

धीर-धीर Xवचार करत हए पढ= और उसम= 5नXपत सा13तamp कW सEयता पर च13तन

कर= इस )कार पढन म= 2०-३० मनट लग सकत ह इनक पढन का समय )ातःकाल ना1ता करन क बाद उपयB होगा पतक पढन क बाद Vदन का काय )ारZभ कर= इसक पढन पर आफ मन म= अनक शकाय= उठ=गी कछ सा13त आपको तक हन एव अ6यावहाdरक लग सकत ह उन शकाओ को आप अपनी नोट-बक म= लख ल= यह नोट-बक इसी काय क लए अलग रख= अपनी शकाओ को प2 प म= 6यB कर= उ13ह=

लखन क बाद आप उ13ह= भल जाय= और पतक को 5नEय आग पढत रह=

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अगल रXववार या Oकसी छी क Vदन जब खाल समय मल उस नोट-बक को

उठाकर अपनी परानी शकाओ को पढ= एक स7ाह म= आपन िजतनी शकाय= कW उन पर

Xवचार कर दख= Gया व अब भी अनodरत ह आपको यह दख कर आlय होगा अब बहत सी शकाय= 5नवo हो गयी ह एक स7ाह क अययन स आपका Iान बढा ह Oफर भी कछ )v ऐस हो सकत ह िजनका उoर आपको अभी नह मला ह उ13ह= अभी मत काट= सोमवार स अपन अययन का कायcम पनः आग बढाय= नई शकाय=

उEप13न हamp उ13ह= पनः लखत जाय= स7ाह क अ13त म= पववत उन )vamp पर Oफर Xवचार

कर= इस cम स अययन करत रहन पर पतक समा7 होन तक आप दख=ग Oक

आपको सभी )vamp का उoर मल गया ह यVद कदाचत कछ )v रह गय ह तो उनका समाधान अगल पतक म= मल जायगा अययन धीर-धीर करो कोई जYद नह ह आपक वत13_ च13तन कW

अEयधक आव1यकता ह Oकसी सा13त को बना Xवचार Oकय वीकार मत कर लो

उसकW सEयता पर Xवचार करो अपनी समझ म= आना बहत आव1यक ह तभी वदा13त

XवIान म= )वश होगा आप उसका Iान धारण कर सक= ग जीवन-यो5त पर पढ लन और उसकW पनरावXo कर लन क बा द वायाय

पाqयcम दख= और अगल पतक अययन क लए हाथ म= ल= पतकamp को cमानसार ह पढ और थोडा-थोडा करक धीर-धीर पढ= कल पाqयcम आधा घटा 5नEय पढ कर दो-तीन वष म= परा होगा )यास कर= आप इस कर सकत ह करना भी अव1य चाVहए

वावावावामी च13मयान13दमी च13मयान13दमी च13मयान13दमी च13मयान13द

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Study Group Programme

वायाय मडल का कायcमवायाय मडल का कायcमवायाय मडल का कायcमवायाय मडल का कायcम

1111---- Thrice Chanting of Om

तीन बार ॐ का दघ उचारण तीन बार ॐ का दघ उचारण तीन बार ॐ का दघ उचारण तीन बार ॐ का दघ उचारण 2222---- Peace Invocation

शाि13त पाठशाि13त पाठशाि13त पाठशाि13त पाठ

ॐ सह नाववत सह नौ भनB सह वीय करवावह तजिवनावधीतमत मा ॐ सह नाववत सह नौ भनB सह वीय करवावह तजिवनावधीतमत मा ॐ सह नाववत सह नौ भनB सह वीय करवावह तजिवनावधीतमत मा ॐ सह नाववत सह नौ भनB सह वीय करवावह तजिवनावधीतमत मा

XवVnषावहXवVnषावहXवVnषावहXवVnषावह

ॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः

ह परमाEमन आप हम गS -श`य दोनamp कW साथ-साथ सब )कार स रTा कर=

हम दोनamp का आप साथ-साथ समचत प स पालन -पोषण कर= हम दोनamp साथ-ह-साथ

सब )कार स बल )ा7 कर= हम दोनamp कW अययन कW हई Xव~ा तजपण हो - कह

परात न हamp और हम दोनamp जीवन भर परपर नह-स_ म= बध रह= हमार अ13दर परपर कभी nष न हो ह परमाEमन तीनamp तापamp कW 5नवXo हो

ॐ आwयाय13त ममाॐ आwयाय13त ममाॐ आwयाय13त ममाॐ आwयाय13त ममा गा5न वाक )ाणlTः uो_मथो बलमि13रयाण च सवाण गा5न वाक )ाणlTः uो_मथो बलमि13रयाण च सवाण गा5न वाक )ाणlTः uो_मथो बलमि13रयाण च सवाण गा5न वाक )ाणlTः uो_मथो बलमि13रयाण च सवाण

सव ौप5नषद माह 5नरासव ौप5नषद माह 5नरासव ौप5नषद माह 5नरासव ौप5नषद माह 5नराकया मामा 5नराकरोत अ5नराकरणमत अ5नराकरण कया मामा 5नराकरोत अ5नराकरणमत अ5नराकरण कया मामा 5नराकरोत अ5नराकरणमत अ5नराकरण कया मामा 5नराकरोत अ5नराकरणमत अ5नराकरण

मऽत तदाEम5न 5नरतय उप5नषEस धमात म5य स13त त म5य स13त मऽत तदाEम5न 5नरतय उप5नषEस धमात म5य स13त त म5य स13त मऽत तदाEम5न 5नरतय उप5नषEस धमात म5य स13त त म5य स13त मऽत तदाEम5न 5नरतय उप5नषEस धमात म5य स13त त म5य स13त ॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तः

ह परमाEमन मर सार अग वाणी न_ uो_ आVद सभी कमि13दया और

Iानि13रया )ाणसमह शारdरक और मानसक शAB तथा ओज - सब पX2 एव वX

को )ा7 हamp उप5नषदamp म= सवप का जो वप वणत ह उस म कभी अवीकार न क और वह भी मरा कभी पdरEयाग न कर मझ सदा अपनाय रGख मर साथ

का और क साथ मरा 5नEय सZब13ध बना रह उप5नषदamp म= िजन धम का

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)5तपादन Oकया गया ह व सार धम उप5नषदamp क एकमा_ ल-य पर परमाEमा म=

5नर13तर लग हए मझ साधक म= सदा )काशत रह= मझम= 5नEय 5नर13तर बन रह= और

मर _Xवध तापamp कW 5नवXo हो 3 Introspection The following questions are asked by Group Sewak Every body answers

mentally to himself - (1) How far am I maintaining Brahmacharya (2) Did I during this week live less passionately and less selfishly (3) Have I any bad feelings towards any member of my spiritual family -

the Chinmaya Mission (4) Am I progressing and proving to myself and others a better man a

more cheerful man each day (5) Did I meditate all the days of this week (6) How far have I developed in constant and repeated ISHWAR

SMARANA (7) Did I read every day atleast three pages of the scriptures

आEमआEमआEमआEम----5नरTण 5नरTण 5नरTण 5नरTण

मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= ---- १- म चय का पालन Oकतना करता ह

2- Gया म इस स7ाह कम उVnन और कम वाथ रहा ३- Gया च13मय मशन क अपन आयािEमक पdरवार क Oकसी सदय स मरा दभाव

ह ४- Gया म अपना Xवकास कर अ13य लोगamp क लए पहल स भला आदमी बन रहा ह और

सदा )स13न रहता ह

५- Gया म Xपछल स7ाह 5नEय यान साधना करता रहा

६- 5नर13तर ईhर मरण रखन म= मझ Oक तनी सफलता मल ह

७- Gया म 5नEय शाRamp क कम स कम तीन प पढता रहा ह

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५५५५ गSतो_मगSतो_मगSतो_मगSतो_म

अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः ११११ िजनकW कपा स सZपण चराचर जगत म= 6या7 परमाEमा का बोध हआ ह उन गSदव को

मरा )णाम ह अIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकयाअIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकयाअIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकयाअIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकया चTS13मीलत यन तम uीगरव नमःचTS13मीलत यन तम uीगरव नमःचTS13मीलत यन तम uीगरव नमःचTS13मीलत यन तम uीगरव नमः 2222

िज13हampन अIान अ13ध न_amp को Iान अजन कW शलाका स उ13मीलत कर Vदया ह उन

गSदव को मरा )णाम ह गSा गSXव णः गSगSा गSXव णः गSगSा गSXव णः गSगSा गSXव णः गS दवो महhरःदवो महhरःदवो महhरःदवो महhरः गSरव पर तम uीगरव नमः गSरव पर तम uीगरव नमः गSरव पर तम uीगरव नमः गSरव पर तम uीगरव नमः ३३३३

गS ह ा ह गS ह Xव`ण ह गS ह शकर (महhर) ह गS ह पर ह उन

गSदव को मरा )णाम ह थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम तEपद दशत यन तम uीतEपद दशत यन तम uीतEपद दशत यन तम uीतEपद दशत यन तम uीगरव नमः गरव नमः गरव नमः गरव नमः ४४४४ जड चतन व चर अचर म= जो तiexclव 6या7 ह उसका बोध िजनकW कपा स )ा7 हआ ह उन गSदव को मरा )णाम ह च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः ५५५५

17

सZपण चराचर जगत म= 6या7 परम चतना का दशन िजन गSदव कW कपा स सZभव हआ ह उन गSदव को मरा )णाम ह सवu5तशरोरcentXवरािजत सवu5तशरोरcentXवरािजत सवu5तशरोरcentXवरािजत सवu5तशरोरcentXवरािजत पपपपदाZबजःदाZबजःदाZबजःदाZबजः वदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमःवदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमःवदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमःवदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमः ६६६६ िजनक चरण कमलamp म= सभी u5त रcent Xवरािजत ह और िजनक सय सaश Iानालोक स

वदा13त कमल Xवकसत होता ह उन गSदव को मरा )णाम ह चत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनःचत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनःचत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनःचत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ७७७७

जो च13मय शाhत शा13त 6योमातीत 5नरजन और ब13द नाद तथा कलाओ स भी

पर ह उन गSदव को मरा )णाम ह IानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतःIानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतःIानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतःIानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतः भABमAB )दाता च तम uीगरव नमःभABमAB )दाता च तम uीगरव नमःभABमAB )दाता च तम uीगरव नमःभABमAB )दाता च तम uीगरव नमः ८८८८

जो Iान और शAB म= अविथत ह तथा तiexclव सा13त कW माला धारण Oकय ह जो भAB और मAB दन वाल ह उन गSदव को मरा )णाम ह अनक ज13म स)ा7 कमब13धअनक ज13म स)ा7 कमब13धअनक ज13म स)ा7 कमब13धअनक ज13म स)ा7 कमब13ध XवदाVहन XवदाVहन XवदाVहन XवदाVहन आEमIान )दानन तम uीगरव नमःआEमIान )दानन तम uीगरव नमःआEमIान )दानन तम uीगरव नमःआEमIान )दानन तम uीगरव नमः ९९९९ अनक ज13मamp स कमब13धनamp म= जकड )ाणी को जो आEमIान क nारा मB करा दन म=

समथ ह उन गSदव को मरा )णाम ह

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शोषण भवस13धोl Iापण सारसपदःशोषण भवस13धोl Iापण सारसपदःशोषण भवस13धोl Iापण सारसपदःशोषण भवस13धोl Iापण सारसपदः गरोः पादोदक सZयक तम uीगगरोः पादोदक सZयक तम uीगगरोः पादोदक सZयक तम uीगगरोः पादोदक सZयक तम uीग रवनमःरवनमःरवनमःरवनमः१०१०१०१० िजनक पादोदक क पश स ससार सागर सख जाता ह और परमतiexclव का बोध हो जाता ह उन गSदव को मरा )णाम ह न गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपःन गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपःन गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपःन गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपः तEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमःतEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमःतEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमःतEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमः ११११११११ गS स अधक उच कोई तiexclव नह ह और गS कW सवा स ऊचा कोई तप नह ह

तiexclवIान स u कोई Iान नह ह ऐस गSदव को मरा )णाम ह म13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSःम13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSःम13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSःम13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSः मदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमःमदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमःमदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमःमदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमः ११११2222

मर वामी ससार क वामी ह और मर आEमा सZपण )ाणयamp कW आEमा ह िजनकW

कपा स यह Iान )ा7 होता ह उन गSदव को मरा )णाम ह गSराVदरनाVदl गSः परमदवतमगSराVदरनाVदl गSः परमदवतमगSराVदरनाVदl गSः परमदवतमगSराVदरनाVदl गSः परमदवतम गरोः परतर नाित तम uीगरव नमःगरोः परतर नाित तम uीगरव नमःगरोः परतर नाित तम uीगरव नमःगरोः परतर नाित तम uीगरव नमः १३१३१३१३

गS अनाVद और अन13त ह गS ह परम दवता ह गS स u कछ भी नह ह अतः उन

गSदव को मरा )णाम ह

Eवमव माता च Xपता EवमवEवमव माता च Xपता EवमवEवमव माता च Xपता EवमवEवमव माता च Xपता Eवमव Eवमव ब13धlसखा EवमवEवमव ब13धlसखा EवमवEवमव ब13धlसखा EवमवEवमव ब13धlसखा Eवमव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव १४१४१४१४ ह गS दव तम ह मर माता हो Xपता हो भाई हो म_ हो Xव~ा हो और धन हो ह

दवताओ क दवता तZह म र लए सब कछ हो

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६६६६ गीता यानमगीता यानमगीता यानमगीता यानम

ॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयमॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयमॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयमॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयम 6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम ----

अZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीमअZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीमअZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीमअZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीम ११११ ह मा भगवत-गीत म तZहारा 5नर 13तर अनच13तन करता ह भगवान नारायण न

अजन क )5तबोध क लए तZहार रचना वय कW थी )ाचीन म5न 6यासदव न तZह=

महाभारत क मय थाXपत Oकया तZहार अठारह अयाय ह तम Vद6य हो तZहार nारा अnतामत कW वषा होती ह और तम ससार क बधनamp स मB करन वाल हो

नमोऽतत 6यास Xवशाल ब नमोऽतत 6यास Xवशाल ब नमोऽतत 6यास Xवशाल ब नमोऽतत 6यास Xवशाल ब ---- फYलारXव13दायतप_ न_ फYलारXव13दायतप_ न_ फYलारXव13दायतप_ न_ फYलारXव13दायतप_ न_ यन Eवया भारततलपणः यन Eवया भारततलपणः यन Eवया भारततलपणः यन Eवया भारततलपणः ----

)वालतो Iानमयः )दपः )वालतो Iानमयः )दपः )वालतो Iानमयः )दपः )वालतो Iानमयः )दपः 2222

ह 6यासदव तZह= मरा )णाम ह खल हए कमल कW पखडयamp क सaश तZहार Xवशाल न_ ह तZहा रा Iान महान ह तमन महाभारत -तल (सार) स भरकर Iान का

दपक )वलत Oकया ह

)प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय )प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय )प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय )प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय Iानमाय क`णाय गीतामतदIानमाय क`णाय गीतामतदIानमाय क`णाय गीतामतदIानमाय क`णाय गीतामतद ह नमः ह नमः ह नमः ह नमः ३३३३

म उन भगवान क`ण को )णाम करता ह जो एक हाथ म= लकVट और दसर म=

Iान-मा धा रण Oकय हए ह िज13हampन (उप5नषदamp स) गीतामत का दोहन Oकया ह और

िजनकW शरण म= जान वाल कW समत कामनाय= वस ह पण होती ह जस कYपवT स

20

सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत ४४४४

सZपण उप5नष गाय= ह गोपालन13दन उनक दोहन वाल ह अजन गोवEस ह गीता महान अमतमय दध ह और सधीजन उस दध का पान करन वाल ह

वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम ५५५५

म उन भगवान क`ण को )णाम करता ह जो वसदव क Vद6य प_ ह कस और

चाणर का वध करन वाल ह दवकW मा को परम आन13द )दान करन वाल ह और

समत ससार क गS ह

भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला ---- शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला अhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनाव 5त नी 5तनी 5तनी 5तनी ----

सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः ६६६६ भगवान क`ण nारा चालत गीता -Iान कW नौका म= बठकर पाडवamp न उस भयकर

रणनद को सहज पार कर लया िजसक भी`म और ोण तट थ जयथ िजसका जल

था गाधार नप नील -कमल थ िजसम= शYय जस 4ाह थ और कपाचाय िजसकW तीyen

धारा थ कण िजसकW उoाल तरग थ अhEथामा और Xवकण िजसक भयकर मगर थ

और दयpoundधन िजसकW भवर था

पाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम लोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदा

भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस ७७७७

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महाभारत का वह 5नमल कमल हम= कYयाणकार हो जो पाराशर क प_ 6यास क

वचन सरोवर म= उEप13न हआ जो गीता कW उEकट गध स पdरपण ह िजसक अनक

आयान कसर क समान ह जो भगवान क`ण कW मधर कथाओ स पdरपण ह सजन iमरamp क nारा िजसक रस का पान 5नर13तर Oकया जाता ह और जो कलयग क समत

दोषamp का शमन करन वाला ह

मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम ८८८८

िजनकW कपा स मक वाचा ल हो जात ह और पग लोग भी ऊ च पवतamp को पार कर

जात ह उन परमान13द भगवान क`ण कW हम व13दना करत ह

य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव ---- वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो ----

ययाययाययाययात न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः ९९९९

ा वSण इ13 S और मSण Vद6य तो_amp nारा िजसकW त5त करत ह

सामवद क गान वाल अग पद cम और उप5नषदamp क सVहत वदamp nारा िजसका गायन

करत ह योगीजन यान म= िथत तnत हय म न स िजसका दशन करत ह दवता और

असर गण (कोई भी) िजसक अ13त को नह जानत उस (परम पSष नारायण ) दव क

लए मरा नमकार ह ७७७७ गीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोक

8 The spiritual text ((((पाqय पतकपाqय पतकपाqय पतकपाqय पतक )))) It is to be taken stanza by stanza and commented upon by the Group Sewak

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9 Discussions ((((Xवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमय)))) The Group Sewak may act as a mediator 10 Meditation Let all members sit in their favourite pose with head erect and eyes closed The Group Sewak may chant a short Mantra lowering the pitch of voice by and by Everyone repeats the process mentally Then there is a silence Every body tries to live in that silence abandoning all sorts of ideas If any thought comes in mind one should try to become its witness (Sakshi) The whole process may take only 5 to 7 minutes

यानमयानमयानमयानम शा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरश

Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम ल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZय व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम

११११११११ यानषटकयानषटकयानषटकयानषटक मनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाह न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च 6योमभमन च 6योमभमन च 6योमभमन च 6योमभम न तजो न वायःन तजो न वायःन तजो न वायःन तजो न वायः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ११११

म न मन ह न बX ह न अहकार ह और न चo ह म न uो_ ह न िजcopyा

ह न नासका ह और न न_ ह न म आकाश ह न भम ह न अिन ह

और न वाय म चदान13द प शव ह शव ह

न च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपाय

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम 2222

23

न म )ाण ह और न पचवाय न म स7धात का शरर ह और न

पचकोश न म वाक पाण पाद उपथ और न गदा ह म चदान13दप

शव ह शव ह

न म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौ

न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ३३३३

न म राग ह और न nष न म लोभ ह और न मोह न म मद ह और

न मEसर म धम अथ काम मोT भी नह ह म चदान13दप शव ह शव ह न पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःख न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः अह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBा चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ४४४४

न म पय ह और न पाप न म सख ह और न दःख न म म13_ ह

और न तीथ न म वद ह न यI म भोजन भोय और भोBा भी नह ह म

चदान13दप शव ह शव ह

न मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदः Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म न ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ५५५५

24

न म मEय ह और न भय मझम= कोई जा5तभद भी नह ह न मर

माता ह और न Xपता मरा ज13म भी नह हआ ह न मरा कोई ब13ध ह न म_

न गS ह न श`य म चदान13दप शव ह शव ह

अह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपः

XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम न चान चान चान चासsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ६६६६

मर न कोई कYपना ह और न आकार म सव6यापी और इि13रयातीत

ह मरा न ब13धन ह और न मAB म Iय भी नह ह म चदान13दप शव ह शव ह

११११2222 uी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकम

6या7 जग6या7 जग6या7 जग6या7 जग~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत

5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ११११

अखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभावः परमाEमसEय वः परमाEमसEय वः परमाEमसEय वः परमाEमसEय

सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय 2222

म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः बोचबबोचबबोचबबोचब umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः

25

सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ३३३३

शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः

6यापी परण मो6यापी परण मो6यापी परण मो6यापी परण मोदमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ४४४४

अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च ग गभीग गभीग गभीग गभी र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ५५५५

तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म

Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न च13Eयमानम च13Eयमानम च13Eयमानम च13Eयमानम uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ६६६६

12 Pledge We stand as one family bound to each other with love and respect We serve as an army Courageous and disciplined ever-ready to fight against all low tendencies and false values within and without us We live honestly

the noble life of sacrifice and service producing more than what we consume and giving more than what we take

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We seek the Lords Grace to keep us on the path of virtue courage and wisdom May Thy Grace and Blessings flow through us to the world around us We believe that the service of our country is the service of Lord of Lords and devotion to the people is the devotion to the Supreme Self We know our responsibilities give us the ability and courage to fulfill them

OM TAT SAT

च13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIा हमार िथ5त ह एक पdरवार क समान )म और सZमान स परपर आब हम सवा-रत ह एक सना क समान- साहसी और अनशासत - कVटब ह सघष करन को 5नZन वXo यamp और थोथ आदश क XवS िजनका जाल ह हमार अ13दर और बाहर सव_ हम जीत ह ईमानदार स Eयाग और सवा का उच जीवन उEप13न करत ह उपभोग स अधक लत ह िजतना दत ह कह अधक हम बन ह आकाTी )भ कW कपा क जो चलाव= हम= गण साहस और Iान क माग पर

आप कW कपा और आशीष ह )भो हमार मायम स बह

27

Xवh म= चारamp ओर हमारा Xवhास ह Oक वदश सवा ह परमhर कW सवा ह और जनता कW भAB ह परमाEमा कW भAB ह हम समझत ह अपना दा5यEव दो योयता और साहस Oक हम परा कर= उस ॐ तEसत

13 Arati Arati is to be performed preferably by the wife of Group Sewak or by the

Group Sewak himself A few flowers and burning camphor placed in a tray are waved before the picture of the Lord and the following Mantras are chanted by all the members present -

न त_ सयpound भा5त न चतारक नमा Xव~तो भा5त कतोऽयमि13गः तमव भा13तम अनभा5त सव तय भासा सवमदXवभा5त ॐ सवषा वितभवत सवषा शाि13तभवत सवषा पण भवत सवषा मsectगल भवत ॐ सव भव13त सखनः सवस13त 5नरामयः सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत असतो मा स^मय तमसो मा यो5तगमय मEयोमाममत गमय ॐ पणमदः पणमद पणात पणमदयत पणय पणमादाय पणमवावश`यत ॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तः

28

भज गोXव13दमभज गोXव13दमभज गोXव13दमभज गोXव13दम

भज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13द गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत स)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत काल न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण ११११

र मढ मन गोXव13द कW खोज कर गोXव13द का भजन कर और गोXव13द का ह

यान कर अि13तम समय आन पर 6याकरण क 5नयम तर रTा न कर सक= ग मढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णा कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम यYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाo Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम 2222

र मढ धन स4ह कW त`णा छोड द मन म= वराय लाकर सत तiexclव का

च13तन कर अपन कम फल क अनसार जो धन )ा7 हो उसी स अपन म न को स13त2

कर नारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदश a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम एत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकार मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम ३३३३ स13दर Rी क नाभदश को दखकर मोह म= मत पड यह कवल मास और मजा

का Xवकार ह अपन मन म= इस बात का बार-बार Xवचार कर नलनीदलगतनलनीदलगतनलनीदलगतनलनीदलगत जलम5ततरल जलम5ततरल जलम5ततरल जलम5ततरल तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम XवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4त लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम ४४४४

29

कमल-दल क ऊपर जल कW बद अEय13त अिथर होती ह जीवन भी इसी )कार

अिथर ह इस बात को अछmacr तरह समझ ल Oक सारा ससार 6याध अभमान शोक आVद स 4सत ह

यावVnयावVnयावVnयावVnoोपाजन सBःoोपाजन सBःoोपाजन सBःoोपाजन सBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः पlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह ५५५५

जब तक धनोपाजन कW शAB ह तभी तक तZहार पdरवार क लोग तम स )म

रखत ह वावथा म= शरर जजर हो जान पर तZहार बात कोई न पछगा यावEपवनोयावEपवनोयावEपवनोयावEपवनो 5नवस5त दह 5नवस5त दह 5नवस5त दह 5नवस5त दह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह गतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापाय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय ६६६६ जब तक शरर म= )ाण ह तब तक घर म= तZहार कशल पछmacr जाती ह )ाण

5नकलन पर उसी शरर स पcentी तक भयभीत होन लगती ह बालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBः तSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBः वताविच13तासBःवताविच13तासBःवताविच13तासBःवताविच13तासBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः ७७७७

बचपन म= खलamp म= आसAB रहती ह यवावथा म= तSणी स मोह रहता ह और

वावथा म= च13ताय= आ घरती ह Oक13त पर परमाEमा स Oकसी को )म नह ह का त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ः सससससारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः

30

कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः ८८८८

कौन तZहार पcentी ह कौन तZहारा प_ ह वततः ससार बडा Xवच_ ह तम

Oकस क हो कहा स आय हो ह भाई कभी इस बात का भी Xवचार करो

सEससEससEससEसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEवगEवगEवगEव 5नस5नस5नस5नसगEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम 5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः ९९९९

सEसग स अनासAB )ा7 होती ह अनासAB स मोह क ब13धन टटत ह मोह टटन पर शाhत तiexclव कW )ा57 होती ह और शाhत तiexclव पान पर जीवन -मAB का लाभ

)ा7 होता ह वयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः Tीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारो Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः १०१०१०१०

जस यवावथा बीतन पर काम -Xवकार न2 हो जाता ह और जल सख जान पर

तालाब नह रह जाता ह वस ह धन न2 होन पर पdरवार नह रह जाता और तiexclव-बोध

होन पर ससार नह रह जाता ह मा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगव हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम मायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा ११११११११

31

धन जन और यौवन क लए अभमान न करना चाVहए काल इन सब को Tण मा_ म=

न2 कर दता ह इन सब को माया का iम समझो और शीordf ह साTाEकार )ा7

करो Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः कालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः ११११2222

Vदन और रात )ातः और साय सय और गम बार -बार आत ह और चल जात

ह काल कW इस cWडा क साथ आय भी बीतती जा रह ह Oफर भी आशाओ कW आधी

स कोई नह बचता का त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता _जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका १३१३१३१३

र iाि13त म= पड मढ Rी धन आVद कW च13ता Gयamp Oकया करता ह Gया तर

ऊपर शासन करन वाला कोई नह ह तीनamp लोकamp म= कवल सEसग ह वह नौका ह जो

ज13म-मरण क सागर स तझ पार कर सकती ह जVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः प1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढो दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः १४१४१४१४

जटाधार बाल मडाय एक-एक कर सर क सब बाल खचवाय और काषायवR

धारण Oकय हए नाना वषधार स13यासी ह व आखamp स दखत हए भी अध ह व मढ

नाना )कार क वष कवल पट भरन क लए धारण करत ह

32

अsectगअsectगअsectगअsectग गलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मड दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम वो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दड तदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEया शाXपडम शाXपडम शाXपडम शाXपडम १५१५१५१५

वावथा म= शरर जजर हो गया ह सर क बाल सफद हो गय ह दात गर

गय ह छडी क सहार चलना पडता ह अथात मEय 5नकट आ गई ह Oक13त आशाओ का

ब13धन अब भी नह टटा अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः करतल करतल करतल करतल भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः १६१६१६१६

आग अिन पीछ सय और रा_ म= घटनamp म= ठो ढ लगाय रहन वाल तथा हाथ पसार

कर भीख मागन वाल और पड क नीच सोन वाल भी आशा क ब13धनamp स मB नह ह कSत गsectगकSत गsectगकSत गsectगकSत गsectग सागरगमनसागरगमनसागरगमनसागरगमन yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम IानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन १७१७१७१७

कोई भल ह गगासागर आVद तीथdeg का सवन कर yenत रख अथवा दान कर

Oक13त अIानी 6यAB सकडamp ज13मamp म= भी मAB नह )ा7 कर सकता ह यह तplusmnय सभी लोग वीकार करत ह

सरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासः शsup2याशsup2याशsup2याशsup2या भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः सवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः १८१८१८१८

33

जो लोग दवताओ क मि13दर और पडamp क नीच 5नवास करत ह बना बछौन क

जमीन पर लटत ह मगछाला पहनत ह और इस )कार सभी भोगamp का Eयाग कर दत ह

उन XवरB लोगamp को कौन सा सख )ा 7 नह ह

योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा सsectगसsectगसsectगसsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगXवहनः Xवहनः Xवहनः Xवहनः यय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चo न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव १९१९१९१९

चाह कोई योग का अयास करता हो या भोगamp म= पडा रहता हो चाह अनक लोगamp क

साथ रहता हो या अकला िजसका चo -च13तन म= मन ह वातव म= वह सखी ह

भगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीता गगगगगागागागाजल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता सकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा 2222००००

जो भगवदगीता का थोडा भी अययन करता ह गगा जल कW एक बद भी पान

करता ह और भAB-भाव स भगवान का मरण करता ह उसकW चचा यमराज भी नह

करत ह पनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरण पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम इह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार 2222११११

बार-बार ज13मना बार-बार मरना और बार-बार मा क पट म= पहचना बडा

क2कारक ह इस दःखमय ससार स पार होना बडा कVठन ह ह भगवन अपनी अपार

कपा स मरा 5नतार करो

34

रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः योगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoो रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव 22222222

जो योगी चीथड बीन कर कथर बनात और पहनत ह पय और पाप क माग को छोड

कर चलत ह िजनका चo योगायास स सयमत ह व ईhर भाव म= 5नमन रहन वाल बालकamp या उ13मo लोगamp कW तरह 5नn13n रहत ह

कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः इ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसार Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम 2222३३३३

तम कौन हो म कौन ह म कहा स आया ह कौन मर माता ह कौन मरा

Xपता ह इन )vamp पर Xवचार करो और इस असार ससार को वwन मा_ समझ कर

छोड दो Eव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः भव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eव वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम 2222४४४४

तम म= मझ म= और सभी थानamp म= क वल एक सव6यापी भगवान ह असVह`ण होकर

तम 6यथ ह मर ऊपर cोध करत हो यVद तम चाहत हो Oक तZह= ईhर )ा7 हो जाय तो तम सदा समभाव रहो

श_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ सविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमान

35

सव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIा नम नम नम नम 2222५५५५

दसर लोगamp स लडन म= अथवा उनस म_ता करन म= अपनी शAB का अप6यय न

करो अपन ब13ध-बा13धवamp स राग-nष मत रखो सव_ अपन ह वप को दखो भद बX का Eयाग करो और अIान स छटकारा पाओ

काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह EयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1य5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम आEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः 2222६६६६

काम cोध लोभ और मोह को छोडकर Iानी सव_ आEमवप ह दखता ह

वह समझता ह Oक म वह ह Oक13त आEमIान रVहत मढ लोग अIान क कारण नक कW वदनाय= सहन करत ह

गय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहsup3sup3sup3sup3 यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म नय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चo दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम 2222७७७७

भगवत-गीता और Xव`ण क सहsup3 नाम गान चाVहए भगवान Xव`ण क वप का

5नर13तर यान करना चाVहए सदा सEसग म= चo लगाना चाVहए और दन लोगamp को

दान दना चाVहए सखतः सखतः सखतः सखतः Ocयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः य~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरण तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम 2222८८८८

36

पहल तो लोग सख क लए Rी भोग म= ल7 रहत ह और बाद म= शारdरक रोगamp का शकार होना पडता ह य~Xप इस ससार म= अ13ततोगEवा मEय म= ह शरण मलती

ह Oफर भी लोग पापाचरण नह छोडत

अथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEय नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम प_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः 2222९९९९

लोगamp कW अनथकार धन म= ह सदा Sच बनी रहती ह सEयता यह ह Oक उसम=

Oकि13चत मा_ भी सख नह ह धनी लोगamp को अप न प_ स भी भय रहता ह धन का

सव_ यह हाल दखा जाता ह )ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम जाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधान कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम ३०३०३०३०

बडी सावधानीपवक पहल )ाणायाम का अयास करो मन को सब ओर स

हटाकर अ13तमखी बनाओ 5नEय और अ5नEय वतओ क बीच Xववकपवक Xवचार करो

और Oफर जप करत हए समाध का अयास करो गSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः सि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादव -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम ३१३१३१३१ ह गS क चरणamp म= भABभाव रखन वालamp तम शीordf ह स सार-सागर स पार हो

जाओग तमन इि13 यamp को और मन को वश म= Oकया ह तम अपन acuteदय म= शीordf ह

भगवान का साTाEकार करोग

37

आयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अग १ १ १ १ ---- वथ शरर वथ शरर वथ शरर वथ शरर ((((अअअअ) ) ) ) सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन ---- बना वथ शरर क कोई भी लौOकक या पारलौOकक

काय करना सZभव ह नह ह इसक लए श और सािiexclवक आहार आव1यक ह

मच इमल wयाज लहसन खटाई तल मसाल हग आVद Eयाय ह बहत अधक न खाना चाVहए मताहार रोगamp स बचाता ह यान रखो भोजन वाद क

लए नह वाplusmnय क लए ह एकादशी आVद Oकसी Vदन उपवास भी कई aX2 स

उपयोगी ह ((((बबबब) ) ) ) 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम ---- वथ शरर क लए 5नEय 6यायाम भी आव1यक ह

इसक लए )ातःकाल कछ शारdरक uम करना चाVहए बगीच म= काम टहलना

तरना आसनamp का अयास आVद कछ 6यायाम ह आसन और )ाणायाम साधना

म= अधक सहायक ह ((((सससस)))) वछता वछता वछता वछता ---- वथ वाय का सवन 5नEय नान साफ कपड और रहन क

थान कW सफाई शरर को वथ और चo को )स13न रखती ह

2 2 2 2 ---- वथ मनवथ मनवथ मनवथ मन

((((अअअअ) ) ) ) वायाय वायाय वायाय वायाय ---- जस वथ शरर क लए 5नEय श और पौX2क भोजन कW

आव1यकता ह वस ह वथ मन क लए स-413थamp का 5नEय अवलोकन आव1यक ह अ13यथा मन दबल हो जाता ह और उस मानस रोग घरन लगत ह

दिl13ताय= चडचडाहट 6य4ता भय nष आVद मानसक रोगamp क लTण ह

गीता रामायण भागवत उप5नष योगवास बाइबल ज13दावता करान

_Xपटक 413थसाVहब आVद म= स Oकसी 413थ का अययन करना चाVहए

((((बबबब) ) ) ) स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त ---- य दोनamp वथ मन क लTण ह Xववक और वराय

क 6यायाम स स13तोष और शाि13त बढती ह वथ शरर और वथ मन स

आEमबल बढता ह इसी बल स आयािEमक सफलताय= )ा7 कW जाती ह ((((सससस) ) ) ) सससस----Xवचार Xवचार Xवचार Xवचार ---- स-Xवचार जीवन को सह Vदशा म= ल जात ह अस Xवचारamp

स मन`य का पतन होता ह सEसग और सuml413थamp क अवलोकन स स -Xवचार

38

aढ होत ह कसग और कच2ाय= छोडकर सEसग का आuय लो ससार म= िजतन भी महापSष हए ह और उ13हampन जब जो कछ पाया ह वह सEसग क कारण ह ३ ३ ३ ३ ---- न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो

जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए ---- ((((अअअअ) ) ) ) चय और सEय चय और सEय चय और सEय चय और सEय ---- वीय कW रTा बडी सावधानी स करनी चाVहए शरर

तर पर वीय ह ईhर ह जीवन कW यह एक बहत बडी Xवभ5त ह यह जीवन Xवचार और बX का सार ह सचत वीय ओज म= पdरव5तत होता ह और ओज आEमशAB म= हर कWमत पर सEय मधर और मत भाषण का अयास करना चाVहए

मplusmnया भाषण दबलता भय और अIान का पdरणाम ह 5नEय एक-दो घट का

मौन रहना चाVहए उस समय सकतamp का )योग भी न करना चाVहए ((((बबबब) ) ) ) सससस----गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास ---- 5नयम कW पाब13द समय का उपयोग मधर भाषण

उदारता कSणा नह स-पSषamp का आदर सहनशीलता Tमा धय स13तोष 5नरभमानता आVद स-गण ह यVद य ग ण सहज ह )ा7 न हamp तो अयास क

nारा )ा7 Oकय जा सकत ह सब गणamp का एक साथ अयास नह हो सकता Oक13त एक गण क आत ह उसक सहयोगी अनक गण वय आन लगत ह Oकसी एक गण का अयास करन का सकYप करो और 5नEय सोन क पहल

अपनी सफलताओ-असफलताओ पर Xवचार करो कछ समय म= वह अयास आदत बन जायगा और आदत वभाव ((((सससस) ) ) ) दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग ---- )ायः लोग कसग क कारण दगणamp म= पड जात ह

आयािEमक T_ म= जYद सफल होन क लए दगणamp को शीordfा5तशीordf छोडना

होगा म~पान आलय मासभTण cरता कठोरता कVटलता छल )पच

पर5न13दा लोभ पdर4ह आVद अनक दगण ह यVद साधक म= ऐस कोई दगण ह

तो उ13ह= एक-एक कर छोडन का )यcent करना चाVहए दगण बड हठmacr होत ह

इनक Eयागन क लए सकYप करना पडता ह यVद एक दगण छोडन म= सफलता

मल तो आEम-Xवhास बढ जाता ह और दसर दगण छोडना सरल हो जाता ह ((((दददद) ) ) ) सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका ---- आज क आथक यग म= धन सचय कW हवस बढ रह

ह इसक लए बईमानी और छल-)पच का सहारा लया जा रहा ह कारण कवल

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यह ह Oक हमार आव1यकताय= बढ गई ह श आजी Xवका क लए आव1यक ह

Oक आव1यकताय= घटाई जाय= uम और ईमानदार स कमाया हआ धन मन`य

कW आव1यक आव1यकताय= पर कर सकता ह आलसी और दबल 6यAB ह आसानी स )ा7 होन वाल धन कW इछा करत ह यVद आपकW बX और शरर

शABसZप13न ह तो आप पराय पस को Xव2ा क समान समझ=ग सबल बनो और

uम स धन कमा कर स13तोष का जीवन बताओ ४ ४ ४ ४ ---- आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम उपयB तplusmnय आयािEमक साधना कW भमका तयार करन क लए ह उ13ह=

साधना का परोT अग कह सकत ह आसन यथाथ साधना कW पहल सीढ ह

कछ आसन तो 6या याम कW aX2 स उपयोगी होत ह िजनका उYलख ऊपर Oकया

जा चका ह कछ आसन यान क लए बताय गय ह पझ स और सख

आसन म= स कोई एक अपनी सXवधा और Sच क अनसार चन लना चाVहए

उoर या पव Vदशा कW ओर मख करक उस आसन पर लगभग तीन घट अXवचल

बठन का )यास करना चाVहए उसी आसन पर यान और जप करना होगा

इसक लए थान और समय 5निlत होना चाVहए इस काय क लए एक अलग

कमरा ताल स ब13द रखना चाVहए )ातःकाल ४ बज उठ कर शौचाVद स 5नवo और पXव_ होकर आसन )ाणायाम और यान करना चाVहए आसन पर बठत ह कम स कम बीस बार )ाणायाम करना चाVहए अपन इ2दव क यान क लए कछ ोक याद कर लो )ाणायाम क बाद उनका पाठ करक भगवान का च13तन करना चाVहए ५ ५ ५ ५ ---- )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा भगवान का यान करत ह वा ससार स मन को हटा कर अ13तमखी कर लना चाVहए यह )Eयाहार ह जप इसम= सहायक होगा ॐ या ॐ नमो नारायणाय आVद Oकसी म13_ का जप

)ारZभ कर दना चाVहए १०८ म13_ कW एक माला होती ह एक या तीन माला

म13_ जपना चाVहए अधक भी हो सकता ह म13_-जाप करत ह मन भगवान क

सामन जा पहचता ह भगवान का 5नर13तर च13तन ह धारणा ह

40

जप-माला भी उपयोगी ह SाT या तलसी कW माला रखना चाVहए जप क

अ5तdरB उस गल म= पहना जा सकता ह जब म= रखा जा सकता ह और सोत

समय तOकया क नीच भी डाल सकत ह Oक13त माला सदा साथ रखनी चाVहए ६ ६ ६ ६ ---- यान यान यान यान एक 5निlत आसन पर बठकर अपन इ2दव का तल धारावत च13तन ह यान

ह शरर-मन-बX क nारा भगवान क 5नकट पह च उ13ह= पीछ छोड दना समाध

ह यान क अयास कW सफलता समाध क लाभ म= 5नVहत ह समाध म= परम तoव का अपरोT अनभव होता ह याता और यय एक हो

जात ह समाध ह तरयावथा और जीव13मAB ह यह योगी कW पणावथा ह ७ ७ ७ ७ ---- 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा आयािEमक साधना कवल यान क कमर तक ह सीमत नह ह यह तो

सम4-कालक साधना ह Vह13द धम का यह एक बडा अभशाप ह Oक हम कवल

कछ बातamp को पXव_ और धामक मान बठ ह शष 6यावहाdरक जीवन धम और

आयािEमक स पर समझ लया गया ह यह बडी भल ह साधक को अपना सम4 जीवन साधनामय बनाना होता ह भगवान कW शरणाग5त का भाव 5नर13तर रहना चाVहए सारा जीवन उ13ह कW

सवा ह उ13ह कW )रणा स हर काय हो रहा ह आयािEमक साधना कW सार

सफलता उ13ह क हाथ म= ह )ाणीमा_ स )म-भाव रखना भगवान क )म का 6यावहाdरक प ह भगवान क

भBamp को सभी लोग X)य Vदखाई दत ह दसर क दोषamp को दखन क बजाय अपन

दोष दखना और उ13ह= दर करना भगवत सवा का u माग ह दनamp को दान दना रोगयamp कW सवा करना 5नरTरamp को पढाना पीडतamp कW

सहायता करना मोहा13ध भटकत लोगamp को राह Vदखाना आयािEमक साधना का

अि13तम Oक13त महEवपण अग ह कमयोग क अ13तगत इसकW मVहमा क गण गाय गय ह यVद साधना क उपयB 5नदशamp का aढतापवक पालन Oकया जाय तो जीवन म=

5नlय ह सफलता सख और मAB का लाभ होगा सभी स13त -उपदशamp का सार

यह ह

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इस Vदशा म= सतत अ4सर रहन क लए स13तamp महाEमाओ का माग-दशन लत

रहना आव1यक ह वतमान काल म= पय वा मी च13मयान13द जी क अनया5ययamp

nारा थाXपत सथा lsquoच13मय मशनrsquo आपकW सहायता क लए सदा उपलltध ह

पाqयcमपाqयcमपाqयcमपाqयcम

नननन0 पतकपतकपतकपतक )थम)थम)थम)थम बारबारबारबार

)5तVदन)5तVदन)5तVदन)5तVदन

1 जीवनजीवनजीवनजीवन यो5तयो5तयो5तयो5त 10 पपपप

2 आEमआEमआEमआEम XवकासXवकासXवकासXवकास कWकWकWकW 5नदशका5नदशका5नदशका5नदशका 10 पपपप

3 भजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दम 4 ोकोकोकोक

4 तiexclवतiexclवतiexclवतiexclव बोधबोधबोधबोध 4 पपपप

5 आEमआEमआEमआEमबोधबोधबोधबोध 3 ोकोकोकोक

6 प_प_प_प_ nाराnाराnाराnारा वदा13तवदा13तवदा13तवदा13त 10 पपपप

7 मानवमानवमानवमानव 5नमाण5नमाण5नमाण5नमाण कलाकलाकलाकला 12 पपपप

8 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण 4 ोकोकोकोक

9 यानयानयानयान औरऔरऔरऔर जीवनजीवनजीवनजीवन 1 अयायअयायअयायअयाय

10 नारदनारदनारदनारद भABभABभABभAB स_स_स_स_ 5 स_स_स_स_

11 गीतागीतागीतागीता कWकWकWकW भमकाभमकाभमकाभमका 10 पपपप

12 अव1यअव1यअव1यअव1य कर=कर=कर=कर= 10 पपपप

13 साधनासाधनासाधनासाधना पचकमपचकमपचकमपचकम 1 ोकोकोकोक

14 कनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषद 2 म_म_म_म_

15 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1-2-3 3 सससस 5 ोकोकोकोक

16 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (201 सससस 300 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

17 कठोप5नषकठोप5नषकठोप5नषकठोप5नष 2 म_म_म_म_

18 दTणाम5तदTणाम5तदTणाम5तदTणाम5त तो_मतो_मतो_मतो_म 2 म_म_म_म_

19 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 4-5-6 3 सससस 5 ोकोकोकोक

20 उपदशउपदशउपदशउपदश सारसारसारसार 2 ोकोकोकोक

42

21 ईशावायईशावायईशावायईशावाय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 3 म_म_म_म_

22 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 7-8-9 3 सससस 5 ोोोोकककक

23 मडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नष 2 म_म_म_म_

24 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 10-11 3 सससस 5 ोकोकोकोक

25 कवYयकवYयकवYयकवYय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 2 म_म_म_म_

26 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (301 सससस 583 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

27 पSषसBमपSषसBमपSषसBमपSषसBम 4 सBसBसBसB

28 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 12 3 सससस 5 ोकोकोकोक

29 तXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषद 2 म_म_म_म_

30 बनाथबनाथबनाथबनाथ-त5तत5तत5तत5त 4 ोकोकोकोक

31 गीगीगीगीताताताता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 13-14-15 3 सससस 5 ोकोकोकोक

32 ऐतरयऐतरयऐतरयऐतरय उप5न`दउप5न`दउप5न`दउप5न`द 3 म_म_म_म_

33 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 16-17 3 सससस 5 ोकोकोकोक

34 )vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद 2 म_म_म_म_

35 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 18 3 सससस 5 ोकोकोकोक

36 ईhरईhरईhरईhर-दशनदशनदशनदशन (तपोवनमतपोवनमतपोवनमतपोवनम ) एकएकएकएक अयायअयायअयायअयाय

37 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1 सससस 18 5 सससस 10 ोकोकोकोक

38 अ2ावcअ2ावcअ2ावcअ2ावc गीतागीतागीतागीता 3 ोकोकोकोक

39 मामामामाडGयडGयडGयडGय औरऔरऔरऔर काdरकाकाdरकाकाdरकाकाdरका 2 म_म_म_म_

ःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःः

43

Page 9: Swadhyayamandal

9

उचारण अगल बठक म= Oकया जायगा )थम बठक म= जो लोग नह आ सक उ13ह=

अगल बठक कW सचना दना अ5नवाय ह वायाय मडल का सचालनवायाय मडल का सचालनवायाय मडल का सचालनवायाय मडल का सचालन

थान कW 6यवथा - वायाय मडल क लए कोई भी ऐसा थान हो सकता ह

िजसम= दस प13ह लोग भम पर आराम स बठ सक= मडल क सदयamp म= स ह कोई

6यAB अपना कमरा इस काय क लए वछा स द सकता ह वह थान पणतः वछ होना चाVहए धप बoी कW सहायता स वातावरण अधक उपयB बनाया जा सकता ह

एक म5त या च_ रख कर और उसक सामन जला दपक रख कर वातावरण गभीर बना लना चाVहए च_ ऐस थान पर रख= जहा स वह सबको Vदखाई द मडल-सवक उसी

च_ क 5नकट बठ nार क पास जत उतारन और उ13ह= करन स रखन का थान छोड द= कोट आVद उतार कर टागन का थान भी बनाया जा सकता ह

)थम बठक - सदयamp का पdरचय )ा7 करन क बाद मडल-सवक कोई ऐसा Vदन

और समय 5निlत कर ल= जो सभी सदयamp को सXवधाजनक हो य~Xप मडल कW बठक=

स7ाह म= एक बार रखी जाती ह Oक13त पdरिथ5त क अनसार व प13ह Vदन म= भी एक

बार रखी जा सकती ह )थम बठक म= वायाय मडल क महEव और उपयोगता पर

Xवचार Oकया जाता ह बठकamp म= सिZमलत होत समय उचत भावना पर 5ना और

5नयमतता कW आव1यकता होती ह उसी पर बल दना चाVहए पतक पढन कW Xवध नोट लखना और पdरचचा क लए तयार करना भी बताया जाता ह सबको पाqयcम

समझा Vदया जाता ह और )थम पतक lsquoजीवन-यो5तrsquo सबको Xवतdरत कर द जाती ह

(IानयI म= बcW क लए आयी पतकamp म= स लगभग १५ lsquoजीवन-यो5तrsquo पतक= बचा

रखना चाVहए अ13यथा वायाय मडल क लए पतक= मगान म ६-८ स7ाह लग

जाय=ग) मडल-सवक यह बात भल-भा5त समझा दता ह Oक पdरचचा )ारZभ करन स

पहल मन को शा13त कर लना चाVहए उठ कर जान स पहल भी मन को शा13त करना

आव1यक ह इसक लए नीच लखा म13_ )योग म= लाया जाता ह-

10

ॐ ॐ ॐॐ ॐ ॐॐ ॐ ॐॐ ॐ ॐ ॐ सह नावबतॐ सह नावबतॐ सह नावबतॐ सह नावबत सह नौ भनBसह नौ भनBसह नौ भनBसह नौ भनB सह वीय करवावहसह वीय करवावहसह वीय करवावहसह वीय करवावह

तजिवनावधीतमत मा XवVnषावह तजिवनावधीतमत मा XवVnषावह तजिवनावधीतमत मा XवVnषावह तजिवनावधीतमत मा XवVnषावह ॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तःशाि13तःशाि13तःशाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः

lsquolsquoह परमाEमन आप हम दोनamp गS श`य कW साथ -साथ रTा कर= हम दोनamp का

साथ-साथ पालन कर= हम दोनamp साथ-साथ ह शAB )ा7 कर= हम दोनamp कW पढ हई Xव~ा तजोमयी हो और हम दोनamp परपर nष न कर=rsquorsquo

इसक उपरा13त सT7 भजन और कWतन भी वातावरण को )म और सावपण

बना सकत ह पdरचचा क समय अनशासन कW आव1यकता ह सदय को उसक लए तयार

होकर आना चाVहए बोलत समय एक-एक 6यAB cम स बोल Xवचारणीय Xवषय क

सभी ब13द cमब हamp उसी Xवषय पर अ13य 413थamp स उरण Vदय जा सकत ह Xवषय

स असZब बात= बोलन कW वीक5त न द जाय कछ )vamp पर सशय रह सकता ह उनक प2ीकरण क लए अगल बठक तक धय रखना चाVहए (पdरचचा क समय

टलफोन क 6यवधान स बचन क लए उस दर रखना चाVहए या उसका सZब13ध काट दना चाVहए) मडल-सवक अगल बार क लए अययन हत पतक का अश 5नधाdरत करगा

नीच लख शाि13त पाठ क साथ पdरचचा समा7 होती ह-

सव भव13त सखनः सवसव भव13त सखनः सवसव भव13त सखनः सवसव भव13त सखनः सव स13त 5नरामयः स13त 5नरामयः स13त 5नरामयः स13त 5नरामयः सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत

ॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तःशाि13तःशाि13तःशाि13तः शाि13तःशाि13तःशाि13तःशाि13तः

lsquolsquoसभी लोग सखी हamp सभी 5नरोग हamp सभी भता का दशन कर= Oकसी को दःख

न भोगना पडrsquorsquo

यVद कोई सदय अनपिथत रहा ह तो अगल बठक क पव उसस मलकर

थान आVद क पdरवतन कW सचना उस दनी चाVहए

11

मडल क सदयamp क यVद कोई अ13य )v हamp तो उनका समचत उoर दना चाVहए यह बहत आव1यक ह Oक यह कायcम 5निlत समय स )ारZभ हो और 5निlत

समय पर ह समा7 हो िजसस सदयamp को Oकसी )कार कW अनाव1यक असXवधा न हो

अगल बठक= - थान और समय आVद क Xवषय म= पववत 6यवथा रखनी ह

शष कायcम इस )कार होगा-

(१) तीन बार ॐ का उचारण और शाि13त पाठ

(2) कछ मनट भजन और कWतन

(३) Xपछल स7ाह म= हई पdरचचा का सार वय मडल -सवक nारा अथवा उसक nारा

इगत Oकय गय Oकसी अ13य सदय nारा कह जान चाVहए (४) उस Vदन क Xवचारणीय Xवषय पर सभी सदय अपन Xवचार cमशः )तत कर=

एक क Xवचारamp का दसरा 6यAB खडन या मडन कर सकता ह (५) मडल-सवक समत Xवचारamp को 6यविथत कर और उस पण बनाव

(६) अगल बठक क लए कछ अश 5नधाdरत Oकया जाय

(७) सब सदयamp nारा शाि13त पाठ

(८) शाि13त और अनशासन क साथ थान छोडकर जाय= िजनक घर पर यह कायcम हो

व चाह तो कछ )साद Xवतरण कर सकत ह Oक13त यह सदा आव1यक नह ह उसका

Xवतरण पdरचचा समा7 होन क उपरा13त ह करना चाVहए

)v )v )v )v ---- Gया वायाय Gया वायाय Gया वायाय Gया वायाय----मडल धम पdरव5तत कर Vह13द बनान कW स-म Xवध मडल धम पdरव5तत कर Vह13द बनान कW स-म Xवध मडल धम पdरव5तत कर Vह13द बनान कW स-म Xवध मडल धम पdरव5तत कर Vह13द बनान कW स-म Xवध

हहहह उoर उoर उoर उoर ---- बYकल नह वदा13त सZ)दायवाद कदाXप नह ह ससार भर क वायाय मडलamp क सदयamp न दखा ह Oक वदा13त क अययन स 6यAB उEक2 बनता

ह वह Oकसी भी धम का हो इसस )योजन नह वदा13त धम पdरवतन चाहन वालamp कW खोज म= नह ह उसका उ01य 6यAB को अपन Xवषय म= अधक Iान दना और अपन

6यABEव को समि13वत बनाना ह यह Xवचार करन क लए )dरत करता ह और इसका

उपयोग Xवh म= सव_ ह अतः इसका उपयोग आEम-Xवकास क लए Oकया जाता ह धम पdरवतन क लए नह

12

)v )v )v )v ---- Gया शाि13त Gया शाि13त Gया शाि13त Gया शाि13त----पाठ आVद सकत म= ह बोलन चाVहएपाठ आVद सकत म= ह बोलन चाVहएपाठ आVद सकत म= ह बोलन चाVहएपाठ आVद सकत म= ह बोलन चाVहए

उoर उoर उoर उoर ---- )ारZभ म= वदा13त-दशन सकत म= ह लखा गया था इसलए उसका पाठ सकत म= ह Oकया जाता ह सकत म= पाठ करन स हम= वह शा13त और गभीर वातावरण मल जाता ह िजसम= ऋXषयamp न हम= वह Iान Vदया था )ारZभ म= सकत का

उचारण करना कVठन लग सकता ह Oक13त अ13य लोगamp को सनन उनक साथ बोलन स और थोडा )यास वय करन स वह सगम हो जाता ह यVद कछ सदय अ13य धमावलZबी ह और उनकW भाषा भी भ13न ह तो पdरचचा क 5नधाdरत समय म= शाि13त-

पाठ Oकसी भी भाषा म= Oकया जा सकता ह )v )v )v )v ---- यVद म वायाय मडल क Oकसी यVद म वायाय मडल क Oकसी यVद म वायाय मडल क Oकसी यVद म वायाय मडल क Oकसी अ13य सदय को पस13द न क तो अ13य सदय को पस13द न क तो अ13य सदय को पस13द न क तो अ13य सदय को पस13द न क तो उoर उoर उoर उoर ---- राग-nष मन`य का वभाव ह वायाय मडल म= भी कछ ऐस सदय हो सकत ह िजनक साथ आप बठना पस13द न कर= वदा13त का Iान इतना मYयवान ह

Oक आपको अपनी Sच-अSच का याल न रख कर अययन करना चाVहए बठक क

समय Oकसी भी 6यAB क )5त अSच हो तो उस भी सहन करन का अयावस कर=

थोडी उदारता और सहनशीलता रख कर वायाय मडल म= वदा13त अययन करन का

लाभ उठा लना चाVहए

पतक अययन Xवधपतक अययन Xवधपतक अययन Xवधपतक अययन Xवध

वदा13त XवIान ह अतः उसका अययन 6यविथत प म= करना चाVहए )थम

पतक lsquoजीवन-यो5तrsquo स अययन )ारZभ करना चाVहए इस भी जYद-जYद न पढ= यह कोई उप13यास या हYकW-फYकW पतक नह ह इन पतकamp को पढ कर इनक ऊपर

वय Xवचार करना आव1यक ह इसीलए एक बार म ५ या १० प ह पढ पतक

धीर-धीर Xवचार करत हए पढ= और उसम= 5नXपत सा13तamp कW सEयता पर च13तन

कर= इस )कार पढन म= 2०-३० मनट लग सकत ह इनक पढन का समय )ातःकाल ना1ता करन क बाद उपयB होगा पतक पढन क बाद Vदन का काय )ारZभ कर= इसक पढन पर आफ मन म= अनक शकाय= उठ=गी कछ सा13त आपको तक हन एव अ6यावहाdरक लग सकत ह उन शकाओ को आप अपनी नोट-बक म= लख ल= यह नोट-बक इसी काय क लए अलग रख= अपनी शकाओ को प2 प म= 6यB कर= उ13ह=

लखन क बाद आप उ13ह= भल जाय= और पतक को 5नEय आग पढत रह=

13

अगल रXववार या Oकसी छी क Vदन जब खाल समय मल उस नोट-बक को

उठाकर अपनी परानी शकाओ को पढ= एक स7ाह म= आपन िजतनी शकाय= कW उन पर

Xवचार कर दख= Gया व अब भी अनodरत ह आपको यह दख कर आlय होगा अब बहत सी शकाय= 5नवo हो गयी ह एक स7ाह क अययन स आपका Iान बढा ह Oफर भी कछ )v ऐस हो सकत ह िजनका उoर आपको अभी नह मला ह उ13ह= अभी मत काट= सोमवार स अपन अययन का कायcम पनः आग बढाय= नई शकाय=

उEप13न हamp उ13ह= पनः लखत जाय= स7ाह क अ13त म= पववत उन )vamp पर Oफर Xवचार

कर= इस cम स अययन करत रहन पर पतक समा7 होन तक आप दख=ग Oक

आपको सभी )vamp का उoर मल गया ह यVद कदाचत कछ )v रह गय ह तो उनका समाधान अगल पतक म= मल जायगा अययन धीर-धीर करो कोई जYद नह ह आपक वत13_ च13तन कW

अEयधक आव1यकता ह Oकसी सा13त को बना Xवचार Oकय वीकार मत कर लो

उसकW सEयता पर Xवचार करो अपनी समझ म= आना बहत आव1यक ह तभी वदा13त

XवIान म= )वश होगा आप उसका Iान धारण कर सक= ग जीवन-यो5त पर पढ लन और उसकW पनरावXo कर लन क बा द वायाय

पाqयcम दख= और अगल पतक अययन क लए हाथ म= ल= पतकamp को cमानसार ह पढ और थोडा-थोडा करक धीर-धीर पढ= कल पाqयcम आधा घटा 5नEय पढ कर दो-तीन वष म= परा होगा )यास कर= आप इस कर सकत ह करना भी अव1य चाVहए

वावावावामी च13मयान13दमी च13मयान13दमी च13मयान13दमी च13मयान13द

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Study Group Programme

वायाय मडल का कायcमवायाय मडल का कायcमवायाय मडल का कायcमवायाय मडल का कायcम

1111---- Thrice Chanting of Om

तीन बार ॐ का दघ उचारण तीन बार ॐ का दघ उचारण तीन बार ॐ का दघ उचारण तीन बार ॐ का दघ उचारण 2222---- Peace Invocation

शाि13त पाठशाि13त पाठशाि13त पाठशाि13त पाठ

ॐ सह नाववत सह नौ भनB सह वीय करवावह तजिवनावधीतमत मा ॐ सह नाववत सह नौ भनB सह वीय करवावह तजिवनावधीतमत मा ॐ सह नाववत सह नौ भनB सह वीय करवावह तजिवनावधीतमत मा ॐ सह नाववत सह नौ भनB सह वीय करवावह तजिवनावधीतमत मा

XवVnषावहXवVnषावहXवVnषावहXवVnषावह

ॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः

ह परमाEमन आप हम गS -श`य दोनamp कW साथ-साथ सब )कार स रTा कर=

हम दोनamp का आप साथ-साथ समचत प स पालन -पोषण कर= हम दोनamp साथ-ह-साथ

सब )कार स बल )ा7 कर= हम दोनamp कW अययन कW हई Xव~ा तजपण हो - कह

परात न हamp और हम दोनamp जीवन भर परपर नह-स_ म= बध रह= हमार अ13दर परपर कभी nष न हो ह परमाEमन तीनamp तापamp कW 5नवXo हो

ॐ आwयाय13त ममाॐ आwयाय13त ममाॐ आwयाय13त ममाॐ आwयाय13त ममा गा5न वाक )ाणlTः uो_मथो बलमि13रयाण च सवाण गा5न वाक )ाणlTः uो_मथो बलमि13रयाण च सवाण गा5न वाक )ाणlTः uो_मथो बलमि13रयाण च सवाण गा5न वाक )ाणlTः uो_मथो बलमि13रयाण च सवाण

सव ौप5नषद माह 5नरासव ौप5नषद माह 5नरासव ौप5नषद माह 5नरासव ौप5नषद माह 5नराकया मामा 5नराकरोत अ5नराकरणमत अ5नराकरण कया मामा 5नराकरोत अ5नराकरणमत अ5नराकरण कया मामा 5नराकरोत अ5नराकरणमत अ5नराकरण कया मामा 5नराकरोत अ5नराकरणमत अ5नराकरण

मऽत तदाEम5न 5नरतय उप5नषEस धमात म5य स13त त म5य स13त मऽत तदाEम5न 5नरतय उप5नषEस धमात म5य स13त त म5य स13त मऽत तदाEम5न 5नरतय उप5नषEस धमात म5य स13त त म5य स13त मऽत तदाEम5न 5नरतय उप5नषEस धमात म5य स13त त म5य स13त ॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तः

ह परमाEमन मर सार अग वाणी न_ uो_ आVद सभी कमि13दया और

Iानि13रया )ाणसमह शारdरक और मानसक शAB तथा ओज - सब पX2 एव वX

को )ा7 हamp उप5नषदamp म= सवप का जो वप वणत ह उस म कभी अवीकार न क और वह भी मरा कभी पdरEयाग न कर मझ सदा अपनाय रGख मर साथ

का और क साथ मरा 5नEय सZब13ध बना रह उप5नषदamp म= िजन धम का

15

)5तपादन Oकया गया ह व सार धम उप5नषदamp क एकमा_ ल-य पर परमाEमा म=

5नर13तर लग हए मझ साधक म= सदा )काशत रह= मझम= 5नEय 5नर13तर बन रह= और

मर _Xवध तापamp कW 5नवXo हो 3 Introspection The following questions are asked by Group Sewak Every body answers

mentally to himself - (1) How far am I maintaining Brahmacharya (2) Did I during this week live less passionately and less selfishly (3) Have I any bad feelings towards any member of my spiritual family -

the Chinmaya Mission (4) Am I progressing and proving to myself and others a better man a

more cheerful man each day (5) Did I meditate all the days of this week (6) How far have I developed in constant and repeated ISHWAR

SMARANA (7) Did I read every day atleast three pages of the scriptures

आEमआEमआEमआEम----5नरTण 5नरTण 5नरTण 5नरTण

मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= ---- १- म चय का पालन Oकतना करता ह

2- Gया म इस स7ाह कम उVnन और कम वाथ रहा ३- Gया च13मय मशन क अपन आयािEमक पdरवार क Oकसी सदय स मरा दभाव

ह ४- Gया म अपना Xवकास कर अ13य लोगamp क लए पहल स भला आदमी बन रहा ह और

सदा )स13न रहता ह

५- Gया म Xपछल स7ाह 5नEय यान साधना करता रहा

६- 5नर13तर ईhर मरण रखन म= मझ Oक तनी सफलता मल ह

७- Gया म 5नEय शाRamp क कम स कम तीन प पढता रहा ह

16

५५५५ गSतो_मगSतो_मगSतो_मगSतो_म

अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः ११११ िजनकW कपा स सZपण चराचर जगत म= 6या7 परमाEमा का बोध हआ ह उन गSदव को

मरा )णाम ह अIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकयाअIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकयाअIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकयाअIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकया चTS13मीलत यन तम uीगरव नमःचTS13मीलत यन तम uीगरव नमःचTS13मीलत यन तम uीगरव नमःचTS13मीलत यन तम uीगरव नमः 2222

िज13हampन अIान अ13ध न_amp को Iान अजन कW शलाका स उ13मीलत कर Vदया ह उन

गSदव को मरा )णाम ह गSा गSXव णः गSगSा गSXव णः गSगSा गSXव णः गSगSा गSXव णः गS दवो महhरःदवो महhरःदवो महhरःदवो महhरः गSरव पर तम uीगरव नमः गSरव पर तम uीगरव नमः गSरव पर तम uीगरव नमः गSरव पर तम uीगरव नमः ३३३३

गS ह ा ह गS ह Xव`ण ह गS ह शकर (महhर) ह गS ह पर ह उन

गSदव को मरा )णाम ह थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम तEपद दशत यन तम uीतEपद दशत यन तम uीतEपद दशत यन तम uीतEपद दशत यन तम uीगरव नमः गरव नमः गरव नमः गरव नमः ४४४४ जड चतन व चर अचर म= जो तiexclव 6या7 ह उसका बोध िजनकW कपा स )ा7 हआ ह उन गSदव को मरा )णाम ह च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः ५५५५

17

सZपण चराचर जगत म= 6या7 परम चतना का दशन िजन गSदव कW कपा स सZभव हआ ह उन गSदव को मरा )णाम ह सवu5तशरोरcentXवरािजत सवu5तशरोरcentXवरािजत सवu5तशरोरcentXवरािजत सवu5तशरोरcentXवरािजत पपपपदाZबजःदाZबजःदाZबजःदाZबजः वदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमःवदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमःवदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमःवदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमः ६६६६ िजनक चरण कमलamp म= सभी u5त रcent Xवरािजत ह और िजनक सय सaश Iानालोक स

वदा13त कमल Xवकसत होता ह उन गSदव को मरा )णाम ह चत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनःचत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनःचत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनःचत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ७७७७

जो च13मय शाhत शा13त 6योमातीत 5नरजन और ब13द नाद तथा कलाओ स भी

पर ह उन गSदव को मरा )णाम ह IानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतःIानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतःIानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतःIानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतः भABमAB )दाता च तम uीगरव नमःभABमAB )दाता च तम uीगरव नमःभABमAB )दाता च तम uीगरव नमःभABमAB )दाता च तम uीगरव नमः ८८८८

जो Iान और शAB म= अविथत ह तथा तiexclव सा13त कW माला धारण Oकय ह जो भAB और मAB दन वाल ह उन गSदव को मरा )णाम ह अनक ज13म स)ा7 कमब13धअनक ज13म स)ा7 कमब13धअनक ज13म स)ा7 कमब13धअनक ज13म स)ा7 कमब13ध XवदाVहन XवदाVहन XवदाVहन XवदाVहन आEमIान )दानन तम uीगरव नमःआEमIान )दानन तम uीगरव नमःआEमIान )दानन तम uीगरव नमःआEमIान )दानन तम uीगरव नमः ९९९९ अनक ज13मamp स कमब13धनamp म= जकड )ाणी को जो आEमIान क nारा मB करा दन म=

समथ ह उन गSदव को मरा )णाम ह

18

शोषण भवस13धोl Iापण सारसपदःशोषण भवस13धोl Iापण सारसपदःशोषण भवस13धोl Iापण सारसपदःशोषण भवस13धोl Iापण सारसपदः गरोः पादोदक सZयक तम uीगगरोः पादोदक सZयक तम uीगगरोः पादोदक सZयक तम uीगगरोः पादोदक सZयक तम uीग रवनमःरवनमःरवनमःरवनमः१०१०१०१० िजनक पादोदक क पश स ससार सागर सख जाता ह और परमतiexclव का बोध हो जाता ह उन गSदव को मरा )णाम ह न गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपःन गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपःन गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपःन गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपः तEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमःतEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमःतEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमःतEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमः ११११११११ गS स अधक उच कोई तiexclव नह ह और गS कW सवा स ऊचा कोई तप नह ह

तiexclवIान स u कोई Iान नह ह ऐस गSदव को मरा )णाम ह म13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSःम13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSःम13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSःम13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSः मदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमःमदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमःमदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमःमदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमः ११११2222

मर वामी ससार क वामी ह और मर आEमा सZपण )ाणयamp कW आEमा ह िजनकW

कपा स यह Iान )ा7 होता ह उन गSदव को मरा )णाम ह गSराVदरनाVदl गSः परमदवतमगSराVदरनाVदl गSः परमदवतमगSराVदरनाVदl गSः परमदवतमगSराVदरनाVदl गSः परमदवतम गरोः परतर नाित तम uीगरव नमःगरोः परतर नाित तम uीगरव नमःगरोः परतर नाित तम uीगरव नमःगरोः परतर नाित तम uीगरव नमः १३१३१३१३

गS अनाVद और अन13त ह गS ह परम दवता ह गS स u कछ भी नह ह अतः उन

गSदव को मरा )णाम ह

Eवमव माता च Xपता EवमवEवमव माता च Xपता EवमवEवमव माता च Xपता EवमवEवमव माता च Xपता Eवमव Eवमव ब13धlसखा EवमवEवमव ब13धlसखा EवमवEवमव ब13धlसखा EवमवEवमव ब13धlसखा Eवमव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव १४१४१४१४ ह गS दव तम ह मर माता हो Xपता हो भाई हो म_ हो Xव~ा हो और धन हो ह

दवताओ क दवता तZह म र लए सब कछ हो

19

६६६६ गीता यानमगीता यानमगीता यानमगीता यानम

ॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयमॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयमॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयमॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयम 6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम ----

अZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीमअZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीमअZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीमअZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीम ११११ ह मा भगवत-गीत म तZहारा 5नर 13तर अनच13तन करता ह भगवान नारायण न

अजन क )5तबोध क लए तZहार रचना वय कW थी )ाचीन म5न 6यासदव न तZह=

महाभारत क मय थाXपत Oकया तZहार अठारह अयाय ह तम Vद6य हो तZहार nारा अnतामत कW वषा होती ह और तम ससार क बधनamp स मB करन वाल हो

नमोऽतत 6यास Xवशाल ब नमोऽतत 6यास Xवशाल ब नमोऽतत 6यास Xवशाल ब नमोऽतत 6यास Xवशाल ब ---- फYलारXव13दायतप_ न_ फYलारXव13दायतप_ न_ फYलारXव13दायतप_ न_ फYलारXव13दायतप_ न_ यन Eवया भारततलपणः यन Eवया भारततलपणः यन Eवया भारततलपणः यन Eवया भारततलपणः ----

)वालतो Iानमयः )दपः )वालतो Iानमयः )दपः )वालतो Iानमयः )दपः )वालतो Iानमयः )दपः 2222

ह 6यासदव तZह= मरा )णाम ह खल हए कमल कW पखडयamp क सaश तZहार Xवशाल न_ ह तZहा रा Iान महान ह तमन महाभारत -तल (सार) स भरकर Iान का

दपक )वलत Oकया ह

)प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय )प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय )प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय )प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय Iानमाय क`णाय गीतामतदIानमाय क`णाय गीतामतदIानमाय क`णाय गीतामतदIानमाय क`णाय गीतामतद ह नमः ह नमः ह नमः ह नमः ३३३३

म उन भगवान क`ण को )णाम करता ह जो एक हाथ म= लकVट और दसर म=

Iान-मा धा रण Oकय हए ह िज13हampन (उप5नषदamp स) गीतामत का दोहन Oकया ह और

िजनकW शरण म= जान वाल कW समत कामनाय= वस ह पण होती ह जस कYपवT स

20

सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत ४४४४

सZपण उप5नष गाय= ह गोपालन13दन उनक दोहन वाल ह अजन गोवEस ह गीता महान अमतमय दध ह और सधीजन उस दध का पान करन वाल ह

वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम ५५५५

म उन भगवान क`ण को )णाम करता ह जो वसदव क Vद6य प_ ह कस और

चाणर का वध करन वाल ह दवकW मा को परम आन13द )दान करन वाल ह और

समत ससार क गS ह

भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला ---- शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला अhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनाव 5त नी 5तनी 5तनी 5तनी ----

सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः ६६६६ भगवान क`ण nारा चालत गीता -Iान कW नौका म= बठकर पाडवamp न उस भयकर

रणनद को सहज पार कर लया िजसक भी`म और ोण तट थ जयथ िजसका जल

था गाधार नप नील -कमल थ िजसम= शYय जस 4ाह थ और कपाचाय िजसकW तीyen

धारा थ कण िजसकW उoाल तरग थ अhEथामा और Xवकण िजसक भयकर मगर थ

और दयpoundधन िजसकW भवर था

पाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम लोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदा

भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस ७७७७

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महाभारत का वह 5नमल कमल हम= कYयाणकार हो जो पाराशर क प_ 6यास क

वचन सरोवर म= उEप13न हआ जो गीता कW उEकट गध स पdरपण ह िजसक अनक

आयान कसर क समान ह जो भगवान क`ण कW मधर कथाओ स पdरपण ह सजन iमरamp क nारा िजसक रस का पान 5नर13तर Oकया जाता ह और जो कलयग क समत

दोषamp का शमन करन वाला ह

मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम ८८८८

िजनकW कपा स मक वाचा ल हो जात ह और पग लोग भी ऊ च पवतamp को पार कर

जात ह उन परमान13द भगवान क`ण कW हम व13दना करत ह

य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव ---- वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो ----

ययाययाययाययात न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः ९९९९

ा वSण इ13 S और मSण Vद6य तो_amp nारा िजसकW त5त करत ह

सामवद क गान वाल अग पद cम और उप5नषदamp क सVहत वदamp nारा िजसका गायन

करत ह योगीजन यान म= िथत तnत हय म न स िजसका दशन करत ह दवता और

असर गण (कोई भी) िजसक अ13त को नह जानत उस (परम पSष नारायण ) दव क

लए मरा नमकार ह ७७७७ गीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोक

8 The spiritual text ((((पाqय पतकपाqय पतकपाqय पतकपाqय पतक )))) It is to be taken stanza by stanza and commented upon by the Group Sewak

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9 Discussions ((((Xवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमय)))) The Group Sewak may act as a mediator 10 Meditation Let all members sit in their favourite pose with head erect and eyes closed The Group Sewak may chant a short Mantra lowering the pitch of voice by and by Everyone repeats the process mentally Then there is a silence Every body tries to live in that silence abandoning all sorts of ideas If any thought comes in mind one should try to become its witness (Sakshi) The whole process may take only 5 to 7 minutes

यानमयानमयानमयानम शा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरश

Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम ल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZय व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम

११११११११ यानषटकयानषटकयानषटकयानषटक मनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाह न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च 6योमभमन च 6योमभमन च 6योमभमन च 6योमभम न तजो न वायःन तजो न वायःन तजो न वायःन तजो न वायः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ११११

म न मन ह न बX ह न अहकार ह और न चo ह म न uो_ ह न िजcopyा

ह न नासका ह और न न_ ह न म आकाश ह न भम ह न अिन ह

और न वाय म चदान13द प शव ह शव ह

न च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपाय

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम 2222

23

न म )ाण ह और न पचवाय न म स7धात का शरर ह और न

पचकोश न म वाक पाण पाद उपथ और न गदा ह म चदान13दप

शव ह शव ह

न म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौ

न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ३३३३

न म राग ह और न nष न म लोभ ह और न मोह न म मद ह और

न मEसर म धम अथ काम मोT भी नह ह म चदान13दप शव ह शव ह न पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःख न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः अह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBा चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ४४४४

न म पय ह और न पाप न म सख ह और न दःख न म म13_ ह

और न तीथ न म वद ह न यI म भोजन भोय और भोBा भी नह ह म

चदान13दप शव ह शव ह

न मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदः Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म न ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ५५५५

24

न म मEय ह और न भय मझम= कोई जा5तभद भी नह ह न मर

माता ह और न Xपता मरा ज13म भी नह हआ ह न मरा कोई ब13ध ह न म_

न गS ह न श`य म चदान13दप शव ह शव ह

अह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपः

XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम न चान चान चान चासsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ६६६६

मर न कोई कYपना ह और न आकार म सव6यापी और इि13रयातीत

ह मरा न ब13धन ह और न मAB म Iय भी नह ह म चदान13दप शव ह शव ह

११११2222 uी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकम

6या7 जग6या7 जग6या7 जग6या7 जग~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत

5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ११११

अखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभावः परमाEमसEय वः परमाEमसEय वः परमाEमसEय वः परमाEमसEय

सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय 2222

म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः बोचबबोचबबोचबबोचब umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः

25

सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ३३३३

शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः

6यापी परण मो6यापी परण मो6यापी परण मो6यापी परण मोदमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ४४४४

अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च ग गभीग गभीग गभीग गभी र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ५५५५

तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म

Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न च13Eयमानम च13Eयमानम च13Eयमानम च13Eयमानम uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ६६६६

12 Pledge We stand as one family bound to each other with love and respect We serve as an army Courageous and disciplined ever-ready to fight against all low tendencies and false values within and without us We live honestly

the noble life of sacrifice and service producing more than what we consume and giving more than what we take

26

We seek the Lords Grace to keep us on the path of virtue courage and wisdom May Thy Grace and Blessings flow through us to the world around us We believe that the service of our country is the service of Lord of Lords and devotion to the people is the devotion to the Supreme Self We know our responsibilities give us the ability and courage to fulfill them

OM TAT SAT

च13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIा हमार िथ5त ह एक पdरवार क समान )म और सZमान स परपर आब हम सवा-रत ह एक सना क समान- साहसी और अनशासत - कVटब ह सघष करन को 5नZन वXo यamp और थोथ आदश क XवS िजनका जाल ह हमार अ13दर और बाहर सव_ हम जीत ह ईमानदार स Eयाग और सवा का उच जीवन उEप13न करत ह उपभोग स अधक लत ह िजतना दत ह कह अधक हम बन ह आकाTी )भ कW कपा क जो चलाव= हम= गण साहस और Iान क माग पर

आप कW कपा और आशीष ह )भो हमार मायम स बह

27

Xवh म= चारamp ओर हमारा Xवhास ह Oक वदश सवा ह परमhर कW सवा ह और जनता कW भAB ह परमाEमा कW भAB ह हम समझत ह अपना दा5यEव दो योयता और साहस Oक हम परा कर= उस ॐ तEसत

13 Arati Arati is to be performed preferably by the wife of Group Sewak or by the

Group Sewak himself A few flowers and burning camphor placed in a tray are waved before the picture of the Lord and the following Mantras are chanted by all the members present -

न त_ सयpound भा5त न चतारक नमा Xव~तो भा5त कतोऽयमि13गः तमव भा13तम अनभा5त सव तय भासा सवमदXवभा5त ॐ सवषा वितभवत सवषा शाि13तभवत सवषा पण भवत सवषा मsectगल भवत ॐ सव भव13त सखनः सवस13त 5नरामयः सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत असतो मा स^मय तमसो मा यो5तगमय मEयोमाममत गमय ॐ पणमदः पणमद पणात पणमदयत पणय पणमादाय पणमवावश`यत ॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तः

28

भज गोXव13दमभज गोXव13दमभज गोXव13दमभज गोXव13दम

भज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13द गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत स)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत काल न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण ११११

र मढ मन गोXव13द कW खोज कर गोXव13द का भजन कर और गोXव13द का ह

यान कर अि13तम समय आन पर 6याकरण क 5नयम तर रTा न कर सक= ग मढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णा कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम यYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाo Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम 2222

र मढ धन स4ह कW त`णा छोड द मन म= वराय लाकर सत तiexclव का

च13तन कर अपन कम फल क अनसार जो धन )ा7 हो उसी स अपन म न को स13त2

कर नारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदश a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम एत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकार मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम ३३३३ स13दर Rी क नाभदश को दखकर मोह म= मत पड यह कवल मास और मजा

का Xवकार ह अपन मन म= इस बात का बार-बार Xवचार कर नलनीदलगतनलनीदलगतनलनीदलगतनलनीदलगत जलम5ततरल जलम5ततरल जलम5ततरल जलम5ततरल तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम XवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4त लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम ४४४४

29

कमल-दल क ऊपर जल कW बद अEय13त अिथर होती ह जीवन भी इसी )कार

अिथर ह इस बात को अछmacr तरह समझ ल Oक सारा ससार 6याध अभमान शोक आVद स 4सत ह

यावVnयावVnयावVnयावVnoोपाजन सBःoोपाजन सBःoोपाजन सBःoोपाजन सBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः पlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह ५५५५

जब तक धनोपाजन कW शAB ह तभी तक तZहार पdरवार क लोग तम स )म

रखत ह वावथा म= शरर जजर हो जान पर तZहार बात कोई न पछगा यावEपवनोयावEपवनोयावEपवनोयावEपवनो 5नवस5त दह 5नवस5त दह 5नवस5त दह 5नवस5त दह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह गतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापाय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय ६६६६ जब तक शरर म= )ाण ह तब तक घर म= तZहार कशल पछmacr जाती ह )ाण

5नकलन पर उसी शरर स पcentी तक भयभीत होन लगती ह बालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBः तSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBः वताविच13तासBःवताविच13तासBःवताविच13तासBःवताविच13तासBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः ७७७७

बचपन म= खलamp म= आसAB रहती ह यवावथा म= तSणी स मोह रहता ह और

वावथा म= च13ताय= आ घरती ह Oक13त पर परमाEमा स Oकसी को )म नह ह का त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ः सससससारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः

30

कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः ८८८८

कौन तZहार पcentी ह कौन तZहारा प_ ह वततः ससार बडा Xवच_ ह तम

Oकस क हो कहा स आय हो ह भाई कभी इस बात का भी Xवचार करो

सEससEससEससEसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEवगEवगEवगEव 5नस5नस5नस5नसगEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम 5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः ९९९९

सEसग स अनासAB )ा7 होती ह अनासAB स मोह क ब13धन टटत ह मोह टटन पर शाhत तiexclव कW )ा57 होती ह और शाhत तiexclव पान पर जीवन -मAB का लाभ

)ा7 होता ह वयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः Tीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारो Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः १०१०१०१०

जस यवावथा बीतन पर काम -Xवकार न2 हो जाता ह और जल सख जान पर

तालाब नह रह जाता ह वस ह धन न2 होन पर पdरवार नह रह जाता और तiexclव-बोध

होन पर ससार नह रह जाता ह मा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगव हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम मायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा ११११११११

31

धन जन और यौवन क लए अभमान न करना चाVहए काल इन सब को Tण मा_ म=

न2 कर दता ह इन सब को माया का iम समझो और शीordf ह साTाEकार )ा7

करो Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः कालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः ११११2222

Vदन और रात )ातः और साय सय और गम बार -बार आत ह और चल जात

ह काल कW इस cWडा क साथ आय भी बीतती जा रह ह Oफर भी आशाओ कW आधी

स कोई नह बचता का त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता _जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका १३१३१३१३

र iाि13त म= पड मढ Rी धन आVद कW च13ता Gयamp Oकया करता ह Gया तर

ऊपर शासन करन वाला कोई नह ह तीनamp लोकamp म= कवल सEसग ह वह नौका ह जो

ज13म-मरण क सागर स तझ पार कर सकती ह जVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः प1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढो दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः १४१४१४१४

जटाधार बाल मडाय एक-एक कर सर क सब बाल खचवाय और काषायवR

धारण Oकय हए नाना वषधार स13यासी ह व आखamp स दखत हए भी अध ह व मढ

नाना )कार क वष कवल पट भरन क लए धारण करत ह

32

अsectगअsectगअsectगअsectग गलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मड दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम वो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दड तदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEया शाXपडम शाXपडम शाXपडम शाXपडम १५१५१५१५

वावथा म= शरर जजर हो गया ह सर क बाल सफद हो गय ह दात गर

गय ह छडी क सहार चलना पडता ह अथात मEय 5नकट आ गई ह Oक13त आशाओ का

ब13धन अब भी नह टटा अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः करतल करतल करतल करतल भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः १६१६१६१६

आग अिन पीछ सय और रा_ म= घटनamp म= ठो ढ लगाय रहन वाल तथा हाथ पसार

कर भीख मागन वाल और पड क नीच सोन वाल भी आशा क ब13धनamp स मB नह ह कSत गsectगकSत गsectगकSत गsectगकSत गsectग सागरगमनसागरगमनसागरगमनसागरगमन yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम IानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन १७१७१७१७

कोई भल ह गगासागर आVद तीथdeg का सवन कर yenत रख अथवा दान कर

Oक13त अIानी 6यAB सकडamp ज13मamp म= भी मAB नह )ा7 कर सकता ह यह तplusmnय सभी लोग वीकार करत ह

सरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासः शsup2याशsup2याशsup2याशsup2या भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः सवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः १८१८१८१८

33

जो लोग दवताओ क मि13दर और पडamp क नीच 5नवास करत ह बना बछौन क

जमीन पर लटत ह मगछाला पहनत ह और इस )कार सभी भोगamp का Eयाग कर दत ह

उन XवरB लोगamp को कौन सा सख )ा 7 नह ह

योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा सsectगसsectगसsectगसsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगXवहनः Xवहनः Xवहनः Xवहनः यय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चo न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव १९१९१९१९

चाह कोई योग का अयास करता हो या भोगamp म= पडा रहता हो चाह अनक लोगamp क

साथ रहता हो या अकला िजसका चo -च13तन म= मन ह वातव म= वह सखी ह

भगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीता गगगगगागागागाजल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता सकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा 2222००००

जो भगवदगीता का थोडा भी अययन करता ह गगा जल कW एक बद भी पान

करता ह और भAB-भाव स भगवान का मरण करता ह उसकW चचा यमराज भी नह

करत ह पनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरण पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम इह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार 2222११११

बार-बार ज13मना बार-बार मरना और बार-बार मा क पट म= पहचना बडा

क2कारक ह इस दःखमय ससार स पार होना बडा कVठन ह ह भगवन अपनी अपार

कपा स मरा 5नतार करो

34

रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः योगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoो रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव 22222222

जो योगी चीथड बीन कर कथर बनात और पहनत ह पय और पाप क माग को छोड

कर चलत ह िजनका चo योगायास स सयमत ह व ईhर भाव म= 5नमन रहन वाल बालकamp या उ13मo लोगamp कW तरह 5नn13n रहत ह

कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः इ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसार Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम 2222३३३३

तम कौन हो म कौन ह म कहा स आया ह कौन मर माता ह कौन मरा

Xपता ह इन )vamp पर Xवचार करो और इस असार ससार को वwन मा_ समझ कर

छोड दो Eव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः भव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eव वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम 2222४४४४

तम म= मझ म= और सभी थानamp म= क वल एक सव6यापी भगवान ह असVह`ण होकर

तम 6यथ ह मर ऊपर cोध करत हो यVद तम चाहत हो Oक तZह= ईhर )ा7 हो जाय तो तम सदा समभाव रहो

श_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ सविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमान

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सव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIा नम नम नम नम 2222५५५५

दसर लोगamp स लडन म= अथवा उनस म_ता करन म= अपनी शAB का अप6यय न

करो अपन ब13ध-बा13धवamp स राग-nष मत रखो सव_ अपन ह वप को दखो भद बX का Eयाग करो और अIान स छटकारा पाओ

काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह EयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1य5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम आEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः 2222६६६६

काम cोध लोभ और मोह को छोडकर Iानी सव_ आEमवप ह दखता ह

वह समझता ह Oक म वह ह Oक13त आEमIान रVहत मढ लोग अIान क कारण नक कW वदनाय= सहन करत ह

गय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहsup3sup3sup3sup3 यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म नय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चo दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम 2222७७७७

भगवत-गीता और Xव`ण क सहsup3 नाम गान चाVहए भगवान Xव`ण क वप का

5नर13तर यान करना चाVहए सदा सEसग म= चo लगाना चाVहए और दन लोगamp को

दान दना चाVहए सखतः सखतः सखतः सखतः Ocयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः य~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरण तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम 2222८८८८

36

पहल तो लोग सख क लए Rी भोग म= ल7 रहत ह और बाद म= शारdरक रोगamp का शकार होना पडता ह य~Xप इस ससार म= अ13ततोगEवा मEय म= ह शरण मलती

ह Oफर भी लोग पापाचरण नह छोडत

अथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEय नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम प_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः 2222९९९९

लोगamp कW अनथकार धन म= ह सदा Sच बनी रहती ह सEयता यह ह Oक उसम=

Oकि13चत मा_ भी सख नह ह धनी लोगamp को अप न प_ स भी भय रहता ह धन का

सव_ यह हाल दखा जाता ह )ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम जाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधान कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम ३०३०३०३०

बडी सावधानीपवक पहल )ाणायाम का अयास करो मन को सब ओर स

हटाकर अ13तमखी बनाओ 5नEय और अ5नEय वतओ क बीच Xववकपवक Xवचार करो

और Oफर जप करत हए समाध का अयास करो गSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः सि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादव -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम ३१३१३१३१ ह गS क चरणamp म= भABभाव रखन वालamp तम शीordf ह स सार-सागर स पार हो

जाओग तमन इि13 यamp को और मन को वश म= Oकया ह तम अपन acuteदय म= शीordf ह

भगवान का साTाEकार करोग

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आयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अग १ १ १ १ ---- वथ शरर वथ शरर वथ शरर वथ शरर ((((अअअअ) ) ) ) सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन ---- बना वथ शरर क कोई भी लौOकक या पारलौOकक

काय करना सZभव ह नह ह इसक लए श और सािiexclवक आहार आव1यक ह

मच इमल wयाज लहसन खटाई तल मसाल हग आVद Eयाय ह बहत अधक न खाना चाVहए मताहार रोगamp स बचाता ह यान रखो भोजन वाद क

लए नह वाplusmnय क लए ह एकादशी आVद Oकसी Vदन उपवास भी कई aX2 स

उपयोगी ह ((((बबबब) ) ) ) 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम ---- वथ शरर क लए 5नEय 6यायाम भी आव1यक ह

इसक लए )ातःकाल कछ शारdरक uम करना चाVहए बगीच म= काम टहलना

तरना आसनamp का अयास आVद कछ 6यायाम ह आसन और )ाणायाम साधना

म= अधक सहायक ह ((((सससस)))) वछता वछता वछता वछता ---- वथ वाय का सवन 5नEय नान साफ कपड और रहन क

थान कW सफाई शरर को वथ और चo को )स13न रखती ह

2 2 2 2 ---- वथ मनवथ मनवथ मनवथ मन

((((अअअअ) ) ) ) वायाय वायाय वायाय वायाय ---- जस वथ शरर क लए 5नEय श और पौX2क भोजन कW

आव1यकता ह वस ह वथ मन क लए स-413थamp का 5नEय अवलोकन आव1यक ह अ13यथा मन दबल हो जाता ह और उस मानस रोग घरन लगत ह

दिl13ताय= चडचडाहट 6य4ता भय nष आVद मानसक रोगamp क लTण ह

गीता रामायण भागवत उप5नष योगवास बाइबल ज13दावता करान

_Xपटक 413थसाVहब आVद म= स Oकसी 413थ का अययन करना चाVहए

((((बबबब) ) ) ) स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त ---- य दोनamp वथ मन क लTण ह Xववक और वराय

क 6यायाम स स13तोष और शाि13त बढती ह वथ शरर और वथ मन स

आEमबल बढता ह इसी बल स आयािEमक सफलताय= )ा7 कW जाती ह ((((सससस) ) ) ) सससस----Xवचार Xवचार Xवचार Xवचार ---- स-Xवचार जीवन को सह Vदशा म= ल जात ह अस Xवचारamp

स मन`य का पतन होता ह सEसग और सuml413थamp क अवलोकन स स -Xवचार

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aढ होत ह कसग और कच2ाय= छोडकर सEसग का आuय लो ससार म= िजतन भी महापSष हए ह और उ13हampन जब जो कछ पाया ह वह सEसग क कारण ह ३ ३ ३ ३ ---- न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो

जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए ---- ((((अअअअ) ) ) ) चय और सEय चय और सEय चय और सEय चय और सEय ---- वीय कW रTा बडी सावधानी स करनी चाVहए शरर

तर पर वीय ह ईhर ह जीवन कW यह एक बहत बडी Xवभ5त ह यह जीवन Xवचार और बX का सार ह सचत वीय ओज म= पdरव5तत होता ह और ओज आEमशAB म= हर कWमत पर सEय मधर और मत भाषण का अयास करना चाVहए

मplusmnया भाषण दबलता भय और अIान का पdरणाम ह 5नEय एक-दो घट का

मौन रहना चाVहए उस समय सकतamp का )योग भी न करना चाVहए ((((बबबब) ) ) ) सससस----गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास ---- 5नयम कW पाब13द समय का उपयोग मधर भाषण

उदारता कSणा नह स-पSषamp का आदर सहनशीलता Tमा धय स13तोष 5नरभमानता आVद स-गण ह यVद य ग ण सहज ह )ा7 न हamp तो अयास क

nारा )ा7 Oकय जा सकत ह सब गणamp का एक साथ अयास नह हो सकता Oक13त एक गण क आत ह उसक सहयोगी अनक गण वय आन लगत ह Oकसी एक गण का अयास करन का सकYप करो और 5नEय सोन क पहल

अपनी सफलताओ-असफलताओ पर Xवचार करो कछ समय म= वह अयास आदत बन जायगा और आदत वभाव ((((सससस) ) ) ) दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग ---- )ायः लोग कसग क कारण दगणamp म= पड जात ह

आयािEमक T_ म= जYद सफल होन क लए दगणamp को शीordfा5तशीordf छोडना

होगा म~पान आलय मासभTण cरता कठोरता कVटलता छल )पच

पर5न13दा लोभ पdर4ह आVद अनक दगण ह यVद साधक म= ऐस कोई दगण ह

तो उ13ह= एक-एक कर छोडन का )यcent करना चाVहए दगण बड हठmacr होत ह

इनक Eयागन क लए सकYप करना पडता ह यVद एक दगण छोडन म= सफलता

मल तो आEम-Xवhास बढ जाता ह और दसर दगण छोडना सरल हो जाता ह ((((दददद) ) ) ) सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका ---- आज क आथक यग म= धन सचय कW हवस बढ रह

ह इसक लए बईमानी और छल-)पच का सहारा लया जा रहा ह कारण कवल

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यह ह Oक हमार आव1यकताय= बढ गई ह श आजी Xवका क लए आव1यक ह

Oक आव1यकताय= घटाई जाय= uम और ईमानदार स कमाया हआ धन मन`य

कW आव1यक आव1यकताय= पर कर सकता ह आलसी और दबल 6यAB ह आसानी स )ा7 होन वाल धन कW इछा करत ह यVद आपकW बX और शरर

शABसZप13न ह तो आप पराय पस को Xव2ा क समान समझ=ग सबल बनो और

uम स धन कमा कर स13तोष का जीवन बताओ ४ ४ ४ ४ ---- आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम उपयB तplusmnय आयािEमक साधना कW भमका तयार करन क लए ह उ13ह=

साधना का परोT अग कह सकत ह आसन यथाथ साधना कW पहल सीढ ह

कछ आसन तो 6या याम कW aX2 स उपयोगी होत ह िजनका उYलख ऊपर Oकया

जा चका ह कछ आसन यान क लए बताय गय ह पझ स और सख

आसन म= स कोई एक अपनी सXवधा और Sच क अनसार चन लना चाVहए

उoर या पव Vदशा कW ओर मख करक उस आसन पर लगभग तीन घट अXवचल

बठन का )यास करना चाVहए उसी आसन पर यान और जप करना होगा

इसक लए थान और समय 5निlत होना चाVहए इस काय क लए एक अलग

कमरा ताल स ब13द रखना चाVहए )ातःकाल ४ बज उठ कर शौचाVद स 5नवo और पXव_ होकर आसन )ाणायाम और यान करना चाVहए आसन पर बठत ह कम स कम बीस बार )ाणायाम करना चाVहए अपन इ2दव क यान क लए कछ ोक याद कर लो )ाणायाम क बाद उनका पाठ करक भगवान का च13तन करना चाVहए ५ ५ ५ ५ ---- )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा भगवान का यान करत ह वा ससार स मन को हटा कर अ13तमखी कर लना चाVहए यह )Eयाहार ह जप इसम= सहायक होगा ॐ या ॐ नमो नारायणाय आVद Oकसी म13_ का जप

)ारZभ कर दना चाVहए १०८ म13_ कW एक माला होती ह एक या तीन माला

म13_ जपना चाVहए अधक भी हो सकता ह म13_-जाप करत ह मन भगवान क

सामन जा पहचता ह भगवान का 5नर13तर च13तन ह धारणा ह

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जप-माला भी उपयोगी ह SाT या तलसी कW माला रखना चाVहए जप क

अ5तdरB उस गल म= पहना जा सकता ह जब म= रखा जा सकता ह और सोत

समय तOकया क नीच भी डाल सकत ह Oक13त माला सदा साथ रखनी चाVहए ६ ६ ६ ६ ---- यान यान यान यान एक 5निlत आसन पर बठकर अपन इ2दव का तल धारावत च13तन ह यान

ह शरर-मन-बX क nारा भगवान क 5नकट पह च उ13ह= पीछ छोड दना समाध

ह यान क अयास कW सफलता समाध क लाभ म= 5नVहत ह समाध म= परम तoव का अपरोT अनभव होता ह याता और यय एक हो

जात ह समाध ह तरयावथा और जीव13मAB ह यह योगी कW पणावथा ह ७ ७ ७ ७ ---- 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा आयािEमक साधना कवल यान क कमर तक ह सीमत नह ह यह तो

सम4-कालक साधना ह Vह13द धम का यह एक बडा अभशाप ह Oक हम कवल

कछ बातamp को पXव_ और धामक मान बठ ह शष 6यावहाdरक जीवन धम और

आयािEमक स पर समझ लया गया ह यह बडी भल ह साधक को अपना सम4 जीवन साधनामय बनाना होता ह भगवान कW शरणाग5त का भाव 5नर13तर रहना चाVहए सारा जीवन उ13ह कW

सवा ह उ13ह कW )रणा स हर काय हो रहा ह आयािEमक साधना कW सार

सफलता उ13ह क हाथ म= ह )ाणीमा_ स )म-भाव रखना भगवान क )म का 6यावहाdरक प ह भगवान क

भBamp को सभी लोग X)य Vदखाई दत ह दसर क दोषamp को दखन क बजाय अपन

दोष दखना और उ13ह= दर करना भगवत सवा का u माग ह दनamp को दान दना रोगयamp कW सवा करना 5नरTरamp को पढाना पीडतamp कW

सहायता करना मोहा13ध भटकत लोगamp को राह Vदखाना आयािEमक साधना का

अि13तम Oक13त महEवपण अग ह कमयोग क अ13तगत इसकW मVहमा क गण गाय गय ह यVद साधना क उपयB 5नदशamp का aढतापवक पालन Oकया जाय तो जीवन म=

5नlय ह सफलता सख और मAB का लाभ होगा सभी स13त -उपदशamp का सार

यह ह

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इस Vदशा म= सतत अ4सर रहन क लए स13तamp महाEमाओ का माग-दशन लत

रहना आव1यक ह वतमान काल म= पय वा मी च13मयान13द जी क अनया5ययamp

nारा थाXपत सथा lsquoच13मय मशनrsquo आपकW सहायता क लए सदा उपलltध ह

पाqयcमपाqयcमपाqयcमपाqयcम

नननन0 पतकपतकपतकपतक )थम)थम)थम)थम बारबारबारबार

)5तVदन)5तVदन)5तVदन)5तVदन

1 जीवनजीवनजीवनजीवन यो5तयो5तयो5तयो5त 10 पपपप

2 आEमआEमआEमआEम XवकासXवकासXवकासXवकास कWकWकWकW 5नदशका5नदशका5नदशका5नदशका 10 पपपप

3 भजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दम 4 ोकोकोकोक

4 तiexclवतiexclवतiexclवतiexclव बोधबोधबोधबोध 4 पपपप

5 आEमआEमआEमआEमबोधबोधबोधबोध 3 ोकोकोकोक

6 प_प_प_प_ nाराnाराnाराnारा वदा13तवदा13तवदा13तवदा13त 10 पपपप

7 मानवमानवमानवमानव 5नमाण5नमाण5नमाण5नमाण कलाकलाकलाकला 12 पपपप

8 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण 4 ोकोकोकोक

9 यानयानयानयान औरऔरऔरऔर जीवनजीवनजीवनजीवन 1 अयायअयायअयायअयाय

10 नारदनारदनारदनारद भABभABभABभAB स_स_स_स_ 5 स_स_स_स_

11 गीतागीतागीतागीता कWकWकWकW भमकाभमकाभमकाभमका 10 पपपप

12 अव1यअव1यअव1यअव1य कर=कर=कर=कर= 10 पपपप

13 साधनासाधनासाधनासाधना पचकमपचकमपचकमपचकम 1 ोकोकोकोक

14 कनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषद 2 म_म_म_म_

15 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1-2-3 3 सससस 5 ोकोकोकोक

16 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (201 सससस 300 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

17 कठोप5नषकठोप5नषकठोप5नषकठोप5नष 2 म_म_म_म_

18 दTणाम5तदTणाम5तदTणाम5तदTणाम5त तो_मतो_मतो_मतो_म 2 म_म_म_म_

19 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 4-5-6 3 सससस 5 ोकोकोकोक

20 उपदशउपदशउपदशउपदश सारसारसारसार 2 ोकोकोकोक

42

21 ईशावायईशावायईशावायईशावाय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 3 म_म_म_म_

22 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 7-8-9 3 सससस 5 ोोोोकककक

23 मडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नष 2 म_म_म_म_

24 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 10-11 3 सससस 5 ोकोकोकोक

25 कवYयकवYयकवYयकवYय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 2 म_म_म_म_

26 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (301 सससस 583 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

27 पSषसBमपSषसBमपSषसBमपSषसBम 4 सBसBसBसB

28 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 12 3 सससस 5 ोकोकोकोक

29 तXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषद 2 म_म_म_म_

30 बनाथबनाथबनाथबनाथ-त5तत5तत5तत5त 4 ोकोकोकोक

31 गीगीगीगीताताताता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 13-14-15 3 सससस 5 ोकोकोकोक

32 ऐतरयऐतरयऐतरयऐतरय उप5न`दउप5न`दउप5न`दउप5न`द 3 म_म_म_म_

33 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 16-17 3 सससस 5 ोकोकोकोक

34 )vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद 2 म_म_म_म_

35 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 18 3 सससस 5 ोकोकोकोक

36 ईhरईhरईhरईhर-दशनदशनदशनदशन (तपोवनमतपोवनमतपोवनमतपोवनम ) एकएकएकएक अयायअयायअयायअयाय

37 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1 सससस 18 5 सससस 10 ोकोकोकोक

38 अ2ावcअ2ावcअ2ावcअ2ावc गीतागीतागीतागीता 3 ोकोकोकोक

39 मामामामाडGयडGयडGयडGय औरऔरऔरऔर काdरकाकाdरकाकाdरकाकाdरका 2 म_म_म_म_

ःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःः

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Page 10: Swadhyayamandal

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ॐ ॐ ॐॐ ॐ ॐॐ ॐ ॐॐ ॐ ॐ ॐ सह नावबतॐ सह नावबतॐ सह नावबतॐ सह नावबत सह नौ भनBसह नौ भनBसह नौ भनBसह नौ भनB सह वीय करवावहसह वीय करवावहसह वीय करवावहसह वीय करवावह

तजिवनावधीतमत मा XवVnषावह तजिवनावधीतमत मा XवVnषावह तजिवनावधीतमत मा XवVnषावह तजिवनावधीतमत मा XवVnषावह ॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तःशाि13तःशाि13तःशाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः

lsquolsquoह परमाEमन आप हम दोनamp गS श`य कW साथ -साथ रTा कर= हम दोनamp का

साथ-साथ पालन कर= हम दोनamp साथ-साथ ह शAB )ा7 कर= हम दोनamp कW पढ हई Xव~ा तजोमयी हो और हम दोनamp परपर nष न कर=rsquorsquo

इसक उपरा13त सT7 भजन और कWतन भी वातावरण को )म और सावपण

बना सकत ह पdरचचा क समय अनशासन कW आव1यकता ह सदय को उसक लए तयार

होकर आना चाVहए बोलत समय एक-एक 6यAB cम स बोल Xवचारणीय Xवषय क

सभी ब13द cमब हamp उसी Xवषय पर अ13य 413थamp स उरण Vदय जा सकत ह Xवषय

स असZब बात= बोलन कW वीक5त न द जाय कछ )vamp पर सशय रह सकता ह उनक प2ीकरण क लए अगल बठक तक धय रखना चाVहए (पdरचचा क समय

टलफोन क 6यवधान स बचन क लए उस दर रखना चाVहए या उसका सZब13ध काट दना चाVहए) मडल-सवक अगल बार क लए अययन हत पतक का अश 5नधाdरत करगा

नीच लख शाि13त पाठ क साथ पdरचचा समा7 होती ह-

सव भव13त सखनः सवसव भव13त सखनः सवसव भव13त सखनः सवसव भव13त सखनः सव स13त 5नरामयः स13त 5नरामयः स13त 5नरामयः स13त 5नरामयः सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत

ॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तःशाि13तःशाि13तःशाि13तः शाि13तःशाि13तःशाि13तःशाि13तः

lsquolsquoसभी लोग सखी हamp सभी 5नरोग हamp सभी भता का दशन कर= Oकसी को दःख

न भोगना पडrsquorsquo

यVद कोई सदय अनपिथत रहा ह तो अगल बठक क पव उसस मलकर

थान आVद क पdरवतन कW सचना उस दनी चाVहए

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मडल क सदयamp क यVद कोई अ13य )v हamp तो उनका समचत उoर दना चाVहए यह बहत आव1यक ह Oक यह कायcम 5निlत समय स )ारZभ हो और 5निlत

समय पर ह समा7 हो िजसस सदयamp को Oकसी )कार कW अनाव1यक असXवधा न हो

अगल बठक= - थान और समय आVद क Xवषय म= पववत 6यवथा रखनी ह

शष कायcम इस )कार होगा-

(१) तीन बार ॐ का उचारण और शाि13त पाठ

(2) कछ मनट भजन और कWतन

(३) Xपछल स7ाह म= हई पdरचचा का सार वय मडल -सवक nारा अथवा उसक nारा

इगत Oकय गय Oकसी अ13य सदय nारा कह जान चाVहए (४) उस Vदन क Xवचारणीय Xवषय पर सभी सदय अपन Xवचार cमशः )तत कर=

एक क Xवचारamp का दसरा 6यAB खडन या मडन कर सकता ह (५) मडल-सवक समत Xवचारamp को 6यविथत कर और उस पण बनाव

(६) अगल बठक क लए कछ अश 5नधाdरत Oकया जाय

(७) सब सदयamp nारा शाि13त पाठ

(८) शाि13त और अनशासन क साथ थान छोडकर जाय= िजनक घर पर यह कायcम हो

व चाह तो कछ )साद Xवतरण कर सकत ह Oक13त यह सदा आव1यक नह ह उसका

Xवतरण पdरचचा समा7 होन क उपरा13त ह करना चाVहए

)v )v )v )v ---- Gया वायाय Gया वायाय Gया वायाय Gया वायाय----मडल धम पdरव5तत कर Vह13द बनान कW स-म Xवध मडल धम पdरव5तत कर Vह13द बनान कW स-म Xवध मडल धम पdरव5तत कर Vह13द बनान कW स-म Xवध मडल धम पdरव5तत कर Vह13द बनान कW स-म Xवध

हहहह उoर उoर उoर उoर ---- बYकल नह वदा13त सZ)दायवाद कदाXप नह ह ससार भर क वायाय मडलamp क सदयamp न दखा ह Oक वदा13त क अययन स 6यAB उEक2 बनता

ह वह Oकसी भी धम का हो इसस )योजन नह वदा13त धम पdरवतन चाहन वालamp कW खोज म= नह ह उसका उ01य 6यAB को अपन Xवषय म= अधक Iान दना और अपन

6यABEव को समि13वत बनाना ह यह Xवचार करन क लए )dरत करता ह और इसका

उपयोग Xवh म= सव_ ह अतः इसका उपयोग आEम-Xवकास क लए Oकया जाता ह धम पdरवतन क लए नह

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)v )v )v )v ---- Gया शाि13त Gया शाि13त Gया शाि13त Gया शाि13त----पाठ आVद सकत म= ह बोलन चाVहएपाठ आVद सकत म= ह बोलन चाVहएपाठ आVद सकत म= ह बोलन चाVहएपाठ आVद सकत म= ह बोलन चाVहए

उoर उoर उoर उoर ---- )ारZभ म= वदा13त-दशन सकत म= ह लखा गया था इसलए उसका पाठ सकत म= ह Oकया जाता ह सकत म= पाठ करन स हम= वह शा13त और गभीर वातावरण मल जाता ह िजसम= ऋXषयamp न हम= वह Iान Vदया था )ारZभ म= सकत का

उचारण करना कVठन लग सकता ह Oक13त अ13य लोगamp को सनन उनक साथ बोलन स और थोडा )यास वय करन स वह सगम हो जाता ह यVद कछ सदय अ13य धमावलZबी ह और उनकW भाषा भी भ13न ह तो पdरचचा क 5नधाdरत समय म= शाि13त-

पाठ Oकसी भी भाषा म= Oकया जा सकता ह )v )v )v )v ---- यVद म वायाय मडल क Oकसी यVद म वायाय मडल क Oकसी यVद म वायाय मडल क Oकसी यVद म वायाय मडल क Oकसी अ13य सदय को पस13द न क तो अ13य सदय को पस13द न क तो अ13य सदय को पस13द न क तो अ13य सदय को पस13द न क तो उoर उoर उoर उoर ---- राग-nष मन`य का वभाव ह वायाय मडल म= भी कछ ऐस सदय हो सकत ह िजनक साथ आप बठना पस13द न कर= वदा13त का Iान इतना मYयवान ह

Oक आपको अपनी Sच-अSच का याल न रख कर अययन करना चाVहए बठक क

समय Oकसी भी 6यAB क )5त अSच हो तो उस भी सहन करन का अयावस कर=

थोडी उदारता और सहनशीलता रख कर वायाय मडल म= वदा13त अययन करन का

लाभ उठा लना चाVहए

पतक अययन Xवधपतक अययन Xवधपतक अययन Xवधपतक अययन Xवध

वदा13त XवIान ह अतः उसका अययन 6यविथत प म= करना चाVहए )थम

पतक lsquoजीवन-यो5तrsquo स अययन )ारZभ करना चाVहए इस भी जYद-जYद न पढ= यह कोई उप13यास या हYकW-फYकW पतक नह ह इन पतकamp को पढ कर इनक ऊपर

वय Xवचार करना आव1यक ह इसीलए एक बार म ५ या १० प ह पढ पतक

धीर-धीर Xवचार करत हए पढ= और उसम= 5नXपत सा13तamp कW सEयता पर च13तन

कर= इस )कार पढन म= 2०-३० मनट लग सकत ह इनक पढन का समय )ातःकाल ना1ता करन क बाद उपयB होगा पतक पढन क बाद Vदन का काय )ारZभ कर= इसक पढन पर आफ मन म= अनक शकाय= उठ=गी कछ सा13त आपको तक हन एव अ6यावहाdरक लग सकत ह उन शकाओ को आप अपनी नोट-बक म= लख ल= यह नोट-बक इसी काय क लए अलग रख= अपनी शकाओ को प2 प म= 6यB कर= उ13ह=

लखन क बाद आप उ13ह= भल जाय= और पतक को 5नEय आग पढत रह=

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अगल रXववार या Oकसी छी क Vदन जब खाल समय मल उस नोट-बक को

उठाकर अपनी परानी शकाओ को पढ= एक स7ाह म= आपन िजतनी शकाय= कW उन पर

Xवचार कर दख= Gया व अब भी अनodरत ह आपको यह दख कर आlय होगा अब बहत सी शकाय= 5नवo हो गयी ह एक स7ाह क अययन स आपका Iान बढा ह Oफर भी कछ )v ऐस हो सकत ह िजनका उoर आपको अभी नह मला ह उ13ह= अभी मत काट= सोमवार स अपन अययन का कायcम पनः आग बढाय= नई शकाय=

उEप13न हamp उ13ह= पनः लखत जाय= स7ाह क अ13त म= पववत उन )vamp पर Oफर Xवचार

कर= इस cम स अययन करत रहन पर पतक समा7 होन तक आप दख=ग Oक

आपको सभी )vamp का उoर मल गया ह यVद कदाचत कछ )v रह गय ह तो उनका समाधान अगल पतक म= मल जायगा अययन धीर-धीर करो कोई जYद नह ह आपक वत13_ च13तन कW

अEयधक आव1यकता ह Oकसी सा13त को बना Xवचार Oकय वीकार मत कर लो

उसकW सEयता पर Xवचार करो अपनी समझ म= आना बहत आव1यक ह तभी वदा13त

XवIान म= )वश होगा आप उसका Iान धारण कर सक= ग जीवन-यो5त पर पढ लन और उसकW पनरावXo कर लन क बा द वायाय

पाqयcम दख= और अगल पतक अययन क लए हाथ म= ल= पतकamp को cमानसार ह पढ और थोडा-थोडा करक धीर-धीर पढ= कल पाqयcम आधा घटा 5नEय पढ कर दो-तीन वष म= परा होगा )यास कर= आप इस कर सकत ह करना भी अव1य चाVहए

वावावावामी च13मयान13दमी च13मयान13दमी च13मयान13दमी च13मयान13द

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Study Group Programme

वायाय मडल का कायcमवायाय मडल का कायcमवायाय मडल का कायcमवायाय मडल का कायcम

1111---- Thrice Chanting of Om

तीन बार ॐ का दघ उचारण तीन बार ॐ का दघ उचारण तीन बार ॐ का दघ उचारण तीन बार ॐ का दघ उचारण 2222---- Peace Invocation

शाि13त पाठशाि13त पाठशाि13त पाठशाि13त पाठ

ॐ सह नाववत सह नौ भनB सह वीय करवावह तजिवनावधीतमत मा ॐ सह नाववत सह नौ भनB सह वीय करवावह तजिवनावधीतमत मा ॐ सह नाववत सह नौ भनB सह वीय करवावह तजिवनावधीतमत मा ॐ सह नाववत सह नौ भनB सह वीय करवावह तजिवनावधीतमत मा

XवVnषावहXवVnषावहXवVnषावहXवVnषावह

ॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः

ह परमाEमन आप हम गS -श`य दोनamp कW साथ-साथ सब )कार स रTा कर=

हम दोनamp का आप साथ-साथ समचत प स पालन -पोषण कर= हम दोनamp साथ-ह-साथ

सब )कार स बल )ा7 कर= हम दोनamp कW अययन कW हई Xव~ा तजपण हो - कह

परात न हamp और हम दोनamp जीवन भर परपर नह-स_ म= बध रह= हमार अ13दर परपर कभी nष न हो ह परमाEमन तीनamp तापamp कW 5नवXo हो

ॐ आwयाय13त ममाॐ आwयाय13त ममाॐ आwयाय13त ममाॐ आwयाय13त ममा गा5न वाक )ाणlTः uो_मथो बलमि13रयाण च सवाण गा5न वाक )ाणlTः uो_मथो बलमि13रयाण च सवाण गा5न वाक )ाणlTः uो_मथो बलमि13रयाण च सवाण गा5न वाक )ाणlTः uो_मथो बलमि13रयाण च सवाण

सव ौप5नषद माह 5नरासव ौप5नषद माह 5नरासव ौप5नषद माह 5नरासव ौप5नषद माह 5नराकया मामा 5नराकरोत अ5नराकरणमत अ5नराकरण कया मामा 5नराकरोत अ5नराकरणमत अ5नराकरण कया मामा 5नराकरोत अ5नराकरणमत अ5नराकरण कया मामा 5नराकरोत अ5नराकरणमत अ5नराकरण

मऽत तदाEम5न 5नरतय उप5नषEस धमात म5य स13त त म5य स13त मऽत तदाEम5न 5नरतय उप5नषEस धमात म5य स13त त म5य स13त मऽत तदाEम5न 5नरतय उप5नषEस धमात म5य स13त त म5य स13त मऽत तदाEम5न 5नरतय उप5नषEस धमात म5य स13त त म5य स13त ॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तः

ह परमाEमन मर सार अग वाणी न_ uो_ आVद सभी कमि13दया और

Iानि13रया )ाणसमह शारdरक और मानसक शAB तथा ओज - सब पX2 एव वX

को )ा7 हamp उप5नषदamp म= सवप का जो वप वणत ह उस म कभी अवीकार न क और वह भी मरा कभी पdरEयाग न कर मझ सदा अपनाय रGख मर साथ

का और क साथ मरा 5नEय सZब13ध बना रह उप5नषदamp म= िजन धम का

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)5तपादन Oकया गया ह व सार धम उप5नषदamp क एकमा_ ल-य पर परमाEमा म=

5नर13तर लग हए मझ साधक म= सदा )काशत रह= मझम= 5नEय 5नर13तर बन रह= और

मर _Xवध तापamp कW 5नवXo हो 3 Introspection The following questions are asked by Group Sewak Every body answers

mentally to himself - (1) How far am I maintaining Brahmacharya (2) Did I during this week live less passionately and less selfishly (3) Have I any bad feelings towards any member of my spiritual family -

the Chinmaya Mission (4) Am I progressing and proving to myself and others a better man a

more cheerful man each day (5) Did I meditate all the days of this week (6) How far have I developed in constant and repeated ISHWAR

SMARANA (7) Did I read every day atleast three pages of the scriptures

आEमआEमआEमआEम----5नरTण 5नरTण 5नरTण 5नरTण

मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= ---- १- म चय का पालन Oकतना करता ह

2- Gया म इस स7ाह कम उVnन और कम वाथ रहा ३- Gया च13मय मशन क अपन आयािEमक पdरवार क Oकसी सदय स मरा दभाव

ह ४- Gया म अपना Xवकास कर अ13य लोगamp क लए पहल स भला आदमी बन रहा ह और

सदा )स13न रहता ह

५- Gया म Xपछल स7ाह 5नEय यान साधना करता रहा

६- 5नर13तर ईhर मरण रखन म= मझ Oक तनी सफलता मल ह

७- Gया म 5नEय शाRamp क कम स कम तीन प पढता रहा ह

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५५५५ गSतो_मगSतो_मगSतो_मगSतो_म

अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः ११११ िजनकW कपा स सZपण चराचर जगत म= 6या7 परमाEमा का बोध हआ ह उन गSदव को

मरा )णाम ह अIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकयाअIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकयाअIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकयाअIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकया चTS13मीलत यन तम uीगरव नमःचTS13मीलत यन तम uीगरव नमःचTS13मीलत यन तम uीगरव नमःचTS13मीलत यन तम uीगरव नमः 2222

िज13हampन अIान अ13ध न_amp को Iान अजन कW शलाका स उ13मीलत कर Vदया ह उन

गSदव को मरा )णाम ह गSा गSXव णः गSगSा गSXव णः गSगSा गSXव णः गSगSा गSXव णः गS दवो महhरःदवो महhरःदवो महhरःदवो महhरः गSरव पर तम uीगरव नमः गSरव पर तम uीगरव नमः गSरव पर तम uीगरव नमः गSरव पर तम uीगरव नमः ३३३३

गS ह ा ह गS ह Xव`ण ह गS ह शकर (महhर) ह गS ह पर ह उन

गSदव को मरा )णाम ह थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम तEपद दशत यन तम uीतEपद दशत यन तम uीतEपद दशत यन तम uीतEपद दशत यन तम uीगरव नमः गरव नमः गरव नमः गरव नमः ४४४४ जड चतन व चर अचर म= जो तiexclव 6या7 ह उसका बोध िजनकW कपा स )ा7 हआ ह उन गSदव को मरा )णाम ह च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः ५५५५

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सZपण चराचर जगत म= 6या7 परम चतना का दशन िजन गSदव कW कपा स सZभव हआ ह उन गSदव को मरा )णाम ह सवu5तशरोरcentXवरािजत सवu5तशरोरcentXवरािजत सवu5तशरोरcentXवरािजत सवu5तशरोरcentXवरािजत पपपपदाZबजःदाZबजःदाZबजःदाZबजः वदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमःवदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमःवदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमःवदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमः ६६६६ िजनक चरण कमलamp म= सभी u5त रcent Xवरािजत ह और िजनक सय सaश Iानालोक स

वदा13त कमल Xवकसत होता ह उन गSदव को मरा )णाम ह चत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनःचत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनःचत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनःचत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ७७७७

जो च13मय शाhत शा13त 6योमातीत 5नरजन और ब13द नाद तथा कलाओ स भी

पर ह उन गSदव को मरा )णाम ह IानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतःIानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतःIानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतःIानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतः भABमAB )दाता च तम uीगरव नमःभABमAB )दाता च तम uीगरव नमःभABमAB )दाता च तम uीगरव नमःभABमAB )दाता च तम uीगरव नमः ८८८८

जो Iान और शAB म= अविथत ह तथा तiexclव सा13त कW माला धारण Oकय ह जो भAB और मAB दन वाल ह उन गSदव को मरा )णाम ह अनक ज13म स)ा7 कमब13धअनक ज13म स)ा7 कमब13धअनक ज13म स)ा7 कमब13धअनक ज13म स)ा7 कमब13ध XवदाVहन XवदाVहन XवदाVहन XवदाVहन आEमIान )दानन तम uीगरव नमःआEमIान )दानन तम uीगरव नमःआEमIान )दानन तम uीगरव नमःआEमIान )दानन तम uीगरव नमः ९९९९ अनक ज13मamp स कमब13धनamp म= जकड )ाणी को जो आEमIान क nारा मB करा दन म=

समथ ह उन गSदव को मरा )णाम ह

18

शोषण भवस13धोl Iापण सारसपदःशोषण भवस13धोl Iापण सारसपदःशोषण भवस13धोl Iापण सारसपदःशोषण भवस13धोl Iापण सारसपदः गरोः पादोदक सZयक तम uीगगरोः पादोदक सZयक तम uीगगरोः पादोदक सZयक तम uीगगरोः पादोदक सZयक तम uीग रवनमःरवनमःरवनमःरवनमः१०१०१०१० िजनक पादोदक क पश स ससार सागर सख जाता ह और परमतiexclव का बोध हो जाता ह उन गSदव को मरा )णाम ह न गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपःन गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपःन गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपःन गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपः तEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमःतEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमःतEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमःतEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमः ११११११११ गS स अधक उच कोई तiexclव नह ह और गS कW सवा स ऊचा कोई तप नह ह

तiexclवIान स u कोई Iान नह ह ऐस गSदव को मरा )णाम ह म13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSःम13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSःम13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSःम13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSः मदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमःमदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमःमदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमःमदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमः ११११2222

मर वामी ससार क वामी ह और मर आEमा सZपण )ाणयamp कW आEमा ह िजनकW

कपा स यह Iान )ा7 होता ह उन गSदव को मरा )णाम ह गSराVदरनाVदl गSः परमदवतमगSराVदरनाVदl गSः परमदवतमगSराVदरनाVदl गSः परमदवतमगSराVदरनाVदl गSः परमदवतम गरोः परतर नाित तम uीगरव नमःगरोः परतर नाित तम uीगरव नमःगरोः परतर नाित तम uीगरव नमःगरोः परतर नाित तम uीगरव नमः १३१३१३१३

गS अनाVद और अन13त ह गS ह परम दवता ह गS स u कछ भी नह ह अतः उन

गSदव को मरा )णाम ह

Eवमव माता च Xपता EवमवEवमव माता च Xपता EवमवEवमव माता च Xपता EवमवEवमव माता च Xपता Eवमव Eवमव ब13धlसखा EवमवEवमव ब13धlसखा EवमवEवमव ब13धlसखा EवमवEवमव ब13धlसखा Eवमव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव १४१४१४१४ ह गS दव तम ह मर माता हो Xपता हो भाई हो म_ हो Xव~ा हो और धन हो ह

दवताओ क दवता तZह म र लए सब कछ हो

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६६६६ गीता यानमगीता यानमगीता यानमगीता यानम

ॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयमॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयमॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयमॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयम 6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम ----

अZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीमअZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीमअZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीमअZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीम ११११ ह मा भगवत-गीत म तZहारा 5नर 13तर अनच13तन करता ह भगवान नारायण न

अजन क )5तबोध क लए तZहार रचना वय कW थी )ाचीन म5न 6यासदव न तZह=

महाभारत क मय थाXपत Oकया तZहार अठारह अयाय ह तम Vद6य हो तZहार nारा अnतामत कW वषा होती ह और तम ससार क बधनamp स मB करन वाल हो

नमोऽतत 6यास Xवशाल ब नमोऽतत 6यास Xवशाल ब नमोऽतत 6यास Xवशाल ब नमोऽतत 6यास Xवशाल ब ---- फYलारXव13दायतप_ न_ फYलारXव13दायतप_ न_ फYलारXव13दायतप_ न_ फYलारXव13दायतप_ न_ यन Eवया भारततलपणः यन Eवया भारततलपणः यन Eवया भारततलपणः यन Eवया भारततलपणः ----

)वालतो Iानमयः )दपः )वालतो Iानमयः )दपः )वालतो Iानमयः )दपः )वालतो Iानमयः )दपः 2222

ह 6यासदव तZह= मरा )णाम ह खल हए कमल कW पखडयamp क सaश तZहार Xवशाल न_ ह तZहा रा Iान महान ह तमन महाभारत -तल (सार) स भरकर Iान का

दपक )वलत Oकया ह

)प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय )प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय )प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय )प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय Iानमाय क`णाय गीतामतदIानमाय क`णाय गीतामतदIानमाय क`णाय गीतामतदIानमाय क`णाय गीतामतद ह नमः ह नमः ह नमः ह नमः ३३३३

म उन भगवान क`ण को )णाम करता ह जो एक हाथ म= लकVट और दसर म=

Iान-मा धा रण Oकय हए ह िज13हampन (उप5नषदamp स) गीतामत का दोहन Oकया ह और

िजनकW शरण म= जान वाल कW समत कामनाय= वस ह पण होती ह जस कYपवT स

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सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत ४४४४

सZपण उप5नष गाय= ह गोपालन13दन उनक दोहन वाल ह अजन गोवEस ह गीता महान अमतमय दध ह और सधीजन उस दध का पान करन वाल ह

वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम ५५५५

म उन भगवान क`ण को )णाम करता ह जो वसदव क Vद6य प_ ह कस और

चाणर का वध करन वाल ह दवकW मा को परम आन13द )दान करन वाल ह और

समत ससार क गS ह

भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला ---- शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला अhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनाव 5त नी 5तनी 5तनी 5तनी ----

सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः ६६६६ भगवान क`ण nारा चालत गीता -Iान कW नौका म= बठकर पाडवamp न उस भयकर

रणनद को सहज पार कर लया िजसक भी`म और ोण तट थ जयथ िजसका जल

था गाधार नप नील -कमल थ िजसम= शYय जस 4ाह थ और कपाचाय िजसकW तीyen

धारा थ कण िजसकW उoाल तरग थ अhEथामा और Xवकण िजसक भयकर मगर थ

और दयpoundधन िजसकW भवर था

पाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम लोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदा

भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस ७७७७

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महाभारत का वह 5नमल कमल हम= कYयाणकार हो जो पाराशर क प_ 6यास क

वचन सरोवर म= उEप13न हआ जो गीता कW उEकट गध स पdरपण ह िजसक अनक

आयान कसर क समान ह जो भगवान क`ण कW मधर कथाओ स पdरपण ह सजन iमरamp क nारा िजसक रस का पान 5नर13तर Oकया जाता ह और जो कलयग क समत

दोषamp का शमन करन वाला ह

मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम ८८८८

िजनकW कपा स मक वाचा ल हो जात ह और पग लोग भी ऊ च पवतamp को पार कर

जात ह उन परमान13द भगवान क`ण कW हम व13दना करत ह

य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव ---- वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो ----

ययाययाययाययात न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः ९९९९

ा वSण इ13 S और मSण Vद6य तो_amp nारा िजसकW त5त करत ह

सामवद क गान वाल अग पद cम और उप5नषदamp क सVहत वदamp nारा िजसका गायन

करत ह योगीजन यान म= िथत तnत हय म न स िजसका दशन करत ह दवता और

असर गण (कोई भी) िजसक अ13त को नह जानत उस (परम पSष नारायण ) दव क

लए मरा नमकार ह ७७७७ गीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोक

8 The spiritual text ((((पाqय पतकपाqय पतकपाqय पतकपाqय पतक )))) It is to be taken stanza by stanza and commented upon by the Group Sewak

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9 Discussions ((((Xवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमय)))) The Group Sewak may act as a mediator 10 Meditation Let all members sit in their favourite pose with head erect and eyes closed The Group Sewak may chant a short Mantra lowering the pitch of voice by and by Everyone repeats the process mentally Then there is a silence Every body tries to live in that silence abandoning all sorts of ideas If any thought comes in mind one should try to become its witness (Sakshi) The whole process may take only 5 to 7 minutes

यानमयानमयानमयानम शा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरश

Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम ल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZय व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम

११११११११ यानषटकयानषटकयानषटकयानषटक मनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाह न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च 6योमभमन च 6योमभमन च 6योमभमन च 6योमभम न तजो न वायःन तजो न वायःन तजो न वायःन तजो न वायः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ११११

म न मन ह न बX ह न अहकार ह और न चo ह म न uो_ ह न िजcopyा

ह न नासका ह और न न_ ह न म आकाश ह न भम ह न अिन ह

और न वाय म चदान13द प शव ह शव ह

न च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपाय

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम 2222

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न म )ाण ह और न पचवाय न म स7धात का शरर ह और न

पचकोश न म वाक पाण पाद उपथ और न गदा ह म चदान13दप

शव ह शव ह

न म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौ

न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ३३३३

न म राग ह और न nष न म लोभ ह और न मोह न म मद ह और

न मEसर म धम अथ काम मोT भी नह ह म चदान13दप शव ह शव ह न पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःख न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः अह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBा चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ४४४४

न म पय ह और न पाप न म सख ह और न दःख न म म13_ ह

और न तीथ न म वद ह न यI म भोजन भोय और भोBा भी नह ह म

चदान13दप शव ह शव ह

न मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदः Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म न ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ५५५५

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न म मEय ह और न भय मझम= कोई जा5तभद भी नह ह न मर

माता ह और न Xपता मरा ज13म भी नह हआ ह न मरा कोई ब13ध ह न म_

न गS ह न श`य म चदान13दप शव ह शव ह

अह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपः

XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम न चान चान चान चासsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ६६६६

मर न कोई कYपना ह और न आकार म सव6यापी और इि13रयातीत

ह मरा न ब13धन ह और न मAB म Iय भी नह ह म चदान13दप शव ह शव ह

११११2222 uी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकम

6या7 जग6या7 जग6या7 जग6या7 जग~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत

5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ११११

अखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभावः परमाEमसEय वः परमाEमसEय वः परमाEमसEय वः परमाEमसEय

सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय 2222

म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः बोचबबोचबबोचबबोचब umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः

25

सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ३३३३

शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः

6यापी परण मो6यापी परण मो6यापी परण मो6यापी परण मोदमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ४४४४

अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च ग गभीग गभीग गभीग गभी र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ५५५५

तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म

Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न च13Eयमानम च13Eयमानम च13Eयमानम च13Eयमानम uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ६६६६

12 Pledge We stand as one family bound to each other with love and respect We serve as an army Courageous and disciplined ever-ready to fight against all low tendencies and false values within and without us We live honestly

the noble life of sacrifice and service producing more than what we consume and giving more than what we take

26

We seek the Lords Grace to keep us on the path of virtue courage and wisdom May Thy Grace and Blessings flow through us to the world around us We believe that the service of our country is the service of Lord of Lords and devotion to the people is the devotion to the Supreme Self We know our responsibilities give us the ability and courage to fulfill them

OM TAT SAT

च13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIा हमार िथ5त ह एक पdरवार क समान )म और सZमान स परपर आब हम सवा-रत ह एक सना क समान- साहसी और अनशासत - कVटब ह सघष करन को 5नZन वXo यamp और थोथ आदश क XवS िजनका जाल ह हमार अ13दर और बाहर सव_ हम जीत ह ईमानदार स Eयाग और सवा का उच जीवन उEप13न करत ह उपभोग स अधक लत ह िजतना दत ह कह अधक हम बन ह आकाTी )भ कW कपा क जो चलाव= हम= गण साहस और Iान क माग पर

आप कW कपा और आशीष ह )भो हमार मायम स बह

27

Xवh म= चारamp ओर हमारा Xवhास ह Oक वदश सवा ह परमhर कW सवा ह और जनता कW भAB ह परमाEमा कW भAB ह हम समझत ह अपना दा5यEव दो योयता और साहस Oक हम परा कर= उस ॐ तEसत

13 Arati Arati is to be performed preferably by the wife of Group Sewak or by the

Group Sewak himself A few flowers and burning camphor placed in a tray are waved before the picture of the Lord and the following Mantras are chanted by all the members present -

न त_ सयpound भा5त न चतारक नमा Xव~तो भा5त कतोऽयमि13गः तमव भा13तम अनभा5त सव तय भासा सवमदXवभा5त ॐ सवषा वितभवत सवषा शाि13तभवत सवषा पण भवत सवषा मsectगल भवत ॐ सव भव13त सखनः सवस13त 5नरामयः सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत असतो मा स^मय तमसो मा यो5तगमय मEयोमाममत गमय ॐ पणमदः पणमद पणात पणमदयत पणय पणमादाय पणमवावश`यत ॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तः

28

भज गोXव13दमभज गोXव13दमभज गोXव13दमभज गोXव13दम

भज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13द गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत स)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत काल न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण ११११

र मढ मन गोXव13द कW खोज कर गोXव13द का भजन कर और गोXव13द का ह

यान कर अि13तम समय आन पर 6याकरण क 5नयम तर रTा न कर सक= ग मढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णा कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम यYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाo Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम 2222

र मढ धन स4ह कW त`णा छोड द मन म= वराय लाकर सत तiexclव का

च13तन कर अपन कम फल क अनसार जो धन )ा7 हो उसी स अपन म न को स13त2

कर नारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदश a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम एत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकार मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम ३३३३ स13दर Rी क नाभदश को दखकर मोह म= मत पड यह कवल मास और मजा

का Xवकार ह अपन मन म= इस बात का बार-बार Xवचार कर नलनीदलगतनलनीदलगतनलनीदलगतनलनीदलगत जलम5ततरल जलम5ततरल जलम5ततरल जलम5ततरल तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम XवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4त लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम ४४४४

29

कमल-दल क ऊपर जल कW बद अEय13त अिथर होती ह जीवन भी इसी )कार

अिथर ह इस बात को अछmacr तरह समझ ल Oक सारा ससार 6याध अभमान शोक आVद स 4सत ह

यावVnयावVnयावVnयावVnoोपाजन सBःoोपाजन सBःoोपाजन सBःoोपाजन सBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः पlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह ५५५५

जब तक धनोपाजन कW शAB ह तभी तक तZहार पdरवार क लोग तम स )म

रखत ह वावथा म= शरर जजर हो जान पर तZहार बात कोई न पछगा यावEपवनोयावEपवनोयावEपवनोयावEपवनो 5नवस5त दह 5नवस5त दह 5नवस5त दह 5नवस5त दह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह गतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापाय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय ६६६६ जब तक शरर म= )ाण ह तब तक घर म= तZहार कशल पछmacr जाती ह )ाण

5नकलन पर उसी शरर स पcentी तक भयभीत होन लगती ह बालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBः तSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBः वताविच13तासBःवताविच13तासBःवताविच13तासBःवताविच13तासBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः ७७७७

बचपन म= खलamp म= आसAB रहती ह यवावथा म= तSणी स मोह रहता ह और

वावथा म= च13ताय= आ घरती ह Oक13त पर परमाEमा स Oकसी को )म नह ह का त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ः सससससारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः

30

कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः ८८८८

कौन तZहार पcentी ह कौन तZहारा प_ ह वततः ससार बडा Xवच_ ह तम

Oकस क हो कहा स आय हो ह भाई कभी इस बात का भी Xवचार करो

सEससEससEससEसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEवगEवगEवगEव 5नस5नस5नस5नसगEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम 5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः ९९९९

सEसग स अनासAB )ा7 होती ह अनासAB स मोह क ब13धन टटत ह मोह टटन पर शाhत तiexclव कW )ा57 होती ह और शाhत तiexclव पान पर जीवन -मAB का लाभ

)ा7 होता ह वयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः Tीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारो Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः १०१०१०१०

जस यवावथा बीतन पर काम -Xवकार न2 हो जाता ह और जल सख जान पर

तालाब नह रह जाता ह वस ह धन न2 होन पर पdरवार नह रह जाता और तiexclव-बोध

होन पर ससार नह रह जाता ह मा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगव हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम मायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा ११११११११

31

धन जन और यौवन क लए अभमान न करना चाVहए काल इन सब को Tण मा_ म=

न2 कर दता ह इन सब को माया का iम समझो और शीordf ह साTाEकार )ा7

करो Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः कालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः ११११2222

Vदन और रात )ातः और साय सय और गम बार -बार आत ह और चल जात

ह काल कW इस cWडा क साथ आय भी बीतती जा रह ह Oफर भी आशाओ कW आधी

स कोई नह बचता का त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता _जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका १३१३१३१३

र iाि13त म= पड मढ Rी धन आVद कW च13ता Gयamp Oकया करता ह Gया तर

ऊपर शासन करन वाला कोई नह ह तीनamp लोकamp म= कवल सEसग ह वह नौका ह जो

ज13म-मरण क सागर स तझ पार कर सकती ह जVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः प1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढो दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः १४१४१४१४

जटाधार बाल मडाय एक-एक कर सर क सब बाल खचवाय और काषायवR

धारण Oकय हए नाना वषधार स13यासी ह व आखamp स दखत हए भी अध ह व मढ

नाना )कार क वष कवल पट भरन क लए धारण करत ह

32

अsectगअsectगअsectगअsectग गलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मड दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम वो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दड तदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEया शाXपडम शाXपडम शाXपडम शाXपडम १५१५१५१५

वावथा म= शरर जजर हो गया ह सर क बाल सफद हो गय ह दात गर

गय ह छडी क सहार चलना पडता ह अथात मEय 5नकट आ गई ह Oक13त आशाओ का

ब13धन अब भी नह टटा अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः करतल करतल करतल करतल भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः १६१६१६१६

आग अिन पीछ सय और रा_ म= घटनamp म= ठो ढ लगाय रहन वाल तथा हाथ पसार

कर भीख मागन वाल और पड क नीच सोन वाल भी आशा क ब13धनamp स मB नह ह कSत गsectगकSत गsectगकSत गsectगकSत गsectग सागरगमनसागरगमनसागरगमनसागरगमन yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम IानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन १७१७१७१७

कोई भल ह गगासागर आVद तीथdeg का सवन कर yenत रख अथवा दान कर

Oक13त अIानी 6यAB सकडamp ज13मamp म= भी मAB नह )ा7 कर सकता ह यह तplusmnय सभी लोग वीकार करत ह

सरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासः शsup2याशsup2याशsup2याशsup2या भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः सवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः १८१८१८१८

33

जो लोग दवताओ क मि13दर और पडamp क नीच 5नवास करत ह बना बछौन क

जमीन पर लटत ह मगछाला पहनत ह और इस )कार सभी भोगamp का Eयाग कर दत ह

उन XवरB लोगamp को कौन सा सख )ा 7 नह ह

योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा सsectगसsectगसsectगसsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगXवहनः Xवहनः Xवहनः Xवहनः यय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चo न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव १९१९१९१९

चाह कोई योग का अयास करता हो या भोगamp म= पडा रहता हो चाह अनक लोगamp क

साथ रहता हो या अकला िजसका चo -च13तन म= मन ह वातव म= वह सखी ह

भगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीता गगगगगागागागाजल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता सकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा 2222००००

जो भगवदगीता का थोडा भी अययन करता ह गगा जल कW एक बद भी पान

करता ह और भAB-भाव स भगवान का मरण करता ह उसकW चचा यमराज भी नह

करत ह पनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरण पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम इह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार 2222११११

बार-बार ज13मना बार-बार मरना और बार-बार मा क पट म= पहचना बडा

क2कारक ह इस दःखमय ससार स पार होना बडा कVठन ह ह भगवन अपनी अपार

कपा स मरा 5नतार करो

34

रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः योगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoो रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव 22222222

जो योगी चीथड बीन कर कथर बनात और पहनत ह पय और पाप क माग को छोड

कर चलत ह िजनका चo योगायास स सयमत ह व ईhर भाव म= 5नमन रहन वाल बालकamp या उ13मo लोगamp कW तरह 5नn13n रहत ह

कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः इ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसार Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम 2222३३३३

तम कौन हो म कौन ह म कहा स आया ह कौन मर माता ह कौन मरा

Xपता ह इन )vamp पर Xवचार करो और इस असार ससार को वwन मा_ समझ कर

छोड दो Eव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः भव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eव वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम 2222४४४४

तम म= मझ म= और सभी थानamp म= क वल एक सव6यापी भगवान ह असVह`ण होकर

तम 6यथ ह मर ऊपर cोध करत हो यVद तम चाहत हो Oक तZह= ईhर )ा7 हो जाय तो तम सदा समभाव रहो

श_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ सविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमान

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सव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIा नम नम नम नम 2222५५५५

दसर लोगamp स लडन म= अथवा उनस म_ता करन म= अपनी शAB का अप6यय न

करो अपन ब13ध-बा13धवamp स राग-nष मत रखो सव_ अपन ह वप को दखो भद बX का Eयाग करो और अIान स छटकारा पाओ

काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह EयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1य5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम आEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः 2222६६६६

काम cोध लोभ और मोह को छोडकर Iानी सव_ आEमवप ह दखता ह

वह समझता ह Oक म वह ह Oक13त आEमIान रVहत मढ लोग अIान क कारण नक कW वदनाय= सहन करत ह

गय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहsup3sup3sup3sup3 यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म नय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चo दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम 2222७७७७

भगवत-गीता और Xव`ण क सहsup3 नाम गान चाVहए भगवान Xव`ण क वप का

5नर13तर यान करना चाVहए सदा सEसग म= चo लगाना चाVहए और दन लोगamp को

दान दना चाVहए सखतः सखतः सखतः सखतः Ocयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः य~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरण तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम 2222८८८८

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पहल तो लोग सख क लए Rी भोग म= ल7 रहत ह और बाद म= शारdरक रोगamp का शकार होना पडता ह य~Xप इस ससार म= अ13ततोगEवा मEय म= ह शरण मलती

ह Oफर भी लोग पापाचरण नह छोडत

अथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEय नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम प_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः 2222९९९९

लोगamp कW अनथकार धन म= ह सदा Sच बनी रहती ह सEयता यह ह Oक उसम=

Oकि13चत मा_ भी सख नह ह धनी लोगamp को अप न प_ स भी भय रहता ह धन का

सव_ यह हाल दखा जाता ह )ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम जाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधान कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम ३०३०३०३०

बडी सावधानीपवक पहल )ाणायाम का अयास करो मन को सब ओर स

हटाकर अ13तमखी बनाओ 5नEय और अ5नEय वतओ क बीच Xववकपवक Xवचार करो

और Oफर जप करत हए समाध का अयास करो गSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः सि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादव -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम ३१३१३१३१ ह गS क चरणamp म= भABभाव रखन वालamp तम शीordf ह स सार-सागर स पार हो

जाओग तमन इि13 यamp को और मन को वश म= Oकया ह तम अपन acuteदय म= शीordf ह

भगवान का साTाEकार करोग

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आयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अग १ १ १ १ ---- वथ शरर वथ शरर वथ शरर वथ शरर ((((अअअअ) ) ) ) सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन ---- बना वथ शरर क कोई भी लौOकक या पारलौOकक

काय करना सZभव ह नह ह इसक लए श और सािiexclवक आहार आव1यक ह

मच इमल wयाज लहसन खटाई तल मसाल हग आVद Eयाय ह बहत अधक न खाना चाVहए मताहार रोगamp स बचाता ह यान रखो भोजन वाद क

लए नह वाplusmnय क लए ह एकादशी आVद Oकसी Vदन उपवास भी कई aX2 स

उपयोगी ह ((((बबबब) ) ) ) 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम ---- वथ शरर क लए 5नEय 6यायाम भी आव1यक ह

इसक लए )ातःकाल कछ शारdरक uम करना चाVहए बगीच म= काम टहलना

तरना आसनamp का अयास आVद कछ 6यायाम ह आसन और )ाणायाम साधना

म= अधक सहायक ह ((((सससस)))) वछता वछता वछता वछता ---- वथ वाय का सवन 5नEय नान साफ कपड और रहन क

थान कW सफाई शरर को वथ और चo को )स13न रखती ह

2 2 2 2 ---- वथ मनवथ मनवथ मनवथ मन

((((अअअअ) ) ) ) वायाय वायाय वायाय वायाय ---- जस वथ शरर क लए 5नEय श और पौX2क भोजन कW

आव1यकता ह वस ह वथ मन क लए स-413थamp का 5नEय अवलोकन आव1यक ह अ13यथा मन दबल हो जाता ह और उस मानस रोग घरन लगत ह

दिl13ताय= चडचडाहट 6य4ता भय nष आVद मानसक रोगamp क लTण ह

गीता रामायण भागवत उप5नष योगवास बाइबल ज13दावता करान

_Xपटक 413थसाVहब आVद म= स Oकसी 413थ का अययन करना चाVहए

((((बबबब) ) ) ) स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त ---- य दोनamp वथ मन क लTण ह Xववक और वराय

क 6यायाम स स13तोष और शाि13त बढती ह वथ शरर और वथ मन स

आEमबल बढता ह इसी बल स आयािEमक सफलताय= )ा7 कW जाती ह ((((सससस) ) ) ) सससस----Xवचार Xवचार Xवचार Xवचार ---- स-Xवचार जीवन को सह Vदशा म= ल जात ह अस Xवचारamp

स मन`य का पतन होता ह सEसग और सuml413थamp क अवलोकन स स -Xवचार

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aढ होत ह कसग और कच2ाय= छोडकर सEसग का आuय लो ससार म= िजतन भी महापSष हए ह और उ13हampन जब जो कछ पाया ह वह सEसग क कारण ह ३ ३ ३ ३ ---- न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो

जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए ---- ((((अअअअ) ) ) ) चय और सEय चय और सEय चय और सEय चय और सEय ---- वीय कW रTा बडी सावधानी स करनी चाVहए शरर

तर पर वीय ह ईhर ह जीवन कW यह एक बहत बडी Xवभ5त ह यह जीवन Xवचार और बX का सार ह सचत वीय ओज म= पdरव5तत होता ह और ओज आEमशAB म= हर कWमत पर सEय मधर और मत भाषण का अयास करना चाVहए

मplusmnया भाषण दबलता भय और अIान का पdरणाम ह 5नEय एक-दो घट का

मौन रहना चाVहए उस समय सकतamp का )योग भी न करना चाVहए ((((बबबब) ) ) ) सससस----गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास ---- 5नयम कW पाब13द समय का उपयोग मधर भाषण

उदारता कSणा नह स-पSषamp का आदर सहनशीलता Tमा धय स13तोष 5नरभमानता आVद स-गण ह यVद य ग ण सहज ह )ा7 न हamp तो अयास क

nारा )ा7 Oकय जा सकत ह सब गणamp का एक साथ अयास नह हो सकता Oक13त एक गण क आत ह उसक सहयोगी अनक गण वय आन लगत ह Oकसी एक गण का अयास करन का सकYप करो और 5नEय सोन क पहल

अपनी सफलताओ-असफलताओ पर Xवचार करो कछ समय म= वह अयास आदत बन जायगा और आदत वभाव ((((सससस) ) ) ) दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग ---- )ायः लोग कसग क कारण दगणamp म= पड जात ह

आयािEमक T_ म= जYद सफल होन क लए दगणamp को शीordfा5तशीordf छोडना

होगा म~पान आलय मासभTण cरता कठोरता कVटलता छल )पच

पर5न13दा लोभ पdर4ह आVद अनक दगण ह यVद साधक म= ऐस कोई दगण ह

तो उ13ह= एक-एक कर छोडन का )यcent करना चाVहए दगण बड हठmacr होत ह

इनक Eयागन क लए सकYप करना पडता ह यVद एक दगण छोडन म= सफलता

मल तो आEम-Xवhास बढ जाता ह और दसर दगण छोडना सरल हो जाता ह ((((दददद) ) ) ) सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका ---- आज क आथक यग म= धन सचय कW हवस बढ रह

ह इसक लए बईमानी और छल-)पच का सहारा लया जा रहा ह कारण कवल

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यह ह Oक हमार आव1यकताय= बढ गई ह श आजी Xवका क लए आव1यक ह

Oक आव1यकताय= घटाई जाय= uम और ईमानदार स कमाया हआ धन मन`य

कW आव1यक आव1यकताय= पर कर सकता ह आलसी और दबल 6यAB ह आसानी स )ा7 होन वाल धन कW इछा करत ह यVद आपकW बX और शरर

शABसZप13न ह तो आप पराय पस को Xव2ा क समान समझ=ग सबल बनो और

uम स धन कमा कर स13तोष का जीवन बताओ ४ ४ ४ ४ ---- आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम उपयB तplusmnय आयािEमक साधना कW भमका तयार करन क लए ह उ13ह=

साधना का परोT अग कह सकत ह आसन यथाथ साधना कW पहल सीढ ह

कछ आसन तो 6या याम कW aX2 स उपयोगी होत ह िजनका उYलख ऊपर Oकया

जा चका ह कछ आसन यान क लए बताय गय ह पझ स और सख

आसन म= स कोई एक अपनी सXवधा और Sच क अनसार चन लना चाVहए

उoर या पव Vदशा कW ओर मख करक उस आसन पर लगभग तीन घट अXवचल

बठन का )यास करना चाVहए उसी आसन पर यान और जप करना होगा

इसक लए थान और समय 5निlत होना चाVहए इस काय क लए एक अलग

कमरा ताल स ब13द रखना चाVहए )ातःकाल ४ बज उठ कर शौचाVद स 5नवo और पXव_ होकर आसन )ाणायाम और यान करना चाVहए आसन पर बठत ह कम स कम बीस बार )ाणायाम करना चाVहए अपन इ2दव क यान क लए कछ ोक याद कर लो )ाणायाम क बाद उनका पाठ करक भगवान का च13तन करना चाVहए ५ ५ ५ ५ ---- )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा भगवान का यान करत ह वा ससार स मन को हटा कर अ13तमखी कर लना चाVहए यह )Eयाहार ह जप इसम= सहायक होगा ॐ या ॐ नमो नारायणाय आVद Oकसी म13_ का जप

)ारZभ कर दना चाVहए १०८ म13_ कW एक माला होती ह एक या तीन माला

म13_ जपना चाVहए अधक भी हो सकता ह म13_-जाप करत ह मन भगवान क

सामन जा पहचता ह भगवान का 5नर13तर च13तन ह धारणा ह

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जप-माला भी उपयोगी ह SाT या तलसी कW माला रखना चाVहए जप क

अ5तdरB उस गल म= पहना जा सकता ह जब म= रखा जा सकता ह और सोत

समय तOकया क नीच भी डाल सकत ह Oक13त माला सदा साथ रखनी चाVहए ६ ६ ६ ६ ---- यान यान यान यान एक 5निlत आसन पर बठकर अपन इ2दव का तल धारावत च13तन ह यान

ह शरर-मन-बX क nारा भगवान क 5नकट पह च उ13ह= पीछ छोड दना समाध

ह यान क अयास कW सफलता समाध क लाभ म= 5नVहत ह समाध म= परम तoव का अपरोT अनभव होता ह याता और यय एक हो

जात ह समाध ह तरयावथा और जीव13मAB ह यह योगी कW पणावथा ह ७ ७ ७ ७ ---- 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा आयािEमक साधना कवल यान क कमर तक ह सीमत नह ह यह तो

सम4-कालक साधना ह Vह13द धम का यह एक बडा अभशाप ह Oक हम कवल

कछ बातamp को पXव_ और धामक मान बठ ह शष 6यावहाdरक जीवन धम और

आयािEमक स पर समझ लया गया ह यह बडी भल ह साधक को अपना सम4 जीवन साधनामय बनाना होता ह भगवान कW शरणाग5त का भाव 5नर13तर रहना चाVहए सारा जीवन उ13ह कW

सवा ह उ13ह कW )रणा स हर काय हो रहा ह आयािEमक साधना कW सार

सफलता उ13ह क हाथ म= ह )ाणीमा_ स )म-भाव रखना भगवान क )म का 6यावहाdरक प ह भगवान क

भBamp को सभी लोग X)य Vदखाई दत ह दसर क दोषamp को दखन क बजाय अपन

दोष दखना और उ13ह= दर करना भगवत सवा का u माग ह दनamp को दान दना रोगयamp कW सवा करना 5नरTरamp को पढाना पीडतamp कW

सहायता करना मोहा13ध भटकत लोगamp को राह Vदखाना आयािEमक साधना का

अि13तम Oक13त महEवपण अग ह कमयोग क अ13तगत इसकW मVहमा क गण गाय गय ह यVद साधना क उपयB 5नदशamp का aढतापवक पालन Oकया जाय तो जीवन म=

5नlय ह सफलता सख और मAB का लाभ होगा सभी स13त -उपदशamp का सार

यह ह

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इस Vदशा म= सतत अ4सर रहन क लए स13तamp महाEमाओ का माग-दशन लत

रहना आव1यक ह वतमान काल म= पय वा मी च13मयान13द जी क अनया5ययamp

nारा थाXपत सथा lsquoच13मय मशनrsquo आपकW सहायता क लए सदा उपलltध ह

पाqयcमपाqयcमपाqयcमपाqयcम

नननन0 पतकपतकपतकपतक )थम)थम)थम)थम बारबारबारबार

)5तVदन)5तVदन)5तVदन)5तVदन

1 जीवनजीवनजीवनजीवन यो5तयो5तयो5तयो5त 10 पपपप

2 आEमआEमआEमआEम XवकासXवकासXवकासXवकास कWकWकWकW 5नदशका5नदशका5नदशका5नदशका 10 पपपप

3 भजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दम 4 ोकोकोकोक

4 तiexclवतiexclवतiexclवतiexclव बोधबोधबोधबोध 4 पपपप

5 आEमआEमआEमआEमबोधबोधबोधबोध 3 ोकोकोकोक

6 प_प_प_प_ nाराnाराnाराnारा वदा13तवदा13तवदा13तवदा13त 10 पपपप

7 मानवमानवमानवमानव 5नमाण5नमाण5नमाण5नमाण कलाकलाकलाकला 12 पपपप

8 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण 4 ोकोकोकोक

9 यानयानयानयान औरऔरऔरऔर जीवनजीवनजीवनजीवन 1 अयायअयायअयायअयाय

10 नारदनारदनारदनारद भABभABभABभAB स_स_स_स_ 5 स_स_स_स_

11 गीतागीतागीतागीता कWकWकWकW भमकाभमकाभमकाभमका 10 पपपप

12 अव1यअव1यअव1यअव1य कर=कर=कर=कर= 10 पपपप

13 साधनासाधनासाधनासाधना पचकमपचकमपचकमपचकम 1 ोकोकोकोक

14 कनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषद 2 म_म_म_म_

15 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1-2-3 3 सससस 5 ोकोकोकोक

16 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (201 सससस 300 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

17 कठोप5नषकठोप5नषकठोप5नषकठोप5नष 2 म_म_म_म_

18 दTणाम5तदTणाम5तदTणाम5तदTणाम5त तो_मतो_मतो_मतो_म 2 म_म_म_म_

19 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 4-5-6 3 सससस 5 ोकोकोकोक

20 उपदशउपदशउपदशउपदश सारसारसारसार 2 ोकोकोकोक

42

21 ईशावायईशावायईशावायईशावाय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 3 म_म_म_म_

22 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 7-8-9 3 सससस 5 ोोोोकककक

23 मडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नष 2 म_म_म_म_

24 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 10-11 3 सससस 5 ोकोकोकोक

25 कवYयकवYयकवYयकवYय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 2 म_म_म_म_

26 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (301 सससस 583 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

27 पSषसBमपSषसBमपSषसBमपSषसBम 4 सBसBसBसB

28 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 12 3 सससस 5 ोकोकोकोक

29 तXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषद 2 म_म_म_म_

30 बनाथबनाथबनाथबनाथ-त5तत5तत5तत5त 4 ोकोकोकोक

31 गीगीगीगीताताताता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 13-14-15 3 सससस 5 ोकोकोकोक

32 ऐतरयऐतरयऐतरयऐतरय उप5न`दउप5न`दउप5न`दउप5न`द 3 म_म_म_म_

33 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 16-17 3 सससस 5 ोकोकोकोक

34 )vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद 2 म_म_म_म_

35 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 18 3 सससस 5 ोकोकोकोक

36 ईhरईhरईhरईhर-दशनदशनदशनदशन (तपोवनमतपोवनमतपोवनमतपोवनम ) एकएकएकएक अयायअयायअयायअयाय

37 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1 सससस 18 5 सससस 10 ोकोकोकोक

38 अ2ावcअ2ावcअ2ावcअ2ावc गीतागीतागीतागीता 3 ोकोकोकोक

39 मामामामाडGयडGयडGयडGय औरऔरऔरऔर काdरकाकाdरकाकाdरकाकाdरका 2 म_म_म_म_

ःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःः

43

Page 11: Swadhyayamandal

11

मडल क सदयamp क यVद कोई अ13य )v हamp तो उनका समचत उoर दना चाVहए यह बहत आव1यक ह Oक यह कायcम 5निlत समय स )ारZभ हो और 5निlत

समय पर ह समा7 हो िजसस सदयamp को Oकसी )कार कW अनाव1यक असXवधा न हो

अगल बठक= - थान और समय आVद क Xवषय म= पववत 6यवथा रखनी ह

शष कायcम इस )कार होगा-

(१) तीन बार ॐ का उचारण और शाि13त पाठ

(2) कछ मनट भजन और कWतन

(३) Xपछल स7ाह म= हई पdरचचा का सार वय मडल -सवक nारा अथवा उसक nारा

इगत Oकय गय Oकसी अ13य सदय nारा कह जान चाVहए (४) उस Vदन क Xवचारणीय Xवषय पर सभी सदय अपन Xवचार cमशः )तत कर=

एक क Xवचारamp का दसरा 6यAB खडन या मडन कर सकता ह (५) मडल-सवक समत Xवचारamp को 6यविथत कर और उस पण बनाव

(६) अगल बठक क लए कछ अश 5नधाdरत Oकया जाय

(७) सब सदयamp nारा शाि13त पाठ

(८) शाि13त और अनशासन क साथ थान छोडकर जाय= िजनक घर पर यह कायcम हो

व चाह तो कछ )साद Xवतरण कर सकत ह Oक13त यह सदा आव1यक नह ह उसका

Xवतरण पdरचचा समा7 होन क उपरा13त ह करना चाVहए

)v )v )v )v ---- Gया वायाय Gया वायाय Gया वायाय Gया वायाय----मडल धम पdरव5तत कर Vह13द बनान कW स-म Xवध मडल धम पdरव5तत कर Vह13द बनान कW स-म Xवध मडल धम पdरव5तत कर Vह13द बनान कW स-म Xवध मडल धम पdरव5तत कर Vह13द बनान कW स-म Xवध

हहहह उoर उoर उoर उoर ---- बYकल नह वदा13त सZ)दायवाद कदाXप नह ह ससार भर क वायाय मडलamp क सदयamp न दखा ह Oक वदा13त क अययन स 6यAB उEक2 बनता

ह वह Oकसी भी धम का हो इसस )योजन नह वदा13त धम पdरवतन चाहन वालamp कW खोज म= नह ह उसका उ01य 6यAB को अपन Xवषय म= अधक Iान दना और अपन

6यABEव को समि13वत बनाना ह यह Xवचार करन क लए )dरत करता ह और इसका

उपयोग Xवh म= सव_ ह अतः इसका उपयोग आEम-Xवकास क लए Oकया जाता ह धम पdरवतन क लए नह

12

)v )v )v )v ---- Gया शाि13त Gया शाि13त Gया शाि13त Gया शाि13त----पाठ आVद सकत म= ह बोलन चाVहएपाठ आVद सकत म= ह बोलन चाVहएपाठ आVद सकत म= ह बोलन चाVहएपाठ आVद सकत म= ह बोलन चाVहए

उoर उoर उoर उoर ---- )ारZभ म= वदा13त-दशन सकत म= ह लखा गया था इसलए उसका पाठ सकत म= ह Oकया जाता ह सकत म= पाठ करन स हम= वह शा13त और गभीर वातावरण मल जाता ह िजसम= ऋXषयamp न हम= वह Iान Vदया था )ारZभ म= सकत का

उचारण करना कVठन लग सकता ह Oक13त अ13य लोगamp को सनन उनक साथ बोलन स और थोडा )यास वय करन स वह सगम हो जाता ह यVद कछ सदय अ13य धमावलZबी ह और उनकW भाषा भी भ13न ह तो पdरचचा क 5नधाdरत समय म= शाि13त-

पाठ Oकसी भी भाषा म= Oकया जा सकता ह )v )v )v )v ---- यVद म वायाय मडल क Oकसी यVद म वायाय मडल क Oकसी यVद म वायाय मडल क Oकसी यVद म वायाय मडल क Oकसी अ13य सदय को पस13द न क तो अ13य सदय को पस13द न क तो अ13य सदय को पस13द न क तो अ13य सदय को पस13द न क तो उoर उoर उoर उoर ---- राग-nष मन`य का वभाव ह वायाय मडल म= भी कछ ऐस सदय हो सकत ह िजनक साथ आप बठना पस13द न कर= वदा13त का Iान इतना मYयवान ह

Oक आपको अपनी Sच-अSच का याल न रख कर अययन करना चाVहए बठक क

समय Oकसी भी 6यAB क )5त अSच हो तो उस भी सहन करन का अयावस कर=

थोडी उदारता और सहनशीलता रख कर वायाय मडल म= वदा13त अययन करन का

लाभ उठा लना चाVहए

पतक अययन Xवधपतक अययन Xवधपतक अययन Xवधपतक अययन Xवध

वदा13त XवIान ह अतः उसका अययन 6यविथत प म= करना चाVहए )थम

पतक lsquoजीवन-यो5तrsquo स अययन )ारZभ करना चाVहए इस भी जYद-जYद न पढ= यह कोई उप13यास या हYकW-फYकW पतक नह ह इन पतकamp को पढ कर इनक ऊपर

वय Xवचार करना आव1यक ह इसीलए एक बार म ५ या १० प ह पढ पतक

धीर-धीर Xवचार करत हए पढ= और उसम= 5नXपत सा13तamp कW सEयता पर च13तन

कर= इस )कार पढन म= 2०-३० मनट लग सकत ह इनक पढन का समय )ातःकाल ना1ता करन क बाद उपयB होगा पतक पढन क बाद Vदन का काय )ारZभ कर= इसक पढन पर आफ मन म= अनक शकाय= उठ=गी कछ सा13त आपको तक हन एव अ6यावहाdरक लग सकत ह उन शकाओ को आप अपनी नोट-बक म= लख ल= यह नोट-बक इसी काय क लए अलग रख= अपनी शकाओ को प2 प म= 6यB कर= उ13ह=

लखन क बाद आप उ13ह= भल जाय= और पतक को 5नEय आग पढत रह=

13

अगल रXववार या Oकसी छी क Vदन जब खाल समय मल उस नोट-बक को

उठाकर अपनी परानी शकाओ को पढ= एक स7ाह म= आपन िजतनी शकाय= कW उन पर

Xवचार कर दख= Gया व अब भी अनodरत ह आपको यह दख कर आlय होगा अब बहत सी शकाय= 5नवo हो गयी ह एक स7ाह क अययन स आपका Iान बढा ह Oफर भी कछ )v ऐस हो सकत ह िजनका उoर आपको अभी नह मला ह उ13ह= अभी मत काट= सोमवार स अपन अययन का कायcम पनः आग बढाय= नई शकाय=

उEप13न हamp उ13ह= पनः लखत जाय= स7ाह क अ13त म= पववत उन )vamp पर Oफर Xवचार

कर= इस cम स अययन करत रहन पर पतक समा7 होन तक आप दख=ग Oक

आपको सभी )vamp का उoर मल गया ह यVद कदाचत कछ )v रह गय ह तो उनका समाधान अगल पतक म= मल जायगा अययन धीर-धीर करो कोई जYद नह ह आपक वत13_ च13तन कW

अEयधक आव1यकता ह Oकसी सा13त को बना Xवचार Oकय वीकार मत कर लो

उसकW सEयता पर Xवचार करो अपनी समझ म= आना बहत आव1यक ह तभी वदा13त

XवIान म= )वश होगा आप उसका Iान धारण कर सक= ग जीवन-यो5त पर पढ लन और उसकW पनरावXo कर लन क बा द वायाय

पाqयcम दख= और अगल पतक अययन क लए हाथ म= ल= पतकamp को cमानसार ह पढ और थोडा-थोडा करक धीर-धीर पढ= कल पाqयcम आधा घटा 5नEय पढ कर दो-तीन वष म= परा होगा )यास कर= आप इस कर सकत ह करना भी अव1य चाVहए

वावावावामी च13मयान13दमी च13मयान13दमी च13मयान13दमी च13मयान13द

14

Study Group Programme

वायाय मडल का कायcमवायाय मडल का कायcमवायाय मडल का कायcमवायाय मडल का कायcम

1111---- Thrice Chanting of Om

तीन बार ॐ का दघ उचारण तीन बार ॐ का दघ उचारण तीन बार ॐ का दघ उचारण तीन बार ॐ का दघ उचारण 2222---- Peace Invocation

शाि13त पाठशाि13त पाठशाि13त पाठशाि13त पाठ

ॐ सह नाववत सह नौ भनB सह वीय करवावह तजिवनावधीतमत मा ॐ सह नाववत सह नौ भनB सह वीय करवावह तजिवनावधीतमत मा ॐ सह नाववत सह नौ भनB सह वीय करवावह तजिवनावधीतमत मा ॐ सह नाववत सह नौ भनB सह वीय करवावह तजिवनावधीतमत मा

XवVnषावहXवVnषावहXवVnषावहXवVnषावह

ॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः

ह परमाEमन आप हम गS -श`य दोनamp कW साथ-साथ सब )कार स रTा कर=

हम दोनamp का आप साथ-साथ समचत प स पालन -पोषण कर= हम दोनamp साथ-ह-साथ

सब )कार स बल )ा7 कर= हम दोनamp कW अययन कW हई Xव~ा तजपण हो - कह

परात न हamp और हम दोनamp जीवन भर परपर नह-स_ म= बध रह= हमार अ13दर परपर कभी nष न हो ह परमाEमन तीनamp तापamp कW 5नवXo हो

ॐ आwयाय13त ममाॐ आwयाय13त ममाॐ आwयाय13त ममाॐ आwयाय13त ममा गा5न वाक )ाणlTः uो_मथो बलमि13रयाण च सवाण गा5न वाक )ाणlTः uो_मथो बलमि13रयाण च सवाण गा5न वाक )ाणlTः uो_मथो बलमि13रयाण च सवाण गा5न वाक )ाणlTः uो_मथो बलमि13रयाण च सवाण

सव ौप5नषद माह 5नरासव ौप5नषद माह 5नरासव ौप5नषद माह 5नरासव ौप5नषद माह 5नराकया मामा 5नराकरोत अ5नराकरणमत अ5नराकरण कया मामा 5नराकरोत अ5नराकरणमत अ5नराकरण कया मामा 5नराकरोत अ5नराकरणमत अ5नराकरण कया मामा 5नराकरोत अ5नराकरणमत अ5नराकरण

मऽत तदाEम5न 5नरतय उप5नषEस धमात म5य स13त त म5य स13त मऽत तदाEम5न 5नरतय उप5नषEस धमात म5य स13त त म5य स13त मऽत तदाEम5न 5नरतय उप5नषEस धमात म5य स13त त म5य स13त मऽत तदाEम5न 5नरतय उप5नषEस धमात म5य स13त त म5य स13त ॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तः

ह परमाEमन मर सार अग वाणी न_ uो_ आVद सभी कमि13दया और

Iानि13रया )ाणसमह शारdरक और मानसक शAB तथा ओज - सब पX2 एव वX

को )ा7 हamp उप5नषदamp म= सवप का जो वप वणत ह उस म कभी अवीकार न क और वह भी मरा कभी पdरEयाग न कर मझ सदा अपनाय रGख मर साथ

का और क साथ मरा 5नEय सZब13ध बना रह उप5नषदamp म= िजन धम का

15

)5तपादन Oकया गया ह व सार धम उप5नषदamp क एकमा_ ल-य पर परमाEमा म=

5नर13तर लग हए मझ साधक म= सदा )काशत रह= मझम= 5नEय 5नर13तर बन रह= और

मर _Xवध तापamp कW 5नवXo हो 3 Introspection The following questions are asked by Group Sewak Every body answers

mentally to himself - (1) How far am I maintaining Brahmacharya (2) Did I during this week live less passionately and less selfishly (3) Have I any bad feelings towards any member of my spiritual family -

the Chinmaya Mission (4) Am I progressing and proving to myself and others a better man a

more cheerful man each day (5) Did I meditate all the days of this week (6) How far have I developed in constant and repeated ISHWAR

SMARANA (7) Did I read every day atleast three pages of the scriptures

आEमआEमआEमआEम----5नरTण 5नरTण 5नरTण 5नरTण

मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= ---- १- म चय का पालन Oकतना करता ह

2- Gया म इस स7ाह कम उVnन और कम वाथ रहा ३- Gया च13मय मशन क अपन आयािEमक पdरवार क Oकसी सदय स मरा दभाव

ह ४- Gया म अपना Xवकास कर अ13य लोगamp क लए पहल स भला आदमी बन रहा ह और

सदा )स13न रहता ह

५- Gया म Xपछल स7ाह 5नEय यान साधना करता रहा

६- 5नर13तर ईhर मरण रखन म= मझ Oक तनी सफलता मल ह

७- Gया म 5नEय शाRamp क कम स कम तीन प पढता रहा ह

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५५५५ गSतो_मगSतो_मगSतो_मगSतो_म

अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः ११११ िजनकW कपा स सZपण चराचर जगत म= 6या7 परमाEमा का बोध हआ ह उन गSदव को

मरा )णाम ह अIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकयाअIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकयाअIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकयाअIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकया चTS13मीलत यन तम uीगरव नमःचTS13मीलत यन तम uीगरव नमःचTS13मीलत यन तम uीगरव नमःचTS13मीलत यन तम uीगरव नमः 2222

िज13हampन अIान अ13ध न_amp को Iान अजन कW शलाका स उ13मीलत कर Vदया ह उन

गSदव को मरा )णाम ह गSा गSXव णः गSगSा गSXव णः गSगSा गSXव णः गSगSा गSXव णः गS दवो महhरःदवो महhरःदवो महhरःदवो महhरः गSरव पर तम uीगरव नमः गSरव पर तम uीगरव नमः गSरव पर तम uीगरव नमः गSरव पर तम uीगरव नमः ३३३३

गS ह ा ह गS ह Xव`ण ह गS ह शकर (महhर) ह गS ह पर ह उन

गSदव को मरा )णाम ह थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम तEपद दशत यन तम uीतEपद दशत यन तम uीतEपद दशत यन तम uीतEपद दशत यन तम uीगरव नमः गरव नमः गरव नमः गरव नमः ४४४४ जड चतन व चर अचर म= जो तiexclव 6या7 ह उसका बोध िजनकW कपा स )ा7 हआ ह उन गSदव को मरा )णाम ह च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः ५५५५

17

सZपण चराचर जगत म= 6या7 परम चतना का दशन िजन गSदव कW कपा स सZभव हआ ह उन गSदव को मरा )णाम ह सवu5तशरोरcentXवरािजत सवu5तशरोरcentXवरािजत सवu5तशरोरcentXवरािजत सवu5तशरोरcentXवरािजत पपपपदाZबजःदाZबजःदाZबजःदाZबजः वदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमःवदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमःवदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमःवदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमः ६६६६ िजनक चरण कमलamp म= सभी u5त रcent Xवरािजत ह और िजनक सय सaश Iानालोक स

वदा13त कमल Xवकसत होता ह उन गSदव को मरा )णाम ह चत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनःचत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनःचत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनःचत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ७७७७

जो च13मय शाhत शा13त 6योमातीत 5नरजन और ब13द नाद तथा कलाओ स भी

पर ह उन गSदव को मरा )णाम ह IानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतःIानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतःIानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतःIानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतः भABमAB )दाता च तम uीगरव नमःभABमAB )दाता च तम uीगरव नमःभABमAB )दाता च तम uीगरव नमःभABमAB )दाता च तम uीगरव नमः ८८८८

जो Iान और शAB म= अविथत ह तथा तiexclव सा13त कW माला धारण Oकय ह जो भAB और मAB दन वाल ह उन गSदव को मरा )णाम ह अनक ज13म स)ा7 कमब13धअनक ज13म स)ा7 कमब13धअनक ज13म स)ा7 कमब13धअनक ज13म स)ा7 कमब13ध XवदाVहन XवदाVहन XवदाVहन XवदाVहन आEमIान )दानन तम uीगरव नमःआEमIान )दानन तम uीगरव नमःआEमIान )दानन तम uीगरव नमःआEमIान )दानन तम uीगरव नमः ९९९९ अनक ज13मamp स कमब13धनamp म= जकड )ाणी को जो आEमIान क nारा मB करा दन म=

समथ ह उन गSदव को मरा )णाम ह

18

शोषण भवस13धोl Iापण सारसपदःशोषण भवस13धोl Iापण सारसपदःशोषण भवस13धोl Iापण सारसपदःशोषण भवस13धोl Iापण सारसपदः गरोः पादोदक सZयक तम uीगगरोः पादोदक सZयक तम uीगगरोः पादोदक सZयक तम uीगगरोः पादोदक सZयक तम uीग रवनमःरवनमःरवनमःरवनमः१०१०१०१० िजनक पादोदक क पश स ससार सागर सख जाता ह और परमतiexclव का बोध हो जाता ह उन गSदव को मरा )णाम ह न गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपःन गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपःन गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपःन गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपः तEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमःतEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमःतEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमःतEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमः ११११११११ गS स अधक उच कोई तiexclव नह ह और गS कW सवा स ऊचा कोई तप नह ह

तiexclवIान स u कोई Iान नह ह ऐस गSदव को मरा )णाम ह म13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSःम13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSःम13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSःम13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSः मदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमःमदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमःमदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमःमदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमः ११११2222

मर वामी ससार क वामी ह और मर आEमा सZपण )ाणयamp कW आEमा ह िजनकW

कपा स यह Iान )ा7 होता ह उन गSदव को मरा )णाम ह गSराVदरनाVदl गSः परमदवतमगSराVदरनाVदl गSः परमदवतमगSराVदरनाVदl गSः परमदवतमगSराVदरनाVदl गSः परमदवतम गरोः परतर नाित तम uीगरव नमःगरोः परतर नाित तम uीगरव नमःगरोः परतर नाित तम uीगरव नमःगरोः परतर नाित तम uीगरव नमः १३१३१३१३

गS अनाVद और अन13त ह गS ह परम दवता ह गS स u कछ भी नह ह अतः उन

गSदव को मरा )णाम ह

Eवमव माता च Xपता EवमवEवमव माता च Xपता EवमवEवमव माता च Xपता EवमवEवमव माता च Xपता Eवमव Eवमव ब13धlसखा EवमवEवमव ब13धlसखा EवमवEवमव ब13धlसखा EवमवEवमव ब13धlसखा Eवमव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव १४१४१४१४ ह गS दव तम ह मर माता हो Xपता हो भाई हो म_ हो Xव~ा हो और धन हो ह

दवताओ क दवता तZह म र लए सब कछ हो

19

६६६६ गीता यानमगीता यानमगीता यानमगीता यानम

ॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयमॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयमॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयमॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयम 6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम ----

अZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीमअZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीमअZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीमअZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीम ११११ ह मा भगवत-गीत म तZहारा 5नर 13तर अनच13तन करता ह भगवान नारायण न

अजन क )5तबोध क लए तZहार रचना वय कW थी )ाचीन म5न 6यासदव न तZह=

महाभारत क मय थाXपत Oकया तZहार अठारह अयाय ह तम Vद6य हो तZहार nारा अnतामत कW वषा होती ह और तम ससार क बधनamp स मB करन वाल हो

नमोऽतत 6यास Xवशाल ब नमोऽतत 6यास Xवशाल ब नमोऽतत 6यास Xवशाल ब नमोऽतत 6यास Xवशाल ब ---- फYलारXव13दायतप_ न_ फYलारXव13दायतप_ न_ फYलारXव13दायतप_ न_ फYलारXव13दायतप_ न_ यन Eवया भारततलपणः यन Eवया भारततलपणः यन Eवया भारततलपणः यन Eवया भारततलपणः ----

)वालतो Iानमयः )दपः )वालतो Iानमयः )दपः )वालतो Iानमयः )दपः )वालतो Iानमयः )दपः 2222

ह 6यासदव तZह= मरा )णाम ह खल हए कमल कW पखडयamp क सaश तZहार Xवशाल न_ ह तZहा रा Iान महान ह तमन महाभारत -तल (सार) स भरकर Iान का

दपक )वलत Oकया ह

)प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय )प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय )प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय )प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय Iानमाय क`णाय गीतामतदIानमाय क`णाय गीतामतदIानमाय क`णाय गीतामतदIानमाय क`णाय गीतामतद ह नमः ह नमः ह नमः ह नमः ३३३३

म उन भगवान क`ण को )णाम करता ह जो एक हाथ म= लकVट और दसर म=

Iान-मा धा रण Oकय हए ह िज13हampन (उप5नषदamp स) गीतामत का दोहन Oकया ह और

िजनकW शरण म= जान वाल कW समत कामनाय= वस ह पण होती ह जस कYपवT स

20

सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत ४४४४

सZपण उप5नष गाय= ह गोपालन13दन उनक दोहन वाल ह अजन गोवEस ह गीता महान अमतमय दध ह और सधीजन उस दध का पान करन वाल ह

वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम ५५५५

म उन भगवान क`ण को )णाम करता ह जो वसदव क Vद6य प_ ह कस और

चाणर का वध करन वाल ह दवकW मा को परम आन13द )दान करन वाल ह और

समत ससार क गS ह

भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला ---- शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला अhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनाव 5त नी 5तनी 5तनी 5तनी ----

सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः ६६६६ भगवान क`ण nारा चालत गीता -Iान कW नौका म= बठकर पाडवamp न उस भयकर

रणनद को सहज पार कर लया िजसक भी`म और ोण तट थ जयथ िजसका जल

था गाधार नप नील -कमल थ िजसम= शYय जस 4ाह थ और कपाचाय िजसकW तीyen

धारा थ कण िजसकW उoाल तरग थ अhEथामा और Xवकण िजसक भयकर मगर थ

और दयpoundधन िजसकW भवर था

पाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम लोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदा

भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस ७७७७

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महाभारत का वह 5नमल कमल हम= कYयाणकार हो जो पाराशर क प_ 6यास क

वचन सरोवर म= उEप13न हआ जो गीता कW उEकट गध स पdरपण ह िजसक अनक

आयान कसर क समान ह जो भगवान क`ण कW मधर कथाओ स पdरपण ह सजन iमरamp क nारा िजसक रस का पान 5नर13तर Oकया जाता ह और जो कलयग क समत

दोषamp का शमन करन वाला ह

मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम ८८८८

िजनकW कपा स मक वाचा ल हो जात ह और पग लोग भी ऊ च पवतamp को पार कर

जात ह उन परमान13द भगवान क`ण कW हम व13दना करत ह

य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव ---- वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो ----

ययाययाययाययात न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः ९९९९

ा वSण इ13 S और मSण Vद6य तो_amp nारा िजसकW त5त करत ह

सामवद क गान वाल अग पद cम और उप5नषदamp क सVहत वदamp nारा िजसका गायन

करत ह योगीजन यान म= िथत तnत हय म न स िजसका दशन करत ह दवता और

असर गण (कोई भी) िजसक अ13त को नह जानत उस (परम पSष नारायण ) दव क

लए मरा नमकार ह ७७७७ गीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोक

8 The spiritual text ((((पाqय पतकपाqय पतकपाqय पतकपाqय पतक )))) It is to be taken stanza by stanza and commented upon by the Group Sewak

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9 Discussions ((((Xवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमय)))) The Group Sewak may act as a mediator 10 Meditation Let all members sit in their favourite pose with head erect and eyes closed The Group Sewak may chant a short Mantra lowering the pitch of voice by and by Everyone repeats the process mentally Then there is a silence Every body tries to live in that silence abandoning all sorts of ideas If any thought comes in mind one should try to become its witness (Sakshi) The whole process may take only 5 to 7 minutes

यानमयानमयानमयानम शा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरश

Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम ल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZय व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम

११११११११ यानषटकयानषटकयानषटकयानषटक मनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाह न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च 6योमभमन च 6योमभमन च 6योमभमन च 6योमभम न तजो न वायःन तजो न वायःन तजो न वायःन तजो न वायः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ११११

म न मन ह न बX ह न अहकार ह और न चo ह म न uो_ ह न िजcopyा

ह न नासका ह और न न_ ह न म आकाश ह न भम ह न अिन ह

और न वाय म चदान13द प शव ह शव ह

न च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपाय

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम 2222

23

न म )ाण ह और न पचवाय न म स7धात का शरर ह और न

पचकोश न म वाक पाण पाद उपथ और न गदा ह म चदान13दप

शव ह शव ह

न म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौ

न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ३३३३

न म राग ह और न nष न म लोभ ह और न मोह न म मद ह और

न मEसर म धम अथ काम मोT भी नह ह म चदान13दप शव ह शव ह न पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःख न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः अह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBा चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ४४४४

न म पय ह और न पाप न म सख ह और न दःख न म म13_ ह

और न तीथ न म वद ह न यI म भोजन भोय और भोBा भी नह ह म

चदान13दप शव ह शव ह

न मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदः Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म न ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ५५५५

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न म मEय ह और न भय मझम= कोई जा5तभद भी नह ह न मर

माता ह और न Xपता मरा ज13म भी नह हआ ह न मरा कोई ब13ध ह न म_

न गS ह न श`य म चदान13दप शव ह शव ह

अह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपः

XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम न चान चान चान चासsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ६६६६

मर न कोई कYपना ह और न आकार म सव6यापी और इि13रयातीत

ह मरा न ब13धन ह और न मAB म Iय भी नह ह म चदान13दप शव ह शव ह

११११2222 uी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकम

6या7 जग6या7 जग6या7 जग6या7 जग~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत

5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ११११

अखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभावः परमाEमसEय वः परमाEमसEय वः परमाEमसEय वः परमाEमसEय

सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय 2222

म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः बोचबबोचबबोचबबोचब umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः

25

सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ३३३३

शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः

6यापी परण मो6यापी परण मो6यापी परण मो6यापी परण मोदमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ४४४४

अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च ग गभीग गभीग गभीग गभी र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ५५५५

तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म

Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न च13Eयमानम च13Eयमानम च13Eयमानम च13Eयमानम uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ६६६६

12 Pledge We stand as one family bound to each other with love and respect We serve as an army Courageous and disciplined ever-ready to fight against all low tendencies and false values within and without us We live honestly

the noble life of sacrifice and service producing more than what we consume and giving more than what we take

26

We seek the Lords Grace to keep us on the path of virtue courage and wisdom May Thy Grace and Blessings flow through us to the world around us We believe that the service of our country is the service of Lord of Lords and devotion to the people is the devotion to the Supreme Self We know our responsibilities give us the ability and courage to fulfill them

OM TAT SAT

च13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIा हमार िथ5त ह एक पdरवार क समान )म और सZमान स परपर आब हम सवा-रत ह एक सना क समान- साहसी और अनशासत - कVटब ह सघष करन को 5नZन वXo यamp और थोथ आदश क XवS िजनका जाल ह हमार अ13दर और बाहर सव_ हम जीत ह ईमानदार स Eयाग और सवा का उच जीवन उEप13न करत ह उपभोग स अधक लत ह िजतना दत ह कह अधक हम बन ह आकाTी )भ कW कपा क जो चलाव= हम= गण साहस और Iान क माग पर

आप कW कपा और आशीष ह )भो हमार मायम स बह

27

Xवh म= चारamp ओर हमारा Xवhास ह Oक वदश सवा ह परमhर कW सवा ह और जनता कW भAB ह परमाEमा कW भAB ह हम समझत ह अपना दा5यEव दो योयता और साहस Oक हम परा कर= उस ॐ तEसत

13 Arati Arati is to be performed preferably by the wife of Group Sewak or by the

Group Sewak himself A few flowers and burning camphor placed in a tray are waved before the picture of the Lord and the following Mantras are chanted by all the members present -

न त_ सयpound भा5त न चतारक नमा Xव~तो भा5त कतोऽयमि13गः तमव भा13तम अनभा5त सव तय भासा सवमदXवभा5त ॐ सवषा वितभवत सवषा शाि13तभवत सवषा पण भवत सवषा मsectगल भवत ॐ सव भव13त सखनः सवस13त 5नरामयः सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत असतो मा स^मय तमसो मा यो5तगमय मEयोमाममत गमय ॐ पणमदः पणमद पणात पणमदयत पणय पणमादाय पणमवावश`यत ॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तः

28

भज गोXव13दमभज गोXव13दमभज गोXव13दमभज गोXव13दम

भज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13द गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत स)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत काल न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण ११११

र मढ मन गोXव13द कW खोज कर गोXव13द का भजन कर और गोXव13द का ह

यान कर अि13तम समय आन पर 6याकरण क 5नयम तर रTा न कर सक= ग मढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णा कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम यYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाo Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम 2222

र मढ धन स4ह कW त`णा छोड द मन म= वराय लाकर सत तiexclव का

च13तन कर अपन कम फल क अनसार जो धन )ा7 हो उसी स अपन म न को स13त2

कर नारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदश a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम एत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकार मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम ३३३३ स13दर Rी क नाभदश को दखकर मोह म= मत पड यह कवल मास और मजा

का Xवकार ह अपन मन म= इस बात का बार-बार Xवचार कर नलनीदलगतनलनीदलगतनलनीदलगतनलनीदलगत जलम5ततरल जलम5ततरल जलम5ततरल जलम5ततरल तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम XवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4त लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम ४४४४

29

कमल-दल क ऊपर जल कW बद अEय13त अिथर होती ह जीवन भी इसी )कार

अिथर ह इस बात को अछmacr तरह समझ ल Oक सारा ससार 6याध अभमान शोक आVद स 4सत ह

यावVnयावVnयावVnयावVnoोपाजन सBःoोपाजन सBःoोपाजन सBःoोपाजन सBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः पlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह ५५५५

जब तक धनोपाजन कW शAB ह तभी तक तZहार पdरवार क लोग तम स )म

रखत ह वावथा म= शरर जजर हो जान पर तZहार बात कोई न पछगा यावEपवनोयावEपवनोयावEपवनोयावEपवनो 5नवस5त दह 5नवस5त दह 5नवस5त दह 5नवस5त दह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह गतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापाय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय ६६६६ जब तक शरर म= )ाण ह तब तक घर म= तZहार कशल पछmacr जाती ह )ाण

5नकलन पर उसी शरर स पcentी तक भयभीत होन लगती ह बालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBः तSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBः वताविच13तासBःवताविच13तासBःवताविच13तासBःवताविच13तासBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः ७७७७

बचपन म= खलamp म= आसAB रहती ह यवावथा म= तSणी स मोह रहता ह और

वावथा म= च13ताय= आ घरती ह Oक13त पर परमाEमा स Oकसी को )म नह ह का त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ः सससससारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः

30

कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः ८८८८

कौन तZहार पcentी ह कौन तZहारा प_ ह वततः ससार बडा Xवच_ ह तम

Oकस क हो कहा स आय हो ह भाई कभी इस बात का भी Xवचार करो

सEससEससEससEसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEवगEवगEवगEव 5नस5नस5नस5नसगEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम 5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः ९९९९

सEसग स अनासAB )ा7 होती ह अनासAB स मोह क ब13धन टटत ह मोह टटन पर शाhत तiexclव कW )ा57 होती ह और शाhत तiexclव पान पर जीवन -मAB का लाभ

)ा7 होता ह वयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः Tीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारो Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः १०१०१०१०

जस यवावथा बीतन पर काम -Xवकार न2 हो जाता ह और जल सख जान पर

तालाब नह रह जाता ह वस ह धन न2 होन पर पdरवार नह रह जाता और तiexclव-बोध

होन पर ससार नह रह जाता ह मा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगव हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम मायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा ११११११११

31

धन जन और यौवन क लए अभमान न करना चाVहए काल इन सब को Tण मा_ म=

न2 कर दता ह इन सब को माया का iम समझो और शीordf ह साTाEकार )ा7

करो Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः कालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः ११११2222

Vदन और रात )ातः और साय सय और गम बार -बार आत ह और चल जात

ह काल कW इस cWडा क साथ आय भी बीतती जा रह ह Oफर भी आशाओ कW आधी

स कोई नह बचता का त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता _जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका १३१३१३१३

र iाि13त म= पड मढ Rी धन आVद कW च13ता Gयamp Oकया करता ह Gया तर

ऊपर शासन करन वाला कोई नह ह तीनamp लोकamp म= कवल सEसग ह वह नौका ह जो

ज13म-मरण क सागर स तझ पार कर सकती ह जVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः प1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढो दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः १४१४१४१४

जटाधार बाल मडाय एक-एक कर सर क सब बाल खचवाय और काषायवR

धारण Oकय हए नाना वषधार स13यासी ह व आखamp स दखत हए भी अध ह व मढ

नाना )कार क वष कवल पट भरन क लए धारण करत ह

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अsectगअsectगअsectगअsectग गलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मड दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम वो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दड तदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEया शाXपडम शाXपडम शाXपडम शाXपडम १५१५१५१५

वावथा म= शरर जजर हो गया ह सर क बाल सफद हो गय ह दात गर

गय ह छडी क सहार चलना पडता ह अथात मEय 5नकट आ गई ह Oक13त आशाओ का

ब13धन अब भी नह टटा अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः करतल करतल करतल करतल भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः १६१६१६१६

आग अिन पीछ सय और रा_ म= घटनamp म= ठो ढ लगाय रहन वाल तथा हाथ पसार

कर भीख मागन वाल और पड क नीच सोन वाल भी आशा क ब13धनamp स मB नह ह कSत गsectगकSत गsectगकSत गsectगकSत गsectग सागरगमनसागरगमनसागरगमनसागरगमन yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम IानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन १७१७१७१७

कोई भल ह गगासागर आVद तीथdeg का सवन कर yenत रख अथवा दान कर

Oक13त अIानी 6यAB सकडamp ज13मamp म= भी मAB नह )ा7 कर सकता ह यह तplusmnय सभी लोग वीकार करत ह

सरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासः शsup2याशsup2याशsup2याशsup2या भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः सवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः १८१८१८१८

33

जो लोग दवताओ क मि13दर और पडamp क नीच 5नवास करत ह बना बछौन क

जमीन पर लटत ह मगछाला पहनत ह और इस )कार सभी भोगamp का Eयाग कर दत ह

उन XवरB लोगamp को कौन सा सख )ा 7 नह ह

योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा सsectगसsectगसsectगसsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगXवहनः Xवहनः Xवहनः Xवहनः यय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चo न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव १९१९१९१९

चाह कोई योग का अयास करता हो या भोगamp म= पडा रहता हो चाह अनक लोगamp क

साथ रहता हो या अकला िजसका चo -च13तन म= मन ह वातव म= वह सखी ह

भगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीता गगगगगागागागाजल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता सकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा 2222००००

जो भगवदगीता का थोडा भी अययन करता ह गगा जल कW एक बद भी पान

करता ह और भAB-भाव स भगवान का मरण करता ह उसकW चचा यमराज भी नह

करत ह पनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरण पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम इह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार 2222११११

बार-बार ज13मना बार-बार मरना और बार-बार मा क पट म= पहचना बडा

क2कारक ह इस दःखमय ससार स पार होना बडा कVठन ह ह भगवन अपनी अपार

कपा स मरा 5नतार करो

34

रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः योगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoो रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव 22222222

जो योगी चीथड बीन कर कथर बनात और पहनत ह पय और पाप क माग को छोड

कर चलत ह िजनका चo योगायास स सयमत ह व ईhर भाव म= 5नमन रहन वाल बालकamp या उ13मo लोगamp कW तरह 5नn13n रहत ह

कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः इ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसार Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम 2222३३३३

तम कौन हो म कौन ह म कहा स आया ह कौन मर माता ह कौन मरा

Xपता ह इन )vamp पर Xवचार करो और इस असार ससार को वwन मा_ समझ कर

छोड दो Eव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः भव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eव वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम 2222४४४४

तम म= मझ म= और सभी थानamp म= क वल एक सव6यापी भगवान ह असVह`ण होकर

तम 6यथ ह मर ऊपर cोध करत हो यVद तम चाहत हो Oक तZह= ईhर )ा7 हो जाय तो तम सदा समभाव रहो

श_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ सविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमान

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सव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIा नम नम नम नम 2222५५५५

दसर लोगamp स लडन म= अथवा उनस म_ता करन म= अपनी शAB का अप6यय न

करो अपन ब13ध-बा13धवamp स राग-nष मत रखो सव_ अपन ह वप को दखो भद बX का Eयाग करो और अIान स छटकारा पाओ

काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह EयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1य5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम आEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः 2222६६६६

काम cोध लोभ और मोह को छोडकर Iानी सव_ आEमवप ह दखता ह

वह समझता ह Oक म वह ह Oक13त आEमIान रVहत मढ लोग अIान क कारण नक कW वदनाय= सहन करत ह

गय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहsup3sup3sup3sup3 यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म नय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चo दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम 2222७७७७

भगवत-गीता और Xव`ण क सहsup3 नाम गान चाVहए भगवान Xव`ण क वप का

5नर13तर यान करना चाVहए सदा सEसग म= चo लगाना चाVहए और दन लोगamp को

दान दना चाVहए सखतः सखतः सखतः सखतः Ocयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः य~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरण तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम 2222८८८८

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पहल तो लोग सख क लए Rी भोग म= ल7 रहत ह और बाद म= शारdरक रोगamp का शकार होना पडता ह य~Xप इस ससार म= अ13ततोगEवा मEय म= ह शरण मलती

ह Oफर भी लोग पापाचरण नह छोडत

अथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEय नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम प_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः 2222९९९९

लोगamp कW अनथकार धन म= ह सदा Sच बनी रहती ह सEयता यह ह Oक उसम=

Oकि13चत मा_ भी सख नह ह धनी लोगamp को अप न प_ स भी भय रहता ह धन का

सव_ यह हाल दखा जाता ह )ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम जाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधान कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम ३०३०३०३०

बडी सावधानीपवक पहल )ाणायाम का अयास करो मन को सब ओर स

हटाकर अ13तमखी बनाओ 5नEय और अ5नEय वतओ क बीच Xववकपवक Xवचार करो

और Oफर जप करत हए समाध का अयास करो गSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः सि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादव -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम ३१३१३१३१ ह गS क चरणamp म= भABभाव रखन वालamp तम शीordf ह स सार-सागर स पार हो

जाओग तमन इि13 यamp को और मन को वश म= Oकया ह तम अपन acuteदय म= शीordf ह

भगवान का साTाEकार करोग

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आयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अग १ १ १ १ ---- वथ शरर वथ शरर वथ शरर वथ शरर ((((अअअअ) ) ) ) सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन ---- बना वथ शरर क कोई भी लौOकक या पारलौOकक

काय करना सZभव ह नह ह इसक लए श और सािiexclवक आहार आव1यक ह

मच इमल wयाज लहसन खटाई तल मसाल हग आVद Eयाय ह बहत अधक न खाना चाVहए मताहार रोगamp स बचाता ह यान रखो भोजन वाद क

लए नह वाplusmnय क लए ह एकादशी आVद Oकसी Vदन उपवास भी कई aX2 स

उपयोगी ह ((((बबबब) ) ) ) 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम ---- वथ शरर क लए 5नEय 6यायाम भी आव1यक ह

इसक लए )ातःकाल कछ शारdरक uम करना चाVहए बगीच म= काम टहलना

तरना आसनamp का अयास आVद कछ 6यायाम ह आसन और )ाणायाम साधना

म= अधक सहायक ह ((((सससस)))) वछता वछता वछता वछता ---- वथ वाय का सवन 5नEय नान साफ कपड और रहन क

थान कW सफाई शरर को वथ और चo को )स13न रखती ह

2 2 2 2 ---- वथ मनवथ मनवथ मनवथ मन

((((अअअअ) ) ) ) वायाय वायाय वायाय वायाय ---- जस वथ शरर क लए 5नEय श और पौX2क भोजन कW

आव1यकता ह वस ह वथ मन क लए स-413थamp का 5नEय अवलोकन आव1यक ह अ13यथा मन दबल हो जाता ह और उस मानस रोग घरन लगत ह

दिl13ताय= चडचडाहट 6य4ता भय nष आVद मानसक रोगamp क लTण ह

गीता रामायण भागवत उप5नष योगवास बाइबल ज13दावता करान

_Xपटक 413थसाVहब आVद म= स Oकसी 413थ का अययन करना चाVहए

((((बबबब) ) ) ) स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त ---- य दोनamp वथ मन क लTण ह Xववक और वराय

क 6यायाम स स13तोष और शाि13त बढती ह वथ शरर और वथ मन स

आEमबल बढता ह इसी बल स आयािEमक सफलताय= )ा7 कW जाती ह ((((सससस) ) ) ) सससस----Xवचार Xवचार Xवचार Xवचार ---- स-Xवचार जीवन को सह Vदशा म= ल जात ह अस Xवचारamp

स मन`य का पतन होता ह सEसग और सuml413थamp क अवलोकन स स -Xवचार

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aढ होत ह कसग और कच2ाय= छोडकर सEसग का आuय लो ससार म= िजतन भी महापSष हए ह और उ13हampन जब जो कछ पाया ह वह सEसग क कारण ह ३ ३ ३ ३ ---- न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो

जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए ---- ((((अअअअ) ) ) ) चय और सEय चय और सEय चय और सEय चय और सEय ---- वीय कW रTा बडी सावधानी स करनी चाVहए शरर

तर पर वीय ह ईhर ह जीवन कW यह एक बहत बडी Xवभ5त ह यह जीवन Xवचार और बX का सार ह सचत वीय ओज म= पdरव5तत होता ह और ओज आEमशAB म= हर कWमत पर सEय मधर और मत भाषण का अयास करना चाVहए

मplusmnया भाषण दबलता भय और अIान का पdरणाम ह 5नEय एक-दो घट का

मौन रहना चाVहए उस समय सकतamp का )योग भी न करना चाVहए ((((बबबब) ) ) ) सससस----गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास ---- 5नयम कW पाब13द समय का उपयोग मधर भाषण

उदारता कSणा नह स-पSषamp का आदर सहनशीलता Tमा धय स13तोष 5नरभमानता आVद स-गण ह यVद य ग ण सहज ह )ा7 न हamp तो अयास क

nारा )ा7 Oकय जा सकत ह सब गणamp का एक साथ अयास नह हो सकता Oक13त एक गण क आत ह उसक सहयोगी अनक गण वय आन लगत ह Oकसी एक गण का अयास करन का सकYप करो और 5नEय सोन क पहल

अपनी सफलताओ-असफलताओ पर Xवचार करो कछ समय म= वह अयास आदत बन जायगा और आदत वभाव ((((सससस) ) ) ) दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग ---- )ायः लोग कसग क कारण दगणamp म= पड जात ह

आयािEमक T_ म= जYद सफल होन क लए दगणamp को शीordfा5तशीordf छोडना

होगा म~पान आलय मासभTण cरता कठोरता कVटलता छल )पच

पर5न13दा लोभ पdर4ह आVद अनक दगण ह यVद साधक म= ऐस कोई दगण ह

तो उ13ह= एक-एक कर छोडन का )यcent करना चाVहए दगण बड हठmacr होत ह

इनक Eयागन क लए सकYप करना पडता ह यVद एक दगण छोडन म= सफलता

मल तो आEम-Xवhास बढ जाता ह और दसर दगण छोडना सरल हो जाता ह ((((दददद) ) ) ) सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका ---- आज क आथक यग म= धन सचय कW हवस बढ रह

ह इसक लए बईमानी और छल-)पच का सहारा लया जा रहा ह कारण कवल

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यह ह Oक हमार आव1यकताय= बढ गई ह श आजी Xवका क लए आव1यक ह

Oक आव1यकताय= घटाई जाय= uम और ईमानदार स कमाया हआ धन मन`य

कW आव1यक आव1यकताय= पर कर सकता ह आलसी और दबल 6यAB ह आसानी स )ा7 होन वाल धन कW इछा करत ह यVद आपकW बX और शरर

शABसZप13न ह तो आप पराय पस को Xव2ा क समान समझ=ग सबल बनो और

uम स धन कमा कर स13तोष का जीवन बताओ ४ ४ ४ ४ ---- आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम उपयB तplusmnय आयािEमक साधना कW भमका तयार करन क लए ह उ13ह=

साधना का परोT अग कह सकत ह आसन यथाथ साधना कW पहल सीढ ह

कछ आसन तो 6या याम कW aX2 स उपयोगी होत ह िजनका उYलख ऊपर Oकया

जा चका ह कछ आसन यान क लए बताय गय ह पझ स और सख

आसन म= स कोई एक अपनी सXवधा और Sच क अनसार चन लना चाVहए

उoर या पव Vदशा कW ओर मख करक उस आसन पर लगभग तीन घट अXवचल

बठन का )यास करना चाVहए उसी आसन पर यान और जप करना होगा

इसक लए थान और समय 5निlत होना चाVहए इस काय क लए एक अलग

कमरा ताल स ब13द रखना चाVहए )ातःकाल ४ बज उठ कर शौचाVद स 5नवo और पXव_ होकर आसन )ाणायाम और यान करना चाVहए आसन पर बठत ह कम स कम बीस बार )ाणायाम करना चाVहए अपन इ2दव क यान क लए कछ ोक याद कर लो )ाणायाम क बाद उनका पाठ करक भगवान का च13तन करना चाVहए ५ ५ ५ ५ ---- )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा भगवान का यान करत ह वा ससार स मन को हटा कर अ13तमखी कर लना चाVहए यह )Eयाहार ह जप इसम= सहायक होगा ॐ या ॐ नमो नारायणाय आVद Oकसी म13_ का जप

)ारZभ कर दना चाVहए १०८ म13_ कW एक माला होती ह एक या तीन माला

म13_ जपना चाVहए अधक भी हो सकता ह म13_-जाप करत ह मन भगवान क

सामन जा पहचता ह भगवान का 5नर13तर च13तन ह धारणा ह

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जप-माला भी उपयोगी ह SाT या तलसी कW माला रखना चाVहए जप क

अ5तdरB उस गल म= पहना जा सकता ह जब म= रखा जा सकता ह और सोत

समय तOकया क नीच भी डाल सकत ह Oक13त माला सदा साथ रखनी चाVहए ६ ६ ६ ६ ---- यान यान यान यान एक 5निlत आसन पर बठकर अपन इ2दव का तल धारावत च13तन ह यान

ह शरर-मन-बX क nारा भगवान क 5नकट पह च उ13ह= पीछ छोड दना समाध

ह यान क अयास कW सफलता समाध क लाभ म= 5नVहत ह समाध म= परम तoव का अपरोT अनभव होता ह याता और यय एक हो

जात ह समाध ह तरयावथा और जीव13मAB ह यह योगी कW पणावथा ह ७ ७ ७ ७ ---- 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा आयािEमक साधना कवल यान क कमर तक ह सीमत नह ह यह तो

सम4-कालक साधना ह Vह13द धम का यह एक बडा अभशाप ह Oक हम कवल

कछ बातamp को पXव_ और धामक मान बठ ह शष 6यावहाdरक जीवन धम और

आयािEमक स पर समझ लया गया ह यह बडी भल ह साधक को अपना सम4 जीवन साधनामय बनाना होता ह भगवान कW शरणाग5त का भाव 5नर13तर रहना चाVहए सारा जीवन उ13ह कW

सवा ह उ13ह कW )रणा स हर काय हो रहा ह आयािEमक साधना कW सार

सफलता उ13ह क हाथ म= ह )ाणीमा_ स )म-भाव रखना भगवान क )म का 6यावहाdरक प ह भगवान क

भBamp को सभी लोग X)य Vदखाई दत ह दसर क दोषamp को दखन क बजाय अपन

दोष दखना और उ13ह= दर करना भगवत सवा का u माग ह दनamp को दान दना रोगयamp कW सवा करना 5नरTरamp को पढाना पीडतamp कW

सहायता करना मोहा13ध भटकत लोगamp को राह Vदखाना आयािEमक साधना का

अि13तम Oक13त महEवपण अग ह कमयोग क अ13तगत इसकW मVहमा क गण गाय गय ह यVद साधना क उपयB 5नदशamp का aढतापवक पालन Oकया जाय तो जीवन म=

5नlय ह सफलता सख और मAB का लाभ होगा सभी स13त -उपदशamp का सार

यह ह

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इस Vदशा म= सतत अ4सर रहन क लए स13तamp महाEमाओ का माग-दशन लत

रहना आव1यक ह वतमान काल म= पय वा मी च13मयान13द जी क अनया5ययamp

nारा थाXपत सथा lsquoच13मय मशनrsquo आपकW सहायता क लए सदा उपलltध ह

पाqयcमपाqयcमपाqयcमपाqयcम

नननन0 पतकपतकपतकपतक )थम)थम)थम)थम बारबारबारबार

)5तVदन)5तVदन)5तVदन)5तVदन

1 जीवनजीवनजीवनजीवन यो5तयो5तयो5तयो5त 10 पपपप

2 आEमआEमआEमआEम XवकासXवकासXवकासXवकास कWकWकWकW 5नदशका5नदशका5नदशका5नदशका 10 पपपप

3 भजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दम 4 ोकोकोकोक

4 तiexclवतiexclवतiexclवतiexclव बोधबोधबोधबोध 4 पपपप

5 आEमआEमआEमआEमबोधबोधबोधबोध 3 ोकोकोकोक

6 प_प_प_प_ nाराnाराnाराnारा वदा13तवदा13तवदा13तवदा13त 10 पपपप

7 मानवमानवमानवमानव 5नमाण5नमाण5नमाण5नमाण कलाकलाकलाकला 12 पपपप

8 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण 4 ोकोकोकोक

9 यानयानयानयान औरऔरऔरऔर जीवनजीवनजीवनजीवन 1 अयायअयायअयायअयाय

10 नारदनारदनारदनारद भABभABभABभAB स_स_स_स_ 5 स_स_स_स_

11 गीतागीतागीतागीता कWकWकWकW भमकाभमकाभमकाभमका 10 पपपप

12 अव1यअव1यअव1यअव1य कर=कर=कर=कर= 10 पपपप

13 साधनासाधनासाधनासाधना पचकमपचकमपचकमपचकम 1 ोकोकोकोक

14 कनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषद 2 म_म_म_म_

15 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1-2-3 3 सससस 5 ोकोकोकोक

16 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (201 सससस 300 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

17 कठोप5नषकठोप5नषकठोप5नषकठोप5नष 2 म_म_म_म_

18 दTणाम5तदTणाम5तदTणाम5तदTणाम5त तो_मतो_मतो_मतो_म 2 म_म_म_म_

19 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 4-5-6 3 सससस 5 ोकोकोकोक

20 उपदशउपदशउपदशउपदश सारसारसारसार 2 ोकोकोकोक

42

21 ईशावायईशावायईशावायईशावाय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 3 म_म_म_म_

22 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 7-8-9 3 सससस 5 ोोोोकककक

23 मडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नष 2 म_म_म_म_

24 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 10-11 3 सससस 5 ोकोकोकोक

25 कवYयकवYयकवYयकवYय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 2 म_म_म_म_

26 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (301 सससस 583 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

27 पSषसBमपSषसBमपSषसBमपSषसBम 4 सBसBसBसB

28 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 12 3 सससस 5 ोकोकोकोक

29 तXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषद 2 म_म_म_म_

30 बनाथबनाथबनाथबनाथ-त5तत5तत5तत5त 4 ोकोकोकोक

31 गीगीगीगीताताताता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 13-14-15 3 सससस 5 ोकोकोकोक

32 ऐतरयऐतरयऐतरयऐतरय उप5न`दउप5न`दउप5न`दउप5न`द 3 म_म_म_म_

33 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 16-17 3 सससस 5 ोकोकोकोक

34 )vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद 2 म_म_म_म_

35 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 18 3 सससस 5 ोकोकोकोक

36 ईhरईhरईhरईhर-दशनदशनदशनदशन (तपोवनमतपोवनमतपोवनमतपोवनम ) एकएकएकएक अयायअयायअयायअयाय

37 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1 सससस 18 5 सससस 10 ोकोकोकोक

38 अ2ावcअ2ावcअ2ावcअ2ावc गीतागीतागीतागीता 3 ोकोकोकोक

39 मामामामाडGयडGयडGयडGय औरऔरऔरऔर काdरकाकाdरकाकाdरकाकाdरका 2 म_म_म_म_

ःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःः

43

Page 12: Swadhyayamandal

12

)v )v )v )v ---- Gया शाि13त Gया शाि13त Gया शाि13त Gया शाि13त----पाठ आVद सकत म= ह बोलन चाVहएपाठ आVद सकत म= ह बोलन चाVहएपाठ आVद सकत म= ह बोलन चाVहएपाठ आVद सकत म= ह बोलन चाVहए

उoर उoर उoर उoर ---- )ारZभ म= वदा13त-दशन सकत म= ह लखा गया था इसलए उसका पाठ सकत म= ह Oकया जाता ह सकत म= पाठ करन स हम= वह शा13त और गभीर वातावरण मल जाता ह िजसम= ऋXषयamp न हम= वह Iान Vदया था )ारZभ म= सकत का

उचारण करना कVठन लग सकता ह Oक13त अ13य लोगamp को सनन उनक साथ बोलन स और थोडा )यास वय करन स वह सगम हो जाता ह यVद कछ सदय अ13य धमावलZबी ह और उनकW भाषा भी भ13न ह तो पdरचचा क 5नधाdरत समय म= शाि13त-

पाठ Oकसी भी भाषा म= Oकया जा सकता ह )v )v )v )v ---- यVद म वायाय मडल क Oकसी यVद म वायाय मडल क Oकसी यVद म वायाय मडल क Oकसी यVद म वायाय मडल क Oकसी अ13य सदय को पस13द न क तो अ13य सदय को पस13द न क तो अ13य सदय को पस13द न क तो अ13य सदय को पस13द न क तो उoर उoर उoर उoर ---- राग-nष मन`य का वभाव ह वायाय मडल म= भी कछ ऐस सदय हो सकत ह िजनक साथ आप बठना पस13द न कर= वदा13त का Iान इतना मYयवान ह

Oक आपको अपनी Sच-अSच का याल न रख कर अययन करना चाVहए बठक क

समय Oकसी भी 6यAB क )5त अSच हो तो उस भी सहन करन का अयावस कर=

थोडी उदारता और सहनशीलता रख कर वायाय मडल म= वदा13त अययन करन का

लाभ उठा लना चाVहए

पतक अययन Xवधपतक अययन Xवधपतक अययन Xवधपतक अययन Xवध

वदा13त XवIान ह अतः उसका अययन 6यविथत प म= करना चाVहए )थम

पतक lsquoजीवन-यो5तrsquo स अययन )ारZभ करना चाVहए इस भी जYद-जYद न पढ= यह कोई उप13यास या हYकW-फYकW पतक नह ह इन पतकamp को पढ कर इनक ऊपर

वय Xवचार करना आव1यक ह इसीलए एक बार म ५ या १० प ह पढ पतक

धीर-धीर Xवचार करत हए पढ= और उसम= 5नXपत सा13तamp कW सEयता पर च13तन

कर= इस )कार पढन म= 2०-३० मनट लग सकत ह इनक पढन का समय )ातःकाल ना1ता करन क बाद उपयB होगा पतक पढन क बाद Vदन का काय )ारZभ कर= इसक पढन पर आफ मन म= अनक शकाय= उठ=गी कछ सा13त आपको तक हन एव अ6यावहाdरक लग सकत ह उन शकाओ को आप अपनी नोट-बक म= लख ल= यह नोट-बक इसी काय क लए अलग रख= अपनी शकाओ को प2 प म= 6यB कर= उ13ह=

लखन क बाद आप उ13ह= भल जाय= और पतक को 5नEय आग पढत रह=

13

अगल रXववार या Oकसी छी क Vदन जब खाल समय मल उस नोट-बक को

उठाकर अपनी परानी शकाओ को पढ= एक स7ाह म= आपन िजतनी शकाय= कW उन पर

Xवचार कर दख= Gया व अब भी अनodरत ह आपको यह दख कर आlय होगा अब बहत सी शकाय= 5नवo हो गयी ह एक स7ाह क अययन स आपका Iान बढा ह Oफर भी कछ )v ऐस हो सकत ह िजनका उoर आपको अभी नह मला ह उ13ह= अभी मत काट= सोमवार स अपन अययन का कायcम पनः आग बढाय= नई शकाय=

उEप13न हamp उ13ह= पनः लखत जाय= स7ाह क अ13त म= पववत उन )vamp पर Oफर Xवचार

कर= इस cम स अययन करत रहन पर पतक समा7 होन तक आप दख=ग Oक

आपको सभी )vamp का उoर मल गया ह यVद कदाचत कछ )v रह गय ह तो उनका समाधान अगल पतक म= मल जायगा अययन धीर-धीर करो कोई जYद नह ह आपक वत13_ च13तन कW

अEयधक आव1यकता ह Oकसी सा13त को बना Xवचार Oकय वीकार मत कर लो

उसकW सEयता पर Xवचार करो अपनी समझ म= आना बहत आव1यक ह तभी वदा13त

XवIान म= )वश होगा आप उसका Iान धारण कर सक= ग जीवन-यो5त पर पढ लन और उसकW पनरावXo कर लन क बा द वायाय

पाqयcम दख= और अगल पतक अययन क लए हाथ म= ल= पतकamp को cमानसार ह पढ और थोडा-थोडा करक धीर-धीर पढ= कल पाqयcम आधा घटा 5नEय पढ कर दो-तीन वष म= परा होगा )यास कर= आप इस कर सकत ह करना भी अव1य चाVहए

वावावावामी च13मयान13दमी च13मयान13दमी च13मयान13दमी च13मयान13द

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Study Group Programme

वायाय मडल का कायcमवायाय मडल का कायcमवायाय मडल का कायcमवायाय मडल का कायcम

1111---- Thrice Chanting of Om

तीन बार ॐ का दघ उचारण तीन बार ॐ का दघ उचारण तीन बार ॐ का दघ उचारण तीन बार ॐ का दघ उचारण 2222---- Peace Invocation

शाि13त पाठशाि13त पाठशाि13त पाठशाि13त पाठ

ॐ सह नाववत सह नौ भनB सह वीय करवावह तजिवनावधीतमत मा ॐ सह नाववत सह नौ भनB सह वीय करवावह तजिवनावधीतमत मा ॐ सह नाववत सह नौ भनB सह वीय करवावह तजिवनावधीतमत मा ॐ सह नाववत सह नौ भनB सह वीय करवावह तजिवनावधीतमत मा

XवVnषावहXवVnषावहXवVnषावहXवVnषावह

ॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः

ह परमाEमन आप हम गS -श`य दोनamp कW साथ-साथ सब )कार स रTा कर=

हम दोनamp का आप साथ-साथ समचत प स पालन -पोषण कर= हम दोनamp साथ-ह-साथ

सब )कार स बल )ा7 कर= हम दोनamp कW अययन कW हई Xव~ा तजपण हो - कह

परात न हamp और हम दोनamp जीवन भर परपर नह-स_ म= बध रह= हमार अ13दर परपर कभी nष न हो ह परमाEमन तीनamp तापamp कW 5नवXo हो

ॐ आwयाय13त ममाॐ आwयाय13त ममाॐ आwयाय13त ममाॐ आwयाय13त ममा गा5न वाक )ाणlTः uो_मथो बलमि13रयाण च सवाण गा5न वाक )ाणlTः uो_मथो बलमि13रयाण च सवाण गा5न वाक )ाणlTः uो_मथो बलमि13रयाण च सवाण गा5न वाक )ाणlTः uो_मथो बलमि13रयाण च सवाण

सव ौप5नषद माह 5नरासव ौप5नषद माह 5नरासव ौप5नषद माह 5नरासव ौप5नषद माह 5नराकया मामा 5नराकरोत अ5नराकरणमत अ5नराकरण कया मामा 5नराकरोत अ5नराकरणमत अ5नराकरण कया मामा 5नराकरोत अ5नराकरणमत अ5नराकरण कया मामा 5नराकरोत अ5नराकरणमत अ5नराकरण

मऽत तदाEम5न 5नरतय उप5नषEस धमात म5य स13त त म5य स13त मऽत तदाEम5न 5नरतय उप5नषEस धमात म5य स13त त म5य स13त मऽत तदाEम5न 5नरतय उप5नषEस धमात म5य स13त त म5य स13त मऽत तदाEम5न 5नरतय उप5नषEस धमात म5य स13त त म5य स13त ॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तः

ह परमाEमन मर सार अग वाणी न_ uो_ आVद सभी कमि13दया और

Iानि13रया )ाणसमह शारdरक और मानसक शAB तथा ओज - सब पX2 एव वX

को )ा7 हamp उप5नषदamp म= सवप का जो वप वणत ह उस म कभी अवीकार न क और वह भी मरा कभी पdरEयाग न कर मझ सदा अपनाय रGख मर साथ

का और क साथ मरा 5नEय सZब13ध बना रह उप5नषदamp म= िजन धम का

15

)5तपादन Oकया गया ह व सार धम उप5नषदamp क एकमा_ ल-य पर परमाEमा म=

5नर13तर लग हए मझ साधक म= सदा )काशत रह= मझम= 5नEय 5नर13तर बन रह= और

मर _Xवध तापamp कW 5नवXo हो 3 Introspection The following questions are asked by Group Sewak Every body answers

mentally to himself - (1) How far am I maintaining Brahmacharya (2) Did I during this week live less passionately and less selfishly (3) Have I any bad feelings towards any member of my spiritual family -

the Chinmaya Mission (4) Am I progressing and proving to myself and others a better man a

more cheerful man each day (5) Did I meditate all the days of this week (6) How far have I developed in constant and repeated ISHWAR

SMARANA (7) Did I read every day atleast three pages of the scriptures

आEमआEमआEमआEम----5नरTण 5नरTण 5नरTण 5नरTण

मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= ---- १- म चय का पालन Oकतना करता ह

2- Gया म इस स7ाह कम उVnन और कम वाथ रहा ३- Gया च13मय मशन क अपन आयािEमक पdरवार क Oकसी सदय स मरा दभाव

ह ४- Gया म अपना Xवकास कर अ13य लोगamp क लए पहल स भला आदमी बन रहा ह और

सदा )स13न रहता ह

५- Gया म Xपछल स7ाह 5नEय यान साधना करता रहा

६- 5नर13तर ईhर मरण रखन म= मझ Oक तनी सफलता मल ह

७- Gया म 5नEय शाRamp क कम स कम तीन प पढता रहा ह

16

५५५५ गSतो_मगSतो_मगSतो_मगSतो_म

अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः ११११ िजनकW कपा स सZपण चराचर जगत म= 6या7 परमाEमा का बोध हआ ह उन गSदव को

मरा )णाम ह अIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकयाअIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकयाअIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकयाअIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकया चTS13मीलत यन तम uीगरव नमःचTS13मीलत यन तम uीगरव नमःचTS13मीलत यन तम uीगरव नमःचTS13मीलत यन तम uीगरव नमः 2222

िज13हampन अIान अ13ध न_amp को Iान अजन कW शलाका स उ13मीलत कर Vदया ह उन

गSदव को मरा )णाम ह गSा गSXव णः गSगSा गSXव णः गSगSा गSXव णः गSगSा गSXव णः गS दवो महhरःदवो महhरःदवो महhरःदवो महhरः गSरव पर तम uीगरव नमः गSरव पर तम uीगरव नमः गSरव पर तम uीगरव नमः गSरव पर तम uीगरव नमः ३३३३

गS ह ा ह गS ह Xव`ण ह गS ह शकर (महhर) ह गS ह पर ह उन

गSदव को मरा )णाम ह थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम तEपद दशत यन तम uीतEपद दशत यन तम uीतEपद दशत यन तम uीतEपद दशत यन तम uीगरव नमः गरव नमः गरव नमः गरव नमः ४४४४ जड चतन व चर अचर म= जो तiexclव 6या7 ह उसका बोध िजनकW कपा स )ा7 हआ ह उन गSदव को मरा )णाम ह च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः ५५५५

17

सZपण चराचर जगत म= 6या7 परम चतना का दशन िजन गSदव कW कपा स सZभव हआ ह उन गSदव को मरा )णाम ह सवu5तशरोरcentXवरािजत सवu5तशरोरcentXवरािजत सवu5तशरोरcentXवरािजत सवu5तशरोरcentXवरािजत पपपपदाZबजःदाZबजःदाZबजःदाZबजः वदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमःवदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमःवदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमःवदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमः ६६६६ िजनक चरण कमलamp म= सभी u5त रcent Xवरािजत ह और िजनक सय सaश Iानालोक स

वदा13त कमल Xवकसत होता ह उन गSदव को मरा )णाम ह चत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनःचत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनःचत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनःचत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ७७७७

जो च13मय शाhत शा13त 6योमातीत 5नरजन और ब13द नाद तथा कलाओ स भी

पर ह उन गSदव को मरा )णाम ह IानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतःIानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतःIानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतःIानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतः भABमAB )दाता च तम uीगरव नमःभABमAB )दाता च तम uीगरव नमःभABमAB )दाता च तम uीगरव नमःभABमAB )दाता च तम uीगरव नमः ८८८८

जो Iान और शAB म= अविथत ह तथा तiexclव सा13त कW माला धारण Oकय ह जो भAB और मAB दन वाल ह उन गSदव को मरा )णाम ह अनक ज13म स)ा7 कमब13धअनक ज13म स)ा7 कमब13धअनक ज13म स)ा7 कमब13धअनक ज13म स)ा7 कमब13ध XवदाVहन XवदाVहन XवदाVहन XवदाVहन आEमIान )दानन तम uीगरव नमःआEमIान )दानन तम uीगरव नमःआEमIान )दानन तम uीगरव नमःआEमIान )दानन तम uीगरव नमः ९९९९ अनक ज13मamp स कमब13धनamp म= जकड )ाणी को जो आEमIान क nारा मB करा दन म=

समथ ह उन गSदव को मरा )णाम ह

18

शोषण भवस13धोl Iापण सारसपदःशोषण भवस13धोl Iापण सारसपदःशोषण भवस13धोl Iापण सारसपदःशोषण भवस13धोl Iापण सारसपदः गरोः पादोदक सZयक तम uीगगरोः पादोदक सZयक तम uीगगरोः पादोदक सZयक तम uीगगरोः पादोदक सZयक तम uीग रवनमःरवनमःरवनमःरवनमः१०१०१०१० िजनक पादोदक क पश स ससार सागर सख जाता ह और परमतiexclव का बोध हो जाता ह उन गSदव को मरा )णाम ह न गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपःन गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपःन गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपःन गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपः तEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमःतEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमःतEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमःतEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमः ११११११११ गS स अधक उच कोई तiexclव नह ह और गS कW सवा स ऊचा कोई तप नह ह

तiexclवIान स u कोई Iान नह ह ऐस गSदव को मरा )णाम ह म13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSःम13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSःम13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSःम13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSः मदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमःमदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमःमदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमःमदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमः ११११2222

मर वामी ससार क वामी ह और मर आEमा सZपण )ाणयamp कW आEमा ह िजनकW

कपा स यह Iान )ा7 होता ह उन गSदव को मरा )णाम ह गSराVदरनाVदl गSः परमदवतमगSराVदरनाVदl गSः परमदवतमगSराVदरनाVदl गSः परमदवतमगSराVदरनाVदl गSः परमदवतम गरोः परतर नाित तम uीगरव नमःगरोः परतर नाित तम uीगरव नमःगरोः परतर नाित तम uीगरव नमःगरोः परतर नाित तम uीगरव नमः १३१३१३१३

गS अनाVद और अन13त ह गS ह परम दवता ह गS स u कछ भी नह ह अतः उन

गSदव को मरा )णाम ह

Eवमव माता च Xपता EवमवEवमव माता च Xपता EवमवEवमव माता च Xपता EवमवEवमव माता च Xपता Eवमव Eवमव ब13धlसखा EवमवEवमव ब13धlसखा EवमवEवमव ब13धlसखा EवमवEवमव ब13धlसखा Eवमव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव १४१४१४१४ ह गS दव तम ह मर माता हो Xपता हो भाई हो म_ हो Xव~ा हो और धन हो ह

दवताओ क दवता तZह म र लए सब कछ हो

19

६६६६ गीता यानमगीता यानमगीता यानमगीता यानम

ॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयमॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयमॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयमॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयम 6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम ----

अZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीमअZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीमअZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीमअZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीम ११११ ह मा भगवत-गीत म तZहारा 5नर 13तर अनच13तन करता ह भगवान नारायण न

अजन क )5तबोध क लए तZहार रचना वय कW थी )ाचीन म5न 6यासदव न तZह=

महाभारत क मय थाXपत Oकया तZहार अठारह अयाय ह तम Vद6य हो तZहार nारा अnतामत कW वषा होती ह और तम ससार क बधनamp स मB करन वाल हो

नमोऽतत 6यास Xवशाल ब नमोऽतत 6यास Xवशाल ब नमोऽतत 6यास Xवशाल ब नमोऽतत 6यास Xवशाल ब ---- फYलारXव13दायतप_ न_ फYलारXव13दायतप_ न_ फYलारXव13दायतप_ न_ फYलारXव13दायतप_ न_ यन Eवया भारततलपणः यन Eवया भारततलपणः यन Eवया भारततलपणः यन Eवया भारततलपणः ----

)वालतो Iानमयः )दपः )वालतो Iानमयः )दपः )वालतो Iानमयः )दपः )वालतो Iानमयः )दपः 2222

ह 6यासदव तZह= मरा )णाम ह खल हए कमल कW पखडयamp क सaश तZहार Xवशाल न_ ह तZहा रा Iान महान ह तमन महाभारत -तल (सार) स भरकर Iान का

दपक )वलत Oकया ह

)प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय )प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय )प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय )प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय Iानमाय क`णाय गीतामतदIानमाय क`णाय गीतामतदIानमाय क`णाय गीतामतदIानमाय क`णाय गीतामतद ह नमः ह नमः ह नमः ह नमः ३३३३

म उन भगवान क`ण को )णाम करता ह जो एक हाथ म= लकVट और दसर म=

Iान-मा धा रण Oकय हए ह िज13हampन (उप5नषदamp स) गीतामत का दोहन Oकया ह और

िजनकW शरण म= जान वाल कW समत कामनाय= वस ह पण होती ह जस कYपवT स

20

सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत ४४४४

सZपण उप5नष गाय= ह गोपालन13दन उनक दोहन वाल ह अजन गोवEस ह गीता महान अमतमय दध ह और सधीजन उस दध का पान करन वाल ह

वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम ५५५५

म उन भगवान क`ण को )णाम करता ह जो वसदव क Vद6य प_ ह कस और

चाणर का वध करन वाल ह दवकW मा को परम आन13द )दान करन वाल ह और

समत ससार क गS ह

भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला ---- शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला अhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनाव 5त नी 5तनी 5तनी 5तनी ----

सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः ६६६६ भगवान क`ण nारा चालत गीता -Iान कW नौका म= बठकर पाडवamp न उस भयकर

रणनद को सहज पार कर लया िजसक भी`म और ोण तट थ जयथ िजसका जल

था गाधार नप नील -कमल थ िजसम= शYय जस 4ाह थ और कपाचाय िजसकW तीyen

धारा थ कण िजसकW उoाल तरग थ अhEथामा और Xवकण िजसक भयकर मगर थ

और दयpoundधन िजसकW भवर था

पाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम लोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदा

भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस ७७७७

21

महाभारत का वह 5नमल कमल हम= कYयाणकार हो जो पाराशर क प_ 6यास क

वचन सरोवर म= उEप13न हआ जो गीता कW उEकट गध स पdरपण ह िजसक अनक

आयान कसर क समान ह जो भगवान क`ण कW मधर कथाओ स पdरपण ह सजन iमरamp क nारा िजसक रस का पान 5नर13तर Oकया जाता ह और जो कलयग क समत

दोषamp का शमन करन वाला ह

मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम ८८८८

िजनकW कपा स मक वाचा ल हो जात ह और पग लोग भी ऊ च पवतamp को पार कर

जात ह उन परमान13द भगवान क`ण कW हम व13दना करत ह

य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव ---- वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो ----

ययाययाययाययात न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः ९९९९

ा वSण इ13 S और मSण Vद6य तो_amp nारा िजसकW त5त करत ह

सामवद क गान वाल अग पद cम और उप5नषदamp क सVहत वदamp nारा िजसका गायन

करत ह योगीजन यान म= िथत तnत हय म न स िजसका दशन करत ह दवता और

असर गण (कोई भी) िजसक अ13त को नह जानत उस (परम पSष नारायण ) दव क

लए मरा नमकार ह ७७७७ गीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोक

8 The spiritual text ((((पाqय पतकपाqय पतकपाqय पतकपाqय पतक )))) It is to be taken stanza by stanza and commented upon by the Group Sewak

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9 Discussions ((((Xवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमय)))) The Group Sewak may act as a mediator 10 Meditation Let all members sit in their favourite pose with head erect and eyes closed The Group Sewak may chant a short Mantra lowering the pitch of voice by and by Everyone repeats the process mentally Then there is a silence Every body tries to live in that silence abandoning all sorts of ideas If any thought comes in mind one should try to become its witness (Sakshi) The whole process may take only 5 to 7 minutes

यानमयानमयानमयानम शा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरश

Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम ल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZय व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम

११११११११ यानषटकयानषटकयानषटकयानषटक मनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाह न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च 6योमभमन च 6योमभमन च 6योमभमन च 6योमभम न तजो न वायःन तजो न वायःन तजो न वायःन तजो न वायः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ११११

म न मन ह न बX ह न अहकार ह और न चo ह म न uो_ ह न िजcopyा

ह न नासका ह और न न_ ह न म आकाश ह न भम ह न अिन ह

और न वाय म चदान13द प शव ह शव ह

न च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपाय

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम 2222

23

न म )ाण ह और न पचवाय न म स7धात का शरर ह और न

पचकोश न म वाक पाण पाद उपथ और न गदा ह म चदान13दप

शव ह शव ह

न म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौ

न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ३३३३

न म राग ह और न nष न म लोभ ह और न मोह न म मद ह और

न मEसर म धम अथ काम मोT भी नह ह म चदान13दप शव ह शव ह न पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःख न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः अह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBा चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ४४४४

न म पय ह और न पाप न म सख ह और न दःख न म म13_ ह

और न तीथ न म वद ह न यI म भोजन भोय और भोBा भी नह ह म

चदान13दप शव ह शव ह

न मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदः Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म न ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ५५५५

24

न म मEय ह और न भय मझम= कोई जा5तभद भी नह ह न मर

माता ह और न Xपता मरा ज13म भी नह हआ ह न मरा कोई ब13ध ह न म_

न गS ह न श`य म चदान13दप शव ह शव ह

अह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपः

XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम न चान चान चान चासsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ६६६६

मर न कोई कYपना ह और न आकार म सव6यापी और इि13रयातीत

ह मरा न ब13धन ह और न मAB म Iय भी नह ह म चदान13दप शव ह शव ह

११११2222 uी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकम

6या7 जग6या7 जग6या7 जग6या7 जग~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत

5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ११११

अखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभावः परमाEमसEय वः परमाEमसEय वः परमाEमसEय वः परमाEमसEय

सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय 2222

म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः बोचबबोचबबोचबबोचब umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः

25

सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ३३३३

शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः

6यापी परण मो6यापी परण मो6यापी परण मो6यापी परण मोदमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ४४४४

अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च ग गभीग गभीग गभीग गभी र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ५५५५

तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म

Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न च13Eयमानम च13Eयमानम च13Eयमानम च13Eयमानम uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ६६६६

12 Pledge We stand as one family bound to each other with love and respect We serve as an army Courageous and disciplined ever-ready to fight against all low tendencies and false values within and without us We live honestly

the noble life of sacrifice and service producing more than what we consume and giving more than what we take

26

We seek the Lords Grace to keep us on the path of virtue courage and wisdom May Thy Grace and Blessings flow through us to the world around us We believe that the service of our country is the service of Lord of Lords and devotion to the people is the devotion to the Supreme Self We know our responsibilities give us the ability and courage to fulfill them

OM TAT SAT

च13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIा हमार िथ5त ह एक पdरवार क समान )म और सZमान स परपर आब हम सवा-रत ह एक सना क समान- साहसी और अनशासत - कVटब ह सघष करन को 5नZन वXo यamp और थोथ आदश क XवS िजनका जाल ह हमार अ13दर और बाहर सव_ हम जीत ह ईमानदार स Eयाग और सवा का उच जीवन उEप13न करत ह उपभोग स अधक लत ह िजतना दत ह कह अधक हम बन ह आकाTी )भ कW कपा क जो चलाव= हम= गण साहस और Iान क माग पर

आप कW कपा और आशीष ह )भो हमार मायम स बह

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Xवh म= चारamp ओर हमारा Xवhास ह Oक वदश सवा ह परमhर कW सवा ह और जनता कW भAB ह परमाEमा कW भAB ह हम समझत ह अपना दा5यEव दो योयता और साहस Oक हम परा कर= उस ॐ तEसत

13 Arati Arati is to be performed preferably by the wife of Group Sewak or by the

Group Sewak himself A few flowers and burning camphor placed in a tray are waved before the picture of the Lord and the following Mantras are chanted by all the members present -

न त_ सयpound भा5त न चतारक नमा Xव~तो भा5त कतोऽयमि13गः तमव भा13तम अनभा5त सव तय भासा सवमदXवभा5त ॐ सवषा वितभवत सवषा शाि13तभवत सवषा पण भवत सवषा मsectगल भवत ॐ सव भव13त सखनः सवस13त 5नरामयः सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत असतो मा स^मय तमसो मा यो5तगमय मEयोमाममत गमय ॐ पणमदः पणमद पणात पणमदयत पणय पणमादाय पणमवावश`यत ॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तः

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भज गोXव13दमभज गोXव13दमभज गोXव13दमभज गोXव13दम

भज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13द गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत स)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत काल न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण ११११

र मढ मन गोXव13द कW खोज कर गोXव13द का भजन कर और गोXव13द का ह

यान कर अि13तम समय आन पर 6याकरण क 5नयम तर रTा न कर सक= ग मढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णा कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम यYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाo Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम 2222

र मढ धन स4ह कW त`णा छोड द मन म= वराय लाकर सत तiexclव का

च13तन कर अपन कम फल क अनसार जो धन )ा7 हो उसी स अपन म न को स13त2

कर नारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदश a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम एत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकार मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम ३३३३ स13दर Rी क नाभदश को दखकर मोह म= मत पड यह कवल मास और मजा

का Xवकार ह अपन मन म= इस बात का बार-बार Xवचार कर नलनीदलगतनलनीदलगतनलनीदलगतनलनीदलगत जलम5ततरल जलम5ततरल जलम5ततरल जलम5ततरल तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम XवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4त लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम ४४४४

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कमल-दल क ऊपर जल कW बद अEय13त अिथर होती ह जीवन भी इसी )कार

अिथर ह इस बात को अछmacr तरह समझ ल Oक सारा ससार 6याध अभमान शोक आVद स 4सत ह

यावVnयावVnयावVnयावVnoोपाजन सBःoोपाजन सBःoोपाजन सBःoोपाजन सBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः पlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह ५५५५

जब तक धनोपाजन कW शAB ह तभी तक तZहार पdरवार क लोग तम स )म

रखत ह वावथा म= शरर जजर हो जान पर तZहार बात कोई न पछगा यावEपवनोयावEपवनोयावEपवनोयावEपवनो 5नवस5त दह 5नवस5त दह 5नवस5त दह 5नवस5त दह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह गतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापाय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय ६६६६ जब तक शरर म= )ाण ह तब तक घर म= तZहार कशल पछmacr जाती ह )ाण

5नकलन पर उसी शरर स पcentी तक भयभीत होन लगती ह बालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBः तSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBः वताविच13तासBःवताविच13तासBःवताविच13तासBःवताविच13तासBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः ७७७७

बचपन म= खलamp म= आसAB रहती ह यवावथा म= तSणी स मोह रहता ह और

वावथा म= च13ताय= आ घरती ह Oक13त पर परमाEमा स Oकसी को )म नह ह का त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ः सससससारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः

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कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः ८८८८

कौन तZहार पcentी ह कौन तZहारा प_ ह वततः ससार बडा Xवच_ ह तम

Oकस क हो कहा स आय हो ह भाई कभी इस बात का भी Xवचार करो

सEससEससEससEसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEवगEवगEवगEव 5नस5नस5नस5नसगEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम 5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः ९९९९

सEसग स अनासAB )ा7 होती ह अनासAB स मोह क ब13धन टटत ह मोह टटन पर शाhत तiexclव कW )ा57 होती ह और शाhत तiexclव पान पर जीवन -मAB का लाभ

)ा7 होता ह वयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः Tीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारो Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः १०१०१०१०

जस यवावथा बीतन पर काम -Xवकार न2 हो जाता ह और जल सख जान पर

तालाब नह रह जाता ह वस ह धन न2 होन पर पdरवार नह रह जाता और तiexclव-बोध

होन पर ससार नह रह जाता ह मा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगव हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम मायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा ११११११११

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धन जन और यौवन क लए अभमान न करना चाVहए काल इन सब को Tण मा_ म=

न2 कर दता ह इन सब को माया का iम समझो और शीordf ह साTाEकार )ा7

करो Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः कालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः ११११2222

Vदन और रात )ातः और साय सय और गम बार -बार आत ह और चल जात

ह काल कW इस cWडा क साथ आय भी बीतती जा रह ह Oफर भी आशाओ कW आधी

स कोई नह बचता का त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता _जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका १३१३१३१३

र iाि13त म= पड मढ Rी धन आVद कW च13ता Gयamp Oकया करता ह Gया तर

ऊपर शासन करन वाला कोई नह ह तीनamp लोकamp म= कवल सEसग ह वह नौका ह जो

ज13म-मरण क सागर स तझ पार कर सकती ह जVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः प1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढो दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः १४१४१४१४

जटाधार बाल मडाय एक-एक कर सर क सब बाल खचवाय और काषायवR

धारण Oकय हए नाना वषधार स13यासी ह व आखamp स दखत हए भी अध ह व मढ

नाना )कार क वष कवल पट भरन क लए धारण करत ह

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अsectगअsectगअsectगअsectग गलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मड दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम वो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दड तदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEया शाXपडम शाXपडम शाXपडम शाXपडम १५१५१५१५

वावथा म= शरर जजर हो गया ह सर क बाल सफद हो गय ह दात गर

गय ह छडी क सहार चलना पडता ह अथात मEय 5नकट आ गई ह Oक13त आशाओ का

ब13धन अब भी नह टटा अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः करतल करतल करतल करतल भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः १६१६१६१६

आग अिन पीछ सय और रा_ म= घटनamp म= ठो ढ लगाय रहन वाल तथा हाथ पसार

कर भीख मागन वाल और पड क नीच सोन वाल भी आशा क ब13धनamp स मB नह ह कSत गsectगकSत गsectगकSत गsectगकSत गsectग सागरगमनसागरगमनसागरगमनसागरगमन yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम IानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन १७१७१७१७

कोई भल ह गगासागर आVद तीथdeg का सवन कर yenत रख अथवा दान कर

Oक13त अIानी 6यAB सकडamp ज13मamp म= भी मAB नह )ा7 कर सकता ह यह तplusmnय सभी लोग वीकार करत ह

सरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासः शsup2याशsup2याशsup2याशsup2या भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः सवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः १८१८१८१८

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जो लोग दवताओ क मि13दर और पडamp क नीच 5नवास करत ह बना बछौन क

जमीन पर लटत ह मगछाला पहनत ह और इस )कार सभी भोगamp का Eयाग कर दत ह

उन XवरB लोगamp को कौन सा सख )ा 7 नह ह

योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा सsectगसsectगसsectगसsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगXवहनः Xवहनः Xवहनः Xवहनः यय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चo न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव १९१९१९१९

चाह कोई योग का अयास करता हो या भोगamp म= पडा रहता हो चाह अनक लोगamp क

साथ रहता हो या अकला िजसका चo -च13तन म= मन ह वातव म= वह सखी ह

भगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीता गगगगगागागागाजल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता सकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा 2222००००

जो भगवदगीता का थोडा भी अययन करता ह गगा जल कW एक बद भी पान

करता ह और भAB-भाव स भगवान का मरण करता ह उसकW चचा यमराज भी नह

करत ह पनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरण पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम इह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार 2222११११

बार-बार ज13मना बार-बार मरना और बार-बार मा क पट म= पहचना बडा

क2कारक ह इस दःखमय ससार स पार होना बडा कVठन ह ह भगवन अपनी अपार

कपा स मरा 5नतार करो

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रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः योगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoो रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव 22222222

जो योगी चीथड बीन कर कथर बनात और पहनत ह पय और पाप क माग को छोड

कर चलत ह िजनका चo योगायास स सयमत ह व ईhर भाव म= 5नमन रहन वाल बालकamp या उ13मo लोगamp कW तरह 5नn13n रहत ह

कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः इ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसार Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम 2222३३३३

तम कौन हो म कौन ह म कहा स आया ह कौन मर माता ह कौन मरा

Xपता ह इन )vamp पर Xवचार करो और इस असार ससार को वwन मा_ समझ कर

छोड दो Eव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः भव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eव वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम 2222४४४४

तम म= मझ म= और सभी थानamp म= क वल एक सव6यापी भगवान ह असVह`ण होकर

तम 6यथ ह मर ऊपर cोध करत हो यVद तम चाहत हो Oक तZह= ईhर )ा7 हो जाय तो तम सदा समभाव रहो

श_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ सविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमान

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सव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIा नम नम नम नम 2222५५५५

दसर लोगamp स लडन म= अथवा उनस म_ता करन म= अपनी शAB का अप6यय न

करो अपन ब13ध-बा13धवamp स राग-nष मत रखो सव_ अपन ह वप को दखो भद बX का Eयाग करो और अIान स छटकारा पाओ

काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह EयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1य5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम आEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः 2222६६६६

काम cोध लोभ और मोह को छोडकर Iानी सव_ आEमवप ह दखता ह

वह समझता ह Oक म वह ह Oक13त आEमIान रVहत मढ लोग अIान क कारण नक कW वदनाय= सहन करत ह

गय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहsup3sup3sup3sup3 यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म नय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चo दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम 2222७७७७

भगवत-गीता और Xव`ण क सहsup3 नाम गान चाVहए भगवान Xव`ण क वप का

5नर13तर यान करना चाVहए सदा सEसग म= चo लगाना चाVहए और दन लोगamp को

दान दना चाVहए सखतः सखतः सखतः सखतः Ocयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः य~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरण तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम 2222८८८८

36

पहल तो लोग सख क लए Rी भोग म= ल7 रहत ह और बाद म= शारdरक रोगamp का शकार होना पडता ह य~Xप इस ससार म= अ13ततोगEवा मEय म= ह शरण मलती

ह Oफर भी लोग पापाचरण नह छोडत

अथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEय नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम प_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः 2222९९९९

लोगamp कW अनथकार धन म= ह सदा Sच बनी रहती ह सEयता यह ह Oक उसम=

Oकि13चत मा_ भी सख नह ह धनी लोगamp को अप न प_ स भी भय रहता ह धन का

सव_ यह हाल दखा जाता ह )ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम जाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधान कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम ३०३०३०३०

बडी सावधानीपवक पहल )ाणायाम का अयास करो मन को सब ओर स

हटाकर अ13तमखी बनाओ 5नEय और अ5नEय वतओ क बीच Xववकपवक Xवचार करो

और Oफर जप करत हए समाध का अयास करो गSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः सि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादव -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम ३१३१३१३१ ह गS क चरणamp म= भABभाव रखन वालamp तम शीordf ह स सार-सागर स पार हो

जाओग तमन इि13 यamp को और मन को वश म= Oकया ह तम अपन acuteदय म= शीordf ह

भगवान का साTाEकार करोग

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आयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अग १ १ १ १ ---- वथ शरर वथ शरर वथ शरर वथ शरर ((((अअअअ) ) ) ) सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन ---- बना वथ शरर क कोई भी लौOकक या पारलौOकक

काय करना सZभव ह नह ह इसक लए श और सािiexclवक आहार आव1यक ह

मच इमल wयाज लहसन खटाई तल मसाल हग आVद Eयाय ह बहत अधक न खाना चाVहए मताहार रोगamp स बचाता ह यान रखो भोजन वाद क

लए नह वाplusmnय क लए ह एकादशी आVद Oकसी Vदन उपवास भी कई aX2 स

उपयोगी ह ((((बबबब) ) ) ) 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम ---- वथ शरर क लए 5नEय 6यायाम भी आव1यक ह

इसक लए )ातःकाल कछ शारdरक uम करना चाVहए बगीच म= काम टहलना

तरना आसनamp का अयास आVद कछ 6यायाम ह आसन और )ाणायाम साधना

म= अधक सहायक ह ((((सससस)))) वछता वछता वछता वछता ---- वथ वाय का सवन 5नEय नान साफ कपड और रहन क

थान कW सफाई शरर को वथ और चo को )स13न रखती ह

2 2 2 2 ---- वथ मनवथ मनवथ मनवथ मन

((((अअअअ) ) ) ) वायाय वायाय वायाय वायाय ---- जस वथ शरर क लए 5नEय श और पौX2क भोजन कW

आव1यकता ह वस ह वथ मन क लए स-413थamp का 5नEय अवलोकन आव1यक ह अ13यथा मन दबल हो जाता ह और उस मानस रोग घरन लगत ह

दिl13ताय= चडचडाहट 6य4ता भय nष आVद मानसक रोगamp क लTण ह

गीता रामायण भागवत उप5नष योगवास बाइबल ज13दावता करान

_Xपटक 413थसाVहब आVद म= स Oकसी 413थ का अययन करना चाVहए

((((बबबब) ) ) ) स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त ---- य दोनamp वथ मन क लTण ह Xववक और वराय

क 6यायाम स स13तोष और शाि13त बढती ह वथ शरर और वथ मन स

आEमबल बढता ह इसी बल स आयािEमक सफलताय= )ा7 कW जाती ह ((((सससस) ) ) ) सससस----Xवचार Xवचार Xवचार Xवचार ---- स-Xवचार जीवन को सह Vदशा म= ल जात ह अस Xवचारamp

स मन`य का पतन होता ह सEसग और सuml413थamp क अवलोकन स स -Xवचार

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aढ होत ह कसग और कच2ाय= छोडकर सEसग का आuय लो ससार म= िजतन भी महापSष हए ह और उ13हampन जब जो कछ पाया ह वह सEसग क कारण ह ३ ३ ३ ३ ---- न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो

जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए ---- ((((अअअअ) ) ) ) चय और सEय चय और सEय चय और सEय चय और सEय ---- वीय कW रTा बडी सावधानी स करनी चाVहए शरर

तर पर वीय ह ईhर ह जीवन कW यह एक बहत बडी Xवभ5त ह यह जीवन Xवचार और बX का सार ह सचत वीय ओज म= पdरव5तत होता ह और ओज आEमशAB म= हर कWमत पर सEय मधर और मत भाषण का अयास करना चाVहए

मplusmnया भाषण दबलता भय और अIान का पdरणाम ह 5नEय एक-दो घट का

मौन रहना चाVहए उस समय सकतamp का )योग भी न करना चाVहए ((((बबबब) ) ) ) सससस----गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास ---- 5नयम कW पाब13द समय का उपयोग मधर भाषण

उदारता कSणा नह स-पSषamp का आदर सहनशीलता Tमा धय स13तोष 5नरभमानता आVद स-गण ह यVद य ग ण सहज ह )ा7 न हamp तो अयास क

nारा )ा7 Oकय जा सकत ह सब गणamp का एक साथ अयास नह हो सकता Oक13त एक गण क आत ह उसक सहयोगी अनक गण वय आन लगत ह Oकसी एक गण का अयास करन का सकYप करो और 5नEय सोन क पहल

अपनी सफलताओ-असफलताओ पर Xवचार करो कछ समय म= वह अयास आदत बन जायगा और आदत वभाव ((((सससस) ) ) ) दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग ---- )ायः लोग कसग क कारण दगणamp म= पड जात ह

आयािEमक T_ म= जYद सफल होन क लए दगणamp को शीordfा5तशीordf छोडना

होगा म~पान आलय मासभTण cरता कठोरता कVटलता छल )पच

पर5न13दा लोभ पdर4ह आVद अनक दगण ह यVद साधक म= ऐस कोई दगण ह

तो उ13ह= एक-एक कर छोडन का )यcent करना चाVहए दगण बड हठmacr होत ह

इनक Eयागन क लए सकYप करना पडता ह यVद एक दगण छोडन म= सफलता

मल तो आEम-Xवhास बढ जाता ह और दसर दगण छोडना सरल हो जाता ह ((((दददद) ) ) ) सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका ---- आज क आथक यग म= धन सचय कW हवस बढ रह

ह इसक लए बईमानी और छल-)पच का सहारा लया जा रहा ह कारण कवल

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यह ह Oक हमार आव1यकताय= बढ गई ह श आजी Xवका क लए आव1यक ह

Oक आव1यकताय= घटाई जाय= uम और ईमानदार स कमाया हआ धन मन`य

कW आव1यक आव1यकताय= पर कर सकता ह आलसी और दबल 6यAB ह आसानी स )ा7 होन वाल धन कW इछा करत ह यVद आपकW बX और शरर

शABसZप13न ह तो आप पराय पस को Xव2ा क समान समझ=ग सबल बनो और

uम स धन कमा कर स13तोष का जीवन बताओ ४ ४ ४ ४ ---- आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम उपयB तplusmnय आयािEमक साधना कW भमका तयार करन क लए ह उ13ह=

साधना का परोT अग कह सकत ह आसन यथाथ साधना कW पहल सीढ ह

कछ आसन तो 6या याम कW aX2 स उपयोगी होत ह िजनका उYलख ऊपर Oकया

जा चका ह कछ आसन यान क लए बताय गय ह पझ स और सख

आसन म= स कोई एक अपनी सXवधा और Sच क अनसार चन लना चाVहए

उoर या पव Vदशा कW ओर मख करक उस आसन पर लगभग तीन घट अXवचल

बठन का )यास करना चाVहए उसी आसन पर यान और जप करना होगा

इसक लए थान और समय 5निlत होना चाVहए इस काय क लए एक अलग

कमरा ताल स ब13द रखना चाVहए )ातःकाल ४ बज उठ कर शौचाVद स 5नवo और पXव_ होकर आसन )ाणायाम और यान करना चाVहए आसन पर बठत ह कम स कम बीस बार )ाणायाम करना चाVहए अपन इ2दव क यान क लए कछ ोक याद कर लो )ाणायाम क बाद उनका पाठ करक भगवान का च13तन करना चाVहए ५ ५ ५ ५ ---- )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा भगवान का यान करत ह वा ससार स मन को हटा कर अ13तमखी कर लना चाVहए यह )Eयाहार ह जप इसम= सहायक होगा ॐ या ॐ नमो नारायणाय आVद Oकसी म13_ का जप

)ारZभ कर दना चाVहए १०८ म13_ कW एक माला होती ह एक या तीन माला

म13_ जपना चाVहए अधक भी हो सकता ह म13_-जाप करत ह मन भगवान क

सामन जा पहचता ह भगवान का 5नर13तर च13तन ह धारणा ह

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जप-माला भी उपयोगी ह SाT या तलसी कW माला रखना चाVहए जप क

अ5तdरB उस गल म= पहना जा सकता ह जब म= रखा जा सकता ह और सोत

समय तOकया क नीच भी डाल सकत ह Oक13त माला सदा साथ रखनी चाVहए ६ ६ ६ ६ ---- यान यान यान यान एक 5निlत आसन पर बठकर अपन इ2दव का तल धारावत च13तन ह यान

ह शरर-मन-बX क nारा भगवान क 5नकट पह च उ13ह= पीछ छोड दना समाध

ह यान क अयास कW सफलता समाध क लाभ म= 5नVहत ह समाध म= परम तoव का अपरोT अनभव होता ह याता और यय एक हो

जात ह समाध ह तरयावथा और जीव13मAB ह यह योगी कW पणावथा ह ७ ७ ७ ७ ---- 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा आयािEमक साधना कवल यान क कमर तक ह सीमत नह ह यह तो

सम4-कालक साधना ह Vह13द धम का यह एक बडा अभशाप ह Oक हम कवल

कछ बातamp को पXव_ और धामक मान बठ ह शष 6यावहाdरक जीवन धम और

आयािEमक स पर समझ लया गया ह यह बडी भल ह साधक को अपना सम4 जीवन साधनामय बनाना होता ह भगवान कW शरणाग5त का भाव 5नर13तर रहना चाVहए सारा जीवन उ13ह कW

सवा ह उ13ह कW )रणा स हर काय हो रहा ह आयािEमक साधना कW सार

सफलता उ13ह क हाथ म= ह )ाणीमा_ स )म-भाव रखना भगवान क )म का 6यावहाdरक प ह भगवान क

भBamp को सभी लोग X)य Vदखाई दत ह दसर क दोषamp को दखन क बजाय अपन

दोष दखना और उ13ह= दर करना भगवत सवा का u माग ह दनamp को दान दना रोगयamp कW सवा करना 5नरTरamp को पढाना पीडतamp कW

सहायता करना मोहा13ध भटकत लोगamp को राह Vदखाना आयािEमक साधना का

अि13तम Oक13त महEवपण अग ह कमयोग क अ13तगत इसकW मVहमा क गण गाय गय ह यVद साधना क उपयB 5नदशamp का aढतापवक पालन Oकया जाय तो जीवन म=

5नlय ह सफलता सख और मAB का लाभ होगा सभी स13त -उपदशamp का सार

यह ह

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इस Vदशा म= सतत अ4सर रहन क लए स13तamp महाEमाओ का माग-दशन लत

रहना आव1यक ह वतमान काल म= पय वा मी च13मयान13द जी क अनया5ययamp

nारा थाXपत सथा lsquoच13मय मशनrsquo आपकW सहायता क लए सदा उपलltध ह

पाqयcमपाqयcमपाqयcमपाqयcम

नननन0 पतकपतकपतकपतक )थम)थम)थम)थम बारबारबारबार

)5तVदन)5तVदन)5तVदन)5तVदन

1 जीवनजीवनजीवनजीवन यो5तयो5तयो5तयो5त 10 पपपप

2 आEमआEमआEमआEम XवकासXवकासXवकासXवकास कWकWकWकW 5नदशका5नदशका5नदशका5नदशका 10 पपपप

3 भजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दम 4 ोकोकोकोक

4 तiexclवतiexclवतiexclवतiexclव बोधबोधबोधबोध 4 पपपप

5 आEमआEमआEमआEमबोधबोधबोधबोध 3 ोकोकोकोक

6 प_प_प_प_ nाराnाराnाराnारा वदा13तवदा13तवदा13तवदा13त 10 पपपप

7 मानवमानवमानवमानव 5नमाण5नमाण5नमाण5नमाण कलाकलाकलाकला 12 पपपप

8 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण 4 ोकोकोकोक

9 यानयानयानयान औरऔरऔरऔर जीवनजीवनजीवनजीवन 1 अयायअयायअयायअयाय

10 नारदनारदनारदनारद भABभABभABभAB स_स_स_स_ 5 स_स_स_स_

11 गीतागीतागीतागीता कWकWकWकW भमकाभमकाभमकाभमका 10 पपपप

12 अव1यअव1यअव1यअव1य कर=कर=कर=कर= 10 पपपप

13 साधनासाधनासाधनासाधना पचकमपचकमपचकमपचकम 1 ोकोकोकोक

14 कनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषद 2 म_म_म_म_

15 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1-2-3 3 सससस 5 ोकोकोकोक

16 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (201 सससस 300 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

17 कठोप5नषकठोप5नषकठोप5नषकठोप5नष 2 म_म_म_म_

18 दTणाम5तदTणाम5तदTणाम5तदTणाम5त तो_मतो_मतो_मतो_म 2 म_म_म_म_

19 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 4-5-6 3 सससस 5 ोकोकोकोक

20 उपदशउपदशउपदशउपदश सारसारसारसार 2 ोकोकोकोक

42

21 ईशावायईशावायईशावायईशावाय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 3 म_म_म_म_

22 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 7-8-9 3 सससस 5 ोोोोकककक

23 मडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नष 2 म_म_म_म_

24 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 10-11 3 सससस 5 ोकोकोकोक

25 कवYयकवYयकवYयकवYय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 2 म_म_म_म_

26 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (301 सससस 583 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

27 पSषसBमपSषसBमपSषसBमपSषसBम 4 सBसBसBसB

28 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 12 3 सससस 5 ोकोकोकोक

29 तXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषद 2 म_म_म_म_

30 बनाथबनाथबनाथबनाथ-त5तत5तत5तत5त 4 ोकोकोकोक

31 गीगीगीगीताताताता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 13-14-15 3 सससस 5 ोकोकोकोक

32 ऐतरयऐतरयऐतरयऐतरय उप5न`दउप5न`दउप5न`दउप5न`द 3 म_म_म_म_

33 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 16-17 3 सससस 5 ोकोकोकोक

34 )vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद 2 म_म_म_म_

35 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 18 3 सससस 5 ोकोकोकोक

36 ईhरईhरईhरईhर-दशनदशनदशनदशन (तपोवनमतपोवनमतपोवनमतपोवनम ) एकएकएकएक अयायअयायअयायअयाय

37 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1 सससस 18 5 सससस 10 ोकोकोकोक

38 अ2ावcअ2ावcअ2ावcअ2ावc गीतागीतागीतागीता 3 ोकोकोकोक

39 मामामामाडGयडGयडGयडGय औरऔरऔरऔर काdरकाकाdरकाकाdरकाकाdरका 2 म_म_म_म_

ःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःः

43

Page 13: Swadhyayamandal

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अगल रXववार या Oकसी छी क Vदन जब खाल समय मल उस नोट-बक को

उठाकर अपनी परानी शकाओ को पढ= एक स7ाह म= आपन िजतनी शकाय= कW उन पर

Xवचार कर दख= Gया व अब भी अनodरत ह आपको यह दख कर आlय होगा अब बहत सी शकाय= 5नवo हो गयी ह एक स7ाह क अययन स आपका Iान बढा ह Oफर भी कछ )v ऐस हो सकत ह िजनका उoर आपको अभी नह मला ह उ13ह= अभी मत काट= सोमवार स अपन अययन का कायcम पनः आग बढाय= नई शकाय=

उEप13न हamp उ13ह= पनः लखत जाय= स7ाह क अ13त म= पववत उन )vamp पर Oफर Xवचार

कर= इस cम स अययन करत रहन पर पतक समा7 होन तक आप दख=ग Oक

आपको सभी )vamp का उoर मल गया ह यVद कदाचत कछ )v रह गय ह तो उनका समाधान अगल पतक म= मल जायगा अययन धीर-धीर करो कोई जYद नह ह आपक वत13_ च13तन कW

अEयधक आव1यकता ह Oकसी सा13त को बना Xवचार Oकय वीकार मत कर लो

उसकW सEयता पर Xवचार करो अपनी समझ म= आना बहत आव1यक ह तभी वदा13त

XवIान म= )वश होगा आप उसका Iान धारण कर सक= ग जीवन-यो5त पर पढ लन और उसकW पनरावXo कर लन क बा द वायाय

पाqयcम दख= और अगल पतक अययन क लए हाथ म= ल= पतकamp को cमानसार ह पढ और थोडा-थोडा करक धीर-धीर पढ= कल पाqयcम आधा घटा 5नEय पढ कर दो-तीन वष म= परा होगा )यास कर= आप इस कर सकत ह करना भी अव1य चाVहए

वावावावामी च13मयान13दमी च13मयान13दमी च13मयान13दमी च13मयान13द

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Study Group Programme

वायाय मडल का कायcमवायाय मडल का कायcमवायाय मडल का कायcमवायाय मडल का कायcम

1111---- Thrice Chanting of Om

तीन बार ॐ का दघ उचारण तीन बार ॐ का दघ उचारण तीन बार ॐ का दघ उचारण तीन बार ॐ का दघ उचारण 2222---- Peace Invocation

शाि13त पाठशाि13त पाठशाि13त पाठशाि13त पाठ

ॐ सह नाववत सह नौ भनB सह वीय करवावह तजिवनावधीतमत मा ॐ सह नाववत सह नौ भनB सह वीय करवावह तजिवनावधीतमत मा ॐ सह नाववत सह नौ भनB सह वीय करवावह तजिवनावधीतमत मा ॐ सह नाववत सह नौ भनB सह वीय करवावह तजिवनावधीतमत मा

XवVnषावहXवVnषावहXवVnषावहXवVnषावह

ॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः

ह परमाEमन आप हम गS -श`य दोनamp कW साथ-साथ सब )कार स रTा कर=

हम दोनamp का आप साथ-साथ समचत प स पालन -पोषण कर= हम दोनamp साथ-ह-साथ

सब )कार स बल )ा7 कर= हम दोनamp कW अययन कW हई Xव~ा तजपण हो - कह

परात न हamp और हम दोनamp जीवन भर परपर नह-स_ म= बध रह= हमार अ13दर परपर कभी nष न हो ह परमाEमन तीनamp तापamp कW 5नवXo हो

ॐ आwयाय13त ममाॐ आwयाय13त ममाॐ आwयाय13त ममाॐ आwयाय13त ममा गा5न वाक )ाणlTः uो_मथो बलमि13रयाण च सवाण गा5न वाक )ाणlTः uो_मथो बलमि13रयाण च सवाण गा5न वाक )ाणlTः uो_मथो बलमि13रयाण च सवाण गा5न वाक )ाणlTः uो_मथो बलमि13रयाण च सवाण

सव ौप5नषद माह 5नरासव ौप5नषद माह 5नरासव ौप5नषद माह 5नरासव ौप5नषद माह 5नराकया मामा 5नराकरोत अ5नराकरणमत अ5नराकरण कया मामा 5नराकरोत अ5नराकरणमत अ5नराकरण कया मामा 5नराकरोत अ5नराकरणमत अ5नराकरण कया मामा 5नराकरोत अ5नराकरणमत अ5नराकरण

मऽत तदाEम5न 5नरतय उप5नषEस धमात म5य स13त त म5य स13त मऽत तदाEम5न 5नरतय उप5नषEस धमात म5य स13त त म5य स13त मऽत तदाEम5न 5नरतय उप5नषEस धमात म5य स13त त म5य स13त मऽत तदाEम5न 5नरतय उप5नषEस धमात म5य स13त त म5य स13त ॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तः

ह परमाEमन मर सार अग वाणी न_ uो_ आVद सभी कमि13दया और

Iानि13रया )ाणसमह शारdरक और मानसक शAB तथा ओज - सब पX2 एव वX

को )ा7 हamp उप5नषदamp म= सवप का जो वप वणत ह उस म कभी अवीकार न क और वह भी मरा कभी पdरEयाग न कर मझ सदा अपनाय रGख मर साथ

का और क साथ मरा 5नEय सZब13ध बना रह उप5नषदamp म= िजन धम का

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)5तपादन Oकया गया ह व सार धम उप5नषदamp क एकमा_ ल-य पर परमाEमा म=

5नर13तर लग हए मझ साधक म= सदा )काशत रह= मझम= 5नEय 5नर13तर बन रह= और

मर _Xवध तापamp कW 5नवXo हो 3 Introspection The following questions are asked by Group Sewak Every body answers

mentally to himself - (1) How far am I maintaining Brahmacharya (2) Did I during this week live less passionately and less selfishly (3) Have I any bad feelings towards any member of my spiritual family -

the Chinmaya Mission (4) Am I progressing and proving to myself and others a better man a

more cheerful man each day (5) Did I meditate all the days of this week (6) How far have I developed in constant and repeated ISHWAR

SMARANA (7) Did I read every day atleast three pages of the scriptures

आEमआEमआEमआEम----5नरTण 5नरTण 5नरTण 5नरTण

मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= ---- १- म चय का पालन Oकतना करता ह

2- Gया म इस स7ाह कम उVnन और कम वाथ रहा ३- Gया च13मय मशन क अपन आयािEमक पdरवार क Oकसी सदय स मरा दभाव

ह ४- Gया म अपना Xवकास कर अ13य लोगamp क लए पहल स भला आदमी बन रहा ह और

सदा )स13न रहता ह

५- Gया म Xपछल स7ाह 5नEय यान साधना करता रहा

६- 5नर13तर ईhर मरण रखन म= मझ Oक तनी सफलता मल ह

७- Gया म 5नEय शाRamp क कम स कम तीन प पढता रहा ह

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५५५५ गSतो_मगSतो_मगSतो_मगSतो_म

अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः ११११ िजनकW कपा स सZपण चराचर जगत म= 6या7 परमाEमा का बोध हआ ह उन गSदव को

मरा )णाम ह अIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकयाअIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकयाअIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकयाअIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकया चTS13मीलत यन तम uीगरव नमःचTS13मीलत यन तम uीगरव नमःचTS13मीलत यन तम uीगरव नमःचTS13मीलत यन तम uीगरव नमः 2222

िज13हampन अIान अ13ध न_amp को Iान अजन कW शलाका स उ13मीलत कर Vदया ह उन

गSदव को मरा )णाम ह गSा गSXव णः गSगSा गSXव णः गSगSा गSXव णः गSगSा गSXव णः गS दवो महhरःदवो महhरःदवो महhरःदवो महhरः गSरव पर तम uीगरव नमः गSरव पर तम uीगरव नमः गSरव पर तम uीगरव नमः गSरव पर तम uीगरव नमः ३३३३

गS ह ा ह गS ह Xव`ण ह गS ह शकर (महhर) ह गS ह पर ह उन

गSदव को मरा )णाम ह थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम तEपद दशत यन तम uीतEपद दशत यन तम uीतEपद दशत यन तम uीतEपद दशत यन तम uीगरव नमः गरव नमः गरव नमः गरव नमः ४४४४ जड चतन व चर अचर म= जो तiexclव 6या7 ह उसका बोध िजनकW कपा स )ा7 हआ ह उन गSदव को मरा )णाम ह च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः ५५५५

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सZपण चराचर जगत म= 6या7 परम चतना का दशन िजन गSदव कW कपा स सZभव हआ ह उन गSदव को मरा )णाम ह सवu5तशरोरcentXवरािजत सवu5तशरोरcentXवरािजत सवu5तशरोरcentXवरािजत सवu5तशरोरcentXवरािजत पपपपदाZबजःदाZबजःदाZबजःदाZबजः वदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमःवदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमःवदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमःवदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमः ६६६६ िजनक चरण कमलamp म= सभी u5त रcent Xवरािजत ह और िजनक सय सaश Iानालोक स

वदा13त कमल Xवकसत होता ह उन गSदव को मरा )णाम ह चत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनःचत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनःचत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनःचत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ७७७७

जो च13मय शाhत शा13त 6योमातीत 5नरजन और ब13द नाद तथा कलाओ स भी

पर ह उन गSदव को मरा )णाम ह IानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतःIानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतःIानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतःIानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतः भABमAB )दाता च तम uीगरव नमःभABमAB )दाता च तम uीगरव नमःभABमAB )दाता च तम uीगरव नमःभABमAB )दाता च तम uीगरव नमः ८८८८

जो Iान और शAB म= अविथत ह तथा तiexclव सा13त कW माला धारण Oकय ह जो भAB और मAB दन वाल ह उन गSदव को मरा )णाम ह अनक ज13म स)ा7 कमब13धअनक ज13म स)ा7 कमब13धअनक ज13म स)ा7 कमब13धअनक ज13म स)ा7 कमब13ध XवदाVहन XवदाVहन XवदाVहन XवदाVहन आEमIान )दानन तम uीगरव नमःआEमIान )दानन तम uीगरव नमःआEमIान )दानन तम uीगरव नमःआEमIान )दानन तम uीगरव नमः ९९९९ अनक ज13मamp स कमब13धनamp म= जकड )ाणी को जो आEमIान क nारा मB करा दन म=

समथ ह उन गSदव को मरा )णाम ह

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शोषण भवस13धोl Iापण सारसपदःशोषण भवस13धोl Iापण सारसपदःशोषण भवस13धोl Iापण सारसपदःशोषण भवस13धोl Iापण सारसपदः गरोः पादोदक सZयक तम uीगगरोः पादोदक सZयक तम uीगगरोः पादोदक सZयक तम uीगगरोः पादोदक सZयक तम uीग रवनमःरवनमःरवनमःरवनमः१०१०१०१० िजनक पादोदक क पश स ससार सागर सख जाता ह और परमतiexclव का बोध हो जाता ह उन गSदव को मरा )णाम ह न गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपःन गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपःन गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपःन गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपः तEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमःतEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमःतEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमःतEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमः ११११११११ गS स अधक उच कोई तiexclव नह ह और गS कW सवा स ऊचा कोई तप नह ह

तiexclवIान स u कोई Iान नह ह ऐस गSदव को मरा )णाम ह म13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSःम13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSःम13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSःम13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSः मदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमःमदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमःमदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमःमदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमः ११११2222

मर वामी ससार क वामी ह और मर आEमा सZपण )ाणयamp कW आEमा ह िजनकW

कपा स यह Iान )ा7 होता ह उन गSदव को मरा )णाम ह गSराVदरनाVदl गSः परमदवतमगSराVदरनाVदl गSः परमदवतमगSराVदरनाVदl गSः परमदवतमगSराVदरनाVदl गSः परमदवतम गरोः परतर नाित तम uीगरव नमःगरोः परतर नाित तम uीगरव नमःगरोः परतर नाित तम uीगरव नमःगरोः परतर नाित तम uीगरव नमः १३१३१३१३

गS अनाVद और अन13त ह गS ह परम दवता ह गS स u कछ भी नह ह अतः उन

गSदव को मरा )णाम ह

Eवमव माता च Xपता EवमवEवमव माता च Xपता EवमवEवमव माता च Xपता EवमवEवमव माता च Xपता Eवमव Eवमव ब13धlसखा EवमवEवमव ब13धlसखा EवमवEवमव ब13धlसखा EवमवEवमव ब13धlसखा Eवमव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव १४१४१४१४ ह गS दव तम ह मर माता हो Xपता हो भाई हो म_ हो Xव~ा हो और धन हो ह

दवताओ क दवता तZह म र लए सब कछ हो

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६६६६ गीता यानमगीता यानमगीता यानमगीता यानम

ॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयमॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयमॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयमॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयम 6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम ----

अZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीमअZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीमअZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीमअZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीम ११११ ह मा भगवत-गीत म तZहारा 5नर 13तर अनच13तन करता ह भगवान नारायण न

अजन क )5तबोध क लए तZहार रचना वय कW थी )ाचीन म5न 6यासदव न तZह=

महाभारत क मय थाXपत Oकया तZहार अठारह अयाय ह तम Vद6य हो तZहार nारा अnतामत कW वषा होती ह और तम ससार क बधनamp स मB करन वाल हो

नमोऽतत 6यास Xवशाल ब नमोऽतत 6यास Xवशाल ब नमोऽतत 6यास Xवशाल ब नमोऽतत 6यास Xवशाल ब ---- फYलारXव13दायतप_ न_ फYलारXव13दायतप_ न_ फYलारXव13दायतप_ न_ फYलारXव13दायतप_ न_ यन Eवया भारततलपणः यन Eवया भारततलपणः यन Eवया भारततलपणः यन Eवया भारततलपणः ----

)वालतो Iानमयः )दपः )वालतो Iानमयः )दपः )वालतो Iानमयः )दपः )वालतो Iानमयः )दपः 2222

ह 6यासदव तZह= मरा )णाम ह खल हए कमल कW पखडयamp क सaश तZहार Xवशाल न_ ह तZहा रा Iान महान ह तमन महाभारत -तल (सार) स भरकर Iान का

दपक )वलत Oकया ह

)प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय )प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय )प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय )प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय Iानमाय क`णाय गीतामतदIानमाय क`णाय गीतामतदIानमाय क`णाय गीतामतदIानमाय क`णाय गीतामतद ह नमः ह नमः ह नमः ह नमः ३३३३

म उन भगवान क`ण को )णाम करता ह जो एक हाथ म= लकVट और दसर म=

Iान-मा धा रण Oकय हए ह िज13हampन (उप5नषदamp स) गीतामत का दोहन Oकया ह और

िजनकW शरण म= जान वाल कW समत कामनाय= वस ह पण होती ह जस कYपवT स

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सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत ४४४४

सZपण उप5नष गाय= ह गोपालन13दन उनक दोहन वाल ह अजन गोवEस ह गीता महान अमतमय दध ह और सधीजन उस दध का पान करन वाल ह

वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम ५५५५

म उन भगवान क`ण को )णाम करता ह जो वसदव क Vद6य प_ ह कस और

चाणर का वध करन वाल ह दवकW मा को परम आन13द )दान करन वाल ह और

समत ससार क गS ह

भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला ---- शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला अhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनाव 5त नी 5तनी 5तनी 5तनी ----

सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः ६६६६ भगवान क`ण nारा चालत गीता -Iान कW नौका म= बठकर पाडवamp न उस भयकर

रणनद को सहज पार कर लया िजसक भी`म और ोण तट थ जयथ िजसका जल

था गाधार नप नील -कमल थ िजसम= शYय जस 4ाह थ और कपाचाय िजसकW तीyen

धारा थ कण िजसकW उoाल तरग थ अhEथामा और Xवकण िजसक भयकर मगर थ

और दयpoundधन िजसकW भवर था

पाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम लोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदा

भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस ७७७७

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महाभारत का वह 5नमल कमल हम= कYयाणकार हो जो पाराशर क प_ 6यास क

वचन सरोवर म= उEप13न हआ जो गीता कW उEकट गध स पdरपण ह िजसक अनक

आयान कसर क समान ह जो भगवान क`ण कW मधर कथाओ स पdरपण ह सजन iमरamp क nारा िजसक रस का पान 5नर13तर Oकया जाता ह और जो कलयग क समत

दोषamp का शमन करन वाला ह

मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम ८८८८

िजनकW कपा स मक वाचा ल हो जात ह और पग लोग भी ऊ च पवतamp को पार कर

जात ह उन परमान13द भगवान क`ण कW हम व13दना करत ह

य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव ---- वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो ----

ययाययाययाययात न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः ९९९९

ा वSण इ13 S और मSण Vद6य तो_amp nारा िजसकW त5त करत ह

सामवद क गान वाल अग पद cम और उप5नषदamp क सVहत वदamp nारा िजसका गायन

करत ह योगीजन यान म= िथत तnत हय म न स िजसका दशन करत ह दवता और

असर गण (कोई भी) िजसक अ13त को नह जानत उस (परम पSष नारायण ) दव क

लए मरा नमकार ह ७७७७ गीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोक

8 The spiritual text ((((पाqय पतकपाqय पतकपाqय पतकपाqय पतक )))) It is to be taken stanza by stanza and commented upon by the Group Sewak

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9 Discussions ((((Xवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमय)))) The Group Sewak may act as a mediator 10 Meditation Let all members sit in their favourite pose with head erect and eyes closed The Group Sewak may chant a short Mantra lowering the pitch of voice by and by Everyone repeats the process mentally Then there is a silence Every body tries to live in that silence abandoning all sorts of ideas If any thought comes in mind one should try to become its witness (Sakshi) The whole process may take only 5 to 7 minutes

यानमयानमयानमयानम शा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरश

Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम ल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZय व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम

११११११११ यानषटकयानषटकयानषटकयानषटक मनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाह न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च 6योमभमन च 6योमभमन च 6योमभमन च 6योमभम न तजो न वायःन तजो न वायःन तजो न वायःन तजो न वायः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ११११

म न मन ह न बX ह न अहकार ह और न चo ह म न uो_ ह न िजcopyा

ह न नासका ह और न न_ ह न म आकाश ह न भम ह न अिन ह

और न वाय म चदान13द प शव ह शव ह

न च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपाय

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम 2222

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न म )ाण ह और न पचवाय न म स7धात का शरर ह और न

पचकोश न म वाक पाण पाद उपथ और न गदा ह म चदान13दप

शव ह शव ह

न म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौ

न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ३३३३

न म राग ह और न nष न म लोभ ह और न मोह न म मद ह और

न मEसर म धम अथ काम मोT भी नह ह म चदान13दप शव ह शव ह न पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःख न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः अह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBा चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ४४४४

न म पय ह और न पाप न म सख ह और न दःख न म म13_ ह

और न तीथ न म वद ह न यI म भोजन भोय और भोBा भी नह ह म

चदान13दप शव ह शव ह

न मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदः Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म न ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ५५५५

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न म मEय ह और न भय मझम= कोई जा5तभद भी नह ह न मर

माता ह और न Xपता मरा ज13म भी नह हआ ह न मरा कोई ब13ध ह न म_

न गS ह न श`य म चदान13दप शव ह शव ह

अह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपः

XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम न चान चान चान चासsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ६६६६

मर न कोई कYपना ह और न आकार म सव6यापी और इि13रयातीत

ह मरा न ब13धन ह और न मAB म Iय भी नह ह म चदान13दप शव ह शव ह

११११2222 uी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकम

6या7 जग6या7 जग6या7 जग6या7 जग~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत

5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ११११

अखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभावः परमाEमसEय वः परमाEमसEय वः परमाEमसEय वः परमाEमसEय

सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय 2222

म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः बोचबबोचबबोचबबोचब umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः

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सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ३३३३

शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः

6यापी परण मो6यापी परण मो6यापी परण मो6यापी परण मोदमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ४४४४

अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च ग गभीग गभीग गभीग गभी र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ५५५५

तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म

Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न च13Eयमानम च13Eयमानम च13Eयमानम च13Eयमानम uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ६६६६

12 Pledge We stand as one family bound to each other with love and respect We serve as an army Courageous and disciplined ever-ready to fight against all low tendencies and false values within and without us We live honestly

the noble life of sacrifice and service producing more than what we consume and giving more than what we take

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We seek the Lords Grace to keep us on the path of virtue courage and wisdom May Thy Grace and Blessings flow through us to the world around us We believe that the service of our country is the service of Lord of Lords and devotion to the people is the devotion to the Supreme Self We know our responsibilities give us the ability and courage to fulfill them

OM TAT SAT

च13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIा हमार िथ5त ह एक पdरवार क समान )म और सZमान स परपर आब हम सवा-रत ह एक सना क समान- साहसी और अनशासत - कVटब ह सघष करन को 5नZन वXo यamp और थोथ आदश क XवS िजनका जाल ह हमार अ13दर और बाहर सव_ हम जीत ह ईमानदार स Eयाग और सवा का उच जीवन उEप13न करत ह उपभोग स अधक लत ह िजतना दत ह कह अधक हम बन ह आकाTी )भ कW कपा क जो चलाव= हम= गण साहस और Iान क माग पर

आप कW कपा और आशीष ह )भो हमार मायम स बह

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Xवh म= चारamp ओर हमारा Xवhास ह Oक वदश सवा ह परमhर कW सवा ह और जनता कW भAB ह परमाEमा कW भAB ह हम समझत ह अपना दा5यEव दो योयता और साहस Oक हम परा कर= उस ॐ तEसत

13 Arati Arati is to be performed preferably by the wife of Group Sewak or by the

Group Sewak himself A few flowers and burning camphor placed in a tray are waved before the picture of the Lord and the following Mantras are chanted by all the members present -

न त_ सयpound भा5त न चतारक नमा Xव~तो भा5त कतोऽयमि13गः तमव भा13तम अनभा5त सव तय भासा सवमदXवभा5त ॐ सवषा वितभवत सवषा शाि13तभवत सवषा पण भवत सवषा मsectगल भवत ॐ सव भव13त सखनः सवस13त 5नरामयः सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत असतो मा स^मय तमसो मा यो5तगमय मEयोमाममत गमय ॐ पणमदः पणमद पणात पणमदयत पणय पणमादाय पणमवावश`यत ॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तः

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भज गोXव13दमभज गोXव13दमभज गोXव13दमभज गोXव13दम

भज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13द गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत स)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत काल न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण ११११

र मढ मन गोXव13द कW खोज कर गोXव13द का भजन कर और गोXव13द का ह

यान कर अि13तम समय आन पर 6याकरण क 5नयम तर रTा न कर सक= ग मढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णा कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम यYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाo Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम 2222

र मढ धन स4ह कW त`णा छोड द मन म= वराय लाकर सत तiexclव का

च13तन कर अपन कम फल क अनसार जो धन )ा7 हो उसी स अपन म न को स13त2

कर नारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदश a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम एत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकार मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम ३३३३ स13दर Rी क नाभदश को दखकर मोह म= मत पड यह कवल मास और मजा

का Xवकार ह अपन मन म= इस बात का बार-बार Xवचार कर नलनीदलगतनलनीदलगतनलनीदलगतनलनीदलगत जलम5ततरल जलम5ततरल जलम5ततरल जलम5ततरल तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम XवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4त लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम ४४४४

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कमल-दल क ऊपर जल कW बद अEय13त अिथर होती ह जीवन भी इसी )कार

अिथर ह इस बात को अछmacr तरह समझ ल Oक सारा ससार 6याध अभमान शोक आVद स 4सत ह

यावVnयावVnयावVnयावVnoोपाजन सBःoोपाजन सBःoोपाजन सBःoोपाजन सBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः पlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह ५५५५

जब तक धनोपाजन कW शAB ह तभी तक तZहार पdरवार क लोग तम स )म

रखत ह वावथा म= शरर जजर हो जान पर तZहार बात कोई न पछगा यावEपवनोयावEपवनोयावEपवनोयावEपवनो 5नवस5त दह 5नवस5त दह 5नवस5त दह 5नवस5त दह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह गतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापाय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय ६६६६ जब तक शरर म= )ाण ह तब तक घर म= तZहार कशल पछmacr जाती ह )ाण

5नकलन पर उसी शरर स पcentी तक भयभीत होन लगती ह बालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBः तSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBः वताविच13तासBःवताविच13तासBःवताविच13तासBःवताविच13तासBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः ७७७७

बचपन म= खलamp म= आसAB रहती ह यवावथा म= तSणी स मोह रहता ह और

वावथा म= च13ताय= आ घरती ह Oक13त पर परमाEमा स Oकसी को )म नह ह का त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ः सससससारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः

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कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः ८८८८

कौन तZहार पcentी ह कौन तZहारा प_ ह वततः ससार बडा Xवच_ ह तम

Oकस क हो कहा स आय हो ह भाई कभी इस बात का भी Xवचार करो

सEससEससEससEसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEवगEवगEवगEव 5नस5नस5नस5नसगEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम 5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः ९९९९

सEसग स अनासAB )ा7 होती ह अनासAB स मोह क ब13धन टटत ह मोह टटन पर शाhत तiexclव कW )ा57 होती ह और शाhत तiexclव पान पर जीवन -मAB का लाभ

)ा7 होता ह वयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः Tीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारो Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः १०१०१०१०

जस यवावथा बीतन पर काम -Xवकार न2 हो जाता ह और जल सख जान पर

तालाब नह रह जाता ह वस ह धन न2 होन पर पdरवार नह रह जाता और तiexclव-बोध

होन पर ससार नह रह जाता ह मा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगव हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम मायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा ११११११११

31

धन जन और यौवन क लए अभमान न करना चाVहए काल इन सब को Tण मा_ म=

न2 कर दता ह इन सब को माया का iम समझो और शीordf ह साTाEकार )ा7

करो Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः कालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः ११११2222

Vदन और रात )ातः और साय सय और गम बार -बार आत ह और चल जात

ह काल कW इस cWडा क साथ आय भी बीतती जा रह ह Oफर भी आशाओ कW आधी

स कोई नह बचता का त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता _जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका १३१३१३१३

र iाि13त म= पड मढ Rी धन आVद कW च13ता Gयamp Oकया करता ह Gया तर

ऊपर शासन करन वाला कोई नह ह तीनamp लोकamp म= कवल सEसग ह वह नौका ह जो

ज13म-मरण क सागर स तझ पार कर सकती ह जVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः प1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढो दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः १४१४१४१४

जटाधार बाल मडाय एक-एक कर सर क सब बाल खचवाय और काषायवR

धारण Oकय हए नाना वषधार स13यासी ह व आखamp स दखत हए भी अध ह व मढ

नाना )कार क वष कवल पट भरन क लए धारण करत ह

32

अsectगअsectगअsectगअsectग गलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मड दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम वो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दड तदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEया शाXपडम शाXपडम शाXपडम शाXपडम १५१५१५१५

वावथा म= शरर जजर हो गया ह सर क बाल सफद हो गय ह दात गर

गय ह छडी क सहार चलना पडता ह अथात मEय 5नकट आ गई ह Oक13त आशाओ का

ब13धन अब भी नह टटा अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः करतल करतल करतल करतल भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः १६१६१६१६

आग अिन पीछ सय और रा_ म= घटनamp म= ठो ढ लगाय रहन वाल तथा हाथ पसार

कर भीख मागन वाल और पड क नीच सोन वाल भी आशा क ब13धनamp स मB नह ह कSत गsectगकSत गsectगकSत गsectगकSत गsectग सागरगमनसागरगमनसागरगमनसागरगमन yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम IानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन १७१७१७१७

कोई भल ह गगासागर आVद तीथdeg का सवन कर yenत रख अथवा दान कर

Oक13त अIानी 6यAB सकडamp ज13मamp म= भी मAB नह )ा7 कर सकता ह यह तplusmnय सभी लोग वीकार करत ह

सरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासः शsup2याशsup2याशsup2याशsup2या भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः सवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः १८१८१८१८

33

जो लोग दवताओ क मि13दर और पडamp क नीच 5नवास करत ह बना बछौन क

जमीन पर लटत ह मगछाला पहनत ह और इस )कार सभी भोगamp का Eयाग कर दत ह

उन XवरB लोगamp को कौन सा सख )ा 7 नह ह

योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा सsectगसsectगसsectगसsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगXवहनः Xवहनः Xवहनः Xवहनः यय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चo न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव १९१९१९१९

चाह कोई योग का अयास करता हो या भोगamp म= पडा रहता हो चाह अनक लोगamp क

साथ रहता हो या अकला िजसका चo -च13तन म= मन ह वातव म= वह सखी ह

भगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीता गगगगगागागागाजल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता सकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा 2222००००

जो भगवदगीता का थोडा भी अययन करता ह गगा जल कW एक बद भी पान

करता ह और भAB-भाव स भगवान का मरण करता ह उसकW चचा यमराज भी नह

करत ह पनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरण पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम इह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार 2222११११

बार-बार ज13मना बार-बार मरना और बार-बार मा क पट म= पहचना बडा

क2कारक ह इस दःखमय ससार स पार होना बडा कVठन ह ह भगवन अपनी अपार

कपा स मरा 5नतार करो

34

रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः योगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoो रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव 22222222

जो योगी चीथड बीन कर कथर बनात और पहनत ह पय और पाप क माग को छोड

कर चलत ह िजनका चo योगायास स सयमत ह व ईhर भाव म= 5नमन रहन वाल बालकamp या उ13मo लोगamp कW तरह 5नn13n रहत ह

कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः इ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसार Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम 2222३३३३

तम कौन हो म कौन ह म कहा स आया ह कौन मर माता ह कौन मरा

Xपता ह इन )vamp पर Xवचार करो और इस असार ससार को वwन मा_ समझ कर

छोड दो Eव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः भव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eव वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम 2222४४४४

तम म= मझ म= और सभी थानamp म= क वल एक सव6यापी भगवान ह असVह`ण होकर

तम 6यथ ह मर ऊपर cोध करत हो यVद तम चाहत हो Oक तZह= ईhर )ा7 हो जाय तो तम सदा समभाव रहो

श_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ सविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमान

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सव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIा नम नम नम नम 2222५५५५

दसर लोगamp स लडन म= अथवा उनस म_ता करन म= अपनी शAB का अप6यय न

करो अपन ब13ध-बा13धवamp स राग-nष मत रखो सव_ अपन ह वप को दखो भद बX का Eयाग करो और अIान स छटकारा पाओ

काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह EयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1य5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम आEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः 2222६६६६

काम cोध लोभ और मोह को छोडकर Iानी सव_ आEमवप ह दखता ह

वह समझता ह Oक म वह ह Oक13त आEमIान रVहत मढ लोग अIान क कारण नक कW वदनाय= सहन करत ह

गय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहsup3sup3sup3sup3 यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म नय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चo दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम 2222७७७७

भगवत-गीता और Xव`ण क सहsup3 नाम गान चाVहए भगवान Xव`ण क वप का

5नर13तर यान करना चाVहए सदा सEसग म= चo लगाना चाVहए और दन लोगamp को

दान दना चाVहए सखतः सखतः सखतः सखतः Ocयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः य~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरण तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम 2222८८८८

36

पहल तो लोग सख क लए Rी भोग म= ल7 रहत ह और बाद म= शारdरक रोगamp का शकार होना पडता ह य~Xप इस ससार म= अ13ततोगEवा मEय म= ह शरण मलती

ह Oफर भी लोग पापाचरण नह छोडत

अथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEय नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम प_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः 2222९९९९

लोगamp कW अनथकार धन म= ह सदा Sच बनी रहती ह सEयता यह ह Oक उसम=

Oकि13चत मा_ भी सख नह ह धनी लोगamp को अप न प_ स भी भय रहता ह धन का

सव_ यह हाल दखा जाता ह )ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम जाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधान कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम ३०३०३०३०

बडी सावधानीपवक पहल )ाणायाम का अयास करो मन को सब ओर स

हटाकर अ13तमखी बनाओ 5नEय और अ5नEय वतओ क बीच Xववकपवक Xवचार करो

और Oफर जप करत हए समाध का अयास करो गSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः सि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादव -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम ३१३१३१३१ ह गS क चरणamp म= भABभाव रखन वालamp तम शीordf ह स सार-सागर स पार हो

जाओग तमन इि13 यamp को और मन को वश म= Oकया ह तम अपन acuteदय म= शीordf ह

भगवान का साTाEकार करोग

37

आयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अग १ १ १ १ ---- वथ शरर वथ शरर वथ शरर वथ शरर ((((अअअअ) ) ) ) सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन ---- बना वथ शरर क कोई भी लौOकक या पारलौOकक

काय करना सZभव ह नह ह इसक लए श और सािiexclवक आहार आव1यक ह

मच इमल wयाज लहसन खटाई तल मसाल हग आVद Eयाय ह बहत अधक न खाना चाVहए मताहार रोगamp स बचाता ह यान रखो भोजन वाद क

लए नह वाplusmnय क लए ह एकादशी आVद Oकसी Vदन उपवास भी कई aX2 स

उपयोगी ह ((((बबबब) ) ) ) 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम ---- वथ शरर क लए 5नEय 6यायाम भी आव1यक ह

इसक लए )ातःकाल कछ शारdरक uम करना चाVहए बगीच म= काम टहलना

तरना आसनamp का अयास आVद कछ 6यायाम ह आसन और )ाणायाम साधना

म= अधक सहायक ह ((((सससस)))) वछता वछता वछता वछता ---- वथ वाय का सवन 5नEय नान साफ कपड और रहन क

थान कW सफाई शरर को वथ और चo को )स13न रखती ह

2 2 2 2 ---- वथ मनवथ मनवथ मनवथ मन

((((अअअअ) ) ) ) वायाय वायाय वायाय वायाय ---- जस वथ शरर क लए 5नEय श और पौX2क भोजन कW

आव1यकता ह वस ह वथ मन क लए स-413थamp का 5नEय अवलोकन आव1यक ह अ13यथा मन दबल हो जाता ह और उस मानस रोग घरन लगत ह

दिl13ताय= चडचडाहट 6य4ता भय nष आVद मानसक रोगamp क लTण ह

गीता रामायण भागवत उप5नष योगवास बाइबल ज13दावता करान

_Xपटक 413थसाVहब आVद म= स Oकसी 413थ का अययन करना चाVहए

((((बबबब) ) ) ) स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त ---- य दोनamp वथ मन क लTण ह Xववक और वराय

क 6यायाम स स13तोष और शाि13त बढती ह वथ शरर और वथ मन स

आEमबल बढता ह इसी बल स आयािEमक सफलताय= )ा7 कW जाती ह ((((सससस) ) ) ) सससस----Xवचार Xवचार Xवचार Xवचार ---- स-Xवचार जीवन को सह Vदशा म= ल जात ह अस Xवचारamp

स मन`य का पतन होता ह सEसग और सuml413थamp क अवलोकन स स -Xवचार

38

aढ होत ह कसग और कच2ाय= छोडकर सEसग का आuय लो ससार म= िजतन भी महापSष हए ह और उ13हampन जब जो कछ पाया ह वह सEसग क कारण ह ३ ३ ३ ३ ---- न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो

जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए ---- ((((अअअअ) ) ) ) चय और सEय चय और सEय चय और सEय चय और सEय ---- वीय कW रTा बडी सावधानी स करनी चाVहए शरर

तर पर वीय ह ईhर ह जीवन कW यह एक बहत बडी Xवभ5त ह यह जीवन Xवचार और बX का सार ह सचत वीय ओज म= पdरव5तत होता ह और ओज आEमशAB म= हर कWमत पर सEय मधर और मत भाषण का अयास करना चाVहए

मplusmnया भाषण दबलता भय और अIान का पdरणाम ह 5नEय एक-दो घट का

मौन रहना चाVहए उस समय सकतamp का )योग भी न करना चाVहए ((((बबबब) ) ) ) सससस----गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास ---- 5नयम कW पाब13द समय का उपयोग मधर भाषण

उदारता कSणा नह स-पSषamp का आदर सहनशीलता Tमा धय स13तोष 5नरभमानता आVद स-गण ह यVद य ग ण सहज ह )ा7 न हamp तो अयास क

nारा )ा7 Oकय जा सकत ह सब गणamp का एक साथ अयास नह हो सकता Oक13त एक गण क आत ह उसक सहयोगी अनक गण वय आन लगत ह Oकसी एक गण का अयास करन का सकYप करो और 5नEय सोन क पहल

अपनी सफलताओ-असफलताओ पर Xवचार करो कछ समय म= वह अयास आदत बन जायगा और आदत वभाव ((((सससस) ) ) ) दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग ---- )ायः लोग कसग क कारण दगणamp म= पड जात ह

आयािEमक T_ म= जYद सफल होन क लए दगणamp को शीordfा5तशीordf छोडना

होगा म~पान आलय मासभTण cरता कठोरता कVटलता छल )पच

पर5न13दा लोभ पdर4ह आVद अनक दगण ह यVद साधक म= ऐस कोई दगण ह

तो उ13ह= एक-एक कर छोडन का )यcent करना चाVहए दगण बड हठmacr होत ह

इनक Eयागन क लए सकYप करना पडता ह यVद एक दगण छोडन म= सफलता

मल तो आEम-Xवhास बढ जाता ह और दसर दगण छोडना सरल हो जाता ह ((((दददद) ) ) ) सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका ---- आज क आथक यग म= धन सचय कW हवस बढ रह

ह इसक लए बईमानी और छल-)पच का सहारा लया जा रहा ह कारण कवल

39

यह ह Oक हमार आव1यकताय= बढ गई ह श आजी Xवका क लए आव1यक ह

Oक आव1यकताय= घटाई जाय= uम और ईमानदार स कमाया हआ धन मन`य

कW आव1यक आव1यकताय= पर कर सकता ह आलसी और दबल 6यAB ह आसानी स )ा7 होन वाल धन कW इछा करत ह यVद आपकW बX और शरर

शABसZप13न ह तो आप पराय पस को Xव2ा क समान समझ=ग सबल बनो और

uम स धन कमा कर स13तोष का जीवन बताओ ४ ४ ४ ४ ---- आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम उपयB तplusmnय आयािEमक साधना कW भमका तयार करन क लए ह उ13ह=

साधना का परोT अग कह सकत ह आसन यथाथ साधना कW पहल सीढ ह

कछ आसन तो 6या याम कW aX2 स उपयोगी होत ह िजनका उYलख ऊपर Oकया

जा चका ह कछ आसन यान क लए बताय गय ह पझ स और सख

आसन म= स कोई एक अपनी सXवधा और Sच क अनसार चन लना चाVहए

उoर या पव Vदशा कW ओर मख करक उस आसन पर लगभग तीन घट अXवचल

बठन का )यास करना चाVहए उसी आसन पर यान और जप करना होगा

इसक लए थान और समय 5निlत होना चाVहए इस काय क लए एक अलग

कमरा ताल स ब13द रखना चाVहए )ातःकाल ४ बज उठ कर शौचाVद स 5नवo और पXव_ होकर आसन )ाणायाम और यान करना चाVहए आसन पर बठत ह कम स कम बीस बार )ाणायाम करना चाVहए अपन इ2दव क यान क लए कछ ोक याद कर लो )ाणायाम क बाद उनका पाठ करक भगवान का च13तन करना चाVहए ५ ५ ५ ५ ---- )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा भगवान का यान करत ह वा ससार स मन को हटा कर अ13तमखी कर लना चाVहए यह )Eयाहार ह जप इसम= सहायक होगा ॐ या ॐ नमो नारायणाय आVद Oकसी म13_ का जप

)ारZभ कर दना चाVहए १०८ म13_ कW एक माला होती ह एक या तीन माला

म13_ जपना चाVहए अधक भी हो सकता ह म13_-जाप करत ह मन भगवान क

सामन जा पहचता ह भगवान का 5नर13तर च13तन ह धारणा ह

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जप-माला भी उपयोगी ह SाT या तलसी कW माला रखना चाVहए जप क

अ5तdरB उस गल म= पहना जा सकता ह जब म= रखा जा सकता ह और सोत

समय तOकया क नीच भी डाल सकत ह Oक13त माला सदा साथ रखनी चाVहए ६ ६ ६ ६ ---- यान यान यान यान एक 5निlत आसन पर बठकर अपन इ2दव का तल धारावत च13तन ह यान

ह शरर-मन-बX क nारा भगवान क 5नकट पह च उ13ह= पीछ छोड दना समाध

ह यान क अयास कW सफलता समाध क लाभ म= 5नVहत ह समाध म= परम तoव का अपरोT अनभव होता ह याता और यय एक हो

जात ह समाध ह तरयावथा और जीव13मAB ह यह योगी कW पणावथा ह ७ ७ ७ ७ ---- 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा आयािEमक साधना कवल यान क कमर तक ह सीमत नह ह यह तो

सम4-कालक साधना ह Vह13द धम का यह एक बडा अभशाप ह Oक हम कवल

कछ बातamp को पXव_ और धामक मान बठ ह शष 6यावहाdरक जीवन धम और

आयािEमक स पर समझ लया गया ह यह बडी भल ह साधक को अपना सम4 जीवन साधनामय बनाना होता ह भगवान कW शरणाग5त का भाव 5नर13तर रहना चाVहए सारा जीवन उ13ह कW

सवा ह उ13ह कW )रणा स हर काय हो रहा ह आयािEमक साधना कW सार

सफलता उ13ह क हाथ म= ह )ाणीमा_ स )म-भाव रखना भगवान क )म का 6यावहाdरक प ह भगवान क

भBamp को सभी लोग X)य Vदखाई दत ह दसर क दोषamp को दखन क बजाय अपन

दोष दखना और उ13ह= दर करना भगवत सवा का u माग ह दनamp को दान दना रोगयamp कW सवा करना 5नरTरamp को पढाना पीडतamp कW

सहायता करना मोहा13ध भटकत लोगamp को राह Vदखाना आयािEमक साधना का

अि13तम Oक13त महEवपण अग ह कमयोग क अ13तगत इसकW मVहमा क गण गाय गय ह यVद साधना क उपयB 5नदशamp का aढतापवक पालन Oकया जाय तो जीवन म=

5नlय ह सफलता सख और मAB का लाभ होगा सभी स13त -उपदशamp का सार

यह ह

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इस Vदशा म= सतत अ4सर रहन क लए स13तamp महाEमाओ का माग-दशन लत

रहना आव1यक ह वतमान काल म= पय वा मी च13मयान13द जी क अनया5ययamp

nारा थाXपत सथा lsquoच13मय मशनrsquo आपकW सहायता क लए सदा उपलltध ह

पाqयcमपाqयcमपाqयcमपाqयcम

नननन0 पतकपतकपतकपतक )थम)थम)थम)थम बारबारबारबार

)5तVदन)5तVदन)5तVदन)5तVदन

1 जीवनजीवनजीवनजीवन यो5तयो5तयो5तयो5त 10 पपपप

2 आEमआEमआEमआEम XवकासXवकासXवकासXवकास कWकWकWकW 5नदशका5नदशका5नदशका5नदशका 10 पपपप

3 भजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दम 4 ोकोकोकोक

4 तiexclवतiexclवतiexclवतiexclव बोधबोधबोधबोध 4 पपपप

5 आEमआEमआEमआEमबोधबोधबोधबोध 3 ोकोकोकोक

6 प_प_प_प_ nाराnाराnाराnारा वदा13तवदा13तवदा13तवदा13त 10 पपपप

7 मानवमानवमानवमानव 5नमाण5नमाण5नमाण5नमाण कलाकलाकलाकला 12 पपपप

8 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण 4 ोकोकोकोक

9 यानयानयानयान औरऔरऔरऔर जीवनजीवनजीवनजीवन 1 अयायअयायअयायअयाय

10 नारदनारदनारदनारद भABभABभABभAB स_स_स_स_ 5 स_स_स_स_

11 गीतागीतागीतागीता कWकWकWकW भमकाभमकाभमकाभमका 10 पपपप

12 अव1यअव1यअव1यअव1य कर=कर=कर=कर= 10 पपपप

13 साधनासाधनासाधनासाधना पचकमपचकमपचकमपचकम 1 ोकोकोकोक

14 कनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषद 2 म_म_म_म_

15 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1-2-3 3 सससस 5 ोकोकोकोक

16 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (201 सससस 300 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

17 कठोप5नषकठोप5नषकठोप5नषकठोप5नष 2 म_म_म_म_

18 दTणाम5तदTणाम5तदTणाम5तदTणाम5त तो_मतो_मतो_मतो_म 2 म_म_म_म_

19 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 4-5-6 3 सससस 5 ोकोकोकोक

20 उपदशउपदशउपदशउपदश सारसारसारसार 2 ोकोकोकोक

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21 ईशावायईशावायईशावायईशावाय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 3 म_म_म_म_

22 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 7-8-9 3 सससस 5 ोोोोकककक

23 मडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नष 2 म_म_म_म_

24 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 10-11 3 सससस 5 ोकोकोकोक

25 कवYयकवYयकवYयकवYय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 2 म_म_म_म_

26 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (301 सससस 583 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

27 पSषसBमपSषसBमपSषसBमपSषसBम 4 सBसBसBसB

28 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 12 3 सससस 5 ोकोकोकोक

29 तXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषद 2 म_म_म_म_

30 बनाथबनाथबनाथबनाथ-त5तत5तत5तत5त 4 ोकोकोकोक

31 गीगीगीगीताताताता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 13-14-15 3 सससस 5 ोकोकोकोक

32 ऐतरयऐतरयऐतरयऐतरय उप5न`दउप5न`दउप5न`दउप5न`द 3 म_म_म_म_

33 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 16-17 3 सससस 5 ोकोकोकोक

34 )vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद 2 म_म_म_म_

35 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 18 3 सससस 5 ोकोकोकोक

36 ईhरईhरईhरईhर-दशनदशनदशनदशन (तपोवनमतपोवनमतपोवनमतपोवनम ) एकएकएकएक अयायअयायअयायअयाय

37 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1 सससस 18 5 सससस 10 ोकोकोकोक

38 अ2ावcअ2ावcअ2ावcअ2ावc गीतागीतागीतागीता 3 ोकोकोकोक

39 मामामामाडGयडGयडGयडGय औरऔरऔरऔर काdरकाकाdरकाकाdरकाकाdरका 2 म_म_म_म_

ःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःः

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Page 14: Swadhyayamandal

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Study Group Programme

वायाय मडल का कायcमवायाय मडल का कायcमवायाय मडल का कायcमवायाय मडल का कायcम

1111---- Thrice Chanting of Om

तीन बार ॐ का दघ उचारण तीन बार ॐ का दघ उचारण तीन बार ॐ का दघ उचारण तीन बार ॐ का दघ उचारण 2222---- Peace Invocation

शाि13त पाठशाि13त पाठशाि13त पाठशाि13त पाठ

ॐ सह नाववत सह नौ भनB सह वीय करवावह तजिवनावधीतमत मा ॐ सह नाववत सह नौ भनB सह वीय करवावह तजिवनावधीतमत मा ॐ सह नाववत सह नौ भनB सह वीय करवावह तजिवनावधीतमत मा ॐ सह नाववत सह नौ भनB सह वीय करवावह तजिवनावधीतमत मा

XवVnषावहXवVnषावहXवVnषावहXवVnषावह

ॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः शाि13तः

ह परमाEमन आप हम गS -श`य दोनamp कW साथ-साथ सब )कार स रTा कर=

हम दोनamp का आप साथ-साथ समचत प स पालन -पोषण कर= हम दोनamp साथ-ह-साथ

सब )कार स बल )ा7 कर= हम दोनamp कW अययन कW हई Xव~ा तजपण हो - कह

परात न हamp और हम दोनamp जीवन भर परपर नह-स_ म= बध रह= हमार अ13दर परपर कभी nष न हो ह परमाEमन तीनamp तापamp कW 5नवXo हो

ॐ आwयाय13त ममाॐ आwयाय13त ममाॐ आwयाय13त ममाॐ आwयाय13त ममा गा5न वाक )ाणlTः uो_मथो बलमि13रयाण च सवाण गा5न वाक )ाणlTः uो_मथो बलमि13रयाण च सवाण गा5न वाक )ाणlTः uो_मथो बलमि13रयाण च सवाण गा5न वाक )ाणlTः uो_मथो बलमि13रयाण च सवाण

सव ौप5नषद माह 5नरासव ौप5नषद माह 5नरासव ौप5नषद माह 5नरासव ौप5नषद माह 5नराकया मामा 5नराकरोत अ5नराकरणमत अ5नराकरण कया मामा 5नराकरोत अ5नराकरणमत अ5नराकरण कया मामा 5नराकरोत अ5नराकरणमत अ5नराकरण कया मामा 5नराकरोत अ5नराकरणमत अ5नराकरण

मऽत तदाEम5न 5नरतय उप5नषEस धमात म5य स13त त म5य स13त मऽत तदाEम5न 5नरतय उप5नषEस धमात म5य स13त त म5य स13त मऽत तदाEम5न 5नरतय उप5नषEस धमात म5य स13त त म5य स13त मऽत तदाEम5न 5नरतय उप5नषEस धमात म5य स13त त म5य स13त ॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तःॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तः

ह परमाEमन मर सार अग वाणी न_ uो_ आVद सभी कमि13दया और

Iानि13रया )ाणसमह शारdरक और मानसक शAB तथा ओज - सब पX2 एव वX

को )ा7 हamp उप5नषदamp म= सवप का जो वप वणत ह उस म कभी अवीकार न क और वह भी मरा कभी पdरEयाग न कर मझ सदा अपनाय रGख मर साथ

का और क साथ मरा 5नEय सZब13ध बना रह उप5नषदamp म= िजन धम का

15

)5तपादन Oकया गया ह व सार धम उप5नषदamp क एकमा_ ल-य पर परमाEमा म=

5नर13तर लग हए मझ साधक म= सदा )काशत रह= मझम= 5नEय 5नर13तर बन रह= और

मर _Xवध तापamp कW 5नवXo हो 3 Introspection The following questions are asked by Group Sewak Every body answers

mentally to himself - (1) How far am I maintaining Brahmacharya (2) Did I during this week live less passionately and less selfishly (3) Have I any bad feelings towards any member of my spiritual family -

the Chinmaya Mission (4) Am I progressing and proving to myself and others a better man a

more cheerful man each day (5) Did I meditate all the days of this week (6) How far have I developed in constant and repeated ISHWAR

SMARANA (7) Did I read every day atleast three pages of the scriptures

आEमआEमआEमआEम----5नरTण 5नरTण 5नरTण 5नरTण

मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= ---- १- म चय का पालन Oकतना करता ह

2- Gया म इस स7ाह कम उVnन और कम वाथ रहा ३- Gया च13मय मशन क अपन आयािEमक पdरवार क Oकसी सदय स मरा दभाव

ह ४- Gया म अपना Xवकास कर अ13य लोगamp क लए पहल स भला आदमी बन रहा ह और

सदा )स13न रहता ह

५- Gया म Xपछल स7ाह 5नEय यान साधना करता रहा

६- 5नर13तर ईhर मरण रखन म= मझ Oक तनी सफलता मल ह

७- Gया म 5नEय शाRamp क कम स कम तीन प पढता रहा ह

16

५५५५ गSतो_मगSतो_मगSतो_मगSतो_म

अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः ११११ िजनकW कपा स सZपण चराचर जगत म= 6या7 परमाEमा का बोध हआ ह उन गSदव को

मरा )णाम ह अIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकयाअIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकयाअIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकयाअIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकया चTS13मीलत यन तम uीगरव नमःचTS13मीलत यन तम uीगरव नमःचTS13मीलत यन तम uीगरव नमःचTS13मीलत यन तम uीगरव नमः 2222

िज13हampन अIान अ13ध न_amp को Iान अजन कW शलाका स उ13मीलत कर Vदया ह उन

गSदव को मरा )णाम ह गSा गSXव णः गSगSा गSXव णः गSगSा गSXव णः गSगSा गSXव णः गS दवो महhरःदवो महhरःदवो महhरःदवो महhरः गSरव पर तम uीगरव नमः गSरव पर तम uीगरव नमः गSरव पर तम uीगरव नमः गSरव पर तम uीगरव नमः ३३३३

गS ह ा ह गS ह Xव`ण ह गS ह शकर (महhर) ह गS ह पर ह उन

गSदव को मरा )णाम ह थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम तEपद दशत यन तम uीतEपद दशत यन तम uीतEपद दशत यन तम uीतEपद दशत यन तम uीगरव नमः गरव नमः गरव नमः गरव नमः ४४४४ जड चतन व चर अचर म= जो तiexclव 6या7 ह उसका बोध िजनकW कपा स )ा7 हआ ह उन गSदव को मरा )णाम ह च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः ५५५५

17

सZपण चराचर जगत म= 6या7 परम चतना का दशन िजन गSदव कW कपा स सZभव हआ ह उन गSदव को मरा )णाम ह सवu5तशरोरcentXवरािजत सवu5तशरोरcentXवरािजत सवu5तशरोरcentXवरािजत सवu5तशरोरcentXवरािजत पपपपदाZबजःदाZबजःदाZबजःदाZबजः वदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमःवदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमःवदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमःवदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमः ६६६६ िजनक चरण कमलamp म= सभी u5त रcent Xवरािजत ह और िजनक सय सaश Iानालोक स

वदा13त कमल Xवकसत होता ह उन गSदव को मरा )णाम ह चत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनःचत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनःचत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनःचत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ७७७७

जो च13मय शाhत शा13त 6योमातीत 5नरजन और ब13द नाद तथा कलाओ स भी

पर ह उन गSदव को मरा )णाम ह IानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतःIानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतःIानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतःIानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतः भABमAB )दाता च तम uीगरव नमःभABमAB )दाता च तम uीगरव नमःभABमAB )दाता च तम uीगरव नमःभABमAB )दाता च तम uीगरव नमः ८८८८

जो Iान और शAB म= अविथत ह तथा तiexclव सा13त कW माला धारण Oकय ह जो भAB और मAB दन वाल ह उन गSदव को मरा )णाम ह अनक ज13म स)ा7 कमब13धअनक ज13म स)ा7 कमब13धअनक ज13म स)ा7 कमब13धअनक ज13म स)ा7 कमब13ध XवदाVहन XवदाVहन XवदाVहन XवदाVहन आEमIान )दानन तम uीगरव नमःआEमIान )दानन तम uीगरव नमःआEमIान )दानन तम uीगरव नमःआEमIान )दानन तम uीगरव नमः ९९९९ अनक ज13मamp स कमब13धनamp म= जकड )ाणी को जो आEमIान क nारा मB करा दन म=

समथ ह उन गSदव को मरा )णाम ह

18

शोषण भवस13धोl Iापण सारसपदःशोषण भवस13धोl Iापण सारसपदःशोषण भवस13धोl Iापण सारसपदःशोषण भवस13धोl Iापण सारसपदः गरोः पादोदक सZयक तम uीगगरोः पादोदक सZयक तम uीगगरोः पादोदक सZयक तम uीगगरोः पादोदक सZयक तम uीग रवनमःरवनमःरवनमःरवनमः१०१०१०१० िजनक पादोदक क पश स ससार सागर सख जाता ह और परमतiexclव का बोध हो जाता ह उन गSदव को मरा )णाम ह न गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपःन गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपःन गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपःन गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपः तEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमःतEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमःतEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमःतEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमः ११११११११ गS स अधक उच कोई तiexclव नह ह और गS कW सवा स ऊचा कोई तप नह ह

तiexclवIान स u कोई Iान नह ह ऐस गSदव को मरा )णाम ह म13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSःम13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSःम13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSःम13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSः मदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमःमदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमःमदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमःमदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमः ११११2222

मर वामी ससार क वामी ह और मर आEमा सZपण )ाणयamp कW आEमा ह िजनकW

कपा स यह Iान )ा7 होता ह उन गSदव को मरा )णाम ह गSराVदरनाVदl गSः परमदवतमगSराVदरनाVदl गSः परमदवतमगSराVदरनाVदl गSः परमदवतमगSराVदरनाVदl गSः परमदवतम गरोः परतर नाित तम uीगरव नमःगरोः परतर नाित तम uीगरव नमःगरोः परतर नाित तम uीगरव नमःगरोः परतर नाित तम uीगरव नमः १३१३१३१३

गS अनाVद और अन13त ह गS ह परम दवता ह गS स u कछ भी नह ह अतः उन

गSदव को मरा )णाम ह

Eवमव माता च Xपता EवमवEवमव माता च Xपता EवमवEवमव माता च Xपता EवमवEवमव माता च Xपता Eवमव Eवमव ब13धlसखा EवमवEवमव ब13धlसखा EवमवEवमव ब13धlसखा EवमवEवमव ब13धlसखा Eवमव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव १४१४१४१४ ह गS दव तम ह मर माता हो Xपता हो भाई हो म_ हो Xव~ा हो और धन हो ह

दवताओ क दवता तZह म र लए सब कछ हो

19

६६६६ गीता यानमगीता यानमगीता यानमगीता यानम

ॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयमॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयमॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयमॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयम 6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम ----

अZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीमअZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीमअZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीमअZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीम ११११ ह मा भगवत-गीत म तZहारा 5नर 13तर अनच13तन करता ह भगवान नारायण न

अजन क )5तबोध क लए तZहार रचना वय कW थी )ाचीन म5न 6यासदव न तZह=

महाभारत क मय थाXपत Oकया तZहार अठारह अयाय ह तम Vद6य हो तZहार nारा अnतामत कW वषा होती ह और तम ससार क बधनamp स मB करन वाल हो

नमोऽतत 6यास Xवशाल ब नमोऽतत 6यास Xवशाल ब नमोऽतत 6यास Xवशाल ब नमोऽतत 6यास Xवशाल ब ---- फYलारXव13दायतप_ न_ फYलारXव13दायतप_ न_ फYलारXव13दायतप_ न_ फYलारXव13दायतप_ न_ यन Eवया भारततलपणः यन Eवया भारततलपणः यन Eवया भारततलपणः यन Eवया भारततलपणः ----

)वालतो Iानमयः )दपः )वालतो Iानमयः )दपः )वालतो Iानमयः )दपः )वालतो Iानमयः )दपः 2222

ह 6यासदव तZह= मरा )णाम ह खल हए कमल कW पखडयamp क सaश तZहार Xवशाल न_ ह तZहा रा Iान महान ह तमन महाभारत -तल (सार) स भरकर Iान का

दपक )वलत Oकया ह

)प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय )प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय )प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय )प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय Iानमाय क`णाय गीतामतदIानमाय क`णाय गीतामतदIानमाय क`णाय गीतामतदIानमाय क`णाय गीतामतद ह नमः ह नमः ह नमः ह नमः ३३३३

म उन भगवान क`ण को )णाम करता ह जो एक हाथ म= लकVट और दसर म=

Iान-मा धा रण Oकय हए ह िज13हampन (उप5नषदamp स) गीतामत का दोहन Oकया ह और

िजनकW शरण म= जान वाल कW समत कामनाय= वस ह पण होती ह जस कYपवT स

20

सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत ४४४४

सZपण उप5नष गाय= ह गोपालन13दन उनक दोहन वाल ह अजन गोवEस ह गीता महान अमतमय दध ह और सधीजन उस दध का पान करन वाल ह

वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम ५५५५

म उन भगवान क`ण को )णाम करता ह जो वसदव क Vद6य प_ ह कस और

चाणर का वध करन वाल ह दवकW मा को परम आन13द )दान करन वाल ह और

समत ससार क गS ह

भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला ---- शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला अhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनाव 5त नी 5तनी 5तनी 5तनी ----

सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः ६६६६ भगवान क`ण nारा चालत गीता -Iान कW नौका म= बठकर पाडवamp न उस भयकर

रणनद को सहज पार कर लया िजसक भी`म और ोण तट थ जयथ िजसका जल

था गाधार नप नील -कमल थ िजसम= शYय जस 4ाह थ और कपाचाय िजसकW तीyen

धारा थ कण िजसकW उoाल तरग थ अhEथामा और Xवकण िजसक भयकर मगर थ

और दयpoundधन िजसकW भवर था

पाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम लोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदा

भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस ७७७७

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महाभारत का वह 5नमल कमल हम= कYयाणकार हो जो पाराशर क प_ 6यास क

वचन सरोवर म= उEप13न हआ जो गीता कW उEकट गध स पdरपण ह िजसक अनक

आयान कसर क समान ह जो भगवान क`ण कW मधर कथाओ स पdरपण ह सजन iमरamp क nारा िजसक रस का पान 5नर13तर Oकया जाता ह और जो कलयग क समत

दोषamp का शमन करन वाला ह

मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम ८८८८

िजनकW कपा स मक वाचा ल हो जात ह और पग लोग भी ऊ च पवतamp को पार कर

जात ह उन परमान13द भगवान क`ण कW हम व13दना करत ह

य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव ---- वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो ----

ययाययाययाययात न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः ९९९९

ा वSण इ13 S और मSण Vद6य तो_amp nारा िजसकW त5त करत ह

सामवद क गान वाल अग पद cम और उप5नषदamp क सVहत वदamp nारा िजसका गायन

करत ह योगीजन यान म= िथत तnत हय म न स िजसका दशन करत ह दवता और

असर गण (कोई भी) िजसक अ13त को नह जानत उस (परम पSष नारायण ) दव क

लए मरा नमकार ह ७७७७ गीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोक

8 The spiritual text ((((पाqय पतकपाqय पतकपाqय पतकपाqय पतक )))) It is to be taken stanza by stanza and commented upon by the Group Sewak

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9 Discussions ((((Xवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमय)))) The Group Sewak may act as a mediator 10 Meditation Let all members sit in their favourite pose with head erect and eyes closed The Group Sewak may chant a short Mantra lowering the pitch of voice by and by Everyone repeats the process mentally Then there is a silence Every body tries to live in that silence abandoning all sorts of ideas If any thought comes in mind one should try to become its witness (Sakshi) The whole process may take only 5 to 7 minutes

यानमयानमयानमयानम शा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरश

Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम ल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZय व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम

११११११११ यानषटकयानषटकयानषटकयानषटक मनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाह न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च 6योमभमन च 6योमभमन च 6योमभमन च 6योमभम न तजो न वायःन तजो न वायःन तजो न वायःन तजो न वायः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ११११

म न मन ह न बX ह न अहकार ह और न चo ह म न uो_ ह न िजcopyा

ह न नासका ह और न न_ ह न म आकाश ह न भम ह न अिन ह

और न वाय म चदान13द प शव ह शव ह

न च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपाय

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम 2222

23

न म )ाण ह और न पचवाय न म स7धात का शरर ह और न

पचकोश न म वाक पाण पाद उपथ और न गदा ह म चदान13दप

शव ह शव ह

न म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौ

न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ३३३३

न म राग ह और न nष न म लोभ ह और न मोह न म मद ह और

न मEसर म धम अथ काम मोT भी नह ह म चदान13दप शव ह शव ह न पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःख न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः अह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBा चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ४४४४

न म पय ह और न पाप न म सख ह और न दःख न म म13_ ह

और न तीथ न म वद ह न यI म भोजन भोय और भोBा भी नह ह म

चदान13दप शव ह शव ह

न मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदः Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म न ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ५५५५

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न म मEय ह और न भय मझम= कोई जा5तभद भी नह ह न मर

माता ह और न Xपता मरा ज13म भी नह हआ ह न मरा कोई ब13ध ह न म_

न गS ह न श`य म चदान13दप शव ह शव ह

अह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपः

XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम न चान चान चान चासsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ६६६६

मर न कोई कYपना ह और न आकार म सव6यापी और इि13रयातीत

ह मरा न ब13धन ह और न मAB म Iय भी नह ह म चदान13दप शव ह शव ह

११११2222 uी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकम

6या7 जग6या7 जग6या7 जग6या7 जग~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत

5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ११११

अखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभावः परमाEमसEय वः परमाEमसEय वः परमाEमसEय वः परमाEमसEय

सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय 2222

म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः बोचबबोचबबोचबबोचब umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः

25

सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ३३३३

शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः

6यापी परण मो6यापी परण मो6यापी परण मो6यापी परण मोदमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ४४४४

अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च ग गभीग गभीग गभीग गभी र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ५५५५

तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म

Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न च13Eयमानम च13Eयमानम च13Eयमानम च13Eयमानम uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ६६६६

12 Pledge We stand as one family bound to each other with love and respect We serve as an army Courageous and disciplined ever-ready to fight against all low tendencies and false values within and without us We live honestly

the noble life of sacrifice and service producing more than what we consume and giving more than what we take

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We seek the Lords Grace to keep us on the path of virtue courage and wisdom May Thy Grace and Blessings flow through us to the world around us We believe that the service of our country is the service of Lord of Lords and devotion to the people is the devotion to the Supreme Self We know our responsibilities give us the ability and courage to fulfill them

OM TAT SAT

च13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIा हमार िथ5त ह एक पdरवार क समान )म और सZमान स परपर आब हम सवा-रत ह एक सना क समान- साहसी और अनशासत - कVटब ह सघष करन को 5नZन वXo यamp और थोथ आदश क XवS िजनका जाल ह हमार अ13दर और बाहर सव_ हम जीत ह ईमानदार स Eयाग और सवा का उच जीवन उEप13न करत ह उपभोग स अधक लत ह िजतना दत ह कह अधक हम बन ह आकाTी )भ कW कपा क जो चलाव= हम= गण साहस और Iान क माग पर

आप कW कपा और आशीष ह )भो हमार मायम स बह

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Xवh म= चारamp ओर हमारा Xवhास ह Oक वदश सवा ह परमhर कW सवा ह और जनता कW भAB ह परमाEमा कW भAB ह हम समझत ह अपना दा5यEव दो योयता और साहस Oक हम परा कर= उस ॐ तEसत

13 Arati Arati is to be performed preferably by the wife of Group Sewak or by the

Group Sewak himself A few flowers and burning camphor placed in a tray are waved before the picture of the Lord and the following Mantras are chanted by all the members present -

न त_ सयpound भा5त न चतारक नमा Xव~तो भा5त कतोऽयमि13गः तमव भा13तम अनभा5त सव तय भासा सवमदXवभा5त ॐ सवषा वितभवत सवषा शाि13तभवत सवषा पण भवत सवषा मsectगल भवत ॐ सव भव13त सखनः सवस13त 5नरामयः सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत असतो मा स^मय तमसो मा यो5तगमय मEयोमाममत गमय ॐ पणमदः पणमद पणात पणमदयत पणय पणमादाय पणमवावश`यत ॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तः

28

भज गोXव13दमभज गोXव13दमभज गोXव13दमभज गोXव13दम

भज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13द गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत स)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत काल न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण ११११

र मढ मन गोXव13द कW खोज कर गोXव13द का भजन कर और गोXव13द का ह

यान कर अि13तम समय आन पर 6याकरण क 5नयम तर रTा न कर सक= ग मढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णा कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम यYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाo Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम 2222

र मढ धन स4ह कW त`णा छोड द मन म= वराय लाकर सत तiexclव का

च13तन कर अपन कम फल क अनसार जो धन )ा7 हो उसी स अपन म न को स13त2

कर नारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदश a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम एत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकार मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम ३३३३ स13दर Rी क नाभदश को दखकर मोह म= मत पड यह कवल मास और मजा

का Xवकार ह अपन मन म= इस बात का बार-बार Xवचार कर नलनीदलगतनलनीदलगतनलनीदलगतनलनीदलगत जलम5ततरल जलम5ततरल जलम5ततरल जलम5ततरल तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम XवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4त लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम ४४४४

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कमल-दल क ऊपर जल कW बद अEय13त अिथर होती ह जीवन भी इसी )कार

अिथर ह इस बात को अछmacr तरह समझ ल Oक सारा ससार 6याध अभमान शोक आVद स 4सत ह

यावVnयावVnयावVnयावVnoोपाजन सBःoोपाजन सBःoोपाजन सBःoोपाजन सBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः पlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह ५५५५

जब तक धनोपाजन कW शAB ह तभी तक तZहार पdरवार क लोग तम स )म

रखत ह वावथा म= शरर जजर हो जान पर तZहार बात कोई न पछगा यावEपवनोयावEपवनोयावEपवनोयावEपवनो 5नवस5त दह 5नवस5त दह 5नवस5त दह 5नवस5त दह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह गतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापाय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय ६६६६ जब तक शरर म= )ाण ह तब तक घर म= तZहार कशल पछmacr जाती ह )ाण

5नकलन पर उसी शरर स पcentी तक भयभीत होन लगती ह बालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBः तSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBः वताविच13तासBःवताविच13तासBःवताविच13तासBःवताविच13तासBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः ७७७७

बचपन म= खलamp म= आसAB रहती ह यवावथा म= तSणी स मोह रहता ह और

वावथा म= च13ताय= आ घरती ह Oक13त पर परमाEमा स Oकसी को )म नह ह का त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ः सससससारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः

30

कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः ८८८८

कौन तZहार पcentी ह कौन तZहारा प_ ह वततः ससार बडा Xवच_ ह तम

Oकस क हो कहा स आय हो ह भाई कभी इस बात का भी Xवचार करो

सEससEससEससEसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEवगEवगEवगEव 5नस5नस5नस5नसगEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम 5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः ९९९९

सEसग स अनासAB )ा7 होती ह अनासAB स मोह क ब13धन टटत ह मोह टटन पर शाhत तiexclव कW )ा57 होती ह और शाhत तiexclव पान पर जीवन -मAB का लाभ

)ा7 होता ह वयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः Tीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारो Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः १०१०१०१०

जस यवावथा बीतन पर काम -Xवकार न2 हो जाता ह और जल सख जान पर

तालाब नह रह जाता ह वस ह धन न2 होन पर पdरवार नह रह जाता और तiexclव-बोध

होन पर ससार नह रह जाता ह मा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगव हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम मायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा ११११११११

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धन जन और यौवन क लए अभमान न करना चाVहए काल इन सब को Tण मा_ म=

न2 कर दता ह इन सब को माया का iम समझो और शीordf ह साTाEकार )ा7

करो Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः कालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः ११११2222

Vदन और रात )ातः और साय सय और गम बार -बार आत ह और चल जात

ह काल कW इस cWडा क साथ आय भी बीतती जा रह ह Oफर भी आशाओ कW आधी

स कोई नह बचता का त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता _जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका १३१३१३१३

र iाि13त म= पड मढ Rी धन आVद कW च13ता Gयamp Oकया करता ह Gया तर

ऊपर शासन करन वाला कोई नह ह तीनamp लोकamp म= कवल सEसग ह वह नौका ह जो

ज13म-मरण क सागर स तझ पार कर सकती ह जVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः प1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढो दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः १४१४१४१४

जटाधार बाल मडाय एक-एक कर सर क सब बाल खचवाय और काषायवR

धारण Oकय हए नाना वषधार स13यासी ह व आखamp स दखत हए भी अध ह व मढ

नाना )कार क वष कवल पट भरन क लए धारण करत ह

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अsectगअsectगअsectगअsectग गलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मड दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम वो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दड तदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEया शाXपडम शाXपडम शाXपडम शाXपडम १५१५१५१५

वावथा म= शरर जजर हो गया ह सर क बाल सफद हो गय ह दात गर

गय ह छडी क सहार चलना पडता ह अथात मEय 5नकट आ गई ह Oक13त आशाओ का

ब13धन अब भी नह टटा अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः करतल करतल करतल करतल भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः १६१६१६१६

आग अिन पीछ सय और रा_ म= घटनamp म= ठो ढ लगाय रहन वाल तथा हाथ पसार

कर भीख मागन वाल और पड क नीच सोन वाल भी आशा क ब13धनamp स मB नह ह कSत गsectगकSत गsectगकSत गsectगकSत गsectग सागरगमनसागरगमनसागरगमनसागरगमन yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम IानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन १७१७१७१७

कोई भल ह गगासागर आVद तीथdeg का सवन कर yenत रख अथवा दान कर

Oक13त अIानी 6यAB सकडamp ज13मamp म= भी मAB नह )ा7 कर सकता ह यह तplusmnय सभी लोग वीकार करत ह

सरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासः शsup2याशsup2याशsup2याशsup2या भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः सवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः १८१८१८१८

33

जो लोग दवताओ क मि13दर और पडamp क नीच 5नवास करत ह बना बछौन क

जमीन पर लटत ह मगछाला पहनत ह और इस )कार सभी भोगamp का Eयाग कर दत ह

उन XवरB लोगamp को कौन सा सख )ा 7 नह ह

योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा सsectगसsectगसsectगसsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगXवहनः Xवहनः Xवहनः Xवहनः यय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चo न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव १९१९१९१९

चाह कोई योग का अयास करता हो या भोगamp म= पडा रहता हो चाह अनक लोगamp क

साथ रहता हो या अकला िजसका चo -च13तन म= मन ह वातव म= वह सखी ह

भगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीता गगगगगागागागाजल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता सकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा 2222००००

जो भगवदगीता का थोडा भी अययन करता ह गगा जल कW एक बद भी पान

करता ह और भAB-भाव स भगवान का मरण करता ह उसकW चचा यमराज भी नह

करत ह पनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरण पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम इह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार 2222११११

बार-बार ज13मना बार-बार मरना और बार-बार मा क पट म= पहचना बडा

क2कारक ह इस दःखमय ससार स पार होना बडा कVठन ह ह भगवन अपनी अपार

कपा स मरा 5नतार करो

34

रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः योगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoो रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव 22222222

जो योगी चीथड बीन कर कथर बनात और पहनत ह पय और पाप क माग को छोड

कर चलत ह िजनका चo योगायास स सयमत ह व ईhर भाव म= 5नमन रहन वाल बालकamp या उ13मo लोगamp कW तरह 5नn13n रहत ह

कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः इ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसार Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम 2222३३३३

तम कौन हो म कौन ह म कहा स आया ह कौन मर माता ह कौन मरा

Xपता ह इन )vamp पर Xवचार करो और इस असार ससार को वwन मा_ समझ कर

छोड दो Eव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः भव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eव वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम 2222४४४४

तम म= मझ म= और सभी थानamp म= क वल एक सव6यापी भगवान ह असVह`ण होकर

तम 6यथ ह मर ऊपर cोध करत हो यVद तम चाहत हो Oक तZह= ईhर )ा7 हो जाय तो तम सदा समभाव रहो

श_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ सविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमान

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सव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIा नम नम नम नम 2222५५५५

दसर लोगamp स लडन म= अथवा उनस म_ता करन म= अपनी शAB का अप6यय न

करो अपन ब13ध-बा13धवamp स राग-nष मत रखो सव_ अपन ह वप को दखो भद बX का Eयाग करो और अIान स छटकारा पाओ

काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह EयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1य5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम आEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः 2222६६६६

काम cोध लोभ और मोह को छोडकर Iानी सव_ आEमवप ह दखता ह

वह समझता ह Oक म वह ह Oक13त आEमIान रVहत मढ लोग अIान क कारण नक कW वदनाय= सहन करत ह

गय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहsup3sup3sup3sup3 यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म नय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चo दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम 2222७७७७

भगवत-गीता और Xव`ण क सहsup3 नाम गान चाVहए भगवान Xव`ण क वप का

5नर13तर यान करना चाVहए सदा सEसग म= चo लगाना चाVहए और दन लोगamp को

दान दना चाVहए सखतः सखतः सखतः सखतः Ocयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः य~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरण तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम 2222८८८८

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पहल तो लोग सख क लए Rी भोग म= ल7 रहत ह और बाद म= शारdरक रोगamp का शकार होना पडता ह य~Xप इस ससार म= अ13ततोगEवा मEय म= ह शरण मलती

ह Oफर भी लोग पापाचरण नह छोडत

अथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEय नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम प_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः 2222९९९९

लोगamp कW अनथकार धन म= ह सदा Sच बनी रहती ह सEयता यह ह Oक उसम=

Oकि13चत मा_ भी सख नह ह धनी लोगamp को अप न प_ स भी भय रहता ह धन का

सव_ यह हाल दखा जाता ह )ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम जाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधान कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम ३०३०३०३०

बडी सावधानीपवक पहल )ाणायाम का अयास करो मन को सब ओर स

हटाकर अ13तमखी बनाओ 5नEय और अ5नEय वतओ क बीच Xववकपवक Xवचार करो

और Oफर जप करत हए समाध का अयास करो गSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः सि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादव -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम ३१३१३१३१ ह गS क चरणamp म= भABभाव रखन वालamp तम शीordf ह स सार-सागर स पार हो

जाओग तमन इि13 यamp को और मन को वश म= Oकया ह तम अपन acuteदय म= शीordf ह

भगवान का साTाEकार करोग

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आयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अग १ १ १ १ ---- वथ शरर वथ शरर वथ शरर वथ शरर ((((अअअअ) ) ) ) सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन ---- बना वथ शरर क कोई भी लौOकक या पारलौOकक

काय करना सZभव ह नह ह इसक लए श और सािiexclवक आहार आव1यक ह

मच इमल wयाज लहसन खटाई तल मसाल हग आVद Eयाय ह बहत अधक न खाना चाVहए मताहार रोगamp स बचाता ह यान रखो भोजन वाद क

लए नह वाplusmnय क लए ह एकादशी आVद Oकसी Vदन उपवास भी कई aX2 स

उपयोगी ह ((((बबबब) ) ) ) 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम ---- वथ शरर क लए 5नEय 6यायाम भी आव1यक ह

इसक लए )ातःकाल कछ शारdरक uम करना चाVहए बगीच म= काम टहलना

तरना आसनamp का अयास आVद कछ 6यायाम ह आसन और )ाणायाम साधना

म= अधक सहायक ह ((((सससस)))) वछता वछता वछता वछता ---- वथ वाय का सवन 5नEय नान साफ कपड और रहन क

थान कW सफाई शरर को वथ और चo को )स13न रखती ह

2 2 2 2 ---- वथ मनवथ मनवथ मनवथ मन

((((अअअअ) ) ) ) वायाय वायाय वायाय वायाय ---- जस वथ शरर क लए 5नEय श और पौX2क भोजन कW

आव1यकता ह वस ह वथ मन क लए स-413थamp का 5नEय अवलोकन आव1यक ह अ13यथा मन दबल हो जाता ह और उस मानस रोग घरन लगत ह

दिl13ताय= चडचडाहट 6य4ता भय nष आVद मानसक रोगamp क लTण ह

गीता रामायण भागवत उप5नष योगवास बाइबल ज13दावता करान

_Xपटक 413थसाVहब आVद म= स Oकसी 413थ का अययन करना चाVहए

((((बबबब) ) ) ) स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त ---- य दोनamp वथ मन क लTण ह Xववक और वराय

क 6यायाम स स13तोष और शाि13त बढती ह वथ शरर और वथ मन स

आEमबल बढता ह इसी बल स आयािEमक सफलताय= )ा7 कW जाती ह ((((सससस) ) ) ) सससस----Xवचार Xवचार Xवचार Xवचार ---- स-Xवचार जीवन को सह Vदशा म= ल जात ह अस Xवचारamp

स मन`य का पतन होता ह सEसग और सuml413थamp क अवलोकन स स -Xवचार

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aढ होत ह कसग और कच2ाय= छोडकर सEसग का आuय लो ससार म= िजतन भी महापSष हए ह और उ13हampन जब जो कछ पाया ह वह सEसग क कारण ह ३ ३ ३ ३ ---- न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो

जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए ---- ((((अअअअ) ) ) ) चय और सEय चय और सEय चय और सEय चय और सEय ---- वीय कW रTा बडी सावधानी स करनी चाVहए शरर

तर पर वीय ह ईhर ह जीवन कW यह एक बहत बडी Xवभ5त ह यह जीवन Xवचार और बX का सार ह सचत वीय ओज म= पdरव5तत होता ह और ओज आEमशAB म= हर कWमत पर सEय मधर और मत भाषण का अयास करना चाVहए

मplusmnया भाषण दबलता भय और अIान का पdरणाम ह 5नEय एक-दो घट का

मौन रहना चाVहए उस समय सकतamp का )योग भी न करना चाVहए ((((बबबब) ) ) ) सससस----गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास ---- 5नयम कW पाब13द समय का उपयोग मधर भाषण

उदारता कSणा नह स-पSषamp का आदर सहनशीलता Tमा धय स13तोष 5नरभमानता आVद स-गण ह यVद य ग ण सहज ह )ा7 न हamp तो अयास क

nारा )ा7 Oकय जा सकत ह सब गणamp का एक साथ अयास नह हो सकता Oक13त एक गण क आत ह उसक सहयोगी अनक गण वय आन लगत ह Oकसी एक गण का अयास करन का सकYप करो और 5नEय सोन क पहल

अपनी सफलताओ-असफलताओ पर Xवचार करो कछ समय म= वह अयास आदत बन जायगा और आदत वभाव ((((सससस) ) ) ) दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग ---- )ायः लोग कसग क कारण दगणamp म= पड जात ह

आयािEमक T_ म= जYद सफल होन क लए दगणamp को शीordfा5तशीordf छोडना

होगा म~पान आलय मासभTण cरता कठोरता कVटलता छल )पच

पर5न13दा लोभ पdर4ह आVद अनक दगण ह यVद साधक म= ऐस कोई दगण ह

तो उ13ह= एक-एक कर छोडन का )यcent करना चाVहए दगण बड हठmacr होत ह

इनक Eयागन क लए सकYप करना पडता ह यVद एक दगण छोडन म= सफलता

मल तो आEम-Xवhास बढ जाता ह और दसर दगण छोडना सरल हो जाता ह ((((दददद) ) ) ) सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका ---- आज क आथक यग म= धन सचय कW हवस बढ रह

ह इसक लए बईमानी और छल-)पच का सहारा लया जा रहा ह कारण कवल

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यह ह Oक हमार आव1यकताय= बढ गई ह श आजी Xवका क लए आव1यक ह

Oक आव1यकताय= घटाई जाय= uम और ईमानदार स कमाया हआ धन मन`य

कW आव1यक आव1यकताय= पर कर सकता ह आलसी और दबल 6यAB ह आसानी स )ा7 होन वाल धन कW इछा करत ह यVद आपकW बX और शरर

शABसZप13न ह तो आप पराय पस को Xव2ा क समान समझ=ग सबल बनो और

uम स धन कमा कर स13तोष का जीवन बताओ ४ ४ ४ ४ ---- आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम उपयB तplusmnय आयािEमक साधना कW भमका तयार करन क लए ह उ13ह=

साधना का परोT अग कह सकत ह आसन यथाथ साधना कW पहल सीढ ह

कछ आसन तो 6या याम कW aX2 स उपयोगी होत ह िजनका उYलख ऊपर Oकया

जा चका ह कछ आसन यान क लए बताय गय ह पझ स और सख

आसन म= स कोई एक अपनी सXवधा और Sच क अनसार चन लना चाVहए

उoर या पव Vदशा कW ओर मख करक उस आसन पर लगभग तीन घट अXवचल

बठन का )यास करना चाVहए उसी आसन पर यान और जप करना होगा

इसक लए थान और समय 5निlत होना चाVहए इस काय क लए एक अलग

कमरा ताल स ब13द रखना चाVहए )ातःकाल ४ बज उठ कर शौचाVद स 5नवo और पXव_ होकर आसन )ाणायाम और यान करना चाVहए आसन पर बठत ह कम स कम बीस बार )ाणायाम करना चाVहए अपन इ2दव क यान क लए कछ ोक याद कर लो )ाणायाम क बाद उनका पाठ करक भगवान का च13तन करना चाVहए ५ ५ ५ ५ ---- )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा भगवान का यान करत ह वा ससार स मन को हटा कर अ13तमखी कर लना चाVहए यह )Eयाहार ह जप इसम= सहायक होगा ॐ या ॐ नमो नारायणाय आVद Oकसी म13_ का जप

)ारZभ कर दना चाVहए १०८ म13_ कW एक माला होती ह एक या तीन माला

म13_ जपना चाVहए अधक भी हो सकता ह म13_-जाप करत ह मन भगवान क

सामन जा पहचता ह भगवान का 5नर13तर च13तन ह धारणा ह

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जप-माला भी उपयोगी ह SाT या तलसी कW माला रखना चाVहए जप क

अ5तdरB उस गल म= पहना जा सकता ह जब म= रखा जा सकता ह और सोत

समय तOकया क नीच भी डाल सकत ह Oक13त माला सदा साथ रखनी चाVहए ६ ६ ६ ६ ---- यान यान यान यान एक 5निlत आसन पर बठकर अपन इ2दव का तल धारावत च13तन ह यान

ह शरर-मन-बX क nारा भगवान क 5नकट पह च उ13ह= पीछ छोड दना समाध

ह यान क अयास कW सफलता समाध क लाभ म= 5नVहत ह समाध म= परम तoव का अपरोT अनभव होता ह याता और यय एक हो

जात ह समाध ह तरयावथा और जीव13मAB ह यह योगी कW पणावथा ह ७ ७ ७ ७ ---- 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा आयािEमक साधना कवल यान क कमर तक ह सीमत नह ह यह तो

सम4-कालक साधना ह Vह13द धम का यह एक बडा अभशाप ह Oक हम कवल

कछ बातamp को पXव_ और धामक मान बठ ह शष 6यावहाdरक जीवन धम और

आयािEमक स पर समझ लया गया ह यह बडी भल ह साधक को अपना सम4 जीवन साधनामय बनाना होता ह भगवान कW शरणाग5त का भाव 5नर13तर रहना चाVहए सारा जीवन उ13ह कW

सवा ह उ13ह कW )रणा स हर काय हो रहा ह आयािEमक साधना कW सार

सफलता उ13ह क हाथ म= ह )ाणीमा_ स )म-भाव रखना भगवान क )म का 6यावहाdरक प ह भगवान क

भBamp को सभी लोग X)य Vदखाई दत ह दसर क दोषamp को दखन क बजाय अपन

दोष दखना और उ13ह= दर करना भगवत सवा का u माग ह दनamp को दान दना रोगयamp कW सवा करना 5नरTरamp को पढाना पीडतamp कW

सहायता करना मोहा13ध भटकत लोगamp को राह Vदखाना आयािEमक साधना का

अि13तम Oक13त महEवपण अग ह कमयोग क अ13तगत इसकW मVहमा क गण गाय गय ह यVद साधना क उपयB 5नदशamp का aढतापवक पालन Oकया जाय तो जीवन म=

5नlय ह सफलता सख और मAB का लाभ होगा सभी स13त -उपदशamp का सार

यह ह

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इस Vदशा म= सतत अ4सर रहन क लए स13तamp महाEमाओ का माग-दशन लत

रहना आव1यक ह वतमान काल म= पय वा मी च13मयान13द जी क अनया5ययamp

nारा थाXपत सथा lsquoच13मय मशनrsquo आपकW सहायता क लए सदा उपलltध ह

पाqयcमपाqयcमपाqयcमपाqयcम

नननन0 पतकपतकपतकपतक )थम)थम)थम)थम बारबारबारबार

)5तVदन)5तVदन)5तVदन)5तVदन

1 जीवनजीवनजीवनजीवन यो5तयो5तयो5तयो5त 10 पपपप

2 आEमआEमआEमआEम XवकासXवकासXवकासXवकास कWकWकWकW 5नदशका5नदशका5नदशका5नदशका 10 पपपप

3 भजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दम 4 ोकोकोकोक

4 तiexclवतiexclवतiexclवतiexclव बोधबोधबोधबोध 4 पपपप

5 आEमआEमआEमआEमबोधबोधबोधबोध 3 ोकोकोकोक

6 प_प_प_प_ nाराnाराnाराnारा वदा13तवदा13तवदा13तवदा13त 10 पपपप

7 मानवमानवमानवमानव 5नमाण5नमाण5नमाण5नमाण कलाकलाकलाकला 12 पपपप

8 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण 4 ोकोकोकोक

9 यानयानयानयान औरऔरऔरऔर जीवनजीवनजीवनजीवन 1 अयायअयायअयायअयाय

10 नारदनारदनारदनारद भABभABभABभAB स_स_स_स_ 5 स_स_स_स_

11 गीतागीतागीतागीता कWकWकWकW भमकाभमकाभमकाभमका 10 पपपप

12 अव1यअव1यअव1यअव1य कर=कर=कर=कर= 10 पपपप

13 साधनासाधनासाधनासाधना पचकमपचकमपचकमपचकम 1 ोकोकोकोक

14 कनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषद 2 म_म_म_म_

15 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1-2-3 3 सससस 5 ोकोकोकोक

16 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (201 सससस 300 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

17 कठोप5नषकठोप5नषकठोप5नषकठोप5नष 2 म_म_म_म_

18 दTणाम5तदTणाम5तदTणाम5तदTणाम5त तो_मतो_मतो_मतो_म 2 म_म_म_म_

19 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 4-5-6 3 सससस 5 ोकोकोकोक

20 उपदशउपदशउपदशउपदश सारसारसारसार 2 ोकोकोकोक

42

21 ईशावायईशावायईशावायईशावाय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 3 म_म_म_म_

22 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 7-8-9 3 सससस 5 ोोोोकककक

23 मडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नष 2 म_म_म_म_

24 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 10-11 3 सससस 5 ोकोकोकोक

25 कवYयकवYयकवYयकवYय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 2 म_म_म_म_

26 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (301 सससस 583 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

27 पSषसBमपSषसBमपSषसBमपSषसBम 4 सBसBसBसB

28 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 12 3 सससस 5 ोकोकोकोक

29 तXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषद 2 म_म_म_म_

30 बनाथबनाथबनाथबनाथ-त5तत5तत5तत5त 4 ोकोकोकोक

31 गीगीगीगीताताताता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 13-14-15 3 सससस 5 ोकोकोकोक

32 ऐतरयऐतरयऐतरयऐतरय उप5न`दउप5न`दउप5न`दउप5न`द 3 म_म_म_म_

33 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 16-17 3 सससस 5 ोकोकोकोक

34 )vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद 2 म_म_म_म_

35 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 18 3 सससस 5 ोकोकोकोक

36 ईhरईhरईhरईhर-दशनदशनदशनदशन (तपोवनमतपोवनमतपोवनमतपोवनम ) एकएकएकएक अयायअयायअयायअयाय

37 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1 सससस 18 5 सससस 10 ोकोकोकोक

38 अ2ावcअ2ावcअ2ावcअ2ावc गीतागीतागीतागीता 3 ोकोकोकोक

39 मामामामाडGयडGयडGयडGय औरऔरऔरऔर काdरकाकाdरकाकाdरकाकाdरका 2 म_म_म_म_

ःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःः

43

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15

)5तपादन Oकया गया ह व सार धम उप5नषदamp क एकमा_ ल-य पर परमाEमा म=

5नर13तर लग हए मझ साधक म= सदा )काशत रह= मझम= 5नEय 5नर13तर बन रह= और

मर _Xवध तापamp कW 5नवXo हो 3 Introspection The following questions are asked by Group Sewak Every body answers

mentally to himself - (1) How far am I maintaining Brahmacharya (2) Did I during this week live less passionately and less selfishly (3) Have I any bad feelings towards any member of my spiritual family -

the Chinmaya Mission (4) Am I progressing and proving to myself and others a better man a

more cheerful man each day (5) Did I meditate all the days of this week (6) How far have I developed in constant and repeated ISHWAR

SMARANA (7) Did I read every day atleast three pages of the scriptures

आEमआEमआEमआEम----5नरTण 5नरTण 5नरTण 5नरTण

मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= मडल सवक नीच लख )v पछ और )Eयक 6यAB अपन मन म= उनका उoर द= ---- १- म चय का पालन Oकतना करता ह

2- Gया म इस स7ाह कम उVnन और कम वाथ रहा ३- Gया च13मय मशन क अपन आयािEमक पdरवार क Oकसी सदय स मरा दभाव

ह ४- Gया म अपना Xवकास कर अ13य लोगamp क लए पहल स भला आदमी बन रहा ह और

सदा )स13न रहता ह

५- Gया म Xपछल स7ाह 5नEय यान साधना करता रहा

६- 5नर13तर ईhर मरण रखन म= मझ Oक तनी सफलता मल ह

७- Gया म 5नEय शाRamp क कम स कम तीन प पढता रहा ह

16

५५५५ गSतो_मगSतो_मगSतो_मगSतो_म

अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः ११११ िजनकW कपा स सZपण चराचर जगत म= 6या7 परमाEमा का बोध हआ ह उन गSदव को

मरा )णाम ह अIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकयाअIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकयाअIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकयाअIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकया चTS13मीलत यन तम uीगरव नमःचTS13मीलत यन तम uीगरव नमःचTS13मीलत यन तम uीगरव नमःचTS13मीलत यन तम uीगरव नमः 2222

िज13हampन अIान अ13ध न_amp को Iान अजन कW शलाका स उ13मीलत कर Vदया ह उन

गSदव को मरा )णाम ह गSा गSXव णः गSगSा गSXव णः गSगSा गSXव णः गSगSा गSXव णः गS दवो महhरःदवो महhरःदवो महhरःदवो महhरः गSरव पर तम uीगरव नमः गSरव पर तम uीगरव नमः गSरव पर तम uीगरव नमः गSरव पर तम uीगरव नमः ३३३३

गS ह ा ह गS ह Xव`ण ह गS ह शकर (महhर) ह गS ह पर ह उन

गSदव को मरा )णाम ह थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम तEपद दशत यन तम uीतEपद दशत यन तम uीतEपद दशत यन तम uीतEपद दशत यन तम uीगरव नमः गरव नमः गरव नमः गरव नमः ४४४४ जड चतन व चर अचर म= जो तiexclव 6या7 ह उसका बोध िजनकW कपा स )ा7 हआ ह उन गSदव को मरा )णाम ह च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः ५५५५

17

सZपण चराचर जगत म= 6या7 परम चतना का दशन िजन गSदव कW कपा स सZभव हआ ह उन गSदव को मरा )णाम ह सवu5तशरोरcentXवरािजत सवu5तशरोरcentXवरािजत सवu5तशरोरcentXवरािजत सवu5तशरोरcentXवरािजत पपपपदाZबजःदाZबजःदाZबजःदाZबजः वदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमःवदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमःवदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमःवदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमः ६६६६ िजनक चरण कमलamp म= सभी u5त रcent Xवरािजत ह और िजनक सय सaश Iानालोक स

वदा13त कमल Xवकसत होता ह उन गSदव को मरा )णाम ह चत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनःचत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनःचत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनःचत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ७७७७

जो च13मय शाhत शा13त 6योमातीत 5नरजन और ब13द नाद तथा कलाओ स भी

पर ह उन गSदव को मरा )णाम ह IानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतःIानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतःIानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतःIानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतः भABमAB )दाता च तम uीगरव नमःभABमAB )दाता च तम uीगरव नमःभABमAB )दाता च तम uीगरव नमःभABमAB )दाता च तम uीगरव नमः ८८८८

जो Iान और शAB म= अविथत ह तथा तiexclव सा13त कW माला धारण Oकय ह जो भAB और मAB दन वाल ह उन गSदव को मरा )णाम ह अनक ज13म स)ा7 कमब13धअनक ज13म स)ा7 कमब13धअनक ज13म स)ा7 कमब13धअनक ज13म स)ा7 कमब13ध XवदाVहन XवदाVहन XवदाVहन XवदाVहन आEमIान )दानन तम uीगरव नमःआEमIान )दानन तम uीगरव नमःआEमIान )दानन तम uीगरव नमःआEमIान )दानन तम uीगरव नमः ९९९९ अनक ज13मamp स कमब13धनamp म= जकड )ाणी को जो आEमIान क nारा मB करा दन म=

समथ ह उन गSदव को मरा )णाम ह

18

शोषण भवस13धोl Iापण सारसपदःशोषण भवस13धोl Iापण सारसपदःशोषण भवस13धोl Iापण सारसपदःशोषण भवस13धोl Iापण सारसपदः गरोः पादोदक सZयक तम uीगगरोः पादोदक सZयक तम uीगगरोः पादोदक सZयक तम uीगगरोः पादोदक सZयक तम uीग रवनमःरवनमःरवनमःरवनमः१०१०१०१० िजनक पादोदक क पश स ससार सागर सख जाता ह और परमतiexclव का बोध हो जाता ह उन गSदव को मरा )णाम ह न गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपःन गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपःन गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपःन गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपः तEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमःतEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमःतEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमःतEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमः ११११११११ गS स अधक उच कोई तiexclव नह ह और गS कW सवा स ऊचा कोई तप नह ह

तiexclवIान स u कोई Iान नह ह ऐस गSदव को मरा )णाम ह म13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSःम13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSःम13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSःम13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSः मदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमःमदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमःमदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमःमदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमः ११११2222

मर वामी ससार क वामी ह और मर आEमा सZपण )ाणयamp कW आEमा ह िजनकW

कपा स यह Iान )ा7 होता ह उन गSदव को मरा )णाम ह गSराVदरनाVदl गSः परमदवतमगSराVदरनाVदl गSः परमदवतमगSराVदरनाVदl गSः परमदवतमगSराVदरनाVदl गSः परमदवतम गरोः परतर नाित तम uीगरव नमःगरोः परतर नाित तम uीगरव नमःगरोः परतर नाित तम uीगरव नमःगरोः परतर नाित तम uीगरव नमः १३१३१३१३

गS अनाVद और अन13त ह गS ह परम दवता ह गS स u कछ भी नह ह अतः उन

गSदव को मरा )णाम ह

Eवमव माता च Xपता EवमवEवमव माता च Xपता EवमवEवमव माता च Xपता EवमवEवमव माता च Xपता Eवमव Eवमव ब13धlसखा EवमवEवमव ब13धlसखा EवमवEवमव ब13धlसखा EवमवEवमव ब13धlसखा Eवमव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव १४१४१४१४ ह गS दव तम ह मर माता हो Xपता हो भाई हो म_ हो Xव~ा हो और धन हो ह

दवताओ क दवता तZह म र लए सब कछ हो

19

६६६६ गीता यानमगीता यानमगीता यानमगीता यानम

ॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयमॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयमॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयमॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयम 6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम ----

अZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीमअZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीमअZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीमअZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीम ११११ ह मा भगवत-गीत म तZहारा 5नर 13तर अनच13तन करता ह भगवान नारायण न

अजन क )5तबोध क लए तZहार रचना वय कW थी )ाचीन म5न 6यासदव न तZह=

महाभारत क मय थाXपत Oकया तZहार अठारह अयाय ह तम Vद6य हो तZहार nारा अnतामत कW वषा होती ह और तम ससार क बधनamp स मB करन वाल हो

नमोऽतत 6यास Xवशाल ब नमोऽतत 6यास Xवशाल ब नमोऽतत 6यास Xवशाल ब नमोऽतत 6यास Xवशाल ब ---- फYलारXव13दायतप_ न_ फYलारXव13दायतप_ न_ फYलारXव13दायतप_ न_ फYलारXव13दायतप_ न_ यन Eवया भारततलपणः यन Eवया भारततलपणः यन Eवया भारततलपणः यन Eवया भारततलपणः ----

)वालतो Iानमयः )दपः )वालतो Iानमयः )दपः )वालतो Iानमयः )दपः )वालतो Iानमयः )दपः 2222

ह 6यासदव तZह= मरा )णाम ह खल हए कमल कW पखडयamp क सaश तZहार Xवशाल न_ ह तZहा रा Iान महान ह तमन महाभारत -तल (सार) स भरकर Iान का

दपक )वलत Oकया ह

)प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय )प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय )प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय )प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय Iानमाय क`णाय गीतामतदIानमाय क`णाय गीतामतदIानमाय क`णाय गीतामतदIानमाय क`णाय गीतामतद ह नमः ह नमः ह नमः ह नमः ३३३३

म उन भगवान क`ण को )णाम करता ह जो एक हाथ म= लकVट और दसर म=

Iान-मा धा रण Oकय हए ह िज13हampन (उप5नषदamp स) गीतामत का दोहन Oकया ह और

िजनकW शरण म= जान वाल कW समत कामनाय= वस ह पण होती ह जस कYपवT स

20

सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत ४४४४

सZपण उप5नष गाय= ह गोपालन13दन उनक दोहन वाल ह अजन गोवEस ह गीता महान अमतमय दध ह और सधीजन उस दध का पान करन वाल ह

वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम ५५५५

म उन भगवान क`ण को )णाम करता ह जो वसदव क Vद6य प_ ह कस और

चाणर का वध करन वाल ह दवकW मा को परम आन13द )दान करन वाल ह और

समत ससार क गS ह

भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला ---- शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला अhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनाव 5त नी 5तनी 5तनी 5तनी ----

सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः ६६६६ भगवान क`ण nारा चालत गीता -Iान कW नौका म= बठकर पाडवamp न उस भयकर

रणनद को सहज पार कर लया िजसक भी`म और ोण तट थ जयथ िजसका जल

था गाधार नप नील -कमल थ िजसम= शYय जस 4ाह थ और कपाचाय िजसकW तीyen

धारा थ कण िजसकW उoाल तरग थ अhEथामा और Xवकण िजसक भयकर मगर थ

और दयpoundधन िजसकW भवर था

पाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम लोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदा

भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस ७७७७

21

महाभारत का वह 5नमल कमल हम= कYयाणकार हो जो पाराशर क प_ 6यास क

वचन सरोवर म= उEप13न हआ जो गीता कW उEकट गध स पdरपण ह िजसक अनक

आयान कसर क समान ह जो भगवान क`ण कW मधर कथाओ स पdरपण ह सजन iमरamp क nारा िजसक रस का पान 5नर13तर Oकया जाता ह और जो कलयग क समत

दोषamp का शमन करन वाला ह

मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम ८८८८

िजनकW कपा स मक वाचा ल हो जात ह और पग लोग भी ऊ च पवतamp को पार कर

जात ह उन परमान13द भगवान क`ण कW हम व13दना करत ह

य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव ---- वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो ----

ययाययाययाययात न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः ९९९९

ा वSण इ13 S और मSण Vद6य तो_amp nारा िजसकW त5त करत ह

सामवद क गान वाल अग पद cम और उप5नषदamp क सVहत वदamp nारा िजसका गायन

करत ह योगीजन यान म= िथत तnत हय म न स िजसका दशन करत ह दवता और

असर गण (कोई भी) िजसक अ13त को नह जानत उस (परम पSष नारायण ) दव क

लए मरा नमकार ह ७७७७ गीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोक

8 The spiritual text ((((पाqय पतकपाqय पतकपाqय पतकपाqय पतक )))) It is to be taken stanza by stanza and commented upon by the Group Sewak

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9 Discussions ((((Xवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमय)))) The Group Sewak may act as a mediator 10 Meditation Let all members sit in their favourite pose with head erect and eyes closed The Group Sewak may chant a short Mantra lowering the pitch of voice by and by Everyone repeats the process mentally Then there is a silence Every body tries to live in that silence abandoning all sorts of ideas If any thought comes in mind one should try to become its witness (Sakshi) The whole process may take only 5 to 7 minutes

यानमयानमयानमयानम शा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरश

Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम ल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZय व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम

११११११११ यानषटकयानषटकयानषटकयानषटक मनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाह न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च 6योमभमन च 6योमभमन च 6योमभमन च 6योमभम न तजो न वायःन तजो न वायःन तजो न वायःन तजो न वायः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ११११

म न मन ह न बX ह न अहकार ह और न चo ह म न uो_ ह न िजcopyा

ह न नासका ह और न न_ ह न म आकाश ह न भम ह न अिन ह

और न वाय म चदान13द प शव ह शव ह

न च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपाय

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम 2222

23

न म )ाण ह और न पचवाय न म स7धात का शरर ह और न

पचकोश न म वाक पाण पाद उपथ और न गदा ह म चदान13दप

शव ह शव ह

न म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौ

न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ३३३३

न म राग ह और न nष न म लोभ ह और न मोह न म मद ह और

न मEसर म धम अथ काम मोT भी नह ह म चदान13दप शव ह शव ह न पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःख न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः अह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBा चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ४४४४

न म पय ह और न पाप न म सख ह और न दःख न म म13_ ह

और न तीथ न म वद ह न यI म भोजन भोय और भोBा भी नह ह म

चदान13दप शव ह शव ह

न मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदः Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म न ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ५५५५

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न म मEय ह और न भय मझम= कोई जा5तभद भी नह ह न मर

माता ह और न Xपता मरा ज13म भी नह हआ ह न मरा कोई ब13ध ह न म_

न गS ह न श`य म चदान13दप शव ह शव ह

अह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपः

XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम न चान चान चान चासsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ६६६६

मर न कोई कYपना ह और न आकार म सव6यापी और इि13रयातीत

ह मरा न ब13धन ह और न मAB म Iय भी नह ह म चदान13दप शव ह शव ह

११११2222 uी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकम

6या7 जग6या7 जग6या7 जग6या7 जग~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत

5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ११११

अखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभावः परमाEमसEय वः परमाEमसEय वः परमाEमसEय वः परमाEमसEय

सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय 2222

म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः बोचबबोचबबोचबबोचब umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः

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सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ३३३३

शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः

6यापी परण मो6यापी परण मो6यापी परण मो6यापी परण मोदमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ४४४४

अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च ग गभीग गभीग गभीग गभी र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ५५५५

तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म

Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न च13Eयमानम च13Eयमानम च13Eयमानम च13Eयमानम uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ६६६६

12 Pledge We stand as one family bound to each other with love and respect We serve as an army Courageous and disciplined ever-ready to fight against all low tendencies and false values within and without us We live honestly

the noble life of sacrifice and service producing more than what we consume and giving more than what we take

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We seek the Lords Grace to keep us on the path of virtue courage and wisdom May Thy Grace and Blessings flow through us to the world around us We believe that the service of our country is the service of Lord of Lords and devotion to the people is the devotion to the Supreme Self We know our responsibilities give us the ability and courage to fulfill them

OM TAT SAT

च13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIा हमार िथ5त ह एक पdरवार क समान )म और सZमान स परपर आब हम सवा-रत ह एक सना क समान- साहसी और अनशासत - कVटब ह सघष करन को 5नZन वXo यamp और थोथ आदश क XवS िजनका जाल ह हमार अ13दर और बाहर सव_ हम जीत ह ईमानदार स Eयाग और सवा का उच जीवन उEप13न करत ह उपभोग स अधक लत ह िजतना दत ह कह अधक हम बन ह आकाTी )भ कW कपा क जो चलाव= हम= गण साहस और Iान क माग पर

आप कW कपा और आशीष ह )भो हमार मायम स बह

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Xवh म= चारamp ओर हमारा Xवhास ह Oक वदश सवा ह परमhर कW सवा ह और जनता कW भAB ह परमाEमा कW भAB ह हम समझत ह अपना दा5यEव दो योयता और साहस Oक हम परा कर= उस ॐ तEसत

13 Arati Arati is to be performed preferably by the wife of Group Sewak or by the

Group Sewak himself A few flowers and burning camphor placed in a tray are waved before the picture of the Lord and the following Mantras are chanted by all the members present -

न त_ सयpound भा5त न चतारक नमा Xव~तो भा5त कतोऽयमि13गः तमव भा13तम अनभा5त सव तय भासा सवमदXवभा5त ॐ सवषा वितभवत सवषा शाि13तभवत सवषा पण भवत सवषा मsectगल भवत ॐ सव भव13त सखनः सवस13त 5नरामयः सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत असतो मा स^मय तमसो मा यो5तगमय मEयोमाममत गमय ॐ पणमदः पणमद पणात पणमदयत पणय पणमादाय पणमवावश`यत ॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तः

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भज गोXव13दमभज गोXव13दमभज गोXव13दमभज गोXव13दम

भज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13द गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत स)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत काल न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण ११११

र मढ मन गोXव13द कW खोज कर गोXव13द का भजन कर और गोXव13द का ह

यान कर अि13तम समय आन पर 6याकरण क 5नयम तर रTा न कर सक= ग मढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णा कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम यYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाo Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम 2222

र मढ धन स4ह कW त`णा छोड द मन म= वराय लाकर सत तiexclव का

च13तन कर अपन कम फल क अनसार जो धन )ा7 हो उसी स अपन म न को स13त2

कर नारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदश a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम एत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकार मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम ३३३३ स13दर Rी क नाभदश को दखकर मोह म= मत पड यह कवल मास और मजा

का Xवकार ह अपन मन म= इस बात का बार-बार Xवचार कर नलनीदलगतनलनीदलगतनलनीदलगतनलनीदलगत जलम5ततरल जलम5ततरल जलम5ततरल जलम5ततरल तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम XवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4त लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम ४४४४

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कमल-दल क ऊपर जल कW बद अEय13त अिथर होती ह जीवन भी इसी )कार

अिथर ह इस बात को अछmacr तरह समझ ल Oक सारा ससार 6याध अभमान शोक आVद स 4सत ह

यावVnयावVnयावVnयावVnoोपाजन सBःoोपाजन सBःoोपाजन सBःoोपाजन सBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः पlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह ५५५५

जब तक धनोपाजन कW शAB ह तभी तक तZहार पdरवार क लोग तम स )म

रखत ह वावथा म= शरर जजर हो जान पर तZहार बात कोई न पछगा यावEपवनोयावEपवनोयावEपवनोयावEपवनो 5नवस5त दह 5नवस5त दह 5नवस5त दह 5नवस5त दह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह गतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापाय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय ६६६६ जब तक शरर म= )ाण ह तब तक घर म= तZहार कशल पछmacr जाती ह )ाण

5नकलन पर उसी शरर स पcentी तक भयभीत होन लगती ह बालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBः तSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBः वताविच13तासBःवताविच13तासBःवताविच13तासBःवताविच13तासBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः ७७७७

बचपन म= खलamp म= आसAB रहती ह यवावथा म= तSणी स मोह रहता ह और

वावथा म= च13ताय= आ घरती ह Oक13त पर परमाEमा स Oकसी को )म नह ह का त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ः सससससारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः

30

कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः ८८८८

कौन तZहार पcentी ह कौन तZहारा प_ ह वततः ससार बडा Xवच_ ह तम

Oकस क हो कहा स आय हो ह भाई कभी इस बात का भी Xवचार करो

सEससEससEससEसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEवगEवगEवगEव 5नस5नस5नस5नसगEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम 5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः ९९९९

सEसग स अनासAB )ा7 होती ह अनासAB स मोह क ब13धन टटत ह मोह टटन पर शाhत तiexclव कW )ा57 होती ह और शाhत तiexclव पान पर जीवन -मAB का लाभ

)ा7 होता ह वयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः Tीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारो Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः १०१०१०१०

जस यवावथा बीतन पर काम -Xवकार न2 हो जाता ह और जल सख जान पर

तालाब नह रह जाता ह वस ह धन न2 होन पर पdरवार नह रह जाता और तiexclव-बोध

होन पर ससार नह रह जाता ह मा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगव हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम मायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा ११११११११

31

धन जन और यौवन क लए अभमान न करना चाVहए काल इन सब को Tण मा_ म=

न2 कर दता ह इन सब को माया का iम समझो और शीordf ह साTाEकार )ा7

करो Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः कालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः ११११2222

Vदन और रात )ातः और साय सय और गम बार -बार आत ह और चल जात

ह काल कW इस cWडा क साथ आय भी बीतती जा रह ह Oफर भी आशाओ कW आधी

स कोई नह बचता का त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता _जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका १३१३१३१३

र iाि13त म= पड मढ Rी धन आVद कW च13ता Gयamp Oकया करता ह Gया तर

ऊपर शासन करन वाला कोई नह ह तीनamp लोकamp म= कवल सEसग ह वह नौका ह जो

ज13म-मरण क सागर स तझ पार कर सकती ह जVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः प1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढो दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः १४१४१४१४

जटाधार बाल मडाय एक-एक कर सर क सब बाल खचवाय और काषायवR

धारण Oकय हए नाना वषधार स13यासी ह व आखamp स दखत हए भी अध ह व मढ

नाना )कार क वष कवल पट भरन क लए धारण करत ह

32

अsectगअsectगअsectगअsectग गलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मड दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम वो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दड तदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEया शाXपडम शाXपडम शाXपडम शाXपडम १५१५१५१५

वावथा म= शरर जजर हो गया ह सर क बाल सफद हो गय ह दात गर

गय ह छडी क सहार चलना पडता ह अथात मEय 5नकट आ गई ह Oक13त आशाओ का

ब13धन अब भी नह टटा अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः करतल करतल करतल करतल भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः १६१६१६१६

आग अिन पीछ सय और रा_ म= घटनamp म= ठो ढ लगाय रहन वाल तथा हाथ पसार

कर भीख मागन वाल और पड क नीच सोन वाल भी आशा क ब13धनamp स मB नह ह कSत गsectगकSत गsectगकSत गsectगकSत गsectग सागरगमनसागरगमनसागरगमनसागरगमन yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम IानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन १७१७१७१७

कोई भल ह गगासागर आVद तीथdeg का सवन कर yenत रख अथवा दान कर

Oक13त अIानी 6यAB सकडamp ज13मamp म= भी मAB नह )ा7 कर सकता ह यह तplusmnय सभी लोग वीकार करत ह

सरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासः शsup2याशsup2याशsup2याशsup2या भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः सवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः १८१८१८१८

33

जो लोग दवताओ क मि13दर और पडamp क नीच 5नवास करत ह बना बछौन क

जमीन पर लटत ह मगछाला पहनत ह और इस )कार सभी भोगamp का Eयाग कर दत ह

उन XवरB लोगamp को कौन सा सख )ा 7 नह ह

योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा सsectगसsectगसsectगसsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगXवहनः Xवहनः Xवहनः Xवहनः यय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चo न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव १९१९१९१९

चाह कोई योग का अयास करता हो या भोगamp म= पडा रहता हो चाह अनक लोगamp क

साथ रहता हो या अकला िजसका चo -च13तन म= मन ह वातव म= वह सखी ह

भगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीता गगगगगागागागाजल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता सकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा 2222००००

जो भगवदगीता का थोडा भी अययन करता ह गगा जल कW एक बद भी पान

करता ह और भAB-भाव स भगवान का मरण करता ह उसकW चचा यमराज भी नह

करत ह पनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरण पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम इह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार 2222११११

बार-बार ज13मना बार-बार मरना और बार-बार मा क पट म= पहचना बडा

क2कारक ह इस दःखमय ससार स पार होना बडा कVठन ह ह भगवन अपनी अपार

कपा स मरा 5नतार करो

34

रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः योगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoो रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव 22222222

जो योगी चीथड बीन कर कथर बनात और पहनत ह पय और पाप क माग को छोड

कर चलत ह िजनका चo योगायास स सयमत ह व ईhर भाव म= 5नमन रहन वाल बालकamp या उ13मo लोगamp कW तरह 5नn13n रहत ह

कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः इ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसार Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम 2222३३३३

तम कौन हो म कौन ह म कहा स आया ह कौन मर माता ह कौन मरा

Xपता ह इन )vamp पर Xवचार करो और इस असार ससार को वwन मा_ समझ कर

छोड दो Eव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः भव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eव वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम 2222४४४४

तम म= मझ म= और सभी थानamp म= क वल एक सव6यापी भगवान ह असVह`ण होकर

तम 6यथ ह मर ऊपर cोध करत हो यVद तम चाहत हो Oक तZह= ईhर )ा7 हो जाय तो तम सदा समभाव रहो

श_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ सविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमान

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सव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIा नम नम नम नम 2222५५५५

दसर लोगamp स लडन म= अथवा उनस म_ता करन म= अपनी शAB का अप6यय न

करो अपन ब13ध-बा13धवamp स राग-nष मत रखो सव_ अपन ह वप को दखो भद बX का Eयाग करो और अIान स छटकारा पाओ

काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह EयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1य5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम आEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः 2222६६६६

काम cोध लोभ और मोह को छोडकर Iानी सव_ आEमवप ह दखता ह

वह समझता ह Oक म वह ह Oक13त आEमIान रVहत मढ लोग अIान क कारण नक कW वदनाय= सहन करत ह

गय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहsup3sup3sup3sup3 यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म नय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चo दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम 2222७७७७

भगवत-गीता और Xव`ण क सहsup3 नाम गान चाVहए भगवान Xव`ण क वप का

5नर13तर यान करना चाVहए सदा सEसग म= चo लगाना चाVहए और दन लोगamp को

दान दना चाVहए सखतः सखतः सखतः सखतः Ocयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः य~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरण तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम 2222८८८८

36

पहल तो लोग सख क लए Rी भोग म= ल7 रहत ह और बाद म= शारdरक रोगamp का शकार होना पडता ह य~Xप इस ससार म= अ13ततोगEवा मEय म= ह शरण मलती

ह Oफर भी लोग पापाचरण नह छोडत

अथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEय नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम प_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः 2222९९९९

लोगamp कW अनथकार धन म= ह सदा Sच बनी रहती ह सEयता यह ह Oक उसम=

Oकि13चत मा_ भी सख नह ह धनी लोगamp को अप न प_ स भी भय रहता ह धन का

सव_ यह हाल दखा जाता ह )ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम जाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधान कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम ३०३०३०३०

बडी सावधानीपवक पहल )ाणायाम का अयास करो मन को सब ओर स

हटाकर अ13तमखी बनाओ 5नEय और अ5नEय वतओ क बीच Xववकपवक Xवचार करो

और Oफर जप करत हए समाध का अयास करो गSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः सि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादव -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम ३१३१३१३१ ह गS क चरणamp म= भABभाव रखन वालamp तम शीordf ह स सार-सागर स पार हो

जाओग तमन इि13 यamp को और मन को वश म= Oकया ह तम अपन acuteदय म= शीordf ह

भगवान का साTाEकार करोग

37

आयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अग १ १ १ १ ---- वथ शरर वथ शरर वथ शरर वथ शरर ((((अअअअ) ) ) ) सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन ---- बना वथ शरर क कोई भी लौOकक या पारलौOकक

काय करना सZभव ह नह ह इसक लए श और सािiexclवक आहार आव1यक ह

मच इमल wयाज लहसन खटाई तल मसाल हग आVद Eयाय ह बहत अधक न खाना चाVहए मताहार रोगamp स बचाता ह यान रखो भोजन वाद क

लए नह वाplusmnय क लए ह एकादशी आVद Oकसी Vदन उपवास भी कई aX2 स

उपयोगी ह ((((बबबब) ) ) ) 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम ---- वथ शरर क लए 5नEय 6यायाम भी आव1यक ह

इसक लए )ातःकाल कछ शारdरक uम करना चाVहए बगीच म= काम टहलना

तरना आसनamp का अयास आVद कछ 6यायाम ह आसन और )ाणायाम साधना

म= अधक सहायक ह ((((सससस)))) वछता वछता वछता वछता ---- वथ वाय का सवन 5नEय नान साफ कपड और रहन क

थान कW सफाई शरर को वथ और चo को )स13न रखती ह

2 2 2 2 ---- वथ मनवथ मनवथ मनवथ मन

((((अअअअ) ) ) ) वायाय वायाय वायाय वायाय ---- जस वथ शरर क लए 5नEय श और पौX2क भोजन कW

आव1यकता ह वस ह वथ मन क लए स-413थamp का 5नEय अवलोकन आव1यक ह अ13यथा मन दबल हो जाता ह और उस मानस रोग घरन लगत ह

दिl13ताय= चडचडाहट 6य4ता भय nष आVद मानसक रोगamp क लTण ह

गीता रामायण भागवत उप5नष योगवास बाइबल ज13दावता करान

_Xपटक 413थसाVहब आVद म= स Oकसी 413थ का अययन करना चाVहए

((((बबबब) ) ) ) स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त ---- य दोनamp वथ मन क लTण ह Xववक और वराय

क 6यायाम स स13तोष और शाि13त बढती ह वथ शरर और वथ मन स

आEमबल बढता ह इसी बल स आयािEमक सफलताय= )ा7 कW जाती ह ((((सससस) ) ) ) सससस----Xवचार Xवचार Xवचार Xवचार ---- स-Xवचार जीवन को सह Vदशा म= ल जात ह अस Xवचारamp

स मन`य का पतन होता ह सEसग और सuml413थamp क अवलोकन स स -Xवचार

38

aढ होत ह कसग और कच2ाय= छोडकर सEसग का आuय लो ससार म= िजतन भी महापSष हए ह और उ13हampन जब जो कछ पाया ह वह सEसग क कारण ह ३ ३ ३ ३ ---- न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो

जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए ---- ((((अअअअ) ) ) ) चय और सEय चय और सEय चय और सEय चय और सEय ---- वीय कW रTा बडी सावधानी स करनी चाVहए शरर

तर पर वीय ह ईhर ह जीवन कW यह एक बहत बडी Xवभ5त ह यह जीवन Xवचार और बX का सार ह सचत वीय ओज म= पdरव5तत होता ह और ओज आEमशAB म= हर कWमत पर सEय मधर और मत भाषण का अयास करना चाVहए

मplusmnया भाषण दबलता भय और अIान का पdरणाम ह 5नEय एक-दो घट का

मौन रहना चाVहए उस समय सकतamp का )योग भी न करना चाVहए ((((बबबब) ) ) ) सससस----गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास ---- 5नयम कW पाब13द समय का उपयोग मधर भाषण

उदारता कSणा नह स-पSषamp का आदर सहनशीलता Tमा धय स13तोष 5नरभमानता आVद स-गण ह यVद य ग ण सहज ह )ा7 न हamp तो अयास क

nारा )ा7 Oकय जा सकत ह सब गणamp का एक साथ अयास नह हो सकता Oक13त एक गण क आत ह उसक सहयोगी अनक गण वय आन लगत ह Oकसी एक गण का अयास करन का सकYप करो और 5नEय सोन क पहल

अपनी सफलताओ-असफलताओ पर Xवचार करो कछ समय म= वह अयास आदत बन जायगा और आदत वभाव ((((सससस) ) ) ) दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग ---- )ायः लोग कसग क कारण दगणamp म= पड जात ह

आयािEमक T_ म= जYद सफल होन क लए दगणamp को शीordfा5तशीordf छोडना

होगा म~पान आलय मासभTण cरता कठोरता कVटलता छल )पच

पर5न13दा लोभ पdर4ह आVद अनक दगण ह यVद साधक म= ऐस कोई दगण ह

तो उ13ह= एक-एक कर छोडन का )यcent करना चाVहए दगण बड हठmacr होत ह

इनक Eयागन क लए सकYप करना पडता ह यVद एक दगण छोडन म= सफलता

मल तो आEम-Xवhास बढ जाता ह और दसर दगण छोडना सरल हो जाता ह ((((दददद) ) ) ) सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका ---- आज क आथक यग म= धन सचय कW हवस बढ रह

ह इसक लए बईमानी और छल-)पच का सहारा लया जा रहा ह कारण कवल

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यह ह Oक हमार आव1यकताय= बढ गई ह श आजी Xवका क लए आव1यक ह

Oक आव1यकताय= घटाई जाय= uम और ईमानदार स कमाया हआ धन मन`य

कW आव1यक आव1यकताय= पर कर सकता ह आलसी और दबल 6यAB ह आसानी स )ा7 होन वाल धन कW इछा करत ह यVद आपकW बX और शरर

शABसZप13न ह तो आप पराय पस को Xव2ा क समान समझ=ग सबल बनो और

uम स धन कमा कर स13तोष का जीवन बताओ ४ ४ ४ ४ ---- आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम उपयB तplusmnय आयािEमक साधना कW भमका तयार करन क लए ह उ13ह=

साधना का परोT अग कह सकत ह आसन यथाथ साधना कW पहल सीढ ह

कछ आसन तो 6या याम कW aX2 स उपयोगी होत ह िजनका उYलख ऊपर Oकया

जा चका ह कछ आसन यान क लए बताय गय ह पझ स और सख

आसन म= स कोई एक अपनी सXवधा और Sच क अनसार चन लना चाVहए

उoर या पव Vदशा कW ओर मख करक उस आसन पर लगभग तीन घट अXवचल

बठन का )यास करना चाVहए उसी आसन पर यान और जप करना होगा

इसक लए थान और समय 5निlत होना चाVहए इस काय क लए एक अलग

कमरा ताल स ब13द रखना चाVहए )ातःकाल ४ बज उठ कर शौचाVद स 5नवo और पXव_ होकर आसन )ाणायाम और यान करना चाVहए आसन पर बठत ह कम स कम बीस बार )ाणायाम करना चाVहए अपन इ2दव क यान क लए कछ ोक याद कर लो )ाणायाम क बाद उनका पाठ करक भगवान का च13तन करना चाVहए ५ ५ ५ ५ ---- )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा भगवान का यान करत ह वा ससार स मन को हटा कर अ13तमखी कर लना चाVहए यह )Eयाहार ह जप इसम= सहायक होगा ॐ या ॐ नमो नारायणाय आVद Oकसी म13_ का जप

)ारZभ कर दना चाVहए १०८ म13_ कW एक माला होती ह एक या तीन माला

म13_ जपना चाVहए अधक भी हो सकता ह म13_-जाप करत ह मन भगवान क

सामन जा पहचता ह भगवान का 5नर13तर च13तन ह धारणा ह

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जप-माला भी उपयोगी ह SाT या तलसी कW माला रखना चाVहए जप क

अ5तdरB उस गल म= पहना जा सकता ह जब म= रखा जा सकता ह और सोत

समय तOकया क नीच भी डाल सकत ह Oक13त माला सदा साथ रखनी चाVहए ६ ६ ६ ६ ---- यान यान यान यान एक 5निlत आसन पर बठकर अपन इ2दव का तल धारावत च13तन ह यान

ह शरर-मन-बX क nारा भगवान क 5नकट पह च उ13ह= पीछ छोड दना समाध

ह यान क अयास कW सफलता समाध क लाभ म= 5नVहत ह समाध म= परम तoव का अपरोT अनभव होता ह याता और यय एक हो

जात ह समाध ह तरयावथा और जीव13मAB ह यह योगी कW पणावथा ह ७ ७ ७ ७ ---- 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा आयािEमक साधना कवल यान क कमर तक ह सीमत नह ह यह तो

सम4-कालक साधना ह Vह13द धम का यह एक बडा अभशाप ह Oक हम कवल

कछ बातamp को पXव_ और धामक मान बठ ह शष 6यावहाdरक जीवन धम और

आयािEमक स पर समझ लया गया ह यह बडी भल ह साधक को अपना सम4 जीवन साधनामय बनाना होता ह भगवान कW शरणाग5त का भाव 5नर13तर रहना चाVहए सारा जीवन उ13ह कW

सवा ह उ13ह कW )रणा स हर काय हो रहा ह आयािEमक साधना कW सार

सफलता उ13ह क हाथ म= ह )ाणीमा_ स )म-भाव रखना भगवान क )म का 6यावहाdरक प ह भगवान क

भBamp को सभी लोग X)य Vदखाई दत ह दसर क दोषamp को दखन क बजाय अपन

दोष दखना और उ13ह= दर करना भगवत सवा का u माग ह दनamp को दान दना रोगयamp कW सवा करना 5नरTरamp को पढाना पीडतamp कW

सहायता करना मोहा13ध भटकत लोगamp को राह Vदखाना आयािEमक साधना का

अि13तम Oक13त महEवपण अग ह कमयोग क अ13तगत इसकW मVहमा क गण गाय गय ह यVद साधना क उपयB 5नदशamp का aढतापवक पालन Oकया जाय तो जीवन म=

5नlय ह सफलता सख और मAB का लाभ होगा सभी स13त -उपदशamp का सार

यह ह

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इस Vदशा म= सतत अ4सर रहन क लए स13तamp महाEमाओ का माग-दशन लत

रहना आव1यक ह वतमान काल म= पय वा मी च13मयान13द जी क अनया5ययamp

nारा थाXपत सथा lsquoच13मय मशनrsquo आपकW सहायता क लए सदा उपलltध ह

पाqयcमपाqयcमपाqयcमपाqयcम

नननन0 पतकपतकपतकपतक )थम)थम)थम)थम बारबारबारबार

)5तVदन)5तVदन)5तVदन)5तVदन

1 जीवनजीवनजीवनजीवन यो5तयो5तयो5तयो5त 10 पपपप

2 आEमआEमआEमआEम XवकासXवकासXवकासXवकास कWकWकWकW 5नदशका5नदशका5नदशका5नदशका 10 पपपप

3 भजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दम 4 ोकोकोकोक

4 तiexclवतiexclवतiexclवतiexclव बोधबोधबोधबोध 4 पपपप

5 आEमआEमआEमआEमबोधबोधबोधबोध 3 ोकोकोकोक

6 प_प_प_प_ nाराnाराnाराnारा वदा13तवदा13तवदा13तवदा13त 10 पपपप

7 मानवमानवमानवमानव 5नमाण5नमाण5नमाण5नमाण कलाकलाकलाकला 12 पपपप

8 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण 4 ोकोकोकोक

9 यानयानयानयान औरऔरऔरऔर जीवनजीवनजीवनजीवन 1 अयायअयायअयायअयाय

10 नारदनारदनारदनारद भABभABभABभAB स_स_स_स_ 5 स_स_स_स_

11 गीतागीतागीतागीता कWकWकWकW भमकाभमकाभमकाभमका 10 पपपप

12 अव1यअव1यअव1यअव1य कर=कर=कर=कर= 10 पपपप

13 साधनासाधनासाधनासाधना पचकमपचकमपचकमपचकम 1 ोकोकोकोक

14 कनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषद 2 म_म_म_म_

15 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1-2-3 3 सससस 5 ोकोकोकोक

16 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (201 सससस 300 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

17 कठोप5नषकठोप5नषकठोप5नषकठोप5नष 2 म_म_म_म_

18 दTणाम5तदTणाम5तदTणाम5तदTणाम5त तो_मतो_मतो_मतो_म 2 म_म_म_म_

19 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 4-5-6 3 सससस 5 ोकोकोकोक

20 उपदशउपदशउपदशउपदश सारसारसारसार 2 ोकोकोकोक

42

21 ईशावायईशावायईशावायईशावाय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 3 म_म_म_म_

22 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 7-8-9 3 सससस 5 ोोोोकककक

23 मडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नष 2 म_म_म_म_

24 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 10-11 3 सससस 5 ोकोकोकोक

25 कवYयकवYयकवYयकवYय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 2 म_म_म_म_

26 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (301 सससस 583 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

27 पSषसBमपSषसBमपSषसBमपSषसBम 4 सBसBसBसB

28 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 12 3 सससस 5 ोकोकोकोक

29 तXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषद 2 म_म_म_म_

30 बनाथबनाथबनाथबनाथ-त5तत5तत5तत5त 4 ोकोकोकोक

31 गीगीगीगीताताताता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 13-14-15 3 सससस 5 ोकोकोकोक

32 ऐतरयऐतरयऐतरयऐतरय उप5न`दउप5न`दउप5न`दउप5न`द 3 म_म_म_म_

33 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 16-17 3 सससस 5 ोकोकोकोक

34 )vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद 2 म_म_म_म_

35 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 18 3 सससस 5 ोकोकोकोक

36 ईhरईhरईhरईhर-दशनदशनदशनदशन (तपोवनमतपोवनमतपोवनमतपोवनम ) एकएकएकएक अयायअयायअयायअयाय

37 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1 सससस 18 5 सससस 10 ोकोकोकोक

38 अ2ावcअ2ावcअ2ावcअ2ावc गीतागीतागीतागीता 3 ोकोकोकोक

39 मामामामाडGयडGयडGयडGय औरऔरऔरऔर काdरकाकाdरकाकाdरकाकाdरका 2 म_म_म_म_

ःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःः

43

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16

५५५५ गSतो_मगSतो_मगSतो_मगSतो_म

अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम अखडमडलाकार 6या7 यन चराचरम तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः ११११ िजनकW कपा स सZपण चराचर जगत म= 6या7 परमाEमा का बोध हआ ह उन गSदव को

मरा )णाम ह अIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकयाअIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकयाअIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकयाअIान5तमरा13धय Iाना जनशलाकया चTS13मीलत यन तम uीगरव नमःचTS13मीलत यन तम uीगरव नमःचTS13मीलत यन तम uीगरव नमःचTS13मीलत यन तम uीगरव नमः 2222

िज13हampन अIान अ13ध न_amp को Iान अजन कW शलाका स उ13मीलत कर Vदया ह उन

गSदव को मरा )णाम ह गSा गSXव णः गSगSा गSXव णः गSगSा गSXव णः गSगSा गSXव णः गS दवो महhरःदवो महhरःदवो महhरःदवो महhरः गSरव पर तम uीगरव नमः गSरव पर तम uीगरव नमः गSरव पर तम uीगरव नमः गSरव पर तम uीगरव नमः ३३३३

गS ह ा ह गS ह Xव`ण ह गS ह शकर (महhर) ह गS ह पर ह उन

गSदव को मरा )णाम ह थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम थावर जगम 6या7 यिEकचEसचराचरम तEपद दशत यन तम uीतEपद दशत यन तम uीतEपद दशत यन तम uीतEपद दशत यन तम uीगरव नमः गरव नमः गरव नमः गरव नमः ४४४४ जड चतन व चर अचर म= जो तiexclव 6या7 ह उसका बोध िजनकW कपा स )ा7 हआ ह उन गSदव को मरा )णाम ह च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम च13मय 6याXपयEसव _लोGय सचराचरम तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः तEपद दशत यन तम uीगरव नमः ५५५५

17

सZपण चराचर जगत म= 6या7 परम चतना का दशन िजन गSदव कW कपा स सZभव हआ ह उन गSदव को मरा )णाम ह सवu5तशरोरcentXवरािजत सवu5तशरोरcentXवरािजत सवu5तशरोरcentXवरािजत सवu5तशरोरcentXवरािजत पपपपदाZबजःदाZबजःदाZबजःदाZबजः वदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमःवदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमःवदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमःवदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमः ६६६६ िजनक चरण कमलamp म= सभी u5त रcent Xवरािजत ह और िजनक सय सaश Iानालोक स

वदा13त कमल Xवकसत होता ह उन गSदव को मरा )णाम ह चत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनःचत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनःचत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनःचत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ७७७७

जो च13मय शाhत शा13त 6योमातीत 5नरजन और ब13द नाद तथा कलाओ स भी

पर ह उन गSदव को मरा )णाम ह IानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतःIानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतःIानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतःIानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतः भABमAB )दाता च तम uीगरव नमःभABमAB )दाता च तम uीगरव नमःभABमAB )दाता च तम uीगरव नमःभABमAB )दाता च तम uीगरव नमः ८८८८

जो Iान और शAB म= अविथत ह तथा तiexclव सा13त कW माला धारण Oकय ह जो भAB और मAB दन वाल ह उन गSदव को मरा )णाम ह अनक ज13म स)ा7 कमब13धअनक ज13म स)ा7 कमब13धअनक ज13म स)ा7 कमब13धअनक ज13म स)ा7 कमब13ध XवदाVहन XवदाVहन XवदाVहन XवदाVहन आEमIान )दानन तम uीगरव नमःआEमIान )दानन तम uीगरव नमःआEमIान )दानन तम uीगरव नमःआEमIान )दानन तम uीगरव नमः ९९९९ अनक ज13मamp स कमब13धनamp म= जकड )ाणी को जो आEमIान क nारा मB करा दन म=

समथ ह उन गSदव को मरा )णाम ह

18

शोषण भवस13धोl Iापण सारसपदःशोषण भवस13धोl Iापण सारसपदःशोषण भवस13धोl Iापण सारसपदःशोषण भवस13धोl Iापण सारसपदः गरोः पादोदक सZयक तम uीगगरोः पादोदक सZयक तम uीगगरोः पादोदक सZयक तम uीगगरोः पादोदक सZयक तम uीग रवनमःरवनमःरवनमःरवनमः१०१०१०१० िजनक पादोदक क पश स ससार सागर सख जाता ह और परमतiexclव का बोध हो जाता ह उन गSदव को मरा )णाम ह न गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपःन गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपःन गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपःन गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपः तEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमःतEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमःतEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमःतEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमः ११११११११ गS स अधक उच कोई तiexclव नह ह और गS कW सवा स ऊचा कोई तप नह ह

तiexclवIान स u कोई Iान नह ह ऐस गSदव को मरा )णाम ह म13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSःम13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSःम13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSःम13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSः मदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमःमदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमःमदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमःमदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमः ११११2222

मर वामी ससार क वामी ह और मर आEमा सZपण )ाणयamp कW आEमा ह िजनकW

कपा स यह Iान )ा7 होता ह उन गSदव को मरा )णाम ह गSराVदरनाVदl गSः परमदवतमगSराVदरनाVदl गSः परमदवतमगSराVदरनाVदl गSः परमदवतमगSराVदरनाVदl गSः परमदवतम गरोः परतर नाित तम uीगरव नमःगरोः परतर नाित तम uीगरव नमःगरोः परतर नाित तम uीगरव नमःगरोः परतर नाित तम uीगरव नमः १३१३१३१३

गS अनाVद और अन13त ह गS ह परम दवता ह गS स u कछ भी नह ह अतः उन

गSदव को मरा )णाम ह

Eवमव माता च Xपता EवमवEवमव माता च Xपता EवमवEवमव माता च Xपता EवमवEवमव माता च Xपता Eवमव Eवमव ब13धlसखा EवमवEवमव ब13धlसखा EवमवEवमव ब13धlसखा EवमवEवमव ब13धlसखा Eवमव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव १४१४१४१४ ह गS दव तम ह मर माता हो Xपता हो भाई हो म_ हो Xव~ा हो और धन हो ह

दवताओ क दवता तZह म र लए सब कछ हो

19

६६६६ गीता यानमगीता यानमगीता यानमगीता यानम

ॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयमॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयमॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयमॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयम 6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम ----

अZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीमअZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीमअZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीमअZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीम ११११ ह मा भगवत-गीत म तZहारा 5नर 13तर अनच13तन करता ह भगवान नारायण न

अजन क )5तबोध क लए तZहार रचना वय कW थी )ाचीन म5न 6यासदव न तZह=

महाभारत क मय थाXपत Oकया तZहार अठारह अयाय ह तम Vद6य हो तZहार nारा अnतामत कW वषा होती ह और तम ससार क बधनamp स मB करन वाल हो

नमोऽतत 6यास Xवशाल ब नमोऽतत 6यास Xवशाल ब नमोऽतत 6यास Xवशाल ब नमोऽतत 6यास Xवशाल ब ---- फYलारXव13दायतप_ न_ फYलारXव13दायतप_ न_ फYलारXव13दायतप_ न_ फYलारXव13दायतप_ न_ यन Eवया भारततलपणः यन Eवया भारततलपणः यन Eवया भारततलपणः यन Eवया भारततलपणः ----

)वालतो Iानमयः )दपः )वालतो Iानमयः )दपः )वालतो Iानमयः )दपः )वालतो Iानमयः )दपः 2222

ह 6यासदव तZह= मरा )णाम ह खल हए कमल कW पखडयamp क सaश तZहार Xवशाल न_ ह तZहा रा Iान महान ह तमन महाभारत -तल (सार) स भरकर Iान का

दपक )वलत Oकया ह

)प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय )प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय )प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय )प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय Iानमाय क`णाय गीतामतदIानमाय क`णाय गीतामतदIानमाय क`णाय गीतामतदIानमाय क`णाय गीतामतद ह नमः ह नमः ह नमः ह नमः ३३३३

म उन भगवान क`ण को )णाम करता ह जो एक हाथ म= लकVट और दसर म=

Iान-मा धा रण Oकय हए ह िज13हampन (उप5नषदamp स) गीतामत का दोहन Oकया ह और

िजनकW शरण म= जान वाल कW समत कामनाय= वस ह पण होती ह जस कYपवT स

20

सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत ४४४४

सZपण उप5नष गाय= ह गोपालन13दन उनक दोहन वाल ह अजन गोवEस ह गीता महान अमतमय दध ह और सधीजन उस दध का पान करन वाल ह

वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम ५५५५

म उन भगवान क`ण को )णाम करता ह जो वसदव क Vद6य प_ ह कस और

चाणर का वध करन वाल ह दवकW मा को परम आन13द )दान करन वाल ह और

समत ससार क गS ह

भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला ---- शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला अhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनाव 5त नी 5तनी 5तनी 5तनी ----

सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः ६६६६ भगवान क`ण nारा चालत गीता -Iान कW नौका म= बठकर पाडवamp न उस भयकर

रणनद को सहज पार कर लया िजसक भी`म और ोण तट थ जयथ िजसका जल

था गाधार नप नील -कमल थ िजसम= शYय जस 4ाह थ और कपाचाय िजसकW तीyen

धारा थ कण िजसकW उoाल तरग थ अhEथामा और Xवकण िजसक भयकर मगर थ

और दयpoundधन िजसकW भवर था

पाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम लोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदा

भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस ७७७७

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महाभारत का वह 5नमल कमल हम= कYयाणकार हो जो पाराशर क प_ 6यास क

वचन सरोवर म= उEप13न हआ जो गीता कW उEकट गध स पdरपण ह िजसक अनक

आयान कसर क समान ह जो भगवान क`ण कW मधर कथाओ स पdरपण ह सजन iमरamp क nारा िजसक रस का पान 5नर13तर Oकया जाता ह और जो कलयग क समत

दोषamp का शमन करन वाला ह

मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम ८८८८

िजनकW कपा स मक वाचा ल हो जात ह और पग लोग भी ऊ च पवतamp को पार कर

जात ह उन परमान13द भगवान क`ण कW हम व13दना करत ह

य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव ---- वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो ----

ययाययाययाययात न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः ९९९९

ा वSण इ13 S और मSण Vद6य तो_amp nारा िजसकW त5त करत ह

सामवद क गान वाल अग पद cम और उप5नषदamp क सVहत वदamp nारा िजसका गायन

करत ह योगीजन यान म= िथत तnत हय म न स िजसका दशन करत ह दवता और

असर गण (कोई भी) िजसक अ13त को नह जानत उस (परम पSष नारायण ) दव क

लए मरा नमकार ह ७७७७ गीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोक

8 The spiritual text ((((पाqय पतकपाqय पतकपाqय पतकपाqय पतक )))) It is to be taken stanza by stanza and commented upon by the Group Sewak

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9 Discussions ((((Xवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमय)))) The Group Sewak may act as a mediator 10 Meditation Let all members sit in their favourite pose with head erect and eyes closed The Group Sewak may chant a short Mantra lowering the pitch of voice by and by Everyone repeats the process mentally Then there is a silence Every body tries to live in that silence abandoning all sorts of ideas If any thought comes in mind one should try to become its witness (Sakshi) The whole process may take only 5 to 7 minutes

यानमयानमयानमयानम शा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरश

Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम ल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZय व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम

११११११११ यानषटकयानषटकयानषटकयानषटक मनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाह न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च 6योमभमन च 6योमभमन च 6योमभमन च 6योमभम न तजो न वायःन तजो न वायःन तजो न वायःन तजो न वायः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ११११

म न मन ह न बX ह न अहकार ह और न चo ह म न uो_ ह न िजcopyा

ह न नासका ह और न न_ ह न म आकाश ह न भम ह न अिन ह

और न वाय म चदान13द प शव ह शव ह

न च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपाय

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम 2222

23

न म )ाण ह और न पचवाय न म स7धात का शरर ह और न

पचकोश न म वाक पाण पाद उपथ और न गदा ह म चदान13दप

शव ह शव ह

न म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौ

न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ३३३३

न म राग ह और न nष न म लोभ ह और न मोह न म मद ह और

न मEसर म धम अथ काम मोT भी नह ह म चदान13दप शव ह शव ह न पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःख न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः अह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBा चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ४४४४

न म पय ह और न पाप न म सख ह और न दःख न म म13_ ह

और न तीथ न म वद ह न यI म भोजन भोय और भोBा भी नह ह म

चदान13दप शव ह शव ह

न मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदः Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म न ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ५५५५

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न म मEय ह और न भय मझम= कोई जा5तभद भी नह ह न मर

माता ह और न Xपता मरा ज13म भी नह हआ ह न मरा कोई ब13ध ह न म_

न गS ह न श`य म चदान13दप शव ह शव ह

अह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपः

XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम न चान चान चान चासsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ६६६६

मर न कोई कYपना ह और न आकार म सव6यापी और इि13रयातीत

ह मरा न ब13धन ह और न मAB म Iय भी नह ह म चदान13दप शव ह शव ह

११११2222 uी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकम

6या7 जग6या7 जग6या7 जग6या7 जग~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत

5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ११११

अखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभावः परमाEमसEय वः परमाEमसEय वः परमाEमसEय वः परमाEमसEय

सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय 2222

म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः बोचबबोचबबोचबबोचब umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः

25

सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ३३३३

शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः

6यापी परण मो6यापी परण मो6यापी परण मो6यापी परण मोदमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ४४४४

अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च ग गभीग गभीग गभीग गभी र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ५५५५

तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म

Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न च13Eयमानम च13Eयमानम च13Eयमानम च13Eयमानम uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ६६६६

12 Pledge We stand as one family bound to each other with love and respect We serve as an army Courageous and disciplined ever-ready to fight against all low tendencies and false values within and without us We live honestly

the noble life of sacrifice and service producing more than what we consume and giving more than what we take

26

We seek the Lords Grace to keep us on the path of virtue courage and wisdom May Thy Grace and Blessings flow through us to the world around us We believe that the service of our country is the service of Lord of Lords and devotion to the people is the devotion to the Supreme Self We know our responsibilities give us the ability and courage to fulfill them

OM TAT SAT

च13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIा हमार िथ5त ह एक पdरवार क समान )म और सZमान स परपर आब हम सवा-रत ह एक सना क समान- साहसी और अनशासत - कVटब ह सघष करन को 5नZन वXo यamp और थोथ आदश क XवS िजनका जाल ह हमार अ13दर और बाहर सव_ हम जीत ह ईमानदार स Eयाग और सवा का उच जीवन उEप13न करत ह उपभोग स अधक लत ह िजतना दत ह कह अधक हम बन ह आकाTी )भ कW कपा क जो चलाव= हम= गण साहस और Iान क माग पर

आप कW कपा और आशीष ह )भो हमार मायम स बह

27

Xवh म= चारamp ओर हमारा Xवhास ह Oक वदश सवा ह परमhर कW सवा ह और जनता कW भAB ह परमाEमा कW भAB ह हम समझत ह अपना दा5यEव दो योयता और साहस Oक हम परा कर= उस ॐ तEसत

13 Arati Arati is to be performed preferably by the wife of Group Sewak or by the

Group Sewak himself A few flowers and burning camphor placed in a tray are waved before the picture of the Lord and the following Mantras are chanted by all the members present -

न त_ सयpound भा5त न चतारक नमा Xव~तो भा5त कतोऽयमि13गः तमव भा13तम अनभा5त सव तय भासा सवमदXवभा5त ॐ सवषा वितभवत सवषा शाि13तभवत सवषा पण भवत सवषा मsectगल भवत ॐ सव भव13त सखनः सवस13त 5नरामयः सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत असतो मा स^मय तमसो मा यो5तगमय मEयोमाममत गमय ॐ पणमदः पणमद पणात पणमदयत पणय पणमादाय पणमवावश`यत ॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तः

28

भज गोXव13दमभज गोXव13दमभज गोXव13दमभज गोXव13दम

भज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13द गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत स)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत काल न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण ११११

र मढ मन गोXव13द कW खोज कर गोXव13द का भजन कर और गोXव13द का ह

यान कर अि13तम समय आन पर 6याकरण क 5नयम तर रTा न कर सक= ग मढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णा कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम यYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाo Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम 2222

र मढ धन स4ह कW त`णा छोड द मन म= वराय लाकर सत तiexclव का

च13तन कर अपन कम फल क अनसार जो धन )ा7 हो उसी स अपन म न को स13त2

कर नारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदश a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम एत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकार मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम ३३३३ स13दर Rी क नाभदश को दखकर मोह म= मत पड यह कवल मास और मजा

का Xवकार ह अपन मन म= इस बात का बार-बार Xवचार कर नलनीदलगतनलनीदलगतनलनीदलगतनलनीदलगत जलम5ततरल जलम5ततरल जलम5ततरल जलम5ततरल तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम XवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4त लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम ४४४४

29

कमल-दल क ऊपर जल कW बद अEय13त अिथर होती ह जीवन भी इसी )कार

अिथर ह इस बात को अछmacr तरह समझ ल Oक सारा ससार 6याध अभमान शोक आVद स 4सत ह

यावVnयावVnयावVnयावVnoोपाजन सBःoोपाजन सBःoोपाजन सBःoोपाजन सBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः पlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह ५५५५

जब तक धनोपाजन कW शAB ह तभी तक तZहार पdरवार क लोग तम स )म

रखत ह वावथा म= शरर जजर हो जान पर तZहार बात कोई न पछगा यावEपवनोयावEपवनोयावEपवनोयावEपवनो 5नवस5त दह 5नवस5त दह 5नवस5त दह 5नवस5त दह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह गतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापाय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय ६६६६ जब तक शरर म= )ाण ह तब तक घर म= तZहार कशल पछmacr जाती ह )ाण

5नकलन पर उसी शरर स पcentी तक भयभीत होन लगती ह बालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBः तSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBः वताविच13तासBःवताविच13तासBःवताविच13तासBःवताविच13तासBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः ७७७७

बचपन म= खलamp म= आसAB रहती ह यवावथा म= तSणी स मोह रहता ह और

वावथा म= च13ताय= आ घरती ह Oक13त पर परमाEमा स Oकसी को )म नह ह का त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ः सससससारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः

30

कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः ८८८८

कौन तZहार पcentी ह कौन तZहारा प_ ह वततः ससार बडा Xवच_ ह तम

Oकस क हो कहा स आय हो ह भाई कभी इस बात का भी Xवचार करो

सEससEससEससEसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEवगEवगEवगEव 5नस5नस5नस5नसगEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम 5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः ९९९९

सEसग स अनासAB )ा7 होती ह अनासAB स मोह क ब13धन टटत ह मोह टटन पर शाhत तiexclव कW )ा57 होती ह और शाhत तiexclव पान पर जीवन -मAB का लाभ

)ा7 होता ह वयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः Tीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारो Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः १०१०१०१०

जस यवावथा बीतन पर काम -Xवकार न2 हो जाता ह और जल सख जान पर

तालाब नह रह जाता ह वस ह धन न2 होन पर पdरवार नह रह जाता और तiexclव-बोध

होन पर ससार नह रह जाता ह मा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगव हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम मायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा ११११११११

31

धन जन और यौवन क लए अभमान न करना चाVहए काल इन सब को Tण मा_ म=

न2 कर दता ह इन सब को माया का iम समझो और शीordf ह साTाEकार )ा7

करो Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः कालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः ११११2222

Vदन और रात )ातः और साय सय और गम बार -बार आत ह और चल जात

ह काल कW इस cWडा क साथ आय भी बीतती जा रह ह Oफर भी आशाओ कW आधी

स कोई नह बचता का त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता _जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका १३१३१३१३

र iाि13त म= पड मढ Rी धन आVद कW च13ता Gयamp Oकया करता ह Gया तर

ऊपर शासन करन वाला कोई नह ह तीनamp लोकamp म= कवल सEसग ह वह नौका ह जो

ज13म-मरण क सागर स तझ पार कर सकती ह जVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः प1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढो दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः १४१४१४१४

जटाधार बाल मडाय एक-एक कर सर क सब बाल खचवाय और काषायवR

धारण Oकय हए नाना वषधार स13यासी ह व आखamp स दखत हए भी अध ह व मढ

नाना )कार क वष कवल पट भरन क लए धारण करत ह

32

अsectगअsectगअsectगअsectग गलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मड दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम वो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दड तदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEया शाXपडम शाXपडम शाXपडम शाXपडम १५१५१५१५

वावथा म= शरर जजर हो गया ह सर क बाल सफद हो गय ह दात गर

गय ह छडी क सहार चलना पडता ह अथात मEय 5नकट आ गई ह Oक13त आशाओ का

ब13धन अब भी नह टटा अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः करतल करतल करतल करतल भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः १६१६१६१६

आग अिन पीछ सय और रा_ म= घटनamp म= ठो ढ लगाय रहन वाल तथा हाथ पसार

कर भीख मागन वाल और पड क नीच सोन वाल भी आशा क ब13धनamp स मB नह ह कSत गsectगकSत गsectगकSत गsectगकSत गsectग सागरगमनसागरगमनसागरगमनसागरगमन yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम IानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन १७१७१७१७

कोई भल ह गगासागर आVद तीथdeg का सवन कर yenत रख अथवा दान कर

Oक13त अIानी 6यAB सकडamp ज13मamp म= भी मAB नह )ा7 कर सकता ह यह तplusmnय सभी लोग वीकार करत ह

सरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासः शsup2याशsup2याशsup2याशsup2या भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः सवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः १८१८१८१८

33

जो लोग दवताओ क मि13दर और पडamp क नीच 5नवास करत ह बना बछौन क

जमीन पर लटत ह मगछाला पहनत ह और इस )कार सभी भोगamp का Eयाग कर दत ह

उन XवरB लोगamp को कौन सा सख )ा 7 नह ह

योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा सsectगसsectगसsectगसsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगXवहनः Xवहनः Xवहनः Xवहनः यय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चo न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव १९१९१९१९

चाह कोई योग का अयास करता हो या भोगamp म= पडा रहता हो चाह अनक लोगamp क

साथ रहता हो या अकला िजसका चo -च13तन म= मन ह वातव म= वह सखी ह

भगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीता गगगगगागागागाजल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता सकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा 2222००००

जो भगवदगीता का थोडा भी अययन करता ह गगा जल कW एक बद भी पान

करता ह और भAB-भाव स भगवान का मरण करता ह उसकW चचा यमराज भी नह

करत ह पनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरण पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम इह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार 2222११११

बार-बार ज13मना बार-बार मरना और बार-बार मा क पट म= पहचना बडा

क2कारक ह इस दःखमय ससार स पार होना बडा कVठन ह ह भगवन अपनी अपार

कपा स मरा 5नतार करो

34

रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः योगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoो रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव 22222222

जो योगी चीथड बीन कर कथर बनात और पहनत ह पय और पाप क माग को छोड

कर चलत ह िजनका चo योगायास स सयमत ह व ईhर भाव म= 5नमन रहन वाल बालकamp या उ13मo लोगamp कW तरह 5नn13n रहत ह

कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः इ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसार Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम 2222३३३३

तम कौन हो म कौन ह म कहा स आया ह कौन मर माता ह कौन मरा

Xपता ह इन )vamp पर Xवचार करो और इस असार ससार को वwन मा_ समझ कर

छोड दो Eव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः भव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eव वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम 2222४४४४

तम म= मझ म= और सभी थानamp म= क वल एक सव6यापी भगवान ह असVह`ण होकर

तम 6यथ ह मर ऊपर cोध करत हो यVद तम चाहत हो Oक तZह= ईhर )ा7 हो जाय तो तम सदा समभाव रहो

श_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ सविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमान

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सव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIा नम नम नम नम 2222५५५५

दसर लोगamp स लडन म= अथवा उनस म_ता करन म= अपनी शAB का अप6यय न

करो अपन ब13ध-बा13धवamp स राग-nष मत रखो सव_ अपन ह वप को दखो भद बX का Eयाग करो और अIान स छटकारा पाओ

काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह EयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1य5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम आEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः 2222६६६६

काम cोध लोभ और मोह को छोडकर Iानी सव_ आEमवप ह दखता ह

वह समझता ह Oक म वह ह Oक13त आEमIान रVहत मढ लोग अIान क कारण नक कW वदनाय= सहन करत ह

गय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहsup3sup3sup3sup3 यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म नय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चo दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम 2222७७७७

भगवत-गीता और Xव`ण क सहsup3 नाम गान चाVहए भगवान Xव`ण क वप का

5नर13तर यान करना चाVहए सदा सEसग म= चo लगाना चाVहए और दन लोगamp को

दान दना चाVहए सखतः सखतः सखतः सखतः Ocयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः य~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरण तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम 2222८८८८

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पहल तो लोग सख क लए Rी भोग म= ल7 रहत ह और बाद म= शारdरक रोगamp का शकार होना पडता ह य~Xप इस ससार म= अ13ततोगEवा मEय म= ह शरण मलती

ह Oफर भी लोग पापाचरण नह छोडत

अथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEय नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम प_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः 2222९९९९

लोगamp कW अनथकार धन म= ह सदा Sच बनी रहती ह सEयता यह ह Oक उसम=

Oकि13चत मा_ भी सख नह ह धनी लोगamp को अप न प_ स भी भय रहता ह धन का

सव_ यह हाल दखा जाता ह )ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम जाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधान कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम ३०३०३०३०

बडी सावधानीपवक पहल )ाणायाम का अयास करो मन को सब ओर स

हटाकर अ13तमखी बनाओ 5नEय और अ5नEय वतओ क बीच Xववकपवक Xवचार करो

और Oफर जप करत हए समाध का अयास करो गSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः सि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादव -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम ३१३१३१३१ ह गS क चरणamp म= भABभाव रखन वालamp तम शीordf ह स सार-सागर स पार हो

जाओग तमन इि13 यamp को और मन को वश म= Oकया ह तम अपन acuteदय म= शीordf ह

भगवान का साTाEकार करोग

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आयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अग १ १ १ १ ---- वथ शरर वथ शरर वथ शरर वथ शरर ((((अअअअ) ) ) ) सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन ---- बना वथ शरर क कोई भी लौOकक या पारलौOकक

काय करना सZभव ह नह ह इसक लए श और सािiexclवक आहार आव1यक ह

मच इमल wयाज लहसन खटाई तल मसाल हग आVद Eयाय ह बहत अधक न खाना चाVहए मताहार रोगamp स बचाता ह यान रखो भोजन वाद क

लए नह वाplusmnय क लए ह एकादशी आVद Oकसी Vदन उपवास भी कई aX2 स

उपयोगी ह ((((बबबब) ) ) ) 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम ---- वथ शरर क लए 5नEय 6यायाम भी आव1यक ह

इसक लए )ातःकाल कछ शारdरक uम करना चाVहए बगीच म= काम टहलना

तरना आसनamp का अयास आVद कछ 6यायाम ह आसन और )ाणायाम साधना

म= अधक सहायक ह ((((सससस)))) वछता वछता वछता वछता ---- वथ वाय का सवन 5नEय नान साफ कपड और रहन क

थान कW सफाई शरर को वथ और चo को )स13न रखती ह

2 2 2 2 ---- वथ मनवथ मनवथ मनवथ मन

((((अअअअ) ) ) ) वायाय वायाय वायाय वायाय ---- जस वथ शरर क लए 5नEय श और पौX2क भोजन कW

आव1यकता ह वस ह वथ मन क लए स-413थamp का 5नEय अवलोकन आव1यक ह अ13यथा मन दबल हो जाता ह और उस मानस रोग घरन लगत ह

दिl13ताय= चडचडाहट 6य4ता भय nष आVद मानसक रोगamp क लTण ह

गीता रामायण भागवत उप5नष योगवास बाइबल ज13दावता करान

_Xपटक 413थसाVहब आVद म= स Oकसी 413थ का अययन करना चाVहए

((((बबबब) ) ) ) स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त ---- य दोनamp वथ मन क लTण ह Xववक और वराय

क 6यायाम स स13तोष और शाि13त बढती ह वथ शरर और वथ मन स

आEमबल बढता ह इसी बल स आयािEमक सफलताय= )ा7 कW जाती ह ((((सससस) ) ) ) सससस----Xवचार Xवचार Xवचार Xवचार ---- स-Xवचार जीवन को सह Vदशा म= ल जात ह अस Xवचारamp

स मन`य का पतन होता ह सEसग और सuml413थamp क अवलोकन स स -Xवचार

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aढ होत ह कसग और कच2ाय= छोडकर सEसग का आuय लो ससार म= िजतन भी महापSष हए ह और उ13हampन जब जो कछ पाया ह वह सEसग क कारण ह ३ ३ ३ ३ ---- न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो

जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए ---- ((((अअअअ) ) ) ) चय और सEय चय और सEय चय और सEय चय और सEय ---- वीय कW रTा बडी सावधानी स करनी चाVहए शरर

तर पर वीय ह ईhर ह जीवन कW यह एक बहत बडी Xवभ5त ह यह जीवन Xवचार और बX का सार ह सचत वीय ओज म= पdरव5तत होता ह और ओज आEमशAB म= हर कWमत पर सEय मधर और मत भाषण का अयास करना चाVहए

मplusmnया भाषण दबलता भय और अIान का पdरणाम ह 5नEय एक-दो घट का

मौन रहना चाVहए उस समय सकतamp का )योग भी न करना चाVहए ((((बबबब) ) ) ) सससस----गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास ---- 5नयम कW पाब13द समय का उपयोग मधर भाषण

उदारता कSणा नह स-पSषamp का आदर सहनशीलता Tमा धय स13तोष 5नरभमानता आVद स-गण ह यVद य ग ण सहज ह )ा7 न हamp तो अयास क

nारा )ा7 Oकय जा सकत ह सब गणamp का एक साथ अयास नह हो सकता Oक13त एक गण क आत ह उसक सहयोगी अनक गण वय आन लगत ह Oकसी एक गण का अयास करन का सकYप करो और 5नEय सोन क पहल

अपनी सफलताओ-असफलताओ पर Xवचार करो कछ समय म= वह अयास आदत बन जायगा और आदत वभाव ((((सससस) ) ) ) दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग ---- )ायः लोग कसग क कारण दगणamp म= पड जात ह

आयािEमक T_ म= जYद सफल होन क लए दगणamp को शीordfा5तशीordf छोडना

होगा म~पान आलय मासभTण cरता कठोरता कVटलता छल )पच

पर5न13दा लोभ पdर4ह आVद अनक दगण ह यVद साधक म= ऐस कोई दगण ह

तो उ13ह= एक-एक कर छोडन का )यcent करना चाVहए दगण बड हठmacr होत ह

इनक Eयागन क लए सकYप करना पडता ह यVद एक दगण छोडन म= सफलता

मल तो आEम-Xवhास बढ जाता ह और दसर दगण छोडना सरल हो जाता ह ((((दददद) ) ) ) सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका ---- आज क आथक यग म= धन सचय कW हवस बढ रह

ह इसक लए बईमानी और छल-)पच का सहारा लया जा रहा ह कारण कवल

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यह ह Oक हमार आव1यकताय= बढ गई ह श आजी Xवका क लए आव1यक ह

Oक आव1यकताय= घटाई जाय= uम और ईमानदार स कमाया हआ धन मन`य

कW आव1यक आव1यकताय= पर कर सकता ह आलसी और दबल 6यAB ह आसानी स )ा7 होन वाल धन कW इछा करत ह यVद आपकW बX और शरर

शABसZप13न ह तो आप पराय पस को Xव2ा क समान समझ=ग सबल बनो और

uम स धन कमा कर स13तोष का जीवन बताओ ४ ४ ४ ४ ---- आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम उपयB तplusmnय आयािEमक साधना कW भमका तयार करन क लए ह उ13ह=

साधना का परोT अग कह सकत ह आसन यथाथ साधना कW पहल सीढ ह

कछ आसन तो 6या याम कW aX2 स उपयोगी होत ह िजनका उYलख ऊपर Oकया

जा चका ह कछ आसन यान क लए बताय गय ह पझ स और सख

आसन म= स कोई एक अपनी सXवधा और Sच क अनसार चन लना चाVहए

उoर या पव Vदशा कW ओर मख करक उस आसन पर लगभग तीन घट अXवचल

बठन का )यास करना चाVहए उसी आसन पर यान और जप करना होगा

इसक लए थान और समय 5निlत होना चाVहए इस काय क लए एक अलग

कमरा ताल स ब13द रखना चाVहए )ातःकाल ४ बज उठ कर शौचाVद स 5नवo और पXव_ होकर आसन )ाणायाम और यान करना चाVहए आसन पर बठत ह कम स कम बीस बार )ाणायाम करना चाVहए अपन इ2दव क यान क लए कछ ोक याद कर लो )ाणायाम क बाद उनका पाठ करक भगवान का च13तन करना चाVहए ५ ५ ५ ५ ---- )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा भगवान का यान करत ह वा ससार स मन को हटा कर अ13तमखी कर लना चाVहए यह )Eयाहार ह जप इसम= सहायक होगा ॐ या ॐ नमो नारायणाय आVद Oकसी म13_ का जप

)ारZभ कर दना चाVहए १०८ म13_ कW एक माला होती ह एक या तीन माला

म13_ जपना चाVहए अधक भी हो सकता ह म13_-जाप करत ह मन भगवान क

सामन जा पहचता ह भगवान का 5नर13तर च13तन ह धारणा ह

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जप-माला भी उपयोगी ह SाT या तलसी कW माला रखना चाVहए जप क

अ5तdरB उस गल म= पहना जा सकता ह जब म= रखा जा सकता ह और सोत

समय तOकया क नीच भी डाल सकत ह Oक13त माला सदा साथ रखनी चाVहए ६ ६ ६ ६ ---- यान यान यान यान एक 5निlत आसन पर बठकर अपन इ2दव का तल धारावत च13तन ह यान

ह शरर-मन-बX क nारा भगवान क 5नकट पह च उ13ह= पीछ छोड दना समाध

ह यान क अयास कW सफलता समाध क लाभ म= 5नVहत ह समाध म= परम तoव का अपरोT अनभव होता ह याता और यय एक हो

जात ह समाध ह तरयावथा और जीव13मAB ह यह योगी कW पणावथा ह ७ ७ ७ ७ ---- 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा आयािEमक साधना कवल यान क कमर तक ह सीमत नह ह यह तो

सम4-कालक साधना ह Vह13द धम का यह एक बडा अभशाप ह Oक हम कवल

कछ बातamp को पXव_ और धामक मान बठ ह शष 6यावहाdरक जीवन धम और

आयािEमक स पर समझ लया गया ह यह बडी भल ह साधक को अपना सम4 जीवन साधनामय बनाना होता ह भगवान कW शरणाग5त का भाव 5नर13तर रहना चाVहए सारा जीवन उ13ह कW

सवा ह उ13ह कW )रणा स हर काय हो रहा ह आयािEमक साधना कW सार

सफलता उ13ह क हाथ म= ह )ाणीमा_ स )म-भाव रखना भगवान क )म का 6यावहाdरक प ह भगवान क

भBamp को सभी लोग X)य Vदखाई दत ह दसर क दोषamp को दखन क बजाय अपन

दोष दखना और उ13ह= दर करना भगवत सवा का u माग ह दनamp को दान दना रोगयamp कW सवा करना 5नरTरamp को पढाना पीडतamp कW

सहायता करना मोहा13ध भटकत लोगamp को राह Vदखाना आयािEमक साधना का

अि13तम Oक13त महEवपण अग ह कमयोग क अ13तगत इसकW मVहमा क गण गाय गय ह यVद साधना क उपयB 5नदशamp का aढतापवक पालन Oकया जाय तो जीवन म=

5नlय ह सफलता सख और मAB का लाभ होगा सभी स13त -उपदशamp का सार

यह ह

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इस Vदशा म= सतत अ4सर रहन क लए स13तamp महाEमाओ का माग-दशन लत

रहना आव1यक ह वतमान काल म= पय वा मी च13मयान13द जी क अनया5ययamp

nारा थाXपत सथा lsquoच13मय मशनrsquo आपकW सहायता क लए सदा उपलltध ह

पाqयcमपाqयcमपाqयcमपाqयcम

नननन0 पतकपतकपतकपतक )थम)थम)थम)थम बारबारबारबार

)5तVदन)5तVदन)5तVदन)5तVदन

1 जीवनजीवनजीवनजीवन यो5तयो5तयो5तयो5त 10 पपपप

2 आEमआEमआEमआEम XवकासXवकासXवकासXवकास कWकWकWकW 5नदशका5नदशका5नदशका5नदशका 10 पपपप

3 भजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दम 4 ोकोकोकोक

4 तiexclवतiexclवतiexclवतiexclव बोधबोधबोधबोध 4 पपपप

5 आEमआEमआEमआEमबोधबोधबोधबोध 3 ोकोकोकोक

6 प_प_प_प_ nाराnाराnाराnारा वदा13तवदा13तवदा13तवदा13त 10 पपपप

7 मानवमानवमानवमानव 5नमाण5नमाण5नमाण5नमाण कलाकलाकलाकला 12 पपपप

8 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण 4 ोकोकोकोक

9 यानयानयानयान औरऔरऔरऔर जीवनजीवनजीवनजीवन 1 अयायअयायअयायअयाय

10 नारदनारदनारदनारद भABभABभABभAB स_स_स_स_ 5 स_स_स_स_

11 गीतागीतागीतागीता कWकWकWकW भमकाभमकाभमकाभमका 10 पपपप

12 अव1यअव1यअव1यअव1य कर=कर=कर=कर= 10 पपपप

13 साधनासाधनासाधनासाधना पचकमपचकमपचकमपचकम 1 ोकोकोकोक

14 कनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषद 2 म_म_म_म_

15 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1-2-3 3 सससस 5 ोकोकोकोक

16 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (201 सससस 300 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

17 कठोप5नषकठोप5नषकठोप5नषकठोप5नष 2 म_म_म_म_

18 दTणाम5तदTणाम5तदTणाम5तदTणाम5त तो_मतो_मतो_मतो_म 2 म_म_म_म_

19 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 4-5-6 3 सससस 5 ोकोकोकोक

20 उपदशउपदशउपदशउपदश सारसारसारसार 2 ोकोकोकोक

42

21 ईशावायईशावायईशावायईशावाय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 3 म_म_म_म_

22 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 7-8-9 3 सससस 5 ोोोोकककक

23 मडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नष 2 म_म_म_म_

24 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 10-11 3 सससस 5 ोकोकोकोक

25 कवYयकवYयकवYयकवYय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 2 म_म_म_म_

26 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (301 सससस 583 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

27 पSषसBमपSषसBमपSषसBमपSषसBम 4 सBसBसBसB

28 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 12 3 सससस 5 ोकोकोकोक

29 तXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषद 2 म_म_म_म_

30 बनाथबनाथबनाथबनाथ-त5तत5तत5तत5त 4 ोकोकोकोक

31 गीगीगीगीताताताता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 13-14-15 3 सससस 5 ोकोकोकोक

32 ऐतरयऐतरयऐतरयऐतरय उप5न`दउप5न`दउप5न`दउप5न`द 3 म_म_म_म_

33 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 16-17 3 सससस 5 ोकोकोकोक

34 )vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद 2 म_म_म_म_

35 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 18 3 सससस 5 ोकोकोकोक

36 ईhरईhरईhरईhर-दशनदशनदशनदशन (तपोवनमतपोवनमतपोवनमतपोवनम ) एकएकएकएक अयायअयायअयायअयाय

37 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1 सससस 18 5 सससस 10 ोकोकोकोक

38 अ2ावcअ2ावcअ2ावcअ2ावc गीतागीतागीतागीता 3 ोकोकोकोक

39 मामामामाडGयडGयडGयडGय औरऔरऔरऔर काdरकाकाdरकाकाdरकाकाdरका 2 म_म_म_म_

ःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःः

43

Page 17: Swadhyayamandal

17

सZपण चराचर जगत म= 6या7 परम चतना का दशन िजन गSदव कW कपा स सZभव हआ ह उन गSदव को मरा )णाम ह सवu5तशरोरcentXवरािजत सवu5तशरोरcentXवरािजत सवu5तशरोरcentXवरािजत सवu5तशरोरcentXवरािजत पपपपदाZबजःदाZबजःदाZबजःदाZबजः वदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमःवदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमःवदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमःवदा13ताZबजसयpoundयः तम uीगरव नमः ६६६६ िजनक चरण कमलamp म= सभी u5त रcent Xवरािजत ह और िजनक सय सaश Iानालोक स

वदा13त कमल Xवकसत होता ह उन गSदव को मरा )णाम ह चत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनःचत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनःचत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनःचत13यः शाhतः शा13तो 6योमातीतो 5नरजनः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ब13दनाद कलातीतः तम uीगरव नमः ७७७७

जो च13मय शाhत शा13त 6योमातीत 5नरजन और ब13द नाद तथा कलाओ स भी

पर ह उन गSदव को मरा )णाम ह IानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतःIानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतःIानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतःIानशABसमाढः तEवमालाXवभXषतः भABमAB )दाता च तम uीगरव नमःभABमAB )दाता च तम uीगरव नमःभABमAB )दाता च तम uीगरव नमःभABमAB )दाता च तम uीगरव नमः ८८८८

जो Iान और शAB म= अविथत ह तथा तiexclव सा13त कW माला धारण Oकय ह जो भAB और मAB दन वाल ह उन गSदव को मरा )णाम ह अनक ज13म स)ा7 कमब13धअनक ज13म स)ा7 कमब13धअनक ज13म स)ा7 कमब13धअनक ज13म स)ा7 कमब13ध XवदाVहन XवदाVहन XवदाVहन XवदाVहन आEमIान )दानन तम uीगरव नमःआEमIान )दानन तम uीगरव नमःआEमIान )दानन तम uीगरव नमःआEमIान )दानन तम uीगरव नमः ९९९९ अनक ज13मamp स कमब13धनamp म= जकड )ाणी को जो आEमIान क nारा मB करा दन म=

समथ ह उन गSदव को मरा )णाम ह

18

शोषण भवस13धोl Iापण सारसपदःशोषण भवस13धोl Iापण सारसपदःशोषण भवस13धोl Iापण सारसपदःशोषण भवस13धोl Iापण सारसपदः गरोः पादोदक सZयक तम uीगगरोः पादोदक सZयक तम uीगगरोः पादोदक सZयक तम uीगगरोः पादोदक सZयक तम uीग रवनमःरवनमःरवनमःरवनमः१०१०१०१० िजनक पादोदक क पश स ससार सागर सख जाता ह और परमतiexclव का बोध हो जाता ह उन गSदव को मरा )णाम ह न गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपःन गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपःन गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपःन गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपः तEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमःतEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमःतEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमःतEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमः ११११११११ गS स अधक उच कोई तiexclव नह ह और गS कW सवा स ऊचा कोई तप नह ह

तiexclवIान स u कोई Iान नह ह ऐस गSदव को मरा )णाम ह म13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSःम13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSःम13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSःम13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSः मदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमःमदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमःमदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमःमदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमः ११११2222

मर वामी ससार क वामी ह और मर आEमा सZपण )ाणयamp कW आEमा ह िजनकW

कपा स यह Iान )ा7 होता ह उन गSदव को मरा )णाम ह गSराVदरनाVदl गSः परमदवतमगSराVदरनाVदl गSः परमदवतमगSराVदरनाVदl गSः परमदवतमगSराVदरनाVदl गSः परमदवतम गरोः परतर नाित तम uीगरव नमःगरोः परतर नाित तम uीगरव नमःगरोः परतर नाित तम uीगरव नमःगरोः परतर नाित तम uीगरव नमः १३१३१३१३

गS अनाVद और अन13त ह गS ह परम दवता ह गS स u कछ भी नह ह अतः उन

गSदव को मरा )णाम ह

Eवमव माता च Xपता EवमवEवमव माता च Xपता EवमवEवमव माता च Xपता EवमवEवमव माता च Xपता Eवमव Eवमव ब13धlसखा EवमवEवमव ब13धlसखा EवमवEवमव ब13धlसखा EवमवEवमव ब13धlसखा Eवमव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव १४१४१४१४ ह गS दव तम ह मर माता हो Xपता हो भाई हो म_ हो Xव~ा हो और धन हो ह

दवताओ क दवता तZह म र लए सब कछ हो

19

६६६६ गीता यानमगीता यानमगीता यानमगीता यानम

ॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयमॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयमॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयमॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयम 6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम ----

अZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीमअZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीमअZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीमअZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीम ११११ ह मा भगवत-गीत म तZहारा 5नर 13तर अनच13तन करता ह भगवान नारायण न

अजन क )5तबोध क लए तZहार रचना वय कW थी )ाचीन म5न 6यासदव न तZह=

महाभारत क मय थाXपत Oकया तZहार अठारह अयाय ह तम Vद6य हो तZहार nारा अnतामत कW वषा होती ह और तम ससार क बधनamp स मB करन वाल हो

नमोऽतत 6यास Xवशाल ब नमोऽतत 6यास Xवशाल ब नमोऽतत 6यास Xवशाल ब नमोऽतत 6यास Xवशाल ब ---- फYलारXव13दायतप_ न_ फYलारXव13दायतप_ न_ फYलारXव13दायतप_ न_ फYलारXव13दायतप_ न_ यन Eवया भारततलपणः यन Eवया भारततलपणः यन Eवया भारततलपणः यन Eवया भारततलपणः ----

)वालतो Iानमयः )दपः )वालतो Iानमयः )दपः )वालतो Iानमयः )दपः )वालतो Iानमयः )दपः 2222

ह 6यासदव तZह= मरा )णाम ह खल हए कमल कW पखडयamp क सaश तZहार Xवशाल न_ ह तZहा रा Iान महान ह तमन महाभारत -तल (सार) स भरकर Iान का

दपक )वलत Oकया ह

)प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय )प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय )प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय )प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय Iानमाय क`णाय गीतामतदIानमाय क`णाय गीतामतदIानमाय क`णाय गीतामतदIानमाय क`णाय गीतामतद ह नमः ह नमः ह नमः ह नमः ३३३३

म उन भगवान क`ण को )णाम करता ह जो एक हाथ म= लकVट और दसर म=

Iान-मा धा रण Oकय हए ह िज13हampन (उप5नषदamp स) गीतामत का दोहन Oकया ह और

िजनकW शरण म= जान वाल कW समत कामनाय= वस ह पण होती ह जस कYपवT स

20

सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत ४४४४

सZपण उप5नष गाय= ह गोपालन13दन उनक दोहन वाल ह अजन गोवEस ह गीता महान अमतमय दध ह और सधीजन उस दध का पान करन वाल ह

वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम ५५५५

म उन भगवान क`ण को )णाम करता ह जो वसदव क Vद6य प_ ह कस और

चाणर का वध करन वाल ह दवकW मा को परम आन13द )दान करन वाल ह और

समत ससार क गS ह

भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला ---- शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला अhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनाव 5त नी 5तनी 5तनी 5तनी ----

सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः ६६६६ भगवान क`ण nारा चालत गीता -Iान कW नौका म= बठकर पाडवamp न उस भयकर

रणनद को सहज पार कर लया िजसक भी`म और ोण तट थ जयथ िजसका जल

था गाधार नप नील -कमल थ िजसम= शYय जस 4ाह थ और कपाचाय िजसकW तीyen

धारा थ कण िजसकW उoाल तरग थ अhEथामा और Xवकण िजसक भयकर मगर थ

और दयpoundधन िजसकW भवर था

पाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम लोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदा

भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस ७७७७

21

महाभारत का वह 5नमल कमल हम= कYयाणकार हो जो पाराशर क प_ 6यास क

वचन सरोवर म= उEप13न हआ जो गीता कW उEकट गध स पdरपण ह िजसक अनक

आयान कसर क समान ह जो भगवान क`ण कW मधर कथाओ स पdरपण ह सजन iमरamp क nारा िजसक रस का पान 5नर13तर Oकया जाता ह और जो कलयग क समत

दोषamp का शमन करन वाला ह

मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम ८८८८

िजनकW कपा स मक वाचा ल हो जात ह और पग लोग भी ऊ च पवतamp को पार कर

जात ह उन परमान13द भगवान क`ण कW हम व13दना करत ह

य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव ---- वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो ----

ययाययाययाययात न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः ९९९९

ा वSण इ13 S और मSण Vद6य तो_amp nारा िजसकW त5त करत ह

सामवद क गान वाल अग पद cम और उप5नषदamp क सVहत वदamp nारा िजसका गायन

करत ह योगीजन यान म= िथत तnत हय म न स िजसका दशन करत ह दवता और

असर गण (कोई भी) िजसक अ13त को नह जानत उस (परम पSष नारायण ) दव क

लए मरा नमकार ह ७७७७ गीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोक

8 The spiritual text ((((पाqय पतकपाqय पतकपाqय पतकपाqय पतक )))) It is to be taken stanza by stanza and commented upon by the Group Sewak

22

9 Discussions ((((Xवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमय)))) The Group Sewak may act as a mediator 10 Meditation Let all members sit in their favourite pose with head erect and eyes closed The Group Sewak may chant a short Mantra lowering the pitch of voice by and by Everyone repeats the process mentally Then there is a silence Every body tries to live in that silence abandoning all sorts of ideas If any thought comes in mind one should try to become its witness (Sakshi) The whole process may take only 5 to 7 minutes

यानमयानमयानमयानम शा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरश

Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम ल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZय व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम

११११११११ यानषटकयानषटकयानषटकयानषटक मनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाह न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च 6योमभमन च 6योमभमन च 6योमभमन च 6योमभम न तजो न वायःन तजो न वायःन तजो न वायःन तजो न वायः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ११११

म न मन ह न बX ह न अहकार ह और न चo ह म न uो_ ह न िजcopyा

ह न नासका ह और न न_ ह न म आकाश ह न भम ह न अिन ह

और न वाय म चदान13द प शव ह शव ह

न च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपाय

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम 2222

23

न म )ाण ह और न पचवाय न म स7धात का शरर ह और न

पचकोश न म वाक पाण पाद उपथ और न गदा ह म चदान13दप

शव ह शव ह

न म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौ

न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ३३३३

न म राग ह और न nष न म लोभ ह और न मोह न म मद ह और

न मEसर म धम अथ काम मोT भी नह ह म चदान13दप शव ह शव ह न पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःख न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः अह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBा चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ४४४४

न म पय ह और न पाप न म सख ह और न दःख न म म13_ ह

और न तीथ न म वद ह न यI म भोजन भोय और भोBा भी नह ह म

चदान13दप शव ह शव ह

न मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदः Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म न ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ५५५५

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न म मEय ह और न भय मझम= कोई जा5तभद भी नह ह न मर

माता ह और न Xपता मरा ज13म भी नह हआ ह न मरा कोई ब13ध ह न म_

न गS ह न श`य म चदान13दप शव ह शव ह

अह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपः

XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम न चान चान चान चासsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ६६६६

मर न कोई कYपना ह और न आकार म सव6यापी और इि13रयातीत

ह मरा न ब13धन ह और न मAB म Iय भी नह ह म चदान13दप शव ह शव ह

११११2222 uी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकम

6या7 जग6या7 जग6या7 जग6या7 जग~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत

5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ११११

अखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभावः परमाEमसEय वः परमाEमसEय वः परमाEमसEय वः परमाEमसEय

सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय 2222

म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः बोचबबोचबबोचबबोचब umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः

25

सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ३३३३

शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः

6यापी परण मो6यापी परण मो6यापी परण मो6यापी परण मोदमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ४४४४

अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च ग गभीग गभीग गभीग गभी र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ५५५५

तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म

Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न च13Eयमानम च13Eयमानम च13Eयमानम च13Eयमानम uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ६६६६

12 Pledge We stand as one family bound to each other with love and respect We serve as an army Courageous and disciplined ever-ready to fight against all low tendencies and false values within and without us We live honestly

the noble life of sacrifice and service producing more than what we consume and giving more than what we take

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We seek the Lords Grace to keep us on the path of virtue courage and wisdom May Thy Grace and Blessings flow through us to the world around us We believe that the service of our country is the service of Lord of Lords and devotion to the people is the devotion to the Supreme Self We know our responsibilities give us the ability and courage to fulfill them

OM TAT SAT

च13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIा हमार िथ5त ह एक पdरवार क समान )म और सZमान स परपर आब हम सवा-रत ह एक सना क समान- साहसी और अनशासत - कVटब ह सघष करन को 5नZन वXo यamp और थोथ आदश क XवS िजनका जाल ह हमार अ13दर और बाहर सव_ हम जीत ह ईमानदार स Eयाग और सवा का उच जीवन उEप13न करत ह उपभोग स अधक लत ह िजतना दत ह कह अधक हम बन ह आकाTी )भ कW कपा क जो चलाव= हम= गण साहस और Iान क माग पर

आप कW कपा और आशीष ह )भो हमार मायम स बह

27

Xवh म= चारamp ओर हमारा Xवhास ह Oक वदश सवा ह परमhर कW सवा ह और जनता कW भAB ह परमाEमा कW भAB ह हम समझत ह अपना दा5यEव दो योयता और साहस Oक हम परा कर= उस ॐ तEसत

13 Arati Arati is to be performed preferably by the wife of Group Sewak or by the

Group Sewak himself A few flowers and burning camphor placed in a tray are waved before the picture of the Lord and the following Mantras are chanted by all the members present -

न त_ सयpound भा5त न चतारक नमा Xव~तो भा5त कतोऽयमि13गः तमव भा13तम अनभा5त सव तय भासा सवमदXवभा5त ॐ सवषा वितभवत सवषा शाि13तभवत सवषा पण भवत सवषा मsectगल भवत ॐ सव भव13त सखनः सवस13त 5नरामयः सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत असतो मा स^मय तमसो मा यो5तगमय मEयोमाममत गमय ॐ पणमदः पणमद पणात पणमदयत पणय पणमादाय पणमवावश`यत ॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तः

28

भज गोXव13दमभज गोXव13दमभज गोXव13दमभज गोXव13दम

भज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13द गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत स)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत काल न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण ११११

र मढ मन गोXव13द कW खोज कर गोXव13द का भजन कर और गोXव13द का ह

यान कर अि13तम समय आन पर 6याकरण क 5नयम तर रTा न कर सक= ग मढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णा कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम यYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाo Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम 2222

र मढ धन स4ह कW त`णा छोड द मन म= वराय लाकर सत तiexclव का

च13तन कर अपन कम फल क अनसार जो धन )ा7 हो उसी स अपन म न को स13त2

कर नारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदश a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम एत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकार मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम ३३३३ स13दर Rी क नाभदश को दखकर मोह म= मत पड यह कवल मास और मजा

का Xवकार ह अपन मन म= इस बात का बार-बार Xवचार कर नलनीदलगतनलनीदलगतनलनीदलगतनलनीदलगत जलम5ततरल जलम5ततरल जलम5ततरल जलम5ततरल तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम XवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4त लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम ४४४४

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कमल-दल क ऊपर जल कW बद अEय13त अिथर होती ह जीवन भी इसी )कार

अिथर ह इस बात को अछmacr तरह समझ ल Oक सारा ससार 6याध अभमान शोक आVद स 4सत ह

यावVnयावVnयावVnयावVnoोपाजन सBःoोपाजन सBःoोपाजन सBःoोपाजन सBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः पlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह ५५५५

जब तक धनोपाजन कW शAB ह तभी तक तZहार पdरवार क लोग तम स )म

रखत ह वावथा म= शरर जजर हो जान पर तZहार बात कोई न पछगा यावEपवनोयावEपवनोयावEपवनोयावEपवनो 5नवस5त दह 5नवस5त दह 5नवस5त दह 5नवस5त दह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह गतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापाय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय ६६६६ जब तक शरर म= )ाण ह तब तक घर म= तZहार कशल पछmacr जाती ह )ाण

5नकलन पर उसी शरर स पcentी तक भयभीत होन लगती ह बालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBः तSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBः वताविच13तासBःवताविच13तासBःवताविच13तासBःवताविच13तासBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः ७७७७

बचपन म= खलamp म= आसAB रहती ह यवावथा म= तSणी स मोह रहता ह और

वावथा म= च13ताय= आ घरती ह Oक13त पर परमाEमा स Oकसी को )म नह ह का त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ः सससससारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः

30

कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः ८८८८

कौन तZहार पcentी ह कौन तZहारा प_ ह वततः ससार बडा Xवच_ ह तम

Oकस क हो कहा स आय हो ह भाई कभी इस बात का भी Xवचार करो

सEससEससEससEसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEवगEवगEवगEव 5नस5नस5नस5नसगEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम 5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः ९९९९

सEसग स अनासAB )ा7 होती ह अनासAB स मोह क ब13धन टटत ह मोह टटन पर शाhत तiexclव कW )ा57 होती ह और शाhत तiexclव पान पर जीवन -मAB का लाभ

)ा7 होता ह वयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः Tीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारो Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः १०१०१०१०

जस यवावथा बीतन पर काम -Xवकार न2 हो जाता ह और जल सख जान पर

तालाब नह रह जाता ह वस ह धन न2 होन पर पdरवार नह रह जाता और तiexclव-बोध

होन पर ससार नह रह जाता ह मा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगव हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम मायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा ११११११११

31

धन जन और यौवन क लए अभमान न करना चाVहए काल इन सब को Tण मा_ म=

न2 कर दता ह इन सब को माया का iम समझो और शीordf ह साTाEकार )ा7

करो Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः कालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः ११११2222

Vदन और रात )ातः और साय सय और गम बार -बार आत ह और चल जात

ह काल कW इस cWडा क साथ आय भी बीतती जा रह ह Oफर भी आशाओ कW आधी

स कोई नह बचता का त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता _जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका १३१३१३१३

र iाि13त म= पड मढ Rी धन आVद कW च13ता Gयamp Oकया करता ह Gया तर

ऊपर शासन करन वाला कोई नह ह तीनamp लोकamp म= कवल सEसग ह वह नौका ह जो

ज13म-मरण क सागर स तझ पार कर सकती ह जVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः प1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढो दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः १४१४१४१४

जटाधार बाल मडाय एक-एक कर सर क सब बाल खचवाय और काषायवR

धारण Oकय हए नाना वषधार स13यासी ह व आखamp स दखत हए भी अध ह व मढ

नाना )कार क वष कवल पट भरन क लए धारण करत ह

32

अsectगअsectगअsectगअsectग गलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मड दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम वो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दड तदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEया शाXपडम शाXपडम शाXपडम शाXपडम १५१५१५१५

वावथा म= शरर जजर हो गया ह सर क बाल सफद हो गय ह दात गर

गय ह छडी क सहार चलना पडता ह अथात मEय 5नकट आ गई ह Oक13त आशाओ का

ब13धन अब भी नह टटा अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः करतल करतल करतल करतल भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः १६१६१६१६

आग अिन पीछ सय और रा_ म= घटनamp म= ठो ढ लगाय रहन वाल तथा हाथ पसार

कर भीख मागन वाल और पड क नीच सोन वाल भी आशा क ब13धनamp स मB नह ह कSत गsectगकSत गsectगकSत गsectगकSत गsectग सागरगमनसागरगमनसागरगमनसागरगमन yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम IानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन १७१७१७१७

कोई भल ह गगासागर आVद तीथdeg का सवन कर yenत रख अथवा दान कर

Oक13त अIानी 6यAB सकडamp ज13मamp म= भी मAB नह )ा7 कर सकता ह यह तplusmnय सभी लोग वीकार करत ह

सरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासः शsup2याशsup2याशsup2याशsup2या भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः सवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः १८१८१८१८

33

जो लोग दवताओ क मि13दर और पडamp क नीच 5नवास करत ह बना बछौन क

जमीन पर लटत ह मगछाला पहनत ह और इस )कार सभी भोगamp का Eयाग कर दत ह

उन XवरB लोगamp को कौन सा सख )ा 7 नह ह

योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा सsectगसsectगसsectगसsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगXवहनः Xवहनः Xवहनः Xवहनः यय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चo न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव १९१९१९१९

चाह कोई योग का अयास करता हो या भोगamp म= पडा रहता हो चाह अनक लोगamp क

साथ रहता हो या अकला िजसका चo -च13तन म= मन ह वातव म= वह सखी ह

भगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीता गगगगगागागागाजल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता सकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा 2222००००

जो भगवदगीता का थोडा भी अययन करता ह गगा जल कW एक बद भी पान

करता ह और भAB-भाव स भगवान का मरण करता ह उसकW चचा यमराज भी नह

करत ह पनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरण पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम इह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार 2222११११

बार-बार ज13मना बार-बार मरना और बार-बार मा क पट म= पहचना बडा

क2कारक ह इस दःखमय ससार स पार होना बडा कVठन ह ह भगवन अपनी अपार

कपा स मरा 5नतार करो

34

रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः योगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoो रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव 22222222

जो योगी चीथड बीन कर कथर बनात और पहनत ह पय और पाप क माग को छोड

कर चलत ह िजनका चo योगायास स सयमत ह व ईhर भाव म= 5नमन रहन वाल बालकamp या उ13मo लोगamp कW तरह 5नn13n रहत ह

कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः इ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसार Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम 2222३३३३

तम कौन हो म कौन ह म कहा स आया ह कौन मर माता ह कौन मरा

Xपता ह इन )vamp पर Xवचार करो और इस असार ससार को वwन मा_ समझ कर

छोड दो Eव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः भव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eव वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम 2222४४४४

तम म= मझ म= और सभी थानamp म= क वल एक सव6यापी भगवान ह असVह`ण होकर

तम 6यथ ह मर ऊपर cोध करत हो यVद तम चाहत हो Oक तZह= ईhर )ा7 हो जाय तो तम सदा समभाव रहो

श_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ सविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमान

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सव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIा नम नम नम नम 2222५५५५

दसर लोगamp स लडन म= अथवा उनस म_ता करन म= अपनी शAB का अप6यय न

करो अपन ब13ध-बा13धवamp स राग-nष मत रखो सव_ अपन ह वप को दखो भद बX का Eयाग करो और अIान स छटकारा पाओ

काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह EयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1य5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम आEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः 2222६६६६

काम cोध लोभ और मोह को छोडकर Iानी सव_ आEमवप ह दखता ह

वह समझता ह Oक म वह ह Oक13त आEमIान रVहत मढ लोग अIान क कारण नक कW वदनाय= सहन करत ह

गय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहsup3sup3sup3sup3 यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म नय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चo दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम 2222७७७७

भगवत-गीता और Xव`ण क सहsup3 नाम गान चाVहए भगवान Xव`ण क वप का

5नर13तर यान करना चाVहए सदा सEसग म= चo लगाना चाVहए और दन लोगamp को

दान दना चाVहए सखतः सखतः सखतः सखतः Ocयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः य~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरण तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम 2222८८८८

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पहल तो लोग सख क लए Rी भोग म= ल7 रहत ह और बाद म= शारdरक रोगamp का शकार होना पडता ह य~Xप इस ससार म= अ13ततोगEवा मEय म= ह शरण मलती

ह Oफर भी लोग पापाचरण नह छोडत

अथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEय नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम प_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः 2222९९९९

लोगamp कW अनथकार धन म= ह सदा Sच बनी रहती ह सEयता यह ह Oक उसम=

Oकि13चत मा_ भी सख नह ह धनी लोगamp को अप न प_ स भी भय रहता ह धन का

सव_ यह हाल दखा जाता ह )ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम जाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधान कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम ३०३०३०३०

बडी सावधानीपवक पहल )ाणायाम का अयास करो मन को सब ओर स

हटाकर अ13तमखी बनाओ 5नEय और अ5नEय वतओ क बीच Xववकपवक Xवचार करो

और Oफर जप करत हए समाध का अयास करो गSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः सि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादव -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम ३१३१३१३१ ह गS क चरणamp म= भABभाव रखन वालamp तम शीordf ह स सार-सागर स पार हो

जाओग तमन इि13 यamp को और मन को वश म= Oकया ह तम अपन acuteदय म= शीordf ह

भगवान का साTाEकार करोग

37

आयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अग १ १ १ १ ---- वथ शरर वथ शरर वथ शरर वथ शरर ((((अअअअ) ) ) ) सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन ---- बना वथ शरर क कोई भी लौOकक या पारलौOकक

काय करना सZभव ह नह ह इसक लए श और सािiexclवक आहार आव1यक ह

मच इमल wयाज लहसन खटाई तल मसाल हग आVद Eयाय ह बहत अधक न खाना चाVहए मताहार रोगamp स बचाता ह यान रखो भोजन वाद क

लए नह वाplusmnय क लए ह एकादशी आVद Oकसी Vदन उपवास भी कई aX2 स

उपयोगी ह ((((बबबब) ) ) ) 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम ---- वथ शरर क लए 5नEय 6यायाम भी आव1यक ह

इसक लए )ातःकाल कछ शारdरक uम करना चाVहए बगीच म= काम टहलना

तरना आसनamp का अयास आVद कछ 6यायाम ह आसन और )ाणायाम साधना

म= अधक सहायक ह ((((सससस)))) वछता वछता वछता वछता ---- वथ वाय का सवन 5नEय नान साफ कपड और रहन क

थान कW सफाई शरर को वथ और चo को )स13न रखती ह

2 2 2 2 ---- वथ मनवथ मनवथ मनवथ मन

((((अअअअ) ) ) ) वायाय वायाय वायाय वायाय ---- जस वथ शरर क लए 5नEय श और पौX2क भोजन कW

आव1यकता ह वस ह वथ मन क लए स-413थamp का 5नEय अवलोकन आव1यक ह अ13यथा मन दबल हो जाता ह और उस मानस रोग घरन लगत ह

दिl13ताय= चडचडाहट 6य4ता भय nष आVद मानसक रोगamp क लTण ह

गीता रामायण भागवत उप5नष योगवास बाइबल ज13दावता करान

_Xपटक 413थसाVहब आVद म= स Oकसी 413थ का अययन करना चाVहए

((((बबबब) ) ) ) स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त ---- य दोनamp वथ मन क लTण ह Xववक और वराय

क 6यायाम स स13तोष और शाि13त बढती ह वथ शरर और वथ मन स

आEमबल बढता ह इसी बल स आयािEमक सफलताय= )ा7 कW जाती ह ((((सससस) ) ) ) सससस----Xवचार Xवचार Xवचार Xवचार ---- स-Xवचार जीवन को सह Vदशा म= ल जात ह अस Xवचारamp

स मन`य का पतन होता ह सEसग और सuml413थamp क अवलोकन स स -Xवचार

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aढ होत ह कसग और कच2ाय= छोडकर सEसग का आuय लो ससार म= िजतन भी महापSष हए ह और उ13हampन जब जो कछ पाया ह वह सEसग क कारण ह ३ ३ ३ ३ ---- न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो

जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए ---- ((((अअअअ) ) ) ) चय और सEय चय और सEय चय और सEय चय और सEय ---- वीय कW रTा बडी सावधानी स करनी चाVहए शरर

तर पर वीय ह ईhर ह जीवन कW यह एक बहत बडी Xवभ5त ह यह जीवन Xवचार और बX का सार ह सचत वीय ओज म= पdरव5तत होता ह और ओज आEमशAB म= हर कWमत पर सEय मधर और मत भाषण का अयास करना चाVहए

मplusmnया भाषण दबलता भय और अIान का पdरणाम ह 5नEय एक-दो घट का

मौन रहना चाVहए उस समय सकतamp का )योग भी न करना चाVहए ((((बबबब) ) ) ) सससस----गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास ---- 5नयम कW पाब13द समय का उपयोग मधर भाषण

उदारता कSणा नह स-पSषamp का आदर सहनशीलता Tमा धय स13तोष 5नरभमानता आVद स-गण ह यVद य ग ण सहज ह )ा7 न हamp तो अयास क

nारा )ा7 Oकय जा सकत ह सब गणamp का एक साथ अयास नह हो सकता Oक13त एक गण क आत ह उसक सहयोगी अनक गण वय आन लगत ह Oकसी एक गण का अयास करन का सकYप करो और 5नEय सोन क पहल

अपनी सफलताओ-असफलताओ पर Xवचार करो कछ समय म= वह अयास आदत बन जायगा और आदत वभाव ((((सससस) ) ) ) दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग ---- )ायः लोग कसग क कारण दगणamp म= पड जात ह

आयािEमक T_ म= जYद सफल होन क लए दगणamp को शीordfा5तशीordf छोडना

होगा म~पान आलय मासभTण cरता कठोरता कVटलता छल )पच

पर5न13दा लोभ पdर4ह आVद अनक दगण ह यVद साधक म= ऐस कोई दगण ह

तो उ13ह= एक-एक कर छोडन का )यcent करना चाVहए दगण बड हठmacr होत ह

इनक Eयागन क लए सकYप करना पडता ह यVद एक दगण छोडन म= सफलता

मल तो आEम-Xवhास बढ जाता ह और दसर दगण छोडना सरल हो जाता ह ((((दददद) ) ) ) सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका ---- आज क आथक यग म= धन सचय कW हवस बढ रह

ह इसक लए बईमानी और छल-)पच का सहारा लया जा रहा ह कारण कवल

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यह ह Oक हमार आव1यकताय= बढ गई ह श आजी Xवका क लए आव1यक ह

Oक आव1यकताय= घटाई जाय= uम और ईमानदार स कमाया हआ धन मन`य

कW आव1यक आव1यकताय= पर कर सकता ह आलसी और दबल 6यAB ह आसानी स )ा7 होन वाल धन कW इछा करत ह यVद आपकW बX और शरर

शABसZप13न ह तो आप पराय पस को Xव2ा क समान समझ=ग सबल बनो और

uम स धन कमा कर स13तोष का जीवन बताओ ४ ४ ४ ४ ---- आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम उपयB तplusmnय आयािEमक साधना कW भमका तयार करन क लए ह उ13ह=

साधना का परोT अग कह सकत ह आसन यथाथ साधना कW पहल सीढ ह

कछ आसन तो 6या याम कW aX2 स उपयोगी होत ह िजनका उYलख ऊपर Oकया

जा चका ह कछ आसन यान क लए बताय गय ह पझ स और सख

आसन म= स कोई एक अपनी सXवधा और Sच क अनसार चन लना चाVहए

उoर या पव Vदशा कW ओर मख करक उस आसन पर लगभग तीन घट अXवचल

बठन का )यास करना चाVहए उसी आसन पर यान और जप करना होगा

इसक लए थान और समय 5निlत होना चाVहए इस काय क लए एक अलग

कमरा ताल स ब13द रखना चाVहए )ातःकाल ४ बज उठ कर शौचाVद स 5नवo और पXव_ होकर आसन )ाणायाम और यान करना चाVहए आसन पर बठत ह कम स कम बीस बार )ाणायाम करना चाVहए अपन इ2दव क यान क लए कछ ोक याद कर लो )ाणायाम क बाद उनका पाठ करक भगवान का च13तन करना चाVहए ५ ५ ५ ५ ---- )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा भगवान का यान करत ह वा ससार स मन को हटा कर अ13तमखी कर लना चाVहए यह )Eयाहार ह जप इसम= सहायक होगा ॐ या ॐ नमो नारायणाय आVद Oकसी म13_ का जप

)ारZभ कर दना चाVहए १०८ म13_ कW एक माला होती ह एक या तीन माला

म13_ जपना चाVहए अधक भी हो सकता ह म13_-जाप करत ह मन भगवान क

सामन जा पहचता ह भगवान का 5नर13तर च13तन ह धारणा ह

40

जप-माला भी उपयोगी ह SाT या तलसी कW माला रखना चाVहए जप क

अ5तdरB उस गल म= पहना जा सकता ह जब म= रखा जा सकता ह और सोत

समय तOकया क नीच भी डाल सकत ह Oक13त माला सदा साथ रखनी चाVहए ६ ६ ६ ६ ---- यान यान यान यान एक 5निlत आसन पर बठकर अपन इ2दव का तल धारावत च13तन ह यान

ह शरर-मन-बX क nारा भगवान क 5नकट पह च उ13ह= पीछ छोड दना समाध

ह यान क अयास कW सफलता समाध क लाभ म= 5नVहत ह समाध म= परम तoव का अपरोT अनभव होता ह याता और यय एक हो

जात ह समाध ह तरयावथा और जीव13मAB ह यह योगी कW पणावथा ह ७ ७ ७ ७ ---- 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा आयािEमक साधना कवल यान क कमर तक ह सीमत नह ह यह तो

सम4-कालक साधना ह Vह13द धम का यह एक बडा अभशाप ह Oक हम कवल

कछ बातamp को पXव_ और धामक मान बठ ह शष 6यावहाdरक जीवन धम और

आयािEमक स पर समझ लया गया ह यह बडी भल ह साधक को अपना सम4 जीवन साधनामय बनाना होता ह भगवान कW शरणाग5त का भाव 5नर13तर रहना चाVहए सारा जीवन उ13ह कW

सवा ह उ13ह कW )रणा स हर काय हो रहा ह आयािEमक साधना कW सार

सफलता उ13ह क हाथ म= ह )ाणीमा_ स )म-भाव रखना भगवान क )म का 6यावहाdरक प ह भगवान क

भBamp को सभी लोग X)य Vदखाई दत ह दसर क दोषamp को दखन क बजाय अपन

दोष दखना और उ13ह= दर करना भगवत सवा का u माग ह दनamp को दान दना रोगयamp कW सवा करना 5नरTरamp को पढाना पीडतamp कW

सहायता करना मोहा13ध भटकत लोगamp को राह Vदखाना आयािEमक साधना का

अि13तम Oक13त महEवपण अग ह कमयोग क अ13तगत इसकW मVहमा क गण गाय गय ह यVद साधना क उपयB 5नदशamp का aढतापवक पालन Oकया जाय तो जीवन म=

5नlय ह सफलता सख और मAB का लाभ होगा सभी स13त -उपदशamp का सार

यह ह

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इस Vदशा म= सतत अ4सर रहन क लए स13तamp महाEमाओ का माग-दशन लत

रहना आव1यक ह वतमान काल म= पय वा मी च13मयान13द जी क अनया5ययamp

nारा थाXपत सथा lsquoच13मय मशनrsquo आपकW सहायता क लए सदा उपलltध ह

पाqयcमपाqयcमपाqयcमपाqयcम

नननन0 पतकपतकपतकपतक )थम)थम)थम)थम बारबारबारबार

)5तVदन)5तVदन)5तVदन)5तVदन

1 जीवनजीवनजीवनजीवन यो5तयो5तयो5तयो5त 10 पपपप

2 आEमआEमआEमआEम XवकासXवकासXवकासXवकास कWकWकWकW 5नदशका5नदशका5नदशका5नदशका 10 पपपप

3 भजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दम 4 ोकोकोकोक

4 तiexclवतiexclवतiexclवतiexclव बोधबोधबोधबोध 4 पपपप

5 आEमआEमआEमआEमबोधबोधबोधबोध 3 ोकोकोकोक

6 प_प_प_प_ nाराnाराnाराnारा वदा13तवदा13तवदा13तवदा13त 10 पपपप

7 मानवमानवमानवमानव 5नमाण5नमाण5नमाण5नमाण कलाकलाकलाकला 12 पपपप

8 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण 4 ोकोकोकोक

9 यानयानयानयान औरऔरऔरऔर जीवनजीवनजीवनजीवन 1 अयायअयायअयायअयाय

10 नारदनारदनारदनारद भABभABभABभAB स_स_स_स_ 5 स_स_स_स_

11 गीतागीतागीतागीता कWकWकWकW भमकाभमकाभमकाभमका 10 पपपप

12 अव1यअव1यअव1यअव1य कर=कर=कर=कर= 10 पपपप

13 साधनासाधनासाधनासाधना पचकमपचकमपचकमपचकम 1 ोकोकोकोक

14 कनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषद 2 म_म_म_म_

15 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1-2-3 3 सससस 5 ोकोकोकोक

16 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (201 सससस 300 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

17 कठोप5नषकठोप5नषकठोप5नषकठोप5नष 2 म_म_म_म_

18 दTणाम5तदTणाम5तदTणाम5तदTणाम5त तो_मतो_मतो_मतो_म 2 म_म_म_म_

19 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 4-5-6 3 सससस 5 ोकोकोकोक

20 उपदशउपदशउपदशउपदश सारसारसारसार 2 ोकोकोकोक

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21 ईशावायईशावायईशावायईशावाय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 3 म_म_म_म_

22 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 7-8-9 3 सससस 5 ोोोोकककक

23 मडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नष 2 म_म_म_म_

24 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 10-11 3 सससस 5 ोकोकोकोक

25 कवYयकवYयकवYयकवYय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 2 म_म_म_म_

26 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (301 सससस 583 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

27 पSषसBमपSषसBमपSषसBमपSषसBम 4 सBसBसBसB

28 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 12 3 सससस 5 ोकोकोकोक

29 तXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषद 2 म_म_म_म_

30 बनाथबनाथबनाथबनाथ-त5तत5तत5तत5त 4 ोकोकोकोक

31 गीगीगीगीताताताता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 13-14-15 3 सससस 5 ोकोकोकोक

32 ऐतरयऐतरयऐतरयऐतरय उप5न`दउप5न`दउप5न`दउप5न`द 3 म_म_म_म_

33 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 16-17 3 सससस 5 ोकोकोकोक

34 )vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद 2 म_म_म_म_

35 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 18 3 सससस 5 ोकोकोकोक

36 ईhरईhरईhरईhर-दशनदशनदशनदशन (तपोवनमतपोवनमतपोवनमतपोवनम ) एकएकएकएक अयायअयायअयायअयाय

37 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1 सससस 18 5 सससस 10 ोकोकोकोक

38 अ2ावcअ2ावcअ2ावcअ2ावc गीतागीतागीतागीता 3 ोकोकोकोक

39 मामामामाडGयडGयडGयडGय औरऔरऔरऔर काdरकाकाdरकाकाdरकाकाdरका 2 म_म_म_म_

ःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःः

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Page 18: Swadhyayamandal

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शोषण भवस13धोl Iापण सारसपदःशोषण भवस13धोl Iापण सारसपदःशोषण भवस13धोl Iापण सारसपदःशोषण भवस13धोl Iापण सारसपदः गरोः पादोदक सZयक तम uीगगरोः पादोदक सZयक तम uीगगरोः पादोदक सZयक तम uीगगरोः पादोदक सZयक तम uीग रवनमःरवनमःरवनमःरवनमः१०१०१०१० िजनक पादोदक क पश स ससार सागर सख जाता ह और परमतiexclव का बोध हो जाता ह उन गSदव को मरा )णाम ह न गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपःन गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपःन गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपःन गरोरधक तiexclव न गरोरधक तपः तEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमःतEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमःतEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमःतEवIानाEपर नाित तम uीगरव नमः ११११११११ गS स अधक उच कोई तiexclव नह ह और गS कW सवा स ऊचा कोई तप नह ह

तiexclवIान स u कोई Iान नह ह ऐस गSदव को मरा )णाम ह म13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSःम13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSःम13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSःम13नाथः uी जग13नाथः मSः uी जगSः मदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमःमदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमःमदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमःमदाEमा सवभताEमा तम uीगरव नमः ११११2222

मर वामी ससार क वामी ह और मर आEमा सZपण )ाणयamp कW आEमा ह िजनकW

कपा स यह Iान )ा7 होता ह उन गSदव को मरा )णाम ह गSराVदरनाVदl गSः परमदवतमगSराVदरनाVदl गSः परमदवतमगSराVदरनाVदl गSः परमदवतमगSराVदरनाVदl गSः परमदवतम गरोः परतर नाित तम uीगरव नमःगरोः परतर नाित तम uीगरव नमःगरोः परतर नाित तम uीगरव नमःगरोः परतर नाित तम uीगरव नमः १३१३१३१३

गS अनाVद और अन13त ह गS ह परम दवता ह गS स u कछ भी नह ह अतः उन

गSदव को मरा )णाम ह

Eवमव माता च Xपता EवमवEवमव माता च Xपता EवमवEवमव माता च Xपता EवमवEवमव माता च Xपता Eवमव Eवमव ब13धlसखा EवमवEवमव ब13धlसखा EवमवEवमव ब13धlसखा EवमवEवमव ब13धlसखा Eवमव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव Eवमव Xव~ा Xवण Eवमव Eवमव सव मम दव दव १४१४१४१४ ह गS दव तम ह मर माता हो Xपता हो भाई हो म_ हो Xव~ा हो और धन हो ह

दवताओ क दवता तZह म र लए सब कछ हो

19

६६६६ गीता यानमगीता यानमगीता यानमगीता यानम

ॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयमॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयमॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयमॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयम 6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम ----

अZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीमअZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीमअZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीमअZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीम ११११ ह मा भगवत-गीत म तZहारा 5नर 13तर अनच13तन करता ह भगवान नारायण न

अजन क )5तबोध क लए तZहार रचना वय कW थी )ाचीन म5न 6यासदव न तZह=

महाभारत क मय थाXपत Oकया तZहार अठारह अयाय ह तम Vद6य हो तZहार nारा अnतामत कW वषा होती ह और तम ससार क बधनamp स मB करन वाल हो

नमोऽतत 6यास Xवशाल ब नमोऽतत 6यास Xवशाल ब नमोऽतत 6यास Xवशाल ब नमोऽतत 6यास Xवशाल ब ---- फYलारXव13दायतप_ न_ फYलारXव13दायतप_ न_ फYलारXव13दायतप_ न_ फYलारXव13दायतप_ न_ यन Eवया भारततलपणः यन Eवया भारततलपणः यन Eवया भारततलपणः यन Eवया भारततलपणः ----

)वालतो Iानमयः )दपः )वालतो Iानमयः )दपः )वालतो Iानमयः )दपः )वालतो Iानमयः )दपः 2222

ह 6यासदव तZह= मरा )णाम ह खल हए कमल कW पखडयamp क सaश तZहार Xवशाल न_ ह तZहा रा Iान महान ह तमन महाभारत -तल (सार) स भरकर Iान का

दपक )वलत Oकया ह

)प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय )प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय )प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय )प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय Iानमाय क`णाय गीतामतदIानमाय क`णाय गीतामतदIानमाय क`णाय गीतामतदIानमाय क`णाय गीतामतद ह नमः ह नमः ह नमः ह नमः ३३३३

म उन भगवान क`ण को )णाम करता ह जो एक हाथ म= लकVट और दसर म=

Iान-मा धा रण Oकय हए ह िज13हampन (उप5नषदamp स) गीतामत का दोहन Oकया ह और

िजनकW शरण म= जान वाल कW समत कामनाय= वस ह पण होती ह जस कYपवT स

20

सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत ४४४४

सZपण उप5नष गाय= ह गोपालन13दन उनक दोहन वाल ह अजन गोवEस ह गीता महान अमतमय दध ह और सधीजन उस दध का पान करन वाल ह

वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम ५५५५

म उन भगवान क`ण को )णाम करता ह जो वसदव क Vद6य प_ ह कस और

चाणर का वध करन वाल ह दवकW मा को परम आन13द )दान करन वाल ह और

समत ससार क गS ह

भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला ---- शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला अhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनाव 5त नी 5तनी 5तनी 5तनी ----

सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः ६६६६ भगवान क`ण nारा चालत गीता -Iान कW नौका म= बठकर पाडवamp न उस भयकर

रणनद को सहज पार कर लया िजसक भी`म और ोण तट थ जयथ िजसका जल

था गाधार नप नील -कमल थ िजसम= शYय जस 4ाह थ और कपाचाय िजसकW तीyen

धारा थ कण िजसकW उoाल तरग थ अhEथामा और Xवकण िजसक भयकर मगर थ

और दयpoundधन िजसकW भवर था

पाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम लोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदा

भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस ७७७७

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महाभारत का वह 5नमल कमल हम= कYयाणकार हो जो पाराशर क प_ 6यास क

वचन सरोवर म= उEप13न हआ जो गीता कW उEकट गध स पdरपण ह िजसक अनक

आयान कसर क समान ह जो भगवान क`ण कW मधर कथाओ स पdरपण ह सजन iमरamp क nारा िजसक रस का पान 5नर13तर Oकया जाता ह और जो कलयग क समत

दोषamp का शमन करन वाला ह

मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम ८८८८

िजनकW कपा स मक वाचा ल हो जात ह और पग लोग भी ऊ च पवतamp को पार कर

जात ह उन परमान13द भगवान क`ण कW हम व13दना करत ह

य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव ---- वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो ----

ययाययाययाययात न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः ९९९९

ा वSण इ13 S और मSण Vद6य तो_amp nारा िजसकW त5त करत ह

सामवद क गान वाल अग पद cम और उप5नषदamp क सVहत वदamp nारा िजसका गायन

करत ह योगीजन यान म= िथत तnत हय म न स िजसका दशन करत ह दवता और

असर गण (कोई भी) िजसक अ13त को नह जानत उस (परम पSष नारायण ) दव क

लए मरा नमकार ह ७७७७ गीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोक

8 The spiritual text ((((पाqय पतकपाqय पतकपाqय पतकपाqय पतक )))) It is to be taken stanza by stanza and commented upon by the Group Sewak

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9 Discussions ((((Xवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमय)))) The Group Sewak may act as a mediator 10 Meditation Let all members sit in their favourite pose with head erect and eyes closed The Group Sewak may chant a short Mantra lowering the pitch of voice by and by Everyone repeats the process mentally Then there is a silence Every body tries to live in that silence abandoning all sorts of ideas If any thought comes in mind one should try to become its witness (Sakshi) The whole process may take only 5 to 7 minutes

यानमयानमयानमयानम शा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरश

Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम ल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZय व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम

११११११११ यानषटकयानषटकयानषटकयानषटक मनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाह न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च 6योमभमन च 6योमभमन च 6योमभमन च 6योमभम न तजो न वायःन तजो न वायःन तजो न वायःन तजो न वायः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ११११

म न मन ह न बX ह न अहकार ह और न चo ह म न uो_ ह न िजcopyा

ह न नासका ह और न न_ ह न म आकाश ह न भम ह न अिन ह

और न वाय म चदान13द प शव ह शव ह

न च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपाय

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम 2222

23

न म )ाण ह और न पचवाय न म स7धात का शरर ह और न

पचकोश न म वाक पाण पाद उपथ और न गदा ह म चदान13दप

शव ह शव ह

न म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौ

न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ३३३३

न म राग ह और न nष न म लोभ ह और न मोह न म मद ह और

न मEसर म धम अथ काम मोT भी नह ह म चदान13दप शव ह शव ह न पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःख न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः अह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBा चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ४४४४

न म पय ह और न पाप न म सख ह और न दःख न म म13_ ह

और न तीथ न म वद ह न यI म भोजन भोय और भोBा भी नह ह म

चदान13दप शव ह शव ह

न मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदः Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म न ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ५५५५

24

न म मEय ह और न भय मझम= कोई जा5तभद भी नह ह न मर

माता ह और न Xपता मरा ज13म भी नह हआ ह न मरा कोई ब13ध ह न म_

न गS ह न श`य म चदान13दप शव ह शव ह

अह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपः

XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम न चान चान चान चासsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ६६६६

मर न कोई कYपना ह और न आकार म सव6यापी और इि13रयातीत

ह मरा न ब13धन ह और न मAB म Iय भी नह ह म चदान13दप शव ह शव ह

११११2222 uी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकम

6या7 जग6या7 जग6या7 जग6या7 जग~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत

5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ११११

अखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभावः परमाEमसEय वः परमाEमसEय वः परमाEमसEय वः परमाEमसEय

सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय 2222

म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः बोचबबोचबबोचबबोचब umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः

25

सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ३३३३

शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः

6यापी परण मो6यापी परण मो6यापी परण मो6यापी परण मोदमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ४४४४

अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च ग गभीग गभीग गभीग गभी र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ५५५५

तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म

Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न च13Eयमानम च13Eयमानम च13Eयमानम च13Eयमानम uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ६६६६

12 Pledge We stand as one family bound to each other with love and respect We serve as an army Courageous and disciplined ever-ready to fight against all low tendencies and false values within and without us We live honestly

the noble life of sacrifice and service producing more than what we consume and giving more than what we take

26

We seek the Lords Grace to keep us on the path of virtue courage and wisdom May Thy Grace and Blessings flow through us to the world around us We believe that the service of our country is the service of Lord of Lords and devotion to the people is the devotion to the Supreme Self We know our responsibilities give us the ability and courage to fulfill them

OM TAT SAT

च13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIा हमार िथ5त ह एक पdरवार क समान )म और सZमान स परपर आब हम सवा-रत ह एक सना क समान- साहसी और अनशासत - कVटब ह सघष करन को 5नZन वXo यamp और थोथ आदश क XवS िजनका जाल ह हमार अ13दर और बाहर सव_ हम जीत ह ईमानदार स Eयाग और सवा का उच जीवन उEप13न करत ह उपभोग स अधक लत ह िजतना दत ह कह अधक हम बन ह आकाTी )भ कW कपा क जो चलाव= हम= गण साहस और Iान क माग पर

आप कW कपा और आशीष ह )भो हमार मायम स बह

27

Xवh म= चारamp ओर हमारा Xवhास ह Oक वदश सवा ह परमhर कW सवा ह और जनता कW भAB ह परमाEमा कW भAB ह हम समझत ह अपना दा5यEव दो योयता और साहस Oक हम परा कर= उस ॐ तEसत

13 Arati Arati is to be performed preferably by the wife of Group Sewak or by the

Group Sewak himself A few flowers and burning camphor placed in a tray are waved before the picture of the Lord and the following Mantras are chanted by all the members present -

न त_ सयpound भा5त न चतारक नमा Xव~तो भा5त कतोऽयमि13गः तमव भा13तम अनभा5त सव तय भासा सवमदXवभा5त ॐ सवषा वितभवत सवषा शाि13तभवत सवषा पण भवत सवषा मsectगल भवत ॐ सव भव13त सखनः सवस13त 5नरामयः सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत असतो मा स^मय तमसो मा यो5तगमय मEयोमाममत गमय ॐ पणमदः पणमद पणात पणमदयत पणय पणमादाय पणमवावश`यत ॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तः

28

भज गोXव13दमभज गोXव13दमभज गोXव13दमभज गोXव13दम

भज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13द गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत स)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत काल न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण ११११

र मढ मन गोXव13द कW खोज कर गोXव13द का भजन कर और गोXव13द का ह

यान कर अि13तम समय आन पर 6याकरण क 5नयम तर रTा न कर सक= ग मढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णा कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम यYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाo Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम 2222

र मढ धन स4ह कW त`णा छोड द मन म= वराय लाकर सत तiexclव का

च13तन कर अपन कम फल क अनसार जो धन )ा7 हो उसी स अपन म न को स13त2

कर नारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदश a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम एत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकार मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम ३३३३ स13दर Rी क नाभदश को दखकर मोह म= मत पड यह कवल मास और मजा

का Xवकार ह अपन मन म= इस बात का बार-बार Xवचार कर नलनीदलगतनलनीदलगतनलनीदलगतनलनीदलगत जलम5ततरल जलम5ततरल जलम5ततरल जलम5ततरल तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम XवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4त लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम ४४४४

29

कमल-दल क ऊपर जल कW बद अEय13त अिथर होती ह जीवन भी इसी )कार

अिथर ह इस बात को अछmacr तरह समझ ल Oक सारा ससार 6याध अभमान शोक आVद स 4सत ह

यावVnयावVnयावVnयावVnoोपाजन सBःoोपाजन सBःoोपाजन सBःoोपाजन सBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः पlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह ५५५५

जब तक धनोपाजन कW शAB ह तभी तक तZहार पdरवार क लोग तम स )म

रखत ह वावथा म= शरर जजर हो जान पर तZहार बात कोई न पछगा यावEपवनोयावEपवनोयावEपवनोयावEपवनो 5नवस5त दह 5नवस5त दह 5नवस5त दह 5नवस5त दह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह गतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापाय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय ६६६६ जब तक शरर म= )ाण ह तब तक घर म= तZहार कशल पछmacr जाती ह )ाण

5नकलन पर उसी शरर स पcentी तक भयभीत होन लगती ह बालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBः तSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBः वताविच13तासBःवताविच13तासBःवताविच13तासBःवताविच13तासBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः ७७७७

बचपन म= खलamp म= आसAB रहती ह यवावथा म= तSणी स मोह रहता ह और

वावथा म= च13ताय= आ घरती ह Oक13त पर परमाEमा स Oकसी को )म नह ह का त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ः सससससारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः

30

कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः ८८८८

कौन तZहार पcentी ह कौन तZहारा प_ ह वततः ससार बडा Xवच_ ह तम

Oकस क हो कहा स आय हो ह भाई कभी इस बात का भी Xवचार करो

सEससEससEससEसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEवगEवगEवगEव 5नस5नस5नस5नसगEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम 5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः ९९९९

सEसग स अनासAB )ा7 होती ह अनासAB स मोह क ब13धन टटत ह मोह टटन पर शाhत तiexclव कW )ा57 होती ह और शाhत तiexclव पान पर जीवन -मAB का लाभ

)ा7 होता ह वयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः Tीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारो Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः १०१०१०१०

जस यवावथा बीतन पर काम -Xवकार न2 हो जाता ह और जल सख जान पर

तालाब नह रह जाता ह वस ह धन न2 होन पर पdरवार नह रह जाता और तiexclव-बोध

होन पर ससार नह रह जाता ह मा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगव हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम मायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा ११११११११

31

धन जन और यौवन क लए अभमान न करना चाVहए काल इन सब को Tण मा_ म=

न2 कर दता ह इन सब को माया का iम समझो और शीordf ह साTाEकार )ा7

करो Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः कालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः ११११2222

Vदन और रात )ातः और साय सय और गम बार -बार आत ह और चल जात

ह काल कW इस cWडा क साथ आय भी बीतती जा रह ह Oफर भी आशाओ कW आधी

स कोई नह बचता का त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता _जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका १३१३१३१३

र iाि13त म= पड मढ Rी धन आVद कW च13ता Gयamp Oकया करता ह Gया तर

ऊपर शासन करन वाला कोई नह ह तीनamp लोकamp म= कवल सEसग ह वह नौका ह जो

ज13म-मरण क सागर स तझ पार कर सकती ह जVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः प1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढो दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः १४१४१४१४

जटाधार बाल मडाय एक-एक कर सर क सब बाल खचवाय और काषायवR

धारण Oकय हए नाना वषधार स13यासी ह व आखamp स दखत हए भी अध ह व मढ

नाना )कार क वष कवल पट भरन क लए धारण करत ह

32

अsectगअsectगअsectगअsectग गलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मड दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम वो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दड तदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEया शाXपडम शाXपडम शाXपडम शाXपडम १५१५१५१५

वावथा म= शरर जजर हो गया ह सर क बाल सफद हो गय ह दात गर

गय ह छडी क सहार चलना पडता ह अथात मEय 5नकट आ गई ह Oक13त आशाओ का

ब13धन अब भी नह टटा अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः करतल करतल करतल करतल भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः १६१६१६१६

आग अिन पीछ सय और रा_ म= घटनamp म= ठो ढ लगाय रहन वाल तथा हाथ पसार

कर भीख मागन वाल और पड क नीच सोन वाल भी आशा क ब13धनamp स मB नह ह कSत गsectगकSत गsectगकSत गsectगकSत गsectग सागरगमनसागरगमनसागरगमनसागरगमन yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम IानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन १७१७१७१७

कोई भल ह गगासागर आVद तीथdeg का सवन कर yenत रख अथवा दान कर

Oक13त अIानी 6यAB सकडamp ज13मamp म= भी मAB नह )ा7 कर सकता ह यह तplusmnय सभी लोग वीकार करत ह

सरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासः शsup2याशsup2याशsup2याशsup2या भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः सवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः १८१८१८१८

33

जो लोग दवताओ क मि13दर और पडamp क नीच 5नवास करत ह बना बछौन क

जमीन पर लटत ह मगछाला पहनत ह और इस )कार सभी भोगamp का Eयाग कर दत ह

उन XवरB लोगamp को कौन सा सख )ा 7 नह ह

योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा सsectगसsectगसsectगसsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगXवहनः Xवहनः Xवहनः Xवहनः यय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चo न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव १९१९१९१९

चाह कोई योग का अयास करता हो या भोगamp म= पडा रहता हो चाह अनक लोगamp क

साथ रहता हो या अकला िजसका चo -च13तन म= मन ह वातव म= वह सखी ह

भगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीता गगगगगागागागाजल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता सकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा 2222००००

जो भगवदगीता का थोडा भी अययन करता ह गगा जल कW एक बद भी पान

करता ह और भAB-भाव स भगवान का मरण करता ह उसकW चचा यमराज भी नह

करत ह पनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरण पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम इह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार 2222११११

बार-बार ज13मना बार-बार मरना और बार-बार मा क पट म= पहचना बडा

क2कारक ह इस दःखमय ससार स पार होना बडा कVठन ह ह भगवन अपनी अपार

कपा स मरा 5नतार करो

34

रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः योगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoो रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव 22222222

जो योगी चीथड बीन कर कथर बनात और पहनत ह पय और पाप क माग को छोड

कर चलत ह िजनका चo योगायास स सयमत ह व ईhर भाव म= 5नमन रहन वाल बालकamp या उ13मo लोगamp कW तरह 5नn13n रहत ह

कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः इ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसार Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम 2222३३३३

तम कौन हो म कौन ह म कहा स आया ह कौन मर माता ह कौन मरा

Xपता ह इन )vamp पर Xवचार करो और इस असार ससार को वwन मा_ समझ कर

छोड दो Eव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः भव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eव वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम 2222४४४४

तम म= मझ म= और सभी थानamp म= क वल एक सव6यापी भगवान ह असVह`ण होकर

तम 6यथ ह मर ऊपर cोध करत हो यVद तम चाहत हो Oक तZह= ईhर )ा7 हो जाय तो तम सदा समभाव रहो

श_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ सविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमान

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सव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIा नम नम नम नम 2222५५५५

दसर लोगamp स लडन म= अथवा उनस म_ता करन म= अपनी शAB का अप6यय न

करो अपन ब13ध-बा13धवamp स राग-nष मत रखो सव_ अपन ह वप को दखो भद बX का Eयाग करो और अIान स छटकारा पाओ

काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह EयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1य5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम आEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः 2222६६६६

काम cोध लोभ और मोह को छोडकर Iानी सव_ आEमवप ह दखता ह

वह समझता ह Oक म वह ह Oक13त आEमIान रVहत मढ लोग अIान क कारण नक कW वदनाय= सहन करत ह

गय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहsup3sup3sup3sup3 यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म नय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चo दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम 2222७७७७

भगवत-गीता और Xव`ण क सहsup3 नाम गान चाVहए भगवान Xव`ण क वप का

5नर13तर यान करना चाVहए सदा सEसग म= चo लगाना चाVहए और दन लोगamp को

दान दना चाVहए सखतः सखतः सखतः सखतः Ocयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः य~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरण तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम 2222८८८८

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पहल तो लोग सख क लए Rी भोग म= ल7 रहत ह और बाद म= शारdरक रोगamp का शकार होना पडता ह य~Xप इस ससार म= अ13ततोगEवा मEय म= ह शरण मलती

ह Oफर भी लोग पापाचरण नह छोडत

अथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEय नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम प_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः 2222९९९९

लोगamp कW अनथकार धन म= ह सदा Sच बनी रहती ह सEयता यह ह Oक उसम=

Oकि13चत मा_ भी सख नह ह धनी लोगamp को अप न प_ स भी भय रहता ह धन का

सव_ यह हाल दखा जाता ह )ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम जाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधान कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम ३०३०३०३०

बडी सावधानीपवक पहल )ाणायाम का अयास करो मन को सब ओर स

हटाकर अ13तमखी बनाओ 5नEय और अ5नEय वतओ क बीच Xववकपवक Xवचार करो

और Oफर जप करत हए समाध का अयास करो गSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः सि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादव -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम ३१३१३१३१ ह गS क चरणamp म= भABभाव रखन वालamp तम शीordf ह स सार-सागर स पार हो

जाओग तमन इि13 यamp को और मन को वश म= Oकया ह तम अपन acuteदय म= शीordf ह

भगवान का साTाEकार करोग

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आयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अग १ १ १ १ ---- वथ शरर वथ शरर वथ शरर वथ शरर ((((अअअअ) ) ) ) सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन ---- बना वथ शरर क कोई भी लौOकक या पारलौOकक

काय करना सZभव ह नह ह इसक लए श और सािiexclवक आहार आव1यक ह

मच इमल wयाज लहसन खटाई तल मसाल हग आVद Eयाय ह बहत अधक न खाना चाVहए मताहार रोगamp स बचाता ह यान रखो भोजन वाद क

लए नह वाplusmnय क लए ह एकादशी आVद Oकसी Vदन उपवास भी कई aX2 स

उपयोगी ह ((((बबबब) ) ) ) 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम ---- वथ शरर क लए 5नEय 6यायाम भी आव1यक ह

इसक लए )ातःकाल कछ शारdरक uम करना चाVहए बगीच म= काम टहलना

तरना आसनamp का अयास आVद कछ 6यायाम ह आसन और )ाणायाम साधना

म= अधक सहायक ह ((((सससस)))) वछता वछता वछता वछता ---- वथ वाय का सवन 5नEय नान साफ कपड और रहन क

थान कW सफाई शरर को वथ और चo को )स13न रखती ह

2 2 2 2 ---- वथ मनवथ मनवथ मनवथ मन

((((अअअअ) ) ) ) वायाय वायाय वायाय वायाय ---- जस वथ शरर क लए 5नEय श और पौX2क भोजन कW

आव1यकता ह वस ह वथ मन क लए स-413थamp का 5नEय अवलोकन आव1यक ह अ13यथा मन दबल हो जाता ह और उस मानस रोग घरन लगत ह

दिl13ताय= चडचडाहट 6य4ता भय nष आVद मानसक रोगamp क लTण ह

गीता रामायण भागवत उप5नष योगवास बाइबल ज13दावता करान

_Xपटक 413थसाVहब आVद म= स Oकसी 413थ का अययन करना चाVहए

((((बबबब) ) ) ) स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त ---- य दोनamp वथ मन क लTण ह Xववक और वराय

क 6यायाम स स13तोष और शाि13त बढती ह वथ शरर और वथ मन स

आEमबल बढता ह इसी बल स आयािEमक सफलताय= )ा7 कW जाती ह ((((सससस) ) ) ) सससस----Xवचार Xवचार Xवचार Xवचार ---- स-Xवचार जीवन को सह Vदशा म= ल जात ह अस Xवचारamp

स मन`य का पतन होता ह सEसग और सuml413थamp क अवलोकन स स -Xवचार

38

aढ होत ह कसग और कच2ाय= छोडकर सEसग का आuय लो ससार म= िजतन भी महापSष हए ह और उ13हampन जब जो कछ पाया ह वह सEसग क कारण ह ३ ३ ३ ३ ---- न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो

जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए ---- ((((अअअअ) ) ) ) चय और सEय चय और सEय चय और सEय चय और सEय ---- वीय कW रTा बडी सावधानी स करनी चाVहए शरर

तर पर वीय ह ईhर ह जीवन कW यह एक बहत बडी Xवभ5त ह यह जीवन Xवचार और बX का सार ह सचत वीय ओज म= पdरव5तत होता ह और ओज आEमशAB म= हर कWमत पर सEय मधर और मत भाषण का अयास करना चाVहए

मplusmnया भाषण दबलता भय और अIान का पdरणाम ह 5नEय एक-दो घट का

मौन रहना चाVहए उस समय सकतamp का )योग भी न करना चाVहए ((((बबबब) ) ) ) सससस----गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास ---- 5नयम कW पाब13द समय का उपयोग मधर भाषण

उदारता कSणा नह स-पSषamp का आदर सहनशीलता Tमा धय स13तोष 5नरभमानता आVद स-गण ह यVद य ग ण सहज ह )ा7 न हamp तो अयास क

nारा )ा7 Oकय जा सकत ह सब गणamp का एक साथ अयास नह हो सकता Oक13त एक गण क आत ह उसक सहयोगी अनक गण वय आन लगत ह Oकसी एक गण का अयास करन का सकYप करो और 5नEय सोन क पहल

अपनी सफलताओ-असफलताओ पर Xवचार करो कछ समय म= वह अयास आदत बन जायगा और आदत वभाव ((((सससस) ) ) ) दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग ---- )ायः लोग कसग क कारण दगणamp म= पड जात ह

आयािEमक T_ म= जYद सफल होन क लए दगणamp को शीordfा5तशीordf छोडना

होगा म~पान आलय मासभTण cरता कठोरता कVटलता छल )पच

पर5न13दा लोभ पdर4ह आVद अनक दगण ह यVद साधक म= ऐस कोई दगण ह

तो उ13ह= एक-एक कर छोडन का )यcent करना चाVहए दगण बड हठmacr होत ह

इनक Eयागन क लए सकYप करना पडता ह यVद एक दगण छोडन म= सफलता

मल तो आEम-Xवhास बढ जाता ह और दसर दगण छोडना सरल हो जाता ह ((((दददद) ) ) ) सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका ---- आज क आथक यग म= धन सचय कW हवस बढ रह

ह इसक लए बईमानी और छल-)पच का सहारा लया जा रहा ह कारण कवल

39

यह ह Oक हमार आव1यकताय= बढ गई ह श आजी Xवका क लए आव1यक ह

Oक आव1यकताय= घटाई जाय= uम और ईमानदार स कमाया हआ धन मन`य

कW आव1यक आव1यकताय= पर कर सकता ह आलसी और दबल 6यAB ह आसानी स )ा7 होन वाल धन कW इछा करत ह यVद आपकW बX और शरर

शABसZप13न ह तो आप पराय पस को Xव2ा क समान समझ=ग सबल बनो और

uम स धन कमा कर स13तोष का जीवन बताओ ४ ४ ४ ४ ---- आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम उपयB तplusmnय आयािEमक साधना कW भमका तयार करन क लए ह उ13ह=

साधना का परोT अग कह सकत ह आसन यथाथ साधना कW पहल सीढ ह

कछ आसन तो 6या याम कW aX2 स उपयोगी होत ह िजनका उYलख ऊपर Oकया

जा चका ह कछ आसन यान क लए बताय गय ह पझ स और सख

आसन म= स कोई एक अपनी सXवधा और Sच क अनसार चन लना चाVहए

उoर या पव Vदशा कW ओर मख करक उस आसन पर लगभग तीन घट अXवचल

बठन का )यास करना चाVहए उसी आसन पर यान और जप करना होगा

इसक लए थान और समय 5निlत होना चाVहए इस काय क लए एक अलग

कमरा ताल स ब13द रखना चाVहए )ातःकाल ४ बज उठ कर शौचाVद स 5नवo और पXव_ होकर आसन )ाणायाम और यान करना चाVहए आसन पर बठत ह कम स कम बीस बार )ाणायाम करना चाVहए अपन इ2दव क यान क लए कछ ोक याद कर लो )ाणायाम क बाद उनका पाठ करक भगवान का च13तन करना चाVहए ५ ५ ५ ५ ---- )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा भगवान का यान करत ह वा ससार स मन को हटा कर अ13तमखी कर लना चाVहए यह )Eयाहार ह जप इसम= सहायक होगा ॐ या ॐ नमो नारायणाय आVद Oकसी म13_ का जप

)ारZभ कर दना चाVहए १०८ म13_ कW एक माला होती ह एक या तीन माला

म13_ जपना चाVहए अधक भी हो सकता ह म13_-जाप करत ह मन भगवान क

सामन जा पहचता ह भगवान का 5नर13तर च13तन ह धारणा ह

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जप-माला भी उपयोगी ह SाT या तलसी कW माला रखना चाVहए जप क

अ5तdरB उस गल म= पहना जा सकता ह जब म= रखा जा सकता ह और सोत

समय तOकया क नीच भी डाल सकत ह Oक13त माला सदा साथ रखनी चाVहए ६ ६ ६ ६ ---- यान यान यान यान एक 5निlत आसन पर बठकर अपन इ2दव का तल धारावत च13तन ह यान

ह शरर-मन-बX क nारा भगवान क 5नकट पह च उ13ह= पीछ छोड दना समाध

ह यान क अयास कW सफलता समाध क लाभ म= 5नVहत ह समाध म= परम तoव का अपरोT अनभव होता ह याता और यय एक हो

जात ह समाध ह तरयावथा और जीव13मAB ह यह योगी कW पणावथा ह ७ ७ ७ ७ ---- 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा आयािEमक साधना कवल यान क कमर तक ह सीमत नह ह यह तो

सम4-कालक साधना ह Vह13द धम का यह एक बडा अभशाप ह Oक हम कवल

कछ बातamp को पXव_ और धामक मान बठ ह शष 6यावहाdरक जीवन धम और

आयािEमक स पर समझ लया गया ह यह बडी भल ह साधक को अपना सम4 जीवन साधनामय बनाना होता ह भगवान कW शरणाग5त का भाव 5नर13तर रहना चाVहए सारा जीवन उ13ह कW

सवा ह उ13ह कW )रणा स हर काय हो रहा ह आयािEमक साधना कW सार

सफलता उ13ह क हाथ म= ह )ाणीमा_ स )म-भाव रखना भगवान क )म का 6यावहाdरक प ह भगवान क

भBamp को सभी लोग X)य Vदखाई दत ह दसर क दोषamp को दखन क बजाय अपन

दोष दखना और उ13ह= दर करना भगवत सवा का u माग ह दनamp को दान दना रोगयamp कW सवा करना 5नरTरamp को पढाना पीडतamp कW

सहायता करना मोहा13ध भटकत लोगamp को राह Vदखाना आयािEमक साधना का

अि13तम Oक13त महEवपण अग ह कमयोग क अ13तगत इसकW मVहमा क गण गाय गय ह यVद साधना क उपयB 5नदशamp का aढतापवक पालन Oकया जाय तो जीवन म=

5नlय ह सफलता सख और मAB का लाभ होगा सभी स13त -उपदशamp का सार

यह ह

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इस Vदशा म= सतत अ4सर रहन क लए स13तamp महाEमाओ का माग-दशन लत

रहना आव1यक ह वतमान काल म= पय वा मी च13मयान13द जी क अनया5ययamp

nारा थाXपत सथा lsquoच13मय मशनrsquo आपकW सहायता क लए सदा उपलltध ह

पाqयcमपाqयcमपाqयcमपाqयcम

नननन0 पतकपतकपतकपतक )थम)थम)थम)थम बारबारबारबार

)5तVदन)5तVदन)5तVदन)5तVदन

1 जीवनजीवनजीवनजीवन यो5तयो5तयो5तयो5त 10 पपपप

2 आEमआEमआEमआEम XवकासXवकासXवकासXवकास कWकWकWकW 5नदशका5नदशका5नदशका5नदशका 10 पपपप

3 भजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दम 4 ोकोकोकोक

4 तiexclवतiexclवतiexclवतiexclव बोधबोधबोधबोध 4 पपपप

5 आEमआEमआEमआEमबोधबोधबोधबोध 3 ोकोकोकोक

6 प_प_प_प_ nाराnाराnाराnारा वदा13तवदा13तवदा13तवदा13त 10 पपपप

7 मानवमानवमानवमानव 5नमाण5नमाण5नमाण5नमाण कलाकलाकलाकला 12 पपपप

8 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण 4 ोकोकोकोक

9 यानयानयानयान औरऔरऔरऔर जीवनजीवनजीवनजीवन 1 अयायअयायअयायअयाय

10 नारदनारदनारदनारद भABभABभABभAB स_स_स_स_ 5 स_स_स_स_

11 गीतागीतागीतागीता कWकWकWकW भमकाभमकाभमकाभमका 10 पपपप

12 अव1यअव1यअव1यअव1य कर=कर=कर=कर= 10 पपपप

13 साधनासाधनासाधनासाधना पचकमपचकमपचकमपचकम 1 ोकोकोकोक

14 कनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषद 2 म_म_म_म_

15 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1-2-3 3 सससस 5 ोकोकोकोक

16 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (201 सससस 300 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

17 कठोप5नषकठोप5नषकठोप5नषकठोप5नष 2 म_म_म_म_

18 दTणाम5तदTणाम5तदTणाम5तदTणाम5त तो_मतो_मतो_मतो_म 2 म_म_म_म_

19 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 4-5-6 3 सससस 5 ोकोकोकोक

20 उपदशउपदशउपदशउपदश सारसारसारसार 2 ोकोकोकोक

42

21 ईशावायईशावायईशावायईशावाय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 3 म_म_म_म_

22 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 7-8-9 3 सससस 5 ोोोोकककक

23 मडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नष 2 म_म_म_म_

24 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 10-11 3 सससस 5 ोकोकोकोक

25 कवYयकवYयकवYयकवYय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 2 म_म_म_म_

26 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (301 सससस 583 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

27 पSषसBमपSषसBमपSषसBमपSषसBम 4 सBसBसBसB

28 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 12 3 सससस 5 ोकोकोकोक

29 तXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषद 2 म_म_म_म_

30 बनाथबनाथबनाथबनाथ-त5तत5तत5तत5त 4 ोकोकोकोक

31 गीगीगीगीताताताता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 13-14-15 3 सससस 5 ोकोकोकोक

32 ऐतरयऐतरयऐतरयऐतरय उप5न`दउप5न`दउप5न`दउप5न`द 3 म_म_म_म_

33 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 16-17 3 सससस 5 ोकोकोकोक

34 )vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद 2 म_म_म_म_

35 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 18 3 सससस 5 ोकोकोकोक

36 ईhरईhरईhरईhर-दशनदशनदशनदशन (तपोवनमतपोवनमतपोवनमतपोवनम ) एकएकएकएक अयायअयायअयायअयाय

37 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1 सससस 18 5 सससस 10 ोकोकोकोक

38 अ2ावcअ2ावcअ2ावcअ2ावc गीतागीतागीतागीता 3 ोकोकोकोक

39 मामामामाडGयडGयडGयडGय औरऔरऔरऔर काdरकाकाdरकाकाdरकाकाdरका 2 म_म_म_म_

ःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःः

43

Page 19: Swadhyayamandal

19

६६६६ गीता यानमगीता यानमगीता यानमगीता यानम

ॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयमॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयमॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयमॐ पाथाय)5तबोधता भगवता नारायणन वयम 6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम6यासन4थता पराणम5नना मय महाभारतम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम अnतामतवXषणी भगवतीम2ादशाया5यनीम ----

अZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीमअZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीमअZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीमअZब Eवामनसदधाम भगवत भवnXषणीम ११११ ह मा भगवत-गीत म तZहारा 5नर 13तर अनच13तन करता ह भगवान नारायण न

अजन क )5तबोध क लए तZहार रचना वय कW थी )ाचीन म5न 6यासदव न तZह=

महाभारत क मय थाXपत Oकया तZहार अठारह अयाय ह तम Vद6य हो तZहार nारा अnतामत कW वषा होती ह और तम ससार क बधनamp स मB करन वाल हो

नमोऽतत 6यास Xवशाल ब नमोऽतत 6यास Xवशाल ब नमोऽतत 6यास Xवशाल ब नमोऽतत 6यास Xवशाल ब ---- फYलारXव13दायतप_ न_ फYलारXव13दायतप_ न_ फYलारXव13दायतप_ न_ फYलारXव13दायतप_ न_ यन Eवया भारततलपणः यन Eवया भारततलपणः यन Eवया भारततलपणः यन Eवया भारततलपणः ----

)वालतो Iानमयः )दपः )वालतो Iानमयः )दपः )वालतो Iानमयः )दपः )वालतो Iानमयः )दपः 2222

ह 6यासदव तZह= मरा )णाम ह खल हए कमल कW पखडयamp क सaश तZहार Xवशाल न_ ह तZहा रा Iान महान ह तमन महाभारत -तल (सार) स भरकर Iान का

दपक )वलत Oकया ह

)प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय )प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय )प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय )प13नपाdरजाताय तो_व_कपाणय Iानमाय क`णाय गीतामतदIानमाय क`णाय गीतामतदIानमाय क`णाय गीतामतदIानमाय क`णाय गीतामतद ह नमः ह नमः ह नमः ह नमः ३३३३

म उन भगवान क`ण को )णाम करता ह जो एक हाथ म= लकVट और दसर म=

Iान-मा धा रण Oकय हए ह िज13हampन (उप5नषदamp स) गीतामत का दोहन Oकया ह और

िजनकW शरण म= जान वाल कW समत कामनाय= वस ह पण होती ह जस कYपवT स

20

सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत ४४४४

सZपण उप5नष गाय= ह गोपालन13दन उनक दोहन वाल ह अजन गोवEस ह गीता महान अमतमय दध ह और सधीजन उस दध का पान करन वाल ह

वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम ५५५५

म उन भगवान क`ण को )णाम करता ह जो वसदव क Vद6य प_ ह कस और

चाणर का वध करन वाल ह दवकW मा को परम आन13द )दान करन वाल ह और

समत ससार क गS ह

भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला ---- शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला अhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनाव 5त नी 5तनी 5तनी 5तनी ----

सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः ६६६६ भगवान क`ण nारा चालत गीता -Iान कW नौका म= बठकर पाडवamp न उस भयकर

रणनद को सहज पार कर लया िजसक भी`म और ोण तट थ जयथ िजसका जल

था गाधार नप नील -कमल थ िजसम= शYय जस 4ाह थ और कपाचाय िजसकW तीyen

धारा थ कण िजसकW उoाल तरग थ अhEथामा और Xवकण िजसक भयकर मगर थ

और दयpoundधन िजसकW भवर था

पाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम लोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदा

भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस ७७७७

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महाभारत का वह 5नमल कमल हम= कYयाणकार हो जो पाराशर क प_ 6यास क

वचन सरोवर म= उEप13न हआ जो गीता कW उEकट गध स पdरपण ह िजसक अनक

आयान कसर क समान ह जो भगवान क`ण कW मधर कथाओ स पdरपण ह सजन iमरamp क nारा िजसक रस का पान 5नर13तर Oकया जाता ह और जो कलयग क समत

दोषamp का शमन करन वाला ह

मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम ८८८८

िजनकW कपा स मक वाचा ल हो जात ह और पग लोग भी ऊ च पवतamp को पार कर

जात ह उन परमान13द भगवान क`ण कW हम व13दना करत ह

य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव ---- वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो ----

ययाययाययाययात न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः ९९९९

ा वSण इ13 S और मSण Vद6य तो_amp nारा िजसकW त5त करत ह

सामवद क गान वाल अग पद cम और उप5नषदamp क सVहत वदamp nारा िजसका गायन

करत ह योगीजन यान म= िथत तnत हय म न स िजसका दशन करत ह दवता और

असर गण (कोई भी) िजसक अ13त को नह जानत उस (परम पSष नारायण ) दव क

लए मरा नमकार ह ७७७७ गीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोक

8 The spiritual text ((((पाqय पतकपाqय पतकपाqय पतकपाqय पतक )))) It is to be taken stanza by stanza and commented upon by the Group Sewak

22

9 Discussions ((((Xवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमय)))) The Group Sewak may act as a mediator 10 Meditation Let all members sit in their favourite pose with head erect and eyes closed The Group Sewak may chant a short Mantra lowering the pitch of voice by and by Everyone repeats the process mentally Then there is a silence Every body tries to live in that silence abandoning all sorts of ideas If any thought comes in mind one should try to become its witness (Sakshi) The whole process may take only 5 to 7 minutes

यानमयानमयानमयानम शा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरश

Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम ल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZय व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम

११११११११ यानषटकयानषटकयानषटकयानषटक मनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाह न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च 6योमभमन च 6योमभमन च 6योमभमन च 6योमभम न तजो न वायःन तजो न वायःन तजो न वायःन तजो न वायः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ११११

म न मन ह न बX ह न अहकार ह और न चo ह म न uो_ ह न िजcopyा

ह न नासका ह और न न_ ह न म आकाश ह न भम ह न अिन ह

और न वाय म चदान13द प शव ह शव ह

न च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपाय

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम 2222

23

न म )ाण ह और न पचवाय न म स7धात का शरर ह और न

पचकोश न म वाक पाण पाद उपथ और न गदा ह म चदान13दप

शव ह शव ह

न म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौ

न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ३३३३

न म राग ह और न nष न म लोभ ह और न मोह न म मद ह और

न मEसर म धम अथ काम मोT भी नह ह म चदान13दप शव ह शव ह न पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःख न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः अह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBा चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ४४४४

न म पय ह और न पाप न म सख ह और न दःख न म म13_ ह

और न तीथ न म वद ह न यI म भोजन भोय और भोBा भी नह ह म

चदान13दप शव ह शव ह

न मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदः Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म न ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ५५५५

24

न म मEय ह और न भय मझम= कोई जा5तभद भी नह ह न मर

माता ह और न Xपता मरा ज13म भी नह हआ ह न मरा कोई ब13ध ह न म_

न गS ह न श`य म चदान13दप शव ह शव ह

अह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपः

XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम न चान चान चान चासsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ६६६६

मर न कोई कYपना ह और न आकार म सव6यापी और इि13रयातीत

ह मरा न ब13धन ह और न मAB म Iय भी नह ह म चदान13दप शव ह शव ह

११११2222 uी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकम

6या7 जग6या7 जग6या7 जग6या7 जग~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत

5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ११११

अखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभावः परमाEमसEय वः परमाEमसEय वः परमाEमसEय वः परमाEमसEय

सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय 2222

म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः बोचबबोचबबोचबबोचब umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः

25

सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ३३३३

शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः

6यापी परण मो6यापी परण मो6यापी परण मो6यापी परण मोदमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ४४४४

अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च ग गभीग गभीग गभीग गभी र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ५५५५

तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म

Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न च13Eयमानम च13Eयमानम च13Eयमानम च13Eयमानम uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ६६६६

12 Pledge We stand as one family bound to each other with love and respect We serve as an army Courageous and disciplined ever-ready to fight against all low tendencies and false values within and without us We live honestly

the noble life of sacrifice and service producing more than what we consume and giving more than what we take

26

We seek the Lords Grace to keep us on the path of virtue courage and wisdom May Thy Grace and Blessings flow through us to the world around us We believe that the service of our country is the service of Lord of Lords and devotion to the people is the devotion to the Supreme Self We know our responsibilities give us the ability and courage to fulfill them

OM TAT SAT

च13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIा हमार िथ5त ह एक पdरवार क समान )म और सZमान स परपर आब हम सवा-रत ह एक सना क समान- साहसी और अनशासत - कVटब ह सघष करन को 5नZन वXo यamp और थोथ आदश क XवS िजनका जाल ह हमार अ13दर और बाहर सव_ हम जीत ह ईमानदार स Eयाग और सवा का उच जीवन उEप13न करत ह उपभोग स अधक लत ह िजतना दत ह कह अधक हम बन ह आकाTी )भ कW कपा क जो चलाव= हम= गण साहस और Iान क माग पर

आप कW कपा और आशीष ह )भो हमार मायम स बह

27

Xवh म= चारamp ओर हमारा Xवhास ह Oक वदश सवा ह परमhर कW सवा ह और जनता कW भAB ह परमाEमा कW भAB ह हम समझत ह अपना दा5यEव दो योयता और साहस Oक हम परा कर= उस ॐ तEसत

13 Arati Arati is to be performed preferably by the wife of Group Sewak or by the

Group Sewak himself A few flowers and burning camphor placed in a tray are waved before the picture of the Lord and the following Mantras are chanted by all the members present -

न त_ सयpound भा5त न चतारक नमा Xव~तो भा5त कतोऽयमि13गः तमव भा13तम अनभा5त सव तय भासा सवमदXवभा5त ॐ सवषा वितभवत सवषा शाि13तभवत सवषा पण भवत सवषा मsectगल भवत ॐ सव भव13त सखनः सवस13त 5नरामयः सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत असतो मा स^मय तमसो मा यो5तगमय मEयोमाममत गमय ॐ पणमदः पणमद पणात पणमदयत पणय पणमादाय पणमवावश`यत ॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तः

28

भज गोXव13दमभज गोXव13दमभज गोXव13दमभज गोXव13दम

भज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13द गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत स)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत काल न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण ११११

र मढ मन गोXव13द कW खोज कर गोXव13द का भजन कर और गोXव13द का ह

यान कर अि13तम समय आन पर 6याकरण क 5नयम तर रTा न कर सक= ग मढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णा कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम यYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाo Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम 2222

र मढ धन स4ह कW त`णा छोड द मन म= वराय लाकर सत तiexclव का

च13तन कर अपन कम फल क अनसार जो धन )ा7 हो उसी स अपन म न को स13त2

कर नारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदश a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम एत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकार मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम ३३३३ स13दर Rी क नाभदश को दखकर मोह म= मत पड यह कवल मास और मजा

का Xवकार ह अपन मन म= इस बात का बार-बार Xवचार कर नलनीदलगतनलनीदलगतनलनीदलगतनलनीदलगत जलम5ततरल जलम5ततरल जलम5ततरल जलम5ततरल तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम XवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4त लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम ४४४४

29

कमल-दल क ऊपर जल कW बद अEय13त अिथर होती ह जीवन भी इसी )कार

अिथर ह इस बात को अछmacr तरह समझ ल Oक सारा ससार 6याध अभमान शोक आVद स 4सत ह

यावVnयावVnयावVnयावVnoोपाजन सBःoोपाजन सBःoोपाजन सBःoोपाजन सBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः पlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह ५५५५

जब तक धनोपाजन कW शAB ह तभी तक तZहार पdरवार क लोग तम स )म

रखत ह वावथा म= शरर जजर हो जान पर तZहार बात कोई न पछगा यावEपवनोयावEपवनोयावEपवनोयावEपवनो 5नवस5त दह 5नवस5त दह 5नवस5त दह 5नवस5त दह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह गतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापाय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय ६६६६ जब तक शरर म= )ाण ह तब तक घर म= तZहार कशल पछmacr जाती ह )ाण

5नकलन पर उसी शरर स पcentी तक भयभीत होन लगती ह बालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBः तSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBः वताविच13तासBःवताविच13तासBःवताविच13तासBःवताविच13तासBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः ७७७७

बचपन म= खलamp म= आसAB रहती ह यवावथा म= तSणी स मोह रहता ह और

वावथा म= च13ताय= आ घरती ह Oक13त पर परमाEमा स Oकसी को )म नह ह का त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ः सससससारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः

30

कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः ८८८८

कौन तZहार पcentी ह कौन तZहारा प_ ह वततः ससार बडा Xवच_ ह तम

Oकस क हो कहा स आय हो ह भाई कभी इस बात का भी Xवचार करो

सEससEससEससEसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEवगEवगEवगEव 5नस5नस5नस5नसगEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम 5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः ९९९९

सEसग स अनासAB )ा7 होती ह अनासAB स मोह क ब13धन टटत ह मोह टटन पर शाhत तiexclव कW )ा57 होती ह और शाhत तiexclव पान पर जीवन -मAB का लाभ

)ा7 होता ह वयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः Tीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारो Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः १०१०१०१०

जस यवावथा बीतन पर काम -Xवकार न2 हो जाता ह और जल सख जान पर

तालाब नह रह जाता ह वस ह धन न2 होन पर पdरवार नह रह जाता और तiexclव-बोध

होन पर ससार नह रह जाता ह मा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगव हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम मायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा ११११११११

31

धन जन और यौवन क लए अभमान न करना चाVहए काल इन सब को Tण मा_ म=

न2 कर दता ह इन सब को माया का iम समझो और शीordf ह साTाEकार )ा7

करो Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः कालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः ११११2222

Vदन और रात )ातः और साय सय और गम बार -बार आत ह और चल जात

ह काल कW इस cWडा क साथ आय भी बीतती जा रह ह Oफर भी आशाओ कW आधी

स कोई नह बचता का त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता _जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका १३१३१३१३

र iाि13त म= पड मढ Rी धन आVद कW च13ता Gयamp Oकया करता ह Gया तर

ऊपर शासन करन वाला कोई नह ह तीनamp लोकamp म= कवल सEसग ह वह नौका ह जो

ज13म-मरण क सागर स तझ पार कर सकती ह जVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः प1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढो दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः १४१४१४१४

जटाधार बाल मडाय एक-एक कर सर क सब बाल खचवाय और काषायवR

धारण Oकय हए नाना वषधार स13यासी ह व आखamp स दखत हए भी अध ह व मढ

नाना )कार क वष कवल पट भरन क लए धारण करत ह

32

अsectगअsectगअsectगअsectग गलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मड दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम वो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दड तदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEया शाXपडम शाXपडम शाXपडम शाXपडम १५१५१५१५

वावथा म= शरर जजर हो गया ह सर क बाल सफद हो गय ह दात गर

गय ह छडी क सहार चलना पडता ह अथात मEय 5नकट आ गई ह Oक13त आशाओ का

ब13धन अब भी नह टटा अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः करतल करतल करतल करतल भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः १६१६१६१६

आग अिन पीछ सय और रा_ म= घटनamp म= ठो ढ लगाय रहन वाल तथा हाथ पसार

कर भीख मागन वाल और पड क नीच सोन वाल भी आशा क ब13धनamp स मB नह ह कSत गsectगकSत गsectगकSत गsectगकSत गsectग सागरगमनसागरगमनसागरगमनसागरगमन yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम IानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन १७१७१७१७

कोई भल ह गगासागर आVद तीथdeg का सवन कर yenत रख अथवा दान कर

Oक13त अIानी 6यAB सकडamp ज13मamp म= भी मAB नह )ा7 कर सकता ह यह तplusmnय सभी लोग वीकार करत ह

सरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासः शsup2याशsup2याशsup2याशsup2या भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः सवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः १८१८१८१८

33

जो लोग दवताओ क मि13दर और पडamp क नीच 5नवास करत ह बना बछौन क

जमीन पर लटत ह मगछाला पहनत ह और इस )कार सभी भोगamp का Eयाग कर दत ह

उन XवरB लोगamp को कौन सा सख )ा 7 नह ह

योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा सsectगसsectगसsectगसsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगXवहनः Xवहनः Xवहनः Xवहनः यय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चo न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव १९१९१९१९

चाह कोई योग का अयास करता हो या भोगamp म= पडा रहता हो चाह अनक लोगamp क

साथ रहता हो या अकला िजसका चo -च13तन म= मन ह वातव म= वह सखी ह

भगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीता गगगगगागागागाजल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता सकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा 2222००००

जो भगवदगीता का थोडा भी अययन करता ह गगा जल कW एक बद भी पान

करता ह और भAB-भाव स भगवान का मरण करता ह उसकW चचा यमराज भी नह

करत ह पनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरण पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम इह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार 2222११११

बार-बार ज13मना बार-बार मरना और बार-बार मा क पट म= पहचना बडा

क2कारक ह इस दःखमय ससार स पार होना बडा कVठन ह ह भगवन अपनी अपार

कपा स मरा 5नतार करो

34

रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः योगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoो रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव 22222222

जो योगी चीथड बीन कर कथर बनात और पहनत ह पय और पाप क माग को छोड

कर चलत ह िजनका चo योगायास स सयमत ह व ईhर भाव म= 5नमन रहन वाल बालकamp या उ13मo लोगamp कW तरह 5नn13n रहत ह

कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः इ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसार Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम 2222३३३३

तम कौन हो म कौन ह म कहा स आया ह कौन मर माता ह कौन मरा

Xपता ह इन )vamp पर Xवचार करो और इस असार ससार को वwन मा_ समझ कर

छोड दो Eव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः भव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eव वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम 2222४४४४

तम म= मझ म= और सभी थानamp म= क वल एक सव6यापी भगवान ह असVह`ण होकर

तम 6यथ ह मर ऊपर cोध करत हो यVद तम चाहत हो Oक तZह= ईhर )ा7 हो जाय तो तम सदा समभाव रहो

श_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ सविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमान

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सव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIा नम नम नम नम 2222५५५५

दसर लोगamp स लडन म= अथवा उनस म_ता करन म= अपनी शAB का अप6यय न

करो अपन ब13ध-बा13धवamp स राग-nष मत रखो सव_ अपन ह वप को दखो भद बX का Eयाग करो और अIान स छटकारा पाओ

काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह EयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1य5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम आEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः 2222६६६६

काम cोध लोभ और मोह को छोडकर Iानी सव_ आEमवप ह दखता ह

वह समझता ह Oक म वह ह Oक13त आEमIान रVहत मढ लोग अIान क कारण नक कW वदनाय= सहन करत ह

गय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहsup3sup3sup3sup3 यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म नय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चo दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम 2222७७७७

भगवत-गीता और Xव`ण क सहsup3 नाम गान चाVहए भगवान Xव`ण क वप का

5नर13तर यान करना चाVहए सदा सEसग म= चo लगाना चाVहए और दन लोगamp को

दान दना चाVहए सखतः सखतः सखतः सखतः Ocयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः य~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरण तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम 2222८८८८

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पहल तो लोग सख क लए Rी भोग म= ल7 रहत ह और बाद म= शारdरक रोगamp का शकार होना पडता ह य~Xप इस ससार म= अ13ततोगEवा मEय म= ह शरण मलती

ह Oफर भी लोग पापाचरण नह छोडत

अथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEय नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम प_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः 2222९९९९

लोगamp कW अनथकार धन म= ह सदा Sच बनी रहती ह सEयता यह ह Oक उसम=

Oकि13चत मा_ भी सख नह ह धनी लोगamp को अप न प_ स भी भय रहता ह धन का

सव_ यह हाल दखा जाता ह )ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम जाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधान कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम ३०३०३०३०

बडी सावधानीपवक पहल )ाणायाम का अयास करो मन को सब ओर स

हटाकर अ13तमखी बनाओ 5नEय और अ5नEय वतओ क बीच Xववकपवक Xवचार करो

और Oफर जप करत हए समाध का अयास करो गSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः सि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादव -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम ३१३१३१३१ ह गS क चरणamp म= भABभाव रखन वालamp तम शीordf ह स सार-सागर स पार हो

जाओग तमन इि13 यamp को और मन को वश म= Oकया ह तम अपन acuteदय म= शीordf ह

भगवान का साTाEकार करोग

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आयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अग १ १ १ १ ---- वथ शरर वथ शरर वथ शरर वथ शरर ((((अअअअ) ) ) ) सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन ---- बना वथ शरर क कोई भी लौOकक या पारलौOकक

काय करना सZभव ह नह ह इसक लए श और सािiexclवक आहार आव1यक ह

मच इमल wयाज लहसन खटाई तल मसाल हग आVद Eयाय ह बहत अधक न खाना चाVहए मताहार रोगamp स बचाता ह यान रखो भोजन वाद क

लए नह वाplusmnय क लए ह एकादशी आVद Oकसी Vदन उपवास भी कई aX2 स

उपयोगी ह ((((बबबब) ) ) ) 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम ---- वथ शरर क लए 5नEय 6यायाम भी आव1यक ह

इसक लए )ातःकाल कछ शारdरक uम करना चाVहए बगीच म= काम टहलना

तरना आसनamp का अयास आVद कछ 6यायाम ह आसन और )ाणायाम साधना

म= अधक सहायक ह ((((सससस)))) वछता वछता वछता वछता ---- वथ वाय का सवन 5नEय नान साफ कपड और रहन क

थान कW सफाई शरर को वथ और चo को )स13न रखती ह

2 2 2 2 ---- वथ मनवथ मनवथ मनवथ मन

((((अअअअ) ) ) ) वायाय वायाय वायाय वायाय ---- जस वथ शरर क लए 5नEय श और पौX2क भोजन कW

आव1यकता ह वस ह वथ मन क लए स-413थamp का 5नEय अवलोकन आव1यक ह अ13यथा मन दबल हो जाता ह और उस मानस रोग घरन लगत ह

दिl13ताय= चडचडाहट 6य4ता भय nष आVद मानसक रोगamp क लTण ह

गीता रामायण भागवत उप5नष योगवास बाइबल ज13दावता करान

_Xपटक 413थसाVहब आVद म= स Oकसी 413थ का अययन करना चाVहए

((((बबबब) ) ) ) स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त ---- य दोनamp वथ मन क लTण ह Xववक और वराय

क 6यायाम स स13तोष और शाि13त बढती ह वथ शरर और वथ मन स

आEमबल बढता ह इसी बल स आयािEमक सफलताय= )ा7 कW जाती ह ((((सससस) ) ) ) सससस----Xवचार Xवचार Xवचार Xवचार ---- स-Xवचार जीवन को सह Vदशा म= ल जात ह अस Xवचारamp

स मन`य का पतन होता ह सEसग और सuml413थamp क अवलोकन स स -Xवचार

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aढ होत ह कसग और कच2ाय= छोडकर सEसग का आuय लो ससार म= िजतन भी महापSष हए ह और उ13हampन जब जो कछ पाया ह वह सEसग क कारण ह ३ ३ ३ ३ ---- न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो

जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए ---- ((((अअअअ) ) ) ) चय और सEय चय और सEय चय और सEय चय और सEय ---- वीय कW रTा बडी सावधानी स करनी चाVहए शरर

तर पर वीय ह ईhर ह जीवन कW यह एक बहत बडी Xवभ5त ह यह जीवन Xवचार और बX का सार ह सचत वीय ओज म= पdरव5तत होता ह और ओज आEमशAB म= हर कWमत पर सEय मधर और मत भाषण का अयास करना चाVहए

मplusmnया भाषण दबलता भय और अIान का पdरणाम ह 5नEय एक-दो घट का

मौन रहना चाVहए उस समय सकतamp का )योग भी न करना चाVहए ((((बबबब) ) ) ) सससस----गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास ---- 5नयम कW पाब13द समय का उपयोग मधर भाषण

उदारता कSणा नह स-पSषamp का आदर सहनशीलता Tमा धय स13तोष 5नरभमानता आVद स-गण ह यVद य ग ण सहज ह )ा7 न हamp तो अयास क

nारा )ा7 Oकय जा सकत ह सब गणamp का एक साथ अयास नह हो सकता Oक13त एक गण क आत ह उसक सहयोगी अनक गण वय आन लगत ह Oकसी एक गण का अयास करन का सकYप करो और 5नEय सोन क पहल

अपनी सफलताओ-असफलताओ पर Xवचार करो कछ समय म= वह अयास आदत बन जायगा और आदत वभाव ((((सससस) ) ) ) दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग ---- )ायः लोग कसग क कारण दगणamp म= पड जात ह

आयािEमक T_ म= जYद सफल होन क लए दगणamp को शीordfा5तशीordf छोडना

होगा म~पान आलय मासभTण cरता कठोरता कVटलता छल )पच

पर5न13दा लोभ पdर4ह आVद अनक दगण ह यVद साधक म= ऐस कोई दगण ह

तो उ13ह= एक-एक कर छोडन का )यcent करना चाVहए दगण बड हठmacr होत ह

इनक Eयागन क लए सकYप करना पडता ह यVद एक दगण छोडन म= सफलता

मल तो आEम-Xवhास बढ जाता ह और दसर दगण छोडना सरल हो जाता ह ((((दददद) ) ) ) सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका ---- आज क आथक यग म= धन सचय कW हवस बढ रह

ह इसक लए बईमानी और छल-)पच का सहारा लया जा रहा ह कारण कवल

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यह ह Oक हमार आव1यकताय= बढ गई ह श आजी Xवका क लए आव1यक ह

Oक आव1यकताय= घटाई जाय= uम और ईमानदार स कमाया हआ धन मन`य

कW आव1यक आव1यकताय= पर कर सकता ह आलसी और दबल 6यAB ह आसानी स )ा7 होन वाल धन कW इछा करत ह यVद आपकW बX और शरर

शABसZप13न ह तो आप पराय पस को Xव2ा क समान समझ=ग सबल बनो और

uम स धन कमा कर स13तोष का जीवन बताओ ४ ४ ४ ४ ---- आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम उपयB तplusmnय आयािEमक साधना कW भमका तयार करन क लए ह उ13ह=

साधना का परोT अग कह सकत ह आसन यथाथ साधना कW पहल सीढ ह

कछ आसन तो 6या याम कW aX2 स उपयोगी होत ह िजनका उYलख ऊपर Oकया

जा चका ह कछ आसन यान क लए बताय गय ह पझ स और सख

आसन म= स कोई एक अपनी सXवधा और Sच क अनसार चन लना चाVहए

उoर या पव Vदशा कW ओर मख करक उस आसन पर लगभग तीन घट अXवचल

बठन का )यास करना चाVहए उसी आसन पर यान और जप करना होगा

इसक लए थान और समय 5निlत होना चाVहए इस काय क लए एक अलग

कमरा ताल स ब13द रखना चाVहए )ातःकाल ४ बज उठ कर शौचाVद स 5नवo और पXव_ होकर आसन )ाणायाम और यान करना चाVहए आसन पर बठत ह कम स कम बीस बार )ाणायाम करना चाVहए अपन इ2दव क यान क लए कछ ोक याद कर लो )ाणायाम क बाद उनका पाठ करक भगवान का च13तन करना चाVहए ५ ५ ५ ५ ---- )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा भगवान का यान करत ह वा ससार स मन को हटा कर अ13तमखी कर लना चाVहए यह )Eयाहार ह जप इसम= सहायक होगा ॐ या ॐ नमो नारायणाय आVद Oकसी म13_ का जप

)ारZभ कर दना चाVहए १०८ म13_ कW एक माला होती ह एक या तीन माला

म13_ जपना चाVहए अधक भी हो सकता ह म13_-जाप करत ह मन भगवान क

सामन जा पहचता ह भगवान का 5नर13तर च13तन ह धारणा ह

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जप-माला भी उपयोगी ह SाT या तलसी कW माला रखना चाVहए जप क

अ5तdरB उस गल म= पहना जा सकता ह जब म= रखा जा सकता ह और सोत

समय तOकया क नीच भी डाल सकत ह Oक13त माला सदा साथ रखनी चाVहए ६ ६ ६ ६ ---- यान यान यान यान एक 5निlत आसन पर बठकर अपन इ2दव का तल धारावत च13तन ह यान

ह शरर-मन-बX क nारा भगवान क 5नकट पह च उ13ह= पीछ छोड दना समाध

ह यान क अयास कW सफलता समाध क लाभ म= 5नVहत ह समाध म= परम तoव का अपरोT अनभव होता ह याता और यय एक हो

जात ह समाध ह तरयावथा और जीव13मAB ह यह योगी कW पणावथा ह ७ ७ ७ ७ ---- 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा आयािEमक साधना कवल यान क कमर तक ह सीमत नह ह यह तो

सम4-कालक साधना ह Vह13द धम का यह एक बडा अभशाप ह Oक हम कवल

कछ बातamp को पXव_ और धामक मान बठ ह शष 6यावहाdरक जीवन धम और

आयािEमक स पर समझ लया गया ह यह बडी भल ह साधक को अपना सम4 जीवन साधनामय बनाना होता ह भगवान कW शरणाग5त का भाव 5नर13तर रहना चाVहए सारा जीवन उ13ह कW

सवा ह उ13ह कW )रणा स हर काय हो रहा ह आयािEमक साधना कW सार

सफलता उ13ह क हाथ म= ह )ाणीमा_ स )म-भाव रखना भगवान क )म का 6यावहाdरक प ह भगवान क

भBamp को सभी लोग X)य Vदखाई दत ह दसर क दोषamp को दखन क बजाय अपन

दोष दखना और उ13ह= दर करना भगवत सवा का u माग ह दनamp को दान दना रोगयamp कW सवा करना 5नरTरamp को पढाना पीडतamp कW

सहायता करना मोहा13ध भटकत लोगamp को राह Vदखाना आयािEमक साधना का

अि13तम Oक13त महEवपण अग ह कमयोग क अ13तगत इसकW मVहमा क गण गाय गय ह यVद साधना क उपयB 5नदशamp का aढतापवक पालन Oकया जाय तो जीवन म=

5नlय ह सफलता सख और मAB का लाभ होगा सभी स13त -उपदशamp का सार

यह ह

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इस Vदशा म= सतत अ4सर रहन क लए स13तamp महाEमाओ का माग-दशन लत

रहना आव1यक ह वतमान काल म= पय वा मी च13मयान13द जी क अनया5ययamp

nारा थाXपत सथा lsquoच13मय मशनrsquo आपकW सहायता क लए सदा उपलltध ह

पाqयcमपाqयcमपाqयcमपाqयcम

नननन0 पतकपतकपतकपतक )थम)थम)थम)थम बारबारबारबार

)5तVदन)5तVदन)5तVदन)5तVदन

1 जीवनजीवनजीवनजीवन यो5तयो5तयो5तयो5त 10 पपपप

2 आEमआEमआEमआEम XवकासXवकासXवकासXवकास कWकWकWकW 5नदशका5नदशका5नदशका5नदशका 10 पपपप

3 भजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दम 4 ोकोकोकोक

4 तiexclवतiexclवतiexclवतiexclव बोधबोधबोधबोध 4 पपपप

5 आEमआEमआEमआEमबोधबोधबोधबोध 3 ोकोकोकोक

6 प_प_प_प_ nाराnाराnाराnारा वदा13तवदा13तवदा13तवदा13त 10 पपपप

7 मानवमानवमानवमानव 5नमाण5नमाण5नमाण5नमाण कलाकलाकलाकला 12 पपपप

8 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण 4 ोकोकोकोक

9 यानयानयानयान औरऔरऔरऔर जीवनजीवनजीवनजीवन 1 अयायअयायअयायअयाय

10 नारदनारदनारदनारद भABभABभABभAB स_स_स_स_ 5 स_स_स_स_

11 गीतागीतागीतागीता कWकWकWकW भमकाभमकाभमकाभमका 10 पपपप

12 अव1यअव1यअव1यअव1य कर=कर=कर=कर= 10 पपपप

13 साधनासाधनासाधनासाधना पचकमपचकमपचकमपचकम 1 ोकोकोकोक

14 कनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषद 2 म_म_म_म_

15 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1-2-3 3 सससस 5 ोकोकोकोक

16 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (201 सससस 300 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

17 कठोप5नषकठोप5नषकठोप5नषकठोप5नष 2 म_म_म_म_

18 दTणाम5तदTणाम5तदTणाम5तदTणाम5त तो_मतो_मतो_मतो_म 2 म_म_म_म_

19 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 4-5-6 3 सससस 5 ोकोकोकोक

20 उपदशउपदशउपदशउपदश सारसारसारसार 2 ोकोकोकोक

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21 ईशावायईशावायईशावायईशावाय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 3 म_म_म_म_

22 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 7-8-9 3 सससस 5 ोोोोकककक

23 मडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नष 2 म_म_म_म_

24 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 10-11 3 सससस 5 ोकोकोकोक

25 कवYयकवYयकवYयकवYय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 2 म_म_म_म_

26 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (301 सससस 583 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

27 पSषसBमपSषसBमपSषसBमपSषसBम 4 सBसBसBसB

28 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 12 3 सससस 5 ोकोकोकोक

29 तXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषद 2 म_म_म_म_

30 बनाथबनाथबनाथबनाथ-त5तत5तत5तत5त 4 ोकोकोकोक

31 गीगीगीगीताताताता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 13-14-15 3 सससस 5 ोकोकोकोक

32 ऐतरयऐतरयऐतरयऐतरय उप5न`दउप5न`दउप5न`दउप5न`द 3 म_म_म_म_

33 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 16-17 3 सससस 5 ोकोकोकोक

34 )vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद 2 म_म_म_म_

35 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 18 3 सससस 5 ोकोकोकोक

36 ईhरईhरईhरईhर-दशनदशनदशनदशन (तपोवनमतपोवनमतपोवनमतपोवनम ) एकएकएकएक अयायअयायअयायअयाय

37 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1 सससस 18 5 सससस 10 ोकोकोकोक

38 अ2ावcअ2ावcअ2ावcअ2ावc गीतागीतागीतागीता 3 ोकोकोकोक

39 मामामामाडGयडGयडGयडGय औरऔरऔरऔर काdरकाकाdरकाकाdरकाकाdरका 2 म_म_म_म_

ःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःः

43

Page 20: Swadhyayamandal

20

सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः सवpoundप5नषदो गावो दोधा गोपालन13दनः पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत पाथpound वEसः सधीभpoundBा दध गीतामत महत ४४४४

सZपण उप5नष गाय= ह गोपालन13दन उनक दोहन वाल ह अजन गोवEस ह गीता महान अमतमय दध ह और सधीजन उस दध का पान करन वाल ह

वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम वसदवसत दव कसचाणरमदनम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम दवकWपरमान13द क`ण व13द जगतगSम ५५५५

म उन भगवान क`ण को )णाम करता ह जो वसदव क Vद6य प_ ह कस और

चाणर का वध करन वाल ह दवकW मा को परम आन13द )दान करन वाल ह और

समत ससार क गS ह

भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला भी`मोणतटा जयथजला गा13धारनीलोEपला ---- शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला शYय4ाहवती कपण वहनी कणन वलाकला अhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनावअhEथामXवकणघोरमकरा दयpoundधनाव 5त नी 5तनी 5तनी 5तनी ----

सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः सोoीणा खल पाडवरणनद कवतकः कशवः ६६६६ भगवान क`ण nारा चालत गीता -Iान कW नौका म= बठकर पाडवamp न उस भयकर

रणनद को सहज पार कर लया िजसक भी`म और ोण तट थ जयथ िजसका जल

था गाधार नप नील -कमल थ िजसम= शYय जस 4ाह थ और कपाचाय िजसकW तीyen

धारा थ कण िजसकW उoाल तरग थ अhEथामा और Xवकण िजसक भयकर मगर थ

और दयpoundधन िजसकW भवर था

पाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटमपाराशयवचः सरोजममल गीताथ ग13धोEकटम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम नानायानककसर हdरकथासबोधनाबोधतम लोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरलोक सजनषbrvbarपदरहरहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदाहः पपीयमान मदा

भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस भयाारतपकज कलमल)वसनः uयस ७७७७

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महाभारत का वह 5नमल कमल हम= कYयाणकार हो जो पाराशर क प_ 6यास क

वचन सरोवर म= उEप13न हआ जो गीता कW उEकट गध स पdरपण ह िजसक अनक

आयान कसर क समान ह जो भगवान क`ण कW मधर कथाओ स पdरपण ह सजन iमरamp क nारा िजसक रस का पान 5नर13तर Oकया जाता ह और जो कलयग क समत

दोषamp का शमन करन वाला ह

मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम ८८८८

िजनकW कपा स मक वाचा ल हो जात ह और पग लोग भी ऊ च पवतamp को पार कर

जात ह उन परमान13द भगवान क`ण कW हम व13दना करत ह

य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव ---- वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो ----

ययाययाययाययात न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः ९९९९

ा वSण इ13 S और मSण Vद6य तो_amp nारा िजसकW त5त करत ह

सामवद क गान वाल अग पद cम और उप5नषदamp क सVहत वदamp nारा िजसका गायन

करत ह योगीजन यान म= िथत तnत हय म न स िजसका दशन करत ह दवता और

असर गण (कोई भी) िजसक अ13त को नह जानत उस (परम पSष नारायण ) दव क

लए मरा नमकार ह ७७७७ गीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोक

8 The spiritual text ((((पाqय पतकपाqय पतकपाqय पतकपाqय पतक )))) It is to be taken stanza by stanza and commented upon by the Group Sewak

22

9 Discussions ((((Xवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमय)))) The Group Sewak may act as a mediator 10 Meditation Let all members sit in their favourite pose with head erect and eyes closed The Group Sewak may chant a short Mantra lowering the pitch of voice by and by Everyone repeats the process mentally Then there is a silence Every body tries to live in that silence abandoning all sorts of ideas If any thought comes in mind one should try to become its witness (Sakshi) The whole process may take only 5 to 7 minutes

यानमयानमयानमयानम शा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरश

Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम ल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZय व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम

११११११११ यानषटकयानषटकयानषटकयानषटक मनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाह न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च 6योमभमन च 6योमभमन च 6योमभमन च 6योमभम न तजो न वायःन तजो न वायःन तजो न वायःन तजो न वायः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ११११

म न मन ह न बX ह न अहकार ह और न चo ह म न uो_ ह न िजcopyा

ह न नासका ह और न न_ ह न म आकाश ह न भम ह न अिन ह

और न वाय म चदान13द प शव ह शव ह

न च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपाय

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम 2222

23

न म )ाण ह और न पचवाय न म स7धात का शरर ह और न

पचकोश न म वाक पाण पाद उपथ और न गदा ह म चदान13दप

शव ह शव ह

न म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौ

न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ३३३३

न म राग ह और न nष न म लोभ ह और न मोह न म मद ह और

न मEसर म धम अथ काम मोT भी नह ह म चदान13दप शव ह शव ह न पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःख न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः अह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBा चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ४४४४

न म पय ह और न पाप न म सख ह और न दःख न म म13_ ह

और न तीथ न म वद ह न यI म भोजन भोय और भोBा भी नह ह म

चदान13दप शव ह शव ह

न मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदः Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म न ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ५५५५

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न म मEय ह और न भय मझम= कोई जा5तभद भी नह ह न मर

माता ह और न Xपता मरा ज13म भी नह हआ ह न मरा कोई ब13ध ह न म_

न गS ह न श`य म चदान13दप शव ह शव ह

अह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपः

XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम न चान चान चान चासsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ६६६६

मर न कोई कYपना ह और न आकार म सव6यापी और इि13रयातीत

ह मरा न ब13धन ह और न मAB म Iय भी नह ह म चदान13दप शव ह शव ह

११११2222 uी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकम

6या7 जग6या7 जग6या7 जग6या7 जग~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत

5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ११११

अखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभावः परमाEमसEय वः परमाEमसEय वः परमाEमसEय वः परमाEमसEय

सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय 2222

म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः बोचबबोचबबोचबबोचब umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः

25

सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ३३३३

शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः

6यापी परण मो6यापी परण मो6यापी परण मो6यापी परण मोदमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ४४४४

अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च ग गभीग गभीग गभीग गभी र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ५५५५

तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म

Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न च13Eयमानम च13Eयमानम च13Eयमानम च13Eयमानम uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ६६६६

12 Pledge We stand as one family bound to each other with love and respect We serve as an army Courageous and disciplined ever-ready to fight against all low tendencies and false values within and without us We live honestly

the noble life of sacrifice and service producing more than what we consume and giving more than what we take

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We seek the Lords Grace to keep us on the path of virtue courage and wisdom May Thy Grace and Blessings flow through us to the world around us We believe that the service of our country is the service of Lord of Lords and devotion to the people is the devotion to the Supreme Self We know our responsibilities give us the ability and courage to fulfill them

OM TAT SAT

च13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIा हमार िथ5त ह एक पdरवार क समान )म और सZमान स परपर आब हम सवा-रत ह एक सना क समान- साहसी और अनशासत - कVटब ह सघष करन को 5नZन वXo यamp और थोथ आदश क XवS िजनका जाल ह हमार अ13दर और बाहर सव_ हम जीत ह ईमानदार स Eयाग और सवा का उच जीवन उEप13न करत ह उपभोग स अधक लत ह िजतना दत ह कह अधक हम बन ह आकाTी )भ कW कपा क जो चलाव= हम= गण साहस और Iान क माग पर

आप कW कपा और आशीष ह )भो हमार मायम स बह

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Xवh म= चारamp ओर हमारा Xवhास ह Oक वदश सवा ह परमhर कW सवा ह और जनता कW भAB ह परमाEमा कW भAB ह हम समझत ह अपना दा5यEव दो योयता और साहस Oक हम परा कर= उस ॐ तEसत

13 Arati Arati is to be performed preferably by the wife of Group Sewak or by the

Group Sewak himself A few flowers and burning camphor placed in a tray are waved before the picture of the Lord and the following Mantras are chanted by all the members present -

न त_ सयpound भा5त न चतारक नमा Xव~तो भा5त कतोऽयमि13गः तमव भा13तम अनभा5त सव तय भासा सवमदXवभा5त ॐ सवषा वितभवत सवषा शाि13तभवत सवषा पण भवत सवषा मsectगल भवत ॐ सव भव13त सखनः सवस13त 5नरामयः सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत असतो मा स^मय तमसो मा यो5तगमय मEयोमाममत गमय ॐ पणमदः पणमद पणात पणमदयत पणय पणमादाय पणमवावश`यत ॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तः

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भज गोXव13दमभज गोXव13दमभज गोXव13दमभज गोXव13दम

भज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13द गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत स)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत काल न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण ११११

र मढ मन गोXव13द कW खोज कर गोXव13द का भजन कर और गोXव13द का ह

यान कर अि13तम समय आन पर 6याकरण क 5नयम तर रTा न कर सक= ग मढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णा कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम यYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाo Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम 2222

र मढ धन स4ह कW त`णा छोड द मन म= वराय लाकर सत तiexclव का

च13तन कर अपन कम फल क अनसार जो धन )ा7 हो उसी स अपन म न को स13त2

कर नारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदश a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम एत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकार मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम ३३३३ स13दर Rी क नाभदश को दखकर मोह म= मत पड यह कवल मास और मजा

का Xवकार ह अपन मन म= इस बात का बार-बार Xवचार कर नलनीदलगतनलनीदलगतनलनीदलगतनलनीदलगत जलम5ततरल जलम5ततरल जलम5ततरल जलम5ततरल तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम XवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4त लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम ४४४४

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कमल-दल क ऊपर जल कW बद अEय13त अिथर होती ह जीवन भी इसी )कार

अिथर ह इस बात को अछmacr तरह समझ ल Oक सारा ससार 6याध अभमान शोक आVद स 4सत ह

यावVnयावVnयावVnयावVnoोपाजन सBःoोपाजन सBःoोपाजन सBःoोपाजन सBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः पlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह ५५५५

जब तक धनोपाजन कW शAB ह तभी तक तZहार पdरवार क लोग तम स )म

रखत ह वावथा म= शरर जजर हो जान पर तZहार बात कोई न पछगा यावEपवनोयावEपवनोयावEपवनोयावEपवनो 5नवस5त दह 5नवस5त दह 5नवस5त दह 5नवस5त दह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह गतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापाय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय ६६६६ जब तक शरर म= )ाण ह तब तक घर म= तZहार कशल पछmacr जाती ह )ाण

5नकलन पर उसी शरर स पcentी तक भयभीत होन लगती ह बालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBः तSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBः वताविच13तासBःवताविच13तासBःवताविच13तासBःवताविच13तासBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः ७७७७

बचपन म= खलamp म= आसAB रहती ह यवावथा म= तSणी स मोह रहता ह और

वावथा म= च13ताय= आ घरती ह Oक13त पर परमाEमा स Oकसी को )म नह ह का त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ः सससससारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः

30

कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः ८८८८

कौन तZहार पcentी ह कौन तZहारा प_ ह वततः ससार बडा Xवच_ ह तम

Oकस क हो कहा स आय हो ह भाई कभी इस बात का भी Xवचार करो

सEससEससEससEसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEवगEवगEवगEव 5नस5नस5नस5नसगEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम 5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः ९९९९

सEसग स अनासAB )ा7 होती ह अनासAB स मोह क ब13धन टटत ह मोह टटन पर शाhत तiexclव कW )ा57 होती ह और शाhत तiexclव पान पर जीवन -मAB का लाभ

)ा7 होता ह वयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः Tीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारो Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः १०१०१०१०

जस यवावथा बीतन पर काम -Xवकार न2 हो जाता ह और जल सख जान पर

तालाब नह रह जाता ह वस ह धन न2 होन पर पdरवार नह रह जाता और तiexclव-बोध

होन पर ससार नह रह जाता ह मा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगव हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम मायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा ११११११११

31

धन जन और यौवन क लए अभमान न करना चाVहए काल इन सब को Tण मा_ म=

न2 कर दता ह इन सब को माया का iम समझो और शीordf ह साTाEकार )ा7

करो Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः कालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः ११११2222

Vदन और रात )ातः और साय सय और गम बार -बार आत ह और चल जात

ह काल कW इस cWडा क साथ आय भी बीतती जा रह ह Oफर भी आशाओ कW आधी

स कोई नह बचता का त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता _जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका १३१३१३१३

र iाि13त म= पड मढ Rी धन आVद कW च13ता Gयamp Oकया करता ह Gया तर

ऊपर शासन करन वाला कोई नह ह तीनamp लोकamp म= कवल सEसग ह वह नौका ह जो

ज13म-मरण क सागर स तझ पार कर सकती ह जVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः प1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढो दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः १४१४१४१४

जटाधार बाल मडाय एक-एक कर सर क सब बाल खचवाय और काषायवR

धारण Oकय हए नाना वषधार स13यासी ह व आखamp स दखत हए भी अध ह व मढ

नाना )कार क वष कवल पट भरन क लए धारण करत ह

32

अsectगअsectगअsectगअsectग गलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मड दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम वो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दड तदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEया शाXपडम शाXपडम शाXपडम शाXपडम १५१५१५१५

वावथा म= शरर जजर हो गया ह सर क बाल सफद हो गय ह दात गर

गय ह छडी क सहार चलना पडता ह अथात मEय 5नकट आ गई ह Oक13त आशाओ का

ब13धन अब भी नह टटा अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः करतल करतल करतल करतल भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः १६१६१६१६

आग अिन पीछ सय और रा_ म= घटनamp म= ठो ढ लगाय रहन वाल तथा हाथ पसार

कर भीख मागन वाल और पड क नीच सोन वाल भी आशा क ब13धनamp स मB नह ह कSत गsectगकSत गsectगकSत गsectगकSत गsectग सागरगमनसागरगमनसागरगमनसागरगमन yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम IानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन १७१७१७१७

कोई भल ह गगासागर आVद तीथdeg का सवन कर yenत रख अथवा दान कर

Oक13त अIानी 6यAB सकडamp ज13मamp म= भी मAB नह )ा7 कर सकता ह यह तplusmnय सभी लोग वीकार करत ह

सरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासः शsup2याशsup2याशsup2याशsup2या भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः सवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः १८१८१८१८

33

जो लोग दवताओ क मि13दर और पडamp क नीच 5नवास करत ह बना बछौन क

जमीन पर लटत ह मगछाला पहनत ह और इस )कार सभी भोगamp का Eयाग कर दत ह

उन XवरB लोगamp को कौन सा सख )ा 7 नह ह

योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा सsectगसsectगसsectगसsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगXवहनः Xवहनः Xवहनः Xवहनः यय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चo न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव १९१९१९१९

चाह कोई योग का अयास करता हो या भोगamp म= पडा रहता हो चाह अनक लोगamp क

साथ रहता हो या अकला िजसका चo -च13तन म= मन ह वातव म= वह सखी ह

भगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीता गगगगगागागागाजल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता सकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा 2222००००

जो भगवदगीता का थोडा भी अययन करता ह गगा जल कW एक बद भी पान

करता ह और भAB-भाव स भगवान का मरण करता ह उसकW चचा यमराज भी नह

करत ह पनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरण पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम इह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार 2222११११

बार-बार ज13मना बार-बार मरना और बार-बार मा क पट म= पहचना बडा

क2कारक ह इस दःखमय ससार स पार होना बडा कVठन ह ह भगवन अपनी अपार

कपा स मरा 5नतार करो

34

रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः योगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoो रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव 22222222

जो योगी चीथड बीन कर कथर बनात और पहनत ह पय और पाप क माग को छोड

कर चलत ह िजनका चo योगायास स सयमत ह व ईhर भाव म= 5नमन रहन वाल बालकamp या उ13मo लोगamp कW तरह 5नn13n रहत ह

कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः इ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसार Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम 2222३३३३

तम कौन हो म कौन ह म कहा स आया ह कौन मर माता ह कौन मरा

Xपता ह इन )vamp पर Xवचार करो और इस असार ससार को वwन मा_ समझ कर

छोड दो Eव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः भव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eव वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम 2222४४४४

तम म= मझ म= और सभी थानamp म= क वल एक सव6यापी भगवान ह असVह`ण होकर

तम 6यथ ह मर ऊपर cोध करत हो यVद तम चाहत हो Oक तZह= ईhर )ा7 हो जाय तो तम सदा समभाव रहो

श_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ सविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमान

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सव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIा नम नम नम नम 2222५५५५

दसर लोगamp स लडन म= अथवा उनस म_ता करन म= अपनी शAB का अप6यय न

करो अपन ब13ध-बा13धवamp स राग-nष मत रखो सव_ अपन ह वप को दखो भद बX का Eयाग करो और अIान स छटकारा पाओ

काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह EयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1य5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम आEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः 2222६६६६

काम cोध लोभ और मोह को छोडकर Iानी सव_ आEमवप ह दखता ह

वह समझता ह Oक म वह ह Oक13त आEमIान रVहत मढ लोग अIान क कारण नक कW वदनाय= सहन करत ह

गय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहsup3sup3sup3sup3 यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म नय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चo दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम 2222७७७७

भगवत-गीता और Xव`ण क सहsup3 नाम गान चाVहए भगवान Xव`ण क वप का

5नर13तर यान करना चाVहए सदा सEसग म= चo लगाना चाVहए और दन लोगamp को

दान दना चाVहए सखतः सखतः सखतः सखतः Ocयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः य~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरण तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम 2222८८८८

36

पहल तो लोग सख क लए Rी भोग म= ल7 रहत ह और बाद म= शारdरक रोगamp का शकार होना पडता ह य~Xप इस ससार म= अ13ततोगEवा मEय म= ह शरण मलती

ह Oफर भी लोग पापाचरण नह छोडत

अथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEय नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम प_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः 2222९९९९

लोगamp कW अनथकार धन म= ह सदा Sच बनी रहती ह सEयता यह ह Oक उसम=

Oकि13चत मा_ भी सख नह ह धनी लोगamp को अप न प_ स भी भय रहता ह धन का

सव_ यह हाल दखा जाता ह )ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम जाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधान कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम ३०३०३०३०

बडी सावधानीपवक पहल )ाणायाम का अयास करो मन को सब ओर स

हटाकर अ13तमखी बनाओ 5नEय और अ5नEय वतओ क बीच Xववकपवक Xवचार करो

और Oफर जप करत हए समाध का अयास करो गSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः सि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादव -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम ३१३१३१३१ ह गS क चरणamp म= भABभाव रखन वालamp तम शीordf ह स सार-सागर स पार हो

जाओग तमन इि13 यamp को और मन को वश म= Oकया ह तम अपन acuteदय म= शीordf ह

भगवान का साTाEकार करोग

37

आयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अग १ १ १ १ ---- वथ शरर वथ शरर वथ शरर वथ शरर ((((अअअअ) ) ) ) सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन ---- बना वथ शरर क कोई भी लौOकक या पारलौOकक

काय करना सZभव ह नह ह इसक लए श और सािiexclवक आहार आव1यक ह

मच इमल wयाज लहसन खटाई तल मसाल हग आVद Eयाय ह बहत अधक न खाना चाVहए मताहार रोगamp स बचाता ह यान रखो भोजन वाद क

लए नह वाplusmnय क लए ह एकादशी आVद Oकसी Vदन उपवास भी कई aX2 स

उपयोगी ह ((((बबबब) ) ) ) 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम ---- वथ शरर क लए 5नEय 6यायाम भी आव1यक ह

इसक लए )ातःकाल कछ शारdरक uम करना चाVहए बगीच म= काम टहलना

तरना आसनamp का अयास आVद कछ 6यायाम ह आसन और )ाणायाम साधना

म= अधक सहायक ह ((((सससस)))) वछता वछता वछता वछता ---- वथ वाय का सवन 5नEय नान साफ कपड और रहन क

थान कW सफाई शरर को वथ और चo को )स13न रखती ह

2 2 2 2 ---- वथ मनवथ मनवथ मनवथ मन

((((अअअअ) ) ) ) वायाय वायाय वायाय वायाय ---- जस वथ शरर क लए 5नEय श और पौX2क भोजन कW

आव1यकता ह वस ह वथ मन क लए स-413थamp का 5नEय अवलोकन आव1यक ह अ13यथा मन दबल हो जाता ह और उस मानस रोग घरन लगत ह

दिl13ताय= चडचडाहट 6य4ता भय nष आVद मानसक रोगamp क लTण ह

गीता रामायण भागवत उप5नष योगवास बाइबल ज13दावता करान

_Xपटक 413थसाVहब आVद म= स Oकसी 413थ का अययन करना चाVहए

((((बबबब) ) ) ) स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त ---- य दोनamp वथ मन क लTण ह Xववक और वराय

क 6यायाम स स13तोष और शाि13त बढती ह वथ शरर और वथ मन स

आEमबल बढता ह इसी बल स आयािEमक सफलताय= )ा7 कW जाती ह ((((सससस) ) ) ) सससस----Xवचार Xवचार Xवचार Xवचार ---- स-Xवचार जीवन को सह Vदशा म= ल जात ह अस Xवचारamp

स मन`य का पतन होता ह सEसग और सuml413थamp क अवलोकन स स -Xवचार

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aढ होत ह कसग और कच2ाय= छोडकर सEसग का आuय लो ससार म= िजतन भी महापSष हए ह और उ13हampन जब जो कछ पाया ह वह सEसग क कारण ह ३ ३ ३ ३ ---- न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो

जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए ---- ((((अअअअ) ) ) ) चय और सEय चय और सEय चय और सEय चय और सEय ---- वीय कW रTा बडी सावधानी स करनी चाVहए शरर

तर पर वीय ह ईhर ह जीवन कW यह एक बहत बडी Xवभ5त ह यह जीवन Xवचार और बX का सार ह सचत वीय ओज म= पdरव5तत होता ह और ओज आEमशAB म= हर कWमत पर सEय मधर और मत भाषण का अयास करना चाVहए

मplusmnया भाषण दबलता भय और अIान का पdरणाम ह 5नEय एक-दो घट का

मौन रहना चाVहए उस समय सकतamp का )योग भी न करना चाVहए ((((बबबब) ) ) ) सससस----गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास ---- 5नयम कW पाब13द समय का उपयोग मधर भाषण

उदारता कSणा नह स-पSषamp का आदर सहनशीलता Tमा धय स13तोष 5नरभमानता आVद स-गण ह यVद य ग ण सहज ह )ा7 न हamp तो अयास क

nारा )ा7 Oकय जा सकत ह सब गणamp का एक साथ अयास नह हो सकता Oक13त एक गण क आत ह उसक सहयोगी अनक गण वय आन लगत ह Oकसी एक गण का अयास करन का सकYप करो और 5नEय सोन क पहल

अपनी सफलताओ-असफलताओ पर Xवचार करो कछ समय म= वह अयास आदत बन जायगा और आदत वभाव ((((सससस) ) ) ) दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग ---- )ायः लोग कसग क कारण दगणamp म= पड जात ह

आयािEमक T_ म= जYद सफल होन क लए दगणamp को शीordfा5तशीordf छोडना

होगा म~पान आलय मासभTण cरता कठोरता कVटलता छल )पच

पर5न13दा लोभ पdर4ह आVद अनक दगण ह यVद साधक म= ऐस कोई दगण ह

तो उ13ह= एक-एक कर छोडन का )यcent करना चाVहए दगण बड हठmacr होत ह

इनक Eयागन क लए सकYप करना पडता ह यVद एक दगण छोडन म= सफलता

मल तो आEम-Xवhास बढ जाता ह और दसर दगण छोडना सरल हो जाता ह ((((दददद) ) ) ) सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका ---- आज क आथक यग म= धन सचय कW हवस बढ रह

ह इसक लए बईमानी और छल-)पच का सहारा लया जा रहा ह कारण कवल

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यह ह Oक हमार आव1यकताय= बढ गई ह श आजी Xवका क लए आव1यक ह

Oक आव1यकताय= घटाई जाय= uम और ईमानदार स कमाया हआ धन मन`य

कW आव1यक आव1यकताय= पर कर सकता ह आलसी और दबल 6यAB ह आसानी स )ा7 होन वाल धन कW इछा करत ह यVद आपकW बX और शरर

शABसZप13न ह तो आप पराय पस को Xव2ा क समान समझ=ग सबल बनो और

uम स धन कमा कर स13तोष का जीवन बताओ ४ ४ ४ ४ ---- आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम उपयB तplusmnय आयािEमक साधना कW भमका तयार करन क लए ह उ13ह=

साधना का परोT अग कह सकत ह आसन यथाथ साधना कW पहल सीढ ह

कछ आसन तो 6या याम कW aX2 स उपयोगी होत ह िजनका उYलख ऊपर Oकया

जा चका ह कछ आसन यान क लए बताय गय ह पझ स और सख

आसन म= स कोई एक अपनी सXवधा और Sच क अनसार चन लना चाVहए

उoर या पव Vदशा कW ओर मख करक उस आसन पर लगभग तीन घट अXवचल

बठन का )यास करना चाVहए उसी आसन पर यान और जप करना होगा

इसक लए थान और समय 5निlत होना चाVहए इस काय क लए एक अलग

कमरा ताल स ब13द रखना चाVहए )ातःकाल ४ बज उठ कर शौचाVद स 5नवo और पXव_ होकर आसन )ाणायाम और यान करना चाVहए आसन पर बठत ह कम स कम बीस बार )ाणायाम करना चाVहए अपन इ2दव क यान क लए कछ ोक याद कर लो )ाणायाम क बाद उनका पाठ करक भगवान का च13तन करना चाVहए ५ ५ ५ ५ ---- )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा भगवान का यान करत ह वा ससार स मन को हटा कर अ13तमखी कर लना चाVहए यह )Eयाहार ह जप इसम= सहायक होगा ॐ या ॐ नमो नारायणाय आVद Oकसी म13_ का जप

)ारZभ कर दना चाVहए १०८ म13_ कW एक माला होती ह एक या तीन माला

म13_ जपना चाVहए अधक भी हो सकता ह म13_-जाप करत ह मन भगवान क

सामन जा पहचता ह भगवान का 5नर13तर च13तन ह धारणा ह

40

जप-माला भी उपयोगी ह SाT या तलसी कW माला रखना चाVहए जप क

अ5तdरB उस गल म= पहना जा सकता ह जब म= रखा जा सकता ह और सोत

समय तOकया क नीच भी डाल सकत ह Oक13त माला सदा साथ रखनी चाVहए ६ ६ ६ ६ ---- यान यान यान यान एक 5निlत आसन पर बठकर अपन इ2दव का तल धारावत च13तन ह यान

ह शरर-मन-बX क nारा भगवान क 5नकट पह च उ13ह= पीछ छोड दना समाध

ह यान क अयास कW सफलता समाध क लाभ म= 5नVहत ह समाध म= परम तoव का अपरोT अनभव होता ह याता और यय एक हो

जात ह समाध ह तरयावथा और जीव13मAB ह यह योगी कW पणावथा ह ७ ७ ७ ७ ---- 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा आयािEमक साधना कवल यान क कमर तक ह सीमत नह ह यह तो

सम4-कालक साधना ह Vह13द धम का यह एक बडा अभशाप ह Oक हम कवल

कछ बातamp को पXव_ और धामक मान बठ ह शष 6यावहाdरक जीवन धम और

आयािEमक स पर समझ लया गया ह यह बडी भल ह साधक को अपना सम4 जीवन साधनामय बनाना होता ह भगवान कW शरणाग5त का भाव 5नर13तर रहना चाVहए सारा जीवन उ13ह कW

सवा ह उ13ह कW )रणा स हर काय हो रहा ह आयािEमक साधना कW सार

सफलता उ13ह क हाथ म= ह )ाणीमा_ स )म-भाव रखना भगवान क )म का 6यावहाdरक प ह भगवान क

भBamp को सभी लोग X)य Vदखाई दत ह दसर क दोषamp को दखन क बजाय अपन

दोष दखना और उ13ह= दर करना भगवत सवा का u माग ह दनamp को दान दना रोगयamp कW सवा करना 5नरTरamp को पढाना पीडतamp कW

सहायता करना मोहा13ध भटकत लोगamp को राह Vदखाना आयािEमक साधना का

अि13तम Oक13त महEवपण अग ह कमयोग क अ13तगत इसकW मVहमा क गण गाय गय ह यVद साधना क उपयB 5नदशamp का aढतापवक पालन Oकया जाय तो जीवन म=

5नlय ह सफलता सख और मAB का लाभ होगा सभी स13त -उपदशamp का सार

यह ह

41

इस Vदशा म= सतत अ4सर रहन क लए स13तamp महाEमाओ का माग-दशन लत

रहना आव1यक ह वतमान काल म= पय वा मी च13मयान13द जी क अनया5ययamp

nारा थाXपत सथा lsquoच13मय मशनrsquo आपकW सहायता क लए सदा उपलltध ह

पाqयcमपाqयcमपाqयcमपाqयcम

नननन0 पतकपतकपतकपतक )थम)थम)थम)थम बारबारबारबार

)5तVदन)5तVदन)5तVदन)5तVदन

1 जीवनजीवनजीवनजीवन यो5तयो5तयो5तयो5त 10 पपपप

2 आEमआEमआEमआEम XवकासXवकासXवकासXवकास कWकWकWकW 5नदशका5नदशका5नदशका5नदशका 10 पपपप

3 भजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दम 4 ोकोकोकोक

4 तiexclवतiexclवतiexclवतiexclव बोधबोधबोधबोध 4 पपपप

5 आEमआEमआEमआEमबोधबोधबोधबोध 3 ोकोकोकोक

6 प_प_प_प_ nाराnाराnाराnारा वदा13तवदा13तवदा13तवदा13त 10 पपपप

7 मानवमानवमानवमानव 5नमाण5नमाण5नमाण5नमाण कलाकलाकलाकला 12 पपपप

8 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण 4 ोकोकोकोक

9 यानयानयानयान औरऔरऔरऔर जीवनजीवनजीवनजीवन 1 अयायअयायअयायअयाय

10 नारदनारदनारदनारद भABभABभABभAB स_स_स_स_ 5 स_स_स_स_

11 गीतागीतागीतागीता कWकWकWकW भमकाभमकाभमकाभमका 10 पपपप

12 अव1यअव1यअव1यअव1य कर=कर=कर=कर= 10 पपपप

13 साधनासाधनासाधनासाधना पचकमपचकमपचकमपचकम 1 ोकोकोकोक

14 कनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषद 2 म_म_म_म_

15 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1-2-3 3 सससस 5 ोकोकोकोक

16 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (201 सससस 300 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

17 कठोप5नषकठोप5नषकठोप5नषकठोप5नष 2 म_म_म_म_

18 दTणाम5तदTणाम5तदTणाम5तदTणाम5त तो_मतो_मतो_मतो_म 2 म_म_म_म_

19 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 4-5-6 3 सससस 5 ोकोकोकोक

20 उपदशउपदशउपदशउपदश सारसारसारसार 2 ोकोकोकोक

42

21 ईशावायईशावायईशावायईशावाय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 3 म_म_म_म_

22 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 7-8-9 3 सससस 5 ोोोोकककक

23 मडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नष 2 म_म_म_म_

24 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 10-11 3 सससस 5 ोकोकोकोक

25 कवYयकवYयकवYयकवYय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 2 म_म_म_म_

26 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (301 सससस 583 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

27 पSषसBमपSषसBमपSषसBमपSषसBम 4 सBसBसBसB

28 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 12 3 सससस 5 ोकोकोकोक

29 तXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषद 2 म_म_म_म_

30 बनाथबनाथबनाथबनाथ-त5तत5तत5तत5त 4 ोकोकोकोक

31 गीगीगीगीताताताता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 13-14-15 3 सससस 5 ोकोकोकोक

32 ऐतरयऐतरयऐतरयऐतरय उप5न`दउप5न`दउप5न`दउप5न`द 3 म_म_म_म_

33 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 16-17 3 सससस 5 ोकोकोकोक

34 )vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद 2 म_म_म_म_

35 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 18 3 सससस 5 ोकोकोकोक

36 ईhरईhरईhरईhर-दशनदशनदशनदशन (तपोवनमतपोवनमतपोवनमतपोवनम ) एकएकएकएक अयायअयायअयायअयाय

37 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1 सससस 18 5 सससस 10 ोकोकोकोक

38 अ2ावcअ2ावcअ2ावcअ2ावc गीतागीतागीतागीता 3 ोकोकोकोक

39 मामामामाडGयडGयडGयडGय औरऔरऔरऔर काdरकाकाdरकाकाdरकाकाdरका 2 म_म_म_म_

ःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःः

43

Page 21: Swadhyayamandal

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महाभारत का वह 5नमल कमल हम= कYयाणकार हो जो पाराशर क प_ 6यास क

वचन सरोवर म= उEप13न हआ जो गीता कW उEकट गध स पdरपण ह िजसक अनक

आयान कसर क समान ह जो भगवान क`ण कW मधर कथाओ स पdरपण ह सजन iमरamp क nारा िजसक रस का पान 5नर13तर Oकया जाता ह और जो कलयग क समत

दोषamp का शमन करन वाला ह

मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम मक करो5त वाचाल पग लघयत गdरम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम यEकपा तमह व13द परमान13दमाधवम ८८८८

िजनकW कपा स मक वाचा ल हो जात ह और पग लोग भी ऊ च पवतamp को पार कर

जात ह उन परमान13द भगवान क`ण कW हम व13दना करत ह

य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव य ावSण13SमSतः त13वि13त Vद6यः तव ---- वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः वदः सागपदcमोप5नषदः गायि13त य सामगाः यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो यानाविथतततनमनसा प1यि13त य योगनो ----

ययाययाययाययात न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः त न Xवदः सरासरगणाः दवाय तम नमः ९९९९

ा वSण इ13 S और मSण Vद6य तो_amp nारा िजसकW त5त करत ह

सामवद क गान वाल अग पद cम और उप5नषदamp क सVहत वदamp nारा िजसका गायन

करत ह योगीजन यान म= िथत तnत हय म न स िजसका दशन करत ह दवता और

असर गण (कोई भी) िजसक अ13त को नह जानत उस (परम पSष नारायण ) दव क

लए मरा नमकार ह ७७७७ गीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोकगीता पाठ दस ोक

8 The spiritual text ((((पाqय पतकपाqय पतकपाqय पतकपाqय पतक )))) It is to be taken stanza by stanza and commented upon by the Group Sewak

22

9 Discussions ((((Xवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमय)))) The Group Sewak may act as a mediator 10 Meditation Let all members sit in their favourite pose with head erect and eyes closed The Group Sewak may chant a short Mantra lowering the pitch of voice by and by Everyone repeats the process mentally Then there is a silence Every body tries to live in that silence abandoning all sorts of ideas If any thought comes in mind one should try to become its witness (Sakshi) The whole process may take only 5 to 7 minutes

यानमयानमयानमयानम शा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरश

Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम ल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZय व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम

११११११११ यानषटकयानषटकयानषटकयानषटक मनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाह न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च 6योमभमन च 6योमभमन च 6योमभमन च 6योमभम न तजो न वायःन तजो न वायःन तजो न वायःन तजो न वायः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ११११

म न मन ह न बX ह न अहकार ह और न चo ह म न uो_ ह न िजcopyा

ह न नासका ह और न न_ ह न म आकाश ह न भम ह न अिन ह

और न वाय म चदान13द प शव ह शव ह

न च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपाय

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम 2222

23

न म )ाण ह और न पचवाय न म स7धात का शरर ह और न

पचकोश न म वाक पाण पाद उपथ और न गदा ह म चदान13दप

शव ह शव ह

न म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौ

न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ३३३३

न म राग ह और न nष न म लोभ ह और न मोह न म मद ह और

न मEसर म धम अथ काम मोT भी नह ह म चदान13दप शव ह शव ह न पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःख न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः अह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBा चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ४४४४

न म पय ह और न पाप न म सख ह और न दःख न म म13_ ह

और न तीथ न म वद ह न यI म भोजन भोय और भोBा भी नह ह म

चदान13दप शव ह शव ह

न मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदः Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म न ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ५५५५

24

न म मEय ह और न भय मझम= कोई जा5तभद भी नह ह न मर

माता ह और न Xपता मरा ज13म भी नह हआ ह न मरा कोई ब13ध ह न म_

न गS ह न श`य म चदान13दप शव ह शव ह

अह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपः

XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम न चान चान चान चासsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ६६६६

मर न कोई कYपना ह और न आकार म सव6यापी और इि13रयातीत

ह मरा न ब13धन ह और न मAB म Iय भी नह ह म चदान13दप शव ह शव ह

११११2222 uी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकम

6या7 जग6या7 जग6या7 जग6या7 जग~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत

5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ११११

अखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभावः परमाEमसEय वः परमाEमसEय वः परमाEमसEय वः परमाEमसEय

सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय 2222

म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः बोचबबोचबबोचबबोचब umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः

25

सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ३३३३

शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः

6यापी परण मो6यापी परण मो6यापी परण मो6यापी परण मोदमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ४४४४

अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च ग गभीग गभीग गभीग गभी र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ५५५५

तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म

Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न च13Eयमानम च13Eयमानम च13Eयमानम च13Eयमानम uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ६६६६

12 Pledge We stand as one family bound to each other with love and respect We serve as an army Courageous and disciplined ever-ready to fight against all low tendencies and false values within and without us We live honestly

the noble life of sacrifice and service producing more than what we consume and giving more than what we take

26

We seek the Lords Grace to keep us on the path of virtue courage and wisdom May Thy Grace and Blessings flow through us to the world around us We believe that the service of our country is the service of Lord of Lords and devotion to the people is the devotion to the Supreme Self We know our responsibilities give us the ability and courage to fulfill them

OM TAT SAT

च13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIा हमार िथ5त ह एक पdरवार क समान )म और सZमान स परपर आब हम सवा-रत ह एक सना क समान- साहसी और अनशासत - कVटब ह सघष करन को 5नZन वXo यamp और थोथ आदश क XवS िजनका जाल ह हमार अ13दर और बाहर सव_ हम जीत ह ईमानदार स Eयाग और सवा का उच जीवन उEप13न करत ह उपभोग स अधक लत ह िजतना दत ह कह अधक हम बन ह आकाTी )भ कW कपा क जो चलाव= हम= गण साहस और Iान क माग पर

आप कW कपा और आशीष ह )भो हमार मायम स बह

27

Xवh म= चारamp ओर हमारा Xवhास ह Oक वदश सवा ह परमhर कW सवा ह और जनता कW भAB ह परमाEमा कW भAB ह हम समझत ह अपना दा5यEव दो योयता और साहस Oक हम परा कर= उस ॐ तEसत

13 Arati Arati is to be performed preferably by the wife of Group Sewak or by the

Group Sewak himself A few flowers and burning camphor placed in a tray are waved before the picture of the Lord and the following Mantras are chanted by all the members present -

न त_ सयpound भा5त न चतारक नमा Xव~तो भा5त कतोऽयमि13गः तमव भा13तम अनभा5त सव तय भासा सवमदXवभा5त ॐ सवषा वितभवत सवषा शाि13तभवत सवषा पण भवत सवषा मsectगल भवत ॐ सव भव13त सखनः सवस13त 5नरामयः सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत असतो मा स^मय तमसो मा यो5तगमय मEयोमाममत गमय ॐ पणमदः पणमद पणात पणमदयत पणय पणमादाय पणमवावश`यत ॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तः

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भज गोXव13दमभज गोXव13दमभज गोXव13दमभज गोXव13दम

भज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13द गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत स)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत काल न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण ११११

र मढ मन गोXव13द कW खोज कर गोXव13द का भजन कर और गोXव13द का ह

यान कर अि13तम समय आन पर 6याकरण क 5नयम तर रTा न कर सक= ग मढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णा कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम यYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाo Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम 2222

र मढ धन स4ह कW त`णा छोड द मन म= वराय लाकर सत तiexclव का

च13तन कर अपन कम फल क अनसार जो धन )ा7 हो उसी स अपन म न को स13त2

कर नारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदश a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम एत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकार मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम ३३३३ स13दर Rी क नाभदश को दखकर मोह म= मत पड यह कवल मास और मजा

का Xवकार ह अपन मन म= इस बात का बार-बार Xवचार कर नलनीदलगतनलनीदलगतनलनीदलगतनलनीदलगत जलम5ततरल जलम5ततरल जलम5ततरल जलम5ततरल तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम XवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4त लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम ४४४४

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कमल-दल क ऊपर जल कW बद अEय13त अिथर होती ह जीवन भी इसी )कार

अिथर ह इस बात को अछmacr तरह समझ ल Oक सारा ससार 6याध अभमान शोक आVद स 4सत ह

यावVnयावVnयावVnयावVnoोपाजन सBःoोपाजन सBःoोपाजन सBःoोपाजन सBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः पlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह ५५५५

जब तक धनोपाजन कW शAB ह तभी तक तZहार पdरवार क लोग तम स )म

रखत ह वावथा म= शरर जजर हो जान पर तZहार बात कोई न पछगा यावEपवनोयावEपवनोयावEपवनोयावEपवनो 5नवस5त दह 5नवस5त दह 5नवस5त दह 5नवस5त दह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह गतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापाय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय ६६६६ जब तक शरर म= )ाण ह तब तक घर म= तZहार कशल पछmacr जाती ह )ाण

5नकलन पर उसी शरर स पcentी तक भयभीत होन लगती ह बालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBः तSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBः वताविच13तासBःवताविच13तासBःवताविच13तासBःवताविच13तासBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः ७७७७

बचपन म= खलamp म= आसAB रहती ह यवावथा म= तSणी स मोह रहता ह और

वावथा म= च13ताय= आ घरती ह Oक13त पर परमाEमा स Oकसी को )म नह ह का त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ः सससससारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः

30

कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः ८८८८

कौन तZहार पcentी ह कौन तZहारा प_ ह वततः ससार बडा Xवच_ ह तम

Oकस क हो कहा स आय हो ह भाई कभी इस बात का भी Xवचार करो

सEससEससEससEसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEवगEवगEवगEव 5नस5नस5नस5नसगEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम 5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः ९९९९

सEसग स अनासAB )ा7 होती ह अनासAB स मोह क ब13धन टटत ह मोह टटन पर शाhत तiexclव कW )ा57 होती ह और शाhत तiexclव पान पर जीवन -मAB का लाभ

)ा7 होता ह वयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः Tीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारो Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः १०१०१०१०

जस यवावथा बीतन पर काम -Xवकार न2 हो जाता ह और जल सख जान पर

तालाब नह रह जाता ह वस ह धन न2 होन पर पdरवार नह रह जाता और तiexclव-बोध

होन पर ससार नह रह जाता ह मा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगव हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम मायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा ११११११११

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धन जन और यौवन क लए अभमान न करना चाVहए काल इन सब को Tण मा_ म=

न2 कर दता ह इन सब को माया का iम समझो और शीordf ह साTाEकार )ा7

करो Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः कालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः ११११2222

Vदन और रात )ातः और साय सय और गम बार -बार आत ह और चल जात

ह काल कW इस cWडा क साथ आय भी बीतती जा रह ह Oफर भी आशाओ कW आधी

स कोई नह बचता का त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता _जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका १३१३१३१३

र iाि13त म= पड मढ Rी धन आVद कW च13ता Gयamp Oकया करता ह Gया तर

ऊपर शासन करन वाला कोई नह ह तीनamp लोकamp म= कवल सEसग ह वह नौका ह जो

ज13म-मरण क सागर स तझ पार कर सकती ह जVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः प1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढो दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः १४१४१४१४

जटाधार बाल मडाय एक-एक कर सर क सब बाल खचवाय और काषायवR

धारण Oकय हए नाना वषधार स13यासी ह व आखamp स दखत हए भी अध ह व मढ

नाना )कार क वष कवल पट भरन क लए धारण करत ह

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अsectगअsectगअsectगअsectग गलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मड दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम वो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दड तदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEया शाXपडम शाXपडम शाXपडम शाXपडम १५१५१५१५

वावथा म= शरर जजर हो गया ह सर क बाल सफद हो गय ह दात गर

गय ह छडी क सहार चलना पडता ह अथात मEय 5नकट आ गई ह Oक13त आशाओ का

ब13धन अब भी नह टटा अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः करतल करतल करतल करतल भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः १६१६१६१६

आग अिन पीछ सय और रा_ म= घटनamp म= ठो ढ लगाय रहन वाल तथा हाथ पसार

कर भीख मागन वाल और पड क नीच सोन वाल भी आशा क ब13धनamp स मB नह ह कSत गsectगकSत गsectगकSत गsectगकSत गsectग सागरगमनसागरगमनसागरगमनसागरगमन yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम IानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन १७१७१७१७

कोई भल ह गगासागर आVद तीथdeg का सवन कर yenत रख अथवा दान कर

Oक13त अIानी 6यAB सकडamp ज13मamp म= भी मAB नह )ा7 कर सकता ह यह तplusmnय सभी लोग वीकार करत ह

सरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासः शsup2याशsup2याशsup2याशsup2या भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः सवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः १८१८१८१८

33

जो लोग दवताओ क मि13दर और पडamp क नीच 5नवास करत ह बना बछौन क

जमीन पर लटत ह मगछाला पहनत ह और इस )कार सभी भोगamp का Eयाग कर दत ह

उन XवरB लोगamp को कौन सा सख )ा 7 नह ह

योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा सsectगसsectगसsectगसsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगXवहनः Xवहनः Xवहनः Xवहनः यय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चo न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव १९१९१९१९

चाह कोई योग का अयास करता हो या भोगamp म= पडा रहता हो चाह अनक लोगamp क

साथ रहता हो या अकला िजसका चo -च13तन म= मन ह वातव म= वह सखी ह

भगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीता गगगगगागागागाजल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता सकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा 2222००००

जो भगवदगीता का थोडा भी अययन करता ह गगा जल कW एक बद भी पान

करता ह और भAB-भाव स भगवान का मरण करता ह उसकW चचा यमराज भी नह

करत ह पनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरण पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम इह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार 2222११११

बार-बार ज13मना बार-बार मरना और बार-बार मा क पट म= पहचना बडा

क2कारक ह इस दःखमय ससार स पार होना बडा कVठन ह ह भगवन अपनी अपार

कपा स मरा 5नतार करो

34

रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः योगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoो रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव 22222222

जो योगी चीथड बीन कर कथर बनात और पहनत ह पय और पाप क माग को छोड

कर चलत ह िजनका चo योगायास स सयमत ह व ईhर भाव म= 5नमन रहन वाल बालकamp या उ13मo लोगamp कW तरह 5नn13n रहत ह

कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः इ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसार Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम 2222३३३३

तम कौन हो म कौन ह म कहा स आया ह कौन मर माता ह कौन मरा

Xपता ह इन )vamp पर Xवचार करो और इस असार ससार को वwन मा_ समझ कर

छोड दो Eव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः भव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eव वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम 2222४४४४

तम म= मझ म= और सभी थानamp म= क वल एक सव6यापी भगवान ह असVह`ण होकर

तम 6यथ ह मर ऊपर cोध करत हो यVद तम चाहत हो Oक तZह= ईhर )ा7 हो जाय तो तम सदा समभाव रहो

श_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ सविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमान

35

सव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIा नम नम नम नम 2222५५५५

दसर लोगamp स लडन म= अथवा उनस म_ता करन म= अपनी शAB का अप6यय न

करो अपन ब13ध-बा13धवamp स राग-nष मत रखो सव_ अपन ह वप को दखो भद बX का Eयाग करो और अIान स छटकारा पाओ

काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह EयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1य5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम आEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः 2222६६६६

काम cोध लोभ और मोह को छोडकर Iानी सव_ आEमवप ह दखता ह

वह समझता ह Oक म वह ह Oक13त आEमIान रVहत मढ लोग अIान क कारण नक कW वदनाय= सहन करत ह

गय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहsup3sup3sup3sup3 यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म नय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चo दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम 2222७७७७

भगवत-गीता और Xव`ण क सहsup3 नाम गान चाVहए भगवान Xव`ण क वप का

5नर13तर यान करना चाVहए सदा सEसग म= चo लगाना चाVहए और दन लोगamp को

दान दना चाVहए सखतः सखतः सखतः सखतः Ocयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः य~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरण तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम 2222८८८८

36

पहल तो लोग सख क लए Rी भोग म= ल7 रहत ह और बाद म= शारdरक रोगamp का शकार होना पडता ह य~Xप इस ससार म= अ13ततोगEवा मEय म= ह शरण मलती

ह Oफर भी लोग पापाचरण नह छोडत

अथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEय नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम प_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः 2222९९९९

लोगamp कW अनथकार धन म= ह सदा Sच बनी रहती ह सEयता यह ह Oक उसम=

Oकि13चत मा_ भी सख नह ह धनी लोगamp को अप न प_ स भी भय रहता ह धन का

सव_ यह हाल दखा जाता ह )ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम जाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधान कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम ३०३०३०३०

बडी सावधानीपवक पहल )ाणायाम का अयास करो मन को सब ओर स

हटाकर अ13तमखी बनाओ 5नEय और अ5नEय वतओ क बीच Xववकपवक Xवचार करो

और Oफर जप करत हए समाध का अयास करो गSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः सि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादव -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम ३१३१३१३१ ह गS क चरणamp म= भABभाव रखन वालamp तम शीordf ह स सार-सागर स पार हो

जाओग तमन इि13 यamp को और मन को वश म= Oकया ह तम अपन acuteदय म= शीordf ह

भगवान का साTाEकार करोग

37

आयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अग १ १ १ १ ---- वथ शरर वथ शरर वथ शरर वथ शरर ((((अअअअ) ) ) ) सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन ---- बना वथ शरर क कोई भी लौOकक या पारलौOकक

काय करना सZभव ह नह ह इसक लए श और सािiexclवक आहार आव1यक ह

मच इमल wयाज लहसन खटाई तल मसाल हग आVद Eयाय ह बहत अधक न खाना चाVहए मताहार रोगamp स बचाता ह यान रखो भोजन वाद क

लए नह वाplusmnय क लए ह एकादशी आVद Oकसी Vदन उपवास भी कई aX2 स

उपयोगी ह ((((बबबब) ) ) ) 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम ---- वथ शरर क लए 5नEय 6यायाम भी आव1यक ह

इसक लए )ातःकाल कछ शारdरक uम करना चाVहए बगीच म= काम टहलना

तरना आसनamp का अयास आVद कछ 6यायाम ह आसन और )ाणायाम साधना

म= अधक सहायक ह ((((सससस)))) वछता वछता वछता वछता ---- वथ वाय का सवन 5नEय नान साफ कपड और रहन क

थान कW सफाई शरर को वथ और चo को )स13न रखती ह

2 2 2 2 ---- वथ मनवथ मनवथ मनवथ मन

((((अअअअ) ) ) ) वायाय वायाय वायाय वायाय ---- जस वथ शरर क लए 5नEय श और पौX2क भोजन कW

आव1यकता ह वस ह वथ मन क लए स-413थamp का 5नEय अवलोकन आव1यक ह अ13यथा मन दबल हो जाता ह और उस मानस रोग घरन लगत ह

दिl13ताय= चडचडाहट 6य4ता भय nष आVद मानसक रोगamp क लTण ह

गीता रामायण भागवत उप5नष योगवास बाइबल ज13दावता करान

_Xपटक 413थसाVहब आVद म= स Oकसी 413थ का अययन करना चाVहए

((((बबबब) ) ) ) स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त ---- य दोनamp वथ मन क लTण ह Xववक और वराय

क 6यायाम स स13तोष और शाि13त बढती ह वथ शरर और वथ मन स

आEमबल बढता ह इसी बल स आयािEमक सफलताय= )ा7 कW जाती ह ((((सससस) ) ) ) सससस----Xवचार Xवचार Xवचार Xवचार ---- स-Xवचार जीवन को सह Vदशा म= ल जात ह अस Xवचारamp

स मन`य का पतन होता ह सEसग और सuml413थamp क अवलोकन स स -Xवचार

38

aढ होत ह कसग और कच2ाय= छोडकर सEसग का आuय लो ससार म= िजतन भी महापSष हए ह और उ13हampन जब जो कछ पाया ह वह सEसग क कारण ह ३ ३ ३ ३ ---- न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो

जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए ---- ((((अअअअ) ) ) ) चय और सEय चय और सEय चय और सEय चय और सEय ---- वीय कW रTा बडी सावधानी स करनी चाVहए शरर

तर पर वीय ह ईhर ह जीवन कW यह एक बहत बडी Xवभ5त ह यह जीवन Xवचार और बX का सार ह सचत वीय ओज म= पdरव5तत होता ह और ओज आEमशAB म= हर कWमत पर सEय मधर और मत भाषण का अयास करना चाVहए

मplusmnया भाषण दबलता भय और अIान का पdरणाम ह 5नEय एक-दो घट का

मौन रहना चाVहए उस समय सकतamp का )योग भी न करना चाVहए ((((बबबब) ) ) ) सससस----गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास ---- 5नयम कW पाब13द समय का उपयोग मधर भाषण

उदारता कSणा नह स-पSषamp का आदर सहनशीलता Tमा धय स13तोष 5नरभमानता आVद स-गण ह यVद य ग ण सहज ह )ा7 न हamp तो अयास क

nारा )ा7 Oकय जा सकत ह सब गणamp का एक साथ अयास नह हो सकता Oक13त एक गण क आत ह उसक सहयोगी अनक गण वय आन लगत ह Oकसी एक गण का अयास करन का सकYप करो और 5नEय सोन क पहल

अपनी सफलताओ-असफलताओ पर Xवचार करो कछ समय म= वह अयास आदत बन जायगा और आदत वभाव ((((सससस) ) ) ) दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग ---- )ायः लोग कसग क कारण दगणamp म= पड जात ह

आयािEमक T_ म= जYद सफल होन क लए दगणamp को शीordfा5तशीordf छोडना

होगा म~पान आलय मासभTण cरता कठोरता कVटलता छल )पच

पर5न13दा लोभ पdर4ह आVद अनक दगण ह यVद साधक म= ऐस कोई दगण ह

तो उ13ह= एक-एक कर छोडन का )यcent करना चाVहए दगण बड हठmacr होत ह

इनक Eयागन क लए सकYप करना पडता ह यVद एक दगण छोडन म= सफलता

मल तो आEम-Xवhास बढ जाता ह और दसर दगण छोडना सरल हो जाता ह ((((दददद) ) ) ) सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका ---- आज क आथक यग म= धन सचय कW हवस बढ रह

ह इसक लए बईमानी और छल-)पच का सहारा लया जा रहा ह कारण कवल

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यह ह Oक हमार आव1यकताय= बढ गई ह श आजी Xवका क लए आव1यक ह

Oक आव1यकताय= घटाई जाय= uम और ईमानदार स कमाया हआ धन मन`य

कW आव1यक आव1यकताय= पर कर सकता ह आलसी और दबल 6यAB ह आसानी स )ा7 होन वाल धन कW इछा करत ह यVद आपकW बX और शरर

शABसZप13न ह तो आप पराय पस को Xव2ा क समान समझ=ग सबल बनो और

uम स धन कमा कर स13तोष का जीवन बताओ ४ ४ ४ ४ ---- आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम उपयB तplusmnय आयािEमक साधना कW भमका तयार करन क लए ह उ13ह=

साधना का परोT अग कह सकत ह आसन यथाथ साधना कW पहल सीढ ह

कछ आसन तो 6या याम कW aX2 स उपयोगी होत ह िजनका उYलख ऊपर Oकया

जा चका ह कछ आसन यान क लए बताय गय ह पझ स और सख

आसन म= स कोई एक अपनी सXवधा और Sच क अनसार चन लना चाVहए

उoर या पव Vदशा कW ओर मख करक उस आसन पर लगभग तीन घट अXवचल

बठन का )यास करना चाVहए उसी आसन पर यान और जप करना होगा

इसक लए थान और समय 5निlत होना चाVहए इस काय क लए एक अलग

कमरा ताल स ब13द रखना चाVहए )ातःकाल ४ बज उठ कर शौचाVद स 5नवo और पXव_ होकर आसन )ाणायाम और यान करना चाVहए आसन पर बठत ह कम स कम बीस बार )ाणायाम करना चाVहए अपन इ2दव क यान क लए कछ ोक याद कर लो )ाणायाम क बाद उनका पाठ करक भगवान का च13तन करना चाVहए ५ ५ ५ ५ ---- )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा भगवान का यान करत ह वा ससार स मन को हटा कर अ13तमखी कर लना चाVहए यह )Eयाहार ह जप इसम= सहायक होगा ॐ या ॐ नमो नारायणाय आVद Oकसी म13_ का जप

)ारZभ कर दना चाVहए १०८ म13_ कW एक माला होती ह एक या तीन माला

म13_ जपना चाVहए अधक भी हो सकता ह म13_-जाप करत ह मन भगवान क

सामन जा पहचता ह भगवान का 5नर13तर च13तन ह धारणा ह

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जप-माला भी उपयोगी ह SाT या तलसी कW माला रखना चाVहए जप क

अ5तdरB उस गल म= पहना जा सकता ह जब म= रखा जा सकता ह और सोत

समय तOकया क नीच भी डाल सकत ह Oक13त माला सदा साथ रखनी चाVहए ६ ६ ६ ६ ---- यान यान यान यान एक 5निlत आसन पर बठकर अपन इ2दव का तल धारावत च13तन ह यान

ह शरर-मन-बX क nारा भगवान क 5नकट पह च उ13ह= पीछ छोड दना समाध

ह यान क अयास कW सफलता समाध क लाभ म= 5नVहत ह समाध म= परम तoव का अपरोT अनभव होता ह याता और यय एक हो

जात ह समाध ह तरयावथा और जीव13मAB ह यह योगी कW पणावथा ह ७ ७ ७ ७ ---- 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा आयािEमक साधना कवल यान क कमर तक ह सीमत नह ह यह तो

सम4-कालक साधना ह Vह13द धम का यह एक बडा अभशाप ह Oक हम कवल

कछ बातamp को पXव_ और धामक मान बठ ह शष 6यावहाdरक जीवन धम और

आयािEमक स पर समझ लया गया ह यह बडी भल ह साधक को अपना सम4 जीवन साधनामय बनाना होता ह भगवान कW शरणाग5त का भाव 5नर13तर रहना चाVहए सारा जीवन उ13ह कW

सवा ह उ13ह कW )रणा स हर काय हो रहा ह आयािEमक साधना कW सार

सफलता उ13ह क हाथ म= ह )ाणीमा_ स )म-भाव रखना भगवान क )म का 6यावहाdरक प ह भगवान क

भBamp को सभी लोग X)य Vदखाई दत ह दसर क दोषamp को दखन क बजाय अपन

दोष दखना और उ13ह= दर करना भगवत सवा का u माग ह दनamp को दान दना रोगयamp कW सवा करना 5नरTरamp को पढाना पीडतamp कW

सहायता करना मोहा13ध भटकत लोगamp को राह Vदखाना आयािEमक साधना का

अि13तम Oक13त महEवपण अग ह कमयोग क अ13तगत इसकW मVहमा क गण गाय गय ह यVद साधना क उपयB 5नदशamp का aढतापवक पालन Oकया जाय तो जीवन म=

5नlय ह सफलता सख और मAB का लाभ होगा सभी स13त -उपदशamp का सार

यह ह

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इस Vदशा म= सतत अ4सर रहन क लए स13तamp महाEमाओ का माग-दशन लत

रहना आव1यक ह वतमान काल म= पय वा मी च13मयान13द जी क अनया5ययamp

nारा थाXपत सथा lsquoच13मय मशनrsquo आपकW सहायता क लए सदा उपलltध ह

पाqयcमपाqयcमपाqयcमपाqयcम

नननन0 पतकपतकपतकपतक )थम)थम)थम)थम बारबारबारबार

)5तVदन)5तVदन)5तVदन)5तVदन

1 जीवनजीवनजीवनजीवन यो5तयो5तयो5तयो5त 10 पपपप

2 आEमआEमआEमआEम XवकासXवकासXवकासXवकास कWकWकWकW 5नदशका5नदशका5नदशका5नदशका 10 पपपप

3 भजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दम 4 ोकोकोकोक

4 तiexclवतiexclवतiexclवतiexclव बोधबोधबोधबोध 4 पपपप

5 आEमआEमआEमआEमबोधबोधबोधबोध 3 ोकोकोकोक

6 प_प_प_प_ nाराnाराnाराnारा वदा13तवदा13तवदा13तवदा13त 10 पपपप

7 मानवमानवमानवमानव 5नमाण5नमाण5नमाण5नमाण कलाकलाकलाकला 12 पपपप

8 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण 4 ोकोकोकोक

9 यानयानयानयान औरऔरऔरऔर जीवनजीवनजीवनजीवन 1 अयायअयायअयायअयाय

10 नारदनारदनारदनारद भABभABभABभAB स_स_स_स_ 5 स_स_स_स_

11 गीतागीतागीतागीता कWकWकWकW भमकाभमकाभमकाभमका 10 पपपप

12 अव1यअव1यअव1यअव1य कर=कर=कर=कर= 10 पपपप

13 साधनासाधनासाधनासाधना पचकमपचकमपचकमपचकम 1 ोकोकोकोक

14 कनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषद 2 म_म_म_म_

15 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1-2-3 3 सससस 5 ोकोकोकोक

16 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (201 सससस 300 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

17 कठोप5नषकठोप5नषकठोप5नषकठोप5नष 2 म_म_म_म_

18 दTणाम5तदTणाम5तदTणाम5तदTणाम5त तो_मतो_मतो_मतो_म 2 म_म_म_म_

19 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 4-5-6 3 सससस 5 ोकोकोकोक

20 उपदशउपदशउपदशउपदश सारसारसारसार 2 ोकोकोकोक

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21 ईशावायईशावायईशावायईशावाय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 3 म_म_म_म_

22 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 7-8-9 3 सससस 5 ोोोोकककक

23 मडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नष 2 म_म_म_म_

24 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 10-11 3 सससस 5 ोकोकोकोक

25 कवYयकवYयकवYयकवYय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 2 म_म_म_म_

26 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (301 सससस 583 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

27 पSषसBमपSषसBमपSषसBमपSषसBम 4 सBसBसBसB

28 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 12 3 सससस 5 ोकोकोकोक

29 तXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषद 2 म_म_म_म_

30 बनाथबनाथबनाथबनाथ-त5तत5तत5तत5त 4 ोकोकोकोक

31 गीगीगीगीताताताता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 13-14-15 3 सससस 5 ोकोकोकोक

32 ऐतरयऐतरयऐतरयऐतरय उप5न`दउप5न`दउप5न`दउप5न`द 3 म_म_म_म_

33 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 16-17 3 सससस 5 ोकोकोकोक

34 )vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद 2 म_म_म_म_

35 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 18 3 सससस 5 ोकोकोकोक

36 ईhरईhरईhरईhर-दशनदशनदशनदशन (तपोवनमतपोवनमतपोवनमतपोवनम ) एकएकएकएक अयायअयायअयायअयाय

37 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1 सससस 18 5 सससस 10 ोकोकोकोक

38 अ2ावcअ2ावcअ2ावcअ2ावc गीतागीतागीतागीता 3 ोकोकोकोक

39 मामामामाडGयडGयडGयडGय औरऔरऔरऔर काdरकाकाdरकाकाdरकाकाdरका 2 म_म_म_म_

ःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःः

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Page 22: Swadhyayamandal

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9 Discussions ((((Xवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमयXवचार Xव5नमय)))) The Group Sewak may act as a mediator 10 Meditation Let all members sit in their favourite pose with head erect and eyes closed The Group Sewak may chant a short Mantra lowering the pitch of voice by and by Everyone repeats the process mentally Then there is a silence Every body tries to live in that silence abandoning all sorts of ideas If any thought comes in mind one should try to become its witness (Sakshi) The whole process may take only 5 to 7 minutes

यानमयानमयानमयानम शा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरशशा13ताकारभजगशयन पझनाभ सरश

Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम Xवhाधार गगनसaश मघवण शभाsectगम ल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZयल-मीका13त कमलनयन योगभयानगZय व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम व13द Xव`ण भवभयहर सवलोककनाथम

११११११११ यानषटकयानषटकयानषटकयानषटक मनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाहमनोबumlयहकार चoा5न नाह न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च uो_िजcopy न च ordfाणन_ न च 6योमभमन च 6योमभमन च 6योमभमन च 6योमभम न तजो न वायःन तजो न वायःन तजो न वायःन तजो न वायः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ११११

म न मन ह न बX ह न अहकार ह और न चo ह म न uो_ ह न िजcopyा

ह न नासका ह और न न_ ह न म आकाश ह न भम ह न अिन ह

और न वाय म चदान13द प शव ह शव ह

न च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायःन च )ाणसIो न व प चवायः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वा स7धातन वा प चकोशाः न वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपायन वाGपाणपाद न चोपथपाय

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम 2222

23

न म )ाण ह और न पचवाय न म स7धात का शरर ह और न

पचकोश न म वाक पाण पाद उपथ और न गदा ह म चदान13दप

शव ह शव ह

न म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौ

न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ३३३३

न म राग ह और न nष न म लोभ ह और न मोह न म मद ह और

न मEसर म धम अथ काम मोT भी नह ह म चदान13दप शव ह शव ह न पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःख न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः अह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBा चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ४४४४

न म पय ह और न पाप न म सख ह और न दःख न म म13_ ह

और न तीथ न म वद ह न यI म भोजन भोय और भोBा भी नह ह म

चदान13दप शव ह शव ह

न मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदः Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म न ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ५५५५

24

न म मEय ह और न भय मझम= कोई जा5तभद भी नह ह न मर

माता ह और न Xपता मरा ज13म भी नह हआ ह न मरा कोई ब13ध ह न म_

न गS ह न श`य म चदान13दप शव ह शव ह

अह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपः

XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम न चान चान चान चासsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ६६६६

मर न कोई कYपना ह और न आकार म सव6यापी और इि13रयातीत

ह मरा न ब13धन ह और न मAB म Iय भी नह ह म चदान13दप शव ह शव ह

११११2222 uी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकम

6या7 जग6या7 जग6या7 जग6या7 जग~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत

5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ११११

अखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभावः परमाEमसEय वः परमाEमसEय वः परमाEमसEय वः परमाEमसEय

सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय 2222

म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः बोचबबोचबबोचबबोचब umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः

25

सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ३३३३

शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः

6यापी परण मो6यापी परण मो6यापी परण मो6यापी परण मोदमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ४४४४

अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च ग गभीग गभीग गभीग गभी र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ५५५५

तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म

Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न च13Eयमानम च13Eयमानम च13Eयमानम च13Eयमानम uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ६६६६

12 Pledge We stand as one family bound to each other with love and respect We serve as an army Courageous and disciplined ever-ready to fight against all low tendencies and false values within and without us We live honestly

the noble life of sacrifice and service producing more than what we consume and giving more than what we take

26

We seek the Lords Grace to keep us on the path of virtue courage and wisdom May Thy Grace and Blessings flow through us to the world around us We believe that the service of our country is the service of Lord of Lords and devotion to the people is the devotion to the Supreme Self We know our responsibilities give us the ability and courage to fulfill them

OM TAT SAT

च13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIा हमार िथ5त ह एक पdरवार क समान )म और सZमान स परपर आब हम सवा-रत ह एक सना क समान- साहसी और अनशासत - कVटब ह सघष करन को 5नZन वXo यamp और थोथ आदश क XवS िजनका जाल ह हमार अ13दर और बाहर सव_ हम जीत ह ईमानदार स Eयाग और सवा का उच जीवन उEप13न करत ह उपभोग स अधक लत ह िजतना दत ह कह अधक हम बन ह आकाTी )भ कW कपा क जो चलाव= हम= गण साहस और Iान क माग पर

आप कW कपा और आशीष ह )भो हमार मायम स बह

27

Xवh म= चारamp ओर हमारा Xवhास ह Oक वदश सवा ह परमhर कW सवा ह और जनता कW भAB ह परमाEमा कW भAB ह हम समझत ह अपना दा5यEव दो योयता और साहस Oक हम परा कर= उस ॐ तEसत

13 Arati Arati is to be performed preferably by the wife of Group Sewak or by the

Group Sewak himself A few flowers and burning camphor placed in a tray are waved before the picture of the Lord and the following Mantras are chanted by all the members present -

न त_ सयpound भा5त न चतारक नमा Xव~तो भा5त कतोऽयमि13गः तमव भा13तम अनभा5त सव तय भासा सवमदXवभा5त ॐ सवषा वितभवत सवषा शाि13तभवत सवषा पण भवत सवषा मsectगल भवत ॐ सव भव13त सखनः सवस13त 5नरामयः सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत असतो मा स^मय तमसो मा यो5तगमय मEयोमाममत गमय ॐ पणमदः पणमद पणात पणमदयत पणय पणमादाय पणमवावश`यत ॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तः

28

भज गोXव13दमभज गोXव13दमभज गोXव13दमभज गोXव13दम

भज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13द गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत स)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत काल न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण ११११

र मढ मन गोXव13द कW खोज कर गोXव13द का भजन कर और गोXव13द का ह

यान कर अि13तम समय आन पर 6याकरण क 5नयम तर रTा न कर सक= ग मढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णा कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम यYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाo Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम 2222

र मढ धन स4ह कW त`णा छोड द मन म= वराय लाकर सत तiexclव का

च13तन कर अपन कम फल क अनसार जो धन )ा7 हो उसी स अपन म न को स13त2

कर नारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदश a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम एत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकार मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम ३३३३ स13दर Rी क नाभदश को दखकर मोह म= मत पड यह कवल मास और मजा

का Xवकार ह अपन मन म= इस बात का बार-बार Xवचार कर नलनीदलगतनलनीदलगतनलनीदलगतनलनीदलगत जलम5ततरल जलम5ततरल जलम5ततरल जलम5ततरल तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम XवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4त लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम ४४४४

29

कमल-दल क ऊपर जल कW बद अEय13त अिथर होती ह जीवन भी इसी )कार

अिथर ह इस बात को अछmacr तरह समझ ल Oक सारा ससार 6याध अभमान शोक आVद स 4सत ह

यावVnयावVnयावVnयावVnoोपाजन सBःoोपाजन सBःoोपाजन सBःoोपाजन सBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः पlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह ५५५५

जब तक धनोपाजन कW शAB ह तभी तक तZहार पdरवार क लोग तम स )म

रखत ह वावथा म= शरर जजर हो जान पर तZहार बात कोई न पछगा यावEपवनोयावEपवनोयावEपवनोयावEपवनो 5नवस5त दह 5नवस5त दह 5नवस5त दह 5नवस5त दह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह गतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापाय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय ६६६६ जब तक शरर म= )ाण ह तब तक घर म= तZहार कशल पछmacr जाती ह )ाण

5नकलन पर उसी शरर स पcentी तक भयभीत होन लगती ह बालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBः तSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBः वताविच13तासBःवताविच13तासBःवताविच13तासBःवताविच13तासBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः ७७७७

बचपन म= खलamp म= आसAB रहती ह यवावथा म= तSणी स मोह रहता ह और

वावथा म= च13ताय= आ घरती ह Oक13त पर परमाEमा स Oकसी को )म नह ह का त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ः सससससारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः

30

कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः ८८८८

कौन तZहार पcentी ह कौन तZहारा प_ ह वततः ससार बडा Xवच_ ह तम

Oकस क हो कहा स आय हो ह भाई कभी इस बात का भी Xवचार करो

सEससEससEससEसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEवगEवगEवगEव 5नस5नस5नस5नसगEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम 5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः ९९९९

सEसग स अनासAB )ा7 होती ह अनासAB स मोह क ब13धन टटत ह मोह टटन पर शाhत तiexclव कW )ा57 होती ह और शाhत तiexclव पान पर जीवन -मAB का लाभ

)ा7 होता ह वयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः Tीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारो Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः १०१०१०१०

जस यवावथा बीतन पर काम -Xवकार न2 हो जाता ह और जल सख जान पर

तालाब नह रह जाता ह वस ह धन न2 होन पर पdरवार नह रह जाता और तiexclव-बोध

होन पर ससार नह रह जाता ह मा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगव हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम मायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा ११११११११

31

धन जन और यौवन क लए अभमान न करना चाVहए काल इन सब को Tण मा_ म=

न2 कर दता ह इन सब को माया का iम समझो और शीordf ह साTाEकार )ा7

करो Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः कालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः ११११2222

Vदन और रात )ातः और साय सय और गम बार -बार आत ह और चल जात

ह काल कW इस cWडा क साथ आय भी बीतती जा रह ह Oफर भी आशाओ कW आधी

स कोई नह बचता का त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता _जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका १३१३१३१३

र iाि13त म= पड मढ Rी धन आVद कW च13ता Gयamp Oकया करता ह Gया तर

ऊपर शासन करन वाला कोई नह ह तीनamp लोकamp म= कवल सEसग ह वह नौका ह जो

ज13म-मरण क सागर स तझ पार कर सकती ह जVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः प1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढो दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः १४१४१४१४

जटाधार बाल मडाय एक-एक कर सर क सब बाल खचवाय और काषायवR

धारण Oकय हए नाना वषधार स13यासी ह व आखamp स दखत हए भी अध ह व मढ

नाना )कार क वष कवल पट भरन क लए धारण करत ह

32

अsectगअsectगअsectगअsectग गलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मड दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम वो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दड तदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEया शाXपडम शाXपडम शाXपडम शाXपडम १५१५१५१५

वावथा म= शरर जजर हो गया ह सर क बाल सफद हो गय ह दात गर

गय ह छडी क सहार चलना पडता ह अथात मEय 5नकट आ गई ह Oक13त आशाओ का

ब13धन अब भी नह टटा अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः करतल करतल करतल करतल भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः १६१६१६१६

आग अिन पीछ सय और रा_ म= घटनamp म= ठो ढ लगाय रहन वाल तथा हाथ पसार

कर भीख मागन वाल और पड क नीच सोन वाल भी आशा क ब13धनamp स मB नह ह कSत गsectगकSत गsectगकSत गsectगकSत गsectग सागरगमनसागरगमनसागरगमनसागरगमन yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम IानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन १७१७१७१७

कोई भल ह गगासागर आVद तीथdeg का सवन कर yenत रख अथवा दान कर

Oक13त अIानी 6यAB सकडamp ज13मamp म= भी मAB नह )ा7 कर सकता ह यह तplusmnय सभी लोग वीकार करत ह

सरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासः शsup2याशsup2याशsup2याशsup2या भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः सवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः १८१८१८१८

33

जो लोग दवताओ क मि13दर और पडamp क नीच 5नवास करत ह बना बछौन क

जमीन पर लटत ह मगछाला पहनत ह और इस )कार सभी भोगamp का Eयाग कर दत ह

उन XवरB लोगamp को कौन सा सख )ा 7 नह ह

योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा सsectगसsectगसsectगसsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगXवहनः Xवहनः Xवहनः Xवहनः यय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चo न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव १९१९१९१९

चाह कोई योग का अयास करता हो या भोगamp म= पडा रहता हो चाह अनक लोगamp क

साथ रहता हो या अकला िजसका चo -च13तन म= मन ह वातव म= वह सखी ह

भगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीता गगगगगागागागाजल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता सकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा 2222००००

जो भगवदगीता का थोडा भी अययन करता ह गगा जल कW एक बद भी पान

करता ह और भAB-भाव स भगवान का मरण करता ह उसकW चचा यमराज भी नह

करत ह पनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरण पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम इह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार 2222११११

बार-बार ज13मना बार-बार मरना और बार-बार मा क पट म= पहचना बडा

क2कारक ह इस दःखमय ससार स पार होना बडा कVठन ह ह भगवन अपनी अपार

कपा स मरा 5नतार करो

34

रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः योगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoो रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव 22222222

जो योगी चीथड बीन कर कथर बनात और पहनत ह पय और पाप क माग को छोड

कर चलत ह िजनका चo योगायास स सयमत ह व ईhर भाव म= 5नमन रहन वाल बालकamp या उ13मo लोगamp कW तरह 5नn13n रहत ह

कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः इ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसार Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम 2222३३३३

तम कौन हो म कौन ह म कहा स आया ह कौन मर माता ह कौन मरा

Xपता ह इन )vamp पर Xवचार करो और इस असार ससार को वwन मा_ समझ कर

छोड दो Eव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः भव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eव वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम 2222४४४४

तम म= मझ म= और सभी थानamp म= क वल एक सव6यापी भगवान ह असVह`ण होकर

तम 6यथ ह मर ऊपर cोध करत हो यVद तम चाहत हो Oक तZह= ईhर )ा7 हो जाय तो तम सदा समभाव रहो

श_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ सविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमान

35

सव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIा नम नम नम नम 2222५५५५

दसर लोगamp स लडन म= अथवा उनस म_ता करन म= अपनी शAB का अप6यय न

करो अपन ब13ध-बा13धवamp स राग-nष मत रखो सव_ अपन ह वप को दखो भद बX का Eयाग करो और अIान स छटकारा पाओ

काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह EयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1य5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम आEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः 2222६६६६

काम cोध लोभ और मोह को छोडकर Iानी सव_ आEमवप ह दखता ह

वह समझता ह Oक म वह ह Oक13त आEमIान रVहत मढ लोग अIान क कारण नक कW वदनाय= सहन करत ह

गय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहsup3sup3sup3sup3 यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म नय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चo दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम 2222७७७७

भगवत-गीता और Xव`ण क सहsup3 नाम गान चाVहए भगवान Xव`ण क वप का

5नर13तर यान करना चाVहए सदा सEसग म= चo लगाना चाVहए और दन लोगamp को

दान दना चाVहए सखतः सखतः सखतः सखतः Ocयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः य~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरण तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम 2222८८८८

36

पहल तो लोग सख क लए Rी भोग म= ल7 रहत ह और बाद म= शारdरक रोगamp का शकार होना पडता ह य~Xप इस ससार म= अ13ततोगEवा मEय म= ह शरण मलती

ह Oफर भी लोग पापाचरण नह छोडत

अथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEय नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम प_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः 2222९९९९

लोगamp कW अनथकार धन म= ह सदा Sच बनी रहती ह सEयता यह ह Oक उसम=

Oकि13चत मा_ भी सख नह ह धनी लोगamp को अप न प_ स भी भय रहता ह धन का

सव_ यह हाल दखा जाता ह )ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम जाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधान कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम ३०३०३०३०

बडी सावधानीपवक पहल )ाणायाम का अयास करो मन को सब ओर स

हटाकर अ13तमखी बनाओ 5नEय और अ5नEय वतओ क बीच Xववकपवक Xवचार करो

और Oफर जप करत हए समाध का अयास करो गSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः सि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादव -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम ३१३१३१३१ ह गS क चरणamp म= भABभाव रखन वालamp तम शीordf ह स सार-सागर स पार हो

जाओग तमन इि13 यamp को और मन को वश म= Oकया ह तम अपन acuteदय म= शीordf ह

भगवान का साTाEकार करोग

37

आयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अग १ १ १ १ ---- वथ शरर वथ शरर वथ शरर वथ शरर ((((अअअअ) ) ) ) सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन ---- बना वथ शरर क कोई भी लौOकक या पारलौOकक

काय करना सZभव ह नह ह इसक लए श और सािiexclवक आहार आव1यक ह

मच इमल wयाज लहसन खटाई तल मसाल हग आVद Eयाय ह बहत अधक न खाना चाVहए मताहार रोगamp स बचाता ह यान रखो भोजन वाद क

लए नह वाplusmnय क लए ह एकादशी आVद Oकसी Vदन उपवास भी कई aX2 स

उपयोगी ह ((((बबबब) ) ) ) 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम ---- वथ शरर क लए 5नEय 6यायाम भी आव1यक ह

इसक लए )ातःकाल कछ शारdरक uम करना चाVहए बगीच म= काम टहलना

तरना आसनamp का अयास आVद कछ 6यायाम ह आसन और )ाणायाम साधना

म= अधक सहायक ह ((((सससस)))) वछता वछता वछता वछता ---- वथ वाय का सवन 5नEय नान साफ कपड और रहन क

थान कW सफाई शरर को वथ और चo को )स13न रखती ह

2 2 2 2 ---- वथ मनवथ मनवथ मनवथ मन

((((अअअअ) ) ) ) वायाय वायाय वायाय वायाय ---- जस वथ शरर क लए 5नEय श और पौX2क भोजन कW

आव1यकता ह वस ह वथ मन क लए स-413थamp का 5नEय अवलोकन आव1यक ह अ13यथा मन दबल हो जाता ह और उस मानस रोग घरन लगत ह

दिl13ताय= चडचडाहट 6य4ता भय nष आVद मानसक रोगamp क लTण ह

गीता रामायण भागवत उप5नष योगवास बाइबल ज13दावता करान

_Xपटक 413थसाVहब आVद म= स Oकसी 413थ का अययन करना चाVहए

((((बबबब) ) ) ) स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त ---- य दोनamp वथ मन क लTण ह Xववक और वराय

क 6यायाम स स13तोष और शाि13त बढती ह वथ शरर और वथ मन स

आEमबल बढता ह इसी बल स आयािEमक सफलताय= )ा7 कW जाती ह ((((सससस) ) ) ) सससस----Xवचार Xवचार Xवचार Xवचार ---- स-Xवचार जीवन को सह Vदशा म= ल जात ह अस Xवचारamp

स मन`य का पतन होता ह सEसग और सuml413थamp क अवलोकन स स -Xवचार

38

aढ होत ह कसग और कच2ाय= छोडकर सEसग का आuय लो ससार म= िजतन भी महापSष हए ह और उ13हampन जब जो कछ पाया ह वह सEसग क कारण ह ३ ३ ३ ३ ---- न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो

जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए ---- ((((अअअअ) ) ) ) चय और सEय चय और सEय चय और सEय चय और सEय ---- वीय कW रTा बडी सावधानी स करनी चाVहए शरर

तर पर वीय ह ईhर ह जीवन कW यह एक बहत बडी Xवभ5त ह यह जीवन Xवचार और बX का सार ह सचत वीय ओज म= पdरव5तत होता ह और ओज आEमशAB म= हर कWमत पर सEय मधर और मत भाषण का अयास करना चाVहए

मplusmnया भाषण दबलता भय और अIान का पdरणाम ह 5नEय एक-दो घट का

मौन रहना चाVहए उस समय सकतamp का )योग भी न करना चाVहए ((((बबबब) ) ) ) सससस----गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास ---- 5नयम कW पाब13द समय का उपयोग मधर भाषण

उदारता कSणा नह स-पSषamp का आदर सहनशीलता Tमा धय स13तोष 5नरभमानता आVद स-गण ह यVद य ग ण सहज ह )ा7 न हamp तो अयास क

nारा )ा7 Oकय जा सकत ह सब गणamp का एक साथ अयास नह हो सकता Oक13त एक गण क आत ह उसक सहयोगी अनक गण वय आन लगत ह Oकसी एक गण का अयास करन का सकYप करो और 5नEय सोन क पहल

अपनी सफलताओ-असफलताओ पर Xवचार करो कछ समय म= वह अयास आदत बन जायगा और आदत वभाव ((((सससस) ) ) ) दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग ---- )ायः लोग कसग क कारण दगणamp म= पड जात ह

आयािEमक T_ म= जYद सफल होन क लए दगणamp को शीordfा5तशीordf छोडना

होगा म~पान आलय मासभTण cरता कठोरता कVटलता छल )पच

पर5न13दा लोभ पdर4ह आVद अनक दगण ह यVद साधक म= ऐस कोई दगण ह

तो उ13ह= एक-एक कर छोडन का )यcent करना चाVहए दगण बड हठmacr होत ह

इनक Eयागन क लए सकYप करना पडता ह यVद एक दगण छोडन म= सफलता

मल तो आEम-Xवhास बढ जाता ह और दसर दगण छोडना सरल हो जाता ह ((((दददद) ) ) ) सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका ---- आज क आथक यग म= धन सचय कW हवस बढ रह

ह इसक लए बईमानी और छल-)पच का सहारा लया जा रहा ह कारण कवल

39

यह ह Oक हमार आव1यकताय= बढ गई ह श आजी Xवका क लए आव1यक ह

Oक आव1यकताय= घटाई जाय= uम और ईमानदार स कमाया हआ धन मन`य

कW आव1यक आव1यकताय= पर कर सकता ह आलसी और दबल 6यAB ह आसानी स )ा7 होन वाल धन कW इछा करत ह यVद आपकW बX और शरर

शABसZप13न ह तो आप पराय पस को Xव2ा क समान समझ=ग सबल बनो और

uम स धन कमा कर स13तोष का जीवन बताओ ४ ४ ४ ४ ---- आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम उपयB तplusmnय आयािEमक साधना कW भमका तयार करन क लए ह उ13ह=

साधना का परोT अग कह सकत ह आसन यथाथ साधना कW पहल सीढ ह

कछ आसन तो 6या याम कW aX2 स उपयोगी होत ह िजनका उYलख ऊपर Oकया

जा चका ह कछ आसन यान क लए बताय गय ह पझ स और सख

आसन म= स कोई एक अपनी सXवधा और Sच क अनसार चन लना चाVहए

उoर या पव Vदशा कW ओर मख करक उस आसन पर लगभग तीन घट अXवचल

बठन का )यास करना चाVहए उसी आसन पर यान और जप करना होगा

इसक लए थान और समय 5निlत होना चाVहए इस काय क लए एक अलग

कमरा ताल स ब13द रखना चाVहए )ातःकाल ४ बज उठ कर शौचाVद स 5नवo और पXव_ होकर आसन )ाणायाम और यान करना चाVहए आसन पर बठत ह कम स कम बीस बार )ाणायाम करना चाVहए अपन इ2दव क यान क लए कछ ोक याद कर लो )ाणायाम क बाद उनका पाठ करक भगवान का च13तन करना चाVहए ५ ५ ५ ५ ---- )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा भगवान का यान करत ह वा ससार स मन को हटा कर अ13तमखी कर लना चाVहए यह )Eयाहार ह जप इसम= सहायक होगा ॐ या ॐ नमो नारायणाय आVद Oकसी म13_ का जप

)ारZभ कर दना चाVहए १०८ म13_ कW एक माला होती ह एक या तीन माला

म13_ जपना चाVहए अधक भी हो सकता ह म13_-जाप करत ह मन भगवान क

सामन जा पहचता ह भगवान का 5नर13तर च13तन ह धारणा ह

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जप-माला भी उपयोगी ह SाT या तलसी कW माला रखना चाVहए जप क

अ5तdरB उस गल म= पहना जा सकता ह जब म= रखा जा सकता ह और सोत

समय तOकया क नीच भी डाल सकत ह Oक13त माला सदा साथ रखनी चाVहए ६ ६ ६ ६ ---- यान यान यान यान एक 5निlत आसन पर बठकर अपन इ2दव का तल धारावत च13तन ह यान

ह शरर-मन-बX क nारा भगवान क 5नकट पह च उ13ह= पीछ छोड दना समाध

ह यान क अयास कW सफलता समाध क लाभ म= 5नVहत ह समाध म= परम तoव का अपरोT अनभव होता ह याता और यय एक हो

जात ह समाध ह तरयावथा और जीव13मAB ह यह योगी कW पणावथा ह ७ ७ ७ ७ ---- 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा आयािEमक साधना कवल यान क कमर तक ह सीमत नह ह यह तो

सम4-कालक साधना ह Vह13द धम का यह एक बडा अभशाप ह Oक हम कवल

कछ बातamp को पXव_ और धामक मान बठ ह शष 6यावहाdरक जीवन धम और

आयािEमक स पर समझ लया गया ह यह बडी भल ह साधक को अपना सम4 जीवन साधनामय बनाना होता ह भगवान कW शरणाग5त का भाव 5नर13तर रहना चाVहए सारा जीवन उ13ह कW

सवा ह उ13ह कW )रणा स हर काय हो रहा ह आयािEमक साधना कW सार

सफलता उ13ह क हाथ म= ह )ाणीमा_ स )म-भाव रखना भगवान क )म का 6यावहाdरक प ह भगवान क

भBamp को सभी लोग X)य Vदखाई दत ह दसर क दोषamp को दखन क बजाय अपन

दोष दखना और उ13ह= दर करना भगवत सवा का u माग ह दनamp को दान दना रोगयamp कW सवा करना 5नरTरamp को पढाना पीडतamp कW

सहायता करना मोहा13ध भटकत लोगamp को राह Vदखाना आयािEमक साधना का

अि13तम Oक13त महEवपण अग ह कमयोग क अ13तगत इसकW मVहमा क गण गाय गय ह यVद साधना क उपयB 5नदशamp का aढतापवक पालन Oकया जाय तो जीवन म=

5नlय ह सफलता सख और मAB का लाभ होगा सभी स13त -उपदशamp का सार

यह ह

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इस Vदशा म= सतत अ4सर रहन क लए स13तamp महाEमाओ का माग-दशन लत

रहना आव1यक ह वतमान काल म= पय वा मी च13मयान13द जी क अनया5ययamp

nारा थाXपत सथा lsquoच13मय मशनrsquo आपकW सहायता क लए सदा उपलltध ह

पाqयcमपाqयcमपाqयcमपाqयcम

नननन0 पतकपतकपतकपतक )थम)थम)थम)थम बारबारबारबार

)5तVदन)5तVदन)5तVदन)5तVदन

1 जीवनजीवनजीवनजीवन यो5तयो5तयो5तयो5त 10 पपपप

2 आEमआEमआEमआEम XवकासXवकासXवकासXवकास कWकWकWकW 5नदशका5नदशका5नदशका5नदशका 10 पपपप

3 भजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दम 4 ोकोकोकोक

4 तiexclवतiexclवतiexclवतiexclव बोधबोधबोधबोध 4 पपपप

5 आEमआEमआEमआEमबोधबोधबोधबोध 3 ोकोकोकोक

6 प_प_प_प_ nाराnाराnाराnारा वदा13तवदा13तवदा13तवदा13त 10 पपपप

7 मानवमानवमानवमानव 5नमाण5नमाण5नमाण5नमाण कलाकलाकलाकला 12 पपपप

8 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण 4 ोकोकोकोक

9 यानयानयानयान औरऔरऔरऔर जीवनजीवनजीवनजीवन 1 अयायअयायअयायअयाय

10 नारदनारदनारदनारद भABभABभABभAB स_स_स_स_ 5 स_स_स_स_

11 गीतागीतागीतागीता कWकWकWकW भमकाभमकाभमकाभमका 10 पपपप

12 अव1यअव1यअव1यअव1य कर=कर=कर=कर= 10 पपपप

13 साधनासाधनासाधनासाधना पचकमपचकमपचकमपचकम 1 ोकोकोकोक

14 कनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषद 2 म_म_म_म_

15 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1-2-3 3 सससस 5 ोकोकोकोक

16 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (201 सससस 300 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

17 कठोप5नषकठोप5नषकठोप5नषकठोप5नष 2 म_म_म_म_

18 दTणाम5तदTणाम5तदTणाम5तदTणाम5त तो_मतो_मतो_मतो_म 2 म_म_म_म_

19 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 4-5-6 3 सससस 5 ोकोकोकोक

20 उपदशउपदशउपदशउपदश सारसारसारसार 2 ोकोकोकोक

42

21 ईशावायईशावायईशावायईशावाय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 3 म_म_म_म_

22 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 7-8-9 3 सससस 5 ोोोोकककक

23 मडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नष 2 म_म_म_म_

24 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 10-11 3 सससस 5 ोकोकोकोक

25 कवYयकवYयकवYयकवYय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 2 म_म_म_म_

26 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (301 सससस 583 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

27 पSषसBमपSषसBमपSषसBमपSषसBम 4 सBसBसBसB

28 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 12 3 सससस 5 ोकोकोकोक

29 तXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषद 2 म_म_म_म_

30 बनाथबनाथबनाथबनाथ-त5तत5तत5तत5त 4 ोकोकोकोक

31 गीगीगीगीताताताता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 13-14-15 3 सससस 5 ोकोकोकोक

32 ऐतरयऐतरयऐतरयऐतरय उप5न`दउप5न`दउप5न`दउप5न`द 3 म_म_म_म_

33 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 16-17 3 सससस 5 ोकोकोकोक

34 )vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद 2 म_म_म_म_

35 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 18 3 सससस 5 ोकोकोकोक

36 ईhरईhरईhरईhर-दशनदशनदशनदशन (तपोवनमतपोवनमतपोवनमतपोवनम ) एकएकएकएक अयायअयायअयायअयाय

37 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1 सससस 18 5 सससस 10 ोकोकोकोक

38 अ2ावcअ2ावcअ2ावcअ2ावc गीतागीतागीतागीता 3 ोकोकोकोक

39 मामामामाडGयडGयडGयडGय औरऔरऔरऔर काdरकाकाdरकाकाdरकाकाdरका 2 म_म_म_म_

ःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःः

43

Page 23: Swadhyayamandal

23

न म )ाण ह और न पचवाय न म स7धात का शरर ह और न

पचकोश न म वाक पाण पाद उपथ और न गदा ह म चदान13दप

शव ह शव ह

न म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौन म nषरागौ न म लोभमोहौ

न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न म व मदो नव माEसयभावः न धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTःन धमpound न चाथpound न कामो न मोTः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ३३३३

न म राग ह और न nष न म लोभ ह और न मोह न म मद ह और

न मEसर म धम अथ काम मोT भी नह ह म चदान13दप शव ह शव ह न पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःखन पय न पाप न सौय न दःख न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः न म13_ो न तीथ न वदा न यIाः अह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBाअह भोजन नव भोय न भोBा चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ४४४४

न म पय ह और न पाप न म सख ह और न दःख न म म13_ ह

और न तीथ न म वद ह न यI म भोजन भोय और भोBा भी नह ह म

चदान13दप शव ह शव ह

न मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदःन मEयन शsectका न म जा5तभदः Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म Xपता नव म नव माता न ज13म न ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यःन ब13धन म_ गSनlaquoव श`यः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ५५५५

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न म मEय ह और न भय मझम= कोई जा5तभद भी नह ह न मर

माता ह और न Xपता मरा ज13म भी नह हआ ह न मरा कोई ब13ध ह न म_

न गS ह न श`य म चदान13दप शव ह शव ह

अह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपः

XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम न चान चान चान चासsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ६६६६

मर न कोई कYपना ह और न आकार म सव6यापी और इि13रयातीत

ह मरा न ब13धन ह और न मAB म Iय भी नह ह म चदान13दप शव ह शव ह

११११2222 uी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकम

6या7 जग6या7 जग6या7 जग6या7 जग~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत

5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ११११

अखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभावः परमाEमसEय वः परमाEमसEय वः परमाEमसEय वः परमाEमसEय

सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय 2222

म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः बोचबबोचबबोचबबोचब umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः

25

सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ३३३३

शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः

6यापी परण मो6यापी परण मो6यापी परण मो6यापी परण मोदमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ४४४४

अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च ग गभीग गभीग गभीग गभी र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ५५५५

तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म

Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न च13Eयमानम च13Eयमानम च13Eयमानम च13Eयमानम uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ६६६६

12 Pledge We stand as one family bound to each other with love and respect We serve as an army Courageous and disciplined ever-ready to fight against all low tendencies and false values within and without us We live honestly

the noble life of sacrifice and service producing more than what we consume and giving more than what we take

26

We seek the Lords Grace to keep us on the path of virtue courage and wisdom May Thy Grace and Blessings flow through us to the world around us We believe that the service of our country is the service of Lord of Lords and devotion to the people is the devotion to the Supreme Self We know our responsibilities give us the ability and courage to fulfill them

OM TAT SAT

च13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIा हमार िथ5त ह एक पdरवार क समान )म और सZमान स परपर आब हम सवा-रत ह एक सना क समान- साहसी और अनशासत - कVटब ह सघष करन को 5नZन वXo यamp और थोथ आदश क XवS िजनका जाल ह हमार अ13दर और बाहर सव_ हम जीत ह ईमानदार स Eयाग और सवा का उच जीवन उEप13न करत ह उपभोग स अधक लत ह िजतना दत ह कह अधक हम बन ह आकाTी )भ कW कपा क जो चलाव= हम= गण साहस और Iान क माग पर

आप कW कपा और आशीष ह )भो हमार मायम स बह

27

Xवh म= चारamp ओर हमारा Xवhास ह Oक वदश सवा ह परमhर कW सवा ह और जनता कW भAB ह परमाEमा कW भAB ह हम समझत ह अपना दा5यEव दो योयता और साहस Oक हम परा कर= उस ॐ तEसत

13 Arati Arati is to be performed preferably by the wife of Group Sewak or by the

Group Sewak himself A few flowers and burning camphor placed in a tray are waved before the picture of the Lord and the following Mantras are chanted by all the members present -

न त_ सयpound भा5त न चतारक नमा Xव~तो भा5त कतोऽयमि13गः तमव भा13तम अनभा5त सव तय भासा सवमदXवभा5त ॐ सवषा वितभवत सवषा शाि13तभवत सवषा पण भवत सवषा मsectगल भवत ॐ सव भव13त सखनः सवस13त 5नरामयः सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत असतो मा स^मय तमसो मा यो5तगमय मEयोमाममत गमय ॐ पणमदः पणमद पणात पणमदयत पणय पणमादाय पणमवावश`यत ॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तः

28

भज गोXव13दमभज गोXव13दमभज गोXव13दमभज गोXव13दम

भज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13द गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत स)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत काल न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण ११११

र मढ मन गोXव13द कW खोज कर गोXव13द का भजन कर और गोXव13द का ह

यान कर अि13तम समय आन पर 6याकरण क 5नयम तर रTा न कर सक= ग मढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णा कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम यYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाo Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम 2222

र मढ धन स4ह कW त`णा छोड द मन म= वराय लाकर सत तiexclव का

च13तन कर अपन कम फल क अनसार जो धन )ा7 हो उसी स अपन म न को स13त2

कर नारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदश a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम एत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकार मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम ३३३३ स13दर Rी क नाभदश को दखकर मोह म= मत पड यह कवल मास और मजा

का Xवकार ह अपन मन म= इस बात का बार-बार Xवचार कर नलनीदलगतनलनीदलगतनलनीदलगतनलनीदलगत जलम5ततरल जलम5ततरल जलम5ततरल जलम5ततरल तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम XवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4त लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम ४४४४

29

कमल-दल क ऊपर जल कW बद अEय13त अिथर होती ह जीवन भी इसी )कार

अिथर ह इस बात को अछmacr तरह समझ ल Oक सारा ससार 6याध अभमान शोक आVद स 4सत ह

यावVnयावVnयावVnयावVnoोपाजन सBःoोपाजन सBःoोपाजन सBःoोपाजन सBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः पlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह ५५५५

जब तक धनोपाजन कW शAB ह तभी तक तZहार पdरवार क लोग तम स )म

रखत ह वावथा म= शरर जजर हो जान पर तZहार बात कोई न पछगा यावEपवनोयावEपवनोयावEपवनोयावEपवनो 5नवस5त दह 5नवस5त दह 5नवस5त दह 5नवस5त दह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह गतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापाय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय ६६६६ जब तक शरर म= )ाण ह तब तक घर म= तZहार कशल पछmacr जाती ह )ाण

5नकलन पर उसी शरर स पcentी तक भयभीत होन लगती ह बालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBः तSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBः वताविच13तासBःवताविच13तासBःवताविच13तासBःवताविच13तासBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः ७७७७

बचपन म= खलamp म= आसAB रहती ह यवावथा म= तSणी स मोह रहता ह और

वावथा म= च13ताय= आ घरती ह Oक13त पर परमाEमा स Oकसी को )म नह ह का त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ः सससससारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः

30

कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः ८८८८

कौन तZहार पcentी ह कौन तZहारा प_ ह वततः ससार बडा Xवच_ ह तम

Oकस क हो कहा स आय हो ह भाई कभी इस बात का भी Xवचार करो

सEससEससEससEसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEवगEवगEवगEव 5नस5नस5नस5नसगEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम 5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः ९९९९

सEसग स अनासAB )ा7 होती ह अनासAB स मोह क ब13धन टटत ह मोह टटन पर शाhत तiexclव कW )ा57 होती ह और शाhत तiexclव पान पर जीवन -मAB का लाभ

)ा7 होता ह वयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः Tीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारो Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः १०१०१०१०

जस यवावथा बीतन पर काम -Xवकार न2 हो जाता ह और जल सख जान पर

तालाब नह रह जाता ह वस ह धन न2 होन पर पdरवार नह रह जाता और तiexclव-बोध

होन पर ससार नह रह जाता ह मा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगव हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम मायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा ११११११११

31

धन जन और यौवन क लए अभमान न करना चाVहए काल इन सब को Tण मा_ म=

न2 कर दता ह इन सब को माया का iम समझो और शीordf ह साTाEकार )ा7

करो Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः कालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः ११११2222

Vदन और रात )ातः और साय सय और गम बार -बार आत ह और चल जात

ह काल कW इस cWडा क साथ आय भी बीतती जा रह ह Oफर भी आशाओ कW आधी

स कोई नह बचता का त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता _जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका १३१३१३१३

र iाि13त म= पड मढ Rी धन आVद कW च13ता Gयamp Oकया करता ह Gया तर

ऊपर शासन करन वाला कोई नह ह तीनamp लोकamp म= कवल सEसग ह वह नौका ह जो

ज13म-मरण क सागर स तझ पार कर सकती ह जVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः प1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढो दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः १४१४१४१४

जटाधार बाल मडाय एक-एक कर सर क सब बाल खचवाय और काषायवR

धारण Oकय हए नाना वषधार स13यासी ह व आखamp स दखत हए भी अध ह व मढ

नाना )कार क वष कवल पट भरन क लए धारण करत ह

32

अsectगअsectगअsectगअsectग गलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मड दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम वो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दड तदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEया शाXपडम शाXपडम शाXपडम शाXपडम १५१५१५१५

वावथा म= शरर जजर हो गया ह सर क बाल सफद हो गय ह दात गर

गय ह छडी क सहार चलना पडता ह अथात मEय 5नकट आ गई ह Oक13त आशाओ का

ब13धन अब भी नह टटा अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः करतल करतल करतल करतल भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः १६१६१६१६

आग अिन पीछ सय और रा_ म= घटनamp म= ठो ढ लगाय रहन वाल तथा हाथ पसार

कर भीख मागन वाल और पड क नीच सोन वाल भी आशा क ब13धनamp स मB नह ह कSत गsectगकSत गsectगकSत गsectगकSत गsectग सागरगमनसागरगमनसागरगमनसागरगमन yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम IानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन १७१७१७१७

कोई भल ह गगासागर आVद तीथdeg का सवन कर yenत रख अथवा दान कर

Oक13त अIानी 6यAB सकडamp ज13मamp म= भी मAB नह )ा7 कर सकता ह यह तplusmnय सभी लोग वीकार करत ह

सरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासः शsup2याशsup2याशsup2याशsup2या भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः सवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः १८१८१८१८

33

जो लोग दवताओ क मि13दर और पडamp क नीच 5नवास करत ह बना बछौन क

जमीन पर लटत ह मगछाला पहनत ह और इस )कार सभी भोगamp का Eयाग कर दत ह

उन XवरB लोगamp को कौन सा सख )ा 7 नह ह

योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा सsectगसsectगसsectगसsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगXवहनः Xवहनः Xवहनः Xवहनः यय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चo न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव १९१९१९१९

चाह कोई योग का अयास करता हो या भोगamp म= पडा रहता हो चाह अनक लोगamp क

साथ रहता हो या अकला िजसका चo -च13तन म= मन ह वातव म= वह सखी ह

भगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीता गगगगगागागागाजल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता सकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा 2222००००

जो भगवदगीता का थोडा भी अययन करता ह गगा जल कW एक बद भी पान

करता ह और भAB-भाव स भगवान का मरण करता ह उसकW चचा यमराज भी नह

करत ह पनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरण पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम इह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार 2222११११

बार-बार ज13मना बार-बार मरना और बार-बार मा क पट म= पहचना बडा

क2कारक ह इस दःखमय ससार स पार होना बडा कVठन ह ह भगवन अपनी अपार

कपा स मरा 5नतार करो

34

रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः योगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoो रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव 22222222

जो योगी चीथड बीन कर कथर बनात और पहनत ह पय और पाप क माग को छोड

कर चलत ह िजनका चo योगायास स सयमत ह व ईhर भाव म= 5नमन रहन वाल बालकamp या उ13मo लोगamp कW तरह 5नn13n रहत ह

कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः इ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसार Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम 2222३३३३

तम कौन हो म कौन ह म कहा स आया ह कौन मर माता ह कौन मरा

Xपता ह इन )vamp पर Xवचार करो और इस असार ससार को वwन मा_ समझ कर

छोड दो Eव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः भव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eव वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम 2222४४४४

तम म= मझ म= और सभी थानamp म= क वल एक सव6यापी भगवान ह असVह`ण होकर

तम 6यथ ह मर ऊपर cोध करत हो यVद तम चाहत हो Oक तZह= ईhर )ा7 हो जाय तो तम सदा समभाव रहो

श_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ सविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमान

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सव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIा नम नम नम नम 2222५५५५

दसर लोगamp स लडन म= अथवा उनस म_ता करन म= अपनी शAB का अप6यय न

करो अपन ब13ध-बा13धवamp स राग-nष मत रखो सव_ अपन ह वप को दखो भद बX का Eयाग करो और अIान स छटकारा पाओ

काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह EयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1य5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम आEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः 2222६६६६

काम cोध लोभ और मोह को छोडकर Iानी सव_ आEमवप ह दखता ह

वह समझता ह Oक म वह ह Oक13त आEमIान रVहत मढ लोग अIान क कारण नक कW वदनाय= सहन करत ह

गय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहsup3sup3sup3sup3 यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म नय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चo दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम 2222७७७७

भगवत-गीता और Xव`ण क सहsup3 नाम गान चाVहए भगवान Xव`ण क वप का

5नर13तर यान करना चाVहए सदा सEसग म= चo लगाना चाVहए और दन लोगamp को

दान दना चाVहए सखतः सखतः सखतः सखतः Ocयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः य~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरण तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम 2222८८८८

36

पहल तो लोग सख क लए Rी भोग म= ल7 रहत ह और बाद म= शारdरक रोगamp का शकार होना पडता ह य~Xप इस ससार म= अ13ततोगEवा मEय म= ह शरण मलती

ह Oफर भी लोग पापाचरण नह छोडत

अथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEय नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम प_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः 2222९९९९

लोगamp कW अनथकार धन म= ह सदा Sच बनी रहती ह सEयता यह ह Oक उसम=

Oकि13चत मा_ भी सख नह ह धनी लोगamp को अप न प_ स भी भय रहता ह धन का

सव_ यह हाल दखा जाता ह )ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम जाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधान कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम ३०३०३०३०

बडी सावधानीपवक पहल )ाणायाम का अयास करो मन को सब ओर स

हटाकर अ13तमखी बनाओ 5नEय और अ5नEय वतओ क बीच Xववकपवक Xवचार करो

और Oफर जप करत हए समाध का अयास करो गSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः सि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादव -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम ३१३१३१३१ ह गS क चरणamp म= भABभाव रखन वालamp तम शीordf ह स सार-सागर स पार हो

जाओग तमन इि13 यamp को और मन को वश म= Oकया ह तम अपन acuteदय म= शीordf ह

भगवान का साTाEकार करोग

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आयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अग १ १ १ १ ---- वथ शरर वथ शरर वथ शरर वथ शरर ((((अअअअ) ) ) ) सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन ---- बना वथ शरर क कोई भी लौOकक या पारलौOकक

काय करना सZभव ह नह ह इसक लए श और सािiexclवक आहार आव1यक ह

मच इमल wयाज लहसन खटाई तल मसाल हग आVद Eयाय ह बहत अधक न खाना चाVहए मताहार रोगamp स बचाता ह यान रखो भोजन वाद क

लए नह वाplusmnय क लए ह एकादशी आVद Oकसी Vदन उपवास भी कई aX2 स

उपयोगी ह ((((बबबब) ) ) ) 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम ---- वथ शरर क लए 5नEय 6यायाम भी आव1यक ह

इसक लए )ातःकाल कछ शारdरक uम करना चाVहए बगीच म= काम टहलना

तरना आसनamp का अयास आVद कछ 6यायाम ह आसन और )ाणायाम साधना

म= अधक सहायक ह ((((सससस)))) वछता वछता वछता वछता ---- वथ वाय का सवन 5नEय नान साफ कपड और रहन क

थान कW सफाई शरर को वथ और चo को )स13न रखती ह

2 2 2 2 ---- वथ मनवथ मनवथ मनवथ मन

((((अअअअ) ) ) ) वायाय वायाय वायाय वायाय ---- जस वथ शरर क लए 5नEय श और पौX2क भोजन कW

आव1यकता ह वस ह वथ मन क लए स-413थamp का 5नEय अवलोकन आव1यक ह अ13यथा मन दबल हो जाता ह और उस मानस रोग घरन लगत ह

दिl13ताय= चडचडाहट 6य4ता भय nष आVद मानसक रोगamp क लTण ह

गीता रामायण भागवत उप5नष योगवास बाइबल ज13दावता करान

_Xपटक 413थसाVहब आVद म= स Oकसी 413थ का अययन करना चाVहए

((((बबबब) ) ) ) स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त ---- य दोनamp वथ मन क लTण ह Xववक और वराय

क 6यायाम स स13तोष और शाि13त बढती ह वथ शरर और वथ मन स

आEमबल बढता ह इसी बल स आयािEमक सफलताय= )ा7 कW जाती ह ((((सससस) ) ) ) सससस----Xवचार Xवचार Xवचार Xवचार ---- स-Xवचार जीवन को सह Vदशा म= ल जात ह अस Xवचारamp

स मन`य का पतन होता ह सEसग और सuml413थamp क अवलोकन स स -Xवचार

38

aढ होत ह कसग और कच2ाय= छोडकर सEसग का आuय लो ससार म= िजतन भी महापSष हए ह और उ13हampन जब जो कछ पाया ह वह सEसग क कारण ह ३ ३ ३ ३ ---- न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो

जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए ---- ((((अअअअ) ) ) ) चय और सEय चय और सEय चय और सEय चय और सEय ---- वीय कW रTा बडी सावधानी स करनी चाVहए शरर

तर पर वीय ह ईhर ह जीवन कW यह एक बहत बडी Xवभ5त ह यह जीवन Xवचार और बX का सार ह सचत वीय ओज म= पdरव5तत होता ह और ओज आEमशAB म= हर कWमत पर सEय मधर और मत भाषण का अयास करना चाVहए

मplusmnया भाषण दबलता भय और अIान का पdरणाम ह 5नEय एक-दो घट का

मौन रहना चाVहए उस समय सकतamp का )योग भी न करना चाVहए ((((बबबब) ) ) ) सससस----गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास ---- 5नयम कW पाब13द समय का उपयोग मधर भाषण

उदारता कSणा नह स-पSषamp का आदर सहनशीलता Tमा धय स13तोष 5नरभमानता आVद स-गण ह यVद य ग ण सहज ह )ा7 न हamp तो अयास क

nारा )ा7 Oकय जा सकत ह सब गणamp का एक साथ अयास नह हो सकता Oक13त एक गण क आत ह उसक सहयोगी अनक गण वय आन लगत ह Oकसी एक गण का अयास करन का सकYप करो और 5नEय सोन क पहल

अपनी सफलताओ-असफलताओ पर Xवचार करो कछ समय म= वह अयास आदत बन जायगा और आदत वभाव ((((सससस) ) ) ) दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग ---- )ायः लोग कसग क कारण दगणamp म= पड जात ह

आयािEमक T_ म= जYद सफल होन क लए दगणamp को शीordfा5तशीordf छोडना

होगा म~पान आलय मासभTण cरता कठोरता कVटलता छल )पच

पर5न13दा लोभ पdर4ह आVद अनक दगण ह यVद साधक म= ऐस कोई दगण ह

तो उ13ह= एक-एक कर छोडन का )यcent करना चाVहए दगण बड हठmacr होत ह

इनक Eयागन क लए सकYप करना पडता ह यVद एक दगण छोडन म= सफलता

मल तो आEम-Xवhास बढ जाता ह और दसर दगण छोडना सरल हो जाता ह ((((दददद) ) ) ) सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका ---- आज क आथक यग म= धन सचय कW हवस बढ रह

ह इसक लए बईमानी और छल-)पच का सहारा लया जा रहा ह कारण कवल

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यह ह Oक हमार आव1यकताय= बढ गई ह श आजी Xवका क लए आव1यक ह

Oक आव1यकताय= घटाई जाय= uम और ईमानदार स कमाया हआ धन मन`य

कW आव1यक आव1यकताय= पर कर सकता ह आलसी और दबल 6यAB ह आसानी स )ा7 होन वाल धन कW इछा करत ह यVद आपकW बX और शरर

शABसZप13न ह तो आप पराय पस को Xव2ा क समान समझ=ग सबल बनो और

uम स धन कमा कर स13तोष का जीवन बताओ ४ ४ ४ ४ ---- आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम उपयB तplusmnय आयािEमक साधना कW भमका तयार करन क लए ह उ13ह=

साधना का परोT अग कह सकत ह आसन यथाथ साधना कW पहल सीढ ह

कछ आसन तो 6या याम कW aX2 स उपयोगी होत ह िजनका उYलख ऊपर Oकया

जा चका ह कछ आसन यान क लए बताय गय ह पझ स और सख

आसन म= स कोई एक अपनी सXवधा और Sच क अनसार चन लना चाVहए

उoर या पव Vदशा कW ओर मख करक उस आसन पर लगभग तीन घट अXवचल

बठन का )यास करना चाVहए उसी आसन पर यान और जप करना होगा

इसक लए थान और समय 5निlत होना चाVहए इस काय क लए एक अलग

कमरा ताल स ब13द रखना चाVहए )ातःकाल ४ बज उठ कर शौचाVद स 5नवo और पXव_ होकर आसन )ाणायाम और यान करना चाVहए आसन पर बठत ह कम स कम बीस बार )ाणायाम करना चाVहए अपन इ2दव क यान क लए कछ ोक याद कर लो )ाणायाम क बाद उनका पाठ करक भगवान का च13तन करना चाVहए ५ ५ ५ ५ ---- )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा भगवान का यान करत ह वा ससार स मन को हटा कर अ13तमखी कर लना चाVहए यह )Eयाहार ह जप इसम= सहायक होगा ॐ या ॐ नमो नारायणाय आVद Oकसी म13_ का जप

)ारZभ कर दना चाVहए १०८ म13_ कW एक माला होती ह एक या तीन माला

म13_ जपना चाVहए अधक भी हो सकता ह म13_-जाप करत ह मन भगवान क

सामन जा पहचता ह भगवान का 5नर13तर च13तन ह धारणा ह

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जप-माला भी उपयोगी ह SाT या तलसी कW माला रखना चाVहए जप क

अ5तdरB उस गल म= पहना जा सकता ह जब म= रखा जा सकता ह और सोत

समय तOकया क नीच भी डाल सकत ह Oक13त माला सदा साथ रखनी चाVहए ६ ६ ६ ६ ---- यान यान यान यान एक 5निlत आसन पर बठकर अपन इ2दव का तल धारावत च13तन ह यान

ह शरर-मन-बX क nारा भगवान क 5नकट पह च उ13ह= पीछ छोड दना समाध

ह यान क अयास कW सफलता समाध क लाभ म= 5नVहत ह समाध म= परम तoव का अपरोT अनभव होता ह याता और यय एक हो

जात ह समाध ह तरयावथा और जीव13मAB ह यह योगी कW पणावथा ह ७ ७ ७ ७ ---- 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा आयािEमक साधना कवल यान क कमर तक ह सीमत नह ह यह तो

सम4-कालक साधना ह Vह13द धम का यह एक बडा अभशाप ह Oक हम कवल

कछ बातamp को पXव_ और धामक मान बठ ह शष 6यावहाdरक जीवन धम और

आयािEमक स पर समझ लया गया ह यह बडी भल ह साधक को अपना सम4 जीवन साधनामय बनाना होता ह भगवान कW शरणाग5त का भाव 5नर13तर रहना चाVहए सारा जीवन उ13ह कW

सवा ह उ13ह कW )रणा स हर काय हो रहा ह आयािEमक साधना कW सार

सफलता उ13ह क हाथ म= ह )ाणीमा_ स )म-भाव रखना भगवान क )म का 6यावहाdरक प ह भगवान क

भBamp को सभी लोग X)य Vदखाई दत ह दसर क दोषamp को दखन क बजाय अपन

दोष दखना और उ13ह= दर करना भगवत सवा का u माग ह दनamp को दान दना रोगयamp कW सवा करना 5नरTरamp को पढाना पीडतamp कW

सहायता करना मोहा13ध भटकत लोगamp को राह Vदखाना आयािEमक साधना का

अि13तम Oक13त महEवपण अग ह कमयोग क अ13तगत इसकW मVहमा क गण गाय गय ह यVद साधना क उपयB 5नदशamp का aढतापवक पालन Oकया जाय तो जीवन म=

5नlय ह सफलता सख और मAB का लाभ होगा सभी स13त -उपदशamp का सार

यह ह

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इस Vदशा म= सतत अ4सर रहन क लए स13तamp महाEमाओ का माग-दशन लत

रहना आव1यक ह वतमान काल म= पय वा मी च13मयान13द जी क अनया5ययamp

nारा थाXपत सथा lsquoच13मय मशनrsquo आपकW सहायता क लए सदा उपलltध ह

पाqयcमपाqयcमपाqयcमपाqयcम

नननन0 पतकपतकपतकपतक )थम)थम)थम)थम बारबारबारबार

)5तVदन)5तVदन)5तVदन)5तVदन

1 जीवनजीवनजीवनजीवन यो5तयो5तयो5तयो5त 10 पपपप

2 आEमआEमआEमआEम XवकासXवकासXवकासXवकास कWकWकWकW 5नदशका5नदशका5नदशका5नदशका 10 पपपप

3 भजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दम 4 ोकोकोकोक

4 तiexclवतiexclवतiexclवतiexclव बोधबोधबोधबोध 4 पपपप

5 आEमआEमआEमआEमबोधबोधबोधबोध 3 ोकोकोकोक

6 प_प_प_प_ nाराnाराnाराnारा वदा13तवदा13तवदा13तवदा13त 10 पपपप

7 मानवमानवमानवमानव 5नमाण5नमाण5नमाण5नमाण कलाकलाकलाकला 12 पपपप

8 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण 4 ोकोकोकोक

9 यानयानयानयान औरऔरऔरऔर जीवनजीवनजीवनजीवन 1 अयायअयायअयायअयाय

10 नारदनारदनारदनारद भABभABभABभAB स_स_स_स_ 5 स_स_स_स_

11 गीतागीतागीतागीता कWकWकWकW भमकाभमकाभमकाभमका 10 पपपप

12 अव1यअव1यअव1यअव1य कर=कर=कर=कर= 10 पपपप

13 साधनासाधनासाधनासाधना पचकमपचकमपचकमपचकम 1 ोकोकोकोक

14 कनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषद 2 म_म_म_म_

15 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1-2-3 3 सससस 5 ोकोकोकोक

16 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (201 सससस 300 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

17 कठोप5नषकठोप5नषकठोप5नषकठोप5नष 2 म_म_म_म_

18 दTणाम5तदTणाम5तदTणाम5तदTणाम5त तो_मतो_मतो_मतो_म 2 म_म_म_म_

19 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 4-5-6 3 सससस 5 ोकोकोकोक

20 उपदशउपदशउपदशउपदश सारसारसारसार 2 ोकोकोकोक

42

21 ईशावायईशावायईशावायईशावाय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 3 म_म_म_म_

22 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 7-8-9 3 सससस 5 ोोोोकककक

23 मडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नष 2 म_म_म_म_

24 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 10-11 3 सससस 5 ोकोकोकोक

25 कवYयकवYयकवYयकवYय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 2 म_म_म_म_

26 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (301 सससस 583 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

27 पSषसBमपSषसBमपSषसBमपSषसBम 4 सBसBसBसB

28 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 12 3 सससस 5 ोकोकोकोक

29 तXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषद 2 म_म_म_म_

30 बनाथबनाथबनाथबनाथ-त5तत5तत5तत5त 4 ोकोकोकोक

31 गीगीगीगीताताताता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 13-14-15 3 सससस 5 ोकोकोकोक

32 ऐतरयऐतरयऐतरयऐतरय उप5न`दउप5न`दउप5न`दउप5न`द 3 म_म_म_म_

33 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 16-17 3 सससस 5 ोकोकोकोक

34 )vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद 2 म_म_म_म_

35 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 18 3 सससस 5 ोकोकोकोक

36 ईhरईhरईhरईhर-दशनदशनदशनदशन (तपोवनमतपोवनमतपोवनमतपोवनम ) एकएकएकएक अयायअयायअयायअयाय

37 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1 सससस 18 5 सससस 10 ोकोकोकोक

38 अ2ावcअ2ावcअ2ावcअ2ावc गीतागीतागीतागीता 3 ोकोकोकोक

39 मामामामाडGयडGयडGयडGय औरऔरऔरऔर काdरकाकाdरकाकाdरकाकाdरका 2 म_म_म_म_

ःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःः

43

Page 24: Swadhyayamandal

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न म मEय ह और न भय मझम= कोई जा5तभद भी नह ह न मर

माता ह और न Xपता मरा ज13म भी नह हआ ह न मरा कोई ब13ध ह न म_

न गS ह न श`य म चदान13दप शव ह शव ह

अह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपःअह 5नXवकYपो 5नराकारपः

XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम XवभEवाच सव_ सवि13रयाणाम न चान चान चान चासsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयःसsectगत नव मABन Iयः

चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम चदान13दपः शवोऽह शवोऽहम ६६६६

मर न कोई कYपना ह और न आकार म सव6यापी और इि13रयातीत

ह मरा न ब13धन ह और न मAB म Iय भी नह ह म चदान13दप शव ह शव ह

११११2222 uी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकमuी तपोवनषbrvbarकम

6या7 जग6या7 जग6या7 जग6या7 जग~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत ~न चदाEमभावावा यथाVहVह चराचर यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत स13यय सव च सदाEमभाव वय समत च बभव यत

5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः 5नःसग5नमABपद )प~ ाEमभावन Xवरािजतो यः uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ११११

अखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभाअखडभावः शवपतiexclविl5त वभावः परमाEमसEय वः परमाEमसEय वः परमाEमसEय वः परमाEमसEय

सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः सEयय सEयः सधयव गZयः परः )धानाEपरमhरो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः आ~13तहनो 5नरपTद57ः वतः वपण XवफिYलतो यः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय 2222

म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः म13त13न शGयो मनसा कदाचत वB न कनाXप तथा न वाचः बोचबबोचबबोचबबोचब umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः umlयाVद तथा न शGयो बumlयाVदसाTी खल कवलो यः

25

सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ३३३३

शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः

6यापी परण मो6यापी परण मो6यापी परण मो6यापी परण मोदमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ४४४४

अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च ग गभीग गभीग गभीग गभी र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ५५५५

तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म

Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न च13Eयमानम च13Eयमानम च13Eयमानम च13Eयमानम uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ६६६६

12 Pledge We stand as one family bound to each other with love and respect We serve as an army Courageous and disciplined ever-ready to fight against all low tendencies and false values within and without us We live honestly

the noble life of sacrifice and service producing more than what we consume and giving more than what we take

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We seek the Lords Grace to keep us on the path of virtue courage and wisdom May Thy Grace and Blessings flow through us to the world around us We believe that the service of our country is the service of Lord of Lords and devotion to the people is the devotion to the Supreme Self We know our responsibilities give us the ability and courage to fulfill them

OM TAT SAT

च13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIा हमार िथ5त ह एक पdरवार क समान )म और सZमान स परपर आब हम सवा-रत ह एक सना क समान- साहसी और अनशासत - कVटब ह सघष करन को 5नZन वXo यamp और थोथ आदश क XवS िजनका जाल ह हमार अ13दर और बाहर सव_ हम जीत ह ईमानदार स Eयाग और सवा का उच जीवन उEप13न करत ह उपभोग स अधक लत ह िजतना दत ह कह अधक हम बन ह आकाTी )भ कW कपा क जो चलाव= हम= गण साहस और Iान क माग पर

आप कW कपा और आशीष ह )भो हमार मायम स बह

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Xवh म= चारamp ओर हमारा Xवhास ह Oक वदश सवा ह परमhर कW सवा ह और जनता कW भAB ह परमाEमा कW भAB ह हम समझत ह अपना दा5यEव दो योयता और साहस Oक हम परा कर= उस ॐ तEसत

13 Arati Arati is to be performed preferably by the wife of Group Sewak or by the

Group Sewak himself A few flowers and burning camphor placed in a tray are waved before the picture of the Lord and the following Mantras are chanted by all the members present -

न त_ सयpound भा5त न चतारक नमा Xव~तो भा5त कतोऽयमि13गः तमव भा13तम अनभा5त सव तय भासा सवमदXवभा5त ॐ सवषा वितभवत सवषा शाि13तभवत सवषा पण भवत सवषा मsectगल भवत ॐ सव भव13त सखनः सवस13त 5नरामयः सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत असतो मा स^मय तमसो मा यो5तगमय मEयोमाममत गमय ॐ पणमदः पणमद पणात पणमदयत पणय पणमादाय पणमवावश`यत ॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तः

28

भज गोXव13दमभज गोXव13दमभज गोXव13दमभज गोXव13दम

भज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13द गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत स)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत काल न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण ११११

र मढ मन गोXव13द कW खोज कर गोXव13द का भजन कर और गोXव13द का ह

यान कर अि13तम समय आन पर 6याकरण क 5नयम तर रTा न कर सक= ग मढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णा कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम यYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाo Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम 2222

र मढ धन स4ह कW त`णा छोड द मन म= वराय लाकर सत तiexclव का

च13तन कर अपन कम फल क अनसार जो धन )ा7 हो उसी स अपन म न को स13त2

कर नारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदश a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम एत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकार मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम ३३३३ स13दर Rी क नाभदश को दखकर मोह म= मत पड यह कवल मास और मजा

का Xवकार ह अपन मन म= इस बात का बार-बार Xवचार कर नलनीदलगतनलनीदलगतनलनीदलगतनलनीदलगत जलम5ततरल जलम5ततरल जलम5ततरल जलम5ततरल तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम XवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4त लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम ४४४४

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कमल-दल क ऊपर जल कW बद अEय13त अिथर होती ह जीवन भी इसी )कार

अिथर ह इस बात को अछmacr तरह समझ ल Oक सारा ससार 6याध अभमान शोक आVद स 4सत ह

यावVnयावVnयावVnयावVnoोपाजन सBःoोपाजन सBःoोपाजन सBःoोपाजन सBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः पlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह ५५५५

जब तक धनोपाजन कW शAB ह तभी तक तZहार पdरवार क लोग तम स )म

रखत ह वावथा म= शरर जजर हो जान पर तZहार बात कोई न पछगा यावEपवनोयावEपवनोयावEपवनोयावEपवनो 5नवस5त दह 5नवस5त दह 5नवस5त दह 5नवस5त दह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह गतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापाय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय ६६६६ जब तक शरर म= )ाण ह तब तक घर म= तZहार कशल पछmacr जाती ह )ाण

5नकलन पर उसी शरर स पcentी तक भयभीत होन लगती ह बालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBः तSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBः वताविच13तासBःवताविच13तासBःवताविच13तासBःवताविच13तासBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः ७७७७

बचपन म= खलamp म= आसAB रहती ह यवावथा म= तSणी स मोह रहता ह और

वावथा म= च13ताय= आ घरती ह Oक13त पर परमाEमा स Oकसी को )म नह ह का त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ः सससससारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः

30

कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः ८८८८

कौन तZहार पcentी ह कौन तZहारा प_ ह वततः ससार बडा Xवच_ ह तम

Oकस क हो कहा स आय हो ह भाई कभी इस बात का भी Xवचार करो

सEससEससEससEसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEवगEवगEवगEव 5नस5नस5नस5नसगEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम 5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः ९९९९

सEसग स अनासAB )ा7 होती ह अनासAB स मोह क ब13धन टटत ह मोह टटन पर शाhत तiexclव कW )ा57 होती ह और शाhत तiexclव पान पर जीवन -मAB का लाभ

)ा7 होता ह वयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः Tीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारो Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः १०१०१०१०

जस यवावथा बीतन पर काम -Xवकार न2 हो जाता ह और जल सख जान पर

तालाब नह रह जाता ह वस ह धन न2 होन पर पdरवार नह रह जाता और तiexclव-बोध

होन पर ससार नह रह जाता ह मा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगव हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम मायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा ११११११११

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धन जन और यौवन क लए अभमान न करना चाVहए काल इन सब को Tण मा_ म=

न2 कर दता ह इन सब को माया का iम समझो और शीordf ह साTाEकार )ा7

करो Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः कालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः ११११2222

Vदन और रात )ातः और साय सय और गम बार -बार आत ह और चल जात

ह काल कW इस cWडा क साथ आय भी बीतती जा रह ह Oफर भी आशाओ कW आधी

स कोई नह बचता का त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता _जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका १३१३१३१३

र iाि13त म= पड मढ Rी धन आVद कW च13ता Gयamp Oकया करता ह Gया तर

ऊपर शासन करन वाला कोई नह ह तीनamp लोकamp म= कवल सEसग ह वह नौका ह जो

ज13म-मरण क सागर स तझ पार कर सकती ह जVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः प1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढो दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः १४१४१४१४

जटाधार बाल मडाय एक-एक कर सर क सब बाल खचवाय और काषायवR

धारण Oकय हए नाना वषधार स13यासी ह व आखamp स दखत हए भी अध ह व मढ

नाना )कार क वष कवल पट भरन क लए धारण करत ह

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अsectगअsectगअsectगअsectग गलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मड दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम वो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दड तदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEया शाXपडम शाXपडम शाXपडम शाXपडम १५१५१५१५

वावथा म= शरर जजर हो गया ह सर क बाल सफद हो गय ह दात गर

गय ह छडी क सहार चलना पडता ह अथात मEय 5नकट आ गई ह Oक13त आशाओ का

ब13धन अब भी नह टटा अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः करतल करतल करतल करतल भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः १६१६१६१६

आग अिन पीछ सय और रा_ म= घटनamp म= ठो ढ लगाय रहन वाल तथा हाथ पसार

कर भीख मागन वाल और पड क नीच सोन वाल भी आशा क ब13धनamp स मB नह ह कSत गsectगकSत गsectगकSत गsectगकSत गsectग सागरगमनसागरगमनसागरगमनसागरगमन yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम IानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन १७१७१७१७

कोई भल ह गगासागर आVद तीथdeg का सवन कर yenत रख अथवा दान कर

Oक13त अIानी 6यAB सकडamp ज13मamp म= भी मAB नह )ा7 कर सकता ह यह तplusmnय सभी लोग वीकार करत ह

सरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासः शsup2याशsup2याशsup2याशsup2या भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः सवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः १८१८१८१८

33

जो लोग दवताओ क मि13दर और पडamp क नीच 5नवास करत ह बना बछौन क

जमीन पर लटत ह मगछाला पहनत ह और इस )कार सभी भोगamp का Eयाग कर दत ह

उन XवरB लोगamp को कौन सा सख )ा 7 नह ह

योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा सsectगसsectगसsectगसsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगXवहनः Xवहनः Xवहनः Xवहनः यय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चo न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव १९१९१९१९

चाह कोई योग का अयास करता हो या भोगamp म= पडा रहता हो चाह अनक लोगamp क

साथ रहता हो या अकला िजसका चo -च13तन म= मन ह वातव म= वह सखी ह

भगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीता गगगगगागागागाजल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता सकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा 2222००००

जो भगवदगीता का थोडा भी अययन करता ह गगा जल कW एक बद भी पान

करता ह और भAB-भाव स भगवान का मरण करता ह उसकW चचा यमराज भी नह

करत ह पनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरण पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम इह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार 2222११११

बार-बार ज13मना बार-बार मरना और बार-बार मा क पट म= पहचना बडा

क2कारक ह इस दःखमय ससार स पार होना बडा कVठन ह ह भगवन अपनी अपार

कपा स मरा 5नतार करो

34

रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः योगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoो रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव 22222222

जो योगी चीथड बीन कर कथर बनात और पहनत ह पय और पाप क माग को छोड

कर चलत ह िजनका चo योगायास स सयमत ह व ईhर भाव म= 5नमन रहन वाल बालकamp या उ13मo लोगamp कW तरह 5नn13n रहत ह

कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः इ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसार Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम 2222३३३३

तम कौन हो म कौन ह म कहा स आया ह कौन मर माता ह कौन मरा

Xपता ह इन )vamp पर Xवचार करो और इस असार ससार को वwन मा_ समझ कर

छोड दो Eव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः भव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eव वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम 2222४४४४

तम म= मझ म= और सभी थानamp म= क वल एक सव6यापी भगवान ह असVह`ण होकर

तम 6यथ ह मर ऊपर cोध करत हो यVद तम चाहत हो Oक तZह= ईhर )ा7 हो जाय तो तम सदा समभाव रहो

श_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ सविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमान

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सव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIा नम नम नम नम 2222५५५५

दसर लोगamp स लडन म= अथवा उनस म_ता करन म= अपनी शAB का अप6यय न

करो अपन ब13ध-बा13धवamp स राग-nष मत रखो सव_ अपन ह वप को दखो भद बX का Eयाग करो और अIान स छटकारा पाओ

काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह EयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1य5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम आEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः 2222६६६६

काम cोध लोभ और मोह को छोडकर Iानी सव_ आEमवप ह दखता ह

वह समझता ह Oक म वह ह Oक13त आEमIान रVहत मढ लोग अIान क कारण नक कW वदनाय= सहन करत ह

गय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहsup3sup3sup3sup3 यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म नय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चo दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम 2222७७७७

भगवत-गीता और Xव`ण क सहsup3 नाम गान चाVहए भगवान Xव`ण क वप का

5नर13तर यान करना चाVहए सदा सEसग म= चo लगाना चाVहए और दन लोगamp को

दान दना चाVहए सखतः सखतः सखतः सखतः Ocयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः य~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरण तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम 2222८८८८

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पहल तो लोग सख क लए Rी भोग म= ल7 रहत ह और बाद म= शारdरक रोगamp का शकार होना पडता ह य~Xप इस ससार म= अ13ततोगEवा मEय म= ह शरण मलती

ह Oफर भी लोग पापाचरण नह छोडत

अथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEय नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम प_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः 2222९९९९

लोगamp कW अनथकार धन म= ह सदा Sच बनी रहती ह सEयता यह ह Oक उसम=

Oकि13चत मा_ भी सख नह ह धनी लोगamp को अप न प_ स भी भय रहता ह धन का

सव_ यह हाल दखा जाता ह )ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम जाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधान कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम ३०३०३०३०

बडी सावधानीपवक पहल )ाणायाम का अयास करो मन को सब ओर स

हटाकर अ13तमखी बनाओ 5नEय और अ5नEय वतओ क बीच Xववकपवक Xवचार करो

और Oफर जप करत हए समाध का अयास करो गSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः सि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादव -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम ३१३१३१३१ ह गS क चरणamp म= भABभाव रखन वालamp तम शीordf ह स सार-सागर स पार हो

जाओग तमन इि13 यamp को और मन को वश म= Oकया ह तम अपन acuteदय म= शीordf ह

भगवान का साTाEकार करोग

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आयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अग १ १ १ १ ---- वथ शरर वथ शरर वथ शरर वथ शरर ((((अअअअ) ) ) ) सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन ---- बना वथ शरर क कोई भी लौOकक या पारलौOकक

काय करना सZभव ह नह ह इसक लए श और सािiexclवक आहार आव1यक ह

मच इमल wयाज लहसन खटाई तल मसाल हग आVद Eयाय ह बहत अधक न खाना चाVहए मताहार रोगamp स बचाता ह यान रखो भोजन वाद क

लए नह वाplusmnय क लए ह एकादशी आVद Oकसी Vदन उपवास भी कई aX2 स

उपयोगी ह ((((बबबब) ) ) ) 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम ---- वथ शरर क लए 5नEय 6यायाम भी आव1यक ह

इसक लए )ातःकाल कछ शारdरक uम करना चाVहए बगीच म= काम टहलना

तरना आसनamp का अयास आVद कछ 6यायाम ह आसन और )ाणायाम साधना

म= अधक सहायक ह ((((सससस)))) वछता वछता वछता वछता ---- वथ वाय का सवन 5नEय नान साफ कपड और रहन क

थान कW सफाई शरर को वथ और चo को )स13न रखती ह

2 2 2 2 ---- वथ मनवथ मनवथ मनवथ मन

((((अअअअ) ) ) ) वायाय वायाय वायाय वायाय ---- जस वथ शरर क लए 5नEय श और पौX2क भोजन कW

आव1यकता ह वस ह वथ मन क लए स-413थamp का 5नEय अवलोकन आव1यक ह अ13यथा मन दबल हो जाता ह और उस मानस रोग घरन लगत ह

दिl13ताय= चडचडाहट 6य4ता भय nष आVद मानसक रोगamp क लTण ह

गीता रामायण भागवत उप5नष योगवास बाइबल ज13दावता करान

_Xपटक 413थसाVहब आVद म= स Oकसी 413थ का अययन करना चाVहए

((((बबबब) ) ) ) स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त ---- य दोनamp वथ मन क लTण ह Xववक और वराय

क 6यायाम स स13तोष और शाि13त बढती ह वथ शरर और वथ मन स

आEमबल बढता ह इसी बल स आयािEमक सफलताय= )ा7 कW जाती ह ((((सससस) ) ) ) सससस----Xवचार Xवचार Xवचार Xवचार ---- स-Xवचार जीवन को सह Vदशा म= ल जात ह अस Xवचारamp

स मन`य का पतन होता ह सEसग और सuml413थamp क अवलोकन स स -Xवचार

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aढ होत ह कसग और कच2ाय= छोडकर सEसग का आuय लो ससार म= िजतन भी महापSष हए ह और उ13हampन जब जो कछ पाया ह वह सEसग क कारण ह ३ ३ ३ ३ ---- न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो

जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए ---- ((((अअअअ) ) ) ) चय और सEय चय और सEय चय और सEय चय और सEय ---- वीय कW रTा बडी सावधानी स करनी चाVहए शरर

तर पर वीय ह ईhर ह जीवन कW यह एक बहत बडी Xवभ5त ह यह जीवन Xवचार और बX का सार ह सचत वीय ओज म= पdरव5तत होता ह और ओज आEमशAB म= हर कWमत पर सEय मधर और मत भाषण का अयास करना चाVहए

मplusmnया भाषण दबलता भय और अIान का पdरणाम ह 5नEय एक-दो घट का

मौन रहना चाVहए उस समय सकतamp का )योग भी न करना चाVहए ((((बबबब) ) ) ) सससस----गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास ---- 5नयम कW पाब13द समय का उपयोग मधर भाषण

उदारता कSणा नह स-पSषamp का आदर सहनशीलता Tमा धय स13तोष 5नरभमानता आVद स-गण ह यVद य ग ण सहज ह )ा7 न हamp तो अयास क

nारा )ा7 Oकय जा सकत ह सब गणamp का एक साथ अयास नह हो सकता Oक13त एक गण क आत ह उसक सहयोगी अनक गण वय आन लगत ह Oकसी एक गण का अयास करन का सकYप करो और 5नEय सोन क पहल

अपनी सफलताओ-असफलताओ पर Xवचार करो कछ समय म= वह अयास आदत बन जायगा और आदत वभाव ((((सससस) ) ) ) दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग ---- )ायः लोग कसग क कारण दगणamp म= पड जात ह

आयािEमक T_ म= जYद सफल होन क लए दगणamp को शीordfा5तशीordf छोडना

होगा म~पान आलय मासभTण cरता कठोरता कVटलता छल )पच

पर5न13दा लोभ पdर4ह आVद अनक दगण ह यVद साधक म= ऐस कोई दगण ह

तो उ13ह= एक-एक कर छोडन का )यcent करना चाVहए दगण बड हठmacr होत ह

इनक Eयागन क लए सकYप करना पडता ह यVद एक दगण छोडन म= सफलता

मल तो आEम-Xवhास बढ जाता ह और दसर दगण छोडना सरल हो जाता ह ((((दददद) ) ) ) सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका ---- आज क आथक यग म= धन सचय कW हवस बढ रह

ह इसक लए बईमानी और छल-)पच का सहारा लया जा रहा ह कारण कवल

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यह ह Oक हमार आव1यकताय= बढ गई ह श आजी Xवका क लए आव1यक ह

Oक आव1यकताय= घटाई जाय= uम और ईमानदार स कमाया हआ धन मन`य

कW आव1यक आव1यकताय= पर कर सकता ह आलसी और दबल 6यAB ह आसानी स )ा7 होन वाल धन कW इछा करत ह यVद आपकW बX और शरर

शABसZप13न ह तो आप पराय पस को Xव2ा क समान समझ=ग सबल बनो और

uम स धन कमा कर स13तोष का जीवन बताओ ४ ४ ४ ४ ---- आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम उपयB तplusmnय आयािEमक साधना कW भमका तयार करन क लए ह उ13ह=

साधना का परोT अग कह सकत ह आसन यथाथ साधना कW पहल सीढ ह

कछ आसन तो 6या याम कW aX2 स उपयोगी होत ह िजनका उYलख ऊपर Oकया

जा चका ह कछ आसन यान क लए बताय गय ह पझ स और सख

आसन म= स कोई एक अपनी सXवधा और Sच क अनसार चन लना चाVहए

उoर या पव Vदशा कW ओर मख करक उस आसन पर लगभग तीन घट अXवचल

बठन का )यास करना चाVहए उसी आसन पर यान और जप करना होगा

इसक लए थान और समय 5निlत होना चाVहए इस काय क लए एक अलग

कमरा ताल स ब13द रखना चाVहए )ातःकाल ४ बज उठ कर शौचाVद स 5नवo और पXव_ होकर आसन )ाणायाम और यान करना चाVहए आसन पर बठत ह कम स कम बीस बार )ाणायाम करना चाVहए अपन इ2दव क यान क लए कछ ोक याद कर लो )ाणायाम क बाद उनका पाठ करक भगवान का च13तन करना चाVहए ५ ५ ५ ५ ---- )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा भगवान का यान करत ह वा ससार स मन को हटा कर अ13तमखी कर लना चाVहए यह )Eयाहार ह जप इसम= सहायक होगा ॐ या ॐ नमो नारायणाय आVद Oकसी म13_ का जप

)ारZभ कर दना चाVहए १०८ म13_ कW एक माला होती ह एक या तीन माला

म13_ जपना चाVहए अधक भी हो सकता ह म13_-जाप करत ह मन भगवान क

सामन जा पहचता ह भगवान का 5नर13तर च13तन ह धारणा ह

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जप-माला भी उपयोगी ह SाT या तलसी कW माला रखना चाVहए जप क

अ5तdरB उस गल म= पहना जा सकता ह जब म= रखा जा सकता ह और सोत

समय तOकया क नीच भी डाल सकत ह Oक13त माला सदा साथ रखनी चाVहए ६ ६ ६ ६ ---- यान यान यान यान एक 5निlत आसन पर बठकर अपन इ2दव का तल धारावत च13तन ह यान

ह शरर-मन-बX क nारा भगवान क 5नकट पह च उ13ह= पीछ छोड दना समाध

ह यान क अयास कW सफलता समाध क लाभ म= 5नVहत ह समाध म= परम तoव का अपरोT अनभव होता ह याता और यय एक हो

जात ह समाध ह तरयावथा और जीव13मAB ह यह योगी कW पणावथा ह ७ ७ ७ ७ ---- 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा आयािEमक साधना कवल यान क कमर तक ह सीमत नह ह यह तो

सम4-कालक साधना ह Vह13द धम का यह एक बडा अभशाप ह Oक हम कवल

कछ बातamp को पXव_ और धामक मान बठ ह शष 6यावहाdरक जीवन धम और

आयािEमक स पर समझ लया गया ह यह बडी भल ह साधक को अपना सम4 जीवन साधनामय बनाना होता ह भगवान कW शरणाग5त का भाव 5नर13तर रहना चाVहए सारा जीवन उ13ह कW

सवा ह उ13ह कW )रणा स हर काय हो रहा ह आयािEमक साधना कW सार

सफलता उ13ह क हाथ म= ह )ाणीमा_ स )म-भाव रखना भगवान क )म का 6यावहाdरक प ह भगवान क

भBamp को सभी लोग X)य Vदखाई दत ह दसर क दोषamp को दखन क बजाय अपन

दोष दखना और उ13ह= दर करना भगवत सवा का u माग ह दनamp को दान दना रोगयamp कW सवा करना 5नरTरamp को पढाना पीडतamp कW

सहायता करना मोहा13ध भटकत लोगamp को राह Vदखाना आयािEमक साधना का

अि13तम Oक13त महEवपण अग ह कमयोग क अ13तगत इसकW मVहमा क गण गाय गय ह यVद साधना क उपयB 5नदशamp का aढतापवक पालन Oकया जाय तो जीवन म=

5नlय ह सफलता सख और मAB का लाभ होगा सभी स13त -उपदशamp का सार

यह ह

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इस Vदशा म= सतत अ4सर रहन क लए स13तamp महाEमाओ का माग-दशन लत

रहना आव1यक ह वतमान काल म= पय वा मी च13मयान13द जी क अनया5ययamp

nारा थाXपत सथा lsquoच13मय मशनrsquo आपकW सहायता क लए सदा उपलltध ह

पाqयcमपाqयcमपाqयcमपाqयcम

नननन0 पतकपतकपतकपतक )थम)थम)थम)थम बारबारबारबार

)5तVदन)5तVदन)5तVदन)5तVदन

1 जीवनजीवनजीवनजीवन यो5तयो5तयो5तयो5त 10 पपपप

2 आEमआEमआEमआEम XवकासXवकासXवकासXवकास कWकWकWकW 5नदशका5नदशका5नदशका5नदशका 10 पपपप

3 भजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दम 4 ोकोकोकोक

4 तiexclवतiexclवतiexclवतiexclव बोधबोधबोधबोध 4 पपपप

5 आEमआEमआEमआEमबोधबोधबोधबोध 3 ोकोकोकोक

6 प_प_प_प_ nाराnाराnाराnारा वदा13तवदा13तवदा13तवदा13त 10 पपपप

7 मानवमानवमानवमानव 5नमाण5नमाण5नमाण5नमाण कलाकलाकलाकला 12 पपपप

8 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण 4 ोकोकोकोक

9 यानयानयानयान औरऔरऔरऔर जीवनजीवनजीवनजीवन 1 अयायअयायअयायअयाय

10 नारदनारदनारदनारद भABभABभABभAB स_स_स_स_ 5 स_स_स_स_

11 गीतागीतागीतागीता कWकWकWकW भमकाभमकाभमकाभमका 10 पपपप

12 अव1यअव1यअव1यअव1य कर=कर=कर=कर= 10 पपपप

13 साधनासाधनासाधनासाधना पचकमपचकमपचकमपचकम 1 ोकोकोकोक

14 कनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषद 2 म_म_म_म_

15 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1-2-3 3 सससस 5 ोकोकोकोक

16 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (201 सससस 300 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

17 कठोप5नषकठोप5नषकठोप5नषकठोप5नष 2 म_म_म_म_

18 दTणाम5तदTणाम5तदTणाम5तदTणाम5त तो_मतो_मतो_मतो_म 2 म_म_म_म_

19 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 4-5-6 3 सससस 5 ोकोकोकोक

20 उपदशउपदशउपदशउपदश सारसारसारसार 2 ोकोकोकोक

42

21 ईशावायईशावायईशावायईशावाय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 3 म_म_म_म_

22 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 7-8-9 3 सससस 5 ोोोोकककक

23 मडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नष 2 म_म_म_म_

24 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 10-11 3 सससस 5 ोकोकोकोक

25 कवYयकवYयकवYयकवYय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 2 म_म_म_म_

26 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (301 सससस 583 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

27 पSषसBमपSषसBमपSषसBमपSषसBम 4 सBसBसBसB

28 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 12 3 सससस 5 ोकोकोकोक

29 तXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषद 2 म_म_म_म_

30 बनाथबनाथबनाथबनाथ-त5तत5तत5तत5त 4 ोकोकोकोक

31 गीगीगीगीताताताता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 13-14-15 3 सससस 5 ोकोकोकोक

32 ऐतरयऐतरयऐतरयऐतरय उप5न`दउप5न`दउप5न`दउप5न`द 3 म_म_म_म_

33 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 16-17 3 सससस 5 ोकोकोकोक

34 )vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद 2 म_म_म_म_

35 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 18 3 सससस 5 ोकोकोकोक

36 ईhरईhरईhरईhर-दशनदशनदशनदशन (तपोवनमतपोवनमतपोवनमतपोवनम ) एकएकएकएक अयायअयायअयायअयाय

37 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1 सससस 18 5 सससस 10 ोकोकोकोक

38 अ2ावcअ2ावcअ2ावcअ2ावc गीतागीतागीतागीता 3 ोकोकोकोक

39 मामामामाडGयडGयडGयडGय औरऔरऔरऔर काdरकाकाdरकाकाdरकाकाdरका 2 म_म_म_म_

ःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःः

43

Page 25: Swadhyayamandal

25

सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः सवnotि13रयातीत पदिथतोXप सवि13रय )र5यता परो यः uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ३३३३

शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः शा5तश च सदा )बो Xवhhरो Xवhपरः )स13नः

6यापी परण मो6यापी परण मो6यापी परण मो6यापी परण मोदमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः दमानो वदा13तसारः सधया शरयः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः एकोवशी सवभताधवासः सवाधपः सवजीवाEमको यः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ४४४४

अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच अशltदमपशमपवच तथारस 5नEयाग13धवच 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च 5नरजन 5नEय5नरहमक बः पर 5नगण सumlshyव च ग गभीग गभीग गभीग गभी र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः र गगनोपम य प1यि13त 5नधतमला यती13ाः

uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ५५५५

तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च तजोमय Vद6यममयशAB सनातन शा13तमनामय च अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म अnतमाlयमच13Eयप पराEपर 5नEयमन13तमा~म

Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न Iान)काशन XवशसEवो य प1य5त वाEम5न च13Eयमानम च13Eयमानम च13Eयमानम च13Eयमानम uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय uी सौZयकाशीश महhराय तम नमः वामतपोवनाय ६६६६

12 Pledge We stand as one family bound to each other with love and respect We serve as an army Courageous and disciplined ever-ready to fight against all low tendencies and false values within and without us We live honestly

the noble life of sacrifice and service producing more than what we consume and giving more than what we take

26

We seek the Lords Grace to keep us on the path of virtue courage and wisdom May Thy Grace and Blessings flow through us to the world around us We believe that the service of our country is the service of Lord of Lords and devotion to the people is the devotion to the Supreme Self We know our responsibilities give us the ability and courage to fulfill them

OM TAT SAT

च13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIा हमार िथ5त ह एक पdरवार क समान )म और सZमान स परपर आब हम सवा-रत ह एक सना क समान- साहसी और अनशासत - कVटब ह सघष करन को 5नZन वXo यamp और थोथ आदश क XवS िजनका जाल ह हमार अ13दर और बाहर सव_ हम जीत ह ईमानदार स Eयाग और सवा का उच जीवन उEप13न करत ह उपभोग स अधक लत ह िजतना दत ह कह अधक हम बन ह आकाTी )भ कW कपा क जो चलाव= हम= गण साहस और Iान क माग पर

आप कW कपा और आशीष ह )भो हमार मायम स बह

27

Xवh म= चारamp ओर हमारा Xवhास ह Oक वदश सवा ह परमhर कW सवा ह और जनता कW भAB ह परमाEमा कW भAB ह हम समझत ह अपना दा5यEव दो योयता और साहस Oक हम परा कर= उस ॐ तEसत

13 Arati Arati is to be performed preferably by the wife of Group Sewak or by the

Group Sewak himself A few flowers and burning camphor placed in a tray are waved before the picture of the Lord and the following Mantras are chanted by all the members present -

न त_ सयpound भा5त न चतारक नमा Xव~तो भा5त कतोऽयमि13गः तमव भा13तम अनभा5त सव तय भासा सवमदXवभा5त ॐ सवषा वितभवत सवषा शाि13तभवत सवषा पण भवत सवषा मsectगल भवत ॐ सव भव13त सखनः सवस13त 5नरामयः सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत असतो मा स^मय तमसो मा यो5तगमय मEयोमाममत गमय ॐ पणमदः पणमद पणात पणमदयत पणय पणमादाय पणमवावश`यत ॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तः

28

भज गोXव13दमभज गोXव13दमभज गोXव13दमभज गोXव13दम

भज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13द गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत स)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत काल न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण ११११

र मढ मन गोXव13द कW खोज कर गोXव13द का भजन कर और गोXव13द का ह

यान कर अि13तम समय आन पर 6याकरण क 5नयम तर रTा न कर सक= ग मढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णा कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम यYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाo Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम 2222

र मढ धन स4ह कW त`णा छोड द मन म= वराय लाकर सत तiexclव का

च13तन कर अपन कम फल क अनसार जो धन )ा7 हो उसी स अपन म न को स13त2

कर नारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदश a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम एत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकार मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम ३३३३ स13दर Rी क नाभदश को दखकर मोह म= मत पड यह कवल मास और मजा

का Xवकार ह अपन मन म= इस बात का बार-बार Xवचार कर नलनीदलगतनलनीदलगतनलनीदलगतनलनीदलगत जलम5ततरल जलम5ततरल जलम5ततरल जलम5ततरल तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम XवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4त लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम ४४४४

29

कमल-दल क ऊपर जल कW बद अEय13त अिथर होती ह जीवन भी इसी )कार

अिथर ह इस बात को अछmacr तरह समझ ल Oक सारा ससार 6याध अभमान शोक आVद स 4सत ह

यावVnयावVnयावVnयावVnoोपाजन सBःoोपाजन सBःoोपाजन सBःoोपाजन सBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः पlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह ५५५५

जब तक धनोपाजन कW शAB ह तभी तक तZहार पdरवार क लोग तम स )म

रखत ह वावथा म= शरर जजर हो जान पर तZहार बात कोई न पछगा यावEपवनोयावEपवनोयावEपवनोयावEपवनो 5नवस5त दह 5नवस5त दह 5नवस5त दह 5नवस5त दह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह गतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापाय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय ६६६६ जब तक शरर म= )ाण ह तब तक घर म= तZहार कशल पछmacr जाती ह )ाण

5नकलन पर उसी शरर स पcentी तक भयभीत होन लगती ह बालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBः तSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBः वताविच13तासBःवताविच13तासBःवताविच13तासBःवताविच13तासBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः ७७७७

बचपन म= खलamp म= आसAB रहती ह यवावथा म= तSणी स मोह रहता ह और

वावथा म= च13ताय= आ घरती ह Oक13त पर परमाEमा स Oकसी को )म नह ह का त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ः सससससारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः

30

कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः ८८८८

कौन तZहार पcentी ह कौन तZहारा प_ ह वततः ससार बडा Xवच_ ह तम

Oकस क हो कहा स आय हो ह भाई कभी इस बात का भी Xवचार करो

सEससEससEससEसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEवगEवगEवगEव 5नस5नस5नस5नसगEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम 5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः ९९९९

सEसग स अनासAB )ा7 होती ह अनासAB स मोह क ब13धन टटत ह मोह टटन पर शाhत तiexclव कW )ा57 होती ह और शाhत तiexclव पान पर जीवन -मAB का लाभ

)ा7 होता ह वयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः Tीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारो Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः १०१०१०१०

जस यवावथा बीतन पर काम -Xवकार न2 हो जाता ह और जल सख जान पर

तालाब नह रह जाता ह वस ह धन न2 होन पर पdरवार नह रह जाता और तiexclव-बोध

होन पर ससार नह रह जाता ह मा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगव हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम मायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा ११११११११

31

धन जन और यौवन क लए अभमान न करना चाVहए काल इन सब को Tण मा_ म=

न2 कर दता ह इन सब को माया का iम समझो और शीordf ह साTाEकार )ा7

करो Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः कालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः ११११2222

Vदन और रात )ातः और साय सय और गम बार -बार आत ह और चल जात

ह काल कW इस cWडा क साथ आय भी बीतती जा रह ह Oफर भी आशाओ कW आधी

स कोई नह बचता का त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता _जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका १३१३१३१३

र iाि13त म= पड मढ Rी धन आVद कW च13ता Gयamp Oकया करता ह Gया तर

ऊपर शासन करन वाला कोई नह ह तीनamp लोकamp म= कवल सEसग ह वह नौका ह जो

ज13म-मरण क सागर स तझ पार कर सकती ह जVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः प1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढो दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः १४१४१४१४

जटाधार बाल मडाय एक-एक कर सर क सब बाल खचवाय और काषायवR

धारण Oकय हए नाना वषधार स13यासी ह व आखamp स दखत हए भी अध ह व मढ

नाना )कार क वष कवल पट भरन क लए धारण करत ह

32

अsectगअsectगअsectगअsectग गलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मड दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम वो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दड तदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEया शाXपडम शाXपडम शाXपडम शाXपडम १५१५१५१५

वावथा म= शरर जजर हो गया ह सर क बाल सफद हो गय ह दात गर

गय ह छडी क सहार चलना पडता ह अथात मEय 5नकट आ गई ह Oक13त आशाओ का

ब13धन अब भी नह टटा अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः करतल करतल करतल करतल भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः १६१६१६१६

आग अिन पीछ सय और रा_ म= घटनamp म= ठो ढ लगाय रहन वाल तथा हाथ पसार

कर भीख मागन वाल और पड क नीच सोन वाल भी आशा क ब13धनamp स मB नह ह कSत गsectगकSत गsectगकSत गsectगकSत गsectग सागरगमनसागरगमनसागरगमनसागरगमन yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम IानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन १७१७१७१७

कोई भल ह गगासागर आVद तीथdeg का सवन कर yenत रख अथवा दान कर

Oक13त अIानी 6यAB सकडamp ज13मamp म= भी मAB नह )ा7 कर सकता ह यह तplusmnय सभी लोग वीकार करत ह

सरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासः शsup2याशsup2याशsup2याशsup2या भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः सवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः १८१८१८१८

33

जो लोग दवताओ क मि13दर और पडamp क नीच 5नवास करत ह बना बछौन क

जमीन पर लटत ह मगछाला पहनत ह और इस )कार सभी भोगamp का Eयाग कर दत ह

उन XवरB लोगamp को कौन सा सख )ा 7 नह ह

योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा सsectगसsectगसsectगसsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगXवहनः Xवहनः Xवहनः Xवहनः यय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चo न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव १९१९१९१९

चाह कोई योग का अयास करता हो या भोगamp म= पडा रहता हो चाह अनक लोगamp क

साथ रहता हो या अकला िजसका चo -च13तन म= मन ह वातव म= वह सखी ह

भगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीता गगगगगागागागाजल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता सकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा 2222००००

जो भगवदगीता का थोडा भी अययन करता ह गगा जल कW एक बद भी पान

करता ह और भAB-भाव स भगवान का मरण करता ह उसकW चचा यमराज भी नह

करत ह पनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरण पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम इह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार 2222११११

बार-बार ज13मना बार-बार मरना और बार-बार मा क पट म= पहचना बडा

क2कारक ह इस दःखमय ससार स पार होना बडा कVठन ह ह भगवन अपनी अपार

कपा स मरा 5नतार करो

34

रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः योगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoो रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव 22222222

जो योगी चीथड बीन कर कथर बनात और पहनत ह पय और पाप क माग को छोड

कर चलत ह िजनका चo योगायास स सयमत ह व ईhर भाव म= 5नमन रहन वाल बालकamp या उ13मo लोगamp कW तरह 5नn13n रहत ह

कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः इ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसार Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम 2222३३३३

तम कौन हो म कौन ह म कहा स आया ह कौन मर माता ह कौन मरा

Xपता ह इन )vamp पर Xवचार करो और इस असार ससार को वwन मा_ समझ कर

छोड दो Eव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः भव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eव वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम 2222४४४४

तम म= मझ म= और सभी थानamp म= क वल एक सव6यापी भगवान ह असVह`ण होकर

तम 6यथ ह मर ऊपर cोध करत हो यVद तम चाहत हो Oक तZह= ईhर )ा7 हो जाय तो तम सदा समभाव रहो

श_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ सविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमान

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सव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIा नम नम नम नम 2222५५५५

दसर लोगamp स लडन म= अथवा उनस म_ता करन म= अपनी शAB का अप6यय न

करो अपन ब13ध-बा13धवamp स राग-nष मत रखो सव_ अपन ह वप को दखो भद बX का Eयाग करो और अIान स छटकारा पाओ

काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह EयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1य5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम आEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः 2222६६६६

काम cोध लोभ और मोह को छोडकर Iानी सव_ आEमवप ह दखता ह

वह समझता ह Oक म वह ह Oक13त आEमIान रVहत मढ लोग अIान क कारण नक कW वदनाय= सहन करत ह

गय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहsup3sup3sup3sup3 यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म नय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चo दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम 2222७७७७

भगवत-गीता और Xव`ण क सहsup3 नाम गान चाVहए भगवान Xव`ण क वप का

5नर13तर यान करना चाVहए सदा सEसग म= चo लगाना चाVहए और दन लोगamp को

दान दना चाVहए सखतः सखतः सखतः सखतः Ocयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः य~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरण तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम 2222८८८८

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पहल तो लोग सख क लए Rी भोग म= ल7 रहत ह और बाद म= शारdरक रोगamp का शकार होना पडता ह य~Xप इस ससार म= अ13ततोगEवा मEय म= ह शरण मलती

ह Oफर भी लोग पापाचरण नह छोडत

अथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEय नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम प_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः 2222९९९९

लोगamp कW अनथकार धन म= ह सदा Sच बनी रहती ह सEयता यह ह Oक उसम=

Oकि13चत मा_ भी सख नह ह धनी लोगamp को अप न प_ स भी भय रहता ह धन का

सव_ यह हाल दखा जाता ह )ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम जाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधान कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम ३०३०३०३०

बडी सावधानीपवक पहल )ाणायाम का अयास करो मन को सब ओर स

हटाकर अ13तमखी बनाओ 5नEय और अ5नEय वतओ क बीच Xववकपवक Xवचार करो

और Oफर जप करत हए समाध का अयास करो गSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः सि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादव -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम ३१३१३१३१ ह गS क चरणamp म= भABभाव रखन वालamp तम शीordf ह स सार-सागर स पार हो

जाओग तमन इि13 यamp को और मन को वश म= Oकया ह तम अपन acuteदय म= शीordf ह

भगवान का साTाEकार करोग

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आयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अग १ १ १ १ ---- वथ शरर वथ शरर वथ शरर वथ शरर ((((अअअअ) ) ) ) सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन ---- बना वथ शरर क कोई भी लौOकक या पारलौOकक

काय करना सZभव ह नह ह इसक लए श और सािiexclवक आहार आव1यक ह

मच इमल wयाज लहसन खटाई तल मसाल हग आVद Eयाय ह बहत अधक न खाना चाVहए मताहार रोगamp स बचाता ह यान रखो भोजन वाद क

लए नह वाplusmnय क लए ह एकादशी आVद Oकसी Vदन उपवास भी कई aX2 स

उपयोगी ह ((((बबबब) ) ) ) 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम ---- वथ शरर क लए 5नEय 6यायाम भी आव1यक ह

इसक लए )ातःकाल कछ शारdरक uम करना चाVहए बगीच म= काम टहलना

तरना आसनamp का अयास आVद कछ 6यायाम ह आसन और )ाणायाम साधना

म= अधक सहायक ह ((((सससस)))) वछता वछता वछता वछता ---- वथ वाय का सवन 5नEय नान साफ कपड और रहन क

थान कW सफाई शरर को वथ और चo को )स13न रखती ह

2 2 2 2 ---- वथ मनवथ मनवथ मनवथ मन

((((अअअअ) ) ) ) वायाय वायाय वायाय वायाय ---- जस वथ शरर क लए 5नEय श और पौX2क भोजन कW

आव1यकता ह वस ह वथ मन क लए स-413थamp का 5नEय अवलोकन आव1यक ह अ13यथा मन दबल हो जाता ह और उस मानस रोग घरन लगत ह

दिl13ताय= चडचडाहट 6य4ता भय nष आVद मानसक रोगamp क लTण ह

गीता रामायण भागवत उप5नष योगवास बाइबल ज13दावता करान

_Xपटक 413थसाVहब आVद म= स Oकसी 413थ का अययन करना चाVहए

((((बबबब) ) ) ) स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त ---- य दोनamp वथ मन क लTण ह Xववक और वराय

क 6यायाम स स13तोष और शाि13त बढती ह वथ शरर और वथ मन स

आEमबल बढता ह इसी बल स आयािEमक सफलताय= )ा7 कW जाती ह ((((सससस) ) ) ) सससस----Xवचार Xवचार Xवचार Xवचार ---- स-Xवचार जीवन को सह Vदशा म= ल जात ह अस Xवचारamp

स मन`य का पतन होता ह सEसग और सuml413थamp क अवलोकन स स -Xवचार

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aढ होत ह कसग और कच2ाय= छोडकर सEसग का आuय लो ससार म= िजतन भी महापSष हए ह और उ13हampन जब जो कछ पाया ह वह सEसग क कारण ह ३ ३ ३ ३ ---- न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो

जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए ---- ((((अअअअ) ) ) ) चय और सEय चय और सEय चय और सEय चय और सEय ---- वीय कW रTा बडी सावधानी स करनी चाVहए शरर

तर पर वीय ह ईhर ह जीवन कW यह एक बहत बडी Xवभ5त ह यह जीवन Xवचार और बX का सार ह सचत वीय ओज म= पdरव5तत होता ह और ओज आEमशAB म= हर कWमत पर सEय मधर और मत भाषण का अयास करना चाVहए

मplusmnया भाषण दबलता भय और अIान का पdरणाम ह 5नEय एक-दो घट का

मौन रहना चाVहए उस समय सकतamp का )योग भी न करना चाVहए ((((बबबब) ) ) ) सससस----गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास ---- 5नयम कW पाब13द समय का उपयोग मधर भाषण

उदारता कSणा नह स-पSषamp का आदर सहनशीलता Tमा धय स13तोष 5नरभमानता आVद स-गण ह यVद य ग ण सहज ह )ा7 न हamp तो अयास क

nारा )ा7 Oकय जा सकत ह सब गणamp का एक साथ अयास नह हो सकता Oक13त एक गण क आत ह उसक सहयोगी अनक गण वय आन लगत ह Oकसी एक गण का अयास करन का सकYप करो और 5नEय सोन क पहल

अपनी सफलताओ-असफलताओ पर Xवचार करो कछ समय म= वह अयास आदत बन जायगा और आदत वभाव ((((सससस) ) ) ) दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग ---- )ायः लोग कसग क कारण दगणamp म= पड जात ह

आयािEमक T_ म= जYद सफल होन क लए दगणamp को शीordfा5तशीordf छोडना

होगा म~पान आलय मासभTण cरता कठोरता कVटलता छल )पच

पर5न13दा लोभ पdर4ह आVद अनक दगण ह यVद साधक म= ऐस कोई दगण ह

तो उ13ह= एक-एक कर छोडन का )यcent करना चाVहए दगण बड हठmacr होत ह

इनक Eयागन क लए सकYप करना पडता ह यVद एक दगण छोडन म= सफलता

मल तो आEम-Xवhास बढ जाता ह और दसर दगण छोडना सरल हो जाता ह ((((दददद) ) ) ) सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका ---- आज क आथक यग म= धन सचय कW हवस बढ रह

ह इसक लए बईमानी और छल-)पच का सहारा लया जा रहा ह कारण कवल

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यह ह Oक हमार आव1यकताय= बढ गई ह श आजी Xवका क लए आव1यक ह

Oक आव1यकताय= घटाई जाय= uम और ईमानदार स कमाया हआ धन मन`य

कW आव1यक आव1यकताय= पर कर सकता ह आलसी और दबल 6यAB ह आसानी स )ा7 होन वाल धन कW इछा करत ह यVद आपकW बX और शरर

शABसZप13न ह तो आप पराय पस को Xव2ा क समान समझ=ग सबल बनो और

uम स धन कमा कर स13तोष का जीवन बताओ ४ ४ ४ ४ ---- आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम उपयB तplusmnय आयािEमक साधना कW भमका तयार करन क लए ह उ13ह=

साधना का परोT अग कह सकत ह आसन यथाथ साधना कW पहल सीढ ह

कछ आसन तो 6या याम कW aX2 स उपयोगी होत ह िजनका उYलख ऊपर Oकया

जा चका ह कछ आसन यान क लए बताय गय ह पझ स और सख

आसन म= स कोई एक अपनी सXवधा और Sच क अनसार चन लना चाVहए

उoर या पव Vदशा कW ओर मख करक उस आसन पर लगभग तीन घट अXवचल

बठन का )यास करना चाVहए उसी आसन पर यान और जप करना होगा

इसक लए थान और समय 5निlत होना चाVहए इस काय क लए एक अलग

कमरा ताल स ब13द रखना चाVहए )ातःकाल ४ बज उठ कर शौचाVद स 5नवo और पXव_ होकर आसन )ाणायाम और यान करना चाVहए आसन पर बठत ह कम स कम बीस बार )ाणायाम करना चाVहए अपन इ2दव क यान क लए कछ ोक याद कर लो )ाणायाम क बाद उनका पाठ करक भगवान का च13तन करना चाVहए ५ ५ ५ ५ ---- )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा भगवान का यान करत ह वा ससार स मन को हटा कर अ13तमखी कर लना चाVहए यह )Eयाहार ह जप इसम= सहायक होगा ॐ या ॐ नमो नारायणाय आVद Oकसी म13_ का जप

)ारZभ कर दना चाVहए १०८ म13_ कW एक माला होती ह एक या तीन माला

म13_ जपना चाVहए अधक भी हो सकता ह म13_-जाप करत ह मन भगवान क

सामन जा पहचता ह भगवान का 5नर13तर च13तन ह धारणा ह

40

जप-माला भी उपयोगी ह SाT या तलसी कW माला रखना चाVहए जप क

अ5तdरB उस गल म= पहना जा सकता ह जब म= रखा जा सकता ह और सोत

समय तOकया क नीच भी डाल सकत ह Oक13त माला सदा साथ रखनी चाVहए ६ ६ ६ ६ ---- यान यान यान यान एक 5निlत आसन पर बठकर अपन इ2दव का तल धारावत च13तन ह यान

ह शरर-मन-बX क nारा भगवान क 5नकट पह च उ13ह= पीछ छोड दना समाध

ह यान क अयास कW सफलता समाध क लाभ म= 5नVहत ह समाध म= परम तoव का अपरोT अनभव होता ह याता और यय एक हो

जात ह समाध ह तरयावथा और जीव13मAB ह यह योगी कW पणावथा ह ७ ७ ७ ७ ---- 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा आयािEमक साधना कवल यान क कमर तक ह सीमत नह ह यह तो

सम4-कालक साधना ह Vह13द धम का यह एक बडा अभशाप ह Oक हम कवल

कछ बातamp को पXव_ और धामक मान बठ ह शष 6यावहाdरक जीवन धम और

आयािEमक स पर समझ लया गया ह यह बडी भल ह साधक को अपना सम4 जीवन साधनामय बनाना होता ह भगवान कW शरणाग5त का भाव 5नर13तर रहना चाVहए सारा जीवन उ13ह कW

सवा ह उ13ह कW )रणा स हर काय हो रहा ह आयािEमक साधना कW सार

सफलता उ13ह क हाथ म= ह )ाणीमा_ स )म-भाव रखना भगवान क )म का 6यावहाdरक प ह भगवान क

भBamp को सभी लोग X)य Vदखाई दत ह दसर क दोषamp को दखन क बजाय अपन

दोष दखना और उ13ह= दर करना भगवत सवा का u माग ह दनamp को दान दना रोगयamp कW सवा करना 5नरTरamp को पढाना पीडतamp कW

सहायता करना मोहा13ध भटकत लोगamp को राह Vदखाना आयािEमक साधना का

अि13तम Oक13त महEवपण अग ह कमयोग क अ13तगत इसकW मVहमा क गण गाय गय ह यVद साधना क उपयB 5नदशamp का aढतापवक पालन Oकया जाय तो जीवन म=

5नlय ह सफलता सख और मAB का लाभ होगा सभी स13त -उपदशamp का सार

यह ह

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इस Vदशा म= सतत अ4सर रहन क लए स13तamp महाEमाओ का माग-दशन लत

रहना आव1यक ह वतमान काल म= पय वा मी च13मयान13द जी क अनया5ययamp

nारा थाXपत सथा lsquoच13मय मशनrsquo आपकW सहायता क लए सदा उपलltध ह

पाqयcमपाqयcमपाqयcमपाqयcम

नननन0 पतकपतकपतकपतक )थम)थम)थम)थम बारबारबारबार

)5तVदन)5तVदन)5तVदन)5तVदन

1 जीवनजीवनजीवनजीवन यो5तयो5तयो5तयो5त 10 पपपप

2 आEमआEमआEमआEम XवकासXवकासXवकासXवकास कWकWकWकW 5नदशका5नदशका5नदशका5नदशका 10 पपपप

3 भजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दम 4 ोकोकोकोक

4 तiexclवतiexclवतiexclवतiexclव बोधबोधबोधबोध 4 पपपप

5 आEमआEमआEमआEमबोधबोधबोधबोध 3 ोकोकोकोक

6 प_प_प_प_ nाराnाराnाराnारा वदा13तवदा13तवदा13तवदा13त 10 पपपप

7 मानवमानवमानवमानव 5नमाण5नमाण5नमाण5नमाण कलाकलाकलाकला 12 पपपप

8 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण 4 ोकोकोकोक

9 यानयानयानयान औरऔरऔरऔर जीवनजीवनजीवनजीवन 1 अयायअयायअयायअयाय

10 नारदनारदनारदनारद भABभABभABभAB स_स_स_स_ 5 स_स_स_स_

11 गीतागीतागीतागीता कWकWकWकW भमकाभमकाभमकाभमका 10 पपपप

12 अव1यअव1यअव1यअव1य कर=कर=कर=कर= 10 पपपप

13 साधनासाधनासाधनासाधना पचकमपचकमपचकमपचकम 1 ोकोकोकोक

14 कनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषद 2 म_म_म_म_

15 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1-2-3 3 सससस 5 ोकोकोकोक

16 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (201 सससस 300 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

17 कठोप5नषकठोप5नषकठोप5नषकठोप5नष 2 म_म_म_म_

18 दTणाम5तदTणाम5तदTणाम5तदTणाम5त तो_मतो_मतो_मतो_म 2 म_म_म_म_

19 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 4-5-6 3 सससस 5 ोकोकोकोक

20 उपदशउपदशउपदशउपदश सारसारसारसार 2 ोकोकोकोक

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21 ईशावायईशावायईशावायईशावाय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 3 म_म_म_म_

22 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 7-8-9 3 सससस 5 ोोोोकककक

23 मडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नष 2 म_म_म_म_

24 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 10-11 3 सससस 5 ोकोकोकोक

25 कवYयकवYयकवYयकवYय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 2 म_म_म_म_

26 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (301 सससस 583 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

27 पSषसBमपSषसBमपSषसBमपSषसBम 4 सBसBसBसB

28 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 12 3 सससस 5 ोकोकोकोक

29 तXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषद 2 म_म_म_म_

30 बनाथबनाथबनाथबनाथ-त5तत5तत5तत5त 4 ोकोकोकोक

31 गीगीगीगीताताताता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 13-14-15 3 सससस 5 ोकोकोकोक

32 ऐतरयऐतरयऐतरयऐतरय उप5न`दउप5न`दउप5न`दउप5न`द 3 म_म_म_म_

33 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 16-17 3 सससस 5 ोकोकोकोक

34 )vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद 2 म_म_म_म_

35 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 18 3 सससस 5 ोकोकोकोक

36 ईhरईhरईhरईhर-दशनदशनदशनदशन (तपोवनमतपोवनमतपोवनमतपोवनम ) एकएकएकएक अयायअयायअयायअयाय

37 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1 सससस 18 5 सससस 10 ोकोकोकोक

38 अ2ावcअ2ावcअ2ावcअ2ावc गीतागीतागीतागीता 3 ोकोकोकोक

39 मामामामाडGयडGयडGयडGय औरऔरऔरऔर काdरकाकाdरकाकाdरकाकाdरका 2 म_म_म_म_

ःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःः

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Page 26: Swadhyayamandal

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We seek the Lords Grace to keep us on the path of virtue courage and wisdom May Thy Grace and Blessings flow through us to the world around us We believe that the service of our country is the service of Lord of Lords and devotion to the people is the devotion to the Supreme Self We know our responsibilities give us the ability and courage to fulfill them

OM TAT SAT

च13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIाच13मय मशन )5तIा हमार िथ5त ह एक पdरवार क समान )म और सZमान स परपर आब हम सवा-रत ह एक सना क समान- साहसी और अनशासत - कVटब ह सघष करन को 5नZन वXo यamp और थोथ आदश क XवS िजनका जाल ह हमार अ13दर और बाहर सव_ हम जीत ह ईमानदार स Eयाग और सवा का उच जीवन उEप13न करत ह उपभोग स अधक लत ह िजतना दत ह कह अधक हम बन ह आकाTी )भ कW कपा क जो चलाव= हम= गण साहस और Iान क माग पर

आप कW कपा और आशीष ह )भो हमार मायम स बह

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Xवh म= चारamp ओर हमारा Xवhास ह Oक वदश सवा ह परमhर कW सवा ह और जनता कW भAB ह परमाEमा कW भAB ह हम समझत ह अपना दा5यEव दो योयता और साहस Oक हम परा कर= उस ॐ तEसत

13 Arati Arati is to be performed preferably by the wife of Group Sewak or by the

Group Sewak himself A few flowers and burning camphor placed in a tray are waved before the picture of the Lord and the following Mantras are chanted by all the members present -

न त_ सयpound भा5त न चतारक नमा Xव~तो भा5त कतोऽयमि13गः तमव भा13तम अनभा5त सव तय भासा सवमदXवभा5त ॐ सवषा वितभवत सवषा शाि13तभवत सवषा पण भवत सवषा मsectगल भवत ॐ सव भव13त सखनः सवस13त 5नरामयः सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत असतो मा स^मय तमसो मा यो5तगमय मEयोमाममत गमय ॐ पणमदः पणमद पणात पणमदयत पणय पणमादाय पणमवावश`यत ॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तः

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भज गोXव13दमभज गोXव13दमभज गोXव13दमभज गोXव13दम

भज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13द गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत स)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत काल न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण ११११

र मढ मन गोXव13द कW खोज कर गोXव13द का भजन कर और गोXव13द का ह

यान कर अि13तम समय आन पर 6याकरण क 5नयम तर रTा न कर सक= ग मढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णा कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम यYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाo Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम 2222

र मढ धन स4ह कW त`णा छोड द मन म= वराय लाकर सत तiexclव का

च13तन कर अपन कम फल क अनसार जो धन )ा7 हो उसी स अपन म न को स13त2

कर नारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदश a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम एत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकार मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम ३३३३ स13दर Rी क नाभदश को दखकर मोह म= मत पड यह कवल मास और मजा

का Xवकार ह अपन मन म= इस बात का बार-बार Xवचार कर नलनीदलगतनलनीदलगतनलनीदलगतनलनीदलगत जलम5ततरल जलम5ततरल जलम5ततरल जलम5ततरल तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम XवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4त लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम ४४४४

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कमल-दल क ऊपर जल कW बद अEय13त अिथर होती ह जीवन भी इसी )कार

अिथर ह इस बात को अछmacr तरह समझ ल Oक सारा ससार 6याध अभमान शोक आVद स 4सत ह

यावVnयावVnयावVnयावVnoोपाजन सBःoोपाजन सBःoोपाजन सBःoोपाजन सBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः पlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह ५५५५

जब तक धनोपाजन कW शAB ह तभी तक तZहार पdरवार क लोग तम स )म

रखत ह वावथा म= शरर जजर हो जान पर तZहार बात कोई न पछगा यावEपवनोयावEपवनोयावEपवनोयावEपवनो 5नवस5त दह 5नवस5त दह 5नवस5त दह 5नवस5त दह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह गतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापाय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय ६६६६ जब तक शरर म= )ाण ह तब तक घर म= तZहार कशल पछmacr जाती ह )ाण

5नकलन पर उसी शरर स पcentी तक भयभीत होन लगती ह बालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBः तSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBः वताविच13तासBःवताविच13तासBःवताविच13तासBःवताविच13तासBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः ७७७७

बचपन म= खलamp म= आसAB रहती ह यवावथा म= तSणी स मोह रहता ह और

वावथा म= च13ताय= आ घरती ह Oक13त पर परमाEमा स Oकसी को )म नह ह का त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ः सससससारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः

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कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः ८८८८

कौन तZहार पcentी ह कौन तZहारा प_ ह वततः ससार बडा Xवच_ ह तम

Oकस क हो कहा स आय हो ह भाई कभी इस बात का भी Xवचार करो

सEससEससEससEसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEवगEवगEवगEव 5नस5नस5नस5नसगEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम 5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः ९९९९

सEसग स अनासAB )ा7 होती ह अनासAB स मोह क ब13धन टटत ह मोह टटन पर शाhत तiexclव कW )ा57 होती ह और शाhत तiexclव पान पर जीवन -मAB का लाभ

)ा7 होता ह वयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः Tीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारो Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः १०१०१०१०

जस यवावथा बीतन पर काम -Xवकार न2 हो जाता ह और जल सख जान पर

तालाब नह रह जाता ह वस ह धन न2 होन पर पdरवार नह रह जाता और तiexclव-बोध

होन पर ससार नह रह जाता ह मा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगव हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम मायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा ११११११११

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धन जन और यौवन क लए अभमान न करना चाVहए काल इन सब को Tण मा_ म=

न2 कर दता ह इन सब को माया का iम समझो और शीordf ह साTाEकार )ा7

करो Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः कालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः ११११2222

Vदन और रात )ातः और साय सय और गम बार -बार आत ह और चल जात

ह काल कW इस cWडा क साथ आय भी बीतती जा रह ह Oफर भी आशाओ कW आधी

स कोई नह बचता का त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता _जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका १३१३१३१३

र iाि13त म= पड मढ Rी धन आVद कW च13ता Gयamp Oकया करता ह Gया तर

ऊपर शासन करन वाला कोई नह ह तीनamp लोकamp म= कवल सEसग ह वह नौका ह जो

ज13म-मरण क सागर स तझ पार कर सकती ह जVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः प1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढो दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः १४१४१४१४

जटाधार बाल मडाय एक-एक कर सर क सब बाल खचवाय और काषायवR

धारण Oकय हए नाना वषधार स13यासी ह व आखamp स दखत हए भी अध ह व मढ

नाना )कार क वष कवल पट भरन क लए धारण करत ह

32

अsectगअsectगअsectगअsectग गलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मड दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम वो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दड तदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEया शाXपडम शाXपडम शाXपडम शाXपडम १५१५१५१५

वावथा म= शरर जजर हो गया ह सर क बाल सफद हो गय ह दात गर

गय ह छडी क सहार चलना पडता ह अथात मEय 5नकट आ गई ह Oक13त आशाओ का

ब13धन अब भी नह टटा अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः करतल करतल करतल करतल भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः १६१६१६१६

आग अिन पीछ सय और रा_ म= घटनamp म= ठो ढ लगाय रहन वाल तथा हाथ पसार

कर भीख मागन वाल और पड क नीच सोन वाल भी आशा क ब13धनamp स मB नह ह कSत गsectगकSत गsectगकSत गsectगकSत गsectग सागरगमनसागरगमनसागरगमनसागरगमन yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम IानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन १७१७१७१७

कोई भल ह गगासागर आVद तीथdeg का सवन कर yenत रख अथवा दान कर

Oक13त अIानी 6यAB सकडamp ज13मamp म= भी मAB नह )ा7 कर सकता ह यह तplusmnय सभी लोग वीकार करत ह

सरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासः शsup2याशsup2याशsup2याशsup2या भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः सवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः १८१८१८१८

33

जो लोग दवताओ क मि13दर और पडamp क नीच 5नवास करत ह बना बछौन क

जमीन पर लटत ह मगछाला पहनत ह और इस )कार सभी भोगamp का Eयाग कर दत ह

उन XवरB लोगamp को कौन सा सख )ा 7 नह ह

योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा सsectगसsectगसsectगसsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगXवहनः Xवहनः Xवहनः Xवहनः यय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चo न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव १९१९१९१९

चाह कोई योग का अयास करता हो या भोगamp म= पडा रहता हो चाह अनक लोगamp क

साथ रहता हो या अकला िजसका चo -च13तन म= मन ह वातव म= वह सखी ह

भगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीता गगगगगागागागाजल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता सकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा 2222००००

जो भगवदगीता का थोडा भी अययन करता ह गगा जल कW एक बद भी पान

करता ह और भAB-भाव स भगवान का मरण करता ह उसकW चचा यमराज भी नह

करत ह पनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरण पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम इह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार 2222११११

बार-बार ज13मना बार-बार मरना और बार-बार मा क पट म= पहचना बडा

क2कारक ह इस दःखमय ससार स पार होना बडा कVठन ह ह भगवन अपनी अपार

कपा स मरा 5नतार करो

34

रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः योगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoो रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव 22222222

जो योगी चीथड बीन कर कथर बनात और पहनत ह पय और पाप क माग को छोड

कर चलत ह िजनका चo योगायास स सयमत ह व ईhर भाव म= 5नमन रहन वाल बालकamp या उ13मo लोगamp कW तरह 5नn13n रहत ह

कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः इ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसार Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम 2222३३३३

तम कौन हो म कौन ह म कहा स आया ह कौन मर माता ह कौन मरा

Xपता ह इन )vamp पर Xवचार करो और इस असार ससार को वwन मा_ समझ कर

छोड दो Eव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः भव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eव वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम 2222४४४४

तम म= मझ म= और सभी थानamp म= क वल एक सव6यापी भगवान ह असVह`ण होकर

तम 6यथ ह मर ऊपर cोध करत हो यVद तम चाहत हो Oक तZह= ईhर )ा7 हो जाय तो तम सदा समभाव रहो

श_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ सविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमान

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सव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIा नम नम नम नम 2222५५५५

दसर लोगamp स लडन म= अथवा उनस म_ता करन म= अपनी शAB का अप6यय न

करो अपन ब13ध-बा13धवamp स राग-nष मत रखो सव_ अपन ह वप को दखो भद बX का Eयाग करो और अIान स छटकारा पाओ

काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह EयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1य5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम आEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः 2222६६६६

काम cोध लोभ और मोह को छोडकर Iानी सव_ आEमवप ह दखता ह

वह समझता ह Oक म वह ह Oक13त आEमIान रVहत मढ लोग अIान क कारण नक कW वदनाय= सहन करत ह

गय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहsup3sup3sup3sup3 यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म नय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चo दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम 2222७७७७

भगवत-गीता और Xव`ण क सहsup3 नाम गान चाVहए भगवान Xव`ण क वप का

5नर13तर यान करना चाVहए सदा सEसग म= चo लगाना चाVहए और दन लोगamp को

दान दना चाVहए सखतः सखतः सखतः सखतः Ocयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः य~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरण तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम 2222८८८८

36

पहल तो लोग सख क लए Rी भोग म= ल7 रहत ह और बाद म= शारdरक रोगamp का शकार होना पडता ह य~Xप इस ससार म= अ13ततोगEवा मEय म= ह शरण मलती

ह Oफर भी लोग पापाचरण नह छोडत

अथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEय नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम प_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः 2222९९९९

लोगamp कW अनथकार धन म= ह सदा Sच बनी रहती ह सEयता यह ह Oक उसम=

Oकि13चत मा_ भी सख नह ह धनी लोगamp को अप न प_ स भी भय रहता ह धन का

सव_ यह हाल दखा जाता ह )ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम जाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधान कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम ३०३०३०३०

बडी सावधानीपवक पहल )ाणायाम का अयास करो मन को सब ओर स

हटाकर अ13तमखी बनाओ 5नEय और अ5नEय वतओ क बीच Xववकपवक Xवचार करो

और Oफर जप करत हए समाध का अयास करो गSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः सि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादव -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम ३१३१३१३१ ह गS क चरणamp म= भABभाव रखन वालamp तम शीordf ह स सार-सागर स पार हो

जाओग तमन इि13 यamp को और मन को वश म= Oकया ह तम अपन acuteदय म= शीordf ह

भगवान का साTाEकार करोग

37

आयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अग १ १ १ १ ---- वथ शरर वथ शरर वथ शरर वथ शरर ((((अअअअ) ) ) ) सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन ---- बना वथ शरर क कोई भी लौOकक या पारलौOकक

काय करना सZभव ह नह ह इसक लए श और सािiexclवक आहार आव1यक ह

मच इमल wयाज लहसन खटाई तल मसाल हग आVद Eयाय ह बहत अधक न खाना चाVहए मताहार रोगamp स बचाता ह यान रखो भोजन वाद क

लए नह वाplusmnय क लए ह एकादशी आVद Oकसी Vदन उपवास भी कई aX2 स

उपयोगी ह ((((बबबब) ) ) ) 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम ---- वथ शरर क लए 5नEय 6यायाम भी आव1यक ह

इसक लए )ातःकाल कछ शारdरक uम करना चाVहए बगीच म= काम टहलना

तरना आसनamp का अयास आVद कछ 6यायाम ह आसन और )ाणायाम साधना

म= अधक सहायक ह ((((सससस)))) वछता वछता वछता वछता ---- वथ वाय का सवन 5नEय नान साफ कपड और रहन क

थान कW सफाई शरर को वथ और चo को )स13न रखती ह

2 2 2 2 ---- वथ मनवथ मनवथ मनवथ मन

((((अअअअ) ) ) ) वायाय वायाय वायाय वायाय ---- जस वथ शरर क लए 5नEय श और पौX2क भोजन कW

आव1यकता ह वस ह वथ मन क लए स-413थamp का 5नEय अवलोकन आव1यक ह अ13यथा मन दबल हो जाता ह और उस मानस रोग घरन लगत ह

दिl13ताय= चडचडाहट 6य4ता भय nष आVद मानसक रोगamp क लTण ह

गीता रामायण भागवत उप5नष योगवास बाइबल ज13दावता करान

_Xपटक 413थसाVहब आVद म= स Oकसी 413थ का अययन करना चाVहए

((((बबबब) ) ) ) स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त ---- य दोनamp वथ मन क लTण ह Xववक और वराय

क 6यायाम स स13तोष और शाि13त बढती ह वथ शरर और वथ मन स

आEमबल बढता ह इसी बल स आयािEमक सफलताय= )ा7 कW जाती ह ((((सससस) ) ) ) सससस----Xवचार Xवचार Xवचार Xवचार ---- स-Xवचार जीवन को सह Vदशा म= ल जात ह अस Xवचारamp

स मन`य का पतन होता ह सEसग और सuml413थamp क अवलोकन स स -Xवचार

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aढ होत ह कसग और कच2ाय= छोडकर सEसग का आuय लो ससार म= िजतन भी महापSष हए ह और उ13हampन जब जो कछ पाया ह वह सEसग क कारण ह ३ ३ ३ ३ ---- न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो

जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए ---- ((((अअअअ) ) ) ) चय और सEय चय और सEय चय और सEय चय और सEय ---- वीय कW रTा बडी सावधानी स करनी चाVहए शरर

तर पर वीय ह ईhर ह जीवन कW यह एक बहत बडी Xवभ5त ह यह जीवन Xवचार और बX का सार ह सचत वीय ओज म= पdरव5तत होता ह और ओज आEमशAB म= हर कWमत पर सEय मधर और मत भाषण का अयास करना चाVहए

मplusmnया भाषण दबलता भय और अIान का पdरणाम ह 5नEय एक-दो घट का

मौन रहना चाVहए उस समय सकतamp का )योग भी न करना चाVहए ((((बबबब) ) ) ) सससस----गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास ---- 5नयम कW पाब13द समय का उपयोग मधर भाषण

उदारता कSणा नह स-पSषamp का आदर सहनशीलता Tमा धय स13तोष 5नरभमानता आVद स-गण ह यVद य ग ण सहज ह )ा7 न हamp तो अयास क

nारा )ा7 Oकय जा सकत ह सब गणamp का एक साथ अयास नह हो सकता Oक13त एक गण क आत ह उसक सहयोगी अनक गण वय आन लगत ह Oकसी एक गण का अयास करन का सकYप करो और 5नEय सोन क पहल

अपनी सफलताओ-असफलताओ पर Xवचार करो कछ समय म= वह अयास आदत बन जायगा और आदत वभाव ((((सससस) ) ) ) दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग ---- )ायः लोग कसग क कारण दगणamp म= पड जात ह

आयािEमक T_ म= जYद सफल होन क लए दगणamp को शीordfा5तशीordf छोडना

होगा म~पान आलय मासभTण cरता कठोरता कVटलता छल )पच

पर5न13दा लोभ पdर4ह आVद अनक दगण ह यVद साधक म= ऐस कोई दगण ह

तो उ13ह= एक-एक कर छोडन का )यcent करना चाVहए दगण बड हठmacr होत ह

इनक Eयागन क लए सकYप करना पडता ह यVद एक दगण छोडन म= सफलता

मल तो आEम-Xवhास बढ जाता ह और दसर दगण छोडना सरल हो जाता ह ((((दददद) ) ) ) सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका ---- आज क आथक यग म= धन सचय कW हवस बढ रह

ह इसक लए बईमानी और छल-)पच का सहारा लया जा रहा ह कारण कवल

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यह ह Oक हमार आव1यकताय= बढ गई ह श आजी Xवका क लए आव1यक ह

Oक आव1यकताय= घटाई जाय= uम और ईमानदार स कमाया हआ धन मन`य

कW आव1यक आव1यकताय= पर कर सकता ह आलसी और दबल 6यAB ह आसानी स )ा7 होन वाल धन कW इछा करत ह यVद आपकW बX और शरर

शABसZप13न ह तो आप पराय पस को Xव2ा क समान समझ=ग सबल बनो और

uम स धन कमा कर स13तोष का जीवन बताओ ४ ४ ४ ४ ---- आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम उपयB तplusmnय आयािEमक साधना कW भमका तयार करन क लए ह उ13ह=

साधना का परोT अग कह सकत ह आसन यथाथ साधना कW पहल सीढ ह

कछ आसन तो 6या याम कW aX2 स उपयोगी होत ह िजनका उYलख ऊपर Oकया

जा चका ह कछ आसन यान क लए बताय गय ह पझ स और सख

आसन म= स कोई एक अपनी सXवधा और Sच क अनसार चन लना चाVहए

उoर या पव Vदशा कW ओर मख करक उस आसन पर लगभग तीन घट अXवचल

बठन का )यास करना चाVहए उसी आसन पर यान और जप करना होगा

इसक लए थान और समय 5निlत होना चाVहए इस काय क लए एक अलग

कमरा ताल स ब13द रखना चाVहए )ातःकाल ४ बज उठ कर शौचाVद स 5नवo और पXव_ होकर आसन )ाणायाम और यान करना चाVहए आसन पर बठत ह कम स कम बीस बार )ाणायाम करना चाVहए अपन इ2दव क यान क लए कछ ोक याद कर लो )ाणायाम क बाद उनका पाठ करक भगवान का च13तन करना चाVहए ५ ५ ५ ५ ---- )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा भगवान का यान करत ह वा ससार स मन को हटा कर अ13तमखी कर लना चाVहए यह )Eयाहार ह जप इसम= सहायक होगा ॐ या ॐ नमो नारायणाय आVद Oकसी म13_ का जप

)ारZभ कर दना चाVहए १०८ म13_ कW एक माला होती ह एक या तीन माला

म13_ जपना चाVहए अधक भी हो सकता ह म13_-जाप करत ह मन भगवान क

सामन जा पहचता ह भगवान का 5नर13तर च13तन ह धारणा ह

40

जप-माला भी उपयोगी ह SाT या तलसी कW माला रखना चाVहए जप क

अ5तdरB उस गल म= पहना जा सकता ह जब म= रखा जा सकता ह और सोत

समय तOकया क नीच भी डाल सकत ह Oक13त माला सदा साथ रखनी चाVहए ६ ६ ६ ६ ---- यान यान यान यान एक 5निlत आसन पर बठकर अपन इ2दव का तल धारावत च13तन ह यान

ह शरर-मन-बX क nारा भगवान क 5नकट पह च उ13ह= पीछ छोड दना समाध

ह यान क अयास कW सफलता समाध क लाभ म= 5नVहत ह समाध म= परम तoव का अपरोT अनभव होता ह याता और यय एक हो

जात ह समाध ह तरयावथा और जीव13मAB ह यह योगी कW पणावथा ह ७ ७ ७ ७ ---- 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा आयािEमक साधना कवल यान क कमर तक ह सीमत नह ह यह तो

सम4-कालक साधना ह Vह13द धम का यह एक बडा अभशाप ह Oक हम कवल

कछ बातamp को पXव_ और धामक मान बठ ह शष 6यावहाdरक जीवन धम और

आयािEमक स पर समझ लया गया ह यह बडी भल ह साधक को अपना सम4 जीवन साधनामय बनाना होता ह भगवान कW शरणाग5त का भाव 5नर13तर रहना चाVहए सारा जीवन उ13ह कW

सवा ह उ13ह कW )रणा स हर काय हो रहा ह आयािEमक साधना कW सार

सफलता उ13ह क हाथ म= ह )ाणीमा_ स )म-भाव रखना भगवान क )म का 6यावहाdरक प ह भगवान क

भBamp को सभी लोग X)य Vदखाई दत ह दसर क दोषamp को दखन क बजाय अपन

दोष दखना और उ13ह= दर करना भगवत सवा का u माग ह दनamp को दान दना रोगयamp कW सवा करना 5नरTरamp को पढाना पीडतamp कW

सहायता करना मोहा13ध भटकत लोगamp को राह Vदखाना आयािEमक साधना का

अि13तम Oक13त महEवपण अग ह कमयोग क अ13तगत इसकW मVहमा क गण गाय गय ह यVद साधना क उपयB 5नदशamp का aढतापवक पालन Oकया जाय तो जीवन म=

5नlय ह सफलता सख और मAB का लाभ होगा सभी स13त -उपदशamp का सार

यह ह

41

इस Vदशा म= सतत अ4सर रहन क लए स13तamp महाEमाओ का माग-दशन लत

रहना आव1यक ह वतमान काल म= पय वा मी च13मयान13द जी क अनया5ययamp

nारा थाXपत सथा lsquoच13मय मशनrsquo आपकW सहायता क लए सदा उपलltध ह

पाqयcमपाqयcमपाqयcमपाqयcम

नननन0 पतकपतकपतकपतक )थम)थम)थम)थम बारबारबारबार

)5तVदन)5तVदन)5तVदन)5तVदन

1 जीवनजीवनजीवनजीवन यो5तयो5तयो5तयो5त 10 पपपप

2 आEमआEमआEमआEम XवकासXवकासXवकासXवकास कWकWकWकW 5नदशका5नदशका5नदशका5नदशका 10 पपपप

3 भजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दम 4 ोकोकोकोक

4 तiexclवतiexclवतiexclवतiexclव बोधबोधबोधबोध 4 पपपप

5 आEमआEमआEमआEमबोधबोधबोधबोध 3 ोकोकोकोक

6 प_प_प_प_ nाराnाराnाराnारा वदा13तवदा13तवदा13तवदा13त 10 पपपप

7 मानवमानवमानवमानव 5नमाण5नमाण5नमाण5नमाण कलाकलाकलाकला 12 पपपप

8 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण 4 ोकोकोकोक

9 यानयानयानयान औरऔरऔरऔर जीवनजीवनजीवनजीवन 1 अयायअयायअयायअयाय

10 नारदनारदनारदनारद भABभABभABभAB स_स_स_स_ 5 स_स_स_स_

11 गीतागीतागीतागीता कWकWकWकW भमकाभमकाभमकाभमका 10 पपपप

12 अव1यअव1यअव1यअव1य कर=कर=कर=कर= 10 पपपप

13 साधनासाधनासाधनासाधना पचकमपचकमपचकमपचकम 1 ोकोकोकोक

14 कनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषद 2 म_म_म_म_

15 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1-2-3 3 सससस 5 ोकोकोकोक

16 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (201 सससस 300 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

17 कठोप5नषकठोप5नषकठोप5नषकठोप5नष 2 म_म_म_म_

18 दTणाम5तदTणाम5तदTणाम5तदTणाम5त तो_मतो_मतो_मतो_म 2 म_म_म_म_

19 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 4-5-6 3 सससस 5 ोकोकोकोक

20 उपदशउपदशउपदशउपदश सारसारसारसार 2 ोकोकोकोक

42

21 ईशावायईशावायईशावायईशावाय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 3 म_म_म_म_

22 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 7-8-9 3 सससस 5 ोोोोकककक

23 मडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नष 2 म_म_म_म_

24 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 10-11 3 सससस 5 ोकोकोकोक

25 कवYयकवYयकवYयकवYय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 2 म_म_म_म_

26 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (301 सससस 583 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

27 पSषसBमपSषसBमपSषसBमपSषसBम 4 सBसBसBसB

28 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 12 3 सससस 5 ोकोकोकोक

29 तXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषद 2 म_म_म_म_

30 बनाथबनाथबनाथबनाथ-त5तत5तत5तत5त 4 ोकोकोकोक

31 गीगीगीगीताताताता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 13-14-15 3 सससस 5 ोकोकोकोक

32 ऐतरयऐतरयऐतरयऐतरय उप5न`दउप5न`दउप5न`दउप5न`द 3 म_म_म_म_

33 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 16-17 3 सससस 5 ोकोकोकोक

34 )vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद 2 म_म_म_म_

35 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 18 3 सससस 5 ोकोकोकोक

36 ईhरईhरईhरईhर-दशनदशनदशनदशन (तपोवनमतपोवनमतपोवनमतपोवनम ) एकएकएकएक अयायअयायअयायअयाय

37 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1 सससस 18 5 सससस 10 ोकोकोकोक

38 अ2ावcअ2ावcअ2ावcअ2ावc गीतागीतागीतागीता 3 ोकोकोकोक

39 मामामामाडGयडGयडGयडGय औरऔरऔरऔर काdरकाकाdरकाकाdरकाकाdरका 2 म_म_म_म_

ःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःः

43

Page 27: Swadhyayamandal

27

Xवh म= चारamp ओर हमारा Xवhास ह Oक वदश सवा ह परमhर कW सवा ह और जनता कW भAB ह परमाEमा कW भAB ह हम समझत ह अपना दा5यEव दो योयता और साहस Oक हम परा कर= उस ॐ तEसत

13 Arati Arati is to be performed preferably by the wife of Group Sewak or by the

Group Sewak himself A few flowers and burning camphor placed in a tray are waved before the picture of the Lord and the following Mantras are chanted by all the members present -

न त_ सयpound भा5त न चतारक नमा Xव~तो भा5त कतोऽयमि13गः तमव भा13तम अनभा5त सव तय भासा सवमदXवभा5त ॐ सवषा वितभवत सवषा शाि13तभवत सवषा पण भवत सवषा मsectगल भवत ॐ सव भव13त सखनः सवस13त 5नरामयः सव भाण प1य13त मा किl0ःख भागभवत असतो मा स^मय तमसो मा यो5तगमय मEयोमाममत गमय ॐ पणमदः पणमद पणात पणमदयत पणय पणमादाय पणमवावश`यत ॐ शाि13तः शाि13तः शाि13तः

28

भज गोXव13दमभज गोXव13दमभज गोXव13दमभज गोXव13दम

भज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13द गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत स)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत काल न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण ११११

र मढ मन गोXव13द कW खोज कर गोXव13द का भजन कर और गोXव13द का ह

यान कर अि13तम समय आन पर 6याकरण क 5नयम तर रTा न कर सक= ग मढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णा कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम यYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाo Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम 2222

र मढ धन स4ह कW त`णा छोड द मन म= वराय लाकर सत तiexclव का

च13तन कर अपन कम फल क अनसार जो धन )ा7 हो उसी स अपन म न को स13त2

कर नारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदश a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम एत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकार मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम ३३३३ स13दर Rी क नाभदश को दखकर मोह म= मत पड यह कवल मास और मजा

का Xवकार ह अपन मन म= इस बात का बार-बार Xवचार कर नलनीदलगतनलनीदलगतनलनीदलगतनलनीदलगत जलम5ततरल जलम5ततरल जलम5ततरल जलम5ततरल तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम XवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4त लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम ४४४४

29

कमल-दल क ऊपर जल कW बद अEय13त अिथर होती ह जीवन भी इसी )कार

अिथर ह इस बात को अछmacr तरह समझ ल Oक सारा ससार 6याध अभमान शोक आVद स 4सत ह

यावVnयावVnयावVnयावVnoोपाजन सBःoोपाजन सBःoोपाजन सBःoोपाजन सBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः पlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह ५५५५

जब तक धनोपाजन कW शAB ह तभी तक तZहार पdरवार क लोग तम स )म

रखत ह वावथा म= शरर जजर हो जान पर तZहार बात कोई न पछगा यावEपवनोयावEपवनोयावEपवनोयावEपवनो 5नवस5त दह 5नवस5त दह 5नवस5त दह 5नवस5त दह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह गतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापाय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय ६६६६ जब तक शरर म= )ाण ह तब तक घर म= तZहार कशल पछmacr जाती ह )ाण

5नकलन पर उसी शरर स पcentी तक भयभीत होन लगती ह बालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBः तSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBः वताविच13तासBःवताविच13तासBःवताविच13तासBःवताविच13तासBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः ७७७७

बचपन म= खलamp म= आसAB रहती ह यवावथा म= तSणी स मोह रहता ह और

वावथा म= च13ताय= आ घरती ह Oक13त पर परमाEमा स Oकसी को )म नह ह का त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ः सससससारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः

30

कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः ८८८८

कौन तZहार पcentी ह कौन तZहारा प_ ह वततः ससार बडा Xवच_ ह तम

Oकस क हो कहा स आय हो ह भाई कभी इस बात का भी Xवचार करो

सEससEससEससEसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEवगEवगEवगEव 5नस5नस5नस5नसगEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम 5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः ९९९९

सEसग स अनासAB )ा7 होती ह अनासAB स मोह क ब13धन टटत ह मोह टटन पर शाhत तiexclव कW )ा57 होती ह और शाhत तiexclव पान पर जीवन -मAB का लाभ

)ा7 होता ह वयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः Tीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारो Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः १०१०१०१०

जस यवावथा बीतन पर काम -Xवकार न2 हो जाता ह और जल सख जान पर

तालाब नह रह जाता ह वस ह धन न2 होन पर पdरवार नह रह जाता और तiexclव-बोध

होन पर ससार नह रह जाता ह मा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगव हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम मायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा ११११११११

31

धन जन और यौवन क लए अभमान न करना चाVहए काल इन सब को Tण मा_ म=

न2 कर दता ह इन सब को माया का iम समझो और शीordf ह साTाEकार )ा7

करो Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः कालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः ११११2222

Vदन और रात )ातः और साय सय और गम बार -बार आत ह और चल जात

ह काल कW इस cWडा क साथ आय भी बीतती जा रह ह Oफर भी आशाओ कW आधी

स कोई नह बचता का त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता _जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका १३१३१३१३

र iाि13त म= पड मढ Rी धन आVद कW च13ता Gयamp Oकया करता ह Gया तर

ऊपर शासन करन वाला कोई नह ह तीनamp लोकamp म= कवल सEसग ह वह नौका ह जो

ज13म-मरण क सागर स तझ पार कर सकती ह जVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः प1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढो दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः १४१४१४१४

जटाधार बाल मडाय एक-एक कर सर क सब बाल खचवाय और काषायवR

धारण Oकय हए नाना वषधार स13यासी ह व आखamp स दखत हए भी अध ह व मढ

नाना )कार क वष कवल पट भरन क लए धारण करत ह

32

अsectगअsectगअsectगअsectग गलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मड दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम वो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दड तदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEया शाXपडम शाXपडम शाXपडम शाXपडम १५१५१५१५

वावथा म= शरर जजर हो गया ह सर क बाल सफद हो गय ह दात गर

गय ह छडी क सहार चलना पडता ह अथात मEय 5नकट आ गई ह Oक13त आशाओ का

ब13धन अब भी नह टटा अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः करतल करतल करतल करतल भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः १६१६१६१६

आग अिन पीछ सय और रा_ म= घटनamp म= ठो ढ लगाय रहन वाल तथा हाथ पसार

कर भीख मागन वाल और पड क नीच सोन वाल भी आशा क ब13धनamp स मB नह ह कSत गsectगकSत गsectगकSत गsectगकSत गsectग सागरगमनसागरगमनसागरगमनसागरगमन yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम IानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन १७१७१७१७

कोई भल ह गगासागर आVद तीथdeg का सवन कर yenत रख अथवा दान कर

Oक13त अIानी 6यAB सकडamp ज13मamp म= भी मAB नह )ा7 कर सकता ह यह तplusmnय सभी लोग वीकार करत ह

सरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासः शsup2याशsup2याशsup2याशsup2या भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः सवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः १८१८१८१८

33

जो लोग दवताओ क मि13दर और पडamp क नीच 5नवास करत ह बना बछौन क

जमीन पर लटत ह मगछाला पहनत ह और इस )कार सभी भोगamp का Eयाग कर दत ह

उन XवरB लोगamp को कौन सा सख )ा 7 नह ह

योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा सsectगसsectगसsectगसsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगXवहनः Xवहनः Xवहनः Xवहनः यय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चo न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव १९१९१९१९

चाह कोई योग का अयास करता हो या भोगamp म= पडा रहता हो चाह अनक लोगamp क

साथ रहता हो या अकला िजसका चo -च13तन म= मन ह वातव म= वह सखी ह

भगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीता गगगगगागागागाजल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता सकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा 2222००००

जो भगवदगीता का थोडा भी अययन करता ह गगा जल कW एक बद भी पान

करता ह और भAB-भाव स भगवान का मरण करता ह उसकW चचा यमराज भी नह

करत ह पनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरण पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम इह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार 2222११११

बार-बार ज13मना बार-बार मरना और बार-बार मा क पट म= पहचना बडा

क2कारक ह इस दःखमय ससार स पार होना बडा कVठन ह ह भगवन अपनी अपार

कपा स मरा 5नतार करो

34

रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः योगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoो रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव 22222222

जो योगी चीथड बीन कर कथर बनात और पहनत ह पय और पाप क माग को छोड

कर चलत ह िजनका चo योगायास स सयमत ह व ईhर भाव म= 5नमन रहन वाल बालकamp या उ13मo लोगamp कW तरह 5नn13n रहत ह

कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः इ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसार Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम 2222३३३३

तम कौन हो म कौन ह म कहा स आया ह कौन मर माता ह कौन मरा

Xपता ह इन )vamp पर Xवचार करो और इस असार ससार को वwन मा_ समझ कर

छोड दो Eव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः भव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eव वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम 2222४४४४

तम म= मझ म= और सभी थानamp म= क वल एक सव6यापी भगवान ह असVह`ण होकर

तम 6यथ ह मर ऊपर cोध करत हो यVद तम चाहत हो Oक तZह= ईhर )ा7 हो जाय तो तम सदा समभाव रहो

श_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ सविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमान

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सव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIा नम नम नम नम 2222५५५५

दसर लोगamp स लडन म= अथवा उनस म_ता करन म= अपनी शAB का अप6यय न

करो अपन ब13ध-बा13धवamp स राग-nष मत रखो सव_ अपन ह वप को दखो भद बX का Eयाग करो और अIान स छटकारा पाओ

काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह EयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1य5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम आEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः 2222६६६६

काम cोध लोभ और मोह को छोडकर Iानी सव_ आEमवप ह दखता ह

वह समझता ह Oक म वह ह Oक13त आEमIान रVहत मढ लोग अIान क कारण नक कW वदनाय= सहन करत ह

गय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहsup3sup3sup3sup3 यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म नय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चo दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम 2222७७७७

भगवत-गीता और Xव`ण क सहsup3 नाम गान चाVहए भगवान Xव`ण क वप का

5नर13तर यान करना चाVहए सदा सEसग म= चo लगाना चाVहए और दन लोगamp को

दान दना चाVहए सखतः सखतः सखतः सखतः Ocयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः य~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरण तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम 2222८८८८

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पहल तो लोग सख क लए Rी भोग म= ल7 रहत ह और बाद म= शारdरक रोगamp का शकार होना पडता ह य~Xप इस ससार म= अ13ततोगEवा मEय म= ह शरण मलती

ह Oफर भी लोग पापाचरण नह छोडत

अथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEय नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम प_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः 2222९९९९

लोगamp कW अनथकार धन म= ह सदा Sच बनी रहती ह सEयता यह ह Oक उसम=

Oकि13चत मा_ भी सख नह ह धनी लोगamp को अप न प_ स भी भय रहता ह धन का

सव_ यह हाल दखा जाता ह )ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम जाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधान कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम ३०३०३०३०

बडी सावधानीपवक पहल )ाणायाम का अयास करो मन को सब ओर स

हटाकर अ13तमखी बनाओ 5नEय और अ5नEय वतओ क बीच Xववकपवक Xवचार करो

और Oफर जप करत हए समाध का अयास करो गSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः सि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादव -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम ३१३१३१३१ ह गS क चरणamp म= भABभाव रखन वालamp तम शीordf ह स सार-सागर स पार हो

जाओग तमन इि13 यamp को और मन को वश म= Oकया ह तम अपन acuteदय म= शीordf ह

भगवान का साTाEकार करोग

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आयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अग १ १ १ १ ---- वथ शरर वथ शरर वथ शरर वथ शरर ((((अअअअ) ) ) ) सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन ---- बना वथ शरर क कोई भी लौOकक या पारलौOकक

काय करना सZभव ह नह ह इसक लए श और सािiexclवक आहार आव1यक ह

मच इमल wयाज लहसन खटाई तल मसाल हग आVद Eयाय ह बहत अधक न खाना चाVहए मताहार रोगamp स बचाता ह यान रखो भोजन वाद क

लए नह वाplusmnय क लए ह एकादशी आVद Oकसी Vदन उपवास भी कई aX2 स

उपयोगी ह ((((बबबब) ) ) ) 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम ---- वथ शरर क लए 5नEय 6यायाम भी आव1यक ह

इसक लए )ातःकाल कछ शारdरक uम करना चाVहए बगीच म= काम टहलना

तरना आसनamp का अयास आVद कछ 6यायाम ह आसन और )ाणायाम साधना

म= अधक सहायक ह ((((सससस)))) वछता वछता वछता वछता ---- वथ वाय का सवन 5नEय नान साफ कपड और रहन क

थान कW सफाई शरर को वथ और चo को )स13न रखती ह

2 2 2 2 ---- वथ मनवथ मनवथ मनवथ मन

((((अअअअ) ) ) ) वायाय वायाय वायाय वायाय ---- जस वथ शरर क लए 5नEय श और पौX2क भोजन कW

आव1यकता ह वस ह वथ मन क लए स-413थamp का 5नEय अवलोकन आव1यक ह अ13यथा मन दबल हो जाता ह और उस मानस रोग घरन लगत ह

दिl13ताय= चडचडाहट 6य4ता भय nष आVद मानसक रोगamp क लTण ह

गीता रामायण भागवत उप5नष योगवास बाइबल ज13दावता करान

_Xपटक 413थसाVहब आVद म= स Oकसी 413थ का अययन करना चाVहए

((((बबबब) ) ) ) स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त ---- य दोनamp वथ मन क लTण ह Xववक और वराय

क 6यायाम स स13तोष और शाि13त बढती ह वथ शरर और वथ मन स

आEमबल बढता ह इसी बल स आयािEमक सफलताय= )ा7 कW जाती ह ((((सससस) ) ) ) सससस----Xवचार Xवचार Xवचार Xवचार ---- स-Xवचार जीवन को सह Vदशा म= ल जात ह अस Xवचारamp

स मन`य का पतन होता ह सEसग और सuml413थamp क अवलोकन स स -Xवचार

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aढ होत ह कसग और कच2ाय= छोडकर सEसग का आuय लो ससार म= िजतन भी महापSष हए ह और उ13हampन जब जो कछ पाया ह वह सEसग क कारण ह ३ ३ ३ ३ ---- न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो

जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए ---- ((((अअअअ) ) ) ) चय और सEय चय और सEय चय और सEय चय और सEय ---- वीय कW रTा बडी सावधानी स करनी चाVहए शरर

तर पर वीय ह ईhर ह जीवन कW यह एक बहत बडी Xवभ5त ह यह जीवन Xवचार और बX का सार ह सचत वीय ओज म= पdरव5तत होता ह और ओज आEमशAB म= हर कWमत पर सEय मधर और मत भाषण का अयास करना चाVहए

मplusmnया भाषण दबलता भय और अIान का पdरणाम ह 5नEय एक-दो घट का

मौन रहना चाVहए उस समय सकतamp का )योग भी न करना चाVहए ((((बबबब) ) ) ) सससस----गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास ---- 5नयम कW पाब13द समय का उपयोग मधर भाषण

उदारता कSणा नह स-पSषamp का आदर सहनशीलता Tमा धय स13तोष 5नरभमानता आVद स-गण ह यVद य ग ण सहज ह )ा7 न हamp तो अयास क

nारा )ा7 Oकय जा सकत ह सब गणamp का एक साथ अयास नह हो सकता Oक13त एक गण क आत ह उसक सहयोगी अनक गण वय आन लगत ह Oकसी एक गण का अयास करन का सकYप करो और 5नEय सोन क पहल

अपनी सफलताओ-असफलताओ पर Xवचार करो कछ समय म= वह अयास आदत बन जायगा और आदत वभाव ((((सससस) ) ) ) दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग ---- )ायः लोग कसग क कारण दगणamp म= पड जात ह

आयािEमक T_ म= जYद सफल होन क लए दगणamp को शीordfा5तशीordf छोडना

होगा म~पान आलय मासभTण cरता कठोरता कVटलता छल )पच

पर5न13दा लोभ पdर4ह आVद अनक दगण ह यVद साधक म= ऐस कोई दगण ह

तो उ13ह= एक-एक कर छोडन का )यcent करना चाVहए दगण बड हठmacr होत ह

इनक Eयागन क लए सकYप करना पडता ह यVद एक दगण छोडन म= सफलता

मल तो आEम-Xवhास बढ जाता ह और दसर दगण छोडना सरल हो जाता ह ((((दददद) ) ) ) सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका ---- आज क आथक यग म= धन सचय कW हवस बढ रह

ह इसक लए बईमानी और छल-)पच का सहारा लया जा रहा ह कारण कवल

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यह ह Oक हमार आव1यकताय= बढ गई ह श आजी Xवका क लए आव1यक ह

Oक आव1यकताय= घटाई जाय= uम और ईमानदार स कमाया हआ धन मन`य

कW आव1यक आव1यकताय= पर कर सकता ह आलसी और दबल 6यAB ह आसानी स )ा7 होन वाल धन कW इछा करत ह यVद आपकW बX और शरर

शABसZप13न ह तो आप पराय पस को Xव2ा क समान समझ=ग सबल बनो और

uम स धन कमा कर स13तोष का जीवन बताओ ४ ४ ४ ४ ---- आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम उपयB तplusmnय आयािEमक साधना कW भमका तयार करन क लए ह उ13ह=

साधना का परोT अग कह सकत ह आसन यथाथ साधना कW पहल सीढ ह

कछ आसन तो 6या याम कW aX2 स उपयोगी होत ह िजनका उYलख ऊपर Oकया

जा चका ह कछ आसन यान क लए बताय गय ह पझ स और सख

आसन म= स कोई एक अपनी सXवधा और Sच क अनसार चन लना चाVहए

उoर या पव Vदशा कW ओर मख करक उस आसन पर लगभग तीन घट अXवचल

बठन का )यास करना चाVहए उसी आसन पर यान और जप करना होगा

इसक लए थान और समय 5निlत होना चाVहए इस काय क लए एक अलग

कमरा ताल स ब13द रखना चाVहए )ातःकाल ४ बज उठ कर शौचाVद स 5नवo और पXव_ होकर आसन )ाणायाम और यान करना चाVहए आसन पर बठत ह कम स कम बीस बार )ाणायाम करना चाVहए अपन इ2दव क यान क लए कछ ोक याद कर लो )ाणायाम क बाद उनका पाठ करक भगवान का च13तन करना चाVहए ५ ५ ५ ५ ---- )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा भगवान का यान करत ह वा ससार स मन को हटा कर अ13तमखी कर लना चाVहए यह )Eयाहार ह जप इसम= सहायक होगा ॐ या ॐ नमो नारायणाय आVद Oकसी म13_ का जप

)ारZभ कर दना चाVहए १०८ म13_ कW एक माला होती ह एक या तीन माला

म13_ जपना चाVहए अधक भी हो सकता ह म13_-जाप करत ह मन भगवान क

सामन जा पहचता ह भगवान का 5नर13तर च13तन ह धारणा ह

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जप-माला भी उपयोगी ह SाT या तलसी कW माला रखना चाVहए जप क

अ5तdरB उस गल म= पहना जा सकता ह जब म= रखा जा सकता ह और सोत

समय तOकया क नीच भी डाल सकत ह Oक13त माला सदा साथ रखनी चाVहए ६ ६ ६ ६ ---- यान यान यान यान एक 5निlत आसन पर बठकर अपन इ2दव का तल धारावत च13तन ह यान

ह शरर-मन-बX क nारा भगवान क 5नकट पह च उ13ह= पीछ छोड दना समाध

ह यान क अयास कW सफलता समाध क लाभ म= 5नVहत ह समाध म= परम तoव का अपरोT अनभव होता ह याता और यय एक हो

जात ह समाध ह तरयावथा और जीव13मAB ह यह योगी कW पणावथा ह ७ ७ ७ ७ ---- 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा आयािEमक साधना कवल यान क कमर तक ह सीमत नह ह यह तो

सम4-कालक साधना ह Vह13द धम का यह एक बडा अभशाप ह Oक हम कवल

कछ बातamp को पXव_ और धामक मान बठ ह शष 6यावहाdरक जीवन धम और

आयािEमक स पर समझ लया गया ह यह बडी भल ह साधक को अपना सम4 जीवन साधनामय बनाना होता ह भगवान कW शरणाग5त का भाव 5नर13तर रहना चाVहए सारा जीवन उ13ह कW

सवा ह उ13ह कW )रणा स हर काय हो रहा ह आयािEमक साधना कW सार

सफलता उ13ह क हाथ म= ह )ाणीमा_ स )म-भाव रखना भगवान क )म का 6यावहाdरक प ह भगवान क

भBamp को सभी लोग X)य Vदखाई दत ह दसर क दोषamp को दखन क बजाय अपन

दोष दखना और उ13ह= दर करना भगवत सवा का u माग ह दनamp को दान दना रोगयamp कW सवा करना 5नरTरamp को पढाना पीडतamp कW

सहायता करना मोहा13ध भटकत लोगamp को राह Vदखाना आयािEमक साधना का

अि13तम Oक13त महEवपण अग ह कमयोग क अ13तगत इसकW मVहमा क गण गाय गय ह यVद साधना क उपयB 5नदशamp का aढतापवक पालन Oकया जाय तो जीवन म=

5नlय ह सफलता सख और मAB का लाभ होगा सभी स13त -उपदशamp का सार

यह ह

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इस Vदशा म= सतत अ4सर रहन क लए स13तamp महाEमाओ का माग-दशन लत

रहना आव1यक ह वतमान काल म= पय वा मी च13मयान13द जी क अनया5ययamp

nारा थाXपत सथा lsquoच13मय मशनrsquo आपकW सहायता क लए सदा उपलltध ह

पाqयcमपाqयcमपाqयcमपाqयcम

नननन0 पतकपतकपतकपतक )थम)थम)थम)थम बारबारबारबार

)5तVदन)5तVदन)5तVदन)5तVदन

1 जीवनजीवनजीवनजीवन यो5तयो5तयो5तयो5त 10 पपपप

2 आEमआEमआEमआEम XवकासXवकासXवकासXवकास कWकWकWकW 5नदशका5नदशका5नदशका5नदशका 10 पपपप

3 भजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दम 4 ोकोकोकोक

4 तiexclवतiexclवतiexclवतiexclव बोधबोधबोधबोध 4 पपपप

5 आEमआEमआEमआEमबोधबोधबोधबोध 3 ोकोकोकोक

6 प_प_प_प_ nाराnाराnाराnारा वदा13तवदा13तवदा13तवदा13त 10 पपपप

7 मानवमानवमानवमानव 5नमाण5नमाण5नमाण5नमाण कलाकलाकलाकला 12 पपपप

8 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण 4 ोकोकोकोक

9 यानयानयानयान औरऔरऔरऔर जीवनजीवनजीवनजीवन 1 अयायअयायअयायअयाय

10 नारदनारदनारदनारद भABभABभABभAB स_स_स_स_ 5 स_स_स_स_

11 गीतागीतागीतागीता कWकWकWकW भमकाभमकाभमकाभमका 10 पपपप

12 अव1यअव1यअव1यअव1य कर=कर=कर=कर= 10 पपपप

13 साधनासाधनासाधनासाधना पचकमपचकमपचकमपचकम 1 ोकोकोकोक

14 कनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषद 2 म_म_म_म_

15 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1-2-3 3 सससस 5 ोकोकोकोक

16 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (201 सससस 300 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

17 कठोप5नषकठोप5नषकठोप5नषकठोप5नष 2 म_म_म_म_

18 दTणाम5तदTणाम5तदTणाम5तदTणाम5त तो_मतो_मतो_मतो_म 2 म_म_म_म_

19 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 4-5-6 3 सससस 5 ोकोकोकोक

20 उपदशउपदशउपदशउपदश सारसारसारसार 2 ोकोकोकोक

42

21 ईशावायईशावायईशावायईशावाय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 3 म_म_म_म_

22 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 7-8-9 3 सससस 5 ोोोोकककक

23 मडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नष 2 म_म_म_म_

24 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 10-11 3 सससस 5 ोकोकोकोक

25 कवYयकवYयकवYयकवYय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 2 म_म_म_म_

26 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (301 सससस 583 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

27 पSषसBमपSषसBमपSषसBमपSषसBम 4 सBसBसBसB

28 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 12 3 सससस 5 ोकोकोकोक

29 तXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषद 2 म_म_म_म_

30 बनाथबनाथबनाथबनाथ-त5तत5तत5तत5त 4 ोकोकोकोक

31 गीगीगीगीताताताता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 13-14-15 3 सससस 5 ोकोकोकोक

32 ऐतरयऐतरयऐतरयऐतरय उप5न`दउप5न`दउप5न`दउप5न`द 3 म_म_म_म_

33 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 16-17 3 सससस 5 ोकोकोकोक

34 )vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद 2 म_म_म_म_

35 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 18 3 सससस 5 ोकोकोकोक

36 ईhरईhरईhरईhर-दशनदशनदशनदशन (तपोवनमतपोवनमतपोवनमतपोवनम ) एकएकएकएक अयायअयायअयायअयाय

37 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1 सससस 18 5 सससस 10 ोकोकोकोक

38 अ2ावcअ2ावcअ2ावcअ2ावc गीतागीतागीतागीता 3 ोकोकोकोक

39 मामामामाडGयडGयडGयडGय औरऔरऔरऔर काdरकाकाdरकाकाdरकाकाdरका 2 म_म_म_म_

ःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःः

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Page 28: Swadhyayamandal

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भज गोXव13दमभज गोXव13दमभज गोXव13दमभज गोXव13दम

भज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13दभज गोXव13द भज गोXव13द गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत गोXव13द भज मढमत स)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत कालस)ा7 सि13नVहत काल न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण न Vह न Vह रT5त डकञ करण ११११

र मढ मन गोXव13द कW खोज कर गोXव13द का भजन कर और गोXव13द का ह

यान कर अि13तम समय आन पर 6याकरण क 5नयम तर रTा न कर सक= ग मढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णामढ जहVह धनागमत`णा कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम कS सX मनसXवत`णाम यYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाoयYलभस 5नजकमpoundपाo Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम Xवo तल Xवनोदय चoम 2222

र मढ धन स4ह कW त`णा छोड द मन म= वराय लाकर सत तiexclव का

च13तन कर अपन कम फल क अनसार जो धन )ा7 हो उसी स अपन म न को स13त2

कर नारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदशनारतनभर नाभीदश a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम a`brvbarवा मा गा मोहावशम एत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकारएत13मासावसाVद Xवकार मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम मनस Xवच13तय वार वारम ३३३३ स13दर Rी क नाभदश को दखकर मोह म= मत पड यह कवल मास और मजा

का Xवकार ह अपन मन म= इस बात का बार-बार Xवचार कर नलनीदलगतनलनीदलगतनलनीदलगतनलनीदलगत जलम5ततरल जलम5ततरल जलम5ततरल जलम5ततरल तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम तnजीXवतम5तशयचपलम XवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4तXवX 6यायभमान4त लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम लोक शोकहत च समतम ४४४४

29

कमल-दल क ऊपर जल कW बद अEय13त अिथर होती ह जीवन भी इसी )कार

अिथर ह इस बात को अछmacr तरह समझ ल Oक सारा ससार 6याध अभमान शोक आVद स 4सत ह

यावVnयावVnयावVnयावVnoोपाजन सBःoोपाजन सBःoोपाजन सBःoोपाजन सBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः पlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह ५५५५

जब तक धनोपाजन कW शAB ह तभी तक तZहार पdरवार क लोग तम स )म

रखत ह वावथा म= शरर जजर हो जान पर तZहार बात कोई न पछगा यावEपवनोयावEपवनोयावEपवनोयावEपवनो 5नवस5त दह 5नवस5त दह 5नवस5त दह 5नवस5त दह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह गतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापाय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय ६६६६ जब तक शरर म= )ाण ह तब तक घर म= तZहार कशल पछmacr जाती ह )ाण

5नकलन पर उसी शरर स पcentी तक भयभीत होन लगती ह बालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBः तSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBः वताविच13तासBःवताविच13तासBःवताविच13तासBःवताविच13तासBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः ७७७७

बचपन म= खलamp म= आसAB रहती ह यवावथा म= तSणी स मोह रहता ह और

वावथा म= च13ताय= आ घरती ह Oक13त पर परमाEमा स Oकसी को )म नह ह का त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ः सससससारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः

30

कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः ८८८८

कौन तZहार पcentी ह कौन तZहारा प_ ह वततः ससार बडा Xवच_ ह तम

Oकस क हो कहा स आय हो ह भाई कभी इस बात का भी Xवचार करो

सEससEससEससEसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEवगEवगEवगEव 5नस5नस5नस5नसगEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम 5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः ९९९९

सEसग स अनासAB )ा7 होती ह अनासAB स मोह क ब13धन टटत ह मोह टटन पर शाhत तiexclव कW )ा57 होती ह और शाhत तiexclव पान पर जीवन -मAB का लाभ

)ा7 होता ह वयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः Tीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारो Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः १०१०१०१०

जस यवावथा बीतन पर काम -Xवकार न2 हो जाता ह और जल सख जान पर

तालाब नह रह जाता ह वस ह धन न2 होन पर पdरवार नह रह जाता और तiexclव-बोध

होन पर ससार नह रह जाता ह मा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगव हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम मायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा ११११११११

31

धन जन और यौवन क लए अभमान न करना चाVहए काल इन सब को Tण मा_ म=

न2 कर दता ह इन सब को माया का iम समझो और शीordf ह साTाEकार )ा7

करो Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः कालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः ११११2222

Vदन और रात )ातः और साय सय और गम बार -बार आत ह और चल जात

ह काल कW इस cWडा क साथ आय भी बीतती जा रह ह Oफर भी आशाओ कW आधी

स कोई नह बचता का त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता _जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका १३१३१३१३

र iाि13त म= पड मढ Rी धन आVद कW च13ता Gयamp Oकया करता ह Gया तर

ऊपर शासन करन वाला कोई नह ह तीनamp लोकamp म= कवल सEसग ह वह नौका ह जो

ज13म-मरण क सागर स तझ पार कर सकती ह जVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः प1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढो दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः १४१४१४१४

जटाधार बाल मडाय एक-एक कर सर क सब बाल खचवाय और काषायवR

धारण Oकय हए नाना वषधार स13यासी ह व आखamp स दखत हए भी अध ह व मढ

नाना )कार क वष कवल पट भरन क लए धारण करत ह

32

अsectगअsectगअsectगअsectग गलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मड दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम वो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दड तदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEया शाXपडम शाXपडम शाXपडम शाXपडम १५१५१५१५

वावथा म= शरर जजर हो गया ह सर क बाल सफद हो गय ह दात गर

गय ह छडी क सहार चलना पडता ह अथात मEय 5नकट आ गई ह Oक13त आशाओ का

ब13धन अब भी नह टटा अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः करतल करतल करतल करतल भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः १६१६१६१६

आग अिन पीछ सय और रा_ म= घटनamp म= ठो ढ लगाय रहन वाल तथा हाथ पसार

कर भीख मागन वाल और पड क नीच सोन वाल भी आशा क ब13धनamp स मB नह ह कSत गsectगकSत गsectगकSत गsectगकSत गsectग सागरगमनसागरगमनसागरगमनसागरगमन yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम IानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन १७१७१७१७

कोई भल ह गगासागर आVद तीथdeg का सवन कर yenत रख अथवा दान कर

Oक13त अIानी 6यAB सकडamp ज13मamp म= भी मAB नह )ा7 कर सकता ह यह तplusmnय सभी लोग वीकार करत ह

सरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासः शsup2याशsup2याशsup2याशsup2या भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः सवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः १८१८१८१८

33

जो लोग दवताओ क मि13दर और पडamp क नीच 5नवास करत ह बना बछौन क

जमीन पर लटत ह मगछाला पहनत ह और इस )कार सभी भोगamp का Eयाग कर दत ह

उन XवरB लोगamp को कौन सा सख )ा 7 नह ह

योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा सsectगसsectगसsectगसsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगXवहनः Xवहनः Xवहनः Xवहनः यय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चo न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव १९१९१९१९

चाह कोई योग का अयास करता हो या भोगamp म= पडा रहता हो चाह अनक लोगamp क

साथ रहता हो या अकला िजसका चo -च13तन म= मन ह वातव म= वह सखी ह

भगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीता गगगगगागागागाजल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता सकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा 2222००००

जो भगवदगीता का थोडा भी अययन करता ह गगा जल कW एक बद भी पान

करता ह और भAB-भाव स भगवान का मरण करता ह उसकW चचा यमराज भी नह

करत ह पनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरण पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम इह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार 2222११११

बार-बार ज13मना बार-बार मरना और बार-बार मा क पट म= पहचना बडा

क2कारक ह इस दःखमय ससार स पार होना बडा कVठन ह ह भगवन अपनी अपार

कपा स मरा 5नतार करो

34

रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः योगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoो रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव 22222222

जो योगी चीथड बीन कर कथर बनात और पहनत ह पय और पाप क माग को छोड

कर चलत ह िजनका चo योगायास स सयमत ह व ईhर भाव म= 5नमन रहन वाल बालकamp या उ13मo लोगamp कW तरह 5नn13n रहत ह

कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः इ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसार Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम 2222३३३३

तम कौन हो म कौन ह म कहा स आया ह कौन मर माता ह कौन मरा

Xपता ह इन )vamp पर Xवचार करो और इस असार ससार को वwन मा_ समझ कर

छोड दो Eव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः भव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eव वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम 2222४४४४

तम म= मझ म= और सभी थानamp म= क वल एक सव6यापी भगवान ह असVह`ण होकर

तम 6यथ ह मर ऊपर cोध करत हो यVद तम चाहत हो Oक तZह= ईhर )ा7 हो जाय तो तम सदा समभाव रहो

श_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ सविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमान

35

सव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIा नम नम नम नम 2222५५५५

दसर लोगamp स लडन म= अथवा उनस म_ता करन म= अपनी शAB का अप6यय न

करो अपन ब13ध-बा13धवamp स राग-nष मत रखो सव_ अपन ह वप को दखो भद बX का Eयाग करो और अIान स छटकारा पाओ

काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह EयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1य5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम आEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः 2222६६६६

काम cोध लोभ और मोह को छोडकर Iानी सव_ आEमवप ह दखता ह

वह समझता ह Oक म वह ह Oक13त आEमIान रVहत मढ लोग अIान क कारण नक कW वदनाय= सहन करत ह

गय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहsup3sup3sup3sup3 यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म नय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चo दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम 2222७७७७

भगवत-गीता और Xव`ण क सहsup3 नाम गान चाVहए भगवान Xव`ण क वप का

5नर13तर यान करना चाVहए सदा सEसग म= चo लगाना चाVहए और दन लोगamp को

दान दना चाVहए सखतः सखतः सखतः सखतः Ocयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः य~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरण तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम 2222८८८८

36

पहल तो लोग सख क लए Rी भोग म= ल7 रहत ह और बाद म= शारdरक रोगamp का शकार होना पडता ह य~Xप इस ससार म= अ13ततोगEवा मEय म= ह शरण मलती

ह Oफर भी लोग पापाचरण नह छोडत

अथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEय नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम प_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः 2222९९९९

लोगamp कW अनथकार धन म= ह सदा Sच बनी रहती ह सEयता यह ह Oक उसम=

Oकि13चत मा_ भी सख नह ह धनी लोगamp को अप न प_ स भी भय रहता ह धन का

सव_ यह हाल दखा जाता ह )ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम जाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधान कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम ३०३०३०३०

बडी सावधानीपवक पहल )ाणायाम का अयास करो मन को सब ओर स

हटाकर अ13तमखी बनाओ 5नEय और अ5नEय वतओ क बीच Xववकपवक Xवचार करो

और Oफर जप करत हए समाध का अयास करो गSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः सि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादव -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम ३१३१३१३१ ह गS क चरणamp म= भABभाव रखन वालamp तम शीordf ह स सार-सागर स पार हो

जाओग तमन इि13 यamp को और मन को वश म= Oकया ह तम अपन acuteदय म= शीordf ह

भगवान का साTाEकार करोग

37

आयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अग १ १ १ १ ---- वथ शरर वथ शरर वथ शरर वथ शरर ((((अअअअ) ) ) ) सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन ---- बना वथ शरर क कोई भी लौOकक या पारलौOकक

काय करना सZभव ह नह ह इसक लए श और सािiexclवक आहार आव1यक ह

मच इमल wयाज लहसन खटाई तल मसाल हग आVद Eयाय ह बहत अधक न खाना चाVहए मताहार रोगamp स बचाता ह यान रखो भोजन वाद क

लए नह वाplusmnय क लए ह एकादशी आVद Oकसी Vदन उपवास भी कई aX2 स

उपयोगी ह ((((बबबब) ) ) ) 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम ---- वथ शरर क लए 5नEय 6यायाम भी आव1यक ह

इसक लए )ातःकाल कछ शारdरक uम करना चाVहए बगीच म= काम टहलना

तरना आसनamp का अयास आVद कछ 6यायाम ह आसन और )ाणायाम साधना

म= अधक सहायक ह ((((सससस)))) वछता वछता वछता वछता ---- वथ वाय का सवन 5नEय नान साफ कपड और रहन क

थान कW सफाई शरर को वथ और चo को )स13न रखती ह

2 2 2 2 ---- वथ मनवथ मनवथ मनवथ मन

((((अअअअ) ) ) ) वायाय वायाय वायाय वायाय ---- जस वथ शरर क लए 5नEय श और पौX2क भोजन कW

आव1यकता ह वस ह वथ मन क लए स-413थamp का 5नEय अवलोकन आव1यक ह अ13यथा मन दबल हो जाता ह और उस मानस रोग घरन लगत ह

दिl13ताय= चडचडाहट 6य4ता भय nष आVद मानसक रोगamp क लTण ह

गीता रामायण भागवत उप5नष योगवास बाइबल ज13दावता करान

_Xपटक 413थसाVहब आVद म= स Oकसी 413थ का अययन करना चाVहए

((((बबबब) ) ) ) स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त ---- य दोनamp वथ मन क लTण ह Xववक और वराय

क 6यायाम स स13तोष और शाि13त बढती ह वथ शरर और वथ मन स

आEमबल बढता ह इसी बल स आयािEमक सफलताय= )ा7 कW जाती ह ((((सससस) ) ) ) सससस----Xवचार Xवचार Xवचार Xवचार ---- स-Xवचार जीवन को सह Vदशा म= ल जात ह अस Xवचारamp

स मन`य का पतन होता ह सEसग और सuml413थamp क अवलोकन स स -Xवचार

38

aढ होत ह कसग और कच2ाय= छोडकर सEसग का आuय लो ससार म= िजतन भी महापSष हए ह और उ13हampन जब जो कछ पाया ह वह सEसग क कारण ह ३ ३ ३ ३ ---- न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो

जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए ---- ((((अअअअ) ) ) ) चय और सEय चय और सEय चय और सEय चय और सEय ---- वीय कW रTा बडी सावधानी स करनी चाVहए शरर

तर पर वीय ह ईhर ह जीवन कW यह एक बहत बडी Xवभ5त ह यह जीवन Xवचार और बX का सार ह सचत वीय ओज म= पdरव5तत होता ह और ओज आEमशAB म= हर कWमत पर सEय मधर और मत भाषण का अयास करना चाVहए

मplusmnया भाषण दबलता भय और अIान का पdरणाम ह 5नEय एक-दो घट का

मौन रहना चाVहए उस समय सकतamp का )योग भी न करना चाVहए ((((बबबब) ) ) ) सससस----गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास ---- 5नयम कW पाब13द समय का उपयोग मधर भाषण

उदारता कSणा नह स-पSषamp का आदर सहनशीलता Tमा धय स13तोष 5नरभमानता आVद स-गण ह यVद य ग ण सहज ह )ा7 न हamp तो अयास क

nारा )ा7 Oकय जा सकत ह सब गणamp का एक साथ अयास नह हो सकता Oक13त एक गण क आत ह उसक सहयोगी अनक गण वय आन लगत ह Oकसी एक गण का अयास करन का सकYप करो और 5नEय सोन क पहल

अपनी सफलताओ-असफलताओ पर Xवचार करो कछ समय म= वह अयास आदत बन जायगा और आदत वभाव ((((सससस) ) ) ) दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग ---- )ायः लोग कसग क कारण दगणamp म= पड जात ह

आयािEमक T_ म= जYद सफल होन क लए दगणamp को शीordfा5तशीordf छोडना

होगा म~पान आलय मासभTण cरता कठोरता कVटलता छल )पच

पर5न13दा लोभ पdर4ह आVद अनक दगण ह यVद साधक म= ऐस कोई दगण ह

तो उ13ह= एक-एक कर छोडन का )यcent करना चाVहए दगण बड हठmacr होत ह

इनक Eयागन क लए सकYप करना पडता ह यVद एक दगण छोडन म= सफलता

मल तो आEम-Xवhास बढ जाता ह और दसर दगण छोडना सरल हो जाता ह ((((दददद) ) ) ) सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका ---- आज क आथक यग म= धन सचय कW हवस बढ रह

ह इसक लए बईमानी और छल-)पच का सहारा लया जा रहा ह कारण कवल

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यह ह Oक हमार आव1यकताय= बढ गई ह श आजी Xवका क लए आव1यक ह

Oक आव1यकताय= घटाई जाय= uम और ईमानदार स कमाया हआ धन मन`य

कW आव1यक आव1यकताय= पर कर सकता ह आलसी और दबल 6यAB ह आसानी स )ा7 होन वाल धन कW इछा करत ह यVद आपकW बX और शरर

शABसZप13न ह तो आप पराय पस को Xव2ा क समान समझ=ग सबल बनो और

uम स धन कमा कर स13तोष का जीवन बताओ ४ ४ ४ ४ ---- आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम उपयB तplusmnय आयािEमक साधना कW भमका तयार करन क लए ह उ13ह=

साधना का परोT अग कह सकत ह आसन यथाथ साधना कW पहल सीढ ह

कछ आसन तो 6या याम कW aX2 स उपयोगी होत ह िजनका उYलख ऊपर Oकया

जा चका ह कछ आसन यान क लए बताय गय ह पझ स और सख

आसन म= स कोई एक अपनी सXवधा और Sच क अनसार चन लना चाVहए

उoर या पव Vदशा कW ओर मख करक उस आसन पर लगभग तीन घट अXवचल

बठन का )यास करना चाVहए उसी आसन पर यान और जप करना होगा

इसक लए थान और समय 5निlत होना चाVहए इस काय क लए एक अलग

कमरा ताल स ब13द रखना चाVहए )ातःकाल ४ बज उठ कर शौचाVद स 5नवo और पXव_ होकर आसन )ाणायाम और यान करना चाVहए आसन पर बठत ह कम स कम बीस बार )ाणायाम करना चाVहए अपन इ2दव क यान क लए कछ ोक याद कर लो )ाणायाम क बाद उनका पाठ करक भगवान का च13तन करना चाVहए ५ ५ ५ ५ ---- )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा भगवान का यान करत ह वा ससार स मन को हटा कर अ13तमखी कर लना चाVहए यह )Eयाहार ह जप इसम= सहायक होगा ॐ या ॐ नमो नारायणाय आVद Oकसी म13_ का जप

)ारZभ कर दना चाVहए १०८ म13_ कW एक माला होती ह एक या तीन माला

म13_ जपना चाVहए अधक भी हो सकता ह म13_-जाप करत ह मन भगवान क

सामन जा पहचता ह भगवान का 5नर13तर च13तन ह धारणा ह

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जप-माला भी उपयोगी ह SाT या तलसी कW माला रखना चाVहए जप क

अ5तdरB उस गल म= पहना जा सकता ह जब म= रखा जा सकता ह और सोत

समय तOकया क नीच भी डाल सकत ह Oक13त माला सदा साथ रखनी चाVहए ६ ६ ६ ६ ---- यान यान यान यान एक 5निlत आसन पर बठकर अपन इ2दव का तल धारावत च13तन ह यान

ह शरर-मन-बX क nारा भगवान क 5नकट पह च उ13ह= पीछ छोड दना समाध

ह यान क अयास कW सफलता समाध क लाभ म= 5नVहत ह समाध म= परम तoव का अपरोT अनभव होता ह याता और यय एक हो

जात ह समाध ह तरयावथा और जीव13मAB ह यह योगी कW पणावथा ह ७ ७ ७ ७ ---- 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा आयािEमक साधना कवल यान क कमर तक ह सीमत नह ह यह तो

सम4-कालक साधना ह Vह13द धम का यह एक बडा अभशाप ह Oक हम कवल

कछ बातamp को पXव_ और धामक मान बठ ह शष 6यावहाdरक जीवन धम और

आयािEमक स पर समझ लया गया ह यह बडी भल ह साधक को अपना सम4 जीवन साधनामय बनाना होता ह भगवान कW शरणाग5त का भाव 5नर13तर रहना चाVहए सारा जीवन उ13ह कW

सवा ह उ13ह कW )रणा स हर काय हो रहा ह आयािEमक साधना कW सार

सफलता उ13ह क हाथ म= ह )ाणीमा_ स )म-भाव रखना भगवान क )म का 6यावहाdरक प ह भगवान क

भBamp को सभी लोग X)य Vदखाई दत ह दसर क दोषamp को दखन क बजाय अपन

दोष दखना और उ13ह= दर करना भगवत सवा का u माग ह दनamp को दान दना रोगयamp कW सवा करना 5नरTरamp को पढाना पीडतamp कW

सहायता करना मोहा13ध भटकत लोगamp को राह Vदखाना आयािEमक साधना का

अि13तम Oक13त महEवपण अग ह कमयोग क अ13तगत इसकW मVहमा क गण गाय गय ह यVद साधना क उपयB 5नदशamp का aढतापवक पालन Oकया जाय तो जीवन म=

5नlय ह सफलता सख और मAB का लाभ होगा सभी स13त -उपदशamp का सार

यह ह

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इस Vदशा म= सतत अ4सर रहन क लए स13तamp महाEमाओ का माग-दशन लत

रहना आव1यक ह वतमान काल म= पय वा मी च13मयान13द जी क अनया5ययamp

nारा थाXपत सथा lsquoच13मय मशनrsquo आपकW सहायता क लए सदा उपलltध ह

पाqयcमपाqयcमपाqयcमपाqयcम

नननन0 पतकपतकपतकपतक )थम)थम)थम)थम बारबारबारबार

)5तVदन)5तVदन)5तVदन)5तVदन

1 जीवनजीवनजीवनजीवन यो5तयो5तयो5तयो5त 10 पपपप

2 आEमआEमआEमआEम XवकासXवकासXवकासXवकास कWकWकWकW 5नदशका5नदशका5नदशका5नदशका 10 पपपप

3 भजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दम 4 ोकोकोकोक

4 तiexclवतiexclवतiexclवतiexclव बोधबोधबोधबोध 4 पपपप

5 आEमआEमआEमआEमबोधबोधबोधबोध 3 ोकोकोकोक

6 प_प_प_प_ nाराnाराnाराnारा वदा13तवदा13तवदा13तवदा13त 10 पपपप

7 मानवमानवमानवमानव 5नमाण5नमाण5नमाण5नमाण कलाकलाकलाकला 12 पपपप

8 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण 4 ोकोकोकोक

9 यानयानयानयान औरऔरऔरऔर जीवनजीवनजीवनजीवन 1 अयायअयायअयायअयाय

10 नारदनारदनारदनारद भABभABभABभAB स_स_स_स_ 5 स_स_स_स_

11 गीतागीतागीतागीता कWकWकWकW भमकाभमकाभमकाभमका 10 पपपप

12 अव1यअव1यअव1यअव1य कर=कर=कर=कर= 10 पपपप

13 साधनासाधनासाधनासाधना पचकमपचकमपचकमपचकम 1 ोकोकोकोक

14 कनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषद 2 म_म_म_म_

15 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1-2-3 3 सससस 5 ोकोकोकोक

16 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (201 सससस 300 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

17 कठोप5नषकठोप5नषकठोप5नषकठोप5नष 2 म_म_म_म_

18 दTणाम5तदTणाम5तदTणाम5तदTणाम5त तो_मतो_मतो_मतो_म 2 म_म_म_म_

19 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 4-5-6 3 सससस 5 ोकोकोकोक

20 उपदशउपदशउपदशउपदश सारसारसारसार 2 ोकोकोकोक

42

21 ईशावायईशावायईशावायईशावाय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 3 म_म_म_म_

22 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 7-8-9 3 सससस 5 ोोोोकककक

23 मडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नष 2 म_म_म_म_

24 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 10-11 3 सससस 5 ोकोकोकोक

25 कवYयकवYयकवYयकवYय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 2 म_म_म_म_

26 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (301 सससस 583 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

27 पSषसBमपSषसBमपSषसBमपSषसBम 4 सBसBसBसB

28 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 12 3 सससस 5 ोकोकोकोक

29 तXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषद 2 म_म_म_म_

30 बनाथबनाथबनाथबनाथ-त5तत5तत5तत5त 4 ोकोकोकोक

31 गीगीगीगीताताताता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 13-14-15 3 सससस 5 ोकोकोकोक

32 ऐतरयऐतरयऐतरयऐतरय उप5न`दउप5न`दउप5न`दउप5न`द 3 म_म_म_म_

33 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 16-17 3 सससस 5 ोकोकोकोक

34 )vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद 2 म_म_म_म_

35 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 18 3 सससस 5 ोकोकोकोक

36 ईhरईhरईhरईhर-दशनदशनदशनदशन (तपोवनमतपोवनमतपोवनमतपोवनम ) एकएकएकएक अयायअयायअयायअयाय

37 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1 सससस 18 5 सससस 10 ोकोकोकोक

38 अ2ावcअ2ावcअ2ावcअ2ावc गीतागीतागीतागीता 3 ोकोकोकोक

39 मामामामाडGयडGयडGयडGय औरऔरऔरऔर काdरकाकाdरकाकाdरकाकाdरका 2 म_म_म_म_

ःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःः

43

Page 29: Swadhyayamandal

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कमल-दल क ऊपर जल कW बद अEय13त अिथर होती ह जीवन भी इसी )कार

अिथर ह इस बात को अछmacr तरह समझ ल Oक सारा ससार 6याध अभमान शोक आVद स 4सत ह

यावVnयावVnयावVnयावVnoोपाजन सBःoोपाजन सBःoोपाजन सBःoोपाजन सBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः तावि13नज पdरवारो रBः पlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दहपlाजीव5त जजर दह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह वाता कोऽXप न पछ5त गह ५५५५

जब तक धनोपाजन कW शAB ह तभी तक तZहार पdरवार क लोग तम स )म

रखत ह वावथा म= शरर जजर हो जान पर तZहार बात कोई न पछगा यावEपवनोयावEपवनोयावEपवनोयावEपवनो 5नवस5त दह 5नवस5त दह 5नवस5त दह 5नवस5त दह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह तावEपछ5त कशल गह गतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापायगतव5त वायौ दहापाय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय भाया Xवय5त तिम13काय ६६६६ जब तक शरर म= )ाण ह तब तक घर म= तZहार कशल पछmacr जाती ह )ाण

5नकलन पर उसी शरर स पcentी तक भयभीत होन लगती ह बालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBःबालतावEcWडासBः तSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBःतSणतावoSणीसBः वताविच13तासBःवताविच13तासBःवताविच13तासBःवताविच13तासBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः परम ण कोऽXप न सBः ७७७७

बचपन म= खलamp म= आसAB रहती ह यवावथा म= तSणी स मोह रहता ह और

वावथा म= च13ताय= आ घरती ह Oक13त पर परमाEमा स Oकसी को )म नह ह का त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ःका त का13ता कत प_ः सससससारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः सारोऽयमतीव Xवच_ः

30

कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः ८८८८

कौन तZहार पcentी ह कौन तZहारा प_ ह वततः ससार बडा Xवच_ ह तम

Oकस क हो कहा स आय हो ह भाई कभी इस बात का भी Xवचार करो

सEससEससEससEसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEवगEवगEवगEव 5नस5नस5नस5नसगEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम 5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः ९९९९

सEसग स अनासAB )ा7 होती ह अनासAB स मोह क ब13धन टटत ह मोह टटन पर शाhत तiexclव कW )ा57 होती ह और शाhत तiexclव पान पर जीवन -मAB का लाभ

)ा7 होता ह वयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः Tीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारो Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः १०१०१०१०

जस यवावथा बीतन पर काम -Xवकार न2 हो जाता ह और जल सख जान पर

तालाब नह रह जाता ह वस ह धन न2 होन पर पdरवार नह रह जाता और तiexclव-बोध

होन पर ससार नह रह जाता ह मा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगव हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम मायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा ११११११११

31

धन जन और यौवन क लए अभमान न करना चाVहए काल इन सब को Tण मा_ म=

न2 कर दता ह इन सब को माया का iम समझो और शीordf ह साTाEकार )ा7

करो Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः कालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः ११११2222

Vदन और रात )ातः और साय सय और गम बार -बार आत ह और चल जात

ह काल कW इस cWडा क साथ आय भी बीतती जा रह ह Oफर भी आशाओ कW आधी

स कोई नह बचता का त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता _जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका १३१३१३१३

र iाि13त म= पड मढ Rी धन आVद कW च13ता Gयamp Oकया करता ह Gया तर

ऊपर शासन करन वाला कोई नह ह तीनamp लोकamp म= कवल सEसग ह वह नौका ह जो

ज13म-मरण क सागर स तझ पार कर सकती ह जVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः प1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढो दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः १४१४१४१४

जटाधार बाल मडाय एक-एक कर सर क सब बाल खचवाय और काषायवR

धारण Oकय हए नाना वषधार स13यासी ह व आखamp स दखत हए भी अध ह व मढ

नाना )कार क वष कवल पट भरन क लए धारण करत ह

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अsectगअsectगअsectगअsectग गलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मड दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम वो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दड तदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEया शाXपडम शाXपडम शाXपडम शाXपडम १५१५१५१५

वावथा म= शरर जजर हो गया ह सर क बाल सफद हो गय ह दात गर

गय ह छडी क सहार चलना पडता ह अथात मEय 5नकट आ गई ह Oक13त आशाओ का

ब13धन अब भी नह टटा अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः करतल करतल करतल करतल भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः १६१६१६१६

आग अिन पीछ सय और रा_ म= घटनamp म= ठो ढ लगाय रहन वाल तथा हाथ पसार

कर भीख मागन वाल और पड क नीच सोन वाल भी आशा क ब13धनamp स मB नह ह कSत गsectगकSत गsectगकSत गsectगकSत गsectग सागरगमनसागरगमनसागरगमनसागरगमन yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम IानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन १७१७१७१७

कोई भल ह गगासागर आVद तीथdeg का सवन कर yenत रख अथवा दान कर

Oक13त अIानी 6यAB सकडamp ज13मamp म= भी मAB नह )ा7 कर सकता ह यह तplusmnय सभी लोग वीकार करत ह

सरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासः शsup2याशsup2याशsup2याशsup2या भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः सवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः १८१८१८१८

33

जो लोग दवताओ क मि13दर और पडamp क नीच 5नवास करत ह बना बछौन क

जमीन पर लटत ह मगछाला पहनत ह और इस )कार सभी भोगamp का Eयाग कर दत ह

उन XवरB लोगamp को कौन सा सख )ा 7 नह ह

योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा सsectगसsectगसsectगसsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगXवहनः Xवहनः Xवहनः Xवहनः यय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चo न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव १९१९१९१९

चाह कोई योग का अयास करता हो या भोगamp म= पडा रहता हो चाह अनक लोगamp क

साथ रहता हो या अकला िजसका चo -च13तन म= मन ह वातव म= वह सखी ह

भगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीता गगगगगागागागाजल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता सकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा 2222००००

जो भगवदगीता का थोडा भी अययन करता ह गगा जल कW एक बद भी पान

करता ह और भAB-भाव स भगवान का मरण करता ह उसकW चचा यमराज भी नह

करत ह पनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरण पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम इह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार 2222११११

बार-बार ज13मना बार-बार मरना और बार-बार मा क पट म= पहचना बडा

क2कारक ह इस दःखमय ससार स पार होना बडा कVठन ह ह भगवन अपनी अपार

कपा स मरा 5नतार करो

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रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः योगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoो रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव 22222222

जो योगी चीथड बीन कर कथर बनात और पहनत ह पय और पाप क माग को छोड

कर चलत ह िजनका चo योगायास स सयमत ह व ईhर भाव म= 5नमन रहन वाल बालकamp या उ13मo लोगamp कW तरह 5नn13n रहत ह

कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः इ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसार Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम 2222३३३३

तम कौन हो म कौन ह म कहा स आया ह कौन मर माता ह कौन मरा

Xपता ह इन )vamp पर Xवचार करो और इस असार ससार को वwन मा_ समझ कर

छोड दो Eव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः भव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eव वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम 2222४४४४

तम म= मझ म= और सभी थानamp म= क वल एक सव6यापी भगवान ह असVह`ण होकर

तम 6यथ ह मर ऊपर cोध करत हो यVद तम चाहत हो Oक तZह= ईhर )ा7 हो जाय तो तम सदा समभाव रहो

श_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ सविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमान

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सव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIा नम नम नम नम 2222५५५५

दसर लोगamp स लडन म= अथवा उनस म_ता करन म= अपनी शAB का अप6यय न

करो अपन ब13ध-बा13धवamp स राग-nष मत रखो सव_ अपन ह वप को दखो भद बX का Eयाग करो और अIान स छटकारा पाओ

काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह EयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1य5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम आEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः 2222६६६६

काम cोध लोभ और मोह को छोडकर Iानी सव_ आEमवप ह दखता ह

वह समझता ह Oक म वह ह Oक13त आEमIान रVहत मढ लोग अIान क कारण नक कW वदनाय= सहन करत ह

गय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहsup3sup3sup3sup3 यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म नय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चo दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम 2222७७७७

भगवत-गीता और Xव`ण क सहsup3 नाम गान चाVहए भगवान Xव`ण क वप का

5नर13तर यान करना चाVहए सदा सEसग म= चo लगाना चाVहए और दन लोगamp को

दान दना चाVहए सखतः सखतः सखतः सखतः Ocयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः य~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरण तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम 2222८८८८

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पहल तो लोग सख क लए Rी भोग म= ल7 रहत ह और बाद म= शारdरक रोगamp का शकार होना पडता ह य~Xप इस ससार म= अ13ततोगEवा मEय म= ह शरण मलती

ह Oफर भी लोग पापाचरण नह छोडत

अथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEय नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम प_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः 2222९९९९

लोगamp कW अनथकार धन म= ह सदा Sच बनी रहती ह सEयता यह ह Oक उसम=

Oकि13चत मा_ भी सख नह ह धनी लोगamp को अप न प_ स भी भय रहता ह धन का

सव_ यह हाल दखा जाता ह )ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम जाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधान कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम ३०३०३०३०

बडी सावधानीपवक पहल )ाणायाम का अयास करो मन को सब ओर स

हटाकर अ13तमखी बनाओ 5नEय और अ5नEय वतओ क बीच Xववकपवक Xवचार करो

और Oफर जप करत हए समाध का अयास करो गSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः सि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादव -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम ३१३१३१३१ ह गS क चरणamp म= भABभाव रखन वालamp तम शीordf ह स सार-सागर स पार हो

जाओग तमन इि13 यamp को और मन को वश म= Oकया ह तम अपन acuteदय म= शीordf ह

भगवान का साTाEकार करोग

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आयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अग १ १ १ १ ---- वथ शरर वथ शरर वथ शरर वथ शरर ((((अअअअ) ) ) ) सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन ---- बना वथ शरर क कोई भी लौOकक या पारलौOकक

काय करना सZभव ह नह ह इसक लए श और सािiexclवक आहार आव1यक ह

मच इमल wयाज लहसन खटाई तल मसाल हग आVद Eयाय ह बहत अधक न खाना चाVहए मताहार रोगamp स बचाता ह यान रखो भोजन वाद क

लए नह वाplusmnय क लए ह एकादशी आVद Oकसी Vदन उपवास भी कई aX2 स

उपयोगी ह ((((बबबब) ) ) ) 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम ---- वथ शरर क लए 5नEय 6यायाम भी आव1यक ह

इसक लए )ातःकाल कछ शारdरक uम करना चाVहए बगीच म= काम टहलना

तरना आसनamp का अयास आVद कछ 6यायाम ह आसन और )ाणायाम साधना

म= अधक सहायक ह ((((सससस)))) वछता वछता वछता वछता ---- वथ वाय का सवन 5नEय नान साफ कपड और रहन क

थान कW सफाई शरर को वथ और चo को )स13न रखती ह

2 2 2 2 ---- वथ मनवथ मनवथ मनवथ मन

((((अअअअ) ) ) ) वायाय वायाय वायाय वायाय ---- जस वथ शरर क लए 5नEय श और पौX2क भोजन कW

आव1यकता ह वस ह वथ मन क लए स-413थamp का 5नEय अवलोकन आव1यक ह अ13यथा मन दबल हो जाता ह और उस मानस रोग घरन लगत ह

दिl13ताय= चडचडाहट 6य4ता भय nष आVद मानसक रोगamp क लTण ह

गीता रामायण भागवत उप5नष योगवास बाइबल ज13दावता करान

_Xपटक 413थसाVहब आVद म= स Oकसी 413थ का अययन करना चाVहए

((((बबबब) ) ) ) स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त ---- य दोनamp वथ मन क लTण ह Xववक और वराय

क 6यायाम स स13तोष और शाि13त बढती ह वथ शरर और वथ मन स

आEमबल बढता ह इसी बल स आयािEमक सफलताय= )ा7 कW जाती ह ((((सससस) ) ) ) सससस----Xवचार Xवचार Xवचार Xवचार ---- स-Xवचार जीवन को सह Vदशा म= ल जात ह अस Xवचारamp

स मन`य का पतन होता ह सEसग और सuml413थamp क अवलोकन स स -Xवचार

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aढ होत ह कसग और कच2ाय= छोडकर सEसग का आuय लो ससार म= िजतन भी महापSष हए ह और उ13हampन जब जो कछ पाया ह वह सEसग क कारण ह ३ ३ ३ ३ ---- न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो

जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए ---- ((((अअअअ) ) ) ) चय और सEय चय और सEय चय और सEय चय और सEय ---- वीय कW रTा बडी सावधानी स करनी चाVहए शरर

तर पर वीय ह ईhर ह जीवन कW यह एक बहत बडी Xवभ5त ह यह जीवन Xवचार और बX का सार ह सचत वीय ओज म= पdरव5तत होता ह और ओज आEमशAB म= हर कWमत पर सEय मधर और मत भाषण का अयास करना चाVहए

मplusmnया भाषण दबलता भय और अIान का पdरणाम ह 5नEय एक-दो घट का

मौन रहना चाVहए उस समय सकतamp का )योग भी न करना चाVहए ((((बबबब) ) ) ) सससस----गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास ---- 5नयम कW पाब13द समय का उपयोग मधर भाषण

उदारता कSणा नह स-पSषamp का आदर सहनशीलता Tमा धय स13तोष 5नरभमानता आVद स-गण ह यVद य ग ण सहज ह )ा7 न हamp तो अयास क

nारा )ा7 Oकय जा सकत ह सब गणamp का एक साथ अयास नह हो सकता Oक13त एक गण क आत ह उसक सहयोगी अनक गण वय आन लगत ह Oकसी एक गण का अयास करन का सकYप करो और 5नEय सोन क पहल

अपनी सफलताओ-असफलताओ पर Xवचार करो कछ समय म= वह अयास आदत बन जायगा और आदत वभाव ((((सससस) ) ) ) दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग ---- )ायः लोग कसग क कारण दगणamp म= पड जात ह

आयािEमक T_ म= जYद सफल होन क लए दगणamp को शीordfा5तशीordf छोडना

होगा म~पान आलय मासभTण cरता कठोरता कVटलता छल )पच

पर5न13दा लोभ पdर4ह आVद अनक दगण ह यVद साधक म= ऐस कोई दगण ह

तो उ13ह= एक-एक कर छोडन का )यcent करना चाVहए दगण बड हठmacr होत ह

इनक Eयागन क लए सकYप करना पडता ह यVद एक दगण छोडन म= सफलता

मल तो आEम-Xवhास बढ जाता ह और दसर दगण छोडना सरल हो जाता ह ((((दददद) ) ) ) सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका ---- आज क आथक यग म= धन सचय कW हवस बढ रह

ह इसक लए बईमानी और छल-)पच का सहारा लया जा रहा ह कारण कवल

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यह ह Oक हमार आव1यकताय= बढ गई ह श आजी Xवका क लए आव1यक ह

Oक आव1यकताय= घटाई जाय= uम और ईमानदार स कमाया हआ धन मन`य

कW आव1यक आव1यकताय= पर कर सकता ह आलसी और दबल 6यAB ह आसानी स )ा7 होन वाल धन कW इछा करत ह यVद आपकW बX और शरर

शABसZप13न ह तो आप पराय पस को Xव2ा क समान समझ=ग सबल बनो और

uम स धन कमा कर स13तोष का जीवन बताओ ४ ४ ४ ४ ---- आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम उपयB तplusmnय आयािEमक साधना कW भमका तयार करन क लए ह उ13ह=

साधना का परोT अग कह सकत ह आसन यथाथ साधना कW पहल सीढ ह

कछ आसन तो 6या याम कW aX2 स उपयोगी होत ह िजनका उYलख ऊपर Oकया

जा चका ह कछ आसन यान क लए बताय गय ह पझ स और सख

आसन म= स कोई एक अपनी सXवधा और Sच क अनसार चन लना चाVहए

उoर या पव Vदशा कW ओर मख करक उस आसन पर लगभग तीन घट अXवचल

बठन का )यास करना चाVहए उसी आसन पर यान और जप करना होगा

इसक लए थान और समय 5निlत होना चाVहए इस काय क लए एक अलग

कमरा ताल स ब13द रखना चाVहए )ातःकाल ४ बज उठ कर शौचाVद स 5नवo और पXव_ होकर आसन )ाणायाम और यान करना चाVहए आसन पर बठत ह कम स कम बीस बार )ाणायाम करना चाVहए अपन इ2दव क यान क लए कछ ोक याद कर लो )ाणायाम क बाद उनका पाठ करक भगवान का च13तन करना चाVहए ५ ५ ५ ५ ---- )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा भगवान का यान करत ह वा ससार स मन को हटा कर अ13तमखी कर लना चाVहए यह )Eयाहार ह जप इसम= सहायक होगा ॐ या ॐ नमो नारायणाय आVद Oकसी म13_ का जप

)ारZभ कर दना चाVहए १०८ म13_ कW एक माला होती ह एक या तीन माला

म13_ जपना चाVहए अधक भी हो सकता ह म13_-जाप करत ह मन भगवान क

सामन जा पहचता ह भगवान का 5नर13तर च13तन ह धारणा ह

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जप-माला भी उपयोगी ह SाT या तलसी कW माला रखना चाVहए जप क

अ5तdरB उस गल म= पहना जा सकता ह जब म= रखा जा सकता ह और सोत

समय तOकया क नीच भी डाल सकत ह Oक13त माला सदा साथ रखनी चाVहए ६ ६ ६ ६ ---- यान यान यान यान एक 5निlत आसन पर बठकर अपन इ2दव का तल धारावत च13तन ह यान

ह शरर-मन-बX क nारा भगवान क 5नकट पह च उ13ह= पीछ छोड दना समाध

ह यान क अयास कW सफलता समाध क लाभ म= 5नVहत ह समाध म= परम तoव का अपरोT अनभव होता ह याता और यय एक हो

जात ह समाध ह तरयावथा और जीव13मAB ह यह योगी कW पणावथा ह ७ ७ ७ ७ ---- 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा आयािEमक साधना कवल यान क कमर तक ह सीमत नह ह यह तो

सम4-कालक साधना ह Vह13द धम का यह एक बडा अभशाप ह Oक हम कवल

कछ बातamp को पXव_ और धामक मान बठ ह शष 6यावहाdरक जीवन धम और

आयािEमक स पर समझ लया गया ह यह बडी भल ह साधक को अपना सम4 जीवन साधनामय बनाना होता ह भगवान कW शरणाग5त का भाव 5नर13तर रहना चाVहए सारा जीवन उ13ह कW

सवा ह उ13ह कW )रणा स हर काय हो रहा ह आयािEमक साधना कW सार

सफलता उ13ह क हाथ म= ह )ाणीमा_ स )म-भाव रखना भगवान क )म का 6यावहाdरक प ह भगवान क

भBamp को सभी लोग X)य Vदखाई दत ह दसर क दोषamp को दखन क बजाय अपन

दोष दखना और उ13ह= दर करना भगवत सवा का u माग ह दनamp को दान दना रोगयamp कW सवा करना 5नरTरamp को पढाना पीडतamp कW

सहायता करना मोहा13ध भटकत लोगamp को राह Vदखाना आयािEमक साधना का

अि13तम Oक13त महEवपण अग ह कमयोग क अ13तगत इसकW मVहमा क गण गाय गय ह यVद साधना क उपयB 5नदशamp का aढतापवक पालन Oकया जाय तो जीवन म=

5नlय ह सफलता सख और मAB का लाभ होगा सभी स13त -उपदशamp का सार

यह ह

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इस Vदशा म= सतत अ4सर रहन क लए स13तamp महाEमाओ का माग-दशन लत

रहना आव1यक ह वतमान काल म= पय वा मी च13मयान13द जी क अनया5ययamp

nारा थाXपत सथा lsquoच13मय मशनrsquo आपकW सहायता क लए सदा उपलltध ह

पाqयcमपाqयcमपाqयcमपाqयcम

नननन0 पतकपतकपतकपतक )थम)थम)थम)थम बारबारबारबार

)5तVदन)5तVदन)5तVदन)5तVदन

1 जीवनजीवनजीवनजीवन यो5तयो5तयो5तयो5त 10 पपपप

2 आEमआEमआEमआEम XवकासXवकासXवकासXवकास कWकWकWकW 5नदशका5नदशका5नदशका5नदशका 10 पपपप

3 भजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दम 4 ोकोकोकोक

4 तiexclवतiexclवतiexclवतiexclव बोधबोधबोधबोध 4 पपपप

5 आEमआEमआEमआEमबोधबोधबोधबोध 3 ोकोकोकोक

6 प_प_प_प_ nाराnाराnाराnारा वदा13तवदा13तवदा13तवदा13त 10 पपपप

7 मानवमानवमानवमानव 5नमाण5नमाण5नमाण5नमाण कलाकलाकलाकला 12 पपपप

8 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण 4 ोकोकोकोक

9 यानयानयानयान औरऔरऔरऔर जीवनजीवनजीवनजीवन 1 अयायअयायअयायअयाय

10 नारदनारदनारदनारद भABभABभABभAB स_स_स_स_ 5 स_स_स_स_

11 गीतागीतागीतागीता कWकWकWकW भमकाभमकाभमकाभमका 10 पपपप

12 अव1यअव1यअव1यअव1य कर=कर=कर=कर= 10 पपपप

13 साधनासाधनासाधनासाधना पचकमपचकमपचकमपचकम 1 ोकोकोकोक

14 कनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषद 2 म_म_म_म_

15 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1-2-3 3 सससस 5 ोकोकोकोक

16 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (201 सससस 300 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

17 कठोप5नषकठोप5नषकठोप5नषकठोप5नष 2 म_म_म_म_

18 दTणाम5तदTणाम5तदTणाम5तदTणाम5त तो_मतो_मतो_मतो_म 2 म_म_म_म_

19 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 4-5-6 3 सससस 5 ोकोकोकोक

20 उपदशउपदशउपदशउपदश सारसारसारसार 2 ोकोकोकोक

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21 ईशावायईशावायईशावायईशावाय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 3 म_म_म_म_

22 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 7-8-9 3 सससस 5 ोोोोकककक

23 मडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नष 2 म_म_म_म_

24 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 10-11 3 सससस 5 ोकोकोकोक

25 कवYयकवYयकवYयकवYय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 2 म_म_म_म_

26 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (301 सससस 583 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

27 पSषसBमपSषसBमपSषसBमपSषसBम 4 सBसBसBसB

28 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 12 3 सससस 5 ोकोकोकोक

29 तXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषद 2 म_म_म_म_

30 बनाथबनाथबनाथबनाथ-त5तत5तत5तत5त 4 ोकोकोकोक

31 गीगीगीगीताताताता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 13-14-15 3 सससस 5 ोकोकोकोक

32 ऐतरयऐतरयऐतरयऐतरय उप5न`दउप5न`दउप5न`दउप5न`द 3 म_म_म_म_

33 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 16-17 3 सससस 5 ोकोकोकोक

34 )vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद 2 म_म_म_म_

35 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 18 3 सससस 5 ोकोकोकोक

36 ईhरईhरईhरईhर-दशनदशनदशनदशन (तपोवनमतपोवनमतपोवनमतपोवनम ) एकएकएकएक अयायअयायअयायअयाय

37 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1 सससस 18 5 सससस 10 ोकोकोकोक

38 अ2ावcअ2ावcअ2ावcअ2ावc गीतागीतागीतागीता 3 ोकोकोकोक

39 मामामामाडGयडGयडGयडGय औरऔरऔरऔर काdरकाकाdरकाकाdरकाकाdरका 2 म_म_म_म_

ःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःः

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Page 30: Swadhyayamandal

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कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः कय Eव कः कत आयातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः तiexclव च13तय तVदह iातः ८८८८

कौन तZहार पcentी ह कौन तZहारा प_ ह वततः ससार बडा Xवच_ ह तम

Oकस क हो कहा स आय हो ह भाई कभी इस बात का भी Xवचार करो

सEससEससEससEसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEव 5नसगEवगEवगEवगEव 5नस5नस5नस5नसगEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम गEव 5नमpoundहEवम 5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव5नमpoundहEव 5नlलतiexclव 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः 5नlलतiexclव जीव13मABः ९९९९

सEसग स अनासAB )ा7 होती ह अनासAB स मोह क ब13धन टटत ह मोह टटन पर शाhत तiexclव कW )ा57 होती ह और शाhत तiexclव पान पर जीवन -मAB का लाभ

)ा7 होता ह वयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारःवयस गत कः कामXवकारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः श`क नीर कः कासारः Tीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारोTीण Xवo कः पdरवारो Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः Iात तiexclव कः ससारः १०१०१०१०

जस यवावथा बीतन पर काम -Xवकार न2 हो जाता ह और जल सख जान पर

तालाब नह रह जाता ह वस ह धन न2 होन पर पdरवार नह रह जाता और तiexclव-बोध

होन पर ससार नह रह जाता ह मा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगवमा कS धनजनयौवनगव हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम हर5त 5नमषाEकालः सवम मायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवामायामयमदमखल बवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा पद Eव )Xवश XवVदEवा ११११११११

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धन जन और यौवन क लए अभमान न करना चाVहए काल इन सब को Tण मा_ म=

न2 कर दता ह इन सब को माया का iम समझो और शीordf ह साTाEकार )ा7

करो Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः कालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः ११११2222

Vदन और रात )ातः और साय सय और गम बार -बार आत ह और चल जात

ह काल कW इस cWडा क साथ आय भी बीतती जा रह ह Oफर भी आशाओ कW आधी

स कोई नह बचता का त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता _जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका १३१३१३१३

र iाि13त म= पड मढ Rी धन आVद कW च13ता Gयamp Oकया करता ह Gया तर

ऊपर शासन करन वाला कोई नह ह तीनamp लोकamp म= कवल सEसग ह वह नौका ह जो

ज13म-मरण क सागर स तझ पार कर सकती ह जVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः प1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढो दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः १४१४१४१४

जटाधार बाल मडाय एक-एक कर सर क सब बाल खचवाय और काषायवR

धारण Oकय हए नाना वषधार स13यासी ह व आखamp स दखत हए भी अध ह व मढ

नाना )कार क वष कवल पट भरन क लए धारण करत ह

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अsectगअsectगअsectगअsectग गलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मड दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम वो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दड तदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEया शाXपडम शाXपडम शाXपडम शाXपडम १५१५१५१५

वावथा म= शरर जजर हो गया ह सर क बाल सफद हो गय ह दात गर

गय ह छडी क सहार चलना पडता ह अथात मEय 5नकट आ गई ह Oक13त आशाओ का

ब13धन अब भी नह टटा अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः करतल करतल करतल करतल भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः १६१६१६१६

आग अिन पीछ सय और रा_ म= घटनamp म= ठो ढ लगाय रहन वाल तथा हाथ पसार

कर भीख मागन वाल और पड क नीच सोन वाल भी आशा क ब13धनamp स मB नह ह कSत गsectगकSत गsectगकSत गsectगकSत गsectग सागरगमनसागरगमनसागरगमनसागरगमन yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम IानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन १७१७१७१७

कोई भल ह गगासागर आVद तीथdeg का सवन कर yenत रख अथवा दान कर

Oक13त अIानी 6यAB सकडamp ज13मamp म= भी मAB नह )ा7 कर सकता ह यह तplusmnय सभी लोग वीकार करत ह

सरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासः शsup2याशsup2याशsup2याशsup2या भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः सवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः १८१८१८१८

33

जो लोग दवताओ क मि13दर और पडamp क नीच 5नवास करत ह बना बछौन क

जमीन पर लटत ह मगछाला पहनत ह और इस )कार सभी भोगamp का Eयाग कर दत ह

उन XवरB लोगamp को कौन सा सख )ा 7 नह ह

योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा सsectगसsectगसsectगसsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगXवहनः Xवहनः Xवहनः Xवहनः यय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चo न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव १९१९१९१९

चाह कोई योग का अयास करता हो या भोगamp म= पडा रहता हो चाह अनक लोगamp क

साथ रहता हो या अकला िजसका चo -च13तन म= मन ह वातव म= वह सखी ह

भगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीता गगगगगागागागाजल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता सकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा 2222००००

जो भगवदगीता का थोडा भी अययन करता ह गगा जल कW एक बद भी पान

करता ह और भAB-भाव स भगवान का मरण करता ह उसकW चचा यमराज भी नह

करत ह पनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरण पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम इह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार 2222११११

बार-बार ज13मना बार-बार मरना और बार-बार मा क पट म= पहचना बडा

क2कारक ह इस दःखमय ससार स पार होना बडा कVठन ह ह भगवन अपनी अपार

कपा स मरा 5नतार करो

34

रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः योगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoो रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव 22222222

जो योगी चीथड बीन कर कथर बनात और पहनत ह पय और पाप क माग को छोड

कर चलत ह िजनका चo योगायास स सयमत ह व ईhर भाव म= 5नमन रहन वाल बालकamp या उ13मo लोगamp कW तरह 5नn13n रहत ह

कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः इ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसार Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम 2222३३३३

तम कौन हो म कौन ह म कहा स आया ह कौन मर माता ह कौन मरा

Xपता ह इन )vamp पर Xवचार करो और इस असार ससार को वwन मा_ समझ कर

छोड दो Eव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः भव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eव वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम 2222४४४४

तम म= मझ म= और सभी थानamp म= क वल एक सव6यापी भगवान ह असVह`ण होकर

तम 6यथ ह मर ऊपर cोध करत हो यVद तम चाहत हो Oक तZह= ईhर )ा7 हो जाय तो तम सदा समभाव रहो

श_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ सविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमान

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सव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIा नम नम नम नम 2222५५५५

दसर लोगamp स लडन म= अथवा उनस म_ता करन म= अपनी शAB का अप6यय न

करो अपन ब13ध-बा13धवamp स राग-nष मत रखो सव_ अपन ह वप को दखो भद बX का Eयाग करो और अIान स छटकारा पाओ

काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह EयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1य5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम आEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः 2222६६६६

काम cोध लोभ और मोह को छोडकर Iानी सव_ आEमवप ह दखता ह

वह समझता ह Oक म वह ह Oक13त आEमIान रVहत मढ लोग अIान क कारण नक कW वदनाय= सहन करत ह

गय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहsup3sup3sup3sup3 यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म नय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चo दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम 2222७७७७

भगवत-गीता और Xव`ण क सहsup3 नाम गान चाVहए भगवान Xव`ण क वप का

5नर13तर यान करना चाVहए सदा सEसग म= चo लगाना चाVहए और दन लोगamp को

दान दना चाVहए सखतः सखतः सखतः सखतः Ocयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः य~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरण तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम 2222८८८८

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पहल तो लोग सख क लए Rी भोग म= ल7 रहत ह और बाद म= शारdरक रोगamp का शकार होना पडता ह य~Xप इस ससार म= अ13ततोगEवा मEय म= ह शरण मलती

ह Oफर भी लोग पापाचरण नह छोडत

अथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEय नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम प_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः 2222९९९९

लोगamp कW अनथकार धन म= ह सदा Sच बनी रहती ह सEयता यह ह Oक उसम=

Oकि13चत मा_ भी सख नह ह धनी लोगamp को अप न प_ स भी भय रहता ह धन का

सव_ यह हाल दखा जाता ह )ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम जाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधान कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम ३०३०३०३०

बडी सावधानीपवक पहल )ाणायाम का अयास करो मन को सब ओर स

हटाकर अ13तमखी बनाओ 5नEय और अ5नEय वतओ क बीच Xववकपवक Xवचार करो

और Oफर जप करत हए समाध का अयास करो गSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः सि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादव -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम ३१३१३१३१ ह गS क चरणamp म= भABभाव रखन वालamp तम शीordf ह स सार-सागर स पार हो

जाओग तमन इि13 यamp को और मन को वश म= Oकया ह तम अपन acuteदय म= शीordf ह

भगवान का साTाEकार करोग

37

आयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अग १ १ १ १ ---- वथ शरर वथ शरर वथ शरर वथ शरर ((((अअअअ) ) ) ) सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन ---- बना वथ शरर क कोई भी लौOकक या पारलौOकक

काय करना सZभव ह नह ह इसक लए श और सािiexclवक आहार आव1यक ह

मच इमल wयाज लहसन खटाई तल मसाल हग आVद Eयाय ह बहत अधक न खाना चाVहए मताहार रोगamp स बचाता ह यान रखो भोजन वाद क

लए नह वाplusmnय क लए ह एकादशी आVद Oकसी Vदन उपवास भी कई aX2 स

उपयोगी ह ((((बबबब) ) ) ) 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम ---- वथ शरर क लए 5नEय 6यायाम भी आव1यक ह

इसक लए )ातःकाल कछ शारdरक uम करना चाVहए बगीच म= काम टहलना

तरना आसनamp का अयास आVद कछ 6यायाम ह आसन और )ाणायाम साधना

म= अधक सहायक ह ((((सससस)))) वछता वछता वछता वछता ---- वथ वाय का सवन 5नEय नान साफ कपड और रहन क

थान कW सफाई शरर को वथ और चo को )स13न रखती ह

2 2 2 2 ---- वथ मनवथ मनवथ मनवथ मन

((((अअअअ) ) ) ) वायाय वायाय वायाय वायाय ---- जस वथ शरर क लए 5नEय श और पौX2क भोजन कW

आव1यकता ह वस ह वथ मन क लए स-413थamp का 5नEय अवलोकन आव1यक ह अ13यथा मन दबल हो जाता ह और उस मानस रोग घरन लगत ह

दिl13ताय= चडचडाहट 6य4ता भय nष आVद मानसक रोगamp क लTण ह

गीता रामायण भागवत उप5नष योगवास बाइबल ज13दावता करान

_Xपटक 413थसाVहब आVद म= स Oकसी 413थ का अययन करना चाVहए

((((बबबब) ) ) ) स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त ---- य दोनamp वथ मन क लTण ह Xववक और वराय

क 6यायाम स स13तोष और शाि13त बढती ह वथ शरर और वथ मन स

आEमबल बढता ह इसी बल स आयािEमक सफलताय= )ा7 कW जाती ह ((((सससस) ) ) ) सससस----Xवचार Xवचार Xवचार Xवचार ---- स-Xवचार जीवन को सह Vदशा म= ल जात ह अस Xवचारamp

स मन`य का पतन होता ह सEसग और सuml413थamp क अवलोकन स स -Xवचार

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aढ होत ह कसग और कच2ाय= छोडकर सEसग का आuय लो ससार म= िजतन भी महापSष हए ह और उ13हampन जब जो कछ पाया ह वह सEसग क कारण ह ३ ३ ३ ३ ---- न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो

जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए ---- ((((अअअअ) ) ) ) चय और सEय चय और सEय चय और सEय चय और सEय ---- वीय कW रTा बडी सावधानी स करनी चाVहए शरर

तर पर वीय ह ईhर ह जीवन कW यह एक बहत बडी Xवभ5त ह यह जीवन Xवचार और बX का सार ह सचत वीय ओज म= पdरव5तत होता ह और ओज आEमशAB म= हर कWमत पर सEय मधर और मत भाषण का अयास करना चाVहए

मplusmnया भाषण दबलता भय और अIान का पdरणाम ह 5नEय एक-दो घट का

मौन रहना चाVहए उस समय सकतamp का )योग भी न करना चाVहए ((((बबबब) ) ) ) सससस----गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास ---- 5नयम कW पाब13द समय का उपयोग मधर भाषण

उदारता कSणा नह स-पSषamp का आदर सहनशीलता Tमा धय स13तोष 5नरभमानता आVद स-गण ह यVद य ग ण सहज ह )ा7 न हamp तो अयास क

nारा )ा7 Oकय जा सकत ह सब गणamp का एक साथ अयास नह हो सकता Oक13त एक गण क आत ह उसक सहयोगी अनक गण वय आन लगत ह Oकसी एक गण का अयास करन का सकYप करो और 5नEय सोन क पहल

अपनी सफलताओ-असफलताओ पर Xवचार करो कछ समय म= वह अयास आदत बन जायगा और आदत वभाव ((((सससस) ) ) ) दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग ---- )ायः लोग कसग क कारण दगणamp म= पड जात ह

आयािEमक T_ म= जYद सफल होन क लए दगणamp को शीordfा5तशीordf छोडना

होगा म~पान आलय मासभTण cरता कठोरता कVटलता छल )पच

पर5न13दा लोभ पdर4ह आVद अनक दगण ह यVद साधक म= ऐस कोई दगण ह

तो उ13ह= एक-एक कर छोडन का )यcent करना चाVहए दगण बड हठmacr होत ह

इनक Eयागन क लए सकYप करना पडता ह यVद एक दगण छोडन म= सफलता

मल तो आEम-Xवhास बढ जाता ह और दसर दगण छोडना सरल हो जाता ह ((((दददद) ) ) ) सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका ---- आज क आथक यग म= धन सचय कW हवस बढ रह

ह इसक लए बईमानी और छल-)पच का सहारा लया जा रहा ह कारण कवल

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यह ह Oक हमार आव1यकताय= बढ गई ह श आजी Xवका क लए आव1यक ह

Oक आव1यकताय= घटाई जाय= uम और ईमानदार स कमाया हआ धन मन`य

कW आव1यक आव1यकताय= पर कर सकता ह आलसी और दबल 6यAB ह आसानी स )ा7 होन वाल धन कW इछा करत ह यVद आपकW बX और शरर

शABसZप13न ह तो आप पराय पस को Xव2ा क समान समझ=ग सबल बनो और

uम स धन कमा कर स13तोष का जीवन बताओ ४ ४ ४ ४ ---- आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम उपयB तplusmnय आयािEमक साधना कW भमका तयार करन क लए ह उ13ह=

साधना का परोT अग कह सकत ह आसन यथाथ साधना कW पहल सीढ ह

कछ आसन तो 6या याम कW aX2 स उपयोगी होत ह िजनका उYलख ऊपर Oकया

जा चका ह कछ आसन यान क लए बताय गय ह पझ स और सख

आसन म= स कोई एक अपनी सXवधा और Sच क अनसार चन लना चाVहए

उoर या पव Vदशा कW ओर मख करक उस आसन पर लगभग तीन घट अXवचल

बठन का )यास करना चाVहए उसी आसन पर यान और जप करना होगा

इसक लए थान और समय 5निlत होना चाVहए इस काय क लए एक अलग

कमरा ताल स ब13द रखना चाVहए )ातःकाल ४ बज उठ कर शौचाVद स 5नवo और पXव_ होकर आसन )ाणायाम और यान करना चाVहए आसन पर बठत ह कम स कम बीस बार )ाणायाम करना चाVहए अपन इ2दव क यान क लए कछ ोक याद कर लो )ाणायाम क बाद उनका पाठ करक भगवान का च13तन करना चाVहए ५ ५ ५ ५ ---- )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा भगवान का यान करत ह वा ससार स मन को हटा कर अ13तमखी कर लना चाVहए यह )Eयाहार ह जप इसम= सहायक होगा ॐ या ॐ नमो नारायणाय आVद Oकसी म13_ का जप

)ारZभ कर दना चाVहए १०८ म13_ कW एक माला होती ह एक या तीन माला

म13_ जपना चाVहए अधक भी हो सकता ह म13_-जाप करत ह मन भगवान क

सामन जा पहचता ह भगवान का 5नर13तर च13तन ह धारणा ह

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जप-माला भी उपयोगी ह SाT या तलसी कW माला रखना चाVहए जप क

अ5तdरB उस गल म= पहना जा सकता ह जब म= रखा जा सकता ह और सोत

समय तOकया क नीच भी डाल सकत ह Oक13त माला सदा साथ रखनी चाVहए ६ ६ ६ ६ ---- यान यान यान यान एक 5निlत आसन पर बठकर अपन इ2दव का तल धारावत च13तन ह यान

ह शरर-मन-बX क nारा भगवान क 5नकट पह च उ13ह= पीछ छोड दना समाध

ह यान क अयास कW सफलता समाध क लाभ म= 5नVहत ह समाध म= परम तoव का अपरोT अनभव होता ह याता और यय एक हो

जात ह समाध ह तरयावथा और जीव13मAB ह यह योगी कW पणावथा ह ७ ७ ७ ७ ---- 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा आयािEमक साधना कवल यान क कमर तक ह सीमत नह ह यह तो

सम4-कालक साधना ह Vह13द धम का यह एक बडा अभशाप ह Oक हम कवल

कछ बातamp को पXव_ और धामक मान बठ ह शष 6यावहाdरक जीवन धम और

आयािEमक स पर समझ लया गया ह यह बडी भल ह साधक को अपना सम4 जीवन साधनामय बनाना होता ह भगवान कW शरणाग5त का भाव 5नर13तर रहना चाVहए सारा जीवन उ13ह कW

सवा ह उ13ह कW )रणा स हर काय हो रहा ह आयािEमक साधना कW सार

सफलता उ13ह क हाथ म= ह )ाणीमा_ स )म-भाव रखना भगवान क )म का 6यावहाdरक प ह भगवान क

भBamp को सभी लोग X)य Vदखाई दत ह दसर क दोषamp को दखन क बजाय अपन

दोष दखना और उ13ह= दर करना भगवत सवा का u माग ह दनamp को दान दना रोगयamp कW सवा करना 5नरTरamp को पढाना पीडतamp कW

सहायता करना मोहा13ध भटकत लोगamp को राह Vदखाना आयािEमक साधना का

अि13तम Oक13त महEवपण अग ह कमयोग क अ13तगत इसकW मVहमा क गण गाय गय ह यVद साधना क उपयB 5नदशamp का aढतापवक पालन Oकया जाय तो जीवन म=

5नlय ह सफलता सख और मAB का लाभ होगा सभी स13त -उपदशamp का सार

यह ह

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इस Vदशा म= सतत अ4सर रहन क लए स13तamp महाEमाओ का माग-दशन लत

रहना आव1यक ह वतमान काल म= पय वा मी च13मयान13द जी क अनया5ययamp

nारा थाXपत सथा lsquoच13मय मशनrsquo आपकW सहायता क लए सदा उपलltध ह

पाqयcमपाqयcमपाqयcमपाqयcम

नननन0 पतकपतकपतकपतक )थम)थम)थम)थम बारबारबारबार

)5तVदन)5तVदन)5तVदन)5तVदन

1 जीवनजीवनजीवनजीवन यो5तयो5तयो5तयो5त 10 पपपप

2 आEमआEमआEमआEम XवकासXवकासXवकासXवकास कWकWकWकW 5नदशका5नदशका5नदशका5नदशका 10 पपपप

3 भजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दम 4 ोकोकोकोक

4 तiexclवतiexclवतiexclवतiexclव बोधबोधबोधबोध 4 पपपप

5 आEमआEमआEमआEमबोधबोधबोधबोध 3 ोकोकोकोक

6 प_प_प_प_ nाराnाराnाराnारा वदा13तवदा13तवदा13तवदा13त 10 पपपप

7 मानवमानवमानवमानव 5नमाण5नमाण5नमाण5नमाण कलाकलाकलाकला 12 पपपप

8 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण 4 ोकोकोकोक

9 यानयानयानयान औरऔरऔरऔर जीवनजीवनजीवनजीवन 1 अयायअयायअयायअयाय

10 नारदनारदनारदनारद भABभABभABभAB स_स_स_स_ 5 स_स_स_स_

11 गीतागीतागीतागीता कWकWकWकW भमकाभमकाभमकाभमका 10 पपपप

12 अव1यअव1यअव1यअव1य कर=कर=कर=कर= 10 पपपप

13 साधनासाधनासाधनासाधना पचकमपचकमपचकमपचकम 1 ोकोकोकोक

14 कनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषद 2 म_म_म_म_

15 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1-2-3 3 सससस 5 ोकोकोकोक

16 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (201 सससस 300 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

17 कठोप5नषकठोप5नषकठोप5नषकठोप5नष 2 म_म_म_म_

18 दTणाम5तदTणाम5तदTणाम5तदTणाम5त तो_मतो_मतो_मतो_म 2 म_म_म_म_

19 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 4-5-6 3 सससस 5 ोकोकोकोक

20 उपदशउपदशउपदशउपदश सारसारसारसार 2 ोकोकोकोक

42

21 ईशावायईशावायईशावायईशावाय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 3 म_म_म_म_

22 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 7-8-9 3 सससस 5 ोोोोकककक

23 मडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नष 2 म_म_म_म_

24 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 10-11 3 सससस 5 ोकोकोकोक

25 कवYयकवYयकवYयकवYय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 2 म_म_म_म_

26 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (301 सससस 583 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

27 पSषसBमपSषसBमपSषसBमपSषसBम 4 सBसBसBसB

28 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 12 3 सससस 5 ोकोकोकोक

29 तXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषद 2 म_म_म_म_

30 बनाथबनाथबनाथबनाथ-त5तत5तत5तत5त 4 ोकोकोकोक

31 गीगीगीगीताताताता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 13-14-15 3 सससस 5 ोकोकोकोक

32 ऐतरयऐतरयऐतरयऐतरय उप5न`दउप5न`दउप5न`दउप5न`द 3 म_म_म_म_

33 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 16-17 3 सससस 5 ोकोकोकोक

34 )vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद 2 म_म_म_म_

35 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 18 3 सससस 5 ोकोकोकोक

36 ईhरईhरईhरईhर-दशनदशनदशनदशन (तपोवनमतपोवनमतपोवनमतपोवनम ) एकएकएकएक अयायअयायअयायअयाय

37 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1 सससस 18 5 सससस 10 ोकोकोकोक

38 अ2ावcअ2ावcअ2ावcअ2ावc गीतागीतागीतागीता 3 ोकोकोकोक

39 मामामामाडGयडGयडGयडGय औरऔरऔरऔर काdरकाकाdरकाकाdरकाकाdरका 2 म_म_म_म_

ःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःः

43

Page 31: Swadhyayamandal

31

धन जन और यौवन क लए अभमान न करना चाVहए काल इन सब को Tण मा_ म=

न2 कर दता ह इन सब को माया का iम समझो और शीordf ह साTाEकार )ा7

करो Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः Vदनयाम13यौ साय )ातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः शशरवस13तौ पनरायातः कालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायःकालः cWड5त गछEयायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः तदXप न म चEयाशावायः ११११2222

Vदन और रात )ातः और साय सय और गम बार -बार आत ह और चल जात

ह काल कW इस cWडा क साथ आय भी बीतती जा रह ह Oफर भी आशाओ कW आधी

स कोई नह बचता का त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ताका त का13ता धनगतच13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता वातल Oक तव नाित 5नय13ता _जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका_जग5त सजनसग5तरका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका भव5त भवाणवतरण नौका १३१३१३१३

र iाि13त म= पड मढ Rी धन आVद कW च13ता Gयamp Oकया करता ह Gया तर

ऊपर शासन करन वाला कोई नह ह तीनamp लोकamp म= कवल सEसग ह वह नौका ह जो

ज13म-मरण क सागर स तझ पार कर सकती ह जVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशःजVटलो मडी लि छतकशः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः काषायाZबर बहकतवषः प1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढोप1य13नXप च न प1य5त मढो दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः दर5नमo बहकतवषः १४१४१४१४

जटाधार बाल मडाय एक-एक कर सर क सब बाल खचवाय और काषायवR

धारण Oकय हए नाना वषधार स13यासी ह व आखamp स दखत हए भी अध ह व मढ

नाना )कार क वष कवल पट भरन क लए धारण करत ह

32

अsectगअsectगअsectगअsectग गलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मड दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम वो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दड तदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEया शाXपडम शाXपडम शाXपडम शाXपडम १५१५१५१५

वावथा म= शरर जजर हो गया ह सर क बाल सफद हो गय ह दात गर

गय ह छडी क सहार चलना पडता ह अथात मEय 5नकट आ गई ह Oक13त आशाओ का

ब13धन अब भी नह टटा अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः करतल करतल करतल करतल भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः १६१६१६१६

आग अिन पीछ सय और रा_ म= घटनamp म= ठो ढ लगाय रहन वाल तथा हाथ पसार

कर भीख मागन वाल और पड क नीच सोन वाल भी आशा क ब13धनamp स मB नह ह कSत गsectगकSत गsectगकSत गsectगकSत गsectग सागरगमनसागरगमनसागरगमनसागरगमन yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम IानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन १७१७१७१७

कोई भल ह गगासागर आVद तीथdeg का सवन कर yenत रख अथवा दान कर

Oक13त अIानी 6यAB सकडamp ज13मamp म= भी मAB नह )ा7 कर सकता ह यह तplusmnय सभी लोग वीकार करत ह

सरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासः शsup2याशsup2याशsup2याशsup2या भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः सवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः १८१८१८१८

33

जो लोग दवताओ क मि13दर और पडamp क नीच 5नवास करत ह बना बछौन क

जमीन पर लटत ह मगछाला पहनत ह और इस )कार सभी भोगamp का Eयाग कर दत ह

उन XवरB लोगamp को कौन सा सख )ा 7 नह ह

योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा सsectगसsectगसsectगसsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगXवहनः Xवहनः Xवहनः Xवहनः यय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चo न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव १९१९१९१९

चाह कोई योग का अयास करता हो या भोगamp म= पडा रहता हो चाह अनक लोगamp क

साथ रहता हो या अकला िजसका चo -च13तन म= मन ह वातव म= वह सखी ह

भगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीता गगगगगागागागाजल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता सकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा 2222००००

जो भगवदगीता का थोडा भी अययन करता ह गगा जल कW एक बद भी पान

करता ह और भAB-भाव स भगवान का मरण करता ह उसकW चचा यमराज भी नह

करत ह पनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरण पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम इह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार 2222११११

बार-बार ज13मना बार-बार मरना और बार-बार मा क पट म= पहचना बडा

क2कारक ह इस दःखमय ससार स पार होना बडा कVठन ह ह भगवन अपनी अपार

कपा स मरा 5नतार करो

34

रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः योगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoो रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव 22222222

जो योगी चीथड बीन कर कथर बनात और पहनत ह पय और पाप क माग को छोड

कर चलत ह िजनका चo योगायास स सयमत ह व ईhर भाव म= 5नमन रहन वाल बालकamp या उ13मo लोगamp कW तरह 5नn13n रहत ह

कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः इ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसार Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम 2222३३३३

तम कौन हो म कौन ह म कहा स आया ह कौन मर माता ह कौन मरा

Xपता ह इन )vamp पर Xवचार करो और इस असार ससार को वwन मा_ समझ कर

छोड दो Eव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः भव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eव वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम 2222४४४४

तम म= मझ म= और सभी थानamp म= क वल एक सव6यापी भगवान ह असVह`ण होकर

तम 6यथ ह मर ऊपर cोध करत हो यVद तम चाहत हो Oक तZह= ईhर )ा7 हो जाय तो तम सदा समभाव रहो

श_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ सविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमान

35

सव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIा नम नम नम नम 2222५५५५

दसर लोगamp स लडन म= अथवा उनस म_ता करन म= अपनी शAB का अप6यय न

करो अपन ब13ध-बा13धवamp स राग-nष मत रखो सव_ अपन ह वप को दखो भद बX का Eयाग करो और अIान स छटकारा पाओ

काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह EयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1य5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम आEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः 2222६६६६

काम cोध लोभ और मोह को छोडकर Iानी सव_ आEमवप ह दखता ह

वह समझता ह Oक म वह ह Oक13त आEमIान रVहत मढ लोग अIान क कारण नक कW वदनाय= सहन करत ह

गय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहsup3sup3sup3sup3 यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म नय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चo दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम 2222७७७७

भगवत-गीता और Xव`ण क सहsup3 नाम गान चाVहए भगवान Xव`ण क वप का

5नर13तर यान करना चाVहए सदा सEसग म= चo लगाना चाVहए और दन लोगamp को

दान दना चाVहए सखतः सखतः सखतः सखतः Ocयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः य~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरण तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम 2222८८८८

36

पहल तो लोग सख क लए Rी भोग म= ल7 रहत ह और बाद म= शारdरक रोगamp का शकार होना पडता ह य~Xप इस ससार म= अ13ततोगEवा मEय म= ह शरण मलती

ह Oफर भी लोग पापाचरण नह छोडत

अथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEय नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम प_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः 2222९९९९

लोगamp कW अनथकार धन म= ह सदा Sच बनी रहती ह सEयता यह ह Oक उसम=

Oकि13चत मा_ भी सख नह ह धनी लोगamp को अप न प_ स भी भय रहता ह धन का

सव_ यह हाल दखा जाता ह )ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम जाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधान कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम ३०३०३०३०

बडी सावधानीपवक पहल )ाणायाम का अयास करो मन को सब ओर स

हटाकर अ13तमखी बनाओ 5नEय और अ5नEय वतओ क बीच Xववकपवक Xवचार करो

और Oफर जप करत हए समाध का अयास करो गSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः सि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादव -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम ३१३१३१३१ ह गS क चरणamp म= भABभाव रखन वालamp तम शीordf ह स सार-सागर स पार हो

जाओग तमन इि13 यamp को और मन को वश म= Oकया ह तम अपन acuteदय म= शीordf ह

भगवान का साTाEकार करोग

37

आयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अग १ १ १ १ ---- वथ शरर वथ शरर वथ शरर वथ शरर ((((अअअअ) ) ) ) सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन ---- बना वथ शरर क कोई भी लौOकक या पारलौOकक

काय करना सZभव ह नह ह इसक लए श और सािiexclवक आहार आव1यक ह

मच इमल wयाज लहसन खटाई तल मसाल हग आVद Eयाय ह बहत अधक न खाना चाVहए मताहार रोगamp स बचाता ह यान रखो भोजन वाद क

लए नह वाplusmnय क लए ह एकादशी आVद Oकसी Vदन उपवास भी कई aX2 स

उपयोगी ह ((((बबबब) ) ) ) 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम ---- वथ शरर क लए 5नEय 6यायाम भी आव1यक ह

इसक लए )ातःकाल कछ शारdरक uम करना चाVहए बगीच म= काम टहलना

तरना आसनamp का अयास आVद कछ 6यायाम ह आसन और )ाणायाम साधना

म= अधक सहायक ह ((((सससस)))) वछता वछता वछता वछता ---- वथ वाय का सवन 5नEय नान साफ कपड और रहन क

थान कW सफाई शरर को वथ और चo को )स13न रखती ह

2 2 2 2 ---- वथ मनवथ मनवथ मनवथ मन

((((अअअअ) ) ) ) वायाय वायाय वायाय वायाय ---- जस वथ शरर क लए 5नEय श और पौX2क भोजन कW

आव1यकता ह वस ह वथ मन क लए स-413थamp का 5नEय अवलोकन आव1यक ह अ13यथा मन दबल हो जाता ह और उस मानस रोग घरन लगत ह

दिl13ताय= चडचडाहट 6य4ता भय nष आVद मानसक रोगamp क लTण ह

गीता रामायण भागवत उप5नष योगवास बाइबल ज13दावता करान

_Xपटक 413थसाVहब आVद म= स Oकसी 413थ का अययन करना चाVहए

((((बबबब) ) ) ) स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त ---- य दोनamp वथ मन क लTण ह Xववक और वराय

क 6यायाम स स13तोष और शाि13त बढती ह वथ शरर और वथ मन स

आEमबल बढता ह इसी बल स आयािEमक सफलताय= )ा7 कW जाती ह ((((सससस) ) ) ) सससस----Xवचार Xवचार Xवचार Xवचार ---- स-Xवचार जीवन को सह Vदशा म= ल जात ह अस Xवचारamp

स मन`य का पतन होता ह सEसग और सuml413थamp क अवलोकन स स -Xवचार

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aढ होत ह कसग और कच2ाय= छोडकर सEसग का आuय लो ससार म= िजतन भी महापSष हए ह और उ13हampन जब जो कछ पाया ह वह सEसग क कारण ह ३ ३ ३ ३ ---- न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो

जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए ---- ((((अअअअ) ) ) ) चय और सEय चय और सEय चय और सEय चय और सEय ---- वीय कW रTा बडी सावधानी स करनी चाVहए शरर

तर पर वीय ह ईhर ह जीवन कW यह एक बहत बडी Xवभ5त ह यह जीवन Xवचार और बX का सार ह सचत वीय ओज म= पdरव5तत होता ह और ओज आEमशAB म= हर कWमत पर सEय मधर और मत भाषण का अयास करना चाVहए

मplusmnया भाषण दबलता भय और अIान का पdरणाम ह 5नEय एक-दो घट का

मौन रहना चाVहए उस समय सकतamp का )योग भी न करना चाVहए ((((बबबब) ) ) ) सससस----गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास ---- 5नयम कW पाब13द समय का उपयोग मधर भाषण

उदारता कSणा नह स-पSषamp का आदर सहनशीलता Tमा धय स13तोष 5नरभमानता आVद स-गण ह यVद य ग ण सहज ह )ा7 न हamp तो अयास क

nारा )ा7 Oकय जा सकत ह सब गणamp का एक साथ अयास नह हो सकता Oक13त एक गण क आत ह उसक सहयोगी अनक गण वय आन लगत ह Oकसी एक गण का अयास करन का सकYप करो और 5नEय सोन क पहल

अपनी सफलताओ-असफलताओ पर Xवचार करो कछ समय म= वह अयास आदत बन जायगा और आदत वभाव ((((सससस) ) ) ) दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग ---- )ायः लोग कसग क कारण दगणamp म= पड जात ह

आयािEमक T_ म= जYद सफल होन क लए दगणamp को शीordfा5तशीordf छोडना

होगा म~पान आलय मासभTण cरता कठोरता कVटलता छल )पच

पर5न13दा लोभ पdर4ह आVद अनक दगण ह यVद साधक म= ऐस कोई दगण ह

तो उ13ह= एक-एक कर छोडन का )यcent करना चाVहए दगण बड हठmacr होत ह

इनक Eयागन क लए सकYप करना पडता ह यVद एक दगण छोडन म= सफलता

मल तो आEम-Xवhास बढ जाता ह और दसर दगण छोडना सरल हो जाता ह ((((दददद) ) ) ) सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका ---- आज क आथक यग म= धन सचय कW हवस बढ रह

ह इसक लए बईमानी और छल-)पच का सहारा लया जा रहा ह कारण कवल

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यह ह Oक हमार आव1यकताय= बढ गई ह श आजी Xवका क लए आव1यक ह

Oक आव1यकताय= घटाई जाय= uम और ईमानदार स कमाया हआ धन मन`य

कW आव1यक आव1यकताय= पर कर सकता ह आलसी और दबल 6यAB ह आसानी स )ा7 होन वाल धन कW इछा करत ह यVद आपकW बX और शरर

शABसZप13न ह तो आप पराय पस को Xव2ा क समान समझ=ग सबल बनो और

uम स धन कमा कर स13तोष का जीवन बताओ ४ ४ ४ ४ ---- आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम उपयB तplusmnय आयािEमक साधना कW भमका तयार करन क लए ह उ13ह=

साधना का परोT अग कह सकत ह आसन यथाथ साधना कW पहल सीढ ह

कछ आसन तो 6या याम कW aX2 स उपयोगी होत ह िजनका उYलख ऊपर Oकया

जा चका ह कछ आसन यान क लए बताय गय ह पझ स और सख

आसन म= स कोई एक अपनी सXवधा और Sच क अनसार चन लना चाVहए

उoर या पव Vदशा कW ओर मख करक उस आसन पर लगभग तीन घट अXवचल

बठन का )यास करना चाVहए उसी आसन पर यान और जप करना होगा

इसक लए थान और समय 5निlत होना चाVहए इस काय क लए एक अलग

कमरा ताल स ब13द रखना चाVहए )ातःकाल ४ बज उठ कर शौचाVद स 5नवo और पXव_ होकर आसन )ाणायाम और यान करना चाVहए आसन पर बठत ह कम स कम बीस बार )ाणायाम करना चाVहए अपन इ2दव क यान क लए कछ ोक याद कर लो )ाणायाम क बाद उनका पाठ करक भगवान का च13तन करना चाVहए ५ ५ ५ ५ ---- )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा भगवान का यान करत ह वा ससार स मन को हटा कर अ13तमखी कर लना चाVहए यह )Eयाहार ह जप इसम= सहायक होगा ॐ या ॐ नमो नारायणाय आVद Oकसी म13_ का जप

)ारZभ कर दना चाVहए १०८ म13_ कW एक माला होती ह एक या तीन माला

म13_ जपना चाVहए अधक भी हो सकता ह म13_-जाप करत ह मन भगवान क

सामन जा पहचता ह भगवान का 5नर13तर च13तन ह धारणा ह

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जप-माला भी उपयोगी ह SाT या तलसी कW माला रखना चाVहए जप क

अ5तdरB उस गल म= पहना जा सकता ह जब म= रखा जा सकता ह और सोत

समय तOकया क नीच भी डाल सकत ह Oक13त माला सदा साथ रखनी चाVहए ६ ६ ६ ६ ---- यान यान यान यान एक 5निlत आसन पर बठकर अपन इ2दव का तल धारावत च13तन ह यान

ह शरर-मन-बX क nारा भगवान क 5नकट पह च उ13ह= पीछ छोड दना समाध

ह यान क अयास कW सफलता समाध क लाभ म= 5नVहत ह समाध म= परम तoव का अपरोT अनभव होता ह याता और यय एक हो

जात ह समाध ह तरयावथा और जीव13मAB ह यह योगी कW पणावथा ह ७ ७ ७ ७ ---- 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा आयािEमक साधना कवल यान क कमर तक ह सीमत नह ह यह तो

सम4-कालक साधना ह Vह13द धम का यह एक बडा अभशाप ह Oक हम कवल

कछ बातamp को पXव_ और धामक मान बठ ह शष 6यावहाdरक जीवन धम और

आयािEमक स पर समझ लया गया ह यह बडी भल ह साधक को अपना सम4 जीवन साधनामय बनाना होता ह भगवान कW शरणाग5त का भाव 5नर13तर रहना चाVहए सारा जीवन उ13ह कW

सवा ह उ13ह कW )रणा स हर काय हो रहा ह आयािEमक साधना कW सार

सफलता उ13ह क हाथ म= ह )ाणीमा_ स )म-भाव रखना भगवान क )म का 6यावहाdरक प ह भगवान क

भBamp को सभी लोग X)य Vदखाई दत ह दसर क दोषamp को दखन क बजाय अपन

दोष दखना और उ13ह= दर करना भगवत सवा का u माग ह दनamp को दान दना रोगयamp कW सवा करना 5नरTरamp को पढाना पीडतamp कW

सहायता करना मोहा13ध भटकत लोगamp को राह Vदखाना आयािEमक साधना का

अि13तम Oक13त महEवपण अग ह कमयोग क अ13तगत इसकW मVहमा क गण गाय गय ह यVद साधना क उपयB 5नदशamp का aढतापवक पालन Oकया जाय तो जीवन म=

5नlय ह सफलता सख और मAB का लाभ होगा सभी स13त -उपदशamp का सार

यह ह

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इस Vदशा म= सतत अ4सर रहन क लए स13तamp महाEमाओ का माग-दशन लत

रहना आव1यक ह वतमान काल म= पय वा मी च13मयान13द जी क अनया5ययamp

nारा थाXपत सथा lsquoच13मय मशनrsquo आपकW सहायता क लए सदा उपलltध ह

पाqयcमपाqयcमपाqयcमपाqयcम

नननन0 पतकपतकपतकपतक )थम)थम)थम)थम बारबारबारबार

)5तVदन)5तVदन)5तVदन)5तVदन

1 जीवनजीवनजीवनजीवन यो5तयो5तयो5तयो5त 10 पपपप

2 आEमआEमआEमआEम XवकासXवकासXवकासXवकास कWकWकWकW 5नदशका5नदशका5नदशका5नदशका 10 पपपप

3 भजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दम 4 ोकोकोकोक

4 तiexclवतiexclवतiexclवतiexclव बोधबोधबोधबोध 4 पपपप

5 आEमआEमआEमआEमबोधबोधबोधबोध 3 ोकोकोकोक

6 प_प_प_प_ nाराnाराnाराnारा वदा13तवदा13तवदा13तवदा13त 10 पपपप

7 मानवमानवमानवमानव 5नमाण5नमाण5नमाण5नमाण कलाकलाकलाकला 12 पपपप

8 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण 4 ोकोकोकोक

9 यानयानयानयान औरऔरऔरऔर जीवनजीवनजीवनजीवन 1 अयायअयायअयायअयाय

10 नारदनारदनारदनारद भABभABभABभAB स_स_स_स_ 5 स_स_स_स_

11 गीतागीतागीतागीता कWकWकWकW भमकाभमकाभमकाभमका 10 पपपप

12 अव1यअव1यअव1यअव1य कर=कर=कर=कर= 10 पपपप

13 साधनासाधनासाधनासाधना पचकमपचकमपचकमपचकम 1 ोकोकोकोक

14 कनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषद 2 म_म_म_म_

15 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1-2-3 3 सससस 5 ोकोकोकोक

16 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (201 सससस 300 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

17 कठोप5नषकठोप5नषकठोप5नषकठोप5नष 2 म_म_म_म_

18 दTणाम5तदTणाम5तदTणाम5तदTणाम5त तो_मतो_मतो_मतो_म 2 म_म_म_म_

19 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 4-5-6 3 सससस 5 ोकोकोकोक

20 उपदशउपदशउपदशउपदश सारसारसारसार 2 ोकोकोकोक

42

21 ईशावायईशावायईशावायईशावाय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 3 म_म_म_म_

22 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 7-8-9 3 सससस 5 ोोोोकककक

23 मडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नष 2 म_म_म_म_

24 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 10-11 3 सससस 5 ोकोकोकोक

25 कवYयकवYयकवYयकवYय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 2 म_म_म_म_

26 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (301 सससस 583 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

27 पSषसBमपSषसBमपSषसBमपSषसBम 4 सBसBसBसB

28 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 12 3 सससस 5 ोकोकोकोक

29 तXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषद 2 म_म_म_म_

30 बनाथबनाथबनाथबनाथ-त5तत5तत5तत5त 4 ोकोकोकोक

31 गीगीगीगीताताताता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 13-14-15 3 सससस 5 ोकोकोकोक

32 ऐतरयऐतरयऐतरयऐतरय उप5न`दउप5न`दउप5न`दउप5न`द 3 म_म_म_म_

33 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 16-17 3 सससस 5 ोकोकोकोक

34 )vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद 2 म_म_म_म_

35 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 18 3 सससस 5 ोकोकोकोक

36 ईhरईhरईhरईhर-दशनदशनदशनदशन (तपोवनमतपोवनमतपोवनमतपोवनम ) एकएकएकएक अयायअयायअयायअयाय

37 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1 सससस 18 5 सससस 10 ोकोकोकोक

38 अ2ावcअ2ावcअ2ावcअ2ावc गीतागीतागीतागीता 3 ोकोकोकोक

39 मामामामाडGयडGयडGयडGय औरऔरऔरऔर काdरकाकाdरकाकाdरकाकाdरका 2 म_म_म_म_

ःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःः

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Page 32: Swadhyayamandal

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अsectगअsectगअsectगअsectग गलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मडगलत पलत मड दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम दशनXवहन जात तडम वो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दडवो या5त गहEवा दड तदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEयातदXप न म चEया शाXपडम शाXपडम शाXपडम शाXपडम १५१५१५१५

वावथा म= शरर जजर हो गया ह सर क बाल सफद हो गय ह दात गर

गय ह छडी क सहार चलना पडता ह अथात मEय 5नकट आ गई ह Oक13त आशाओ का

ब13धन अब भी नह टटा अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः अ4 वVहनः प भानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः रा_ौ चबक समXपत जानः करतल करतल करतल करतल भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः भTतSतल वासः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः तदXप न म चEयाशा पाशः १६१६१६१६

आग अिन पीछ सय और रा_ म= घटनamp म= ठो ढ लगाय रहन वाल तथा हाथ पसार

कर भीख मागन वाल और पड क नीच सोन वाल भी आशा क ब13धनamp स मB नह ह कSत गsectगकSत गsectगकSत गsectगकSत गsectग सागरगमनसागरगमनसागरगमनसागरगमन yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम yenतपdरपालनमथवा दानम IानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतनIानXवहनः सवमतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन भज5त न मAB ज13मशतन १७१७१७१७

कोई भल ह गगासागर आVद तीथdeg का सवन कर yenत रख अथवा दान कर

Oक13त अIानी 6यAB सकडamp ज13मamp म= भी मAB नह )ा7 कर सकता ह यह तplusmnय सभी लोग वीकार करत ह

सरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासःसरमि13दर तSमल5नवासः शsup2याशsup2याशsup2याशsup2या भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः भतलमिजन वासः सवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागःसवपdर4हभोगEयागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः कयसख न करो5त Xवरागः १८१८१८१८

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जो लोग दवताओ क मि13दर और पडamp क नीच 5नवास करत ह बना बछौन क

जमीन पर लटत ह मगछाला पहनत ह और इस )कार सभी भोगamp का Eयाग कर दत ह

उन XवरB लोगamp को कौन सा सख )ा 7 नह ह

योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा सsectगसsectगसsectगसsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगXवहनः Xवहनः Xवहनः Xवहनः यय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चo न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव १९१९१९१९

चाह कोई योग का अयास करता हो या भोगamp म= पडा रहता हो चाह अनक लोगamp क

साथ रहता हो या अकला िजसका चo -च13तन म= मन ह वातव म= वह सखी ह

भगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीता गगगगगागागागाजल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता सकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा 2222००००

जो भगवदगीता का थोडा भी अययन करता ह गगा जल कW एक बद भी पान

करता ह और भAB-भाव स भगवान का मरण करता ह उसकW चचा यमराज भी नह

करत ह पनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरण पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम इह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार 2222११११

बार-बार ज13मना बार-बार मरना और बार-बार मा क पट म= पहचना बडा

क2कारक ह इस दःखमय ससार स पार होना बडा कVठन ह ह भगवन अपनी अपार

कपा स मरा 5नतार करो

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रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः योगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoो रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव 22222222

जो योगी चीथड बीन कर कथर बनात और पहनत ह पय और पाप क माग को छोड

कर चलत ह िजनका चo योगायास स सयमत ह व ईhर भाव म= 5नमन रहन वाल बालकamp या उ13मo लोगamp कW तरह 5नn13n रहत ह

कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः इ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसार Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम 2222३३३३

तम कौन हो म कौन ह म कहा स आया ह कौन मर माता ह कौन मरा

Xपता ह इन )vamp पर Xवचार करो और इस असार ससार को वwन मा_ समझ कर

छोड दो Eव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः भव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eव वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम 2222४४४४

तम म= मझ म= और सभी थानamp म= क वल एक सव6यापी भगवान ह असVह`ण होकर

तम 6यथ ह मर ऊपर cोध करत हो यVद तम चाहत हो Oक तZह= ईhर )ा7 हो जाय तो तम सदा समभाव रहो

श_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ सविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमान

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सव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIा नम नम नम नम 2222५५५५

दसर लोगamp स लडन म= अथवा उनस म_ता करन म= अपनी शAB का अप6यय न

करो अपन ब13ध-बा13धवamp स राग-nष मत रखो सव_ अपन ह वप को दखो भद बX का Eयाग करो और अIान स छटकारा पाओ

काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह EयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1य5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम आEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः 2222६६६६

काम cोध लोभ और मोह को छोडकर Iानी सव_ आEमवप ह दखता ह

वह समझता ह Oक म वह ह Oक13त आEमIान रVहत मढ लोग अIान क कारण नक कW वदनाय= सहन करत ह

गय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहsup3sup3sup3sup3 यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म नय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चo दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम 2222७७७७

भगवत-गीता और Xव`ण क सहsup3 नाम गान चाVहए भगवान Xव`ण क वप का

5नर13तर यान करना चाVहए सदा सEसग म= चo लगाना चाVहए और दन लोगamp को

दान दना चाVहए सखतः सखतः सखतः सखतः Ocयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः य~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरण तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम 2222८८८८

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पहल तो लोग सख क लए Rी भोग म= ल7 रहत ह और बाद म= शारdरक रोगamp का शकार होना पडता ह य~Xप इस ससार म= अ13ततोगEवा मEय म= ह शरण मलती

ह Oफर भी लोग पापाचरण नह छोडत

अथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEय नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम प_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः 2222९९९९

लोगamp कW अनथकार धन म= ह सदा Sच बनी रहती ह सEयता यह ह Oक उसम=

Oकि13चत मा_ भी सख नह ह धनी लोगamp को अप न प_ स भी भय रहता ह धन का

सव_ यह हाल दखा जाता ह )ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम जाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधान कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम ३०३०३०३०

बडी सावधानीपवक पहल )ाणायाम का अयास करो मन को सब ओर स

हटाकर अ13तमखी बनाओ 5नEय और अ5नEय वतओ क बीच Xववकपवक Xवचार करो

और Oफर जप करत हए समाध का अयास करो गSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः सि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादव -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम ३१३१३१३१ ह गS क चरणamp म= भABभाव रखन वालamp तम शीordf ह स सार-सागर स पार हो

जाओग तमन इि13 यamp को और मन को वश म= Oकया ह तम अपन acuteदय म= शीordf ह

भगवान का साTाEकार करोग

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आयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अग १ १ १ १ ---- वथ शरर वथ शरर वथ शरर वथ शरर ((((अअअअ) ) ) ) सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन ---- बना वथ शरर क कोई भी लौOकक या पारलौOकक

काय करना सZभव ह नह ह इसक लए श और सािiexclवक आहार आव1यक ह

मच इमल wयाज लहसन खटाई तल मसाल हग आVद Eयाय ह बहत अधक न खाना चाVहए मताहार रोगamp स बचाता ह यान रखो भोजन वाद क

लए नह वाplusmnय क लए ह एकादशी आVद Oकसी Vदन उपवास भी कई aX2 स

उपयोगी ह ((((बबबब) ) ) ) 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम ---- वथ शरर क लए 5नEय 6यायाम भी आव1यक ह

इसक लए )ातःकाल कछ शारdरक uम करना चाVहए बगीच म= काम टहलना

तरना आसनamp का अयास आVद कछ 6यायाम ह आसन और )ाणायाम साधना

म= अधक सहायक ह ((((सससस)))) वछता वछता वछता वछता ---- वथ वाय का सवन 5नEय नान साफ कपड और रहन क

थान कW सफाई शरर को वथ और चo को )स13न रखती ह

2 2 2 2 ---- वथ मनवथ मनवथ मनवथ मन

((((अअअअ) ) ) ) वायाय वायाय वायाय वायाय ---- जस वथ शरर क लए 5नEय श और पौX2क भोजन कW

आव1यकता ह वस ह वथ मन क लए स-413थamp का 5नEय अवलोकन आव1यक ह अ13यथा मन दबल हो जाता ह और उस मानस रोग घरन लगत ह

दिl13ताय= चडचडाहट 6य4ता भय nष आVद मानसक रोगamp क लTण ह

गीता रामायण भागवत उप5नष योगवास बाइबल ज13दावता करान

_Xपटक 413थसाVहब आVद म= स Oकसी 413थ का अययन करना चाVहए

((((बबबब) ) ) ) स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त ---- य दोनamp वथ मन क लTण ह Xववक और वराय

क 6यायाम स स13तोष और शाि13त बढती ह वथ शरर और वथ मन स

आEमबल बढता ह इसी बल स आयािEमक सफलताय= )ा7 कW जाती ह ((((सससस) ) ) ) सससस----Xवचार Xवचार Xवचार Xवचार ---- स-Xवचार जीवन को सह Vदशा म= ल जात ह अस Xवचारamp

स मन`य का पतन होता ह सEसग और सuml413थamp क अवलोकन स स -Xवचार

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aढ होत ह कसग और कच2ाय= छोडकर सEसग का आuय लो ससार म= िजतन भी महापSष हए ह और उ13हampन जब जो कछ पाया ह वह सEसग क कारण ह ३ ३ ३ ३ ---- न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो

जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए ---- ((((अअअअ) ) ) ) चय और सEय चय और सEय चय और सEय चय और सEय ---- वीय कW रTा बडी सावधानी स करनी चाVहए शरर

तर पर वीय ह ईhर ह जीवन कW यह एक बहत बडी Xवभ5त ह यह जीवन Xवचार और बX का सार ह सचत वीय ओज म= पdरव5तत होता ह और ओज आEमशAB म= हर कWमत पर सEय मधर और मत भाषण का अयास करना चाVहए

मplusmnया भाषण दबलता भय और अIान का पdरणाम ह 5नEय एक-दो घट का

मौन रहना चाVहए उस समय सकतamp का )योग भी न करना चाVहए ((((बबबब) ) ) ) सससस----गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास ---- 5नयम कW पाब13द समय का उपयोग मधर भाषण

उदारता कSणा नह स-पSषamp का आदर सहनशीलता Tमा धय स13तोष 5नरभमानता आVद स-गण ह यVद य ग ण सहज ह )ा7 न हamp तो अयास क

nारा )ा7 Oकय जा सकत ह सब गणamp का एक साथ अयास नह हो सकता Oक13त एक गण क आत ह उसक सहयोगी अनक गण वय आन लगत ह Oकसी एक गण का अयास करन का सकYप करो और 5नEय सोन क पहल

अपनी सफलताओ-असफलताओ पर Xवचार करो कछ समय म= वह अयास आदत बन जायगा और आदत वभाव ((((सससस) ) ) ) दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग ---- )ायः लोग कसग क कारण दगणamp म= पड जात ह

आयािEमक T_ म= जYद सफल होन क लए दगणamp को शीordfा5तशीordf छोडना

होगा म~पान आलय मासभTण cरता कठोरता कVटलता छल )पच

पर5न13दा लोभ पdर4ह आVद अनक दगण ह यVद साधक म= ऐस कोई दगण ह

तो उ13ह= एक-एक कर छोडन का )यcent करना चाVहए दगण बड हठmacr होत ह

इनक Eयागन क लए सकYप करना पडता ह यVद एक दगण छोडन म= सफलता

मल तो आEम-Xवhास बढ जाता ह और दसर दगण छोडना सरल हो जाता ह ((((दददद) ) ) ) सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका ---- आज क आथक यग म= धन सचय कW हवस बढ रह

ह इसक लए बईमानी और छल-)पच का सहारा लया जा रहा ह कारण कवल

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यह ह Oक हमार आव1यकताय= बढ गई ह श आजी Xवका क लए आव1यक ह

Oक आव1यकताय= घटाई जाय= uम और ईमानदार स कमाया हआ धन मन`य

कW आव1यक आव1यकताय= पर कर सकता ह आलसी और दबल 6यAB ह आसानी स )ा7 होन वाल धन कW इछा करत ह यVद आपकW बX और शरर

शABसZप13न ह तो आप पराय पस को Xव2ा क समान समझ=ग सबल बनो और

uम स धन कमा कर स13तोष का जीवन बताओ ४ ४ ४ ४ ---- आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम उपयB तplusmnय आयािEमक साधना कW भमका तयार करन क लए ह उ13ह=

साधना का परोT अग कह सकत ह आसन यथाथ साधना कW पहल सीढ ह

कछ आसन तो 6या याम कW aX2 स उपयोगी होत ह िजनका उYलख ऊपर Oकया

जा चका ह कछ आसन यान क लए बताय गय ह पझ स और सख

आसन म= स कोई एक अपनी सXवधा और Sच क अनसार चन लना चाVहए

उoर या पव Vदशा कW ओर मख करक उस आसन पर लगभग तीन घट अXवचल

बठन का )यास करना चाVहए उसी आसन पर यान और जप करना होगा

इसक लए थान और समय 5निlत होना चाVहए इस काय क लए एक अलग

कमरा ताल स ब13द रखना चाVहए )ातःकाल ४ बज उठ कर शौचाVद स 5नवo और पXव_ होकर आसन )ाणायाम और यान करना चाVहए आसन पर बठत ह कम स कम बीस बार )ाणायाम करना चाVहए अपन इ2दव क यान क लए कछ ोक याद कर लो )ाणायाम क बाद उनका पाठ करक भगवान का च13तन करना चाVहए ५ ५ ५ ५ ---- )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा भगवान का यान करत ह वा ससार स मन को हटा कर अ13तमखी कर लना चाVहए यह )Eयाहार ह जप इसम= सहायक होगा ॐ या ॐ नमो नारायणाय आVद Oकसी म13_ का जप

)ारZभ कर दना चाVहए १०८ म13_ कW एक माला होती ह एक या तीन माला

म13_ जपना चाVहए अधक भी हो सकता ह म13_-जाप करत ह मन भगवान क

सामन जा पहचता ह भगवान का 5नर13तर च13तन ह धारणा ह

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जप-माला भी उपयोगी ह SाT या तलसी कW माला रखना चाVहए जप क

अ5तdरB उस गल म= पहना जा सकता ह जब म= रखा जा सकता ह और सोत

समय तOकया क नीच भी डाल सकत ह Oक13त माला सदा साथ रखनी चाVहए ६ ६ ६ ६ ---- यान यान यान यान एक 5निlत आसन पर बठकर अपन इ2दव का तल धारावत च13तन ह यान

ह शरर-मन-बX क nारा भगवान क 5नकट पह च उ13ह= पीछ छोड दना समाध

ह यान क अयास कW सफलता समाध क लाभ म= 5नVहत ह समाध म= परम तoव का अपरोT अनभव होता ह याता और यय एक हो

जात ह समाध ह तरयावथा और जीव13मAB ह यह योगी कW पणावथा ह ७ ७ ७ ७ ---- 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा आयािEमक साधना कवल यान क कमर तक ह सीमत नह ह यह तो

सम4-कालक साधना ह Vह13द धम का यह एक बडा अभशाप ह Oक हम कवल

कछ बातamp को पXव_ और धामक मान बठ ह शष 6यावहाdरक जीवन धम और

आयािEमक स पर समझ लया गया ह यह बडी भल ह साधक को अपना सम4 जीवन साधनामय बनाना होता ह भगवान कW शरणाग5त का भाव 5नर13तर रहना चाVहए सारा जीवन उ13ह कW

सवा ह उ13ह कW )रणा स हर काय हो रहा ह आयािEमक साधना कW सार

सफलता उ13ह क हाथ म= ह )ाणीमा_ स )म-भाव रखना भगवान क )म का 6यावहाdरक प ह भगवान क

भBamp को सभी लोग X)य Vदखाई दत ह दसर क दोषamp को दखन क बजाय अपन

दोष दखना और उ13ह= दर करना भगवत सवा का u माग ह दनamp को दान दना रोगयamp कW सवा करना 5नरTरamp को पढाना पीडतamp कW

सहायता करना मोहा13ध भटकत लोगamp को राह Vदखाना आयािEमक साधना का

अि13तम Oक13त महEवपण अग ह कमयोग क अ13तगत इसकW मVहमा क गण गाय गय ह यVद साधना क उपयB 5नदशamp का aढतापवक पालन Oकया जाय तो जीवन म=

5नlय ह सफलता सख और मAB का लाभ होगा सभी स13त -उपदशamp का सार

यह ह

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इस Vदशा म= सतत अ4सर रहन क लए स13तamp महाEमाओ का माग-दशन लत

रहना आव1यक ह वतमान काल म= पय वा मी च13मयान13द जी क अनया5ययamp

nारा थाXपत सथा lsquoच13मय मशनrsquo आपकW सहायता क लए सदा उपलltध ह

पाqयcमपाqयcमपाqयcमपाqयcम

नननन0 पतकपतकपतकपतक )थम)थम)थम)थम बारबारबारबार

)5तVदन)5तVदन)5तVदन)5तVदन

1 जीवनजीवनजीवनजीवन यो5तयो5तयो5तयो5त 10 पपपप

2 आEमआEमआEमआEम XवकासXवकासXवकासXवकास कWकWकWकW 5नदशका5नदशका5नदशका5नदशका 10 पपपप

3 भजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दम 4 ोकोकोकोक

4 तiexclवतiexclवतiexclवतiexclव बोधबोधबोधबोध 4 पपपप

5 आEमआEमआEमआEमबोधबोधबोधबोध 3 ोकोकोकोक

6 प_प_प_प_ nाराnाराnाराnारा वदा13तवदा13तवदा13तवदा13त 10 पपपप

7 मानवमानवमानवमानव 5नमाण5नमाण5नमाण5नमाण कलाकलाकलाकला 12 पपपप

8 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण 4 ोकोकोकोक

9 यानयानयानयान औरऔरऔरऔर जीवनजीवनजीवनजीवन 1 अयायअयायअयायअयाय

10 नारदनारदनारदनारद भABभABभABभAB स_स_स_स_ 5 स_स_स_स_

11 गीतागीतागीतागीता कWकWकWकW भमकाभमकाभमकाभमका 10 पपपप

12 अव1यअव1यअव1यअव1य कर=कर=कर=कर= 10 पपपप

13 साधनासाधनासाधनासाधना पचकमपचकमपचकमपचकम 1 ोकोकोकोक

14 कनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषद 2 म_म_म_म_

15 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1-2-3 3 सससस 5 ोकोकोकोक

16 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (201 सससस 300 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

17 कठोप5नषकठोप5नषकठोप5नषकठोप5नष 2 म_म_म_म_

18 दTणाम5तदTणाम5तदTणाम5तदTणाम5त तो_मतो_मतो_मतो_म 2 म_म_म_म_

19 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 4-5-6 3 सससस 5 ोकोकोकोक

20 उपदशउपदशउपदशउपदश सारसारसारसार 2 ोकोकोकोक

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21 ईशावायईशावायईशावायईशावाय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 3 म_म_म_म_

22 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 7-8-9 3 सससस 5 ोोोोकककक

23 मडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नष 2 म_म_म_म_

24 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 10-11 3 सससस 5 ोकोकोकोक

25 कवYयकवYयकवYयकवYय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 2 म_म_म_म_

26 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (301 सससस 583 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

27 पSषसBमपSषसBमपSषसBमपSषसBम 4 सBसBसBसB

28 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 12 3 सससस 5 ोकोकोकोक

29 तXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषद 2 म_म_म_म_

30 बनाथबनाथबनाथबनाथ-त5तत5तत5तत5त 4 ोकोकोकोक

31 गीगीगीगीताताताता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 13-14-15 3 सससस 5 ोकोकोकोक

32 ऐतरयऐतरयऐतरयऐतरय उप5न`दउप5न`दउप5न`दउप5न`द 3 म_म_म_म_

33 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 16-17 3 सससस 5 ोकोकोकोक

34 )vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद 2 म_म_म_म_

35 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 18 3 सससस 5 ोकोकोकोक

36 ईhरईhरईhरईhर-दशनदशनदशनदशन (तपोवनमतपोवनमतपोवनमतपोवनम ) एकएकएकएक अयायअयायअयायअयाय

37 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1 सससस 18 5 सससस 10 ोकोकोकोक

38 अ2ावcअ2ावcअ2ावcअ2ावc गीतागीतागीतागीता 3 ोकोकोकोक

39 मामामामाडGयडGयडGयडGय औरऔरऔरऔर काdरकाकाdरकाकाdरकाकाdरका 2 म_म_म_म_

ःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःः

43

Page 33: Swadhyayamandal

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जो लोग दवताओ क मि13दर और पडamp क नीच 5नवास करत ह बना बछौन क

जमीन पर लटत ह मगछाला पहनत ह और इस )कार सभी भोगamp का Eयाग कर दत ह

उन XवरB लोगamp को कौन सा सख )ा 7 नह ह

योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा योगरतो वा भोगरतो वा सsectगसsectगसsectगसsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगरतो वा सsectगXवहनः Xवहनः Xवहनः Xवहनः यय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चoयय ण रमत चo न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव न13द5त न13द5त न13दEयव १९१९१९१९

चाह कोई योग का अयास करता हो या भोगamp म= पडा रहता हो चाह अनक लोगamp क

साथ रहता हो या अकला िजसका चo -च13तन म= मन ह वातव म= वह सखी ह

भगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीताभगवदगीता Oकि चदधीता गगगगगागागागाजल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता जल लवकणका पीता सकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचासकदXप यन मराdरसमचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा Ocयत तय यमन न चचा 2222००००

जो भगवदगीता का थोडा भी अययन करता ह गगा जल कW एक बद भी पान

करता ह और भAB-भाव स भगवान का मरण करता ह उसकW चचा यमराज भी नह

करत ह पनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरणपनरXप जनन पनरXप मरण पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम पनरXप जननीजठर शयनम इह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतारइह ससार बहदतार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार कपयाऽपार पाVह मरार 2222११११

बार-बार ज13मना बार-बार मरना और बार-बार मा क पट म= पहचना बडा

क2कारक ह इस दःखमय ससार स पार होना बडा कVठन ह ह भगवन अपनी अपार

कपा स मरा 5नतार करो

34

रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः योगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoो रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव 22222222

जो योगी चीथड बीन कर कथर बनात और पहनत ह पय और पाप क माग को छोड

कर चलत ह िजनका चo योगायास स सयमत ह व ईhर भाव म= 5नमन रहन वाल बालकamp या उ13मo लोगamp कW तरह 5नn13n रहत ह

कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः इ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसार Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम 2222३३३३

तम कौन हो म कौन ह म कहा स आया ह कौन मर माता ह कौन मरा

Xपता ह इन )vamp पर Xवचार करो और इस असार ससार को वwन मा_ समझ कर

छोड दो Eव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः भव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eव वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम 2222४४४४

तम म= मझ म= और सभी थानamp म= क वल एक सव6यापी भगवान ह असVह`ण होकर

तम 6यथ ह मर ऊपर cोध करत हो यVद तम चाहत हो Oक तZह= ईhर )ा7 हो जाय तो तम सदा समभाव रहो

श_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ सविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमान

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सव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIा नम नम नम नम 2222५५५५

दसर लोगamp स लडन म= अथवा उनस म_ता करन म= अपनी शAB का अप6यय न

करो अपन ब13ध-बा13धवamp स राग-nष मत रखो सव_ अपन ह वप को दखो भद बX का Eयाग करो और अIान स छटकारा पाओ

काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह EयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1य5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम आEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः 2222६६६६

काम cोध लोभ और मोह को छोडकर Iानी सव_ आEमवप ह दखता ह

वह समझता ह Oक म वह ह Oक13त आEमIान रVहत मढ लोग अIान क कारण नक कW वदनाय= सहन करत ह

गय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहsup3sup3sup3sup3 यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म नय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चo दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम 2222७७७७

भगवत-गीता और Xव`ण क सहsup3 नाम गान चाVहए भगवान Xव`ण क वप का

5नर13तर यान करना चाVहए सदा सEसग म= चo लगाना चाVहए और दन लोगamp को

दान दना चाVहए सखतः सखतः सखतः सखतः Ocयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः य~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरण तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम 2222८८८८

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पहल तो लोग सख क लए Rी भोग म= ल7 रहत ह और बाद म= शारdरक रोगamp का शकार होना पडता ह य~Xप इस ससार म= अ13ततोगEवा मEय म= ह शरण मलती

ह Oफर भी लोग पापाचरण नह छोडत

अथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEय नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम प_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः 2222९९९९

लोगamp कW अनथकार धन म= ह सदा Sच बनी रहती ह सEयता यह ह Oक उसम=

Oकि13चत मा_ भी सख नह ह धनी लोगamp को अप न प_ स भी भय रहता ह धन का

सव_ यह हाल दखा जाता ह )ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम जाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधान कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम ३०३०३०३०

बडी सावधानीपवक पहल )ाणायाम का अयास करो मन को सब ओर स

हटाकर अ13तमखी बनाओ 5नEय और अ5नEय वतओ क बीच Xववकपवक Xवचार करो

और Oफर जप करत हए समाध का अयास करो गSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः सि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादव -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम ३१३१३१३१ ह गS क चरणamp म= भABभाव रखन वालamp तम शीordf ह स सार-सागर स पार हो

जाओग तमन इि13 यamp को और मन को वश म= Oकया ह तम अपन acuteदय म= शीordf ह

भगवान का साTाEकार करोग

37

आयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अग १ १ १ १ ---- वथ शरर वथ शरर वथ शरर वथ शरर ((((अअअअ) ) ) ) सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन ---- बना वथ शरर क कोई भी लौOकक या पारलौOकक

काय करना सZभव ह नह ह इसक लए श और सािiexclवक आहार आव1यक ह

मच इमल wयाज लहसन खटाई तल मसाल हग आVद Eयाय ह बहत अधक न खाना चाVहए मताहार रोगamp स बचाता ह यान रखो भोजन वाद क

लए नह वाplusmnय क लए ह एकादशी आVद Oकसी Vदन उपवास भी कई aX2 स

उपयोगी ह ((((बबबब) ) ) ) 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम ---- वथ शरर क लए 5नEय 6यायाम भी आव1यक ह

इसक लए )ातःकाल कछ शारdरक uम करना चाVहए बगीच म= काम टहलना

तरना आसनamp का अयास आVद कछ 6यायाम ह आसन और )ाणायाम साधना

म= अधक सहायक ह ((((सससस)))) वछता वछता वछता वछता ---- वथ वाय का सवन 5नEय नान साफ कपड और रहन क

थान कW सफाई शरर को वथ और चo को )स13न रखती ह

2 2 2 2 ---- वथ मनवथ मनवथ मनवथ मन

((((अअअअ) ) ) ) वायाय वायाय वायाय वायाय ---- जस वथ शरर क लए 5नEय श और पौX2क भोजन कW

आव1यकता ह वस ह वथ मन क लए स-413थamp का 5नEय अवलोकन आव1यक ह अ13यथा मन दबल हो जाता ह और उस मानस रोग घरन लगत ह

दिl13ताय= चडचडाहट 6य4ता भय nष आVद मानसक रोगamp क लTण ह

गीता रामायण भागवत उप5नष योगवास बाइबल ज13दावता करान

_Xपटक 413थसाVहब आVद म= स Oकसी 413थ का अययन करना चाVहए

((((बबबब) ) ) ) स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त ---- य दोनamp वथ मन क लTण ह Xववक और वराय

क 6यायाम स स13तोष और शाि13त बढती ह वथ शरर और वथ मन स

आEमबल बढता ह इसी बल स आयािEमक सफलताय= )ा7 कW जाती ह ((((सससस) ) ) ) सससस----Xवचार Xवचार Xवचार Xवचार ---- स-Xवचार जीवन को सह Vदशा म= ल जात ह अस Xवचारamp

स मन`य का पतन होता ह सEसग और सuml413थamp क अवलोकन स स -Xवचार

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aढ होत ह कसग और कच2ाय= छोडकर सEसग का आuय लो ससार म= िजतन भी महापSष हए ह और उ13हampन जब जो कछ पाया ह वह सEसग क कारण ह ३ ३ ३ ३ ---- न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो

जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए ---- ((((अअअअ) ) ) ) चय और सEय चय और सEय चय और सEय चय और सEय ---- वीय कW रTा बडी सावधानी स करनी चाVहए शरर

तर पर वीय ह ईhर ह जीवन कW यह एक बहत बडी Xवभ5त ह यह जीवन Xवचार और बX का सार ह सचत वीय ओज म= पdरव5तत होता ह और ओज आEमशAB म= हर कWमत पर सEय मधर और मत भाषण का अयास करना चाVहए

मplusmnया भाषण दबलता भय और अIान का पdरणाम ह 5नEय एक-दो घट का

मौन रहना चाVहए उस समय सकतamp का )योग भी न करना चाVहए ((((बबबब) ) ) ) सससस----गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास ---- 5नयम कW पाब13द समय का उपयोग मधर भाषण

उदारता कSणा नह स-पSषamp का आदर सहनशीलता Tमा धय स13तोष 5नरभमानता आVद स-गण ह यVद य ग ण सहज ह )ा7 न हamp तो अयास क

nारा )ा7 Oकय जा सकत ह सब गणamp का एक साथ अयास नह हो सकता Oक13त एक गण क आत ह उसक सहयोगी अनक गण वय आन लगत ह Oकसी एक गण का अयास करन का सकYप करो और 5नEय सोन क पहल

अपनी सफलताओ-असफलताओ पर Xवचार करो कछ समय म= वह अयास आदत बन जायगा और आदत वभाव ((((सससस) ) ) ) दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग ---- )ायः लोग कसग क कारण दगणamp म= पड जात ह

आयािEमक T_ म= जYद सफल होन क लए दगणamp को शीordfा5तशीordf छोडना

होगा म~पान आलय मासभTण cरता कठोरता कVटलता छल )पच

पर5न13दा लोभ पdर4ह आVद अनक दगण ह यVद साधक म= ऐस कोई दगण ह

तो उ13ह= एक-एक कर छोडन का )यcent करना चाVहए दगण बड हठmacr होत ह

इनक Eयागन क लए सकYप करना पडता ह यVद एक दगण छोडन म= सफलता

मल तो आEम-Xवhास बढ जाता ह और दसर दगण छोडना सरल हो जाता ह ((((दददद) ) ) ) सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका ---- आज क आथक यग म= धन सचय कW हवस बढ रह

ह इसक लए बईमानी और छल-)पच का सहारा लया जा रहा ह कारण कवल

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यह ह Oक हमार आव1यकताय= बढ गई ह श आजी Xवका क लए आव1यक ह

Oक आव1यकताय= घटाई जाय= uम और ईमानदार स कमाया हआ धन मन`य

कW आव1यक आव1यकताय= पर कर सकता ह आलसी और दबल 6यAB ह आसानी स )ा7 होन वाल धन कW इछा करत ह यVद आपकW बX और शरर

शABसZप13न ह तो आप पराय पस को Xव2ा क समान समझ=ग सबल बनो और

uम स धन कमा कर स13तोष का जीवन बताओ ४ ४ ४ ४ ---- आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम उपयB तplusmnय आयािEमक साधना कW भमका तयार करन क लए ह उ13ह=

साधना का परोT अग कह सकत ह आसन यथाथ साधना कW पहल सीढ ह

कछ आसन तो 6या याम कW aX2 स उपयोगी होत ह िजनका उYलख ऊपर Oकया

जा चका ह कछ आसन यान क लए बताय गय ह पझ स और सख

आसन म= स कोई एक अपनी सXवधा और Sच क अनसार चन लना चाVहए

उoर या पव Vदशा कW ओर मख करक उस आसन पर लगभग तीन घट अXवचल

बठन का )यास करना चाVहए उसी आसन पर यान और जप करना होगा

इसक लए थान और समय 5निlत होना चाVहए इस काय क लए एक अलग

कमरा ताल स ब13द रखना चाVहए )ातःकाल ४ बज उठ कर शौचाVद स 5नवo और पXव_ होकर आसन )ाणायाम और यान करना चाVहए आसन पर बठत ह कम स कम बीस बार )ाणायाम करना चाVहए अपन इ2दव क यान क लए कछ ोक याद कर लो )ाणायाम क बाद उनका पाठ करक भगवान का च13तन करना चाVहए ५ ५ ५ ५ ---- )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा भगवान का यान करत ह वा ससार स मन को हटा कर अ13तमखी कर लना चाVहए यह )Eयाहार ह जप इसम= सहायक होगा ॐ या ॐ नमो नारायणाय आVद Oकसी म13_ का जप

)ारZभ कर दना चाVहए १०८ म13_ कW एक माला होती ह एक या तीन माला

म13_ जपना चाVहए अधक भी हो सकता ह म13_-जाप करत ह मन भगवान क

सामन जा पहचता ह भगवान का 5नर13तर च13तन ह धारणा ह

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जप-माला भी उपयोगी ह SाT या तलसी कW माला रखना चाVहए जप क

अ5तdरB उस गल म= पहना जा सकता ह जब म= रखा जा सकता ह और सोत

समय तOकया क नीच भी डाल सकत ह Oक13त माला सदा साथ रखनी चाVहए ६ ६ ६ ६ ---- यान यान यान यान एक 5निlत आसन पर बठकर अपन इ2दव का तल धारावत च13तन ह यान

ह शरर-मन-बX क nारा भगवान क 5नकट पह च उ13ह= पीछ छोड दना समाध

ह यान क अयास कW सफलता समाध क लाभ म= 5नVहत ह समाध म= परम तoव का अपरोT अनभव होता ह याता और यय एक हो

जात ह समाध ह तरयावथा और जीव13मAB ह यह योगी कW पणावथा ह ७ ७ ७ ७ ---- 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा आयािEमक साधना कवल यान क कमर तक ह सीमत नह ह यह तो

सम4-कालक साधना ह Vह13द धम का यह एक बडा अभशाप ह Oक हम कवल

कछ बातamp को पXव_ और धामक मान बठ ह शष 6यावहाdरक जीवन धम और

आयािEमक स पर समझ लया गया ह यह बडी भल ह साधक को अपना सम4 जीवन साधनामय बनाना होता ह भगवान कW शरणाग5त का भाव 5नर13तर रहना चाVहए सारा जीवन उ13ह कW

सवा ह उ13ह कW )रणा स हर काय हो रहा ह आयािEमक साधना कW सार

सफलता उ13ह क हाथ म= ह )ाणीमा_ स )म-भाव रखना भगवान क )म का 6यावहाdरक प ह भगवान क

भBamp को सभी लोग X)य Vदखाई दत ह दसर क दोषamp को दखन क बजाय अपन

दोष दखना और उ13ह= दर करना भगवत सवा का u माग ह दनamp को दान दना रोगयamp कW सवा करना 5नरTरamp को पढाना पीडतamp कW

सहायता करना मोहा13ध भटकत लोगamp को राह Vदखाना आयािEमक साधना का

अि13तम Oक13त महEवपण अग ह कमयोग क अ13तगत इसकW मVहमा क गण गाय गय ह यVद साधना क उपयB 5नदशamp का aढतापवक पालन Oकया जाय तो जीवन म=

5नlय ह सफलता सख और मAB का लाभ होगा सभी स13त -उपदशamp का सार

यह ह

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इस Vदशा म= सतत अ4सर रहन क लए स13तamp महाEमाओ का माग-दशन लत

रहना आव1यक ह वतमान काल म= पय वा मी च13मयान13द जी क अनया5ययamp

nारा थाXपत सथा lsquoच13मय मशनrsquo आपकW सहायता क लए सदा उपलltध ह

पाqयcमपाqयcमपाqयcमपाqयcम

नननन0 पतकपतकपतकपतक )थम)थम)थम)थम बारबारबारबार

)5तVदन)5तVदन)5तVदन)5तVदन

1 जीवनजीवनजीवनजीवन यो5तयो5तयो5तयो5त 10 पपपप

2 आEमआEमआEमआEम XवकासXवकासXवकासXवकास कWकWकWकW 5नदशका5नदशका5नदशका5नदशका 10 पपपप

3 भजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दम 4 ोकोकोकोक

4 तiexclवतiexclवतiexclवतiexclव बोधबोधबोधबोध 4 पपपप

5 आEमआEमआEमआEमबोधबोधबोधबोध 3 ोकोकोकोक

6 प_प_प_प_ nाराnाराnाराnारा वदा13तवदा13तवदा13तवदा13त 10 पपपप

7 मानवमानवमानवमानव 5नमाण5नमाण5नमाण5नमाण कलाकलाकलाकला 12 पपपप

8 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण 4 ोकोकोकोक

9 यानयानयानयान औरऔरऔरऔर जीवनजीवनजीवनजीवन 1 अयायअयायअयायअयाय

10 नारदनारदनारदनारद भABभABभABभAB स_स_स_स_ 5 स_स_स_स_

11 गीतागीतागीतागीता कWकWकWकW भमकाभमकाभमकाभमका 10 पपपप

12 अव1यअव1यअव1यअव1य कर=कर=कर=कर= 10 पपपप

13 साधनासाधनासाधनासाधना पचकमपचकमपचकमपचकम 1 ोकोकोकोक

14 कनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषद 2 म_म_म_म_

15 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1-2-3 3 सससस 5 ोकोकोकोक

16 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (201 सससस 300 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

17 कठोप5नषकठोप5नषकठोप5नषकठोप5नष 2 म_म_म_म_

18 दTणाम5तदTणाम5तदTणाम5तदTणाम5त तो_मतो_मतो_मतो_म 2 म_म_म_म_

19 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 4-5-6 3 सससस 5 ोकोकोकोक

20 उपदशउपदशउपदशउपदश सारसारसारसार 2 ोकोकोकोक

42

21 ईशावायईशावायईशावायईशावाय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 3 म_म_म_म_

22 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 7-8-9 3 सससस 5 ोोोोकककक

23 मडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नष 2 म_म_म_म_

24 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 10-11 3 सससस 5 ोकोकोकोक

25 कवYयकवYयकवYयकवYय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 2 म_म_म_म_

26 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (301 सससस 583 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

27 पSषसBमपSषसBमपSषसBमपSषसBम 4 सBसBसBसB

28 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 12 3 सससस 5 ोकोकोकोक

29 तXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषद 2 म_म_म_म_

30 बनाथबनाथबनाथबनाथ-त5तत5तत5तत5त 4 ोकोकोकोक

31 गीगीगीगीताताताता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 13-14-15 3 सससस 5 ोकोकोकोक

32 ऐतरयऐतरयऐतरयऐतरय उप5न`दउप5न`दउप5न`दउप5न`द 3 म_म_म_म_

33 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 16-17 3 सससस 5 ोकोकोकोक

34 )vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद 2 म_म_म_म_

35 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 18 3 सससस 5 ोकोकोकोक

36 ईhरईhरईhरईhर-दशनदशनदशनदशन (तपोवनमतपोवनमतपोवनमतपोवनम ) एकएकएकएक अयायअयायअयायअयाय

37 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1 सससस 18 5 सससस 10 ोकोकोकोक

38 अ2ावcअ2ावcअ2ावcअ2ावc गीतागीतागीतागीता 3 ोकोकोकोक

39 मामामामाडGयडGयडGयडGय औरऔरऔरऔर काdरकाकाdरकाकाdरकाकाdरका 2 म_म_म_म_

ःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःः

43

Page 34: Swadhyayamandal

34

रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः रplusmnया चपट Xवरचत क13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः पयापय Xवविजत प13थः योगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoोयोगी योग5नयोिजत चoो रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव रमत बालो13मoवदव 22222222

जो योगी चीथड बीन कर कथर बनात और पहनत ह पय और पाप क माग को छोड

कर चलत ह िजनका चo योगायास स सयमत ह व ईhर भाव म= 5नमन रहन वाल बालकamp या उ13मo लोगamp कW तरह 5नn13n रहत ह

कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः कEव कोऽह कत आयातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः का म जननी को म= तातः इ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसारइ5त पdरभावय सवमसार Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम Xवh EयGEवा वwनXवचारम 2222३३३३

तम कौन हो म कौन ह म कहा स आया ह कौन मर माता ह कौन मरा

Xपता ह इन )vamp पर Xवचार करो और इस असार ससार को वwन मा_ समझ कर

छोड दो Eव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णःEव5य म5य चा13य_को Xव`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः 6यथ कwयस मsup2यसVह`णः भव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eवभव समचoः सव_ Eव वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम वाछयचरा~Vद Xव`णEवम 2222४४४४

तम म= मझ म= और सभी थानamp म= क वल एक सव6यापी भगवान ह असVह`ण होकर

तम 6यथ ह मर ऊपर cोध करत हो यVद तम चाहत हो Oक तZह= ईhर )ा7 हो जाय तो तम सदा समभाव रहो

श_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौश_ौ म_ प_ ब13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ मा कS यcent Xव4हस13धौ सविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमानसविम13नXप प1याEमान

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सव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIा नम नम नम नम 2222५५५५

दसर लोगamp स लडन म= अथवा उनस म_ता करन म= अपनी शAB का अप6यय न

करो अपन ब13ध-बा13धवamp स राग-nष मत रखो सव_ अपन ह वप को दखो भद बX का Eयाग करो और अIान स छटकारा पाओ

काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह EयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1य5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम आEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः 2222६६६६

काम cोध लोभ और मोह को छोडकर Iानी सव_ आEमवप ह दखता ह

वह समझता ह Oक म वह ह Oक13त आEमIान रVहत मढ लोग अIान क कारण नक कW वदनाय= सहन करत ह

गय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहsup3sup3sup3sup3 यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म नय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चo दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम 2222७७७७

भगवत-गीता और Xव`ण क सहsup3 नाम गान चाVहए भगवान Xव`ण क वप का

5नर13तर यान करना चाVहए सदा सEसग म= चo लगाना चाVहए और दन लोगamp को

दान दना चाVहए सखतः सखतः सखतः सखतः Ocयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः य~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरण तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम 2222८८८८

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पहल तो लोग सख क लए Rी भोग म= ल7 रहत ह और बाद म= शारdरक रोगamp का शकार होना पडता ह य~Xप इस ससार म= अ13ततोगEवा मEय म= ह शरण मलती

ह Oफर भी लोग पापाचरण नह छोडत

अथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEय नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम प_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः 2222९९९९

लोगamp कW अनथकार धन म= ह सदा Sच बनी रहती ह सEयता यह ह Oक उसम=

Oकि13चत मा_ भी सख नह ह धनी लोगamp को अप न प_ स भी भय रहता ह धन का

सव_ यह हाल दखा जाता ह )ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम जाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधान कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम ३०३०३०३०

बडी सावधानीपवक पहल )ाणायाम का अयास करो मन को सब ओर स

हटाकर अ13तमखी बनाओ 5नEय और अ5नEय वतओ क बीच Xववकपवक Xवचार करो

और Oफर जप करत हए समाध का अयास करो गSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः सि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादव -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम ३१३१३१३१ ह गS क चरणamp म= भABभाव रखन वालamp तम शीordf ह स सार-सागर स पार हो

जाओग तमन इि13 यamp को और मन को वश म= Oकया ह तम अपन acuteदय म= शीordf ह

भगवान का साTाEकार करोग

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आयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अग १ १ १ १ ---- वथ शरर वथ शरर वथ शरर वथ शरर ((((अअअअ) ) ) ) सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन ---- बना वथ शरर क कोई भी लौOकक या पारलौOकक

काय करना सZभव ह नह ह इसक लए श और सािiexclवक आहार आव1यक ह

मच इमल wयाज लहसन खटाई तल मसाल हग आVद Eयाय ह बहत अधक न खाना चाVहए मताहार रोगamp स बचाता ह यान रखो भोजन वाद क

लए नह वाplusmnय क लए ह एकादशी आVद Oकसी Vदन उपवास भी कई aX2 स

उपयोगी ह ((((बबबब) ) ) ) 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम ---- वथ शरर क लए 5नEय 6यायाम भी आव1यक ह

इसक लए )ातःकाल कछ शारdरक uम करना चाVहए बगीच म= काम टहलना

तरना आसनamp का अयास आVद कछ 6यायाम ह आसन और )ाणायाम साधना

म= अधक सहायक ह ((((सससस)))) वछता वछता वछता वछता ---- वथ वाय का सवन 5नEय नान साफ कपड और रहन क

थान कW सफाई शरर को वथ और चo को )स13न रखती ह

2 2 2 2 ---- वथ मनवथ मनवथ मनवथ मन

((((अअअअ) ) ) ) वायाय वायाय वायाय वायाय ---- जस वथ शरर क लए 5नEय श और पौX2क भोजन कW

आव1यकता ह वस ह वथ मन क लए स-413थamp का 5नEय अवलोकन आव1यक ह अ13यथा मन दबल हो जाता ह और उस मानस रोग घरन लगत ह

दिl13ताय= चडचडाहट 6य4ता भय nष आVद मानसक रोगamp क लTण ह

गीता रामायण भागवत उप5नष योगवास बाइबल ज13दावता करान

_Xपटक 413थसाVहब आVद म= स Oकसी 413थ का अययन करना चाVहए

((((बबबब) ) ) ) स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त ---- य दोनamp वथ मन क लTण ह Xववक और वराय

क 6यायाम स स13तोष और शाि13त बढती ह वथ शरर और वथ मन स

आEमबल बढता ह इसी बल स आयािEमक सफलताय= )ा7 कW जाती ह ((((सससस) ) ) ) सससस----Xवचार Xवचार Xवचार Xवचार ---- स-Xवचार जीवन को सह Vदशा म= ल जात ह अस Xवचारamp

स मन`य का पतन होता ह सEसग और सuml413थamp क अवलोकन स स -Xवचार

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aढ होत ह कसग और कच2ाय= छोडकर सEसग का आuय लो ससार म= िजतन भी महापSष हए ह और उ13हampन जब जो कछ पाया ह वह सEसग क कारण ह ३ ३ ३ ३ ---- न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो

जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए ---- ((((अअअअ) ) ) ) चय और सEय चय और सEय चय और सEय चय और सEय ---- वीय कW रTा बडी सावधानी स करनी चाVहए शरर

तर पर वीय ह ईhर ह जीवन कW यह एक बहत बडी Xवभ5त ह यह जीवन Xवचार और बX का सार ह सचत वीय ओज म= पdरव5तत होता ह और ओज आEमशAB म= हर कWमत पर सEय मधर और मत भाषण का अयास करना चाVहए

मplusmnया भाषण दबलता भय और अIान का पdरणाम ह 5नEय एक-दो घट का

मौन रहना चाVहए उस समय सकतamp का )योग भी न करना चाVहए ((((बबबब) ) ) ) सससस----गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास ---- 5नयम कW पाब13द समय का उपयोग मधर भाषण

उदारता कSणा नह स-पSषamp का आदर सहनशीलता Tमा धय स13तोष 5नरभमानता आVद स-गण ह यVद य ग ण सहज ह )ा7 न हamp तो अयास क

nारा )ा7 Oकय जा सकत ह सब गणamp का एक साथ अयास नह हो सकता Oक13त एक गण क आत ह उसक सहयोगी अनक गण वय आन लगत ह Oकसी एक गण का अयास करन का सकYप करो और 5नEय सोन क पहल

अपनी सफलताओ-असफलताओ पर Xवचार करो कछ समय म= वह अयास आदत बन जायगा और आदत वभाव ((((सससस) ) ) ) दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग ---- )ायः लोग कसग क कारण दगणamp म= पड जात ह

आयािEमक T_ म= जYद सफल होन क लए दगणamp को शीordfा5तशीordf छोडना

होगा म~पान आलय मासभTण cरता कठोरता कVटलता छल )पच

पर5न13दा लोभ पdर4ह आVद अनक दगण ह यVद साधक म= ऐस कोई दगण ह

तो उ13ह= एक-एक कर छोडन का )यcent करना चाVहए दगण बड हठmacr होत ह

इनक Eयागन क लए सकYप करना पडता ह यVद एक दगण छोडन म= सफलता

मल तो आEम-Xवhास बढ जाता ह और दसर दगण छोडना सरल हो जाता ह ((((दददद) ) ) ) सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका ---- आज क आथक यग म= धन सचय कW हवस बढ रह

ह इसक लए बईमानी और छल-)पच का सहारा लया जा रहा ह कारण कवल

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यह ह Oक हमार आव1यकताय= बढ गई ह श आजी Xवका क लए आव1यक ह

Oक आव1यकताय= घटाई जाय= uम और ईमानदार स कमाया हआ धन मन`य

कW आव1यक आव1यकताय= पर कर सकता ह आलसी और दबल 6यAB ह आसानी स )ा7 होन वाल धन कW इछा करत ह यVद आपकW बX और शरर

शABसZप13न ह तो आप पराय पस को Xव2ा क समान समझ=ग सबल बनो और

uम स धन कमा कर स13तोष का जीवन बताओ ४ ४ ४ ४ ---- आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम उपयB तplusmnय आयािEमक साधना कW भमका तयार करन क लए ह उ13ह=

साधना का परोT अग कह सकत ह आसन यथाथ साधना कW पहल सीढ ह

कछ आसन तो 6या याम कW aX2 स उपयोगी होत ह िजनका उYलख ऊपर Oकया

जा चका ह कछ आसन यान क लए बताय गय ह पझ स और सख

आसन म= स कोई एक अपनी सXवधा और Sच क अनसार चन लना चाVहए

उoर या पव Vदशा कW ओर मख करक उस आसन पर लगभग तीन घट अXवचल

बठन का )यास करना चाVहए उसी आसन पर यान और जप करना होगा

इसक लए थान और समय 5निlत होना चाVहए इस काय क लए एक अलग

कमरा ताल स ब13द रखना चाVहए )ातःकाल ४ बज उठ कर शौचाVद स 5नवo और पXव_ होकर आसन )ाणायाम और यान करना चाVहए आसन पर बठत ह कम स कम बीस बार )ाणायाम करना चाVहए अपन इ2दव क यान क लए कछ ोक याद कर लो )ाणायाम क बाद उनका पाठ करक भगवान का च13तन करना चाVहए ५ ५ ५ ५ ---- )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा भगवान का यान करत ह वा ससार स मन को हटा कर अ13तमखी कर लना चाVहए यह )Eयाहार ह जप इसम= सहायक होगा ॐ या ॐ नमो नारायणाय आVद Oकसी म13_ का जप

)ारZभ कर दना चाVहए १०८ म13_ कW एक माला होती ह एक या तीन माला

म13_ जपना चाVहए अधक भी हो सकता ह म13_-जाप करत ह मन भगवान क

सामन जा पहचता ह भगवान का 5नर13तर च13तन ह धारणा ह

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जप-माला भी उपयोगी ह SाT या तलसी कW माला रखना चाVहए जप क

अ5तdरB उस गल म= पहना जा सकता ह जब म= रखा जा सकता ह और सोत

समय तOकया क नीच भी डाल सकत ह Oक13त माला सदा साथ रखनी चाVहए ६ ६ ६ ६ ---- यान यान यान यान एक 5निlत आसन पर बठकर अपन इ2दव का तल धारावत च13तन ह यान

ह शरर-मन-बX क nारा भगवान क 5नकट पह च उ13ह= पीछ छोड दना समाध

ह यान क अयास कW सफलता समाध क लाभ म= 5नVहत ह समाध म= परम तoव का अपरोT अनभव होता ह याता और यय एक हो

जात ह समाध ह तरयावथा और जीव13मAB ह यह योगी कW पणावथा ह ७ ७ ७ ७ ---- 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा आयािEमक साधना कवल यान क कमर तक ह सीमत नह ह यह तो

सम4-कालक साधना ह Vह13द धम का यह एक बडा अभशाप ह Oक हम कवल

कछ बातamp को पXव_ और धामक मान बठ ह शष 6यावहाdरक जीवन धम और

आयािEमक स पर समझ लया गया ह यह बडी भल ह साधक को अपना सम4 जीवन साधनामय बनाना होता ह भगवान कW शरणाग5त का भाव 5नर13तर रहना चाVहए सारा जीवन उ13ह कW

सवा ह उ13ह कW )रणा स हर काय हो रहा ह आयािEमक साधना कW सार

सफलता उ13ह क हाथ म= ह )ाणीमा_ स )म-भाव रखना भगवान क )म का 6यावहाdरक प ह भगवान क

भBamp को सभी लोग X)य Vदखाई दत ह दसर क दोषamp को दखन क बजाय अपन

दोष दखना और उ13ह= दर करना भगवत सवा का u माग ह दनamp को दान दना रोगयamp कW सवा करना 5नरTरamp को पढाना पीडतamp कW

सहायता करना मोहा13ध भटकत लोगamp को राह Vदखाना आयािEमक साधना का

अि13तम Oक13त महEवपण अग ह कमयोग क अ13तगत इसकW मVहमा क गण गाय गय ह यVद साधना क उपयB 5नदशamp का aढतापवक पालन Oकया जाय तो जीवन म=

5नlय ह सफलता सख और मAB का लाभ होगा सभी स13त -उपदशamp का सार

यह ह

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इस Vदशा म= सतत अ4सर रहन क लए स13तamp महाEमाओ का माग-दशन लत

रहना आव1यक ह वतमान काल म= पय वा मी च13मयान13द जी क अनया5ययamp

nारा थाXपत सथा lsquoच13मय मशनrsquo आपकW सहायता क लए सदा उपलltध ह

पाqयcमपाqयcमपाqयcमपाqयcम

नननन0 पतकपतकपतकपतक )थम)थम)थम)थम बारबारबारबार

)5तVदन)5तVदन)5तVदन)5तVदन

1 जीवनजीवनजीवनजीवन यो5तयो5तयो5तयो5त 10 पपपप

2 आEमआEमआEमआEम XवकासXवकासXवकासXवकास कWकWकWकW 5नदशका5नदशका5नदशका5नदशका 10 पपपप

3 भजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दम 4 ोकोकोकोक

4 तiexclवतiexclवतiexclवतiexclव बोधबोधबोधबोध 4 पपपप

5 आEमआEमआEमआEमबोधबोधबोधबोध 3 ोकोकोकोक

6 प_प_प_प_ nाराnाराnाराnारा वदा13तवदा13तवदा13तवदा13त 10 पपपप

7 मानवमानवमानवमानव 5नमाण5नमाण5नमाण5नमाण कलाकलाकलाकला 12 पपपप

8 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण 4 ोकोकोकोक

9 यानयानयानयान औरऔरऔरऔर जीवनजीवनजीवनजीवन 1 अयायअयायअयायअयाय

10 नारदनारदनारदनारद भABभABभABभAB स_स_स_स_ 5 स_स_स_स_

11 गीतागीतागीतागीता कWकWकWकW भमकाभमकाभमकाभमका 10 पपपप

12 अव1यअव1यअव1यअव1य कर=कर=कर=कर= 10 पपपप

13 साधनासाधनासाधनासाधना पचकमपचकमपचकमपचकम 1 ोकोकोकोक

14 कनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषद 2 म_म_म_म_

15 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1-2-3 3 सससस 5 ोकोकोकोक

16 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (201 सससस 300 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

17 कठोप5नषकठोप5नषकठोप5नषकठोप5नष 2 म_म_म_म_

18 दTणाम5तदTणाम5तदTणाम5तदTणाम5त तो_मतो_मतो_मतो_म 2 म_म_म_म_

19 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 4-5-6 3 सससस 5 ोकोकोकोक

20 उपदशउपदशउपदशउपदश सारसारसारसार 2 ोकोकोकोक

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21 ईशावायईशावायईशावायईशावाय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 3 म_म_म_म_

22 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 7-8-9 3 सससस 5 ोोोोकककक

23 मडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नष 2 म_म_म_म_

24 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 10-11 3 सससस 5 ोकोकोकोक

25 कवYयकवYयकवYयकवYय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 2 म_म_म_म_

26 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (301 सससस 583 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

27 पSषसBमपSषसBमपSषसBमपSषसBम 4 सBसBसBसB

28 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 12 3 सससस 5 ोकोकोकोक

29 तXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषद 2 म_म_म_म_

30 बनाथबनाथबनाथबनाथ-त5तत5तत5तत5त 4 ोकोकोकोक

31 गीगीगीगीताताताता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 13-14-15 3 सससस 5 ोकोकोकोक

32 ऐतरयऐतरयऐतरयऐतरय उप5न`दउप5न`दउप5न`दउप5न`द 3 म_म_म_म_

33 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 16-17 3 सससस 5 ोकोकोकोक

34 )vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद 2 म_म_म_म_

35 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 18 3 सससस 5 ोकोकोकोक

36 ईhरईhरईhरईhर-दशनदशनदशनदशन (तपोवनमतपोवनमतपोवनमतपोवनम ) एकएकएकएक अयायअयायअयायअयाय

37 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1 सससस 18 5 सससस 10 ोकोकोकोक

38 अ2ावcअ2ावcअ2ावcअ2ावc गीतागीतागीतागीता 3 ोकोकोकोक

39 मामामामाडGयडGयडGयडGय औरऔरऔरऔर काdरकाकाdरकाकाdरकाकाdरका 2 म_म_म_म_

ःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःः

43

Page 35: Swadhyayamandal

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सव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIासव_ोEसज भदाIा नम नम नम नम 2222५५५५

दसर लोगamp स लडन म= अथवा उनस म_ता करन म= अपनी शAB का अप6यय न

करो अपन ब13ध-बा13धवamp स राग-nष मत रखो सव_ अपन ह वप को दखो भद बX का Eयाग करो और अIान स छटकारा पाओ

काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह काम cोध लोभ मोह EयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1यEयGEवाऽऽEमान प1य5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम 5त सोऽहम आEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाःआEमIान Xवहना मढाः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः त पय13त नरक5नगढः 2222६६६६

काम cोध लोभ और मोह को छोडकर Iानी सव_ आEमवप ह दखता ह

वह समझता ह Oक म वह ह Oक13त आEमIान रVहत मढ लोग अIान क कारण नक कW वदनाय= सहन करत ह

गय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहगय गीतानामसहsup3sup3sup3sup3 यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म यय uीप5तपमजsup3म नय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चoनय सजनसग चo दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम दय दनजनाय च Xवoम 2222७७७७

भगवत-गीता और Xव`ण क सहsup3 नाम गान चाVहए भगवान Xव`ण क वप का

5नर13तर यान करना चाVहए सदा सEसग म= चo लगाना चाVहए और दन लोगamp को

दान दना चाVहए सखतः सखतः सखतः सखतः Ocयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगःOcयत रामाभोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः पlा13त शरर रोगः य~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरणय~Xप लोक मरण शरण तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम तदXप न म च5त पापाचरणम 2222८८८८

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पहल तो लोग सख क लए Rी भोग म= ल7 रहत ह और बाद म= शारdरक रोगamp का शकार होना पडता ह य~Xप इस ससार म= अ13ततोगEवा मEय म= ह शरण मलती

ह Oफर भी लोग पापाचरण नह छोडत

अथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEय नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम प_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः 2222९९९९

लोगamp कW अनथकार धन म= ह सदा Sच बनी रहती ह सEयता यह ह Oक उसम=

Oकि13चत मा_ भी सख नह ह धनी लोगamp को अप न प_ स भी भय रहता ह धन का

सव_ यह हाल दखा जाता ह )ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम जाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधान कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम ३०३०३०३०

बडी सावधानीपवक पहल )ाणायाम का अयास करो मन को सब ओर स

हटाकर अ13तमखी बनाओ 5नEय और अ5नEय वतओ क बीच Xववकपवक Xवचार करो

और Oफर जप करत हए समाध का अयास करो गSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः सि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादव -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम ३१३१३१३१ ह गS क चरणamp म= भABभाव रखन वालamp तम शीordf ह स सार-सागर स पार हो

जाओग तमन इि13 यamp को और मन को वश म= Oकया ह तम अपन acuteदय म= शीordf ह

भगवान का साTाEकार करोग

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आयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अग १ १ १ १ ---- वथ शरर वथ शरर वथ शरर वथ शरर ((((अअअअ) ) ) ) सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन ---- बना वथ शरर क कोई भी लौOकक या पारलौOकक

काय करना सZभव ह नह ह इसक लए श और सािiexclवक आहार आव1यक ह

मच इमल wयाज लहसन खटाई तल मसाल हग आVद Eयाय ह बहत अधक न खाना चाVहए मताहार रोगamp स बचाता ह यान रखो भोजन वाद क

लए नह वाplusmnय क लए ह एकादशी आVद Oकसी Vदन उपवास भी कई aX2 स

उपयोगी ह ((((बबबब) ) ) ) 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम ---- वथ शरर क लए 5नEय 6यायाम भी आव1यक ह

इसक लए )ातःकाल कछ शारdरक uम करना चाVहए बगीच म= काम टहलना

तरना आसनamp का अयास आVद कछ 6यायाम ह आसन और )ाणायाम साधना

म= अधक सहायक ह ((((सससस)))) वछता वछता वछता वछता ---- वथ वाय का सवन 5नEय नान साफ कपड और रहन क

थान कW सफाई शरर को वथ और चo को )स13न रखती ह

2 2 2 2 ---- वथ मनवथ मनवथ मनवथ मन

((((अअअअ) ) ) ) वायाय वायाय वायाय वायाय ---- जस वथ शरर क लए 5नEय श और पौX2क भोजन कW

आव1यकता ह वस ह वथ मन क लए स-413थamp का 5नEय अवलोकन आव1यक ह अ13यथा मन दबल हो जाता ह और उस मानस रोग घरन लगत ह

दिl13ताय= चडचडाहट 6य4ता भय nष आVद मानसक रोगamp क लTण ह

गीता रामायण भागवत उप5नष योगवास बाइबल ज13दावता करान

_Xपटक 413थसाVहब आVद म= स Oकसी 413थ का अययन करना चाVहए

((((बबबब) ) ) ) स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त ---- य दोनamp वथ मन क लTण ह Xववक और वराय

क 6यायाम स स13तोष और शाि13त बढती ह वथ शरर और वथ मन स

आEमबल बढता ह इसी बल स आयािEमक सफलताय= )ा7 कW जाती ह ((((सससस) ) ) ) सससस----Xवचार Xवचार Xवचार Xवचार ---- स-Xवचार जीवन को सह Vदशा म= ल जात ह अस Xवचारamp

स मन`य का पतन होता ह सEसग और सuml413थamp क अवलोकन स स -Xवचार

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aढ होत ह कसग और कच2ाय= छोडकर सEसग का आuय लो ससार म= िजतन भी महापSष हए ह और उ13हampन जब जो कछ पाया ह वह सEसग क कारण ह ३ ३ ३ ३ ---- न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो

जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए ---- ((((अअअअ) ) ) ) चय और सEय चय और सEय चय और सEय चय और सEय ---- वीय कW रTा बडी सावधानी स करनी चाVहए शरर

तर पर वीय ह ईhर ह जीवन कW यह एक बहत बडी Xवभ5त ह यह जीवन Xवचार और बX का सार ह सचत वीय ओज म= पdरव5तत होता ह और ओज आEमशAB म= हर कWमत पर सEय मधर और मत भाषण का अयास करना चाVहए

मplusmnया भाषण दबलता भय और अIान का पdरणाम ह 5नEय एक-दो घट का

मौन रहना चाVहए उस समय सकतamp का )योग भी न करना चाVहए ((((बबबब) ) ) ) सससस----गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास ---- 5नयम कW पाब13द समय का उपयोग मधर भाषण

उदारता कSणा नह स-पSषamp का आदर सहनशीलता Tमा धय स13तोष 5नरभमानता आVद स-गण ह यVद य ग ण सहज ह )ा7 न हamp तो अयास क

nारा )ा7 Oकय जा सकत ह सब गणamp का एक साथ अयास नह हो सकता Oक13त एक गण क आत ह उसक सहयोगी अनक गण वय आन लगत ह Oकसी एक गण का अयास करन का सकYप करो और 5नEय सोन क पहल

अपनी सफलताओ-असफलताओ पर Xवचार करो कछ समय म= वह अयास आदत बन जायगा और आदत वभाव ((((सससस) ) ) ) दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग ---- )ायः लोग कसग क कारण दगणamp म= पड जात ह

आयािEमक T_ म= जYद सफल होन क लए दगणamp को शीordfा5तशीordf छोडना

होगा म~पान आलय मासभTण cरता कठोरता कVटलता छल )पच

पर5न13दा लोभ पdर4ह आVद अनक दगण ह यVद साधक म= ऐस कोई दगण ह

तो उ13ह= एक-एक कर छोडन का )यcent करना चाVहए दगण बड हठmacr होत ह

इनक Eयागन क लए सकYप करना पडता ह यVद एक दगण छोडन म= सफलता

मल तो आEम-Xवhास बढ जाता ह और दसर दगण छोडना सरल हो जाता ह ((((दददद) ) ) ) सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका ---- आज क आथक यग म= धन सचय कW हवस बढ रह

ह इसक लए बईमानी और छल-)पच का सहारा लया जा रहा ह कारण कवल

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यह ह Oक हमार आव1यकताय= बढ गई ह श आजी Xवका क लए आव1यक ह

Oक आव1यकताय= घटाई जाय= uम और ईमानदार स कमाया हआ धन मन`य

कW आव1यक आव1यकताय= पर कर सकता ह आलसी और दबल 6यAB ह आसानी स )ा7 होन वाल धन कW इछा करत ह यVद आपकW बX और शरर

शABसZप13न ह तो आप पराय पस को Xव2ा क समान समझ=ग सबल बनो और

uम स धन कमा कर स13तोष का जीवन बताओ ४ ४ ४ ४ ---- आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम उपयB तplusmnय आयािEमक साधना कW भमका तयार करन क लए ह उ13ह=

साधना का परोT अग कह सकत ह आसन यथाथ साधना कW पहल सीढ ह

कछ आसन तो 6या याम कW aX2 स उपयोगी होत ह िजनका उYलख ऊपर Oकया

जा चका ह कछ आसन यान क लए बताय गय ह पझ स और सख

आसन म= स कोई एक अपनी सXवधा और Sच क अनसार चन लना चाVहए

उoर या पव Vदशा कW ओर मख करक उस आसन पर लगभग तीन घट अXवचल

बठन का )यास करना चाVहए उसी आसन पर यान और जप करना होगा

इसक लए थान और समय 5निlत होना चाVहए इस काय क लए एक अलग

कमरा ताल स ब13द रखना चाVहए )ातःकाल ४ बज उठ कर शौचाVद स 5नवo और पXव_ होकर आसन )ाणायाम और यान करना चाVहए आसन पर बठत ह कम स कम बीस बार )ाणायाम करना चाVहए अपन इ2दव क यान क लए कछ ोक याद कर लो )ाणायाम क बाद उनका पाठ करक भगवान का च13तन करना चाVहए ५ ५ ५ ५ ---- )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा भगवान का यान करत ह वा ससार स मन को हटा कर अ13तमखी कर लना चाVहए यह )Eयाहार ह जप इसम= सहायक होगा ॐ या ॐ नमो नारायणाय आVद Oकसी म13_ का जप

)ारZभ कर दना चाVहए १०८ म13_ कW एक माला होती ह एक या तीन माला

म13_ जपना चाVहए अधक भी हो सकता ह म13_-जाप करत ह मन भगवान क

सामन जा पहचता ह भगवान का 5नर13तर च13तन ह धारणा ह

40

जप-माला भी उपयोगी ह SाT या तलसी कW माला रखना चाVहए जप क

अ5तdरB उस गल म= पहना जा सकता ह जब म= रखा जा सकता ह और सोत

समय तOकया क नीच भी डाल सकत ह Oक13त माला सदा साथ रखनी चाVहए ६ ६ ६ ६ ---- यान यान यान यान एक 5निlत आसन पर बठकर अपन इ2दव का तल धारावत च13तन ह यान

ह शरर-मन-बX क nारा भगवान क 5नकट पह च उ13ह= पीछ छोड दना समाध

ह यान क अयास कW सफलता समाध क लाभ म= 5नVहत ह समाध म= परम तoव का अपरोT अनभव होता ह याता और यय एक हो

जात ह समाध ह तरयावथा और जीव13मAB ह यह योगी कW पणावथा ह ७ ७ ७ ७ ---- 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा आयािEमक साधना कवल यान क कमर तक ह सीमत नह ह यह तो

सम4-कालक साधना ह Vह13द धम का यह एक बडा अभशाप ह Oक हम कवल

कछ बातamp को पXव_ और धामक मान बठ ह शष 6यावहाdरक जीवन धम और

आयािEमक स पर समझ लया गया ह यह बडी भल ह साधक को अपना सम4 जीवन साधनामय बनाना होता ह भगवान कW शरणाग5त का भाव 5नर13तर रहना चाVहए सारा जीवन उ13ह कW

सवा ह उ13ह कW )रणा स हर काय हो रहा ह आयािEमक साधना कW सार

सफलता उ13ह क हाथ म= ह )ाणीमा_ स )म-भाव रखना भगवान क )म का 6यावहाdरक प ह भगवान क

भBamp को सभी लोग X)य Vदखाई दत ह दसर क दोषamp को दखन क बजाय अपन

दोष दखना और उ13ह= दर करना भगवत सवा का u माग ह दनamp को दान दना रोगयamp कW सवा करना 5नरTरamp को पढाना पीडतamp कW

सहायता करना मोहा13ध भटकत लोगamp को राह Vदखाना आयािEमक साधना का

अि13तम Oक13त महEवपण अग ह कमयोग क अ13तगत इसकW मVहमा क गण गाय गय ह यVद साधना क उपयB 5नदशamp का aढतापवक पालन Oकया जाय तो जीवन म=

5नlय ह सफलता सख और मAB का लाभ होगा सभी स13त -उपदशamp का सार

यह ह

41

इस Vदशा म= सतत अ4सर रहन क लए स13तamp महाEमाओ का माग-दशन लत

रहना आव1यक ह वतमान काल म= पय वा मी च13मयान13द जी क अनया5ययamp

nारा थाXपत सथा lsquoच13मय मशनrsquo आपकW सहायता क लए सदा उपलltध ह

पाqयcमपाqयcमपाqयcमपाqयcम

नननन0 पतकपतकपतकपतक )थम)थम)थम)थम बारबारबारबार

)5तVदन)5तVदन)5तVदन)5तVदन

1 जीवनजीवनजीवनजीवन यो5तयो5तयो5तयो5त 10 पपपप

2 आEमआEमआEमआEम XवकासXवकासXवकासXवकास कWकWकWकW 5नदशका5नदशका5नदशका5नदशका 10 पपपप

3 भजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दम 4 ोकोकोकोक

4 तiexclवतiexclवतiexclवतiexclव बोधबोधबोधबोध 4 पपपप

5 आEमआEमआEमआEमबोधबोधबोधबोध 3 ोकोकोकोक

6 प_प_प_प_ nाराnाराnाराnारा वदा13तवदा13तवदा13तवदा13त 10 पपपप

7 मानवमानवमानवमानव 5नमाण5नमाण5नमाण5नमाण कलाकलाकलाकला 12 पपपप

8 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण 4 ोकोकोकोक

9 यानयानयानयान औरऔरऔरऔर जीवनजीवनजीवनजीवन 1 अयायअयायअयायअयाय

10 नारदनारदनारदनारद भABभABभABभAB स_स_स_स_ 5 स_स_स_स_

11 गीतागीतागीतागीता कWकWकWकW भमकाभमकाभमकाभमका 10 पपपप

12 अव1यअव1यअव1यअव1य कर=कर=कर=कर= 10 पपपप

13 साधनासाधनासाधनासाधना पचकमपचकमपचकमपचकम 1 ोकोकोकोक

14 कनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषद 2 म_म_म_म_

15 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1-2-3 3 सससस 5 ोकोकोकोक

16 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (201 सससस 300 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

17 कठोप5नषकठोप5नषकठोप5नषकठोप5नष 2 म_म_म_म_

18 दTणाम5तदTणाम5तदTणाम5तदTणाम5त तो_मतो_मतो_मतो_म 2 म_म_म_म_

19 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 4-5-6 3 सससस 5 ोकोकोकोक

20 उपदशउपदशउपदशउपदश सारसारसारसार 2 ोकोकोकोक

42

21 ईशावायईशावायईशावायईशावाय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 3 म_म_म_म_

22 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 7-8-9 3 सससस 5 ोोोोकककक

23 मडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नष 2 म_म_म_म_

24 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 10-11 3 सससस 5 ोकोकोकोक

25 कवYयकवYयकवYयकवYय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 2 म_म_म_म_

26 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (301 सससस 583 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

27 पSषसBमपSषसBमपSषसBमपSषसBम 4 सBसBसBसB

28 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 12 3 सससस 5 ोकोकोकोक

29 तXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषद 2 म_म_म_म_

30 बनाथबनाथबनाथबनाथ-त5तत5तत5तत5त 4 ोकोकोकोक

31 गीगीगीगीताताताता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 13-14-15 3 सससस 5 ोकोकोकोक

32 ऐतरयऐतरयऐतरयऐतरय उप5न`दउप5न`दउप5न`दउप5न`द 3 म_म_म_म_

33 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 16-17 3 सससस 5 ोकोकोकोक

34 )vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद 2 म_म_म_म_

35 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 18 3 सससस 5 ोकोकोकोक

36 ईhरईhरईhरईhर-दशनदशनदशनदशन (तपोवनमतपोवनमतपोवनमतपोवनम ) एकएकएकएक अयायअयायअयायअयाय

37 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1 सससस 18 5 सससस 10 ोकोकोकोक

38 अ2ावcअ2ावcअ2ावcअ2ावc गीतागीतागीतागीता 3 ोकोकोकोक

39 मामामामाडGयडGयडGयडGय औरऔरऔरऔर काdरकाकाdरकाकाdरकाकाdरका 2 म_म_म_म_

ःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःः

43

Page 36: Swadhyayamandal

36

पहल तो लोग सख क लए Rी भोग म= ल7 रहत ह और बाद म= शारdरक रोगamp का शकार होना पडता ह य~Xप इस ससार म= अ13ततोगEवा मEय म= ह शरण मलती

ह Oफर भी लोग पापाचरण नह छोडत

अथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEयअथमनथ भावय 5नEय नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम नाित ततः सखलशः सEयम प_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तःप_ादXप धनभाजा भी5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः सव_षा XवVहता र5तः 2222९९९९

लोगamp कW अनथकार धन म= ह सदा Sच बनी रहती ह सEयता यह ह Oक उसम=

Oकि13चत मा_ भी सख नह ह धनी लोगamp को अप न प_ स भी भय रहता ह धन का

सव_ यह हाल दखा जाता ह )ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार)ाणायाम )Eयाहार 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम 5नEया5नEयXववकXवचारम जाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधानजाwयसमत समाधXवधान कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम कववधान महदवधानम ३०३०३०३०

बडी सावधानीपवक पहल )ाणायाम का अयास करो मन को सब ओर स

हटाकर अ13तमखी बनाओ 5नEय और अ5नEय वतओ क बीच Xववकपवक Xवचार करो

और Oफर जप करत हए समाध का अयास करो गSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBःगSचरणाZबज5नभरभBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः ससारादचरादव मBः सि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादवसि13रय मानस 5नयमादव -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम -यस 5नजacuteदयथ दवम ३१३१३१३१ ह गS क चरणamp म= भABभाव रखन वालamp तम शीordf ह स सार-सागर स पार हो

जाओग तमन इि13 यamp को और मन को वश म= Oकया ह तम अपन acuteदय म= शीordf ह

भगवान का साTाEकार करोग

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आयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अग १ १ १ १ ---- वथ शरर वथ शरर वथ शरर वथ शरर ((((अअअअ) ) ) ) सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन ---- बना वथ शरर क कोई भी लौOकक या पारलौOकक

काय करना सZभव ह नह ह इसक लए श और सािiexclवक आहार आव1यक ह

मच इमल wयाज लहसन खटाई तल मसाल हग आVद Eयाय ह बहत अधक न खाना चाVहए मताहार रोगamp स बचाता ह यान रखो भोजन वाद क

लए नह वाplusmnय क लए ह एकादशी आVद Oकसी Vदन उपवास भी कई aX2 स

उपयोगी ह ((((बबबब) ) ) ) 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम ---- वथ शरर क लए 5नEय 6यायाम भी आव1यक ह

इसक लए )ातःकाल कछ शारdरक uम करना चाVहए बगीच म= काम टहलना

तरना आसनamp का अयास आVद कछ 6यायाम ह आसन और )ाणायाम साधना

म= अधक सहायक ह ((((सससस)))) वछता वछता वछता वछता ---- वथ वाय का सवन 5नEय नान साफ कपड और रहन क

थान कW सफाई शरर को वथ और चo को )स13न रखती ह

2 2 2 2 ---- वथ मनवथ मनवथ मनवथ मन

((((अअअअ) ) ) ) वायाय वायाय वायाय वायाय ---- जस वथ शरर क लए 5नEय श और पौX2क भोजन कW

आव1यकता ह वस ह वथ मन क लए स-413थamp का 5नEय अवलोकन आव1यक ह अ13यथा मन दबल हो जाता ह और उस मानस रोग घरन लगत ह

दिl13ताय= चडचडाहट 6य4ता भय nष आVद मानसक रोगamp क लTण ह

गीता रामायण भागवत उप5नष योगवास बाइबल ज13दावता करान

_Xपटक 413थसाVहब आVद म= स Oकसी 413थ का अययन करना चाVहए

((((बबबब) ) ) ) स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त ---- य दोनamp वथ मन क लTण ह Xववक और वराय

क 6यायाम स स13तोष और शाि13त बढती ह वथ शरर और वथ मन स

आEमबल बढता ह इसी बल स आयािEमक सफलताय= )ा7 कW जाती ह ((((सससस) ) ) ) सससस----Xवचार Xवचार Xवचार Xवचार ---- स-Xवचार जीवन को सह Vदशा म= ल जात ह अस Xवचारamp

स मन`य का पतन होता ह सEसग और सuml413थamp क अवलोकन स स -Xवचार

38

aढ होत ह कसग और कच2ाय= छोडकर सEसग का आuय लो ससार म= िजतन भी महापSष हए ह और उ13हampन जब जो कछ पाया ह वह सEसग क कारण ह ३ ३ ३ ३ ---- न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो

जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए ---- ((((अअअअ) ) ) ) चय और सEय चय और सEय चय और सEय चय और सEय ---- वीय कW रTा बडी सावधानी स करनी चाVहए शरर

तर पर वीय ह ईhर ह जीवन कW यह एक बहत बडी Xवभ5त ह यह जीवन Xवचार और बX का सार ह सचत वीय ओज म= पdरव5तत होता ह और ओज आEमशAB म= हर कWमत पर सEय मधर और मत भाषण का अयास करना चाVहए

मplusmnया भाषण दबलता भय और अIान का पdरणाम ह 5नEय एक-दो घट का

मौन रहना चाVहए उस समय सकतamp का )योग भी न करना चाVहए ((((बबबब) ) ) ) सससस----गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास ---- 5नयम कW पाब13द समय का उपयोग मधर भाषण

उदारता कSणा नह स-पSषamp का आदर सहनशीलता Tमा धय स13तोष 5नरभमानता आVद स-गण ह यVद य ग ण सहज ह )ा7 न हamp तो अयास क

nारा )ा7 Oकय जा सकत ह सब गणamp का एक साथ अयास नह हो सकता Oक13त एक गण क आत ह उसक सहयोगी अनक गण वय आन लगत ह Oकसी एक गण का अयास करन का सकYप करो और 5नEय सोन क पहल

अपनी सफलताओ-असफलताओ पर Xवचार करो कछ समय म= वह अयास आदत बन जायगा और आदत वभाव ((((सससस) ) ) ) दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग ---- )ायः लोग कसग क कारण दगणamp म= पड जात ह

आयािEमक T_ म= जYद सफल होन क लए दगणamp को शीordfा5तशीordf छोडना

होगा म~पान आलय मासभTण cरता कठोरता कVटलता छल )पच

पर5न13दा लोभ पdर4ह आVद अनक दगण ह यVद साधक म= ऐस कोई दगण ह

तो उ13ह= एक-एक कर छोडन का )यcent करना चाVहए दगण बड हठmacr होत ह

इनक Eयागन क लए सकYप करना पडता ह यVद एक दगण छोडन म= सफलता

मल तो आEम-Xवhास बढ जाता ह और दसर दगण छोडना सरल हो जाता ह ((((दददद) ) ) ) सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका ---- आज क आथक यग म= धन सचय कW हवस बढ रह

ह इसक लए बईमानी और छल-)पच का सहारा लया जा रहा ह कारण कवल

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यह ह Oक हमार आव1यकताय= बढ गई ह श आजी Xवका क लए आव1यक ह

Oक आव1यकताय= घटाई जाय= uम और ईमानदार स कमाया हआ धन मन`य

कW आव1यक आव1यकताय= पर कर सकता ह आलसी और दबल 6यAB ह आसानी स )ा7 होन वाल धन कW इछा करत ह यVद आपकW बX और शरर

शABसZप13न ह तो आप पराय पस को Xव2ा क समान समझ=ग सबल बनो और

uम स धन कमा कर स13तोष का जीवन बताओ ४ ४ ४ ४ ---- आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम उपयB तplusmnय आयािEमक साधना कW भमका तयार करन क लए ह उ13ह=

साधना का परोT अग कह सकत ह आसन यथाथ साधना कW पहल सीढ ह

कछ आसन तो 6या याम कW aX2 स उपयोगी होत ह िजनका उYलख ऊपर Oकया

जा चका ह कछ आसन यान क लए बताय गय ह पझ स और सख

आसन म= स कोई एक अपनी सXवधा और Sच क अनसार चन लना चाVहए

उoर या पव Vदशा कW ओर मख करक उस आसन पर लगभग तीन घट अXवचल

बठन का )यास करना चाVहए उसी आसन पर यान और जप करना होगा

इसक लए थान और समय 5निlत होना चाVहए इस काय क लए एक अलग

कमरा ताल स ब13द रखना चाVहए )ातःकाल ४ बज उठ कर शौचाVद स 5नवo और पXव_ होकर आसन )ाणायाम और यान करना चाVहए आसन पर बठत ह कम स कम बीस बार )ाणायाम करना चाVहए अपन इ2दव क यान क लए कछ ोक याद कर लो )ाणायाम क बाद उनका पाठ करक भगवान का च13तन करना चाVहए ५ ५ ५ ५ ---- )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा भगवान का यान करत ह वा ससार स मन को हटा कर अ13तमखी कर लना चाVहए यह )Eयाहार ह जप इसम= सहायक होगा ॐ या ॐ नमो नारायणाय आVद Oकसी म13_ का जप

)ारZभ कर दना चाVहए १०८ म13_ कW एक माला होती ह एक या तीन माला

म13_ जपना चाVहए अधक भी हो सकता ह म13_-जाप करत ह मन भगवान क

सामन जा पहचता ह भगवान का 5नर13तर च13तन ह धारणा ह

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जप-माला भी उपयोगी ह SाT या तलसी कW माला रखना चाVहए जप क

अ5तdरB उस गल म= पहना जा सकता ह जब म= रखा जा सकता ह और सोत

समय तOकया क नीच भी डाल सकत ह Oक13त माला सदा साथ रखनी चाVहए ६ ६ ६ ६ ---- यान यान यान यान एक 5निlत आसन पर बठकर अपन इ2दव का तल धारावत च13तन ह यान

ह शरर-मन-बX क nारा भगवान क 5नकट पह च उ13ह= पीछ छोड दना समाध

ह यान क अयास कW सफलता समाध क लाभ म= 5नVहत ह समाध म= परम तoव का अपरोT अनभव होता ह याता और यय एक हो

जात ह समाध ह तरयावथा और जीव13मAB ह यह योगी कW पणावथा ह ७ ७ ७ ७ ---- 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा आयािEमक साधना कवल यान क कमर तक ह सीमत नह ह यह तो

सम4-कालक साधना ह Vह13द धम का यह एक बडा अभशाप ह Oक हम कवल

कछ बातamp को पXव_ और धामक मान बठ ह शष 6यावहाdरक जीवन धम और

आयािEमक स पर समझ लया गया ह यह बडी भल ह साधक को अपना सम4 जीवन साधनामय बनाना होता ह भगवान कW शरणाग5त का भाव 5नर13तर रहना चाVहए सारा जीवन उ13ह कW

सवा ह उ13ह कW )रणा स हर काय हो रहा ह आयािEमक साधना कW सार

सफलता उ13ह क हाथ म= ह )ाणीमा_ स )म-भाव रखना भगवान क )म का 6यावहाdरक प ह भगवान क

भBamp को सभी लोग X)य Vदखाई दत ह दसर क दोषamp को दखन क बजाय अपन

दोष दखना और उ13ह= दर करना भगवत सवा का u माग ह दनamp को दान दना रोगयamp कW सवा करना 5नरTरamp को पढाना पीडतamp कW

सहायता करना मोहा13ध भटकत लोगamp को राह Vदखाना आयािEमक साधना का

अि13तम Oक13त महEवपण अग ह कमयोग क अ13तगत इसकW मVहमा क गण गाय गय ह यVद साधना क उपयB 5नदशamp का aढतापवक पालन Oकया जाय तो जीवन म=

5नlय ह सफलता सख और मAB का लाभ होगा सभी स13त -उपदशamp का सार

यह ह

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इस Vदशा म= सतत अ4सर रहन क लए स13तamp महाEमाओ का माग-दशन लत

रहना आव1यक ह वतमान काल म= पय वा मी च13मयान13द जी क अनया5ययamp

nारा थाXपत सथा lsquoच13मय मशनrsquo आपकW सहायता क लए सदा उपलltध ह

पाqयcमपाqयcमपाqयcमपाqयcम

नननन0 पतकपतकपतकपतक )थम)थम)थम)थम बारबारबारबार

)5तVदन)5तVदन)5तVदन)5तVदन

1 जीवनजीवनजीवनजीवन यो5तयो5तयो5तयो5त 10 पपपप

2 आEमआEमआEमआEम XवकासXवकासXवकासXवकास कWकWकWकW 5नदशका5नदशका5नदशका5नदशका 10 पपपप

3 भजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दम 4 ोकोकोकोक

4 तiexclवतiexclवतiexclवतiexclव बोधबोधबोधबोध 4 पपपप

5 आEमआEमआEमआEमबोधबोधबोधबोध 3 ोकोकोकोक

6 प_प_प_प_ nाराnाराnाराnारा वदा13तवदा13तवदा13तवदा13त 10 पपपप

7 मानवमानवमानवमानव 5नमाण5नमाण5नमाण5नमाण कलाकलाकलाकला 12 पपपप

8 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण 4 ोकोकोकोक

9 यानयानयानयान औरऔरऔरऔर जीवनजीवनजीवनजीवन 1 अयायअयायअयायअयाय

10 नारदनारदनारदनारद भABभABभABभAB स_स_स_स_ 5 स_स_स_स_

11 गीतागीतागीतागीता कWकWकWकW भमकाभमकाभमकाभमका 10 पपपप

12 अव1यअव1यअव1यअव1य कर=कर=कर=कर= 10 पपपप

13 साधनासाधनासाधनासाधना पचकमपचकमपचकमपचकम 1 ोकोकोकोक

14 कनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषद 2 म_म_म_म_

15 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1-2-3 3 सससस 5 ोकोकोकोक

16 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (201 सससस 300 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

17 कठोप5नषकठोप5नषकठोप5नषकठोप5नष 2 म_म_म_म_

18 दTणाम5तदTणाम5तदTणाम5तदTणाम5त तो_मतो_मतो_मतो_म 2 म_म_म_म_

19 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 4-5-6 3 सससस 5 ोकोकोकोक

20 उपदशउपदशउपदशउपदश सारसारसारसार 2 ोकोकोकोक

42

21 ईशावायईशावायईशावायईशावाय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 3 म_म_म_म_

22 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 7-8-9 3 सससस 5 ोोोोकककक

23 मडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नष 2 म_म_म_म_

24 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 10-11 3 सससस 5 ोकोकोकोक

25 कवYयकवYयकवYयकवYय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 2 म_म_म_म_

26 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (301 सससस 583 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

27 पSषसBमपSषसBमपSषसBमपSषसBम 4 सBसBसBसB

28 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 12 3 सससस 5 ोकोकोकोक

29 तXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषद 2 म_म_म_म_

30 बनाथबनाथबनाथबनाथ-त5तत5तत5तत5त 4 ोकोकोकोक

31 गीगीगीगीताताताता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 13-14-15 3 सससस 5 ोकोकोकोक

32 ऐतरयऐतरयऐतरयऐतरय उप5न`दउप5न`दउप5न`दउप5न`द 3 म_म_म_म_

33 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 16-17 3 सससस 5 ोकोकोकोक

34 )vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद 2 म_म_म_म_

35 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 18 3 सससस 5 ोकोकोकोक

36 ईhरईhरईhरईhर-दशनदशनदशनदशन (तपोवनमतपोवनमतपोवनमतपोवनम ) एकएकएकएक अयायअयायअयायअयाय

37 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1 सससस 18 5 सससस 10 ोकोकोकोक

38 अ2ावcअ2ावcअ2ावcअ2ावc गीतागीतागीतागीता 3 ोकोकोकोक

39 मामामामाडGयडGयडGयडGय औरऔरऔरऔर काdरकाकाdरकाकाdरकाकाdरका 2 म_म_म_म_

ःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःः

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आयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अगआयािEमक जीवन क आव1यक अग १ १ १ १ ---- वथ शरर वथ शरर वथ शरर वथ शरर ((((अअअअ) ) ) ) सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन सािEवक भोजन ---- बना वथ शरर क कोई भी लौOकक या पारलौOकक

काय करना सZभव ह नह ह इसक लए श और सािiexclवक आहार आव1यक ह

मच इमल wयाज लहसन खटाई तल मसाल हग आVद Eयाय ह बहत अधक न खाना चाVहए मताहार रोगamp स बचाता ह यान रखो भोजन वाद क

लए नह वाplusmnय क लए ह एकादशी आVद Oकसी Vदन उपवास भी कई aX2 स

उपयोगी ह ((((बबबब) ) ) ) 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम 5नयमत 6यायाम ---- वथ शरर क लए 5नEय 6यायाम भी आव1यक ह

इसक लए )ातःकाल कछ शारdरक uम करना चाVहए बगीच म= काम टहलना

तरना आसनamp का अयास आVद कछ 6यायाम ह आसन और )ाणायाम साधना

म= अधक सहायक ह ((((सससस)))) वछता वछता वछता वछता ---- वथ वाय का सवन 5नEय नान साफ कपड और रहन क

थान कW सफाई शरर को वथ और चo को )स13न रखती ह

2 2 2 2 ---- वथ मनवथ मनवथ मनवथ मन

((((अअअअ) ) ) ) वायाय वायाय वायाय वायाय ---- जस वथ शरर क लए 5नEय श और पौX2क भोजन कW

आव1यकता ह वस ह वथ मन क लए स-413थamp का 5नEय अवलोकन आव1यक ह अ13यथा मन दबल हो जाता ह और उस मानस रोग घरन लगत ह

दिl13ताय= चडचडाहट 6य4ता भय nष आVद मानसक रोगamp क लTण ह

गीता रामायण भागवत उप5नष योगवास बाइबल ज13दावता करान

_Xपटक 413थसाVहब आVद म= स Oकसी 413थ का अययन करना चाVहए

((((बबबब) ) ) ) स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त स13तोष और शाि13त ---- य दोनamp वथ मन क लTण ह Xववक और वराय

क 6यायाम स स13तोष और शाि13त बढती ह वथ शरर और वथ मन स

आEमबल बढता ह इसी बल स आयािEमक सफलताय= )ा7 कW जाती ह ((((सससस) ) ) ) सससस----Xवचार Xवचार Xवचार Xवचार ---- स-Xवचार जीवन को सह Vदशा म= ल जात ह अस Xवचारamp

स मन`य का पतन होता ह सEसग और सuml413थamp क अवलोकन स स -Xवचार

38

aढ होत ह कसग और कच2ाय= छोडकर सEसग का आuय लो ससार म= िजतन भी महापSष हए ह और उ13हampन जब जो कछ पाया ह वह सEसग क कारण ह ३ ३ ३ ३ ---- न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो

जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए ---- ((((अअअअ) ) ) ) चय और सEय चय और सEय चय और सEय चय और सEय ---- वीय कW रTा बडी सावधानी स करनी चाVहए शरर

तर पर वीय ह ईhर ह जीवन कW यह एक बहत बडी Xवभ5त ह यह जीवन Xवचार और बX का सार ह सचत वीय ओज म= पdरव5तत होता ह और ओज आEमशAB म= हर कWमत पर सEय मधर और मत भाषण का अयास करना चाVहए

मplusmnया भाषण दबलता भय और अIान का पdरणाम ह 5नEय एक-दो घट का

मौन रहना चाVहए उस समय सकतamp का )योग भी न करना चाVहए ((((बबबब) ) ) ) सससस----गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास ---- 5नयम कW पाब13द समय का उपयोग मधर भाषण

उदारता कSणा नह स-पSषamp का आदर सहनशीलता Tमा धय स13तोष 5नरभमानता आVद स-गण ह यVद य ग ण सहज ह )ा7 न हamp तो अयास क

nारा )ा7 Oकय जा सकत ह सब गणamp का एक साथ अयास नह हो सकता Oक13त एक गण क आत ह उसक सहयोगी अनक गण वय आन लगत ह Oकसी एक गण का अयास करन का सकYप करो और 5नEय सोन क पहल

अपनी सफलताओ-असफलताओ पर Xवचार करो कछ समय म= वह अयास आदत बन जायगा और आदत वभाव ((((सससस) ) ) ) दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग ---- )ायः लोग कसग क कारण दगणamp म= पड जात ह

आयािEमक T_ म= जYद सफल होन क लए दगणamp को शीordfा5तशीordf छोडना

होगा म~पान आलय मासभTण cरता कठोरता कVटलता छल )पच

पर5न13दा लोभ पdर4ह आVद अनक दगण ह यVद साधक म= ऐस कोई दगण ह

तो उ13ह= एक-एक कर छोडन का )यcent करना चाVहए दगण बड हठmacr होत ह

इनक Eयागन क लए सकYप करना पडता ह यVद एक दगण छोडन म= सफलता

मल तो आEम-Xवhास बढ जाता ह और दसर दगण छोडना सरल हो जाता ह ((((दददद) ) ) ) सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका ---- आज क आथक यग म= धन सचय कW हवस बढ रह

ह इसक लए बईमानी और छल-)पच का सहारा लया जा रहा ह कारण कवल

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यह ह Oक हमार आव1यकताय= बढ गई ह श आजी Xवका क लए आव1यक ह

Oक आव1यकताय= घटाई जाय= uम और ईमानदार स कमाया हआ धन मन`य

कW आव1यक आव1यकताय= पर कर सकता ह आलसी और दबल 6यAB ह आसानी स )ा7 होन वाल धन कW इछा करत ह यVद आपकW बX और शरर

शABसZप13न ह तो आप पराय पस को Xव2ा क समान समझ=ग सबल बनो और

uम स धन कमा कर स13तोष का जीवन बताओ ४ ४ ४ ४ ---- आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम उपयB तplusmnय आयािEमक साधना कW भमका तयार करन क लए ह उ13ह=

साधना का परोT अग कह सकत ह आसन यथाथ साधना कW पहल सीढ ह

कछ आसन तो 6या याम कW aX2 स उपयोगी होत ह िजनका उYलख ऊपर Oकया

जा चका ह कछ आसन यान क लए बताय गय ह पझ स और सख

आसन म= स कोई एक अपनी सXवधा और Sच क अनसार चन लना चाVहए

उoर या पव Vदशा कW ओर मख करक उस आसन पर लगभग तीन घट अXवचल

बठन का )यास करना चाVहए उसी आसन पर यान और जप करना होगा

इसक लए थान और समय 5निlत होना चाVहए इस काय क लए एक अलग

कमरा ताल स ब13द रखना चाVहए )ातःकाल ४ बज उठ कर शौचाVद स 5नवo और पXव_ होकर आसन )ाणायाम और यान करना चाVहए आसन पर बठत ह कम स कम बीस बार )ाणायाम करना चाVहए अपन इ2दव क यान क लए कछ ोक याद कर लो )ाणायाम क बाद उनका पाठ करक भगवान का च13तन करना चाVहए ५ ५ ५ ५ ---- )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा भगवान का यान करत ह वा ससार स मन को हटा कर अ13तमखी कर लना चाVहए यह )Eयाहार ह जप इसम= सहायक होगा ॐ या ॐ नमो नारायणाय आVद Oकसी म13_ का जप

)ारZभ कर दना चाVहए १०८ म13_ कW एक माला होती ह एक या तीन माला

म13_ जपना चाVहए अधक भी हो सकता ह म13_-जाप करत ह मन भगवान क

सामन जा पहचता ह भगवान का 5नर13तर च13तन ह धारणा ह

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जप-माला भी उपयोगी ह SाT या तलसी कW माला रखना चाVहए जप क

अ5तdरB उस गल म= पहना जा सकता ह जब म= रखा जा सकता ह और सोत

समय तOकया क नीच भी डाल सकत ह Oक13त माला सदा साथ रखनी चाVहए ६ ६ ६ ६ ---- यान यान यान यान एक 5निlत आसन पर बठकर अपन इ2दव का तल धारावत च13तन ह यान

ह शरर-मन-बX क nारा भगवान क 5नकट पह च उ13ह= पीछ छोड दना समाध

ह यान क अयास कW सफलता समाध क लाभ म= 5नVहत ह समाध म= परम तoव का अपरोT अनभव होता ह याता और यय एक हो

जात ह समाध ह तरयावथा और जीव13मAB ह यह योगी कW पणावथा ह ७ ७ ७ ७ ---- 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा आयािEमक साधना कवल यान क कमर तक ह सीमत नह ह यह तो

सम4-कालक साधना ह Vह13द धम का यह एक बडा अभशाप ह Oक हम कवल

कछ बातamp को पXव_ और धामक मान बठ ह शष 6यावहाdरक जीवन धम और

आयािEमक स पर समझ लया गया ह यह बडी भल ह साधक को अपना सम4 जीवन साधनामय बनाना होता ह भगवान कW शरणाग5त का भाव 5नर13तर रहना चाVहए सारा जीवन उ13ह कW

सवा ह उ13ह कW )रणा स हर काय हो रहा ह आयािEमक साधना कW सार

सफलता उ13ह क हाथ म= ह )ाणीमा_ स )म-भाव रखना भगवान क )म का 6यावहाdरक प ह भगवान क

भBamp को सभी लोग X)य Vदखाई दत ह दसर क दोषamp को दखन क बजाय अपन

दोष दखना और उ13ह= दर करना भगवत सवा का u माग ह दनamp को दान दना रोगयamp कW सवा करना 5नरTरamp को पढाना पीडतamp कW

सहायता करना मोहा13ध भटकत लोगamp को राह Vदखाना आयािEमक साधना का

अि13तम Oक13त महEवपण अग ह कमयोग क अ13तगत इसकW मVहमा क गण गाय गय ह यVद साधना क उपयB 5नदशamp का aढतापवक पालन Oकया जाय तो जीवन म=

5नlय ह सफलता सख और मAB का लाभ होगा सभी स13त -उपदशamp का सार

यह ह

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इस Vदशा म= सतत अ4सर रहन क लए स13तamp महाEमाओ का माग-दशन लत

रहना आव1यक ह वतमान काल म= पय वा मी च13मयान13द जी क अनया5ययamp

nारा थाXपत सथा lsquoच13मय मशनrsquo आपकW सहायता क लए सदा उपलltध ह

पाqयcमपाqयcमपाqयcमपाqयcम

नननन0 पतकपतकपतकपतक )थम)थम)थम)थम बारबारबारबार

)5तVदन)5तVदन)5तVदन)5तVदन

1 जीवनजीवनजीवनजीवन यो5तयो5तयो5तयो5त 10 पपपप

2 आEमआEमआEमआEम XवकासXवकासXवकासXवकास कWकWकWकW 5नदशका5नदशका5नदशका5नदशका 10 पपपप

3 भजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दम 4 ोकोकोकोक

4 तiexclवतiexclवतiexclवतiexclव बोधबोधबोधबोध 4 पपपप

5 आEमआEमआEमआEमबोधबोधबोधबोध 3 ोकोकोकोक

6 प_प_प_प_ nाराnाराnाराnारा वदा13तवदा13तवदा13तवदा13त 10 पपपप

7 मानवमानवमानवमानव 5नमाण5नमाण5नमाण5नमाण कलाकलाकलाकला 12 पपपप

8 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण 4 ोकोकोकोक

9 यानयानयानयान औरऔरऔरऔर जीवनजीवनजीवनजीवन 1 अयायअयायअयायअयाय

10 नारदनारदनारदनारद भABभABभABभAB स_स_स_स_ 5 स_स_स_स_

11 गीतागीतागीतागीता कWकWकWकW भमकाभमकाभमकाभमका 10 पपपप

12 अव1यअव1यअव1यअव1य कर=कर=कर=कर= 10 पपपप

13 साधनासाधनासाधनासाधना पचकमपचकमपचकमपचकम 1 ोकोकोकोक

14 कनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषद 2 म_म_म_म_

15 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1-2-3 3 सससस 5 ोकोकोकोक

16 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (201 सससस 300 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

17 कठोप5नषकठोप5नषकठोप5नषकठोप5नष 2 म_म_म_म_

18 दTणाम5तदTणाम5तदTणाम5तदTणाम5त तो_मतो_मतो_मतो_म 2 म_म_म_म_

19 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 4-5-6 3 सससस 5 ोकोकोकोक

20 उपदशउपदशउपदशउपदश सारसारसारसार 2 ोकोकोकोक

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21 ईशावायईशावायईशावायईशावाय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 3 म_म_म_म_

22 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 7-8-9 3 सससस 5 ोोोोकककक

23 मडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नष 2 म_म_म_म_

24 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 10-11 3 सससस 5 ोकोकोकोक

25 कवYयकवYयकवYयकवYय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 2 म_म_म_म_

26 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (301 सससस 583 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

27 पSषसBमपSषसBमपSषसBमपSषसBम 4 सBसBसBसB

28 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 12 3 सससस 5 ोकोकोकोक

29 तXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषद 2 म_म_म_म_

30 बनाथबनाथबनाथबनाथ-त5तत5तत5तत5त 4 ोकोकोकोक

31 गीगीगीगीताताताता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 13-14-15 3 सससस 5 ोकोकोकोक

32 ऐतरयऐतरयऐतरयऐतरय उप5न`दउप5न`दउप5न`दउप5न`द 3 म_म_म_म_

33 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 16-17 3 सससस 5 ोकोकोकोक

34 )vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद 2 म_म_म_म_

35 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 18 3 सससस 5 ोकोकोकोक

36 ईhरईhरईhरईhर-दशनदशनदशनदशन (तपोवनमतपोवनमतपोवनमतपोवनम ) एकएकएकएक अयायअयायअयायअयाय

37 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1 सससस 18 5 सससस 10 ोकोकोकोक

38 अ2ावcअ2ावcअ2ावcअ2ावc गीतागीतागीतागीता 3 ोकोकोकोक

39 मामामामाडGयडGयडGयडGय औरऔरऔरऔर काdरकाकाdरकाकाdरकाकाdरका 2 म_म_म_म_

ःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःः

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aढ होत ह कसग और कच2ाय= छोडकर सEसग का आuय लो ससार म= िजतन भी महापSष हए ह और उ13हampन जब जो कछ पाया ह वह सEसग क कारण ह ३ ३ ३ ३ ---- न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो न5तक साधना क बना आयािEमक साधना कVठन ह नह वरन असZभव हो

जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए जाती ह इसक लए 5नZन बातamp पर यान दना चाVहए ---- ((((अअअअ) ) ) ) चय और सEय चय और सEय चय और सEय चय और सEय ---- वीय कW रTा बडी सावधानी स करनी चाVहए शरर

तर पर वीय ह ईhर ह जीवन कW यह एक बहत बडी Xवभ5त ह यह जीवन Xवचार और बX का सार ह सचत वीय ओज म= पdरव5तत होता ह और ओज आEमशAB म= हर कWमत पर सEय मधर और मत भाषण का अयास करना चाVहए

मplusmnया भाषण दबलता भय और अIान का पdरणाम ह 5नEय एक-दो घट का

मौन रहना चाVहए उस समय सकतamp का )योग भी न करना चाVहए ((((बबबब) ) ) ) सससस----गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास गणamp का Xवकास ---- 5नयम कW पाब13द समय का उपयोग मधर भाषण

उदारता कSणा नह स-पSषamp का आदर सहनशीलता Tमा धय स13तोष 5नरभमानता आVद स-गण ह यVद य ग ण सहज ह )ा7 न हamp तो अयास क

nारा )ा7 Oकय जा सकत ह सब गणamp का एक साथ अयास नह हो सकता Oक13त एक गण क आत ह उसक सहयोगी अनक गण वय आन लगत ह Oकसी एक गण का अयास करन का सकYप करो और 5नEय सोन क पहल

अपनी सफलताओ-असफलताओ पर Xवचार करो कछ समय म= वह अयास आदत बन जायगा और आदत वभाव ((((सससस) ) ) ) दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग दगणamp का Eयाग ---- )ायः लोग कसग क कारण दगणamp म= पड जात ह

आयािEमक T_ म= जYद सफल होन क लए दगणamp को शीordfा5तशीordf छोडना

होगा म~पान आलय मासभTण cरता कठोरता कVटलता छल )पच

पर5न13दा लोभ पdर4ह आVद अनक दगण ह यVद साधक म= ऐस कोई दगण ह

तो उ13ह= एक-एक कर छोडन का )यcent करना चाVहए दगण बड हठmacr होत ह

इनक Eयागन क लए सकYप करना पडता ह यVद एक दगण छोडन म= सफलता

मल तो आEम-Xवhास बढ जाता ह और दसर दगण छोडना सरल हो जाता ह ((((दददद) ) ) ) सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका सZयक आजीXवका ---- आज क आथक यग म= धन सचय कW हवस बढ रह

ह इसक लए बईमानी और छल-)पच का सहारा लया जा रहा ह कारण कवल

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यह ह Oक हमार आव1यकताय= बढ गई ह श आजी Xवका क लए आव1यक ह

Oक आव1यकताय= घटाई जाय= uम और ईमानदार स कमाया हआ धन मन`य

कW आव1यक आव1यकताय= पर कर सकता ह आलसी और दबल 6यAB ह आसानी स )ा7 होन वाल धन कW इछा करत ह यVद आपकW बX और शरर

शABसZप13न ह तो आप पराय पस को Xव2ा क समान समझ=ग सबल बनो और

uम स धन कमा कर स13तोष का जीवन बताओ ४ ४ ४ ४ ---- आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम उपयB तplusmnय आयािEमक साधना कW भमका तयार करन क लए ह उ13ह=

साधना का परोT अग कह सकत ह आसन यथाथ साधना कW पहल सीढ ह

कछ आसन तो 6या याम कW aX2 स उपयोगी होत ह िजनका उYलख ऊपर Oकया

जा चका ह कछ आसन यान क लए बताय गय ह पझ स और सख

आसन म= स कोई एक अपनी सXवधा और Sच क अनसार चन लना चाVहए

उoर या पव Vदशा कW ओर मख करक उस आसन पर लगभग तीन घट अXवचल

बठन का )यास करना चाVहए उसी आसन पर यान और जप करना होगा

इसक लए थान और समय 5निlत होना चाVहए इस काय क लए एक अलग

कमरा ताल स ब13द रखना चाVहए )ातःकाल ४ बज उठ कर शौचाVद स 5नवo और पXव_ होकर आसन )ाणायाम और यान करना चाVहए आसन पर बठत ह कम स कम बीस बार )ाणायाम करना चाVहए अपन इ2दव क यान क लए कछ ोक याद कर लो )ाणायाम क बाद उनका पाठ करक भगवान का च13तन करना चाVहए ५ ५ ५ ५ ---- )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा भगवान का यान करत ह वा ससार स मन को हटा कर अ13तमखी कर लना चाVहए यह )Eयाहार ह जप इसम= सहायक होगा ॐ या ॐ नमो नारायणाय आVद Oकसी म13_ का जप

)ारZभ कर दना चाVहए १०८ म13_ कW एक माला होती ह एक या तीन माला

म13_ जपना चाVहए अधक भी हो सकता ह म13_-जाप करत ह मन भगवान क

सामन जा पहचता ह भगवान का 5नर13तर च13तन ह धारणा ह

40

जप-माला भी उपयोगी ह SाT या तलसी कW माला रखना चाVहए जप क

अ5तdरB उस गल म= पहना जा सकता ह जब म= रखा जा सकता ह और सोत

समय तOकया क नीच भी डाल सकत ह Oक13त माला सदा साथ रखनी चाVहए ६ ६ ६ ६ ---- यान यान यान यान एक 5निlत आसन पर बठकर अपन इ2दव का तल धारावत च13तन ह यान

ह शरर-मन-बX क nारा भगवान क 5नकट पह च उ13ह= पीछ छोड दना समाध

ह यान क अयास कW सफलता समाध क लाभ म= 5नVहत ह समाध म= परम तoव का अपरोT अनभव होता ह याता और यय एक हो

जात ह समाध ह तरयावथा और जीव13मAB ह यह योगी कW पणावथा ह ७ ७ ७ ७ ---- 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा आयािEमक साधना कवल यान क कमर तक ह सीमत नह ह यह तो

सम4-कालक साधना ह Vह13द धम का यह एक बडा अभशाप ह Oक हम कवल

कछ बातamp को पXव_ और धामक मान बठ ह शष 6यावहाdरक जीवन धम और

आयािEमक स पर समझ लया गया ह यह बडी भल ह साधक को अपना सम4 जीवन साधनामय बनाना होता ह भगवान कW शरणाग5त का भाव 5नर13तर रहना चाVहए सारा जीवन उ13ह कW

सवा ह उ13ह कW )रणा स हर काय हो रहा ह आयािEमक साधना कW सार

सफलता उ13ह क हाथ म= ह )ाणीमा_ स )म-भाव रखना भगवान क )म का 6यावहाdरक प ह भगवान क

भBamp को सभी लोग X)य Vदखाई दत ह दसर क दोषamp को दखन क बजाय अपन

दोष दखना और उ13ह= दर करना भगवत सवा का u माग ह दनamp को दान दना रोगयamp कW सवा करना 5नरTरamp को पढाना पीडतamp कW

सहायता करना मोहा13ध भटकत लोगamp को राह Vदखाना आयािEमक साधना का

अि13तम Oक13त महEवपण अग ह कमयोग क अ13तगत इसकW मVहमा क गण गाय गय ह यVद साधना क उपयB 5नदशamp का aढतापवक पालन Oकया जाय तो जीवन म=

5नlय ह सफलता सख और मAB का लाभ होगा सभी स13त -उपदशamp का सार

यह ह

41

इस Vदशा म= सतत अ4सर रहन क लए स13तamp महाEमाओ का माग-दशन लत

रहना आव1यक ह वतमान काल म= पय वा मी च13मयान13द जी क अनया5ययamp

nारा थाXपत सथा lsquoच13मय मशनrsquo आपकW सहायता क लए सदा उपलltध ह

पाqयcमपाqयcमपाqयcमपाqयcम

नननन0 पतकपतकपतकपतक )थम)थम)थम)थम बारबारबारबार

)5तVदन)5तVदन)5तVदन)5तVदन

1 जीवनजीवनजीवनजीवन यो5तयो5तयो5तयो5त 10 पपपप

2 आEमआEमआEमआEम XवकासXवकासXवकासXवकास कWकWकWकW 5नदशका5नदशका5नदशका5नदशका 10 पपपप

3 भजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दम 4 ोकोकोकोक

4 तiexclवतiexclवतiexclवतiexclव बोधबोधबोधबोध 4 पपपप

5 आEमआEमआEमआEमबोधबोधबोधबोध 3 ोकोकोकोक

6 प_प_प_प_ nाराnाराnाराnारा वदा13तवदा13तवदा13तवदा13त 10 पपपप

7 मानवमानवमानवमानव 5नमाण5नमाण5नमाण5नमाण कलाकलाकलाकला 12 पपपप

8 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण 4 ोकोकोकोक

9 यानयानयानयान औरऔरऔरऔर जीवनजीवनजीवनजीवन 1 अयायअयायअयायअयाय

10 नारदनारदनारदनारद भABभABभABभAB स_स_स_स_ 5 स_स_स_स_

11 गीतागीतागीतागीता कWकWकWकW भमकाभमकाभमकाभमका 10 पपपप

12 अव1यअव1यअव1यअव1य कर=कर=कर=कर= 10 पपपप

13 साधनासाधनासाधनासाधना पचकमपचकमपचकमपचकम 1 ोकोकोकोक

14 कनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषद 2 म_म_म_म_

15 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1-2-3 3 सससस 5 ोकोकोकोक

16 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (201 सससस 300 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

17 कठोप5नषकठोप5नषकठोप5नषकठोप5नष 2 म_म_म_म_

18 दTणाम5तदTणाम5तदTणाम5तदTणाम5त तो_मतो_मतो_मतो_म 2 म_म_म_म_

19 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 4-5-6 3 सससस 5 ोकोकोकोक

20 उपदशउपदशउपदशउपदश सारसारसारसार 2 ोकोकोकोक

42

21 ईशावायईशावायईशावायईशावाय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 3 म_म_म_म_

22 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 7-8-9 3 सससस 5 ोोोोकककक

23 मडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नष 2 म_म_म_म_

24 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 10-11 3 सससस 5 ोकोकोकोक

25 कवYयकवYयकवYयकवYय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 2 म_म_म_म_

26 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (301 सससस 583 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

27 पSषसBमपSषसBमपSषसBमपSषसBम 4 सBसBसBसB

28 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 12 3 सससस 5 ोकोकोकोक

29 तXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषद 2 म_म_म_म_

30 बनाथबनाथबनाथबनाथ-त5तत5तत5तत5त 4 ोकोकोकोक

31 गीगीगीगीताताताता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 13-14-15 3 सससस 5 ोकोकोकोक

32 ऐतरयऐतरयऐतरयऐतरय उप5न`दउप5न`दउप5न`दउप5न`द 3 म_म_म_म_

33 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 16-17 3 सससस 5 ोकोकोकोक

34 )vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद 2 म_म_म_म_

35 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 18 3 सससस 5 ोकोकोकोक

36 ईhरईhरईhरईhर-दशनदशनदशनदशन (तपोवनमतपोवनमतपोवनमतपोवनम ) एकएकएकएक अयायअयायअयायअयाय

37 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1 सससस 18 5 सससस 10 ोकोकोकोक

38 अ2ावcअ2ावcअ2ावcअ2ावc गीतागीतागीतागीता 3 ोकोकोकोक

39 मामामामाडGयडGयडGयडGय औरऔरऔरऔर काdरकाकाdरकाकाdरकाकाdरका 2 म_म_म_म_

ःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःः

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यह ह Oक हमार आव1यकताय= बढ गई ह श आजी Xवका क लए आव1यक ह

Oक आव1यकताय= घटाई जाय= uम और ईमानदार स कमाया हआ धन मन`य

कW आव1यक आव1यकताय= पर कर सकता ह आलसी और दबल 6यAB ह आसानी स )ा7 होन वाल धन कW इछा करत ह यVद आपकW बX और शरर

शABसZप13न ह तो आप पराय पस को Xव2ा क समान समझ=ग सबल बनो और

uम स धन कमा कर स13तोष का जीवन बताओ ४ ४ ४ ४ ---- आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम आसन और )ाणायाम उपयB तplusmnय आयािEमक साधना कW भमका तयार करन क लए ह उ13ह=

साधना का परोT अग कह सकत ह आसन यथाथ साधना कW पहल सीढ ह

कछ आसन तो 6या याम कW aX2 स उपयोगी होत ह िजनका उYलख ऊपर Oकया

जा चका ह कछ आसन यान क लए बताय गय ह पझ स और सख

आसन म= स कोई एक अपनी सXवधा और Sच क अनसार चन लना चाVहए

उoर या पव Vदशा कW ओर मख करक उस आसन पर लगभग तीन घट अXवचल

बठन का )यास करना चाVहए उसी आसन पर यान और जप करना होगा

इसक लए थान और समय 5निlत होना चाVहए इस काय क लए एक अलग

कमरा ताल स ब13द रखना चाVहए )ातःकाल ४ बज उठ कर शौचाVद स 5नवo और पXव_ होकर आसन )ाणायाम और यान करना चाVहए आसन पर बठत ह कम स कम बीस बार )ाणायाम करना चाVहए अपन इ2दव क यान क लए कछ ोक याद कर लो )ाणायाम क बाद उनका पाठ करक भगवान का च13तन करना चाVहए ५ ५ ५ ५ ---- )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा )Eयाहार और धारणा भगवान का यान करत ह वा ससार स मन को हटा कर अ13तमखी कर लना चाVहए यह )Eयाहार ह जप इसम= सहायक होगा ॐ या ॐ नमो नारायणाय आVद Oकसी म13_ का जप

)ारZभ कर दना चाVहए १०८ म13_ कW एक माला होती ह एक या तीन माला

म13_ जपना चाVहए अधक भी हो सकता ह म13_-जाप करत ह मन भगवान क

सामन जा पहचता ह भगवान का 5नर13तर च13तन ह धारणा ह

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जप-माला भी उपयोगी ह SाT या तलसी कW माला रखना चाVहए जप क

अ5तdरB उस गल म= पहना जा सकता ह जब म= रखा जा सकता ह और सोत

समय तOकया क नीच भी डाल सकत ह Oक13त माला सदा साथ रखनी चाVहए ६ ६ ६ ६ ---- यान यान यान यान एक 5निlत आसन पर बठकर अपन इ2दव का तल धारावत च13तन ह यान

ह शरर-मन-बX क nारा भगवान क 5नकट पह च उ13ह= पीछ छोड दना समाध

ह यान क अयास कW सफलता समाध क लाभ म= 5नVहत ह समाध म= परम तoव का अपरोT अनभव होता ह याता और यय एक हो

जात ह समाध ह तरयावथा और जीव13मAB ह यह योगी कW पणावथा ह ७ ७ ७ ७ ---- 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा आयािEमक साधना कवल यान क कमर तक ह सीमत नह ह यह तो

सम4-कालक साधना ह Vह13द धम का यह एक बडा अभशाप ह Oक हम कवल

कछ बातamp को पXव_ और धामक मान बठ ह शष 6यावहाdरक जीवन धम और

आयािEमक स पर समझ लया गया ह यह बडी भल ह साधक को अपना सम4 जीवन साधनामय बनाना होता ह भगवान कW शरणाग5त का भाव 5नर13तर रहना चाVहए सारा जीवन उ13ह कW

सवा ह उ13ह कW )रणा स हर काय हो रहा ह आयािEमक साधना कW सार

सफलता उ13ह क हाथ म= ह )ाणीमा_ स )म-भाव रखना भगवान क )म का 6यावहाdरक प ह भगवान क

भBamp को सभी लोग X)य Vदखाई दत ह दसर क दोषamp को दखन क बजाय अपन

दोष दखना और उ13ह= दर करना भगवत सवा का u माग ह दनamp को दान दना रोगयamp कW सवा करना 5नरTरamp को पढाना पीडतamp कW

सहायता करना मोहा13ध भटकत लोगamp को राह Vदखाना आयािEमक साधना का

अि13तम Oक13त महEवपण अग ह कमयोग क अ13तगत इसकW मVहमा क गण गाय गय ह यVद साधना क उपयB 5नदशamp का aढतापवक पालन Oकया जाय तो जीवन म=

5नlय ह सफलता सख और मAB का लाभ होगा सभी स13त -उपदशamp का सार

यह ह

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इस Vदशा म= सतत अ4सर रहन क लए स13तamp महाEमाओ का माग-दशन लत

रहना आव1यक ह वतमान काल म= पय वा मी च13मयान13द जी क अनया5ययamp

nारा थाXपत सथा lsquoच13मय मशनrsquo आपकW सहायता क लए सदा उपलltध ह

पाqयcमपाqयcमपाqयcमपाqयcम

नननन0 पतकपतकपतकपतक )थम)थम)थम)थम बारबारबारबार

)5तVदन)5तVदन)5तVदन)5तVदन

1 जीवनजीवनजीवनजीवन यो5तयो5तयो5तयो5त 10 पपपप

2 आEमआEमआEमआEम XवकासXवकासXवकासXवकास कWकWकWकW 5नदशका5नदशका5नदशका5नदशका 10 पपपप

3 भजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दम 4 ोकोकोकोक

4 तiexclवतiexclवतiexclवतiexclव बोधबोधबोधबोध 4 पपपप

5 आEमआEमआEमआEमबोधबोधबोधबोध 3 ोकोकोकोक

6 प_प_प_प_ nाराnाराnाराnारा वदा13तवदा13तवदा13तवदा13त 10 पपपप

7 मानवमानवमानवमानव 5नमाण5नमाण5नमाण5नमाण कलाकलाकलाकला 12 पपपप

8 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण 4 ोकोकोकोक

9 यानयानयानयान औरऔरऔरऔर जीवनजीवनजीवनजीवन 1 अयायअयायअयायअयाय

10 नारदनारदनारदनारद भABभABभABभAB स_स_स_स_ 5 स_स_स_स_

11 गीतागीतागीतागीता कWकWकWकW भमकाभमकाभमकाभमका 10 पपपप

12 अव1यअव1यअव1यअव1य कर=कर=कर=कर= 10 पपपप

13 साधनासाधनासाधनासाधना पचकमपचकमपचकमपचकम 1 ोकोकोकोक

14 कनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषद 2 म_म_म_म_

15 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1-2-3 3 सससस 5 ोकोकोकोक

16 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (201 सससस 300 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

17 कठोप5नषकठोप5नषकठोप5नषकठोप5नष 2 म_म_म_म_

18 दTणाम5तदTणाम5तदTणाम5तदTणाम5त तो_मतो_मतो_मतो_म 2 म_म_म_म_

19 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 4-5-6 3 सससस 5 ोकोकोकोक

20 उपदशउपदशउपदशउपदश सारसारसारसार 2 ोकोकोकोक

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21 ईशावायईशावायईशावायईशावाय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 3 म_म_म_म_

22 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 7-8-9 3 सससस 5 ोोोोकककक

23 मडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नष 2 म_म_म_म_

24 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 10-11 3 सससस 5 ोकोकोकोक

25 कवYयकवYयकवYयकवYय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 2 म_म_म_म_

26 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (301 सससस 583 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

27 पSषसBमपSषसBमपSषसBमपSषसBम 4 सBसBसBसB

28 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 12 3 सससस 5 ोकोकोकोक

29 तXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषद 2 म_म_म_म_

30 बनाथबनाथबनाथबनाथ-त5तत5तत5तत5त 4 ोकोकोकोक

31 गीगीगीगीताताताता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 13-14-15 3 सससस 5 ोकोकोकोक

32 ऐतरयऐतरयऐतरयऐतरय उप5न`दउप5न`दउप5न`दउप5न`द 3 म_म_म_म_

33 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 16-17 3 सससस 5 ोकोकोकोक

34 )vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद 2 म_म_म_म_

35 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 18 3 सससस 5 ोकोकोकोक

36 ईhरईhरईhरईhर-दशनदशनदशनदशन (तपोवनमतपोवनमतपोवनमतपोवनम ) एकएकएकएक अयायअयायअयायअयाय

37 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1 सससस 18 5 सससस 10 ोकोकोकोक

38 अ2ावcअ2ावcअ2ावcअ2ावc गीतागीतागीतागीता 3 ोकोकोकोक

39 मामामामाडGयडGयडGयडGय औरऔरऔरऔर काdरकाकाdरकाकाdरकाकाdरका 2 म_म_म_म_

ःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःः

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जप-माला भी उपयोगी ह SाT या तलसी कW माला रखना चाVहए जप क

अ5तdरB उस गल म= पहना जा सकता ह जब म= रखा जा सकता ह और सोत

समय तOकया क नीच भी डाल सकत ह Oक13त माला सदा साथ रखनी चाVहए ६ ६ ६ ६ ---- यान यान यान यान एक 5निlत आसन पर बठकर अपन इ2दव का तल धारावत च13तन ह यान

ह शरर-मन-बX क nारा भगवान क 5नकट पह च उ13ह= पीछ छोड दना समाध

ह यान क अयास कW सफलता समाध क लाभ म= 5नVहत ह समाध म= परम तoव का अपरोT अनभव होता ह याता और यय एक हो

जात ह समाध ह तरयावथा और जीव13मAB ह यह योगी कW पणावथा ह ७ ७ ७ ७ ---- 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा 5नःवाथ सवा आयािEमक साधना कवल यान क कमर तक ह सीमत नह ह यह तो

सम4-कालक साधना ह Vह13द धम का यह एक बडा अभशाप ह Oक हम कवल

कछ बातamp को पXव_ और धामक मान बठ ह शष 6यावहाdरक जीवन धम और

आयािEमक स पर समझ लया गया ह यह बडी भल ह साधक को अपना सम4 जीवन साधनामय बनाना होता ह भगवान कW शरणाग5त का भाव 5नर13तर रहना चाVहए सारा जीवन उ13ह कW

सवा ह उ13ह कW )रणा स हर काय हो रहा ह आयािEमक साधना कW सार

सफलता उ13ह क हाथ म= ह )ाणीमा_ स )म-भाव रखना भगवान क )म का 6यावहाdरक प ह भगवान क

भBamp को सभी लोग X)य Vदखाई दत ह दसर क दोषamp को दखन क बजाय अपन

दोष दखना और उ13ह= दर करना भगवत सवा का u माग ह दनamp को दान दना रोगयamp कW सवा करना 5नरTरamp को पढाना पीडतamp कW

सहायता करना मोहा13ध भटकत लोगamp को राह Vदखाना आयािEमक साधना का

अि13तम Oक13त महEवपण अग ह कमयोग क अ13तगत इसकW मVहमा क गण गाय गय ह यVद साधना क उपयB 5नदशamp का aढतापवक पालन Oकया जाय तो जीवन म=

5नlय ह सफलता सख और मAB का लाभ होगा सभी स13त -उपदशamp का सार

यह ह

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इस Vदशा म= सतत अ4सर रहन क लए स13तamp महाEमाओ का माग-दशन लत

रहना आव1यक ह वतमान काल म= पय वा मी च13मयान13द जी क अनया5ययamp

nारा थाXपत सथा lsquoच13मय मशनrsquo आपकW सहायता क लए सदा उपलltध ह

पाqयcमपाqयcमपाqयcमपाqयcम

नननन0 पतकपतकपतकपतक )थम)थम)थम)थम बारबारबारबार

)5तVदन)5तVदन)5तVदन)5तVदन

1 जीवनजीवनजीवनजीवन यो5तयो5तयो5तयो5त 10 पपपप

2 आEमआEमआEमआEम XवकासXवकासXवकासXवकास कWकWकWकW 5नदशका5नदशका5नदशका5नदशका 10 पपपप

3 भजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दम 4 ोकोकोकोक

4 तiexclवतiexclवतiexclवतiexclव बोधबोधबोधबोध 4 पपपप

5 आEमआEमआEमआEमबोधबोधबोधबोध 3 ोकोकोकोक

6 प_प_प_प_ nाराnाराnाराnारा वदा13तवदा13तवदा13तवदा13त 10 पपपप

7 मानवमानवमानवमानव 5नमाण5नमाण5नमाण5नमाण कलाकलाकलाकला 12 पपपप

8 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण 4 ोकोकोकोक

9 यानयानयानयान औरऔरऔरऔर जीवनजीवनजीवनजीवन 1 अयायअयायअयायअयाय

10 नारदनारदनारदनारद भABभABभABभAB स_स_स_स_ 5 स_स_स_स_

11 गीतागीतागीतागीता कWकWकWकW भमकाभमकाभमकाभमका 10 पपपप

12 अव1यअव1यअव1यअव1य कर=कर=कर=कर= 10 पपपप

13 साधनासाधनासाधनासाधना पचकमपचकमपचकमपचकम 1 ोकोकोकोक

14 कनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषद 2 म_म_म_म_

15 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1-2-3 3 सससस 5 ोकोकोकोक

16 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (201 सससस 300 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

17 कठोप5नषकठोप5नषकठोप5नषकठोप5नष 2 म_म_म_म_

18 दTणाम5तदTणाम5तदTणाम5तदTणाम5त तो_मतो_मतो_मतो_म 2 म_म_म_म_

19 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 4-5-6 3 सससस 5 ोकोकोकोक

20 उपदशउपदशउपदशउपदश सारसारसारसार 2 ोकोकोकोक

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21 ईशावायईशावायईशावायईशावाय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 3 म_म_म_म_

22 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 7-8-9 3 सससस 5 ोोोोकककक

23 मडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नष 2 म_म_म_म_

24 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 10-11 3 सससस 5 ोकोकोकोक

25 कवYयकवYयकवYयकवYय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 2 म_म_म_म_

26 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (301 सससस 583 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

27 पSषसBमपSषसBमपSषसBमपSषसBम 4 सBसBसBसB

28 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 12 3 सससस 5 ोकोकोकोक

29 तXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषद 2 म_म_म_म_

30 बनाथबनाथबनाथबनाथ-त5तत5तत5तत5त 4 ोकोकोकोक

31 गीगीगीगीताताताता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 13-14-15 3 सससस 5 ोकोकोकोक

32 ऐतरयऐतरयऐतरयऐतरय उप5न`दउप5न`दउप5न`दउप5न`द 3 म_म_म_म_

33 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 16-17 3 सससस 5 ोकोकोकोक

34 )vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद 2 म_म_म_म_

35 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 18 3 सससस 5 ोकोकोकोक

36 ईhरईhरईhरईhर-दशनदशनदशनदशन (तपोवनमतपोवनमतपोवनमतपोवनम ) एकएकएकएक अयायअयायअयायअयाय

37 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1 सससस 18 5 सससस 10 ोकोकोकोक

38 अ2ावcअ2ावcअ2ावcअ2ावc गीतागीतागीतागीता 3 ोकोकोकोक

39 मामामामाडGयडGयडGयडGय औरऔरऔरऔर काdरकाकाdरकाकाdरकाकाdरका 2 म_म_म_म_

ःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःः

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इस Vदशा म= सतत अ4सर रहन क लए स13तamp महाEमाओ का माग-दशन लत

रहना आव1यक ह वतमान काल म= पय वा मी च13मयान13द जी क अनया5ययamp

nारा थाXपत सथा lsquoच13मय मशनrsquo आपकW सहायता क लए सदा उपलltध ह

पाqयcमपाqयcमपाqयcमपाqयcम

नननन0 पतकपतकपतकपतक )थम)थम)थम)थम बारबारबारबार

)5तVदन)5तVदन)5तVदन)5तVदन

1 जीवनजीवनजीवनजीवन यो5तयो5तयो5तयो5त 10 पपपप

2 आEमआEमआEमआEम XवकासXवकासXवकासXवकास कWकWकWकW 5नदशका5नदशका5नदशका5नदशका 10 पपपप

3 भजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दमभजगोXव13दम 4 ोकोकोकोक

4 तiexclवतiexclवतiexclवतiexclव बोधबोधबोधबोध 4 पपपप

5 आEमआEमआEमआEमबोधबोधबोधबोध 3 ोकोकोकोक

6 प_प_प_प_ nाराnाराnाराnारा वदा13तवदा13तवदा13तवदा13त 10 पपपप

7 मानवमानवमानवमानव 5नमाण5नमाण5नमाण5नमाण कलाकलाकलाकला 12 पपपप

8 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण 4 ोकोकोकोक

9 यानयानयानयान औरऔरऔरऔर जीवनजीवनजीवनजीवन 1 अयायअयायअयायअयाय

10 नारदनारदनारदनारद भABभABभABभAB स_स_स_स_ 5 स_स_स_स_

11 गीतागीतागीतागीता कWकWकWकW भमकाभमकाभमकाभमका 10 पपपप

12 अव1यअव1यअव1यअव1य कर=कर=कर=कर= 10 पपपप

13 साधनासाधनासाधनासाधना पचकमपचकमपचकमपचकम 1 ोकोकोकोक

14 कनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषदकनोप5नषद 2 म_म_म_म_

15 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1-2-3 3 सससस 5 ोकोकोकोक

16 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (201 सससस 300 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

17 कठोप5नषकठोप5नषकठोप5नषकठोप5नष 2 म_म_म_म_

18 दTणाम5तदTणाम5तदTणाम5तदTणाम5त तो_मतो_मतो_मतो_म 2 म_म_म_म_

19 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 4-5-6 3 सससस 5 ोकोकोकोक

20 उपदशउपदशउपदशउपदश सारसारसारसार 2 ोकोकोकोक

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21 ईशावायईशावायईशावायईशावाय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 3 म_म_म_म_

22 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 7-8-9 3 सससस 5 ोोोोकककक

23 मडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नष 2 म_म_म_म_

24 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 10-11 3 सससस 5 ोकोकोकोक

25 कवYयकवYयकवYयकवYय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 2 म_म_म_म_

26 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (301 सससस 583 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

27 पSषसBमपSषसBमपSषसBमपSषसBम 4 सBसBसBसB

28 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 12 3 सससस 5 ोकोकोकोक

29 तXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषद 2 म_म_म_म_

30 बनाथबनाथबनाथबनाथ-त5तत5तत5तत5त 4 ोकोकोकोक

31 गीगीगीगीताताताता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 13-14-15 3 सससस 5 ोकोकोकोक

32 ऐतरयऐतरयऐतरयऐतरय उप5न`दउप5न`दउप5न`दउप5न`द 3 म_म_म_म_

33 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 16-17 3 सससस 5 ोकोकोकोक

34 )vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद 2 म_म_म_म_

35 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 18 3 सससस 5 ोकोकोकोक

36 ईhरईhरईhरईhर-दशनदशनदशनदशन (तपोवनमतपोवनमतपोवनमतपोवनम ) एकएकएकएक अयायअयायअयायअयाय

37 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1 सससस 18 5 सससस 10 ोकोकोकोक

38 अ2ावcअ2ावcअ2ावcअ2ावc गीतागीतागीतागीता 3 ोकोकोकोक

39 मामामामाडGयडGयडGयडGय औरऔरऔरऔर काdरकाकाdरकाकाdरकाकाdरका 2 म_म_म_म_

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21 ईशावायईशावायईशावायईशावाय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 3 म_म_म_म_

22 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 7-8-9 3 सससस 5 ोोोोकककक

23 मडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नषमडकोप5नष 2 म_म_म_म_

24 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 10-11 3 सससस 5 ोकोकोकोक

25 कवYयकवYयकवYयकवYय उप5नषउप5नषउप5नषउप5नष 2 म_म_म_म_

26 Xववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामणXववकचड़ामण (301 सससस 583 ोकोकोकोक

तकतकतकतक) 4 ोकोकोकोक

27 पSषसBमपSषसBमपSषसBमपSषसBम 4 सBसBसBसB

28 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 12 3 सससस 5 ोकोकोकोक

29 तXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषदतXoरयोप5नषद 2 म_म_म_म_

30 बनाथबनाथबनाथबनाथ-त5तत5तत5तत5त 4 ोकोकोकोक

31 गीगीगीगीताताताता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 13-14-15 3 सससस 5 ोकोकोकोक

32 ऐतरयऐतरयऐतरयऐतरय उप5न`दउप5न`दउप5न`दउप5न`द 3 म_म_म_म_

33 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 16-17 3 सससस 5 ोकोकोकोक

34 )vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद)vोप5नषद 2 म_म_म_म_

35 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 18 3 सससस 5 ोकोकोकोक

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37 गीतागीतागीतागीता अparaयायअparaयायअparaयायअparaयाय 1 सससस 18 5 सससस 10 ोकोकोकोक

38 अ2ावcअ2ावcअ2ावcअ2ावc गीतागीतागीतागीता 3 ोकोकोकोक

39 मामामामाडGयडGयडGयडGय औरऔरऔरऔर काdरकाकाdरकाकाdरकाकाdरका 2 म_म_म_म_

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